PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 13 ध्वनि

Punjab State Board PSEB 8th Class Science Book Solutions Chapter 13 ध्वनि Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 8 Science Chapter 13 ध्वनि

PSEB 8th Class Science Guide ध्वनि Textbook Questions and Answers

अभ्यास
प्रश्न 1.
सही उत्तर चुनिए-
ध्वनि संचरित हो सकती है :
(क) केवल वायु या गैसों में
(ख) केवल ठोसों में
(ग) केवल द्रवों में
(घ) ठोसों, द्रवों तथा गैसों में।
उत्तर-
(घ) ठोसों, द्रवों तथा गैसों में।

प्रश्न 2.
निम्न में से किस वाक् ध्वनि की आवृत्ति न्यूनतम होने की संभावना है-
(क) छोटी लड़की की
(ख) छोटे लड़के की
(ग) पुरुष की
(घ) महिला की।
उत्तर-
(ग) पुरुष की।

प्रश्न 3.
निम्नलिखित कथनों में सही कथन के सामने ‘T’ तथा गलत कथन के सामने ‘F’ पर निशान लगाइए-

(क) ध्वनि निर्वात में संचरित नहीं हो सकती।
[T/F]
उत्तर-
True

(ख) किसी कंपित वस्तु के प्रति सेकंड होने वाली दोलनों की संख्या को इसका आवर्तकाल कहते हैं। [T/F]
उत्तर-
False

(ग) यदि कंपन का आयाम अधिक है, तो ध्वनि मंद होती है। [T/F]
उत्तर-
False

(घ) मानव कानों के लिए श्रव्यता का परास 20 Hz से 20,000 Hz है। [T/F]
उत्तर-
True

(ङ) कंपन की आवृत्ति जितनी कम होगी, तारत्व उतना ही अधिक होगा। [T/F]
उत्तर-
False

(च) अवांछित या अप्रिय ध्वनि को संगीत कहते हैं। [T/F]
उत्तर-
False

(छ) शोर प्रदूषण आंशिक श्रवण अशक्कता उत्पन्न कर सकता है। [T/F]
उत्तर-
True

PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 13 ध्वनि

प्रश्न 4.
उचित शब्दों द्वारा रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-

(क) किसी वस्तु द्वारा एक दोलन को पूरा करने में लिए गए समय को ………………………. कहते हैं।
उत्तर-
आवर्तकाल

(ख) प्रबलता कंपन के ……………………… से निर्धारित की जाती है।
उत्तर-
आयाम

(ग) आवृत्ति का मात्रक ………………………. है।
उत्तर-
हर्ट्ज

(घ) अवांछित ध्वनि को ………………………… कहते हैं।
उत्तर-
शोर

(ङ) ध्वनि की तीक्ष्णता कंपनों की ………………………. से निर्धारित होती है।
उत्तर-
आवृत्ति।

प्रश्न 5.
एक दोलक 4 सेकंड में 40 बार दोलन करता है। इसका आवर्तकाल और आवृत्ति ज्ञात कीजिए।
हल-
दोलनों की संख्या = 40
दोलनों के लिए लगा कुल समय = 4 सेकंड
PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 13 ध्वनि 1
समय (सेकंड में)
\(\frac{40}{4}\) = 10 Hz.
PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 13 ध्वनि 2
\(\frac{1}{10}\) = 0.1 सेकंड उत्तर

प्रश्न 6.
एक मच्छर अपने पंखों को 500 कंपन प्रति सेकंड की औसत दर से कंपित करके ध्वनि उत्पन्न करता है। कंपन का आवर्तकाल कितना है ?
हल-
आवृत्ति = 500 कंपन प्रति सेंकड = 500 Hz
आवर्तकाल = ?
हम जानते हैं. आवर्तकाल = PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 13 ध्वनि 3
= \(\frac{1}{500}=\frac{2 \times 1}{2 \times 500}\)
= 2 × 10-3 सेकंड उत्तर

प्रश्न 7.
निम्न वाद्ययंत्रों में उस भाग को पहचानिए जो ध्वनि उत्पन्न करने के लिए कंपित होता है-
(क) ढोलक
(ख) सितार
(ग) बाँसुरी।
उत्तर-

वाद्ययंत्र कंपित भाग
(क) ढोलक तानित झिल्ली
(ख) सितार तानित तार
(ग) बाँसुरी वायु-स्तंभ

PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 13 ध्वनि

प्रश्न 8.
शोर तथा संगीत में क्या अंतर है ? क्या कभी संगीत शोर बन सकता है ?
उत्तर-
शोर और संगीत में अंतर-

शोर संगीत
(i) यह अप्रिय ध्वनि है। (i) यह प्रिय ध्वनि है।
(ii) यह कष्टदायक है। (ii) यह सुखद है।
(iii) इससे स्वास्थ्य समस्याएँ उत्पन्न होती हैं। (iii) स्वास्थ्य समस्याओं से इसका कोई संबंध नहीं।

हाँ. संगीत उस अवस्था में शोर बनता है, जब यह बहत ऊँचा होता है अर्थात् इसकी तीव्रता अधिक होती है।

प्रश्न 9.
अपने वातावरण में शोर प्रदूषण के स्रोतों की सूची बनाइए।
उत्तर-
शोर प्रदूषण के स्त्रोत-

  1. वाहनों का शोर
  2. लाऊडस्पीकर
  3. चलित मशीनें
  4. पटाखे
  5. वातानुकूलक
  6. रेडियो अथवा टेलीविज़न
  7. रसोई के उपकरण
  8. खोमचे वाले।

प्रश्न 10.
वर्णन कीजिए कि शोर प्रदूषण मानव के लिए किस प्रकार से हानिकारक है ?
उत्तर-
शोर प्रदूषण के हानिकारक प्रभाव

  1. नींद कम आना
  2. उच्च रक्त-चाप
  3. उत्सुकता
  4. आंशिक श्रवण अशक्तता (Partial deafness)।

प्रश्न 11.
आपके माता-पिता एक मकान खरीदना चाहते हैं। उन्हें एक मकान सड़क के किनारे पर तथा दूसरा सड़क से तीन गली छोड़कर देने का प्रस्ताव किया गया है। आप अपने माता-पिता को कौन-सा मकान खरीदने का सुझाव देंगे ? अपने उत्तर की व्याख्या कीजिए।
उत्तर-
माता-पिता को सड़क से तीन गली दूर वाला मकान खरीदना चाहिए क्योंकि सड़क वाले मकान की कई हानियाँ हैं। जैसे –

  1. मकान के पास से गुज़रते हुए वाहनों का अत्यधिक शोर
  2. वाहनों से निकला धुआँ और धूल
  3. ट्रैफिक बाधा के समय ऊँचे हॉर्मों का शोर ।

प्रश्न 12.
मानव वाक्यंत्र का चित्र बनाइए तथा इसके कार्य की अपने शब्दों में व्याख्या कीजिए।
उत्तर-
वाक्यंत्र की कार्य-विधि – जब वायु वाक् तंतुओं में से गुज़रती है, तो कंपन होता है, जिससे ध्वनि उत्पन्न होती है। वाक् तंतु ढीले, मोटे, तने हुए, पतले होने पर विभिन्न गुणों वाली वाक् ध्वनि उत्पन्न करते हैं।
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प्रश्न 13.
आकाश में तड़ित तथा मेघगर्जन की घटना एक समय पर तथा हमसे समान दूरी पर घटित होती है। हमें तड़ित पहले दिखाई देती है तथा मेघगर्जन बाद में सुनाई देता है। क्या आप इसकी व्याख्या कर सकते हैं ?
उत्तर-
प्रकाश का वेग 3 × 108 m/s है, जबकि ध्वनि का वेग 340 m/s है। इसलिए तड़ित तथा मेघगर्जन की घटना एक ही समय तथा एक समान दूरी पर होने पर भी तड़ित प्रकाश से पहले दिखाई देगी और मेघगर्जन बाद में सुनाई देगी।

PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 13 ध्वनि

PSEB Solutions for Class 8 Science ध्वनि Important Questions and Answers

TYPE-I
अति लघु उत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
ध्वनि क्या है ?
उत्तर-
ध्वनि – यह एक प्रकार की ऊर्जा का रूप है, जो सुनने की क्षमता प्रदान करती है।

प्रश्न 2.
ध्वनि कैसे उत्पन्न होती है ?
उत्तर-
कंपित वस्तुओं द्वारा ध्वनि उत्पन्न होती है।

प्रश्न 3.
क्या ध्वनि निर्वात में संचरित होगी ?
उत्तर-
नहीं, इसे संचारित होने के लिए माध्यम चाहिए।

प्रश्न 4.
क्या ध्वनि गैसों में संचरित होती है ?
उत्तर-
हाँ।

प्रश्न 5.
क्या ध्वनि द्रवों में संचरित होती है ?
उत्तर-
हाँ।

प्रश्न 6.
क्या ध्वनि ठोसों में संचरित होती है ?
उत्तर-
हाँ।

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प्रश्न 7.
ध्वनि की तीव्रता किन कारकों पर निर्भर करती है ?
उत्तर-
ध्वनि की तीव्रता कंपित वस्तु के आयाम पर निर्भर करती है।

प्रश्न 8.
यदि एक वस्तु एक सेकंड में 10 दोलन करती है तो उसकी आवृत्ति क्या है ?
उत्तर-
10 Hz.

प्रश्न 9.
ध्वनि लकड़ी या जल किस में तेज़ चलती है ?
उत्तर-
ठोसों में ध्वनि द्रवों की अपेक्षा तेज़ चलती है। इसलिए लकड़ी में ध्वनि अधिक तेज़ चलती है।

प्रश्न 10.
ध्वनि उत्पन्न होती है, जब वस्तुएँ ………………………. करती हैं।
उत्तर-
ध्वनि उत्पन्न होती है, जब वस्तुएँ कंपन करती हैं।

प्रश्न 11.
एक सेकंड में दोलनों की संख्या ………………… कहलाती है।
उत्तर-
एक सेकंड में दोलनों की संख्या आवृत्ति कहलाती है।

प्रश्न 12.
हमारे कर्ण ध्वनि की उस आवृत्ति को ग्रहण करते हैं जो …………………… से अधिक और ……………………. से कम होती है।
उत्तर-
हमारे कर्ण ध्वनि की उस आवृत्ति को ग्रहण करते हैं, जो 20 Hz से अधिक और 20,000 Hz से कम होती है।

प्रश्न 13.
मनुष्य शरीर के उस भाग का नाम बताओ, जिसमें ध्वनि उत्पन्न होती है ?
उत्तर-
वाक्यंत्र अथवा कंठ (Larynx)।

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प्रश्न 14.
ध्वनि का कौन-सा गुण विभिन्न ध्वनियों को पहचानने में सहायक हैं?
उत्तर-
ध्वनि के गुण जो विभिन्न ध्वनियों को पहचानने में सहायक हैं-तारत्व और तीक्ष्णता।

प्रश्न 15.
मानव कानों के लिए श्रव्य की आवृत्ति का परास क्या है ?
उत्तर-
20 Hz से 20,000 Hz तक।

प्रश्न 16.
तारत्व को परिभाषित करें।
उत्तर-
तारत्व – कंपन की आवृत्ति ध्वनि के तारत्व का माप है।

प्रश्न 17.
किसकी आवृत्ति अधिक होगी ? भिनभिनाते मच्छर की अथवा गरजते शेर की।
उत्तर-
भिनभिनाते मच्छर की ध्वनि की आवृत्ति शेर के गरजने की आवृत्ति से अधिक होगी।

प्रश्न 18.
निम्न आवृत्तियों को बढ़ते क्रम में लिखिए।
(i) बच्चे की ध्वनि
(ii) मानव नर की ध्वनि
(iii) औरत की ध्वनि।
उत्तर-
मानव नर की ध्वनि < औरत की ध्वनि < बच्चे की ध्वनि।

प्रश्न 19.
हम आवाज़ कैसे सुन पाते हैं ?
उत्तर-
जब ध्वनि की तरंगें हमारे कानों को छूती हैं, तो यह कर्ण पट्ट (Ear drum) से टकराती हैं, जहाँ कंपन उत्पन्न होता है। ये कंपन छोटी हड्डियों द्वारा मस्तिष्क तक भेज दिए जाते हैं और हम सुन पाते हैं।

प्रश्न 20.
पुरुषों में वाक् तंतुओं की लंबाई कितनी होती है ?
उत्तर-
लगभग 20 mm.

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प्रश्न 21.
अप्रिय ध्वनि को ………………………. कहते हैं ?
उत्तर-
शोर।

प्रश्न 22.
वाद्ययंत्रों द्वारा कैसी ध्वनि उत्पन्न होती है ?
उत्तर-
संगीतमयी (मधुर)।

प्रश्न 23.
ध्वनि की प्रबलता का मात्रक क्या है ?
उत्तर-
डेसीबल (dB)।

प्रश्न 24.
किसी एक वाद्य यंत्र का नाम लिखें जो मधुर ध्वनि उत्पन्न करता है ?
उत्तर-
हारमोनियम/गिटार/पिआनो।

प्रश्न 25.
श्रवण अश्क्तता किसे कहते हैं ?
उत्तर-
ध्वनियों का न सुन पाना श्रवण अशक्तता है।

प्रश्न 26.
श्रवण अशक्तता के कारण क्या हैं ?
उत्तर-
श्रवण रोग, चोट, आयु और ऊँचा शोर।

PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 13 ध्वनि

प्रश्न 27.
शोर के उदाहरण दो।
उत्तर-

  1. फैक्टरी में मशीनों की ध्वनियाँ
  2. ऊँची आवाज़ में लाऊडस्पीकर ।

प्रश्न 28.
किस मात्रक पर ध्वनि हानिकारक हो जाती है ?
उत्तर-
80 dB से अधिक।

प्रश्न 29.
शोर प्रदूषण का मुख्य कारण क्या है ?
उत्तर-
वाहन।

प्रश्न 30.
कौन-से प्राकृतिक सजीव शोर प्रदूषण कम करने में महत्त्वपूर्ण हैं ?
उत्तर-
पेड़-पौधे।

प्रश्न 31.
शोर प्रदूषण (Noise-pollution) क्या है ?
उत्तर-
वातावरण में अत्यधिक व अवांछित ध्वनियाँ, शोर प्रदूषण कहलाती हैं।

PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 13 ध्वनि

TYPE-II
लघु उत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
आयाम, आवर्तकाल और आवृत्ति को परिभाषित कीजिए।
उत्तर-
आयाम – कंपित वस्तु द्वारा माध्य स्थिति से अधिकतम तय की दूरी, आयाम कहलाती है।
आवर्तकाल – एक दोलन को पूरा करने में लगा समय, वस्तु का आवर्तकाल कहलाता है।
आवृत्ति – प्रति सेकंड होने वाली दोलनों की संख्या को दोलन की आवृत्ति कहते हैं। आवृत्ति का मात्रक हर्ज़ (Hz.) है।

प्रश्न 2.
चाँद पर एक यात्री दूसरे यात्री से बात करता है। क्या दूसरा यात्री पहले यात्री की बात सुन सकता
उत्तर-
चाँद पर कोई वातावरण नहीं है। इसलिए यात्री एक-दूसरे की बातचीत नहीं सुन सकते क्योंकि ध्वनि के संचारण के लिए माध्यम की आवश्यकता होती है।

प्रश्न 3.
मच्छरों द्वारा उत्पन्न की ध्वनि शेर की दहाड़ से भिन्न क्यों होती है ?
उत्तर-
ध्वनि की प्रबलता वस्तु के आयाम पर निर्भर करती है। मच्छरों में ध्वनि पंखों की फरफराहट से उत्पन्न होती है। जबकि शेर की दहाड़ गले में उपस्थित वाक्-तंतुओं से उत्पन्न होती है। मच्छरों में ध्वनि का आयाम कम होता है। इसलिए दोनों ध्वनियों का तारत्व और गुण भिन्न होते हैं जिससे दोनों ध्वनियाँ भिन्न और पहचानने योग्य होती हैं।

प्रश्न 4.
एक प्रयोग द्वारा दर्शाओ कि ध्वनियाँ ठोसों में संचारित होती हैं।
उत्तर-
प्रयोग – दो माचिस की डिब्बियों को धागे के दोनों सिरों पर बाँधे। अपने मित्र को एक माचिस की डिब्बी
कान के पास रखने के लिए कहें (आग्रह करें)। फिर धागे को तानित कर दूसरी डिब्बी में आवाज़ पैदा करें। आपका मित्र यह आवाज़ आसानी से सुन लेगा। इससे यह प्रमाणित होता है ध्वनि ठोसों में संचारित होती है।
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प्रश्न 5.
मनुष्य ध्वनि कैसे उत्पन्न करता है ?
उत्तर-
मनुष्य ध्वनि की उत्पत्ति – मानव ध्वनि कंपनों का परिणाम है। यह वाक्यंत्र (Harynx) में उत्पन्न होती है। वाक्यंत्र की पेशियाँ वाक्तंतुओं को तानित करती हैं। फेफड़ों से वायु जब इन तंतुओं में में गुज ली है. तो कंपन पैदा होता है। यह कंपन ध्वनि पैदा करती हैं।

PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 13 ध्वनि

प्रश्न 6.
पराश्रव्य ध्वनि क्या है ?
उत्तर-
पराश्रव्य ध्वनि (Ultrasound) – हमारे कान 20 हर्ट्ज से कम और 20.(04)() हर्ज़ से अधिक आवृत्ति वाली ध्वनि नहीं सुन सकते। 20,000 हर्ज़ से अधिक आवृत्ति वाली ध्वनि पराश्रव्य ध्वनि कहलाती है। इस ध्वनि को उत्पन्न करने वाला यंत्र पराश्रव्य CT है।

प्रश्न 7.
पराश्रव्य ध्वनि के उपयोग क्या हैं ?
उत्तर-
पराश्रव्य ध्वनि के उपयोग-

  1. कुत्ते पराश्रव्य ध्वनि को सुन सकते हैं। इसलिए कुत्तों को बुलाने के लिए लोग इस ध्वनि का उपयोग करते हैं।
  2. चिकित्सा विज्ञान में पराश्रव्य द्वारा मानव शरीर के आंतरिक अंगों की तस्वीरें बनाई जाती हैं।

प्रश्न 8.
एक बच्चा सीढ़ियों के सामने ताली बजाता है और मीठी ध्वनि सुनता है। वर्णन करें।
उत्तर-
सीढ़ियों के हर स्टिप (step) की दूरी बच्चे से बढ़ती जाती है। जब बच्चा नाला बनाता है, तो ध्यान प्रत्येक कदम पर एक जैसे और एक समय पर नहीं टकराती। यह छोटे. नियमित अंतगला पर टकाना है और लंट कर वापस आती है। यह ध्वनि कानों को मधुर प्रतीत होती है, क्योंकि यह नियमित रूप में की है।

प्रश्न 9.
एक प्रयोग द्वारा सिद्ध कीजिए कि ध्वनि वायु की अपेक्षा त्रों में अधिक तेज़ी से संचरित होती
उत्तर-
ध्वनि द्रवों में गैसों की अपेक्षा तीव्र गति से संचरित होती है। इसको हम निम्नलिखित प्रयोग द्वारा सिद्ध कर सकते हैं।
प्रयोग – एक लंबा गुब्बारा लो और इसे पानी से भरी। इस कान के पास रखा और दूसरे सिरे पर अंगुली से खरोंचो। एक ध्वनि उत्पन्न होगी। अब यही क्रिया वायु से भरे गुब्बारे से करो। दोनों ध्वनियों की तुलना से सुनिश्चित होता है कि ध्वनि द्रवों में अधिक तीव्र गति से संचारित होती है।

प्रश्न 10.
शोर क्या है ? इसका मात्रक क्या है ?
उत्तर-
शोर-अप्रिय ध्वनि जो मधुर और धीमी नहीं होती, शोर कहलाती है जैसे- मशीनों, वाहनों, पटाखों आदि की ध्वनि।
ध्वनि का मात्रक डेसीबल (dB) है। शोर का परास 80 dB-120 dB हैं।

PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 13 ध्वनि

प्रश्न 11.
शोर और संगीत में एक अंतर लिखिए।
उत्तर-
शोर ऐसी ध्वनि है जो कानों के लिए अप्रिय है, जबकि संगीत एक मधुर ध्वनि है, जो कानों के लिए प्रिय है।

प्रश्न 12.
श्रवण क्षतिग्रस्त बच्चे आपस में बातचीत कैसे करते हैं ?
उत्तर-
श्रवण क्षतिग्रस्त बच्चे इंगित भाषा (संकेत भाषा) और औद्योगिक युक्तियों के प्रयोग द्वारा आपस में बातचीत करते हैं।

TYPE-III
दीर्घ उत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
एक प्रयोग द्वारा दर्शाओ कि ध्वनि को सुनने के लिए माध्यम की आवश्यकता होती है।
उत्तर-
ध्वनि को सुनने के लिए माध्यम की आवश्यकता – कंपित वस्तु से ध्वनि कानों तक वायु (माध्यम) के अणुओं के कंपन द्वारा पहुँचती है। यदि कान और कंपित वस्तु के बीच कोई माध्यम नहीं होगा, तो ध्वनि सुनाई नहीं देगी। इसका अध्ययन अग्र वर्णित क्रिया द्वारा किया जा सकता है-

क्रिया-कलाप – एक लकड़ी की छड़ लो और उसका एक सिरा कान के पास रखो। किसी मित्र से दूसरे सिरे को खरोंचने के लिए कहो। आप खरोंचने की ध्वनि आसानी से सुन सकते हैं।

इसी तरह पानी से भरे गुब्बारे और वायु से भरे गुब्बारे द्वारा ध्वनि को सुनो। आप पाओगे कि तीनों अवस्थाओं में ध्वनि सुनाई देती है परंतु वायु में इसकी प्रबलता कम होती है।
इससे सिद्ध हुआ कि ध्वनि सुनने के लिए माध्यम की आवश्यकता होती है।

प्रश्न 2.
शोर प्रदूषण क्या है ? इसके कारण और प्रभाव क्या हैं ?
उत्तर-
शोर प्रदूषण – अवांछित ध्वनि, जो कानों के लिए प्रिय और मधुर नहीं, शोर कहलाती है। वातावरण में पाई जाने वाली अत्यधिक ऊँची ध्वनि शोर प्रदूषण करती है।
शोर प्रदूषण के कारण-

  1. फैक्टरियों में मशीनों द्वारा उत्पन्न ध्वनि
  2. लाऊडस्पीकर
  3. जेनरेटर
  4. रेलवे स्टेशन
  5. हवाई अड्डे
  6. संगीत कार्यक्रम
  7. पटाखे।

शोर प्रदूषण के प्रभाव-

  1. बहरापन (श्रवण अशक्तता)
  2. हृदय गति को तीव्र करना
  3. पुतली को प्रभावित करती है जिसके परिणामस्वरूप रात को दिखाई देना बंद हो जाता है।

PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 13 ध्वनि

प्रश्न 3.
संगीत क्या है ? वाद्य यंत्रों में उपयोग होने वाली विभिन्न कंपित वस्तुओं के नाम लिखो।
उत्तर-
संगीत (Music) – ध्वनि को विभिन्न आवृत्ति के अनुसार स्वरों में डालने से मधुर ध्वनि पैदा करना, संगीत कहलाता है। वादय यंत्रों में डोरी, झिल्ली, वायु स्तंभ आदि का उपयोग होता है। अत: वादय यंत्रों के तीन वर्ग हैं-

  1. तंतु वाद्य : उदाहरण-वायलिन, सितार आदि।
  2. सुशीर वाद्य : उदाहरण-बाँसुरी, शहनाई आदि।
  3. अवाद्य वाद्य : उदाहरण-तबला, मृदंगम आदि।

PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 12 घर्षण

Punjab State Board PSEB 8th Class Science Book Solutions Chapter 12 घर्षण Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 8 Science Chapter 12 घर्षण

PSEB 8th Class Science Guide घर्षण Textbook Questions and Answers

अभ्यास

प्रश्न 1.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-

(क) घर्षण एक-दूसरे के संपर्क में रखी दो वस्तुओं के पृष्ठों के बीच …………………….. का विरोध करता है।
उत्तर-
गति

(ख) घर्षण पृष्ठों के ………………….. पर निर्भर करता है।
उत्तर-
चिकनेपन

(ग) घर्षण से ……………………. उत्पन्न होती है।
उत्तर-
ऊष्मा

(घ) कैरम बोर्ड पर पाऊडर छिड़कने से घर्षण ……………………….. हो जाता है।
उत्तर-
कम

(ङ) सर्पा घर्षण स्थैतिक घर्षण से ………………………….. होता है।
उत्तर-
कम।

प्रश्न 2.
चार बच्चों को लोटनिक, स्थैतिक तथा सी घर्षण के कारण बलों को घटते क्रम में व्यवस्थित करने लिए कहा गया। उनकी व्यवस्था नीचे दी गयी है। सही व्यवस्था का चयन कीजिए-
(क) लोटनिक, स्थैतिक, सपी
(ख) लोटनिक, सी, स्थैतिक
(ग) स्थैतिक, सी, लोटनिक
(घ) सी, स्थैतिक, लोटनिक।
उत्तर-
(ग) स्थैतिक, सी, लोटनिक।

PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 12 घर्षण

प्रश्न 3.
आलिदा अपनी खिलौना कार को संगमरमर के सूखे फर्श, संगमरमर के गीले फर्श, फर्श पर बिछे समाचार-पत्र तथा तौलिए पर चलाती है। कार पर विभिन्न पृष्ठों द्वारा लगे घर्षण बल का बढ़ता क्रम होगा-
(क) संगमरमर का गीला फर्श, संगमरमर का सूखा फर्श, समाचार-पत्र, तौलिया
(ख) समाचार-पत्र, तौलिया, संगमरमर का सूखा फर्श, संगमरमर का गीला फर्श
(ग) तौलिया, समाचार-पत्र, संगमरमर का सूखा फर्श, संगमरमर का गीला फर्श
(घ) संगमरमर का गीला फर्श, संगमरमर का सूखा फर्श, तौलिया, समाचार-पत्र।
उत्तर-
(क) संगमरमर का गीला फर्श, संगमरमर का सूखा फर्श, समाचार-पत्र, तौलिया।

प्रश्न 4.
मान लीजिए आप अपने डेस्क को थोड़ा झुकाते हैं। उस पर रखी कोई पुस्तक नीचे की ओर सरकना आरंभ कर देती है। इस पर लगे घर्षण बल की दिशा दर्शाइए।
उत्तर-
घर्षण बल ऊपर की दिशा में लगता है।

प्रश्न 5.
मान लीजिए दुर्घटनावश साबुन के पानी से भरी बाल्टी संगमरमर के किसी फर्श पर उलट जाए। इस गीले फर्श पर आपके लिए चलना आसान होगा या कठिन। अपने उत्तर का कारण बताइए।
उत्तर-
हम जानते हैं कि चलने में सुगमता के लिए एक सीमा तक घर्षण होना वांछनीय है। साबुन का पानी गिरने से गीले हुए फर्श पर चलना कठिन हो जाता है क्योंकि इस अवस्था में चिकने साबुन के पानी की पतली परत बन जाती है। इस प्रकार अनियमितताओं का अंत: बंधन काफ़ी सीमा तक कम हो जाता है जिससे चलने में कठिनाई अनुभव होती है।

प्रश्न 6.
खिलाड़ी कीलदार जूते ( स्पाइक्स ) क्यों पहनते हैं ? व्याख्या कीजिए।
उत्तर-
कीलदार जूतों की फर्श पर पकड़ मजबूत होती है और वे फिसलने से बचाते हैं। इसलिए खिलाड़ी कीलदार जूते पहनते हैं।

प्रश्न 7.
इकबाल को हलकी पेटिका धकेलनी है तथा सीमा को उसी फर्श पर भारी पेटिका धकेलनी है ? कौन अधिक घर्षण बल अनुभव करेगा और क्यों ?
उत्तर-
हम जानते हैं कि दाब बढ़ने से घर्षण बल भी बढ़ जाता है। सीमा अधिक घर्षण बल को अनुभव करेगी क्योंकि भारी पेटिका, हल्की पेटिका से अधिक दाब डालती है।

प्रश्न 8.
व्याख्या कीजिए, सी घर्षण, स्थैतिक घर्षण से कम क्यों होता है ?
उत्तर-
जब वस्तु विराम अवस्था में होती है, तो वस्तु और धरती की सतह के बीच उन दोनों के पृष्ठों की अनियमितताओं के कारण घर्षण अधिक होगा।

परंतु जब वस्तु गति की स्थिति में होती है, तो अनियमितताओं को एक-दूसरे में धंसने का अधिक अवसर नहीं मिलता, जिससे घर्षण कम होती है। इसलिए सी घर्षण, स्थैतिक घर्षण से कम होता है।

PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 12 घर्षण

प्रश्न 9.
वर्णन कीजिए, घर्षण किस प्रकर शत्रु एवं मित्र दोनों हैं ?
उत्तर-
घर्षण एक अनिवार्य हानिकारक बल है क्योंकि यह शत्रु भी है और मित्र भी है। यह एक मित्र है, क्योंकि यह सहायता करता है-

  1. चलने में
  2. मोटर और मशीन चलाने में
  3. ब्रेक लगाने में।

यह एक शत्रु है, क्योंकि-

  1. यह टूट-फूट का उत्तरदायी है।
  2. ऊष्मा के रूप में ऊर्जा व्यय होती है।
  3. मशीन की कार्यक्षमता कम करता है।
  4. मशीनों के पुों को स्नेहक लगाने से काफी मात्रा में धन व्यय होता है।

प्रश्न 10.
वर्णन कीजिए, तरल में गति करने वाली वस्तुओं की आकृति विशेष प्रकार की क्यों बनाते हैं ?
उत्तर-
तरल में गति कर रही वस्तु को उस पर लगे घर्षण बल को पार करने में ऊर्जा की क्षति होती है। इस ऊर्जा की क्षति को रोकने और सुगम गति के लिए मछली अथवा पक्षी, जैसी विशेष आकृतियों वाली वस्तुएँ बनाई जाती हैं।

PSEB Solutions for Class 8 Science घर्षण Important Questions and Answers

TYPE-I
अति लघु उत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
घर्षण बल किस दिशा में कार्यरत होता है ?
उत्तर-
घर्षण बल वस्तु पर लग रहे बल की दिशा से विपरीत दिशा में कार्यरत होता है।

प्रश्न 2.
साइकिल की ब्रेक लगाते हुए उसे सड़क पर चलाना मुश्किल है। क्यों ?
उत्तर-
सपी घर्षण, लोटनिक घर्षण से अधिक होता है।

प्रश्न 3.
लुढ़कता हुआ गेंद कुछ समय बाद रुक क्यों जाता है ?
उत्तर-
गेंद और धरती की सतहों के मध्य घर्षण बल के कारण गेंद रुक जाता है क्योंकि यह बल गति का प्रतिरोध करता है।

प्रश्न 4.
घर्षण क्या है ?
उत्तर-
घर्षण – यह एक प्रतिरोध है, जो एक वस्तु की गति के सापेक्ष दूसरी वस्तु की गति को कम करता है।

प्रश्न 5.
टायर वृत्तीय क्यों बनाए जाते हैं ?
उत्तर-
लोटनिक घर्षण सी घर्षण से कम होता है।

PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 12 घर्षण

प्रश्न 6.
घर्षण स्व:अनुकूलित होता है। क्या यह सत्य है ?
उत्तर-
जब तक वस्तु गति करती है, घर्षण बल स्वयं को इस प्रकार अनुकूलित करता है ताकि यह लगाए गए बल के समान और उल्ट दिशा में हो।

प्रश्न 7.
कौन-सी अधिक चिकनी है-गीली मिट्टी अथवा सीमेंट फर्श।
उत्तर-
गीली मिट्टी।

प्रश्न 8.
कमानीदार तुला (Spring Balance) किस काम आती है ?
उत्तर-
कमानीदार तुला – यह एक ऐसा यंत्र है, जिस से वस्तु पर लगे गुरुत्वीय बल को मापा जाता है।

TYPE-II
लघु उत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
टाँगा चलाते समय अधिक बल क्यों चाहिए ?
उत्तर-
शुरू में घोड़े को टाँगा के घर्षण बल पर काबू पाने के लिए और उसको संवेग देने के लिए (गतिज ऊर्जा की वृद्धि) अधिक बल लगाना पड़ता है। इसके बाद केवल घर्षण बल पर काबू पाने के लिए बल लगाना पड़ता है।

प्रश्न 2.
घर्षण बल के कुछ उदाहरण दीजिए।
उत्तर-
दैनिक जीवन में घर्षण बल के निम्नलिखित उदाहरण हैं-

  1. एक बड़े कमरे के चिकने फर्श पर गेंद ज्यादा दूरी तक लुढ़कती है जबकि खुरदरे फर्श पर कम दूरी तय करती है।
  2. कमरे की पॉलिश की गई टाइलों पर चलने वाला व्यक्ति डरता है विशेषकर जब टाइलें गीली हों।
  3. यदि कैरम बोर्ड पृष्ठ पर बोरिक पाऊडर छिड़का जाता है तो गोटियाँ आराम से और अधिक दूरी तक सरकती हैं।
  4. वाहन चालक द्वारा ब्रेक लगाने से वाहन रुक जाता है।

प्रश्न 3.
घर्षण ऊष्मा पैदा करता है। कैसे ?
उत्तर-
घर्षण से ऊष्मा उत्पन्न होती है। इसे निम्न उदाहरणों द्वारा दर्शाया जा सकता है-

  1. हाथों को परस्पर रगड़ने से हाथ गर्म हो जाते हैं।
  2. माचिस की तीली रगड़ने से आग उत्पन्न होती है।
  3. मिक्सर का ज़ार, कुछ देर चलने के बाद गर्म हो जाता है।

TYPE-III
दीर्घ उत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
घर्षण को परिभाषित करें। घर्षण का कारण क्या है ? कौन-से कारक घर्षण के लिए उत्तरदायी हैं ? वर्णन करें कि घर्षण हानिकारक है, परंतु अनिवार्य भी है ?
उत्तर-
घर्षण – वह प्रतिरोधी बल जो किसी वस्तु के किसी सतह पर चलने के समय लगता है, घर्षण बल कहलाता है।

जब एक वस्तु पर धीरे से धक्का लगाया जाए, तो वह नहीं हिलती। इसका अर्थ हुआ कि जिस सतह पर वस्तु रखी गई है, वह लगाए गए बल के उल्ट दिशा में प्रतिरोध बल लगाती रही है। यह प्रतिरोधक बल घर्षण बल है।

घर्षण के कारण – सभी सतहें अनियमित होती हैं अर्थात् उन पर गड्ढे होते हैं। जब एक सतह दूसरी सतह पर सरकती है, तो यह अनियमितताएँ एक-दूसरे में फँस जाती हैं और प्रतिरोध उत्पन्न करती हैं। यह घर्षण बल है। अत: घर्षण बल पृष्ठों के खुरदरेपन के कारण होता है।

घर्षण के उत्तरदायी कारक

  1. दो संपर्की सतहों/पृष्ठों की प्रकृति
  2. संपर्क क्षेत्र
  3. बल जिससे दोनों पृष्ठों को दबाया जाता है।
    घर्षण हानिकारक है, परंतु अनिवार्य भी है।

घर्षण के लाभ – यह हमारे दैनिक जीवन में महत्त्वपूर्ण है।

  1. टहलने, दौड़ने, पर्वतों और पेड़ों पर चढ़ने के लिए घर्षण का उपयोग होता है। सीढ़ियाँ बनाई जाती हैं ताकि फिसलने से बचा जाए।
  2. गतिशील वाहन केवल ब्रेक लगाकर रोके जा सकते हैं। कीचड़ में घर्षण न होने के कारण, वाहन को कीचड़ में चलाना अति मुश्किल है। टायरों पर खांचे बनाए जाते हैं ताकि फिसलन न हो सके।
  3. घर्षण के बिना गाँट नहीं बाँधी जा सकती, लकड़ी में कील नहीं लगाया जा सकता, इमारतें नीचे गिर पड़तीं, खाद्य पदार्थ न तो हाथों में पकड़े जाते और न ही दाँतों द्वारा चबाए जाते, कपड़े सिले नहीं जा सकते और पेन से लिखना असंभव होता है।

घर्षण की हानियाँ-

  1. यह टूट-फूट का कारण है।
  2. घर्षण सं ऊर्जा की क्षति होती है और मशीनों की कार्यक्षमता में कमी आती है।
  3. घर्षण से उत्पन्न ऊष्मा मशीनों को नष्ट करती है।
    यह सब दर्शाता है कि घर्षण हानिकारक है, परंतु अनिवार्य भी है।

PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 12 घर्षण

प्रश्न 2.
घर्षण (Limiting Friction) तथा सी घर्षण (Sliding Friction) क्या है ?
PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 12 घर्षण 1
उत्तर-
जब किसी वस्तु पर कोई बल नहीं लग रहा होता तो उस समय इस पर कोई घर्षण बल भी नहीं लगता और वस्तु आराम की स्थिति में रहती है। जैसे-जैसे लगाया गया बल बढ़ता है, वैसे ही घर्षण बल उसी परिमाण से स्थिति तक बढ़ता है। O से L तक, वस्तु आराम की स्थिति में रहती है, इसे स्थैतिक घर्षण कहते हैं। यदि बल को थोड़ा-सा L से बढ़ा देते हैं, तो वस्तु दूसरी वस्तु पर सरकना आरंभ कर देती है। यह अत्यधिक बल जो उत्पन्न होता है उसे (Limiting friction) कहते हैं। . के आगे, घर्षण बल थोड़ा कम हो जाता है और वस्तु सरलता से सरकती है। इस घर्षण बल को सी या गतिज बल कहते हैं।

PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 11 बल तथा दाब

Punjab State Board PSEB 8th Class Science Book Solutions Chapter 11 बल तथा दाब Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 8 Science Chapter 11 बल तथा दाब

PSEB 8th Class Science Guide बल तथा दाब Textbook Questions and Answers

अभ्यास

प्रश्न 1.
धक्के या खिंचाव के द्वारा वस्तुओं की गति की अवस्था में परिवर्तन के दो-दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर-

  1. क्रिकेट मैच में क्षेत्र रक्षक गेंद को धक्का लगाकर रोकता है।
  2. चलती हुई गाड़ी को रोकने के लिए ब्रेक लगाई जाती है।

प्रश्न 2.
ऐसे दो उदाहरण दीजिए जिनमें लगाए गए बल द्वारा वस्तु की आकृति में परिवर्तन हो जाए।
उत्तर-

  1. मेज़ पर पड़े गेंद को दबाने से।
  2. साइकिल की सीट पर लगा स्प्रिंग, सवारी के भार से नीचे चला जाता है।

प्रश्न 3.
निम्नलिखित कथनों में रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
(क) कुएँ से पानी निकालते समय हमें रस्सी को …………………… पड़ता है।
(ख) एक आवेशित वस्तु अनावेशित वस्तु को ……………………… करती है।
(ग) सामान से लदी ट्रॉली को चलाने के लिए हमें उसको ………………….. पड़ता है।
(घ) किसी चुंबक का उत्तरी ध्रुव दूसरे चुंबक के उत्तरी ध्रुव को ………………………. करता है।
उत्तर-
(क) खींचना
(ख) आकर्षित
(ग) धकेलना
(घ) प्रतिकर्षित।

PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 11 बल तथा दाब

प्रश्न 4.
एक धनुर्धर लक्ष्य पर निशाना साधते हुए अपने धनुष को खींचती है। जब वह तीर को छोड़ती है जो लक्ष्य की ओर बढ़ने लगता है। इस सूचना के आधार पर निम्नलिखित प्रकथनों में दिए गए शब्दों का उपयोग करके रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए।
पेशीय/संपर्क/असंपर्क/गुरुत्व/घर्षण/आकृति/आकर्षण
(क) धनुष को खींचने के लिए धनुर्धर एक बल लगाती है, जिसके कारण इसकी …………………. में परिवर्तन होता है।
(ख) धनुष को खींचने के लिए धनुर्धर द्वारा लगाया गया बल ……………………… बल का उदाहरण है।
(ग) तीर की गति की अवस्था में परिवर्तन के लिए उत्तरदायी बल का प्रकार ……………………….. बल का उदाहरण है।
(घ) जब तीर लक्ष्य की ओर गति करता है तो इस पर लगने वाले बल ………………………. तथा वायु के ……………………… के कारण होते हैं।
उत्तर-
(क) आकृति
(ख) पेशीय
(ग) पेशीय
(घ) गुरुत्व, घर्षण।

प्रश्न 5.
निम्न स्थितियों में बल लगाने वाले कारक तथा जिस वस्तु पर बल लग रहा है, उनको पहचानिए। प्रत्येक स्थिति में जिस रूप में बल का प्रभाव दिखाई दे रहा है, उसे भी बताइए।
(क) रस निकालने के लिए नींबू के टुकड़ों को अँगुलियों से दबाना।
(ख) दंत मंजन की ट्यूब से पेस्ट बाहर निकालना।
(ग) दीवार में लगे हुए हुक से लटकी कमानी के दूसरे सिरे पर लटका एक भार।
(घ) ऊँची कूद करते समय एक खिलाड़ी द्वारा एक निश्चित ऊँचाई की छड़ (बाधा) को पार करना।
उत्तर-

स्थिति बल का कारक बल प्रभावित वस्तु परिणाम
(क) अंगुलियाँ नींबू रस का स्त्राव
(ख) अंगुलियाँ दंत मंजन की ट्यूब पेस्ट का बाहर आना
(ग) लटकता भार कमानी कमानी का लंबा होना
(घ) टांग का पेशीय बल खिलाड़ी का शरीर ऊँची कूद

प्रश्न 6.
एक औज़ार बनाते समय कोई लोहार लोहे के गर्म टुकड़े को हथौड़े से पीटता है। पीटने के कारण लगने वाला बल लोहे के टुकड़े को किस प्रकार प्रभावित करता है ?
उत्तर-
पीटने के कारण लगने वाले बल से लोहे का टुकड़ा चपटा हो जाता है।

प्रश्न 7.
एक फुलाए हुए गुब्बारे को संश्लिष्ट कपड़े के टुकड़े से रगड़ कर एक दीवार पर दबाया गया। यह देखा गया कि गुब्बारा दीवार से चिपक जाता है। दीवार तथा गुब्बारे के बीच आकर्षण के लिए उत्तरदायी बल का नाम बताइए।
उत्तर-
स्थिर विदयुतीय बल।

प्रश्न 8.
आप अपने हाथ में पानी से भरी प्लास्टिक की बाल्टी लटकाए हुए हैं। बाल्टी पर लगने वाले बलों के नाम बताइए। विचार-विमर्श कीजिए की बाल्टी पर लगने वाले बलों द्वारा इसकी गति की अवस्था में परिवर्तन क्यों नहीं होता ?
उत्तर-
प्लास्टिक की बाल्टी पर लगे बल से :

  1. धरती का गुरुत्वाकर्षण बल (नीचे की ओर)
  2. बाजुओं का पेशीय बल (ऊपर की ओर)

दोनों बलों से बाल्टी की गति की स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं आता, क्योंकि दोनों बल समान हैं और एक-दूसरे से विपरीत दिशा में कार्य करते हैं। अतः एक-दूसरे के प्रभाव को समाप्त कर देते हैं। बाल्टी के भार के कारण पेशियाँ खिंच जाती हैं।

PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 11 बल तथा दाब

प्रश्न 9.
किसी उपग्रह को इसकी कक्षा में प्रमोचित करने के लिए किसी रॉकेट को ऊपर की ओर प्रक्षेपित किया गया। प्रमोचन मंच को छोड़ने के तुरंत बाद रॉकेट पर लगने वाले दो बलों के नाम बताइए।
उत्तर-
प्रमोचित रॉकेट पर लगने वाले बल से :

  1. धरती का गुरुत्वाकर्षण बल (नीचे की ओर)।
  2. ईंधनों के जलने से उत्सर्जित गैसों का निर्मोचित बल (ऊपर की ओर)।

प्रश्न 10.
जब किसी ड्रॉपर के चंचु ( नोज़ल) को पानी में रखकर इसके बल्ब को दबाते हैं तो ड्रॉपर की वायु बुलबुलों के रूप में बाहर निकलती हुई दिखलाई देती है। बल्ब पर से दाब हटा लेने पर ड्रॉपर में पानी भर जाता है। ड्रॉपर में पानी के चढ़ने का कारण है-
(क) पानी का दाब
(ख) पृथ्वी का गुरुत्व
(ग) रबड़ के बल्ब की आकृति
(घ) वायुमंडलीय दाब।
उत्तर-
(घ) वायुमंडलीय दाब।

PSEB Solutions for Class 8 Science बल तथा दाब Important Questions and Answers

TYPE-I
अति लघु उत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
निम्न क्रियाएँ समान क्यों हैं ? ठोकर मारना, हिट करना, उठाना, खींचना।
उत्तर-
उपरोक्त सभी क्रियाओं में वस्तु की गति बदलने के लिए बल लगाया जाता है।

प्रश्न 2.
गति से संबंधित कार्यों को किन नामों से जाना जा सकता है ?
उत्तर-
खिंचाव अथवा धक्का।

प्रश्न 3.
बल क्या है ?
उत्तर-
बल – यह खिंचाव या धक्का है जो वस्तु की गति अथवा आकृति में परिवर्तन करता है या करने का प्रयत्न करता है।

प्रश्न 4.
दाब से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर-
दाब – एकांक क्षेत्र पर लगाए गए बल को दाब कहते हैं।

प्रश्न 5.
एक उदाहरण द्वारा वर्णन करो कि बल वस्तु की गति बदल सकता है ?
उत्तर-
मान लो आप उत्तर से दक्षिण दिशा की ओर 10 m/s की चाल से साइकिल चला रहे हो। यदि आपका मित्र उसी दिशा में धक्का लगाता है, तो आपकी चाल बढ़ जाती है।

PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 11 बल तथा दाब

प्रश्न 6.
एक क्रिया द्वारा दर्शाओ कि बल वस्तु की आकृति बदल देता है ?
उत्तर-
रबड़ की गेंद को हथेलियों के मध्य दबाने से गेंद की आकृति गोल नहीं रहती और चपटी-गोल हो जाती है।

प्रश्न 7.
एक क्रिया द्वारा दर्शाओ कि बल वस्तु की गति और दिशा दोनों में परिवर्तन लाता है ?
उत्तर-
गेंदबाज द्वारा फेंका गया गेंद जब बल्ले से टकराता है, तो उसकी गति और दिशा दोनों में परिवर्तन आ जाता है।

प्रश्न 8.
एक क्रिया द्वारा दर्शाओ कि बल गति कर रही वस्तु की दिशा बदलता है।
उत्तर-
फुटबाल के खेल में, गतिशील गेंद को ठोकर मारकर उसकी गति की दिशा बदल सकते हैं।

प्रश्न 9.
जब बल को गति की दिशा में लगाया जाता है, तो क्या होता है ?
उत्तर-
गति में वृद्धि होती है।

प्रश्न 10.
क्या होता है जब समान परिणाम वाला बल उल्ट दिशा में लगाया जाता है ?
उत्तर-
नेट बल शून्य होगा अर्थात् वस्तु किसी दिशा में गति नहीं करेगी।

प्रश्न 11.
संपर्क बल क्या है ?
उत्तर-
संपर्क बल – वह बल, जो दो वस्तुओं के परस्पर के संपर्क में आने से लगता है, संपर्क बल कहलाता है।

PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 11 बल तथा दाब

प्रश्न 12.
संपर्क बल का उदाहरण दीजिए।
उत्तर-
पेशीय तथा घर्षण बल।

प्रश्न 13.
गुरुत्व बल किस प्रकार का बल है ?
उत्तर-
असंपर्क बल।

प्रश्न 14.
किसी एक असंपर्क बल का उदाहरण दीजिए।
उत्तर-
चुंबकीय बल।

प्रश्न 15.
स्थिर विद्युतीय बल क्या है ?
उत्तर-
आवेशित वस्तुओं द्वारा लगाया गया बल।

प्रश्न 16.
दाब को किस प्रकार बढ़ाया या घटाया जा सकता है ?
उत्तर-
क्षेत्रफल में परिवर्तन करके।

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प्रश्न 17.
दीवार की नींव चौड़ी क्यों रखी जाती है ?
उत्तर-
दीवार के आधार पर लग रहे दाब को कम करने के लिए।

प्रश्न 18.
बल, क्षेत्रफल और दाब में संबंध बताइए।
क्षेत्रफल
उत्तर-
PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 11 बल तथा दाब 1

प्रश्न 19.
काटने अथवा छेद करने के लिए कैसा औज़ार चाहिए ?
उत्तर-
तीखी धार वाला औजार ।

प्रश्न 20.
क्या द्रव और गैसें दाब डालते हैं ?
उत्तर-
हाँ।

प्रश्न 21.
ट्यूबें हवा भरने से फूल क्यों जाती हैं ?
उत्तर-
ट्यूब की दीवार पर हवा के दाब बढ़ने के कारण।

प्रश्न 22.
फव्वारा किस सिद्धांत पर कार्य करता है ?
उत्तर-
द्रव दाब डालते हैं।

PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 11 बल तथा दाब

प्रश्न 23.
पृथ्वी के इर्द-गिर्द वातावरण के आवरण को क्या कहते हैं ?
उत्तर-
वायुमंडल।

प्रश्न 24.
वायुमंडलीय दाब अधिक है या कम ?
उत्तर-
अधिक।

प्रश्न 25.
क्या कभी मानव या अन्य प्राणी वायुमंडलीय दाब से दब सकते हैं ?
उत्तर-
कभी नहीं।

TYPE-II
लघु उत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
गति करती हुई गेंद को कैसे रोका जा सकता है ?
उत्तर-
गति की विपरीत दिशा में बल लगाकर गेंद को रोका जा सकता है।

प्रश्न 2.
क्या एक समतल सतह पर वस्तु की गति कम हो सकती है ? यदि हाँ तो क्यों ?
उत्तर-
एक गति करती वस्तु की गति समतल सतह पर कम हो सकती है क्योंकि इसकी समतल सतह के बीच घर्षण होता है। घर्षण उल्टी दिशा में बल लगाता है जिससे वस्तु की गति कम हो जाती है।

प्रश्न 3.
नेट बल शून्य कब होता है ? उदाहरण दीजिए।
उत्तर-
जब किसी वस्तु पर दो बल एक-दूसरे की उल्टी दिशा में और समान परिमाण के लग रहे हों, तब नेट बल शून्य होता है। उदाहरण-रस्सा-कशी का खेल।

प्रश्न 4.
बल एक सदिश राशि है ? कैसे ?
उत्तर-
सदिश राशि में परिमाण और दिशा दोनों होते हैं। बल को परिभाषित करने के लिए भी दोनों परिमाण और दिशा का ज्ञान होना आवश्यक है। अतः बल एक सदिश राशि है।

PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 11 बल तथा दाब

प्रश्न 5.
बल की विभिन्न किस्मों के नाम लिखिए।
उत्तर-
बल की विभिन्न किस्में-

  1. पेशीय बल
  2. चुंबकीय बल
  3. स्थिर विद्युतीय बल
  4. गुरुत्व बल
  5. घर्षण बल।

प्रश्न 6.
बल के दो प्रभाव लिखिए।
उत्तर-
बल के प्रभाव-

  1. बल गति की स्थिति में परिवर्तन लाता है।
  2. बल आकृति में परिवर्तन लाता है।

प्रश्न 7.
वस्तु की गति की स्थिति से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
वस्तु की चाल और दिशा वस्तु की गति की स्थिति कहलाती है। . विराम की स्थिति में चाल शून्य होती है। चाल और दिशा में परिवर्तन से वस्तु की गति की स्थिति में परिवर्तन आता है।

प्रश्न 8.
क्या बल से केवल दिशा में परिवर्तन हो सकता है, गति में नहीं ? यदि हाँ, तो कैसे ?
उत्तर-
बिना गति में परिवर्तन हुए बल द्वारा वस्तु की दिशा में परिवर्तन किया जा सकता है। इसके लिए निम्न प्रयोग है-
प्रयोग – एक छोटा पत्थर लें। इसे धागे से बांधे। धागे को हाथ से घुमाएँ। पत्थर वृतीय पथ में एक समान गति से घूमता है। जब घुमाना बंद कर छोड़ दिया जाता है, तो पत्थर सरल रेखा में जाता है। इससे प्रमाणित होता है कि बल से दिशा में परिवर्तन हुआ है परंतु, गति में नहीं।

प्रश्न 9.
पेशीय बल के कुछ उदाहरण दीजिए।
उत्तर-
टहलना, साँस लेना, दौड़ना, उठाना, बर्फ पर चलना, प्रहार करना आदि कुछ उदाहरण हैं जिनमें पेशीय बल की आवश्यकता होती है।

प्रश्न 10.
संपर्क बल की एक उदाहरण दीजिए।
उत्तर-
कैरम बोर्ड के खेल में जब एक गोटी से दूसरी गोटी टकराती है, तो विराम अवस्था वाली गोटी गति में आ जाती है। यह संपर्क बल का उदाहरण है।

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प्रश्न 11.
गुरुत्व बल को असंपर्क बल क्यों कहते हैं ? व्याख्या करें।
उत्तर-
गुरुत्व बल धरती पर या धरती की सतह से ऊपर पड़ी वस्तुओं पर लगता है। यह दूरस्थ वस्तुओं पर भी लगता है। उदाहरणार्थ पेड़ों से पत्ते गिरते हैं, नदियों में पानी नीचे की ओर बहता है, चंद्रमा धरती के चारों तरफ घूमता है। इन सभी उदाहरण में वस्तु धरती के संपर्क में नहीं है। इसलिए, इसे असंपर्क बल कहते हैं।

प्रश्न 12.
दाब की परिभाषा दीजिए। इसका मात्रक क्या है ?
उत्तर-
दाब- प्रति एकांक क्षेत्रफल पर लगने वाले बल को दाव कहते हैं।
PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 11 बल तथा दाब 2
दाव का मात्रक पासकल अथवा Nm-2 है।

प्रश्न 13.
फल को काटने के लिए तेज़ धार वाला चाकू क्यों चाहिए ?
उत्तर-
तेज़ धार वाला चाकू फल पर अधिक दाब डालता है जो फल को आसानी से काट देता है।

प्रश्न 14.
पानी से भरी बोतल में दाब सबसे अधिक और सबसे कम कहाँ होगा ?
उत्तर-
पानी से भरी बोतल में दाब बोतल के निचले तल पर सबसे अधिक होगा और ऊपरी सतह पर सबसे कम होगा।

प्रश्न 15.
हवा भरने से गुब्बारा क्यों फैल जाता है ? उत्तर-गुब्बारे में हवा भरने से, हवा गुब्बारे की भीतरी दीवारों पर दाब डालती है। यह दाब गुब्बारे को फैलाता है।

PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 11 बल तथा दाब

प्रश्न 16.
प्रयोग द्वारा सिद्ध करो कि दाब गहराई के साथ बढ़ता है।
उत्तर-
द्रव का दाब उसकी गहराई पर निर्भर करता है। इसे निम्न प्रयोग द्वारा सिद्ध कर सकते हैं-
प्रयोग – एक लंबा बर्तन लीजिए, जिसमें कम-से-कम तीन छिद्र हों (जैसे चित्र में दर्शाया गया है) अब इसे पानी से भरिए। तीनों छिद्रों में से पानी की धारा बाहर निकलती है। परंतु सबसे नीचे वाली धारा सबसे दूर जाकर गिरती है।
PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 11 बल तथा दाब 3
यह बात प्रमाणित होती है कि दाब गहराई के साथ बढ़ता है।

प्रश्न 17.
वायुमंडलीय दाब क्या है ?
उत्तर-
वायुमंडलीय दाब – धरती के चारों तरफ वायु का आवरण है। वायु का स्तंभ, द्रव स्तंभ की तरह ही दाब डालता है। वायु के इस दाब को वायुमंडलीय दाब कहते हैं।

प्रश्न 18.
वायुमंडलीय दाब अधिक है, परंतु इस दाब से हम पिचकते क्यों नहीं ?
उत्तर-
हमारा शरीर और अन्य जंतुओं का शरीर कोशिकाओं से बना है जिनमें द्रव है, जो अंदर से बाहर की ओर दाब डालता है। शरीर के अंदर का दाब, वायुमंडलीय दाब के बराबर होता है। इसलिए हम पिचकने से बच जाते हैं।

TYPE-III
दीर्घ उत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
बल कितनी प्रकार का होता है ? प्रत्येक का एक उदाहरण दीजिए।
उत्तर-
बल के प्रकार-

  1. पेशीय बल
  2. चुंबकीय बल
  3. स्थिर विद्युतीय बल
  4. गुरुत्व बल
  5. घर्षण बल।

1. पेशीय बल – सजीवों द्वारा अपनी पेशियों का बल उपयोग में लाना, पेशीय बल कहलाता है। जैसे-बैलों द्वारा पेशीय बल से गाड़ी खींचना।

2. चुंबकीय बल – चुंबक का गुण है कि वह कोबाल्ट, निक्कल, लोहे अथवा स्टील से बनी वस्तुओं को आकर्षित करता है। चुंबकीय पदार्थ पर लगने वाला बल चुंबकीय बल कहलाता है। जैसे चुंबक से लोहे की कीलें आकर्षित होती हैं।

3. स्थिर विद्युतीय बल (Electric Static Force) – जब प्लास्टिक और टैरीलीन जैसे पदार्थ परस्पर रगड़े जाते हैं तो उनमें विद्युत् उत्पन्न होती है। इस विद्युत् कारण उत्पन्न बल, स्थिर विद्युतीय बल कहलाता है। जैसे-जब शीशे की छड़ को रेशम के कपड़े से रगड़ा जाता है, तो शीशे की छड़, कागज़ के टुकड़ों को अपनी ओर आकर्षित करती है। ऐसा स्थिर विद्युतीय बल के कारण होता है।

4. गुरुत्व बल – धरती की सतह के ऊपर और निकट पाई जाने वाली वस्तुओं पर धरती एक बल लगाती है, जिसे गुरुत्व बल कहते हैं। ऊँचाई से छोड़ी गई कोई भी वस्तु, धरती पर गुरुत्व बल के कारण गिरती है।

5. घर्षण बल – एक वस्तु का दूसरी वस्तु के ऊपर गति करने से, उन दोनों के बीच उत्पन्न बल को घर्षण बल कहते हैं। घर्षण बल, वस्तु की गति से उल्ट दिशा में होता है। जैसे काँच की गोली धरती पर कुछ समय लुढ़कने के बाद रुक जाती है। यह घर्षण बल के कारण होता है।

प्रश्न 2.
एक वस्तु पर बल लगने के परिणाम लिखिए।
उत्तर-
बल लगाने से वस्तु पर प्रभाव-

  1. गति में परिवर्तन-बल वस्तु की गति बदल सकता है।
  2. दिशा में परिवर्तन-बल से गति की दिशा में परिवर्तन होता है।
  3. गति और दिशा दोनों में परिवर्तन-बल वस्तु की गति और दिशा दोनों बदल सकता है।
  4. आकृति और आकार में परिवर्तन-बल से वस्तु की आकृति और आकार दोनों बदले जा सकते हैं।

प्रश्न 3.
बल की लाभ और हानियाँ लिखिए।
उत्तर-
बल के लाभ-

  1. यह एक स्थिर वस्तु को गति में ला सकता है। जैसे, एक खिलौने को बल लगाकर हिलाया जा सकता है।
  2. इससे गति कर रही वस्तु को धीमा किया जा सकता है। जैसे-बल लगाकर साइकिल की गति कम की जाती
  3. इससे गति की दिशा में परिवर्तन किया जा सकता है। जैसे-बल्लेबाज गेंद को हिट करके उसकी गति और दिशा में परिवर्तन लाता है।
  4. इससे वस्तु की आकृति बदली जा सकती है। जैसे- स्पंज को हथेली से दबाकर अर्थात् बल लगाकर उसकी आकृति बदली जा सकती है।

बल की हानियाँ-

  1. घर्षण बल से वाहनों के टायर और जूते टूट-फूट जाते हैं।
  2. घर्षण बल से ऊष्मा उत्पन्न होती है जो हानिकारक है। तेज़ गति से चलती मशीनों में यह ऊष्मा उनकी कार्यक्षमता को कम करती है।

PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 11 बल तथा दाब

प्रश्न 4.
एक प्रयोग द्वारा सिद्ध करो कि दाब समान गहराई पर एक समान होता है।
उत्तर-
प्रयोग- एक खाली टीन लो और उसमें एक समान गहराई पर तीन-चार छेद करो और उन्हें सैलोटेप से बंद कर दें। टीन को पानी से भर दो
और सभी सैलोटेप को हटा दो। पानी सभी छेदों से एक समान गति से बाहर निकलता है और समान दूरी पर पहुँचता है।
इस प्रयोग से सिद्ध होता है कि समान गहराई पर दाब एक समान होता है।
PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 11 बल तथा दाब 4

प्रश्न 5.
प्रयोग द्वारा वायुमंडलीय दाब की उपस्थिति दर्शाइए।
उत्तर-
प्रयोग – एक धातु का टीन लो। उसमें थोड़ा पानी डालें। ढक्कन उतार दें और टीन को गर्म करें। पानी उबलना शुरू कर देगा और भाप बाहर निकल जाएगी। भाप के साथ टीन में से वायु भी बाहर निकल जाएगी। अब ढक्कन को बंद कर दें और टीन पर ठंडा पानी डालें। पानी से टीन में बची भाप पानी बन जाएगी और टीन में निर्वात पैदा हो जाएगा जिसके फलस्वरूप वायुमंडलीय दाब भीतरी दाब से बढ़ जाएगा और टीन को पिचका देगा।
PSEB 8th Class Science Solutions Chapter 11 बल तथा दाब 5

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਪੜਨਾਂਵ

Punjab State Board PSEB 8th Class Punjabi Book Solutions Punjabi Grammar Padnav ਪੜਨਾਂਵ Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB 8th Class Punjabi Grammar ਪੜਨਾਂਵ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਪੜਨਾਂਵ ਕਿਸ ਨੂੰ ਆਖਦੇ ਹਨ ? ਇਸ ਦੇ ਕਿੰਨੇ ਭੇਦ ਹਨ ? ਉਦਾਹਰਨਾਂ ਦੇ ਕੇ ਸਮਝਾਓ ।
ਜਾਂ
ਪੜਨਾਂਵ ਕਿਸ ਨੂੰ ਆਖਦੇ ਹਨ ? ਇਸਦੀਆਂ ਕਿਸਮਾਂ ਕਿਹੜੀਆਂ-ਕਿਹੜੀਆਂ ਹਨ ? ਉਦਾਹਰਨਾਂ ਦੇ ਕੇ ਦੱਸੋ ।
ਉੱਤਰ :
ਵਾਕ ਵਿਚ ਜਿਹੜਾ ਸ਼ਬਦ ਕਿਸੇ ਨਾਂਵ ਦੀ ਜਗ੍ਹਾ ਵਰਤਿਆ ਜਾਵੇ, ਉਹ ਪੜਨਾਂਵ ਅਖਵਾਉਂਦਾ ਹੈ; ਜਿਵੇਂ-ਮੈਂ, ਅਸੀਂ, ਸਾਡਾ, ਤੂੰ, ਤੁਸੀਂ, ਤੁਹਾਡਾ, ਇਹ, ਉਹ, ਆਪ ਆਦਿ ।

ਪੜਨਾਂਵ ਛੇ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦੇ ਹੁੰਦੇ ਹਨ-
1. ਪੁਰਖਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ :
ਜਿਹੇ ਪੜਨਾਂਵ ਕੇਵਲ ਕਿਸੇ ਪੁਰਖ ਦੀ ਥਾਂ ਹੀ ਵਰਤੇ ਜਾਣ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ “ਪੁਰਖਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ” ਆਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ; ਜਿਵੇਂ-
ਮੈਂ, ਅਸੀਂ, ਤੂੰ, ਤੁਸੀਂ, ਉਹ ਆਦਿ ।
ਪੁਰਖਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ ਤਿੰਨ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦੇ ਹੁੰਦੇ ਹਨ
(ੳ) ਉੱਤਮ (ਪਹਿਲਾ) ਪੁਰਖ : ਵਾਕ ਵਿਚ ਗੱਲ ਕਰਨ ਵਾਲੇ ਵਿਅਕਤੀ ਨੂੰ ਉੱਤਮ ਪੁਰਖ ਆਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ; ਜਿਵੇਂ-ਮੈਂ, ਮੈਥੋਂ, ਮੇਰਾ, ਮੈਨੂੰ, ਅਸੀਂ, ਸਾਨੂੰ, ਸਾਡਾ, ਸਾਡੇ, ਸਾਡੀ, ਸਾਡੀਆਂ, ਸਾਥੋਂ ਆਦਿ ।

(ਅ) ਮੱਧਮ (ਦੂਜਾ) ਪੁਰਖ : ਵਾਕ ਵਿਚ ਜਿਸ ਨਾਲ ਗੱਲ ਕੀਤੀ ਜਾਵੇ, ਉਹ “ਮੱਧਮ ਪੁਰਖ’ ਹੁੰਦਾ ਹੈ; ਜਿਵੇਂ-ਤੂੰ, ਤੁਸੀਂ, ਤੁਹਾਡਾ, ਤੁਹਾਡੇ, ਤੁਹਾਡੀ, ਤੁਹਾਡੀਆਂ, ਤੈਨੂੰ ਤੁਹਾਨੂੰ, ਤੇਰਾ, ਤੇਰੇ, ਤੁਹਾਥੋਂ ਆਦਿ ।
ਅਨਯ (ਤੀਜਾ) ਪੁਰਖ-ਵਾਕ ਵਿਚ ਜਿਸ ਬਾਰੇ ਗੱਲ ਕੀਤੀ ਜਾਵੇ, ਉਸ ਨੂੰ ‘ਅਨਯ ਪੁਰਖ ਆਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ; ਜਿਵੇਂ-ਉਹ, ਇਹ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਆਦਿ ।

2. ਨਿੱਜਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ :
ਜਿਹੜਾ ਪੜਨਾਂਵ ਕਰਤਾ ਦੀ ਥਾਂ ਵਰਤਿਆ ਜਾਵੇ, ਜਾਂ ਕਰਤਾ ਦੇ ਨਾਲ ਆ ਕੇ ਉਸ ਦੀ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ਤਾ ਦੱਸੇ, ਉਸ ਨੂੰ “ਨਿੱਜਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ” ਆਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ; ਜਿਵੇਂ-ਮਨੁੱਖ ਆਪਣੀ ਕਿਸਮਤ ‘ਆਪ’ ਬਣਾਉਂਦਾ ਹੈ । (ਅ) ਮੈਂ ‘ਆਪ’ ਉੱਥੇ ਗਿਆ ।

ਇਨ੍ਹਾਂ ਵਿਚੋਂ ਪਹਿਲੇ ਵਾਕ ਵਿਚ ‘ਆਪ’ ਪੜਨਾਂਵ ਕਰਤਾ ‘ਮਨੁੱਖ’ ਦੀ ਥਾਂ ‘ਤੇ ਵਰਤਿਆ ਗਿਆ ਹੈ, ਪਰ ਦੂਜੇ ਵਾਕ ਵਿਚ ‘ਆਪ’ ਪੜਨਾਂਵ ‘ ਦੀ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ਤਾ ਪ੍ਰਗਟ ਕਰਦਾ ਹੈ, ਇਸ ਕਰਕੇ ਇਹ ‘ਨਿੱਜਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ ਹੈ ।

ਪੰਜਾਬੀ ਵਿਚ ‘ਆਪ’ ਸ਼ਬਦ ਹਮੇਸ਼ਾਂ ਨਿੱਜਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦਾ | ਅਸੀਂ ਆਦਰ ਵਜੋਂ ‘ਤੂੰ ਦੀ ਥਾਂ ‘ਤੁਸੀਂ ਜਾਂ ‘ਆਪ’ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਦੇ ਹਾਂ, ਤਾਂ ‘ਆਪ’ ਸ਼ਬਦ ਪੁਰਖਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਜਦੋਂ ‘ਆਪ’ ਸ਼ਬਦ ਪੁਰਖਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ ਹੋਵੇ, ਤਾਂ ਇਹ ਇਕ-ਵਚਨ ਵੀ ਹੋ ਸਕਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਬਹੁ-ਵਚਨ ਵੀ ।ਇਸ ਅਵਸਥਾ ਵਿਚ ਇਹ ਤਿੰਨਾਂ ਹੀ ਪੁਰਖਾਂ ਲਈ ਵਰਤਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਇਹ ਜਿਸ ਨਾਂਵ ਜਾਂ ਪੜਨਾਂਵ ਦੀ ਥਾਂ ਵਰਤਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ, ਉਹ ਉਸੇ ਵਾਕ ਵਿਚ ਹੁੰਦਾ ਹੈ , ਜਿਵੇਂ
“ਉਹ ਮੈਨੂੰ ‘ਆਪ’ ਮਿਲਣ ਲਈ ਆਇਆ ।

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਪੜਨਾਂਵ

3. ਸੰਬੰਧਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ :
ਜਿਹੜਾ ਸ਼ਬਦ ਪੜਨਾਂਵ ਹੁੰਦਾ ਹੋਇਆ ਵੀ ਯੋਜਕ ਵਾਂਗ ਵਾਕਾਂ ਨੂੰ ਆਪਸ ਵਿਚ ਜੋੜਨ ਦਾ ਕੰਮ ਕਰੇ, ਉਸ ਨੂੰ ‘ਸੰਬੰਧਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ’ ਆਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ; ਜਿਵੇਂ-
(ੳ) ‘ਰਾਮ ਉਸੇ ਵਿਦਿਆਰਥੀ ਦਾ ਨਾਂ ਹੈ, ਜਿਹੜਾ ਕਲਾਸ ਵਿਚ ਬਹੁਤ ਰੌਲਾ ਪਾਉਂਦਾ ਹੈ ।
(ਅ) ‘ਉਹ, ਜੋ ਆਪਸ ਵਿਚ ਪਿਆਰ ਕਰਦੇ ਹਨ, ਸੁਖੀ ਵਸਦੇ ਹਨ ।
(ੲ) ‘ਸੁਰਿੰਦਰ, ਜਿਸ ਨੇ ਸੁਰਜੀਤ ਨੂੰ ਮਾਰਿਆ ਸੀ, ਦੌੜ ਗਿਆ ਹੈ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਵਾਕਾਂ ਵਿਚ ‘ਜਿਹੜਾ’, ‘ਜੋ’ ਅਤੇ ‘ਜਿਸ ਆਦਿ ਸ਼ਬਦ ਯੋਜਕਾਂ ਵਾਂਗ ਵਾਕਾਂ ਨੂੰ ਆਪਸ ਵਿਚ ਜੋੜਦੇ ਹਨ, ਇਸ ਕਰਕੇ ਇਹ ਸੰਬੰਧਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ ਹਨ ।

ਕਈ ਵਾਕਾਂ ਵਿਚ ‘ਜੋ’ ਅਤੇ ‘ਜਿਹੜਾ’ ਦੇ ਨਾਲ ‘ਸੋ’ ਅਤੇ ‘ਉਹ’ ਪੜਨਾਂਵ ਵੀ ਵਰਤੇ ਜਾਂਦੇ ਹਨ, ਜਿਵੇਂ-ਜਿਹੜੇ ਹਰ ਰੋਜ਼ ਸੈਰ ਕਰਦੇ ਹਨ, ਉਹ ਕਦੇ ਰੋਗੀ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦੇ । ਇਸ ਵਾਕ ਵਿਚ ‘ਜਿਹੜੇ ਸੰਬੰਧਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ ਹਨ, ਪਰ ‘ਉਹ’ ਪੜਨਾਂਵ ਵਾਕਾਂ ਨੂੰ ਜੋੜਦੇ ਨਹੀਂ, ਇਸ ਕਰਕੇ ਇਸ ਨੂੰ “ਅਸੰਬੰਧਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

4. ਪ੍ਰਸ਼ਨਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ :
ਜਿਹੜੇ ਸ਼ਬਦ ਪੜਨਾਂਵ ਵੀ ਹੋਣ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਰਾਹੀਂ ਪ੍ਰਸ਼ਨ ਵੀ ਪੁੱਛਿਆ ਜਾਵੇ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ “ਪ੍ਰਸ਼ਨਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ’ ਆਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ; ਜਿਵੇਂ-(ੳ) ‘ਇੱਥੋਂ ਕੀ ਲੈਣਾ ਹੈ ? (ਅ ‘ਸਲੇਟ ਕਿਸ ਨੇ ਤੋੜੀ ਹੈ ?’ (ਬ ‘ਕੌਣ ਰੌਲਾ ਪਾ ਰਿਹਾ ਹੈ ?’ (ਸ) “ਕਿਹੜਾ ਇਹ ਗੱਲਾਂ ਕਰਦਾ ਸੀ ?’ ਇਨ੍ਹਾਂ ਵਾਕਾਂ ਵਿਚ ‘ਕੀ’, ‘ਕਿਸ’, ‘ਕੌਣ’ ਅਤੇ ‘ਕਿਹੜਾ’ ਪ੍ਰਸ਼ਨਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ ਹਨ ।

5. ਨਿਸ਼ਚੇਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ :
ਜਿਹੜੇ ਪੜਨਾਂਵ ਕਿਸੇ ਦੂਰ ਜਾਂ ਨੇੜੇ ਦੀ ਦਿਸਦੀ ਚੀਜ਼ ਵਲ ਇਸ਼ਾਰਾ ਕਰ ਕੇ ਉਸ ਦੇ ਨਾਂ ਦੀ ਥਾਂ ਤੇ ਵਰਤੇ ਜਾਂਦੇ ਹਨ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਨਿਸ਼ਚੇਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ ਆਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ; ਜਿਵੇਂ-
(ੳ) “ਉਹ ਗੀਤ ਗਾ ਰਹੀਆਂ ਹਨ ।
(ਆ) “ਔਹ ਕੀ ਆ ਰਿਹਾ ਹੈ ।
(ੲ) ‘ਇਹ ਕਹਿੰਦਾ ਹੈ ਕਿ ਸਾਰਾ ਕੰਮ ਉਸ ਨੇ ਵਿਗਾੜਿਆ ਹੈ ।
(ਸ) ‘ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੇ ਇਸ ਸਮੇਂ ਆਹ ਕੰਮ ਨਹੀਂ ਕਰਨਾ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਵਾਕਾਂ “ਉਹ” , “ਔਹ “ਇਹ’ ‘ਉਸ’, ‘ਆਹ’ ਨਿਸਚੇਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ ਹਨ ।

6. ਅਨਿਸਚਿਤ ਅਨਿਸਚੇਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ :
ਜੋ ਪੜਨਾਂਵ ਕਿਸੇ ਚੀਜ਼ ਦਾ ਅੰਦਾਜ਼ਾ ਤਾਂ ਦੱਸੇ, ਪਰ ਉਸ ਦੀ ਗਿਣਤੀ ਨਾ ਦੱਸੇ, ਉਸ ਨੂੰ ‘ਅਨਿਸਚਿਤ ਪੜਨਾਂਵ’ ਆਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ; ਜਿਵੇਂ-
(ਉ) ‘ਸਾਰੇ ਗੀਤ ਗਾ ਰਹੇ ਹਨ ।’
(ਅ) ‘ਸਰਬੱਤ ਦਾ ਭਲਾ ਮੰਗੋ ।
(ੲ)‘ਇੱਥੇ ਕਈ ਆਉਂਦੇ ਹਨ, ਪਰ ਕਰਦੇ ਕੁੱਝ ਨਹੀਂ ।’
(ਸ) ‘ਬਾਜ਼ੇ ਬੜੇ ਬੇਵਕੂਫ਼ ਹੁੰਦੇ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਵਾਕਾਂ ਵਿਚ ‘ਸਾਰੇ’, ‘ਸਰਬੱਤ’, ‘ਕਈ’, ‘ਕੁੱਝ’ ਅਤੇ ‘ਬਾਜ਼’ ਅਨਿਸਚਿਤ ਪੜਨਾਂਵ ਹਨ ।
ਇਨ੍ਹਾਂ ਪੜਨਾਵਾਂ ਵਿਚੋਂ ‘ਸਭ’, ‘ਸਾਰੇ’, ‘ਅਨੇਕਾਂ’, ‘ਸਰਬੱਤ` ਅਤੇ ਉਹ ਸਾਰੇ ਪੜਨਾਂਵ, ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਅੰਤ ਵਿਚ ਲਾਂ () ਆਉਂਦੀ ਹੈ, ਸਦਾ ਹੀ ਬਹੁ-ਵਚਨ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।

ਕਈ ਪੜਨਾਂਵ ਦੋਹਾਂ ਵਚਨਾਂ ਵਿਚ ਵਰਤੇ ਜਾਂਦੇ ਹਨ, ਜਿਵੇਂ-
(ਉ) ਕੋਈ ਗੀਤ ਗਾਏਗਾ । (ਇਕ-ਵਚਨ)
(ਅ) ਕੋਈ ਗੀਤ ਗਾਉਣਗੇ । (ਬਹੁ-ਵਚਨ)

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਪੜਨਾਂਵ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਪੁਰਖਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ ਕਿੰਨੇ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦਾ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ :
ਪ੍ਰਸ਼ਨਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ :
ਜਿਹੜੇ ਸ਼ਬਦ ਪੜਨਾਂਵ ਵੀ ਹੋਣ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਰਾਹੀਂ ਪ੍ਰਸ਼ਨ ਵੀ ਪੁੱਛਿਆ ਜਾਵੇ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ “ਪ੍ਰਸ਼ਨਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ’ ਆਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ; ਜਿਵੇਂ-
(ੳ) ‘ਇੱਥੋਂ ਕੀ ਲੈਣਾ ਹੈ ?
(ਅ) ‘ਸਲੇਟ ਕਿਸ ਨੇ ਤੋੜੀ ਹੈ ?’
(ੲ) ‘ਕੌਣ ਰੌਲਾ ਪਾ ਰਿਹਾ ਹੈ ?’
(ਸ) “ਕਿਹੜਾ ਇਹ ਗੱਲਾਂ ਕਰਦਾ ਸੀ ?’ ਇਨ੍ਹਾਂ ਵਾਕਾਂ ਵਿਚ ‘ਕੀ’, ‘ਕਿਸ’, ‘ਕੌਣ’ ਅਤੇ ‘ਕਿਹੜਾ’ ਪ੍ਰਸ਼ਨਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਨਿੱਜਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ ਕਿਸ ਨੂੰ ਆਖਦੇ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ :
ਨਿੱਜਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ :
ਜਿਹੜਾ ਪੜਨਾਂਵ ਕਰਤਾ ਦੀ ਥਾਂ ਵਰਤਿਆ ਜਾਵੇ, ਜਾਂ ਕਰਤਾ ਦੇ ਨਾਲ ਆ ਕੇ ਉਸ ਦੀ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ਤਾ ਦੱਸੇ, ਉਸ ਨੂੰ “ਨਿੱਜਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ” ਆਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ; ਜਿਵੇਂ-ਮਨੁੱਖ ਆਪਣੀ ਕਿਸਮਤ ‘ਆਪ’ ਬਣਾਉਂਦਾ ਹੈ । (ਅ) ਮੈਂ ‘ਆਪ’ ਉੱਥੇ ਗਿਆ ।

ਇਨ੍ਹਾਂ ਵਿਚੋਂ ਪਹਿਲੇ ਵਾਕ ਵਿਚ ‘ਆਪ’ ਪੜਨਾਂਵ ਕਰਤਾ ‘ਮਨੁੱਖ’ ਦੀ ਥਾਂ ‘ਤੇ ਵਰਤਿਆ ਗਿਆ ਹੈ, ਪਰ ਦੂਜੇ ਵਾਕ ਵਿਚ ‘ਆਪ’ ਪੜਨਾਂਵ ‘ ਦੀ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ਤਾ ਪ੍ਰਗਟ ਕਰਦਾ ਹੈ, ਇਸ ਕਰਕੇ ਇਹ ‘ਨਿੱਜਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ ਹੈ ।

ਪੰਜਾਬੀ ਵਿਚ ‘ਆਪ’ ਸ਼ਬਦ ਹਮੇਸ਼ਾਂ ਨਿੱਜਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦਾ | ਅਸੀਂ ਆਦਰ ਵਜੋਂ ‘ਤੂੰ ਦੀ ਥਾਂ ‘ਤੁਸੀਂ ਜਾਂ ‘ਆਪ’ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਦੇ ਹਾਂ, ਤਾਂ ‘ਆਪ’ ਸ਼ਬਦ ਪੁਰਖਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਜਦੋਂ ‘ਆਪ’ ਸ਼ਬਦ ਪੁਰਖਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ ਹੋਵੇ, ਤਾਂ ਇਹ ਇਕ-ਵਚਨ ਵੀ ਹੋ ਸਕਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਬਹੁ-ਵਚਨ ਵੀ ।ਇਸ ਅਵਸਥਾ ਵਿਚ ਇਹ ਤਿੰਨਾਂ ਹੀ ਪੁਰਖਾਂ ਲਈ ਵਰਤਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਇਹ ਜਿਸ ਨਾਂਵ ਜਾਂ ਪੜਨਾਂਵ ਦੀ ਥਾਂ ਵਰਤਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ, ਉਹ ਉਸੇ ਵਾਕ ਵਿਚ ਹੁੰਦਾ ਹੈ , ਜਿਵੇਂ
“ਉਹ ਮੈਨੂੰ ‘ਆਪ’ ਮਿਲਣ ਲਈ ਆਇਆ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਸੰਬੰਧਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ ਦੀਆਂ ਕੋਈ ਦੋ ਉਦਾਹਰਨਾਂ ਦਿਓ ।
ਉੱਤਰ :
ਸੰਬੰਧਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ :
ਜਿਹੜਾ ਸ਼ਬਦ ਪੜਨਾਂਵ ਹੁੰਦਾ ਹੋਇਆ ਵੀ ਯੋਜਕ ਵਾਂਗ ਵਾਕਾਂ ਨੂੰ ਆਪਸ ਵਿਚ ਜੋੜਨ ਦਾ ਕੰਮ ਕਰੇ, ਉਸ ਨੂੰ ‘ਸੰਬੰਧਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ’ ਆਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ; ਜਿਵੇਂ-
(ੳ) ‘ਰਾਮ ਉਸੇ ਵਿਦਿਆਰਥੀ ਦਾ ਨਾਂ ਹੈ, ਜਿਹੜਾ ਕਲਾਸ ਵਿਚ ਬਹੁਤ ਰੌਲਾ ਪਾਉਂਦਾ ਹੈ ।
(ਅ) ‘ਉਹ, ਜੋ ਆਪਸ ਵਿਚ ਪਿਆਰ ਕਰਦੇ ਹਨ, ਸੁਖੀ ਵਸਦੇ ਹਨ ।
(ੲ) ‘ਸੁਰਿੰਦਰ, ਜਿਸ ਨੇ ਸੁਰਜੀਤ ਨੂੰ ਮਾਰਿਆ ਸੀ, ਦੌੜ ਗਿਆ ਹੈ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਵਾਕਾਂ ਵਿਚ ‘ਜਿਹੜਾ’, ‘ਜੋ’ ਅਤੇ ‘ਜਿਸ ਆਦਿ ਸ਼ਬਦ ਯੋਜਕਾਂ ਵਾਂਗ ਵਾਕਾਂ ਨੂੰ ਆਪਸ ਵਿਚ ਜੋੜਦੇ ਹਨ, ਇਸ ਕਰਕੇ ਇਹ ਸੰਬੰਧਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ ਹਨ ।

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਪੜਨਾਂਵ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਪੜਨਾਂਵਾਂ ਦੇ ਸਾਹਮਣੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਕਿਸਮ ਲਿਖੋ-
(ੳ) ਮੈਂ, ਅਸੀਂ
(ਅ) ਕਿਸ ਨੇ, ਕਿਹੜਾ
(ਬ) ਉਹ, ਇਹ
(ਸ) ਤੁਹਾਡਾ, ਤੁਹਾਨੂੰ
(ਹ) ਕੌਣ, ਕਿਹੜਾ
(ਕ) ਆਪ, ਆਪਸ
(ਖ) ਜੋ, ਸੋ
(ਗ) ਜਿਹੜੇ
(ਘ) ਕਈ, ਬਹੁਤ ਸਾਰੇ
(ਛ) ਅਹੁ, ਆਹ ।
ਉੱਤਰ :
(ੳ) ਪੁਰਖਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ
(ਅ) ਪ੍ਰਸ਼ਨਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ
(ਇ) ਪੁਰਖਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ
(ਸ) ਪੁਰਖਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ
(ਹ) ਪ੍ਰਸ਼ਨਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ
(ਕ) ਨਿੱਜਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ
(ਖ) ਸੰਬੰਧਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ
(ਗ) ਸੰਬੰਧਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ
(ਘ) ਅਨਿਸਚੇਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ
(ਛ) ਨਿਸਚੇਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ ।

ਪਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਹੇਠ ਲਿਖਿਆਂ ਵਿਚੋਂ ਪੜਨਾਂਵ ਚੁਣੋ ਤੇ ਸਾਹਮਣੇ ਲਿਖੋ-
(ਉ) ਮਿਰਚ, ਫੁੱਲ, ਦਿੱਲੀ, ਆਪ
(ਅ) ਕੌਣ, ਲੜਕੀ, ਕੱਪੜਾ, ਸਾਡੇ
(ਇ) ਜਲੰਧਰ, ਜਿਹੜਾ, ਮੈਂ, ਅਸੀਂ
(ਸ) ਕਿਸ ਨੇ, ਗੀਤ, ਵਿਸ਼ਾਲ, ਹੈ
(ਹ) ਘਰ, ਮੇਰਾ, ਉਹ, ਗਿਆ
ਉੱਤਰ :
(ੳ) ਆਪ
(ਅ) ਕੌਣ, ਸਾਡੇ
(ਈ) ਮੈਂ, ਜਿਹੜਾ, ਅਸੀਂ,
(ਸ) ਕਿਸਨੇ
(ਹ) ਮੇਰਾ, ਉਹ ।

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਪੜਨਾਂਵ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਵਾਕਾਂ ਵਿਚੋਂ ਪੜਨਾਂਵ ਚੁਣੋ ਤੇ ਸਾਹਮਣੇ ਲਿਖੋ-
(ੳ) ਉਸ ਦਾ ਭਰਾ ਬੜਾ ਬੇਈਮਾਨ ਹੈ ।
(ਅ) ਤੁਹਾਨੂੰ ਆਪ ਇਹ ਕੰਮ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ਸੀ ।
(ਈ) ਕੌਣ-ਕੌਣ ਜਮਾਤ ਵਿਚ ਹਾਜ਼ਰ ਨਹੀਂ ਸਨ ।
(ਸ) ਕਈ ਲੋਕ ਘਰ ਨੂੰ ਜਾ ਰਹੇ ਸਨ ।
(ਹ) ਜੋ ਕਰੇਗਾ ਸੋ ਭਰੇਗਾ ।
(ਕ) ਤੁਹਾਡੇ ਪਿਤਾ ਜੀ ਕੀ ਕਰਦੇ ਸਨ ?
(ਖ) ਅਹਿ ਕਿਸ ਦਾ ਪੈਂਨ ਹੈ ?
(ਗ) ਗਰੀਬ ਨਾਲ ਕੋਈ-ਕੋਈ ਹਮਦਰਦੀ ਕਰਦਾ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ :
(ੳ) ਉਸ
(ਅ) ਤੁਹਾਨੂੰ, ਆਪ,
(ਈ) ਕੌਣ-ਕੌਣ
(ਸ) ਕੋਈ (ਨੋਟ-ਇਹ ਪੜਨਾਂਵ ਨਹੀਂ, ਸਗੋਂ ਪੜਨਾਵੀਂ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ਣ ਹੈ, ਜੇਕਰ ਇਸ ਨਾਲ ‘ਲੋਕ ਸ਼ਬਦ ਨਾ ਲੱਗਾ ਹੋਵੇ , ਤਾਂ ਇਹ ਪੜਨਾਂਵ ਹੋਵੇਗਾ
(ਹ) ਜੋ, ਸੋ,
(ਕ) ਕੀ
(ਖ) ਅਹਿ, ਕਿਸ
(ਗ) ਕੋਈ-ਕੋਈ ।

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਪੜਨਾਂਵ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਖ਼ਾਲੀ ਥਾਂਵਾਂ ਭਰੋ-
(ੳ) ਜਿਹੜੇ ਪੁਰਖ ਨਾਲ ਗੱਲ ਕੀਤੀ ਜਾਵੇ ……… ਪੁਰਖ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
(ਅ) ਜਿਸ ਪੁਰਖ ਬਾਰੇ ਗੱਲ ਕੀਤੀ ਜਾਵੇ ……… ਪੁਰਖ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
(ਇ) ਨਾਂਵ ਦੀ ਥਾਂ ਵਰਤੇ ਜਾਣ ਵਾਲੇ ਸ਼ਬਦ ……… ਕਹਾਉਂਦੇ ਹਨ ।
(ਸ) : ਜਿਹੜੇ ਸ਼ਬਦ ਯੋਜਕਾਂ ਵਾਂਗ ਦੋ ਵਾਕਾਂ ਨੂੰ ਜੋੜਨ ……… ਪੜਨਾਂਵ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।
ਉੱਤਰ :
(ੳ) ਮੱਧਮ
(ਅ) ਅਨਯ
(ਇ) ਪੜਨਾਂਵ
(ਸ) ਸੰਬੰਧਵਾਚਕ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 9.
ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਵਾਕਾਂ ਵਿਚੋਂ ਠੀਕ ਵਾਕਾਂ ਦੇ ਸਾਹਮਣੇ (✓) ਤੇ ਗ਼ਲਤ ਵਾਕਾਂ ਦੇ ਸਾਹਮਣੇ (✗) ਦਾ ਨਿਸ਼ਾਨ ਲਗਾਓ

(ਉ) ਗੱਲ ਕਰਨ ਵਾਲਾ ਪੁਰਖ ਉੱਤਮ ਪੁਰਖ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
(ਅ) ਜੋ ਸ਼ਬਦ ਕਿਸੇ ਵਿਅਕਤੀ, ਵਸਤੂ, ਜਗਾ ਦਾ ਨਾਂ ਦੱਸਣ, ਪੜਨਾਂਵ ਕਹਾਉਂਦੇ ਹਨ ।
(ੲ) ਜਿਹੜੇ ਸ਼ਬਦ ਨਾਂਵ ਦੀ ਥਾਂ ਆ ਕੇ ਕੋਈ ਪ੍ਰਸ਼ਨ ਪੁੱਛਣ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਪ੍ਰਸ਼ਨਵਾਚਕ ”, ਪੜਨਾਂਵ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ।
(ਸ) ਪੜਨਾਂਵ ਪੰਜ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦੇ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।
(ਹ) ਜਿਹੜੇ ਸ਼ਬਦ ਯੋਜਕ ਵਾਂਗ ਵਾਕਾਂ ਨੂੰ ਜੋੜਨ, ਉਹ ਪ੍ਰਸ਼ਨਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।
ਉੱਤਰ :
(ਉ) ਗੱਲ ਕਰਨ ਵਾਲਾ ਪੁਰਖ ਉੱਤਮ ਪੁਰਖ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । (✓)
(ਅ) ਜੋ ਸ਼ਬਦ ਕਿਸੇ ਵਿਅਕਤੀ, ਵਸਤੂ, ਜਗਾ ਦਾ ਨਾਂ ਦੱਸਣ, ਪੜਨਾਂਵ ਕਹਾਉਂਦੇ ਹਨ । (✗)
(ੲ) ਜਿਹੜੇ ਸ਼ਬਦ ਨਾਂਵ ਦੀ ਥਾਂ ਆ ਕੇ ਕੋਈ ਪ੍ਰਸ਼ਨ ਪੁੱਛਣ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਪ੍ਰਸ਼ਨਵਾਚਕ ”, ਪੜਨਾਂਵ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ । (✓)
(ਸ) ਪੜਨਾਂਵ ਪੰਜ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦੇ ਹੁੰਦੇ ਹਨ । (✗)
(ਹ) ਜਿਹੜੇ ਸ਼ਬਦ ਯੋਜਕ ਵਾਂਗ ਵਾਕਾਂ ਨੂੰ ਜੋੜਨ, ਉਹ ਪ੍ਰਸ਼ਨਵਾਚਕ ਪੜਨਾਂਵ ਹੁੰਦੇ ਹਨ । (✗)

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਵਚਨ

Punjab State Board PSEB 8th Class Punjabi Book Solutions Punjabi Grammar Vacana ਵਚਨ Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB 8th Class Punjabi Grammar ਵਚਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
‘ਵਚਨ ਕਿਸ ਨੂੰ ਆਖਦੇ ਹਨ ? ਇਹ ਕਿੰਨੇ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦੇ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ? ਉਦਾਹਰਨਾਂ ਸਹਿਤ ਦੱਸੋ ।
ਜਾਂ
ਵਚਨ ਕੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ? ਪੰਜਾਬੀ ਵਿਚ ਵਚਨ ਕਿਹੜੇ-ਕਿਹੜੇ ਹਨ ? ਉਦਾਹਰਨਾਂ ਦੇ ਕੇ ਦੱਸੋ ।
ਉੱਤਰ :
ਪਰਿਭਾਸ਼ਾ :
ਇਕ ਜਾਂ ਬਹੁਤੀਆਂ ਚੀਜ਼ਾਂ, ਵਿਸ਼ੇਸ਼ਤਾਵਾਂ ਜਾਂ ਕਿਰਿਆਵਾਂ ਦੇ ਭੇਦ ਨੂੰ ਪ੍ਰਗਟ ਕਰਨ ਵਾਲੇ ਸ਼ਬਦ ਦਾ ਰੂਪ ਉਸ ਦਾ ਵਚਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
ਵਚਨ ਦੋ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦਾ ਹੁੰਦਾ ਹੈ-ਇਕ-ਵਚਨ ਤੇ ਬਹੁ-ਵਚਨ ।
(ੳ) ਇਕ-ਵਚਨ :
ਸ਼ਬਦਾਂ ਦਾ ਜਿਹੜਾ ਰੂਪ ਕਿਸੇ ਚੀਜ਼, ਵਿਸ਼ੇਸ਼ਤਾ ਜਾਂ ਕਿਰਿਆ ਲਈ ਵਰਤਿਆ ਜਾਵੇ, ਉਸ ਨੂੰ ਇਕ-ਵਚਨ ਆਖਦੇ ਹਨ । ਪੰਜਾਬੀ ਵਿਚ ਇਸ ਦੇ ਦੋ ਰੂਪ ਹੁੰਦੇ ਹਨ, ਸਾਧਾਰਨ ਤੇ ਸੰਬੰਧਕੀ । ਇਸ ਦੇ ਦੋਵੇਂ ਰੂਪ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਵਾਕਾਂ ਤੋਂ ਸਪੱਸ਼ਟ ਹਨ
(ਉ) ਤੇਰਾ ਮੁੰਡਾ ਕਿੱਥੇ ਹੈ ? (“ਮੁੰਡਾ” ਇਕ-ਵਚਨ ਸਾਧਾਰਨ ਰੂਪ)
(ਅ ਤੇਰੇ ਮੁੰਡੇ ਨੇ ਸਾਰਾ ਕੰਮ ਵਿਗਾੜ ਦਿੱਤਾ । (‘ਮੁੰਡੇ’ ਇਕ-ਵਚਨ ਸੰਬੰਧਕੀ ਰੂਪ”)
(ਆ) ਬਹੁ-ਵਚਨ-ਸ਼ਬਦਾਂ ਦਾ ਜਿਹੜਾ ਰੂਪ ਇਕ ਤੋਂ ਬਹੁਤੀਆਂ ਚੀਜ਼ਾਂ, ਵਿਸ਼ੇਸ਼ਤਾਵਾਂ ਜਾਂ ਕਿਰਿਆਵਾਂ ਲਈ ਵਰਤਿਆ ਜਾਵੇ, ਉਸ ਨੂੰ ਬਹੁ-ਵਚਨ ਆਖਦੇ ਹਨ । ਪੰਜਾਬੀ ਵਿਚ ਇਸ ਦੇ ਵੀ ਦੋ ਰੂਪ ਹੁੰਦੇ ਹਨ, ਸਾਧਾਰਨ ਤੇ ਸੰਬੰਧਕੀ । ਇਹ ਦੋਵੇਂ ਰੂਪ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਵਾਕਾਂ ਤੋਂ ਸਪੱਸ਼ਟ ਹਨ
(ੳ) ਉਸ ਦੇ ਦੋ ਮੁੰਡੇ ਹਨ (“ਮੁੰਡੇ’ ਬਹੁ-ਵਚਨ, ਸਾਧਾਰਨ ਰੂਪ”)
(ਅ) ਉਸ ਦੇ ਮੁੰਡਿਆਂ ਨੇ ਸਾਰਾ ਕੰਮ ਵਿਗਾੜ ਦਿੱਤਾ । (“ਮੁੰਡਿਆਂ” ਬਹੁ-ਵਚਨ, ਸੰਬੰਧਕੀ ਰੂਪ”)
ਉਪਰੋਕਤ ਵਾਕਾਂ ਤੋਂ ਸਪੱਸ਼ਟ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਕਿ ਪੰਜਾਬੀ ਵਿਚ ਇਕ-ਵਚਨ ਤੇ ਬਹੁ-ਵਚਨ ਦੇ ਦੋਦੋ ਰੂਪ ਹੁੰਦੇ ਹਨ । ਦੋਹਾਂ ਦਾ ਇਕ ਸਾਧਾਰਨ ਰੂਪ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਤੇ ਦੂਜਾ ਸੰਬੰਧਕੀ । ਜਦੋਂ ਇਨ੍ਹਾਂ ਨਾਲ ਸੰਬੰਧਕ ਦਾ, ਦੇ, ਦੀਆਂ, ਨੇ, ਨੂੰ, ਲਈ, ਖ਼ਾਤਰ, ਤੋਂ ਆਦਿ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਹੁੰਦੀ ਹੈ, ਤਾਂ ਉਹ ਸੰਬੰਧਕੀ ਰੂਪ ਕਹਾਉਂਦਾ ਹੈ ।
(ਨੋਟ-ਅਧਿਆਪਕਾਂ ਤੇ ਵਿਦਿਆਰਥੀਆਂ ਨੂੰ ਇਕ-ਵਚਨ ਤੇ ਬਹੁ-ਵਚਨ ਦੇ ਇਹੋ ਤਰੀਕੇ ਹੀ ਸਿੱਖਣੇ ਤੇ ਸਿਖਾਉਣੇ ਚਾਹੀਦੇ ਹਨ ਤੇ ਪੰਜਾਬੀ ਵਿਚ ਇਕ-ਵਚਨ ਤੇ ਬਹੁ-ਵਚਨ ਦੇ ਦੋ-ਦੋ ਰੂਪ ਹੀ ਲਿਖਣੇ ਚਾਹੀਦੇ ਹਨ !)

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਵਚਨ

ਹੇਠਾਂ ਦੇਖੋ ਵਚਨ ਬਦਲੀ ਦੇ ਕੁੱਝ ਨਿਯਮ

1. ਜੇਕਰ ਪੁਲਿੰਗ ਸ਼ਬਦ ਦੇ ਅੰਤ ਵਿਚ ਕੰਨਾ (1) ਹੋਵੇ, ਤਾਂ ਉਸ ਸ਼ਬਦ ਦੇ ਇਕ-ਵਚਨ ਤੇ ਬਹੁ-ਵਚਨ ਰੂਪ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਅਨੁਸਾਰ ਹੁੰਦੇ ਹਨ
PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਵਚਨ-1
PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਵਚਨ-2

ਉੱਪਰਲੇ ਨੇਮ ਦਾ ਉਲੰਘਣ-ਕਈ ਕੰਨਾ ਅੰਤ ਵਾਲੇ ਪੁਲਿੰਗ ਨਾਂਵ ਅਜਿਹੇ ਹਨ, ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਇਕ-ਵਚਨ ਅਤੇ ਬਹੁ-ਵਚਨ ਸ਼ਬਦਾਂ ਦਾ ਰੂਪ ਇਕੋ ਹੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ; ਜਿਵੇਂ
(ਉ) ਸਤਲੁਜ ਪੰਜਾਬ ਦਾ ਇਕ ਦਰਿਆ ਹੈ । (ਇਕ-ਵਚਨ)
ਪੰਜਾਬ ਵਿਚ ਬਹੁਤ ਸਾਰੇ ਦਰਿਆ ਹਨ । (ਬਹੁ-ਵਚਨ)

(ਅ) ਉਸ ਦਾ ਇਕ ਭਰਾ ਹੈ । (ਇਕ-ਵਚਨ)
ਮੇਰੇ ਤਿੰਨ ਭਰਾ ਹਨ । (ਬਹੁ-ਵਚਨ)

2. ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਪੁਲਿੰਗ ਸ਼ਬਦਾਂ ਦੇ ਅੰਤ ਵਿਚ ਕੰਨਾ (1) ਨਹੀਂ ਹੁੰਦਾ, ਉਹਨਾਂ ਦੇ ਇਕ-ਵਚਨ ਤੇ ਬਹੁ-ਵਚਨ ਰੂਪ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਅਨੁਸਾਰ ਬਣਦੇ ਹਨ-
PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਵਚਨ-3

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਵਚਨ

3. ਕਈ ਪੁਲਿੰਗ ਸ਼ਬਦਾਂ ਦਾ ਇਕ-ਵਚਨ ਰੂਪ ਹੀ ਨਹੀਂ, ਸਗੋਂ ਉਹ ਬਹੁ-ਵਚਨ ਰੂਪ ਵਿਚ ਹੀ ਹੁੰਦੇ ਹਨ, ਜਿਵੇਂ-ਦਾਦਕੇ, ਨਾਨਕੇ, ਮਾਮੇ ।

4. ਜੇਕਰ ਇਸਤਰੀ ਲਿੰਗ ਸ਼ਬਦਾਂ ਦੇ ਅੰਤ ਵਿਚ ਬਿਹਾਰੀ (ੀ ), ਦੁਲੈਂਕੜ (ੂ) ਹੋੜਾ (ੋ) ਜਾਂ ਕਨੌੜਾ (ੌ) ਲੱਗਾ ਹੋਵੇ, ਤਾਂ ਉਹਨਾਂ ਦਾ ਇਕ-ਵਚਨ ਤੇ ਬਹੁ-ਵਚਨ ਰੂਪ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਅਨੁਸਾਰ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਇਹਨਾਂ ਵਿਚ ਬਹੁ-ਵਚਨ ਸ਼ਬਦ ਬਣਾਉਣ ਲਈ ‘ਆਂ’ ਦਾ ਵਾਧਾ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ :
PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਵਚਨ-4
5. ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਇਸਤਰੀ ਲਿੰਗ ਸ਼ਬਦਾਂ ਦੇ ਅੰਤ ਵਿਚ ਮੁਕਤਾ ਹੋਵੇ, ਉਹਨਾਂ ਦਾ ਬਹੁ-ਵਚਨ ਕੰਨਾ ਤੇ ਬਿੰਦੀ ( ) ਵਧਾਉਣ ਨਾਲ ਬਣਦਾ ਹੈ; ਜਿਵੇਂ-
PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਵਚਨ-5
PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਵਚਨ-6

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਵਚਨ

6. ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਇਸਤਰੀ ਲਿੰਗ ਨਾਂਵਾਂ ਦੇ ਅੰਤ ਵਿਚ ਕੰਨਾ ਬਿੰਦੀ ਹੋਵੇ, ਉਹਨਾਂ ਦਾ ਬਹੁ-ਵਚਨ ‘ਬੰਦੀ ਹਟਾ ਕੇ ‘ਤੇ “ਵਾਂ’ ‘ਜਾਂ’ ‘ਈਆਂ ਵਧਾਇਆਂ ਬਣਦਾ ਹੈ; ਜਿਵੇਂ-
PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਵਚਨ-7

7. ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਇਸਤਰੀ ਲਿੰਗ ਨਾਂਵਾਂ ਦੇ ਅੰਤ ਵਿਚ ‘ਕੰਨਾ ਹੋਵੇ, ਉਹਨਾਂ ਦਾ ਬਹੁ-ਵਚਨ ‘ਵਾਂ ਵਧਾ ਕੇ ਬਣਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ, ਜਿਵੇਂ
PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਵਚਨ-8

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਵਾਕਾਂ ਵਿਚਲੇ ਨਾਂਵ ਸ਼ਬਦਾਂ ਦੇ ਵਚਨ ਬਦਲ ਕੇ ਵਾਕ ਨੂੰ ਦੁਬਾਰਾ ਲਿਖੋ
(ਉ) ਲੜਕਾ ਗੀਤ ਗਾ ਰਿਹਾ ਹੈ ।
(ਅ) ਪੰਛੀ ਅਕਾਸ਼ ਵਿਚ ਉਡਾਰੀ ਮਾਰ ਰਿਹਾ ਹੈ ।
(ੲ) ਚਿੜੀ ਚੀਂ-ਚੀਂ ਕਰਦੀ ਹੈ ।
(ਸ) ਪੁਸਤਕ ਅਲਮਾਰੀ ਵਿਚ ਪਈ ਹੈ ।
(ਹ) ਕੁੜੀ ਰੌਲਾ ਪਾ ਰਹੀ ਹੈ ।
(ਕ) ਸ਼ੇਰਨੀ ਜੰਗਲ ਵਿਚ ਫਿਰਦੀ ਹੈ ।
(ਖ) ਅੰਬ ਮਿੱਠਾ ਤੇ ਸੁਆਦੀ ਹੈ ।
(ਗ) ਕਿਸਾਨ ਹਲ ਚਲਾ ਰਿਹਾ ਹੈ ।
(ਘ) ਮੇਰੇ ਮਿੱਤਰ ਕੋਲ ਬੱਕਰੀ ਹੈ ।
(ਛ) ਕੁੜੀ ਟੈਲੀਫੋਨ ‘ਤੇ ਗੱਲ ਕਰ ਰਹੀ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ :
(ਉ) ਲੜਕੇ ਗੀਤ ਗਾ ਰਹੇ ਹਨ ।
(ਅ) ਪੰਛੀ ਅਕਾਸ਼ਾਂ ਵਿਚ ਉਡਾਰੀਆਂ ਮਾਰ ਰਹੇ ਹਨ ।
(ੲ) ਚਿੜੀਆਂ ਚੀਂ-ਚੀਂ ਕਰਦੀਆਂ ਹਨ ।
(ਸ) ਪੁਸਤਕਾਂ ਅਲਮਾਰੀਆਂ ਵਿਚ ਪਈਆਂ ਹਨ ।
(ਹ) ਕੁੜੀਆਂ ਰੌਲਾ ਪਾ ਰਹੀਆਂ ਹਨ ।
(ਕ) ਸ਼ੇਰਨੀਆਂ ਜੰਗਲਾਂ ਵਿਚ ਫਿਰਦੀਆਂ ਹਨ ।
(ਖ) ਅੰਬ ਮਿੱਠੇ ਤੇ ਸੁਆਦੀ ਹਨ ।
(ਗ) ਕਿਸਾਨ ਹਲ ਚਲਾ ਰਹੇ ਹਨ ।
(ਘ) ਸਾਡੇ ਮਿੱਤਰਾਂ ਕੋਲ ਬੱਕਰੀਆਂ ਹਨ ।
(ਛ) ਕੁੜੀਆਂ ਟੈਲੀਫੋਨਾਂ ‘ਤੇ ਗੱਲਾਂ ਕਰ ਰਹੀਆਂ ਹਨ ।

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਵਚਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਵਾਕਾਂ ਨੂੰ ਵਚਨ ਬਦਲ ਕੇ ਲਿਖੋ
(ਉ) ਨਿੱਕਾ ਮੁੰਡਾ ਪਲੇਟ ਵਿਚੋਂ ਚਮਚੇ ਨਾਲ ਆਈਸਕਰੀਮ ਖਾ ਰਿਹਾ ਹੈ ।
(ਅ) ਲਾਲ ਘੋੜਾ ਅਤੇ ਚਿੱਟਾ ਕੁੱਤਾ ਦੌੜ ਲਾ ਰਹੇ ਹਨ ।
(ਇ) ਠੰਢੀ ਹਵਾ ਚਲ ਰਹੀ ਹੈ ।
(ਸ) ਮੈਂ ਤੇਰੀ ਮੱਦਦ ਨਹੀਂ ਕਰ ਸਕਦਾ ।
(ਹ) ਬੱਚਾ ਗੇਂਦ ਨਾਲ ਖੇਡ ਰਿਹਾ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ :
(ਉ) ਨਿੱਕੇ ਮੁੰਡੇ ਪਲੇਟਾਂ ਵਿਚੋਂ ਚਮਚਿਆਂ ਨਾਲ ਆਈਸਕਰੀਮਾਂ ਖਾ ਰਹੇ ਹਨ ।
(ਅ) ਲਾਲ ਘੋੜੇ ਅਤੇ ਚਿੱਟੇ ਕੁੱਤੇ ਦੌੜਾਂ ਲਾ ਰਹੇ ਹਨ ।
(ੲ) ਠੰਢੀਆਂ ਹਵਾਵਾਂ ਚਲ ਰਹੀਆਂ ਹਨ ।
(ਸ) ਅਸੀਂ ਤੁਹਾਡੀਆਂ ਮੱਦਦਾਂ ਨਹੀਂ ਕਰ ਸਕਦੇ ।
(ਹ) ਬੱਚੇ ਗੇਂਦਾਂ ਨਾਲ ਖੇਡ ਰਹੇ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਵਾਕਾਂ ਨੂੰ ਵਚਨ ਬਦਲ ਕੇ ਦੁਬਾਰਾ ਲਿਖੋ
(ਉ) ਮੈਂ ਉਸ ਦੀ ਕਿਤਾਬ ਲੈ ਕੇ ਪੜੀ ।
(ਅ) ਉਹਨਾਂ ਨੇ ਮੈਨੂੰ ਧੋਖਾ ਦਿੱਤਾ ।
(ੲ) ਮੱਝਾਂ, ਗਾਈਆਂ ਤੇ ਬੱਕਰੀਆਂ ਖੇਤਾਂ ਵਿਚ ਘਾਹ ਚੁਗ ਰਹੀਆਂ ਹਨ ।
(ਸ) ਉਸ ਦੇ ਦੋ ਮੁੰਡੇ ਹਨ ।
ਉੱਤਰ :
(ਉ) ਅਸੀਂ ਉਹਨਾਂ ਦੀਆਂ ਕਿਤਾਬਾਂ ਲੈ ਕੇ ਪੜ੍ਹੀਆਂ ।
(ਅ) ਉਸ ਨੇ ਸਾਨੂੰ ਧੋਖੇ ਦਿੱਤੇ ।
(ੲ) ਮੱਝ, ਗਾਂ ਤੇ ਬੱਕਰੀ ਖੇਤ ਵਿਚ ਘਾਹ ਚੁਗ ਰਹੀਆਂ ਹਨ ।
(ਸ) ਉਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਇਕ ਮੁੰਡਾ ਹੈ ।

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਲਿੰਗ

Punjab State Board PSEB 8th Class Punjabi Book Solutions Punjabi Grammar Ling ਲਿੰਗ Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB 8th Class Punjabi Grammar ਲਿੰਗ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਲਿੰਗ ਕੀ ਹੈ ? ਇਹ ਕਿੰਨੀ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦੇ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ?
ਜਾਂ
ਸ਼ਬਦ ਦੇ ਲਿੰਗ ਤੋਂ ਕੀ ਭਾਵ ਹੈ ? ਇਹ ਕਿੰਨੀ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦੇ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ :
ਪਰਿਭਾਸ਼ਾ :
ਸ਼ਬਦ ਦਾ ਪੁਰਖਵਾਚਕ ਤੇ ਇਸਤਰੀਵਾਚਕ ਭਾਵ ਉਸ ਦਾ ਲਿੰਗ ਹੁੰਦਾ ਹੈ, ਜੋ ਕਿ ਜਾਨਦਾਰ ਚੀਜ਼ਾਂ ਵਿਚ ਨਰ-ਮਦੀਨ, ਨਿਰਜੀਵ ਜਾਂ ਸਬੂਲ ਚੀਜ਼ਾਂ ਦੇ ਵੱਡੇ-ਛੋਟੇ ਆਕਾਰ ਜਾਂ ਸ਼ਕਲ ਨੂੰ ਨਿਸ਼ਚਿਤ ਕਰਨ ਤੋਂ ਬਿਨਾਂ ਆਪ-ਮੁਹਾਰੇ ਰੂਪ ਵਿਚ ਵੀ ਵਿਚਰਦਾ ਹੈ ਤੇ ਵਾਕ ਦੇ ਹੋਰਨਾਂ ਸ਼ਬਦਾਂ ਨੂੰ ਵੀ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਕਰਦਾ ਹੈ ।
ਲਿੰਗ ਦੋ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦਾ ਹੁੰਦਾ ਹੈ-ਪੁਲਿੰਗ ਅਤੇ ਇਸਤਰੀ ਲਿੰਗ ।
(ਉ) ਪੁਲਿੰਗ :
ਪੁਰਖਵਾਚਕ ਭਾਵ ਨੂੰ ਪ੍ਰਗਟ ਕਰਨ ਵਾਲਾ ਸ਼ਬਦ ਪੁਲਿੰਗ ਹੁੰਦਾ ਹੈ, ਜੋ ਜਾਨਦਾਰ ਚੀਜ਼ਾਂ ਵਿਚ ਨਰ ਭਾਵ ਨੂੰ ਅਤੇ ਨਿਰਜੀਵ ਚੀਜ਼ਾਂ ਦੇ ਵੱਡੇ ਆਕਾਰ ਜਾਂ ਸ਼ਕਲ ਨੂੰ ਪ੍ਰਗਟ ਕਰਨ ਤੋਂ ਬਿਨਾਂ ਆਪ-ਮੁਹਾਰੇ ਰੂਪ ਵਿਚ ਵੀ ਵਿਚਰਦਾ ਹੈ ਤੇ ਵਾਕ ਦੇ ਹੋਰਨਾਂ ਸ਼ਬਦਾਂ ਨੂੰ ਵੀ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਕਰਦਾ ਹੈ; ਜਿਵੇਂ-ਮੁੰਡਾ, ਬਲਦ, ਪਹਾੜ ਆਦਿ ।

(ਅ) ਇਸਤਰੀ ਲਿੰਗ :
ਇਸਤਰੀਵਾਚਕ ਭਾਵ ਨੂੰ ਪ੍ਰਗਟ ਕਰਨ ਵਾਲਾ ਸ਼ਬਦ ਇਸਤਰੀ ਲਿੰਗ ਹੁੰਦਾ ਹੈ, ਜੋ ਜਾਨਦਾਰ ਚੀਜ਼ਾਂ ਵਿਚ ਮਦੀਨ ਭਾਵ ਨੂੰ ਅਤੇ ਨਿਰਜੀਵ ਤੇ ਸਥਲ ਚੀਜ਼ਾਂ ਦੇ ਛੋਟੇ ਆਕਾਰ ਜਾਂ ਸ਼ਕਲ ਨੂੰ ਪ੍ਰਗਟ ਕਰਨ ਤੋਂ ਬਿਨਾਂ ਆਪ-ਮੁਹਾਰੇ ਵਿਚ ਵੀ ਵਿਚਰਦਾ ਹੈ ਤੇ ਵਾਕ ਦੇ ਹੋਰਨਾਂ ਸ਼ਬਦਾਂ ਨੂੰ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਕਰਦਾ ਹੈ; ਜਿਵੇਂ-ਕੁੜੀ, ਗਾਂ, ਪਹਾੜੀ ਆਦਿ ।

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਲਿੰਗ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਪੁਲਿੰਗ ਨਾਂਵਾਂ ਤੋਂ ਇਸਤਰੀ ਲਿੰਗ ਬਣਾਉਣ ਦੇ ਨੇਮ ਦੱਸੋ । ਉਦਾਹਰਨਾਂ ਵੀ ਦਿਓ ।
ਉੱਤਰ :
ਲਿੰਗ ਬਦਲੀ ਦੇ ਬਹੁਤ ਸਾਰੇ ਨਿਯਮ ਹਨ । ਹੇਠਾਂ ਇਹਨਾਂ ਨਿਯਮਾਂ ਨੂੰ ਉਦਾਹਰਨਾਂ ਸਹਿਤ ਪੇਸ਼ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ
1. ਜੇਕਰ ਪੁਲਿੰਗ ਨਾਂਵ ਦੇ ਅਖੀਰ ਵਿਚ ਮੁਕਤਾ ਅੱਖਰ ਹੋਵੇ, ਤਾਂ ਉਹਨਾਂ ਦੇ ਅੱਗੇ ਬਿਹਾਰੀ (ੀ), ‘ਨੀ’, ‘ਣੀ, ਕੰਨਾ, “ਕੰਨਾ +ਣੀ’, ‘ਕੀ ਜਾਂ ‘ੜੀ’ ਨੂੰ ਵਧਾ ਕੇ ਇਸਤਰੀ ਲਿੰਗ ਬਣਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ; ਜਿਵੇਂ-

(ਉ) ਬਿਹਾਰੀ ਵਧਾ ਕੇ

ਪੁਲਿੰਗ – ਇ: ਲਿੰਗ
ਕਬੂਤਰ – ਕਬੂਤਰੀ
ਦੇਵਤਾ – ਦੇਵੀ
ਬਾਂਦਰ – ਬਾਂਦਰੀ
ਹਰਨ – ਹਰਨੀ
ਦਾਸ – ਦਾਸੀ
ਪੁੱਤਰ – ਪੁੱਤਰੀ
ਟੋਪ – ਟੋਪੀ
ਗਿੱਦੜੇ – ਗਿੱਦੜੀ
ਮੁੱਛ – ਮੱਛੀ
ਬ੍ਰਾਹਮਣ – ਬਾਹਮਣੀ
ਪਹਾੜ – ਪਹਾੜੀ
ਘੁਮਿਆਰ – ਘੁਮਿਆਰੀ
ਮਿਆਰ – ਮਿਆਰੀ
ਕੁੱਕੜ – ਕੁੱਕੜੀ
ਗੁੱਜਰ – ਗੁੱਜਰੀ
ਲੂੰਬੜ – ਲੂੰਬੜੀ
ਗਲਾਸ – ਗਲਾਸੀ
ਹਿਰਨ – ਹਿਰਨੀ
ਬੱਦਲ – ਬੱਦਲੀ
ਜੱਟ – ਜੱਟੀ
ਗੁਜਰ – ਗੁਜਰੀ

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਲਿੰਗ

(ਅ) ਨੂੰ ਵਧਾ ਕੇ

ਫ਼ਕੀਰ – ਫ਼ਕੀਰਨੀ
ਜਥੇਦਾਰ – ਜਥੇਦਾਰ
ਸੂਬੇਦਾਰ – ਸੂਬੇਦਾਰਨੀ
ਠੇਕੇਦਾਰ – ਠੇਕੇਦਾਰਨੀ
ਜਮਾਂਦਾਰ – ਜਮਾਂਦਾਰਨੀ
ਨੰਬਰਦਾਰ – ਨੰਬਰਦਾਰਨੀ
ਬਾਜ਼ੀਗਰ – ਬਾਜ਼ੀਗਰਨੀ
ਸ਼ੇਰ – ਸ਼ੇਰਨੀ
ਮੋਰ – ਮੋਰਨੀ
ਸਰਦਾਰ – ਸਰਦਾਰਨੀ
ਸ਼ਾਹੂਕਾਰ – ਸ਼ਾਹੂਕਾਰਨੀ
ਜਾਦੂਗਰ – ਜਾਦੂਗਰਨੀ
ਸੇਵਾਦਾਰ – ਸੇਵਾਦਾਰਨੀ
ਪੁੱਤਰ – ਪੁੱਤਰੀ

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਲਿੰਗ

(ੲ) ‘ਈਂ ਵਧਾ ਕੇ

ਊਠ – ਊਠਣੀ
ਉਸਤਾਦ – ਉਸਤਾਦਣੀ
‘ਮਹੰਤ – ਮਹੰਤਣੀ
ਸੱਪ – ਸੱਪਣੀ
ਸਿੱਖ’ – ਸਿੱਖਣੀ
ਭਗਤ – ਭਗਤਣੀ
ਸ਼ਾਹ – ਸ਼ਾਹਣੀ
ਸਰਾਫ਼ – ਸਰਾਫ਼ਣੀ
ਸੁੰਮ – ਮੂੰਮਣੀ
ਸਾਧ – ਸਾਧਣੀ
ਭੰਡ – ਭੰਡਣੀ
ਭਾਲ – ਭੀਲਣੀ
ਰਾਗ – ਰਾਗਣੀ
ਰਿੱਛ – ਗਿੱਛਣੀ
ਕੁੜਮ – ਕੁੜਮਣੀ
ਸੰਤ – ਸੰਤਣੀ
ਨਾਗ – ਨਾਗਣੀ

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਲਿੰਗ

(ਸ) ਕੰਨਾ ‘ ਵਧਾ ਕੇ

ਨਾਇਕ – ਨਾਇਕਾ
ਸੇਵਕ – ਸੇਵਕਾ
ਲੇਖਕ – ਲੇਖਕਾ
ਪ੍ਰਬੰਧਕ – ਪ੍ਰਬੰਧਕਾ
ਪ੍ਰਚਾਰਕ – ਪ੍ਰਚਾਰਕਾ
ਪ੍ਰੀਤਮ – ਪੀਤਮਾ
ਅਧਿਆਪਕ – ਅਧਿਆਪਕਾ
ਪਾਠਕ – ਪਾਠਕਾ
ਉਪਦੇਸ਼ਕ – ਉਪਦੇਸ਼ਕਾ

(ਹ) ‘ਕੰਨਾ + ਈਂ ਵਧਾ ਕੇ

ਪੁਲਿੰਗ – ਇ: ਲਿੰਗ
ਪੰਡਤ – ਪੰਡਤਾਣੀ
ਸੇਠ – ਸੇਠਾਣੀ
ਨੌਕਰ – ਨੌਕਰਾਣੀ
ਦਿਓਰ – ਦਿਓਰਾਣੀ
ਜੇਠ – ਜੇਠਾਣੀ
ਪ੍ਰੋਹਤ – ਪ੍ਰੋਹਤਾਣੀ
ਮਾਸਟਰ – ਮਾਸਟਰਾਣੀ
ਪ੍ਰੋਫ਼ੈਸਰ – ਪ੍ਰੋਫ਼ੈਸਰਾਣੀ
ਮੁਗਲ – ਮੁਗ਼ਲਾਣੀ

(ਕ) ‘ਸੀਂ ਜਾਂ ‘ੜੀ ਵਧਾ ਕੇ

ਪੁਲਿੰਗ – ਇ: ਲਿੰਗ
ਢੋਲ – ਢੋਲਕੀ
ਚੰਮ – ਚੰਮੜੀ
ਖੰਭ – ਡੋਲ
ਡੋਲਕੀ –
ਬਾਲ – ਬਾਲੜੀ
ਸੂਤ – ਸੂਤੜੀ
ਸੰਦੂਕੜੀ

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2. ਜੇਕਰ ਪੁਲਿੰਗ ਸ਼ਬਦਾਂ ਦੇ ਅਖ਼ੀਰ ਵਿਚ ਕੰਨਾ (ਾ) ਲੱਗਾ ਹੋਵੇ, ਤਾਂ ‘ਕੰਨੇ ਦੀ ਜਗਾ ਬਿਹਾਰੀ (ੀ), ਜਾਂ “ਨ’ ਲਾ ਕੇ ਜਾਂ ਕੰਨਾ ਹਟਾ ਕੇ ਇਸਤਰੀ ਲਿੰਗ ਬਣਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ; ਜਿਵੇਂ

(ਉ) ਕੰਨੇ ਦੀ ਥਾਂ ‘ਬਿਹਾਰੀ (ੀ)’ ਲਾ ਕੇ

ਪੁਲਿੰਗ – ਇ: ਲਿੰਗ
ਦਾਦਾ – ਦਾਦੀ
ਖੋਤਾ – ਖੋਤੀ
ਪਠੋਰਾ – ਪਠੋਰੀ
ਆਰਾ – ਆਰੀ
ਮਹਿਰਾ – ਮਹਿਰੀ
ਕੁੜਤਾ – ਕੁੜਤੀ
ਵੱਢਾ – ਵੱਛੀ
ਬਾਟਾ – ਬਾਟੀ
ਕਿਰਲਾ – ਕਿਰਲੀ
ਕੁੱਤਾ – ਕੁੱਤੀ
ਮਾਮਾ – ਮਾਮੀ
ਝੋਟਾ – ਝੋਟੀ
ਬੋਤਾ – ਬੋਤੀ
ਚਾਚਾ – ਚਾਚੀ
ਰਾਖਾ – ਰਾਖੀ
ਘੋੜਾ – ਘੋੜੀ
ਭੁੱਖਾ – ਭੁੱਖੀ
ਚਰਖਾ – ਚਰਖੀ
ਬੱਚਾ – ਬੱਚੀ
ਨਾਨਾ – ਨਾਨੀ
ਭਤੀਜਾ – ਭਤੀਜੀ
ਭਾਣਜਾ – ਭਾਣਜੀ/ਭਣੇਵੀਂ
ਤਾਇਆ – ਤਾਈ
ਮੁਰਗਾ – ਮੁਰਗੀ
ਬਿੱਲ – ਬਿੱਲੀ

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਲਿੰਗ

(ਅ) ਕੰਨੇ ਦੀ ਥਾਂ ‘ਨ ਲਾ ਕੇ

ਪੁਲਿੰਗ ਇ: ਲਿੰਗ
ਸ਼ਿਕਾਰੀ – ਸ਼ਿਕਾਰਨ
ਸ਼ਹਿਰੀ – ਸ਼ਹਿਰਨ
ਮਛੇਰਾ – ਮਛੇਰਨ
ਲੁਟੇਰਾ – ਲੁਟੇਰਨ
ਵਣਜਾਰਾ – ਵਣਜਾਰਨ
ਭਠਿਆਰਾ – ਭਠਿਆਰਨ
ਸਪੇਰਾ – ਸਪੇਨ
ਕਸੇਰਾ – ਕਸੇਰਨ
ਹਤਿਆਰਾ – ਹਤਿਆਰਨ
ਹਾਣੀ – ਹਾਣਨ
ਖਿਡਾਰੀ – ਖਿਡਾਰਨ
ਲਿਖਾਰੀ – ਲਿਖਾਰਨ

(ੲ) ‘ਕੰਨਾ (ਾ)’ ਹਟਾ ਕੇ
ਗੱਡਾ – ਗੱਡ
‘ਸੰਢਾ – ਸੰਢ
ਠੰਡਾ – ਰੰਡ

3. ਜੇਕਰ ਪੁਲਿੰਗ ਨਾਂਵ ਦੇ ਅਖ਼ੀਰ ਵਿਚ ਬਿਹਾਰੀ + ਆ ਹੋਵੇ, ਤਾਂ ਇਹਨਾਂ ਦੋਹਾਂ ਨੂੰ ਹਟਾ ਕੇ “ਨ ਜਾਂ ‘ਣ ਲਾ ਦਿੱਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ , ਜਿਵੇਂ-

ਪੁਲਿੰਗ – ਇ: ਲਿੰਗ
ਪੋਠੋਹਾਰੀਆ – ਪੋਠੋਹਾਰਨ
ਪੂਰਬੀਆ – ਪੂਰਬਣ
ਹਟਵਾਣੀਆ – ਹਟਵਾਣਨ
ਦੁਆਬੀਆ – ਦੁਆਬਣ
ਪਹਾੜੀਆ – ਪਹਾੜਨੇ
ਪਸ਼ੌਰੀਆ – ਪਸ਼ੌਰਨ
ਕਸ਼ਮੀਰੀਆ – ਕਸ਼ਮੀਰ

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਲਿੰਗ

4. ਜੇਕਰ ਪੁਲਿੰਗ ਨਾਂਵ ਦੇ ਅੰਤ ਵਿਚ ਬਿਹਾਰੀ ਹੋਵੇ, ਤਾਂ ਬਿਹਾਰੀ ਹਟਾ ਕੇ ‘ਣ’, ‘ਇਣ’ ਜਾਂ “ਆਣੀ ਲਾ ਕੇ ਇਸਤਰੀ ਲਿੰਗ ਬਣਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ; ਜਿਵੇਂ

(ਉ) ਬਿਹਾਰੀ ਦੀ ਥਾਂ ‘ਣ ਲਾ ਕੇ

ਪੁਲਿੰਗ – ਇ: ਲਿੰਗ
ਮਾਲ – ਮਾਲਣ
ਧੋਬੀ – ਧੋਬਣ
ਗੁਆਂਢੀ – ਗੁਆਂਢਣ
ਪੰਜਾਬੀ – ਪੰਜਾਬਣ
ਸਾਥੀ – ਸਾਥਣ
ਤੇਲੀ – ਤੇਲਣ
ਮੋਚੀ – ਮੋਚਣ
ਗਿਆਨੀ – ਗਿਆਨਣ
ਧੋਬੀ – ਧੋਬਣ

(ਅ) ਬਿਹਾਰੀ ‘ਈਂ ਦੀ ਥਾਂ “ਇਣ ਲਾ ਕੇ

ਪੁਲਿੰਗ – ਇ: ਲਿੰਗ
ਨਾਈ – ਨਾਇਣ
ਅਰਾਈਂ – ਅਰਾਇਣ
ਈਸਾਈ – ਈਸਾਇਣ
ਕਸਾਈ – ਕਸਾਇਣ
ਸੁਦਾਈ – ਸੁਦਾਇਣ
ਹਲਵਾਈ – ਹਲਵਾਇਣ

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਲਿੰਗ

(ੲ) ਬਿਹਾਰੀ ਦੀ ਥਾਂ ਆਣੀ ਲਾ ਕੇ

ਪੁਲਿੰਗ – ਇ: ਲਿੰਗ
ਖੱਤਰੀ – ਖੱਤਰਾਣੀ
ਚੌਧਰੀ – ਚੌਧਰਾਣੀ
ਸਾਂਸੀ – ਸਾਂਸੀਆਣੀ
ਪਾਦਰੀ – ਪਾਦਰਆਣੀ
ਭਾਈ – ਭਾਈਆਣੀ
ਮਾਂਦਰੀ – ਮਾਂਦਰਆਣੀ

5. ਜੇਕਰ ਪੁਲਿੰਗ ਨਾਂਵ ਦੇ ਅਖੀਰ ਵਿਚ ‘ਦੁਲੈਂਕੜ ਹੋਵੇ ਤਾਂ ‘ਣੀ, ਜਾਂ ‘ਆਣੀ ਦਾ ਵਾਧਾ ਕਰ ਕੇ ਇਸਤਰੀ ਲਿੰਗ ਬਣਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ; ਜਿਵੇਂ-

ਪੁਲਿੰਗ – ਇ: ਲਿੰਗ
ਪੇਂਡੂ – ਪੇਂਡੂਆਣੀ
ਹਿੰਦੂ – ਹਿੰਦੂਆਣੀ
ਸਾਊ – ਸਾਊਆਣੀ

6. ਕਈ ਵਾਰੀ ਬਿਨਾਂ ਕਿਸੇ ਨੇਮ ਤੋਂ ਵੀ ਲਿੰਗ ਬਦਲੀ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ | ਅਜਿਹੀ ਹਾਲਤ ਵਿਚ ਪੁਲਿੰਗ ਅਤੇ ਇਸਤਰੀ ਲਿੰਗ ਸ਼ਬਦ ਇਕ ਦੂਜੇ ਤੋਂ ਬਿਲਕੁਲ ਭਿੰਨ ਹੁੰਦੇ ਹਨ, ਜਿਵੇਂ-

ਪੁਲਿੰਗ – ਇ: ਲਿੰਗ
ਪੁੱਤਰ – ਧੀ
ਰਾਜਾ – ਰਾਣੀ
ਨਵਾਬ – ਬੇਗ਼ਮ
ਵਰ -ਕੰਨਿਆ
ਭੂਤ – ਚੁੜੇਲ
ਖ਼ਸਮ – ਮੱਝ
ਗੱਭਰੂ – ਮੁਟਿਆਰ
ਪਿਓ – ਮਾਂ
ਲਾੜਾ – ਵਹੁਟੀ
ਨਰ – ਮਾਦਾ
ਪਿਤਾ – ਮਾਤਾ
ਦਵਿਆਹੁਰਾ – ਦਢੇਸ
ਮਿੱਤਰ – ਸਹੇਲੀ
ਪੁਰਖ – ਇਸਤਰੀ
ਦਿਓ – ਪਰੀ
ਫੁੱਫਿਆਹੁਰਾ – ਫੁਫੇਸ
ਮਰਦ – ਤੀਵੀਂ
ਮਾਨ – ਸ੍ਰੀਮਤੀ
ਭਰਾ – ਭੈਣ
ਸਹੁਰਾ – ਸੱਸ
ਮੁੰਡਾ – ਕੁੜੀ
ਸਾਹਿਬ – ਮੇਮ

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਲਿੰਗ

7. ਕਈ ਪੁਲਿੰਗਾਂ ਦੇ ਦੋ-ਦੋ ਇਸਤਰੀ ਲਿੰਗ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਕਈ ਇਸਤਰੀ ਲਿੰਗਾਂ ਦੇ ਦੋ-ਦੋ ਪੁਲਿੰਗ ਹੁੰਦੇ ਹਨ, ਜਿਵੇਂ-
ਪੁਲਿੰਗ – ਇ: ਲਿੰਗ
ਭਰਾ – ਭੈਣ, ਭਰਜਾਈ
ਸਾਲਾ – ਸਾਲੀ, ਸਾਲੇਹਾਰ
ਪੁੱਤ – ਧੀ, ਨੂੰਹ
ਸਾਲਾ, ਸਾਂਢੂ – ਸਾਲੀ
ਜਵਾਈ, ਪੁੱਤਰ – ਧੀ
ਭਰਾ, ਭਣਵੱਈਆ – ਭੈਣ

8. ਕਈ ਪੁਲਿੰਗ ਇਸਤਰੀ ਲਿੰਗ ਤੋਂ ਬਣਦੇ ਹਨ, ਜਿਵੇਂ-
ਇ: ਲਿੰਗ – ਪੁਲਿੰਗ
ਭੈਣ – ਭਟੱਵਈਆ
ਭੂਆ, ਫੁੱਫੀ – ਫੁੱਫੜ
ਮਾਸੀ – ਮਾਸੜ
ਨਿਨਾਣ – ਨਿਨਾਣਵਈਆ
ਨਣਦ – ਨਣਦੋਈਆ
ਰੇਤ – ਰੇਤਾ

9. ਕਈ ਵਾਰ ਪੁਲਿੰਗ ਸ਼ਬਦ ਦੁਆਰਾ ਕਿਸੇ ਚੀਜ਼ ਦੇ ਵੱਡੇ ਅਕਾਰ ਨੂੰ ਪ੍ਰਗਟ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਤੇ ਇਸਤਰੀ ਲਿੰਗ ਦੁਆਰਾ ਛੋਟੇ ਅਕਾਰ ਨੂੰ ਜਿਵੇਂ-

ਇ: ਲਿੰਗ ਪੁਲਿੰਗ
ਮੱਖੀ – ਮੁੱਖ
ਤੱਕੜੀ – ਤੱਕੜ
ਪਗੜੀ – ਪੱਗੜ
ਛਤਰੀ – ਛਤਰ
ਟੋਕਰੀ – ਟੋਕਰਾ
ਆਰੀ – ਆਰਾ
ਬਾਟਾ – ਬਾਟੀ
ਰੰਬਾ – ਰੰਬੀ
ਪੱਖਾ – ਪੱਖੀ
ਸੰਦੂਕ – ਸੰਦੂਕੜੀ
ਘੜਾ – ਘੜੀ
ਡੱਬਾ – ਡੱਬੀ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਵਾਕਾਂ ਵਿਚੋਂ ਮੋਟੇ ਸ਼ਬਦਾਂ ਦੇ ਲਿੰਗ ਬਦਲ ਕੇ ਦੁਬਾਰਾ ਲਿਖੋ
(ੳ) ਉਹ ਇਕ ਕਮਜ਼ੋਰ ਆਦਮੀ ਹੈ ।
(ਅ) ਵੀਰ ਜੀ ਘਰ ਪਹੁੰਚ ਗਏ ਹਨ ।
(ੲ) ਵਿਦਿਆਰਥੀ ਪੜ੍ਹ ਰਿਹਾ ਹੈ ।
(ਸ) ਹਾਥੀ ਨਦੀ ਵਿਚ ਪਾਣੀ ਪੀ ਰਿਹਾ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ :
(ੳ) ਉਹ ਇਕ ਕਮਜ਼ੋਰ ਤੀਵੀਂ ਹੈ ।
(ਅ) ਭੈਣ ਜੀ ਘਰ ਪਹੁੰਚ ਗਏ ਹਨ ।
(ੲ) ਵਿਦਿਆਰਥਣ ਪੜ੍ਹ ਰਹੀ ਹੈ ।
(ਸ) ਹਥਨੀ ਨਦੀ ਵਿਚ ਪਾਣੀ ਪੀ ਰਹੀ ਹੈ ।

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਲਿੰਗ

ਪਸ਼ਨ 4.
ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਸ਼ਬਦਾਂ ਦੇ ਲਿੰਗ ਬਦਲੋ
(ਉ) ਸੱਪ, ਬੱਕਰਾ, ਹਾਥੀ, ਚਾਚਾ, ਵੱਛਾ, ਨਾਨੀ ।
(ਅ) ਮਾਮੀ, ਧੋਬਣ, ਸੋਹਣੀ, ਤੇਲਣਾ |
(ੲ) ਪੁੱਤਰੀ, ਮੋਰਨੀ, ਨੌਕਰਾਣੀ, ਪੰਜਾਬੀ, ਰਾਗ ।
(ਸ) ਸੰਤ, ਲਾੜਾ, ਮੁਗ਼ਲ, ਸੰਦੂਕ, ਖੋਤਾ, ਭੂਤ |
ਉੱਤਰ :
(ਉ) ਸੱਪਣੀ, ਬੱਕਰੀ, ਹਾਥਣ, ਚਾਚੀ, ਵੱਛੀ, ਨਾਨਾ ।
(ਅ) ਮਾਮਾ, ਧੋਬੀ, ਸੋਹਣਾ, ਤੇਲੀ ।
(ੲ) ਪੁੱਤਰ, ਮੋਰ, ਨੌਕਰ, ਪੰਜਾਬਣ, ਰਾਗਣੀ ।
(ਸ) ਸੰਤਣੀ, ਲਾੜੀ, ਮੁਗਲਾਣੀ, ਸੰਦੂਕੜੀ, ਖੋਤੀ, ਭੁਤਨੀ ॥

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਵਾਕਾਂ ਨੂੰ ਲਿੰਗ ਬਦਲ ਕੇ ਦੁਬਾਰਾ ਲਿਖੋ
(ਉ) ਵਕੀਲ, ਡਾਕਟਰ ਤੇ ਮਾਸਟਰ ਸਲਾਹਾਂ ਕਰ ਰਹੇ ਹਨ ।
(ਅ) ਪਿੰਡਾਂ ਵਿਚ ਜੱਟ, ਝੀਉਰ, ਬਾਹਮਣ, ਨਾਈ, ਸਿੱਖ ਤੇ ਹਿੰਦੂ ਰਹਿੰਦੇ ਹਨ ।
(ੲ) ਬਾਗ਼ ਵਿਚ ਮੋਰ, ਚਿੜੀਆਂ, ਕਬੂਤਰ ਤੇ ਸੱਪ ਰਹਿੰਦੇ ਹਨ ।
(ਸ) ਮੇਰਾ ਦਿਓਰ, ਜੇਠ, ਫੁੱਫਿਆਹੁਰਾ, ਦਵਿਆਹੁਰਾ ਤੇ ਮਮਿਅਹੁਰਾ ਮਿਲਣ ਲਈ ਆਏ ।
(ਹ) ਮੇਰੇ ਪਤੀ ਨੇ ਗਵਾਂਢੀ ਦੇ ਸਿਰ ਵਿਚ ਸੋਟਾ ਮਾਰਿਆ ।
ਉੱਤਰ :
(ਉ) ਵਕੀਲਣੀਆਂ, ਡਾਕਟਰਾਣੀਆਂ ਤੇ ਮਾਸਟਰਾਣੀਆਂ ਸਲਾਹਾਂ ਕਰ ਰਹੀਆਂ ਹਨ ।
(ਅ) ਪਿੰਡਾਂ ਵਿਚ ਜੱਟੀਆਂ, ਝੀਉਰੀਆਂ, ਬਾਹਮਣੀਆਂ, ਨਾਇਣਾਂ, ਸਿੱਖਣੀਆਂ ਤੇ ਹਿੰਦੁਆਣੀਆਂ ਰਹਿੰਦੀਆਂ ਹਨ ।
(ੲ) ਬਾਗ਼ ਵਿਚ ਮੋਰਨੀਆਂ, ਚਿੜੇ, ਕਬੂਤਰੀਆਂ ਤੇ ਸੱਪਣੀਆਂ ਰਹਿੰਦੀਆਂ ਹਨ ।
(ਸ) ਮੇਰੀ ਦਰਾਣੀ, ਜਿਠਾਣੀ, ਫੁੱਫੀ, ਦੇਸ ਤੇ ਮਐਸ ਮਿਲਣ ਲਈ ਆਈਆਂ ।
(ਹ) ਮੇਰੀ ਪਤਨੀ ਨੇ ਗਵਾਂਢਣ ਦੇ ਸਿਰ ਵਿਚ ਸੋਟੀ ਮਾਰੀ ।

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਸ਼ਬਦਾਂ ਦੇ ਭੇਦ-ਨਾਂਵ

Punjab State Board PSEB 8th Class Punjabi Book Solutions Punjabi Grammar Sabadam di bhida-nanva ਸ਼ਬਦਾਂ ਦੇ ਭੇਦ-ਨਾਂਵ Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB 8th Class Punjabi Grammar ਸ਼ਬਦਾਂ ਦੇ ਭੇਦ-ਨਾਂਵ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਨਾਂਵ ਦੇ ਲੱਛਣ ਤੇ ਇਸ ਦੇ ਭੇਦ (ਕਿਸਮਾਂ) ਉਦਾਹਰਨਾਂ ਸਹਿਤ ਦੱਸੋ ।
ਜਾ
ਨਾਂਵ ਕੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ? ਇਹ ਕਿੰਨੀ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦਾ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ? ਉਦਾਹਰਨਾਂ ਦੇ ਕੇ ਦੱਸੋ ।
ਉੱਤਰ :
ਨਾਂਵ ਉਨ੍ਹਾਂ ਸ਼ਬਦਾਂ ਨੂੰ ਆਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ; ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਰਾਹੀਂ ਅਸੀਂ ਚੀਜ਼ਾਂ, ਮਨੁੱਖਾਂ ਅਤੇ ਥਾਂਵਾਂ ਦੇ ਨਾਂ ਲੈਂਦੇ ਹਾਂ ; ਜਿਵੇਂ-ਵਿਦਿਆਰਥੀ, ਸੁਰਜੀਤ ਸਿੰਘ, ਜਮਾਤ, ਸ਼ਹਿਰ, ਅੰਮ੍ਰਿਤਸਰ, ਸੋਨਾ, ਮਿੱਟੀ, ਮਿਠਾਸ, ਕੁੜੱਤਣ ਆਦਿ ।
ਨਾਂਵ ਪੰਜ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦੇ ਹੁੰਦੇ ਹਨ-
1. ਆਮ ਨਾਂਵ ਜਾਂ ਜਾਤੀਵਾਚਕ ਨਾਂਵ :
ਜਿਹੜੇ ਸ਼ਬਦ ਕਿਸੇ ਸਮੁੱਚੀ ਸ਼੍ਰੇਣੀ ਜਾਂ ਜਿਣਸ ਲਈ ਵਰਤੇ ਜਾਣ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਆਮ ਨਾਂਵ ਜਾਂ ਜਾਤੀਵਾਚਕ ਨਾਂਵ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ, ਜਿਵੇਂ-ਕਪਤਾਨ, ਪੁਸਤਕ, ਮਨੁੱਖ, ਨਗਰ, ਮੁੰਡਾ, ਵਿਦਿਆਰਥੀ, ਆਦਮੀ, ਪਿੰਡ, ਸ਼ਹਿਰ, ਦਰਿਆ, ਘੋੜਾ, ਆਦਿ ।

2. ਖ਼ਾਸ ਨਾਂਵ ਜਾਂ ਨਿੱਜਵਾਚਕ ਨਾਂਵ :
ਜਿਹੜੇ ਸ਼ਬਦ ਕਿਸੇ ਖ਼ਾਸ ਪੁਰਖ, ਇਸਤਰੀ ਜਾਂ ਥਾਂ ਦਾ ਨਾਂ ਪ੍ਰਗਟ ਕਰਨ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ‘ਖ਼ਾਸ ਨਾਂਵ ਜਾਂ “ਨਿੱਜਵਾਚਕ ਨਾਂਵ” ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ; ਜਿਵੇਂਜਲੰਧਰ, ਗੁਰਮੀਤ, ਪੰਜਾਬ, ਸੁਰਜ, ਅਮਰੀਕਾ, ਅਕਾਸ਼, ਸਤਲੁਜ, ਬਿਆਸ, ਰਾਵੀ, ਚੰਡੀਗੜ੍ਹ, ਜੰਡਿਆਲਾ, ਗੁਰੂ ਗੋਬਿੰਦ ਸਿੰਘ, ਆਨੰਦਪੁਰ ਸਾਹਿਬ ਆਦਿ ।

3. ਇਕੱਠਵਾਚਕ ਨਾਂਵ :
ਜਿਹੜੇ ਸ਼ਬਦ ਗਿਣਨਯੋਗ ਵਸਤੁਆਂ ਦੇ ਇਕੱਠ ਜਾਂ ਸਮੂਹ ਲਈ ਵਰਤੇ ਜਾਣ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ‘ਇਕੱਠਵਾਚਕ ਨਾਂਵ” ਆਖਦੇ ਹਨ ; ਜਿਵੇਂ-ਟੀਮ, ਜਮਾਤ, ਸਭਾ, ਝੰਡ, ਮੰਡਲੀ, ਡਾਰ, ਹੇੜ, ਢੇਰ, ਕਮੇਟੀ, ਵੱਗ, ਕਤਾਰ, ਪਰਜਾ, ਲੋਕ ਆਦਿ ।

4. ਵਸਤੂਵਾਚਕ ਨਾਂਵ :
ਜਿਹੜੇ ਸ਼ਬਦ ਉਨ੍ਹਾਂ ਚੀਜ਼ਾਂ ਲਈ ਵਰਤੇ ਜਾਂਦੇ ਹਨ, ਜੋ ਕੇਵਲ ਤੋਲੀਆਂ ਜਾਂ ਮਿਲੀਆਂ ਹੀ ਜਾ ਸਕਣ, ਪਰ ਗਿਣੀਆਂ ਨਾ ਜਾ ਸਕਣ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ “ਵਸਤਵਾਚਕ ਨਾਂਵ’ ਆਖਦੇ ਹਨ ; ਜਿਵੇਂ-ਸੋਨਾ, ਚਾਂਦੀ, ਪਾਣੀ, ਰੇਤ, ਲੋਹਾ, ਤੇਲ, ਖੰਡ, ਪੱਥਰ, ਸ਼ਰਬਤ, ਪਾਣੀ ਆਦਿ ।

5. ਭਾਵਵਾਚਕ ਨਾਂਵ :
ਜਿਹੜੀਆਂ ਚੀਜ਼ਾਂ ਨਾ ਦੇਖੀਆਂ ਜਾ ਸਕਦੀਆਂ ਹਨ, ਤੇ ਨਾ ਹੀ ਫੜੀਆਂ ਜਾ ਸਕਦੀਆਂ ਹਨ, ਕੇਵਲ ਅਨੁਭਵ ਹੀ ਕੀਤੀਆਂ ਜਾ ਸਕਦੀਆਂ ਹਨ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਲਈ ਵਰਤੇ ਜਾਣ ਵਾਲੇ ਸ਼ਬਦਾਂ ਨੂੰ ‘ਭਾਵਵਾਚਕ ਨਾਂਵ ਕਿਹਾ ਹੈ ; ਜਿਵੇਂ-ਮਿਠਾਸ, ਖ਼ੁਸ਼ੀ, ਗ਼ਮੀ, ਕੁੜੱਤਣ, ਜੁਆਨੀ, ਪਿਆਰ, ਸੇਵਾ, ਸੱਚ, ਪੁੰਨ, ਪਾਪ, ਦੁੱਖ, ਬਿਮਾਰੀ, ਹਾਸਾ, ਕਮਜ਼ੋਰੀ ਆਦਿ ।

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਸ਼ਬਦਾਂ ਦੇ ਭੇਦ-ਨਾਂਵ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਹੇਠ ਲਿਖਿਆਂ ਦੀ ਪਰਿਭਾਸ਼ਾ ਲਿਖੋ
(ਉ) ਵਸਤੂਵਾਚਕ ਨਾਂਵ
(ਅ) ਇੱਕਠਵਾਚਕ ਨਾਂਵ
(ਈ) ਭਾਵਵਾਚਕ ਨਾਂਵ ।
ਉੱਤਰ :

(ਉ) ਵਸਤੂਵਾਚਕ ਨਾਂਵ :
ਜਿਹੜੇ ਸ਼ਬਦ ਉਨ੍ਹਾਂ ਚੀਜ਼ਾਂ ਲਈ ਵਰਤੇ ਜਾਂਦੇ ਹਨ, ਜੋ ਕੇਵਲ ਤੋਲੀਆਂ ਜਾਂ ਮਿਲੀਆਂ ਹੀ ਜਾ ਸਕਣ, ਪਰ ਗਿਣੀਆਂ ਨਾ ਜਾ ਸਕਣ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ “ਵਸਤਵਾਚਕ ਨਾਂਵ’ ਆਖਦੇ ਹਨ ; ਜਿਵੇਂ-ਸੋਨਾ, ਚਾਂਦੀ, ਪਾਣੀ, ਰੇਤ, ਲੋਹਾ, ਤੇਲ, ਖੰਡ, ਪੱਥਰ, ਸ਼ਰਬਤ, ਪਾਣੀ ਆਦਿ ।

(ਅ) ਇਕੱਠਵਾਚਕ ਨਾਂਵ :
ਜਿਹੜੇ ਸ਼ਬਦ ਗਿਣਨਯੋਗ ਵਸਤੁਆਂ ਦੇ ਇਕੱਠ ਜਾਂ ਸਮੂਹ ਲਈ ਵਰਤੇ ਜਾਣ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ‘ਇਕੱਠਵਾਚਕ ਨਾਂਵ” ਆਖਦੇ ਹਨ ; ਜਿਵੇਂ-ਟੀਮ, ਜਮਾਤ, ਸਭਾ, ਝੰਡ, ਮੰਡਲੀ, ਡਾਰ, ਹੇੜ, ਢੇਰ, ਕਮੇਟੀ, ਵੱਗ, ਕਤਾਰ, ਪਰਜਾ, ਲੋਕ ਆਦਿ ।

(ਈ) ਭਾਵਵਾਚਕ ਨਾਂਵ :
ਜਿਹੜੀਆਂ ਚੀਜ਼ਾਂ ਨਾ ਦੇਖੀਆਂ ਜਾ ਸਕਦੀਆਂ ਹਨ, ਤੇ ਨਾ ਹੀ ਫੜੀਆਂ ਜਾ ਸਕਦੀਆਂ ਹਨ, ਕੇਵਲ ਅਨੁਭਵ ਹੀ ਕੀਤੀਆਂ ਜਾ ਸਕਦੀਆਂ ਹਨ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਲਈ ਵਰਤੇ ਜਾਣ ਵਾਲੇ ਸ਼ਬਦਾਂ ਨੂੰ ‘ਭਾਵਵਾਚਕ ਨਾਂਵ ਕਿਹਾ ਹੈ ; ਜਿਵੇਂ-ਮਿਠਾਸ, ਖ਼ੁਸ਼ੀ, ਗ਼ਮੀ, ਕੁੜੱਤਣ, ਜੁਆਨੀ, ਪਿਆਰ, ਸੇਵਾ, ਸੱਚ, ਪੁੰਨ, ਪਾਪ, ਦੁੱਖ, ਬਿਮਾਰੀ, ਹਾਸਾ, ਕਮਜ਼ੋਰੀ ਆਦਿ ।

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਸ਼ਬਦਾਂ ਦੇ ਭੇਦ-ਨਾਂਵ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਵਾਕਾਂ ਵਿਚੋਂ ਨਾਂਵ ਚੁਣੋ । ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਕਿਸਮ ਵੀ ਦੱਸੋ-
(ਉ) ਸ਼ੇਰ ਜੰਗਲ ਦਾ ਰਾਜਾ ਮੰਨਿਆ ਗਿਆ ਹੈ ।
(ਅ) ਹਰ ਚਮਕਣ ਵਾਲੀ ਚੀਜ਼ ਸੋਨਾ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦੀ ।
(ਈ) ਨੇਕੀ ਦਾ ਫਲ ਮਿੱਠਾ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
(ਸ) ਜਮਾਤ ਵਿਚ ਤੀਹ ਵਿਦਿਆਰਥੀ ਬੈਠੇ ਹਨ ।
(ਰ) ਬਜ਼ਾਰੋਂ ਸਰੋਂ ਦਾ ਤੇਲ ਲਿਆਉ ।
(ਕ) ਮੋਹਣ ਸਿੰਘ ਨੇ ਮੁੰਡੇ ਦਾ ਵਿਆਹ ਬੜੀ ਧੂਮ-ਧਾਮ ਨਾਲ ਕੀਤਾ ।
(ਖ) ਬਿੱਲੀ ਨੇ ਚੂਹਿਆਂ ਨੂੰ ਮਾਰ ਮੁਕਾਇਆ ।
(ਗ) ਜਵਾਨੀ ਦੀਵਾਨੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।
(ਘ) ਅੱਜ ਬਹੁਤ ਗ਼ਰਮੀ ਹੈ ।
(ਛ) ਮੋਰ ਪੈਲ ਪਾ ਕੇ ਥੱਕ ਗਿਆ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ :
(ਉ) ਸ਼ੇਰ, ਜੰਗਲ, ਰਾਜਾ-ਆਮ ਨਾਂਵ ।
(ਅ) ਚੀਜ਼-ਆਮ ਨਾਂਵ, ਸੋਨਾ-ਵਸਤੂਵਾਚਕ ਨਾਂਵ ।
(ਇ) ਨੇਕੀ-ਭਾਵਵਾਚਕ ਨਾਂਵ, ਫਲ-ਆਮ ਨਾਂਵ ।
(ਸ) ਜਮਾਤ-ਇਕੱਠਵਾਚਕ ਨਾਂਵ : ਵਿਦਿਆਰਥੀ-ਆਮ ਨਾਂਵ ।
(ਰ) ਬਜ਼ਾਰੋਂ-ਆਮ ਨਾਂਵ; ਸਗੋਂ, ਤੇਲ-ਵਸਤੂਵਾਚਕ ਨਾਂਵ
(ਕ) ਮੋਹਣ ਸਿੰਘ-ਖ਼ਾਸ ਨਾਂਵ, ਮੁੰਡੇ-ਆਮ ਨਾਂਵ | ਵਿਆਹ-ਭਾਵਵਾਚਕ ਨਾਂਵ ।
(ਖ) ਬਿੱਲੀ, ਚੂਹਿਆਂ-ਆਮ ਨਾਂਵ ।
(ਗ) ਜਵਾਨੀ-ਭਾਵਵਾਚਕ ਨਾਂਵ ।
(ਘ) ਗਰਮੀ-ਭਾਵਵਾਚਕ ਨਾਂਵ ।
(ਛ) ਮੋਰ, ਪੈਲ-ਆਮ ਨਾਂਵ ।

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਸ਼ਬਦਾਂ ਦੇ ਭੇਦ-ਨਾਂਵ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਸ਼ਬਦਾਂ ਦੇ ਸਾਹਮਣੇ ਨਾਂਵ ਦੀ ਕਿਸਮ ਲਿਖੋ-
((ੳ) ਸੁਹੱਪਣ
(ਅ) ਫੁੱਲ
(ਈ) ਇਸਤਰੀ
(ਸ) ਲੋਹਾ
(ਹ) ਖ਼ੁਸ਼ੀ
(ਕ) ਤੇਲ
(ਖ) ਸੁਗੰਧ
(ਗ) ਮਨੁੱਖਤਾ
(ਘ) ਗੰਗਾ
(ਛ) ਜਮਾਤ ।
ਉੱਤਰ :
(ੳ) ਸੁਹੱਪਣ – ਭਾਵਵਾਚਕ ਨਾਂਵ
(ਅ) ਫੁੱਲ – ਆਮ ਨਾਂਵ
(ਇ) ਇਸਤਰੀ – ਆਮ ਨਾਂਵ
(ਸ) ਲੋਹਾ – ਵਸਤੂਵਾਚਕ ਨਾਂਵ
(ਹੀ) ਖ਼ੁਸ਼ੀ – ਭਾਵਵਾਚਕ ਨਾਂਵ
(ਕ) ਤੇਲ – ਵਸਤਵਾਚਕ ਨਾਂਵ
(ਖੀ) ਸੁਗੰਧ – ਭਾਵਵਾਚਕ ਨਾਂਵ
(ਗ) ਮਨੁੱਖਤਾ – ਭਾਵਵਾਚਕ ਨਾਂਵ
(ਘ) ਗੰਗਾ – ਖ਼ਾਸ ਨਾਂਵ
(ਝਛ) ਜਮਾਤ-ਇਕੱਠਵਾਚਕ ਨਾਂਵ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਖ਼ਾਲੀ ਥਾਂਵਾਂ ਭਰੋ-
(ਉ) ਨਾਂਵ ………… ਪ੍ਰਕਾਰ ਦੇ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।
(ਅ) ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਸ਼ਬਦਾਂ ਤੋਂ ਕਿਸੇ ਮਨੁੱਖ, ਵਸਤੂ, ਥਾਂ ਆਦਿ ਦਾ ਨਾਂ ਪਤਾ ਲੱਗੇ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ………… ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ।
(ਈ) ਆਮ ਨਾਂਵ ਦਾ ਦੂਸਰਾ ਨਾਂਵ ………… ਨਾਂਵ ਹੈ ।
(ਸ) ਨਿੱਜ-ਵਾਚਕ ਨਾਂਵ ਨੂੰ ………… ਵੀ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ।
(ਹ) ਸ਼ੀਲਾ, ਮੀਨਾ ਤੇ ਸੁਨੀਤਾ ………… ਨਾਂਵ ਅਖਵਾਉਂਦੇ ਹਨ ।
(ਕ) ਸੈਨਾ, ਜਮਾਤ, ਇੱਜੜ ………… ਨਾਂਵ ਅਖਵਾਉਂਦੇ ਹਨ ।
(ਖਿ) ਸ਼ਹਿਰ, ਪਿੰਡ, ਪਹਾੜ ………… ਨਾਂਵ ਅਖਵਾਉਂਦੇ ਹਨ ।
(ਗ) ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ ਗੋਬਿੰਦ ਸਿੰਘ ਜੀ, ਬੰਦਾ ਬਹਾਦਰ ………… ਨਾਂਵ ਅਖਵਾਉਂਦੇ ਹਨ ।
(ਘ) ਖੰਡ, ਗੁੜ, ਕਣਕ, ………….. ਨਾਂਵ ਹਨ ।
(ਛ) ਗਰਮੀ, ਸਰਦੀ, ਜਵਾਨੀ ………… ਨਾਂਵ ਹਨ ।
ਉੱਤਰ :
(ੳ) ਪੰਜ
(ਅ) ਆਮ ਨਾਂਵ
(ਈ) ਜਾਤੀਵਾਚਕ
(ਸ) ਖ਼ਾਸ ਨਾਂਵ
(ਹ) ਖ਼ਾਸ ਨਾਂਵ
(ਕ) ਇਕੱਠਵਾਚਕ
(ਖ) ਆਮ
(ਗ) ਖ਼ਾਸ
(ਘ) ਵਸਤਵਾਚਕ
(ਛ) ਭਾਵਵਾਚਕ ।

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਸ਼ਬਦਾਂ ਦੇ ਭੇਦ-ਨਾਂਵ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਠੀਕ ਵਾਕਾਂ ਦੇ ਸਾਹਮਣੇ (✓) ਅਤੇ ਗਲਤ ਵਾਕਾਂ ਦੇ ਸਾਹਮਣੇ (✗) ਲਗਾਓ
(ੳ) ਖ਼ਾਸ ਸਥਾਨ, ਵਸਤੂ, ਵਿਅਕਤੀ ਦਾ ਗਿਆਨ ਦੇਣ ਵਾਲਾ ਸ਼ਬਦ ਆਮ ਨਾਂਵ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
(ਅ) ਸੈਨਾ, ਦਲ, ਸਭਾ, ਇੱਜੜ, ਡਾਰ, ਇਕੱਠਵਾਚਕ ਨਾਂਵ ਹਨ ।
(ਇ) ਖ਼ੁਸ਼ੀ, ਉਦਾਸੀ, ਗ਼ਮੀ ਵਸਤੂਵਾਚਕ ਨਾਂਵ ਹਨ ।
(ਸ) ਪੁਸਤਕ, ਮਨੁੱਖ, ਸ਼ਹਿਰ, ਪਿੰਡ ਆਮ ਨਾਂਵ ਹਨ ।
(ਹ) ਨਾਂਵ ਅੱਠ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦੇ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।
(ਕ) ਦਿੱਲੀ, ਹਿਮਾਲਾ, ਖ਼ਾਸ ਨਾਂਵ ਹਨ ।
ਉੱਤਰ :
(ੳ) ਖ਼ਾਸ ਸਥਾਨ, ਵਸਤੂ, ਵਿਅਕਤੀ ਦਾ ਗਿਆਨ ਦੇਣ ਵਾਲਾ ਸ਼ਬਦ ਆਮ ਨਾਂਵ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । (✗)
(ਅ) ਸੈਨਾ, ਦਲ, ਸਭਾ, ਇੱਜੜ, ਡਾਰ, ਇਕੱਠਵਾਚਕ ਨਾਂਵ ਹਨ । (✓)
(ਇ) ਖ਼ੁਸ਼ੀ, ਉਦਾਸੀ, ਗ਼ਮੀ ਵਸਤੂਵਾਚਕ ਨਾਂਵ ਹਨ । (✗)
(ਸ) ਪੁਸਤਕ, ਮਨੁੱਖ, ਸ਼ਹਿਰ, ਪਿੰਡ ਆਮ ਨਾਂਵ ਹਨ । (✓)
(ਹ) ਨਾਂਵ ਅੱਠ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦੇ ਹੁੰਦੇ ਹਨ । (✗)
(ਕ) ਦਿੱਲੀ, ਹਿਮਾਲਾ, ਖ਼ਾਸ ਨਾਂਵ ਹਨ । (✓)

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਨਾਂਵ ਸ਼ਬਦਾਂ ਵਿਚੋਂ ਖ਼ਾਸ ਨਾਂਵ ਤੇ ਆਮ ਨਾਂਵ ਚੁਣੋ-
ਸੈਨਾ, ਜਮਾਤ, ਇੱਜੜ, ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ ਨਾਨਕ ਦੇਵ ਜੀ, ਦਿੱਲੀ, ਹਿਮਾਲਾ, ਸਰਦੀ, ਗਰਮੀ, ਜਵਾਨੀ, ਡਾਰ, ਖੰਡ, ਗੁੜ, ਕਣਕ, ਸ਼ਹਿਰ, ਪਿੰਡ, ਪਹਾੜ ।
ਉੱਤਰ :
ਆਮ ਨਾਂਵ – ਸ਼ਹਿਰ, ਪਿੰਡ, ਪਹਾੜ !
ਖ਼ਾਸ ਨਾਂਵ – ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ ਨਾਨਕ ਦੇਵ ਜੀ, ਦਿੱਲੀ, ਹਿਮਾਲਾ ।

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਸ਼ੁੱਧ ਸ਼ਬਦ-ਜੋੜ

Punjab State Board PSEB 8th Class Punjabi Book Solutions Punjabi Grammar Sudha sabada-jora ਸ਼ਬਦਾਂ ਦੇ ਭੇਦ Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB 8th Class Punjabi Grammar ਸ਼ੁੱਧ ਸ਼ਬਦ-ਜੋੜ

ਅਸ਼ੁੱਧ – ਸ਼ੁੱਧ
ਏਨਕ – ਐਨਕ
ਅਮਰ – ਉਮਰ
ਓੜ – ਔੜ
ਉੱਗਲੀ – ਉੱਗਲੀ
ਸ਼ੜਕ – ਸੜਕ
ਸੂਕਰ – ਸ਼ੁਕਰ
ਸੀਸਾ – ਸ਼ੀਸ਼ਾ
ਛੱਕਰ – ਸ਼ੱਕਰ
ਬਿਆਹ – ਵਿਆਹ
ਬਕੀਲ – ਵਕੀਲ
ਵਾਹਰਲਾ – ਬਾਹਰਲਾ
ਹਬਾ – ਹਵਾ
ਉੱਘ – ਉੱਘ
ਇੰਜ – ਇੰਵ
ਕਉਂ – ਕਿਉ
ਸਿਂਧ – ਸਿੱਧ
ਕੁੰਜਾ – ਕੁੰਜ
ਸੰਗ – ਸਾਂਗ
ਗੰਦ – ਗੇਂਦ
ਗੈਤਿ – ਗੈਂਡਾ
ਡੰਗ – ਡੀਗ
ਚੌਂਦਾ – ਚੌਦਾ

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਸ਼ਬਦਾਂ ਦੇ ਭੇਦ

ਸ਼ਪਾਹੀ – ਸਿਪਾਹੀ
ਜਹਾਜ – ਜਹਾਜ਼
ਜੁਲਮ – ਜ਼ੁਲਮ
ਅਵਾਜ – ਅਵਾਜ਼
ਗਾਲ – ਗਾਲ
ਵਾਲ – ਵਾਲ
ਪੀਲਾ – ਪੀਲਾ
ਪਾਲਾ – ਪਾਲਾ
ਵਰਹਾ – ਵਰ੍ਹਾ
ਸਵਰ – ਸੂਰ
ਸਵੈਮਾਨ – ਸ਼ੈ-ਮਾਨ
ਸਵੈਜੀਵਨੀ – ਸੈਂ-ਜੀਵਨੀ
ਕਠਿਨ – ਕਠਨ
ਪੜੈਣਾ – ਪੜ੍ਹਾਉਣਾ
ਅੰਘ – ਅੰਗ
ਸੁੰਗਣਾ – ਸੁੰਘਣਾ
ਪੰਘ – ਪੰਗਾ
ਹੰਜੂ – ਹੰਝੂ
ਕੁੱਜੇ – ਕੁੱਝੂ

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਸ਼ਬਦਾਂ ਦੇ ਭੇਦ

ਪੂੰਜ – ਪੂੰਝੂ
ਜੱਜ – ਜੱਞ
ਸਾਂਜ – ਸਾਂਝ
ਸੌਹਰਾ – ਸਹੁਰਾ
ਮੌਹਰਾ – ਮੌਹੁਰਾ
ਮੁਕਤਿ – ਮੁਕਤੀ
ਗਤਿ – ਗਤੀ
ਛਾਂ – ਸ਼ਾਂ
ਸੰਨਾ – ਛੰਨਾ
ਛੈਹਿਰ – ਸ਼ਹਿਰ
ਸੱਤ – ਛੱਤ
ਮੇਹਨਤ – ਮਿਹਨਤ
ਮੇਹਰ – ਮਿਹਰ
ਜੇਹੜਾ – ਜਿਹੜਾ
ਕੇਹੜਾ – ਕਿਹੜਾ
ਜੇਹਾ – ਜਿਹਾ
ਮੱਜ – ਮੱਝ
ਏਹ – ਇਹ
ਠੰਡ – ਠੰਢ
ਸਾਂਡੂ – ਸਾਂਢੁ
ਆਡੂਾ – ਆਢੁ
ਉਦਾਰ – ਉਧਾਰ
ਦੁੱਦ – ਦੁੱਧ
ਧੰਧਾ – ਧੰਦਾ
ਰਿਦਾ – ਗਿੱਧਾ

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਸ਼ਬਦਾਂ ਦੇ ਭੇਦ

ਬੁੱਦੀ – ਬੁੱਦੀ
ਰੈਹਣਾ – ਰਹਿਣਾ
ਮਾਲਾ – ਮਾਲਾ
ਪੰਤੂ – ਪਰੰਤੂ
ਪਰਿੰਸੀਪਲ – ਪ੍ਰਿੰਸੀਪਲ
ਪਰੇਮ – ਪ੍ਰੈਸ
ਮਿਤ – ਮਿੱਤਰ
ਪਰੈਸ – ਪ੍ਰੈੱਸ
ਇੰਦ – ਇੰਦਰ
ਪਰਸ਼ਨ – ਪ੍ਰਸ਼ਨ
ਵਰੁਣਾ – ਵਨਾ
ਖੁਰਣਾ – ਖੁਰਨਾ
ਸੇਹਤ – ਸਿਹਤ
ਸੁਹਣਾ- ਸੋਹਣਾ
ਲੋਬ – ਲੋਭ
ਸਬ – ਸਭ
ਭਾਭੀ – ਭਾਬੀ
ਓ ਕਿਰਸਾਨਾਂ – ਓ ਕਿਰਸਾਨਾ
ਬਲੇ – ਬੱਲੇ
ਜਵਾਨਾਂ – ਜਵਾਨਾ
ਮਾਮਾਂ – ਮਾਮਾ
ਨੈਹਰ – ਨਹਿਰ

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਸ਼ਬਦਾਂ ਦੇ ਭੇਦ

ਬੈਹਰਾ – ਬਹਿਰਾ
ਪੈਹਰਾ – ਪਹਿਰਾ
ਗਯਾਨੀ – ਗਿਆਨੀ
ਵਯਾਕਰਨ – ਵਿਆਕਰਨ
ਪਧਯਾ – ਮੱਧ
ਵਾਂਗ – ਵਾਂਝ
ਸ਼ਕਤਿ – ਸ਼ਕਤੀ
ਸੁਧਾਰਿਕ – ਸੁਧਾਰਕ
ਆਰਥਿਕ – ਆਰਥਕ
ਰਾਜਨੀਤਿਕ – ਰਾਜਨੀਤਕ
ਕਵਿ – ਕਵੀ
ਫ਼ੈਦਾ – ਫਾਇਦਾ
ਸ਼ੈਤ – ਸ਼ਾਇਦ
ਲੈਕ – ਲਾਇਕ
ਸ਼ਕੈਤ – ਸ਼ਕਾਇਤ
ਚੌਣਾ – ਗਾਉਣਾ
ਬਚੌਣਾ – ਬਚਾਉਣਾ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਸ਼ਬਦਾਂ ਨੂੰ ਸ਼ੁੱਧ ਕਰ ਕੇ ਲਿਖੋ
(ੳ) ਮੇਹਨਤ, ਵੇਹੜਾ, ਦੁਪੈਹਰ, ਔਰਤ, ਸ਼ੈਹਰ, ਬੋਹਤਾ, ਚੋਲ ।
(ਅ) ਵੋਹਟੀ, ਭਿਖਾਰਣ, ਆਯਾ, ਅਬਿਆਸ, ਦੱਦ, ਰੈਂਹਦਾ ।
(ਇ) ਨੈਹਰ, ਕਚੈਹਰੀ, ਪੀਂਗ, ਗੋਬੀ, ਸੌਂਹ, ਜੇਹੜਾ, ਕੇਹੜਾ, ਪੈਹਲਾ ।
(ਸ) ਗੈਹਣਾ, ਸੀਤਲ, ਸ਼ਿਖ਼ਰ, ਸ਼ੜਕ, ਸੌਹਰਾ, ਬੌਹਵਰਨ, ਨੌਂਹ ।
(ਹ ਲੈਕ, ਪੈਹਰਾ, ਰੈਸ, ਸੁੰਗਨਾ, ਕੁਜ, ਸੀਸਾ ।
ਉੱਤਰ :
(ੳ) ਮਿਹਨਤ, ਵਿਹੜਾ, ਦੁਪੈਹਰ, ਔਰਤ, ਸ਼ਹਿਰ, ਬਹੁਤਾ, ਚੌਲ ।
(ਅ) ਵਹੁਟੀ, ਭਿਖਾਰਨ, ਆਇਆ, ਅਭਿਆਸ, ਦੁੱਧ, ਰਹਿੰਦਾ ।
(ਈ) ਨਹਿਰ, ਕਚਹਿਰੀ, ਪੀਰਾ, ਗੋਭੀ, ਸਹੁੰ, ਜਿਹੜਾ, ਕਿਹੜਾ, ਪਹਿਲਾ ।
(ਸ) ਗਹਿਣਾ, ਸੀਤਲ, ਸਿਖਰ, ਸੜਕ, ਸਹੁਰਾ, ਬਹੁਵਚਨ, ਨਹੁੰ ।
(ਹ) ਲਾਇਕ, ਪਹਿਰਾ, ਪ੍ਰਿੰਸ, ਸੁੰਘਣਾ, ਕੁਝ, ਸ਼ੀਸ਼ਾ ।

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਵਰਨਮਾਲਾ

Punjab State Board PSEB 8th Class Punjabi Book Solutions Punjabi Grammar Varnamala ਵਰਨਮਾਲਾ Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB 8th Class Punjabi Grammar ਵਰਨਮਾਲਾ

ਪਸ਼ਨ 1.
ਲਿਪੀ ਕਿਸ ਨੂੰ ਆਖਦੇ ਹਨ ? ਪੰਜਾਬੀ ਬੋਲੀ ਦੀ ਲਿਪੀ ਦਾ ਨਾਂ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ :
ਭਾਸ਼ਾ ਦੀਆਂ ਧੁਨੀਆਂ ਨੂੰ ਲਿਖਤੀ ਰੂਪ ਵਿਚ ਅੰਕਿਤ ਕਰਨ ਲਈ ਕੁੱਝ ਚਿੰਨ੍ਹ ਵਰਤੇ ਜਾਂਦੇ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਚਿੰਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਸਮੂਹ ਨੂੰ “ਲਿਪੀ’ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਪੰਜਾਬੀ ਬੋਲੀ ਦੀ ਲਿਪੀ ਦਾ ਨਾਂ ਗੁਰਮੁਖੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਵਰਨ ਕਿਸ ਨੂੰ ਆਖਦੇ ਹਨ ? ਇਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਕਿੰਨੇ ਭੇਦ ਹਨ ? ਸੰਖੇਪ ਰੂਪ ਵਿਚ ਉੱਤਰ ਦਿਓ ।
ਉੱਤਰ :
ਮਨੁੱਖ ਜਦੋਂ ਬੋਲਦਾ ਹੈ, ਤਾਂ ਉਸ ਦੇ ਮੂੰਹੋਂ ਭਿੰਨ-ਭਿੰਨ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦੀਆਂ ਅਵਾਜ਼ਾਂ ਧੁਨੀਆਂ) ਨਿਕਲਦੀਆਂ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਅਵਾਜ਼ਾਂ ਨੂੰ ਪ੍ਰਗਟ ਕਰਨ ਲਈ, ਜੋ ਚਿੰਨ੍ਹ ਮਿੱਥੇ ਗਏ ਹਨ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਵਰਨ ਜਾਂ ਅੱਖਰ ਆਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ , ਜਿਵੇਂ-ਕ, ਚ, ਟ, ਤ, ਪ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਅਵਾਜ਼ਾਂ ਨੂੰ ਪ੍ਰਗਟ ਕਰਨ ਲਈ ਮੁੰਹ ਦੇ ਸਾਰੇ ਅੰਗ ਬੁਲ, ਜੀਭ, ਦੰਦ, ਤਾਲੁ ਤੇ ਸੰਘ ਆਦਿ ਰਲ ਕੇ ਹਿੱਸਾ ਪਾਉਂਦੇ ਹਨ । ਮਨੁੱਖੀ ਸਾਹ ਜਦੋਂ ਬਾਹਰ ਨਿਕਲਦਾ ਹੈ, ਤਾਂ ਉਹ ਮੁੰਹ ਦੇ ਇਨ੍ਹਾਂ ਅੰਗਾਂ ਨਾਲ ਟਕਰਾਉਂਦਾ ਹੈ, ਤਦ ਮੂੰਹ ਵਿਚੋਂ ਭਿੰਨ-ਭਿੰਨ ਅਵਾਜ਼ਾਂ ਧੁਨੀਆਂ) ਨਿਕਲਦੀਆਂ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਅਵਾਜ਼ਾਂ ਨੂੰ ਲਿਖਣ ਲਈ, ਜੋ ਚਿੰਨ੍ਹ ਵਰਤੇ ਜਾਂਦੇ ਹਨ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਹੀ ਵਰਨ ਜਾਂ ਅੱਖਰ ਆਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਇਹ ਅੱਖਰ ਮਿਲ ਕੇ ਸ਼ਬਦ ਬਣਦੇ ਹਨ ।

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਵਰਨਮਾਲਾ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਗੁਰਮੁਖੀ ਲਿਪੀ ਦੇ ਕਿੰਨੇ ਵਰਨ ਅੱਖਰ ਹਨ ? ਇਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਕਿੰਨੇ ਭਾਗਾਂ ਵਿਚ ਵੰਡਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ :
ਗੁਰਮੁਖੀ ਲਿਪੀ ਦੇ 35 ਅੱਖਰ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਵਿਚ ਫ਼ਾਰਸੀ ਦੀਆਂ ਪੰਜ ਧੁਨੀਆਂਸ਼, ਖ਼, ਗ਼, ਜ਼, ਫ਼-ਦੇ ਸ਼ਾਮਲ ਹੋਣ ਨਾਲ ਇਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਗਿਣਤੀ 40 ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ।
ਇਨ੍ਹਾਂ ਤੋਂ ਬਿਨਾਂ ਪੰਜਾਬੀ ਦੀ ਇਕ ਮੌਲਿਕ ਅਵਾਜ਼ ਨੂੰ ਪ੍ਰਗਟ ਕਰਨ ਲਈ ‘ਲ’ ਦੇ ਪੈਰ ਵਿਚ ਬਿੰਦੀ (ਲ ਲਾਉਣ ਦਾ ਰਿਵਾਜ ਵੀ ਪ੍ਰਚੱਲਤ ਹੋ ਗਿਆ ਹੈ । ਇਸ ਦੀ ਲੋੜ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਅੱਖਰਾਂ ਦਾ ਅਰਥ-ਭੇਦ ਦੱਸਣ ਨਾਲ ਸਪੱਸ਼ਟ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ
1. ਪਲ-ਉਹ ਇੱਥੇ ਘੜੀ-ਪਲ ਹੀ ਟਿਕੇਗਾ ।
ਪਲ-ਉਹ ਮਾੜਾ-ਮੋਟਾ ਖਾ ਕੇ ਪਲ ਗਿਆ ।

2. ਤਲ-ਪਾਣੀ ਦੇ ਤਲ ਉੱਤੇ ਲਹਿਰਾਂ ਨੱਚ ਰਹੀਆਂ ਹਨ ।
ਤਲ-ਹਲਵਾਈ ਪਕੌੜੇ ਤਲ ਰਿਹਾ ਹੈ ।
ਗੁਰਮੁਖੀ ਵਰਨਮਾਲਾ ਦੇ ਵਰਨਾਂ ਨੂੰ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਅੱਠ ਵਰਨਾਂ ਵਿਚ ਵੰਡਿਆ ਗਿਆ ਹੈ ।

ਮੁੱਖ ਵਰਗ
ਕ ਵਰਗੇ
ਚ ਵਰਗ
ਟ ਵਰਗ
ਤ ਵਰਗ
ਪ ਵਰਗ
ਅੰਤਿਮ ਵਰਗ
ਨਵੀਨ ਵਰਗ ਸ਼ ਖ਼ ਗ਼ ਜ਼ ਫ਼

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਪੰਜਾਬੀ ਵਰਨ (ਅੱਖਰ) ਕਿੰਨੀ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦੇ ਹਨ ?
ਜਾਂ
ਪੰਜਾਬੀ ਦੇ ਕਿੰਨੇ ਵਰਨ ਸ਼ਰ, ਵਿਅੰਜਨ, ਅਨੁਨਾਸਿਕ ਤੇ ਦੁੱਤ ਹਨ ? ਉਦਾਹਰਨਾਂ ਸਹਿਤ ਦੱਸੋ ।
ਉੱਤਰ :
ਰੂਪ ਅਤੇ ਉਚਾਰਨ ਦੇ ਫ਼ਰਕ ਕਰ ਕੇ ਪੰਜਾਬੀ ਵਰਨਾਂ (ਅੱਖਰਾਂ) ਦੇ ਚਾਰ ਭੇਦ
ਹਨ –
(ਉ) ਸ਼ਰ
(ਅ) ਵਿਅੰਜਨ
(ਇ) ਅਨੁਨਾਸਿਕ
(ਸ) ਦੁੱਤ ।

(ਉ) ਸੁਰ : ਉਨਾਂ ਵਰਨਾਂ ਨੂੰ ਸੁਰ ਆਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ, ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਉਚਾਰਨ ਕਿਸੇ ਹੋਰ ਅਵਾਜ਼ ਦੀ ਸਹਾਇਤਾ ਤੋਂ ਬਿਨਾਂ ਹੀ ਹੋ ਸਕੇ । ਪੰਜਾਬੀ ਵਿਚ ਕੇਵਲ ਤਿੰਨ ਵਰਨ ਹੀ ਸ਼ਰ ਹਨ-ੳ, ਅ, ੲ ।

(ਅ) ਵਿਅੰਜਨ : ਵਿਅੰਜਨ ਉਨ੍ਹਾਂ ਵਰਨਾਂ ਨੂੰ ਆਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ, ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਉਚਾਰਨ ਕਰਨ ਸਮੇਂ ਸਾਹ ਮੂੰਹ ਵਿਚੋਂ ਬੇਰੋਕ ਬਾਹਰ ਨਿਕਲਦਾ ਹੈ । ਪੰਜਾਬੀ ਵਿਚ ਸ ਤੋਂ ੜ ਤਕ ਸਾਰੇ ਵਰਨ ਤੇ ਨਵੇਂ ਅੱਖਰ ਸਾਰੇ ਹੀ ਵਿਅੰਜਨ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਕੁੱਲ ਗਿਣਤੀ 38 ਹੈ ।

(ਇ) ਅਨੁਨਾਸਿਕ : ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਵਰਨਾਂ ਦੀਆਂ ਅਵਾਜ਼ਾਂ ਨੱਕ ਵਿਚੋਂ ਨਿਕਲਦੀਆਂ ਹਨ, ਉਹ ਅਨੁਨਾਸਿਕ ਹਨ । ਪੰਜਾਬੀ ਦੇ ਇਹ ਵਰਨ ਅਨੁਨਾਸਿਕ ਹਨ-ਝ, ਬ, ਣ, ਨ, ਮ ।

(ਸ) ਦੁੱਤ :
ਦੁੱਤ ਵਰਨਾਂ ਦੀ ਪੰਜਾਬੀ ਵਿਚ ਬਹੁਤ ਘੱਟ ਵਰਤੋਂ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਬਹੁਤੀ ਵਰਤੋਂ ਹਿੰਦੀ ਤੇ ਸੰਸਕ੍ਰਿਤ ਵਿਚ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਪੰਜਾਬੀ ਵਿਚ ਜੋ ਅੱਖਰ ਵਿਅੰਜਨਾਂ ਦੇ ਪੈਰਾਂ ਵਿਚ ਜੋੜ ਕੇ ਵਰਤੇ ਜਾਂਦੇ ਹਨ, ਉਹ ‘ਦੁੱਤ ਵਰਨ’ ਅਖਵਾਉਂਦੇ ਹਨ । ਪੰਜਾਬੀ ਵਿਚ ਕੇਵਲ ਤਿੰਨਾਂ ਅੱਖਰਾਂ ਹ, ਰ, ਵ ਦੀ ਹੀ ਅਜਿਹੀ ਵਰਤੋਂ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਵਿਚੋਂ ਵ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਬਹੁਤ ਘੱਟ ਹੈ ਪਰ ਹ ਤੇ ਰ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਆਮ ਹੈ; ਜਿਵੇਂ ਪੜ੍ਹਨਾ, ਉਨ੍ਹਾਂ, ਇਨ੍ਹਾਂ, ਜਿਨ੍ਹਾਂ, ਪ੍ਰੇਮ, ਪ੍ਰੀਤਮ, ਸ਼੍ਰੀਮਾਨ, ਸ਼ੈ-ਮਾਨ, ਸ਼ੈ-ਜੀਵਨੀ ਆਦਿ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਲਗਾਂ-ਮਾਤਰਾਂ ਕੀ ਹੁੰਦੀਆਂ ਹਨ ? ਪੰਜਾਬੀ ਵਿਚ ਕਿੰਨੀਆਂ ਲਗਾਂ-ਮਾਤਰਾਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ :
ਪੰਜਾਬੀ ਵਿਚ ਤਿੰਨ, ਸੂਰ ਹਨ-ਉ, ਅ ਤੇ ੲ, ਪਰੰਤੂ ਵਰਤੋਂ ਵਿਚ ਇਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਗਿਣਤੀ 10 ਹੈ, ਜੋ ਕਿ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਅਨੁਸਾਰ ਹੈ- ਅ ਆ ਇ ਈ ਏ ਐ ਉ ਊ ਓ ਔ ।

ਬੋਲੀ ਨੂੰ ਲਿਖਦੇ ਸਮੇਂ ਵਿਅੰਜਨਾਂ ਨਾਲ ਇਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਕੇਵਲ ਚਿੰਨ੍ਹ ਹੀ ਵਰਤੇ ਜਾਂਦੇ ਹਨ, ਜੋ ਕਿ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਅਨੁਸਾਰ ਹਨ-ਮੁਕਤਾ ਇਸ ਦਾ ਕੋਈ ਚਿੰਨ੍ਹ ਨਹੀਂ, ਕੰਨਾ (ਾ), ਸਿਹਾਰੀ (ਿ), ਬਿਹਾਰੀ (ੀ), ਔਕੜ (_), ਦੁਲੈਂਕੜ (-ੂ ), ਲਾਂ (ੇ), ਦੁਲਾਂ (ੈ) ਹੋੜਾ ( ੋ), ਕਨੌੜਾ (ੌ) ।

ਇਨ੍ਹਾਂ ਲਗਾਂ-ਮਾਤਰਾਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਲਈ ਕੁੱਝ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਗੱਲਾਂ ਦਾ ਧਿਆਨ ਰੱਖਣਾ ਪੈਂਦਾ ਹੈ । ਉੱਪਰ ਲਿਖੀਆਂ ਸਾਰੀਆਂ ਲਗਾਂ ਸਾਰੇ ਵਿਅੰਜਨਾਂ ਨਾਲ ਲਗਦੀਆਂ ਹਨ । ਪਰੰਤੁ ਰਾਂ-ਉ, ਅ ਅਤੇ ੲ-ਨਾਲ ਇਹ ਸਾਰੀਆਂ ਨਹੀਂ ਲੱਗ ਸਕਦੀਆਂ । (ੳ, ਅ, ੲ ਨਾਲ ਲਗਾਂ ਉੱਪਰ ਲਿਖੇ ਅਨੁਸਾਰ ਹੀ ਲਗਦੀਆਂ ਹਨ ਅਰਥਾਤ ਉ ਨੂੰ ਔਂਕੜ (ਉ), ਦੁਲੈਂਕੜ (ਊ ਤੇ ਹੋੜਾ (ਓ) ਲਗਦੀਆਂ ਹਨ । ਅ’ ਨੂੰ ਮੁਕਤਾ (ਅ) ਕੰਨਾ (ਆ) ਤੇ ਦੁਲਾਵਾਂ (ਐ ਲੋਗਾਂ ਲਗਦੀਆਂ ਹਨ । ਇ’ ਨੂੰ ਸਿਹਾਰੀ (ਇ), ਬਿਹਾਰੀ (ਈ) ਤੇ ਲਾਂ (ਏ) ਲਗਾਂ ਲਗਦੀਆਂ ਹਨ ।

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਵਰਨਮਾਲਾ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਲਗਾਖਰ ਕਿਸ ਨੂੰ ਆਖਦੇ ਹਨ ? ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਨਾਂ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ :
ਇਨ੍ਹਾਂ ਤੋਂ ਬਿਨਾਂ ਗੁਰਮੁਖੀ ਵਿਚ ਲਗਾਂ ਦੇ ਨਾਲ ਕੁੱਝ ਚਿੰਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਵੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਲਗਾਖਰ ਆਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਪੰਜਾਬੀ ਵਿਚ ਇਹ ਚਿੰਨ੍ਹ ਤਿੰਨ ਹਨ
(ਉ) ਬਿੰਦੀ PSEB 6th Class Punjabi Vyakaran ਵਰਨਮਾਲਾ-1
(ਅ) ਟਿੱਪੀ PSEB 6th Class Punjabi Vyakaran ਵਰਨਮਾਲਾ-2
(ਇ) ਅੱਧਕ PSEB 6th Class Punjabi Vyakaran ਵਰਨਮਾਲਾ-3

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਪੰਜਾਬੀ ਲਗਾਖਰਾਂ ਦੀ ਕਿਨ੍ਹਾਂ-ਕਿਨ੍ਹਾਂ ਲਗਾਂ ਨਾਲ ਤੇ ਕਿਉਂ ਵਰਤੋਂ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ? ਉਦਾਹਰਨਾਂ ਦੇ ਕੇ ਦੱਸੋ ।
ਉੱਤਰ :
ਦਸਾਂ ਲਗਾਂ ਵਿਚੋਂ ਜਦੋਂ ਕਿਸੇ ਦਾ ਉਚਾਰਨ ਨੱਕ ਵਿਚੋਂ ਹੁੰਦਾ ਹੈ, ਤਾਂ ਉਸ ਦੇ ਨਾਲ ਬਿੰਦੀ ਅਤੇ ਟਿੱਪੀ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । ਦਸਾਂ ਲਗਾਂ ਵਿਚੋਂ ਛੇਆਂ ਨਾਲ ਬਿੰਦੀ ਲਗਦੀ ਹੈ ਅਤੇ ਚਹੁੰ ਨਾਲ ਟਿੱਪੀ ।

ਕੰਨਾ, ਬਿਹਾਰੀ, ਲਾਂ, ਦੁਲਾਂ, ਹੋੜਾ ਅਤੇ ਕਨੌੜਾ ਨਾਲ ਬਿੰਦੀ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ; ਜਿਵੇਂ-ਗਾਂ, ਨਹੀਂ, ਗੇਂਦ, ਕੈਂਚੀ, ਜਦੋਂ, ਸੌਂ ।

ਮੁਕਤਾ, ਸਿਹਾਰੀ, ਔਂਕੜ ਅਤੇ ਦੁਲੈਂਕੜ ਨਾਲ ਟਿੱਪੀ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ; ਜਿਵੇਂ-ਚੰਦ, ਸਿੰਘ, ਚੁੰਝ, ਗੂੰਜ ।

ਇਸ ਤੋਂ ਬਿਨਾਂ ਉ, ਅ, ੲ ਨਾਲ ਲਗਾਖਰਾਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਦੇ ਨਿਯਮ ਕੁੱਝ ਭਿੰਨ ਹਨ, ਜਿਵੇਂ-ੳ, ਅ, ੲ ਨਾਲ ਲੱਗਣ ਵਾਲੀਆਂ ਅੱਠ ਲਗਾਂ-ਕੰਨਾ, ਬਿਹਾਰੀ, ਲਾਂ, ਦੁਲਾਂ, ਹੋੜਾ ਅਤੇ ਕਨੌੜਾ ਨਾਲ ਬਿੰਦੀ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ , ਜਿਵੇਂ-ਆਂਦਰ, ਸਾਈਂ, ਕਿਉਂ, ਖਾਉਂ, ਜਾਏਂ, ਐੱਠ, ਅੰਤਰਾ ।

ਜਦੋਂ ਅ’ ਮੁਕਤਾ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ‘ਨੂੰ ਸਿਹਾਰੀ ਲੱਗੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ, ਤਾਂ ਇਨ੍ਹਾਂ ਨਾਲ ਟਿੱਪੀ PSEB 6th Class Punjabi Vyakaran ਵਰਨਮਾਲਾ-3 ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਹੁੰਦੀ ਹੈ , ਜਿਵੇਂ-ਅੰਗ, ਇੰਦਰ ।

ਅੱਧਕ :
ਹਿੰਦੀ ਅਤੇ ਸੰਸਕ੍ਰਿਤ ਵਿਚ ਕਈ ਅੱਖਰਾਂ ਦੀ ਦੋਹਰੀ ਅਵਾਜ਼ ਪ੍ਰਗਟ ਕਰਨ ਲੱਗਿਆਂ, ਉਸੇ ਅੱਖਰ ਨੂੰ ਅੱਧਾ ਅਤੇ ਨਾਲ ਹੀ ਪੂਰਾ ਪਾ ਦਿੱਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ , ਜਿਵੇਂ-ਕਥਾ, ਸਥਾ, ਡੀ ਆਦਿ । ਪਰੰਤੂ ਪੰਜਾਬੀ ਵਿਚ ਦੋਹਰੀ ਅਵਾਜ਼ ਪ੍ਰਗਟ ਕਰਨ ਲਈ ਅੱਧੇ ਅੱਖਰ ਨਹੀਂ ਪਾਏ ਜਾਂਦੇ, ਸਗੋਂ ਜਿਸ ਅੱਖਰ ਦੀ ਅਵਾਜ਼ ਦੋਹਰੀ ਕਰਨੀ ਹੋਵੇ, ਉਸ ਤੋਂ ਪਹਿਲੇ ਅੱਖਰ ਉੱਪਰ ਅੱਧਕ ਪਾ ਕੇ ਹੀ ਕੰਮ ਸਾਰ ਲਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਉਪਰੋਕਤ ਸ਼ਬਦ ਪੰਜਾਬੀ ਵਿਚ ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਲਿਖੇ ਜਾਣਗੇ-ਬੱਚਾ, ਸੱਚਾ, ਅੱਛਾ ਆਦਿ। ।

ਪੰਜਾਬੀ ਵਿਚ ਅੱਧਕ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਉੱਥੇ ਹੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ, ਜਿੱਥੇ ਮੁਕਤਾ, ਸਿਹਾਰੀ ਤੇ ਔਕੜ ਲਗਾਂ ਲੱਗੀਆਂ ਹੋਣ , ਜਿਵੇਂ-ਸੱਚ, ਹਿੱਕ, ਭੁੱਖਾ ਆਦਿ । ਅੰਗਰੇਜ਼ੀ ਦੇ ਕੁੱਝ ਅੱਖਰਾਂ ਨੂੰ ਪੰਜਾਬੀ ਵਿਚ ਲਿਖਣ ਸਮੇਂ ਦੁਲਾਵਾਂ (ਏ) ਨਾਲ ਵੀ ਇਸ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਹੁੰਦੀ ਹੈ; ਜਿਵੇਂਗੈਸ, ਪੈਂਨ ਆਦਿ ।

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਵਰਨਮਾਲਾ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਖ਼ਾਲੀ ਸਥਾਨ ਭਰੋ
(ਉ) ਪੰਜਾਬੀ ਬੋਲੀ ਦੀ ਲਿਪੀ ਦਾ ਨਾਂ ………… ਹੈ ।
(ਅ) ਗੁਰਮੁਖੀ ਲਿਪੀ ਵਿਚ ………… ਰ ਤੇ ………… ਵਿਅੰਜਨ ਹਨ !
(ਈ) ਹ, ਰ, ਵ ਗੁਰਮੁਖੀ ਵਿਚ ………… ਅੱਖਰ ਹਨ ।
(ਸ) ਗੁਰਮੁਖੀ ਲਿਪੀ ਵਿਚ ……… ਲਗਾਂਖਰ ਹਨ ।
(ਹ) ਅੱਧਕ, ਬਿੰਦੀ ਤੇ ਟਿੱਪੀ ਨੂੰ ………… ਆਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ :
(ਉ) ਪੰਜਾਬੀ ਬੋਲੀ ਦੀ ਲਿਪੀ ਦਾ ਨਾਂ ਗੁਰਮੁਖੀ ਹੈ ।
(ਅ) ਗੁਰਮੁਖੀ ਲਿਪੀ ਵਿਚ ਤਿੰਨ ਸੂਰ ਤੇ 38 ਵਿਅੰਜਨ ਹਨ ।
(ਇ) ਹ, ਰ, ਵ ਗੁਰਮੁਖੀ ਵਿਚ ਦੁੱਤ ਅੱਖਰ ਹਨ ।
(ਸ) ਗੁਰਮੁਖੀ ਲਿਪੀ ਵਿਚ ਤਿੰਨ ਲਗਾਖਰ ਹਨ ।
(ਹ) ਅੱਧਕ, ਬਿੰਦੀ ਤੇ ਟਿੱਪੀ ਨੂੰ ਲਗਾਖਰ ਆਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 9.
ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਵਾਕਾਂ ਵਿਚੋਂ ਠੀਕ ਵਾਕ ਦੇ ਸਾਹਮਣੇ (✓) ਡੱਬੀ ਵਿਚ ਸਹੀ ਅਤੇ ਗ਼ਲਤ ਵਾਕ (✗) ਦੇ ਸਾਹਮਣੇ ਆ ਨਿਸ਼ਾਨ ਲਗਾਓ
(ਉ) ਬੋਲੀ ਦੋ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।
(ਅ) ਬੋਲੀ ਜਾਂ ਭਾਸ਼ਾ ਰਾਹੀਂ ਅਸੀਂ ਆਪਣੇ ਮਨ ਦੇ ਭਾਵ ਦੂਜਿਆਂ ਨਾਲ ਸਾਂਝੇ ਕਰ ਸਕਦੇ ਹਾਂ ।
(ਈ) ਵਿਆਕਰਨ ਦੇ ਦੋ ਭਾਗ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।
(ਸ) ਆਮ ਬੋਲ-ਚਾਲ ਦੀ ਭਾਸ਼ਾ ਵਿਚ ਸਾਹਿਤ ਦੀ ਰਚਨਾ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ।
(ਹ) ਪੰਜਾਬੀ ਬੋਲੀ ਦੀ ਲਿਪੀ ਗੁਰਮੁਖੀ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ :
(ਉ) ਬੋਲੀ ਦੋ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । (✓)
(ਅ) ਬੋਲੀ ਜਾਂ ਭਾਸ਼ਾ ਰਾਹੀਂ ਅਸੀਂ ਆਪਣੇ ਮਨ ਦੇ ਭਾਵ ਦੂਜਿਆਂ ਨਾਲ ਸਾਂਝੇ ਕਰ ਸਕਦੇ ਹਾਂ । (✓)
(ਈ) ਵਿਆਕਰਨ ਦੇ ਦੋ ਭਾਗ ਹੁੰਦੇ ਹਨ । (✗)
(ਸ) ਆਮ ਬੋਲ-ਚਾਲ ਦੀ ਭਾਸ਼ਾ ਵਿਚ ਸਾਹਿਤ ਦੀ ਰਚਨਾ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । (✗)
(ਹ) ਪੰਜਾਬੀ ਬੋਲੀ ਦੀ ਲਿਪੀ ਗੁਰਮੁਖੀ ਹੈ । (✓)

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਬੋਲੀ, ਵਿਆਕਰਨ

Punjab State Board PSEB 8th Class Punjabi Book Solutions Punjabi Grammar Boli, Vyakarana ਬੋਲੀ, ਵਿਆਕਰਨ Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB 8th Class Punjabi Grammar ਬੋਲੀ, ਵਿਆਕਰਨ

ਬੋਲੀ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਬੋਲੀ ਜਾਂ ਭਾਸ਼ਾ ਕਿਸ ਨੂੰ ਆਖਦੇ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ :
ਮਨੁੱਖ ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਸਾਰਥਕ ਅਵਾਜ਼ਾਂ (ਧੁਨੀਆਂ) ਰਾਹੀਂ ਆਪਣੇ ਮਨੋਭਾਵਾਂ ਤੇ ਵਿਚਾਰਾਂ ਨੂੰ ਦੂਜਿਆਂ ਅੱਗੇ ਪ੍ਰਗਟ ਕਰਦਾ ਹੈ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਸਮੂਹਾਂ ਨੂੰ “ਬੋਲੀ” ਜਾਂ “ਭਾਸ਼ਾ’ ਆਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਬੋਲੀ, ਵਿਆਕਰਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਬੋਲੀ ਜਾਂ ਭਾਸ਼ਾ ਕਿੰਨੇ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ :
ਮਨੁੱਖ ਆਪਣੇ ਮਨੋਭਾਵਾਂ ਨੂੰ ਦੋ ਤਰ੍ਹਾਂ ਲਿਖ ਕੇ ਜਾਂ ਬੋਲ ਕੇ ਪ੍ਰਗਟ ਕਰਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਕਰਕੇ ਬੋਲੀ ਵੀ ਦੋ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦੀ ਮੰਨੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ
(ਉ) ਬੋਲ-ਚਾਲ ਦੀ ਬੋਲੀ ਅਤੇ
(ਅ) ਸਾਹਿਤਕ ਜਾਂ ਟਕਸਾਲੀ ਬੋਲੀ ।

ਵਿਆਕਰਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਵਿਆਕਰਨ ਕਿਸ ਨੂੰ ਆਖਦੇ ਹਨ ? ਇਸ ਦੇ ਕਿੰਨੇ ਭਾਗ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ? ਸੰਖੇਪ ਉੱਤਰ ਦਿਓ ।
ਉੱਤਰ :
ਬੋਲੀ ਦੇ ਸ਼ਬਦ-ਰੂਪਾਂ ਤੇ ਵਾਕ-ਬਣਤਰ ਦੇ ਨੇਮਾਂ ਨੂੰ ‘ਵਿਆਕਰਨ’ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ । ਬੋਲੀ ਦੀ ਠੀਕ ਵਰਤੋਂ ਕਰਨ ਲਈ ਵਿਆਕਰਨ ਦੇ ਨਿਯਮਾਂ ਤੋਂ ਜਾਣੂ ਹੋਣਾ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੈ । ਇਹ ਗੱਲ ਵੀ ਜਾਣ ਲੈਣੀ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੈ ਕਿ ਬੋਲੀ ਅਤੇ ਵਿਆਕਰਨ ਇਕੱਠੀਆਂ ਹੀ ਜਨਮ ਲੈਂਦੀਆਂ ਹਨ । ਵਿਆਕਰਨਿਕ ਨਿਯਮਾਂ ਵਿਚ ਬੱਝ ਕੇ ਬੋਲੀ ਸਾਹਿਤਕ ਰੂਪ ਧਾਰਨ ਕਰਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਵਿਆਕਰਨ ਦੇ ਕਿੰਨੇ ਭੇਦ (ਅੰਗ) ਹਨ ? ਵਿਸਥਾਰ ਸਹਿਤ ਲਿਖੋ !
ਉੱਤਰ :
ਵਿਦਵਾਨਾਂ ਨੇ ਵਿਆਕਰਨ ਨੂੰ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਤਿੰਨ ਭੇਦਾਂ ਵਿਚ ਵੰਡਿਆ ਹੈ
1. ਵਰਨ-ਬੋਧ : ਇਸ ਦੁਆਰਾ ਸਾਨੂੰ ਵਰਨਾਂ ਅਤੇ ਲਗਾਂ-ਮਾਤਰਾਂ ਦੇ ਉਚਾਰਨ ਤੇ ਸਹੀ ਵਰਤੋਂ ਦੇ ਨਿਯਮਾਂ ਦਾ ਗਿਆਨ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
2. ਸ਼ਬਦ-ਬੋਧ : ਇਸ ਦੁਆਰਾ ਸ਼ਬਦ ਦੇ ਭਿੰਨ-ਭਿੰਨ ਰੂਪਾਂ, ਸ਼ਬਦ-ਰਚਨਾ ਤੇ ਸ਼ਬਦ-ਵੰਡ ਦੇ ਨਿਯਮਾਂ ਦਾ ਗਿਆਨ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
3. ਵਾਕ-ਬੋਧ : ਇਸ ਦੁਆਰਾ ਅਸੀਂ ਵਾਕ-ਰਚਨਾ, ਵਾਕ-ਵਟਾਂਦਰਾ, ਵਾਕ-ਵੰਡ ਤੇ ਵਿਸਰਾਮ ਚਿੰਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਦੇ ਨੇਮਾਂ ਬਾਰੇ ਗਿਆਨ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਦੇ ਹਾਂ ।

PSEB 8th Class Punjabi Vyakaran ਬੋਲੀ, ਵਿਆਕਰਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਸ਼ਬਦ ਕੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ? ਇਸ ਦੀਆਂ ਕਿੰਨੀਆਂ ਕਿਸਮਾਂ ਹੁੰਦੀਆਂ ਹਨ ? ਉਦਾਹਰਨਾਂ ਸਹਿਤ ਉੱਤਰ ਦਿਓ ।
ਉੱਤਰ :
ਸ਼ਬਦ ਬੋਲੀ ਦੀ ਇਕ ਸਭ ਤੋਂ ਛੋਟੀ ਸੁਤੰਤਰ ਇਕਾਈ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਦਾ ਅਰਥ ਸਪੱਸ਼ਟ ਹੁੰਦਾ ਹੈ, ਜੋ ਕਿ ਛੋਟੇ ਤੋਂ ਛੋਟਾ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਇਕ ਸ਼ਬਦ ਵਿਚ ਅਵਾਜ਼ਾਂ (ਧੁਨੀਆਂ ਦੀ ਗਿਣਤੀ ਇਕ ਵੀ ਹੋ ਸਕਦੀ ਹੈ ਤੇ ਇਕ ਤੋਂ ਵੱਧ ਵੀ ; ਜਿਵੇਂ- ‘ਮੈਂ ਫੁੱਟਬਾਲ ਖੇਡਾਂਗਾ । ‘ਇਸ ਵਾਕ ਵਿਚ ਤਿੰਨ ਸ਼ਬਦ ਹਨ, ਜੋ ਆਪਣੇ ਆਪ ਵਿਚ ਬੋਲੀ ਦੀਆਂ ਸੁਤੰਤਰ ਇਕਾਈਆਂ ਹਨ ਇਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਅਰਥ ਸਪੱਸ਼ਟ ਅਤੇ ਆਪਣੇ-ਆਪ ਵਿਚ ਛੋਟੇ ਤੋਂ ਛੋਟੇ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਸ਼ਬਦਾਂ ਵਿਚ ਅਵਾਜ਼ਾਂ (ਧੁਨੀਆਂ ਦੀ ਗਿਣਤੀ ਨਿਸ਼ਚਿਤ ਨਹੀਂ ।

ਪਰੰਪਰਾਗਤ ਵਿਆਕਰਨਾਂ ਵਿਚ ਸ਼ਬਦਾਂ ਦੇ ਦੋ ਭੇਦ ਦੱਸੇ ਗਏ ਹਨ-ਸਾਰਥਕ ਤੇ ਨਿਰਾਰਥਕ 1 ਪਰ ਇਹ ਠੀਕ ਨਹੀਂ । ਅਸਲ ਵਿਚ ਭਾਸ਼ਾ ਦਾ ਕੋਈ ਵੀ ਸ਼ਬਦ ਨਿਰਾਰਥਕ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦਾ । ਜੇਕਰ ਅਸੀਂ ਕਹਿੰਦੇ ਹਾਂ ਕਿ ‘ਪਾਣੀ ਪੀਓ ਤਾਂ ‘ਪਾਣੀ ਦਾ ਅਰਥ ਕੇਵਲ ਪਾਣੀ ਹੀ ਹੈ, ਪਰ ਜੇਕਰ ਅਸੀਂ “ਪਾਣੀ-ਧਾਣੀ ਪੀਓ’ ਕਹਿੰਦੇ ਹਾਂ, ਤਾਂ ‘ਪਾਣੀ-ਧਾਣੀ ਦਾ ਅਰਥ ਸ਼ਰਬਤ, ਸਕੰਜਵੀ, ਲੱਸੀ ਜਾਂ ਸ਼ਰਾਬ ਵੀ ਹੋ ਸਕਦਾ ਹੈ ।

ਰੁਪ ਅਨੁਸਾਰ ਸ਼ਬਦਾਂ ਦੇ ਦੋ ਮੁੱਖ ਭੇਦ ਹਨ-
(1) ਵਿਕਾਰੀ
(2) ਅਵਿਕਾਰੀ ।
1. ਵਿਕਾਰੀ :
ਉਨ੍ਹਾਂ ਸ਼ਬਦਾਂ ਨੂੰ ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਰੂਪ, ਲਿੰਗ, ਵਚਨ ਤੇ ਕਾਲ ਕਰਕੇ ਬਦਲ ਜਾਵੇ, ਵਿਕਾਰੀ ਸ਼ਬਦ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ । ਨਾਂਵ, ਪੜਨਾਂਵ, ਵਿਸ਼ੇਸ਼ਣ ਤੇ ਕਿਰਿਆ ਵਿਕਾਰੀ ਸ਼ਬਦ ਹਨ ।

2. ਅਵਿਕਾਰੀ :
ਉਹ ਸ਼ਬਦ ਅਵਿਕਾਰੀ ਹੁੰਦੇ ਹਨ, ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਰੂਪ ਲਿੰਗ, ਵਚਨ ਤੇ ਕਾਲ ਕਰਕੇ ਨਾ ਬਦਲਣ । ਕਿਰਿਆ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ਣ, ਯੋਜਕ, ਸੰਬੰਧਕ, ਵਿਸਮਿਕ, ਅਵਿਕਾਰੀ ਸ਼ਬਦ ਹਨ । ਪ੍ਰਯੋਗ ਅਨੁਸਾਰ ਸ਼ਬਦ ਅੱਠ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦੇ ਹੁੰਦੇ ਹਨ-ਨਾਂਵ, ਪੜਨਾਂਵ, ਵਿਸ਼ੇਸ਼ਣ, ਕਿਰਿਆ, ਕਿਰਿਆ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ਣ, ਸੰਬੰਧਕ, ਤੇ ਯੋਜਕ ।