PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 4 वैब डिवैल्पमैंट

Punjab State Board PSEB 10th Class Computer Book Solutions Chapter 4 वैब डिवैल्पमैंट Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 Computer Chapter 4 वैब डिवैल्पमैंट

Computer Guide for Class 10 PSEB वैब डिवैल्पमैंट Textbook Questions and Answers

I. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
(A) बहुविकल्पीय प्रश्न

1. किसी वैबसाइट की योजना बनाने के चार पड़ाव हैं ?
(a) किसी साइट का उद्देश्य
(b) दर्शकों के लिए डिज़ाइनिंग
(c) काम रणनीति और विषय-वस्तु एवं विकास
(d) ऊपर दिये सभी।
उत्तर-
(d) ऊपर दिये सभी।

2. उद्देश्य प्राप्त करने के लिए काम करने के ढंगों को क्या बुलाया जाता है ?
(a) काम-रणनीति
(b) योजना की रणनीति
(c) डिज़ाइन-रणनीति
(d) ऊपर वालों में से कोई भी नहीं।
उत्तर-
(a) काम-रणनीति,

3. वैब सर्वर हो सकता है –
(a) खरीदा
(b) उधार लिए
(c) उपरोक्त दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर-
(c) उपरोक्त दोनों,

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4. वैब पेज़ का आकार ज्यादा से ज्यादा नहीं होना चाहिए –
(a) एक स्क्रीन
(b) दो स्क्रीन्ज़
(c) तीन स्क्रीन्ज़
(d) चार स्क्रीन्ज़।
उत्तर-
(d) चार स्क्रीन्ज़।

5. वैब पेज़ की एक बढ़िया दिखावट किस पर निर्भर करती है ?
(a) फौंट का आकार/रंग
(b) बैक ग्राउंड रंग
(c) टेबल और ग्राफिक्स
(d) उपरोक्त सभी।
उत्तर-
(d) उपरोक्त सभी।

6. किस टैस्टिंग के लिए इंटरनेट कनैक्शन की ज़रूरत नहीं है।
(a) ऑफलाइन टैस्टिंग
(b) ऑनलाइन टैस्टिंग
(c) उपरोक्त दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर-
(b) ऑनलाइन टैस्टिंग

7. एस०ई०ओ० का मतलब है
(a) सर्च इंजन ऑप्टीमाइजेशन
(b) सिस्टम इंजन ऑप्टीमाइजेशन
(c) सैकरोगनाइज़ड इंजन ऑप्टीमाइजेशन
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं।
उत्तर-
(a) सर्च इंजन ऑप्टीमाइजेशन

8. एस०एम०एम० मतलब क्या है ?
(a) सोशल मीडिया मार्केटिंग
(b) साइंस मीडिया मार्केटिंग
(c) सिस्टम मैक्रो मीडिया
(d) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर-
(a) सोशल मीडिया मार्केटिंग

9. FTP का मतलब है
(a) File Transfer Protocol
(b) Finance Transfer Protocol
(c) Folder Transfer Protocol
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं।
उत्तर-
(a) File Transfer Protocol

10. इंटरनेट का इस्तेमाल करते हुए वैबसाइट की जांच करना किस नाम के रूप में जाना जाता
(a) Offline Testing
(b) Online Testing
(c) उपरोक्त दोनों
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं।
उत्तर-
(b) Online Testing

(B) रिक्त स्थान भरें

1. साइट की योजना बनाते समय साइट की ………. का फैसला अंत में लिया जाता है।
उत्तर-
पब्लिशिंग,

2. …………… आपकी साइट का पता है।
उत्तर-
डोमेन नेम,

3. डोमेन नाम के बारे में फैसला करने के बाद अगला कदम डोमेन नाम की ……… करना है।
उत्तर-
रजिस्ट्रेशन,

4. …………. दो स्क्रीनों से बड़ा नहीं होना चाहिए।
उत्तर-
वैब पेज़,

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5. …………. टैस्टिंग इंटरनेट के बिना की जा सकती है।
उत्तर-
ऑफ लाइन,

6. किसी भी वैबसाइट के पहले पेज़ को ……….. कहा जाता है।
उत्तर-
होम पेज़।

(C) सही या गलत

1. होम पेज़ के साथ अन्य पेज़ों का कोई लिंक नहीं है।
उत्तर-
गलत,

2. साइट का पता .com, .org, .net आदि से समाप्त होता है।
उत्तर-
सही,

3. किसी साइट का ऑफलाइन टैस्ट सिर्फ एक ही ब्राऊज़र पर करना चाहिए।
उत्तर-
गलत,

4. होस्ट के लिए वैब पेज़िज़ को भेजने के लिए, हमें FTP क्लाइंट की ज़रूरत है।
उत्तर-
सही,

5. किसी साइट के ऑन लाइन टैस्टिंग के दौरान आपके कंप्यूटर को इंटरनेट से जुड़ा होना चाहिए।
उत्तर-
सही।

(D) पूरे नाम लिखो

1. IP,
2. FTP,
3. URL
उत्तर-
1. IP- Internet Protocol
2. FTP-File Transfer Protocol
3. URL-Uniform Resource Locator.

II. अति लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
आपकी साइट का पता कौन-सा है ?
उत्तर-
डोमेन नेम।

प्रश्न 2.
कंप्यूटर की वैबसाइट की कापी को ……….. वर्जन कहा जाता है, और वैब होस्ट ऊपर कापी को कहा ……… वर्जन कहा जाता है।
उत्तर-
लोकल, एक्सटर्नल।

प्रश्न 3.
कोई कंपनी ग्राहकों से सीधी फीड बैंक किस तरह प्राप्त कर सकती है ?
उत्तर-
सोशल मीडिया मार्केटिंग।

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प्रश्न 4.
वैबसाइट पर सभी भिन्न-भिन्न विशेषताओं की जाँच करने के लिए क्या जरूरी है ?
उत्तर-
टैस्टिंग।

प्रश्न 5.
डिज़ाइनर डाटा को नष्ट होने, मालवेयर और अन्य नुम्पानों से बच सकता है ?
उत्तर-
सुरक्षा और बैकअप का इस्तेमाल करके।

III. लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
किसी साइट का उद्देश्य फिक्स करने के लिए महत्त्वपूर्ण तरीके बतायें।
उत्तर-
किसी साइट का उद्देश्य निर्धारित करने के लिए निम्नलिखित तरीके हैं-

  • साइट के उद्देश्य इस प्रकार के हों जिनसे पता चल जाये कि साइट पर क्या डालना है।
  • साइट के दो तीन महत्त्वपूर्ण उद्देश्य होने चाहिए।

प्रश्न 2.
वैबसाइट दर्शकों के लिए तैयार करने का क्या मतलब है ? संक्षेप में लिखें।
उत्तर-
दर्शकों के लिए डिज़ाइनिंग से भाव है साइट के दर्शकों की ज़रूरत को ध्यान में रखकर साइट का निर्माण करना। ‘साइट की दिखावट किस प्रकार की होगी ?’ यह निर्धारित करना।

प्रश्न 3.
आप अपनी साइट की कार्यनीति के बारे में किस तरह फैसला करोगे ?
उत्तर-
किसी साइट के उद्देश्य की प्राप्ति के लिए किए जाने वाले कार्यों के तरीकों को कार्य नीति कहा जाता है। कार्यनीति के लिए दर्शकों को ध्यान में रखकर सभी काम किये जाते हैं।

प्रश्न 4.
साइट का कन्टैंट कैसा होना चाहिए ?
उत्तर-
साइट का विषय-वस्तु दर्शकों को सभी महत्त्वपूर्ण जानकारी प्रदान होनी चाहिए। विषय-वस्तु सही स्थान पर हो और अच्छ तरीकों से व्यवस्थित किया हो।

प्रश्न 5.
डोमेन नेम से आपका क्या मतलब है ?
उत्तर-
डोमैन नेम किसी वैबसाइट का पूरा एडरैस होता है। इसकी सहायता से ही कोई साइट देखी जा सकती है।

प्रश्न 6.
डोमेन नेम को कैसे दर्ज किया जाता है ?
उत्तर-
डोमेन नेम को साइट के सर्विस प्रोवाइडर की सहायता से रजिस्टर करवाया जाता है। इसके लिए फार्म भरा जाता है और रजिस्ट्रेशन की फीस दी जाती है। इसके साथ ही यह भी चैक किया जाता है कि यह नाम पहले तो किसी ने रजिस्टर नहीं करवाया।

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प्रश्न 7.
इंटरनेट की दुनिया में सर्वर की क्या भूमिका है ?
उत्तर-
सर्वर पर हमारी साइट पड़ी होती है। यह सर्वर खरीदा जा सकता है या किराये पर लिया जाता है। सर्वर हमारी साइट को संभाल कर रखता है और जरूरत पड़ने पर दिखाता है। अतः सर्वर के बिना हमारी वैबसाइट नहीं बन सकती।

प्रश्न 8.
वैब पन्ने डिजाइन करते समय कौन-कौन सी बातों का ध्यान रखना चाहिए ?
उत्तर-
वैब पेज़ डिज़ाइन करते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखा जाता है-

  • वैब पेज़ दो स्क्रीन्ज़ से लंबा नहीं होना चाहिए।
  • अगर लंबा पेज़ बनाना है तो बुकमार्क के द्वारा अंदरूनी लिंक बनायें।
  • अगर डाक्यूमैंट एक स्क्रीन से बड़ा है तो पहले सिर्फ एक पेज़ ही दिखायें। दर्शकों की मांग पर ही बाकी हिस्सा दिखाया जाये।
  • ज्यादा भारी वैब पेज़ न बनायें।

प्रश्न 9.
किसी साइट को अपलोड करने की क्या प्रक्रिया है ?
उत्तर-
साइट को अपलोड करने के लिए फाइल ट्रांसफर प्रोटोकाल (FTP) का प्रयोग किया जाता है। इसके लिए पहले ज़रूरी प्रोग्राम चलाया जाता है। फिर उसके द्वारा सभी फाइलें अपलोड की जाती हैं।

प्रश्न 10.
ऑफ-लाइन टैस्टिंग से क्या मतलब है ?
उत्तर-
आफ-लाइन टैस्टिंग वैबसाइट टैस्ट करने की वो तकनीक है जिसमें उसको टैस्ट करने के लिए इंटरनैट की ज़रूरत नहीं पड़ती।
इसमें पहले होम पेज़ खोला जाता है और फिर सभी पेजों के लिंक चैक किए जाते हैं।

IV. बड़े उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
साइट की योजनाबंदी के भिन्न-भिन्न पड़ाव बतायें।
उत्तर-
साइट की योजनाबंदी के समय हम यह फैसला करते हैं कि साइट बनाने के लिए क्या कुछ करना है और किस प्रकार करना है। इस के मुख्य चार पड़ाव हैं-

  • साइट का उद्देश्य
  • दर्शकों के लिए डिजाइनिंग
  • कार्य नीति
  • विषय-वस्तु।

1. साइट का उद्देश्य-हर एक साइट का कोई उद्देश्य होना चाहिए। यह उद्देश्य बताता है कि हमें इस साइट में क्या कुछ डालना है। साइट से संबंधित सारा काम साइट के उद्देश्य के अनुसार होना चाहिए। साइट बनाते वक्त निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखना चाहिए

  • साइट का उद्देश्य
  • उद्देश्य की पूर्ति के लिए साइट तैयार करने का तरीका
  • उद्देश्य प्राप्ति के लिए कार्यनीति।
  • साइट तैयारी और अपडेट करने का समय।

2. दर्शकों के लिए डिज़ाइनिंग-उद्देश्य स्पष्ट करने के बाद अगला काम है साइट के दर्शक निर्धारित करना। यह पता करना कि कौन-कौन से लोग साइट देखेंगे। उन लोगों को ध्यान में रख कर ही साइट का डिज़ाइन तैयार किया जाता है।

3. कार्य नीति- उद्देश्य की प्राप्ति के लिए किए जाने वाले कार्यों के तरीकों को कार्य नीति कहा जाता है। इसमें साइट के लिए विषयवस्तु इकट्ठा करने का ढंग, साइट बनाने का ढंग आदि शामिल होते हैं।

4. विषय-वस्तु-आखिर में विषय-वस्तु की बारी आती है। विषय-वस्तु में वे सब शामिल होता है जो हमें साइट पर दिखाना है। यह सारी सामग्री इकट्ठी की जाती है और इसको किस प्रकार किस पेज पर दिखाना है यह सब निर्धारित किया जाता है। इसके साथ ही साइट पर लिंकस आदि निर्धारित किए जाते हैं।

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प्रश्न 2.
वैब को अमल में लाने के लिए जरूरी निर्देशों का वर्णन करें।
उत्तर-
वैब को अमल में लाने का मतलब है कि योजनाबंदी के अनुसार काम करना। इसमें निम्नलिखित काम शामिल हैं-

  1. डोमेन नाम का चुनाव
  2. डोमेन नेम रजिस्टर करना
  3. सर्वर का चुनाव करना
  4. वैब पेज की व्यवस्था करनी
  5. दिखावट बनाना
  6. ऑफ-लाइन टैस्टिंग
  7. साइट अपलोड करनी
  8. ऑन-लाइन टैस्टिंग।

1. डोमेन नेम का चुनाव-इसमें साइट का नाम निर्धारित किया जाता है। यह नाम अपने आप में अलग होना चाहिए क्योंकि किन्हीं भी दो साइटों का नाम एक नहीं हो सकता।

2. डोमेन नेम रजिस्टर करना-इस डोमेन नेम को नाम देने वाली कंपनी के पास रजिस्टर करवाया जाता है।

3. सर्वर का चुनाव करना-सर्वर वो कंप्यूटर होता है जिस पर साइट अपलोड की जाती है। इसका भी चुनाव किया जाता है। वैब पेजों की व्यवस्था करना-वैब पेज अच्छी तरह व्यवस्थित किया जाता है।

4. इसके लिए कई बातों का ध्यान रखा जाता है। वैब पेज को ज्यादा लंबा नहीं होना चाहिए। उसमें सही ढंग के लिंक होने चाहिए।

5. दिखावट बनाना-वैब पेज की दिखावट अच्छी होनी चाहिए ताकि इसको पढ़ने और देखने का मन करे। इसमें सही मात्रा में टैक्सट, इमेज, आवाज़ और वीडियो शामिल किया होना चाहिए।

6. ऑफ-लाइन टैस्टिग-इसमें वैबसाइट को बगैर इंटरनैट से टैस्ट किया जाता है। इसमें चैक किया जाता है कि सभी लिंक आदि सही चल रहे हैं कि नहीं।

7. साइट अपलोड करना–साइट अपलोड करने का मतलब है साइट की फाइलें सर्वर पर कॉपी करना। इसके लिए फाइल ट्रांसफर प्रोटोकाल का प्रयोग किया जाता है।

8. ऑन-लाइन टैस्टिंग-इस टैस्टिंग में साइट को इंटरनैट पर चैक किया जाता है कि यह सही ढंग से काम कर रही है कि नहीं। इसमें पास होने के बाद साइट बनाने का काम पूरा हो जाता

प्रश्न 3.
ऑफ-लाइन टैस्टिग और आन-लाइन टैस्टिग में अंतर बतायें।
उत्तर-
ऑफ-लाइन टैस्टिंग और ऑन-लाइन टैस्टिंग में निम्नलिखित अंतर हैं-

ऑफ-लाइन टैस्टिग ऑन-लाइन टैस्टिंग
1. इसमें इंटरनेट की ज़रूरत नहीं पड़ती। 1. इसमें इंटरनेट की ज़रूरत पड़ती है।
2. यह साइट अपलोड करने से पहले की जाती | 2. यह साइट अपलोड करने के बाद की जाती |
3. यह किसी भी कंप्यूटर पर की जा सकती है। 3. यह टैस्टिंग सिर्फ उस कंप्यूटर पर की जा
सकती है जिस पर इंटरनैट चल रहा हो।
4. आप वैब पेज़ की कोडिंग बदल सकते हो। 4. आप वैब पेज की कोडिंग बदल नहीं सकते।

प्रश्न 4.
एस० ई० ओ० क्या है ?
उत्तर-
एस० ई० ओ० का पूरा नाम सर्च इंजन ओपटीसाइजेशन है। इसका अर्थ है जब एक सर्च इंजन हमारी साइट से संबंधित कुछ सर्च करता है तो हमारी साइट के नतीजे सबसे ऊपर और बढ़िया रूप में नज़र आये। इस के लिए साइट बनाने के लिए लगातार कार्यशील रहना पड़ता है। एस०ई०ओ० यह यकीनी बनाता है कि किसी साइट को किसी खोज इंजन के लिए पहुँच योग्य बनाया जाये और संभावनाओं को सुधारा जाये कि साइट सर्च इंजन के द्वारा ढूंढ़ ली जायेगी। एस०ई०ओ० किसी खास प्रकार के सर्च इंजन के लिए की जाती है जैसे किwww.google.com, www.yahoo.com आदि।

प्रश्न 5.
एस० एम० एम० क्या है ?
उत्तर-
एस० एम० एम० का अर्थ सोशल मीडिया मार्कीटिंग होता है। एस०एम०एम० का उद्देश्य वो सामग्री तैयार करना है जो उपभोक्ता अपने सोशल नेटवर्क से शेयर करेगी ताकि उनकी कंपनी की ब्रांड एकसपोज़र बढ़ाने और ग्राहकों की पहुँच को बढ़ाने में मदद की जा सके।
एस०एम०एम० के मुख्य भागों में एस०एस०ओ० होता है जो एक नई वैबसाइट में नये और विलक्षण विज़िटर्ज को खींचने की एक रणनीति होती है। एस०एम०ओ० दो प्रकार किया जाता है।
1. कंटैंट के साथ सोशल मीडिया लिंक बटन शेयर करके
2. स्टेटमैंट या ट्वीटस को अपडेट या ब्लॉग पोस्ट करके एस०एम०एम० अपनी कंपनी ग्राहकों से सीधी फीड बैक प्राप्त करने में मदद करती है। एस०एम०एम० कई प्रकार की सोशल वैबसाइटों जैसे कि Facebook, Twitter, Linkedin, Youtube, Myspace, Orkut आदि के कारण काफी प्रचलित बनती जा रही है।

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PSEB 10th Class Computer Guide वैब डिवैल्पमैंट Important Questions and Answers

I. वस्तुनिष्ठ प्रश्न

(A) बहुविकल्पीय प्रश्न

1. वैबसाइट के पहले पेज को ……. कहते हैं।
(a) मेन पेज
(b) सर्च इंजन
(c) होम पेज
(d) डोमेन।
उत्तर-
(c) होम पेज

2. वैबसाइट के नाम को क्या कहते हैं ?
(a) होम पेज
(b) डोमेन नेम
(c) सर्च
(d) एस०सी०ओ०।
उत्तर-
(b) डोमेन नेम

(B) रिक्त स्थान भरें

1. साइट की योजना बनाते समय सबसे आखिर में साइट के ……… बारे फैसला किया जाता है।
उत्तर-
विषय-वस्तु,

2. ………… आपकी साइट का एडरैस होता है।
उत्तर-
डोमेन नेम,

3. डोमेन नेम के बारे में फैसला करने के बाद अगला काम डोमेन नेम को …………. करवाना होता
उत्तर-
रजिस्टर,

4. ………. दो स्क्रीन्ज से लंबा नहीं होना चाहिए।
उत्तर-
वैब पेज,

5. ………… टैस्ट इंटरनेट के बिना किया जाता है।
उत्तर-
ऑफ लाइन,

6. वैबसाइट के पहले वैब पेज को ……… कहा जाता है।
उत्तर-
Home page.

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(C) सही या गलत-

1. एक अच्छी वैबसाइट के होम पेज का दूसरे पेज से कोई लिंक नहीं होता।
उत्तर-
गलत,

2. साइट का एडरैस .com, .org, .net आदि से समाप्त होता है।
उत्तर-
सही,

3. वैबसाइट का ऑफ-लाइन टैस्टिग सिर्फ एक ही ब्राऊज़र पर करनी चाहिए।
उत्तर-
गलत,

4. वैब पन्नों को होस्ट तक भेजने के लिए FTP क्लाइंट की ज़रूरत पड़ती है।
उत्तर-
सही,

5. ऑन लाइन टैस्ट करने के समय आपका कंप्यूटर इंटरनैट से जुड़ा हुआ होना चाहिए।
उत्तर-
सही।

II. अति लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
विषय-वस्तु क्या होता है ?
उत्तर-
विषय-वस्तु का अर्थ है साइट पर पाई जाने वाली सामग्री।

प्रश्न 2.
डोमेन नेम किसको कहते हैं ?
उत्तर-
किसी वैबसाइट के पते को डोमेन नेम कहा जाता है।

प्रश्न 3.
अपलोडिंग का क्या अर्थ है ?
उत्तर-
अपनी वैबसाइट को इंटरनैट पर डालने की क्रिया को अपलोडिंग कहते हैं।

प्रश्न 4.
टैस्टिग का क्या मतलब है ?
उत्तर-
किसी वैबसाइट के सभी लिंक चैक करने की क्रिया को टैस्टिंग कहा जाता है।

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प्रश्न 5.
टेस्टिंग कितने प्रकार की होती है ?
उत्तर-
टैस्टिंग दो तरह की होती है
1. ऑफ-लाइन टैस्टिंग
2. ऑन-लाइन टैस्टिंग।

III. लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
साइट की योजनाबंदी से आपका क्या भाव है ?
उत्तर-
योजनाबद्ध तरीके से बनाई गई वैबसाइट प्रभावशाली होती है। कोई भी वैबसाइट बनाने से पहले उसकी योजना बना लेनी चाहिए। अगर योजना से काम करोगे तो उद्देश्य की पूर्ति होगी। वैबसाइटों के द्वारा हम संचार करवाते हैं। वैबसाइट के डिज़ाइन के समय सब से पहली महत्त्वपूर्ण बात है वैब साइट का उद्देश्य (Goal)। वैबसाइट का निर्माण हमेशा उसके उद्देश्य को मुख्य रख कर ही करना चाहिए।

प्रश्न 2.
कार्यनीति पर एक नोट लिखें।
उत्तर-
जब आप फैसला कर लेते हो तो आपको कार्यनीति के बारे में सोचना पड़ेगा। उद्देश्य (goal) की प्राप्ति के लिए किए जाने वाले कार्यों के तरीके को कार्य नीति कहा जाता है। आप अपनी साइट में कई प्रकार की सूचनाएं शामिल कर सकते हो। जैसे कि-

  • टैक्सट सूचना
  • आडियो या सूचना
  • वीडियो सूचना।

एक अच्छी वैबसाइट साधारण (Simple) होती है। दूसरे शब्दों में वैबसाइट जटिल नहीं होनी चाहिए।

IV. बड़े उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
साइट के उद्देश्य पर एक नोट लिखें।
उत्तर-
साइट का कोई विशेष उद्देश्य या मनोरथ होना चाहिए। साइट का उद्देश्य हमें बताता है कि हमें इसमें क्या कुछ डालना है। आप विस्तारपूर्वक और सजावट वाली साइट तैयार कर सकते हो, पर शर्त यह है कि वो उद्देश्य की पूर्ति ज़रूर करती हो। कोई भी साइट बनाते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान ज़रूर रखें-

  • संस्था का उद्देश्य।
  • आपकी साइट के 2-3 महत्त्वपूर्ण उद्देश्य।
  • उद्देश्य की पूर्ति के लिए साइट तैयार करने का तरीका।
  • उद्देश्य की प्राप्ति के लिए कार्यनीति।
  • साइट की तैयारी का समय।
  • साइट को अपडेट करने का समय।

प्रश्न 2.
दर्शकों के लिए डिज़ाइनिंग से आपका क्या भाव है ?
उत्तर-
साइट का मनोरथ स्पष्ट करने के बाद अगला काम यह जानना है कि आपकी साइट के दर्शक कौन से होंगे ? किस किस्म के लोग आपकी साइट की यात्रा करेंगे ? बच्चे, विद्यार्थी, वकील, डॉक्टर या घरेलू औरतें। यहाँ यह भी ध्यान रखना चाहिए कि दर्शकों की आपकी साइट से क्या इच्छाएं हैं। उदाहरण के रूप में अगर आप पुस्तक प्रकाशक के लिए साइट डिज़ाइन कर रहे हो तो आपके दर्शक या पाठक विद्यार्थी, बच्चे, अध्यापक, प्रोफेसर और अन्य बुद्धिजीवी हो सकते हैं। इस हालत में आप अपने दर्शकों की रुचि के मुताबिक साइट का डिज़ाइन करोगे।

प्रश्न 3.
वैबसाइट को अमल में लाने के विभिन्न कार्य लिखें।
उत्तर-
साइट की संपूर्ण योजना बनाने और सूचनाओं या लिंकस के संबंध में फैसला करने के बाद इसको इंपलीमैंट अर्थात् अमल में लाने के बारे में सोचा जाता है। इसमें डोमेन नेम का चुनाव, डोमेन रजिस्टर करवाना, सर्वर का चुनाव और साइट का प्रबंध आदि गतिविधियाँ शामिल होती हैं।
1. डोमेन नाम का चुनाव (Choosing Domain Name)-डोमेन नेम आपकी साइट का एडरैस होता है। डोमेन नेम असल में (इंटरनेट प्रोटोकाल) साइट का एडरैस होता है। डोमेन नेम डाटाबेस में होता है जो कि सर्वर के एडरैस की सूची में शामिल होता है। डोमेन नेम .com, .net, .org आदि नामों से समाप्त होता है। इसमें हाइफनज़ (Hyphens) शामिल होते हैं। इसमें प्रयोग किए जाने वाले अक्षरों की ज्यादा से ज्यादा गिनती 63 हो सकती है।

2. डोमेन नेम रजिस्टर करना (Registering Domain Name)-डोमेन नेम के बारे में फैसला करने के बाद डोमेन नेम रजिस्टर करवाया जाता है। आप अपनी साइट को सर्विस प्रोवाइडर के द्वारा रजिस्टर करवा सकते हो। सर्विस प्रोवाइडर आपको एक फार्म भरने के लिए कहता है और फिर रजिस्टर करने के लिये आपसे फीस भी वसूल सकता है। फार्म भरने के बाद चैक किया जाता है कि आपके नाम वाला किसी और ने तो नहीं रजिस्टर करवाया। अगर नाम उपलब्ध हो तो उसके रजिस्टर होने का संदेश आपको ई-मेल के द्वारा भेज दिया जाता है।

3. सर्वर का चुनाव (Choosing a server)-साइट को अमल में लाने का एक ज़रूरी कार्य है सर्वर का चुनाव। यहाँ सर्वर का चुनाव बहुत महत्ता रखता है। सर्वर यहाँ आपकी साइट स्थायी रूप में रखता है आप अपना सर्वर खरीद सकते हो या फिर किराये पर भी ले सकते हो। वैबसाइटों की दुनिया में सर्वर का अहम रोल है। ऐसे विशेष किस्म के सर्वर को वैब सर्वर कहा जाता है। जब आप अपने ब्राऊजर पर कोई साइट खोलते हो तो यह संबंधित वैब सर्वर से जुड़ जाता है।

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 4 वैब डिवैल्पमैंट

4. वैब पेज की व्यवस्था (Organizing Web Page)-वैबसाइट का पेज अच्छे ढंग से व्यवस्थित होना चाहिए। वैब पेज की व्यवस्था ऐसी हो कि यह साइट को बराबर दिखावट (Balanced look) प्रदान करे। पेज की व्यवस्था के समय पेज की लंबाई एक महत्त्वपूर्ण नुक्ता है। पेज डिज़ाइन करते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिएवैब पेज दो स्क्रीनज़ से लंबा नहीं होना चाहिए। अगर लंबा पेज इस्तेमाल करना चाहते हो तो बुकमार्क के द्वारा अंदरूनी लिंक स्थापित करें। अगर आपका डाक्यूमैंट एक स्क्रीन से बड़ा है तो पहले दर्शकों को सिर्फ कुछ भाग ही दिखायें। दर्शकों द्वारा मांग करने के बाद ही बाकी हिस्सा दिखा जाये।

5. दिखावट (Look)-वैब पेज अच्छी दिखावट वाला हो तो हर एक का पढ़ने को मन करेगा। अच्छी दिखावट के लिए वैब पेज में ज़रूरत अनुसार लिंक, ग्राफिक्स, ऐनीमेशन, साऊंड और वीडियो क्लिप शामिल होने चाहिए। वैब पेज की भिन्न-भिन्न सामग्री में विभिन्नता पर अच्छा दृष्टिगत प्रभाव होना चाहिए। साइट में उचित फौंट कलर, बैकग्राउंड कलर, टेबल, ग्राफ आदि का इस्तेमाल अच्छी दिखावट का प्रतीक होता है।

6. ऑफ-लाइन टैस्टिग (Offline Testing)-वैबसाइट के सभी पेजिज डिज़ाइन करने के बाद इसको ब्राऊजर पर टैस्ट किया जाता है। इस टैस्ट के लिए इंटरनैट की ज़रूरत नहीं पड़ती। इसी कारण इसको ऑफ-लाइन टैस्ट कहा जाता है। आफ-लाइन टैस्टिग में सबसे पहले ब्राऊज़र में होम पेज खोला जाता है। फिर एक-एक करके लिंक किए हुए सभी पन्नों (Pages) को चैक किया जाता है। यहाँ यह यकीनी बनायें कि आपके पेज बढ़िया नज़र आयें। आपको अपनी साइट को भिन्न-भिन्न ब्राऊज़र्स पर टैस्ट कर लेना चाहिए।

7. साइट को अपलोड करना (Uploading the Site)-साइट को इंटरनैट पर सभी के लिए प्रदान करवाने के लिए इसको अपलोड किया जाता है। आपके वैब पन्नों को होस्ट (Host) तक भेजने के लिए फाइल ट्रांसफर प्रोटोकाल (FTP) क्लाइंट की ज़रूरत पड़ती है। इस काम के लिए सबसे पहले FTP प्रोग्राम जैसे कि क्यूट FTP (Cute FTP) सैट किया जाता है। इसके बाद ऑन-लाइन होकर अपनी फाइलों को अपलोड करें।

8. ऑन-लाइन टैस्टिंग (Online Testing)-जब आपकी साइट अपलोड हो जाती है तो आगे का स्टैप है इसको ऑन-लाइन टैस्ट करना। इंटरनेट कनैक्ट करें, ब्राऊज़र खोलें और अपनी साइट का यू०आर०एल (URL) टाइप करें। चैक करें कि आपकी साइट के सभी लिंक सही काम कर रहे हैं। इसी प्रकार अन्य ब्राऊज़र ऊपर भी चैक करें।

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 3 एच०टी०एम०एल०-II

Punjab State Board PSEB 10th Class Computer Book Solutions Chapter 3 एच०टी०एम०एल०-II Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 Computer Chapter 3 एच०टी०एम०एल०-II

Computer Guide for Class 10 PSEB एच०टी०एम०एल०-II Textbook Questions and Answers

I. वस्तुनिष्ठ प्रश्न

(A) बहुविकल्पीय प्रश्न

1. फार्म किस काम के लिए इस्तेमाल किया जाता है ?
(a) ई-मेल के कन्टैंट डिस्पले करने के लिए
(b) ऐनीमेशन इफैक्ट को डिस्पले करने के लिए
(c) यूज़र से इनपुट लेने के लिए
(d) उपरोक्त कोई नहीं।
उत्तर-
(c) यूज़र से इनपुट लेने के लिए

2. CSS का पूरा नाम क्या है ?
(a) Cascading style sheet
(b) Costume style sheet
(c) Cascading system style
(d) None of the Above.
उत्तर-
(c) Cascading system style

3. वैब पेज़ में लिंक दर्शाने के लिए कौन-सा लिंक सही है ?
(a) <LINK SRC = “abc.html”>
(b)<BODY LINK = “abc.html”>
(c) <A SRC = “abc.html”>
(d) < A HERF =”abc.html”>

उत्तर-
(d) < A HERF =”abc.html”>

4. Check box बनाने के लिए कौन-सा tag फार्म में इस्तेमाल किया जाता है ?
(a) <check box>
(b) <input = ”check box”>
(c) <input = check box>
(d) <input check box>

5. निम्नलिखित में से कौन-सी सबसे ज्यादा साधारण रूप में इस्तेमाल की जाने वाली HTTP विधि ?
(a) PRF और POST
(b) GET और SET
(c) ASK और REPLY
(d) GET और POST.
उत्तर-
(d) GET और POST.

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6. क्या एक वैब पेज़ में लिंक स्थापित किया जा सकता है ?
(a) हाँ
(b) नहीं
(c) सिर्फ फ्रेम में
(d) उपरोक्त कोई नहीं।
उत्तर-
(a) हाँ

7. आप एक e-mail लिंक कैसे स्थापित कर सकते हो ?
(a) .
(b) mail href = “xxx@yyy'”>
(c) xxx@yyy</mail
(d)
उत्तर-
(d)

8. एक html फार्म में एक वैब पेज़ का हिस्सा है जिसमें वो स्थान शामिल है जहाँ कि
(a) जानकारी को उपभोक्ता द्वारा फीड किया जाता है
(b) और वैबसाइट सर्वर पर भेज दी जाती है
(c) दोनों ए और बी
(d) उपरोक्त कोई नहीं।
उत्तर-
(c) दोनों ए और बी

9. एक कंटेनर टैग और एक सिंगल इनपुट आइटम में टैक्सट की बहुत सारी लाइनों को अनुमति देने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
(a) Text area
(b) Check box
(c) Radio Button
(d) उपरोक्त कोई नहीं।
उत्तर-
(a) Text area

10. चुनाव सूची वो सूचियाँ हैं जिसकी सूची दी गई सूची में से कौन-सा उपभोक्ता सिंगल या मल्टीपल विकल्प चुन सकता है। सूची की किस्में हैं –
(a) Scrolling lists
(b) Pull down pick-up lists
(c) Both a and b
(d) उपरोक्त कोई नहीं।
उत्तर-
(c) Both a and b.

(B) रिक्त स्थान भरें

1. ………… टैग को किसी वैब पेज़ पर एक लिंक बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
उत्तर-
Anchor tag

2. …………. वैब पेज़ पर दिए गए हिस्से के लिए लिंक को परिभाषित करता है।
उत्तर-
href

3. …….. का उपयोग वैब सर्वर में जानकारी को भरने के लिए किया जाता है।
उत्तर-
form

4. आप टैक्सट की बहुत सारी लाइनें ……… के द्वारा फार्म में इस्तेमाल कर सकते हो।
उत्तर-
Text Area

5. एक फार्म में कई विकल्प चुनने के लिए हम …………………………… का इस्तेमाल कर सकते हैं।
उत्तर-
Check box

6. …………………… का इस्तेमाल एक बार में बहुत विकल्पों को एक ही चुनाव को देखने के लिए की जाती है।
उत्तर-
Radio Button

7. सर्वर पर जानकारी भेजने के लिए ……………………. बटन का प्रयोग किया जाता है।
उत्तर-
Submit Button

8. फार्म से सारे विकल्पों को साफ करने के लिए हम …………………….. बटन का प्रयोग कर सकते हैं।
उत्तर-
Reset Button

9. ………… वैब ब्राऊज़र विंडो को मल्टीपल HTML डाक्यूमैंट में बांटता है।
उत्तर-
Frames

10. Frametest टैग में हम ……….. और ………… को ऐट्रीब्यूट के तौर पर प्रयोग कर सकते है।
उत्तर-
Row and Colom.

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(C) सही या गलत

1. एक अनविजटिड लिंक अंडरलाइन होता है और इसका रंग नीला होता है।
उत्तर-
True

2. बुकमार्क को वैब पन्ने के बाहर लिंक को एक्सटर्नल लिंक के तौर पर जाना जाता है।
उत्तर-
False

3. वैबसाइट से बाहर वाले लिंक को एक्सटर्नल लिंक के रूप में जाना जाता है।
उत्तर-
True

4. <input type=”Password” /> टैक्सट बाक्स में स्टार (***) दिखायेगा।
उत्तर-
True

5. सिलैक्शन लिस्ट ड्राप डाउन लिस्ट को दर्शाने के लिए इस्तेमाल की जाती है।
उत्तर-
True.

(D) पूरा नाम लिखें
1.
2. HREF
3. URL
4. BGCOLOR
5. SRC
उत्तर
1.
– Anchor Tag
2. HREF – Hyper Text reference
3. URL – Uniform Resource Locator
4. BGCOLOR – BackGround COLOR
5. SRC – Source

II. अति लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
किसी वैब पेज़ को लिंक करने के लिए कौन-सा टैग इस्तेमाल किया जाता है ?
उत्तर-
Anchor log.

प्रश्न 2.
कौन-सा लिंक वैबसाइट से बाहर परिभाषित किया जाता है ?
उत्तर-
एक्सटर्नल लिंक।

प्रश्न 3.
जब एक फार्म को सबमिट किया जाता है तो कौन-सा ऐट्रीब्यूट यह परिभाषित करता है कि फार्म डाटा कहाँ भेजना है।
उत्तर-
Action ऐट्रीब्यूट।

प्रश्न 4.
यह विधि उपयोगकर्ता द्वारा यू० आर० एल० पाथ का इस्तेमाल करने के बाद फीड डाटा को इनकोड करने के लिए प्रयोग किया जाता है और सर्वर को भेजा जाता है।
उत्तर-
GET Method.

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प्रश्न 5.
दिए गए वैब पन्ने पर कुछ कार्यवाही करने के लिए क्या प्रयोग किया जाता है ?
उत्तर-
बटन।

III. लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
हाईपरलिंक क्या होता है ?
उत्तर-
हाईपरलिंक HTML में एक वैब पेज़ को दूसरे वैब पेज़ से जोड़ने का एक साधन है। यह एक लिंक की तरह काम करता है। यह लिंक टैक्सट, तस्वीर आदि पर लगाया जा सकता है। जब हम इस लिंक पर क्लिक करते हैं तो इससे लिंक किया पेज़ खुल जाता है।

प्रश्न 2.
लिंक की किस्मों के नाम बताएं।
उत्तर-
लिंक दो प्रकार के होते हैं

  • अंदरूनी लिंक
  • बाहरी लिंक।

प्रश्न 3.
ऐंकर टैग क्या होता है ? उदाहरणों से समझायें।
उत्तर-
ऐंकर टैग वे टैग हैं जिसका इस्तेमाल लिंक बनाने के लिए किया जाता है। इसका सिन्टैक्स अग्रलिखित है Link Text यह एक paired टैग है। HTML में हाईपरलिंक इसकी मदद से ही तैयार किए जाते हैं। उदाहरण-Go to Google

प्रश्न 4.
HTML वैब पेज़ में बुकमार्क समझायें।
उत्तर-
बुकमार्क HTML में एक पेज़ के खास हिस्से तक पहुँच का ढंग है। वैब पेज़ के ज़रूरी खास हिस्से को एक नाम दे दिया जाता है जिसका इस्तेमाल अंदरूनी लिंक में किया जाता है। कई बार इसका इस्तेमाल बाहरी लिंक में भी किया जा सकता है।

प्रश्न 5.
एक लिंक के रूप में चित्र कैसे बनाया जा सकता है ?
उत्तर-
चित्र को लिंक के रूप में प्रयोग करने के लिए पहले टैग का इस्तेमाल करके चित्र इनसर्ट करें और फिर उस टैग को ऐंकर टैग की मदद से लिंक करें।
उदाहरण

प्रश्न 6.
एक फार्म क्या होता है ?
उत्तर-
फार्म यूज़र से डाटा लेकर सर्वर तक पहुँचाने का एक साधन है। फार्म में ज़रूरत अनुसार ऑबजैक्ट जैसे कि टैक्सट बॉक्स, चैक बॉक्स, रेडियो बटन आदि में प्रयोग किए जाते हैं। यूज़र इसमें डाटा ऐंटर करता है और यह डाटा सर्वर तक पहुँचाया जाता है।

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प्रश्न 7.
फार्मों में चुनाव सूची का इस्तेमाल क्या है ?
उत्तर-
चुनाव सूची की मदद से यूज़र बहुत सारे उपलब्ध विकल्पों में अपनी ज़रूरत के विकल्प टाइप नहीं करने पड़ते। इससे समय की बचत होती है।

प्रश्न 8.
HTML फार्म में भिन्न-भिन्न बटनों की व्याख्या करें।
उत्तर-
HTML फार्म में निम्नलिखित बटन होते हैं-

  1. Submit-इसका इस्तेमाल डाटा सर्वर पर भेजने के लिए किया जाता है।
  2. Reset-इसका इस्तेमाल फार्म को पहली ऐंटरी को साफ करने के लिए किया जाता है।

प्रश्न 9.
फ्रेमों की व्याख्या करें।
उत्तर-
फ्रेम एक से ज्यादा वैब पेजों को एक वैब पेज़ में दिखाने का साधन है। इनकी मदद से हम कई वैब पेज़ों को एक पेज़ में भिन्न-भिन्न दिखा सकते हैं और सारे वैब पेज़ अपने आप में आज़ाद होते

प्रश्न 10.
उदाहरण के साथ मारकिऊ टैग और इनके गुणों को समझायें।
उत्तर-
मारकिऊ टैग का इस्तेमाल वैब पेज पर किसी टैक्सट या तस्वीर को चलता दिखाने के लिए किया जाता है। This text is scrolling जब वैब पेज़ पर किसी खास टैक्सट की तरफ यूज़र का ध्यान दिलाना होता है तो मारकिऊ टैक्सट का इस्तेमाल काफी ज़रूरी होता है। यूज़र का ध्यान सीधा उस टैक्सट की तरफ ही जाता है। इसकी मदद से हम वैब पेज़ पर अनाउसमैंट दिखा सकते हैं।

प्रश्न 11.
हम एक html फाइल में ऑडियो और वीडियो फाइलों को कैसे जोड़ सकते हैं ?
उत्तर-
html में ऑडियो और वीडियो फाइलों को ऐंकर टैग की मदद से जोड़ा जा सकता है। ऐंकर टैग के href attribute में उस ऑडियो या वीडियो फाइल का नाम डाल दिया जाता है।

प्रश्न 12.
CSS की व्याख्या करें।
उत्तर-
CSS का पूरा नाम Cascading Style Sheet है। यह अपने वैब पेज़ या पूरी वैबसाइट को एकसार डिज़ाइन देने का एक साधन है। इसमें कुछ नियम निर्धारित किए जाते हैं। हर एक नियम बताता है कि कोई खास आब्जैक्ट जैसे कि टैक्सट, हैडिंग, बैक ग्राऊंड आदि किस प्रकार दिखाई देगी।

प्रश्न 13.
CSS की किस्मों को परिभाषित करें।
उत्तर-
ये निम्नलिखित तीन प्रकार की होती हैं –

  • इनलाइन स्टाइल
  • इनटर्नल या ऐमबैरिड स्टाइल।
  • एक्सटर्नल स्टाइल।

प्रश्न 14.
रेडियो बटनों और इसके गुणों के बारे में व्याख्या करें।
उत्तर-
रेडियो बटन वे बटन होते हैं जो हमें बहुत सारे विकल्पों में सिर्फ एक विकल्प चुनने की आजादी देते हैं। रेडियो बटन की विशेषता यह है कि हमें अपने विकल्प लिखना नहीं पड़ता और न ही बाकी विकल्प काटने पड़ते हैं। यह सारा काम रेडियो बटन अपने आप ही करता है।

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प्रश्न 15.
चैक बॉक्स क्या होता है ? ।
उत्तर-
चैक बॉक्स हमें बहुत सारे विकल्प प्रदान करने की सहूलियत देता है और साथ ही यह आज़ादी देता है कि हमें उन विकल्पों में से एक या ज्यादा विकल्पों का चुनाव कर सकें।

प्रश्न 16.
फार्म में प्राप्त होने की विधि का क्या काम है ?
उत्तर–
प्राप्त होने की विधि यूज़र द्वारा URL पाथ का इस्तेमाल करके फीड डाटा को एक्सैटट करने और सर्वर पर भेजने के लिए प्रयोग किया जाता है।

प्रश्न 17.
फार्म में पोस्ट विधि की व्याख्या करें।
उत्तर-
पोस्ट विधि का इस्तेमाल URL को बिना दखल दिए सर्वर पर डाटा स्टोर करने के लिए किया जाता है। यह विधि ज्यादा सुरक्षित है। डाटा भेजने से किसी प्रकार का कोई संबंध नहीं होता।

IV. बड़े उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
दो भिन्न-भिन्न वैब पेजों को कैसे जोड़ा जाता है ?
उत्तर-
दो भिन्न-भिन्न वैब पेज़ों को जोड़ने के लिए लिंकिंग का प्रयोग किया जाता है। लिंकिंग HTML की एक महत्त्वपूर्ण विशेषता है। इस विशेषता के द्वारा हम किसी टैक्सट या इमेज का लिंक (संपर्क) दूसरे दस्तावेज़ से बना सकते हैं। लिंक को हाइपरटैक्सट लिंक (Hypertext link) या हाइपरलिंक (Hyperlink) भी कहा जाता है। ब्राऊज़र हाइपरलिंक को नीले रंग में दिखाता है और उसको अंडरलाइन कर देता है।

लिंक के लिए ऐंकर (anchor) टैग का प्रयोग किया जाता है। ऐंकर टैग टैग से शुरू होता है और टैग से समाप्त होता है। लिंक असल में एक-आयामी (One-Dimensional) संपर्क होता है जो मौजूदा (Source) दस्तावेज़ को दूसरे (destination) दस्तावेज़ से जोड़ता है।

ऐंकर टैग में HREF नामक ऐट्रीब्यूट प्रयोग किया जाता है। HREF ऐट्रीब्यूट लिंक किए जाने वाले डाक्यूमैंट का URL (यूनीफार्म रिसोर्स लोकेटर) सैट करता है। URL असल में डाक्यूमैंट का एडरैस होता है जैसे कि-http://www.yahoo.com/page2.html.

ऐंकर टैग का इस्तेमाल (Using an Anchor Tag)

  • ऐंकर टैग
  • टैक्सट टाइप करें। यह टैक्सट हाइपर टैक्सट के रूप में काम करेगा। (जैसे कि-Click)
  • ऐंकर टैग बंद कर दें। (जैसे कि )

आइये एक उदाहरण के द्वारा समझने की कोशिश कीजिए। नीचे की उदाहरण में page2. html डाक्यूमैंट का पाथ और VISIT to next page हाइपरलिंक है। दो भिन्न-भिन्न पेजों की कोडिंग और लिंक्स

The weather is very pleasant in Punjab VISIT to next page through this link ई-मेल एडरैस से लिंक बनाना (Linking to email address) आप ऐंकर टैग का इस्तेमाल करके ई-मेल एडरैस से लिंक बना सकते हैं। इससे यूज़र लिंक पर क्लिक करके आपको ई-मेल कर सकता है। ई-मेल एडरैस से लिंक बनाने के लिए निम्नलिखित कोड प्रयोग करें: mailme

यहाँ [email protected] मेल एडस और mailme हाइपरलिंक है। इमेज से लिंक बनाना (Linking to Image) आप किसी इमेज (चित्र) के द्वारा दूसरे डाक्यूमैंट से लिंक बना सकते हो। इसमें इमेज फाइल का नाम और उसका उचित फार्मैट लिखा जाता है। <a href=”link.”> <img src=”pc.jpg” /> </a> <a href=”link.”> <img src=”pc.jpg” /> </a> यहाँ link.html लिंक किए जाने वाले डाक्यूमैंट का नाम है।

इसी तरह imgsrc = “pc.jpg” में pc.jpg इमेज का नाम है जिसको हाईपरलिंक के रूप में प्रयोग किया जाता है। उदाहरण : इमेज के द्वारा लिंक बनाने की कोडिंगThis is page no. 1. Visit to next page please click on this image. <a> <img src=”sh.jpg” /> </a> बुकमार्क का प्रयोग (Using Bookmark)-इस के द्वारा एक या दूसरे डाक्यूमैंट के किसी विशेष भाग से लिंक बनाया जा सकता है। इसमें भी ऐंकर टैग का प्रयोग किया जाता है। इस काम के लिए प्रयोग किए जाने वाले ऐंकर को नेमड ऐंकर (Named anchor) कहा जाता है। मान लीजिये आपका वैब डाक्यूमैंट काफी बड़ा है और उसकी आउटपुट स्क्रीन पर दिखाई नहीं दे रही। इस हालत में डाक्यूमैंट के एक भाग का दूसरे भाग से लिंक बनाया जाता है।

इसको बुकमार्क (Bookmark) भी कहा जाता है। बुकमार्क को समझने के लिए कई पेजों की कोडिंग टाइप करें। आप देखोगे कि ब्राउज़र की स्क्रीन के ऊपर सारी सामग्री नज़र नहीं आ रही है। जब आप लिंक पर क्लिक करोगे तो संबंधित सूची नज़र आयेगी। बुकमार्क स्थापित करने के लिए href ऐट्रीब्यूट का प्रयोग किया जाता है।
Syntax : LinkName यहाँ चिन्ह # एक डाक्यूमैंट में लिंक को दर्शाता है। डाक्यूमैंट के भाग को दर्शाने के लिए Name ऐट्रीब्यूट का प्रयोग किया जाता है। Syntax : LinkName

प्रश्न 2.
विवरण के रूप में फार्म पर चर्चा करें।
उत्तर-
वैब पेज़ पर डाटा एंटर करने का एक साधन है। इसमें कई प्रकार के ऐलीमैंट जैसे टैक्सट बॉक्स, रेडियो बटन, लिस्ट बाक्स आदि शामिल किए फार्म में जो भी डाटा ऐंटर किया जाता है वो सर्वर तक पहुँचाया जाता है। इसके लिए Action और method ऐट्रीब्यूटस का प्रयोग किया जाता है।
Action : Action ऐट्रीब्यूट बताता है कि फार्म को सबमिट करने के बाद किस प्रकार की प्रोसैसिंग करनी है। इसमें एक पेज़ का स्क्रिप्ट को काल किया जाता है।
उदाहरण

Method-Method उस तरीके को दर्शाती है जिसके द्वारा यूज़र की सूचना सर्वर तक भेजी और स्टोर की जाती है। यह दो प्रकार की होती है –
1. Get Method-इस ढंग में यूज़र द्वारा URL पाथ का प्रयोग करके डाटा को ऐनकोड करने और सर्वर भेजने के लिए प्रयोग किया जाता है। इसके द्वारा लिमिटिड डाटा ही भेजा जा सकता है। इसके पैरामीटर ब्राउज़र की हिस्ट्री में रहते हैं।
उदाहरण-

2. Post Method-इस ढंग में बिना URL दाखिल किए डाटा सर्व तक भेजा जाता है। यह ज्यादा सुरक्षित और पाबंदी रहित ढंग है। इसमें डाटे की कोई लिमिट नहीं होती। फार्म के एलीमैंट-फार्म में निम्ननिखित प्रकार के ऐलीमैंट दाखिल किए जा सकते हैं

  • टैक्सट बॉक्स
  • टैक्सट एरिया
  • चैक बाक्स
  • रेडियो बटन
  • सिलैक्शन लिस्ट
  • बटन।

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प्रश्न 3.
HTML में मल्टीमीडिया कैसे जोड़ा जा सकता है ?
उत्तर-
मल्टीमीडिया का अर्थ है एक से ज्यादा मीडिया। HTML में मल्टीमीडिया अग्रलिखित ढंगों से दाखिल किया जाता है।
1. Marquee
2. आडियो और वीडियो फाइलें जोड़ना।

1. Marquee-Marquee टैक्सट तस्वीरों को गतिमान रूप में लिखने का एक ढंग है। इसका प्रयोग तब किया जाता है जब यूज़र का ध्यान इस टैक्सट की तरफ दिलाना हो।

2. आडियो और वीडियो फाइलें जोड़ना-HTML वैब पेज़ में आडियो या वीडियो फाइलें जोड़ी जा सकती हैं। इसके लिए ऐंकर टैग का प्रयोग किया जाता है। जब यूज़र उस लिंक पर क्लिक करता है तो वो फाइल डाउनलोड हो जाती है और फिर यूज़र उस को सुन या देख सकता है।

प्रश्न 4.
उदाहरण के रूप में भिन्न-भिन्न के बटनों के बारे में चर्चा करें।
उत्तर-
बटनों का प्रयोग किसी प्रकार की कार्रवाई के लिए किया जाता है। बटन दो प्रकार के होते हैं
1. Submit बंटन
2. Rest बटन।

1. Submit बटन-Submit बटन का प्रयोग डाटा को सर्वर तक भेजने के लिए किया जाता है। उदाहरण :<input type=”Submit” value=”“Submit” /> जब यूज़र इस पर क्लिक करता है तो डाटा सर्वर पर सबमिट हो जाता है।

2. Reset बटन-Reset बटन का प्रयोग फार्म में डाटा साफ करने के लिए किया जाता है। कई बार हम गलत डाटा एंटर कर देते हैं तो एक-एक करके डाटा साफ करने की जगह पर सिर्फ Reset बटन ही क्लिक करके सारा डाटा साफ कर दिया जाता है।

प्रश्न 5.
फार्म में सिलैक्शन सूची क्या होती है ?
उत्तर-
सिलैक्शन सूची बहुत सारे विकल्पों में एक या ज्यादा विकल्प चुनने की सहूलियत प्रदान करती है। हमें ऑप्शन टाइप नहीं करने पड़ते सिर्फ सिलैक्ट ही करने होते हैं। इसके लिए\
<select>टैग का प्रयोग किया जाता है।
</select>

<select>
<option>option 1</option>
<option>option 2</option>…………………….
<option>option</option>
</select><select>इसमें कई प्रकार के ऐट्रीब्यूट भी प्रयोग किये जाते हैं। जैसे कि1. Size-Size ऐट्रीब्यूट बताता है कि एक बार में कितने विकल्प दिखाये जा सकते हैं।
</select>

2. Value-यह वो मूल्य होता है जो सर्वर को भेजा जाता है। 3. Selected—इसमें वो मूल्य दिया जाता है जो पहले से ही सिलैक्ट किया दिखाई देगा। सिलैक्ट सूची हमारे समय की काफी बचत करती है क्योंकि हमें डाटा टाइप नहीं सिर्फ सिलैक्ट ही करना पड़ता है।

प्रश्न 6.
टैक्सट एरिया की उदाहरण के साथ व्याख्या करें।
उत्तर-
टैक्सट एरिया का प्रयोग बहुत सारी लाइनों का इनपुट लेने के लिए किया जाता है जिसके लिए टैक्सट बॉक्स छोटा साबित हो सकता है।
इसके लिए Enter data </text area> एक कंटेनर टैग है। इसमें दो ऐट्रीब्यूट का प्रयोग किया जाता है।
1. Rows
2. Cols

1. Rows : Rows ऐट्रीब्यूट बताता है कि टैक्सट एरिया की कितनी रोअ दिखाई देंगी।
2. Cols : Cols ऐट्रीब्यूट बताता है कि टैक्सट एरिया के कितने कॉल्म दिखाई देंगे। उदाहरण- Enter data in text area </text area> Name : Name ऐट्रीब्यूट टैक्सट एरिया के नाम को परिभाषित करता है।

प्रश्न 7.
उदाहरण के रूप में फ्रेमों की व्याख्या करें।
उत्तर-
फ्रेम का प्रयोग एक वैब पेज में कई वैब पेज दिखाने के लिए किया जाता है। हम हर एक फ्रेम के आकार को निश्चित कर सकते हैं और हर एक फ्रेम में एक अलग वैब पेज दिखा सकते हैं।
इसके लिए ……….. , टैग का प्रयोग किया जाता है। यह दो प्रकार का होता है।

फ्रेम सैट के निम्नलिखित ऐट्रीब्यूट हैं

  • Rows : विंडो को रोअज़ में बदलता है।
  • Cols : विंडो को कॉल्म में बदलता है।
  • Framespacing : फ्रेम में स्पेस पिक्सल बताता है।
  • Frame border : फ्रेम बार्डर दिखाने या न दिखाने में मदद करता है।
  • Border : बार्डर की मोटाई दर्शाता है।

प्रश्न 8.
फार्म में कार्रवाई (action) और विधि (Method) का क्या उद्देश्य होता है ?
उत्तर-
Action और Method फार्म टैग के महत्त्वपूर्ण ऐट्रीब्यूटस हैं। इनकी चर्चा आगे की गई है।
1. Action : Action ऐट्रीब्यूट बताता है कि जब फार्म को सबमिट करना है तो क्या करना है। इसमें एक पेज़ या स्क्रिप्ट काल की जाती है। उस पेज या स्क्रिप्ट में लिखा होता है कि डाटा का क्या करना है। उदाहरण :

2. Method : Method ऐट्रीब्यूट उस तरीके को परिभाषित करती है जिसके द्वारा यूज़र की सूचना फार्म में ऐंटर की जाती है और जिसको वैबसाइट सर्वर पर भेजा और स्टोर किया जाता है। दो तरीकों के द्वारा यह जानकारी भेजी जा सकती है। Get Method : यह ढंग यूज़र द्वारा URL पाथ का इस्तेमाल करके फीड डाटा को एनकोड करने और सर्वर को भेजने के लिए प्रयोग किया जाता है। लिमिटिड डाटा सर्वर पर भेजा जा सकता है। इसके पैरामीटर ब्राउज़र की हिस्ट्री में रहते हैं।

Post Method : इस ढंग का प्रयोग URL को बिना दखल दिये सर्वर पर डाटा स्टोर करने के लिए किया जाता है और वैबसाइट form को GET विधि के द्वारा सर्वर को भेजने के लिए ज्यादा सुरक्षित है। डाटा भेजने में कोई पाबंदी नहीं होती। इसके मापदंड ब्राऊजर की हिस्ट्री में नहीं है।

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PSEB 10th Class Computer Guide एच०टी०एम०एल०-II Important Questions and Answers

I. वस्तुनिष्ठ प्रश्न

(A) बहुविकल्पीय प्रश्न

1. दो पेजों को ……………………….. का प्रयोग करके जोड़ा जा सकता है।
(a) पेज
(b) गोंद
(c) बटन
(d) हाईपर लिंक।
उत्तर-
(d) हाईपर लिंक।

2. फार्म में क्या नहीं इस्तेमाल किया जाता ?
(a) बटन
(b) टैक्सट बाक्स
(c) रेडियो बटन
(d) रो।
उत्तर-
(d) रो।

3. लिंक कितने प्रकार के होते हैं ?
(a) 2
(b) 3
(c) 4
(d) 5.
उत्तर-
(a) 2

4. फार्म में मैथड कितने प्रकार के होते हैं ?
(a) 1
(b) 2
(c) 2
(d) 4.
उत्तर-
(b) 2

(B) रिक्त स्थान भरें

1. ब्राउज़र जिस टैक्सट को उभार (Highlight) के नीले रंग में दिखाता है, को ……………………… कहा जाता है।
उत्तर-
हाईपरलिंक,

2. टेबल का कलर बदलने के लिए ……………………………… ऐट्रीब्यूट का प्रयोग किया जाता है।
उत्तर-
BGCOLOR,

3. सैलज़ के बीच की स्पेसिंग बदलने के लिए ……………………………. ऐट्रीब्यूट का प्रयोग किया जाता है।
उत्तर-
Cell spacing,

4. ……………………….. का प्रयोग सैल की चौड़ाई बढ़ाने के लिए किया जाता है।
उत्तर-
Colspan,

5. ब्राउज़र हाईपरलिंक को …………………………….. रंग में प्रदर्शित करता है।
उत्तर-
नीले,

6. एक ही डाक्यूमैंट में किसी दूसरे भाग पर जाने के लिए ……………………. का प्रयोग किया जाता है।
उत्तर-
बुकमार्क।

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(C) सही या गलत

1. हाईपरलिंक बनाने के लिए ऐंटर टैग का प्रयोग किया जाता है।
उत्तर-
गलत,

2. इमेज दाखिल करने के लिए टैग प्रयोग किया जाता है।
उत्तर-
गलत,

3. HREF, टैग का ऐट्रीब्यूट है।
उत्तर-
गलत,

4. हम बैकग्राउंड में फोटो लगा सकते हैं।
उत्तर-
सही,

5. SCR, टैग का ऐट्रीब्यूट है।
उत्तर-
सही।

II. अति लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
ऐंकर टैग किस काम के लिए इस्तेमाल किया जाता है ?
उत्तर-
ऐंकर टैग वैब पेज़ में लिंक बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

प्रश्न 2.
लिंकिंग क्या होती है ?
उत्तर-
किसी एक वैब पेज में किसी टैक्सट या इमेज़ को किसी दूसरे वैब पेज से जोड़ने की क्रिया को लिंकिंग कहते हैं।

प्रश्न 3.
SCR ऐट्रीब्यूट क्या होती है ?
उत्तर-
वैब पेज पर फोटो दिखाने के लिए टैग का प्रयोग किया जाता है। इस टैग में फोटो की फाइल SCR ऐट्रीब्यूट से की जाती है।

प्रश्न 4.
इमेज को कौन-कौन से तरीकों से अलाइन किया सकता है ?
उत्तर-
इमेज को पाँच तरीकों से अलाइन किया जा सकता है।
यह हैं-

  • Left
  • Right
  • Top
  • Bottom
  • Middle

III. लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
सबमिट बटन क्या होता है ?
उत्तर-
हर फार्म में एक ऐसा बटन शामिल होना चाहिए जो डाटा फार्म सर्वर को भेजता है। आप इस बटन पर कोई भी लेबल लगा सकते हो। इसके दो ऐट्रीब्यूटस यह हैं। Type जिसकी सबमिट की जाने वाली कीमत होती है और value ऐट्रीब्यूट जो कि सबमिट बटन का नाम परिभाषित करता है, इसको बटन पर प्रदर्शित किया जा सकता है।

प्रश्न 2.
Marquee पर एक नोट लिखें।
उत्तर-
इस टैग को टैक्सट को वैब पेज़ पर मूव (गतिमान) करने के लिए प्रयोग किया जाता है। यह एक कंटेनर टैग है। इस टैग में कुछ ऐट्रीब्यूट हैं जो साधारण रूप से इस्तेमाल किए जाते हैं। इनको टेबल में परिभाषित किया गया है।

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प्रश्न 3.
इनलाइन स्टाइल क्या होता है ?
उत्तर-
इनलाइन स्टाइल वो स्टाइल है जो सीधा HTML दस्तावेज में टैग लिखा जाता है। इनलाइन स्टाइल शीट उस हालत में इस्तेमाल की जानी चाहिए यहाँ पेज/साइट पर किसी विशेष स्टाइल को दोहराया नहीं जाता। इनलाइन स्टाइल केवल खास टैग को प्रभावित करते हैं, जिन पर इनको लागू किया जाता है।

IV. बड़े उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
CSS स्टाइल कितने प्रकार के होते हैं ? विस्तारपूर्वक बतायें।
उत्तर-
CSS स्टाइल निम्नलिखित प्रकार के हैं-
इनलाइन स्टाइल-इनलाइन स्टाइल वे स्टाइल हैं जिनमें सीधे HTML दस्तावेज में टैग लिखे जाते हैं। इनलाइन स्टाइल शीट उस हालत में प्रयोग की जानी चाहिए यहाँ पेज़/साइट पर किसी विशेष स्टाइल को दोहराया नहीं जाता। इनलाइन स्टाइल केवल खास टैग को प्रभावित करते हैं, जिन पर इनको लागू किया जाता इनटर्नल या एमबैडैड स्टाइलज-इसकी परिभाषा को एक पन्ने के मुख्य भाग में एक बार लिखा जाता है। इसको हर एक पन्ने पर लिखा होना चाहिए जिस पर इस स्टाइल को लगाना हो। नीचे इनटर्नल स्टाइल शीट कोऔरसैक्शन के अंदर परिभाषित किया गया है।

एमबेडैड स्टाइल वे स्टाइल हैं जो कि डाक्यूमैंट के हैड में शामिल किए जाते हैं। एमबेडैड स्टाइल उन पन्नों के टैराज को प्रभावित करते हैं जिसमें वे एमबेडैड होते हैं।

एमबेडैड स्टाइल शीटों का फायदा यह है कि यह अन्य बाहरी फाइलों को लोड करने की जगह पर पन्ने पर तुरंत लोड होता है।एक्सटर्नल स्टाइल शीट-स्टाइल परिभाषा केवल एक बार लिखी जाती है और एक फाइल में सेव की जाती है। हर वैब पेज, जो कि फाइल को प्रयोग करना चाहता हो, फाइल के HEAD भाग में फाइल का लिंक रख सकता है।

सिनटैक्सCSS एक्सटर्नल फाइल-CSS फाइलें साधारण टैक्सट फाइलें होती हैं और नोटपैड जैसे साधारण टैक्सट ऐडीटर में लिखी जा सकती है। फाइल की एक्सटैंशन CSS होती है। ज्यादातर वैबसाइटें एक्सटर्नल स्टाइल शीटों का प्रयोग करती हैं। एक्सटर्नल स्टाइल वे स्टाइल हैं जो एक अलग दस्तावेज में लिखे गए हैं और फिर कई वैब डाक्यूमैंट के साथ जुड़े होते हैं। एक्सटर्नल स्टाइल शीट्स उन दस्तावेज़ों को प्रभावित कर सकते हैं जिसके साथ वे जुड़े हुए होते हैं।

प्रश्न 2.
HTML में हम बाहरी इमेज़ और मूवी किस प्रकार इस्तेमाल कर सकते हैं ?
उत्तर-
आप अपने वैब पेज़ पर कोई बाहरी इमेज खोल सकते हो। इसी प्रकार बाहरी आवाज़ और मूवी (फिल्म) आदि को भी खोला जा सकता है। इमेज या मूवी अलग डाक्यूमैंट में खुलता है। बाहरी इमेज या मूवी देखने के लिए ऐंकर टैग का प्रयोग किया जाता है। ऐंकर टैग में HREF ऐट्रीब्यूट इस्तेमाल किया जाता है।
<a href=”Guru Nanak.gif”>link anchor </a> यहाँ और ऐंकर टैग हैं। HREF ऐट्रीब्यूट, Guru Nanak.gif इमेज का नाम और link anchor लिंक का नाम है।

इसी तरह किसी बाहरी मूवी को अलग डाक्यूमैंट में खोलने का तरीका है-
<a href=”harrypotter.mov”> view the movie Harry Potter </a> इससे हैरी पौटर की मूवी चलनी शुरू हो जायेगी। पर यहाँ याद रखने योग्य बात यह है कि संबंधित मूवी की फाइल उसी फोल्डर में पड़ी होनी चाहिए जहाँ आपका HTML डाक्यूमैंट सेव पड़ा है। टैक्सट, मूवी या साऊंड के लिए कुछ निम्नलिखित फाइल एक्सटैंशनज याद रखनी चाहिए

  • वेव (Wave) साऊंड फाइल के लिए – .Wav
  • क्विक टाइम मूवी के लिए – .Mov
  • प्लेन टैक्सट के लिए। – .txt
  • HTML डाक्यूमैंट के लिए – .html

तस्वीर दिखाना-एक वैब पेज़ में तस्वीरें भी दिखाई जा सकती हैं। यह तस्वीर किसी भी तरह की हो सकती है। इन तस्वीरों की मदद से हम अपने वैब पेज को सुंदर और आकर्षित बना सकते हैं। इसके लिए tag का इस्तेमाल किया जाता है। इस टैग में हम तस्वीर का नाम बताते हैं। हम तस्वीर को उस स्थान पर रखते हैं जो स्थान हमने टैग में लिखा होता है।

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 3 एच०टी०एम०एल०-II

Attributes : टैग के साथ हम निम्नलिखित attributes का प्रयोग कर सकते हैं।
Width : तस्वीर की चौड़ाई बताने के लिए इस का इस्तेमाल किया जाता है। तस्वीर की चौड़ाई नंबरों या प्रतिशत में दी जा सकती है।
Height : चौड़ाई की तरह ही तस्वीर की लंबाई बताने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। यह भी नंबरों या प्रतिशत में दी जाती है।
Border : तस्वीर का बार्डर दिखाने के लिए इस attribute का इस्तेमाल किया जाता है।
Alignment : तस्वीर को दायें, बायें या मध्य आदि जगह पर दिखाने के लिए इस attribute का इस्तेमाल किया जाता है।
Alt : Alt attribute का प्रयोग शब्द दिखाने के लिए किया जाता है। यह शब्द तब दिखाई देते हैं जब हम माउस तस्वीर के ऊपर लेकर जाते हैं।
उदाहरण-सभी attributes के प्रयोग से टैग की उदाहरण दी गई है। <img alt=”circle” width=”70%” height=”200″ border=”5″ />

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 1 ऑफिस टूल्ज़

Punjab State Board PSEB 10th Class Computer Book Solutions Chapter 1 ऑफिस टूल्ज़ Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 Computer Chapter 1 ऑफिस टूल्ज़

Computer Guide for Class 10 PSEB ऑफिस टूल्ज़ Textbook Questions and Answers

I. वस्तुनिष्ठ प्रश्न

(A) बहुविकल्पीय प्रश्न

1. किस सॉफ्टवेयर में प्रोग्रामों के एक ग्रुप शामिल होते हैं ?
(a) सिस्टम सॉफ्टवेयर
(b) ऐपलीकेशन सॉफ्टवेयर
(c) यूटिलिटी सॉफ्टवेयर
(d) उपरोक्त सभी।
उत्तर-
(a) सिस्टम सॉफ्टवेयर

2. कौन-सा टूल बजट, वित्तीय स्टेटमैंट और बिक्री के रिकार्ड को व्यवस्थित करने के लिए प्रयोग किया जाता है ?
(a) मल्टीमीडिया
(b) स्प्रेडशीट
(c) प्रैज़नटेशन
(d) डाटाबेस।
उत्तर-
(b) स्प्रेडशीट

3. जब हम एक पन्ने के ……………………….. पर पहुँचते हैं तो वर्ड आटोमैटिक एक पेज ब्रेक दाखिल करता है।
(a) Starting
(b) End
(c) Mid of page
(d) कोई नहीं।
उत्तर-
(b) End

4. जब हम अपना डॉक्यूमैंट टाइप करते हैं, तो गलत लिखे अक्षर के नीचे वेवी लाइनें आ जायेंगी।
(a) नीली
(b) सफेद
(c) लाल
(d) काली।
उत्तर-
(c) लाल

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 1 ऑफिस टूल्ज़

5. पावर प्वांइट में कौन-सी विशेषता बैकग्राऊंड को मूल रूप में चुनने के लिए हमारी मदद करती है ?
(a) ऐनीमेशन
(b) ट्रांजीशन
(c) ट्राइमर
(d) बीम।
उत्तर-
(d) बीम।

6. प्रैज़नटेशन का कौन-सा आप्शन उतना ही आसान है जितना कि अगली स्लाइड पर जाना ?
(a) ऐनीमेशन
(b) साउंड प्रभाव
(c) डिज़ाइन
(d) ट्रांजीशन।
उत्तर-
(d) ट्रांजीशन।

7. सबसे आम किस्म के प्रभाव में ऐंटरैस और एग्ज़िट शामिल होते हैं।
(a) ऐनीमेशन
(b) साउंड प्रभाव
(c) डिज़ाइन
(d) ट्रांजीशन।
उत्तर-
(a) ऐनीमेशन

8. आमतौर पर पावर प्वाइंट में स्लाइड शो का अंत करने के लिए हम की-बोर्ड से कौन सी की दबाते हैं ?
(a) शिफ्ट की
(b) Ctrl की
(c) Alt की
(d) Esc की।
उत्तर-
(d) Esc की।

9. माइक्रोसॉफ्ट ऐपलीकेशन यूज़र को अपनी फाइल जैसे कि डॉक्यूमैंट स्प्रेडशीट और प्रैज़नटेशन आदि को एनकपिट के साथ और …………………….. ऑप्शन के साथ सुरक्षित करने की क्षमता प्रदान करती है।
(a) की वर्ड
(b) पासवर्ड
(c) लॉक
(d) उपरोक्त सभी।
उत्तर-
(b) पासवर्ड

10. पेज ………… पेज के कोनों का खाली स्थान होती हैं।
(a) ग्रॉफिक्स
(b) डिज़ाइन
(c) मार्जिन
(d) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर-
(c) मार्जिन।

(B) खाली स्थान भरें

1. कंप्यूटर सॉफ्टवेयर को दो श्रेणियों में बांटा गया है …………………………… और …………………….. ।
उत्तर-
सिस्टम सॉफ्टवेयर और ऐपलीकेशन सॉफ्टवेयर,

2. डाटाबेस सॉफ्टवेयर संबंधित डाटा का संग्रह है। इस टूल का उद्देश्य ………………. और …………………….. |
उत्तर-
संगठित और प्रबंध करना,

3. हम अपने पूरे डॉक्यूमैंट या कुछ हिस्से के लिए ……………. (वर्टीकल) या …………… (हॉरीजोंटल) ओरियन्टेशन का चुनाव कर सकते हैं।
उत्तर-
पोर्टरेट और लैंडस्केप,

4. पावर प्वांइट के द्वारा समर्थित इमेज फाइल की ऐक्सटेंशन में शामिल है ……………………. एवं ………………TIFF (tiff) और बटिमैप (बी०एम०पी०)।
उत्तर-
jpeg, .gif,

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 1 ऑफिस टूल्ज़

5. मल्टीमीडिया सॉफ्टवेयर वो टूल हैं जो यूज़र को मीडिया प्लेयर और रीयल प्लेयर की मदद से ………….. और ……….. बनाने की आज्ञा देता है।
उत्तर-
ऑडियो और वीडियो।

(C) सही या गलत

1. स्प्रेडशीट टूल का मुख्य उद्देश्य डॉक्यूमैंट बनाना है।
उत्तर-
गलत,

2. ऐपलीकेशन सॉफ्टवेयर एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जो यूज़र के लिए खास काम करता है।
उत्तर-
सही,

3. डाटाबेस टूल स्लाइड शो के रूप में जानकारी को डिस्पले करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
उत्तर-
गलत,

4. हम मौजूदा टोश को रूलर के साथ-साथ अलग-अलग स्थानों पर दायें या बायें की तरफ तंग कर सकते हैं।
उत्तर-
सही,

5. जब हम प्रिंट टैब पर क्लिक करते हैं, तो प्रिंट प्रीविऊ अपने आप दिखाई देता है।
उत्तर-
सही।

II. अति लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
एम०एस०ऑफिस 2010 में वर्ड डॉक्यूमैंट की एक्सटेंशन लिखो।
उत्तर-.
docx.

प्रश्न 2.
एम०एस०ऑफिस 2010 में स्प्रेडशीट की एक्सटेंशन लिखो।
उत्तर-
.xlsx.

प्रश्न 3.
एम०एस०ऑफिस 2010 में पावर प्वांइट की एक्सटेंशन लिखो।
उत्तर-.
pptx.

प्रश्न 4.
बी०एम०पी० (इमेज फाइल) का पूरा रूप लिखो।
उत्तर-
BitMaP.

प्रश्न 5.
पी०डी०एफ० का पूरा रूप लिखो।
उत्तर-
पोर्टेबल डॉक्यूमैंट फारमेट ।

III. लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
सिस्टम सॉफ्टवेयर को परिभाषित करें।
उत्तर-
सिस्टम सॉफ्टवेयर ऐसे प्रोग्रामों का समूह होता है जो कंप्यूटर के उपकरणों के संचालन को कंट्रोल करते हैं।

प्रश्न 2.
ऑफिस प्रोडक्टीविटी टूल्ज की व्याख्या करें।
उत्तर-
ऑफिस प्रोडक्टीविटी टूल्ज़ ऐपलीकेशन प्रोग्रामों की वह श्रेणी होती है जो यूज़र को डॉक्यूमैंट डाटाबेस, ग्रॉफ, वर्कशीटों और प्रैजनटेशन जैसी चीजें तैयार करने में सहायता करते हैं।

प्रश्न 3.
डाटाबेस सॉफ्टवेयर की व्याख्या करें।
उत्तर-
डाटाबेस सॉफ्टवेयर वह सॉप्टवेयर होता है जिसका काम डाटा को संगठित करना और उसका प्रबंध करना होता है। यह डाटा को स्टोर और प्रदर्शित करने का काम भी करता है।

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 1 ऑफिस टूल्ज़

प्रश्न 4.
मल्टीमीडिया सॉफ्टवेयर की व्याख्या करें।
उत्तर-
मल्टीमीडिया सॉफ्टवेयर वे सॉफ्टवेयर होते हैं जो भिन्न-भिन्न प्रकार के मीडिया में बदलाव करने की सहूलियत प्रदान करते हैं; जैसे कि ऑडियो कनवर्टर, वीडियो इनकोडर, डीकोडर आदि।

प्रश्न 5.
कस्टम मार्जिन बनाने के लिए कदम लिखें।
उत्तर-
कस्मट मार्जिन बनाने के निम्नलिखित कदम हैं

  1. Page layout टैब पर Page Setup ग्रुप में Margin पर क्लिक करें।
  2. Margin गैलरी के ड्रोप डाऊन मीनु के नीचे Custom Margin पर क्लिक करें। (Page Setup डॉयलॉग बॉक्स दिखाई देगा।)
  3. मॉर्जिन बदलने के लिए Top, Bottom, Left या Right टैक्सट बॉक्स में नये मूल्य दाखिल करें।
  4. OK पर क्लिक करें।

प्रश्न 6.
पेज ब्रेकस क्या है ? Page Break कैसे दाखिल किया जाता है ?
उत्तर-
Page Break पेज़ के समाप्त होने को दर्शाता है। इससे वर्ड को पता चलता है कि इस स्थान पर पेज़ समाप्त हो गया है। पेज़ ब्रेक को इनसर्ट करने के लिए जिस स्थान पर पेज़ ब्रेक इनसर्ट करनी हो उस स्थान पर क्लिक करने के बाद Insert टैब और Pages ग्रुप में Page Break पर क्लिक किया जाता है।

IV. बड़े उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
ऑफिस टूल्ज़ क्या हैं ? किन्हीं पांच ऑफिस टूल्ज़ की व्याख्या करें।
उत्तर-
ऑफिस टूल्ज़-ऑफिस टूल्ज़ सॉफ्टवेयर वे प्रोग्राम होते हैं जो कंप्यूटर के यूज़र्स को अपने काम के स्थान पर अधिक उत्पादक और कुशल बनाने के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं। ऑफिस प्रोडक्टीविटी टूल्ज़ की रेंज वर्ड प्रोसैसिंग से स्प्ररैड शीट, प्रैज़नटेशन और डाटाबेस तक है। ऑफिस प्रोडक्टीविटी डूल्ज़-ऐप्लीकेशन प्रोग्रामों की श्रेणी है जो यूज़र को डाक्यूमैंट, डाटाबेस ग्राफ, वर्कशीटों और प्रैजनटेशन जैसी चीज़ों को तैयार करने में सहायता करते हैं। ऑफिस प्रोडक्टीविटी सॉफ्टवेयर्स की उदाहरणों में वर्ड प्रोसैसर, डाटाबेस मैनेजमैंट, सिस्टम ग्राफिक्स सॉफ्टवेयर और स्प्रेडशीट एप्लीकेशन शामिल हैं।

ऑफिस टूल्ज़ की किस्में-ऑफिस टूल्ज़ की निम्नलिखित किस्में हैं-
1. वर्ड प्रोसैसिंग ट्ल-इस ट्रल का मुख्य उद्देश्य डाक्यूमैंट तैयार करना है। MS-Word, Word Pad, नोटपैड और कुछ अन्य टैक्सट ऐडीटर वर्ड प्रोसैसिंग टूल के कुछ उदाहरण हैं।

2. डाटाबेस सॉफ्टवेयर टूल-डाटाबेस संबंधित डाटा का संग्रह है, इस टूल का उद्देश्य डाटा को संगठित करना और प्रबंध करना है। इस टूल का उपयोग यह है कि आप डाटा के स्टोर करने और प्रदर्शित करने के तरीके को बदल सकते हो। एम० एस० अक्सैस, डी-बेस, …क्सप्रो, पैराडोक्स और ओरेक्ल, डाटाबेस सॉफ्टवेयर की कुछ उदाहरणें हैं।

3. स्प्रेडशीट टूल-स्प्रेडशीट टूल का उपयोग बज़ट, फाइनेंशियल स्टेटमैंट और बेचने के रिकार्डो की संभाल रखने के लिए किया जाता है। इस टूल का उद्देश्य नंबरों को क्रमवार करना है। यह यूजर्स को नंबरों पर साधारण या जटिल गणना करने की भी आज्ञा देता है। MS-Excel स्प्रेडशीट टूल्ज़ की उदाहरणों में से एक है।

4. प्रैज़नटेशन टूल-यह टूल स्लाइड शो के रूप में जानकारी को प्रदर्शित करने के लिए प्रयोग किया जाता है। प्रैजनटेशन टूल के तीन मुख्य काम हैं-टैक्सट ऑडिट करना, इनसर्ट करना और फारमेटिंग करना, टैक्सट में ग्राफिक्स शामिल करना और स्लाइड शो को चलाना है। इस किस्म के टूल का सबसे बढ़िया उदाहरण Microsoft Power Point है।

5. मल्टीमीडिया सॉफ्टवेयर-मीडिया प्लेयर और रीयल प्लेयर मल्टीमीडिया टूल के उदाहरण हैं। यह टूल यूज़र को आडियो-वीडियोज़ बनाने में मदद करता है। मल्टीमीडिया टूल्ज़ के भिन्नभिन्न रूप हैं आडियो कनवर्टर, प्लेयर, बरनर, वीडियो इंकडोर और डीकोडर।

प्रश्न 2.
एम०एस० वर्ड टैंपलेट्स के साथ रजिऊमे कैसे बनाया जाता है ?
उत्तर-
एम०एस० वर्ड टैंपलेट्स के साथ रज़िऊमे तैयार करने के निम्नलिखित कदम हैं
1. File टैब पर New पर क्लिक करें।
2. Available Templates में से किसी एक का चुनाव करें।
इसमें निम्नलिखित विकल्प उपलब्ध होते हैं

  • Sample Templates
  • Recent Templates
  • Office.com Templates

3. Office.com Templates में Resumes and Cover letters को सिलैक्ट करें। (MS Word चुने टैंपलेट को डाऊनलोड कर देगा।)
4. इसमें Resume and Cover letter के लिए भिन्न-भिन्न साइट उपलब्ध हैं। ज़रूरत के अनुसार किसी एक का चुनाव करें और Download पर क्लिक करें।
5. अपनी ज़रूरत के अनुसार Resume को एडिट करें।
6. अपने दस्तावेज़ को Save करें।

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 1 ऑफिस टूल्ज़

प्रश्न 3.
स्प्रेडशीट के साथ मेल मार्जन का इस्तेमाल करते हुए विद्यार्थी की वार्षिक रिपोर्ट तैयार करने के लिए कदम लिखें।
उत्तर-
स्प्रेडशीट के साथ मेल मार्जन का इस्तेमाल करते हुए विद्यार्थियों की वार्षिक रिपोर्ट निम्नलिखित कदमों का इस्तेमाल करके तैयार की जा सकती है-
1. सबसे पहले एम०एस० वर्ड में हम मैनूयल रिपोर्ट फारमैट बनायेंगे। यहां हम विद्यार्थियों के विवरण जैसे कि दाखिला नंबर, रोल नंबर, नाम, पिता का नाम और हम एक विषय के नंबर और उसका रिजल्ट और विद्यार्थियों के अंकों का प्रतिशत आदि दर्शाएंगे।

2. दूसरी तरफ, हम एक एक्सल वर्कशीट तैयार करते हैं जिसमें विद्यार्थी का दाखिला नंबर, रोल नंबर, नाम, पिता का नाम, विषय के अनुसार प्राप्त किए अंक जैसे पंजाबी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, सामाजिक, EVS और कंप्यूटर के grades भरे जाते हैं।

3. अब Mailing tab पर Click करें और Start Mail Merge को क्लिक करें। उसके बाद Letter options को चुनें जो हमने पहले ही बनाई हुई है।

4. अब Select Recipients पर क्लिक करें और Using Existing List Option को Select करें। Select Table, Dialog Box का इस्तेमाल करते हुए Excel Sheet को चुनें और OK पर Click करें।

5. अपने Cursor को उस जगह पर रखें जिस जगह Excel Sheet में Value को रखना है। अब Insert Merge Field Option पर जायें जो कि Write and Insert Fields Group में है। Drop Down Menu खुल जायेगा जिसमें चुनी हुई Excel Work Sheet के Field, Names
होंगे।

6. Field Names को एक-एक करके विद्यार्थी की वार्षिक रिपोर्ट में Cursor को सही जगह पर रखकर Select करें।

7. सभी क्षेत्रों को इनसर्ट करने के बाद हम प्रीविऊ रिज़ल्ट ऑप्शन को क्लिक करके विद्यार्थियों के नतीजों का प्रीविऊ देख सकते हैं। नेवीगेशन बटनों का प्रयोग करते हुए अगले और पहले विद्यार्थी, पहले और आखिरी विद्यार्थी के नतीजों को भी देखें।

8. अब Finish & Merge ऑप्शन पर क्लिक करें और मीनू से Edit Individual Document का चुनाव करें। एक नया Merge to New Document डायलॉग बॉक्स खुल जाएगा। एक्सल वर्कशीट में सभी विद्यार्थियों के रिपोर्ट कार्ड को दिखाने के लिए ऑप्शन All को चुनें और OK पर क्लिक करें।

9. अपने दस्तावेज़ को Save करें।

प्रश्न 4.
टैब स्टॉप्स क्या हैं ? मैनुयल टैब स्टाप्स सैट करने की व्याख्या करें।
उत्तर-
टैब स्टॉप बनाना तब सहायक हो सकता है जब बहुत सारे डाक्यूमैंट तैयार किए जाते हों, जैसे कि Flyers, सामग्री की सूची (Table of Content) या रजिऊम बनाते समय। यह हमें सही ढंग से जानकारी दर्शाने और श्रृंखला बनाने में मदद करते हैं। मैनुयल टैब स्टॉप को सैट करना
1. टैब सिलैक्ट (<) जो कि टूल्ज़ के दायें कोने में है को तब तक क्लिक करें जब तक कि सैट करने वाली टैब प्रदर्शित नहीं होती।

2. फिर अपने पेज़ के ऊपर रूलर पर क्लिक करें, यहां हम टैब स्टॉप सैट करना चाहते हैं। भिन्न भिन्न प्रकार की टैब स्टॉप हैंLeft टैब स्टॉप-टैक्सट की शुरुआती पोजीशन को सैट करती है जो कि टाइप करने से दाईं तरफ चलती है। Centre टैब स्टॉप-टैक्सट के सैंटर को निर्धारित करता है। जैसे-जैसे हम टाइप करते हैं टैक्सट सैट होता रहता है।

Right टैब स्टॉप-टैक्सट को दाईं तरफ सैट करता है। जैसे हम टाइप करते हैं टैक्सट बाईं तरफ को जाता है। Decimal टैब स्टॉप-यह अंकों को डैसीमल (दशमलव) के साथ आनलाइन करता है। अंकों की गिनती से परे यह दशमलव की जगह नहीं बदलता। Bar टैब स्टॉप-टैक्सट को पोजीशन नहीं करता। यह टैब पोजीशन पर एक वर्टीकल बार को इनसर्ट करता है।

प्रश्न 5.
प्रिंट प्रीविऊ और प्रिंट कमांड की व्याख्या करें।
उत्तर-
प्रिंट प्रीविऊ-अपने दस्तावेज़ को प्रिंट करने से पहले उसको कंप्यूटर स्क्रीन पर देखने वाली सहूलियत को प्रिंट प्रीविऊ कहा जाता है। इसके द्वारा हम अपने दस्तावेज को प्रिंट किए बिना ही उसका प्रिंट रूप देख सकते हैं और अगर कुछ ठीक न हो तो उसको ठीक कर सकते हैं। इसके साथ हमारा टाइम और पेपर बच जाता है। प्रिंट कमांड-प्रिंट कमांड का प्रयोग अपने दस्तावेज़ को कागज़ पर प्रिंटर के द्वारा प्रिंट करने के लिए किया जाता है। यह तब ही चलती है अगर हमारे कंप्यूटर पर कोई प्रिंटर इंस्टाल हो। इस कमांड की आऊटपुट हमें स्क्रीन पर नहीं बल्कि कागज़ पर मिलती है।

PSEB 10th Class Computer Guide ऑफिस टूल्ज़) Important Questions and Answers

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

(A) बहुविकल्पीय प्रश्न

1. पावर प्वाइंट को किस प्रकार सेव किया जा सकता है ?
(a) PDF के तौर पर
(b) वीडियो फाइल
(c) प्रैजनटेंशन
(d) सभी।
उत्तर-
(d) सभी।

2. इमेज फाइल की एक्सटेंशन कौन-सी है ?
(a) .jpg
(b) .gif
(c) .bmp
(d) सभी।
उत्तर-
(d) सभी।

3. निम्नलिखित में से सिस्टम सॉफ्टवेयर कौन-सा है ?
(a) वर्ड
(b) एक्सल
(c) विंडो
(d) पावर प्वाइंट।
उत्तर-
(c) विंडो

4. मेलमर्ज किस सॉफ्टवेयर की मुख्य फीचर है ?
(a) वर्ड
(b) एक्सल
(c) विंडो
(d) पावर प्वाइंट।
उत्तर-
(a) वर्ड

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 1 ऑफिस टूल्ज़

5. कौन-सी ऑफिस टूल की किस्म नहीं है ?
(a) वर्ड प्रोसैसिंग
(b) डी०बी०एम०एस०
(c) मल्टीमीडिया सॉफ्टवेयर
(d) कोई नहीं।
उत्तर-
(d) कोई नहीं। ।

(B) रिक्त स्थान भरें

1. वर्ड प्रोसैसिंग टूल का काम ……………… बनाना है।
उत्तर-
डाक्यूमैंट्स

2. पावर प्वाइंट में थीम ……………… चुनने में मदद करता है।
उत्तर-
बैकग्राऊंड

3. मोबाइल पर चलने वाले सॉफ्टवेयर को ……………… कहते हैं। .
उत्तर-
ऐप

4. ……………… पहले से पारिभाषित डाक्यूमैंट स्ट्रक्चर होती है।
उत्तर-
टैंपलेट

5. ……………… का इस्तेमाल गणना के लिए किया जाता है।
उत्तर-
एक्सल।

(C) सही या गलत

1. एपलीकेशन सॉफ्टवेयर यूज़र के लिए खास काम करता है।
उत्तर-
सही

2. किसी डाक्यूमैंट के लिए दो ओरीएंटेशन हो सकती है।
उत्तर-
सही

3. प्रैज़नटेशन को PDF के रूप में सेव किया जा सकता है।
उत्तर-
गलत

4. एक्सल में हम गणना नहीं कर सकते।
उत्तर-
गलत

5. पेज मार्जन पेज के बीच में खाली जगह होती है।
उत्तर-
गलत।

II. अति लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
सॉफ्टवेयर कितने प्रकार के होते हैं ?
उत्तर-
दो प्रकार के।

प्रश्न 2.
हमारे काम को लाभकारी और कुशल बनाने वाले सॉफ्टवेयर को क्या कहते हैं ?
उत्तर-
ऑफिस टूल्ज़।

प्रश्न 3.
नोटपैड किसकी उदाहरण है ?
उत्तर-
वर्ड प्रोसैसिंग टूल की।

प्रश्न 4.
स्प्रेडशीट की एक उदाहरण दें।
उत्तर-
एम०एस० एक्सल।

प्रश्न 5.
पावर प्वाइंट किस टूल की उदाहरण है ?
उत्तर-
प्रैजनटेशन टूल की।

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 1 ऑफिस टूल्ज़

III. लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
पेज मार्जन क्या होते हैं ?
उत्तर-
पेज मार्जन पेज़ के किनारों के इर्द-गिर्द खाली स्थान होता है। साधारण रूप में, हम मार्जन के अंदर प्रिंट होने योग्य एरिया में टैक्सट और ग्राफिक्स रखते हैं। जब हम किसी डाक्यूमैंट के पेज़ मार्जन को बदलते हैं, हम उस जगह को बदलते हैं जहाँ टैक्सट और ग्राफिक्स दिखाई देते हैं।

प्रश्न 2.
पहले से परिभाषित पेज मार्जन को सैट करने का तरीका लिखें।
उत्तर-

  1. पेज़ लेआउट टैब पर पेज़ सैट अप ग्रुप में, मार्जन पर क्लिक करें। (मार्जन गैलरी ड्राप डाउन मीन दिखाई देगा।)
  2. मार्जन की उस किस्म पर क्लिक करें जिसको हम लागू करना चाहते हैं।

प्रश्न 3.
पेज़ ओरिएनटेशन को बदलने के लिए पग लिखें।
उत्तर-
पेज़ ले आऊट टैब पर पेज़ सैट-अप ग्रुप में ओरिएनटेशन पर क्लिक करें। Portrait या Landscape पर क्लिक करें।

प्रश्न 4.
एक ही डाक्यूमैंट पर भिन्न-भिन्न पेज़ ओरिएनटेशन लगाने के पग लिखें।
उत्तर-
1. पेज़ या अनुच्छेद का चुनाव करें जिनको हम पोर्टरेट या लैंडस्केप करना चाहते हैं।
2. पेज़ ले आउट टैब पर, पेज़ सैट-अप ग्रुप में, मार्जन पर क्लिक करें।

  • ड्राप डाउन मीनू के नीचे कस्टम मार्जन पर क्लिक करें।
  • एक पेज़ सैटअप डायलॉग बॉक्स नज़र आयेगा।
  • मार्जन टैब पर, पोर्टरेट या लैंड स्केप पर क्लिक करें।
  • Apply to list में Selected text या This point forward पर क्लिक करें।

प्रश्न 5.
कस्टम मार्जन बनाने के कदमों की व्याख्या करें।
उत्तर-

  1. पेज़ ले आउट टैब पर, पेज़ सैटअप ग्रुप में, मार्जन पर क्लिक करें।
  2. मार्जन गैलरी के ड्राप डाउन मीनू के नीचे कस्टम मार्जन पर क्लिक करें।
  3. पेज़ सैटअप डायलॉग बॉक्स दिखाई देगा।
  4. मार्जन बदलने के लिए Top, Bottom, Left या Right टैक्सट बॉक्स में नए मूल्य दाखिल करें।
  5. OK पर क्लिक करें।

प्रश्न 6.
प्रैजनटेशन को PDF फाइल के रूप में सेव करने के स्टैप लिखें।
उत्तर-
पी०डी०एफ० फाइल के रूप में प्रैजनटेशन को सेव करने के स्टैप हैं-

  • फाइल टैब में बैक स्टेज PDF पर जायें।
  • Save As डायलॉग को खोलने के लिए Save As पर क्लिक करें।
  • फाइल को सही नाम दें।
  • Supported File Types की लिस्ट में से PDF फाइल टाइप चुनें और Save पर क्लिक करें।
  • PDF फाइल नियत की जगह में सेव हो जायेगी।

प्रश्न 7.
पी०पी०टी० ब्रॉडकास्ट स्लाइड शो की व्याख्या करें।
उत्तर-
पावर प्वाइंट 2010 यूज़र को अपनी Presentation इंटरनैट पर दुनिया भर के दर्शकों के लिए प्रसारण करने का मौका देता है। माइक्रोसॉफ्ट मुफ्त प्रसारण स्लाइड शो सेवा प्रदान करता है। हमें सिर्फ लिंक को अपने दर्शकों से शेयर करने की ज़रूरत होती है और वो किसी भी स्थान पर Presentation देख सकते हैं। ऐसा करने के लिए कोई खास सैटअप या फीस देने की ज़रूरत नहीं होती। हमें सिर्फ एक Windows Live Account की ज़रूरत पड़ती है।

प्रश्न 8.
पी०पी०टी० पैकेजिंग Presentation क्या होती है ?
उत्तर-
कुछ Presentations दर्शकों को एक सी०डी० के रूप में बांटना ज्यादा बेहतर रहता है। ऐसे मामलों में,हम एक सी०डी० पैकेजिंग बना सकते हैं जो एक सी०डी० में burn (बर्न) करके बांटे जा सकते हैं।

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 1 ऑफिस टूल्ज़

IV. बड़े उत्तरों वाले प्रश्न 

प्रश्न 1.
पी०पी०टी० डाक्यूमैंट पासवर्ड सैट करने के स्टैप लिखें।
उत्तर-
कई बार Presentation को सुरक्षित करने के लिए और अनअधिकारिक रीडर स्लाइड को न देख सकें, पावर प्वाइंट यूज़र को Presentation को सुरक्षित करने की योग्यता प्रदान करता है।

  1. फाइल टैब पर बैक स्टेज View पर जायें।
  2. Info सैक्शन पर Permission ड्राप डाऊन पर क्लिक करें।
  3. पासवर्ड सुरक्षित करने के लिए ‘Encrypt with Password’ चुनें।
  4. इनक्रिप्ट डाक्यूमैंट डायलॉग ‘Encrypt Document Dialog’ में पासवर्ड डालें।
  5. Confirm Password डायलॉग में पासवर्ड दुबारा डालें।
  6. हमारी Presentation अब पासवर्ड में सुरक्षित है यूज़र को अब फाइल खोलने के लिए पासवर्ड डायलॉग में पासवर्ड देना पड़ेगा।

प्रश्न 2.
पी०पी०टी० ई-मेल स्लाइड शो क्या है ? इस प्रैजनटेशन को ई-मेल करने के पग लिखें।
उत्तर-
पावर प्वाइंट यूजरों को Presentation ई-मेल अटैचमैंट के रूप में भी शेयर करने की आज्ञा देता है। हालांकि हम प्रोग्राम के बाहर से Presentation को अटैच कर सकते हैं, पावर प्वाइंट से सीधे ई-मेल भेजने की योग्यता काफी सुविधाजनक है। यह इसलिए है, क्योंकि हमें ई-मेल भेजने के लिए पावर प्वाइंट को बंद करने की ज़रूरत नहीं है। पावर प्वाइंट से एक ई-मेल भेजने के स्टैप

  • फाइल टैब बैक स्टेज View पर जायें।
  • Save & Send पर क्लिक करें, Send using email आप्शन को चुनें और Send As Attachment बटन पर क्लिक करें।
  • यह Out look sendmail विंडो को लांच करता है जिसमें Presentation एक अटैचमैंट की तरह जुड़ी होती है। ई-मेलों को जोड़ सकते हैं और ई-मेल भेज सकते हैं।
  • हम Recipient के ई-मेल भर सकते हैं और E-mail भेज सकते हैं। Send As Attachment चुनने के अलावा अगर हम Send as pdf चुनते हैं तो हम Attachment को .pptx की जगह अटैचमैंट के रूप में भेज सकते हैं।

प्रश्न 3.
प्रैजनटेशन को वीडियो फाइल के रूप में सेव करने के कदमों की व्याख्या करें।
उत्तर-
एक वीडियो फाइल के रूप में प्रैजनटेशन को सेव करने के स्टैप

  • फाइल टैब में बैक स्टेज view पर जायें।
  • सेव एज़ डायलॉग को खोलने के लिए सेव एज पर क्लिक करें।
  • फाइल को सही नाम दें।
  • सहायक फाइल किस्म की सूची में से फाइल किस्म .wmv चुनें।
  • वीडियो बनाना तुरंत होने वाली प्रक्रिया नहीं है, जैसे कि अन्य फाइल टाइप्स में होता है। पावर प्वाइंट को वीडियो फाइल बनाने की ज़रूरत पड़ती है। हम अपनी प्रैजनटेशन विंडो के नीचे वीडियो बनाने की प्रक्रिया को देख सकते हैं।
  • जब प्रैजनटेशन बनाने की प्रक्रिया पूरी हो जाती है तो वीडियो फाइल को नियत जगह पर बन जाती है।

प्रश्न 4.
टैब स्टॉप को क्लीयर करने के भिन्न-भिन्न पग लिखें।
उत्तर-
हम भिन्न-भिन्न तरीकों से टैब स्टॉप को हटा सकते हैं, सबसे आसान है रूलर पर जायें। टैब स्टॉप पर क्लिक करें और होल्ड करें और इसको डाक्यूमैंट की तरफ नीचे को खींचें। टैब स्टॉप हट जायेगा।
टैब स्टॉप तेज़ी से हटाने के लिए और नई शुरुआत करने के लिए –

  1. होम टैब पर क्लिक करें, पैराग्राफ डायलॉग बॉक्स लांचर पर क्लिक करें।
  2. एक पैराग्राफ बॉक्स दिखाई देगा, डायलॉग बॉक्स के नीचे बाईं तरफ टैब्ज के बटन पर क्लिक करें।
  3. एक टैब डायलॉग बॉक्स दिखाई देगा।
  4. टैब स्टॉप पोजीशन नीचे सूची में, टैब स्टॉप पोजीशन पर क्लिक करें जो हम हटाना चाहते हैं और फिर Clear पर क्लिक करें। मैनूयल टैब स्टॉपस से स्पेस हटाने के लिए Clear All पर क्लिक करें।

प्रश्न 5.
“स्पैल चैक” विशेषता का इस्तेमाल करने के तरीके लिखें।
उत्तर-
अपने डाक्यूमैंट में गल्तियों को ठीक करने का सबसे तेज़ तरीका यह है
1. कर्सर को गलत स्पैलिंग वाले शब्द पर ले जाकर Right क्लिक करें।
2. एक ड्राप डाउन बाक्स शब्द के सही स्पैलिंग के साथ दिखाई देगा।
3. उस शब्द को हाइलाइट करें और Left क्लिक करें जिसके साथ हम सही शब्द को बदलना चाहते हैं। ज्यादा व्यापक स्पैलिंग और व्याकरण की जांच करने के लिए, हम स्पैलिंग और ग्रामर (Spelling and Grammar) विशेषता का उपयोग कर सकते हैं।

  • Review टैब पर क्लिक करें।
  • स्पैलिंग और ग्रामर कमांड पर क्लिक करें।
  • एक Spelling & Grammar बॉक्स दिखाई देगा।
  • हम बॉक्स के अंदर कोई स्पैलिंग या ग्रामर के मुद्दे को ठीक कर सकते हैं।

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 1 ऑफिस टूल्ज़

प्रश्न 6.
किसी दस्तावेज़ को प्रिंट करने के कदम लिखें।
उत्तर-

  1. फाइल टैब पर क्लिक करें।
  2. एक डाक्यूमैंट को प्रिंट करने के लिए प्रिंट कमांड पर क्लिक करें।
  3. अपना डाक्यूमैंट प्रिंट करने के लिए प्रिंट बटन पर क्लिक करें।
  4. यह ड्राप डाउन चुने हुए प्रिंट को दिखाता है। ड्राप डाउन को क्लिक करने से और उपलब्ध प्रिंटर दिखाई देंगे।
  5. यह ड्राप डाउन मीनू में चुनी हुई सैटिंग्ज़ हैं। हमें सिर्फ एक विशेषता का नाम दिखाने के अलावा, यह मीनू हमें हर एक विशेषता के बारे में बताता है और इसका वर्णन करता है। यह हमें समझने में मदद कर सकता है कि क्या हम अपनी सैटिंग्ज़ को बदलना चाहते हैं।

प्रश्न 7.
पावर प्वाइंट में ट्रांजीशन पर एक नोट लिखें।
उत्तर-
पावर प्वाइंट स्लाइड ट्रांजीशन विशेषता को स्पोर्ट करती है जो हमें स्लाइड शो के दौरान स्लाइडों की तबदीली करने के बारे में आज्ञा देता है। पावर प्वाइंट प्रैजनटेशन जिसमें हर एक स्लाइड के बीच में स्पैशल इफैक्ट हैं, वो इफैक्ट स्लाइड ट्रांजीशन हैं। एक ट्रांजीशन साधारण स्लाइड Flashy Effect से लेकर जटिल फ्लैशी इफैक्ट भी हो सकती है। इसका मतलब यह है कि हम किसी प्रैजनटेशन के स्टाइल अनुसार किसी भी ट्रांजीशन का चुनाव कर सकते हैं।

ट्रांजीशन का चुनाव करने के लिए तीन श्रेणियां हैं जो कि Transition Tab पर मौजूद होती हैं-

  1. Subtle (Slight Transitions)
  2. Exciting (Strong Transitions)
  3. Dynamic Content

प्रश्न 8.
एम०एस० पावर प्वाइंट में स्लाइड शो क्या है और इसको शुरू करने और समाप्त करने के बारे में विस्तार में बतायें।
उत्तर-
अपने स्लाइड शो को पेश करने के लिए, हमें इसकी शुरुआत करने की जानकारी होनी चाहिए। पावर प्वाइंट हमारी पहली स्लाइड या स्लाइड शो के अंदर किसी भी स्लाइड से स्लाइड शो शुरू करने की आज्ञा देता है। एक बार स्लाइड शो शुरू होने के बाद हमें यह पता होना चाहिए कि कैसे स्लाइडों से आगे बढ़ना है। स्लाइड शो शुरू करना :
1. स्लाइड शो टैब का चुनाव करें।
2. स्लाइड शो को पहली स्लाइड से शुरू करने के लिए, ग्रुप में से, कमांड का इस्तेमाल करें।

हम जिससे स्लाइड शो शुरू करना चाहते हैं उसको Start Slide Show Group में से From Current Slide पर क्लिक करने चुन सकते हैं। यह Option उस समय सुविधाजनक है अगर हम कुछ स्लाइडों को देखना या पेश करना चाहते हैं। स्लाइड शो की शुरुआत करने का दूसरा Option विंडो के नीचे स्थित स्टेट्स बार पर दाईं तरफ Slide Show View पर क्लिक करना है एक स्लाइड शो को रोकने या समाप्त करने के लिए हम प्रैजनटेशन समाप्त करने के लिए अपने की बोर्ड से ESC कीज़ दबा सकते हैं। पावर प्वाइंट में स्लाइड शो की सैटिंग और चलाने के लिए कई ऑप्शन मौजूद हैं। हम एक ऑटोमैटिक प्रैजनटेशन बना सकते हैं जो एक क्यूसिक काउंटर पर प्रदर्शित की जा सकती है।

स्लाइड शो सैटअप ऑप्शन तक पहुंच करने के लिए

  1. स्लाइड शो टैब चुनें।
  2. सैटअप शो कमांड पर क्लिक करें।
  3. सैटअप शो डायलॉग बॉक्स दिखाई देगा। स्लाइड शो की सैटिंग और चलाने के लिए उपलब्ध ऑप्शनों में से किसी बटन पर क्लिक करें।
  4. स्लाइड शो की सैटिंग्ज़ को लागू करने के लिए OK पर क्लिक करें।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 16 ਕੁਦਰਤੀ ਸਾਧਨਾਂ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ

Punjab State Board PSEB 10th Class Science Book Solutions Chapter 16 ਕੁਦਰਤੀ ਸਾਧਨਾਂ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 Science Chapter 16 ਕੁਦਰਤੀ ਸਾਧਨਾਂ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ

PSEB 10th Class Science Guide ਕੁਦਰਤੀ ਸਾਧਨਾਂ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ Textbook Questions and Answers

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਆਪਣੇ ਘਰ ਨੂੰ ਵਾਤਾਵਰਨ ਪੱਖੀ ਬਣਾਉਣ ਲਈ ਤੁਸੀਂ ਕਿਹੜੇ- ਤੇ ਪਰਿਵਰਤਨ ਸੁਝਾ ਸਕਦੇ ਹੋ ?
ਉੱਤਰ-
ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਪਰਿਵਰਤਨ ਲਿਆ ਕੇ ਆਪਣੇ ਘਰ ਵਿਚ ਵਾਤਾਵਰਨ ਪੱਖੀ ਜਾਂ ਅਨੁਕੂਲ ਮਾਹੌਲ ਬਣਾ ਸਕਦੇ ਹਾਂ-

  1. ਅਸੀਂ ਬਿਜਲੀ ਦੇ ਪੱਖੇ ਅਤੇ ਬਲਬ ਦੇ ਸਵਿੱਚ ਬੰਦ ਕਰਕੇ ਬਿਜਲੀ ਦੇ ਫ਼ਜ਼ੂਲ-ਖ਼ਰਚ ਰੋਕ ਸਕਦੇ ਹਾਂ ।
  2. ਟਪਕਣ ਵਾਲੇ ਪਾਈਪ ਜਾਂ ਨਲ ਦੀ ਮੁਰੰਮਤ ਕਰਵਾ ਕੇ ਅਸੀਂ ਪਾਣੀ ਦੀ ਬੱਚਤ ਕਰ ਸਕਦੇ ਹਾਂ ।
  3. ਸਾਨੂੰ ਤਿੰਨ R’s ਦੁਆਰਾ ਦੱਸੇ ਹੋਏ ਰਸਤੇ ਤੇ ਚੱਲਣ ਦੀ ਕੋਸ਼ਿਸ਼ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।
  4. ਸਾਨੂੰ ਮੁੜ ਚਕਰਨ ਯੋਗ ਵਸਤੂਆਂ ਨੂੰ ਕੂੜੇ ਦੇ ਨਾਲ ਨਹੀਂ ਸੁੱਟਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ।
  5. ਸਾਨੂੰ ਵਸਤੂਆਂ (ਜਿਵੇਂ ਲਿਫਾਫ਼ੇ) ਨੂੰ ਸੁੱਟਣ ਦੀ ਬਜਾਏ ਫਿਰ ਤੋਂ ਵਰਤੋਂ ਵਿਚ ਲਿਆਉਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
  6. ਸਾਨੂੰ ਭੋਜਨ ਨੂੰ ਵਿਅਰਥ ਨਹੀਂ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ।
  7. ਸਾਨੂੰ ਆਪਣੇ ਆਵਾਸ ਦੇ ਆਲੇ-ਦੁਆਲੇ ਕੱਚਰਾ ਅਤੇ ਗੰਦਾ ਪਾਣੀ ਇਕੱਠਾ ਨਹੀਂ ਹੋਣ ਦੇਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ।
  8. ਪਾਣੀ ਦੇ ਵਿਅਰਥ ਰਿਸਾਵ ਨੂੰ ਰੋਕਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
  9. ਜਲ ਨੂੰ ਸਹੀ ਢੰਗ ਨਾਲ ਖ਼ਰਚ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
  10. ਘਰਾਂ ਵਿਚਲੇ ਕੂੜੇ-ਕੱਚਰੇ ਨੂੰ ਕੂੜੇਦਾਨ ਵਿੱਚ ਇਕੱਠਾ ਕਰਕੇ ਉਸ ਦਾ ਨਿਪਟਾਣ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਕੀ ਤੁਸੀਂ ਆਪਣੇ ਸਕੂਲ ਵਿੱਚ ਕੁਝ ਪਰਿਵਰਤਨ ਸੁਝਾ ਸਕਦੇ ਹੋ ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਨਾਲ ਇਸ ਨੂੰ ਵਾਤਾਵਰਨ ਪੱਖੀ ਬਣਾਇਆ ਜਾ ਸਕੇ ?
ਉੱਤਰ-
ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਪਰਿਵਰਤਨਾਂ ਦੁਆਰਾ ਅਸੀਂ ਆਪਣੇ ਸਕੂਲ ਨੂੰ ਵਾਤਾਵਰਨ ਪੱਖੀ ਜਾਂ ਅਨੁਕੂਲ ਬਣਾ ਸਕਦੇ ਹਾਂ

  1. ਸਾਨੂੰ ਸਕੂਲ ਵਿਚ ਵੱਧ ਤੋਂ ਵੱਧ ਰੁੱਖ ਲਗਾਉਣੇ ਚਾਹੀਦੇ ਹਨ ।
  2. ਬੱਚਿਆਂ ਨੂੰ ਸਿੱਖਿਆ ਦੇਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ਕਿ ਫੁੱਲ ਅਤੇ ਪੱਤੇ ਨਾ ਤੋੜਨ ।
  3. ਸਾਨੂੰ ਪਾਣੀ ਦਾ ਫ਼ਜ਼ੂਲ-ਖ਼ਰਚ ਨਹੀਂ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ।
  4. ਕਮਰਿਆਂ ਵਿਚ ਵੱਧ ਤੋਂ ਵੱਧ ਖਿੜਕੀਆਂ ਬਣਾਓ ਤਾਂਕਿ ਸੂਰਜੀ ਰੋਸ਼ਨੀ ਅੰਦਰ ਆ ਸਕੇ ਅਤੇ ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ ਬਿਜਲੀ ਖ਼ਰਚ ਹੋਵੇ ।
  5. ਸਾਨੂੰ ਕੂੜਾ-ਕੱਚਰਾ ਇੱਧਰ-ਉੱਧਰ ਨਹੀਂ ਸੁੱਟਣਾ ਚਾਹੀਦਾ, ਬਲਕਿ ਵਸਤੂਆਂ ਦੀ ਮੁੜ ਵਰਤੋਂ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।
  6. ਪਖਾਣਿਆਂ ਆਦਿ ਦੀ ਨਿਯਮਿਤ ਸਫਾਈ, ਧੁਲਾਈ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।
  7. ਬਿਜਲੀ ਦੀ ਫ਼ਜ਼ੂਲ-ਖ਼ਰਚੀ ਨੂੰ ਕਾਬੂ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
  8. ਸਕੂਲ ਦੇ ਆਸ-ਪਾਸ ਕਚਰੇ ਦੇ ਢੇਰ ਅਤੇ ਰੁਕੇ ਹੋਏ ਗੰਦੇ ਪਾਣੀ ਨੂੰ ਨਾ ਰਹਿਣ ਦਿਓ ।
  9. ਸਕੂਲ ਦੀ ਇਮਾਰਤ ਸਾਫ਼-ਸੁਥਰੀ ਰੱਖਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।
  10. ਜੈਵ ਨਿਮਨੀਕ੍ਰਿਤ ਅਤੇ ਜੈਵ ਅਨਿਮਨੀਕ੍ਰਿਤ ਕੂੜੇ-ਕੱਚਰੇ ਨੂੰ ਇਕੱਠਾ ਕਰਨ ਲਈ ਕੂੜੇਦਾਨ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਹੋਣੇ ਚਾਹੀਦੇ ਹਨ। ਇਸ ਨਾਲ ਕੂੜੇ ਦਾ ਨਿਪਟਾਨ ਸਰਲਤਾ ਨਾਲ ਹੋ ਸਕੇਗਾ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 16 ਕੁਦਰਤੀ ਸਾਧਨਾਂ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਇਸ ਅਧਿਆਇ ਵਿੱਚ ਅਸੀਂ ਪੜਿਆ ਕਿ ਜਦੋਂ ਜੰਗਲ ਅਤੇ ਜੰਗਲੀ ਜੰਤੂਆਂ ਦੀ ਗੱਲ ਕਰਦੇ ਹਾਂ ਤਾਂ ਚਾਰ ਮੁੱਖ ਦਾਵੇਦਾਰ ਸਾਹਮਣੇ ਆਉਂਦੇ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਵਿਚੋਂ ਕਿਸ ਨੂੰ ਜੰਗਲ ਉਤਪਾਦਾਂ ਦੇ ਪ੍ਰਬੰਧ ਹਿੱਤ ਨਿਰਣਾ ਲੈਣ ਦੇ ਅਧਿਕਾਰ ਦਿੱਤੇ ਜਾ ਸਕਦੇ ਹਨ ? ਤੁਸੀਂ ਅਜਿਹਾ ਕਿਉਂ ਸੋਚਦੇ ਹੋ ?
ਉੱਤਰ-
ਜੰਗਲ ਅਤੇ ਜੰਗਲੀ ਜੰਤੂਆਂ ਦੀ ਗੱਲ ਕਰਦੇ ਸਮੇਂ ਸਾਹਮਣੇ ਆਉਣ ਵਾਲੇ ਚਾਰ ਦਾਵੇਦਾਰ ਹਨ

  1. ਜੰਗਲ ਦੇ ਅੰਦਰ ਅਤੇ ਇਸਦੇ ਨੇੜੇ ਰਹਿਣ ਵਾਲੇ ਲੋਕ ਆਪਣੀਆਂ ਤਰ੍ਹਾਂ-ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੀਆਂ ਲੋੜਾਂ ਲਈ ਜੰਗਲ ‘ਤੇ ਨਿਰਭਰ ਰਹਿੰਦੇ ਹਨ ।
  2. ਸਰਕਾਰ ਦਾ ਜੰਗਲ ਵਿਭਾਗ ਜੰਗਲਾਂ ਤੋਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਸਾਧਨਾਂ ਦਾ ਨਿਯੰਤਰਨ ਕਰਦਾ ਹੈ ।
  3. ਕਾਰਖ਼ਾਨੇਦਾਰ ਅਤੇ ਵਪਾਰੀ ਤੇਂਦੂਆ ਪੱਤੀ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਬੀੜੀ ਉਤਪਾਦਕਾਂ ਤੋਂ ਲੈ ਕੇ ਕਾਗ਼ਜ਼ ਮਿੱਲ ਤੱਕ ਜੰਗਲ ਉਤਪਾਦਾਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਦੇ ਹਨ ।
  4. ਜੰਗਲੀ ਜੀਵਨ ਅਤੇ ਕੁਦਰਤ ਪ੍ਰੇਮੀ ਕੁਦਰਤ ਦੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ਇਸਦੀ ਅਸਲ ਅਵਸਥਾ ਵਿੱਚ ਹੀ ਚਾਹੁੰਦੇ ਹਨ ।

ਜੰਗਲ ਉਤਪਾਦ ਪ੍ਰਬੰਧਨ ਲਈ ਫੈਸਲਾ ਲੈਣ ਦੇ ਅਧਿਕਾਰ ਜੰਗਲ ਦੇ ਅੰਦਰ ਅਤੇ ਨੇੜੇ ਰਹਿਣ ਵਾਲੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਦੇਣੇ ਚਾਹੀਦੇ ਹਨ ਜੋ ਸਦੀਆਂ ਤੋਂ ਜੰਗਲਾਂ ‘ਤੇ ਨਿਰਭਰ ਰਹਿੰਦੇ ਹਨ । ਪਰੰਤੂ ਕੁੱਝ ਅਧਿਕਾਰ ਸਰਕਾਰ ਦੇ ਕੋਲ ਹੀ ਹੋਣੇ ਚਾਹੀਦੇ ਹਨ ਤਾਂਕਿ ਲੋਕ ਜੰਗਲਾਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਠੀਕ ਢੰਗ ਨਾਲ ਕਰਨ ਅਤੇ ਇਸਦੀ ਗਲਤ ਵਰਤੋਂ ਨਾ ਕਰਨ । ਜੰਗਲੀ ਜੀਵਨ ਅਤੇ ਕੁਦਰਤੀ ਪ੍ਰੇਮੀਆਂ ਨੂੰ ਵੀ ਕੁੱਝ ਅਧਿਕਾਰ ਦੇਣੇ ਚਾਹੀਦੇ ਹਨ ਕਿਉਂਕਿ ਉਹ ਕੁਦਰਤ ਦੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ਇਸਦੀ ਅਸਲੀ ਅਵਸਥਾ ਵਿਚ ਕਰਨਾ ਚਾਹੁੰਦੇ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਇੱਕ ਵਿਅਕਤੀ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਦੇ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਤੁਸੀਂ ਹੇਠ ਲਿਖਿਆਂ ਦੇ ਪ੍ਰਬੰਧ ਵਿੱਚ ਕੀ ਯੋਗਦਾਨ ਦੇ ਸਕਦੇ ਹੋ :
(ਉ) ਜੰਗਲ ਅਤੇ ਜੰਗਲੀ ਜੀਵ
(ਅ) ਕੋਲਾ ਅਤੇ ਪੈਟਰੋਲੀਅਮ
(ੲ) ਸਰੋਤ ।
ਉੱਤਰ-
(ੳ) ਜੰਗਲ ਅਤੇ ਜੰਗਲੀ ਜੀਵ-ਹੋਰ ਲੋਕਾਂ ਵਿੱਚ ਜੰਗਲਾਂ ਦੇ ਸੁਰੱਖਿਅਣ ਦੇ ਪ੍ਰਤੀ ਜਾਗਰੂਕਤਾ ਜਗਾ ਸਕਦੇ ਹਨ, ਆਪਣੇ ਖੇਤਰ ਦੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਰਿਆਕਲਾਪਾਂ ਵਿੱਚ ਭਾਗ ਲੈ ਸਕਦੇ ਹਾਂ ਜਿਹੜੇ ਜੰਗਲ ਅਤੇ ਜੰਗਲੀ ਜੀਵਾਂ ਦੇ ਸੁਰੱਖਿਅਣ ਨੂੰ ਮਹੱਤਵ ਦਿੰਦੇ ਹਨ | ਸੁਰੱਖਿਅਣ ਦੇ ਨਿਯਮਾਂ ਨੂੰ ਅਪਣਾ ਕੇ ਅਤੇ ਇਨ੍ਹਾਂ ਮਸਲਿਆਂ ਤੇ ਕੰਮ ਕਰ ਰਹੀਆਂ ਕਮੇਟੀਆਂ ਦੀ ਸਹਾਇਤਾ ਕਰਕੇ ਵੀ ਅਸੀਂ ਜੰਗਲ ਅਤੇ ਜੰਗਲੀ ਜੀਵਾਂ ਦੇ ਪ੍ਰਬੰਧਨ ਵਿਚ ਯੋਗਦਾਨ ਦੇ ਸਕਦੇ ਹਾਂ ।

(ਅ) ਕੋਲਾ ਅਤੇ ਪੈਟਰੋਲੀਅਮ-ਬਿਜਲੀ ਦੀ ਫਜ਼ੂਲ-ਖ਼ਰਚੀ ਨੂੰ ਰੋਕ ਕੇ ਅਤੇ ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ ਬਿਜਲੀ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਕੇ ਅਸੀਂ ਇਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਪ੍ਰਬੰਧਨ ਵਿੱਚ ਯੋਗਦਾਨ ਦੇ ਸਕਦੇ ਹਾਂ । ਨਿੱਜੀ ਵਾਹਨਾਂ ਦੀ ਬਜਾਏ ਸਰਵਜਨਕ ਵਾਹਨਾਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਕੇ ਪੈਟਰੋਲ ਡੀਜ਼ਲ ਦੀ ਬੱਚਤ ਕਰ ਸਕਦੇ ਹਾਂ ।

(ੲ) ਸਰੋਤ-ਆਪਣੇ ਘਰ ਅਤੇ ਕਾਰਜ ਸਥਾਨ ਤੇ ਜਲ ਦੀ ਫਜ਼ੂਲ-ਖ਼ਰਚੀ ਰੋਕ ਕੇ ਅਤੇ ਵਰਖਾ ਦੇ ਪਾਣੀ ਨੂੰ ਆਪਣੇ ਘਰਾਂ ਵਿੱਚ ਇਕੱਠਾ ਕਰਕੇ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਇੱਕ ਵਿਅਕਤੀ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਦੇ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਤੁਸੀਂ ਭਿੰਨ ਕੁਦਰਤੀ ਉਤਪਾਦਾਂ ਦੀ ਖੱਪਤ ਘੱਟ ਕਰਨ ਲਈ ਕੀ ਕਰ ਸਕਦੇ ਹੋ ?
ਉੱਤਰ-

  1. ਬਿਜਲੀ ਦੀ ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ ਵਰਤੋਂ ਕਰਕੇ ਅਤੇ ਇਸਦੀ ਫਜ਼ੂਲ-ਖ਼ਰਚੀ ਨੂੰ ਰੋਕ ਸਕਦੇ ਹਾਂ ।
  2. ਤਿੰਨ (R’s) ਦੇ ਨਿਯਮਾਂ ਦਾ ਪਾਲਣ ਕਰਕੇ ਅਸੀਂ ਕੁਦਰਤੀ ਉਤਪਾਦਾਂ ਦੀ ਖੱਪਤ ਘੱਟ ਕਰ ਸਕਦੇ ਹਾਂ ।
  3. ਸਾਨੂੰ ਭੋਜਨ ਨੂੰ ਵਿਅਰਥ ਨਹੀਂ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ।
  4. ਜਲ ਨੂੰ ਵਿਅਰਥ ਹੋਣ ਤੋਂ ਰੋਕਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
  5. ਖਾਣਾ ਪਕਾਉਣ ਦੇ ਲਈ ਵੀ ਲੱਕੜੀ ਦੀ ਜਗ੍ਹਾ ਗੈਸ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਹੇਠ ਲਿਖਿਆਂ ਨਾਲ ਸੰਬੰਧਿਤ ਅਜਿਹੇ ਪੰਜ ਕਾਰਜ ਲਿਖੋ ਜੋ ਤੁਸੀਂ ਪਿਛਲੇ ਇੱਕ ਹਫਤੇ ਵਿੱਚ ਕੀਤੇ ਹਨ :
(a) ਆਪਣੇ ਕੁਦਰਤੀ ਸਾਧਨਾਂ ਦੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ।
(b) ਆਪਣੇ ਕੁਦਰਤੀ ਸਾਧਨਾਂ ਉੱਤੇ ਦਬਾਓ ਵਧਾਇਆ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
(a)

  1. ਬਿਜਲੀ ਉਪਕਰਨਾਂ ਦਾ ਬੇਵਜ਼ਾ ਉਪਯੋਗ ਨਹੀਂ ਕੀਤਾ ।
  2. ਰੋਸ਼ਨੀ ਲਈ CFL ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਕੇ ।
  3. ਸਕੂਲ ਆਉਣ ਜਾਣ ਲਈ ਆਪਣੇ ਵਾਹਨਾਂ ਦੀ ਜਗ੍ਹਾ ਸਰਕਾਰੀ ਵਾਹਨਾਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਕੇ ।
  4. ਨਹਾਉਣ ਵਿੱਚ ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ ਪਾਣੀ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਕੇ ।
  5. ਵਾਤਾਵਰਨ ਦੇ ਸੁਰੱਖਿਅਣ ਨਾਲ ਸੰਬੰਧਿਤ ਜਾਗਰੂਕਤਾ ਅਭਿਆਨ ਵਿਚ ਭਾਗ ਲਿਆ ।

(b)

  1. ਕੰਪਿਊਟਰ ਤੇ ਪ੍ਰਿੰਟਿੰਗ ਦੇ ਲਈ ਵੱਧ ਕਾਗਜ਼ਾਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕੀਤੀ ।
  2. ਪੱਖਾ ਚੱਲਦਾ ਛੱਡ ਕੇ ਕਮਰੇ ਵਿਚੋਂ ਬਾਹਰ ਗਿਆ ।
  3. ਦੀਵਾਲੀ ਤੇ ਪਟਾਖੇ ਚਲਾ ਕੇ ।
  4. ਮੋਟਰ ਸਾਇਕਲ ਦੀ ਵਧੇਰੇ ਵਰਤੋਂ ਕਰਕੇ ।
  5. ਆਹਾਰ ਨੂੰ ਵਿਅਰਥ ਕੀਤਾ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਇਸ ਅਧਿਆਇ ਵਿੱਚ ਦੱਸੀਆਂ ਗਈਆਂ ਸਮੱਸਿਆਵਾਂ ਦੇ ਆਧਾਰ ਤੇ ਤੁਸੀਂ ਆਪਣੀ ਜੀਵਨ ਸ਼ੈਲੀ ਵਿੱਚ ਕੀ ਪਰਿਵਰਤਨ ਲਿਆਉਣਾ ਚਾਹੋਗੇ ਜਿਸ ਨਾਲ ਸਾਡੇ ਸਾਧਨਾਂ ਨੂੰ ਸਮੇਂ-ਸਮੇਂ ਤਕ ਵਰਤੋਂ ਲਈ ਉਤਸ਼ਾਹ ਮਿਲ ਸਕੇ ?
ਉੱਤਰ-

  1. ਸਾਨੂੰ ਇਹ ਧਿਆਨ ਰੱਖਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ਕਿ ਅਸੀਂ ਇਕ ਸਮਾਜ ਵਿੱਚ ਰਹਿੰਦੇ ਹਾਂ, ਇਕੱਲੇ ਨਹੀਂ ।
  2. ਸਾਨੂੰ ਆਪਣੇ ਸਾਧਨਾਂ ਦੀ ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ ਵਰਤੋਂ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ਕਿਸੇ ਵੀ ਤਰੀਕੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਵਿਅਰਥ ਨਹੀਂ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ।
  3. ਸਾਨੂੰ ਤਿੰਨ (R’s) ਦੇ ਨਿਯਮਾਂ ਦਾ ਪਾਲਨ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ (Reduce, Recycle, Reuse) ।
  4. ਸਾਨੂੰ ਨਿੱਜੀ ਵਾਹਨਾਂ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਵਿਚ ਸਰਕਾਰੀ ਵਾਹਨਾਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।
  5. ਸਾਨੂੰ ਆਪਣੇ ਵਾਤਾਵਰਨ ਨੂੰ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਿਤ ਨਹੀਂ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ।
    ਇਹਨਾਂ ਸਾਰੀਆਂ ਗੱਲਾਂ ਨੂੰ ਆਪਣੇ ਜੀਵਨ ਵਿਚ ਮਹੱਤਵ ਦੇ ਕੇ ਅਸੀਂ ਆਪਣੇ ਸੰਸਾਧਨਾਂ ਦੇ ਸੰਪੋਸ਼ਣ ਨੂੰ ਵਧਾਵਾ ਦੇ ਸਕਦੇ ਹਾਂ ।

Science Guide for Class 10 PSEB ਕੁਦਰਤੀ ਸਾਧਨਾਂ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ InText Questions and Answers

ਅਧਿਆਇ ਦੇ ਅੰਦਰ ਦਿੱਤੇ ਗਏ ਪ੍ਰਸ਼ਨ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਉੱਤਰ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਵਾਤਾਵਰਣ ਪੱਖੀ ਬਣਨ ਲਈ ਤੁਸੀਂ ਆਪਣੀਆਂ ਆਦਤਾਂ ਵਿੱਚ ਕਿਹੜੇ ਪਰਿਵਰਤਨ ਲਿਆ ਸਕਦੇ ਹੋ ?
ਉੱਤਰ-

  1. ਧੂੰਆਂ ਰਹਿਤ ਵਾਹਣਾਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਕੇ ।
  2. ਪਾਲੀਥੀਨ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਨਾ ਕਰਕੇ ।
  3. ਜਲ ਸੁਰੱਖਿਅਣ ਨੂੰ ਵਧਾਵਾ ਦੇਣਾ ।
  4. ਜੰਗਲਾਂ ਦੀ ਕਟਾਈ ਤੇ ਰੋਕ ਲਗਾ ਕੇ । ਯ(5) ਰੁੱਖ ਲਗਾਉਣਾ ।
  5. ਤੇਲ ਨਾਲ ਚਲਣ ਵਾਲੇ ਵਾਹਨਾਂ ਦਾ ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ ਉਪਯੋਗ ਕਰਕੇ ।
  6. ਵਿਅਰਥ ਵਗਦੇ ਜਲ ਦੀ ਬਰਬਾਦੀ ਨੂੰ ਰੋਕ ਕੇ ।
  7. ਠੋਸ ਕੱਚਰੇ ਦਾ ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ ਉਤਪਾਦਨ ਕਰਨਾ ।
  8. ਸੋਚ-ਸਮਝ ਕੇ ਬਿਜਲੀ ਉਪਕਰਨਾਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਕੇ ।
  9. ਮੁੜ ਚੱਕਰ ਹੋ ਸਕਣ ਵਾਲੀਆਂ ਵਸਤੂਆਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਕੇ ।
  10. 5 ਜੂਨ ਨੂੰ ਵਿਸ਼ਵ ਵਾਤਾਵਰਨ ਦਿਵਸ ਮਨਾ ਕੇ ।
  11. ਨਾਲੀਆਂ ਵਿਚ ਰਸਾਇਣ ਅਤੇ ਉਪਯੋਗ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਤੇਲ ਨਾ ਪਾ ਕੇ ।
  12. ਜੈਵ-ਨਿਮਨੀਕਰਨੀ ਅਤੇ ਜੈਵ-ਅਨਿਮਨੀਕਰਨੀ ਕੱਚਰੇ ਨੂੰ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਸੁੱਟਣਾ ।
  13. ਸੀਸਾ ਰਹਿਤ ਪੈਟਰੋਲ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਕੇ । ਉਪਰੋਕਤ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਵਿਧੀਆਂ ਨੂੰ ਅਪਣਾ ਕੇ ਅਸੀਂ ਵਾਤਾਵਰਣ ਸੁਰੱਖਿਅਣ ਵਿੱਚ ਯੋਗਦਾਨ ਦੇ ਸਕਦੇ ਹਾਂ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 16 ਕੁਦਰਤੀ ਸਾਧਨਾਂ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ~

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਸਾਧਨਾਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਲਈ ਲਘੂ ਕਾਲੀਨ ਉਦੇਸ਼ ਦੇ ਕੀ ਲਾਭ ਹੋ ਸਕਦੇ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਇਸਦਾ ਸਿਰਫ ਇੱਕ ਹੀ ਲਾਭ ਹੈ, ਮਨੁੱਖ ਦੀ ਸਵਾਰਥ ਸੰਤੁਸ਼ਟੀ । ਪੇੜ-ਪੌਦਿਆਂ ਨੂੰ ਕੱਟ ਕੇ ਅਸੀਂ ਆਪਣੇ ਸਵਾਰਥ ਦੀ ਪੂਰਤੀ ਕਰ ਲੈਂਦੇ ਹਾਂ ਪਰ ਇਹ ਨਹੀਂ ਸੋਚਦੇ ਕਿ ਇਸ ਨਾਲ ਵਾਤਾਵਰਨ ਅਸੰਤੁਲਿਤ ਹੋ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਸੰਸਾਧਨਾਂ ਦੇ ਦੋਹਣ ਲਈ ਘੱਟ ਸਮਾਂ ਕਾਲ ਦੇ ਉਦੇਸ਼ਾਂ ਦੀਆਂ ਪਰਿਯੋਜਨਾਵਾਂ ਨੂੰ ਕੁੱਝ ਸੋਚ ਸਮਝ ਕੇ ਹੀ ਬਣਾਉਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਇਹ ਲਾਭ ਦੀਰਘਕਾਲੀਨ ਉਦੇਸ਼ਾਂ ਦੇ ਲਾਭਾਂ ਤੋਂ ਕਿਸ ਪ੍ਰਕਾਰ ਭਿੰਨ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਕੁਦਰਤੀ ਸਾਧਨਾਂ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧਨ ਕਰਦੇ ਸਮੇਂ ਲੰਬੀ ਅਵਧੀ ਨੂੰ ਧਿਆਨ ਵਿਚ ਰੱਖਣਾ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਜੋ ਉਹ ਅਗਲੀਆਂ ਕਈ ਪੀੜ੍ਹੀਆਂ ਤੱਕ ਉਪਲੱਬਧ ਹੋ ਸਕਣ । ਅਲਪ ਅਵਧੀ ਦੇ ਲਾਭ ਲਈ ਪੇੜ ਕੱਟੇ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ਪਰ ਲੰਬੀ ਅਵਧੀ ਨੂੰ ਧਿਆਨ ਵਿੱਚ ਰੱਖ ਕੇ ਮੁੜ ਰੁੱਖ ਲਗਾਏ ਜਾਣੇ ਚਾਹੀਦੇ ਹਨ । ਜੰਗਲਾਂ ਦੀ ਕਟਾਈ ਨਾਲ ਖੇਤੀ, ਆਵਾਸੀ ਅਤੇ ਉਦਯੋਗਿਕ ਕਾਰਜਾਂ ਲਈ ਭੂਮੀ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੋ ਸਕਦੀ ਹੈ ਪਰ ਇਸ ਨਾਲ ਭੁਮੀ ਕਟਾਵ ਦੀ ਸਮੱਸਿਆ ਅਤੇ ਵਾਤਾਵਰਨ ਵੀ ਸੁਰੱਖਿਅਤ ਨਹੀਂ ਰਹਿ ਸਕਦਾ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਕੀ ਤੁਹਾਡੇ ਵਿਚਾਰ ਵਿੱਚ ਸਾਧਨਾਂ ਦੀ ਵੰਡ ਬਰਾਬਰ ਮਾਤਰਾ ਵਿੱਚ ਹੋਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ? ਸਾਧਨਾਂ ਦੀ ਬਰਾਬਰ ਮਾਤਰਾ ਵਿੱਚ ਵੰਡ ਦੇ ਵਿਰੁੱਧ ਕਿਹੜੀਆਂ-ਕਿਹੜੀਆਂ ਤਾਕਤਾਂ ਕੰਮ ਕਰ ਸਕਦੀਆਂ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਆਰਥਿਕ ਵਿਕਾਸ ਦਾ ਵਾਤਾਵਰਨ ਸੁਰੱਖਿਅਣ ਨਾਲ ਸਿੱਧਾ ਸੰਬੰਧ ਹੈ । ਸੰਸਾਰ ਵਿਚ ਸੰਸਾਧਨਾਂ ਦਾ ਅਸਮਾਨ ਵਿਤਰਨ ਗ਼ਰੀਬੀ ਦਾ ਇੱਕ ਮੁੱਖ ਕਾਰਨ ਹੈ । ਸੰਸਾਧਨਾਂ ਦਾ ਸਮਾਨ ਵਿਤਰਨ ਇੱਕ ਸ਼ਾਂਤੀਪੂਰਨ ਸੰਸਾਰ ਦੀ ਸਥਾਪਨਾ ਕਰ ਸਕਦਾ ਹੈ । ਸਰਕਾਰੀ ਅਭਿਕਰਤਾ ਅਤੇ ਕੁੱਝ ਸਵਾਰਥੀ ਤੱਤ ਕੁਦਰਤੀ ਸਾਧਨਾਂ ਦੇ ਸਮਾਨ ਵਿਤਰਨ ਦੇ ਵਿਰੁੱਧ ਕਾਰਜ ਕਰਦੇ ਹਨ । ਚੋਰੀ-ਚੋਰੀ ਜੰਗਲਾਂ ਦੀ ਕਟਾਈ ਇਸੇ ਦਾ ਇੱਕ ਉਦਾਹਰਨ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਸਾਨੂੰ ਜੰਗਲਾਂ ਅਤੇ ਜੰਗਲੀ ਜੀਵਨ ਦਾ ਸੁਰੱਖਿਅਣ ਕਿਉਂ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਜੰਗਲ ਅਤੇ ਜੰਗਲੀ ਜੀਵਨ ਨੂੰ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਕਾਰਨਾਂ ਕਰਕੇ ਸੁਰੱਖਿਅਤ ਰੱਖਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ-

  1. ਕੁਦਰਤ ਵਿਚ ਪਰਿਸਥਿਤਕ ਸੰਤੁਲਨ ਬਣਾਈ ਰੱਖਣ ਲਈ ।
  2. ਜੀਨ ਪੂਲ (Gene-pool) ਦੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ਲਈ ।
  3. ਫਲ, ਮੇਵੇ, ਸਬਜ਼ੀਆਂ ਅਤੇ ਦਵਾਈਆਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਲਈ ।
  4. ਇਮਾਰਤੀ ਅਤੇ ਜਲਾਉਣ ਵਾਲੀ ਲੱਕੜੀ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਲਈ ।
  5. ਵਾਤਾਵਰਨ ਵਿੱਚ ਗੈਸਾਂ ਦਾ ਸੰਤੁਲਨ ਬਣਾਉਣ ਲਈ !
  6. ਰੁੱਖਾਂ ਦੇ ਹਵਾ ਵਿਚਲੇ ਭਾਗਾਂ ਤੋਂ ਕਾਫ਼ੀ ਮਾਤਰਾ ਵਿਚ ਪਾਣੀ ਦਾ ਵਾਸ਼ਪਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਜੋ ਵਰਖਾ ਦੇ ਸਰੋਤ ਦਾ ਕਾਰਜ ਕਰਦੇ ਹਨ ।
  7. ਭੋਂ-ਖੋਰ ਅਤੇ ਹੜਾਂ ਤੇ ਨਿਯੰਤਰਨ ਕਰਨ ਲਈ ।
  8. ਜੰਗਲੀ ਜੀਵਾਂ ਨੂੰ ਆਸਰਾ ਦੇਣ ਲਈ ।
  9. ਧਨ ਪ੍ਰਾਪਤੀ ਦੇ ਚੰਗੇ ਸਰੋਤ ਦੇ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ।
  10. ਸਥਲੀ ਭੋਜਨ-ਲੜੀ ਦੀ ਲਗਾਤਾਰਤਾ ਲਈ ।
  11. ਪ੍ਰਾਣੀਆਂ ਦੀ ਪ੍ਰਜਾਤੀ ਨੂੰ ਬਣਾਈ ਰੱਖਣ ਲਈ ।
  12. ਜੰਗਲੀ ਪ੍ਰਾਣੀਆਂ ਤੋਂ ਉੱਨ, ਹੱਡੀਆਂ, ਸਿੰਕ, ਦੰਦ, ਤੇਲ, ਚਰਬੀ ਅਤੇ ਚਮੜਾ ਆਦਿ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਲਈ ।

ਜੰਗਲੀ ਜੀਵਨ ਦਾ ਸੁਰੱਖਿਅਣ ਰਾਸ਼ਟਰੀ ਪਾਰਕ ਪਸ਼ੂਆਂ ਅਤੇ ਪੰਛੀਆਂ ਦੇ ਲਈ ਸ਼ਰਨ ਸਥਲੀ ਬਣਾਉਣ ਨਾਲ ਕੀਤਾ। ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ। ਇਹ ਪਸ਼ੂਆਂ ਦਾ ਸ਼ਿਕਾਰ ਕਰਨ ਦੀ ਆਗਿਆ ਨਾ ਹੋਣ ਦਾ ਕਾਨੂੰਨ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਕੇ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਜੰਗਲਾਂ ਅਤੇ ਜੰਗਲੀ ਜੀਵਨ ਦੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ਲਈ ਕੁੱਝ ਉਪਾਅ ਸੁਝਾਓ ।
ਉੱਤਰ-
ਸੁਰੱਖਿਅਣ ਦੇ ਉਪਾਅ – ਪਰਿਸਥਿਤਿਕ ਸੰਤੁਲਨ ਬਣਾਈ ਰੱਖਣ ਲਈ ਜੰਗਲੀ ਜੀਵਨ ਦਾ ਸੁਰੱਖਿਅਣ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਉਪਾਅ ਕੀਤੇ ਜਾ ਸਕਦੇ ਹਨ-

  1. ਸਰਕਾਰ ਨੂੰ ਅਜਿਹੇ ਕਾਨੂੰਨ ਬਣਾਉਣੇ ਚਾਹੀਦੇ ਹਨ ਜਿਸ ਨਾਲ ਸ਼ਿਕਾਰੀਆਂ ਨੂੰ ਪ੍ਰਤਿਬੰਧਿਤ ਜੰਗਲੀ ਪਸ਼ੂਆਂ ਦਾ ਸ਼ਿਕਾਰ ਕਰਨ ਤੇ ਸਜਾ ਮਿਲਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।
  2. ਜੰਗਲਾਂ ਨੂੰ ਕੱਟਣ ਤੇ ਰੋਕ ਲਗਾਉਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।
  3. ਵਾਤਾਵਰਨ ਦੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ਦੇ ਲਈ ਰੁੱਖ ਲਗਾਉਣੇ ਚਾਹੀਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਲੱਗੇ ਹੋਏ ਪੇੜ-ਪੌਦਿਆਂ ਦੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।
  4. ਜੰਗਲਾਂ ਦੀ ਅੱਗ ਤੋਂ ਰੱਖਿਆ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ। ਹਰ ਸਾਲ ਦੁਨੀਆ ਵਿੱਚ ਕਈ ਜੰਗਲ ਅੱਗ ਲੱਗਣ ਨਾਲ ਨਸ਼ਟ ਹੋ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ।
  5. ਜੰਗਲਾਂ ਨੂੰ ਵਧੇਰੇ ਚਰਾਈ ਤੋਂ ਬਚਾਉਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਆਪਣੇ ਨਿਵਾਸ ਸਥਾਨ ਦੇ ਆਲੇ-ਦੁਆਲੇ ਦੇ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਜਲ ਸੰਹਿਣ ਦੀ ਪਰੰਪਰਾਗਤ ਪੱਧਤੀ ਦਾ ਪਤਾ ਕਰੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਸਾਡੇ ਨਿਵਾਸ ਖੇਤਰ ਦੇ ਆਸ-ਪਾਸ ਵਰਖਾ ਦੇ ਪਾਣੀ ਨੂੰ ਤਲਾਬਾਂ ਅਤੇ ਛੱਪੜਾਂ ਵਿੱਚ ਇਕੱਠਾ ਕਰਨ ਦਾ ਰਿਵਾਜ ਸੀ । ਭੂਮੀਗਤ ਟੈਂਕਾਂ ਵਿੱਚ ਵੀ ਜਲ ਸੰਹਿਣ ਦਾ ਪ੍ਰਚਲਨ ਸੀ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 16 ਕੁਦਰਤੀ ਸਾਧਨਾਂ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਇਸ ਪੱਧਤੀ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਦਾ ਪਰਬਤੀ ਖੇਤਰ, ਮੈਦਾਨੀ ਖੇਤਰ ਅਤੇ ਪਠਾਰ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਜਲ ਵਿਵਸਥਾ ਨਾਲ ਤੁਲਨਾ ਕਰੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਪੂਰਬਤੀ ਖੇਤਰਾਂ ਵਿਚ ਪੀਣ ਵਾਲੇ ਪਾਣੀ ਦੀ ਵਿਵਸਥਾ-

  • ਲੱਦਾਖ ਦੇ ਖੇਤਰਾਂ ਵਿਚ ਜ਼ਿੰਗ ਦੁਆਰਾ ਜਲ ਦਾ ਸੁਰੱਖਿਅਣ ਸੰਭਾਲ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ, ਜਿਸ ਵਿੱਚ ਬਰਫ਼ ਦੇ ਗਲੇਸ਼ੀਅਰ ਨੂੰ ਰੱਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਜੋ ਇਸ ਦੇ ਸਮੇਂ ਪਿਘਲ ਕੇ ਪਾਣੀ ਦੀ ਨਮੀ ਨੂੰ ਪੂਰਾ ਕਰਦਾ ਹੈ ।
  • ਬਾਂਸ ਦੀਆਂ ਨਾਲੀਆਂ – ਜਲ ਸੁਰੱਖਿਅਣ ਦੀ ਇਹ ਪ੍ਰਣਾਲੀ ਮੇਘਾਲਿਆ ਵਿੱਚ ਸਦੀਆਂ ਪੁਰਾਣੀ ਪੱਧਤੀ ਹੈ । ਇਸ ਵਿਚ ਪਾਣੀ ਨੂੰ ਬਾਂਸ ਦੀਆਂ ਨਾਲੀਆਂ ਦੁਆਰਾ ਸੁਰੱਖਿਅਤ ਅਤੇ ਸੰਭਾਲ ਕਰਕੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਪਹਾੜਾਂ ਦੇ ਹੇਠਲੇ ਭਾਗਾਂ ਵਿੱਚ ਇਨ੍ਹਾਂ ਬਾਂਸ ਦੀਆਂ ਨਾਲੀਆਂ ਦੁਆਰਾ ਲਿਆਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

ਮੈਦਾਨੀ ਖੇਤਰਾਂ ਵਿਚ ਪੀਣ ਵਾਲੇ ਪਾਣੀ ਦੀ ਵਿਵਸਥਾ –

  • ਤਾਮਿਲਨਾਡੂ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਵਰਖਾ ਦੇ ਪਾਣੀ ਨੂੰ ਵੱਡੇ-ਵੱਡੇ ਟੈਂਕਾਂ ਵਿੱਚ ਸੰਭਾਲਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਲੋੜ ਪੈਣ ਤੇ ਵਰਤਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ !
  • ਬਾਵਰੀਆਂ – ਇਹ ਮੁੱਖ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਰਾਜਸਥਾਨ ਵਿੱਚ ਮਿਲਦੀਆਂ ਹਨ । ਇਹ ਛੋਟੇ-ਛੋਟੇ ਤਾਲਾਬ ਹਨ ਜੋ ਪ੍ਰਾਚੀਨ ਕਾਲ ਵਿੱਚ ਵਣਜਾਰਿਆਂ ਦੁਆਰਾ ਪੀਣ ਦੇ ਪਾਣੀ ਦੀ ਪੂਰਤੀ ਲਈ ਬਣਾਏ ਗਏ ਸਨ ।

ਪਠਾਰੀ ਖੇਤਰਾਂ ਵਿਚ ਪੀਣ ਵਾਲੇ ਪਾਣੀ ਦੀ ਵਿਵਸਥਾ-

  • ਭੰਡਾਰ – ਇਹ ਮੁੱਖ ਰੂਪ ਵਿਚ ਮਹਾਂਰਾਸ਼ਟਰ ਵਿਚ ਪਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ, ਜਿਸ ਵਿੱਚ ਨਦੀਆਂ ਦੇ ਕਿਨਾਰਿਆਂ ਤੇ ਉੱਚੀਆਂ ਦੀਵਾਰਾਂ ਬਣਾ ਕੇ ਵੱਡੀ ਮਾਤਰਾ ਵਿੱਚ ਪਾਣੀ ਨੂੰ ਸੰਭਾਲਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।
  • ਛੱਪੜ – ਇਹ ਪਠਾਰੀ ਖੇਤਰਾਂ ਦੀ ਜ਼ਮੀਨ ਤੇ ਪਾਏ ਜਾਣ ਵਾਲੇ ਕੁਦਰਤੀ ਛੋਟੇ-ਛੋਟੇ ਖੱਡੇ ਹੁੰਦੇ ਹਨ । ਜੋ ਵਰਖਾ ਦੇ ਪਾਣੀ ਨੂੰ ਸੰਭਾਲਨ ਵਿੱਚ ਸਹਾਇਕ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 9.
ਆਪਣੇ ਖੇਤਰ ਵਿਚ ਪਾਣੀ ਦੇ ਸੋਮੇ ਦਾ ਪਤਾ ਕਰੋ । ਕੀ ਇਸ ਸੋਮੇ ਤੋਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਪਾਣੀ ਉਸ ਖੇਤਰ ਦੇ ਸਾਰੇ ਨਿਵਾਸੀਆਂ ਨੂੰ ਉਪਲੱਬਧ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਾਡੇ ਖੇਤਰ ਵਿਚ ਮੁੱਖ ਜਲ ਸਰੋਤ ਭੂਮੀਗਤ ਜਲ ਅਤੇ ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਦੁਆਰਾ ਜਲ ਆਪੂਰਤੀ ਹੈ । ਕਦੇਕਦੇ ਗਰਮੀ ਦੇ ਦਿਨਾਂ ਵਿੱਚ ਇਨ੍ਹਾਂ ਸਰੋਤਾਂ ਤੋਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੋਣ ਵਾਲੇ ਪਾਣੀ ਵਿੱਚ ਕੁੱਝ ਕਮੀ ਆ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ਅਤੇ ਇਸ ਦੀ ਪੂਰੀ ਤਰ੍ਹਾਂ ਜਾਂ ਸਮਾਨ ਉਪਲੱਬਧਤਾ ਵੀ ਸੰਭਵ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦੀ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 15 ਸਾਡਾ ਵਾਤਾਵਰਨ

Punjab State Board PSEB 10th Class Science Book Solutions Chapter 15 ਸਾਡਾ ਵਾਤਾਵਰਨ Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 Science Chapter 15 ਸਾਡਾ ਵਾਤਾਵਰਨ

PSEB 10th Class Science Guide ਸਾਡਾ ਵਾਤਾਵਰਨ Textbook Questions and Answers

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਹੇਠ ਲਿਖਿਆਂ ਵਿਚੋਂ ਕਿਹੜੇ ਸਮੂਹਾਂ ਵਿੱਚ ਕੇਵਲ ਜੈਵ-ਵਿਘਟਨਸ਼ੀਲ ਪਦਾਰਥ ਹਨ
(a) ਘਾਹ, ਫੁੱਲ ਅਤੇ ਚਮੜਾ
(b) ਘਾਹ, ਲੱਕੜੀ ਅਤੇ ਪਲਾਸਟਿਕ
(c) ਫਲਾਂ ਦੇ ਛਿੱਲੜ, ਕੇਕ ਅਤੇ ਨਿੰਬੂ ਦਾ ਰਸ
(d) ਕੇਕ, ਲੱਕੜੀ ਅਤੇ ਘਾਹ ।
ਉੱਤਰ-
(a), (c) ਅਤੇ (d) ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਹੇਠ ਦਿੱਤਿਆਂ ਵਿਚੋਂ ਕਿਹੜੇ ਭੋਜਨ-ਲੜੀ ਦਾ ਨਿਰਮਾਣ ਕਰਦੇ ਹਨ- (ਮਾਂਡਲ ਪੇਪਰ, 2020)
(a) ਘਾਹ, ਕਣਕ ਅਤੇ ਅੰਬ
(b) ਘਾਹ, ਬੱਕਰੀ ਅਤੇ ਮਨੁੱਖ
(c) ਬੱਕਰੀ, ਗਾਂ ਅਤੇ ਹਾਥੀ
(d) ਘਾਹ, ਮੱਛੀ ਅਤੇ ਬੱਕਰੀ ।
ਉੱਤਰ-
(b) ਘਾਹ, ਬੱਕਰੀ ਅਤੇ ਮੁਨੱਖ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਹੇਠ ਲਿਖਿਆਂ ਵਿਚੋਂ ਕਿਹੜਾ ਵਾਤਾਵਰਨ ਪੱਖੀ ਵਿਵਹਾਰ ਦਰਸਾਉਂਦਾ ਹੈ-
(a) ਬਾਜ਼ਾਰ ਜਾਂਦੇ ਸਮੇਂ ਸਾਮਾਨ ਲਈ ਕੱਪੜੇ ਦਾ ਥੈਲਾ ਲੈ ਜਾਣਾ ।
(b) ਕਾਰਜ ਸਮਾਪਤ ਹੋਣ ਤੇ ਲਾਈਟ (ਬੱਲਬ) ਅਤੇ ਪੱਖੇ ਦਾ ਸਵਿੱਚ ਬੰਦ ਕਰਨਾ ।
(c) ਮਾਂ ਦੁਆਰਾ ਸਕੂਟਰ ਤੇ ਸਕੂਲ ਛੱਡਣ ਦੀ ਬਜਾਏ ਤੁਹਾਡਾ ਸਕੂਲ ਨੂੰ ਪੈਦਲ ਜਾਣਾ ।
(d) ਉਪਰੋਕਤ ਸਾਰੇ ।
ਉੱਤਰ-
(d) ਉਪਰੋਕਤ ਸਾਰੇ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 15 ਸਾਡਾ ਵਾਤਾਵਰਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਕੀ ਹੋਵੇਗਾ ਜੇ ਅਸੀਂ ਇੱਕ ਆਹਾਰੀ ਪੱਧਰ ਦੇ ਸਾਰੇ ਜੀਵਾਂ ਨੂੰ ਮਾਰ ਦੇਈਏ ?
ਉੱਤਰ-
ਜੇ ਇਕ ਆਹਾਰੀ ਪੱਧਰ ਦੇ ਸਾਰੇ ਜੀਵਾਂ ਨੂੰ ਮਾਰ ਦੇਈਏ ਤਾਂ ਪਰਿਸਥਿਤਿਕ ਸੰਤੁਲਨ ਬੁਰੀ ਤਰ੍ਹਾਂ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਹੋ ਜਾਵੇਗਾ | ਕੁਦਰਤ ਦੀਆਂ ਸਾਰੀਆਂ ਭੋਜਨ-ਲੜੀਆਂ ਇੱਕ ਦੂਜੇ ਨਾਲ ਜੁੜੀਆਂ ਹੁੰਦੀਆਂ ਹਨ । ਜਦੋਂ ਕਿਸੇ ਇਕ ਕੁੜੀ ਨੂੰ ਪੂਰੀ ਤਰ੍ਹਾਂ ਸਮਾਪਤ ਕਰ ਦਿੱਤਾ ਜਾਵੇ ਤਾਂ ਉਸ ਲੜੀ ਦਾ ਸੰਬੰਧ ਕਿਸੇ ਦੂਜੀ ਲੜੀ ਨਾਲ ਜੁੜ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਜੇ ਘਾਹ–> ਹਿਰਨ » ਸ਼ੇਰ ਭੋਜਨਲੜੀ ਵਿਚੋਂ ਸ਼ੇਰਾਂ ਨੂੰ ਮਾਰ ਦਿੱਤਾ ਜਾਵੇ ਤਾਂ ਘਾਹ ਚਰਣ ਵਾਲੇ ਹਿਰਨਾਂ ਦਾ ਵਾਧਾ ਬੇਕਾਬ ਹੋ ਜਾਵੇਗਾ | ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਗਿਣਤੀ ਬਹੁਤ ਵੱਧ ਜਾਵੇਗੀ | ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਵਧੀ ਹੋਈ ਗਿਣਤੀ ਘਾਹ ਅਤੇ ਬਨਸਪਤੀਆਂ ਨੂੰ ਖ਼ਤਮ ਕਰ ਦੇਵੇਗੀ ਜਿਸ ਨਾਲ ਉਹ ਖੇਤਰ ਰੇਗਿਸਥਾਨ ਬਣ ਜਾਵੇਗਾ | ਸਹਾਰਾ ਦਾ ਰੇਗਿਸਥਾਨ ਇਸੇ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦੇ ਪਰਿਸਥਿਤਿਕ ਪਰਿਵਰਤਨ ਦਾ ਉਦਾਹਰਨ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਕੀ ਕਿਸੀ ਆਹਾਰੀ ਪੱਧਰ ਦੇ ਸਾਰੇ ਮੈਂਬਰਾਂ ਨੂੰ ਹਟਾਉਣ ਦਾ ਪ੍ਰਭਾਵ ਭਿੰਨ-ਭਿੰਨ ਆਹਾਰੀ ਪੱਧਰਾਂ ਲਈ ਵੱਖਵੱਖ ਹੋਵੇਗਾ ? ਕੀ ਕਿਸੇ ਆਹਾਰੀ ਪੱਧਰ ਦੇ ਜੀਵਾਂ ਨੂੰ ਪਰਿਸਥਿਤਿਕ ਪ੍ਰਬੰਧ ਨੂੰ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਕੀਤੇ ਬਿਨਾਂ ਹਟਾਉਣਾ ਸੰਭਵ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਕਿਸੇ ਆਹਾਰੀ ਪੱਧਰ ਦੇ ਸਾਰੇ ਮੈਂਬਰਾਂ ਨੂੰ ਹਟਾਉਣ ਦਾ ਅਸਰ ਭਿੰਨ-ਭਿੰਨ ਆਹਾਰੀ ਪੱਧਰਾਂ ਤੇ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਹੋਵੇਗਾ ।

  • ਉਤਪਾਦਕਾਂ ਨੂੰ ਹਟਾਉਣ ਦਾ ਪ੍ਰਭਾਵ – ਜੇ ਉਤਪਾਦਕਾਂ ਨੂੰ ਪੂਰੀ ਤਰ੍ਹਾਂ ਨਸ਼ਟ ਕਰ ਦਿੱਤਾ ਜਾਵੇ ਤਾਂ ਸਾਰਾ ਪਰਿਸਥਿਤਿਕ ਪ੍ਰਬੰਧ ਹੀ ਨਸ਼ਟ ਹੋ ਜਾਵੇਗਾ । ਤਾਂ ਕਿਸੇ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦਾ ਜੀਵਨ ਨਹੀਂ ਰਹੇਗਾ ।
  • (ii) ਸ਼ਾਕਾਹਾਰੀਆਂ ਨੂੰ ਹਟਾਉਣ ਦਾ ਪ੍ਰਭਾਵ – ਸ਼ਾਕਾਹਾਰੀਆਂ ਨੂੰ ਨਸ਼ਟ ਕਰਨ ਨਾਲ ਉਤਪਾਦਕਾਂ ਪੇੜ-ਪੌਦੇ ਬਨਸਪਤੀਆਂ) ਦੇ ਜਣਨ ਅਤੇ ਵਾਧੇ ਤੇ ਰੋਕ-ਟੋਕ ਸਮਾਪਤ ਹੋ ਜਾਵੇਗੀ ਅਤੇ ਮਾਸਾਹਾਰੀ ਭੁੱਖ ਨਾਲ ਮਰ ਜਾਣਗੇ ।
  • ਮਾਸਾਹਾਰੀਆਂ ਨੂੰ ਹਟਾਉਣ ਦਾ ਪ੍ਰਭਾਵ – ਮਾਸਾਹਾਰੀਆਂ ਨੂੰ ਹਟਾਉਣ ਤੇ ਸ਼ਾਕਾਹਾਰੀਆਂ ਦੀ ਗਿਣਤੀ ਇੰਨੀ ਵੱਧ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ਕਿ ਖੇਤਰ ਦੀਆਂ ਸਾਰੀਆਂ ਬਨਸਪਤੀਆਂ ਸਮਾਪਤ ਹੋ ਜਾਣਗੀਆਂ ।
  • ਅਪਘਟਕਾਂ ਜਾਂ ਨਿਖੇੜਕਾਂ ਨੂੰ ਹਟਾਉਣ ਦਾ ਅਸਰ – ਅਪਘਟਕਾਂ ਜਾਂ ਨਿਖੇੜਕਾਂ ਨੂੰ ਹਟਾ ਦੇਣ ਨਾਲ ਮਰੇ ਹੋਏ ਜੀਵ ਜੰਤੂਆਂ ਦੇ ਢੇਰ ਲੱਗ ਜਾਣਗੇ । ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਸੜੇ ਹੋਏ ਸਰੀਰਾਂ ਵਿੱਚ ਤਰ੍ਹਾਂ-ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੇ ਜੀਵਾਣੁਆਂ ਦੇ ਪੈਦਾ ਹੋ ਜਾਣ ਨਾਲ ਬਿਮਾਰੀਆਂ ਫੈਲਣਗੀਆਂ । ਮਿੱਟੀ ਵਿੱਚ ਉਤਪਾਦਕਾਂ ਲਈ ਲੋੜੀਂਦੇ ਪੋਸ਼ਕ ਤੱਤਾਂ ਦੀ ਕਮੀ ਹੋ ਜਾਵੇਗੀ ।

ਕਿਸੇ ਆਹਾਰੀ ਪੱਧਰ ਦੇ ਜੀਵਾਂ ਨੂੰ ਪਰਿਸਥਿਤਿਕ ਪ੍ਰਬੰਧ ਨੂੰ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਕੀਤੇ ਬਿਨਾਂ ਹਟਾਉਣਾ ਸੰਭਵ ਨਹੀਂ ਹੈ । ਉਤਪਾਦਕਾਂ ਨੂੰ ਹਟਾਉਣ ਨਾਲ ਸ਼ਾਕਾਹਾਰੀ ਜੀਵਤ ਨਹੀਂ ਰਹਿ ਸਕਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਸ਼ਾਕਾਹਾਰੀਆਂ ਦੇ ਨਾ ਰਹਿਣ ਨਾਲ ਮਾਸਾਹਾਰੀ ਨਹੀਂ ਰਹਿ ਸਕਦੇ । ਅਪਘਟਕਾਂ ਨੂੰ ਹਟਾ ਦੇਣ ਨਾਲ ਉਤਪਾਦਕਾਂ ਨੂੰ ਆਪਣੇ ਵਾਧੇ ਦੇ ਲਈ ਪੋਸ਼ਕ ਤੱਤ ਪ੍ਰਾਪਤ ਨਹੀਂ ਹੋ ਪਾਉਣਗੇ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਜੈਵਿਕ ਵਧਾਓ (Biological magnification) ਕੀ ਹੈ ? ਕੀ ਪਰਿਸਥਿਤਿਕ ਪ੍ਰਬੰਧ ਦੇ ਭਿੰਨ ਪੱਧਰਾਂ ਉੱਤੇ ਜੈਵਿਕ ਵਧਾਓ ਦਾ ਪ੍ਰਭਾਵ ਵੀ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਹੋਵੇਗਾ ?
ਉੱਤਰ-
ਜੈਵਿਕ ਵਧਾਓ (Biological magnification) – ਵੱਖ-ਵੱਖ ਸਾਧਨਾਂ ਦੁਆਰਾ ਹਾਨੀਕਾਰਕ ਰਸਾਇਣਾਂ ਦਾ ਸਾਡੀ ਭੋਜਨ ਲੜੀ ਵਿਚ ਪ੍ਰਵੇਸ਼ ਕਰਨਾ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਸਾਡੇ ਸਰੀਰ ਵਿਚ ਗਾੜ੍ਹਾ ਹੋਣ ਦੀ ਪ੍ਰਕਿਰਿਆ ਨੂੰ ਜੈਵਿਕ-ਵਧਾਓ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਰਸਾਇਣਾਂ ਦਾ ਸਾਡੇ ਸਰੀਰ ਵਿਚ ਪ੍ਰਵੇਸ਼ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਢੰਗਾਂ ਰਾਹੀਂ ਹੋ ਸਕਦਾ ਹੈ ।

ਅਸੀਂ-ਫਸਲਾਂ ਨੂੰ ਰੋਗਾਂ ਤੋਂ ਬਚਾਉਣ ਲਈ ਕੀਟ ਨਾਸ਼ਕ, ਪੀੜਕ ਨਾਸ਼ਕ ਆਦਿ ਰਸਾਇਣਾਂ ਦਾ ਛਿੜਕਾਓ ਕਰਦੇ ਹਾਂ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਕੁੱਝ ਭਾਗ ਮਿੱਟੀ ਦੁਆਰਾ ਭੂਮੀ ਵਿਚ ਰਿਸ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਜਿਸ ਨੂੰ ਪੌਦੇ ਜੜ੍ਹਾਂ ਦੁਆਰਾ ਖਣਿਜਾਂ ਦੇ ਨਾਲ ਗ੍ਰਹਿਣ ਕਰ ਲੈਂਦੇ ਹਨ । ਇਹੀ ਪੌਦਿਆਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਨਾਲ ਇਹ ਰਸਾਇਣ ਸਾਡੇ ਸਰੀਰ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਵੇਸ਼ ਕਰ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਪੌਦਿਆਂ ਦੇ ਲਗਾਤਾਰ ਸੇਵਨ ਨਾਲ ਸਾਂਦਰਤਾ ਵਧਦੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ਜਿਸਦੇ ਨਤੀਜੇ ਵਜੋਂ ਜੈਵਿਕ ਵਧਾਓ ਦਾ ਵਿਸਥਾਰ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

ਮਨੁੱਖ ਸਰਬ-ਆਹਾਰੀ ਹੈ । ਉਹ ਪੌਦਿਆਂ ਅਤੇ ਜੰਤੂਆਂ ਦੋਵਾਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਕਈ ਭੋਜਨ-ਲੜੀਆਂ ਵਿਚ ਸਥਾਨ ਗ੍ਰਹਿਣ ਕਰ ਸਕਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਕਾਰਨ ਮਨੁੱਖ ਵਿੱਚ ਰਸਾਇਣਿਕ ਪਦਾਰਥਾਂ ਦਾ ਪ੍ਰਵੇਸ਼ ਅਤੇ ਗਾੜ੍ਹਾ ਹੋਣਾ ਬਹੁਤ ਜਲਦੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਜੈਵਿਕ ਵਧਾਓ ਦਾ ਵਿਸਥਾਰ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
ਉਦਾਹਰਨ–ਉੱਤਰੀ ਅਮਰੀਕਾ ਵਿੱਚ ਮਿਸ਼ੀਗਨ ਝੀਲ ਦੇ ਆਸਪਾਸ ਮੱਛਰਾਂ ਨੂੰ ਮਾਰਨ ਲਈ ਬਹੁਤ ਜ਼ਿਆਦਾ ਡੀ.ਡੀ.ਟੀ. ਦਾ ਛਿੜਕਾਵ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਜਿਸ ਨਾਲ ਪੇਲੀਕਨ ਨਾਂ ਦੇ ਪੰਛੀਆਂ ਦੀ ਗਿਣਤੀ ਬਹੁਤ ਘੱਟ ਹੋ ਗਈ । ਵਾਤਾਵਰਨ ਦੇ ਜਾਣਕਾਰਾਂ ਦੁਆਰਾ ਪਾਇਆ ਗਿਆ ਕਿ ਪਾਣੀ ਵਿਚ ਪ੍ਰਤੀ ਦਸ ਲੱਖ ਕਣਾਂ ਵਿਚ 0.2 ਕਣ ਡੀ. ਡੀ. ਟੀ. (1ppm = \(\frac{1}{1000000}\)) ਹੈ । ਡੀ.ਡੀ.ਟੀ. ਦੇ ਉੱਚ ਪੱਧਰ ਕਾਰਨ ਪੇਲੀਕਨ ਪੰਛੀਆਂ ਦੇ ਅੰਡਿਆਂ ਦਾ ਛਿਲਕਾ ਪਤਲਾ ਹੋ ਗਿਆ ਜਿਸ ਨਾਲ ਬੱਚਿਆਂ ਦੇ ਨਿਕਲਣ ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਹੀ ਅੰਡੇ ਟੁੱਟ ਜਾਂਦੇ ਸਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਸਾਡੇ ਦੁਆਰਾ ਪੈਦਾ ਜੈਵ ਅਵਿਘਟਨਸ਼ੀਲ ਕਚਰੇ ਤੋਂ ਕਿਹੜੀਆਂ ਮੁਸ਼ਕਲਾਂ ਪੈਦਾ ਹੁੰਦੀਆਂ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਾਡੇ ਦੁਆਰਾ ਪੈਦਾ ਪਲਾਸਟਿਕ, ਡੀ.ਡੀ.ਟੀ. ਆਦਿ ਤੋਂ ਯੁਕਤ ਜੈਵ ਅਵਿਘਟਨਸ਼ੀਲ ਕੱਚਰਾ ਕਈ ਸਮੱਸਿਆਵਾਂ ਪੈਦਾ ਕਰਦਾ ਹੈ-

  1. ਨਾਲੇ-ਨਾਲੀਆਂ ਵਿੱਚ ਰੁਕਾਵਟ ।
  2. ਮਿੱਟੀ ਦਾ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ।
  3. ਪਲਾਸਟਿਕ ਵਰਗੇ ਪਦਾਰਥਾਂ ਨੂੰ ਨਿਗਲ ਲੈਣ ਤੇ ਸ਼ਾਕਾਹਾਰੀ ਜੰਤੂਆਂ ਦੀ ਮੌਤ !
  4. ਮਨੁੱਖੀ ਸਰੀਰ ਵਿਚ ਜੈਵਿਕ ਵਧਾਓ ।
  5. ਪਰਿਸਥਿਤਿਕ ਸੰਤੁਲਨ ਵਿੱਚ ਰੁਕਾਵਟ ।
  6. ਜਲ, ਹਵਾ ਅਤੇ ਮਿੱਟੀ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ।
  7. ਸੁੰਦਰਤਾ ਦੇ ਪੱਖ ਤੋਂ ਹਾਨੀਕਾਰਨ ਅਤੇ ਬੁਰਾ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਜੇਕਰ ਸਾਡੇ ਦੁਆਰਾ ਪੈਦਾ ਸਾਰਾ ਕੱਚਰਾ ਜੈਵ ਵਿਘਟਨਸ਼ੀਲ ਹੋਵੇ ਤਾਂ ਕੀ ਇਸ ਦਾ ਸਾਡੇ ਵਾਤਾਵਰਨ ਤੇ ਕੋਈ ਪ੍ਰਭਾਵ ਨਹੀਂ ਪਵੇਗਾ ?
ਉੱਤਰ-
ਜੇ ਸਾਡੇ ਦੁਆਰਾ ਉਤਪਾਦਿਤ ਸਾਰਾ ਕੱਚਰਾ ਜੈਵ ਵਿਘਟਨਸ਼ੀਲ ਹੋਵੇ ਅਤੇ ਉਸਦਾ ਨਿਪਟਾਰਾ ਠੀਕ ਢੰਗ ਨਾਲ ਕਰ ਦਿੱਤਾ ਜਾਵੇ ਤਾਂ ਸਾਡੇ ਵਾਤਾਵਰਨ ਤੇ ਕੋਈ ਉਲਟ ਪ੍ਰਭਾਵ ਨਹੀਂ ਪਵੇਗਾ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 15 ਸਾਡਾ ਵਾਤਾਵਰਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 9.
ਓਜ਼ੋਨ ਪਰਤ ਦੀ ਹਾਨੀ ਸਾਡੇ ਲਈ ਚਿੰਤਾ ਦਾ ਵਿਸ਼ਾ ਹੈ । ਇਸ ਹਾਨੀ ਨੂੰ ਘੱਟ ਕਰਨ ਲਈ ਕੀ ਕਦਮ ਉਠਾਏ
ਉੱਤਰ-
ਵੱਖ-ਵੱਖ ਰਸਾਇਣ ਕਾਰਨਾਂ ਨਾਲ ਓਜ਼ੋਨ ਪਰਤ ਨੂੰ ਹਾਨੀ ਬਹੁਤ ਤੇਜ਼ੀ ਨਾਲ ਹੋ ਰਹੀ ਹੈ । ਕਲੋਰੋਫਲੋਰੋ ਕਾਰਬਨਾਂ ਦੇ ਵਾਧੇ ਦੇ ਕਾਰਨ ਓਜ਼ੋਨ ਪਰਤ ਵਿਚ ਛੇਦ ਪੈਦਾ ਹੋ ਗਏ ਹਨ ਜਿਸ ਨਾਲ ਸੂਰਜੀ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਵਿਚ ਮੌਜੂਦ ਪਰਾਬੈਂਗਣੀ ਵਿਕਿਰਣਾਂ ਸਿੱਧੇ ਧਰਤੀ ਤੇ ਆਉਣ ਲੱਗ ਪਈਆਂ ਹਨ ਜੋ ਕੈਂਸਰ, ਮੋਤੀਆ ਬਿੰਦ ਅਤੇ ਚਮੜੀ ਰੋਗਾਂ ਦਾ ਕਾਰਨ ਬਣ ਰਹੇ ਹਨ । ਓਜ਼ੋਨ ਪਰਤ ਪਰਾਬੈਂਗਣੀ ਵਿਕਿਰਣਾਂ (UV-Rays) ਦਾ ਅਵਸ਼ੋਸ਼ਣ ਕਰ ਲੈਂਦੀਆਂ ਹਨ ।

ਇਸ ਹਾਨੀ ਨੂੰ ਘੱਟ ਕਰਨ ਲਈ 1987 ਵਿਚ ਸੰਯੁਕਤ ਰਾਸ਼ਟਰ ਪ੍ਰੋਗਰਾਮ (UHEP) ਵਿੱਚ ਇਹੀ ਸਰਬਸੰਮਤੀ ਬਣੀ ਹੈ ਕਿ ਕਲੋਰੋਫਲੋਰੋ-ਕਾਰਬਨ (CFCs) ਦੇ ਉਤਪਾਦਨ ਨੂੰ 1986 ਦੇ ਪੱਧਰ ਤੇ ਸੀਮਿਤ ਰੱਖਿਆ ਜਾਵੇ । ਮਾਂਟਰੀਅਲ ਪ੍ਰੋਟੋਕੋਲ ਵਿੱਚ 1987 ਵਿੱਚ ਸਾਲ 1998 ਤੱਕ ਕਲੋਰੋਫਲੋਰੋ ਕਾਰਬਨ ਦੇ ਪ੍ਰਯੋਗ ਵਿਚ 50% ਦੀ ਕਮੀ ਕਰਨ ਦੀ ਗੱਲ ਕਹੀ ਗਈ ਹੈ । ਸਾਲ 1992 ਵਿਚ ਮਾਂਟਰੀਅਲ ਪ੍ਰੋਟੋਕੋਲ ਦੀ ਮੀਟਿੰਗ ਵਿੱਚ 1996 ਵਿਚ (CFCs) ਤੇ ਹੌਲੀ-ਹੌਲੀ ਰੋਕ ਲਗਾਉਣ ਨੂੰ ਮੰਨਿਆ ਗਿਆ । ਹੁਣ ਕਲੋਰੋਫਲੋਰੋ-ਕਾਰਬਨ ਦੀ ਜਗਾ ਹਾਈਡਰੋਫਲੋਰੋ ਕਾਰਬਨਾਂ ਦਾ ਪ੍ਰਯੋਗ ਸ਼ੁਰੂ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਹੈ ਜਿਸ ਨਾਲ ਓਜ਼ੋਨ ਪਰਤ ਨੂੰ ਹਾਨੀ ਪਹੁੰਚਾਉਣ ਵਾਲੇ ਕਲੋਰੀਨ ਜਾਂ ਬੋਮੀਨ ਨਹੀਂ ਹਨ । ਆਮ ਲੋਕਾਂ ਵਿੱਚ ਵੀ ਇਸਦੇ ਪ੍ਰਤੀ ਜਾਗਰੂਕਤਾ ਲਗਭਗ ਨਹੀਂ ਹੈ ।

ਜਾਗਰੂਕਤਾ ਨੂੰ ਵਧਾਉਣ ਦੀ ਬਹੁਤ ਲੋੜ ਹੈ ਦੁਨੀਆ ਭਰ ਦੀਆਂ ਸਰਕਾਰਾਂ ਨੂੰ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਕਾਰਜ ਤੇਜ਼ੀ ਨਾਲ ਕਰਨੇ ਚਾਹੀਦੇ ਹਨ-

  1. ਸੁਪਰ ਸੱਨਿਕ (Supersonic) ਜਹਾਜ਼ਾਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।
  2. ਪਰਮਾਣੂ ਵਿਸਫੋਟਾਂ ਤੇ ਕਾਬੂ ਰੱਖਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ।
  3. ਕਲੋਰੋਫਲੋਰੋ-ਕਾਰਬਨ ਦੇ ਪ੍ਰਯੋਗ ਨੂੰ ਸੀਮਿਤ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
  4. CFCs ਦੇ ਵਿਕਲਪ ਦੀ ਤਲਾਸ਼ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।

Science Guide for Class 10 PSEB ਸਾਡਾ ਵਾਤਾਵਰਨ InText Questions and Answers

ਅਧਿਆਇ ਦੇ ਅੰਦਰ ਦਿੱਤੇ ਗਏ ਪ੍ਰਸ਼ਨ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਉੱਤਰ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਕੀ ਕਾਰਨ ਹੈ ਕਿ ਕੁੱਝ ਪਦਾਰਥ ਜੈਵ ਵਿਘਟਨਸ਼ੀਲ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਕੁੱਝ ਜੈਵ ਅਵਿਘਟਨਸ਼ੀਲ ?
ਉੱਤਰ-
ਜੈਵ ਵਿਘਟਨਸ਼ੀਲ ਪਦਾਰਥ ਜੈਵਿਕ ਪ੍ਰਮਾਂ ਨਾਲ ਅਪਘਟਿਤ ਹੁੰਦੇ ਹਨ । ਉਹ ਜੀਵਾਣੂਆਂ ਅਤੇ ਹੋਰ ਪ੍ਰਾਣੀਆਂ ਦੁਆਰਾ ਪੈਦਾ ਐਂਜ਼ਾਈਮਾਂ ਦੀ ਸਹਾਇਤਾ ਨਾਲ ਸਮੇਂ ਦੇ ਨਾਲ ਆਪਣੇ ਆਪ ਅਪਘਟਿਤ ਹੋ ਕੇ ਵਾਤਾਵਰਨ ਦਾ ਹਿੱਸਾ ਬਣ ਜਾਂਦੇ ਹਨ | ਪਰ ਜੈਵ ਅਵਿਘਟਨਸ਼ੀਲ ਪਦਾਰਥ ਜੈਵਿਕ ਮਾਂ ਦੁਆਰਾ ਅਪਘਟਿਤ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦੇ । ਆਪਣੀ ਸੰਸ਼ਲਿਸ਼ਟ ਰਚਨਾ ਦੇ ਕਾਰਨ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਬੰਧਨ ਮਜ਼ਬੂਤੀ ਨਾਲ ਆਪਸ ਵਿਚ ਜੁੜੇ ਰਹਿੰਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਐਂਜ਼ਾਈਮ ਉਨ੍ਹਾਂ ਤੇ ਆਪਣਾ ਅਸਰ ਨਹੀਂ ਪਾ ਸਕਦੇ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਅਜਿਹੇ ਦੋ ਢੰਗ ਦੱਸੋ ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਨਾਲ ਜੈਵ ਵਿਘਟਨਸ਼ੀਲ ਪਦਾਰਥ ਵਾਤਾਵਰਨ ਨੂੰ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਕਰਦੇ ਹਨ ।
ਉੱਤਰ-

  1. ਜੈਵ ਵਿਘਟਨਸ਼ੀਲ ਪਦਾਰਥ ਵੱਡੀ ਮਾਤਰਾ ਵਿਚ ਵਾਤਾਵਰਨ ਨੂੰ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਿਤ ਕਰਦੇ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਨਾਲ ਬਦਬੂ ਅਤੇ ਗੰਦਗੀ ਫੈਲਦੀ ਹੈ ।
  2. ਜੈਵ ਵਿਘਟਨਸ਼ੀਲ ਪਦਾਰਥ ਤਰ੍ਹਾਂ-ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੀਆਂ ਬਿਮਾਰੀਆਂ ਨੂੰ ਫੈਲਾਉਣ ਦੇ ਕਾਰਨ ਬਣਦੇ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਨਾਲ ਵਾਤਾਵਰਨ ਵਿਚ ਹਾਨੀਕਾਰਕ ਜੀਵਾਣੂ ਵੱਧਦੇ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਅਜਿਹੇ ਦੋ ਢੰਗ ਦੱਸੋ ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਦੁਆਰਾ ਜੈਵ ਅਵਿਘਟਨਸ਼ੀਲ ਪਦਾਰਥ ਵਾਤਾਵਰਨ ਨੂੰ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਕਰਦੇ ਹਨ ।
ਉੱਤਰ-

  1. ਜੈਵ ਅਵਿਘਟਨਸ਼ੀਲ ਪਦਾਰਥਾਂ ਦਾ ਅਪਘਟਨ ਨਹੀਂ ਹੋ ਪਾਉਂਦਾ ਹੈ। ਇਹ ਉਦਯੋਗਾਂ ਵਿਚ ਤਰ੍ਹਾਂ-ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੇ ਰਸਾਇਣਿਕ ਪਦਾਰਥਾਂ ਤੋਂ ਤਿਆਰ ਹੋ ਕੇ ਬਾਅਦ ਵਿੱਚ ਮਿੱਟੀ ਵਿੱਚ ਅਤੀ ਸੂਖ਼ਮ ਕਣਾਂ ਦੇ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਮਿਲ ਕੇ ਵਾਤਾਵਰਨ ਨੂੰ ਹਾਨੀ ਪਹੁੰਚਾਉਂਦੇ ਹਨ ।
  2. ਇਹ ਭੋਜਨ ਲੜੀ ਵਿੱਚ ਮਿਲ ਕੇ ਜੈਵਿਕ ਵਧਾਓ ਕਰਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਮਨੁੱਖਾਂ ਨੂੰ ਤਰ੍ਹਾਂ-ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੀ ਹਾਨੀ ਪਹੁੰਚਾਉਂਦੇ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਆਹਾਰੀ ਪੱਧਰ ਕੀ ਹੈ ? ਇੱਕ ਭੋਜਨ ਲੜੀ ਦੀ ਉਦਾਹਰਨ ਦਿਓ ਅਤੇ ਇਸ ਵਿੱਚ ਭਿੰਨ ਆਹਾਰੀ ਪੱਧਰ ਦੱਸੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਆਹਾਰੀ ਪੱਧਰ – ਭੋਜਨ ਲੜੀ ਵਿਚ ਉਤਪਾਦਨ ਅਤੇ ਉਪਭੋਗਤਾ ਦਾ ਸਥਾਨ ਹਿਣ ਕਰਨ ਵਾਲੇ ਜੀਵ ਜੀਵਮੰਡਲ ਨੂੰ ਕੋਈ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਸੰਰਚਨਾ ਪ੍ਰਦਾਨ ਕਰਦੇ ਹਨ, ਜਿਸ ਨੂੰ ਆਹਾਰੀ ਪੱਧਰ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ । ਭੋਜਨ-ਲੜੀ ਵਿਚ ਉਤਪਾਦਨ ਦਾ ਪਹਿਲਾਂ ਸਥਾਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਜੇ ਅਸੀਂ ਪੌਦਿਆਂ ਦਾ ਸੇਵਨ ਕਰੀਏ ਤਾਂ ਭੋਜਨ-ਲੜੀ ਵਿਚ ਸਿਰਫ਼ ਉਤਪਾਦਕ ਅਤੇ ਉਪਭੋਗਤਾ ਪੱਧਰ ਹੀ ਹੁੰਦੇ ਹਨ । ਮਾਸਾਹਾਰੀਆਂ ਦੀ ਭੋਜਨ ਲੜੀ ਵਿੱਚ ਵਧੇਰੇ ਖਪਤਕਾਰ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।
ਭੋਜਨ ਲੜੀ ਦੀ ਉਦਾਹਰਨ-
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 15 ਸਾਡਾ ਵਾਤਾਵਰਨ 1

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਪਰਿਸਥਿਤਿਕ ਪ੍ਰਬੰਧ ਵਿਚ ਨਿਖੇੜਕਾਂ ਦੀ ਕੀ ਭੂਮਿਕਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਪਰਿਸਥਿਤਿਕ ਪ੍ਰਬੰਧ ਵਿੱਚ ਨਿਖੇੜਕ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਭੂਮਿਕਾ ਨਿਭਾਉਂਦੇ ਹਨ । ਜੀਵਾਣੁ ਮਿਤ ਉਪਜੀਵੀ, ਕਵਕ ਵਰਗੇ ਬਹੁਤ ਸੂਖ਼ਮ ਜੀਵ ਮਿਤ ਜੀਵ ਅਵਸ਼ੇਸ਼ਾਂ ਦਾ ਨਿਖੇੜਨ ਕਰਦੇ ਹਨ । ਇਹ ਮ੍ਰਿਤ ਸਰੀਰਾਂ ਦਾ ਆਪਣੇ ਭੋਜਨ ਲਈ ਉਪਯੋਗ ਕਰਦੇ ਹਨ । ਇਹੇ ਗੁੰਝਲਦਾਰ ਕਾਰਬਨਿਕ ਪਦਾਰਥਾਂ ਨੂੰ ਸਰਲ ਪਦਾਰਥਾਂ ਵਿੱਚ ਬਦਲ ਦਿੰਦੇ ਹਨ | ਫਲਾਂ ਸਬਜ਼ੀਆਂ ਦੇ ਛਿਲਕੇ, ਗਲੇ-ਸੜੇ ਫਲ, ਜੈਵਿਕ ਕਚਰਾ, ਗਾਂਵਾਂ ਮੱਝਾਂ ਦਾ ਗੋਬਰ, ਪੇੜ-ਪੌਦਿਆਂ ਦੇ ਗਲੇ-ਸੜੇ ਭਾਗ ਆਦਿ ਨਿਖੇੜਕਾਂ ਦੁਆਰਾ ਅਪਘਟਿਤ ਕਰ ਦਿੱਤੇ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਇਹ ਆਸਾਨੀ ਨਾਲ ਕੁਦਰਤ ਵਿਚ ਮੁੜ ਮਿਲ ਜਾਂਦੇ ਹਨ । ਨਿਖੇੜਕ ਗੁੰਝਲਦਾਰ ਕਾਰਬਨਿਕ ਪਦਾਰਥਾਂ ਨੂੰ ਸਰਲ ਅਕਾਰਬਨਿਕ ਪਦਾਰਥਾਂ ਵਿੱਚ ਬਦਲ ਦਿੰਦੇ ਹਨ ਜੋ ਮਿੱਟੀ ਵਿੱਚ ਮਿਲ ਕੇ ਪੌਦਿਆਂ ਦੁਆਰਾ ਮੁੜ ਉਪਯੋਗ ਵਿੱਚ ਲਿਆਂਏ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਓਜ਼ੋਨ ਕੀ ਹੈ ਅਤੇ ਇਹ ਪਰਿਸਥਿਤਿਕ ਪ੍ਰਬੰਧ ਨੂੰ ਕਿਵੇਂ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਕਰਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਆਕਸੀਜਨ (O2) ਦੇ ਤਿੰਨ ਪਰਮਾਣੂਆਂ ਤੋਂ ਬਣੀ ਓਜ਼ੋਨ (O3) ਦਾ ਵਾਯੂਮੰਡਲ ਦੇ ਓਪਰੀ ਪੱਧਰ (ਸਟਰੈਟੋਸਫੀਅਰ) ਵਿਚ ਲਗਭਗ 16 ਕਿਲੋਮੀਟਰ ਉੱਪਰ ਇੱਕ ਆਵਰਨ (ਲਿਹਾਫ਼ ਹੈ ਜੋ ਸੂਰਜ ਤੋਂ ਆਉਣ ਵਾਲੀਆਂ ਪਰਾਬੈਂਗਣੀ ਵਿਕਿਰਣਾਂ ਤੋਂ ਧਰਤੀ ਦੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ਕਰਦਾ ਹੈ । ਪਰਾਬੈਂਗਣੀ ਵਿਕਿਰਣ ਜੀਵਾਂ ਦੇ ਲਈ ਬਹੁਤ ਹਾਨੀਕਾਰਨ ਹੈ । ਇਹ ਚਮੜੀ ਦਾ ਕੈਂਸਰ ਕਰਦੀ ਹੈ । ਧਰਤੀ ਦੇ ਚਾਰੋਂ ਪਾਸੇ ਓਜ਼ੋਨ ਪਰਤ ਸਮਾਪਤ ਹੋ ਜਾਣ ਤੇ ਸੂਰਜ ਦੇ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਤੋਂ ਆਉਣ ਵਾਲੀਆਂ ਪਰਾਬੈਂਗਣੀ ਵਿਕਿਰਣਾਂ ਧਰਤੀ ਤੇ ਬਿਨਾਂ ਰੋਕ ਟੋਕ ਪਹੁੰਚਣ ਲੱਗ ਜਾਣਗੀਆਂ ਅਤੇ ਪਰਿਸਥਿਤਿਕ ਪ੍ਰਬੰਧ ਤੇ ਬੁਰਾ ਪ੍ਰਭਾਵ ਪਾਉਣਗੀਆਂ । ਸਾਲ 1980 ਤੋਂ ਵਾਯੂਮੰਡਲ ਵਿੱਚ ਓਜ਼ੋਨ ਦੀ ਮਾਤਰਾ ਵਿੱਚ ਤੇਜ਼ੀ ਨਾਲ ਗਿਰਾਵਟ ਆਉਣ ਲੱਗੀ ਹੈ ।

ਓਜ਼ੋਨ ਪਰਿਸਥਿਤਿਕ ਪ੍ਰਬੰਧ ਨੂੰ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਆਧਾਰਾਂ ਤੇ ਵੀ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਕਰਦੀ ਹੈ-

  1. ਤਾਪਮਾਨ ਵਿਚ ਪਰਿਵਰਤਨ ਦੇ ਕਾਰਨ ਧਰਤੀ ਤੇ ਵਰਖਾ ਵਿੱਚ ਕਮੀ ।
  2. ਚਾਵਲ ਵਰਗੀਆਂ ਫਸਲਾਂ ਤੇ ਅਸਰ ।
  3. ਜਲੀ ਜੀਵਾਂ ਅਤੇ ਪਦਾਰਥਾਂ ਤੇ ਅਸਰ ।
  4. ਮਨੁੱਖਾਂ ਵਿਚ ਪ੍ਰਤੀਰੋਧ ਸਮਰੱਥਾ ਦੀ ਕਮੀ ਅਤੇ ਚਮੜੀ ਦੇ ਕੈਂਸਰ ਵਿਚ ਵਾਧਾ ।
  5. ਪਰਿਸਥਿਤਿਕ ਅਸੰਤੁਲਨ ਪੈਦਾ ਹੋਣ ਦੀ ਸੰਭਾਵਨਾ ।
  6. ਸੂਖ਼ਮਜੀਵਾਂ ਵਿਚ ਉਤਪਰਿਵਰਤਨ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਮੌਤ ਦਾ ਕਾਰਨ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 15 ਸਾਡਾ ਵਾਤਾਵਰਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਤੁਸੀਂ ਕੂੜੇ-ਕਰਕਟ ਦੇ ਨਿਪਟਾਰੇ ਦੀ ਸਮੱਸਿਆ ਘੱਟ ਕਰਨ ਵਿੱਚ ਕੀ ਯੋਗਦਾਨ ਪਾ ਸਕਦੇ ਹੋ ? ਕੋਈ ਦੋ ਤਰੀਕਿਆਂ ਦਾ ਵਰਣਨ ਕਰੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਕੂੜਾ-ਕਰਕਟ ਵਿਅਕਤੀ ਅਤੇ ਸਮਾਜ ਦੋਨਾਂ ਲਈ ਬਹੁਤ ਹਾਨੀਕਾਰਕ ਹੈ ਕਿਉਂਕਿ ਇਸ ਨਾਲ ਸਿਰਫ਼ ਗੰਦਗੀ ਹੀ ਨਹੀਂ ਫੈਲਦੀ ਬਲਕਿ ਇਹ ਕਈ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦੀਆਂ ਬਿਮਾਰੀਆਂ ਦਾ ਕਾਰਨ ਵੀ ਬਣਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਦੇ ਨਿਪਟਾਰੇ ਲਈ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਦੋ ਤਰੀਕਿਆਂ ਨੂੰ ਅਪਣਾਇਆ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ-

  • ਮੁੜ ਚੱਕਰਣ – ਕਚਰੇ ਜਾਂ ਕੂੜੇ ਕਰਕਟ ਵਿਚੋਂ ਕਾਗਜ਼, ਪਲਾਸਟਿਕ, ਧਾਤਾਂ, ਚੀਥੜੇ ਆਦਿ ਚੁਣ ਕੇ ਅਲੱਗ ਕਰਕੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਮੁੜ ਚੱਕਰਣ ਕੀਤਾ ਜਾਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ । ਪੁਰਾਣੇ ਕੱਪੜੇ ਅਤੇ ਕਾਗ਼ਜ਼ਾਂ ਦੇ ਮੁੜ ਚੱਕਰਣ ਨਾਲ ਦਰੱਖ਼ਤਾਂ ਨੂੰ ਕੱਟਣ ਤੋਂ ਬਚਾਇਆ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ । ਪਲਾਸਟਿਕ ਦਾ ਬਾਰ-ਬਾਰ ਉਪਯੋਗ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ।
  • ਮਿੱਟੀ ਵਿਚ ਦਬਾਉਣਾ – ਜੈਵ ਵਿਘਟਨਸ਼ੀਲ ਪਦਾਰਥਾਂ ਨੂੰ ਮਿੱਟੀ ਵਿੱਚ ਦਬਾ ਕੇ ਕੂੜੇ-ਕਰਕਟ ਦਾ ਨਿਪਟਾਰਾ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ । ਉਸ ਨਾਲ ਖਾਦ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰ ਕੇ ਖੇਤਾਂ ਵਿਚ ਵਰਤੀ ਜਾ ਸਕਦੀ ਹੈ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 14 ਊਰਜਾ ਦੇ ਸੋਮੇ

Punjab State Board PSEB 10th Class Science Book Solutions Chapter 14 ਊਰਜਾ ਦੇ ਸੋਮੇ Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 Science Chapter 14 ਊਰਜਾ ਦੇ ਸੋਮੇ

PSEB 10th Class Science Guide ਊਰਜਾ ਦੇ ਸੋਮੇ Textbook Questions and Answers

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਗਰਮ ਪਾਣੀ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਲਈ ਸੂਰਜੀ ਪਾਣੀ ਹੀਟਰ ਦਾ ਉਪਯੋਗ ਕਿਸ ਦਿਨ ਨਹੀਂ ਕਰ ਸਕਦੇ ?
(a) ਧੁੱਪ ਵਾਲੇ ਦਿਨ
(b) ਬੱਦਲਾਂ ਵਾਲੇ ਦਿਨ
(c) ਗਰਮ ਦਿਨ
(d) ਪੌਣ ਵਾਲੇ ਦਿਨ ।
ਉੱਤਰ-
(b) ਬੱਦਲਾਂ ਵਾਲੇ ਦਿਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਹੇਠ ਲਿਖਿਆਂ ਵਿੱਚੋਂ ਕਿਹੜਾ ਬਾਇਓ ਪੁੰਜ ਦਾ ਸਰੋਤ ਨਹੀਂ ਹੈ-
(a) ਲੱਕੜ
(b) ਗੋਬਰ ਗੈਸ
(c) ਨਿਊਕਲੀਅਰ ਊਰਜਾ
(d) ਕੋਲਾ ।
ਉੱਤਰ-
(c) ਨਿਊਕਲੀਅਰ ਊਰਜਾ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਜਿੰਨੇ ਊਰਜਾ ਸੋਮੇ ਅਸੀਂ ਉਪਯੋਗ ਵਿੱਚ ਲਿਆਉਂਦੇ ਹਾਂ ਉਹਨਾਂ ਵਿੱਚੋਂ ਬਹੁਤੇ ਸਟੋਰ ਕੀਤੀ ਸੂਰਜੀ ਊਰਜਾ ਨੂੰ ਦਰਸਾਉਂਦੇ ਹਨ ।
ਹੇਠ ਲਿਖਿਆਂ ਵਿੱਚੋਂ ਕਿਹੜਾ ਊਰਜਾ ਸੋਮਾ ਆਖਿਰਕਾਰ ਸੂਰਜੀ ਊਰਜਾ ਨਹੀਂ ਲੈਂਦਾ-
(a) ਭੂ-ਤਾਪ ਊਰਜਾ
(b) ਪੌਣ ਊਰਜਾ
(c) ਨਿਊਕਲੀਅਰ ਊਰਜਾ
(d) ਬਾਇਓ ਪੁੰਜ ।
ਉੱਤਰ-
(a) ਭੂ-ਤਾਪ ਊਰਜਾ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 14 ਊਰਜਾ ਦੇ ਸੋਮੇ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਊਰਜਾ ਸੋਮੇ ਦੇ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਪਥਰਾਟ ਬਾਲਣ ਅਤੇ ਸੂਰਜ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਕਰੋ ਅਤੇ ਇਹਨਾਂ ਵਿੱਚ ਅੰਤਰ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-

ਪਥਰਾਟ ਬਾਲਣ ਸੂਰਜ
(1) ਇਹ ਊਰਜਾ ਦਾ ਨਾ-ਨਵਿਆਉਣਯੋਗ (ਸਮਾਪਤ ਯੋਗ) ਸੋਮਾ ਹੈ । (1) ਇਹ ਊਰਜਾ ਦਾ ਵਿਕਿਰਣ ਸੋਮਾ ਹੈ ।
(2) ਇਹ ਬਹੁਤ ਜ਼ਿਆਦਾ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਫੈਲਾਉਂਦਾ ਹੈ । (2) ਇਹ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਨਹੀ ਫੈਲਾਉਂਦਾ ।
(3) ਰਸਾਇਣਿਕ ਕਿਰਿਆਵਾਂ ਦੇ ਫਲਸਰੂਪ ਊਸ਼ਮਾ ਅਤੇ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਊਰਜਾ ਉਤਪੰਨ ਹੁੰਦੇ ਹਨ । (3) ਨਿਊਕਲੀਅਰ ਸੰਯੋਜਨ ਕਾਰਨ ਬਹੁਤ ਅਧਿਕ ਮਾਤਰਾ ਵਿੱਚ ਊਸ਼ਮਾ ਅਤੇ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਉਤਪੰਨ ਕਰਦਾ ਹੈ ।
(4) ਇਹ ਹਮੇਸ਼ਾ (ਨਿਰੰਤਰ) ਊਰਜਾ ਪ੍ਰਦਾਨ ਨਹੀਂ ਕਰਦਾ ਹੈ । (4) ਇਹ ਨਿਰੰਤਰ ਊਰਜਾ ਪ੍ਰਦਾਨ ਕਰਦਾ ਹੈ ।
(5) ਇਸ ਨੂੰ ਕੰਟਰੋਲ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ । (5) ਮਨਚਾਹੇ ਢੰਗ ਨਾਲ ਊਰਜਾ ਉਤਪੰਨ ਕੰਟਰੋਲ ਨਹੀਂ ਕੀਤੀ ਜਾ ਸਕਦੀ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਊਰਜਾ ਸਰੋਤਾਂ ਦੇ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਜੀਵ ਪੁੰਜ ਅਤੇ ਪਣ-ਬਿਜਲੀ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਕਰੋ ਅਤੇ ਇਨ੍ਹਾਂ ਵਿੱਚ ਅੰਤਰ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਜੀਵ-ਪੁੰਜ ਅਤੇ ਪਣ-ਬਿਜਲੀ ਵਿੱਚ ਅੰਤਰ-

ਜੀਵ-ਪੁੰਜ ਪਣ-ਬਿਜਲੀ
(1) ਜੀਵ ਪੁੰਜ ਕੇਵਲ ਸੀਮਿਤ ਮਾਤਰਾ ਵਿੱਚ ਹੀ ਊਰਜਾ ਪ੍ਰਦਾਨ ਕਰ ਸਕਦੀ ਹੈ । (1) ਪਣ-ਬਿਜਲੀ ਉਰਜਾ ਦਾ ਇੱਕ ਵੱਡਾ ਸੋਮਾ ਹੈ ।
(2) ਜੀਵ ਪੁੰਜ ਤੋਂ ਊਰਜਾ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਦੀ ਕਿਰਿਆ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । (2) ਪਣ-ਬਿਜਲੀ ਊਰਜਾ ਦਾ ਸਵੱਛ ਸੋਮਾ ਹੈ ।
(3) ਜੀਵ ਪੁੰਜ ਤੋਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਊਰਜਾ ਨੂੰ ਸੀਮਿਤ ਸਥਾਨ ਤੇ ਹੀ ਪ੍ਰਯੋਗ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ । (3) ਪਣ-ਬਿਜਲੀ ਊਰਜਾ ਨੂੰ ਇੱਕ ਥਾਂ ਤੋਂ ਦੂਜੀ ਥਾਂ ਤੇ ਫਾਂਸਮਿਸ਼ਨ ਲਾਈਨ (ਤਾਰ) ਦੁਆਰਾ ਲਿਜਾਇਆ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਨਿਮਨਲਿਖਿਤ ਤੋਂ ਊਰਜਾ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਦੀਆਂ ਸੀਮਾਵਾਂ (Limitations) ਲਿਖੋ-
(a) ਪੌਣ
(b) ਤਰੰਗਾਂ
(c) ਜਵਾਰ ਭਾਟਾ ।
ਉੱਤਰ-
(a) ਪੌਣ ਉਰਜਾ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਦੀਆਂ ਸੀਮਾਵਾਂ-

  1. ਪੌਣ ਊਰਜਾ ਨਿਸ਼ਕਰਸ਼ਣ ਲਈ ਪੌਣ ਊਰਜਾ ਫਾਰਮ ਦੀ ਸਥਾਪਨਾ ਲਈ ਬਹੁਤ ਵੱਡੇ ਖੇਤਰ ਲੋੜ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । MW ਜੈਨਰੇਟਰ ਦੇ ਲਈ 2 ਹੈਕਟੇਅਰ ਥਾਂ ਦੀ ਲੋੜ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।
  2. ਪੌਣ ਊਰਜਾ ਤਾਂ ਹੀ ਪੈਦਾ ਹੋ ਸਕਦੀ ਹੈ ਜੇਕਰ ਪੌਣ ਦਾ ਘੱਟੋ ਘੱਟ ਵੇਗ 15 km/h ਹੋਵੇ ।
  3. ਹਵਾ ਦੀ ਤੀਬਰ ਗਤੀ ਕਾਰਨ ਟੁੱਟ ਭੱਜ ਅਤੇ ਨੁਕਸਾਨ ਦੀਆਂ ਸੰਭਾਵਨਾਵਾਂ ਵੱਧ ਹੁੰਦੀਆਂ ਹਨ ।
  4. ਸਾਰਾ ਸਾਲ ਪੌਣਾਂ ਨਹੀਂ ਚਲਦੀਆਂ ਹਨ ।

(b) ਤਰੰਗਾਂ ਤੋਂ ਊਰਜਾ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਦੀਆਂ ਸੀਮਾਵਾਂ – ਸਮੁੰਦਰੀ ਪਣ-ਤਰੰਗਾਂ ਦੇ ਵੇਗ ਕਾਰਨ ਉਨ੍ਹਾਂ ਵਿੱਚ ਊਰਜਾ ਸਮਾਹਿਤ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ਜਿਸ ਕਰਕੇ ਉਰਜਾ ਨਿਸ਼ਕਰਸ਼ਣ ਲਈ ਹੇਠ ਲਿਖੀਆਂ ਸੀਮਾਵਾਂ ਹਨ :-

  1. ਤਰੰਗ ਉਰਜਾ ਉਦੋਂ ਹੀ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕੀਤੀ ਜਾ ਸਕਦੀ ਹੈ ਜਦੋਂ ਤਰੰਗਾਂ ਪਰਬਲ ਹੋਣ ।
  2. ਇਸ ਦੇ ਸਮੇਂ ਅਤੇ ਸਥਿਤੀ ਦੀਆਂ ਬਹੁਤ ਖਾਮੀਆਂ ਹਨ ।

(c) ਜਵਾਰ ਭਾਟਾ ਤੋਂ ਊਰਜਾ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਦੀਆਂ ਸੀਮਾਵਾਂ – ਜਵਾਰ-ਭਾਟਾ ਕਾਰਨ ਸਮੁੰਦਰ ਦੀਆਂ ਲਹਿਰਾਂ ਦਾ ਚੜ੍ਹਨਾ ਅਤੇ ਡਿੱਗਣਾ ਘੁੰਮਣ-ਗਤੀ ਕਰ ਰਹੀ ਧਰਤੀ ਮੁੱਖ ਰੂਪ ਨਾਲ ਚੰਨ ਦੇ ਗੁਰੂਤਾ ਆਕਰਸ਼ਣ ਦੇ ਕਾਰਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਤਰੰਗ ਦੀ ਉੱਚਾਈ ਅਤੇ ਬੰਨ੍ਹ ਬਣਾਉਣ ਦੀ ਸਥਿਤੀ ਇਸ ਦੀਆਂ ਪ੍ਰਮੁੱਖ ਸੀਮਾਵਾਂ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਉਰਜਾ ਸੋਮਿਆਂ ਦਾ ਵਰਗੀਕਰਨ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਵਰਗਾਂ ਵਿੱਚ ਕਿਸ ਆਧਾਰ ਤੇ ਕਰੋਗੇ-
(ਉ) ਨਵਿਆਉਣਯੋਗ ਅਤੇ ਨਾ-ਨਵਿਆਉਣਯੋਗ ।
(ਅ) ਮੁੱਕਣ ਯੋਗ ਅਤੇ ਨਾ-ਮੁੱਕਣਯੋਗ ।
ਕੀ (ਉ) ਅਤੇ (ਅ) ਵਿੱਚ ਦਿੱਤੇ ਵਿਕਲਪ ਸਮਾਨ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
(ੳ) ਨਵਿਆਉਣਯੋਗ ਅਤੇ ਨਾ-ਨਵਿਆਉਣਯੋਗ-

  • ਨਵਿਆਉਣਯੋਗ ਸੋਮੇ – ਇਹ ਸੋਮੇ ਊਰਜਾ ਉਤਪਾਦ ਕਰਨ ਦੀ ਯੋਗਤਾ ਉਸ ਸਮੇਂ ਤਕ ਰੱਖਦੇ ਹਨ ਜਦੋਂ ਤੱਕ ਅਸੀਂ ਅਤੇ ਸੂਰਜੀ ਪਰਿਵਾਰ ਹੈ । ਪੌਣ ਊਰਜਾ ਪਣ-ਊਰਜਾ, ਸਮੁੰਦਰੀ ਤਰੰਗ ਊਰਜਾ ਅਤੇ ਪਰਮਾਣੂ ਊਰਜਾ ਪੂਰਤੀ ਯੋਗ ਸੋਮੇ ਹਨ ।
  • ਨਾ-ਨਵਿਆਉਣਯੋਗ ਸੋਮੇ – ਊਰਜਾ ਦੇ ਇਹ ਸੋਮੇ ਲੱਖਾਂ ਸਾਲ ਪਹਿਲੇ ਵਿਸ਼ਿਸ਼ਟ ਸਥਿਤੀਆਂ ਵਿੱਚ ਬਣੇ ਸੀ । ਇੱਕ ਵਾਰੀ ਉਪਯੋਗ ਕਰ ਲੈਣ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਇਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਬਹੁਤ ਲੰਬੇ ਸਮੇਂ ਤੱਕ ਦੁਬਾਰਾ ਉਪਯੋਗ ਵਿੱਚ ਨਹੀਂ ਲਿਆਇਆ ਜਾ ਸਕਦਾ । ਪਥਰਾਟ ਬਾਲਣ ਕੋਲਾ, ਪੈਟਰੋਲੀਅਮ ਅਤੇ ਪ੍ਰਕਿਰਤਿਕ ਗੈਸਾਂ ਊਰਜਾ ਦੇ ਨਾ-ਮੁੱਕਣ ਯੋਗ ਸੋਮੇ ਹਨ ।

(ਅ) ਮੁੱਕਣ ਯੋਗ ਅਤੇ ਨਾ-ਮੁੱਕਣਯੋਗ ਸੋਮੇ – ਊਰਜਾ ਦੇ ਮੁੱਕਣ ਯੋਗ ਸੋਮੇ ਨਾ-ਨਵਿਆਉਣਯੋਗ ਹਨ ਜਦਕਿ ਨਾ-ਮੁੱਕਣ ਯੋਗ ਸੋਮੇ ਨਵਿਆਉਣਯੋਗ ਸੋਮੇ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਊਰਜਾ ਦੇ ਆਦਰਸ਼ ਸੋਮੇ ਵਿੱਚ ਕੀ ਗੁਣ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-

  1. ਕਾਫ਼ੀ ਮਾਤਰਾ ਵਿੱਚ ਊਰਜਾ ਪ੍ਰਦਾਨ ਕਰਨ ਦੀ ਸਮਰੱਥਾ ਹੋਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।
  2. ਸਰਲਤਾ ਨਾਲ ਪ੍ਰਯੋਗ ਕਰਨ ਦੀ ਸੁਵਿਧਾ ਨਾਲ ਸੰਪੰਨ ਹੋਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।
  3. ਸਮਾਨ ਦਰ ਨਾਲ ਊਰਜਾ ਉਤਪੰਨ ਹੋਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।
  4. ਪ੍ਰਤੀ ਇਕਾਈ ਪੁੰਜ ਵਧੇਰੇ ਕਾਰਜ ਕਰ ਸਕੇ ।
  5. ਸੌਖ ਨਾਲ ਸਟੋਰ ਕੀਤੀ ਜਾ ਸਕੇ ।
  6. ਇਸ ਨੂੰ ਇੱਕ ਥਾਂ ਤੋਂ ਦੂਜੀ ਥਾਂ ਤੇ ਲਿਜਾਣਾ ਆਸਾਨ ਹੋਵੇ ।
  7. ਇਹ ਸਸਤਾ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੋ ਸਕਣ ਵਾਲਾ ਹੋਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 14 ਊਰਜਾ ਦੇ ਸੋਮੇ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 9.
ਸੁਰਜੀ ਕੁੱਕਰ ਦਾ ਉਪਯੋਗ ਕਰਨ ਦੇ ਕੀ ਲਾਭ ਅਤੇ ਹਾਨੀਆਂ ਹਨ ? ਕੀ ਅਜਿਹੇ ਵੀ ਖੇਤਰ ਹਨ ਜਿੱਥੇ ਸੁਰਜੀ ਕੁੱਕਰਾਂ ਦੀ ਸੀਮਿਤ ਉਪਯੋਗਤਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸੂਰਜੀ ਕੁੱਕਰ ਦੇ ਲਾਭ-

  1. ਬਾਲਣ ਦਾ ਕੋਈ ਖ਼ਰਚ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਅਰਥਾਤ ਬਾਲਣ ਅਤੇ ਬਿਜਲੀ ਦੀ ਖਪਤ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।
  2. ਪੂਰਨ ਰੂਪ ਨਾਲ ਪਦੂਸ਼ਣ ਰਹਿਤ ਹੈ । ਹੌਲੀ ਗਤੀ ਨਾਲ ਭੋਜਨ ਪਕਾਉਣ ਨਾਲ ਭੋਜਨ ਦੇ ਪੋਸ਼ਕ ਤੱਤਾਂ ਦੀ ਹਾਨੀ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।
  3. ਕਿਸੇ ਕਿਸਮ ਦੀ ਗੰਦਗੀ ਨਹੀਂ ਫੈਲਦੀ ਹੈ ।
  4. ਭੋਜਨ ਪਕਾਉਣ ਸਮੇਂ ਨਿਰੰਤਰ ਦੇਖਭਾਲ ਕਰਨ ਦੀ ਲੋੜ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।

ਸੂਰਜੀ ਕੁੱਕਰ ਦੀਆਂ ਹਾਨੀਆਂ-

  1. ਬਹੁਤ ਅਧਿਕ ਤਾਪਮਾਨ ਨਹੀਂ ਪੈਦਾ ਕਰ ਸਕਦਾ ਹੈ ।
  2. ਰਾਤ ਸਮੇਂ ਉਪਯੋਗ ਨਹੀਂ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ।
  3. ਮੀਂਹ ਅਤੇ ਬੱਦਲਾਂ ਵਾਲੇ ਦਿਨ ਵੀ ਇਸ ਦਾ ਉਪਯੋਗ ਨਹੀਂ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ।
  4. ਇਹ 100°C ਤੋਂ 140°C ਤੱਕ ਦਾ ਤਾਪਮਾਨ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਲਈ 2-3 ਘੰਟੇ ਲੈ ਲੈਂਦਾ ਹੈ ।

ਧਰਤੀ ਤੇ ਕੁੱਝ ਅਜਿਹੇ ਖੇਤਰ ਹਨ ਜਿੱਥੇ ਸੋਲਰ ਕੁੱਕਰ ਦਾ ਉਪਯੋਗ ਬਹੁਤ ਹੀ ਸੀਮਿਤ ਹੈ । ਉਦਾਰਹਨ ਵਜੋਂ ਚਹੁੰ ਪਾਸਿਓ ਪਰਬਤ ਨਾਲ ਘਿਰੀ ਹੋਈ ਘਾਟੀ ਜਿੱਥੇ ਸੂਰਜ ਦੀ ਧੁੱਪ ਪੂਰੇ ਦਿਨ ਵਿੱਚ ਬਹੁਤ ਘੱਟ ਸਮੇਂ ਲਈ ਮਿਲਦੀ ਹੈ । ਪਹਾੜੀ ਢਲਾਨਾਂ ਤੇ ਇਕਾਈ ਖੇਤਰਫਲ ਤੇ ਆਪਾਤੀ ਸੂਰਜੀ ਉਰਜਾ ਦੀ ਮਾਤਰਾ ਵੀ ਘੱਟ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਤੋਂ ਛੋਟ ਭੁਮੱਧ ਰੇਖਾ ਤੋਂ ਦੂਰੀ ਵਾਲੇ ਖੇਤਰਾਂ ਵਿੱਚ ਸੂਰਜ ਦੀਆਂ ਕਿਰਨਾਂ ਧਰਤੀ ਦੇ ਤਲ ਤੇ ਲੰਬ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਆਪਾਤੀ ਨਹੀ ਹੁੰਦੀਆਂ ਹਨ । ਇਸ ਲਈ ਅਜਿਹੇ ਖੇਤਰਾਂ ਵਿੱਚ ਸੋਲਰ ਕੁੱਕਰ ਦਾ ਉਪਯੋਗ ਕਰਨ ਲਈ ਸੂਰਜੀ ਉਰਜਾ ਦੀ ਲੋੜੀਂਦੀ ਮਾਤਰਾ ਨਹੀਂ ਮਿਲਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 10.
ਊਰਜਾ ਦੀ ਵਧਦੀ ਮੰਗ ਦੇ ਵਾਤਾਵਰਨੀ ਨਤੀਜੇ ਕੀ ਹਨ ? ਊਰਜਾ ਦੀ ਖ਼ਪਤ ਘੱਟ ਕਰਨ ਦੇ ਉਪਾਅ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਊਰਜਾ ਦੀ ਮੰਗ ਜਨਸੰਖਿਆ ਦੀ ਵਿਧੀ ਨਾਲ ਲਗਾਤਾਰ ਹੀ ਵਧਦੀ ਜਾਵੇਗੀ ।ਉਰਜਾ ਕਿਸੇ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦੀ ਵੀ ਕਿਉਂ ਨਾ ਹੋਵੇ ਵਿਧਰ ਇਸ ਦਾ ਪਰਿਆਵਰਣ ਤੇ ਨਿਸਚਿਤ ਰੂਪ ਨਾਲ ਬੁਰਾ ਪ੍ਰਭਾਵ ਪਵੇਗਾ । ਊਰਜਾ ਦੀ ਖ਼ਪਤ ਘੱਟ ਨਹੀਂ ਹੋ ਸਕਦੀ ਹੈ । ਉਦਯੋਗ, ਵਾਹਨ, ਰੋਜ਼ ਦੀਆਂ ਜ਼ਰੂਰਤਾਂ ਆਦਿ ਸਭ ਦੇ ਲਈ ਊਰਜਾ ਦੀ ਲੋੜ ਤਾਂ ਰਹੇਗੀ । ਇਹ ਅਲੱਗ ਗੱਲ ਹੈ ਕਿ ਉਹ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਫੈਲਾਵੇਗਾ ਜਾਂ ਪਰਿਆਵਰਣ ਵਿੱਚ ਪਰਿਵਰਤਨ ਉਤਪੰਨ ਕਰੇਗਾ |

ਉਰਜਾ ਦੀ ਵੱਧਦੀ ਮੰਗ ਦੇ ਕਾਰਨ ਪਥਰਾਟ ਬਾਲਣ ਧਰਤੀ ਦੀਆਂ ਪਰਤਾਂ ਹੇਠਾਂ ਸਮਾਪਤ ਹੋਣ ਦੇ ਕੰਢੇ ਤੇ ਪਹੁੰਚ ਗਿਆ ਹੈ । ਲਗਭਗ 200 ਸਾਲ ਦੇ ਬਾਅਦ ਇਹ ਪੂਰੀ ਤਰ੍ਹਾਂ ਸਮਾਪਤ ਹੋ ਜਾਵੇਗਾ | ਪਰ ਬਿਜਲੀ ਊਰਜਾ ਦੇ ਲਈ ਵੱਡੇ-ਵੱਡੇ ਬੰਨ ਬਣਾਏ ਗਏ ਹਨ ਜਿਸ ਕਾਰਨ ਪਰਿਆਵਰਣ ਤੇ ਗਹਿਰਾ ਪ੍ਰਭਾਵ ਪਿਆ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਉਰਜਾ ਦੇ ਵਿਭਿੰਨ ਨਵੇਂ ਸੋਮੇ ਖੋਜਦੇ ਸਮੇਂ ਧਿਆਨ ਰੱਖਿਆ ਜਾਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ਕਿ ਉਸ ਬਾਲਣ ਦਾ ਕੈਲੋਰੀਮਾਨ ਅਧਿਕ ਹੋਵੇ, ਸਹਿਜ ਹੀ ਉਪਲੱਬਧ ਹੋਵੇ, ਮੁੱਲ ਵੀ ਘੱਟ ਹੋਵੇ ਅਤੇ ਪਰਿਆਵਰਣ ਤੇ ਕੋਈ ਭੈੜਾ ਅਸਰ ਨਾ ਪਏ ।

ਊਰਜਾ ਦੀ ਖ਼ਪਤ ਘੱਟ ਕਰਨ ਦੇ ਉਪਾਅ – ਇਸ ਕੰਮ ਲਈ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਉਪਾਅ ਉਪਯੋਗ ਵਿੱਚ ਲਿਆਂਦੇ ਜਾ ਸਕਦੇ ਹਨ-

  1. ਘਰ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲੀ ਉਪਕਰਨਾਂ ਦੀ ਬੇਲੋੜ ਵਰਤੋਂ ਨਹੀਂ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ
  2. ਪੱਖੇ, ਕੂਲਰ ਅਤੇ ਏ. ਸੀ. ਪ੍ਰਯੋਗ ਕਰਦੇ ਸਮੇਂ ਪਰਿਵਾਰ ਦੇ ਸਾਰੇ ਮੈਂਬਰ ਇੱਕ ਕਮਰੇ ਵਿੱਚ ਰਹਿਣ ਦਾ ਯਤਨ ਕਰਨ ।
  3. ਸਾਂਝੀ ਪਰਿਵਹਨ ਪ੍ਰਣਾਲੀ ਨੂੰ ਵਿਕਸਿਤ ਕੀਤਾ ਜਾਵੇ ਅਤੇ ਪ੍ਰਾਈਵੇਟ ਗੱਡੀਆਂ ਨੂੰ ਪ੍ਰਯੋਗ ਨਾ ਕਰਨ ਦੀ ਸਲਾਹ ਦਿੱਤੀ ਜਾਵੇ ।
  4. ਗਲੀਆਂ ਦੀਆਂ ਬੱਤੀਆਂ ਬੰਦ ਕਰਨ ਦੀ ਉੱਚਿਤ ਵਿਵਸਥਾ ਹੋਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।
  5. ਪਰੰਪਾਰਿਕ ਉਤਸਵ ਜਿਵੇਂ ਦੀਵਾਲੀ, ਵਿਆਹ ਸਮਾਰੋਹ ਆਦਿ ਤੇ ਊਰਜਾ ਦੀ ਬਰਬਾਦੀ ਤੇ ਰੋਕ ਲੱਗਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।

Science Guide for Class 10 PSEB ਊਰਜਾ ਦੇ ਸੋਮੇ InText Questions and Answers

ਅਧਿਆਇ ਦੇ ਅੰਦਰ ਦਿੱਤੇ ਗਏ ਪ੍ਰਸ਼ਨ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਉੱਤਰ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਊਰਜਾ ਦਾ ਵਧੀਆ ਸੋਮਾ ਕਿਸ ਨੂੰ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਊਰਜਾ ਦਾ ਉੱਤਮ ਸੋਮਾ ਉਹ ਹੈ ਜਿਸ ਵਿੱਚ ਹੇਠ ਲਿਖੀਆਂ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ਤਾਈਆਂ ਹੋਣ-

  1. ਜਿਸਦਾ ਪ੍ਰਤੀ ਇਕਾਈ ਮਾਨ ਅਧਿਕ ਕਾਰਜ ਕਰੇ ।
  2. ਜਿਸਦਾ ਭੰਡਾਰਨ ਅਤੇ ਪਰਿਵਹਣ ਆਸਾਨ ਅਤੇ ਸੁਰੱਖਿਅਤ ਹੋਵੇ ।
  3. ਅਸਾਨੀ ਨਾਲ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੋ ਜਾਵੇ ।
  4. ਸਸਤਾ ਹੋਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਵਧੀਆ ਬਾਲਣ ਕਿਸ ਨੂੰ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਵਧੀਆ ਬਾਲਣ ਦੀਆਂ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ਤਾਈਆਂ-
ਵਧੀਆ ਬਾਲ – ਅਜਿਹਾ ਬਾਲਣ ਜਿਸ ਵਿੱਚ ਹੇਠ ਲਿਖੀਆਂ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ਤਾਈਆਂ ਹੋਣ ਉਸ ਨੂੰ ਵਧੀਆ ਬਾਲਣ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

  1. ਇਸ ਦਾ ਉੱਚ ਕੈਲੋਰੀਮਾਨ ਹੋਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
  2. ਬਾਲਣ ਦਾ ਜਲਣ-ਤਾਪ ਉੱਚਿਤ ਹੋਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
  3. ਬਾਲਣ ਦੇ ਦਿਨ ਦੀ ਦਰ ਸੰਤੁਲਿਤ ਹੋਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ਅਰਥਾਤ ਨਾ ਅਧਿਕ ਹੋਵੇ ਅਤੇ ਨਾ ਹੀ ਘੱਟ ਹੋਵੇ ।
  4. ਬਾਲਣ ਵਿੱਚ ਨਾ-ਜਲਣਸ਼ੀਲ ਪਦਾਰਥਾਂ ਦੀ ਮਾਤਰਾ ਜਿੰਨੀ ਹੀ ਘੱਟ ਹੋਵੇ ਓਨਾ ਹੀ ਚੰਗਾ ਹੈ ।
  5. ਦਹਿਨ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਜ਼ਹਿਰੀਲੇ ਪਦਾਰਥਾਂ ਦਾ ਉਤਪਾਦਨ ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ ਹੋਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
  6. ਬਾਲਣ ਦੀ ਉਪਲੱਬਧਤਾ ਕਾਫ਼ੀ ਅਤੇ ਆਸਾਨ ਹੋਣੀ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
  7. ਬਾਲਣ ਘੱਟ ਕੀਮਤ ਤੇ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੋ ਸਕੇ ।
  8. ਬਾਲਣ ਦਾ ਭੰਡਾਰਨ ਅਤੇ ਪਰਿਵਹਨ ਸੁਰੱਖਿਅਤ ਹੋਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਜੇਕਰ ਤੁਸੀਂ ਆਪਣੇ ਭੋਜਨ ਨੂੰ ਗਰਮ ਕਰਨ ਲਈ ਕਿਸੇ ਵੀ ਊਰਜਾ ਸੋਮੇ ਦਾ ਉਪਯੋਗ ਕਰ ਸਕਦੇ ਹੋ ਤਾਂ ਤੁਸੀਂ ਕਿਸ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰੋਗੇ ਅਤੇ ਕਿਉਂ ?
ਉੱਤਰ-
ਅਸੀਂ ਆਪਣਾ ਭੋਜਨ ਗਰਮ ਕਰਨ ਲਈ L.P.G. ਦਾਵਿਤ ਪੈਟਰੋਲੀਅਮ ਗੈਸ ਦਾ ਉਪਯੋਗ ਕਰਨਾ ਪਸੰਦ ਕਰਾਂਗੇ, ਕਿਉਂਕਿ ਇਸ ਦਾ ਜਲਣ-ਤਾਪ ਅਧਿਕ ਨਹੀਂ ਹੈ, ਕੈਲੋਰੀਮਾਨ ਅਧਿਕ ਹੈ, ਦਹਿਨ ਸੰਤੁਲਿਤ ਦਰ ਨਾਲ ਹੁੰਦਾ ਹੈ। ਅਤੇ ਇਹ ਦਹਿਨ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਜ਼ਹਿਰੀਲੇ ਪਦਾਰਥ ਉਤਪੰਨ ਨਹੀਂ ਕਰਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਪਥਰਾਟ ਬਾਲਣਾਂ ਦੀਆਂ ਕੀ ਹਾਨੀਆਂ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਪਥਰਾਟ ਬਾਲਣਾਂ ਦੀਆਂ ਹਾਨੀਆਂ-ਪਥਰਾਟ ਬਾਲਣ ਤੋਂ ਹੋਣ ਵਾਲੀਆਂ ਪ੍ਰਮੁੱਖ ਹਾਨੀਆਂ ਹੇਠ ਲਿਖੀਆਂ ਹਨ-

  1. ਧਰਤੀ ਤੇ ਪਥਰਾਟ ਬਾਲਣ ਦਾ ਸੀਮਿਤ ਭੰਡਾਰ ਹੀ ਮੌਜੂਦ ਹੈ ਜਿਹੜਾ ਥੋੜ੍ਹੇ ਹੀ ਸਮੇਂ ਵਿੱਚ ਸਮਾਪਤ ਹੋ ਜਾਵੇਗਾ ।
  2. ਪਥਰਾਟ ਬਾਲਣ ਜਲਾਉਣ ਤੇ ਜ਼ਹਿਰੀਲੀਆਂ ਗੈਸਾਂ ਮੁਕਤ ਹੋਣ ਕਰਕੇ ਹਵਾ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਫੈਲਾਉਂਦੇ ਹਨ ।
  3. ਪਥਰਾਟ ਬਾਲਣ ਨੂੰ ਜਲਾਉਣ ਨਾਲ ਨਿਕਲਣ ਵਾਲੀਆਂ ਗੈਸਾਂ ਕਾਰਬਨ-ਡਾਈਆਕਸਾਈਡ ਅਤੇ ਕਾਰਬਨ ਮੋਨੋਆਕਸਾਈਡ ਆਦਿ ਸ੍ਰੀਨ ਹਾਊਸ ਪ੍ਰਭਾਵ ਉਤਪੰਨ ਕਰਦੀਆਂ ਹਨ ਜਿਸ ਦੇ ਸਿੱਟੇ ਵਜੋਂ ਧਰਤੀ ਦਾ ਤਾਪਮਾਨ ਵੱਧਦਾ ਹੈ ।
  4. ਪਥਰਾਟ ਬਾਲਣ ਦੇ ਦਿਨ ਤੋਂ ਉਤਸਰਜਿਤ ਗੈਸਾਂ ਤੇਜ਼ਾਬੀ ਵਰਖਾ ਦਾ ਕਾਰਨ ਬਣਦੀਆਂ ਹਨ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 14 ਊਰਜਾ ਦੇ ਸੋਮੇ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਅਸੀਂ ਊਰਜਾ ਦੇ ਬਦਲਵੇਂ ਸੋਮਿਆਂ ਵੱਲ ਕਿਉਂ ਧਿਆਨ ਦੇ ਰਹੇ ਹਾਂ ?
ਉੱਤਰ-
ਬਦਲਵੇਂ ਸੋਮਿਆਂ ਵੱਲ ਧਿਆਨ ਦੇਣ ਦਾ ਕਾਰਨ – ਅਸੀਂ ਆਪਣੀ ਰੋਜ਼ਾਨਾ ਜੀਵਨ ਦੇ ਵਿਭਿੰਨ ਕਾਰਜਾਂ ਜਿਵੇਂ ਭੋਜਨ ਪਕਾਉਣਾ, ਉਦਯੋਗਿਕ ਯੰਤਰਾਂ ਅਤੇ ਵਾਹਨਾਂ ਨੂੰ ਚਲਾਉਣਾ ਆਦਿ ਲਈ ਪਰੰਪਰਾਗਤ (ਅਨਵੀਕਰਨੀ) ਬਾਲਣਾਂ ਕੋਲਾ, ਪੈਟਰੋਲੀਅਮ ਤੇ ਨਿਰਭਰ ਕਰਦੇ ਹਾਂ । ਅਜਿਹਾ ਜਾਪਦਾ ਹੈ ਕਿ ਜਿਸ ਦਰ ਨਾਲ ਅਸੀਂ ਪਥਰਾਟ ਬਾਲਣ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰ ਰਹੇ ਹਾਂ ਬਹੁਤ ਛੇਤੀ ਹੀ ਪਥਰਾਟ ਬਾਲਣ ਦਾ ਭੰਡਾਰ ਸਮਾਪਤ ਹੋ ਜਾਵੇਗਾ । ਬਦਲਵੇਂ ਸੋਮੇ ਜਲ ਤੋਂ ਉਤਪਾਦਿਤ ਬਿਜਲੀ ਊਰਜਾ ਦੀਆਂ ਵੀ ਆਪਣੀਆਂ ਖਾਮੀਆਂ ਹਨ । ਇਸ ਲਈ ਛੇਤੀ ਹੀ ਭਿਆਨਕ ਊਰਜਾ ਸੰਕਟ ਹੋਣ ਦਾ ਖ਼ਤਰਾ ਹੈ । ਇਸ ਗੱਲ ਨੂੰ ਧਿਆਨ ਵਿੱਚ ਰੱਖਦੇ ਹੋਏ ਊਰਜਾ ਦੀ ਲੋੜ ਨੂੰ ਪੂਰਾ ਕਰਨ ਲਈ ਊਰਜਾ ਦੇ ਬਦਲਵੇਂ ਸੋਮਿਆਂ ਵੱਲ ਧਿਆਨ ਦਿੱਤਾ ਜਾ ਰਿਹਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਸਾਡੀ ਸੁਵਿਧਾ ਲਈ ਪੌਣ ਅਤੇ ਪਣ ਊਰਜਾ ਦੇ ਪਰੰਪਰਿਕ ਉਪਯੋਗਾਂ ਵਿੱਚ ਕਿਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੇ ਸੁਧਾਰ ਕੀਤੇ ਗਏ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਪੌਣ ਅਤੇ ਪਣ ਊਰਜਾ ਦਾ ਲੰਬੇ ਸਮੇਂ ਤੋਂ ਪ੍ਰਯੋਗ ਮਨੁੱਖ ਦੁਆਰਾ ਪਰੰਪਰਿਕ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਕੀਤਾ ਜਾ ਰਿਹਾ ਹੈ । ਅੱਜ-ਕੱਲ੍ਹ ਇਨ੍ਹਾਂ ਵਿੱਚ ਕੁੱਝ ਸੁਧਾਰ ਕੀਤੇ ਗਏ ਹਨ ਤਾਂ ਜੋ ਇਨ੍ਹਾਂ ਤੋਂ ਊਰਜਾ ਦੀ ਪ੍ਰਾਪਤੀ, ਸੌਖੀ ਅਤੇ ਆਸਾਨੀ ਨਾਲ ਹੋਵੇ ।

(1) ਪੌਣ ਊਰਜਾ – ਪ੍ਰਾਚੀਨ ਕਾਲ ਵਿੱਚ ਪੌਣ ਊਰਜਾ ਨਾਲ ਪੌਣ ਚੱਕੀਆਂ ਚਲਾ ਕੇ ਖੂਹਾਂ ਵਿੱਚੋਂ ਪਾਣੀ ਕੱਢਣ ਦਾ ਕੰਮ ਹੁੰਦਾ ਸੀ, ਪਰੰਤੂ ਹੁਣ ਪੌਣ ਊਰਜਾ ਦਾ ਉਪਯੋਗ ਬਿਜਲੀ ਉਤਪੰਨ ਕਰਨ ਲਈ ਕੀਤਾ ਜਾਣ ਲੱਗਿਆ ਹੈ । ਬਿਜਲੀ ਉਤਪੰਨ ਕਰਨ ਲਈ ਅਨੇਕ ਪੌਣ ਚੱਕੀਆਂ ਨੂੰ ਸਮੁੰਦਰੀ ਤੱਟ ਦੇ ਸਮੀਪ ਵੱਡੇ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਲਗਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਅਜਿਹੇ ਖੇਤਰ ਨੂੰ ਪੌਣ-ਫਾਰਮ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ।

(2) ਪਣ ਉਰਜਾ – ਪਾਚੀਨ ਕਾਲ ਵਿੱਚ ਪਣ ਉਰਜਾ ਦਾ ਉਪਯੋਗ ਜਲ ਪਰਿਵਹਨ ਵਿੱਚ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਰਿਹਾ ਹੈ । ਜਲ ਨੂੰ ਬਿਜਲੀ ਊਰਜਾ ਦੇ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਯੋਗ ਕਰਨ ਲਈ ਪਹਾੜਾਂ ਦੀਆਂ ਢਲਾਨਾਂ ਤੇ ਬੰਨ੍ਹ ਬਣਾ ਕੇ ਜਲ ਦੀ ਸਥਿਤਿਜ ਊਰਜਾ ਦਾ ਉਪਯੋਗ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਜਲ ਬਿਜਲੀ ਉਤਪੰਨ ਕਰਨ ਲਈ ਨਦੀਆਂ ਦੇ ਬਹਾਓ ਨੂੰ ਰੋਕ ਕੇ ਵੱਡੀਆਂ ਬਣਾਉਟੀ ਝੀਲਾਂ ਵਿੱਚ ਜਲ ਨੂੰ ਇਕੱਠਾ ਕਰ ਲਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ। ਇਸ ਪ੍ਰਕਿਰਿਆ ਵਿੱਚ ਜਲ ਦੀ ਗਤਿਜ ਊਰਜਾ ਨੂੰ ਸਥਿਤਿਜ ਊਰਜਾ ਵਿੱਚ ਰੂਪਾਂਤਰਿਤ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਬੰਨ੍ਹ ਦੇ ਓਪਰੀ ਭਾਗ ਤੋਂ ਪਾਈਪਾਂ ਰਾਹੀਂ ਜਲ ਨੂੰ ਬੰਨ੍ਹ ਦੇ ਆਧਾਰ ਤੇ ਸਥਾਪਿਤ ਟਰਬਾਈਨ ਦੇ ਬਲੇਡਾਂ ਉੱਪਰ ਸੁੱਟਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਜਿਸ ਤੋਂ ਬਿਜਲੀ ਊਰਜਾ ਨੂੰ ਉਤਪੰਨ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਸੂਰਜੀ ਕੁੱਕਰ ਲਈ ਕਿਹੜਾ ਦਰਪਣ-ਅਵਤਲ, ਉੱਤਲ ਜਾਂ ਸਮਤਲ ਵਧੇਰੇ ਢੁਕਵਾਂ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸੋਲਰ ਕੁੱਕਰ ਵਿੱਚ ਅਵਤਲ ਦਰਪਣ ਸਭ ਤੋਂ ਅਧਿਕ ਢੁੱਕਵਾਂ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਕਿਉਂਕਿ ਇਹ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦੀਆਂ ਸਾਰੀਆਂ ਕਿਰਨਾਂ ਨੂੰ ਲੋੜੀਂਦੀ ਥਾਂ ਵੱਲ ਪਰਾਵਰਤਿਤ ਕਰ ਕੇ ਫੋਕਸ ਕਰਦਾ ਹੈ, ਜਿਸ ਤੋਂ ਸੋਲਰ ਕੁੱਕਰ ਦਾ ਤਾਪਮਾਨ ਵੱਧ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਮਹਾਂਸਾਗਰਾਂ ਤੋਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੋ ਸਕਣ ਵਾਲੀ ਊਰਜਾ ਦੀਆਂ ਕੀ ਕਮੀਆਂ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਮਹਾਂਸਾਗਰਾਂ ਤੋਂ ਬਹੁਤ ਜ਼ਿਆਦਾ ਮਾਤਰਾ ਵਿੱਚ ਊਰਜਾ ਦੀ ਪ੍ਰਾਪਤੀ ਹੋ ਸਕਦੀ ਹੈ । ਅਜਿਹਾ ਹਮੇਸ਼ਾ ਸੰਭਵ ਨਹੀਂ ਹੋ ਸਕਦਾ ਕਿਉਂਕਿ ਮਹਾਂਸਾਗਰਾਂ ਤੋਂ ਉਰਜਾ ਰੁਪਾਂਤਰਨ ਦੀਆਂ ਤਿੰਨ ਵਿਧੀਆਂ-ਜਵਾਰ ਉਰਜਾ, ਤਰੰਗ ਉਰਜਾ ਅਤੇ ਸਮੁੰਦਰੀ ਤਾਪ ਊਰਜਾ ਦੀਆਂ ਆਪਣੀਆਂ-ਆਪਣੀਆਂ ਕਮੀਆਂ ਹਨ ।

  • ਜਵਾਰ ਊਰਜਾ – ਜੁਆਰ ਊਰਜਾ ਦਾ ਦੋਹਨ ਸਾਗਰ ਦੇ ਕਿਸੇ ਤੰਗ ਖੇਤਰ ਤੇ ਬੰਨ੍ਹ ਬਣਾ ਕੇ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਬੰਨ੍ਹ ਦੇ ਦਰਵਾਜ਼ੇ ਉੱਤੇ ਸਥਾਪਿਤ ਟਰਬਾਈਨ, ਜੁਆਰ ਊਰਜਾ ਨੂੰ ਬਿਜਲੀ ਊਰਜਾ ਵਿੱਚ ਰੂਪਾਂਤਰਿਤ ਕਰ ਦਿੰਦੀ ਹੈ । ਪਰੰਤੂ ਸਾਗਰ ਦੇ ਤੰਗ ਖੇਤਰ ਤੇ ਬੰਨ੍ਹ ਨਿਰਮਿਤ ਕੀਤੇ ਜਾ ਸਕਣ ਵਾਲੇ ਸਥਾਨ ਸੀਮਿਤ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।
  • ਤਰੰਗ ਊਰਜਾ – ਤਰੰਗ ਊਰਜਾ ਦਾ ਵਿਵਹਾਰਿਕ ਉਪਯੋਗ ਕੇਵਲ ਉੱਥੇ ਹੀ ਹੋ ਸਕਦਾ ਹੈ ਜਿੱਥੇ ਤਰੰਗਾਂ ਅਤੇ ਪ੍ਰਬਲ ਹੁੰਦੀਆਂ ਹਨ । ਸਾਰੀ ਦੁਨੀਆ ਵਿੱਚ ਅਜਿਹੇ ਸਥਾਨ ਬਹੁਤ ਘੱਟ ਹਨ ਜਿੱਥੇ ਸਮੁੰਦਰ ਦੇ ਤੱਟਾਂ ਤੇ ਤਰੰਗਾਂ ਇੰਨੀਆਂ ਪ੍ਰਬਲਤਾ ਨਾਲ ਟਕਰਾਉਂਦੀਆਂ ਹਨ ਕਿ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਊਰਜਾ ਨੂੰ ਬਿਜਲੀ ਊਰਜਾ ਵਿੱਚ ਰੂਪਾਂਤਰਿਤ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕੇ ।
  • ਸਮੁੰਦਰੀ ਉਰਜਾ – ਸਮੁੰਦਰੀ ਤਾਪ ਉਰਜਾ ਦੀ ਪ੍ਰਾਪਤੀ ਦੇ ਲਈ ਪਲਾਂਟ (OTEC) ਕੇਵਲ ਤਦ ਹੀ ਕੰਮ ਕਰ ਸਕਦਾ ਹੈ ਜਦੋਂ ਸਮੁੰਦਰ ਤੇ ਤਲ ਦੇ ਗਰਮ ਪਾਣੀ ਦਾ ਤਾਪਮਾਨ 2 km ਤੱਕ ਦੀ ਗਹਿਰਾਈ ਤੇ ਪਾਣੀ ਦੇ ਤਾਪ ਵਿੱਚ 20°C ਜਾਂ ਇਸ ਤੋਂ ਵੱਧ ਦਾ ਅੰਤਰ ਹੋਵੇ । ਇਸ ਪ੍ਰਕਾਰ ਬਿਜਲੀ ਊਰਜਾ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕੀਤੀ ਜਾ ਸਕਦੀ ਹੈ, ਪਰੰਤੂ ਇਹ ਪ੍ਰਣਾਲੀ ਬਹੁਤ ਮਹਿੰਗੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 9.
ਭੂ-ਤਾਪ ਊਰਜਾ ਕੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਭੂ-ਤਾਪ ਊਰਜਾ – ਧਰਤੀ ਅੰਦਰਲੇ ਪਰਿਵਰਤਨਾਂ ਕਾਰਨ ਧਰਤੀ ਦੀ ਪੇਪੜੀ ਵਿੱਚ ਗਹਿਰਾਈ ਤੇ ਗਰਮ ਖੇਤਰਾਂ ਵਿੱਚ ਪਿਘਲੀਆਂ ਹੋਈਆਂ ਚੱਟਾਨਾਂ ਉੱਪਰ ਧਕੇਲ ਦਿੱਤੀਆਂ ਜਾਂਦੀਆਂ ਹਨ । ਜਦੋਂ ਧਰਤੀ ਅੰਦਰਲਾ ਪਾਣੀ ਇਨਾਂ ਗਰਮ ਥਾਂਵਾਂ ਦੇ ਸੰਪਰਕ ਵਿੱਚ ਆਉਂਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਭਾਫ਼ ਉਤਪੰਨ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਕਦੇ-ਕਦੇ ਇਸ ਗਰਮ ਪਾਣੀ ਨੂੰ ਧਰਤੀ ਤੇ ਤਲ ਤੋਂ ਬਾਹਰ ਨਿਕਲਣ ਨੂੰ ਨਿਕਾਸ ਮਾਰਗ ਮਿਲ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਨਿਕਾਸ ਮਾਰਗਾਂ ਨੂੰ ਗਰਮ ਚਸ਼ਮਾ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ । ਕਦੇ-ਕਦੇ ਇਹ ਭਾਫ਼ ਚੱਟਾਨਾਂ ਵਿੱਚ ਫਸ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ਅਤੇ ਉਸ ਥਾਂ ਤੇ ਜ਼ਿਆਦਾ ਦਬਾਓ ਹੋ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਗਰਮ ਸਥਾਨਾਂ ਤੱਕ ਪਾਈਪ ਪਾ ਕੇ ਇਸ ਭਾਫ਼ ਨੂੰ ਬਾਹਰ ਕੱਢ ਲਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਉੱਚ ਦਬਾਓ ਉੱਤੇ ਨਿਕਲੀ ਇਹ ਭਾਫ਼ ਦੁਆਰਾ ਟਰਬਾਈਨ ਨੂੰ ਘੁੰਮਾਉਣ ਨਾਲ ਬਿਜਲੀ ਉਤਪਾਦਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

ਇਸ ਲਈ ਧਰਤੀ ਅੰਦਰਲੇ ਪਰਿਵਰਤਨਾਂ ਕਾਰਨ ਧਰਤੀ ਦੀ ਪੇਪੜੀ ਦੀਆਂ ਗਹਿਰਾਈਆਂ ਤੇ ਗਰਮ ਥਾਂਵਾਂ ਅਤੇ ਭੂਮੀ ਹੇਠਾਂ ਜਲ ਤੋਂ ਬਣੀ ਭਾਫ਼ ਤੋਂ ਉਤਪੰਨ ਹੋਈ ਊਰਜਾ ਨੂੰ ਭੂ-ਊਰਜਾ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 10.
ਨਿਊਕਲੀਅਰ ਊਰਜਾ ਦਾ ਕੀ ਮਹੱਤਵ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਨਿਊਕਲੀਅਰ ਊਰਜਾ ਦੀ ਮਹੱਤਤਾ – ਨਿਊਕਲੀਅਰ ਊਰਜਾ ਕਿਸੇ ਭਾਰੀ ਪਰਮਾਣੂ (ਜਿਵੇਂ ਯੂਰੇਨੀਅਮ, ਬੋਰੀਅਮ, ਪਲੂਟੋਨੀਅਮ) ਦੇ ਨਿਊਕਲੀਅਸ ਨੂੰ ਘੱਟ ਊਰਜਾ ਵਾਲੇ ਨਿਊਟਰਾਨ ਨਾਲ ਬੰਬਾਰੀ ਕਰਕੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਹਲਕੇ ਨਿਊਕਲੀਆਂ ਵਿੱਚ ਤੋੜਿਆ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ਜਿਸ ਤੋਂ ਵਿਸ਼ਾਲ ਮਾਤਰਾ ਵਿੱਚ ਉਰਜਾ ਮੁਕਤ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਉਦਾਹਰਨ ਲਈ ਯੂਰੇਨੀਅਮ ਦੇ ਇੱਕ ਪਰਮਾਣੂ ਦੇ ਵਿਖੰਡਨ ਤੋਂ ਜੋ ਊਰਜਾ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ਉਹ ਕੋਲੇ ਤੇ ਕਿਸੇ ਪਰਮਾਣੂ ਦੇ ਜਲਣ ਨਾਲ ਉਤਪੰਨ ਹੋਈ ਊਰਜਾ ਦੇ ਤੁਲਨਾ ਵਿੱਚ ਕਰੋੜ ਗੁਣਾ ਵੱਧ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਬਦਲਵੇਂ ਊਰਜਾ ਸਰੋਤਾਂ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਵਿੱਚ ਨਿਊਕਲੀਅਸ ਵਿਖੰਡਨ ਤੋਂ ਬਹੁਤ ਜ਼ਿਆਦਾ ਮਾਤਰਾ ਵਿੱਚ ਉਰਜਾ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕੀਤੀ ਜਾ ਸਕਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਵਿਕਸਿਤ ਅਤੇ ਵਿਕਾਸਸ਼ੀਲ ਦੇਸ਼ ਨਿਊਕਲੀਅਰ ਊਰਜਾ ਤੋਂ ਬਿਜਲੀ ਊਰਜਾ ਦਾ ਰੂਪਾਂਤਰਨ ਕਰ ਰਹੇ ਹਨ ।

ਇਸ ਦੇ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਲਾਭ ਹਨ-

  1. ਅਧਿਕ ਊਰਜਾ ਪ੍ਰਾਪਤੀ ਲਈ ਘੱਟ ਬਾਲਣ ਦੀ ਲੋੜ ਪੈਂਦੀ ਹੈ ।
  2. ਇਹ ਊਰਜਾ ਪ੍ਰਾਪਤੀ ਦਾ ਭਰੋਸੇਯੋਗ ਸੋਮਾ ਅਤੇ ਲੰਬੇ ਸਮੇਂ ਤੱਕ ਬਿਜਲੀ ਊਰਜਾ ਪ੍ਰਦਾਨ ਕਰਨ ਵਿੱਚ ਸਮਰੱਥ ਹੈ ।
  3. ਹੋਰ ਊਰਜਾ ਸੋਮਿਆਂ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਵਿੱਚ ਘੱਟ ਖ਼ਰਚੇ ਤੇ ਊਰਜਾ ਪ੍ਰਦਾਨ ਕਰਦਾ ਹੈ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 14 ਊਰਜਾ ਦੇ ਸੋਮੇ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 11.
ਕੀ ਕੋਈ ਊਰਜਾ ਸੋਮਾ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਰਹਿਤ ਹੋ ਸਕਦਾ ਹੈ ? ਕਿਉਂ ਜਾਂ ਕਿਉਂ ਨਹੀਂ ?
ਉੱਤਰ-
ਨਹੀਂ, ਕੋਈ ਵੀ ਊਰਜਾ ਸੋਮੇ ਪੂਰਨ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਰਹਿਤ ਨਹੀਂ ਹੋ ਸਕਦਾ ਹੈ । ਕੁੱਝ ਸੋਮੇ ਊਰਜਾ ਉਤਪੰਨ ਕਰਦੇ ਸਮੇਂ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਉਤਪੰਨ ਕਰਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਕੁੱਝ ਊਰਜਾ ਸੋਮਿਆਂ ਦੇ ਨਿਰਮਾਣ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਹੁੰਦਾ ਹੈ। ਉਦਾਹਰਨ ਲਈ ਸੂਰਜੀ ਸੈੱਲ ਨੂੰ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਮੁਕਤ ਊਰਜਾ ਸੋਮਾ ਕਿਹਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ, ਪਰੰਤੂ ਇਸ ਜੁਗਤ ਦੇ ਨਿਰਮਾਣ ਸਮੇਂ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਜਿਸ ਤੋਂ ਪਰਿਆਵਰਣ ਨੂੰ ਨੁਕਸਾਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 12.
ਰਾਕੇਟ ਬਾਲਣ ਦੇ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਹਾਈਡਰੋਜਨ ਦਾ ਉਪਯੋਗ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਰਿਹਾ ਹੈ। ਕੀ ਤੁਸੀਂ ਇਸ ਨੂੰ ਸੀ.ਐੱਨ. ਜੀ. (C.N.G.) ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਵਿੱਚ ਵਧੇਰੇ ਸਾਫ਼-ਸੁਥਰਾ ਬਾਲਣ ਮੰਨਦੇ ਹੋ ? ਕਿਉਂ ਜਾਂ ਕਿਉਂ ਨਹੀਂ ?
ਉੱਤਰ-
ਹਾਈਡਰੋਜਨ ਨਿਸ਼ਚਿਤ ਰੂਪ ਵਿੱਚ CNG ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਵਿੱਚ ਸਵੱਛ ਬਾਲਣ ਹੈ ਕਿਉਂਕਿ ਨਾ ਤਾਂ ਇਸ ਦਾ ਅਪੂਰਨ ਦਹਿਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਨਾ ਹੀ ਹਾਈਡਰੋਜਨ ਜਲਣ ਤੇ ਕੋਈ ਜ਼ਹਿਰੀਲੀ ਗੈਸ ਉਤਪੰਨ ਕਰਦੀ ਹੈ ਜਦਕਿ CNG ਦੁਆਰਾ CO2 ਅਤੇ SO2 ਜਿਹੀਆਂ ਗ੍ਰੀਨ ਹਾਊਸ ਗੈਸਾਂ ਉਤਪੰਨ ਹੁੰਦੀਆਂ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 13.
ਅਜਿਹੇ ਦੋ ਊਰਜਾ ਸੋਮਿਆਂ ਦੇ ਨਾਂ ਲਓ ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਤੁਸੀਂ ਨਵਿਆਉਣਯੋਗ ਮੰਨਦੇ ਹੋ। ਆਪਣੀ ਚੋਣ ਲਈ ਤਰਕ (ਕਾਰਨ) ਦਿਓ ।
ਉੱਤਰ-
ਜੈਵ ਪਦਾਰਥ ਅਤੇ ਵਹਿੰਦੇ ਹੋਏ ਪਾਣੀ ਦੀ ਊਰਜਾ, ਊਰਜਾ ਦੇ ਦੋ ਪੂਰਤੀਯੋਗ ਸੋਮੇ ਹਨ ਕਿਉਂਕਿ ਜੀਵ ਪਦਾਰਥ (ਜੰਗਲਾਂ ਤੋਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਲੱਕੜ) ਨੂੰ ਦੁਬਾਰਾ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਇਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਨਵਿਆਉਣਯੋਗ ਸੋਮਾ ਮੰਨਿਆ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ । ਵਹਿੰਦੇ ਹੋਏ ਜਲ ਦੀ ਉਰਜਾ ਅਸਲ ਵਿੱਚ ਸੂਰਜੀ ਉਰਜਾ ਦਾ ਹੀ ਇੱਕ ਰੂਪ ਹੈ। ਇਸ ਲਈ ਇਹ ਵੀ ਊਰਜਾ ਦਾ ਇਕ ਨਵਿਆਉਣਯੋਗ ਸੋਮਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 14.
ਅਜਿਹੇ ਦੋ ਊਰਜਾ ਸੋਮਿਆਂ ਦੇ ਨਾਂ ਲਓ ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਤੁਸੀਂ ਮੁੱਕਣ ਯੋਗ ਸਮਝਦੇ ਹੋ। ਆਪਣੀ ਚੋਣ ਲਈ ਦਲੀਲ ਦਿਓ ।
ਉੱਤਰ-
ਕੋਲਾ ਅਤੇ ਪੈਟਰੋਲੀਅਮ ਦੋਨੋਂ ਊਰਜਾ ਦੇ ਮੁੱਕਣ ਯੋਗ (ਨਾ-ਨਵਿਆਉਯੋਗ) ਸੋਮੇ ਹਨ ।
ਕੋਲੇ ਅਤੇ ਪੈਟਰੋਲੀਅਮ ਦੋਨੋਂ ਊਰਜਾ ਦੇ ਉਪਲੱਬਧ ਭੰਡਾਰ ਛੇਤੀ ਹੀ ਮੁੱਕਣ ਵਾਲੇ ਹਨ ਅਤੇ ਇਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਕਦੇ ਵੀ ਦੁਬਾਰਾ ਪ੍ਰਾਪਤ ਨਹੀਂ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਇਹ ਦੋਨੋਂ ਉਰਜਾ ਦੇ ਮੁੱਕਣ ਯੋਗ (ਨਾ-ਨਵਿਆਉਣਯੋਗ) ਸੋਮੇ ਹਨ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 13 ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੇ ਚੁੰਬਕੀ ਪ੍ਰਭਾਵ

Punjab State Board PSEB 10th Class Science Book Solutions Chapter 13 ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੇ ਚੁੰਬਕੀ ਪ੍ਰਭਾਵ Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 Science Chapter 13 ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੇ ਚੁੰਬਕੀ ਪ੍ਰਭਾਵ

PSEB 10th Class Science Guide ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੇ ਚੁੰਬਕੀ ਪ੍ਰਭਾਵ Textbook Questions and Answers

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਹੇਠ ਲਿਖਿਆਂ ਵਿਚੋਂ ਕਿਹੜਾ ਕਿਸੇ ਲੰਬੀ ਸਿੱਧੀ ਤਾਰ ਦੇ ਨੇੜੇ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦਾ ਸਹੀ ਵਰਣਨ ਕਰਦਾ ਹੈ ?
(a) ਤਾਰ ਦੇ ਉੱਪਰ ਸਿੱਧੀਆਂ ਲੰਬ ਰੂਪੀ ਰੇਖਾਵਾਂ ਦਾ ਬਣਦਾ ਖੇਤਰ ।
(b) ਤਾਰ ਦੇ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਸਿੱਧੀਆਂ ਰੇਖਾਵਾਂ ਦਾ ਬਣਦਾ ਖੇਤਰ ।
(c) ਤਾਰ ਤੋਂ ਪੈਦਾ ਅਰਧ-ਵਿਆਸੀ ਰੇਖਾਵਾਂ ਦਾ ਬਣਦਾ ਖੇਤਰ ।
(d) ਤਾਰ ਦੇ ਦੁਆਲੇ ਸਮਕੇਂਦਰੀ ਚੱਕਰਾਂ ਦਾ ਬਣਦਾ ਖੇਤਰ ।
ਉੱਤਰ-
(d) ਤਾਰ ਦੇ ਦੁਆਲੇ ਸਮਕੇਂਦਰੀ ਚੱਕਰਾਂ ਦਾ ਬਣਦਾ ਖੇਤਰ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਬਿਜਲ-ਚੁੰਬਕੀ ਰਣ ਦੀ ਘਟਨਾ- .
(a) ਕਿਸੇ ਵਸਤੂ ਨੂੰ ਚਾਰਜ ਕਰਨ ਦੀ ਪ੍ਰਕਿਰਿਆ ਹੈ ?
(b) ਕਿਸੇ ਕੁੰਡਲੀ ਤੋਂ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਹੋਣ ਦੇ ਕਾਰਨ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਉਤਪੰਨ ਕਰਨ ਦੀ ਪ੍ਰਕਿਰਿਆ ਹੈ ।
(c) ਕੁੰਡਲੀ ਅਤੇ ਚੁੰਬਕੇ ਦੇ ਵਿੱਚ ਸਾਪੇਖਿਕ ਗਤੀ ਦੇ ਕਾਰਨ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਪੇਰਿਤ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਪੈਦਾ ਕਰਨਾ ।
(d) ਕਿਸੇ ਬਿਜਲੀ ਮੋਟਰ ਦੀ ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਘੁੰਮਾਉਣ ਦੀ ਪ੍ਰਕਿਰਿਆ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
(c) ਕੁੰਡਲੀ ਅਤੇ ਚੁੰਬਕ ਦੇ ਵਿੱਚ ਸਾਪੇਖਿਕ ਗਤੀ ਦੇ ਕਾਰਨ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰੇਮ੍ਰਿਤ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਪੈਦਾ ਕਰਨਾ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 13 ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੇ ਚੁੰਬਕੀ ਪ੍ਰਭਾਵ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਪੈਦਾ ਕਰਨ ਦੀ ਵਿਉਂਤ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ :
(a) ਜਨਰੇਟਰ
(b) ਗੈਲਵੈਨੋਮੀਟਰ
(c) ਐਮਮੀਟਰ
(d) ਮੋਟਰ ।
ਉੱਤਰ-
(a) ਜਨਰੇਟਰ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਕਿਸੇ AC ਜਨਰੇਟਰ ਅਤੇ DC ਜਨਰੇਟਰ ਵਿੱਚ ਇੱਕ ਮੂਲ ਅੰਤਰ ਹੈ ਕਿ-
(a) AC ਜਨਰੇਟਰ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲੀ ਚੁੰਬਕ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਜਦੋਂ ਕਿ DC ਜਨਰੇਟਰ ਵਿੱਚ ਸਥਾਈ ਚੁੰਬਕ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
(b) DC ਜਨਰੇਟਰ ਉੱਚੀ ਵੋਲਟਤਾ ਪੈਦਾ ਕਰਦਾ ਹੈ ।
(c) AC ਜਨਰੇਟਰ ਉੱਚੀ ਵੋਲਟਤਾ ਪੈਦਾ ਕਰਦਾ ਹੈ
(d) AC ਜਨਰੇਟਰ ਵਿੱਚ ਵਿਭੇਦਿਤ ਰਿੰਗ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ਜਦੋਂ ਕਿ DC ਜਨਰੇਟਰ ਵਿਚ ਦਿਸ਼ਾ ਪਰਾਵਰਤਕ (Commutator) ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
(d) AC ਜਨਰੇਟਰ ਵਿੱਚ ਵਿਭੇਦਿਤ ਰਿੰਗ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ਜਦੋਂ ਕਿ DC ਜਨਰੇਟਰ ਵਿਚ ਦਿਸ਼ਾ ਪਰਾਵਰਤਕ (Commutator) ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਸਾਰਟ ਸਰਕਟ ਸਮੇਂ ਸਰਕਟ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦਾ ਮਾਨ-
(a) ਬਹੁਤ ਘੱਟ ਹੋ ਜਾਂਦਾ ਹੈ
(b) ਪਰਿਵਰਤਿਤ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦਾ ।
(c) ਬਹੁਤ ਅਧਿਕ ਵੱਧ ਜਾਂਦਾ ਹੈ
(d) ਨਿਰੰਤਰ ਪਰਿਵਰਤਿਤ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
(c) ਬਹੁਤ ਅਧਿਕ ਵੱਧ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਕਥਨਾਂ ਵਿਚੋਂ ਕਿਹੜਾ ਸਹੀ ਹੈ ਅਤੇ ਕਿਹੜਾ ਗਲਤ ਹੈ-
(a) ਬਿਜਲੀ ਮੋਟਰ ਯੰਤਰਿਕ ਉਰਜਾ ਨੂੰ ਬਿਜਲੀ ਉਰਜਾ ਵਿੱਚ ਪਰਿਵਰਤਿਤ ਕਰਦੀ ਹੈ ।
(b) ਬਿਜਲੀ ਜਨਰੇਟਰ ਬਿਜਲ-ਚੁੰਬਕੀ ਪ੍ਰੇਰਣ ਦੇ ਸਿਧਾਂਤ ‘ਤੇ ਕਾਰਜ ਕਰਦਾ ਹੈ ।
(c) ਕਿਸੇ ਲੰਬੀ ਗੋਲਾਕਾਰ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਵਾਲੀ ਕੁੰਡਲੀ ਦੇ ਕੇਂਦਰ ਉੱਤੇ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਸਿੱਧੀਆਂ ਖੇਤਰੀ ਰੇਖਾਵਾਂ ਹੁੰਦਾ ਹੈ !
(d) ਹਰੇ ਬਿਜਲ ਰੋਧਕ ਵਾਲੀ ਤਾਰ ਆਮ ਕਰਕੇ ਬਿਜਲੀ ਸਪਲਾਈ ਦੀ ਲਾਇਵ ਤਾਰ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
(a) ਗ਼ਲਤ
(b) ਸਹੀ
(c) ਸਹੀ
(d) ਗ਼ਲਤ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਉਤਪੰਨ ਕਰਨ ਦੇ ਤਿੰਨ ਢੰਗਾਂ ਦੀ ਸੂਚੀ ਬਣਾਓ ।
ਉੱਤਰ-
ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਉਤਪੰਨ ਕਰਨ ਦੇ ਢੰਗ-

  1. ਸਥਾਈ ਛੜ ਚੁੰਬਕ
  2. ਬਿਜਲੀ ਚੁੰਬਕ
  3. ਬਿਜਲੀ ਪ੍ਰੇਣ ਚੁੰਬਕ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਸੋਲੀਨਾਇਡ ਚੁੰਬਕ ਦੀ ਤਰ੍ਹਾਂ ਕਿਵੇਂ ਵਿਵਹਾਰ ਕਰਦੀ ਹੈ ? ਕੀ ਤੁਸੀਂ ਛੜ ਚੁੰਬਕ ਦੀ ਸਹਾਇਤਾ ਨਾਲ ਕਿਸੇ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਵਾਲੇ ਸੋਲਨਾਇਡ ਦੇ ਉੱਤਰੀ ਧਰੁਵ ਦਾ ਪਤਾ ਕਰ ਸਕਦੇ ਹੋ ?
ਉੱਤਰ-

  1. ਛੜ ਚੁੰਬਕ ਅਤੇ ਸੋਲੀਨਾਇਡ ਦੋਨਾਂ ਨੂੰ ਸੁਤੰਤਰਤਾਪੂਰਵਕ ਲਟਕਾਉਣ ਤੇ ਦੋਨਾਂ ਦੇ ਉੱਤਰ-ਦੱਖਣ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਠਹਿਰਦੇ ਹਨ ।
  2. ਛੜ ਚੁੰਬਕ ਅਤੇ ਸੋਲੀਨਾਇਡ ਸਮਾਨ ਧਰੁਵਾਂ ਨੂੰ ਪ੍ਰਤਿਕਰਸ਼ਿਤ (ਆਕਰਸ਼ਿਤ) ਅਤੇ ਅਸਮਾਨ ਵਿਪਰੀਤ) ਧਰੁਵਾਂ ਨੂੰ ਆਕਰਸ਼ਿਤ ਕਰਦੇ ਹਨ
  3. ਛੜ ਚੁੰਬਕ ਅਤੇ ਸੋਲੀਨਾਇਡ ਦੋਨੋਂ ਚੁੰਬਕੀ ਪਦਾਰਥਾਂ (ਜਿਵੇਂ ਲੋਹਾ, ਕੋਬਾਲਟ ਅਤੇ ਨਿਕਲ) ਨੂੰ ਆਪਣੇ ਵੱਲ ਆਕਰਸ਼ਿਤ ਕਰਦੇ ਹਨ ।
  4. ਛੜ ਚੁੰਬਕ ਅਤੇ ਸੋਲੀਨਾਇਡ ਦੋਨਾਂ ਦੇ ਨੇੜੇ ਦਿਸ਼ਾ ਸੂਚਕ ਸੂਈ ਲਿਆਉਣ ‘ਤੇ ਸੂਈ ਵਿਖੇਪਿਤ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ।
  5. ਸੁਤੰਤਰਤਾਪੂਰਵਕ ਲਟਕ ਰਹੇ ਚੁੰਬਕ ਜਾਂ ਸੋਲੀਨਾਇਡ ਦੇ ਨੇੜੇ ਇੱਕ ਹੋਰ ਧਾਰਾਵਾਹੀ ਤਾਰ ਲਿਆਉਣ ਨਾਲ ਦੋਨੋਂ ਵਿਖੇਪਿਤ ਹੋ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ।

ਛੜ ਚੁੰਬਕ ਦੁਆਰਾ ਸੋਲੀਨਾਇਡ ਦੇ ਧਰੁਵ ਨਿਰਧਾਰਨ ਕਰਨਾ-

  1. ਇੱਕ ਸੁਤੰਤਰਤਾ ਪੂਰਵਕ ਖਿਤਿਜ ਅਵਸਥਾ ਵਿੱਚ ਲਟਕ ਰਹੀ ਧਾਰਾਵਾਹੀ ਸੋਲੀਨਾਇਡ ਦੇ ਇੱਕ ਸਿਰੇ ਦੇ ਨੇੜੇ ਛੜ ਚੁੰਬਕ ਦਾ ਉੱਤਰੀ ਧਰੁਵ ਲਿਆਓ । ਜੇਕਰ ਧਾਰਾਵਾਹੀ ਸੋਲੀਨਾਇਡ ਆਕਰਸ਼ਿਤ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ਤਾਂ ਇਹ ਸਿਰਾ ਸੋਲੀਨਾਇਡ ਦਾ ਦੱਖਣੀ ਧਰੁਵ ਹੋਵੇਗਾ ਅਤੇ ਦੂਜਾ ਸਿਰਾ ਉੱਤਰੀ ਧਰੁਵ ਹੋਵੇਗਾ ।
  2. ਜੇਕਰ ਛੜ ਚੁੰਬਕ ਦਾ ਉੱਤਰੀ ਧਰੁਵ ਸੋਲੀਨਾਇਡ ਦੇ ਨੇੜੇ ਲਿਆਉਣ ਨਾਲ ਸੋਲੀਨਾਇਡ ਵਿਖੇਪਿਤ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ਤਾਂ ਛੜ ਚੁੰਬਕ ਦੇ ਉੱਤਰੀ ਧਰੁਵ ਦੇ ਸਾਹਮਣੇ ਵਾਲਾ ਸੋਲੀਨਾਇਡ ਦਾ ਸਿਰਾ ਉੱਤਰੀ ਧਰੁਵ ਅਤੇ ਦੂਜਾ ਸਿਰਾ ਦੱਖਣੀ ਧਰੁਵ ਹੋਵੇਗਾ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 13 ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੇ ਚੁੰਬਕੀ ਪ੍ਰਭਾਵ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 9.
ਕਿਸੇ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਸਥਿਤ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਵਾਲੇ ਚਾਲਕ ਉੱਤੇ ਲੱਗ ਰਿਹਾ ਬਲ ਕਦੋਂ ਅਧਿਕਤਮ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਕਿਸੇ ਚੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਸਥਿਤ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾਵਾਹੀ ਚਾਲਕ ਉੱਤੇ ਲੱਗ ਰਿਹਾ ਬਲ ਉਸ ਸਮੇਂ ਅਧਿਕਤਮ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਜਦੋਂ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਦੇ ਲੰਬ ਹੋਵੇ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 10.
ਮੰਨ ਲਓ ਤੁਸੀਂ ਕਿਸੇ ਚੈਂਬਰ ਵਿੱਚ ਆਪਣੀ ਪਿੱਠ ਨੂੰ ਕਿਸੇ ਇੱਕ ਕੰਧ ਨਾਲ ਲਗਾ ਕੇ ਬੈਠੇ ਹੋ । ਕੋਈ ਇਲੈੱਕਟਰਾਨ ਪੁੰਜ ਤੁਹਾਡੇ ਪਿੱਛੇ ਦੀ ਕੰਧ ਤੋਂ ਸਾਹਮਣੇ ਵਾਲੀ ਕੰਧ ਵੱਲ ਖਤਿਜ ਗਤੀ ਕਰਦਾ ਹੋਇਆ ਕਿਸੇ ਪ੍ਰਬਲ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੁਆਰਾ ਤੁਹਾਡੇ ਸੱਜੇ ਪਾਸੇ ਵਿਖੇਪਿਤ ਹੋ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਕੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਫਲੇਮਿੰਗ ਦੇ ਖੱਬੇ ਹੱਥ ਦੇ ਨਿਯਮ ਅਨੁਸਾਰ ਲੱਗ ਰਹੇ ਬਲ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਅਤੇ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੋਨਾਂ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾਵਾਂ ਦੇ ਲੰਬ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਇਲੈੱਕਟ੍ਰਾਨ ਦੀ ਗਤੀ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਦੇ ਉਲਟ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਹੇਠਾਂ ਵੱਲ ਹੋਵੇਗੀ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 11.
ਬਿਜਲੀ ਮੋਟਰ ਦਾ ਅੰਕਿਤ ਚਿੱਤਰ ਖਿੱਚੋ । ਇਸ ਦਾ ਸਿਧਾਂਤ ਅਤੇ ਕਾਰਜ ਵਿਧੀ ਸਪੱਸ਼ਟ ਕਰੋ । ਬਿਜਲੀ ਮੋਟਰ ਵਿੱਚ ਵਿਭੇਦਿਤ ਰਿੰਗ ਦਾ ਕੀ ਮਹੱਤਵ ਹੈ ?
ਜਾਂ
ਅੰਕਿਤ ਚਿੱਤਰ ਦੀ ਸਹਾਇਤਾ ਨਾਲ ਬਿਜਲੀ ਦੀ ਮੋਟਰ ਦਾ ਸਿਧਾਂਤ, ਰਚਨਾ ਅਤੇ ਕਾਰਜ ਵਿਧੀ ਸਮਝਾਓ ।
ਉੱਤਰ-
ਬਿਜਲੀ ਮੋਟਰ – ਬਿਜਲੀ ਮੋਟਰ, ਬਿਜਲ ਉਰਜਾ (ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ) ਨੂੰ ਯੰਤਰਿਕ ਉਰਜਾ (ਗਤੀ) ਵਿੱਚ ਪਰਿਵਰਤਿਤ ਕਰ ਦਿੰਦੀ ਹੈ । ਰੋਜ਼ਾਨਾ ਜੀਵਨ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲੀ ਮੋਟਰਾਂ ਦਾ ਕਈ ਸਥਾਨਾਂ ‘ਤੇ ਪ੍ਰਯੋਗ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ-ਜਿਵੇਂ ਕਿ ਵਾਲ ਸੁਕਾਉਣ ਵਾਲਾ ਯੰਤਰ (ਡਰਾਇਰ), ਪੱਖੇ, ਪਾਣੀ ਦੇ ਪੰਪ ਅਤੇ ਕਈ ਵਾਹਨ ਅਤੇ ਉਦਯੋਗ ।

ਸਿਧਾਂਤ-ਜਦੋਂ ਕਿਸੇ ਕਰੰਟ ਵਾਹਕ ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਰੱਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਇਸ ਕੁੰਡਲੀ ਦੀਆਂ ਭੁਜਾਵਾਂ ‘ਤੇ ਵਾਹਕ ਬਲ ਕਿਰਿਆ ਕਰਦਾ ਹੈ ਜੋ ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਘੁਮਾਉਣ ਦਾ ਯਤਨ ਕਰਦਾ ਹੈ ।

ਬਨਾਵਟ-ਬਿਜਲੀ ਮੋਟਰ ਦੇ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਭਾਗ ਹਨ-

  1. ਆਰਮੇਚਰ ਕੁੰਡਲੀ – ਆਰਮੇਚਰ ਕੁੰਡਲੀ ABCD ਇੱਕ ਨਰਮ ਲੋਹੇ ਦੀ ਛੜ ਦੇ ਗਿਰਦ ਲਪੇਟੀ ਇੱਕ ਕੁੰਡਲੀ ਆਪਣੇ ਧੁਰੇ ਦੇ ਗਿਰਦ ਘੁੰਮਣ ਲਈ ਸੁਤੰਤਰ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।
  2. ਦਿਸ਼ਾ ਪਰਿਵਰਤਕ – ਦਿਸ਼ਾ ਪਰਿਵਰਤਕ ਕੁੰਡਲੀ, ਵਿਭਾਜਿਤ ਛੱਲਿਆਂ ਨਾਲ S1 ਅਤੇ S2 ਨੂੰ ਜੁੜੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।
  3. ਹਾਰਸ-ਸੂ ਚੁੰਬਕ – ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਹਾਰਸ-ਸੂ (ਘੋੜੇ ਦੀ ਨਾਲ ਜਿਹੇ) ਚੁੰਬਕ ਦੇ ਸ਼ਕਤੀਸ਼ਾਲੀ ਧਰੁਵਾਂ ਦੇ ਵਿਚਕਾਰ ਰੱਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ !
  4. ਕਾਰਬਨ ਬੁਰਸ਼ – ਕਾਰਬਨ ਬਰੁਸ਼ B1 ਅਤੇ B2 ਦਾ ਜੋੜਾ ਵਿਭਾਜਿਤ ਛੱਲਿਆਂ ਨੂੰ ਦਬਾ ਕੇ ਰੱਖਦਾ ਹੈ । D.C. ਧਾਰਾ ਦਾ ਇੱਕ ਸਰੋਤ ਇਨ੍ਹਾਂ ਕਾਰਬਨ ਬਰੁਸ਼ਾਂ ਨਾਲ ਜੁੜਿਆ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

ਕਾਰਜ ਵਿਧੀ – ਮੰਨ ਲਓ ਕੁੰਡਲੀ ABCD ਦਾ ਤਲ ਖਿਤਿਜ ਹੈ ਅਤੇ ਵਿਭਾਜਿਤ ਛੱਲੇ S1 ਅਤੇ S2 ਬੁਰਸ਼ B1 ਅਤੇ B2 ਨੂੰ ਛੂਹ ਰਹੇ ਹਨ । ਜਿਵੇਂ ਕਿ ਚਿੱਤਰ ਵਿੱਚ ਦਰਸਾਇਆ ਗਿਆ ਹੈ । ਧਾਰਾ ਘੜੀ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਦੇ ਉਲਟ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ।

ਫਲੈਮਿੰਗ ਦੇ ਖੱਬੇ ਹੱਥ ਦੇ ਨਿਯਮ ਅਨੁਸਾਰ AB ਬਾਹਰ ਵੱਲ ਕਾਗ਼ਜ਼ ਦੇ ਤਲ ਦੇ ਲੰਬ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਇੱਕ ਬਲ F ਮਹਿਸੂਸ ਕਰਦੀ ਹੈ । ਭੁਜਾ DC ਅੰਦਰ ਵੱਲ ਕਾਗ਼ਜ਼ ਦੇ ਤਲ ਤੇ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਬਲ Fਮਹਿਸੂਸ ਕਰਦੀ ਹੈ ।
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 13 ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੇ ਚੁੰਬਕੀ ਪ੍ਰਭਾਵ 1
ਕਿਉਂਕਿ CB ਅਤੇ AD ਭੁਜਾਵਾਂ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੇ ਸਮਾਨੰਤਰ ਹਨ, ਇਸ ਲਈ ਕੋਈ ਬਲ ਮਹਿਸੂਸ ਨਹੀਂ ਕਰਦੀਆਂ । ਭੁਜਾਵਾਂ AB ਅਤੇ CD ਤੇ ਕਿਰਿਆ ਕਰ ਰਹੇ ਬਲ ਬਰਾਬਰ ਪਰੰਤੂ ਉਲਟ ਦਿਸ਼ਾਈ ਹਨ ਜਿਹੜੇ ਵਿਭਿੰਨ ਬਿੰਦੂਆਂ ਤੇ ਕਿਰਿਆ ਕਰਕੇ ਇੱਕ ਜੋੜਾ ਬਲ ਬਣਾਉਂਦਾ ਹੈ ਜਿਸ ਦੇ ਸਿੱਟੇ ਵਜੋਂ ਕੁੰਡਲੀ ਘੜੀ ਵਾਲੀ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਘੁੰਮਣ ਲਗਦੀ ਹੈ । ਜਦੋਂ ਕੁੰਡਲੀ ਕਾਗ਼ਜ਼ ਦੇ ਤਲ ਦੇ ਲੰਬ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਆ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ਅਤੇ ਭੁਜਾ AB ਅਤੇ CD ਹੇਠਾਂ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ਤਾਂ ਜੋੜਾ ਬਲ ਸਿਫਰ ਹੋ ਜਾਂਦਾ ਹੈ, ਪਰੰਤੁ ਜਤਾ ਦੇ ਕਾਰਨ ਕੁੰਡਲੀ ਘੁੰਮਦੀ ਰਹਿੰਦੀ ਹੈ । ਵਿਭਾਜਿਤ ਛੱਲਾ S1 ਅਤੇ ਬਰੁਸ਼ B2 ਪਰਸਪਰ ਸੰਪਰਕ ਵਿੱਚ ਅਤੇ ਵਿਭਾਜਿਤ ਛੱਲਾ S2 ਬਰੁਸ਼ B1 ਦੇ ਸੰਪਰਕ ਵਿੱਚ ਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

ਵਿਭਾਜਿਤ ਛੱਲੇ ਆਪਣੀ ਸਥਿਤੀ ਬਦਲਦੇ ਹਨ ਨਾ ਕਿ ਬਰੁਸ਼ B1 ਅਤੇ B2 – ਫਿਰ ਜਦੋਂ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿਚੋਂ ਦਿਸ਼ਾ ABCD ਵਿਚੋਂ ਲੰਘਦੀ ਹੈ ਤਾਂ ਕੁੰਡਲੀ ਦੀਆਂ ਭੁਜਾਵਾਂ ਤੇ ਕਿਰਿਆ ਕਰਕੇ ਬਲ ਉਸ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਬਾਹਰ ਵੱਲ ਜੋੜਾ ਬਲ ਬਣਾਉਂਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਦੇ ਸਿੱਟੇ ਵਜੋਂ ਕੁੰਡਲੀ ਉਸੇ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਘੁੰਮਣਾ ਜਾਰੀ ਰੱਖਦੀ ਹੈ ।

ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਮੋਟਰ ਦੀ ਕੁੰਡਲੀ ਦੇ ਧੁਰੇ ਤੇ ਜੇਕਰ ਕੋਈ ਪਹੀਆ ਲੱਗਾ ਹੋਵੇ ਤਾਂ ਪਹੀਆ ਕੋਈ ਮਸ਼ੀਨਾਂ ਨੂੰ ਚਲਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 12.
ਅਜਿਹੇ ਕੁੱਝ ਯੰਤਰਾਂ ਦੇ ਨਾਂ ਲਿਖੋ ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲੀ ਮੋਟਰ ਦਾ ਉਪਯੋਗ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
ਬਿਜਲੀ ਮੋਟਰ ਦਾ ਉਪਯੋਗ ਬਿਜਲੀ ਪੱਖੇ, ਰੇਫਰੀਜਰੇਟਰਾਂ, ਬਿਜਲੀ ਮਿਕਸਰਾਂ, ਵਾਸ਼ਿੰਗ ਮਸ਼ੀਨਾਂ, ਕੰਪਿਊਟਰਾਂ, ਐੱਮ. ਪੀ. 3 ਪਲੇਅਰ, ਜਲ ਪੰਪ, ਆਟਾ ਪੀਸਣ ਵਾਲੀ ਮਸ਼ੀਨ ਵਿੱਚ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 13 ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੇ ਚੁੰਬਕੀ ਪ੍ਰਭਾਵ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 13.
ਬਿਜਲਰੋਧੀ ਤਾਂਬੇ ਦੀ ਤਾਰ ਦੀ ਕੁੰਡਲੀ ਕਿਸੇ ਗੈਲਵੈਨੋਮੀਟਰ ਨਾਲ ਜੁੜੀ ਹੋਈ ਹੈ । ਕੀ ਹੋਵੇਗਾ ਜੇਕਰ ਕੋਈ ਛੜ ਚੁੰਬਕ :
(i) ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਧਕੇਲਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ?
(ii) ਕੁੰਡਲੀ ਦਾ ਅੰਦਰ ਤੋਂ ਬਾਹਰ ਖਿੱਚਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ?
(iii) ਕੁੰਡਲੀ ਦੇ ਅੰਦਰ ਸਥਿਤ ਰੱਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
(i) ਜਿਵੇਂ ਹੀ ਛੜ ਚੁੰਬਕ ਨੂੰ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਧਕੇਲਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਉਸੇ ਵੇਲੇ ਗੈਲਵੈਨੋਮੀਟਰ ਦੀ ਸੂਈ ਵਿੱਚ ਥੋੜ੍ਹੇ ਸਮੇਂ ਲਈ ਵਿਖੇਪਣ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੀ ਉਪਸਥਿਤੀ ਦਾ ਸੰਕੇਤ ਦਿੰਦਾ ਹੈ ।

(ii) ਜਦੋਂ ਚੁੰਬਕ ਨੂੰ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚੋਂ ਬਾਹਰ ਖਿੱਚਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਗੈਲਵੈਨੋਮੀਟਰ ਦੀ ਸੂਈ ਦਾ ਥੋੜੇ ਸਮੇਂ ਲਈ ਵਿਪਰੀਤ (ਉਲਟ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਵਿਖੇਪਣ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

(iii) ਜੇਕਰ ਚੁੰਬਕ ਨੂੰ ਕੁੰਡਲੀ ਅੰਦਰ ਸਥਿਰ ਰੱਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਕੋਈ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਉਤਪੰਨ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ਅਤੇ ਗੈਲਵੈਨੋਮੀਟਰ ਦੀ ਸੂਈ ਦਾ ਵਿਖੇਪਣ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 14.
ਦੋ ਗੋਲਾਕਾਰ ਕੁੰਡਲੀਆਂ A ਅਤੇ B ਇੱਕ ਦੂਜੇ ਦੇ ਨੇੜੇ ਸਥਿਤ ਹਨ । ਜੇਕਰ ਕੁੰਡਲੀ A ਵਿੱਚ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਵਿੱਚ ਕੋਈ ਪਰਿਵਰਤਨ ਕਰੀਏ ਤਾਂ ਕੀ ਕੁੰਡਲੀ B ਵਿੱਚ ਕੋਈ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰੇਰਿਤ ਹੋਵੇਗੀ ? ਕਾਰਨ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਹਾਂ, ਜਦੋਂ ਕੁੰਡਲੀ A ਵਿੱਚ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਵਿੱਚ ਕੋਈ ਪਰਿਵਰਤਨ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਕੁੰਡਲੀ B ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰੇਰਿਤ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । ਕੁੰਡਲੀ A ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਵਿੱਚ ਪਰਿਵਰਤਨ ਦੇ ਕਾਰਨ ਇਸ ਦੀਆਂ ਚੁੰਬਕੀ ਬਲ ਰੇਖਾਵਾਂ ਦਾ ਕੁੰਡਲੀ B ਨਾਲ ਸੰਬੰਧਤ ਰੇਖਾਵਾਂ ਵਿੱਚ ਪਰਿਵਰਤਨ ਹੋਣ ਕਾਰਨ ਕੁੰਡਲੀ B ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਉਤਪੰਨ ਕਰਦੀਆਂ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 15.
ਨਿਮਨਲਿਖਿਤ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਨਿਰਧਾਰਿਤ ਕਰਨ ਵਾਲਾ ਨਿਯਮ ਲਿਖੋ :
(i) ਕਿਸੇ ਸਿੱਧੇ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਵਾਲੇ ਚਾਲਕ ਦੇ ਆਲੇ-ਦੁਆਲੇ ਉਤਪੰਨ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ।
(ii) ਕਿਸੇ ਚੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਖੇਤਰ ਦੇ ਲੰਬ ਵੱਲ ਸਥਿਤ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਵਾਲੇ ਸਿੱਧੇ ਚਾਲਕ ਤੇ ਲੱਗਿਆ ਬਲ ਅਤੇ
(iii) ਕਿਸੇ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਕਿਸੇ ਕੁੰਡਲੀ ਘੁੰਮਣ ਤੇ ਉਸ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਉਤਪੰਨ ਪ੍ਰੇਤ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ।
ਉੱਤਰ-
(i) ਧਾਰਾਵਾਹੀ ਸਿੱਧੇ ਚਾਲਕ ਦੇ ਆਲੇ-ਦੁਆਲੇ ਪੈਦਾ ਹੋਏ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਸੱਜਾ ਹੱਥ ਅੰਗੁਠਾ ਨਿਯਮ ਨਿਰਧਾਰਿਤ ਕਰਦਾ ਹੈ ।

ਸੱਜਾ ਹੱਥ ਅੰਗੂਠਾ ਨਿਯਮ – ਜੇਕਰ ਤੁਸੀਂ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾਂ ਲੰਘ ਰਹੇ ਚਾਲਕ ਨੂੰ ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਫੜੋ ਕਿ ਤੁਹਾਡਾ ਅੰਗੂਠਾ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਸੰਕੇਤ ਕਰੇ, ਤਾਂ ਤੁਹਾਡੀਆਂ ਉਂਗਲੀਆਂ ਚਾਲਕ ਦੇ ਚਾਰੋਂ ਪਾਸੇ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀਆਂ ਖੇਤਰੀ ਰੇਖਾਵਾਂ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਨੂੰ ਦਰਸਾਉਣਗੀਆਂ । ਇਸ ਨੂੰ ਸੱਜਾ ਹੱਥ ਅੰਗੂਠਾ ਨਿਯਮ ਆਖਦੇ ਹਨ ।
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 13 ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੇ ਚੁੰਬਕੀ ਪ੍ਰਭਾਵ 2

(ii) ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਰੱਖੇ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਵਾਲੇ ਚਾਲਕ ਤੇ ਲੱਗਣ ਵਾਲੇ ਬਲ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਫਲੇਮਿੰਗ ਦੇ ਖੱਬੇ ਹੱਥ ਦੇ ਨਿਯਮ ਦੁਆਰਾ ਨਿਰਧਾਰਿਤ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ।

ਫਲੇਮਿੰਗ ਦਾ ਖੱਬੇ-ਹੱਥ ਨਿਯਮ – ਆਪਣੇ ਖੱਬੇ ਹੱਥ ਦੀ ਪਹਿਲੀ ਉਂਗਲੀ ਵਿਚਕਾਰਲੀ ਉਂਗਲੀ ਅਤੇ ਅੰਗੂਠੇ ਨੂੰ ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਫੈਲਾਓ ਕਿ ਇਹ ਤਿਨੋਂ ਇੱਕ ਦੂਜੇ ਦੇ ਪਰਸਪਰ ਲੰਬ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਹੋਣ । ਜੇਕਰ ਪਹਿਲੀ ਉਂਗਲੀ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ, ਵਿਚਕਾਰਲੀ ਉਂਗਲੀ ਚਾਲਕ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਹੋ ਰਹੀ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਸੰਕੇਤ ਕਰਦੀ ਹੋਵੇ, ਤਾਂ ਅੰਗੂਠਾ ਚਾਲਕ ਦੀ ਗਤੀ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਜਾਂ ਚਾਲਕ ਉੱਤੇ ਲੱਗੇ ਬਲ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਵੱਲ ਸੰਕੇਤ ਕਰੇਗਾ |
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 13 ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੇ ਚੁੰਬਕੀ ਪ੍ਰਭਾਵ 3

(iii) ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਕਿਸੇ ਕੁੰਡਲੀ ਦੀ ਗਤੀ ਕਾਰਨ ਉਸ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰੇਰਿਤ ਹੋ ਰਹੀ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਫਲੇਮਿੰਗ ਦੇ ਸੱਜਾ ਹੱਥ ਨਿਯਮ ਦੁਆਰਾ ਗਿਆਤ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।

ਫਲੇਮਿੰਗ ਦਾ ਸੱਜਾ – ਹੱਥ ਨਿਯਮ-ਆਪਣੇ ਸੱਜੇ ਹੱਥ ਦੀ ਪਹਿਲੀ ਉਂਗਲੀ, ਵਿਚਕਾਰਲੀ ਉਂਗਲੀ ਅਤੇ ਅੰਗੂਠੇ ਨੂੰ ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਫੈਲਾਓ ਕਿ ਇਹ ਤਿੰਨੋਂ ਇੱਕ ਦੂਜੇ ਦੇ ਪਰਸਪਰ ਲੰਬ ਰੂਪ ਹੋਣ । ਜੇਕਰ ਪਹਿਲੀ ਉਂਗਲੀ , ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਵੱਲ ਸੰਕੇਤ ਕਰੇ ਅਤੇ ਅੰਗੂਠਾ ਚਾਲਕ ਦੀ ਗਤੀ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਵੱਲ ਸੰਕੇਤ ਕਰੇ, ਤਾਂ ਵਿਚਕਾਰਲੀ ਉਂਗਲੀ ਚਾਲਕ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰੇਮ੍ਰਿਤ ਬਿਜਲਈ ਮ੍ਰਿਤ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਧਾਰਾ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਦਰਸਾਏਗੀ ।
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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 16.
ਅੰਕਿਤ ਰੇਖਾ ਚਿੱਤਰ ਖਿੱਚ ਕੇ ਕਿਸੇ ਬਿਜਲੀ ਜਨਰੇਟਰ ਦਾ ਮੂਲ ਸਿਧਾਂਤ ਅਤੇ ਕਾਰਜ ਵਿਧੀ ਸਪੱਸ਼ਟ ਕਰੋ । ਇਸ ਵਿੱਚ ਬੁਰਸ਼ਾਂ ਦਾ ਕੀ ਕੰਮ ਹੈ ?
ਜਾਂ
ਅੰਕਿਤ ਚਿੱਤਰ ਦੀ ਸਹਾਇਤਾ ਨਾਲ ਬਿਜਲੀ ਜਨਰੇਟਰ ਦਾ ਸਿਧਾਂਤ, ਰਚਨਾ ਤੇ ਕਾਰਜ ਵਿਧੀ ਸਮਝਾਓ ।
ਉੱਤਰ-
ਪਰਤਵੀਂ ਧਾਰਾ ਡਾਇਨਮੋ ਜਾਂ ਬਿਜਲੀ ਜਨਰੇਟਰ- ਬਿਜਲੀ ਜਨਰੇਟਰ ਇੱਕ ਅਜਿਹਾ ਯੰਤਰ ਹੈ ਜਿਹੜਾ ਯੰਤਰਿਕ ਊਰਜਾ ਨੂੰ ਬਿਜਲੀ ਊਰਜਾ ਵਿੱਚ ਬਦਲਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਦਾ ਕਾਰਜ ਫੈਰਾਡੇ ਦੇ ਬਿਜਲੀ ਚੁੰਬਕੀ ਪ੍ਰੇਰਣ ਦੇ ਸਿਧਾਂਤ ਤੇ ਨਿਰਭਰ ਹੈ ।
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ਸਿਧਾਂਤ – ਜਦੋਂ ਕਿਸੇ ਬੰਦ ਕੁੰਡਲੀ (ਚਾਲਕ) ਨੂੰ ਕਿਸੇ ਸ਼ਕਤੀਸ਼ਾਲੀ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਤੇਜ਼ੀ ਨਾਲ ਘੁਮਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਉਸ ਵਿਚੋਂ ਗੁਜ਼ਰਨ ਵਾਲੀਆਂ ਚੁੰਬਕੀ ਬਲ ਰੇਖਾਵਾਂ (ਚੁੰਬਕੀ ਫਲੈਕਸ) ਵਿੱਚ ਲਗਾਤਾਰ ਪਰਿਵਰਤਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਜਿਸ ਦੇ ਸਿੱਟੇ ਵਜੋਂ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰਮ੍ਰਿਤ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਘੁਮਾਉਣ ਲਈ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਯੰਤਰਿਕ ਕਾਰਜ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲੀ ਉਰਜਾ ਦੇ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਵਿਖਾਈ ਦਿੰਦਾ ਹੈ ।

ਫਲੇਮਿੰਗ ਦਾ ਸੱਜੇ ਹੱਥ ਦਾ ਨਿਯਮ – ਆਪਣੇ ਸੱਜੇ ਹੱਥ ਦੇ ਅੰਗੂਠੇ, ਪਹਿਲੀ ਉਂਗਲੀ, ਦੂਜੀ ਵਿਚਕਾਰਲੀ ਉਂਗਲੀ ਨੂੰ ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਫੈਲਾਓ ਕਿ ਤਿੰਨੋਂ ਇੱਕ-ਦੂਜੇ ਨਾਲ ਸਮਕੋਣ ਬਣਾਉਣ ਤਾਂ ਪਹਿਲੀ ਉਂਗਲੀ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਵੱਲ ਸੰਕੇਤ ਕਰਦੀ ਹੈ, ਅੰਗੁਠਾ ਚਾਲਕ ਦੀ ਗਤੀ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਨੂੰ ਪ੍ਰਦਰਸ਼ਿਤ ਕਰਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਦੂਜੀ ਉੱਗਲੀ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਉਤਪੰਨ ਹੋਈ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਦਰਸਾਉਂਦੀ ਹੈ ।

ਰਚਨਾ (ਬਨਾਵਟ)- ਕਿਸੇ ਸਾਧਾਰਨ ਪਰਤਵੀਂ ਜੈਨਰੇਟਰ ਦੇ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਮੁੱਖ ਭਾਗ ਹੁੰਦੇ ਹਨ :-

  • ਆਰਮੇਚਰ (Armature) – ਇਸ ਵਿੱਚ ਨਰਮ ਲੋਹੇ ਦੀ ਕੋਰ ਤੇ ਤਾਂਬੇ ਦੀ ਰੋਧਕ ਤਾਰ ਦੇ ਬਹੁਤ ਲਪੇਟਾਂ ਵਾਲੀ ਆਇਤਾਕਾਰ ਕੁੰਡਲੀ ABCD ਹੁੰਦੀ ਹੈ ਜਿਸ ਨੂੰ ਆਰਮੇਚਰ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ । ਇਸ ਨੂੰ ਧੂਰੀ ਤੇ ਲਗਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਜਿਹੜੀ ਘੁਮਾਈ ਜਾ ਸਕਦੀ ਹੈ ।
  • ਖੇਤਰ ਚੁੰਬਕ (Field Magnet) – ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਸ਼ਕਤੀਸ਼ਾਲੀ ਚੁੰਬਕੀ ਧਰੁਵਾਂ ਵਿੱਚ ਸਥਾਪਿਤ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਛੋਟੇ ਜੈਨਰੇਟਰਾਂ ਵਿੱਚ ਸਥਾਈ ਚੁੰਬਕ ਲਗਾਏ ਜਾਂਦੇ ਹਨ, ਪਰੰਤੂ ਵੱਡੇ ਜੈਨਰੇਟਰਾਂ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲੀ ਚੁੰਬਕ ਦਾ ਪ੍ਰਯੋਗ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਜਿਹੜਾ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਉਤਪੰਨ ਕਰਦਾ ਹੈ ।
  • ਸਲਿੱਪ ਰਿੰਗ (Slip Rings) – ਧਾਤੂ ਦੇ ਦੋ ਖੋਖਲੇ ਰਿੰਗ R1 ਅਤੇ R2 ਨੂੰ ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਧੂਰੀ ਉੱਪਰ ਲਗਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਕੁੰਡਲੀ ਦੀਆਂ ਭੁਜਾਵਾਂ A B ਅਤੇ CD ਨੂੰ ਕ੍ਰਮਵਾਰ ਇਨ੍ਹਾਂ ਨਾਲ ਜੋੜ ਦਿੱਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਆਰਮੇਚਰ ਦੇ ਘੁੰਮਣ ਨਾਲ R1 ਅਤੇ R2 ਵੀ ਇਸ ਨਾਲ ਘੁੰਮਦੇ ਹਨ ।
  • ਕਾਰਬਨ ਬੁਰਸ਼ (Carbon Brush) – ਦੋ ਕਾਰਬਨ ਬਰੁਸ਼ B1 ਅਤੇ B2 ਦੁਆਰਾ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਨੂੰ ਲੋਡ ਤੱਕ ਲਿਜਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਚਿੱਤਰ ਵਿੱਚ ਇਸ ਨੂੰ ਗੈਲਵੈਨੋਮੀਟਰ ਨਾਲ ਜੋੜਿਆ ਗਿਆ ਹੈ ਜਿਹੜਾ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਨੂੰ ਮਾਪਦਾ ਹੈ !

ਕਾਰਜ ਵਿਧੀ (Working) – ਜਦੋਂ ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਚੁੰਬਕ ਦੇ ਧਰੁਵਾਂ N ਅਤੇ S ਦੇ ਵਿੱਚ ਘੜੀ ਦੀ ਸੂਈ ਦੇ ਵਿਪਰੀਤ ਦਿਸ਼ਾ (Anticlockwise) ਵਿੱਚ ਘੁਮਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਤਾਂ AB ਅਤੇ CD ਉੱਪਰ ਵੱਲ ਗਤੀ ਕਰਦੀ ਹੈ । ਉੱਤਰੀ ਧਰੁਵ ਦੇ ਨੇੜੇ ਜਾ AB ਚੁੰਬਕੀ ਰੇਖਾਵਾਂ ਨੂੰ ਕੱਟਦੀ ਹੈ ਅਤੇ CD ਤੇ ਦੱਖਣੀ ਧਰੁਵ ਦੇ ਨੇੜੇ ਚੁੰਬਕੀ ਬਲ ਰੇਖਾਵਾਂ ਨੂੰ ਕੱਟਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਤੋਂ AB ਅਤੇ DC ਵਿੱਚ ਕ੍ਰਿਤ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਉਤਪੰਨ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਫਲੇਮਿੰਗ ਦੇ ਸੱਜੇ ਹੱਥ ਦੇ ਨਿਯਮ ਅਨੁਸਾਰ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ 8 ਤੋਂ A ਅਤੇ D ਤੋਂ c ਵੱਲ ਪ੍ਰਵਾਹ ਕਰਦੀ ਹੈ । ਪ੍ਰਭਾਵੀ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ DCBA ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਵਹਿੰਦੀ ਹੈ । ਅੱਧੇ ਚੱਕਰ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਕੁੰਡਲੀ ਦੀਆਂ ਭੁਜਾਵਾਂ AB ਅਤੇ DC ਆਪਣੀ ਸਥਿਤੀ ਬਦਲ ਲੈਂਦੀਆਂ ਹਨ । AB ਸੱਜੇ ਪਾਸੇ ਅਤੇ DC ਖੱਬੇ ਪਾਸੇ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ਜਿਸ ਕਰਕੇ AB ਉੱਪਰ ਵੱਲ ਅਤੇ DC ਹੇਠਾਂ ਵੱਲ ਜਾਂਦੀਆਂ ਹਨ ।
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ਇਸ ਵਿਵਸਥਾ ਵਿੱਚ ਇੱਕ ਬੁਰਸ਼ ਹਮੇਸ਼ਾ ਉਸ ਬਾਜੂ ਨਾਲ ਸੰਪਰਕ ਵਿੱਚ ਰਹਿੰਦਾ ਹੈ ਜਿਹੜੀ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਉੱਪਰ ਵੱਲ਼ ਗਤੀ ਕਰਦੀ ਹੈ ਅਤੇ ਦੂਜਾ ਬਰੁਸ਼ ਹਮੇਸ਼ਾ ਹੇਠਾਂ ਵੱਲ ਗਤੀ ਕਰਨ ਵਾਲੀ ਬਾਜੂ ਦੇ ਸੰਪਰਕ ਵਿੱਚ ਰਹਿੰਦਾ ਹੈ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 13 ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੇ ਚੁੰਬਕੀ ਪ੍ਰਭਾਵ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 17.
ਬਿਜਲੀ-ਸ਼ਾਰਟ ਸਰਕਟ ਕਦੋਂ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਜਦੋਂ ਕਿਸੇ ਘਰੇਲੂ ਜਾਂ ਉਦਯੋਗਿਕ ਸਰਕਟ ਵਿੱਚ ਲਾਈਵ ਤਾਰ (ਜੀਵਤ ਜਾਂ ਫੇਜ਼ ਤਾਰ) ਅਤੇ ਨਿਊਟਰਲ ਤਾਰਾਂ ਆਪਸ ਵਿੱਚ ਜੁੜ ਜਾਂਦੀਆਂ ਹਨ ਤਾਂ ਸਰਕਟ ਸ਼ਾਰਟ ਹੋ (ਟੁੱਟ) ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਅਵਸਥਾ ਵਿੱਚ ਸਰਕਟ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਸਮਾਪਤ (ਜ਼ੀਰੋ) ਹੋ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਜਿਸ ਕਰਕੇ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੀ ਸਮਰੱਥਾ ਅਚਾਨਕ ਬਹੁਤ ਜ਼ਿਆਦਾ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 18.
ਭੋ-ਤਾਰ ਦਾ ਕੀ ਕਾਰਜ ਹੈ ? ਧਾਤ ਵਾਲੇ ਯੰਤਰਾਂ ਨੂੰ ਭੋ-ਸੰਪਰਕ ਕਰਨਾ ਕਿਉਂ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਤੋਂ-ਤਾਰ ਤਾਰ – ਘਰੇਲੁ ਬਿਜਲੀ ਸਰਕਟ ਵਿੱਚ ਲਾਈਵ ਅਤੇ ਨਿਊਟਰਲ ਤਾਰਾਂ ਦੇ ਨਾਲ ਤੀਸਰੀ ਤਾਰ ਵੀ ਲੱਗੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਤਾਰ ਦਾ ਸੰਪਰਕ ਘਰ ਦੇ ਨੇੜੇ ਧਰਤੀ ਹੇਠਾਂ ਗਹਿਰਾਈ ਤੇ ਦੱਬੀ ਹੋਈ ਧਾਤ ਦੀ ਪਲੇਟ ਨਾਲ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਤਾਰ ਦਾ ਕਵਰ ਹਰੇ ਰੰਗ ਦਾ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਤਾਰ ਨੂੰ ਭੋ-ਸੰਪਰਕ ਤਾਰ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ । ਇਹ ਤਾਰ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਨੂੰ ਘੱਟ ਤਿਰੋਧ ਵਾਲਾ ਚਾਲਨ ਪੱਥ ਪ੍ਰਦਾਨ ਕਰਦੀ ਹੈ ।

ਧਾਤ ਦੇ ਉਪਕਰਨਾਂ ਜਿਵੇਂ ਬਿਜਲੀ ਸ, ਫਰਿਜ਼, ਟੋਸਟਰ ਆਦਿ ਨੂੰ ਭੋ-ਸੰਪਰਕ ਤਾਰ ਨਾਲ ਜੋੜ ਦਿੱਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ। ਇਸ ਨਾਲ ਇਹ ਯਕੀਨੀ ਹੋ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਕਿ ਉਪਕਰਨ ਦੀ ਬਾਡੀ ਵਿੱਚੋਂ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਗੁਜ਼ਰਨ ਨਾਲ ਬਾਡੀ ਦਾ ਟੈਂਸ਼ਲ ਧਰਤੀ ਦੇ ਪੁਟੈਂਸ਼ਲ ਦੇ ਬਰਾਬਰ ਬਣਾ ਦਿੱਤਾ ਗਿਆ ਹੈ । ਇਸ ਨਾਲ ਉਪਕਰਨ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰ ਰਹੇ ਵਿਅਕਤੀ ਨੂੰ ਬਿਜਲੀ ਦਾ ਝੱਟਕਾ ਲੱਗਣ ਦਾ ਖ਼ਤਰਾ ਨਹੀਂ ਰਹਿੰਦਾ ਹੈ ।

Science Guide for Class 10 PSEB ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੇ ਚੁੰਬਕੀ ਪ੍ਰਭਾਵ InText Questions and Answers

ਅਧਿਆਇ ਦੇ ਅੰਦਰ ਦਿੱਤੇ ਗਏ ਪ੍ਰਸ਼ਨ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਉੱਤਰ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਚੁੰਬਕ ਦੇ ਨੇੜੇ ਲਿਆਉਣ ਤੇ ਦਿਸ਼ਾ ਸੂਚਕ ਦੀ ਸੂਈ ਵਿਖੇਪਿਤ ਕਿਉਂ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਚੁੰਬਕ ਦੇ ਨੇੜੇ ਲਿਆਉਣ ‘ਤੇ ਚੁੰਬਕ ਦਾ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦਿਸ਼ਾ ਸੂਚਕ ਦੀ ਸੂਈ ਜੋ ਇੱਕ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦਾ ਛੋਟਾ ਚੁੰਬਕ ਹੈ, ਤੇ ਬਲ ਦਾ ਜੋੜਾ (ਬਲ-ਯੁਗਮ ਲਗਾਉਂਦਾ ਹੈ ਜਿਸ ਤੋਂ ਸੂਈ ਵਿਖੇਪਿਤ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਕਿਸੇ ਛੜ ਚੁੰਬਕ ਦੇ ਚਾਰੋਂ ਪਾਸੇ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਰੇਖਾਵਾਂ ਖਿੱਚੋ ।
ਉੱਤਰ-
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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਰੇਖਾਵਾਂ ਦੇ ਗੁਣਾਂ ਦੀ ਸੂਚੀ ਬਣਾਓ ।
ਉੱਤਰ-
ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਰੇਖਾਵਾਂ ਦੇ ਗੁਣ-

  1. ਚੁੰਬਕ ਦੇ ਬਾਹਰ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਰੇਖਾਵਾਂ ਉੱਤਰੀ ਧਰੁਵ ਤੋਂ ਦੱਖਣੀ ਧਰੁਵ ਵੱਲ ਅਤੇ ਚੁੰਬਕ ਦੇ ਅੰਦਰ ਦੱਖਣੀ ਧਰੁਵ ਤੋਂ ਉੱਤਰੀ ਧਰੁਵ ਵੱਲ ਜਾਂਦੀਆਂ ਹਨ ।
  2. ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀ ਬਲ ਰੇਖਾ ਦੇ ਕਿਸੇ ਬਿੰਦੂ ਤੇ ਖਿੱਚੀ ਗਈ ਸਪੱਰਸ਼ ਰੇਖਾ (ਟੇਜੇਂਟ) ਉਸ ਬਿੰਦੂ ਤੇ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਦਰਸਾਉਂਦੀ ਹੈ ।
  3. ਕੋਈ ਦੋ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਬਲ ਰੇਖਾਵਾਂ ਆਪਸ ਵਿੱਚ ਇੱਕ-ਦੂਜੇ ਨੂੰ ਨਹੀਂ ਕੱਟਦੀਆਂ ਕਿਉਂਕਿ ਇਸ ਬਿੰਦੂ ਤੇ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀਆਂ ਦੋ ਦਿਸ਼ਾਂਵਾਂ ਸੰਭਵ ਨਹੀਂ ਹਨ ।
  4. ਕਿਸੇ ਥਾਂ ਤੇ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਰੇਖਾਵਾਂ ਦੀ ਸੰਘਣਤਾ ਉਸ ਥਾਂ ‘ਤੇ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀ ਤੀਬਰਤਾ ਦੇ ਸਿੱਧਾ ਅਨੁਪਾਤੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।
  5. ਇੱਕ-ਸਮਾਨ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀਆਂ ਚੁੰਬਕੀ ਰੇਖਾਵਾਂ ਇੱਕ-ਦੂਜੇ ਦੇ ਸਮਾਨ-ਅੰਤਰ ਅਤੇ ਸਮਾਨ ਦੂਰੀ ‘ਤੇ ਹੁੰਦੀਆਂ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਦੋ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਰੇਖਾਵਾਂ ਇੱਕ ਦੂਜੇ ਨੂੰ ਕਿਉਂ ਨਹੀਂ ਕੱਟਦੀਆਂ ?
ਉੱਤਰ-
ਜੇਕਰ ਦੋ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਰੇਖਾਵਾਂ ਇੱਕ ਦੂਜੇ ਨੂੰ ਕੱਟਣਗੀਆਂ ਤਾਂ ਉਸ ਬਿੰਦੂ ਤੇ ਖੇਤਰ ਦੀਆਂ ਦੋ ਦਿਸ਼ਾਵਾਂ ਹੋਣਗੀਆਂ ਜੋ ਅਸੰਭਵ ਹੈ ਅਤੇ ਦਿਸ਼ਾ ਸੂਚਕ ਸੂਈ ਇਸ ਬਿੰਦੂ ‘ਤੇ ਰੱਖਣ ਨਾਲ ਚੁੰਬਕੀ ਸੂਈ ਦੋ ਦਿਸ਼ਾਵਾਂ ਵੱਲ ਸੰਕੇਤ ਕਰੇਗੀ ਜੋ ਸੰਭਵ ਨਹੀਂ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਮੇਜ਼ ਦੇ ਤਲ ਤੇ ਪਏ ਤਾਰ ਦੇ ਗੋਲਾਕਾਰ ਲੂਪ ਤੇ ਵਿਚਾਰ ਕਰੋ । ਮੰਨ ਲਓ ਇਸ ਲੂਪ ਵਿੱਚ ਕਲਾਕਵਾਈਜ਼ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਹੋ ਰਹੀ ਹੈ । ਸੱਜੇ ਹੱਥ ਅੰਗੂਠਾ ਨਿਯਮ ਲਾਗੂ ਕਰਕੇ ਲੂਪ ਦੇ ਅੰਦਰ ਅਤੇ ਬਾਹਰ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਗਿਆਤ ਕਰੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਚਿੱਤਰ ਅਨੁਸਾਰ ਮੇਜ਼ ਦੇ ਤਲ ਤੇ ਤਾਰ ਦਾ ਗੋਲਾਕਾਰ ਲੂਪ ਜਿਸ ਵਿੱਚ ਕਲਾਕਵਾਈਜ਼ (ਸੱਜੇ ਗੇੜ ਵਾਲੀ) ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਹੋ ਰਹੀ ਹੈ । ਇਹ ਸੱਜੇ ਹੱਥ ਅੰਗੁਠਾ ਨਿਯਮ ਲਾਗੂ ਕਰਕੇ ਉਂਗਲੀਆਂ ਦੇ ਮੁੜਨ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਦਰਸਾਏਗੀ । ਚਿੱਤਰ ਤੋਂ ਸਪੱਸ਼ਟ ਹੈ ਕਿ ਲੂਪ ਦੇ ਅੰਦਰ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਲੂਪ ਦੇ ਤਲ ਦੇ ਲੰਬੇ-ਦਾਅ ਉੱਪਰ ਤੋਂ ਹੇਠਾਂ ਵੱਲ ਹੋਵੇਗੀ ।
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PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 13 ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੇ ਚੁੰਬਕੀ ਪ੍ਰਭਾਵ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਕਿਸੇ ਦਿੱਤੇ ਗਏ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਇੱਕ ਸਮਾਨ ਹੈ । ਇਸ ਨੂੰ ਵਿਖਾਉਣ ਲਈ ਰੇਖਾ-ਚਿੱਤਰ ਖਿੱਚੋ !
ਉੱਤਰ-
ਇੱਕ ਸਮਾਨ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਨੂੰ ਸਮਾਨ-ਅੰਤਰ ਬਲ ਰੇਖਾਵਾਂ ਦੁਆਰਾ ਦਰਸਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਇਸ ਨੂੰ ਹੇਠਾਂ ਦਿੱਤੇ ਚਿੱਤਰ ਵਾਂਗ ਦਰਸਾਇਆ ਜਾਵੇਗਾ ।
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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਠੀਕ ਵਿਕਲਪ ਚੁਣੋ : ਕਿਸੇ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਵਾਲੀ ਸਿੱਧੀ, ਲੰਬੀ ਸੋਲੀਨਾਇਡ ਦੇ ਅੰਦਰ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ :
(a) ਜ਼ੀਰੋ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
(b) ਇਸ ਦੇ ਸਿਰੇ ਵੱਲ ਜਾਣ ਨਾਲ ਘੱਟਦਾ ਹੈ ।
(c) ਇਸ ਦੇ ਸਿਰੇ ਵੱਲ ਜਾਣ ਨਾਲ ਵਧਦਾ ਹੈ ।
(d) ਸਾਰੇ ਬਿੰਦੁਆਂ ਉੱਤੇ ਬਰਾਬਰ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
(c) ਇਸ ਦੇ ਸਿਰੇ ਵੱਲ ਜਾਣ ਨਾਲ ਵਧਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਕਿਸੇ ਪ੍ਰੋਟਾਨ ਦਾ ਹੇਠ ਲਿਖਿਆਂ ਵਿੱਚੋਂ ਕਿਹੜਾ ਗੁਣ ਕਿਸੇ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਸੁਤੰਤਰ ਗਤੀ ਕਰਦੇ ਸਮੇਂ । ਪਰਿਵਰਤਿਤ ਹੋ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ? (ਇੱਥੇ ਇੱਕ ਤੋਂ ਵੱਧ ਉੱਤਰ ਹੋ ਸਕਦੇ ਹਨ ।)
(a) ਪੁੰਜ
(b) ਚਾਲ
(c) ਵੇਗ
(d) ਮੋਮੈਂਟਮ ।
ਉੱਤਰ-
(c) ਵੇਗ ਅਤੇ (d) ਮੋਮੈਂਟਮ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 9.
ਕਿਰਿਆ 13.7 ਵਿੱਚ ਤੁਹਾਡੇ ਵਿਚਾਰ ਵਿੱਚ ਛੜ AB ਦਾ ਵਿਸਥਾਪਨ ਕਿਸ ਪ੍ਰਕਾਰ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਹੋਵੇਗਾ ਜੇਕਰ :
(i) ਛੜ AB ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਵਿੱਚ ਵਾਧਾ ਜਾਵੇ ।
(ii) ਵਾਧਾ ਇੱਕ ਪ੍ਰਬਲ ਨਾਲ ਚੁੰਬਕ ਪ੍ਰਯੋਗ ਕੀਤਾ ਜਾਵੇ ।
(ii) ਛੜ AB ਦੀ ਲੰਬਾਈ ਵਿੱਚ ਵਾਧਾ ਕਰ ਦਿੱਤਾ ਜਾਵੇ ।
ਉੱਤਰ-
(i) ਛੜ ਦਾ ਵਿਸਥਾਪਨ ਵੱਧ ਜਾਵੇਗਾ ਕਿਉਂਕਿ ਛੜ ਤੇ ਲੱਗ ਰਿਹਾ ਬਲ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੇ ਸਿੱਧਾ ਅਨੁਪਾਤੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
(ii) ਛੜ ਦਾ ਵਿਸਥਾਪਨ ਵੱਧ ਜਾਵੇਗਾ, ਕਿਉਂਕਿ ਛੜ ਤੇ ਲੱਗ ਰਿਹਾ ਬਲ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੇ ਸਿੱਧਾ ਅਨੁਪਾਤੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
(iii) ਛੜ ਦਾ ਵਿਸਥਾਪਨ ਵੱਧ ਜਾਵੇਗਾ, ਕਿਉਂਕਿ ਇਸ ਤੇ ਲੱਗ ਰਿਹਾ ਬਲ ਛੜ ਦੀ ਲੰਬਾਈ ਦੇ ਸਿੱਧਾ ਅਨੁਪਾਤੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 10.
ਪੱਛਮ ਦੇ ਵੱਲ ਪਰਖੇਪਿਤ ਕੋਈ ਧਨਚਾਰਜਿਤ ਕਣ (ਐਲਫਾ ਕਣ ਕਿਸੇ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੁਆਰਾ ਉੱਤਰ ਵੱਲ ਵਿਖੇਪਿਤ ਹੋ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਹੈ :
(a) ਦੱਖਣ ਵੱਲ
(b) ਪੂਰਬ ਵੱਲ
(c) ਹੇਠਾਂ ਵੱਲ
(d) ਉੱਪਰ ਵੱਲ ।
ਉੱਤਰ-
(d) ਉੱਪਰ ਵੱਲ (ਅਜਿਹਾ ਫਲੇਮਿੰਗ ਦੇ ਖੱਬੇ ਹੱਥ ਦੇ ਨਿਯਮ ਅਨੁਸਾਰ ਹੈ ।)

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 11.
ਫਲੇਮਿੰਗ ਦਾ ਖੱਬਾ ਹੱਥ ਨਿਯਮ ਲਿਖੋ ।
ਜਾਂ
ਬਲ
ਫਲੇਮਿੰਗ ਦਾ ਖੱਬੇ ਹੱਥ ਦਾ ਨਿਯਮ ਲਿਖੋ । ਚਿੱਤਰ ਵੀ ਬਣਾਓ ।
ਉੱਤਰ-
ਫਲੇਮਿੰਗ ਦਾ ਖੱਬਾ ਹੱਥ ਨਿਯਮ-ਇਸ ਨਿਯਮ ਦੇ ਅਨੁਸਾਰ “ਆਪਣੇ ਖੱਬੇ ਹੱਥ ਦੀ ਪਹਿਲੀ ਉਂਗਲੀ, ਵਿਚਕਾਰਲੀ ਉਂਗਲੀ ਅਤੇ ਅੰਗੂਠੇ ਨੂੰ ਇਸ ਪ੍ਰਕਾਰ ਫੈਲਾਓ ਕਿ ਇਹ ਤਿੰਨੋਂ ਇੱਕ ਦੂਜੇ ਦੇ ਪਰਸਪਰ ਲੰਬ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਹੋਣ, ਜੇਕਰ ਪਹਿਲੀ ਉਂਗਲੀ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ, ਵਿਚਕਾਰਲੀ ਉਂਗਲੀ ਚਾਲਕ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਸੰਕੇਤ ਕਰਦੀ ਹੈ ਤਾਂ ਅੰਗੂਠਾ ਚਾਲਕ ਦੀ ਗਤੀ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਜਾਂ ਚਾਲਕ ਉੱਤੇ ਲੱਗ ਰਹੇ ਬਲ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਵੱਲ ਸੰਕੇਤ ਕਰੇਗਾ ।”
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PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 13 ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੇ ਚੁੰਬਕੀ ਪ੍ਰਭਾਵ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 12.
ਬਿਜਲਈ ਮੋਟਰ ਦਾ ਕੀ ਸਿਧਾਂਤ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਬਿਜਲਈ ਮੋਟਰ ਦਾ ਸਿਧਾਂਤ-ਜਦੋਂ ਕਿਸੇ ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਰੱਖ ਕੇ ਉਸ ਵਿਚੋਂ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ਤਾਂ ਕੁੰਡਲੀ ਉੱਪਰ ਇੱਕ ਬਲ ਦਾ ਜੋੜਾ (ਬਲ ਯੁਗਮ) ਕਾਰਜ ਕਰਨ ਲਗਦਾ ਹੈ ਜਿਹੜਾ ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਉਸ ਦੇ ਧੁਰੇ ਦੁਆਲੇ ਘੁਮਾਉਣ ਲੱਗ ਪੈਂਦਾ ਹੈ, ਜੇਕਰ ਕੁੰਡਲੀ ਘੁੰਮਣ ਲਈ ਸੁਤੰਤਰ ਹੋਵੇ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 13.
ਬਿਜਲਈ ਮੋਟਰ ਵਿੱਚ ਸਪਲਿਟ ਰਿੰਗ ਦੀ ਕੀ ਮਹੱਤਤਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਬਿਜਲਈ ਮੋਟਰ ਵਿੱਚ ਸਪਲਿਟ ਰਿੰਗ ਦੀ ਮਹੱਤਤਾ – ਬਿਜਲਈ ਮੋਟਰ ਵਿੱਚ ਸਪਲਿਟ ਰਿੰਗ (ਛੱਲੇ) ਦਾ ਕੰਮ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿਚੋਂ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਨੂੰ ਬਦਲਣਾ ਹੈ (ਅਰਥਾਤ ਦਿਸ਼ਾ ਪਰਿਵਰਤਨ ਦਾ ਕੰਮ ਕਰਦੇ ਹਨ) । ਜਦੋਂ ਕੁੰਡਲੀ ਅੱਧਾ ਚੱਕਰ ਪੂਰਾ ਕਰ ਲੈਂਦੀ ਹੈ ਤਾਂ ਸਪਲਿਟ ਰਿੰਗ ਦਾ ਇੱਕ ਪਾਸਿਓਂ ਬੁਰਸ਼ ਨਾਲ ਸੰਪਰਕ ਸਮਾਪਤ ਹੋ ਕੇ ਦੂਜੇ ਪਾਸੇ ਜੁੜ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਜਿਸ ਦੇ ਸਿੱਟੇ ਵਜੋਂ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਹਮੇਸ਼ਾ ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਬਣੀ ਰਹਿੰਦੀ ਹੈ ਕਿ ਕੁੰਡਲੀ ਇੱਕ ਹੀ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਚੱਕਰ ਲਾਉਂਦੀ ਰਹਿੰਦੀ ਹੈ । ਜੇਕਰ ਬਿਜਲਈ ਮੋਟਰ ਵਿੱਚ ਸਪਲਿਟ ਰਿੰਗ ਨਾ ਲੱਗੇ ਹੋਣ ਤਾਂ ਮੋਟਰ ਅੱਧਾ ਚੱਕਰ ਲਗਾ ਕੇ ਰੁੱਕ ਜਾਵੇਗੀ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 14.
ਕਿਸੇ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰੇਰਿਤ ਕਰਨ ਦੇ ਢੰਗ ਸਪੱਸ਼ਟ ਕਰੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰੇਰਿਤ ਕਰਨ ਦੇ ਵਿਭਿੰਨ ਢੰਗ-

  1. ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਇੱਕ ਥਾਂ ‘ਤੇ ਸਥਿਰ ਰੱਖ ਕੇ, ਛੜ ਚੁੰਬਕ ਨੂੰ ਕੁੰਡਲੀ ਵੱਲ ਲਿਆ ਕੇ ਜਾਂ ਫਿਰ ਕੁੰਡਲੀ ਤੋਂ ਦੂਰ ਲਿਜਾ ‘ ਕੇ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰੇਰਿਤ ਕੀਤੀ ਜਾ ਸਕਦੀ ਹੈ ।
  2. ਚੁੰਬਕ ਨੂੰ ਸਥਿਰ ਰੱਖ ਕੇ ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਚੁੰਬਕ ਵੱਲ ਜਾਂ ਇਸ ਤੋਂ ਦੂਰ ਲਿਜਾ ਕੇ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰੇਮ੍ਰਿਤ ਕੀਤੀ ਜਾ ਸਕਦੀ ਹੈ ।
  3. ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਕਿਸੇ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਘੁਮਾ ਕੇ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰੇਰਿਤ ਕੀਤੀ ਜਾ ਸਕਦੀ ਹੈ ।
  4. ਇੱਕ ਕੁੰਡਲੀ ਦੇ ਨੇੜੇ ਰੱਖੀ ਹੋਈ ਕਿਸੇ ਦੂਜੀ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੀ ਮਾਤਰਾ ਵਿੱਚ ਪਰਿਵਰਤਨ ਲਿਆਉਣ ਨਾਲ ਪਹਿਲੀ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਪੇਰਿਤ ਕੀਤੀ ਜਾ ਸਕਦੀ ਹੈ ।

 

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 15.
ਬਿਜਲੀ ਜਨਰੇਟਰ ਦਾ ਸਿਧਾਂਤ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਬਿਜਲੀ ਜਨਰੇਟਰ ਦਾ ਸਿਧਾਂਤ – “ਜਦੋਂ ਕਿਸੇ ਬੰਦ ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਕਿਸੇ ਸ਼ਕਤੀਸ਼ਾਲੀ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਤੇਜ਼ ਗਤੀ ਨਾਲ ਘੁੰਮਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਉਸ ਵਿਚੋਂ ਗੁਜਰਨ ਵਾਲੇ ਚੁੰਬਕੀ-ਫਲੱਕਸ ਵਿੱਚ ਲਗਾਤਾਰ ਪਰਿਵਰਤਨ ਹੁੰਦਾ ਰਹਿੰਦਾ ਹੈ, ਜਿਸ ਕਰਕੇ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰੇਰਿਤ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਘੁੰਮਾਉਣ ਲਈ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਕਾਰਜ ਹੀ ਕੁੰਡਲੀ ਅੰਦਰ ਬਿਜਲੀ ਊਰਜਾ ਦੇ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਵਿਖਾਈ ਦਿੰਦਾ ਹੈ ।”

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 16.
ਸਿੱਧੀ ਧਾਰਾ DC ਦੇ ਕੁੱਝ ਤਾਂ ਦੇ ਨਾਂ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਸਿੱਧੀ ਧਾਰਾ ਦੇ ਸੋਤ-

  1. ਬਿਜਲਈ ਸੈੱਲ ਜਾਂ ਬੈਟਰੀ
  2. ਅਪਰਤਵੀਂ ਧਾਰਾ ਜੈਨਰੇਟਰ ਡਾਇਨਮੋ)
  3. ਬਟਨ ਸੈਲ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 17.
ਪਤਵੀਂ ਸਿੱਧੀ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ (AC) ਉਤਪੰਨ ਕਰਨ ਵਾਲੇ ਤਾਂ ਦੇ ਨਾਂ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਪਰਤਵੀਂ ਸਿੱਧੀ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਦੇ ਸੋਤ-

  1. ਜੈਨਰੇਟਰ
  2. ਪਣ-ਬਿਜਲਈ ਪਲਾਂਟ
  3. ਪਰਤਵੀਂ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਉਤਪੰਨ ਕਰਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 18.
ਠੀਕ ਵਿਕਲਪ ਦੀ ਚੋਣ ਕਰੋ :
ਤਾਂਬੇ ਦੀ ਤਾਰ ਦੀ ਇੱਕ ਆਇਤਾਕਾਰ ਕੁੰਡਲੀ ਕਿਸੇ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਘੁੰਮਣ ਗਤੀ ਕਰ ਰਹੀ ਹੈ । ਇਸ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ. ਪ੍ਰੇਰਿਤ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਕਿੰਨੇ ਘੁੰਮਣ-ਚੱਕਰਾਂ ਦੇ ਪਿੱਛੋਂ ਪਰਿਵਰਤਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ?
(a) ਦੋ
(b) ਇੱਕ
(c) ਅੱਧੇ
(d) ਚੌਥਾਈ ।
ਉੱਤਰ-
(c) ਅੱਧੇ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 13 ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੇ ਚੁੰਬਕੀ ਪ੍ਰਭਾਵ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 19.
ਬਿਜਲੀ ਸਰਕਟਾਂ ਅਤੇ ਉਪਕਰਨਾਂ ਵਿੱਚ ਆਮ ਵਰਤੇ ਜਾਂਦੇ ਦੋ ਸੁਰੱਖਿਆ ਉਪਾਵਾਂ ਦੇ ਨਾਂ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-

  1. ਫਿਉਜ਼ ਤਾਰ ਅਤੇ
  2. ਭੂ-ਸੰਪਰਕ ਤਾਰ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 20.
2KW ਸ਼ਕਤੀ ਅੰਕਿਤ ਦੀ ਬਿਜਲੀ ਓਵਨ ਕਿਸੇ ਘਰੇਲੂ ਬਿਜਲੀ ਸਰਕਟ (220V) ਵਿੱਚ ਚਲਾਇਆ ਗਿਆ ਹੈ ਜਿਸ ਦਾ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਅੰਕ 5A ਹੈ। ਇਸ ਤੋਂ ਤੁਸੀਂ ਕਿਸ ਸਿੱਟੇ ਦੀ ਆਸ ਕਰਦੇ ਹੋ ? ਸਪੱਸ਼ਟ ਕਰੋ ।
ਹੱਲ :
∵ ਘਰੇਲੂ ਸਰਕਟ ਦੀ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਦਾ ਅੰਕ. 5A ਹੈ । ਇਸ ਦਾ ਇਹ ਅਰਥ ਹੈ ਕਿ ਘਰ ਦੀ ਮੁੱਖ ਲਾਇਨ ਵਿੱਚ 5A ਦਾ ਫਿਉਜ਼ ਤਾਰ ਲੱਗਿਆ ਹੋਇਆ ਹੈ ।
ਬਿਜਲੀ ਓਵਨ (ਤੰਦੂਰ) ਦੀ ਸ਼ਕਤੀ (P) = 2 KW= 2000W
ਜਦੋਂ ਪੁਟੈਸ਼ਲ ਅੰਤਰੇ (V) = 220V
ਮੰਨ ਲਓ ਕਿ ਬਿਜਲੀ ਓਵਨ (ਤੰਦੂਰ) ਦੁਆਰਾ ਲਈ ਜਾਣ ਵਾਲੀ ਧਾਰਾ I ਹੈ, ਤਾਂ
P = V × I ਤੋਂ
I = \(\frac{\mathrm{P}}{\mathrm{V}}\)
= \(\frac{2000 \mathrm{~W}}{220 \mathrm{~V}}\)
= 9.09 A
ਅਰਥਾਤ ਬਿਜਲੀ ਓਵਨ ਮੁੱਖ ਲਾਇਨ ਤੋਂ 9.09 A ਦੀ ਧਾਰਾ ਲਵੇਗਾ ਜੋ ਫਿਊਜ਼ ਤਾਰ ਦੀ ਸਮਰੱਥਾ ਤੋਂ ਵੱਧ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਵਿਉਜ਼ ਦੀ ਤਾਰ ਪਿਘਲ ਜਾਵੇਗੀ ਅਤੇ ਬਿਜਲੀ ਸਰਕਟ ਟੁੱਟ ਜਾਵੇਗਾ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 21.
ਘਰੇਲੂ ਬਿਜਲਈ ਸਰਕਟਾਂ ਵਿੱਚ ਓਵਰ ਲੋਡਿੰਗ ਦੇ ਬਚਾਓ ਲਈ ਤੁਸੀਂ ਕੀ ਸਾਵਧਾਨੀਆਂ ਵਰਤੋਗੇ ?
ਉੱਤਰ-
ਓਵਰ ਲੋਡਿੰਗ ਦੇ ਬਚਾਓ ਲਈ ਸਾਵਧਾਨੀਆਂ-

  1. ਬਿਜਲਈ ਪ੍ਰਵਾਹ ਲਈ ਵਰਤੋਂ ਵਿੱਚ ਲਿਆਉਣ ਵਾਲੀਆਂ ਤਾਰਾਂ ਵਧੀਆ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਨ ਪਦਾਰਥ ਨਾਲ ਢੱਕੀਆਂ ਹੋਣੀਆਂ ਚਾਹੀਦੀਆਂ ਹਨ ।
  2. ਬਿਜਲਈ ਸਰਕਟ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਭਾਗਾਂ ਵਿੱਚ ਵੰਡੇ ਹੋਣੇ ਚਾਹੀਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਹਰੇਕ ਉਪਕਰਨ ਦਾ ਵੱਖ ਫਿਊਜ਼ ਹੋਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
  3. ਉੱਚ ਸ਼ਕਤੀ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਵਾਲੇ ਏਅਰ ਕੰਡੀਸ਼ਨਰ, ਫਰਿੱਜ਼, ਵਾਟਰ ਹੀਟਰ, ਹੀਟਰ, ਐੱਸ ਆਦਿ ਸਾਰੇ ਇੱਕ ਸਮੇਂ ਨਹੀਂ ਵਰਤੋਂ ਵਿੱਚ ਲਿਆਉਣੇ ਚਾਹੀਦੇ ।
  4. ਇੱਕ ਸਾਕਟ ਨਾਲ ਬਹੁਤ ਸਾਰੇ ਉਪਕਰਨ ਨਹੀਂ ਚਲਾਉਣੇ ਚਾਹੀਦੇ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 12 ਬਿਜਲੀ

Punjab State Board PSEB 10th Class Science Book Solutions Chapter 12 ਬਿਜਲੀ Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 Science Chapter 12 ਬਿਜਲੀ

PSEB 10th Class Science Guide ਬਿਜਲੀ Textbook Questions and Answers

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ R ਦੇ ਕਿਸੇ ਤਾਰ ਦੇ ਟੁਕੜੇ ਨੂੰ ਪੰਜ ਬਰਾਬਰ ਭਾਗਾਂ ਵਿੱਚ ਕੱਟਿਆ ਗਿਆ ਹੈ। ਇਨ੍ਹਾਂ ਟੁਕੜਿਆਂ ਨੂੰ ਫਿਰ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਵਿੱਚ ਜੋੜਿਆ ਗਿਆ ਹੈ ਜੇਕਰ ਸੰਯੋਗ ਦਾ ਡੁੱਲ-ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ R’ ਹੈ ਤਾਂ \(\frac{\mathbf{R}}{\mathbf{R}^{\prime}}\) ਅਨੁਪਾਤ ਦਾ ਮਾਨ ਹੈ :
(a) \(\frac {1}{25}\)
(b) \(\frac {1}{5}\)
(c) 5
(d) 25.
ਹੱਲ :
ਹਰੇਕ ਕੱਟੇ ਹੋਏ ਭਾਗ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ \(\frac{R}{5}\)
ਤਿਰੋ
∴ R1 = R2 = R3 = R4 = R5 = \(\frac{R}{5}\) ਹੋਵੇਗਾ
ਪੰਜਾਂ ਕੱਟੇ ਹੋਏ ਟੁਕੜਿਆਂ ਨੂੰ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਵਿੱਚ ਜੋੜਨ ਤੇ
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 12 ਬਿਜਲੀ 1
∴ R’ = \(\frac{\mathrm{R}}{25}\)
ਜਾਂ = \(\frac{\mathrm{R}}{\mathrm{R}^{\prime}}\) = 25
∴ ਸਹੀ ਉੱਤਰ (d) 25 ਹੈ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 12 ਬਿਜਲੀ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਹੇਠ ਲਿਖਿਆਂ ਵਿੱਚੋਂ ਕਿਹੜਾ ਪਦ ਬਿਜਲਈ ਸਰਕਟ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਸ਼ਕਤੀ ਨੂੰ ਨਹੀਂ ਦਰਸਾਉਂਦਾ ?
(a) I2R
(b) IR2
(c) VI
(d) V2/R.
ਹੱਲ :
ਬਿਜਲਈ ਸ਼ਕਤੀ P = V × I
= (IR) × I
= I2R
= (\(\frac{\mathrm{V}}{\mathrm{R}}\))2 × R (∵\(\frac{\mathrm{V}}{\mathrm{I}}\) = R)
= \(\frac{V^{2}}{R}\)
ਸਿਰਫ਼ IR2 ਬਿਜਲਈ ਸਰਕਟ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਸ਼ਕਤੀ ਨੂੰ ਨਹੀਂ ਦਰਸਾਉਂਦਾ ਹੈ ।
∴ ਸਹੀ ਉੱਤਰ ਹੋਵੇਗਾ (b) IR2

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਕਿਸੇ ਬਿਜਲਈ ਬੱਲਬ ਉੱਤੇ 220 V ਅਤੇ 100 ਅੰਕਿਤ ਹੈ। ਜਦੋਂ ਇਸਨੂੰ 110V ਉੱਤੇ ਚਾਲੂ ਕਰਦੇ ਹਨ ਤਾਂ ਇਸ ਦੁਆਰਾ ਵਰਤੀ ਸ਼ਕਤੀ ਹੋਵੇਗੀ :
(a) 100W
(b) 75W
(c) 50W
(d) 25 W.
ਹੱਲ :
ਸੂਤਰ P = \(\frac{\mathrm{V}^{2}}{\mathrm{R}}\) miss
ਬੱਲਬ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ R = \(\frac{\mathrm{V}^{2}}{\mathrm{P}}\)
= \(\frac{(220)^{2}}{100}\)
= \(\frac{220 \times 220}{100}\)
= 484Ω
∴ ਦੂਜੀ ਅਵਸਥਾ ਵਿੱਚ 110v ਤੇ ਚਾਲੂ ਕਰਨ ਨਾਲ ਬੱਲਬ ਦੁਆਰਾ ਖ਼ਪਤ ਕੀਤੀ ਗਈ ਸ਼ਕਤੀ
p1 = \(\frac{\mathrm{V}_{1}^{2}}{\mathrm{R}}\)
= \(\frac{(110)^{2}}{484}\)
= \(\frac{110 \times 110}{484}\)
= 25 W
ਇਸ ਲਈ ਸਹੀ ਉੱਤਰ (d) 25 ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਦੋ ਚਾਲਕ ਤਾਰਾਂ ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਪਦਾਰਥ, ਲੰਬਾਈ ਅਤੇ ਵਿਆਸ ਬਰਾਬਰ ਹਨ ਕਿਸੇ ਬਿਜਲਈ ਸਰਕਟ ਵਿੱਚ ਜਿਸਦੇ ਸਿਰਿਆਂ ਤੇ ਟੈਂਸ਼ਲ ਅੰਤਰ ਉਹੀ ਹੋਵੇ, ਪਹਿਲਾਂ ਲੜੀ ਵਿੱਚ ਅਤੇ ਫਿਰ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਵਿੱਚ ਜੋੜੀਆਂ ਗਈਆਂ । ਲੜੀ ਅਤੇ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਸੰਯੋਗ ਵਿੱਚ ਉਤਪੰਨ ਤਾਪ ਦਾ ਅਨੁਪਾਤ ਹੋਵੇਗਾ :
(a) 1 : 2
(b) 2 : 1
(c) 1 : 4
(d) 4 : 1.
ਹੱਲ :
ਕਿਉਂਕਿ ਸਾਰੇ ਚਾਲਕ ਇੱਕ ਸਮਾਨ ਪਦਾਰਥ, ਲੰਬਾਈ ਅਤੇ ਵਿਆਸ ਦੇ ਹਨ, ਇਸ ਲਈ ਸਾਰਿਆਂ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਬਰਾਬਰ ਹੋਵੇਗਾ। ਮੰਨ ਲਓ ਇਹ R ਹੈ।
ਦੋਨਾਂ ਚਾਲਕ ਤਾਰਾਂ ਨੂੰ ਲੜੀਕਮ ਵਿੱਚ ਸੰਯੋਜਿਤ ਕਰਨ ‘ਤੇ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ Rs = R + R = 2R
ਦੋਨਾਂ ਚਾਲਕ ਤਾਰਾਂ ਨੂੰ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਕ੍ਰਮ ਵਿੱਚ ਸੰਯੋਜਿਤ ਕਰਨ ‘ਤੇ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ \(\frac{1}{R_{p}}=\frac{1}{R}+\frac{1}{R}=\frac{2}{R}\)
ਲੜੀਕਮ ਵਿੱਚ ਸੰਯੋਜਿਤ ਹੋਣ ‘ਤੇ ਉਤਪੰਨ ਹੋਇਆ ਤਾਪ H1 = Ps = \(\frac{\mathrm{V}^{2}}{\mathrm{R}_{s}}\)
ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਕੂਮ ਵਿੱਚ ਸੰਯੋਜਿਤ ਹੋਣ ‘ਤੇ ਉਤਪੰਨ ਹੋਇਆ ਤਾਪ H2 = pp = \(\frac{\mathrm{V}^{2}}{\mathrm{R}_{p}}\)
ਜੇਕਰ ਪੁਟੈਂਸ਼ਲ ਅੰਤਰ V ਹੈ ਤਾਂ ਦੋਨਾਂ ਸੰਯੋਜਨਾਂ ਵਿੱਚ ਉਤਪੰਨ ਤਾਪ ਦਾ ਅਨੁਪਾਤ
\(\frac{\mathrm{H}_{1}}{\mathrm{H}_{2}}\) = \(\frac{\mathrm{V}^{2} / \mathbf{R}_{s}}{\mathrm{~V}^{2} / \mathbf{R}_{p}}=\frac{\mathbf{R}_{p}}{\mathbf{R}_{s}}=\frac{\mathbf{R} / 2}{2 \mathbf{R}}\) = \(\frac{1}{4}\)
ਇਸ ਲਈ ਸਹੀ ਉੱਤਰ (c) 1 : 4 ਹੈ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 12 ਬਿਜਲੀ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਕਿਸੇ ਬਿਜਲਈ ਸਰਕਟ ਵਿੱਚ ਦੋ ਬਿੰਦੂਆਂ ਦੇ ਵਿੱਚ ਪੁਟੈਂਸ਼ਲ ਅੰਤਰ ਮਾਪਣ ਲਈ ਵੋਲਟਮੀਟਰ ਨੂੰ ਕਿਸ ਪ੍ਰਕਾਰ ਜੋੜਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਕਿਸੇ ਬਿਜਲਈ ਸਰਕਟ ਦੇ ਦੋ ਬਿੰਦੂਆਂ ਵਿੱਚ ਪੁਟੈਂਸ਼ਲ ਅੰਤਰ ਮਾਪਣ ਲਈ ਵੋਲਟਮੀਟਰ ਨੂੰ ਦੋ ਬਿੰਦੂਆਂ ਵਿਚਲੇ ਸਮਾਨਅੰਤਰ ਵਿੱਚ ਜੋੜਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਇੱਕ ਤਾਂਬੇ ਦੀ ਤਾਰ ਦਾ ਵਿਆਸ 0.5 mm ਅਤੇ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕਤਾ 1.6 × 10-8Ωm ਹੈ। 10Ω ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕ ਬਣਾਉਣ ਲਈ ਕਿੰਨੀ ਲੰਬੀ ਤਾਰ ਦੀ ਜ਼ਰੂਰਤ ਹੋਵੇਗੀ ? ਜੇਕਰ ਇਸ ਤੋਂ ਦੁੱਗਣੇ ਵਿਆਸ ਦੀ ਤਾਰ ਲਈ ਜਾਵੇ ਤਾਂ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਵਿੱਚ ਕੀ ਅੰਤਰ ਆਵੇਗਾ ?
ਹੱਲ :
ਦਿੱਤਾ ਹੈ, ਤਾਰ ਦੀ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕਤਾ (ρ) = 1.6 × 10-8Ωm
ਤਾਰ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ (R) = 10Ω
ਤਾਰ ਦਾ ਵਿਆਸ (2r) = 0.5 mm
= 5 × 10-4m
∴ ਤਾਰ ਦਾ ਅਰਧ-ਵਿਆਸ (r) = 25 × 10-4 m
ਤਾਰ ਦੇ ਪਰਿਖੇਤਰ ਕਾਟ ਦਾ ਖੇਤਰਫਲ (A) = πr2
= 3.14 × (2.5 × 10-4)2 m2
= 19.625 × 10-8 m2
:: ਸੂਤਰ R = ρ\(\frac{l}{\mathrm{~A}}\) ਤੋਂ
ਤਾਰ ਦੀ ਲੰਬਾਈ (l) = \(\frac{\mathrm{R} \times \mathrm{A}}{\rho}\)
= = \(\frac{10 \times 19.625 \times 10^{-8}}{1.6 \times 10^{-8}}\)
= 12.26 × 103 m
= 12260m
ਵਿਆਸ ਦੁੱਗਣਾ ਕਰਨ ਨਾਲ ਤਾਰ ਦਾ ਅਰਧ-ਵਿਆਸ ਵੀ ਦੁਗਣਾ ਅਤੇ ਪਰਿਖੇਤਰ ਕਾਟ ਦਾ ਖੇਤਰਫਲ (A = πr2). ਚੌਗੁਣਾ ਹੋ ਜਾਵੇਗਾ ।
∴ R ∝ \(\frac{1}{\mathrm{~A}}\)
∴ ਖੇਤਰਫਲ ਚੌਗੁਣਾ ਹੋਣ ਕਾਰਨ ਤਾਰ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ \(\frac{1}{4}\) ਰਹਿ ਜਾਏਗਾ।
ਅਰਥਾਤ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ R’ = \(\frac{1}{4}\)R
= \(\frac{1}{4}\) × 10
= 2.5Ω

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਕਿਸੇ ਤਿਰੋਧਕ ਦੇ ਸਿਰਿਆਂ ਤੇ ਪੁਟੈਂਸ਼ਲ ਅੰਤਰ vਦੇ ਭਿੰਨ ਮਾਨਾਂ ਲਈ ਉਸ ਤੋਂ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾਵਾਂ V ਦੇ ਸੰਗਤ ਮਾਨ ਹੇਠ ਦਿੱਤੇ ਗਏ
ਹਨ :
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 12 ਬਿਜਲੀ 2
V ਅਤੇ I ਦੇ ਵਿੱਚ ਗ੍ਰਾਫ਼ ਖਿੱਚ ਕੇ ਇਸ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕ ਦਾ ਤਿਰੋਧ ਗਿਆਤ ਕਰੋ ।
ਹੱਲ :
ਲੋੜੀਂਦੇ ਗ੍ਰਾਫ਼ ਦੇ ਲਈ ਨਾਲ ਦਿੱਤਾ ਹੋਇਆ ਚਿੱਤਰ ਵੇਖੋ ।
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 12 ਬਿਜਲੀ 3
ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ = ਗ੍ਰਾਫ਼ ਦੀ ਢਲਾਨ
ਅਰਥਾਤ R = \(\frac{\Delta V}{\Delta I}\)
ਦਿੱਤੇ ਹੋਏ ਅੰਕੜਿਆਂ ਤੋਂ
V1 = 3.4V, V2 = 10.2 V
ਸੰਗਤ I1 = 1.0A, I2 = 3.4
∴ ΔV = V2 – V1
= 10.2 – 3.4
= 6.8V
ਅਤੇ ΔI = I2 – I1
= 3.0A – 1.0A
= 2.0 A
∴ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ R = \(\frac{\Delta \mathrm{V}}{\Delta \mathrm{I}}\)
= \(\frac{6.8 \mathrm{~V}}{2.0 \mathrm{~A}}\)
= 3.4Ω

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਕਿਸੇ ਅਗਿਆਤ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕ ਦੇ ਸਿਰਿਆਂ ਤੇ 12V ਦੀ ਬੈਟਰੀ ਜੋੜਨ ਤੇ ਸਰਕਟ ਵਿੱਚ 2.5mA ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਹੁੰਦੀ ਹੈ। ਤਿਰੋਧਕ ਦੇ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਦੀ ਗਣਨਾ ਕਰੋ ।
ਹੱਲ :
ਦਿੱਤਾ ਹੈ, ਪੁਟੈਂਸ਼ਲ ਅੰਤਰ V = 12V
ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਧਾਰਾ I = 2.5 mA
= 2.5 × 10-3 A
ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ R = \(\frac{\mathrm{V}}{\mathrm{I}}\)
= \(\frac{12}{2.5 \times 10^{-3}}\)
= \(\frac{12 \times 10^{3}}{2.5}\)
= 4.8 × 103
= 4.8KΩ

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 12 ਬਿਜਲੀ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 9.
9V ਦੀ ਬੈਟਰੀ ਨੂੰ 0.2Ω, 0.3Ω, 0.4Ω, 0.5Ω ਅਤੇ 12Ω ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕਾਂ ਨਾਲ ਲੜੀ ਵਿੱਚ ਜੋੜਿਆ ਗਿਆ ਹੈ। 12Ω ਦੇ ਤਿਰੋਧਕ ਵਿੱਚ ਕਿੰਨੀ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਹੋਵੇਗੀ ?
ਹੱਲ :
ਦਿੱਤਾ ਹੈ, R1 = 0.2Ω, R2 = 0.3Ω, R3 = 0.4Ω, R4 = 0.5Ω, R5 = 12Ω
ਲੜੀ ਸੰਯੋਜਨ ਦਾ ਕੁੱਲ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ R = R1 + R2 + R3 + R4 + R5
= 0.2 + 0.3 + 0.4 + 0.5 + 12
= 13.4Ω
ਬਿਜਲਈ ਸਰਕਟ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਹੋ ਰਹੀ ਕੁੱਲ ਧਾਰਾ I = \(\frac{\mathrm{V}}{\mathrm{R}}\)
= \(\frac{9 \mathrm{~V}}{13.4 \Omega}\)
= 0.67A
ਲੜੀ ਸੰਯੋਜਨ ਵਿੱਚ ਹਰੇਕ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਵਿੱਚੋਂ 0.67A ਦੀ ਧਾਰਾ ਹੀ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਹੋਵੇਗੀ।
∴ 12Ω ਦੇ ਤਿਰੋਧਕ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਹੋਣ ਵਾਲੀ ਧਾਰਾ = 0.67A

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 10.
176Ω ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਦੇ ਕਿੰਨੇ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕਾਂ ਨੂੰ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਕੂਮ ਵਿੱਚ ਜੋੜਿਆ ਜਾਵੇ ਤਾਂ ਕਿ 220v ਦੇ ਬਿਜਲਈ ਸਰੋਤ ਤੋਂ 5A ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਹੋਵੇ ।
ਹੱਲ :
ਦਿੱਤਾ ਹੈ, ਸਰੋਤ ਦਾ ਪੁਟੈਂਸ਼ਲ ਅੰਤਰ V = 220 V
ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੀ ਮਾਤਰਾ I = 5A
∴ ਸੰਯੋਜਨ ਦਾ ਤੁੱਲ-ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ R = \(\frac{\mathrm{V}}{\mathrm{I}}\)
= \(\frac{220 \mathrm{~V}}{5 \mathrm{~A}}\)
ਜਾਂ R = 44Ω
R1 = R2 = R3 ……………….. = Rn = 176Ω
ਮੰਨ ਲਓ ਅਜਿਹੇ n ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਜੋੜੇ ਗਏ ਹਨ, ਤਾਂ
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 12 ਬਿਜਲੀ 4
= \(\frac{176}{44}\) = 4
ਇਸ ਲਈ 4 ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕ ਹੀ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਜੋੜੇ ਜਾਣਗੇ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 11.
ਇਹ ਦਰਸਾਓ ਕਿ ਤੁਸੀਂ 6Ω ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਦੇ ਤਿੰਨ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕਾਂ ਨੂੰ ਕਿਸ ਪ੍ਰਕਾਰ ਜੋੜੋਗੇ ਕਿ ਸੰਯੋਗ ਦਾ ਤਿਰੋਧ : (i) 9Ω (ii) 4Ω ਹੋਵੇ।
ਹੱਲ :
(i) 9Ω ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਲਈ ਪਹਿਲੇ ਦੋ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕਾਂ ਨੂੰ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਵਿੱਚ ਅਤੇ ਤੀਸਰੇ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਨੂੰ ਇਸ ਸੰਯੋਜਨ ਨਾਲ ਲੜੀ ਵਿੱਚ ਜੋੜਨਾ ਹੋਵੇਗਾ ।
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 12 ਬਿਜਲੀ 5
ਮੰਨ ਲਓ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਸੰਯੋਗ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ R ਹੈ ।
∴ = \(\frac{1}{\mathrm{R}}=\frac{1}{r_{1}}+\frac{1}{r_{2}}\)
= \(\frac{1}{6}+\frac{1}{6}\)
= \(\frac{2}{6}\)
∴ R = \(\frac{6}{2}\) = 3Ω
ਇਹ 3Ω ਦਾ ਤੁੱਲ-ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ, 6Ω ਦੇ ਤੀਸਰੇ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਨਾਲ ਲੜੀ ਵਿੱਚ ਜੁੜ ਕੇ ਕੁੱਲ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ = r3 + R
= 6Ω + 3Ω
= 92 ਹੋ ਜਾਵੇਗਾ ਉੱਤਰ

(ii) ਸੰਯੋਜਨ ਦਾ ਤੁੱਲ-ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ 4Ω ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਲਈ ਪਹਿਲੇ 6Ω ਦੇ ਦੋ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕਾਂ ਨੂੰ ਲੜੀ ਵਿੱਚ ਜੋੜਨਾ ਹੋਵੇਗਾ ਅਤੇ ਉਸ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਇਸ ਨਾਲ ਤੀਸਰਾ ਤਿਰੋਧਕ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਜੋੜਿਆ ਜਾਵੇਗਾ ।
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 12 ਬਿਜਲੀ 6
6Ω ਤੇ 6Ω ਦੇ ਦੋ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕਾਂ ਨੂੰ ਲੜੀ ਵਿੱਚ ਜੋੜਨ ਤੇ
ਸੰਯੋਜਨ ਦਾ ਤੁੱਲ-ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ R = r1 + r2
= 6 + 6
= 12Ω ਹੋਵੇਗਾ |
ਇਹ 12Ω ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਤੀਸਰੇ 6Ω ਦੇ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਨਾਲ ਸਮਾਨਅੰਤਰ ਵਿੱਚ ਜੋੜਨ ਨਾਲ ਕੁੱਲ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ R’ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੋਵੇਗਾ ।
∴ \(\frac{1}{\mathrm{R}^{\prime}}=\frac{1}{6}+\frac{1}{12}\)
= \(\frac{2+1}{12}\)
= \(\frac{3}{12}\)
= \(\frac{1}{4}\)
∴ R’ = 4Ω

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 12.
220 v ਦੀ ਬਿਜਲਈ ਲਾਇਨ ਉੱਤੇ ਉਪਯੋਗ ਕੀਤੇ ਜਾਣ ਵਾਲੇ ਬਹੁਤ ਸਾਰੇ ਬਲਬਾਂ ਨੂੰ 10W ਅੰਕਿਤ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਹੈ। ਜੇਕਰ 220v ਲਾਇਨ ਵਿੱਚ ਅਨੁਮਾਨਤ ਅਧਿਕਤਮ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ 5A ਹੈ ਤਦ ਇਸ ਲਾਇਨ ਦੀਆਂ ਦੋ ਤਾਰਾਂ ਵਿੱਚ ਕਿੰਨੇ ਬੱਲਬ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਵਿੱਚ ਜੋੜੇ ਜਾ ਸਕਦੇ ਹਨ ?
ਹੱਲ :
ਮੰਨ ਲਓ n ਬੱਲਦਾਂ ਨੂੰ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਵਿੱਚ ਜੋੜਿਆ ਹੈ,
ਤਾਂ ਬਿਜਲਈ ਸਰਕਟ ਦੀ ਸ਼ਕਤੀ p = n × ਇੱਕ ਬੱਲਬ ਦੀ ਸ਼ਕਤੀ
n × 10
= 10n ਵਾਟ (W)
ਦਿੱਤਾ ਹੈ, V = 220V
I = 5A
P = V × 1 ਤੋਂ
10n = 220 × 5
∴ n = \(\frac{220 \times 5}{10}\)
= 110
ਅਰਥਾਤ 110 ਬੱਲਦਾਂ ਨੂੰ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਵਿੱਚ ਜੋੜਿਆ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ

ਵਿਕਲਪਿਕ ਤਰੀਕਾ
ਹਰੇਕ ਬੱਲਬ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ (r) = \(\frac{V^{2}}{P}\)
= \(\frac{(220)^{2}}{10}\)
= \(\frac{220 \times 220}{10}\)
= 4840Ω
ਸਰਕਟ ਦੀ ਕੁੱਲ ਤਿਰੋਧਕਤਾ (R) =\(\frac{220 \mathrm{~V}}{5 \mathrm{~V}}\)
= 44Ω
ਮੰਨ ਲਓ ਬੱਲਬਾਂ ਦੀ ਕੁੱਲ ਸੰਖਿਆ n ਹੈ, ਤਾਂ
ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕਤਾ (R) = \(\frac{r}{n}\)
⇒ ਬੱਲਬਾਂ ਦੀ ਸੰਖਿਆ n = \(\frac{r}{\mathrm{R}}\)
= \(\frac{4840}{44}\)
= 110

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 13.
ਇੱਕ ਬਿਜਲਈ ਭੱਠੀ ਦੀ ਤਪਤ ਪਲੇਟ ਦੀਆਂ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕ ਕੁੰਡਲੀਆਂ A ਅਤੇ B ਦੀਆਂ ਬਣੀਆਂ ਹੋਈਆਂ ਹਨ ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਵਿੱਚ ਹਰ ਇੱਕ ਦਾ ਤਿਰੋਧ 24Ω ਹੈ। ਇਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਲੜੀ ਵਿੱਚ ਜਾਂ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਵਿੱਚ ਜੋੜ ਕੇ ਉਪਯੋਗ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ। ਜੇਕਰ ਇਹ ਭੱਠੀ 220 V ਬਿਜਲਈ ਸਰੋਤ ਨਾਲ ਜੋੜੀ ਜਾਵੇ ਤਾਂ ਤਿੰਨਾਂ ਕੇਸਾਂ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾਵਾਂ ਕੀ ਹਨ ?
ਹੱਲ :
ਦਿੱਤਾ ਹੈ, ਪੁਟੈਂਸ਼ਲ V = 220 V
ਕੁੰਡਲੀਆਂ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ R1 = R2 = 24Ω
ਪਹਿਲੀ ਅਵਸਥਾ ਵਿੱਚ-ਜਦੋਂ ਕਿਸੇ ਇੱਕ ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਲਗਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਤਾਂ
ਕੁੱਲ ਤਿਰੋਧ
R = R1 = 24Ω
∴ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ I = \(\frac{V}{R}\)
= \(\frac{220}{24}\)
= 9.17A

ਦੂਜੀ ਅਵਸਥਾ ਵਿੱਚ – ਜਦੋਂ ਦੋਨਾਂ ਕੁੰਡਲੀਆਂ ਨੂੰ ਲੜੀਬੱਧ ਲਗਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ, ਤਾਂ
ਕੁੱਲ ਤਿਰੋਧ R = R1 + R2
= 24 + 24 = 48Ω
ਲੜੀਬੱਧ ਵਿੱਚ ਜੁੜੀਆਂ ਹੋਈਆਂ ਕੁੰਡਲੀਆਂ ਵਿੱਚੋਂ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਧਾਰਾ I = \(\frac{V}{R}\)
= \(\frac{220}{48}\)
= 4.58A

ਤੀਸਰੀ ਅਵਸਥਾ ਵਿੱਚ – ਜਦੋਂ ਕੁੰਡਲੀਆਂ ਨੂੰ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਜੋੜਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ, ਤਾਂ
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 12 ਬਿਜਲੀ 7
I = 18.3A

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 14.
ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਸਰਕਟਾਂ ਵਿੱਚ ਹਰ ਇੱਕ ਵਿੱਚ 2Ω ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕ ਦੁਆਰਾ ਖਪਤ ਸ਼ਕਤੀਆਂ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਕਰੋ-
(i) 6V ਦੀ ਬੈਟਰੀ ਨਾਲ ਲੜੀ ਵਿੱਚ ਜੋੜੇ ਗਏ 1Ω ਅਤੇ 2Ω ਦੇ ਤਿਰੋਧਕ
(ii) 4V ਦੀ ਬੈਟਰੀ ਨਾਲ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਜੋੜੇ ਗਏ 12Ω ਅਤੇ 2Ω ਦੇ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕ ॥
ਹੱਲ :
(i) ਦਿੱਤਾ ਹੈ, V = 6V
1Ω ਅਤੇ 2Ω ਦੇ ਲੜੀ ਸੰਯੋਜਨ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ R = 1Ω + 2Ω
= 3Ω
ਬਿਜਲਈ ਸਰਕਟ ਵਿੱਚੋਂ ਗੁਜ਼ਰ ਰਹੀ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ I = \(\frac{V}{R}\)
= \(\frac{6}{3}\)
∴ I = 2A
ਲੜੀ ਵਿੱਚ ਜੋੜੇ ਗਏ ਹਰੇਕ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਵਿੱਚੋਂ 2A ਦੀ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਹੋਵੇਗੀ।
∴ 2Ω ਦੇ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕ ਦੁਆਰਾ ਖ਼ਪਤ ਸ਼ਕਤੀ P1 = I2R
= (2)2 × 2
= 4 × 2
∴ P1 = 8 ਵਾਟ (W)

(ii) ∵ ਦੋਨੋਂ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਕੂਮ ਵਿੱਚ ਜੁੜੇ ਹੋਏ ਹਨ। ਇਸ ਲਈ ਹਰੇਕ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਦੇ ਸਿਰਿਆਂ ਵਿਚਾਲੇ ਇੱਕ ਸਮਾਨ ਪੁਟੈਂਸ਼ਲ ਅੰਤਰ 4V ਹੋਵੇਗਾ ।
∴ 2Ω ਦੇ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਦੁਆਰਾ ਖ਼ਪਤ ਹੋਈ ਸ਼ਕਤੀ p2 = \(\frac{\mathrm{V}^{2}}{\mathrm{R}}\)
= \(\frac{(4)^{2}}{2}\)
= \(\frac{16}{2}\)
P2= 8 ਵਾਟ (W)
ਇਸ ਲਈ ਦੋਨਾਂ ਅਵਸਥਾਵਾਂ ਵਿੱਚ 2Ω ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕ ਵਿੱਚ ਇੱਕ ਸਮਾਨ ਸ਼ਕਤੀ ਖ਼ਰਚ ਹੋਵੇਗੀ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 15.
ਦੋ ਬਿਜਲਈ ਲੈਂਪ ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਵਿੱਚੋਂ ਇੱਕ ਤੇ 100w; 220V ਅੰਕਿਤ ਹੈ ਅਤੇ ਦੂਜੇ ਤੇ 60W, 220V ਹੈ, ਬਿਜਲਈ ਮੁੱਖ ਲਾਇਨ ਨਾਲ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਵਿੱਚ ਜੋੜੇ ਗਏ ਹਨ। ਜੇਕਰ ਬਿਜਲੀ ਦੀ ਪੂਰਤੀ ਦੀ ਵੋਲਟਤਾ 220 V ਹੈ ਤਾਂ ਬਿਜਲੀ ਦੀ ਮੁੱਖ ਲਾਇਨ ਤੋਂ ਕਿੰਨੀ ਧਾਰਾ ਲਈ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ?
ਹੱਲ :
ਪਹਿਲੇ ਬਿਜਲਈ ਲੈਂਪ ਲਈ, ਟੈਂਸ਼ਲ ਅੰਤਰ V1 = 220 V,
ਲੈਂਪ ਦੀ ਸ਼ਕਤੀ P1 = 100W
ਮੰਨ ਲਓ ਇਸ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ R1 ਹੈ, ਤਾਂ P = \(\frac{\mathrm{V}^{2}}{\mathrm{R}}\) ਤੋਂ
ਪਹਿਲੇ ਲੈਂਪ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ R1 = \(\frac{V_{1}^{2}}{P_{1}}\)
= \(\frac{(220)^{2}}{100}\)
= \(\frac{220 \times 220}{100}\)
∴ R1 = 484Ω
ਦੂਜੇ ਲੈਂਪ ਲਈ, ਪੁਟੈਂਸ਼ਲ ਅੰਤਰ V2 = 220V,
ਲੈਂਪ ਦੀ ਸ਼ਕਤੀ P2 = 60W
ਦੂਜੇ ਲੈਂਪ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ R2 = \(\frac{\mathrm{V}_{2}^{2}}{\mathrm{p}_{2}}\)
= \(\frac{(220)^{2}}{60}\)
= \(\frac{220 \times 220}{60}\)
∴ R1 = \(\frac{2420}{3}\)Ω
ਦੋਨਾਂ ਲੈਂਪਾਂ ਨੂੰ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਜੋੜਨ ਨਾਲ ਸੰਯੋਜਨ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ R ਹੋਵੇ, ਤਾਂ
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 12 ਬਿਜਲੀ 8
∵ ਲਾਇਨ ਵੋਲਟਤਾ V = 220V
∴ ਲਾਇਨ ਤੋਂ ਲਈ ਜਾਣ ਵਾਲੀ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ I = \(\frac{\mathrm{V}}{\mathrm{R}}\)
= \(\frac{220}{302.5}\)
∴ I = 0.73A

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 16.
ਕਿਸ ਵਿੱਚ ਵਧੇਰੇ ਬਿਜਲਈ ਊਰਜਾ ਵਰਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ :
250W ਦਾ ਟੀ. ਵੀ. ਸੈਂਟ (TV) ਜੋ ਇੱਕ ਘੰਟੇ ਤੱਕ ਚਲਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਜਾਂ 1200W ਦਾ ਬਿਜਲਈ ਟੋਸਟਰ ਜੋ 10 ਮਿੰਟ ਲਈ ਚਲਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ?
ਹੱਲ :
ਟੀ.ਵੀ. ਸੈਂਟ (TV) ਲਈ P1 = 250W
= 250 JS-1
t1 = 1h
= 60 × 60s
ਟੀ.ਵੀ. ਸੈਂਟ ਦੁਆਰਾ ਵਰਤੀ ਗਈ ਊਰਜਾ = P1 × t1
= 250 × (60 × 60)
= 900000 J
= 9 × 105 J ਟੋਸਟਰ ਲਈ, …………… (i)
P2 = 1200W
= 1200 JS-1
t2 = 10 ਮਿੰਟ
= 10 × 60s
ਟੋਸਟਰ ਦੁਆਰਾ ਵਰਤੀ ਗਈ ਊਰਜਾ = P2 × t2
= 1200 × (10 × 60)
= 720000 J
= 7.2 × 105J ………..(ii)
ਸਮੀਕਰਨ (i) ਅਤੇ (ii) ਤੋਂ ਸਪੱਸ਼ਟ ਹੈ ਕਿ T.V. ਸੈਂਟ ਦੁਆਰਾ ਖ਼ਪਤ ਹੋਈ ਊਰਜਾ ਵੱਧ ਹੈ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 17.
8Ω ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਦਾ ਇੱਕ ਬਿਜਲਈ ਹੀਟਰ ਬਿਜਲਈ ਮੁੱਖ ਲਾਇਨ ਤੋਂ 2 ਘੰਟੇ ਤੱਕ 15A ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਲੈਂਦਾ ਹੈ। ਹੀਟਰ ਵਿੱਚ ਉਤਪੰਨ ਤਾਪ ਦੀ ਦਰ ਦੀ ਗਣਨਾ ਕਰੋ।
ਹੱਲ :
ਦਿੱਤਾ ਹੈ, . R = 8 Ω
I = 15A
ਬਿਜਲਈ ਹੀਟਰ ਵਿਚ ਤਾਪ ਉਤਪੰਨ ਹੋਣ ਦੀ ਦਰ ਅਰਥਾਤ ਬਿਜਲਈ ਹੀਟਰ ਦੀ ਸ਼ਕਤੀ
P = I2R
= (15)2 × 8
= 225 × 8
= 1800 W

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 18.
ਹੇਠ ਲਿਖਿਆਂ ਦੀ ਵਿਆਖਿਆ ਕਰੋ :
(a) ਬਿਜਲੀ-ਲੈਂਪਾਂ ਦੇ ਫਿਲਾਮੈਂਟ ਦੇ ਨਿਰਮਾਣ ਵਿੱਚ ਇੱਕ ਮਾਤਰ ਟੰਗਸਟਨ ਦਾ ਹੀ ਉਪਯੋਗ ਕਿਉਂ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ?
(b) ਬਿਜਲਈ ਤਾਪਨ ਯੰਤਰਾਂ ਜਿਵੇਂ ਕਿ ਬੈਂਡ ਟੋਸਟਰ ਅਤੇ ਬਿਜਲਈ ਪ੍ਰੈੱਸ ਦੇ ਚਾਲਕ ਸ਼ੁੱਧ ਧਾਤੁਆਂ ਦੇ ਸਥਾਨ ਤੇ ਮਿਸ਼ਰਤ ਧਾਤਾਂ ਦੇ ਕਿਉਂ ਬਣਾਏ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ?
(c) ਘਰੇਲੂ ਬਿਜਲਈ ਸਰਕਟਾਂ ਵਿੱਚ ਲੜੀ ਸੰਯੋਜਨ ਦਾ ਉਪਯੋਗ ਕਿਉਂ ਨਹੀਂ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ?
(d) ਇੱਕ ਤਾਰ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਉਸਦੀ ਪਰਿਖੇਤਰ ਕਾਟ ਦੇ ਖੇਤਰਫਲ ਵਿੱਚ ਪਰਿਵਰਤਨ ਨਾਲ ਕਿਸ ਪ੍ਰਕਾਰ ਬਦਲਦਾ ਹੈ ?
(e) ਬਿਜਲੀ ਸੰਚਾਰਣ ਦੇ ਲਈ ਕਾਪਰ ਅਤੇ ਐਲੂਮੀਨੀਅਮ ਦੀਆਂ ਤਾਰਾਂ ਦਾ ਉਪਯੋਗ ਕਿਉਂ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
(a) ਕਿਉਂਕਿ ਟੰਗਸਟਨ ਦੀ ਉੱਚ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕਤਾ (5.2 × 10-8 ਓਹਮ-ਮੀਟਰ) ਹੈ ਅਤੇ ਟੰਗਸਟਨ ਦਾ ਪਿਘਲਾਓ ਦਰਜਾ ਵੀ ਹੋਰਨਾਂ ਧਾਤਾਂ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਵਿੱਚ ਬਹੁਤ ਉੱਚਾ (3400°C) ਹੈ, ਇਸ ਲਈ ਬਿਜਲਈ ਲੈਪਾਂ ਦੇ ਫਿਲਾਮੈਂਟ ਦੇ ਨਿਰਮਾਣ ਲਈ ਆਮ ਤੌਰ ਤੇ ਸਿਰਫ ਟੰਗਸਟਨ ਧਾਤੂ ਦਾ ਉਪਯੋਗ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

(b) ਮਿਸ਼ਰਤ ਧਾਤਾਂ ਦੀ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕਤਾ ਸ਼ੁੱਧ ਧਾਤੂਆਂ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਵਿੱਚ ਜ਼ਿਆਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਤਪ ਵੱਧਣ ਨਾਲ ਇਸ ਦੀ ਤਿਰੋਧਕਤਾ ਵਿੱਚ ਨਾਂ ਦੇ ਬਰਾਬਰ ਪਰਿਵਰਤਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ। ਇਸ ਤੋਂ ਛੁਟ ਮਿਸ਼ਰਤ ਧਾਤਾਂ ਦਾ ਆਕਸੀਕਰਨ ਵੀ ਬਹੁਤ ਘੱਟ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਜਿਸਦੇ ਪਰਿਣਾਮਸਰੂਪ ਮਿਸ਼ਰਤ ਧਾਤਾਂ ਤੋਂ ਬਣੇ ਚਾਲਕਾਂ ਦੀ ਉਮਰ ਸ਼ੁੱਧ ਧਾਤ ਚਾਲਕਾਂ ਦੀ ਉਮਰ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਤੋਂ ਵੱਧ ਹੁੰਦੀ ਹੈ। ਇਸੇ ਲਈ ਬੈਂਡ ਟੋਸਟਰ ਅਤੇ ਬਿਜਲਈ ਪੈਂਸਾਂ ਦੇ ਫ਼ਿਲਾਮੈਂਟ ਮਿਸ਼ਰਤ ਧਾਤਾਂ ਦੇ ਬਣਾਏ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ।

(c) ਲੜੀਕਮ ਸੰਯੋਜਨ ਵਿੱਚ ਜਿਵੇਂ-ਜਿਵੇਂ ਹੋਰ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕ ਜੁੜਦੇ ਹਨ, ਸਰਕਟ ਦਾ ਕੁੱਲ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਵੱਧਦਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਪਤਿਰੋਧਕਾਂ ਦੇ ਸਿਰਿਆਂ ਵਿਚਕਾਰ ਪ੍ਰਾਪਤ ਪੁਟੈਂਸ਼ਲ ਘੱਟਦਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ। ਇਸ ਲਈ ਸਰਕਟ ਵਿਚ ਧਾਰਾ ਦੀ ਮਾਤਰਾ ਵੀ ਘੱਟ ਜਾਂਦੀ ਹੈ। ਜੇਕਰ ਘਰਾਂ ਨੂੰ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ਿਤ ਕਰਨ ਲਈ ਲੜੀਮ ਵਿੱਚ ਵਿਵਸਥਾ ਕਰੀਏ ਤਾਂ ਸਰਕਟ ਵਿੱਚ ਜਿੰਨੇ ਜ਼ਿਆਦਾ ਲੈਂਪ ਸੰਯੋਜਿਤ ਹੋਣਗੇ, ਓਨਾ ਹੀ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਘੱਟ ਜਾਵੇਗਾ। ਇਸ ਤੋਂ ਇਲਾਵਾ ਲੜੀਮ ਵਿਵਸਥਾ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਨ ਨਾਲ ਸਵਿੱਚ ਆਂਨ ਕਰਨ ਤੇ ਸਾਰੇ ਬਲਬ ਇੱਕੋ ਸਮੇਂ ਚਮਕਣਗੇ ਅਤੇ ਸਵਿੱਚ ਆਫ’ ਕਰਨ ਤੇ ਵੀ ਸਾਰੇ ਬਲਬ ਇਕੱਠੇ ਬੁਝ ਜਾਣਗੇ ਜਦੋਂ ਕਿ ਸਮਾਨੰਤਰ ਕੂਮ ਵਿਵਸਥਾ ਕਰਨ ਤੇ ਸੁਤੰਤਰਤਾ ਪੂਰਵਕ ਕਿਸੇ ਵੀ ਬਲਬ ਨੂੰ ਜਗਾਇਆ ਜਾਂ ਬੁਝਾਇਆ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ।

(d) ਤਾਰ ਦਾ ਤਿਰੋਧ ਉਸਦੀ ਪਰਿਖੇਤਰ ਕਾਟ ਦੇ ਖੇਤਰਫਲ ਦੇ ਉਲਟ ਹੁੰਦਾ ਹੈ (R ∝ \(\frac{1}{\mathrm{~A}}\)) ਅਰਥਾਤ ਮੋਟੀ ਤਾਰ ਦਾ ਪਰਿਖੇਤਰ ਕਾਟ ਦਾ ਖੇਤਰਫਲ ਵੱਧ ਹੋਵੇਗਾ ਅਤੇ ਉਸਦਾ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਘੱਟ ਹੋਵੇਗਾ ।

(e) ਬਿਜਲੀ ਦੇ ਸਭ ਤੋਂ ਵਧੀਆ ਚਾਲਕਾਂ ਵਿੱਚ ਪਹਿਲੀ ਥਾਂ ਤੇ ਚਾਂਦੀ, ਦੁਸਰੀ ਥਾਂ ਤੇ ਤਾਂਬਾ ਅਤੇ ਤੀਸਰੀ ਥਾਂ ਤੇ ਐਲੂਮੀਨੀਅਮ ਹੈ। ਚਾਂਦੀ ਇੱਕ ਕੀਮਤੀ ਧਾਤ ਹੈ, ਪਰੰਤੂ ਤੁਲਨਾ ਵਿੱਚ ਬਹੁਤ ਘੱਟ ਮਾਤਰਾ ਵਿੱਚ ਉਪਲੱਬਧ ਹੈ। ਇਸ ਲਈ ਬਿਜਲੀ ਚਾਲਨ ਵਿਵਸਥਾ ਵਿੱਚ ਚਾਂਦੀ ਦੀ ਜਗ੍ਹਾ ਤੇ ਸਸਤੀ ਅਤੇ ਕਾਫ਼ੀ ਮਾਤਰਾ ਵਿੱਚ ਮਿਲਣ ਵਾਲੀਆਂ ਧਾਤਾਂ ਤਾਂਬਾ ਅਤੇ ਐਲੂਮੀਨੀਅਮ ਪ੍ਰਯੋਗ ਕੀਤੀਆਂ ਜਾਂਦੀਆਂ ਹਨ ।

Science Guide for Class 10 PSEB ਬਿਜਲੀ InText Questions and Answers

ਅਧਿਆਇ ਦੇ ਅੰਦਰ ਦਿੱਤੇ ਗਏ ਪ੍ਰਸ਼ਨ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਉੱਤਰ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਬਿਜਲਈ ਸਰਕਟ ਤੋਂ ਕੀ ਭਾਵ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਬਿਜਲਈ ਸਰਕਟ – ਬਿਜਲੀ ਸਰੋਤ ਤੋਂ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਘਟਕਾਂ ਤੋਂ ਹੋ ਕੇ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੇ ਲਗਾਤਾਰ ਅਤੇ ਬੰਦ ਪੱਥ ਨੂੰ ਬਿਜਲਈ ਸਰਕਟ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ।
ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੇ ਘਟਕ – ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੇ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਮੁੱਖ ਘਟਕ ਹਨ-

  1. ਬਿਜਲੀ ਸਰੋਤ (ਬੈਟਰੀ ਜਾਂ ਸੈੱਲ)
  2. ਚਾਲਕ ਤਾਰ
  3. ਸਵਿੱਚ (ਕੁੰਜੀ)
  4. ਕੋਈ ਹੋਰ ਉਪਕਰਨ ਜਿਹੜਾ ਬਿਜਲਈ ਸਰਕਟ ਵਿੱਚ ਜੋੜਿਆ ਗਿਆ ਹੋਵੇ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੀ ਇਕਾਈ ਦੀ ਪਰਿਭਾਸ਼ਾ ਦਿਓ ।
ਜਾਂ
ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਦੀ ਇਕਾਈ ਦਾ ਨਾਂ ਅਤੇ ਪਰਿਭਾਸ਼ਾ ਦਿਓ ।
ਉੱਤਰ-
ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦਾ S.I ਮਾਤ੍ਰਿਕ ਐਮਪੀਅਰ ਹੈ ਜਿਸਨੂੰ ‘A’ ਨਾਲ ਪ੍ਰਗਟਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।
ਐਮਪੀਅਰ-ਜਦੋਂ ਕਿਸੇ ਚਾਲਕ ਵਿੱਚੋਂ 1 ਸੈਕਿੰਡ ਵਿੱਚ 1 ਭੂਲਾਂਮ ਚਾਰਜ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਪ੍ਰਯੋਗ ਕੀਤੀ ਗਈ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੀ ਮਾਤਰਾ ਨੂੰ 1 ਐਮਪੀਅਰ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।
∴ 1A= \(\frac{1 \mathrm{C}}{1 s}\)

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਇੱਕ ਕੂਲਾਂਮ ਚਾਰਜ ਦੀ ਰਚਨਾ ਕਰਨ ਵਾਲੇ ਇਲੈੱਕਟ੍ਰਾਨਾਂ ਦੀ ਸੰਖਿਆ ਦੀ ਗਣਨਾ ਕਰੋ ।
ਹੱਲ :
ਅਸੀਂ ਜਾਣਦੇ ਹਾਂ, 1 ਇਲੈਂਕਨ ਚਾਰਜ = 1.6 × 10-19C
ਮੰਨ ਲਓ 1 ਕੂਮ ਰਚਨਾ ਕਰਨ ਵਾਲੇ ਇਲੈਕਟ੍ਰਾਨਾਂ ਦੀ ਸੰਖਿਆ = n
∴ n × 1.6 × 10-19C = 1C
ਜਾਂ n = \(\frac{1}{1.6 \times 10^{-19}}\)
= \(\frac{1 \times 10^{19}}{1.6}\)
= \(\frac{10}{16}\) × 1019
= 0.625 × 1019
= 6.25 × 1018
ਇਸ ਲਈ 1 ਕੂਲਾਂਮ ਚਾਰਜ (C) = 6.25 × 1018 ਇਲੈੱਕਟੂਨ ਉੱਤਰ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਉਸ ਯੁਕਤੀ ਦਾ ਨਾਂ ਲਿਖੋ ਜੋ ਕਿਸੇ ਚਾਲਕ ਦੇ ਸਿਰਿਆਂ ਉੱਤੇ ਪੁਟੈਂਸ਼ਲ ਅੰਤਰ ਬਣਾਏ ਰੱਖਣ ਵਿੱਚ ਸਹਾਇਤਾ ਕਰਦੀ ਹੈ।
ਉੱਤਰ-
ਸੈੱਲ ਇੱਕ ਅਜਿਹੀ ਯੁਕਤੀ (ਜੁਗਤ) ਹੈ ਜੋ ਕਿਸੇ ਚਾਲਕ ਦੇ ਸਿਰਿਆਂ ਉੱਤੇ ਪੁਟੈਂਸ਼ਲ ਅੰਤਰ ਬਣਾਏ ਰੱਖਣ ਵਿੱਚ ਸਹਾਇਤਾ ਕਰਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਇਹ ਕਹਿਣ ਦਾ ਕੀ ਭਾਵ ਹੈ ਕਿ ਦੋ ਬਿੰਦੁਆਂ ਵਿਚਕਾਰ ਟੈਂਸ਼ਲ ਅੰਤਰ 1v ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਦੋ ਬਿੰਦੂਆਂ ਵਿਚਕਾਰ ਟੈਂਸ਼ਲ ਅੰਤਰ 1 ਵੋਲਟ (V) ਤੋਂ ਭਾਵ ਹੈ ਕਿ ਦੋ ਬਿੰਦੂਆਂ ਵਿਚਕਾਰ 1 ਕੂਲਾਮ ਚਾਰਜ ਲਿਜਾਣ ਵਿੱਚ 1 ਜੂਲ ਕਾਰਜ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
6 v ਵੋਲਟ ਬੈਟਰੀ ਵਿੱਚੋਂ ਲੰਘਣ ਵਾਲੇ ਹਰ ਇੱਕ ਕੂਲਾਂਮ ਚਾਰਜ ਨੂੰ ਕਿੰਨੀ ਊਰਜਾ ਦਿੱਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ?
ਹੱਲ :
ਇੱਥੇ ਪੁਟੈਂਸ਼ਲ ਅੰਤਰ (V) = 6 ਵੋਲਟ
ਚਾਰਜ ਦੀ ਮਾਤਰਾ (Q) = 1 ਕੂਲਾਂਮ
ਦਿੱਤੀ ਗਈ ਊਰਜਾ (ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਕਾਰਜ) (W) = ?
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 12 ਬਿਜਲੀ 9
ਅਰਥਾਤ V = \(\frac{\mathrm{W}}{\mathrm{Q}}\)
:: ਦਿੱਤੀ ਗਈ ਊਰਜਾ W = V × Q
= 6 ਵੋਲਟ × 1 ਕੂਲਾਂਮ
= 6 ਜੂਲ (J)

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਕਿਸੇ ਚਾਲਕ ਦਾ ਤਿਰੋਧ ਕਿਹੜੇ ਕਾਰਕਾਂ ਉੱਤੇ ਨਿਰਭਰ ਕਰਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਚਾਲਕ ਦੇ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਦੀ ਨਿਰਭਰਤਾ – ਕਿਸੇ ਚਾਲਕ ਦਾ ਤਿਰੋਧ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਕਾਰਕਾਂ ਤੇ ਨਿਰਭਰ ਕਰਦਾ ਹੈ-
(i) ਚਾਲਕ ਦੀ ਲੰਬਾਈ (l)-ਕਿਸੇ ਚਾਲਕ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਚਾਲਕ ਦੀ ਲੰਬਾਈ (l) ਦੇ ਸਿੱਧਾ ਅਨੁਪਾਤੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
ਅਰਥਾਤ R ∝ l ………(1)

(ii) ਚਾਲਕ ਦੀ ਪਰਿਖੇਤਰ ਕਾਟ ਦਾ ਖੇਤਰਫਲ (A)-ਕਿਸੇ ਚਾਲਕ ਦਾ ਤਿਰੋਧ ਉਸਦੀ ਪਰਿਖੇਤਰ ਕਾਟ (A) ਦੇ ਖੇਤਰਫਲ ਦਾ ਉਲਟ ਅਨੁਪਾਤੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
ਅਰਥਾਤ R ∝ \(\frac{1}{\mathrm{~A}}\) ………(2)

(iii) ਚਾਲਕ ਦੇ ਪਦਾਰਥ ਦੀ ਪ੍ਰਕਿਰਤੀ-ਕਿਸੇ ਚਾਲਕ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਉਸ ਚਾਲਕ ਦੇ ਪਦਾਰਥ ਦੀ ਪ੍ਰਕਿਰਤੀ ਤੇ ਨਿਰਭਰ ਕਰਦਾ ਹੈ ।
ਇਨ੍ਹਾਂ ਸਾਰੇ ਕਾਰਕਾਂ ਨੂੰ ਜੋੜਨ (ਸੰਯੋਜਿਤ) ਨਾਲ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੁੰਦਾ ਹੈ :
R ∝ \(\frac{l}{\mathrm{~A}}\)
ਜਾਂ R = ρ × \(\frac{l}{\mathrm{~A}}\) ਜਿੱਥੇ ਏ ਅਨੁਪਾਤੀ ਸਥਿਰ ਅੰਕ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਸਮਾਨ ਪਦਾਰਥ ਦੀਆਂ ਦੋ ਤਾਰਾਂ ਵਿੱਚ ਜੇਕਰ ਇੱਕ ਪਤਲੀ ਅਤੇ ਦੂਜੀ ਮੋਟੀ ਹੋਵੇ ਤਾਂ ਇਨ੍ਹਾਂ ਵਿੱਚੋਂ ਕਿਸ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲੀ ਦੀ ਧਾਰਾ ਆਸਾਨੀ ਨਾਲ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਹੋਵੇਗੀ, ਜਦੋਂ ਇਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਸਮਾਨ ਬਿਜਲਈ ਸਰੋਤ ਨਾਲ ਜੋੜਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਕਿਉਂ ?
ਉੱਤਰ-
ਅਸੀਂ ਜਾਣਦੇ ਹਾਂ ਕਿ ਚਾਲਕ ਤਾਰ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਉਸ ਤਾਰ ਦੀ ਪਰਿਖੇਤਰ ਕਾਟ (Area of cross-section) ਦੇ ਉਲਟ ਅਨੁਪਾਤੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਅਰਥਾਤ ਮੋਟੀ ਤਾਰ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਘੱਟ ਅਤੇ ਪਤਲੀ ਤਾਰ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਵੱਧ ਹੋਵੇਗਾ।
ਹੁਣ R ∝ \(\frac{1}{l}\)
ਇਸ ਲਈ ਮੋਟੀ ਤਾਰ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਪਤਲੀ ਤਾਰ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਵਿੱਚ ਘੱਟ ਹੋਣ ਦੇ ਕਾਰਨ ਉਸ ਵਿੱਚੋਂ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦਾ ਬਹਾਓ ਅਧਿਕ ਅਤੇ ਸੌਖ ਨਾਲ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 9.
ਮੰਨ ਲਓ ਕਿਸੇ ਬਿਜਲਈ ਪਦਾਰਥ ਦੇ ਘਟਕ ਦੇ ਦੋ ਸਿਰਿਆਂ ਵਿੱਚ ਪੁਟੈਂਸ਼ਲ ਅੰਤਰ ਨੂੰ ਉਸ ਦੇ ਪਹਿਲੇ ਟੈਂਸ਼ਲ ਅੰਤਰ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਵਿੱਚ ਘਟਾ ਕੇ ਅੱਧਾ ਕਰ ਦੇਣ ਤੇ ਵੀ ਉਸ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਨਿਸਚਿਤ ਰਹਿੰਦਾ ਹੈ। ਤਾਂ ਉਸ ਪਦਾਰਥ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਹੋਣ ਵਾਲੀ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਵਿੱਚ ਕੀ ਪਰਿਵਰਤਨ ਹੋਵੇਗਾ ?
ਉੱਤਰ-
ਮੰਨ ਲਓ ਪਹਿਲੀ ਅਵਸਥਾ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਪਦਾਰਥ ਦੇ ਦੋ ਸਿਰਿਆਂ ਵਿੱਚ ਪੁਟੈਂਸ਼ਲ ਅੰਤਰ V, ਤਿਰੋਧ R ਅਤੇ Q ਗੁਜ਼ਰ ਰਹੀ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ I ਹੈ, ਤਾਂ
ਓਮ ਦੇ ਨਿਯਮ ਅਨੁਸਾਰ I = \(\frac{\mathrm{V}}{\mathrm{R}}\) ………..(1)
ਜੇਕਰ ਬਿਜਲਈ ਪਦਾਰਥ ਦੇ ਦੋਨਾਂ ਸਿਰਿਆਂ ਵਿਚਾਲੇ ਪੁਟੈਂਸ਼ਲ ਅੰਤਰ ਪਹਿਲੀ ਅਵਸਥਾ ਤੋਂ ਅੱਧਾ ਕਰ ਦੇਈਏ (ਅਰਥਾਤ \(\frac{\mathrm{V}}{2}\) ਕਰੀਏ) ਜਦੋਂ ਕਿ ਤਿਰੋਧ ਨੀਯਤ (ਸਥਿਰ ਰਹੇ ਤਾਂ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੀ ਮਾਤਰਾ ਪਰਿਵਰਤਿਤ ਹੋ ਕੇ I’ ਹੋ ਜਾਵੇਗੀ ।
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 12 ਬਿਜਲੀ 10
ਅਰਥਾਤ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਪਹਿਲੀ ਅਵਸਥਾ ਤੋਂ ਅੱਧੀ ਰਹਿ ਜਾਵੇਗੀ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 10.
ਬਿਜਲਈ ਟੋਸਟਰਾਂ ਅਤੇ ਬਿਜਲਈ ਪ੍ਰੈੱਸਾਂ ਦੇ ਤਾਪਨ ਫਿਲਾਮੈਂਟ ਬੁੱਧ ਧਾਤ ਦੇ ਨਾ ਬਣਾ ਕੇ ਮਿਸ਼ਰਤ ਧਾਤ ਦੇ ਕਿਉਂ ਬਣਾਏ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਬਿਜਲਈ ਟੋਸਟਰਾਂ ਅਤੇ ਬਿਜਲਈ ਪ੍ਰੈੱਸਾਂ ਦੇ ਤਾਪਨ ਫਿਲਾਮੈਂਟ ਸ਼ੁੱਧ ਧਾਤ ਦੇ ਨਾ ਬਣਾ ਕੇ ਕਿਸੇ ਮਿਸ਼ਰਤ ਧਾਤ ਦੇ ਬਣਾਏ ਜਾਂਦੇ ਹਨ। ਇਸਦੇ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਕਾਰਨ ਹਨ-

  1. ਮਿਸ਼ਰਤ ਧਾਤ ਦੀ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕਤਾ ਸ਼ੁੱਧ ਧਾਤ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਵਿੱਚ ਅਧਿਕ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।
  2. ਮਿਸ਼ਰਤ ਧਾਤ ਦਾ ਉੱਚ ਤਾਪ ਤੇ ਦਹਿਨ (ਆਕਸੀਕਨ) ਨਹੀਂ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
  3. ਮਿਸ਼ਰਤ ਧਾਤ ਦਾ ਪਿਘਲਾਓ ਦਰਜਾ ਉੱਚਾ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 11.
ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਪ੍ਰਸ਼ਨਾਂ ਦੇ ਉੱਤਰ ਸਾਰਨੀ 12:2 ਵਿੱਚ ਦਿੱਤੇ ਅੰਕੜਿਆਂ ਦੇ ਆਧਾਰ ਤੇ ਦਿਓ :
(a) ਆਇਰਨ (Fe) ਅਤੇ ਮਰਕਰੀ (Hg) ਵਿੱਚੋਂ ਕਿਹੜਾ ਚੰਗਾ ਚਾਲਕ ਹੈ ?
(b) ਕਿਹੜਾ ਪਦਾਰਥ ਸਭ ਤੋਂ ਵਧੀਆ ਚਾਲਕ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
(a) ਆਇਰਨ (Fe), ਮਰਕਰੀ (Hg) ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਵਿੱਚ ਚੰਗਾ ਚਾਲਕ ਹੈ, ਕਿਉਂਕਿ ਆਇਰਨ ਦੀ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕਤਾ ਮਰਕਰੀ ਦੇ ਮੁਕਾਬਲੇ ਵਿੱਚ ਘੱਟ ਹੈ।
(b) ਚਾਂਦੀ (ਸਿਲਵਰ) ਸਭ ਤੋਂ ਵਧੀਆ ਚਾਲਕ ਹੈ ਕਿਉਂਕਿ ਇਸ ਦੀ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕਤਾ (16.0 × 10-8Ω m) ਸਭ ਤੋਂ ਘੱਟ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 12.
ਕਿਸੇ ਬਿਜਲਈ ਸਰਕਟ ਦਾ ਯੋਜਨਾਬੱਧ ਚਿੱਤਰ ਖਿੱਚੋ ਜਿਸ ਵਿੱਚ 2 – 2v ਦੇ ਤਿੰਨ ਸੈੱਲਾਂ ਦੀ ਬੈਟਰੀ, ਇੱਕ 5Ω ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕ, ਇੱਕ 8Ω ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕ, ਇੱਕ 12Ω ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕ ਅਤੇ ਇੱਕ ਪਲੱਗ ਕੁੰਜੀ ਸਾਰੇ ਲੜੀ ਵਿੱਚ ਸੰਯੋਜਿਤ ਹੋਣ ।
ਹੱਲ :
ਬਿਜਲਈ ਸਰਕਟ ਦਾ ਯੋਜਨਾਬੱਧ ਚਿੱਤਰ-
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 12 ਬਿਜਲੀ 11

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 13.
ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1 ਦਾ ਸਰਕਟ ਦੁਬਾਰਾ ਖਿੱਚੋ ਅਤੇ ਇਸ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕਾਂ ਤੋਂ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਨੂੰ ਮਾਪਣ ਲਈ ਐਮਮੀਟਰ ਅਤੇ 12Ω ਦੇ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕ ਦੇ ਸਿਰਿਆਂ ਵਿੱਚ ਪੁਟੈਂਸ਼ਲ ਅੰਤਰ ਮਾਪਣ ਲਈ ਵੋਲਟਮੀਟਰ ਲਗਾਓ। ਐਮਮੀਟਰ ਅਤੇ ਵੋਲਟਮੀਟਰ ਦੇ ਕੀ ਮਾਨ ਹੋਣਗੇ ?
ਹੱਲ :
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 12 ਬਿਜਲੀ 12
r1 = 5Ω
r2 = 8Ω
r3 = 12Ω
ਸਰਕਟ ਦਾ ਕੁੱਲ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ (R) = ?
ਅਸੀਂ ਜਾਣਦੇ ਹਾਂ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕਾਂ ਨੂੰ ਲੜੀ ਵਿੱਚ ਸੰਯੋਜਿਤ ਕਰਨ ਨਾਲ ਸਰਕਟ ਦਾ ਕੁੱਲ ਤਿਰੋਧ
R = r1 + r2 + r3
R = 5Ω + 8Ω + 12Ω
∴ R = 25Ω
ਬੈਟਰੀ ਦੇ ਟਰਮੀਨਲਾਂ ਦੇ ਵਿਚਕਾਰ ਕੁੱਲ ਪੁਟੈਂਸ਼ਲ ਅੰਤਰ V = 6V
ਹੁਣ ਓਹਮ ਦੇ ਨਿਯਮ ਅਨੁਸਾਰ I = \(\frac{V}{R}\)
I = \(\frac{6 V}{25 \Omega}\)
∴ I = 0.24 ਐਮਪੀਅਰ (A)
12Ω ਦੇ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕ ਦੇ ਸਿਰਿਆਂ ਵਿਚਕਾਰ ਪੁਟੈਂਸ਼ਲ ਅੰਤਰ = I × r3
= 0.24 × 12
= 2.88 ਵੋਲਟ (V)
ਇਸ ਲਈ ਐਮਮੀਟਰ ਅਤੇ ਵੋਲਟਮੀਟਰ ਦੀ ਪੜ੍ਹਤ ਦਾ ਮਾਨ ਕ੍ਰਮਵਾਰ 0.24A ਅਤੇ 2.88v ਹੋਵੇਗਾ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 12 ਬਿਜਲੀ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 14.
ਜਦੋਂ
(a) 1Ω ਅਤੇ 106
(b) 1Ω, 103Ω ਅਤੇ 106Ω ਦੇ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਾਂ ਨੂੰ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਵਿੱਚ ਜੋੜਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਇਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਕੁੱਲ ਤਿਰੋਧ ਦੇ ਸੰਬੰਧ ਵਿੱਚ ਤੁਸੀਂ ਕੀ ਨਿਰਣਾ ਕਰੋਗੇ ?
ਹੱਲ :
ਦਿੱਤਾ ਹੈ, r1 = 1Ω
ਅਤੇ r2 = 106
ਮੰਨ ਲਓ ਇਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਤੁੱਲ-ਤਿਰੋਧ R ਹੈ ਜਦੋਂ ਇਨ੍ਹਾਂ ਤਿਰੋਧਾਂ ਨੂੰ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਬੱਧ ਵਿਵਸਥਾ ਵਿੱਚ ਸੰਯੋਜਿਤ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ, ਤਾਂ
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 12 ਬਿਜਲੀ 13
∴ R = 0.9Ω (ਲਗਪਗ)

(b) ਇੱਥੇ,
r1 = 1Ω
r2 = 103
r3 = 106
ਮੰਨ ਲਓ ਇਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਤੁੱਲ-ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ R ਹੈ ਜਦੋਂ ਇਨ੍ਹਾਂ ਤਿਰੋਧਾਂ ਨੂੰ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਬੱਧ ਜੋੜਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ, ਤਾਂ
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 12 ਬਿਜਲੀ 14
∴ R = 0.9Ω (ਲਗਪਗ)

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 15.
100Ω ਦਾ ਇੱਕ ਬਿਜਲਈ ਬੱਲਬ, 50Ω ਦਾ ਇੱਕ ਬਿਜਲਈ ਟੋਸਟਰ, 500Ω ਦਾ ਇੱਕ ਪਾਣੀ ਫਿਲਟਰ 220v ਦੇ ਬਿਜਲਈ ਸਰੋਤ ਨਾਲ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਕੂਮ ਵਿੱਚ ਜੋੜੇ ਗਏ ਹਨ । ਉਸ ਬਿਜਲਈ ਪੈਂਸ ਦਾ ਪਤਿਰੋਧ ਕੀ ਹੈ, ਜਿਸ ਨੂੰ ਜੇਕਰ ਸਮਾਨ ਸਰੋਤ ਦੇ ਨਾਲ ਜੋੜ ਦੇਈਏ ਉਹ ਓਨੀ ਹੀ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਲੈਂਦੀ ਹੈ ਜਿੰਨੀ ਤਿੰਨੋਂ ਯੰਤਰ ਲੈਂਦੇ ਹਨ। ਇਹ ਵੀ ਗਿਆਤ ਕਰੋ ਕਿ ਇਸ ਬਿਜਲਈ ਪੈਂਸ ਤੋਂ ਕਿੰਨੀ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ?
ਹੱਲ :
100Ω ਦਾ ਬਿਜਲਈ ਬੱਲਬ, 50Ω ਦਾ ਬਿਜਲਈ ਟੋਸਟਰ ਅਤੇ 500Ω ਦਾ ਪਾਣੀ ਫ਼ਿਲਟਰ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਕੁਮ ਵਿੱਚ ਜੋੜਿਆ ਗਿਆ ਹੈ ਅਤੇ R ਉਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਤੱਲ-ਤਿਰੋਧ ਹੈ, ਤਾਂ
ਓਹਮ ਦੇ ਨਿਯਮ ਅਨੁਸਾਰ, \(\frac{1}{R}\) = \(\frac{1}{100}+\frac{1}{50}+\frac{1}{500}\)
= \(\frac{5+10+1}{500}\)
= \(\frac{16}{500}\)
R = \(\frac{500}{16}\)
= 31.25Ω
ਇਸ ਲਈ ਬਿਜਲਈ ਐੱਸ ਦਾ ਡੁੱਲ-ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ, (R) = 31.25Ω
ਟੈਂਸ਼ਲ ਅੰਤਰ (V) = 220V
ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੀ ਮਾਤਰਾ (I) = ?
ਅਸੀਂ ਜਾਣਦੇ ਹਾਂ, I = \(\frac{V}{R}\)
= \(\frac{200}{\frac{500}{16}}\)
= \(\frac{220 \times 16}{500}\)
= \(\frac{352}{50}\)
∴ I = 7.04 A

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 16.
ਲੜੀ ਵਿੱਚ ਜੋੜਨ ਦੀ ਥਾਂ, ਬਿਜਲਈ ਯੰਤਰਾਂ ਨੂੰ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਵਿੱਚ ਜੋੜਨ ਤੇ ਕੀ ਲਾਭ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਬਿਜਲਈ ਯੁਕਤੀਆਂ ਨੂੰ ਲੜੀ ਕੁਮ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਵਿੱਚ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਕੂਮ ਵਿੱਚ ਜੋੜਨ ਦੇ ਲਾਭ
(1) ਕਿਸੇ ਲੜੀਕੂਮ ਵਿੱਚ ਜੋੜੇ ਗਏ ਬਿਜਲਈ ਸਰਕਟ ਵਿੱਚ ਸ਼ੁਰੂ ਤੋਂ ਅੰਤ ਤਕ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਸਥਿਰ ਨੀਯਤ) ਰਹਿੰਦੀ ਹੈ ਜਿਹੜਾ ਕਿ ਵਿਵਹਾਰਿਕ ਨਹੀਂ ਹੈ। ਜੇਕਰ ਅਸੀਂ ਕਿਸੇ ਬਿਜਲਈ ਸਰਕਟ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਬੱਲਬ ਅਤੇ ਬਿਜਲਈ ਹੀਟਰ ਨੂੰ ਲੜੀਕਮ ਵਿੱਚ ਜੋੜਾਂਗੇ ਤਾਂ ਇਹ ਸਹੀ ਢੰਗ ਨਾਲ ਕਾਰਜ ਨਹੀਂ ਕਰ ਸਕਣਗੇ। ਕਿਉਂਕਿ ਇਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਮਾਨ ਦੀ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੀ ਲੋੜ ਪੈਂਦੀ ਹੈ। ਇਸ ਤੋਂ ਉਲਟ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਕੂਮ ਵਿਵਸਥਿਤ ਸਰਕਟ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਵਿਭਿੰਨ ਜੁਗਤਾਂ ਵਿੱਚ ਵੰਡੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ।

(2) ਲੜੀਬੱਧ ਸੰਯੋਜਨ ਬਿਜਲਈ ਸਰਕਟ ਵਿੱਚ ਜੇਕਰ ਇੱਕ ਬਿਜਲੀ ਦੀ ਜੁਗਤਾਂ ਕਾਰਜ ਕਰਨਾ ਬੰਦ ਕਰ ਦਿੰਦੀ ਹੈ ਤਾਂ ਬਿਜਲਈ ਪੱਥ ਟੁੱਟ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਹੋਰ ਜੁਗਤਾਂ ਕੰਮ ਕਰਨਾ ਬੰਦ ਕਰ ਦਿੰਦੀਆਂ ਹਨ। ਇਸ ਤੋਂ ਵਿਪਰੀਤ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਕੂਮ ਵਾਲੇ ਸਰਕਟ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਵਿਭਿੰਨ ਬਿਜਲਈ ਜੁਗਤਾਂ ਵਿਚ ਵਿਭਾਜਿਤ ਹੋਣ ਤੇ ਵੀ ਹੋਰ ਬਿਜਲਈ ਜੁਗਤਾਂ ਕੰਮ ਕਰਦੀਆਂ ਰਹਿੰਦੀਆਂ ਹਨ ।

(3) ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕਾਂ ਨੂੰ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਵਿੱਚ ਜੋੜਨ ਨਾਲ ਕਿਸੇ ਵੀ ਚਾਲਕ ਵਿੱਚ ਸਵਿੱਚ ਦੀ ਸਹਾਇਤਾ ਨਾਲ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਸੁਤੰਤਰਤਾ ਪੁਰਵਕ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਹੋਣ ਦਿੱਤੀ ਜਾਂ ਰੋਕੀ ਜਾ ਸਕਦੀ ਹੈ ਜਿਸ ਕਰਕੇ ਬਿਜਲਈ ਜੁਗਤਾਂ ਨੂੰ ਸੁਤੰਤਰਤਾ ਪੂਰਵਕ ਕੰਮ ਵਿੱਚ ਲਿਆਇਆ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 17.
2Ω, 3Ω ਅਤੇ 6Ω ਦੇ ਤਿੰਨ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕਾਂ ਨੂੰ ਕਿਸ ਪ੍ਰਕਾਰ ਜੋੜਿਆ ਜਾਵੇ ਕਿ ਕੁੱਲ ਤਿਰੋਧ :
(a) 4Ω
(b) 1Ω ਹੋਵੇ ।
ਹੱਲ :
(a) ਕੁੱਲ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ 4Ω ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਲਈ- ਅਜਿਹਾ ਕਰਨ ਲਈ 3Ω ਅਤੇ 6Ω ਦੇ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕਾਂ ਨੂੰ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਜੋੜ ਕੇ 2Ω ਦੇ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕ ਨਾਲ ਲੜੀਬੱਧ ਵਿੱਚ ਜੋੜਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 12 ਬਿਜਲੀ 15
ਮੰਨ ਲਓ r2 = 3Ω ਅਤੇ r3 = 6Ω ਨੂੰ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਵਿੱਚ ਜੋੜਨ ਤੇ ਕੁੱਲ ਤਿਰੋਧ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੁੰਦਾ ਹੈ, ਤਾਂ
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 12 ਬਿਜਲੀ 16
∴ r = 2Ω

ਹੁਣ = r1 = 2Ω ਅਤੇ r2 ਅਤੇ r3 ਦਾ ਕੁੱਲ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ r = 2Ω ਨੂੰ ਲੜੀਬੱਧ ਜੋੜਨ ਨਾਲ ਕੁੱਲ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ R ਹੈ, ਤਾਂ
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 12 ਬਿਜਲੀ 17
R = r1 + r
= 2Ω + 2Ω
∴ R = 4Ω

(b) ਕੁੱਲ ਤਿਰੋਧ 1Ω ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਲਈ ਸੰਯੋਜਨ-1Ω ਦਾ ਕੁੱਲ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਲਈ r1 = 2Ω, r2 = 3Ω ਅਤੇ r3 = 6Ω ਨੂੰ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਵਿੱਚ ਜੋੜਨਾ ਹੋਵੇਗਾ ।
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 12 ਬਿਜਲੀ 18
ਮੰਨ ਲਓ ਕੁੱਲ ਤਿਰੋਧ R ਹੈ, ਤਾਂ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਸੰਯੋਜਨ ਦੇ ਸੂਤਰ ਤੋਂ
\(\frac{1}{R}\) = \(\frac{1}{r_{1}}+\frac{1}{r_{2}}+\frac{1}{r_{3}}\)
= \(\frac{1}{2}+\frac{1}{3}+\frac{1}{6}\)
= \(\frac{3+2+1}{6}\)
= \(\frac{6}{6}\)
= 1
∴ R = 1Ω

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 12 ਬਿਜਲੀ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 18.
4Ω, 8Ω, 12Ω ਅਤੇ 24Ω ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਦੀਆਂ ਚਾਰ ਕੁੰਡਲੀਆਂ ਨੂੰ ਜੋੜਨ ਤੇ (a) ਅਧਿਕਤਮ (b) ਨਿਊਨਤਮ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਕਿੰਨਾ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ?
ਹੱਲ :
(a) ਅਧਿਕਤਮ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਲਈ ਸੰਯੋਜਨ – ਜੇਕਰ ਇਨ੍ਹਾਂ ਚਹੁੰ ਤਿਰੋਧਕਾਂ ਨੂੰ ਲੜੀਬੱਧ ਜੋੜਿਆ ਜਾਵੇ ਤਾਂ ਅਧਿਕਤਮ ਕੁੱਲ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੋਵੇਗਾ ।
RS = r1 + r2 + r3 + r4
= 4Ω + 8Ω + 12Ω + 24Ω
= 48Ω

(b) ਨਿਊਨਤਮ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਲਈ ਸੰਯੋਜਨ ਵਿਵਸਥਾ – ਜੇਕਰ ਦਿੱਤੇ ਗਏ ਚਹੁੰ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਕਾਂ ਨੂੰ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਵਿਚ ਜੋੜਿਆ ਜਾਵੇ ਤਾਂ ਨਿਊਨਤਮ ਕੁੱਲ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੋਵੇਗਾ ।
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 12 ਬਿਜਲੀ 19
∴ Rp = 2Ω

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 19.
ਬਿਜਲੀ ਲੰਘਾਉਣ ਨਾਲ ਕਿਸੇ ਬਿਜਲਈ ਹੀਟਰ ਦੀ ਡੋਰੀ ਕਿਉਂ ਨਹੀਂ ਚਮਕਦੀ ਜਦੋਂ ਕਿ ਉਸ ਦੀ ਕੁੰਡਲੀ ਚਮਕਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਅਸੀਂ ਜਾਣਦੇ ਹਾਂ, H = I2Rt
⇒ H = R
ਤਾਪਨ ਕੁੰਡਲੀ ਦਾ ਉੱਚ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਜਿਸ ਕਾਰਨ ਅਧਿਕ ਬਿਜਲਈ ਊਰਜਾ, ਤਾਪ ਊਰਜਾ ਵਿੱਚ ਪਰਿਵਰਤਿਤ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ਜਿਸ ਕਾਰਨ ਤਾਪਨ ਕੁੰਡਲੀ ਚਮਕਣ ਲੱਗ ਪੈਂਦੀ ਹੈ। ਦੂਜੇ ਪਾਸੇ ਬਿਜਲਈ ਹੀਟਰ ਦੀ ਡੋਰੀ ਦਾ ਤਿਰੋਧ ਬਹੁਤ ਘੱਟ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਜਿਸ ਕਰਕੇ ਉਹ ਨਹੀਂ ਚਮਕਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 20.
ਇੱਕ ਘੰਟੇ ਵਿੱਚ 50v. ਦੇ ਪੁਟੈਂਸ਼ਲ ਅੰਤਰ ਤੇ 96000 ਕੂਲਾਂਮ ਚਾਰਜ ਭੇਜਣ ਨਾਲ ਉਤਪੰਨ ਹੁੰਦੇ ਤਾਪ ਦੀ ਗਣਨਾ ਕਰੋ ।
ਹੱਲ :
ਦਿੱਤਾ ਹੈ, Q = 96000 ਕੂਲਾਮ
t = 1 ਘੰਟਾ
= 60 × 60 ਸੈਕਿੰਡ
V = 50 ਵੋਲਟ
H = Q × V
= 96000 × 50
= 4.825 × 106 ਜੂਲ
= 4.825 × 103 ਕਿਲੋ-ਜੂਲ ਉੱਤਰ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 21.
20Ω ਤਿਰੋਧ ਦੀ ਕੋਈ ਬਿਜਲਈ ਐੱਸ 5A ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਲੈਂਦੀ ਹੈ।30s ਵਿੱਚ ਉਤਪੰਨ ਤਾਪ ਦੀ ਗਣਨਾ ਕਰੋ ।
ਹੱਲ :
ਦਿੱਤਾ ਹੈ, ਤਿਰੋਧ (R) = 20Ω
ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ (I) = 5A
ਸਮਾਂ (t) = 30s
ਉਤਪੰਨ ਹੋਈ ਊਰਜਾ (H) = ?
ਅਸੀਂ ਜਾਣਦੇ ਹਾਂ, ਉਤਪੰਨ ਹੋਈ ਤਾਪ ਊਰਜਾ (H) = I2Rt
= (5)2 × 20 × 30
= 25 × 20 × 30 J
= 15000 J (ਜੂਲ)
= 1.5 × 104

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 22.
ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੁਆਰਾ ਦਿੱਤੀ ਊਰਜਾ ਦੀ ਦਰ ਦਾ ਨਿਰਧਾਰਨ ਕਿਵੇਂ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੁਆਰਾ ਦਿੱਤੀ ਊਰਜਾ ਦੀ ਦਰ ਦਾ ਨਿਰਧਾਰਨ ਬਿਜਲਈ ਸਮਰੱਥਾ (ਸ਼ਕਤੀ ਦੁਆਰਾ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 12 ਬਿਜਲੀ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 23.
ਇੱਕ ਬਿਜਲਈ ਮੋਟਰ 220v ਦੇ ਬਿਜਲਈ ਸਰੋਤ ਤੋਂ 5.0 A ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਲੈਂਦੀ ਹੈ। ਮੋਟਰ ਦੀ ਸ਼ਕਤੀ ਨਿਰਧਾਰਿਤ ਕਰੋ ਅਤੇ 2 ਘੰਟੇ ਵਿੱਚ ਮੋਟਰ ਦੁਆਰਾ ਖ਼ਪਤ ਊਰਜਾ ਦੀ ਗਣਨਾ ਕਰੋ ।
ਹੱਲ :
ਦਿੱਤਾ ਹੈ, ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ (I) = 5.0 A
ਬਿਜਲਈ ਪੁਟੈਂਸ਼ਲ ਅੰਤਰ (V) = 220 V
ਸਮਾਂ (t) = 2 ਘੰਟੇ
= 2 × 60 × 60 ਸੈਕਿੰਡ
ਮੋਟਰ ਦੀ ਸ਼ਕਤੀ (P) = V × I
ਖ਼ਪਤ ਹੋਈ ਊਰਜਾ (E) = ?
ਅਸੀਂ ਜਾਣਦੇ ਹਾਂ, ਸ਼ਕਤੀ (P) = V × I
= 220 × 5
= 1100 W (ਵਾਟ) ਉੱਤਰ
2 ਘੰਟੇ ਵਿੱਚ ਖ਼ਪਤ ਹੋਈ ਊਰਜਾ (E) = P × t
= 1100 ਵਾਟ × 2 ਘੰਟੇ
= 2200 ਵਾਟ ਘੰਟੇ (Wh)
= 2.2 ਕਿਲੋਵਾਟ ਘੰਟਾ (Kwh)

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 11 ਮਨੁੱਖੀ ਅੱਖ ਅਤੇ ਰੰਗ-ਬਰੰਗਾ ਸੰਸਾਰ

Punjab State Board PSEB 10th Class Science Book Solutions Chapter 11 ਮਨੁੱਖੀ ਅੱਖ ਅਤੇ ਰੰਗ-ਬਰੰਗਾ ਸੰਸਾਰ Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 Science Chapter 11 ਮਨੁੱਖੀ ਅੱਖ ਅਤੇ ਰੰਗ-ਬਰੰਗਾ ਸੰਸਾਰ

PSEB 10th Class Science Guide ਮਨੁੱਖੀ ਅੱਖ ਅਤੇ ਰੰਗ-ਬਰੰਗਾ ਸੰਸਾਰ Textbook Questions and Answers

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਮਨੁੱਖੀ ਅੱਖ, ਨੇਤਰ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ ਨੂੰ ਵਿਵਸਥਿਤ ਕਰਕੇ ਭਿੰਨ-ਭਿੰਨ ਦੂਰੀਆਂ ਉੱਤੇ ਰੱਖੀਆਂ ਵਸਤੂਆਂ ਨੂੰ ਫੋਕਸਿਤ ਕਰ ਸਕਦਾ ਹੈ । ਅਜਿਹਾ ਹੋ ਸਕਣ ਦਾ ਕਾਰਨ ਹੈ :
(a) ਜਰਾ-ਦ੍ਰਿਸ਼ਟਤਾ
(b) ਅਨੁਕੂਲਣ ਸਮਰੱਥਾ
(c) ਨਿਕਟ-ਦ੍ਰਿਸ਼ਟਤਾ
(d) ਦੂਰ-ਦ੍ਰਿਸ਼ਟਤਾ ।
ਉੱਤਰ-
(b) ਅਨੁਕੂਲਣ ਸਮਰੱਥਾ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਮਨੁੱਖੀ ਅੱਖ ਜਿਸ ਭਾਗ ਉੱਤੇ ਕਿਸੇ ਵਸਤੂ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਬਣਾਉਂਦੀ ਹੈ, ਉਹ ਹੈ :-
(a) ਕਾਰਨੀਆ
(b) ਆਇਰਿਸ
(c) ਪੁਤਲੀ
(d) ਰੈਟਿਨਾ ।
ਉੱਤਰ-
(d) ਰੈਟਿਨਾ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਸਾਧਾਰਨ ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਦੇ ਵਿਅਕਤੀ ਲਈ ਸਪਸ਼ਟ ਦਰਸ਼ਨ ਦੀ ਅਲਪਤਮ ਦੂਰੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ, ਲਗਭਗ :-
(a) 25 m
(b) 2.5 cm
(c) 25 cm
(d) 2.5 m.
ਉੱਤਰ-
(c) 25 ਸਮ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਨੇਤਰ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ ਵਿੱਚ ਪਰਿਵਰਤਨ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ :-
(a) ਪੁਤਲੀ ਦੁਆਰਾ
(b) ਰੈਟਿਨਾ ਦੁਆਰਾ
(c) ਸਿਲੀਅਰੀ ਪੇਸ਼ੀ ਦੁਆਰਾ
(d) ਆਇਰਿਸ ਦੁਆਰਾ ।
ਉੱਤਰ-
(c) ਸਿਲੀਅਰੀ ਪੇਸ਼ੀ ਦੁਆਰਾ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਕਿਸੇ ਵਿਅਕਤੀ ਨੂੰ ਆਪਣੀ ਦੂਰ ਦੀ ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਨੂੰ ਸੋਧਣ ਲਈ -5.5 ਡਾਈਆਟਰ ਸਮਰੱਥਾ ਦੇ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਲੋੜ ਹੈ । ਆਪਣੀ ਨਿਕਟ ਦੀ ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਦੇ ਸੋਧਣ ਲਈ +1.5 ਡਾਈਆਪਟਰ ਸਮਰੱਥਾ ਵਾਲੇ ਲੈੱਨਜ਼ ਨੂੰ ਸੋਧਣ ਲਈ ਲੋੜੀਂਦੇ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ ਕੀ ਹੋਵੇਗੀ :-
(i) ਦੂਰ ਦੀ ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਲਈ
(i) ਨਿਕਟ ਦੀ ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਲਈ
ਹੱਲ :
(i) ਦਿੱਤਾ ਹੈ, ਦੂਰ ਪਈਆਂ ਵਸਤੂਆਂ ਨੂੰ ਸਪੱਸ਼ਟ ਵੇਖਣ ਲਈ ਦੂਰ ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਨੂੰ ਸੰਬੋਧਿਤ ਕਰਨ ਲਈ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਸਮਰੱਥਾ (P) = -5.5D
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 11 ਮਨੁੱਖੀ ਅੱਖ ਅਤੇ ਰੰਗ-ਬਰੰਗਾ ਸੰਸਾਰ 1
ਜਾਂ f = \(\frac{1}{P}\)
∴ ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ (f) = \(\frac{1}{-5.5}\) m
= \(\frac{-100}{5.5}\) cm
= \(\frac{-200}{11}\) cm

(ii) ਦਿੱਤਾ ਹੈ, ਨਿਕਟ ਪਈਆਂ ਵਸਤੂਆਂ ਨੂੰ ਸਪੱਸ਼ਟ ਵੇਖਣ ਲਈ ਨਿਕਟ ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਸੰਸ਼ੋਧਿਤ ਕਰਨ ਲਈ ਲੋੜੀਂਦੇ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਸਮਰੱਥਾ (P) = + 1.5 D
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 11 ਮਨੁੱਖੀ ਅੱਖ ਅਤੇ ਰੰਗ-ਬਰੰਗਾ ਸੰਸਾਰ 2
ਜਾਂ ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ f = \(\frac{1}{P}\)
= \(\frac{1}{+1.5}\) m
= \(\frac{10}{15}\) m
= \(\frac{1000}{15}\) m
= \(\frac{200}{3}\) cm

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਕਿਸੇ ਨਿਕਟ-ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਦੋਸ਼ ਵਾਲੇ ਵਿਅਕਤੀ ਦਾ ਦੂਰ-ਬਿੰਦੂ ਅੱਖ ਦੇ ਸਾਹਮਣੇ 80 cm ਦੂਰੀ ਉੱਤੇ ਹੈ । ਇਸ ਦੋਸ਼ ਨੂੰ ਸੋਧਣ ਲਈ ਲੋੜੀਂਦੇ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਪ੍ਰਕਿਰਤੀ ਅਤੇ ਸਮਰੱਥਾ ਕੀ ਹੋਵੇਗੀ ?
ਹੱਲ :
ਕਿਉਂਕਿ ਨਿਕਟ-ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਦੋਸ਼ ਨਾਲ ਪੀੜਤ ਵਿਅਕਤੀ ਦਾ ਦੂਰ ਬਿੰਦੂ 80 cm ਦੀ ਦੂਰੀ ‘ਤੇ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਉਸ ਵਿਅਕਤੀ ਨੂੰ ਇੱਕ ਅਜਿਹੇ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਲੋੜ ਹੈ ਜੋ ਅਨੰਤ (ਬਹੁਤ ਦੂਰ) ਪਈ ਹੋਈ ਵਸਤੂ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਅੱਖ ਦੇ ਸਾਹਮਣੇ 80 cm ਦੀ ਦੂਰੀ ਤੇ ਬਣਾ ਸਕੇ ।
∴ ਵਸਤੂ ਦੀ ਦੁਰੀ (u) = – ∝
ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਦੀ ਨੇਤਰ ਲੈਂਨਜ਼ ਤੋਂ ਦੂਰੀ (0) = – 80 cm
ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ (f) = ?
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= -1.25 D
ਕਿਉਂਕਿ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਸਮਰੱਥਾ ਰਿਣਾਤਮਕ ਹੈ, ਇਸ ਲਈ ਲੋੜੀਂਦੇ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਪ੍ਰਕਿਰਤੀ ਅਵਤਲ (ਅਪਸਾਰੀ ਹੈ, ਜਿਸ ਦੀ ਸਮਰੱਥਾ = – 1.25D ਹੈ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਚਿੱਤਰ ਬਣਾ ਕੇ ਦਰਸਾਓ ਕਿ ਦੂਰ-ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਦੋਸ਼ ਸੰਸ਼ੋਧਿਤ (ਠੀਕ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਇੱਕ ਦੁਰ-ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਦੋਸ਼ ਵਾਲੀ ਅੱਖ ਦਾ ਨਿਕਟ ਬਿੰਦੂ 1m ਹੈ । ਇਸ ਦੋਸ਼ ਨੂੰ ਠੀਕ ਕਰਨ ਲਈ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਸਮਰੱਥਾ ਕੀ ਹੋਵੇਗੀ ? ਇਹ ਮੰਨ ਲਓ ਕਿ ਆਮ ਅੱਖ ਦਾ ਨਿਕਟ ਬਿੰਦੂ 25 cm ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
ਦੂਰ ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਦੋਸ਼ ਤੋਂ ਪੀੜਤ ਵਿਅਕਤੀ ਦਾ ਨਿਕਟ ਬਿੰਦੂ ਸਾਧਾਰਨ ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਵਾਲੀ ਅੱਖ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਵਿੱਚ ਥੋੜਾ ਦੂਰ ਖਿਸਕ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਜਿਸਦੇ ਸਿੱਟੇ ਵਜੋਂ ਵਿਅਕਤੀ ਨੇੜੇ ਪਈਆਂ ਵਸਤੂਆਂ ਨੂੰ ਸਪੱਸ਼ਟ ਨਹੀਂ ਵੇਖ ਸਕਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਦੋਸ਼ ਨੂੰ ਦੂਰ ਕਰਨ ਲਈ ਉੱਤਲ ਲੈੱਨਜ਼ (ਅਭਿਸਾਰੀ ਲੈੱਨਜ਼) ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ਜਿਵੇਂ ਕਿ ਹੇਠਾਂ ਚਿੱਤਰ ਵਿੱਚ ਦਰਸਾਇਆ ਗਿਆ ਹੈ ।
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ਪ੍ਰਸ਼ਨ ਅਨੁਸਾਰ, ਸਾਧਾਰਨ ਅੱਖ ਦਾ ਨਿਕਟ ਬਿੰਦੂ 25 cm ਹੈ ਜੋ ਨੇਤਰ ਦੋਸ਼ ਕਾਰਨ ਖਿਸਕ ਕੇ 1 m (= 100 cm) ਦੂਰ ਪਹੁੰਚ ਗਿਆ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਦੋਸ਼ ਤੋਂ ਪੀੜਤ ਵਿਅਕਤੀ ਨੂੰ ਇੱਕ ਅਜਿਹੇ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਲੋੜ ਹੈ ਜੋ 25 cm ਦੇ ਰੱਖੀ ਹੋਈ ਵਸਤੂ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ 1 m ਅਰਥਾਤ 100 cm ’ਤੇ ਬਣਾਏ ।
ਇਸ ਲਈ u = – 25 cm
υ = -100 cm
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 11 ਮਨੁੱਖੀ ਅੱਖ ਅਤੇ ਰੰਗ-ਬਰੰਗਾ ਸੰਸਾਰ 6
= +3 ਡਾਈਆਪਟਰ (D)
ਇਸ ਲਈ ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਦੋਸ਼ ਨੂੰ ਦੂਰ ਕਰਨ ਲਈ +3D ਸਮਰੱਥਾ ਵਾਲੇ ਉੱਤਲ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਲੋੜ ਹੋਵੇਗੀ । ਯ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਸਾਧਾਰਨ ਅੱਖ 25 cm ਤੋਂ ਨੇੜੇ ਰੱਖੀਆਂ ਵਸਤੂਆਂ ਨੂੰ ਸਪੱਸ਼ਟ ਕਿਉਂ ਨਹੀਂ ਵੇਖ ਸਕਦੀ ?
ਉੱਤਰ-
ਜਦੋਂ ਵਸਤੁ ਸਾਧਾਰਨ ਅੱਖ ਤੋਂ 25 cm ਦੀ ਦੂਰੀ ‘ਤੇ ਰੱਖੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ਤਾਂ ਅੱਖ ਆਪਣੀ ਸੰਪੂਰਨ ਅਨੁਕੂਲਣ ਸਮਰੱਥਾ ਦਾ ਪ੍ਰਯੋਗ ਕਰਕੇ ਵਸਤੂ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਰੈਟੀਨਾ ‘ਤੇ ਬਣਾ ਦਿੰਦੀ ਹੈ ਜਿਸ ਕਰਕੇ ਵਸਤੂ ਸਪੱਸ਼ਟ ਦਿਖਾਈ ਦਿੰਦੀ ਹੈ । ਜੇਕਰ ਉਸੇ ਵਸਤੂ ਨੂੰ 25 cm ਤੋਂ ਘੱਟ ਦੂਰੀ ‘ਤੇ ਰੱਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਨੇਤਰ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੁਆਰਾ ਉਸ ਵਸਤੂ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਰੈਟੀਨਾ ‘ਤੇ ਬਣਦਾ ਹੈ ਜਿਸ ਕਰਕੇ ਵਸਤੂ ਸਪੱਸ਼ਟ ਵਿਖਾਈ ਨਹੀਂ ਦਿੰਦੀ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 9.
ਜਦੋਂ ਅਸੀਂ ਅੱਖ ਤੋਂ ਕਿਸੇ ਵਸਤੂ ਦੀ ਦੂਰੀ ਵਧਾ ਦਿੰਦੇ ਹਾਂ ਤਾਂ ਅੱਖ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ-ਦੂਰੀ ਨੂੰ ਕੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਾਧਾਰਨ ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਵਾਲੇ ਮਨੁੱਖ ਲਈ ਵਸਤੂ ਦੀ ਅੱਖ ਤੋਂ ਦੂਰੀ ਵਧਾਉਣ ਨਾਲ ਵੀ ਨੇਤਰ ਦੁਆਰਾ ਬਣੇ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਦੀ ਦੂਰੀ ‘ਤੇ ਕੋਈ ਪ੍ਰਭਾਵ ਨਹੀਂ ਪੈਂਦਾ ਹੈ ਕਿਉਂਕਿ ਨੇਤਰ ਲੈੱਨਜ਼ ਵਸਤੂ ਦੀ ਹਰੇਕ ਸਥਿਤੀ ਲਈ ਅਨੁਕੂਲਣ ਸਮਰੱਥਾ ਦਾ ਪ੍ਰਯੋਗ ਕਰਕੇ ਵਸਤੂ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਰੈਟੀਨਾ ‘ਤੇ ਹੀ ਬਣਾਉਂਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 10.
ਤਾਰੇ ਕਿਉਂ ਟਿਮਟਿਮਾਉਂਦੇ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-

ਤਾਰਿਆਂ ਦਾ ਟਿਮਟਿਮਾਉਣਾ – ਤਾਰਿਆਂ ਦਾ ਟਿਮਟਿਮਾਉਣਾ ਵਿਖਾਈ ਦੇਣਾ ਤਾਰਿਆਂ ਦੇ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦਾ ਵਾਯੂਮੰਡਲੀ ਅਪਵਰਤਨ ਦੇ ਕਾਰਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਵਾਯੂਮੰਡਲ
ਆਭਾਸੀ ਸਥਿਤੀ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਵੇਸ਼ ਕਰਨ ਪਿੱਛੋਂ ਪ੍ਰਿਥਵੀ ਦੀ ਸਤਹਿ ਉੱਤੇ ਪਹੁੰਚਣ ਤੱਕ ਤਾਰੇ ਦਾ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਵਾਯੂਮੰਡਲੀ ਮਾਧਿਅਮ ਦੇ ਲਗਾਤਾਰ ਵੱਧ ਰਹੇ ਅਪਵਰਤਨਾਂ ਦੁਆਰਾ ਅਪਵਰਤਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ। ਜਿਸ ਤੋਂ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਨੂੰ ਅਭਿਲੰਬ ਵੱਲ ਮੋੜ ਦਿੰਦਾ ਹੈ । ਖਿਤਿਜ ਵੱਲ ਦੇਖਣ ਨਾਲ ਤਾਰੇ ਦੀ ਆਭਾਸੀ ਸਥਿਤੀ ਉਸ
ਵਧਦਾ ਹੋਇਆ ਅਪਵਰਤਨ ਦੀ ਵਾਸਤਵਿਕ ਸਥਿਤੀ ਤੋਂ ਕੁੱਝ ਉੱਚਾਈ ਉੱਤੇ ਪ੍ਰਤੀਤ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਵਾਯੂਮੰਡਲ ਦੀਆਂ ਭੌਤਿਕ ਅਵਸਥਾਵਾਂ ਸਥਾਈ ਨਾ ਹੋਣ ਕਾਰਨ ਇਹ ਆਭਾਸੀ ਸਥਿਤੀ ਥੋੜ੍ਹਾ ਬਦਲਦੀ ਰਹਿੰਦੀ ਹੈ ਅਤੇ ਅੱਖਾਂ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਵੇਸ਼ ਕਰਨ ਵਾਲੇ ਤਾਰਿਆਂ ਦੇ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦੀ ਮਾਤਰਾ ਪਰਿਵਰਤਿਤ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ਜਿਸ ਕਾਰਨ ਕੋਈ ਤਾਰਾ ਕਦੀ ਚਮਕੀਲਾ ਅਤੇ ਕਦੀ ਧੁੰਦਲਾ ਜਾਪਦਾ ਹੈ । ਜੋ ਟਿਮਟਿਮਾਉਣ ਦਾ ਪ੍ਰਭਾਵ ਹੈ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 11.
ਵਿਆਖਿਆ ਕਰੋ ਕਿ ਗ੍ਰਹਿ ਕਿਉਂ ਨਹੀਂ ਟਿਮਟਿਮਾਉਂਦੇ ?
ਉੱਤਰ-
ਹਿ, ਤਾਰਿਆਂ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਵਿੱਚ ਬਹੁਤ ਨੇੜੇ ਹਨ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਵਿਸਤਰਿਤ ਸਰੋਤ ਮੰਨਿਆ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ । ਜੇਕਰ ਅਸੀਂ ਰ੍ਹਿਆਂ ਨੂੰ ਬਿੰਦੂ ਆਕਾਰ ਦੇ ਕਈ ਸਰੋਤਾਂ ਦਾ ਸਮੂਹ ਮੰਨ ਲਈਏ ਤਾਂ ਹਰੇਕ ਬਿੰਦੂ ਸਰੋਤ ਦਾ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਸਾਡੀਆਂ ਅੱਖਾਂ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਵੇਸ਼ ਕਰਨ ਵਾਲੇ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦੀ ਮਾਤਰਾ ਵਿੱਚ ਕੁੱਲ ਪਰਿਵਰਤਨ ਦਾ ਔਸਤ ਮਾਨ ਜ਼ੀਰੋ ਹੋਵੇਗਾ ਜਿਸ ਕਾਰਨ ਲ੍ਹਿਆਂ ਦੀ ਆਭਾਸੀ ਸਥਿਤੀ ਰਹੇਗੀ ਅਤੇ ਟਿਮਟਿਮਾਉਣ ਦਾ ਪ੍ਰਭਾਵ ਸਮਾਪਤ ਹੋ ਜਾਏਗਾ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 12.
ਸੂਰਜ ਚੜ੍ਹਨ ਸਮੇਂ ਸੂਰਜ ਲਾਲ ਕਿਉਂ ਪ੍ਰਤੀਤ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
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ਸੂਰਜ ਚੜ੍ਹਨ ਸਮੇਂ ਸੂਰਜ ਲਾਲ ਵਿਖਾਈ ਦੇਣਾ-ਸੂਰਜ ਚੜ੍ਹਨ (ਸੂਰਜ ਡੁੱਬਣ) ਸਮੇਂ ਸੂਰਜ ਤੋਂ ਆਉਣ ਵਾਲੇ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਨੂੰ ਸਾਡੀਆਂ ਅੱਖਾਂ ਵਿੱਚ ਪਹੁੰਚਣ
ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਵਾਯੂਮੰਡਲ ਦੀ ਹਵਾ ਦੀਆਂ ਮੋਟੀਆਂ ਪਰਤਾਂ ਵਿੱਚੋਂ ਹੋ ਕੇ ਲੰਘਣਾ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਇੱਥੇ ਧੂੜ-ਕਣਾਂ ਅਤੇ ਜਲ-ਕਣਾਂ ਦੀ ਉਪਸਥਿਤੀ ਕਾਰਨ ਘੱਟ ਤਰੰਗ ਲੰਬਾਈ ਵਾਲੇ ਰੰਗ (ਜਿਵੇਂ ਨੀਲਾ, ਬੈਂਗਣੀ ਆਦਿ) ਦਾ ਖੰਡਰਾਓ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਸਿਰਫ ਅਧਿਕ ਤਰੰਗ ਲੰਬਾਈ ਵਾਲੀਆਂ ਲਾਲ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਤਰੰਗਾਂ ਸਿੱਧੀਆਂ ਸਾਡੀਆਂ ਅੱਖਾਂ ਤੱਕ ਪੁੱਜਦੀਆਂ ਹਨ । ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਸੂਰਜ ਚੜ੍ਹਨ (ਜਾਂ ਸੂਰਜ ਡੁੱਬਣ ਸਮੇਂ ਸੂਰਜ ਲਾਲ ਪ੍ਰਤੀਤ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 13.
ਕਿਸੇ ਪੁਲਾੜ ਯਾਤਰੀ ਨੂੰ ਆਕਾਸ਼ ਨੀਲੇ ਦੀ ਥਾਂ ਕਾਲਾ ਕਿਉਂ ਪ੍ਰਤੀਤ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ? (ਮਾਡਲ ਪੇਪਰ, 2020)
ਉੱਤਰ-
ਬਹੁਤ ਉੱਚਾਈ ਤੇ ਉੱਡਦੇ ਸਮੇਂ ਪੁਲਾੜ ਯਾਤਰੀ ਦੇ ਲਈ ਕੋਈ ਵਾਯੂਮੰਡਲ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਹਵਾ ਦੇ ਅਣੂਆਂ ਜਾਂ ਹੋਰ ਬਹੁਤ ਸੂਖ਼ਮ ਕਣਾਂ ਦੀ ਅਣਹੋਂਦ ਕਾਰਨ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦਾ ਭਿੰਡਰਾਓ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦਾ ਹੈ, ਜਿਸ ਕਾਰਨ ਪੁਲਾੜ ਯਾਤਰੀ ਨੂੰ ਆਕਾਸ਼ ਕਾਲਾ ਵਿਖਾਈ ਦਿੰਦਾ ਹੈ ।

Science Guide for Class 10 PSEB ਮਨੁੱਖੀ ਅੱਖ ਅਤੇ ਰੰਗ-ਬਰੰਗਾ ਸੰਸਾਰ InText Questions and Answers

ਅਧਿਆਇ ਦੇ ਅੰਦਰ ਦਿੱਤੇ ਗਏ ਪ੍ਰਸ਼ਨ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਉੱਤਰ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਅੱਖ ਦੀ ਅਨੁਕੂਲਣ ਸਮਰੱਥਾ ਤੋਂ ਕੀ ਭਾਵ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਅੱਖ ਦੀ ਅਨੁਕੂਲਣ ਸਮਰੱਥਾ-ਨੇਤਰ ਲੈਨਜ਼ ਰੇਸ਼ੇਦਾਰ ਜੈਲੀ ਵਰਗੇ ਪਦਾਰਥ ਦਾ ਬਣਿਆ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਦੀ ਵਕਰਤਾ ਵਿੱਚ ਕੁੱਝ ਸੀਮਾ ਤਕ ਸਿਲੀਆਮਈ ਪੇਸ਼ੀਆਂ (Ciliary muscles) ਦੁਆਰਾ ਪਰਿਵਰਤਨ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ । ਨੇਤਰ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਵਕਤਾ ਵਿੱਚ ਪਰਿਵਰਤਨ ਹੋਣ ਨਾਲ ਇਸ ਦੀ ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ ਵੀ ਪਰਿਵਰਤਿਤ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । ਜਦੋਂ ਪੇਸ਼ੀਆਂ ਢਿੱਲੀਆਂ ਹੋ ਜਾਂਦੀਆਂ ਹਨ ਤਾਂ ਨੇਤਰ ਲੈੱਨਜ਼ ਪਤਲਾ ਹੋ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਇਸ ਦੀ ਫੋਕਸ ਦੁਰੀ ਵੱਧ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਸਥਿਤੀ ਵਿੱਚ ਅਸੀਂ ਦੂਰ ਰੱਖੀਆਂ ਵਸਤੂਆਂ ਨੂੰ ਸਪੱਸ਼ਟ ਵੇਖਣ ਦੇ ਸਮਰੱਥ ਹੋ ਜਾਂਦੇ ਹਾਂ । ਜਦੋਂ ਤੁਸੀਂ ਨੇੜੇ ਪਈਆਂ ਵਸਤੁਆਂ ਨੂੰ ਵੇਖਦੇ ਹੋ ਤਾਂ ਸਿਲੀਆਮਈ ਪੇਸ਼ੀਆਂ ਸੁੰਗੜ ਜਾਂਦੀਆਂ ਹਨ । ਇਸ ਨਾਲ ਨੇਤਰ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਵਕਤਾ ਵੱਧ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ਅਤੇ ਨੇਤਰ ਲੈੱਨਜ਼ ਮੋਟਾ ਹੋ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਦੇ ਨਤੀਜੇ ਵਜੋਂ ਨੇਤਰ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ ਘੱਟ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ਜਿਸ ਕਰਕੇ ਤੁਸੀਂ ਨੇੜੇ ਪਈਆਂ ਵਸਤੂਆਂ ਨੂੰ ਸਪੱਸ਼ਟ ਤੌਰ ‘ਤੇ ਵੇਖ ਸਕਦੇ ਹੋ । ਨੇਤਰ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਉਹ ਸਮਰੱਥਾ ਜਿਸ ਦੇ ਕਾਰਨ ਉਹ ਆਪਣੀ ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ ਨੂੰ ਸਮਾਯੋਜਿਤ ਕਰ ਲੈਂਦਾ ਹੈ ਅਨੁਕੂਲਣ ਕਹਾਉਂਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਨਿਕਟ-ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਦੋਸ਼ ਦਾ ਕੋਈ ਵਿਅਕਤੀ 1.2m ਤੋਂ ਵੱਧ ਦੂਰੀ ਉੱਤੇ ਰੱਖੀਆਂ ਵਸਤੂਆਂ ਨੂੰ ਸਪੱਸ਼ਟ ਨਹੀਂ ਦੇਖ ਸਕਦਾ । ਇਸ ਦੋਸ਼ ਨੂੰ ਦੂਰ ਕਰਨ ਲਈ ਸਹੀ ਸੋਧਿਆ ਹੋਇਆ ਲੈਂਨਜ਼ ਕਿਸ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦਾ ਹੋਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ? (ਮਾਂਡਲ ਪੇਪਰ)
ਉੱਤਰ-
ਨਿਕਟ-ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਦੋਸ਼ ਯੁਕਤ ਅੱਖ 1.2 m ਤੋਂ ਵੱਧ ਦੂਰੀ ‘ਤੇ ਰੱਖੀ ਹੋਈ ਵਸਤੂਆਂ ਨੂੰ ਨਹੀਂ ਦੇਖ ਸਕਦੀ ਕਿਉਂਕਿ ਵਸਤੁਆਂ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਰੈਟੀਨਾ ਤੇ ਨਾ ਬਣ ਕੇ ਰੈਟੀਨਾ ਦੇ ਸਾਹਮਣੇ ਬਣਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਦੋਸ਼ ਨੂੰ ਸਹੀ ਸ਼ਕਤੀ ਵਾਲੇ ਅਵਤਲ ਲੈੱਨਜ਼ (ਅਭਿਸਾਰੀ ਲੈਂਨਜ਼) ਦੇ ਉਪਯੋਗ ਦੁਆਰਾ ਸੋਧਿਆ ਜਾਂ ਸਕਦਾ ਹੈ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 11 ਮਨੁੱਖੀ ਅੱਖ ਅਤੇ ਰੰਗ-ਬਰੰਗਾ ਸੰਸਾਰ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਮਨੁੱਖੀ ਅੱਖ ਦੀ ਸਾਧਾਰਨ ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਦੇ ਲਈ ਦੂਰ ਬਿੰਦੂ ਅਤੇ ਨਿਕਟ ਬਿੰਦੂ ਅੱਖ ਤੋਂ ਕਿੰਨੀ ਦੂਰੀ ਉੱਤੇ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਮਨੁੱਖੀ ਅੱਖ ਦੀ ਸਾਧਾਰਨ ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਦੇ ਲਈ ਨਿਕਟ ਬਿੰਦੂ ਦੀ ਅੱਖ ਤੋਂ ਦੂਰੀ 25 cm ਅਤੇ ਦੂਰ ਬਿੰਦੂ ਦੀ ਅੱਖ ਤੋਂ ਦੂਰੀ ਅਨੰਤ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਅਰਥਾਤ ਨੀਰੋਗ ਅੱਖ 25 cm ਅਤੇ ਅਨੰਤ ਵਿਚਾਲੇ ਕਿਸੇ ਥਾਂ ‘ਤੇ ਵੀ ਸਥਿਤ ਵਸਤੂ ਨੂੰ ਸਾਫ਼ਸਾਫ਼ ਵੇਖ ਸਕਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਆਖਰੀ ਕਤਾਰ ਵਿੱਚ ਬੈਠੇ ਕਿਸੇ ਵਿਦਿਆਰਥੀ ਨੂੰ ਬਲੈਕ ਬੋਰਡ ਪੜ੍ਹਨ ਵਿੱਚ ਕਠਿਨਾਈ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਇਹ ਵਿਦਿਆਰਥੀ ਕਿਸ ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਰੋਗ ਤੋਂ ਪੀੜਤ ਹੈ । ਇਸਨੂੰ ਕਿਸ ਪ੍ਰਕਾਰ ਠੀਕ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਵਿਦਿਆਰਥੀ ਨਿਕਟ ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਦੋਸ਼ ਤੋਂ ਪੀੜਤ ਹੈ ਜਿਸ ਨੂੰ ਸਹੀ ਸ਼ਕਤੀ ਵਾਲੇ ਅਵਤਲ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੁਆਰਾ ਠੀਕ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 10 ਪ੍ਰਕਾਸ਼-ਪਰਾਵਰਤਨ ਅਤੇ ਅਪਵਰਤਨ

Punjab State Board PSEB 10th Class Science Book Solutions Chapter 10 ਪ੍ਰਕਾਸ਼-ਪਰਾਵਰਤਨ ਅਤੇ ਅਪਵਰਤਨ Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 Science Chapter 10 ਪ੍ਰਕਾਸ਼-ਪਰਾਵਰਤਨ ਅਤੇ ਅਪਵਰਤਨ

PSEB 10th Class Science Guide ਪ੍ਰਕਾਸ਼-ਪਰਾਵਰਤਨ ਅਤੇ ਅਪਵਰਤਨ Textbook Questions and Answers

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਹੇਠ ਲਿਖਿਆਂ ਵਿੱਚੋਂ ਕਿਹੜਾ ਪਦਾਰਥ ਲੈੱਨਜ਼ ਬਣਾਉਣ ਲਈ ਨਹੀਂ ਵਰਤਿਆ ਜਾ ਸਕਦਾ ?
(a) ਪਾਣੀ
(b) ਕੱਚ
(c) ਪਲਾਸਟਿਕ
d) ਮਿੱਟੀ ।
ਉੱਤਰ-
(d) ਮਿੱਟੀ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਕਿਸੇ ਵਸਤੂ ਦਾ ਅਵਤਲ ਦਰਪਣ ਦੁਆਰਾ ਬਣਿਆ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ, ਸਿੱਧਾ ਅਤੇ ਬਿੰਬ ਤੋਂ ਵੱਡਾ ਸੀ । ਵਸਤੁ (ਬਿਬ) ਦੀ ਸਥਿਤੀ ਹੋਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ?
(a) ਮੁੱਖ ਫੋਕਸ ਅਤੇ ਵਤਾ ਕੇਂਦਰ ਦੇ ਵਿਚਕਾਰ
(b) ਵਕ੍ਰਤਾ ਕੇਂਦਰ ਉੱਤੇ
(c) ਵਕਤਾ ਕੇਂਦਰ ਤੋਂ ਪਰੇ
(d) ਦਰਪਣ ਦੇ ਧਰੁਵ ਅਤੇ ਮੁੱਖ ਫੋਕਸ ਦੇ ਵਿਚਕਾਰ ।
ਉੱਤਰ-
(d) ਦਰਪਣ ਦੇ ਧਰੁਵ ਅਤੇ ਮੁੱਖ ਫੋਕਸ ਦੇ ਵਿਚਕਾਰ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਕਿਸੇ ਵਸਤੂ ਦਾ ਵਾਸਤਵਿਕ ਅਤੇ ਸਮਾਨ ਆਕਾਰ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਲਈ ਵਸਤੂ ਨੂੰ ਉੱਤਲ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੇ ਸਾਹਮਣੇ ਕਿੱਥੇ ਰੱਖਿਆ ਜਾਵੇ ?
(a) ਲੈੱਨਜ਼ ਦੇ ਮੁੱਖ ਫੋਕਸ ਉੱਤੇ
(b) ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ ਦੀ ਦੁੱਗਣੀ ਦੂਰੀ ਉੱਤੇ
(c) ਅਨੰਤ ਉੱਤੇ
(d) ਲੈੱਨਜ਼ ਦੇ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਕੇਂਦਰ ਅਤੇ ਮੁੱਖ ਫੋਕਸ ਦੇ ਵਿਚਕਾਰ ।
ਉੱਤਰ-
(b) ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ ਦੀ ਦੁੱਗਣੀ ਦੂਰੀ ਉੱਤੇ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 10 ਪ੍ਰਕਾਸ਼-ਪਰਾਵਰਤਨ ਅਤੇ ਅਪਵਰਤਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਕਿਸੇ ਗੋਲਾਕਾਰ ਦਰਪਣ ਅਤੇ ਕਿਸੇ ਪਤਲੇ ਗੋਲਾਕਾਰ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੋਵਾਂ ਦੀਆਂ ਫੋਕਸ ਦੂਰੀਆਂ – 15cm ਹਨ । ਦਰਪਣ ਅਤੇ ਲੈੱਨਜ਼ ਸੰਭਾਵਿਤ ਹਨ :
(a) ਦੋਵੇਂ ਅਵਤਲ
(b) ਦੋਵੇਂ ਉੱਤਲ
(c) ਦਰਪਣ ਅਵਤਲ ਅਤੇ ਲੈੱਨਜ਼ ਉੱਤਲ
(d) ਦਰਪਣ ਉੱਤਲ ਅਤੇ ਲੈੱਨਜ਼ ਅਵਤਲ ।
ਉੱਤਰ-
(a) ਦੋਵੇਂ ਅਵਤਲ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਕਿਸੇ ਦਰਪਣ ਤੋਂ ਤੁਸੀਂ ਕਿੰਨੀ ਵੀ ਦੂਰੀ ਉੱਤੇ ਖੜ੍ਹੇ ਹੋਵੇ; ਤੁਹਾਡਾ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਹਮੇਸ਼ਾ ਹੀ ਸਿੱਧਾ ਪ੍ਰਤੀਤ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਸੰਭਵ ਤੌਰ ਤੇ ਦਰਪਣ ਹੈ :
(a) ਕੇਵਲ ਸਮਤਲ
(b) ਕੇਵਲ ਅਵਤਲ
(c) ਕੇਵਲ ਉੱਤਲ
(d) ਜਾਂ ਤਾਂ ਸਮਤਲ ਜਾਂ ਉੱਤਲ ।
ਉੱਤਰ-
(d) ਜਾਂ ਤਾਂ ਸਮਤਲ ਅਤੇ ਜਾਂ ਉੱਤਲ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਕਿਸੇ ਸ਼ਬਦਕੋਸ਼ (dictionary) ਵਿੱਚ ਛੋਟੇ ਅੱਖਰਾਂ ਨੂੰ ਪੜ੍ਹਨ ਸਮੇਂ ਤੁਸੀਂ ਹੇਠ ਦਿੱਤੀਆਂ ਵਿੱਚੋਂ ਕਿਹੜੇ ਲੈੱਨਜ਼ ਨੂੰ ਪਹਿਲ ਦਿਓਗੇ ?
(a) 5 cm ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ ਦਾ ਇੱਕ ਉੱਤਲ ਲੈੱਨਜ਼
(b) 50 cm ਫੋਕਸ ਦੁਰੀ ਦਾ ਇੱਕ ਅਵਤਲ ਲੈੱਨਜ਼
(c) 5 cm ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ ਦਾ ਇੱਕ ਉੱਤਲ ਲੈੱਨਜ਼
(4) 5 cm ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ ਦਾ ਇੱਕ ਅਵਤਲ ਲੈੱਨਜ਼ ।
ਉੱਤਰ-
(a) 50 cm ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ ਦਾ ਇੱਕ ਉੱਤਲ ਲੈੱਨਜ਼ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
15cm ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ ਦੇ ਇੱਕ ਅਵਤਲ ਦਰਪਣ ਦਾ ਉਪਯੋਗ ਕਰਕੇ ਅਸੀਂ ਕਿਸੇ ਵਸਤੂ ਦਾ ਸਿੱਧਾ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਬਨਾਉਣਾ ਚਾਹੁੰਦੇ ਹਾਂ । ਵਸਤੂ ਦੇ ਦਰਪਣ ਦੀ ਦੂਰੀ ਦਾ ਰੇਂਜ (range) ਕੀ ਹੋਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ? ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਦੀ ਪ੍ਰਕਿਰਤੀ ਕਿਹੋ ਜਿਹੀ ਹੈ ? ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ, ਵਸਤੂ ਤੋਂ ਵੱਡਾ ਹੈ ਜਾਂ ਛੋਟਾ ? ਇਸ ਸਥਿਤੀ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਬਣਨ ਦਾ ਕਿਰਨ ਰੇਖਾ ਚਿੱਤਰ ਬਣਾਓ ।
ਉੱਤਰ-
ਅਵਤਲ ਦਰਪਣ ਦੁਆਰਾ ਸਿੱਧਾ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਲਈ ਵਸਤੂ ਨੂੰ ਅਵਤਲ ਦਰਪਣ ਦੇ ਧਰੁਵ ਅਤੇ ਫੋਕਸ ਦੇ ਵਿੱਚ ਰੱਖਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਵਸਤੂ ਦੀ ਧਰੁਵ ਤੋਂ ਦੂਰੀ 6 cm ਤੋਂ ਵੱਧ ਅਤੇ 15 cm ਤੋਂ ਘੱਟ ਹੋਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ | ਅਜਿਹਾ ਕਰਨ ਨਾਲ ਵਸਤੂ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਆਭਾਸੀ, ਸਿੱਧਾ ਅਤੇ ਆਕਾਰ ਵਿੱਚ ਵਸਤੂ ਤੋਂ ਵੱਡਾ ਹੋਵੇਗਾ ।
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 10 ਪ੍ਰਕਾਸ਼-ਪਰਾਵਰਤਨ ਅਤੇ ਅਪਵਰਤਨ 1

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਨਿਮਨ ਸਥਿਤੀਆਂ ਵਿੱਚ ਵਰਤੇ ਗਏ ਦਰਪਣ ਦੀ ਕਿਸਮ ਦੱਸੋ ।
(a) ਕਿਸੇ ਕਾਰ ਦੀ ਹੈੱਡ ਲਾਈਟ
(b) ਕਿਸੇ ਵਾਹਨ ਦਾ ਪਾਸਾ/ਪਿੱਛੇ-ਦਰਸ਼ੀ ਦਰਪਣ
(c) ਸੋਲਰ ਭੱਠੀ
ਆਪਣੇ ਉੱਤਰ ਦੀ ਕਾਰਨ ਸਹਿਤ ਪੁਸ਼ਟੀ ਕਰੋ ।
ਉੱਤਰ-
(a) ਕਾਰ ਦੀ ਹੈੱਡ ਲਾਈਟ ਵਿੱਚ ਅਵਤਲ ਦਰਪਣ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । ਬਲਬ ਨੂੰ ਅਵਤਲ ਦਰਪਣ ਦੇ ਮੁੱਖ ਫੋਕਸ ਤੇ ਰੱਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਬਲਬ ਤੋਂ ਨਿਕਲਣ ਵਾਲੀਆਂ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਕਿਰਣਾਂ ਦਰਪਣ ਤੋਂ ਪਰਾਵਰਤਨ ਹੋਣ ਮਗਰੋਂ ਸਮਾਂਤਰ ਹੋ ਜਾਂਦੀਆਂ ਹਨ । ਇਸ ਤੋਂ ਇੱਕ ਸ਼ਕਤੀਸ਼ਾਲੀ ਸਮਾਨੰਤਰ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਕਿਰਣ ਪੰਜ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

(b) ਵਾਹਨਾਂ ਵਿੱਚ ਪਾਸਾ (ਸਾਈਡ) ਦਰਪਣ ਦੇ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਉੱਤਲ ਦਰਪਣ ਨੂੰ ਪਹਿਲ ਦਿੱਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ, ਕਿਉਂਕਿ ਉੱਤਲ ਦਰਪਣ ਹਮੇਸ਼ਾ ਵਸਤੂ ਦਾ ਸਿੱਧਾ ਅਤੇ ਵਸਤੂ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਵਿੱਚ ਛੋਟੇ ਸਾਇਜ਼ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਬਣਾਉਂਦਾ ਹੈ ਜਿਸ ਕਾਰਨ ਇਸ ਦਾ ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ-ਖੇਤਰ ਵੱਧ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਅਜਿਹਾ ਕਰਨ ਨਾਲ ਵਾਹਨ-ਚਾਲਕ (driver) ਛੋਟੇ ਜਿਹੇ ਦਰਪਣ ਵਿੱਚ ਹੀ ਸਾਰਾ ਖੇਤਰ , ਵੇਖ ਪਾਉਂਦਾ ਹੈ ।

(c) ਸੂਰਜੀ ਭੱਠੀ (Solar furnace) ਵਿੱਚ ਅਵਤਲ ਦਰਪਣ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । ਗਰਮ ਕੀਤੇ ਜਾਣ ਵਾਲੇ ਬਰਤਨ ਨੂੰ ਦਰਪਣ ਦੇ ਮੁੱਖ-ਫੋਕਸ ਤੇ ਰੱਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਸੂਰਜ ਤੋਂ ਆ ਰਹੀਆਂ ਸਮਾਨੰਤਰ ਕਿਰਨਾਂ ਦਰਪਣ ਤੋਂ ਪਰਾਵਰਤਨ ਹੋਣ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਫੋਕਸ ਤੇ ਰੱਖੇ ਬਰਤਨ ਤੇ ਸਾਰੀ ਤਾਪ ਊਰਜਾ ਨੂੰ ਕੇਂਦ੍ਰਿਤ ਕਰ ਦਿੰਦੀਆਂ ਹਨ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 9.
ਕਿਸੇ ਉੱਤਲ ਲੈੱਨਜ਼ ਦਾ ਅੱਧਾ ਭਾਗ ਕਾਲੇ ਕਾਗ਼ਜ਼ ਨਾਲ ਢੱਕ ਦਿੱਤਾ ਗਿਆ ਹੈ । ਕੀ ਇਹ ਲੈੱਨਜ਼ ਕਿਸੇ ਵਸਤੂ ਦਾ ਪੂਰਾ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਬਣਾ ਲਏਗਾ ? ਆਪਣੇ ਉੱਤਰ ਦੀ ਪ੍ਰਯੋਗ ਦੁਆਰਾ ਜਾਂਚ ਕਰੋ । ਆਪਣੇ ਪ੍ਰੇਖਣਾਂ ਦੀ ਵਿਆਖਿਆ ਕਰੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਹਾਂ, ਇਹ ਲੈਂਨਜ਼ ਵਸਤੂ ਦਾ ਪੂਰਾ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਬਣਾਏਗਾ ।
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ਪ੍ਰਯੋਗਿਕ ਪੜਤਾਲ-
ਵਿਧੀ-

  • ਇੱਕ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ੀ ਬੈਂਚ (Optical bench) ਉੱਪਰ ਇੱਕ ਸਟੈਂਡ ਵਿੱਚ ਉੱਤਲ ਲੈਂਜ਼ ਲਗਾਓ ।
  • ਇੱਕ ਸਟੈਂਡ ਵਿੱਚ ਜਲਦੀ ਹੋਈ ਮੋਮਬੱਤੀ ਲਗਾ ਕੇ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ ਤੋਂ ਥੋੜ੍ਹੀ ਜ਼ਿਆਦਾ ਦੂਰੀ ਤੇ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ੀ ਬੈਂਚ ਤੇ ਰੱਖੋ ।
  • ਹੁਣ ਲੈਂਨਜ਼ ਦੇ ਦੂਜੇ ਪਾਸੇ ਪਕਾਸ਼ੀ ਬੈਂਚ ਤੇ ਸਟੈਂਡ ਵਿੱਚ ਪਰਦਾ (Screen) ਲਗਾ ਕੇ ਉਸਨੂੰ ਅੱਗੇ-ਪਿੱਛੇ ਲਿਜਾਓ ਅਤੇ ਅਜਿਹੀ ਥਾਂ ‘ਤੇ ਰੱਖੋ ਕਿ ਉਸ ਉੱਪਰ ਮੋਮਬੱਤੀ ਦਾ ਤਿੱਖਾ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਬਣ ਜਾਵੇ ।
  • ਹੁਣ ਲੈਂਨਜ਼ ਦੇ ਹੇਠਲੇ ਅੱਧੇ ਭਾਗ ਤੇ ਕਾਲਾ ਕਾਗ਼ਜ਼ ਚਿਪਕਾ ਕੇ ਢੱਕ ਦਿਓ ਤਾਂ ਜੋ ਲੈਨਜ਼ ਦੇ ਉੱਪਰਲੇ ਅੱਧੇ ਭਾਗ ਤੋਂ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦਾ ਅਪਵਰਤਨ ਹੋਣ ਕਾਰਨ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਬਣੇ । ਇਸ ਹਾਲਤ ਵਿੱਚ ਤੁਸੀਂ ਵੇਖੋਗੇ ਕਿ ਮੋਮਬੱਤੀ ਦਾ ਪਹਿਲਾਂ ਵਰਗਾ ਪੁਰਾ ਤਿਬਿੰਬ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੋਵੇਗਾ, ਪਰੰਤੁ ਇਸ ਦੀ ਤੀਬ੍ਰਤਾ ਪਹਿਲੇ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਵਿੱਚ ਘੱਟ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ।

ਵਿਆਖਿਆ – ਮੋਮਬੱਤੀ ਦੇ ਕਿਸੇ ਬਿੰਦੂ ਤੋਂ ਚਲਣ ਵਾਲੀਆਂ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਕਿਰਨਾਂ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੇ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਭਾਗਾਂ ਤੋਂ ਅਪਵਰਤਿਤ ਹੋ ਕੇ ਇੱਕ ਬਿੰਦੂ ਤੇ ਮਿਲਣਗੀਆਂ । ਲੈੱਨਜ਼ ਦੇ ਹੇਠਲੇ ਅੱਧੇ ਭਾਗ ਨੂੰ ਕਾਲਾ ਕਰਨ ‘ਤੇ ਵੀ ਉਸ ਬਿੰਦੂ ਤੇ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਕਿਰਨਾਂ ਆਉਣਗੀਆਂ । ਜਿਸ ਕਰਕੇ ਮੋਮਬੱਤੀ ਦਾ ਪੂਰਾ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੋਵੇਗਾ, ਪਰੰਤੂ ਕਿਰਨਾਂ ਦੀ ਸੰਖਿਆ ਘੱਟ ਹੋਣ ਕਾਰਨ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਦੀ ਤੀਬ੍ਰਤਾ (ਤਿੱਖਾਪਣ ਹੋ ਜਾਵੇਗੀ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 10.
5cm ਲੰਬੀ ਵਸਤੂ 10cm ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ ਦੇ ਕਿਸੇ ਅਭਿਸਾਰੀ ਲੈੱਨਜ਼ ਤੋਂ 25cm ਦੂਰੀ ਉੱਤੇ ਰੱਖਿਆ ਗਿਆ ਹੈ । ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਕਿਰਨ ਰੇਖਾ ਚਿੱਤਰ ਖਿੱਚ ਕੇ ਬਣਨ ਵਾਲੇ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਦੀ ਸਥਿਤੀ, ਸਾਈਜ਼ ਅਤੇ ਪ੍ਰਕਿਰਤੀ ਗਿਆਤ ਕਰੋ ।
ਹੱਲ :
ਇੱਥੇ ਵਸਤੂ ਦੀ ਅਭਿਸਾਰੀ ਲੈਂਨਜ਼ ਤੋਂ ਦੂਰੀ (u) = – 25cm
ਅਭਿਸਾਰੀ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ (f) = + 10cm
ਬਿੰਬ (ਵਸਤੂ ਦੀ ਲੰਬਾਈ (ਉੱਚਾਈ) (O) = + 5cm
ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਦਾ ਸਾਈਜ਼ (I) = ?
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ਅਰਥਾਤ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਦਾ ਸਾਇਜ਼ = \(\frac {10}{3}\) cm ਹੋਵੇਗੀ । ਰਿਣ ਚਿੰਨ੍ਹ ਦਰਸਾਉਂਦਾ ਹੈ ਕਿ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਮੁੱਖ-ਧੁਰੇ ਦੇ ਹੇਠਾਂ ਵੱਲ ਹੋਵੇਗਾ ਜਿਹੜਾ ਕਿ ਵਾਸਤਵਿਕ ਅਤੇ ਉਲਟਾ ਹੋਵੇਗਾ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 11.
15cm ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ ਦਾ ਕੋਈ ਅਵਤਲ ਲੈੱਨਜ਼ ਕਿਸੇ ਵਸਤੂ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਲੈਂਨਜ਼ ਤੋਂ 10cm ਦੂਰੀ ਉੱਤੇ ਬਣਾਉਂਦਾ ਹੈ । ਵਸਤੂ ਲੈੱਨਜ਼ ਤੋਂ ਕਿੰਨੀ ਦੂਰੀ ਉੱਤੇ ਸਥਿਤ ਹੈ ? ਕਿਰਨ ਰੇਖਾ ਚਿੱਤਰ ਬਣਾਓ ।
ਹੱਲ :
ਦਿੱਤਾ ਗਿਆ ਹੈ, ਅਵਤਲ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਫੋਕਸ ਦੁਰੀ (f) = -15 cm ਕਿਉਂਕਿ ਅਵਤਲ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੁਆਰਾ ਬਣਿਆ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਹਮੇਸ਼ਾ ਆਭਾਸੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੇ ਸਾਹਮਣੇ ਉਸੇ ਪਾਸੇ ਬਣਦਾ ਹੈ ਜਿਸ ਪਾਸੇ ਵਸਤੂ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।
υ = -10 cm
ਹੁਣ ਲੈਂਨਜ਼ ਸੂਤਰ ਤੋਂ \(\frac{1}{v}-\frac{1}{u}\) = \(\frac{1}{f}\)
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∴ u = -30 cm
ਅਰਥਾਤ ਵਸਤੂ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੇ ਸਾਹਮਣੇ 30 cm ਦੀ ਦੂਰੀ ਤੇ ਹੈ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 12.
15cm ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ ਦੇ ਕਿਸੇ ਉੱਤਲ ਦਰਪਣ ਤੋਂ ਕੋਈ ਵਸਤੂ 10cm ਦੂਰੀ ਉੱਤੇ ਰੱਖਿਆ ਗਿਆ ਹੈ । ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਦੀ ਸਥਿਤੀ ਅਤੇ ਪ੍ਰਕਿਰਤੀ ਗਿਆਤ ਕਰੋ ।
ਹੱਲ :
ਦਿੱਤਾ ਹੈ : ਉੱਤਲ ਦਰਪਣ ਦੀ ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ (f) = + 15 cm
ਵਸਤੂ ਦੀ ਦਰਪਣ ਤੋਂ ਦੂਰੀ (u) = – 10cm
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∴ υ = + 6cm
ਧਨ ਚਿੰਨ੍ਹ ਇਹ ਦਰਸਾਉਂਦਾ ਹੈ ਕਿ ਤਿਬਿੰਬ ਦਰਪਣ ਦੇ ਪਿੱਛੇ 6cm ਦੀ ਦੂਰੀ ਤੇ ਬਣੇਗਾ ।
ਧਨ ਚਿੰਨ੍ਹ ਇਹ ਵੀ ਦਰਸਾਉਂਦਾ ਹੈ ਕਿ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਸਿੱਧਾ ਅਤੇ ਆਭਾਸੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 13.
ਇੱਕ ਸਮਤਲ ਦਰਪਣ ਦੁਆਰਾ ਪੈਦਾ ਹੋਇਆ ਵੱਡਦਰਸ਼ਨ +1 ਹੈ । ਇਸਦਾ ਕੀ ਅਰਥ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਇੱਕ ਸਮਤਲ ਦੁਆਰਾ ਉਤਪੰਨ ਹੋਇਆ ਵੱਡਦਰਸ਼ਨ m = +1 ਇਹ ਦਰਸਾਉਂਦਾ ਹੈ ਕਿ ਦਰਪਣ ਦੁਆਰਾ ਬਣਾਏ ਗਏ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਦਾ ਆਕਾਰ ਵਸਤੂ ਦੇ ਆਕਾਰ (Size) ਦੇ ਬਰਾਬਰ ਹੈ ਅਤੇ ਧਨਾਤਮਕ ਚਿੰਨ੍ਹ (+) ਇਹ ਦਰਸਾਉਂਦਾ ਹੈ ਕਿ ਸਮਤਲ ਦਰਪਣ ਦੁਆਰਾ ਬਣਾਇਆ ਗਿਆ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਦਰਪਣ ਦੇ ਪਿੱਛੇ ਬਣ ਰਿਹਾ ਹੈ ਅਤੇ ਇਹ ਆਭਾਸੀ ਅਤੇ ਸਿੱਧਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 14.
5.0 cm ਲੰਬਾਈ ਦੀ ਕੋਈ ਵਸਤੂ 30cm ਵਰ੍ਹਾ ਅਰਧ-ਵਿਆਸ ਦੇ ਕਿਸੇ ਉੱਤਲ ਦਰਪਣ ਦੇ ਸਾਹਮਣੇ 20cm ਦੂਰੀ ਉੱਤੇ ਰੱਖੀ ਗਈ ਹੈ । ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਦੀ ਸਥਿਤੀ ਅਤੇ ਆਕਾਰ ਗਿਆਤ ਕਰੋ ।
ਹੱਲ :
ਦਿੱਤਾ ਹੈ : ਵਸਤੂ ਦੀ ਉੱਤਲ ਦਰਪਣ ਤੋਂ ਦੂਰੀ (u) = – 20 cm
ਉੱਤਲ ਦਰਪਣ ਦਾ ਵਕਤਾ ਅਰਧ-ਵਿਆਸ (R) = + 30 cm
∴ ਉੱਤਲ ਦਰਪਣ ਦੀ ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ (f) = \(\frac{R}{2}\)
= \(\frac{+30}{2}\) cm
= + 15cm
ਵਸਤੂ ਦੀ ਲੰਬਾਈ (O) = + 5.0 cm
ਦਰਪਣ ਸੂਤਰ \(\frac{1}{u}+\frac{1}{v}=\frac{1}{f}\) ਤੋਂ
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ਇਸ ਲਈ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਦੀ ਦਰਪਣ ਤੋਂ ਦੂਰੀ (0) = + \(\frac{60}{7}\) cm ਅਰਥਾਤ ਧਨਾਤਮਕ ਚਿੰਨ੍ਹ ਇਹ ਦਰਸਾਉਂਦਾ ਹੈ ਕਿ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਦਰਪਣ ਦੇ ਦੂਜੇ ਪਾਸੇ \(\frac{60}{7}\) cm ਦੀ ਦੂਰੀ ‘ਤੇ ਬਣੇਗਾ ।
ਜੇਕਰ ਤਿਬਿੰਬ ਦੀ ਉੱਚਾਈ ਆਕਾਰ ‘I’ ਹੈ, ਤਾਂ ਵੱਡਦਰਸ਼ਨ ਸੂਤਰ ਦੁਆਰਾ m = \(-\frac{v}{u}=\frac{\mathrm{I}}{\mathrm{O}}\) ਤੋਂ
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ਧਨਾਤਮਕ ਚਿੰਨ੍ਹ (+) ਇਹ ਸਪੱਸ਼ਟ ਕਰਦਾ ਹੈ ਕਿ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਸਿੱਧਾ ਅਤੇ ਆਭਾਸੀ ਹੋਵੇਗਾ ਅਤੇ ਦਰਪਣ ਦੇ ਪਿੱਛੇ \(\frac{15}{7}\) cm ਦੀ ਦੂਰੀ ਤੇ ਬਣੇਗਾ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 15.
7.0cm ਸਾਈਜ਼ ਦੀ ਕੋਈ ਵਸਤੂ 18 cm ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ ਦੇ ਕਿਸੇ ਅਵਤਲ ਦਰਪਣ ਦੇ ਸਾਹਮਣੇ 27cm ਦੂਰੀ ਉੱਤੇ ਰੱਖਿਆ ਗਿਆ ਹੈ । ਦਰਪਣ ਤੋਂ ਕਿੰਨੀ ਦੂਰੀ ਤੇ ਕਿਸੇ ਪਰਦੇ ਨੂੰ ਰੱਖੀਏ ਕਿ ਉਸ ਉੱਤੇ ਵਸਤੂ ਦਾ ਸਪਸ਼ਟ ਫੋਕਸ ਕੀਤਾ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕੇ । ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਦਾ ਆਕਾਰ ਅਤੇ ਕਿਰਤੀ ਗਿਆਤ ਕਰੋ ।
ਹੱਲ :
ਦਿੱਤਾ ਹੈ : ਵਸਤੂ ਦਾ ਆਕਾਰ (ਸਾਈਜ਼) (O) = + 7.0 cm
ਅਵਤਲ ਦਰਪਣ ਦੀ ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ (f) = -18cm
ਵਸਤੂ ਦੀ ਦਰਪਣ ਤੋਂ ਦੂਰੀ (u) = -27cm
ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਦੀ ਦਰਪਣ ਤੋਂ ਦੂਰੀ (υ) = ?
ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਦਾ ਆਕਾਰ (I) = ?
ਦਰਪਣ ਸੂਤਰ \(\frac{1}{u}+\frac{1}{v}=\frac{1}{f}\) ਤੋਂ
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∴ υ = – 54 cm

ਰਿਣਾਤਮਕ ਚਿੰਨ੍ਹ (-) ਇਹ ਦਰਸਾਉਂਦਾ ਹੈ ਕਿ ਤਿਬਿੰਬ ਦਰਪਣ ਦੇ ਸਾਹਮਣੇ 54cm ਦੀ ਦੂਰੀ ‘ਤੇ ਬਣੇਗਾ । ਇਸ ਲਈ ਪਰਦੇ (Screen) ਨੂੰ ਦਰਪਣ ਦੇ ਸਾਹਮਣੇ 54cm ਦੀ ਦੂਰੀ ਤੇ ਰੱਖਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
ਹੁਣ ਦਰਪਣ ਦੇ ਵੱਡਦਰਸ਼ਨ ਸੂਤਰ ਤੋਂ,
m = \(\frac{-v}{u}=\frac{\mathrm{I}}{\mathrm{O}}\)
= \(\frac{-(-54)}{(-27)}=\frac{I}{7}\)
I = \(\frac{-54 \times 7}{27}\)
∴ I = -14 cm
ਅਰਥਾਤ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਦਾ ਸਾਇਜ਼ (ਉੱਚਾਈ) 14cm ਹੋਵੇਗੀ । ਰਿਣਾਤਮਕ ਚਿੰਨ੍ਹ (-) ਇਹ ਦਰਸਾਉਂਦਾ ਹੈ ਕਿ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਵਾਸਤਵਿਕ ਅਤੇ ਉਲਟਾ ਹੋਵੇਗਾ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 16.
ਉਸ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ ਗਿਆਤ ਕਰੋ ਜਿਸ ਦੀ ਸ਼ਕਤੀ -2.0 ) ਹੈ । ਇਹ ਕਿਸ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦਾ ਲੈੱਨਜ਼ ਹੈ ?
ਹੱਲ :
ਦਿੱਤਾ ਹੈ : ਐੱਨਜ਼ ਦੀ ਸ਼ਕਤੀ (P) – 2.0 D
ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ (f) = ?
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= -50 cm
ਦੇ ਅਤੇ ਨਾ ਰਿਣਾਤਮਕ (-) ਚਿੰਨ੍ਹ ਇਹ ਦਰਸਾਉਂਦਾ ਹੈ ਕਿ ਲੈੱਨਜ਼ ਅਵਤਲ ਲੈੱਨਜ਼ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 17.
ਕੋਈ ਡਾਕਟਰ +1.5 D ਸ਼ਕਤੀ ਦਾ ਸੰਸ਼ੋਧਿਤ ਲੈਂਨਜ਼ ਨਿਰਧਾਰਿਤ ਕਰਦਾ ਹੈ । ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ ਗਿਆਤ ਕਰੋ । ਕੀ ਨਿਰਧਾਰਿਤ ਲੈੱਨਜ਼ ਅਭਿਸਾਰੀ ਜਾਂ ਅਪਸਾਰੀ ਹੈ ?
ਹੱਲ : ਦਿੱਤਾ ਹੈ : ਐੱਨਜ਼ ਦੀ ਸ਼ਕਤੀ (P) = + 1.5 D
ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ (f) = ?
ਲੈੱਨਜ਼ ਦੇ ਸ਼ਕਤੀ ਸੂਤਰ ਤੋਂ, p = \(\frac{1}{f}\)
1.5 = \(\frac{1}{f}\)
∴ f = \(\frac{1}{1.5}\)
= \(\frac{10}{15}\)
= \(\frac{2}{3}\) cm
= +9.67 m
∴ f = +67 cm
ਧਨਾਤਮਕ ਚਿੰਨ੍ਹ (+) ਇਹ ਦਰਸਾਉਂਦਾ ਹੈ ਕਿ ਲੈੱਨਜ਼ ਅਭਿਸਾਰੀ ਲੈਂਨਜ਼ ਉੱਤਲ ਲੈੱਨਜ਼) ਹੈ ।

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ਅਧਿਆਇ ਦੇ ਅੰਦਰ ਦਿੱਤੇ ਗਏ ਪ੍ਰਸ਼ਨ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਉੱਤਰ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਅਵਤਲ ਦਰਪਣ ਦੇ ਮੁੱਖ ਫੋਕਸ ਦੀ ਪਰਿਭਾਸ਼ਾ ਦਿਓ ।
ਉੱਤਰ-
ਅਵਤਲ ਦਰਪਣ ਦਾ ਮੁੱਖ-ਫੋਕਸ – ਮੁੱਖ-ਫੋਕਸ ਉਹ ਬਿੰਦੁ ਹੈ ਜਿੱਥੇ ਅਵਤਲ ਦਰਪਣ ਦੇ ਮੁੱਖ ਧੁਰੇ ਦੇ ਸਮਾਨੰਤਰ ਆ ਰਹੀਆਂ ਆਪਾਤੀ ਕਿਰਨਾਂ ਦਰਪਣ ਤੋਂ ਪਰਾਵਰਤਿਤ ਹੋਣ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਮਿਲਦੀਆਂ ਹਨ ।
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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਇੱਕ ਗੋਲਾਕਾਰ ਦਰਪਣ ਦਾ ਵਕਤਾ ਅਰਧ-ਵਿਆਸ 20cm ਹੈ । ਉਸਦੀ ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ ਕੀ ਹੋਵੇਗੀ ?
ਹੱਲ :
ਦਿੱਤਾ ਹੈ : ਗੋਲਾਕਾਰ ਦਰਪਣ ਦਾ ਵਕਤਾ ਅਰਧ-ਵਿਆਸ (R) = 20cm
∴ ਗੋਲਾਕਾਰ ਦਰਪਣ ਦੀ ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ f = \(\frac{\mathrm{R}}{2}\)
= \(\frac{20}{2}\) cm
= 10 cm

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਉਸ ਦਰਪਣ ਦਾ ਨਾਂ ਦੱਸੋ ਜੋ ਵਸਤੁ ਦਾ ਸਿੱਧਾ ਅਤੇ ਵੱਡਾ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਬਣਾ ਸਕੇ ।
ਉੱਤਰ-
ਅਵਤਲ ਦਰਪਣ ਵਸਤੂ ਦਾ ਸਿੱਧਾ ਅਤੇ ਵੱਡਾ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਬਣਾਉਂਦਾ ਹੈ ਜਦੋਂ ਵਸਤੂ ਨੂੰ ਦਰਪਣ ਦੇ ਫੋਕਸ ਅਤੇ ਧਰੁਵ ਦੇ ਵਿਚਕਾਰ ਰੱਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਅਸੀਂ ਵਾਹਨਾਂ ਵਿੱਚ ਉੱਤਲ ਦਰਪਣ ਨੂੰ ਪਿੱਛੇ ਦੀ ਆਵਾਜਾਈ ਦੇਖਣ ਵਾਲੇ ਦਰਪਣ ਦੇ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਪਹਿਲ ਕਿਉਂ ਦਿੰਦੇ ਹਾਂ ?
ਉੱਤਰ-
ਵਾਹਨਾਂ ਵਿੱਚ ਉੱਤਲ ਦਰਪਣ ਨੂੰ ਪਿੱਛੇ ਦੀ ਆਵਾਜਾਈ ਦੇਖਣ ਵਾਲੇ ਦਰਪਣ ਦੇ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਪਹਿਲ ਦੇਣ ਦੇ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਕਾਰਨ ਹਨ-

  1. ਉੱਤਲੇ ਦਰਪਣ ਹਮੇਸ਼ਾ ਵਸਤੂ ਦਾ ਸਿੱਧਾ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਬਣਾਉਂਦਾ ਹੈ ।
  2. ਉੱਤਲ ਦਰਪਣ ਵਸਤੂ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਵਿੱਚ ਛੋਟਾ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਬਣਾਉਂਦਾ ਹੈ ਜਿਸ ਕਰਕੇ ਵਿਖਾਈ ਦੇਣ ਵਾਲਾ ਦਿਸ਼ਟੀ ਖੇਤਰ ਵੱਧ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਵਾਹਨ-ਚਾਲਕ (ਡਰਾਈਵਰ) ਟਰੈਫ਼ਿਕ ਵਾਲੇ ਸਾਰੇ ਖੇਤਰ ਨੂੰ ਵੇਖ ਸਕਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਉਸ ਉੱਤਲ ਦਰਪਣ ਦੀ ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ ਗਿਆਤ ਕਰੋ ਜਿਸ ਦਾ ਵਰ੍ਹਾ ਅਰਧ-ਵਿਆਸ 32 cm ਹੈ ।
ਹੱਲ :
ਦਿੱਤਾ ਹੈ, ਉੱਤਲ ਦਰਪਣ ਦਾ ਵਕੁਤਾ ਅਰਧ-ਵਿਆਸ (R) = + 32 cm
ਉੱਤਲ ਦਰਪਣ ਦੀ ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ (f) = ?
ਅਸੀਂ ਜਾਣਦੇ ਹਾਂ, f = \(\frac{R}{2}\)
= \(\frac{+32}{2}\)
∴ ਉੱਤਲ ਦਰਪਣ ਦੀ ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ (f) = 16 cm

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਇੱਕ ਅਵਤਲ ਦਰਪਣ ਆਪਣੇ ਸਾਹਮਣੇ 10 cm ਦੂਰੀ ਉੱਤੇ ਰੱਖੇ ਇੱਕ ਬਿੰਬ ਦਾ ਤਿੰਨ ਗੁਣਾ ਵੱਡਾ ਵਾਸਤਵਿਕ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਬਣਾਉਂਦਾ ਹੈ । ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਦਰਪਣ ਤੋਂ ਕਿੰਨੀ ਦੂਰੀ ਉੱਤੇ ਹੈ ?
ਹੱਲ :
ਦਿੱਤਾ ਹੈ, ਵਸਤੂ ਦੀ ਅਵਤਲ ਦਰਪਣ ਤੋਂ ਦੂਰੀ (u) = -10cm
ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਦਾ ਵੱਡਦਰਸ਼ਨ (m) = \(\frac{-v}{u}[latex] = -3
ਜਾਂ [latex]\frac{v}{u}[latex] = 3
ਜਾਂ υ = 3 × u
= 3 × (10)
∴ υ = -30 cm
ਅਰਥਾਤ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਦੀ ਦਰਪਣ ਤੋਂ ਦੂਰੀ 30 cm ਹੈ । ਰਿਣਾਤਮਕ ਚਿੰਨ੍ਹ ਇਹ ਦਰਸਾਉਂਦਾ ਹੈ ਕਿ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਦਰਪਣ ਦੇ ਸਾਹਮਣੇ ਵਸਤੂ ਵਾਲੇ ਪਾਸੇ ਹੀ ਬਣੇਗੀ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਹਵਾ ਵਿੱਚ ਜਾਂਦੀ ਇੱਕ ਕਿਰਨ ਪਾਣੀ ਵਿੱਚ ਤਿਰਛੀ ਪ੍ਰਵੇਸ਼ ਕਰਦੀ ਹੈ । ਕੀ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਕਰਨ ਲੰਬ ਵੱਲ ਝੁਕੇਗੀ ਜਾਂ ਲੰਬ ਤੋਂ ਦੂਰ ਹਟੇਗੀ ? ਦੱਸੋ ਕਿਉਂ ?
ਉੱਤਰ-
ਹਵਾ ਵਿੱਚ ਗਮਨ ਕਰ ਰਹੀ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦੀ ਇੱਕ ਕਿਰਨ ਜਦੋਂ ਪਾਣੀ ਵਿੱਚ ਤਿਰਛੀ ਦਾਖਲ ਹੋਵੇਗੀ ਤਾਂ ਇਹ ਕਿਰਨ ਲੰਬ ਵੱਲ ਝੁਕੇਗੀ ਕਿਉਂਕਿ ਪਾਣੀ, ਹਵਾ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਵਿੱਚ ਸੰਘਣਾ ਮਾਧਿਅਮ ਹੈ ਅਤੇ ਪਾਣੀ ਅੰਦਰ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦੀ ਚਾਲ ਵਿੱਚ ਕਮੀ ਆ ਜਾਵੇਗੀ ।
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 10 ਪ੍ਰਕਾਸ਼-ਪਰਾਵਰਤਨ ਅਤੇ ਅਪਵਰਤਨ 14

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਹਵਾ ਤੋਂ 1.50 ਅਪਵਰਤਨ-ਅੰਕ ਦੀ ਕੱਚ ਦੀ ਪਲੇਟ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਵੇਸ਼ ਕਰਦਾ ਹੈ । ਕੱਚ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦੀ ਚਾਲ ਕਿੰਨੀ ਹੈ ? ਨਿਰਵਾਯੂ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦੀ ਚਾਲ 3 × 108 m/s ਹੈ ।
ਹੱਲ:
ਦਿੱਤਾ ਹੈ, ਕੱਚ ਦਾ ਅਪਵਰਤਨ-ਅੰਕ (aμg) = 1.50
ਨਿਰਵਾਤ (ਹਵਾ) ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦੀ ਚਾਲ (c) = 3 × 108 m/s
ਕੱਚ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦੀ ਚਾਲ (Vg) = ?
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 10 ਪ੍ਰਕਾਸ਼-ਪਰਾਵਰਤਨ ਅਤੇ ਅਪਵਰਤਨ 15
∴ ਕੱਚ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦੀ ਚਾਲ (Vg) = [latex]\frac{3 \times 10^{8} m s}{1.50}\)
= 2 × 108 m/s

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 9.
ਸਾਰਨੀ 10.3 ਵਿੱਚ ਸਭ ਤੋਂ ਵੱਧ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ੀ ਘਣਤਾ ਵਾਲਾ ਮਾਧਿਅਮ ਪਤਾ ਕਰੋ । ਸਭ ਤੋਂ ਘੱਟ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ੀ ਘਣਤਾ ਵਾਲੇ ਮਾਧਿਅਮ ਦਾ ਵੀ ਪਤਾ ਕਰੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਸਾਰਣੀ 10.3 ਤੋਂ ਸਪੱਸ਼ਟ ਹੈ ਕਿ ਹੀਰੇ ਦਾ ਅਪਵਰਤਨ-ਅੰਕ 2.42 ਹੈ ਜਿਹੜਾ ਸਭ ਤੋਂ ਵੱਧ ਅਤੇ ਹਵਾ ਦਾ ਅਪਵਰਤਨ-ਅੰਕ 1.0003 ਹੈ, ਜਿਹੜਾ ਸਭ ਤੋਂ ਘੱਟ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਹੀਰੇ ਦੀ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ੀ ਘਣਤਾ ਸਭ ਤੋਂ ਵੱਧ ਅਤੇ ਹਵਾ ਦੀ ਪਕਾਸ਼ੀ ਘਣਤਾ ਸਭ ਤੋਂ ਘੱਟ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 10.
ਤੁਹਾਨੂੰ ਕੈਰੋਸੀਨ, ਤਾਰਪੀਨ ਦਾ ਤੇਲ ਅਤੇ ਪਾਣੀ ਦਿੱਤੇ ਗਏ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਵਿੱਚੋਂ ਕਿਸ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਸਭ ਤੋਂ ਯਤੀਬਰ ਗਤੀ ਨਾਲ ਚਲਦਾ ਹੈ । ਸਾਰਨੀ 0.3 ਵਿੱਚ ਦਿੱਤੇ ਹੋਏ ਅੰਕੜਿਆਂ ਦਾ ਪ੍ਰਯੋਗ ਕਰੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਅਸੀਂ ਜਾਣਦੇ ਹਾਂ ਕਿ ਵੱਧ ਅਪਵਰਤਨ-ਅੰਕ ਵਾਲਾ ਮਾਧਿਅਮ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ੀ ਸੰਘਣਤਾ ਵਾਲਾ ਮਾਧਿਅਮ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਘੱਟ ਅਪਵਰਤਨ-ਅੰਕ ਵਾਲਾ ਮਾਧਿਅਮ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ੀ ਵਿਰਲ ਮਾਧਿਅਮ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਜਿਸ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦੀ ਚਾਲ ਘੱਟ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਸਾਰਣੀ 10.3 ਤੋਂ ਸਪੱਸ਼ਟ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਕਿ ਕੈਰੋਸੀਨ (ਮਿੱਟੀ ਦਾ ਤੇਲ) ਦਾ ਅਪਵਰਤਨ-ਅੰਕ 1.44, ਤਾਰਪੀਨ ਦੇ ਤੇਲ ਦਾ ਅਪਵਰਤਨ-ਅੰਕ 1.47 ਅਤੇ ਪਾਣੀ ਦਾ ਅਪਵਰਤਨ-ਅੰਕ ਨਿਊਨਤਮ 1.33 ਹੈ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਅੰਕੜਿਆਂ ਤੋਂ ਸਪੱਸ਼ਟ ਹੈ ਕਿ ਪਾਣੀ ਦਾ ਅਪਵਰਤਨ ਅੰਕ ਨਿਊਨਤਮ ਹੈ, ਇਸ ਲਈ ਪਾਣੀ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਸਭ ਤੋਂ ਤੇਜ਼ ਗਤੀ ਨਾਲ ਚਲਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 11.
ਹੀਰੇ ਦਾ ਅਪਵਰਤਨ-ਅੰਕ 2.42 ਹੈ । ਇਸ ਕਥਨ ਦਾ ਕੀ ਭਾਵ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਹੀਰੇ ਦਾ ਅਪਵਰਤਨ-ਅੰਕ 2.42 ਹੈ । ਇਸ ਕਥਨ ਦਾ ਮਤਲਬ ਇਹ ਹੈ ਕਿ ਹੀਰੇ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦੀ ਚਾਲ,
ਖਲਾਅ (ਨਿਰਵਾਤ) ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦੀ ਚਾਲ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਵਿੱਚ \(\frac{1}{2 \cdot 42}\) ਗੁਣਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 12.
ਕਿਸੇ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਇੱਕ ਡਾਈਆਪਟਰ ਸਮਰੱਥਾ ਦੀ ਪਰਿਭਾਸ਼ਾ ਦਿਓ ।
ਉੱਤਰ-
ਇੱਕ (1) ਡਾਈਆਪਟਰ ਉਸ ਲੈਂਨਜ਼ ਦੀ ਸਮਰੱਥਾ ਹੈ ਜਿਸਦੀ ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ 1 ਮੀਟਰ (= 100 ਸੈਂਟੀਮੀਟਰ) ਹੈ । ਉੱਤਲ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਸਮਰੱਥਾ ਧਨਾਤਮਕ ਅਤੇ ਅਵਤਲ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਸਮਰੱਥਾ ਰਿਣਾਤਮਕ ਮੰਨੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 13.
ਕੋਈ ਉੱਤਲ ਲੈੱਨਜ਼ ਇੱਕ ਸੂਈ ਦਾ ਵਾਸਤਵਿਕ ਅਤੇ ਉਲਟਾ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਉਸ ਲੈਂਨਜ਼ ਤੋਂ 50 cm ਦੂਰ ਬਣਾਉਂਦਾ ਹੈ । ਇਹ ਸੂਈ ਉੱਤਲ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੇ ਸਾਹਮਣੇ ਕਿੱਥੇ ਰੱਖੀ ਹੋਈ ਹੈ ? ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਸਮਰੱਥਾ ਵੀ ਗਿਆਤ ਕਰੋ ।
ਹੱਲ :
ਦਿੱਤਾ ਹੈ, ਉੱਤਲ ਲੈਨਜ਼ ਤੋਂ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਦੀ ਦੂਰੀ (υ) = +50 cm
[ υ ਦਾ ਚਿੰਨ੍ਹ + ਹੈ ਕਿਉਂਕਿ ਤਿਬਿੰਬ ਵਾਸਤਵਿਕ ਅਤੇ ਉਲਟਾ ਹੈ]
ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਦਾ ਸਾਇਜ਼ ਜਾਂ ਉੱਚਾਈ (I) = ਵਸਤੂ ਦਾ ਸਾਇਜ਼ (O)
∴ ਵੱਡਦਰਸ਼ਨ (m) = \(\frac{\mathrm{I}}{\mathrm{O}}\) = -1
[ਵਾਸਤਵਿਕ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਲਈ ਵੱਡਦਰਸ਼ਨ ਰਿਣਾਤਮਕ ਹੁੰਦਾ ਹੈ]
ਪਰੰਤੂ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੇ ਲਈ ਵੱਡਦਰਸ਼ਨ, m = \(-\frac{v}{u}\)
:: \(-\frac{v}{u}\) = -1
ਜਾਂ υ = -u
ਜਾਂ u = -υ
= -50 cm
ਇਸ ਲਈ ਸੂਈ (ਬਿਬ) ਉੱਤਲ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੇ ਸਾਹਮਣੇ 50 cm ਦੀ ਦੂਰੀ ‘ਤੇ ਰੱਖੀ ਗਈ ਹੈ ।
ਲੈੱਨਜ਼ ਸੂਤਰ \(\frac{1}{v}-\frac{1}{u}\) = \(\frac{1}{f}\) ਤੋਂ
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= \(\frac{1}{0.25}\)D
∴ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਸਮਰੱਥਾ (P) = +4D

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 14.
ਦੋ ਮੀਟਰ ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ ਵਾਲੇ ਕਿਸੇ ਅਵਤਲ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਸ਼ਕਤੀ ਗਿਆਤ ਕਰੋ ।
ਹੱਲ :
ਦਿੱਤਾ ਹੈ, ਅਵਤਲ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ (f) = -2m
[ਅਵਤਲ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ ਰਿਣਾਤਮਕ ਮੰਨੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ]
ਅਵਤਲ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਸ਼ਕਤੀ (P) = ?
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= \(\frac{1}{-2}\) D ਇਸ ਲਈ ਅਵਤਲ ਲੈੱਨਜ਼ ਦੀ ਸ਼ਕਤੀ (P) = -0.5 D