PSEB 8th Class Welcome Life Solutions Chapter 5 पशु नैतिकता

Punjab State Board PSEB 8th Class Welcome Life Book Solutions Chapter 5 पशु नैतिकता Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 8 Welcome Life Chapter 5 पशु नैतिकता

Welcome Life Guide for Class 8 PSEB पशु नैतिकता InText Questions and Answers

बहुत छोटे उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
जानवरों का क्या महत्त्व है ?
उत्तर-
जानवर हमेशा रक्षक, सहकर्मी और कभी-कभी उनके सबसे अच्छे दोस्त के रूप में मानव जीवन के लिए उपलब्ध रहे हैं।

प्रश्न 2.
क्या जानवर इंसानों से हीन या श्रेष्ठ हैं?
उत्तर-
नहीं, वे न तो नीच हैं और न ही मनुष्यों से श्रेष्ठ हैं।

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प्रश्न 3.
क्या हमें जानवरों से कुछ लाभ पाने के लिए जानवरों को नुकसान पहुंचाना चाहिए?
उत्तर-
नहीं, हमें जानवरों से लाभ प्राप्त करने के लिए जानवरों को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए।

प्रश्न 4.
जब जानवर अपने परिवारों से अलग हो जाते हैं तो क्या जानवरों को दर्द होता है?
उत्तर-
हां, जानवरों को दर्द तब होता है जब वे अपने परिवारों से अलग हो जाते हैं।

प्रश्न 5.
क्या मशीनें जानवरों के लिए अच्छा विकल्प हैं?
उत्तर-
नहीं, मशीनें जानवरों के लिए अच्छा विकल्प नहीं हैं।

प्रश्न 6.
जानवरों की भलाई के लिए भारत ने किन कानूनों को लागू किया है?
उत्तर-
जानवरों के प्रति क्रूरता की रोकथाम अधिनियम 1960 और वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972.

प्रश्न 7.
प्रत्येक एक जानवर का नाम बताएं जिसे हम ऊन, दूध और अंडे प्राप्त करने के लिए रखते हैं?
उत्तर-
हम ऊन के लिए भेड़, दूध के लिए गाय और अंडे के लिए मुर्गियाँ रखते हैं।

प्रश्न 8.
क्या जानवरों के खिलाफ क्रूरता दंडनीय अपराध है?
उत्तर-
हां, जानवरों के खिलाफ गुणवत्ता एक दंडनीय अपराध है।

प्रश्न 9.
क्या जानवरों को अपने प्राकृतिक वातावरण में रहने का अधिकार होना चाहिए?
उत्तर-
हां, जानवरों को अपने प्राकृतिक वातावरण में रहने का अधिकार होना चाहिए।

प्रश्न 10.
क्या जानवरों को भी जीने की तीव्र इच्छा होती है?
उत्तर-
हाँ जानवरों को भी जीने की तीव्र इच्छा होती है।

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प्रश्न 11.
वेल्फेयर और जानवरों की सुरक्षा के लिए काम करने वाले एक संगठन का नाम।
उत्तर-
पी०ई०टी०ए० (जानवरों के नैतिक उपचार के लोग), PETA (People of Ethical Treatment of Animals)।

प्रश्न 12.
जानवर हमारे लिए महत्त्वपूर्ण क्यों हैं?
उत्तर-
क्योंकि हम भोजन, कपड़ा, श्रम और साहचर्य के लिए उन पर निर्भर हैं।

प्रश्न 13.
जानवरों के अधिकार क्यों महत्त्वपूर्ण हैं?
उत्तर-
जानवरों के अधिकार महत्त्वपूर्ण हैं क्योंकि यह मनुष्यों को निर्दयता से व्यवहार करने से रोकेगा।

प्रश्न 14.
जानवरों को सम्मान क्यों मिलता है?
उत्तर-
क्योंकि वे हमारे जैसे जीवित प्राणी हैं।

प्रश्न 15.
क्या जानवरों में भी भावनाएँ होती हैं?
उत्तर-
हां, जानवरों में खुशी, निष्पक्षता, प्रेम, निराशा और दुःख जैसी भावनाएँ हैं।

प्रश्न 16.
पालतू जानवर हमारे जीवन में महत्त्वपूर्ण क्यों हैं?
उत्तर-
पालतू जानवर महत्त्वपूर्ण हैं क्योंकि वे हमें साहचर्य, भावनात्मक सहारा प्रदान करते हैं। हमारे तनाव के स्तर को कम करते हैं, अकेलेपन की भावना और हमें अपनी सामाजिक गतिविधियों को बढ़ाने में मदद करते हैं।

प्रश्न 17.
हम जानवरों की रक्षा कैसे कर सकते हैं?
उत्तर-
हम पृथ्वी पर रहने और उनके भोजन की देखभाल के अधिकार का सम्मान करके जानवरों की रक्षा कर सकते हैं।

प्रश्न 18.
क्या हम जानवरों के बिना जीवित रह सकते हैं?
उत्तर-
नहीं, क्योंकि हमारे जीवित रहने के लिए आवश्यक प्राकृतिक प्रणाली जानवरों के बिना ढह जाएगी।

प्रश्न 19.
मनुष्य और जानवरों के बीच मुख्य अंतर क्या है?
उत्तर-
इंसान और जानवर में बड़ा अंतर यह है कि इंसान स्वार्थी है जबकि जानवर स्वार्थी नहीं है।

छोटे उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
क्या यह उचित है कि जानवर और इंसान कई पहलुओं में समान हैं?
उत्तर-
इंसान और जानवरों में कई समानताएं हैं जैसे कि दोनों खाते हैं, सोते हैं, सोचते हैं और आपस में बात करते हैं दोनों में भावनाएं भी होती हैं दोनों दुख-सुख महसूस करते हैं, दर्द महसूस करते हैं और यदि दोनों ही अपने परिवारों से अलग होते हैं तो दोनों ही दुखी होते हैं।

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प्रश्न 2.
क्या यह सही है कि जानवर और इंसान कई पहलुओं में अलग-अलग हैं?
उत्तर-
जानवरों और इंसानों में कुछ महत्त्वपूर्ण अन्तर इस प्रकार हैं

  1. इंसान स्वार्थी है जबकि जानवर स्वार्थी नहीं हैं।
  2. इंसान लालची है जबकि जानवर लालची नहीं हैं।
  3. इंसान जानवरों को मज़े के लिए मार सकता है जबकि जानवर ऐसा कभी नहीं करते।
  4. मनुष्य प्रकृति के नियम का पालन नहीं करते हैं जबकि जानवर हमेशा प्रकृति के नियमों का पालन करते हैं।

प्रश्न 3.
किन तरीकों से जानवर हमसे हीन हैं?
उत्तर-
पशु निम्न तरीकों से हमसे हीन हैं

  1. वे तार्किक रूप से नहीं सोच सकते।
  2. उनके पास नैतिकता नहीं है।
  3. वे अपनी भावनाओं को नियन्त्रित नहीं कर सकते।
  4. विभिन्न परिस्थितियों के बीच में अन्तर नहीं कर पाते।
  5. अपनी भावनाओं के बारे में नहीं बोल सकते।

प्रश्न 4.
जानवरों में ऐसे कौन-से गुण हैं जो इंसानों के पास नहीं होते।
उत्तर-
विभिन्न जानवरों में अलग-अलग गुण होते हैं जो मनुष्य के पास नहीं होते हैं। इनमें से कुछ हैं

  1. कुत्ते बहुत कमज़ोर आवाज़ सुन सकते हैं।
  2. कई जानवर मौसम के बदलाव को समझ सकते हैं।
  3. कई जानवर अंधेरे में देख सकते हैं।

प्रश्न 5.
क्या जानवरों को मनुष्यों द्वारा उनके उपयोग से लाभ या हानि पहुंचाई जा रही है? अपने उत्तर के लिए तर्क दें।
उत्तर-
सामान्य तौर पर, जानवरों को मनुष्यों द्वारा उनके उपयोग से नुकसान पहुंचाया गया है। इंसानों ने कई जानवरों की प्रजातियों को पृथ्वी से गायब कर दिया है। कई अन्य विलुप्त होने का सामना कर रहे हैं। हालाँकि, कई मनुष्यों ने इस नुकसान का एहसास किया है और कई संगठन हैं जो जानवरों की बेहतरी और भलाई के लिए काम कर रहे हैं। हमारे पास इतनी समझ है कि हम सभी यह समझ सकें कि इस धरती पर जानवरों को रहने का समान अधिकार है और बहुत जल्द एक पूर्ण सामंजस्य होगा।

प्रश्न 6.
जानवरों के लिए भारत सरकार ने क्या किया है?
उत्तर-
भारत सरकार ने जानवरों की सुरक्षा के लिए कानून बनाए हैं। इनमें से सबसे महत्त्वपूर्ण हैं जानवरों की क्रूरता की रोकथाम अधिनियम 1960 और वन्य संरक्षण अधिनियम 1972। इन कानूनों के साथ यह जानवरों से सम्बन्धित दंडनीय अपराध घोषित किया गया है। इसके अलावा विश्व पशु दिवस हमारे समाज में जानवरों की स्थिति बढ़ाने के लिए हर साल 4 अक्तूबर को मनाया जाता है।

प्रश्न 7.
प्रत्येक प्राणी विशेष है। इस कथन को सही ठहराते हैं।
उत्तर-
यह सच है कि प्रत्येक प्राणी विशेष और अद्वितीय है। इसका कारण यह है कि प्रकृति में सन्तुलन बनाए रखने के लिए उनकी उपस्थिति, विशेषताएं और भूमिकाएँ अलग-अलग होती हैं। यदि बाकी सभी जीव मारे गए तो हम जीवित नहीं रह सकते। हमें विभिन्न उद्देश्यों और उत्पादों के लिए जानवरों और पौधों की आवश्यकता है। हम भोजन प्राप्त नहीं कर सकते क्योंकि हम अपना भोजन स्वयं तैयार नहीं कर सकते। हमें ऊनी जानवरों और रेशम के कीड़ों के बिना ऊन और रेशमी जैसे फाइबर नहीं मिलेंगे। इसलिए, सभी जीव विशेष अद्वितीय और महत्त्वपूर्ण हैं।

बड़े उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
अपने आसपास आप जितने भी जानवर देखते हैं उनमें से आपको कौन-सा जानवर पसंद और नापसंद है। हर एक का कारण बताते हुए लिखें।
उत्तर-
हम अपने आसपास कई जानवरों को देखते हैं। हम इन सभी को एक ही तरह से नहीं देखते हैं। हमें कुछ जानवर पसंद हैं और हम कुछ जानवरों से डरते हैं।
कुछ जानवर जिन्हें हम प्यार करते हैं इस प्रकार हैं

  1. कुत्ता-हम कुत्तों से प्यार करते हैं क्योंकि वे बहुत अच्छे पालतू जानवर हैं। वे हमारे घरों की रखवाली करते हैं और बहुत अच्छे साथी हैं। वे हमें वफादारी भी सिखाते हैं।
  2. पक्षी-हम पक्षियों को पसंद करते हैं क्योंकि वे बहुत अच्छे पालतू जानवर हैं और हमें उनकी उपस्थिति खुश और आकर्षक रखती हैं। मोर को उनकी सुंदरता और नृत्य के कारण पसंद करेंगे। मोर हमारा राष्ट्रीय पक्षी है।
  3. पालतू पशु-हम पालतू जानवरों से प्यार करते हैं क्योंकि वे हमें बहुत-सी चीजें देते हैं जो हमारे अस्तित्व के लिए आवश्यक हैं। उदाहरण के लिए गाय और बकरी हमें दूध देते हैं, खरगोश और भेड़ हमें ऊन, मुर्गियाँ और बत्तखें हमें अंडे देती हैं।

कुछ जानवर जिन्हें हम नफ़रत करते हैं

  1. साँप-हम साँपों से नफ़रत इसलिए करते हैं क्योंकि जब सांप हमें काटते हैं तो हम मर सकते हैं। परन्तु वे हमारी फसलें चूहों और छचुंदरों से बचाकर हमारी सहायता भी करते हैं। वे हमें केवल तभी काटते हैं जब हम उन्हें नुकसान पहुंचाने या चोट पहुंचाने का काम करते हैं। इस लिए यह सही कहा गया है कि सांप शत्रु की अपेक्षा मित्र अधिक हैं।
  2. मच्छर, मक्खी और मकड़ी-हम इन्हें पसंद नहीं करते क्योंकि ये डर, बेअरामी और कई प्रकार की बीमारियां फैलाते हैं।
  3. जंगली जानवर-हम कई जंगली जानवरों जैसे शेर चीता, लकड़बग्घा आदि से नफ़रत करते हैं। हम इनसे इसलिए नफ़रत करते हैं क्योंकि ये जानवर हमारे लिए खतरनाक हैं और हमें मार सकते हैं।

प्रश्न 2.
एक संक्षिप्त कहानी लिखो जिसमें यह बताया गया हो कि कुत्ता आपके प्रति वफ़ादार रहता है यदि आप उसकी देखभाल करते हो।
उत्तर-
हरि एक गेहूं का व्यापारी था। उसका एक बड़ा गोदाम था। उसने एक दिन एक बीमार कुत्ता अपने गोदाम के नज़दीक देखा। वह कुत्ते को डॉक्टर के पास ले गया। डॉक्टर ने कुत्ते का इलाज करवाया। कुछ दिनों बाद कुत्ते की सेहत ठीक हो गई। कुत्ते ने हरि की दयालुता याद रखी। कुत्ते ने गोदाम के पास रहना शुरू कर दिया और हरि ने कुत्ते को खिलाना शुरू कर दिया। एक रात, दो चोर गेहूं चोरी करने के लिए गेहूं के गोदाम में घुसे। हरि अकेला था इसलिए चोर आश्वस्त थे वे आसानी से चोरी कर सकेंगे। हरि सहायता के लिए चिल्लाया। कुत्ते ने हरि की चीखें सुनीं और गोदाम की तरफ भागता हुआ आ गया। हरि की आँखों में डर को देखकर कुत्ता सब कुछ समझ गया। उसने एक चोर हर हमला किया और उसके हाथ को काट लिया। चोर डर गया और भाग गया। हरी की जिंदगी और गोदाम बच गए। हरि कुत्ते का धन्यवादी था।

यह कहानी यह बताती है कि कुत्ता उसके लिए किए गए उपकार को कभी नहीं भूलता और उस व्यक्ति के लिए वफादारी दिखाता है जिसने उसके प्रति दयालुता दिखाई हो और उसका ध्यान रखा हो।

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प्रश्न 3.
जानवरों को नुकसान पहुंचाने का अर्थ है स्वयं को नुकसान पहुंचाना। इस कथन को सिद्ध करो।
उत्तर-
कुछ व्यक्तियों को देखा गया है कि वे दूसरे जानवरों को नुकसान पहुंचाते हैं। यह अधिकतर हमारे लालच और डर का परिणाम है। जानवरों के प्रति क्रूरता के लिए कुछ मिथ्य विचार भी ज़िम्मेदार हैं। मनुष्य कुछ चीजें पाने के लिए जानवरों का शिकार भी करते आए हैं। इस क्रूरता भरे काम से कई जानवर समाप्त होते जा रहे हैं। कुदरत ने जानवरों को बचाने के लिए एक सन्तुलन बनाया हुआ है। प्रत्येक जीवित प्राणी इस सन्तुलन को बनाए रखने के लिए महत्त्वपूर्ण है। यदि हम एक ही जाति के सभी जानवरों को मार देंगे तो यह सन्तुलन खराब हो जाएगा। ऐसी स्थिति में, हम खुशी के साथ सही ढंग से रहने के योग्य नहीं होंगे। यदि बहुत-सी श्रेणियों के जानवर विलुप्त हो जाएंगे तो सन्तुलन इस कद्र बिगड़ जाएगा कि वह हमारे उत्तर-जीवन में सहायता करने के योग्य नहीं रहेगा। अतः हमारे अस्तित्व पर भी संकट आ जाएगा। इसलिए हमें पशुओं को हानि नहीं पहुंचानी चाहिए क्योंकि यह अप्रत्यक्ष तौर पर हमारे स्वयं को हानि है।

प्रश्न 4.
उन चार संस्थाओं के नाम बताओ जो पशु अधिकार की रक्षा के लिए कार्य कर रही हैं।
उत्तर-
पशुओं के अधिकारों की रक्षा के लिए कार्यरत कुछ संस्थाएं ये हैं

  1. पशुओं के नैतिक उपचार के लिए जनता (PETA)
  2. भारतीय पशु कल्याण बोर्ड (AWBI)
  3. राष्ट्रीय पशु कल्याण संस्थान (NIAW)
  4. भारत का ब्लू क्रास (BCI)
  5. जंगली जीव बचाव एवं पुनर्वास केन्द्र (WRRC)
  6. पशु कल्याण के लिए बुद्ध समाज (BSAW)
  7. पशु प्रेमियों का समूह (GOAL)
  8. भारतीय पशु रक्षा संगठन का संघ (FIAPU)
  9. आओ मिल कर रहें (LLT)।

प्रश्न 5.
पशुओं पर दवाइयों के प्रयोग पर प्रतिबन्ध होना चाहिए। इस प्रतिबन्ध के कारण बताओ।
अथवा पशुओं पर प्रयोग को क्यों रोका जाना चाहिए ?
उत्तर-
हमें पशुओं पर दवाइयों को प्रयोग क्यों नहीं करने चाहिए इसके कुछ कारण ये हैं

  1. पशुओं पर प्रयोग पूर्ण रूप से खत्म होना चाहिए क्योंकि यह पशुओं के अधिकारों का हनन है।
  2. यह प्रयोग किए जा रहे पशुओं के दर्द व कष्ट का कारण है।
  3. हमारे पास उत्पादों की विषाकतता को परखने के अन्य साधन उपलब्ध हैं।
  4. जो पशुओं के लिए अच्छा है वह मनुष्यों के लिए भी अच्छा नहीं हो सकता। इस ढंग से हम अपने भले के लिए पशुओं को कष्ट का कारण बनाते हैं।
  5. पशुओं पर प्रयोग बहुत-से मामलों में महंगा साबित होता है और यह प्रयोग का बेकार ढंग है।
  6. यह पशुओं में बहुत-से परिवर्तन ला सकता है जो उन्हें बहुत खतरनाक जीवों में विकसित कर सकता है।

प्रश्न 6.
पशुओं के विरुद्ध क्रूरता के कुछ कार्य बताओ।
अथवा
आप कैसे परिभाषित करेंगे कि कुछ मानवीय कार्य बहुत क्रूर हैं और पशुओं के अधिकारों का हनन है?
उत्तर-
कुछ मानवीय कार्य जो पशुओं के लिए बहुत क्रूर हैं और पशुओं के अधिकारों का हनन है वे निम्नलिखित हैं

  1. मानवीय जीवन को बढ़िया बनाने के लिए विभिन्न उत्पादों की जांच।
  2. जनता के मनोरंजन के लिए या सर्कस में पशुओं के करतब दिखाना।
  3. पशुओं को जंजीरों में या पिंजरे में कैद रखना।
  4. खाने या कपड़ों के लिए या दवाइयों के लिए पशुओं को पालना और मारना।
  5. मनोरंजन के लिए पशुओं को मारना और उनके शरीर से कुछ प्राप्त करने के लिए उनका वध।
  6. पशुओं को पालतू बनाने के लिए पीटना।

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

बहुविकल्पीय प्रश्न:

प्रश्न 1.
निम्नलिखित में से कौन सबसे पुराना सम्बन्ध है?
(क) मानव और मशीनों के बीच सम्बन्ध
(ख) मानव और प्रौद्योगिकी के बीच सम्बन्ध
(ग) विभिन्न देशों में रहने वाले मनुष्यों के बीच सम्बन्ध
(घ) मनुष्य और जानवरों के बीच सम्बन्ध।
उत्तर-
(घ) मनुष्य और जानवरों के बीच सम्बन्ध।

प्रश्न 2.
जानवर मनुष्यों के लिए महत्त्वपूर्ण हैं क्योंकि वे
(क) रक्षक के रूप में कार्य कर सकते हैं
(ख) सहायक के रूप में कार्य कर सकता है
(ग) सबसे अच्छे दोस्त के रूप में कार्य कर सकता है
(घ) सभी सही हैं।
उत्तर-
(घ) सभी सही हैं।

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प्रश्न 3.
एक सभ्य मानव के रूप में हमें ध्यान रखना चाहिए
(क) अन्य मनुष्य का
(ख) जानवर का
(ग) पेड़ का
(घ) सभी सही हैं।
उत्तर-
(घ) सभी सही हैं।

प्रश्न 4.
जानवर हैं
(क) कुछ गुणों में मनुष्यों से हीन
(ख) कुछ गुणों में मानव से श्रेष्ठ
(ग) दोनों सही
(घ) कोई भी सही नहीं है।
उत्तर-
(ग) दोनों सही।

प्रश्न 5.
हम मदद लेते हैं
(क) अन्य मनुष्य से
(ख) मशीनों से
(ग) कुछ पशु से
(घ) सब सही हैं।
उत्तर-
(घ) सब सही हैं।

प्रश्न 6.
जो जानवर हमारे साथ रहते हैं और हमारे लिए फायदेमंद होते हैं उन्हें कहा जाता है
(क) जंगली जानवर
(ख) पाले गए पशु
(ग) दोनों सही हैं
(घ) कोई भी सही नहीं है।
उत्तर-
(ख) पाले गए पशु।

प्रश्न 7.
वन्यजीव संरक्षण अधिनियम बनाया गया
(क) 1972
(ख) 1960
(ग) 1945
(घ) 1985
उत्तर-
(क) 1972.

प्रश्न 8.
पशुओं के लिए क्रूरता की रोकथाम अधिनियम बनाया गया
(क) 1970
(ख) 1960
(ग) 1945
(घ) 1985.
उत्तर-
(ख) 1960.

प्रश्न 9.
हमें समझना चाहिए जानवर भी यह महसूस करते हैं
(क) हमारे द्वारा उनके बच्चों की देखभाल
(ख) दरद
(ग) खुशी
(घ) सभी सही हैं।
उत्तर-
(घ) सभी सही हैं।

प्रश्न 10.
कथन (क): घरेलू जानवर अपने भोजन और आश्रय के लिए मनुष्य पर निर्भर करते हैं।
कथन (ख): शाकाहारी जानवर पौधों और पौधों के उत्पादों को खाते हैं। निम्न में से कौन-सा विकल्प सही है?
(क) कथन क सही है और कथन ख गलत है।
(ख) कथन क गलत है और कथन ख सही है।
(ग) दोनों कथन सही हैं।
(घ) कोई भी सही नहीं।
उत्तर-
(ग) दोनों कथन सही हैं।

प्रश्न 11.
जानवरों को नुकसान पहुँचाए बिना निम्नलिखित में से कौन-सा प्राप्त किया जा सकता है?
(क) ऊन
(ख) दूध
(ग) अंडे
(घ) सभी सही हैं।
उत्तर-
(घ) सभी सही हैं।

प्रश्न 12.
हमारे समाज में जानवरों की स्थिति बढ़ाने के लिए हर साल 4 अक्तूबर को कौन-सा दिन मनाया जाता है?
(क) वर्ल्ड पीकॉक डे (विश्व सिंह दिवस)
(ख) वर्ल्ड हेल्थ डे (विश्व स्वास्थ्य दिवस)
(ग) वर्ल्ड प्लांट डे (विश्व पौधा दिवस)
(घ) वर्ल्ड लॉयन डे (विश्व सिंह दिवस)।
उत्तर-
(ख) वर्ल्ड हेल्थ डे (विश्व स्वास्थ्य दिवस)।

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रिक्त स्थान भरो:

  1. …………….. हमेशा मानव जीवन के लिए रक्षक, सह-कार्यकर्ता और कभी-कभी उनके सबसे अच्छे दोस्त के रूप में उपलब्ध रहे हैं।
  2. पृथ्वी पर सभी जीवों का सम्मान करना और उनकी देखभाल करना हमारा ……….. है।
  3. आज की ………………. वह काम करती हैं जिसके लिए हम अतीत में जानवरों पर सीधे निर्भर रहते थे।
  4. हमें याद रखना चाहिए कि जानवर भी …………… और …………… महसूस करते हैं।
  5. गायों और भैंसों को नुकसान पहुंचाए बिना हम ………… पा सकते हैं।
  6. हम ………….. को नुकसान पहुँचाए बिना ऊन पा सकते हैं।
  7. ……………. में जानवरों पर क्रूरता को रोकने के लिए भारतीय कानून लागू किया गया।
  8. भारत ने ………….. में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम बनाया।
  9. जानवरों के लिए करता एक दंडनीय ………….. है।
  10. हमारे समाज में जानवरों की स्थिति बढ़ाने के लिए हर साल ………….. को विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है।

उत्तर-

  1. जानवर
  2. कर्त्तव्य
  3. मशीनें
  4. सुख, दुःख
  5. दूध
  6. भेड़
  7. 1960
  8. 1972
  9. अपराध
  10. 4 अक्तूबर।

सही/ग़लत:

  1. यदि हम पृथ्वी पर सभी जीवित प्राणियों की देखभाल करते हैं, तो हम खुश हो सकते हैं।
  2. जानवरों का शिकार करना एक मजेदार बात है।
  3. जानवरों का सम्मान करने और उनकी देखभाल करने से हमें कई फायदे मिलते हैं।
  4. जानवरों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए कई कानून हैं।
  5. जानवर सभी मामलों में हमारे लिए नीच हैं।
  6. हम जानवरों को नुकसान पहुंचाए बिना कई उपयोगी चीजें जैसे दूध, ऊन, अंडे आदि प्राप्त कर सकते हैं।
  7. कुत्ता एक रक्षक जानवर है।
  8. जानवरों को खुशी और दुःख महसूस नहीं होता है। 9. जानवरों पर दवाओं के परीक्षण पर प्रतिबन्ध नहीं लगाया जाना चाहिए।
  9. हमें सभी जानवरों को मारना चाहिए ताकि मनुष्यों को कोई खतरा न हो।

उत्तर-

  1. सही
  2. ग़लत
  3. सही
  4. सही
  5. ग़लत
  6. सही
  7. सही
  8. ग़लत
  9. ग़लत
  10. ग़लत।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 13 बस्तीवाद तथा कबिलाई समाज

Punjab State Board PSEB 8th Class Social Science Book Solutions History Chapter 13 बस्तीवाद तथा कबिलाई समाज Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 8 Social Science History Chapter 13 बस्तीवाद तथा कबिलाई समाज

SST Guide for Class 8 PSEB बस्तीवाद तथा कबिलाई समाज Textbook Questions and Answers

I. नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर लिखें :

प्रश्न 1.
आदिवासी समाज के लोग अधिक संख्या में कौन-से राज्यों में रहते हैं ?
उत्तर-
आदिवासी समाज के लोग राजस्थान, गुजरात, बिहार तथा उड़ीसा में अधिक संख्या में रहते हैं।

प्रश्न 2.
आदिवासी समाज के लोगों के मुख्य व्यवसाय कौन-से हैं ?
उत्तर-
आदिवासी समाज के लोगों के मुख्य व्यवसाय पशु पालना, शिकार करना, मछली पकड़ना, भोजन इकट्ठा करना तथा खेती करना है।

प्रश्न 3.
आदिवासी समाज के लोगों ने कौन-कौन से राज्यों में अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह किया ?
उत्तर-
आदिवासी समाज के लोगों ने मध्य प्रदेश, बिहार, उड़ीसा, मेघालय, बंगाल आदि राज्यों में अंग्रेज़ों के विरुद्ध विद्रोह किये।

प्रश्न 4.
खासी कबीले का मुखिया कौन था ?
उत्तर-
खासी कबीले का मुखिया तिरुत सिंह था।

प्रश्न 5.
छोटा नागपुर के क्षेत्र में सबसे पहले किस कबीले ने अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह किया ?
उत्तर-
छोटा नागपुर के क्षेत्र में सबसे पहले 1820 ई० में कोल कबीले के लोगों ने अंग्रेज़ों के विरुद्ध विद्रोह किया।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 13 बस्तीवाद तथा कबिलाई समाज

प्रश्न 6.
अंग्रेजों द्वारा किस व्यक्ति को खरोधा लोगों का मुखिया बनाया गया ?
उत्तर-
खरोधा कबीले में एक व्यक्ति को देश निकाला दिया गया था। अंग्रेजों ने उसे वापस बुला कर उसे खरोधा लोगों का मुखिया बनाया।

प्रश्न 7.
आदिवासी समाज पर नोट लिखें।
उत्तर-
आदिवासी समाज अथवा आदिवासी लोग भारत की आबादी का एक महत्त्वपूर्ण भाग हैं। 1991 की जनगणना के अनुसार इनकी जनसंख्या लगभग 1600 लाख थी। इन कबीलों का एक बड़ा भाग राजस्थान, गुजरात, बिहार, उड़ीसा तथा मध्य प्रदेश में रहता था। मध्य प्रदेश की जनसंख्या का 23.22% भाग इन्हीं कबीलों के लोग थे। कुछ आदिवासी कबीले छोटे-छोटे राज्यों तथा केन्द्र-शासित प्रदेशों में भी रहते थे, जैसे-सिक्किम, गोवा, मिज़ोरम, दादरा-नगर हवेली तथा लक्षद्वीप आदि। इन आदिवासी लोगों में से अधिकतर का सम्बन्ध गोंड, भील, संथाल, मिज़ो आदि कबीलों से था।

प्रश्न 8.
बिरसा मुण्डा पर नोट लिखें।
उत्तर-
बिरसा मुण्डा बिहार (छोटा नागपुर क्षेत्र) के मुण्डा कबीले के विद्रोह का नेता था। वह एक शक्तिशाली व्यक्ति था। उसे परमात्मा का दूत माना जाता था। उसने उन गैर-कबिलाई लोगों के विरुद्ध धरना दिया जिन्होंने मुण्डा लोगों की ज़मीने छीन ली थीं। मुण्डा लोग साहूकारों तथा ज़मींदारों से भी घृणा करते थे क्योंकि वे उनके साथ बुरा व्यवहार करते थे। बिरसा मुण्डा ने मुण्डा किसानों से कहा कि वे ज़मींदारों का किराया चुकाने से इन्कार कर दें।

छोटा नागपुर प्रदेश में मुण्डा लोगों ने अंग्रेज़ अधिकारियों, मिशनरियों तथा पुलिस स्टेशनों को अपना निशाना बनाया। परन्तु अंग्रेजों ने बिरसा मुण्डा को गिरफ्तार कर लिया और उसके विद्रोह को दबा दिया।

प्रश्न 9.
मुण्डा कबीले द्वारा किए गए विद्रोह के प्रभाव लिखें।
उत्तर-
मुण्डा विद्रोह एक शक्तिशाली विद्रोह था। अतः विद्रोह को दबा देने के बाद सरकार मुण्डा लोगों की समस्याओं की ओर ध्यान देने लगी। कुल मिलाकर इस विद्रोह के निम्नलिखित परिणाम निकले

  • अंग्रेज़ी सरकार ने छोटा नागपुर एक्ट 1908 पास किया। इसके अनुसार छोटे किसानों को ज़मीनों के अधिकार मिल गए।
  • छोटा नागपुर प्रदेश के लोगों में सामाजिक तथा धार्मिक जागृति आई। अनेक लोग बिरसा मुण्डा की पूजा करने लगे।
  • अनेक नये सामाजिक-धार्मिक आन्दोलन शुरू हो गए। (4) कबिलाई लोग अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करने लगे।

प्रश्न 10.
उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में आदिवासी समाज द्वारा किए गए विद्रोहों का वर्णन करो।
उत्तर-
खासी विद्रोह-उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में सबसे पहला विद्रोह खासी कबीले ने किया। पूर्व में जैंतिया की पहाड़ियों से लेकर पश्चिम में गारो की पहाड़ियों तक उनका अधिकार था। तिरुत सिंह इस कबीले का संस्थापक था। उसके नेतृत्व में खासी लोग अपने प्रदेश से बाहरी लोगों को भगाना चाहते थे। 5 मई, 1829 ई० को खासी कबीले के लोगों ने गारो लोगों की सहायता से बहुत से यूरोपियों तथा बंगालियों को मार डाला। यूरोपीय कॉलोनियों को आग लगा दी गई। तिरुत सिंह भोटस, सिंगफोस आदि कुछ अन्य पहाड़ी कबीलों को भी विदेशी शासन से मुक्त करवाना चाहता था। अत: उसने अपने 10,000 साथियों की सहायता से ब्रिटिश शासन के विरुद्ध विद्रोह कर दिया। दूसरी ओर अंग्रेज़ सैनिकों ने खासीस गांवों को एक-एक करके आग लगा दी। अन्त में 1833 ई० में तिरुत सिंह ने ब्रिटिश सेना के आगे हथियार डाल दिए।

सिंगफोस विद्रोह-जिस समय अंग्रेज़ सैनिक खासी कबीले के विद्रोह को दबाने में व्यस्त थे, उसी समय सिंगफोस नामक पहाड़ी कबीले ने विद्रोह कर दिया। इन दोनों कबीलों ने खपती, गारो, नागा आदि कबायली कबीलों को विद्रोह में शामिल होने का निमन्त्रण दिया। सभी ने मिलकर असम में ब्रिटिश सेना पर आक्रमण कर दिया और कई अंग्रेज़ों को मार डाला। परन्तु अन्त में उन्हें हथियार डालने पड़े क्योंकि वे अंग्रेजों के आधुनिक शस्त्रों का सामना न कर सके।

अन्य विद्रोह-

  • 1839 ई० में खासी कबीले ने फिर से विद्रोह कर दिया। उन्होंने अंग्रेज़ों के राजनीतिक दूत कर्नल वाइट तथा अन्य कई अंग्रेजों की हत्या कर दी।
  • 1844 में नागा नामक एक अन्य उत्तर-पूर्वी कबीले ने विद्रोह कर दिया। यह विद्रोह दो-तीन साल तक चलता रहा।
  • मणिपुर के पहाड़ी प्रदेशों में कुकियों का विद्रोह भी लम्बे समय तक चला। उनकी संख्या 7000 के लगभग थी। उन्होंने 1826, 1844 तथा 1849 ई० में अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह किए। उन्होंने कई अंग्रेज़ अधिकारियों को मौत के घाट उतार दिया। परन्तु अन्त में अंग्रेज़ी सरकार ने उनके विद्रोह को दबा दिया। पकड़े गए कुकियों को तरह-तरह की यातनाएं दी गईं।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 13 बस्तीवाद तथा कबिलाई समाज

II. रिक्त स्थानों की पूर्ति करो :

1. आदिवासी समाज भारत की जनसंख्या का एक ………… भाग है।।
2. आदिवासी समाज ……….. या …………. कमरों वाली झोंपड़ियों में रहते थे।
3. पूर्व में जयंतिया पहाड़ियों से लेकर पश्चिम में गारो पहाड़ियों तक के क्षेत्र में ………… कबीले का अधिकार
(शासन) था।
4. जब बर्तानवी सैनिक खासी कबीले के विद्रोह का मुकाबला कर रहे थे, तब उसी समय ही एक अन्य पहाड़ी
कबीले ………….. ने बगावत कर दी।
उत्तर-

  1. महत्त्वपूर्ण
  2. एक, दो
  3. खासी
  4. सिंगफोस।

III. प्रत्येक वाक्य के आगे ‘सही’ (✓) या ‘गलत’ (✗) का चिन्ह लगाओ :

1. आदिवासी कबीलों में गोंड कबीले की संख्या सबसे कम है। – (✗)
2. दिवासी समाज के लोगों की सबसे प्रारंभिक सामाजिक इकाई परिवार है। – (✓)
3. बर्तानवी शासकों ने अफीम तथा नील की खेती करने के लिए आदिवासी क्षेत्रों की जमीन पर कब्जा कर – (✓)
लिया।
4. बिरसा मुण्डा ने किसानों से कहा कि वे ज़मींदारों को टैक्स (कर) दे दें। – (✗)

PSEB 8th Class Social Science Guide बस्तीवाद तथा कबिलाई समाज Important Questions and Answers

वस्तुनिष्ठ प्रश्न (Multiple Choice Questions)

(क) सही विकल्प चुनिए:

प्रश्न 1.
बिरसा मुंडा ने विद्रोह किया-.
(i) कोरोमंडल में
(ii) छोटा नागपुर में
(iii) गुजरात में
(iv) राजस्थान में।
उत्तर-
छोटा नागपुर में

प्रश्न 2.
छोटा नागपुर एक्ट कब पास हुआ ?
(i) 1906 ई०
(ii) 1846 ई०
(iii) 1908 ई०
(iv). 1919 ई०।
उत्तर-
1908 ई०

प्रश्न 3.
अंग्रेजों के विरुद्ध किस कबीले ने विद्रोह किया ?
(i) नागा
(ii) सिंगफोस
(iii) कूकी
(iv) उपरोक्त सभी।
उत्तर-
उपरोक्त सभी।

(ख) सही जोड़े बनाइए :

1. खरोध कबीले का विद्रोह – 1855 ई०
2. संथाल कबीले का विद्रोह – 1846 ई०
3. मुण्डा विद्रोह – 1899-1900 ई०
4. कोल विद्रोह – 1820 ई०
उत्तर-

  1. 1846 ई०
  2. 1855 ई०
  3. 1899-1900 ई०
  4. 1820 ई० ।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 13 बस्तीवाद तथा कबिलाई समाज

अति छोटे उत्तर वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
कबिलाई समाज से क्या भाव है ?
उत्तर-
कबिलाई समाज से भाव भारत के आदिवासी लोगों से है।

प्रश्न 2.
भारत में आदिवासी लोग मुख्य रूप से किन-किन कबीलों से सम्बन्ध रखते हैं ? उनके नाम लिखो।
उत्तर-
गोंड, भील, संथाल, मिज़ो आदि।

प्रश्न 3.
कबिलाई लोगों का क्षेत्रीय वितरण बताओ।
उत्तर-
आदिवासी लोगों में से 63% लोग पहाड़ी भागों में, 2.2% लोग द्वीपों में तथा 1.6% लोग अर्द्ध खण्ड के ठण्डे प्रदेशों में रहते हैं। अन्य लोग विभिन्न शहरी तथा ग्रामीण प्रदेशों में बिखरे हुए हैं।

प्रश्न 4.
उन्नीसवीं शताब्दी में अंग्रेजी शासन के विरुद्ध कबिलाई लोगों के विद्रोहों का मूल कारण क्या था ?
उत्तर-
19वीं शताब्दी में अंग्रेज़ी शासन के विरुद्ध कबायली लोगों के विद्रोहों का मूल कारण अंग्रेज़ी सरकार की गलत नीतियां थीं। उनकी ज़मीन हथिया ली गई थी और उनकी आजीविका के साधन चौपट कर दिए गए थे।

प्रश्न 5.
उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में नागा विद्रोह कब हुआ ? यह कब तक चलता रहा ?
उत्तर-
उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में नागा विद्रोह 1844 ई० में हुआ। यह दो-तीन साल तक चलता रहा।

प्रश्न 6.
अंग्रेज़ी सरकार ने कबिलाई लोगों की जमीनें क्यों हथिया ली थीं ?
उत्तर-
फ़सलों के वाणिज्यीकरण के कारण अंग्रेज़ किसानों से अफ़ीम तथा नील की खेती करवाना चाहते थे। इसलिए सरकार ने कबिलाई लोगों की जमीनें हथिया ली थीं।

प्रश्न 7.
विभिन्न कबिलाई विद्रोहों के किन्हीं चार नेताओं के नाम बताओ।
उत्तर-
तिरुत सिंह (खासीस), सिंधु तथा कान्ह (संथाल) और बिरसा मुण्डा (मुण्डा कबीला)।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 13 बस्तीवाद तथा कबिलाई समाज

छोटे उत्तर वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
कबिलाई लोगों के घरों तथा काम-धन्धों का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
उत्तर-
कबिलाई लोग बिना किसी योजना के बनी एक-दो कमरों वाली झोंपड़ियों में रहते हैं। ये झोंपड़ियां दो या चार लाइनों में एक-दूसरे के सामने बनी होती हैं। इन झोंपड़ियों के आसपास वृक्षों के झुण्ड होते हैं। ये लोग भेड़बकरियां तथा पालतू पशु पालते हैं। ये स्थानीय प्राकृतिक तथा भौतिक साधनों पर निर्भर हैं। इनके अन्य काम-धन्धों में शिकार करना, मछली पकड़ना, भोजन इकट्ठा करना तथा बैलों की सहायता से हल चलाना आदि शामिल हैं। .

प्रश्न 2.
कबिलाई समाज के परिवार पर एक नोट लिखो।
उत्तर-
कबिलाई लोगों की सबसे पहली सामाजिक इकाई परिवार है। परिवार के घरेलू कामकाज में स्त्रियां महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। स्त्रियों के मुख्य कार्य खाना बनाना, लकड़ियां इकट्ठी करना, सफ़ाई करना तथा कपड़े धोना है। वे खेती के कार्यों में पुरुषों का हाथ बंटाती हैं। इन कामों में भूमि को समतल करना, बीज बोना, फसल काटना आदि शामिल हैं। पुरुषों के मुख्य कार्य जंगल काटना, भूमि को समतल करना तथा हल चलाना है। क्योंकि स्त्रियां आर्थिक कार्यों में पुरुष की सहायता करती हैं, इसलिए कबिलाई समाज में बहुपत्नी प्रथा प्रचलित है। .

प्रश्न 3.
देश के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में खासीस कबीले के विद्रोह पर एक नोट लिखो।
उत्तर-
देश के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में सबसे पहला विद्रोह खासीस कबीले ने किया। पूर्व में जैंतिया पहाड़ियों से लेकर पश्चिम में गारो की पहाड़ियों तक उनका अधिकार था। तिरुत सिंह इस कबीले का संस्थापक (मोढी) था।

उसके नेतृत्व में खासी लोग अपने प्रदेश से बाहरी लोगों को भगाना चाहते थे। 5 मई, 1829 ई० को खासीस कबीले के लोगों ने गारो लोगों की सहायता से बहुत से यूरोपियों तथा बंगालियों को मार डाला। यूरोपीय कॉलोनियों को आग लगा दी गई। तिरुत सिंह कुछ अन्य पहाड़ी कबीलों को भी विदेशी शासन से मुक्त करवाना चाहता था। अतः उसने अपने 10,000 साथियों की सहायता से ब्रिटिश शासन के विरुद्ध विद्रोह कर दिया। दूसरी ओर अंग्रेज़ सैनिकों ने खासीस गांवों को एक-एक करके आग लगा दी। अन्त में 1833 ई० में तिरुत सिंह ने ब्रिटिश सेना के आगे हथियार डाल दिए।

निबन्धात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
कबिलाई समाज तथा उसकी आर्थिक दशा में हुए परिवर्तनों का वर्णन करो। (P.B. 2009 Set-A)
उत्तर-
कबिलाई समाज-कबिलाई समाज अथवा आदिवासी लोग भारत की आबादी का एक महत्त्वपूर्ण भाग हैं। इनकी जनसंख्या 1600 लाख से भी अधिक थी। इन कबीलों का एक बड़ा भाग राजस्थान, गुजरात, बिहार, उड़ीसा तथा मध्य प्रदेश में रहता था। मध्य प्रदेश की जनसंख्या का 23.22% भाग इन्हीं कबीलों के लोग थे। कुछ आदिवासी कबीले छोटे-छोटे राज्यों तथा केन्द्र-शासित प्रदेशों में भी रहते थे, जैसे-सिक्किम, गोवा, मिज़ोरम, दादरा-नगर हवेली तथा लक्षद्वीप आदि। इन आदिवासी लोगों में से अधिकतर का सम्बन्ध गोंड, भील, संथाल, मिज़ो आदि कबीलों से था।
इन आदिवासी लोगों में से 63% लोग पहाड़ी भागों, 2.2% लोग द्वीपों में तथा 1.6% लोग अर्द्ध खण्ड के ठण्डे प्रदेशों में रहते थे। अन्य लोग विभिन्न शहरी तथा ग्रामीण प्रदेशों में बिखरे हुए हैं। ये लोग बिना किसी योजना के बनी एकदो कमरों वाली झोंपड़ियों में रहते हैं। ये झोंपड़ियां दो या चार लाइनों में एक-दूसरे के सामने बनी होती हैं। इन झोंपड़ियों के आसपास वृक्षों के झुण्ड होते हैं। ये लोग भेड़-बकरियां तथा पालतू पशु पालते हैं। ये स्थानीय प्राकृतिक तथा भौतिक साधनों पर निर्भर हैं। इनके अन्य काम-धन्धों में शिकार करना, मछली पकड़ना, भोजन इकट्ठा करना तथा बैलों की सहायता से हल चलाना आदि शामिल हैं।

परिवार-कबिलाई लोगों की सबसे पहली सामाजिक इकाई परिवार है। परिवार के घरेलू कामकाज में स्त्री महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है। स्त्रियों के मुख्य कार्य खाना बनाना, लकड़ियां इकट्ठी करना, सफ़ाई करना तथा कपड़े धोना है। वे खेती के कार्यों में पुरुषों का हाथ बंटाती हैं। इन कामों में भूमि को समतल करना, बीज बोना, फसल काटना आदि शामिल हैं। पुरुषों के मुख्य कार्य जंगल काटना, भूमि को समतल करना तथा हल चलाना है। क्योंकि स्त्रियां आर्थिक कार्यों में पुरुष की सहायता करती हैं, इसलिए कबिलाई समाज में बहपत्नी प्रथा प्रचलित है। ___ कबिलाई समाज की आर्थिक दशा में परिवर्तन-19वीं शताब्दी में ब्रिटिश शासन के समय कबिलाई समाज के लोग सबसे ग़रीब थे। ब्रिटिश शासन ने इन लोगों के जीवन पर और भी बुरा प्रभाव डाला। अंग्रेजों द्वारा पुराने सामाजिक तथा आर्थिक ढांचे को बदल दिया गया। इसका सबसे बुरा प्रभाव कबिलाई समाज तथा उनकी आर्थिकता पर पड़ा। अंग्रेज़ी सरकार ने अपने आर्थिक हितों के कारण फ़सलों का व्यापारीकरण (वाणिज्यीकरण) कर दिया। सरकार ने अफ़ीम तथा नील की खेती करने के लिए कबिलाई लोगों की जमीन हथिया ली। फलस्वरूप कबिलाई लोग मजदूरी करने के लिए विवश हो गए। परन्तु उन्हें बहुत कम मजदूरी दी जाती थी। अतः उन्हें अपना गुजारा करने के लिए पैसा उधार लेना पड़ा। इसका परिणाम यह हुआ कि उनकी आर्थिक दशा बहुत ही खराब हो गई।

कबिलाई लोग इन सामाजिक तथा आर्थिक परिवर्तनों के विरुद्ध थे। अत: उनमें ब्रिटिश शासन के विरुद्ध असंतोष फैला हुआ था।

प्रश्न 2.
कबिलाई समाज के लोगों द्वारा छोटा नागपुर क्षेत्र में किए गए विद्रोहों का वर्णन करो।
उत्तर-
अंग्रेज़ी शासन के विरुद्ध छोटा नागपुर प्रदेश के विद्रोह काफ़ी महत्त्वपूर्ण थे। इनमें से मुण्डा जाति के विद्रोह का विशेष महत्त्व है। इन विद्रोहों का संक्षिप्त वर्णन इस प्रकार है :

1. कोल कबीले का विद्रोह-छोटा नागपुर प्रदेश में सबसे पहले 1820 ई० में कोल कबीले के लोगों ने अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह किया। उन्हें अपने प्रदेश में अंग्रेज़ी राज्य का विस्तार सहन नहीं था। विद्रोहियों ने कई गांव जला दिए। कोल विद्रोही भी बड़ी संख्या में मारे गए। इसलिए उन्हें 1827 ई० में अंग्रेज़ों के आगे हथियार डालने पड़े।

2. मुण्डा कबीले का विद्रोह-1830-31 में छोटा नागपुर क्षेत्र में मुण्डा कबीले ने अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह का झण्डा फहरा दिया। कोल कबीले के लोग भी इस विद्रोह में शामिल हो गए। शीघ्र ही यह विद्रोह रांची, हज़ारी बाग, पलामू तथा मनभूम तक फैल गया। अंग्रेज़ी सेना ने लगभग 1000 विद्रोहियों को मार डाला, फिर भी वह विद्रोह को पूरी तरह से न दबा सकी। अंततः अनेक सैनिक कार्रवाइयों के पश्चात् 1832 ई० में इस विद्रोह को कुचला जा सका, फिर भी मुण्डा तथा कोल लोगों की सरकार विरोधी गतिविधियां जारी रहीं।

3. खोड़ अथवा खरोधा कबीले का विद्रोह-छोटा नागपुर क्षेत्र में 1846 ई० में खरोधा कबीले ने अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह कर दिया। उन्होंने अंग्रेज़ कैप्टन मैकफ़र्सन के कैम्प पर धावा बोल दिया और उसे अपने 170 साथियों सहित हथियार डालने पर मजबूर कर दिया। अन्य पड़ोसी कबीलों के लोग भी खरोधा लोगों के साथ आ मिले। परन्तु अंग्रेजों ने उसी वर्ष इस विद्रोह को कुचल दिया। उन्होंने देश-निकाला प्राप्त एक खरोधा नेता को वापस बुलाया और उसे खरोधा लोगों का मुखिया बना दिया। इस प्रकार खरोधा लोग शान्त हो गए।

4. संथाल विद्रोह-संथालों ने 1855 ई० में अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह किया। इनकी संख्या लगभग 10,000 थी। इनका नेतृत्व सिंधु तथा कान्ह नामक दो भाइयों ने किया। संथालों ने भागलपुर तथा राजमहल के पहाड़ी प्रदेश के बीच रेल सेवाएं ठप कर दीं। उन्होंने तलवारों तथा ज़हरीले तीरों से अंग्रेजों के बंगलों पर आक्रमण किए। रेलवे तथा पुलिस के कई अंग्रेज़ कर्मचारी उनके हाथों मारे गए। अंग्रेज़ी सेना ने उनका पीछा किया। परन्तु वे जंगलों में छिप गए। उन्होंने 1856 ई० तक अंग्रेज़ सैनिकों का सामना किया। अन्त में विद्रोही नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया और उन्हें कड़ी यातनाएं दी गईं।

5. मुण्डा जाति का दूसरा विद्रोह-मुण्डा कबीला बिहार का एक प्रसिद्ध कबीला था। ब्रिटिश काल में बहुत से गैर-कबिलाई लोग कबायली प्रदेशों में आकर बस गये थे। उन्होंने कबिलाई लोगों से उनकी ज़मीन छीन ली थी। इसलिए इन लोगों को गैर-कबिलाई लोगों के पास मज़दूरी करनी पड़ती थी। तंग आकर मुण्डा लोगों ने अपने नेता बिरसा मुण्डा के अधीन विद्रोह कर दिया। प्रमुख विद्रोह 1899-1900 ई० में रांची के दक्षिणी प्रदेश में शुरू हुआ। इस विद्रोह का मुख्य उद्देश्य वहां से अंग्रेज़ों को भगाकर मुण्डा राज्य स्थापित करना था।
बिरसा मुण्डा ने उन गैर-कबिलाई लोगों के विरुद्ध धरना दिया जिन्होंने मुण्डा लोगों की जमीनें छीन ली थीं। मुण्डा लोग साहूकारों तथा ज़मींदारों से घृणा करते थे, क्योंकि वे उनके साथ बुरा व्यवहार करते थे। बिरसा मुण्डा ने मुण्डा किसानों से कहा कि वे ज़मींदारों का किराया चुकाने से इन्कार कर दें।

मुण्डा लोगों ने अंग्रेज़ अधिकारियों,मिशनरियों  तथा पुलिस स्टेशनों को अपना निशाना बनाया। परन्तु अंग्रेज़ों ने बिरसा मुण्डा को गिरफ्तार कर लिया और उसके विद्रोह को दबा दिया।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 13 बस्तीवाद तथा कबिलाई समाज

बस्तीवाद तथा कबिलाई समाज PSEB 8th Class Social Science Notes

  • कबिलाई समाज – कबिलाई समाज से अभिप्राय देश के आदिवासी लोगों से है। ये मुख्यत: राजस्थान, गुजरात, बिहार, उड़ीसा तथा मध्य प्रदेश के पहाड़ी प्रदेशों में रहते हैं।
  • प्रमुख कबीले – भारत के प्रमुख आदिवासी कबीले गोंड, भील, संथाल, मिज़ो आदि हैं।
  • कबिलाई लोगों के विद्रोह -19वीं शताब्दी में अनेक कबिलाई लोगों ने ब्रिटिश सरकार की नीतियों का विरोध किया। इसलिए देश के अनेक भागों में कबिलाई विद्रोह हुए। मध्य प्रदेश में भीलों ने, बिहार में मुण्डा लोगों ने, उड़ीसा में गोंडों ने तथा बिहार-बंगाल में संथालों ने भारी विद्रोह किये।
  • बिरसा मुण्डा – बिरसा मुण्डा, मुण्डा कबीले का नेता था। वह एक शक्तिशाली व्यक्ति था।
  • संथालों का विद्रोह – राजमहल की पहाड़ियों में रहने वाले संथाल कबीले के लोगों ने सिंधु और कान्ह नामक
    दो व्यक्तियों के नेतृत्व में 1855 में विद्रोह कर दिया। उन्होंने कम्पनी के शासन का अन्त करके स्वयं को स्वतन्त्र घोषित कर दिया। सैनिक कार्यवाही के बाद अंग्रेज़ 1856 में स्थिति पर नियन्त्रण कर पाये। सरकार ने संथाल लोगों को प्रसन्न करने के लिए संथाल परगना नामक एक अलग ज़िला स्थापित किया।
  • कबिलाई लोगों के विद्रोहों के परिणाम – इन विद्रोहों के परिणामस्वरूप कबिलाई लोग सामाजिक तथा धार्मिक रूप से जागरूक हुए।

PSEB 8th Class Physical Education Solutions Chapter 4 Qila Raipur Sports

Punjab State Board PSEB 8th Class Physical Education Book Solutions  Chapter 4 Qila Raipur Sports Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 8 Physical Education Chapter 4 Qila Raipur Sports

Physical Education Guide for Class 8 PSEB Qila Raipur Sports Textbook Questions and Answers

Question 1.
When did Qila Raipur Sports initiate?
Answer:
Origin of rural Olympic Qila Raipur Sports were initiated in 1933 after the hockey tournaments held in Jalandhar. Qila Raipur hockey team won second position in this tournament. Though this tournament was not that important but this victory played an important role for the initiation of Qila Raipur Sports. At that time the main motive of these sports was to encourage the winners in order to motivate the children towards sports. When these sports were initiated, no one had ever thought that Qila Raipur Sports would become the famous Rural Olympic one day.

PSEB 8th Class Physical Education Solutions Chapter 4 Qila Raipur Sports

Question 2.
Which are the rural games played in Qila Raipur Sports Festival?
Answer:
Bullock-cart races became the centre of attraction in the sports festival. Once the number of the bullock-carts participants was 133 which broke all the previous records. Baba Bakshish Singh set the trend for pulling four bullock-carts simultaneously.

The sports festival includes old sports like, Camel race, Suhaga race, Moonglian chalauna, Sac-lifting, Colt-lifting, Ass-lifting, passing tractor on one’s body, pulling tractor with teeth, pulling tractor with ear, weightlifting by teeth, Senior citizen race, Dog race, Mare dance, Horse race, Bullock-cart-jumps, deeds of Nihang Singhs, Tricycle race, Rock-lifting, Plough-lifting, Pigeon flights, Mule race, Elephant race, etc.

Question 3.
What are the modern sports played in Qila Raipur Sports Festival?
Answer:
Hockey, Kabaddi, Volley-ball, Shooting, Gattka, Gymnastic, Para Gliding, etc. are played in this festival in the month of February. The winner hockey team is awarded with ‘Bhagwant Singh Memorial Trophy’. S. Prahlad Singh Grewal donated 100 tola gold cup to Grewal Sports Association in the memory of his late son Bhagwant Singh who had died young.

Question 4.
Which countries did take part in the Qila Raipur Sports?
Answer:
The popularity of the Qila Raipur Sports crossed the boundary of India and reached some other countries. As a result, in 1954 Pakistani Kabaddi team participated in this tournament. After this, teams from developed countries like Canada, America, Malaysia, Singapore and England also participated-in this Sports Festival.

PSEB 8th Class Physical Education Solutions Chapter 4 Qila Raipur Sports

Question 5.
When did the women sports include for the first time in Qila Raipur Sports?
Answer:
Girls in Qila Raipur sports festival:
Though the girls were not included in the earlier sports festivals but Grewal Sports Association felt the absence of girls’ sports. In 1950, Ludhiana verses Sidhwan girls’ hockey was played for the first time in the festival. In spite of some problems due to girls ‘participation’ girls sports were initiated, in 1953. Now a days, some other games along with girls athletics are held every year.

Question 6.
What is special about Qila Raipur Sports Festival?
Answer:
Speciality of Qila Raipur sports festival:
This sports festival has produced countless olympians, international and national level players. This sports festival is motivating countless players. So many olympians, international and national level players participated in the sports festival time to time. Beside this the president of India, the Central Sports Minister and the Chief Minister of Punjab would come to encourage the players. It was a matter of pride for this sports festival.

PSEB 8th Class Physical Education Guide Qila Raipur Sports Important Questions and Answers

Multiple Choice Questions

Question 1.
When Qila Raipur games intiates?
(A) 1933
(B) 1934
(C) 1935
(D) 1936.
Answers:
(A) 1933

PSEB 8th Class Physical Education Solutions Chapter 4 Qila Raipur Sports

Question 2.
Who started Bullock-cart race?
(A) Baba Bakshish Singh
(B) Mr. Karnoind
(C) Mr. Ponu
(D) None of above.
Answers:
(A) Baba Bakshish Singh

Question 3.
Bullock-cart race started in:
(A) 1934
(B) 1920
(C) 1990
(D) 1936.
Answers:
(A) 1934

Question 4.
Which are the Modern sports played in Qila Raipur?
(A) Athletics
(B) Hockey, Kabaddi
(C) Shooting
(D) Volleyball, Gatka and Gymnastic.
Answers:
(A) Athletics
(B) Hockey, Kabaddi
(C) Shooting
(D) Volleyball, Gatka and Gymnastic.

Question 5.
In Qila Raipur which foreign countries participate?
(A) America
(B) Pakistan
(C) Canada
(D) None of these.
Answers:
(A) America
(B) Pakistan
(C) Canada

PSEB 8th Class Physical Education Solutions Chapter 4 Qila Raipur Sports

Very Short Answer Type Questions

Question 1.
When did the Qila Raipur games start?
Answer:
In 1933.

Question 2.
Who has organise first Qila Raipur game?
Answer:
Qila Raipur sports were organised under the name of Grewal Sports Association, whose leader was Sardar Inder Singh Grewal and Sardar Harchand Singh.

Question 3.
Write any two names of ancient games which are conduct in Qila Raipur?
Answer:

  • Bullock-cart race
  • Suhaga races.

Question 4.
Write names of any two new games which are organise in Qila Raipur.
Answer:

  • Athletics
  • Hockey
  • Kabaddi.

PSEB 8th Class Physical Education Solutions Chapter 4 Qila Raipur Sports

Question 5.
Write any two names of foreign countries who participate in Qila Raipur sports.
Answer:

  • Pakistan
  • America
  • Canada.

Short Answer Type Questions

Question 1.
Write the history of Qila Raipur.
Answer:
History of the village Qila Raipur:
Rai Lala in 1560, took the possession of the village Qila Raipur. He built five forts to protect his sons from the attackers, that is why the village Raipur became famous as Qila Raipur. The village Qila Raipur is 11 kilometeres towards the south of Ludhiana near ‘Dehlon’ (name of a town). The village Qila Raipur is connected with rail and roads.

Question 2.
Write the names of ancient games which are organise in Qila Raipur.
Answer:

  • Bullock-cart race
  • Camel race
  • Suhaga race
  • Moonglian chalauna
  • Sac-lifiting
  • Colt-lifting
  • Ass-lifting
  • Passing tractor on one’s body
  • Pulling tractor with teeth
  • Pulling tractor with ear
  • Weight-lifting by teeth
  • Senior citizen race
  • Dog race
  • Mare dance
  • Horse race
  • Deeds of Nihang Singhs
  • Tricycle race
  • Rock-lifting
  • Plough-lifting
  • Pigeon-flights
  • Mule race
  • Elephant race etc.

PSEB 8th Class Physical Education Solutions Chapter 4 Qila Raipur Sports

Question 3.
Write the name of modern games which are organise in Qila Raipur.
Answer:
Many world level sports, Hockey, Kabaddi, Volley-ball, Shooting, Gattka, Gymnastic, Para-gliding etc. are played in the festival in the month of February. The winner hockey team is awarded with Bhagwant Singh Memorial Trophy. S. Prahlad Singh Grewal donated 100 tola gold cup to Grewal Sports Association in the memory of his late son Bhagwant Singh who had died young.

Question 4.
Write the various recreation activities in Qila Raipur.
Answer:
Girls in Raipur Sports Festival:
Though the girls were not included in the earlier sports festivals Grewal Sports Association felt the absence of girls sports. In 1950, Ludhiana verses Sidhwan girls’ hockey was played for the first time in the festival. In spite of some problems due to girls’ participation, girls sports were initiated in 1953. Nowadays, some other games along with girls’ athletics are held every year.

PSEB 8th Class Physical Education Solutions Chapter 4 Qila Raipur Sports

Question 5.
How the garner of Qila Raipur are popular in foreign countries?
Answer:
The popularity of Qila Raipur Sports in foreign countries:
The popularity of the Qila Raipur Sports crossed the boundary of India and reached some other countries. As a result, in 1954, the Pakistan Kabaddi team participated in this tournament. After this, teams from developed countries like Canada, America, Malaysia, Singapore, and England also participated in this sports festival.

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 25 धर्म-निरपेक्षता का महत्त्व तथा आदर्श के लिये कानून

Punjab State Board PSEB 8th Class Social Science Book Solutions Civics Chapter 25 धर्म-निरपेक्षता का महत्त्व तथा आदर्श के लिये कानून Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 8 Social Science Civics Chapter 25 धर्म-निरपेक्षता का महत्त्व तथा आदर्श के लिये कानून

SST Guide for Class 8 PSEB धर्म-निरपेक्षता का महत्त्व तथा आदर्श के लिये कानून Textbook Questions and Answers

I. निम्नलिखित खाली स्थान भरो :

1. प्रस्तावना को संविधान की …………… भी कहा जाता है।
2. भारतीय संविधान के अनुच्छेद ……………… तक …………… अधिकार दर्ज हैं।
3. संविधान की 42वीं शोध द्वारा प्रस्तावना में ………….. शब्द दर्ज किया गया।
4. सभी धर्मों को समान समझना …………… है।
उत्तर-

  1. संविधान के निर्माताओं के मन की कुंजी
  2. 14 से 18, समानता के मौलिक
  3. समानता तथा बंधुत्व (भाईचारा)
  4. हमारा कर्त्तव्य।

II. निम्नलिखित वाक्यों में ठीक (✓) या ग़लत (✗) के चिन्ह लगाओ :

1. प्रस्तावना का आरम्भ ‘हम भारत के लोग’ शब्द से होता है। – (✓)
2. प्रस्तावना में समानता शब्द शामिल नहीं किया गया है। – (✗)
3. संविधान के अनुसार धर्म, जाति, लिंग, नस्ल के आधार पर भेदभाव किया जा सकता है। – (✗)
4. मत (वोट) का अधिकार राजनीतिक न्याय प्रदान करता है। – (✓)
5. प्रस्तावना को भारतीय संविधान के अन्त लिखा गया है। – (✗)

III. विकल्प वाले प्रश्न :

प्रश्न 1.
मौलिक अधिकार भारतीय संविधान के कौन-से भाग में है ?
(क) पहला भाग
(ख) दूसरा भाग
(ग) तीसरा भाग
(घ) चौथा भाग।
उत्तर- तीसरे भाग

प्रश्न 2.
आदर्शों के लिए कानून कहां पर दर्ज हैं ?
(क) कानून की किताबों में
(ख) प्रस्तावना में
(ग) भारतीय संविधान में
(घ) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर-
भारतीय संविधान में

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 25 धर्म-निरपेक्षता का महत्त्व तथा आदर्श के लिये कानून

प्रश्न 3.
संविधान के कौन-से अनुच्छेद द्वारा भारतीय नागरिकों को छः प्रकार की आज़ादी प्राप्त है ?
(क) अनुच्छेद 18
(ख) अनुच्छेद 14
(ग) अनुच्छेद 19
(घ) अनुच्च्छेद 17
उत्तर-
अनुच्छेद 19.

IV. निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर 1-15 शब्दों में दो :

प्रश्न 1.
धर्म-निरपेक्षता का अर्थ लिखें।
उत्तर-
धर्म-निरपेक्षता का अर्थ है कि राज्य अथवा सरकार का अपना कोई धर्म नहीं है। राज्य की दृष्टि में सभी . धर्म समान होते हैं। धर्म के आधार पर राज्य किसी से कोई भेद-भाव नहीं करता।

प्रश्न 2.
धर्म-निरपेक्षता का कोई उदाहरण दें।
उत्तर-
हमारे देश में समय-समय पर भिन्न-भिन्न धर्मों के राष्ट्रपति रहे हैं। इसी प्रकार प्रधानमन्त्री तथा अन्य उच्च पदों पर भी भिन्न-भिन्न धर्मों के लोग रहे हैं।

प्रश्न 3.
संविधान में शामिल आदर्शों से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर-
भारतीय संविधान की प्रस्तावना में संविधान के मुख्य उद्देश्य तथा मौलिक सिद्धान्त दिए गए हैं। इन्हें संविधान के आदर्श कहा जाता है। ये आदर्श भारत राष्ट्र के स्वरूप को निश्चित करते हैं।

प्रश्न 4.
प्रस्तावना में शामिल आदर्शों को पूरा कैसे किया गया है ?
उत्तर-
संविधान के आदर्शों को कानूनी रूप देकर पूर्ण किया गया है। उदाहरण के लिए समानता के आदर्श को पाने के लिए छुआछूत को अवैध घोषित किया गया है।

प्रश्न 5.
प्रस्तावना क्या है ?
उत्तर-
प्रस्तावना संविधान की आत्मा है। इसमें संविधान के मूलभूत लक्ष्य तथा आदर्श दिए गए हैं।

V. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 50-60 शब्दों में दे :

प्रश्न 1.
न्याय से क्या तात्पर्य है ? इस आदर्श को कैसे लागू किया गया है ? .
उत्तर-
न्याय से भाव यह है कि भारत में सभी नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक तथा राजनीतिक न्याय मिले। इसके लिए सभी को समान अवसर प्रदान करना आवश्यक है। इस उद्देश्य से संविधान के तीसरे अनुभाग में धर्म, नस्ल, रंग आदि के आधार पर भेदभाव को निषेध माना गया है। इसी अनुभाग में मौलिक अधिकारों द्वारा सभी नागरिकों को अवसर की समानता प्रदान की गई है। यह समानता आर्थिक, सामाजिक तथा राजनीतिक न्याय की गारंटी है। इस समानता को बनाये रखने के लिए विशेष कानून बनाये गए हैं। इन कानूनों का उल्लंघन करने वालों को दण्ड दिया जाता है।

प्रश्न 2.
समानता से क्या तात्पर्य है ? संविधान अनुसार कौन-कौन सी समानताएं दी गई हैं ?
उत्तर-
समानता से भाव यह है कि राज्य के सभी नागरिक, चाहे वे किसी भी जाति या धर्म से सम्बन्ध रखते हों, समान हैं। संविधान में निम्नलिखित समानताएं दी गई हैं-

  1. कानून के सामने सभी लोग समान हैं।
  2. अस्पृश्यता को अवैध घोषित कर दिया गया है, ताकि सामाजिक समानता को सुनिश्चित किया जा सके।
  3. सैनिक तथा शैक्षिक उपाधियों को छोड़कर अन्य सभी उपाधियां समाप्त कर दी गई हैं।
  4. किसी भी धर्म, जाति, नस्ल या वर्ग को कोई विशेष अधिकार प्राप्त नहीं है।
  5. समानताओं को लागू करने के लिए न्यायपालिका को विशेष अधिकार प्रदान किए गए हैं।

प्रश्न 3.
संविधान की प्रस्तावना का क्या महत्त्व है ? ।
उत्तर-
संविधान की प्रस्तावना संविधान के आरम्भ में दी गई है। यह संविधान के मुख्य उद्देश्य मूल सिद्धान्तों तथा आदर्शों पर प्रकाश डालती है। प्रस्तावना के अनुसार संविधान के मुख्य आदर्श हैं-

  1. प्रभुसत्ता सम्पन्न
  2. धर्मनिरपेक्षता, सबके लिए समान न्याय,
  3. स्वतन्त्रता तथा समानता,
  4. भाईचारा तथा
  5. राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डता। इन आदर्शों को कानूनी रूप दिया गया गया है।

प्रश्न 4.
राष्ट्रीय एकता व अखण्डता से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
राष्ट्रीय एकता तथा अखण्डता का अर्थ यह है कि पूरा भारत एक राष्ट्र है। देश के सभी वर्गों, जातियों तथा धर्मों के लोग एक ही राष्ट्र का निर्माण करते हैं। देश की कोई भी इकाई इससे अलग नहीं है। हमारे संविधान निर्माता राष्ट्रीय एकता के इच्छुक थे। इस आदर्श को संविधान के 42वें संशोधन द्वारा संविधान की प्रस्तावना में सम्मिलित किया गया है। इस आदर्श की प्राप्ति के लिए भिन्न-भिन्न कानून बनाये गए हैं। यदि कोई इन कानूनों को तोड़ता है, तो उसे कठोर दण्ड दिया जाता है। परन्तु आज कुछ असामाजिक तथा अलगाववादी तत्त्व देश की एकता तथा अखण्डता को चोट पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। कुछ विदेशी शक्तियां भी भारत की एकता को भंग करने की ताक में रहती हैं। हमें इन तत्त्वों तथा शक्तियों से कठोरता से निपटना होगा। हमें पूरी आशा है कि हम अपने लक्ष्य को पाने में सफल रहेंगे।

प्रश्न 5.
सामाजिक, आर्थिक तथा राजनीतिक न्याय से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-

  1. सामाजिक न्याय-सामाजिक न्याय से भाव है किसी नागरिक से जाति, धर्म, रंग तथा नस्ल के आधार पर कोई भेदभाव न करना। सामाजिक न्याय को ‘समानता के मूल अधिकार’ द्वारा सुनिश्चित बना गया है।
  2. आर्थिक न्याय-इसका भाव है समाज में आर्थिक असमानता को दूर करके आर्थिक समानता लाना। इस उद्देश्य से सभी नागरिकों को रोजी-रोटी कमाने के लिए बराबर अवसर तथा एक समान काम के लिए समान मज़दूरी की व्यवस्था की गई है।
  3. राजनीतिक न्याय-भारतीय नागरिकों को राजनीतिक न्याय देने के लिए यह व्यवस्था की गई है-(1) सभी को बिना भेदभाव के वोट देने का अधिकार, (2) चुने जाने का अधिकार, (3) सरकारी पद प्राप्त करने का अधिकार तथा (4) सरकार की आलोचना की स्वतन्त्रता।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 25 धर्म-निरपेक्षता का महत्त्व तथा आदर्श के लिये कानून

PSEB 8th Class Social Science Guide धर्म-निरपेक्षता का महत्त्व तथा आदर्श के लिये कानून Important Questions and Answers

वस्तुनिष्ठ प्रश्न (Multiple Choice Questions)

सही जोड़े बनाइए:

1. भारतीय संविधान का प्रारंभ – समानता का रूप
2. भारतीय संविधान का एक आदर्श – प्रस्तावना
3. छुआछूत की समाप्ति – समान न्याय।
उत्तर-

  1. प्रस्तावना
  2. समान न्याय
  3. समानता का रूप।

अति छोटे उत्तर वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
संविधान में कौन-से आदर्श हैं ?
उत्तर-

  1. सम्पूर्ण प्रभुसत्ता सम्पन्न,
  2. धर्म-निरपेक्ष,
  3. सभी को समान न्याय,
  4. स्वतन्त्रता, समानता तथा भ्रातृत्व,
  5. राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डता,
  6. गणराज्य ।

प्रश्न 2.
धर्म-निरपेक्षता का महत्त्व-लिखें।
उत्तर-
धर्म-निरपेक्षता राज्य का एक महत्त्वपूर्ण आदर्श है। ऐसे राज्य में सभी धर्मों के लोग शान्ति एवं सद्भावना से रह सकते हैं। इससे देश की एकता एवं अखण्डता बनी रहती है।

प्रश्न 3.
चीन, संयुक्त राज्य अमेरिका तथा भारत के संविधान किस-किस विचारधारा पर आधारित हैं ?
उत्तर-
चीन का संविधान साम्यवादी विचारधारा पर जबकि संयुक्त राज्य अमेरिका का संविधान पूंजीवादी विचारधारा पर आधारित है। परन्तु भारत का संविधान किसी विशेष विचारधारा पर आधारित नहीं है।

प्रश्न 4.
अंग्रेज़ी शासन में देश को धार्मिक संकीर्णता के कौन-कौन से परिणाम भुगतने पड़े ? कोई दो परिणाम बताओ।
उत्तर-

  1. धर्म के नाम पर देश में झगड़े तथा दंगे-फसाद होते रहे जिसके कारण भीषण रक्तपात हुआ।
  2. 1947 में देश का विभाजन कर दिया गया।

प्रश्न 5.
भारतीय संविधान की प्रस्तावना कहां अंकित की गई है ? इसका क्या महत्त्व होता है ?
उत्तर-
भारतीय संविधान की प्रस्तावना संविधान के प्रारम्भ में दी गई है। प्रस्तावना एक ऐसा दस्तावेज़ होता है जिसमें संविधान के मुख्य उद्देश्य तथा मौलिक सिद्धान्त दिए होते हैं। यह विधान निर्माताओं के मन की कुंजी होती है।

प्रश्न 6.
भारतीय संविधान का प्रथम आदर्श ( उद्देस्श्य ) क्या था ? क्या हमने इस आदर्श को पा लिया है ?
उत्तर-
भारतीय संविधान का प्रथम उद्देश्य आंतरिक तथा बाह्य स्वतन्त्रता प्राप्त करना था। हमने इस आदर्श को पा लिया है क्योंकि आज हम किसी विदेशी शक्ति के दास नहीं हैं। आज सम्पूर्ण शक्ति लोगों के पास है। विदेशी मामलों में भी हम पूरी तरह स्वतन्त्र हैं।

प्रश्न 7.
भारतीय संविधान के स्वतन्त्रता के आदर्श का वर्णन कीजिए।
उत्तर-
संविधान की प्रस्तावना में अभिव्यक्ति, विश्वास तथा उपासना की स्वतन्त्रता दी गई है। स्वतन्त्रता को मौलिक अधिकारों के रूप में सुरक्षा प्रदान की गई है। इन अधिकारों की प्राप्ति के लिए नागरिक न्यायालय की शरण ले सकते हैं।

प्रश्न 8.
हम अभी तक संविधान के आदर्शों को पूरा करने में क्यों सफल नहीं हो पाये ? कोई दो कारण बताइए।
उत्तर-

  1. अभी भी लोग जाति, धर्म, भाषा तथा क्षेत्र के नाम पर आपस में झगड़ते हैं। ।
  2. कुछ प्रान्त आज भी भारत से अलग होने की मांग कर रहे हैं।

छोटे उत्तर वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
धर्म-निरपेक्षता का सिद्धान्त भारतीय संविधान में क्यों सम्मिलित किया गया है ?
उत्तर-
भारतीय संविधान में धर्म-निरपेक्षता के सिद्धान्त को सम्मिलित करने का मुख्य कारण भारत की परतन्त्रता था। भारत शताब्दियों तक अंग्रेज़ों का दास रहा। अंग्रेज़ों ने कभी भारत के एक धर्म को उकसाया तो कभी दूसरे धर्म को ताकि देश में आर्थिक सद्भावना न रह सके। कभी हमारा देश नक्सलवादी विचारधारा का शिकार रहा। इस प्रकार देश में धार्मिक संकीर्णता का वातावरण बना रहा जिसने हमारे देश का विभाजन कर दिया। धर्म के नाम पर दंगे-फसाद भी होते रहे। ऐसे में राज्य को धर्म-निरपेक्ष बनाना अनिवार्य था। इसी कारण भारतीय संविधान में धर्म-निरपेक्षता के सिद्धान्त को सम्मिलित किया गया।

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प्रश्न 2.
संविधान में आदर्शों को क्यों सम्मिलित किया गया है ?
उत्तर-
संविधान द्वारा किसी देश के प्रशासन के स्वरूप तथा राज्य एवं नागरिकों के बीच सम्बन्धों को निश्चित किया जाता है। राज्य को कल्याणकारी बनाने तथा विदेशों के साथ मधुर सम्बन्ध बनाने के लिए भी कुछ सिद्धान्त निश्चित किए जाते हैं। इसके लिए यह भी आवश्यक है कि देश में सामाजिक तथा धार्मिक भाईचारा बना रहे, सभी वर्गों को न्याय मिले और देश की एकता एवं अखण्डता को कोई आंच न आये। इसी उद्देश्य से संविधान में कुछ लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। इन्हें संविधान के आदर्श भी कहा जाता है।

प्रश्न 3.
भारतीय संविधान के ‘भ्रातृत्व’ के आदर्श पर एक नोट लिखो।
उत्तर-
भारतीय संविधान में दिए गए भ्रातृत्व के आदर्श का उद्देश्य नागरिकों में भाईचारे की भावना विकसित करना है। भारत में भिन्न-भिन्न धर्मों तथा जातियों के लोग रहते हैं। देश की एकता एवं अखण्डता के लिए इनके बीच भाईचारे (भ्रातृत्व) की भावना होना आवश्यक है। सामाजिक सद्भावना बनाए रखने के लिए साम्प्रदायिक सद्भाव अनिवार्य है। इसलिए संविधान के भिन्न-भिन्न अनुच्छेदों द्वारा धर्म, जाति, लिंग तथा नस्ल आदि के भेदभाव को समाप्त कर दिया गया है।

धर्म-निरपेक्षता का महत्त्व तथा आदर्श के लिये कानून PSEB 8th Class Social Science Notes

  • राष्ट्रीय लक्ष्य अथवा आदर्श – प्रत्येक राष्ट्र के कुछ निश्चित लक्ष्य होते हैं जो राष्ट्र की एकता, उन्नति तथा समृद्धि के लिए निश्चित किये जाते हैं। इन्हें राष्ट्रीय लक्ष्य कहते हैं। भारत के भी अपने राष्ट्रीय लक्ष्य हैं।
  • संविधान के आदर्श – धर्म-निरपेक्षता, न्याय, स्वतन्त्रता, समानता, भ्रातृत्व तथा राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डता हमारे संविधान के मुख्य आदर्श हैं।
  • धर्म-निरपेक्ष राज्य – हमारा देश एक धर्म-निरपेक्ष राज्य है। यहां सभी धर्मों के लोगों को अपने धर्म का पालन करने और अपने ढंग से उपासना करने की स्वतन्त्रता है।
  • आर्थिक समानता – आर्थिक समानता का अर्थ है कि राज्य में अमीर-गरीब का अन्तर कम-से-कम हो।
  • राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डता – भारत एक विशाल देश होने के कारण अनेक भाषाओं, संस्कृतियों तथा धर्मों की भूमि है। सभी को अपनी-अपनी संस्कृति विकसित करने की छूट है। परन्तु कई क्षेत्रों के लोग अपनी भाषा या क्षेत्र के हितों को राष्ट्रीय हितों से अधिक महत्त्व देने लगते हैं। इससे देश की मूलभूत एकता पर प्रहार होता है। अतः राष्ट्रीय एकीकरण को बनाए रखना | हमारा लक्ष्य है।

PSEB 8th Class Home Science Solutions Chapter 1 निजी देखभाल

Punjab State Board PSEB 8th Class Home Science Book Solutions Chapter 1 निजी देखभाल Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 8 Home Science Chapter 1 निजी देखभाल

PSEB 8th Class Home Science Guide निजी देखभाल Textbook Questions and Answers

प्रश्न 1.
भोजन के तत्त्वों के नाम लिखिए।
उत्तर-
कार्बोज, प्रोटीन, वसा, विटामिन तथा लवण।

प्रश्न 2.
ऊर्जा प्रदान करने वाले तत्त्व कौन-से होते हैं ?
उत्तर-
कार्बोहाइड्रेट्स तथा वसा।

प्रश्न 3.
प्रोटीन के दो प्रमुख प्राप्ति स्त्रोत बताएं।
उत्तर-
अण्डा व दालें।

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प्रश्न 4.
कैल्शियम हमारे शरीर के लिए क्यों आवश्यक है ?
अथवा
कैल्शियम का शरीर के लिए प्रमुख कार्य क्या है ?
अथवा
कैल्शियम के कोई दो लाभ बताओ।
उत्तर-

  1. शरीर में अस्थियों और दाँतों का निर्माण करना।
  2. स्नायुओं को स्वस्थ रखता है।

प्रश्न 5.
भारतीय आहार में प्रमुख कमी कौन-सी है ?
उत्तर-
भोजन में कैलोरियों की मात्रा कम होना।

प्रश्न 6.
गर्मियों में सूती कपड़े क्यों पहने जाते हैं ?
उत्तर-
सूती कपड़े गर्मी के संचालक हैं तथा पानी कम चूसते हैं।

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प्रश्न 7.
सिल्क के कपड़े मुख्यतः सर्दियों में पहने जाने का कारण लिखें।
उत्तर-
सिल्क गर्मी का अच्छा संचालक नहीं है इसलिए इसे सर्दियों में प्रयोग करते हैं।

प्रश्न 8.
खाने के साथ ज्यादा पानी क्यों नहीं पीना चाहिए?
उत्तर-
खाने के साथ अधिक पानी नहीं पीना चाहिए, क्योंकि भोजन को पचाने वाले रस पतले हो जाते हैं और भोजन जल्दी से पचता नहीं है।

प्रश्न 9.
पैरों के लिए जूते और जुराब का चुनाव करते समय सबसे अधिक ध्यान रखने योग्य बात कौन-सी है ?
उत्तर-
जुराबें और जूते तंग नहीं हों। जूते खुले भी न हों तथा जुराबों का इलास्टिक तंग न हो।

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लघूत्तर प्रश्न

प्रश्न 1.
आवश्यकता से अधिक या कम खाने के क्या नुकसान हैं ?
उत्तर-
अगर आवश्यकता से अधिक खाना खाते हैं तो आमाशय और आंतों को अधिक मेहनत करनी पड़ती है। इससे गुर्दो पर भी अधिक दबाव पड़ता है। खाए हुए भोजन में उबाल-सा आ जाता है जिससे गैस बनती है। इससे पेट खराब हो जाता है। मुंह से बदबू आने लग जाती है और सिर दखने लग जाता है।

अगर अधिक समय तक आवश्यकता से अधिक भोजन खाया जाए तो पेट की बीमारियां हो जाती हैं, जैसे-आमाशय की बीमारियां, गुर्दो में खराबी और खून का दबाव बढ़ सकता है। तन्तुओं में अधिक चर्बी जम जाती है और आदमी मोटा हो जाता है। पेशाब में शक्कर आने का रोग हो जाता है।

अगर आवश्यकता से कम खाना खाते हैं तो भार में कमी आ जाती है, कमज़ोरी और खून की कमी हो जाती है। कम खाने से बीमारियों का सामना करने की शक्ति कम हो जाती है और विशेषकर तपेदिक होने का डर रहता है। बच्चे यदि कम खाना खाएं तो मन्द बुद्धि के हो जाते हैं और जल्दी थक जाते हैं। उनके शरीर का विकास भी पूरा नहीं होता और उनका कद और भार भी अपनी आयु के अनुसार कम रहता है।

प्रश्न 2.
क्रीम और तेल क्यों प्रयोग किए जाते हैं ? इनकी जगह और क्या इस्तेमाल किया जा सकता है ?
उत्तर-
प्रतिदिन साबुन के साथ स्नान करने और सिर धोने से त्वचा खुश्क हो जाती है। हमारी त्वचा की ऊपरी तह के तन्तु भी झड़कर त्वचा पर जम जाते हैं और त्वचा को खुश्क करते हैं। ये सैल सिकरी के रूप में सिर में देखे जा सकते हैं। पतझड़ और सर्दियों में त्वचा अधिक खुश्क हो जाती है जिसके लिए ज़रूरी हो जाता है कि त्वचा को चमकदार और लचकदार बनाने के लिए सिर और शरीर की किसी तेल के साथ मालिश करनी चाहिए। सिर और त्वचा पर तेल सिर्फ मला ही नहीं जाता बल्कि मालिश की जाती है। इस तरह करने से हमारी त्वचा के नीचे की तेल की ग्रन्थियाँ हरकत में आ जाती हैं और इनसे कुदरती तेल निकलते हैं जो हमारी त्वचा को मुलायम रखते हैं।

चेहरे पर लगाने के लिए आजकल कई तरह की क्रीमें बाजार में मिलती हैं। विशेषकर सर्दियों में बच्चों के मुँह फट जाते हैं। इसको ठीक करने के लिए भी चिकनाई वाली क्रीम लगाई जाती है। आजकल और भी कई तरह की क्रीमें मिलती हैं, जिनको लगाने से चेहरे की कील, छाइयां दूर होती हैं और चेहरे पर निखार आता है। तेल और क्रीम की जगह मक्खन, ग्लिसरीन या ग्लिसरीन में नींबू का रस मिलाकर इस्तेमाल कर सकते हैं। इनसे भी चेहरा मुलायम होता है।

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प्रश्न 3.
टेलकम पाउडर के क्या लाभ हैं ?
उत्तर-
टेलकम पाउडर से निम्नलिखित लाभ हैं-

  1. टेलकम पाउडर पसीने को सोख लेता है।
  2. इसे लगाने से पसीने की बदबू नहीं आती है।
  3. टेलकम पाउडर के इस्तेमाल से कपड़ों पर पसीने का धब्बा नहीं होता।
  4. इसका इस्तेमाल दवाइयों के रूप में भी किया जाता है।

प्रश्न 4.
कपड़े क्यों पहने जाते हैं ? (पंजाब बोर्ड, 2002, 03, 04, 06)
अथवा
कपड़ों की आवश्यकता के क्या कारण हैं ?
उत्तर-

  1. गर्मी, सर्दी और मौसम की कठिनाइयों से बचने के लिए कपड़े पहने जाते हैं।
  2. कपड़े पहने हों तो मच्छर, कीट आदि के काटने से बचा जा सकता है।
  3. गिरने पर शरीर पर चोट का प्रभाव कम होता है।
  4. अग्निशमन करने वालों के कपड़े विशेष रेशे से बनते हैं, जिनमें आग कम लगती है।

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प्रश्न 5.
कपड़ों के रेशे कितनी प्रकार के होते हैं ? वर्णन करो।
अथवा
पहनने वाले वस्त्र किन-किन रेशों से बने होते हैं ? वर्णन कीजिए।
उत्तर-
कपड़ों के रेशे मुख्य रूप से पाँच प्रकार के होते हैं-
(1) सूती कपड़े,
(2) लिनन,
(3) रेशम
(4) ऊन,
(5) टैरीलीन, नाइलॉन आदि।

1. सूती कपड़े-ये कपास से बनाये जाते हैं। सूती कपड़े गर्मी के अच्छे संचालक होते हैं और पानी को बहुत अधिक नहीं सोखते। सूती कपड़ा अधिक मज़बूत और सस्ता होता है।
निजी देखभाल इसलिए प्रत्येक घरों में इसका इस्तेमाल किया जाता है। गर्मियों के दिनों में नीचे पहनने और ऊपर पहनने के लिए तथा सर्दियों में नीचे पहनने के लिए इन कपड़ों का इस्तेमाल किया जाता है।

2. लिनन-यह पौधों से बनाई जाती है। यह सूती कपड़े की अपेक्षा अधिक महंगी होती है। देखने में यह सूती कपड़े की अपेक्षा अधिक चमकदार, स्पर्श करने में मुलायम और सूती कपड़े की अपेक्षा अधिक अच्छी लगती है, परन्तु पहनने और धोने में सूती कपड़े के समान ही होती है।

3. रेशम- यह रेशम के कीड़ों से बनायी जाती है। यह गर्मी की अच्छी संचालक नहीं होती और पानी भी अधिक नहीं सोखता है। इसलिए इसका इस्तेमाल सर्दियों में किया जाता है। रेशम नर्म और चमकदार होने के कारण पहनी हुई लगती है। लेकिन महंगी होने के कारण इसका अधिक इस्तेमाल नहीं किया जाता।

4. ऊन-यह गर्मी की अच्छी संचालक नहीं होती। पानी भी अधिक सोखती है। इसलिए ऊनी कपड़े सर्दियों में पहने जाते हैं। ऊनी कपड़े खुले बुने हुए होते हैं। इनके छेदों में हवा भर जाती है, जो शरीर की गर्मी को बाहर नहीं जाने देती। पोले होने के बावजूद भी यह शरीर में नहीं चिपकती क्योंकि यह अधिक पानी सोखती है। ऊनी कपड़े थोड़े खुरदरे होते हैं। इसलिए ऊनी रेशों के नीचे पहनने वाले कपड़े नहीं बनाए जाते।

5. टैरीलीन, नाइलॉन आदि-ये कपड़े पहनने में हल्के, धोने में आसान और अधिक दिनों तक चलते हैं। ये कपड़े पानी को नहीं सोखते और गर्मी के अच्छे संचालक नहीं होते। इसलिए गर्मियों में नहीं पहने जा सकते। ये धोने में आसान और बिना प्रैस किए ही पहने जा सकते हैं। इसकी जुराबें और जाँघिए भी बनाए जाते हैं।

प्रश्न 6.
जूते और जुराबें किस प्रकार की होनी चाहिए ?
उत्तर-
जूते और जुराबें नाप के अनुसार होनी चाहिएं। जूते तंग भी न हों तथा न ही खुले हों। दोनों स्थितियों में पैरों में दर्द होगा या जख्म हो सकते हैं। जुराबों का ईलास्टिक भी तंग न हो।

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प्रश्न 7.
तंग कपड़े पहनने से क्या हानियाँ होती हैं ?
उत्तर-
तंग कपड़े पहनने से निम्नलिखित हानियां होती हैं

  1. तंग कपड़े पहनने से खून का दौरा, साँस लेने की क्रिया, पाचन क्रिया और मांसपेशियों की हिलजुल ठीक तरह नहीं हो सकती।
  2. तंग कपड़े पहनने से ठीक ढंग से उटना, बैठना और काम करना मुश्किल हो जाता
  3. पेटियाँ ज्यादा कसकर नहीं बाँधनी चाहिएं और लचकदार हिस्से भी ज्यादा तंग नहीं होने चाहिएं।
  4. तंग पोशाक में खुली पोशाक की अपेक्षा अधिक सर्दी लगती है।

प्रश्न 8.
निशास्ते वाले भोजन पदार्थों से कौन-सा पौष्टिक तत्त्व मिलता है ?
उत्तर-
निशास्ते वाले भोजन पदार्थों से कार्बोहाइड्रेट पौष्टिक तत्त्व मिलता है। इससे हमें ऊर्जा मिलती है तथा हमारा शरीर कार्य करने में सक्षम होता है।

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प्रश्न 9.
वनस्पति और प्राणीजन प्रोटीन में क्या अन्तर है ?
अथवा
प्रोटीन की प्राप्ति के स्रोत बताओ।
उत्तर-
वनस्पति तथा प्राणीजन प्रोटीन में अन्तर-

वनस्पति प्रोटीन प्राणी जन प्रोटीन
1. अनाज-गेहूँ, ज्वार, बाजरा, चावल, मकई, रागी, जई से प्राप्त होता है। 1. जन्तु प्रोटीन-अण्डा, मांस, मछली, कलेजी आदि से प्राप्त होता है।
2. दालें-अरहर, उरद, मूंग, मसूर, सोयाबीन व चने की दाल, चपटी सेम, सूखी मटर आदि से प्राप्त होता है। 2. दूध व दूध से बने पदार्थ- गाय, भैंस, बकरी व माता का दूध, सूखा दूध, दही, पनीर आदि से प्राप्त होता है।

 

प्रश्न 10.
तन्तुओं की मरम्मत और नये तन्तुओं के निर्माण के लिए भोजन के कौनसे पौष्टिक तत्त्व आवश्यक हैं ?
अथवा
शरीर के विकास के लिए भोजन का कौन-सा पोषक तत्त्व ज़रूरी है ?
उत्तर-
तन्तुओं की मरम्मत तथा नये तन्तु बनाने के लिए भोजन में प्रोटीन नामक पौष्टिक तत्व होता है। इस तत्व को दालों, पनीर, दूध, दही, मीट, अण्डा आदि से प्राप्त किया जा सकता है। सोयाबीन इसका सबसे सस्ता स्रोत है।

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प्रश्न 11.
कोई ऐसा भोजन बताओ, जिसे पूर्ण आहार कहा जा सके।
उत्तर-
ऐसा भोजन पदार्थ जिसमें से हमें सभी पौष्टिक तत्व प्राप्त हो जाएं को पूर्ण आहार कहा जाता है। ऐसे दो पदार्थ हैं :-

  1. दूध
  2. अण्डा।

प्रश्न 12.
तेल से शरीर की मालिश करने का क्या लाभ है ?
उत्तर-
तेल से शरीर पर मालिश करने का लाभ यह है कि हमारी त्वचा के नीचे की तेल की ग्रन्थियां हरकत में आ जाती हैं और इनसे कुदरती तेल निकलते हैं जो हमारी त्वचा को मुलायम रखते हैं।

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प्रश्न 13.
त्वचा के नीचे स्थित तेल ग्रन्थियों को उत्तेजित करने के लिए क्या करना चाहिए ?
उत्तर-
त्वचा के नीचे की तेल ग्रन्थियों को उत्तेजित करने के लिए तेल से मालिश करना चाहिए।

प्रश्न 14.
कोल्ड क्रीम और वेनिशिंग क्रीम में क्या अन्तर है ?
उत्तर-
कोल्ड क्रीम और वेनिशिंग क्रीम में अन्तर

कोल्ड क्रीम केनिशिंग क्रीम
(1) कोल्ड क्रीम सर्दियों में इस्तेमाल की जाती है। (1) वेनिशिंग क्रीम किसी भी ऋतु में  इस्तेमाल की जा सकती है।
(2) कोल्ड क्रीम में चिकनाई होती है। (2) वेनिशिंग क्रीम में चिकनाई नहीं होती है।

 

प्रश्न 15.
ठीक ढंग से कपड़े पहनने का क्या महत्त्व है ?
उत्तर-
ठीक ढंग के कपड़े पहनने का निम्नलिखित महत्त्व है-

  1. यह शरीर को गर्मी, सर्दी और बाहर की चोटों से बचाता है।
  2. यह शरीर की गर्मी को ठीक रखता है।
  3. ठीक ढंग के कपड़े अपने आपको सजाने और मर्यादा रखने के लिए भी पहनते हैं।

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प्रश्न 16.
जूते पैरों के नाप के क्यों होने चाहिएं ?
उत्तर–
पाँव के बूट न तंगा और न ही अधिक खुले बल्कि माप के होने चाहिए। तंग जूतों में पाँव घुटे रहते हैं और पाँव पर छाले पड़ जाते हैं। अधिक खुले जूते में भी पाँव हिलता रहता है जिससे ज़ख्म हो सकते हैं। इसलिए जूते माप के ही खरीदने चाहिएं।

निबन्धात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
भोजन के कौन-कौन से तत्त्व हैं और ये कौन-कौन से स्रोतों से मिलते हैं ?
उत्तर-
भोजन के तत्त्व छ: प्रकार के होते हैं-
(1) कार्बोहाइड्रेट,
(2) वसा (चिकनाई),
(3) प्रोटीन,
(4) पानी,
(5) खनिज लवण,
(6) विटामिन।
प्राप्ति के स्रोत-

  1. कार्बोहाइड्रेट के स्रोत-चावल, आटा, आलू, शक्करकंदी, केला, गुड़, चीनी, शहद, फल।
  2. वसा (चिकनाई) स्रोत-दूध, घी, मक्खन, तेल, तेलों के बीज, सूखे मेवे, जानवरों की चर्बी और वनस्पति घी।
  3. प्रोटीन के स्रोत-वनस्पति प्रोटीन–सोयाबीन, राजमाह, चने, दालें, मटर, फलियों से। पशु-प्रोटीन-अण्डा, दूध, मांस, मछली और मुर्गे आदि।
  4. पानी के स्रोत-भोजन जो हम खाते हैं तथा पानी जो हम पीते हैं।
  5. खनिज लवण के स्रोत–दूध, कलेजी, अण्डे, हरी सब्जियां, फल आदि।
  6. विटामिन के स्त्रोत-दूध, दही, अण्डे का पीला भाग, मछली के यकृत के तेल, मछली, घी, मक्खन, हरी पत्तेदार सब्जियां, टमाटर, गाजर, पका पपीता, आम, कद्, सन्तरा, नींबू आदि।

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प्रश्न 2.
भोजन खाते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना आवश्यक है ?
उत्तर-
भोजन खाते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना आवश्यक है-

  1. भोजन हमेशा ताज़ा और खुशबूदार होना चाहिए ताकि खाने का दिल करे।
  2. भोजन बासी, ज़रूरत से कम या अधिक पका हुआ नहीं होना चाहिए।
  3. सुबह और शाम के खाने में भिन्नता होनी चाहिए।
  4. खाना हमेशा समय पर खाना चाहिए।
  5. आवश्यकता से अधिक खाना खाने से पेट खराब हो सकता है, क्योंकि आमाशय को अधिक कार्य करना पड़ता है।
  6. खाने के साथ अधिक पानी नहीं पीना चाहिए क्योंकि भोजन को पचाने वाले रस पतले हो जाते हैं और भोजन जल्दी पचता नहीं है।
  7. भोजन को धीरे-धीरे अच्छी तरह चबाकर खाना चाहिए।

प्रश्न 3.
साबुन का निजी सफ़ाई में क्या महत्त्व है ?
उत्तर-
हमारे शरीर की त्वचा के नीचे तेल की ग्रन्थियां होती हैं, जिनमें से तेल निकलकर त्वचा पर आता रहता है। ऊपर की त्वचा के तन्तु भी टूटते रहते हैं जो कि तेल के कारण त्वचा के साथ चिपके रहते हैं। वातावरण से उड़कर मिट्टी और कपड़ों की चूर्ण भी त्वचा के साथ लग जाती है। गर्मियों में शरीर पर पसीना भी बहुत आता है। यदि इन सारी चीज़ों को शरीर से न साफ़ किया जाए तो त्वचा के साथ ही चिपकी रह जाएगी जिनमें बैक्टीरिया पलने लगेंगे। इससे न केवल शरीर से बदबू आने लगती है, बल्कि कई तरह के त्वचा के रोग भी हो जाते हैं। इनको सिर्फ पानी के साथ ही धोने से साफ़ नहीं किया जा सकता है। साबुन मलने से चिकनाई पानी में घुल जाती है और फिर मैल भी पानी से साफ़ हो जाती है। पूरे शरीर पर साबुन मलने से थोड़ी मालिश भी होती है जिससे त्वचा में हरकत होती है। स्नान के लिए हमेशा नरम साबुन का इस्तेमाल करना चाहिए।

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प्रश्न 4.
कपड़े पहनते समय कौन-कौन सी बातें ध्यान में रखना आवश्यक हैं ?
उत्तर-
कपड़े पहनते समय निम्नलिखित बातें ध्यान में रखना आवश्यक हैं-

  1. मौसम के अनुसार कपड़े पहनने चाहिए जिससे शरीर का तापमान ठीक रहे।
  2. गर्मियों में हल्के, खुले और फीके रंगों के कपड़े पहनने चाहिए।
  3. सर्दियों में काले या गाढ़े रंग के कपड़े पहनना लाभदायक है, क्योंकि ये रंग सबसे अधिक सूरज की किरणों को सोख लेते हैं।
  4. नीचे के कपड़े जो शरीर के साथ चिपके होते हैं रोज़ बदलने चाहिएं।
  5. रात और दिन में पहनने वाले कपड़े अलग-अलग होना चाहिएं। (6) गीले कपड़े नहीं पहनने चाहिएं।

Home Science Guide for Class 8 PSEB निजी देखभाल Important Questions and Answers

I. बहुविकल्पी प्रश्न

प्रश्न 1.
विटामिन B की कमी से कौन-सा रोग होता है ?
(क) बेरी-बेरी
(ख) स्कर्वी
(ग) अंधराता
(घ) अनीमिया।
उत्तर-
(क) बेरी-बेरी

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प्रश्न 2.
विटामिन C का स्रोत नहीं है
(क) आँवला
(ख) संगतरा
(ग) नींबू
(घ) कोई नहीं।
उत्तर-
(घ) कोई नहीं

प्रश्न 3.
ऊन के रेशों की सतह कैसी होती है ?
(क) खुरदरी
(ख) मुलायम
(ग) चीकनी
(घ) कोई नहीं।
उत्तर-
(क) खुरदरी

प्रश्न 4.
पानी में घुलनशील विटामिन है
(क) A
(ख) D
(ग) C
(घ) कोई नहीं।
उत्तर-
(ग) C

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प्रश्न 5.
कोल्ड क्रीम का प्रयोग ……… मौसम में किया जाता है।
(क) सर्द
(ख) गर्म
(ग) वरसात
(घ) कोई नहीं।
उत्तर-
(क) सर्द

प्रश्न 6.
दूध कैसा आहार है ?
(क) पूर्ण
(ख) आधा
(ग) अपूर्ण
(घ) साधारण।
उत्तर-
(क) पूर्ण

प्रश्न 7.
शरीर की सफ़ाई के लिए आवश्यक है। (From Board M.Q.P.)
(क) साबुन
(ख) तेल
(ग) क्रीम तथा पाऊडर
(घ) उपरोक्त सभी।
उत्तर-
(क) साबुन

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II. ठीक/गलत बताएं

  1. सोयाबीन में प्रोटीन तत्त्व मिलता है।
  2. आँवले में विटामिन C होता है।
  3. कोल्ड क्रीम में चिकनाई होती है।
  4. निशास्ते वाले भोजन में प्रोटीन अधिक होता है। 5. तंग वस्त्र पहनना अच्छी बात है।

उत्तर-

III. रिक्त स्थान भरें

  1.  ………………. क्रीम किसी भी ऋतु में प्रयोग की जा सकती है।
  2. शरीर का निर्माण करने वाले तत्त्व प्रोटीन तथा …….
  3. वनस्पति वाली खुराक में अधिक ……………… होता है।
  4. सिर और शरीर पर ………………. लगाने से त्वचा चमकदार रहती है।

उत्तर-

  1. वेनिशिंग,
  2. खनिज लवण,
  3. फोक,
  4. तेल।

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IV. एक शब्द में उत्तर देंप्रश्न

प्रश्न 1.
नींबू और संतरे में कौन-सा विटामिन पाया जाता है ?
उत्तर-
विटामिन सी।

प्रश्न 2.
विटामिन सी की कमी से कौन-सा रोग हो जाता है ?
उत्तर-
स्कर्वी।

प्रश्न 3.
दूध को कैसा आहार कहा जाता है ?
उत्तर-
सम्पूर्ण आहार।

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प्रश्न 4.
बेरी-बेरी रोग किस विटामिन की कमी से होता है ?
उत्तर-
विटामिन B की कमी से।

प्रश्न 5.
भोजन के कौन-से. पौष्टिक तत्त्व में नाइट्रोजन पाई जाती है ?
उत्तर-
प्रोटीन में।

प्रश्न 6.
विटामिन B की कमी से कौन-सा रोग हो जाता है ?
उत्तर-
बेरी बेरी।

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प्रश्न 7.
भोजन का कौन-सा पौष्टिक तत्त्व सोयाबीन में सब से अधिक पाया जाता
उत्तर-
प्रोटीन तत्त्व।

प्रश्न 8.
नींबू तथा आंवले में कौन-सा विटामिन पाया जाता है ?
उत्तर-
विटामिन

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
भोजन के तत्त्वों के नाम लिखें।
उत्तर-
कार्बोज, प्रोटीन, चिकनाई, विटामिन तथा लवण।

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प्रश्न 2.
भोजन के तत्त्व शरीर के लिए क्यों आवश्यक होते हैं ?
उत्तर-
शरीर को जीवित रखने तथा शारीरिक विकास हेतु।

प्रश्न 3.
भोजन के हमारे शरीर के लिए प्रमुख कार्य क्या हैं ?
उत्तर-
शरीर निर्माण, ऊर्जा प्रदान करना, शरीर में होने वाली क्रियाओं पर नियन्त्रण करना तथा शरीर को रोग निवारक क्षमता प्रदान करना।

प्रश्न 4.
हमारे शरीर का पोषण करने वाले तत्त्व क्या कहलाते हैं ?
उत्तर-
पोषक तत्त्व।

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प्रश्न 5.
शरीर का निर्माण करने वाले तत्त्व क्या होते हैं ?
उत्तर-
प्रोटीन्स तथा खनिज लवण।

प्रश्न 6.
शरीर की सुरक्षा करने वाले पदार्थ कौन-से होते हैं ?
उत्तर-
विटामिन्स तथा खनिज लवण।

प्रश्न 7.
जल का शरीर के लिए प्रमुख कार्य क्या है ?
उत्तर-
यह पोषक तत्त्वों तथा शरीर क्रियाओं के नियमन का कार्य करता है।

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प्रश्न 8.
कार्बोज किस-किस तत्त्व से मिलकर बनते हैं ?
उत्तर-
कार्बन, हाइड्रोजन तथा ऑक्सीजन।

प्रश्न 9.
प्रोटीन किस-किस तत्त्व से मिलकर बने होते हैं ?
उत्तर-
कार्बन, हाइड्रोजन, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, फॉस्फोरस एवं गन्धक।

प्रश्न 10.
कार्बोज के दो प्रमुख प्राप्ति स्रोत बताएं।
उत्तर-
अनाज तथा गन्ना।

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प्रश्न 11.
प्रोटीन के दो प्रमुख स्रोत बताएं।
उत्तर-
अण्डा तथा दालें।

प्रश्न 12.
किन-किन वनस्पतियों में प्रोटीन अधिक पाया जाता है ?
उत्तर-
दालें, अनाज, सोयाबीन, अखरोट, मूंगफली, बादाम, सेम के बीज, मटर आदि।

प्रश्न 13.
जन्तुओं से प्राप्त किन-किन पदार्थों में प्रोटीन अधिक मात्रा में होती है ?
उत्तर-
दूध, दही, मक्खन, पनीर, अण्डे, मांस, मछली।

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प्रश्न 14.
कौन-कौन से स्टार्चयुक्त पदार्थों में कार्बोहाइड्रेट अधिक पाया जाता है ?
उत्तर-
चावल, गेहूँ, शकरकन्द, मक्का, साबूदाना, जौ, अखरोट, आलू आदि।

प्रश्न 15.
वसा के दो प्रमुख स्त्रोत बताइए।
उत्तर-
तेलीय बीज तथा दूध।।

प्रश्न 16.
शरीर के लिए आवश्यक पाँच खनिज तत्त्व बताइए।
उत्तर-
कैल्शियम, फॉस्फोरस, लोहा, आयोडीन तथा सोडियम।

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प्रश्न 17.
हमारे शरीर को जल-प्राप्ति के प्रमुख स्त्रोत क्या हैं ?
उत्तर-

  1. भोजन जो हम खाते हैं, तथा
  2. पानी जो हम पीते हैं।

प्रश्न 18.
कार्बोहाइड्रेट का प्रमुख कार्य क्या है ?
उत्तर-
शरीर की क्रियाशीलता हेतु ऊर्जा प्रदान करना।

प्रश्न 19.
शरीर में वसा का प्रमुख कार्य क्या है ?
उत्तर-
शरीर को ऊर्जा तथा शक्ति प्रदान करना।

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प्रश्न 20.
लोहा प्राप्ति के प्रमुख साधन क्या हैं ?
उत्तर-
लिवर, मांस, मछली, अण्ड, हरी पत्तेदार सब्जियाँ, अनाज, पूर्ण गेहूँ, दालें, सेला चावल आदि।

प्रश्न 21.
(1) लोहा शरीर के लिए क्यों आईयक है ?
(2) लोहे की कमी से कौन-सा रोग हो जाता
उत्तर-

  1. प्रोटीन के साथ संयोग करके हीमोग्लोबिन का निर्माण करता है।
  2. अनीमिया।

प्रश्न 22.
शरीर में सोडियम का एक कार्य बताइए।
उत्तर-
शरीर में क्षार तथा अम्ल का सन्तुलन बनाए रखना।

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प्रश्न 23.
(i) विटामिन ‘ए’ की कमी के चार मुख्य प्राव लि
अथवा
विटामिन ‘ए’ की कमी से कौन-सा रोग होता है ?
(ii) आँखों की रोशनी के लिए कौन-सा विटामिन ज़रूरी है ?
(iii) अंधराता रोग ( रतौंधी) किस विटामिन की कमी से होता है ?
उत्तर-

  1. अंधराता रोग,
  2. मांसपेशियां कमज़ोर हो जाती हैं,
  3. शरीर दुर्बल हो जाता है,
  4. रोग क्षमता कम हो जाती है।

प्रश्न 24.
रिकेटरोधी विटामिन किसे कहते हैं ?
उत्तर-
विटामिन D को।

प्रश्न 25.
विटामिन C की प्राप्ति के प्रमुख साधन क्या हैं ?
उत्तर-
खट्टे रसदार फल, जैसे-आँवला, सन्तरा, टमाटर आदि।

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प्रश्न 26.
कौन-कौन से शर्करायुक्त पदार्थों में कार्बोहाइड्रेट अधिक पाया जाता है ?
उत्तर-
शहद, चीनी, गुड़, शीरा, चुकन्दर, अंगूर तथा अन्य मीठे फल।

प्रश्न 27.
जन्तुओं से प्राप्त होने वाले वसा पदार्थ कौन-से हैं ?
उत्तर-
घी, दूध, मक्खन, क्रीम, दही, पनीर, जानवरों की चर्बी, मछली, अण्डे की सफेदी।

प्रश्न 28.
वनस्पति से प्राप्त होने वाले वसा पदार्थ कौन-से हैं ?
उत्तर-
मूंगफली, सरसों, तिल, नारियल, बादाम, अखरोट, चिलगोजा आदि।

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प्रश्न 29.
प्रोटीन की कमी से होने वाले दो रोग कौन-से हैं ?
उत्तर-
मेरेस्मस तथा क्वाशियोरकर।

प्रश्न 30.
आवश्यकता से अधिक मात्रा में कार्बोज लेने से कौन-से रोग हो जाते हैं ?
उत्तर-

  1. मोटापा या मेदुरता, तथा
  2. मधुमेह (डायबिटीज़)।

प्रश्न 31.
शरीर में आवश्यकता से कम मात्रा में कार्बोहाइड्रेट का क्या प्रभाव होता है ?
उत्तर-

  1. दुर्बलता,
  2. शरीर की क्रियाशीलता कम होना,
  3. त्वचा में झुर्रियाँ पड़ना,
  4. त्वचा का लटक जाना,
  5. आन्तरिक अवयवों के विकास में अवरुद्धि।

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प्रश्न 32.
शरीर में आयोडीन की कमी से कौन-सा रोग हो जाता है ?
उत्तर-
गोइटर (Goitre)

प्रश्न 33.
रेयॉन के वस्त्रों पर अम्ल तथा क्षार का क्या प्रभाव पड़ता है ?
उत्तर-
शक्तिशाली अम्ल तथा क्षार दोनों से ही रेयॉन के वस्त्रों को हानि होती है।

प्रश्न 34.
रेयॉन किस प्रकार का रेशा है ?
उत्तर-
सेल्यूलोज से उत्पादित कृत्रिम रेशा।

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प्रश्न 35.
रेयॉन के वस्त्रों को धोते समय क्या बातें वर्जित हैं ?
उत्तर-
वस्त्र को पानी में फुलाना, ताप, शक्तिशाली रसायनों तथा ऐल्कोहल का प्रयोग।

प्रश्न 36.
रेयॉन के वस्त्रों की धुलाई के लिए कौन-सी विधि उपयुक्त होती है ?
उत्तर-
गूंधने और निपीडन की विधि।

प्रश्न 37.
रेयॉन के वस्त्रों को कहाँ सुखाना चाहिए ?
उत्तर-
छायादार स्थान पर तथा बिना लटकाये हुए चौरस स्थान पर।

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प्रश्न 38.
रेयॉन के वस्त्रों पर इस्तरी किस प्रकार करनी चाहिए ?
उत्तर-
कम गर्म इस्तरी वस्त्र के उल्टी तरफ़ से करनी चाहिए। इस्तरी करते समय वस्त्र में हल्की सी नमी होनी चाहिए।

प्रश्न 39.
ऊन का तन्तु कैसा होता है ?
उत्तर-
काफी कोमल, मुलायम और प्राणिजन्य।

प्रश्न 40.
ऊन का तन्तु आपस में किन कारणों से जुड़ जाता है ?
उत्तर-
नमी, क्षार, दबाव तथा गर्मी के कारण।

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प्रश्न 41.
ऊन के तन्तुओं की सतह कैसी होती है ?
उत्तर-
खुरदरी।

प्रश्न 42.
ऊन के रेशों की सतह खुरदरी क्यों होती है ?
उत्तर-
क्योंकि ऊन की सतह पर परस्पर व्यापी शल्क होते हैं।

प्रश्न 43.
ऊन के रेशों की सतह के शल्कों की प्रकृति कैसी होती है ?
उत्तर-
लसलसी, जिससे शल्क जब पानी के सम्पर्क में आते हैं तो फूलकर नरम हो जाते हैं।

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प्रश्न 44.
ऊन के रेशों के शत्रु क्या हैं ?
उत्तर-
नमी, ताप और क्षार

प्रश्न 45.
ताप के अनिश्चित परिवर्तन से रेशों पर क्या प्रभाव पड़ता है ?
उत्तर-
रेशों में जमाव व सिकुड़न हो जाती है।

प्रश्न 46.
ऊन के वस्त्रों को किस प्रकार के साबुन से धोना चाहिए ?
उत्तर-
कोमल प्रकृति के शुद्ध क्षार रहित साबुन से।

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प्रश्न 47.
धुलाई से कभी-कभी ऊन क्यों जुड़ जाती है ?
उत्तर-
ऊनी वस्त्र को धोते समय जब उसे पानी या साबुन के घोल में हिलाया डुलाया जाता है तो ऊन के तन्तुओं के रेशे आपस में एक-दूसरे के ऊपर चढ़ जाते हैं जिसके फलस्वरूप ऊन जुड़ जाती है।

प्रश्न 48.
शरीर की वृद्धि के लिए भोजन का कौन-सा तत्त्व आवश्यक है ?
उत्तर-
प्रोटीन।

प्रश्न 49.
साबुन का निजी सफ़ाई में क्या महत्त्व है ?
उत्तर-
साबुन चिकनाई को अपने में घोल लेता है तथा इस प्रकार जो मैल चिकनाई के साथ चिपकी होती है, भी पानी डालने से निकल जाती है।

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प्रश्न 50.
विटामिन-सी की कमी से कौन-सा रोग हो जाता है ?
उत्तर-
स्कर्वी।

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
पोषण तत्त्व या पोषक तत्त्व (Nutrients) क्या होते हैं ?
उत्तर-
वे तत्त्व जो हमारे शरीर का पोषण करते हैं, पोषण तत्त्व या पोषक तत्त्व कहलाते हैं। ये भोजन के घटक (Components) होते हैं। ये शरीर की वृद्धि, जनन तथा स्वस्थ जीवनयापन के लिए आवश्यक होते हैं। साधारण रूप में छ: प्रकार के तत्त्व या भोज्य घटक हैं जो हमारे शरीर का पोषण करते हैं। ये हैं-

  1. प्रोटीन्स (Proteins),
  2. वसा 15 (Fats),
  3. कार्बोज (Carbohydrates),
  4. खनिज लवण (Minerals),
  5. विटामिन्स (Vitamins),
  6. जल (Water)

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प्रश्न 2.
प्रोटीन क्या है ? आहार में इसकी कमी से क्या हानियाँ हैं ?
उत्तर-
प्रोटीन भोजन के आवश्यक तत्त्वों में से एक तत्त्व है।
जीवद्रव्य का निर्माण करने वाला मुख्य पदार्थ प्रोटीन है। पानी के अतिरिक्त शरीर में सर्वाधिक अंश प्रोटीन का है। प्रोटीन शरीर के तन्तु, रक्त, एन्जाइम, अन्तःस्रावी ग्रन्थियों से निकलने वाले हारमोन्स, कोमल तन्तु एवं अस्थियों में होता है। प्रोटीन, कार्बन, हाइड्रोजन, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन के संयोग से बना ऐसा यौगिक है जो विभिन्न प्रकार के ऐमीनो अम्लों के संयोजन से बनता है।
कमी और हानियाँ-

  1. बच्चों के आहार में प्रोटीन की कमी हो जाने से उसका विकास रुक जाता है।
  2. सूखा और क्वाशियारकर रोग हो जाता है।
  3. वयस्कों में इसकी कमी से भार होने के साथ एनीमिया रोग भी हो जाता है।

प्रश्न 3.
विभिन्न पोषक तत्त्वों (Nutrients) के विशिष्ट कार्य बताइए।
उत्तर-
विभिन्न पोषक तत्त्वों के विशिष्ट कार्य निम्नलिखित हैं-
1. कार्बोज-इनका प्रमुख कार्य ऊर्जा प्रदान करना है। जिन कार्बोजों का शरीर में उसी समय उपभोग नहीं हो पाता, वे संग्रह कर लिए जाते हैं। ये वसा के रूप में परिवर्तित होकर संग्रहीत होते हैं। ये संग्रहीत पदार्थ जब आवश्यकता होती है तब ऊर्जा प्रदान करते हैं।

2. प्रोटीन-प्रोटीन का मुख्य कार्य नए ऊतकों का निर्माण तथा पूर्व-निर्मित कोशिकाओं की मरम्मत करना होता है। प्रोटीन सुरक्षा प्रदान करने वाले तथा नियामक (Regulator) भी होते हैं। आवश्यकता से अधिक मात्रा में ग्रहण किए गए प्रोटीन, कार्बोज तथा बसा में परिवर्तित होकर शरीर में संग्रहीत हो जाते हैं।

3. वसा-वसा का मुख्य कार्य शरीर को ऊर्जा प्रदान करना है। ये वसा घुलित विटामिनों तथा आवश्यक वसीय अम्लों के वाहक भी होते हैं। आवश्यकता से अधिक ग्रहण किए गए वसा शरीर में चर्बी के रूप में जमा हो जाते हैं।

4. खनिज-इनका कार्य शरीर-निर्माण (हड्डी, दाँत और कोमल ऊतकों के रचनात्मक भाग) तथा नियमन (पेशी संकुचन) होता है।

5. विटामिन-इनका कार्य शरीर की वृद्धि तथा विभिन्न शारीरिक क्रियाओं के नियमन का होता है। . 6. जल-शरीर का आवश्यक भाग जल होता है। जल पोषक तत्त्वों के संवहन तथा शारीरिक क्रियाओं के नियमन का कार्य करता है।

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प्रश्न 4.
भोजन का हमारे शरीर के लिए मुख्य कार्य क्या है ?
उत्तर-
भोजन हमारे शरीर को गर्मी और शक्ति देता है। नए कोष बनाता है और पुरानों की मुरम्मत करता है और हमारे शरीर में ऐसे हारमोन्स और एन्जाइम बनाता है जिससे हमारा शरीर ठीक अवस्था में रहता है।

प्रश्न 5.
क्रीम और तेल का निजी सफाई में क्या महत्त्व है ?
उत्तर-
सिर तथा शरीर पर तेल लगाने से त्वचा की खुश्की दूर हो जाती है तथा एक चमक सी आ जाती है। क्रीम से चेहरा चमकदार तथा निखर जाता है कई क्रीमों से चेहरे पर कील तथा छाइयां दूर हो जाते हैं।

प्रश्न 6.
वस्त्रों के रेशे मुख्यतः कितनी प्रकार के होते हैं ?
उत्तर-
वस्त्रों के रेशे मुख्यतः पांच प्रकार के होते हैं-सूती, लिनन, रेशम, ऊन, टैरीलीन।

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प्रश्न 7.
कोल्ड क्रीम के बारे में क्या जानते हो ?
उत्तर-
कोल्ड क्रीम का प्रयोग सर्दियों में होता है तथा इसमें चिकनाई होती है ताकि खुश्की दूर की जा सके।

प्रश्न 8.
भारतीय खुराक में कमियां क्या हैं ?
उत्तर-
भारतीय खुराक की साधारण कमियाँ निम्नलिखित हैं-

  1. भोजन में कैलोरी की मात्रा कम होना।
  2. भोजन मे प्रोटीन की कमी।
  3. प्राणीजन प्रोटीन का बहुत कम या बिल्कुल न होना।
  4. चिकनाई का बहुत कम होना और प्राणीजन चिकनाई का न होना।
  5. एक या अधिक विटामिनों की कमी होना।
  6. एक या अधिक खनिज लवण की कमी, खासकर चूना और लोहे की कमी।

प्रश्न 9.
यदि आवश्यकता से कम भोजन खाया जाए तो क्या होता है ?
उत्तर-
कई बार ऐसी परिस्थितियां बन जाती हैं, जब भोजन की उपलब्धता पूर्ण रूप से नहीं होती है तथा हम कम भोजन खाने के लिए मजबूर हो जाते हैं; जैसे-लड़ाई के दिनों में, बाढ़ की स्थिति में, भुखमरी जैसे हालात होने पर। पूर्ण आहार न मिलने पर शरीर का भार कम होने लगता है, कमज़ोरी हो जाती है, रक्त की कमी हो जाती है, रोगों से लड़ने की शक्ति भी कम हो जाती है। बच्चे यदि पूरा भोजन नहीं लेते तो वे बुद्ध बन जाते हैं।

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प्रश्न 10.
आवश्यकता से अधिक भोजन खाने से क्या होता है ?
उत्तर-
ऐसी स्थिति में अमाशय तथा आंतों को अधिक कार्य करना पड़ता है। गुर्दो पर बोझ पड़ता है। पेट में गैस पैदा होती है। मुँह में से बदबू आने लगती है तथा सिर दर्द करने लगता है। पेट सम्बन्धी रोग हो जाते हैं, रक्त दबाव बढ़ जाता है तथा कई अन्य रोग हो सकते हैं।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
कार्बोज के विभिन्न स्रोत तथा कार्य बताइए।
उत्तर-
शरीर को शक्ति प्रदान करने का मुख्य साधन कार्बोहाइड्रेट है।
स्रोत या साधन–सबसे अधिक कार्बोज अनाजों में मिलता है, इसके बाद जड़ व तने वाली सब्जियों में। कुछ मात्रा में दालों एवं फलों में भी मिलता है।

  1. शुद्ध कार्बोहाइड्रेट भोज्य पदार्थ-चीनी, गुड़, शहद, साबूदाना एवं अरारोट ।
  2. अनाज-गेहूँ, चावल, ज्वार, बाजरा, रांगी, जौ, मक्की।
  3. दालें-उड़द, मूंग, अरहर, चने की दाल, मसूर, कुलथ आदि।
  4. जड़ एवं भूमि कन्द-आलू, शकरकन्दी, चुकन्दर आदि।
  5. ताजे व सूखे फल-अंजीर, खजूर, अंगूर, किशमिश, मुनक्का, खुमानी आदि।
    PSEB 8th Class Home Science Solutions Chapter 1 निजी देखभाल 1
    चित्र 1.1 कार्बोज प्राप्त करने के साधन

उपयोग-

  1. कार्बोज शरीर को शक्ति प्रदान करते हैं। एक ग्राम कार्बोज के जलने पर हमें चार कैलोरी शक्ति मिलती है।
  2. यह प्रोटीन द्वारा उत्पन्न हुई अतिरिक्त ऊर्जा को नष्ट होने से बचाता है।
  3. यह विटामिन ‘K’ तथा नियासिन के निर्माण में शरीर में पाए जाने वाले जीवाणुओं की सहायता करता है। …
  4. कार्बोज शरीर के ताप को एक-सा रखते हैं।
  5. कार्बोज नलिकाविहीन ग्रन्थियों के रस निष्कासन में सहायक हैं।

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प्रश्न 2.
वसा के स्त्रोत तथा कार्य लिखिए।
उत्तर-
1. स्रोत-
(1) तेल और घी-मूंगफली, सरसों का तेल, नारियल का तेल, देसी घी, वनस्पति घी एवं मक्खन।।
2. मेवा व बीज-बादाम, काजू, नारियल, मूंगफली, पिस्ता, अखरोट, सोयाबीन आदि।
3. दूध व दूध से बने पदार्थ-गाय-भैंस का दूध, खोआ, सूखा दूध आदि। मांसाहारी भोजन-अण्डा, मांस, मछली, लिवर आदि।
PSEB 8th Class Home Science Solutions Chapter 1 निजी देखभाल 2
चित्र 1.2 वसा प्राप्त करने के साधन
4. कार्य-

  1. वसा का प्रमुख कार्य हमारे शरीर को ऊर्जा तथा शक्ति प्रदान करना है। वसाएँ ऊर्जा के सबसे अधिक सान्द्रित स्रोत हैं। 1 ग्राम वसा से हमें 9 कैलोरी ऊर्जा प्राप्त होती है।
  2. वसा में शरीर के लिए आवश्यकतानुसार ऊर्जा संग्रह का गुण होता है।
  3. वसाएं वसा घुलित विटामिनों (A, D, E, K) को शरीर में पहुंचाती हैं तथा इन विटामिनों के अवशोषण में सहायता करती हैं।
  4. वसाएं वसीय अम्लों का स्रोत होती हैं। ये बाल्यावस्था में वृद्धि के लिए अत्यन्त आवश्यक होती हैं और त्वचा को स्वस्थ बनाए रखती हैं।
  5. वसाएं शरीर के अंगों के चारों ओर गद्दी का कार्य करती हैं। उन्हें ठीक स्थान पर सीधे रखती हैं। उन्हें चोटों से बचाती हैं तथा स्नायुओं की रक्षा भी करती हैं।
  6. वसाएँ ताप की अल्पचालक होने के कारण शरीर की ऊर्जा की हानि को रोकती हैं।
  7. वसाओं की उपस्थिति से भोजन के स्वाद तथा परितृप्ति में वृद्धि होती है।

प्रश्न 3.
भारतीय आहार की कमियों के बारे में लिखें।
उत्तर-
स्वयं उत्तर दें।

PSEB 8th Class Home Science Solutions Chapter 1 निजी देखभाल

निजी देखभाल PSEB 8th Class Home Science Notes

  • भोजन हमारे शरीर को गर्मी और शक्ति देता है।
  • भोजन हमारे शरीर में ऐसे हारमोन्स और एन्ज़ाइम बनाता है जिससे हमारा शरीर ठीक अवस्था में रहता है।
  • भोजन के तत्त्व 6 प्रकार के होते हैं-कार्बोहाइड्रेट, वसा, प्रोटीन, पानी, खनिज लवण और विटामिन।
  • कार्बोहाइड्रेट, वसा और प्रोटीन हमारे शरीर को गर्मी और काम करने की शक्ति देते है।
  • कार्बोहाइड्रेट हमें निशास्ते वाली चीज़ों-चावल, आटा, आलू, शक्करकंदी, केला, गुड़, चीनी, शहद और फलों से मिलता है।
  • वसा-दूध, घी, मक्खन, तेल, तेलों के बीज, सूखे मेवे, जानवरों की चर्बी और वनस्पति घी से मिलती है।
  • प्रोटीन-वनस्पति और प्राणीजन दोनों साधनों से मिलती है।
  • खनिज लवण हमें दूध, कलेजी, अण्डे, हरी सब्जियों और फलों से भी मिलते हैं।
  • आवश्यकता से अधिक खाना खाने से आमाशय और आँतों को अधिक मेहनत करनी पड़ती है।
  • कम खाने से बीमारियों का सामना करने की शक्ति कम हो जाती है और विशेषकर तपेदिक रोग होने का डर रहता है। बच्चे यदि कम खाना खाएं तो मन्द बुद्धि के हो
    जाते हैं और जल्दी थक जाते हैं।
  • स्नान करने के लिए हमेशा नरम साबुन का इस्तेमाल करना चाहिए।
  • हमेशा स्नान करते समय अच्छे साबुनों का ही इस्तेमाल करना चाहिए, जैसे- हमाम, रैक्सोना, लिरिल, सन्दल मोती आदि।
  • कई साबुनों में कीटाणुनाशक दवाई कारबोलिक और नीम आदि भी पाए जाते हैं, जैसे-लाइफबॉय, डीटोल, नीको और नीम साबुन में।
  • छोटे बच्चों के लिए जैतून का तेल या खास बनाए हुए तेलों की मालिश करनी चाहिए।
  • सूती कपड़े गर्मी के अच्छे संचालक होते हैं और पानी को भी ज्यादा नहीं सोखते।
  • रेशम-यह रेशम के कीड़ों से बनायी जाती है।
  • टैरीलीन, नाइलॉन-ये कपड़े पहनने में हल्के, धोने में आसान और अधिक दिनों तक चलने वाले होते हैं।
  • मौसम के अनुसार इस तरह के कपड़े पहनने चाहिएं जिससे शरीर का तापमान ठीक रहता है। गर्मियों में हल्के, खुले और फीके रंगों के कपड़े पहनने चाहिएं।
  • रंगदार कपड़े नीचे पहनने वाले कपड़ों के लिए इस्तेमाल नहीं करने चाहिएं।
  • पोशाक में तंग (कसे) पोशाक से कम सर्दी लगती है। खुले कपड़े पहनने से कपड़ों और शरीर के बीच में एक हवा की तह बन जाती है जिस कारण शरीर की गर्मी
    बाहर नहीं निकलती।
  •  गर्मियों में बाहर जाते समय सिर पर टोपी डालनी चाहिए ताकि सिर पर सूर्य की किरणों का असर न हो।
  •  गर्मियों में चप्पल पहननी चाहिए, खेलते समय बच्चों को कपड़े के बूट पहनने चाहिएं।

PSEB 8th Class Physical Education Solutions Chapter 8 नशों के प्रति जागरूकता

Punjab State Board PSEB 8th Class Physical Education Book Solutions Chapter 8 नशों के प्रति जागरूकता Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 8 Physical Education Chapter 8 नशों के प्रति जागरूकता

PSEB 8th Class Physical Education Guide नशों के प्रति जागरूकता Textbook Questions and Answers

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए –

प्रश्न 1.
नशीले पदार्थों के सेवन से क्या होता है?
उत्तर-
आजकल निम्नलिखित नशीले पदार्थों के कुप्रभाव व्यक्ति के जीवन पर पड़ते हैं:

  • शरीर पर कुप्रभाव-नशे के पदार्थों के सेवन से मनुष्य की पाचन प्रणाली, मांसपेशी प्रणाली, रक्त प्रणाली, स्वास्थ्य प्रणाली में कई प्रकार के रोग लग जाते हैं। लगातार नशीले पदार्थों के सेवन से हाथ, पांव कांपने लग जाते हैं और रक्त प्रभाव बढ़ जाता है।
  • सामाजिक जीवन पर कुप्रभाव-नशीले पदार्थों के सेवन से व्यक्ति के सामाजिक जीवन पर कुप्रभाव पड़ता है। समाज में उसकी कोई इज्जत नहीं रहती। उसके साथ कोई व्यक्ति मेल-मिलाप नहीं रखना चाहता है और उसके चरित्र पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।
  • व्यवहार पर कुप्रभाव-नशों के सेवन से व्यक्ति का अपने आप पर नियंत्रण नहीं रहता। वह नशे में बिना किसी कारण के झगड़ा कर लेता है और उसके व्यवहार में चिड़चिड़ापन आ जाता है। अपने मित्रों और परिवार से अलग रहने लग जाता है।

PSEB 8th Class Physical Education Solutions Chapter 6 खेलें और अनुशासन

प्रश्न 2.
नशे के बढ़ रहे रुझान के कौन-कौन से कारण हैं ?
उत्तर-
नशे के प्रति बढ़ रहे रुझान के भिन्न-भिन्न कारण हैं :

  • सामाजिक कारण-चल-चित्र में दिखाए जाने वाले नशों के दृश्य बच्चों को नशीले पदार्थों का सेवन करने के लिए प्रेरित करते हैं। बच्चे हीरो और हिरोइन की नकल उतारने में अपनी शान समझते हैं।
  • तकनीक का प्रभाव-आजकल इंटरनेट में बच्चे नशे करने के नए-नए ढंग सीखते हैं। इस तरह नई तकनीक के प्रभाव के कारण बच्चे नशे के जाल में फंस जाते हैं।
  • पारिवारिक कारण-परिवार में झगड़ा, अनबन और तलाक की स्थिति का माहौल हो तो बच्चे बिगड़ जाते हैं। माता-पिता का अधिक प्यार भी बच्चों को बिगाड़ देता है। इन परिस्थितियों में बच्चों पर मानसिक दबाव रहता है और वह नशे की तरफ आकर्षित हो जाते हैं।
  • मित्र मंडली का प्रभाव-बच्चा अपना अधिक-से-अधिक समय अपने मित्रों के साथ बिताता है, जिसका प्रभाव बच्चे पर पड़ता है। यदि मित्र मंडली में कोई भी उसका साथी नशे का सेवन करता है तो उसे भी नशीले पदार्थों की आदत पड़ जाएगी।
  • अपने साथियों में दिखावा-बच्चा जब अपने मित्रों के साथ रहता है, तो दूसरे बच्चों के आर्थिक स्तर से तुलना करने की कोशिश करता है। इस प्रकार वह नशीले पदार्थों का सेवन करके अपने सिर को दूसरे बच्चों से ऊंचा दिखाना चाहता है।

प्रश्न 3.
नशों के कुप्रभाव लिखिए।
उत्तर-

  • शरीर पर कुप्रभाव-नशे मनुष्य के शरीर को खोखला कर देते हैं। नशीले पदार्थ व्यक्ति की सभी प्रणालियों पर बुरा प्रभाव डालते हैं और व्यक्ति नशों के कारण रोगी रहने लग जाता है। उसकी मांसपेशियां कमज़ोर होने लग जाती हैं। उसकी याददाश्त भी कमजोर हो जाती है। व्यक्ति को कैंसर जैसे रोग होने का डर लगा रहता है। नशे करने वाले व्यक्ति के हाथ-पांव कांपने लग जाते हैं और वह अपना मानसिक संतुलन खो बैठता है।
  • सामाजिक जीवन पर कुप्रभाव-यहां नशीले पदार्थों का सेवन व्यक्ति के व्यवहार और शरीर पर कुप्रभाव डालता है वहां पर सामाजिक जीवन पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ता है।
  • व्यवहार पर कुप्रभाव-नशीले पदार्थों का सेवन करने वाले व्यक्ति का अपने आप पर नियंत्रण नहीं रहता। बिना किसी कारण नशे की हालत में लोगों से लड़ाई-झगड़ा करने लग जाता है। इस प्रकार वह अपने दोस्तों और परिवार से अलग हो जाता है।

प्रश्न 4.
नशे की रोकथाम के लिए कौन-कौन से ढंग होते हैं ?
उत्तर-

  • खेलें तथा मनोरंजन क्रियाएं-खेल बच्चों के शरीर को स्वस्थ करते हैं – और उनके खाली समय का सदुपयोग होता है जिससे उनका ध्यान नशीले पदार्थों की तरफ नहीं जाता है।
  • सेमीनार लगाना-बच्चों को नशों के कुप्रभाव के बारे में जानकारी देने के लिए कॉलेज, स्कूलों में सेमीनार का आयोजन करना चाहिए। इस प्रकार सेमीनार में विशेषज्ञों को आमंत्रित करके बच्चों को नशे के कुप्रभाव के बारे में जानकारी देनी चाहिए। जानकारी मिलने पर बच्चे नशीले पदार्थों से दूर रहेंगे।
  • मनोवैज्ञानिक तैयारी-नशे करने वाला व्यक्ति यह मानता है कि वह नशा करता है। इसलिए नशे करने वाले व्यक्ति के साथ मित्रता और प्यार भरा व्यवहार करना चाहिए। प्यार से यदि नशा करने वाला व्यक्ति नशीले पदार्थों को छोड़ने के लिए तैयार हो जाए तो उसकी सहायता करनी चाहिए।
  • परिवार की भूमिका-नशीले पदार्थों का सेवन छुड़ाने के लिए परिवार को बहुत सहायता करनी चाहिए। क्योंकि यदि नशेड़ी से प्यार न किया जाए तो वह अपने आपको अकेला महसूस करता है। इसलिए नशेड़ी व्यक्ति को परिवार की तरफ से पूर्ण सहयोग मिलना चाहिए।
  • योग अभ्यास-योग भारत की प्राचीन संस्कृति है और विश्व भर में इसकी बहुत देन है। योग द्वारा मानसिक तथा शारीरिक तनाव दूर हो जाते हैं और व्यक्ति उसके लगातार अभ्यास से शारीरिक और मानसिक रोगों से बच जाता है और नशे की आदत से भी छुटकारा पाया जा सकता है।
  • प्रेरणा-बच्चों को नशीले पदार्थों का सेवन करने से दूर रखने के लिए अध्यापक और माता-पिता प्रेरणा देकर महत्त्वपूर्ण योगदान कर सकते हैं। उनको चाहिए कि वे समयसमय पर नशों के कुप्रभाव के बारे में बच्चों को बताते रहें, जिससे वे प्रेरणा लेकर नशों की तरफ न जाएं।

Physical Education Guide for Class 8 PSEB नशों के प्रति जागरूकता Important Questions and Answers

बहुविकल्पाय प्रश्न

प्रश्न 1.
नशे के कुप्रभाव लिखें –
(क) नशे से मनुष्य खोखला हो जाता है
(ख) कई प्रकार के रोग लग जाते हैं
(ग) पाचन और मांस पेशी प्रणाली खराब हो जाती है
(घ) उपरोक्त सभी।
उत्तर-
(घ) उपरोक्त सभी।

प्रश्न 2.
नशे के बढ़ रहे रुझान के कारण हैं –
(क) सामाजिक कारण
(ख) तकनोलजी का प्रभाव
(ग) पारिवारिक कारण ।
(घ) उपरोक्त सभी।
उत्तर-
(घ) उपरोक्त सभी।

प्रश्न 3.
नशे को रोकने के उपाय हैं –
(क) प्रेरणा
(ख) सैमीनार लगाना
(ग) मनोवैज्ञानिक तौर पर प्यार करना
(घ) उपरोक्त सभी।
उत्तर-
(घ) उपरोक्त सभी।

PSEB 8th Class Physical Education Solutions Chapter 6 खेलें और अनुशासन

प्रश्न 4.
नशीले पदार्थों के कोई चार नाम लिखें –
(क) शराब
(ख) तम्बाकू
(ग) अफीम और गांजा
(घ) उपरोक्त सभी।
उत्तर-
(घ) उपरोक्त सभी।

बहुत छोटे उत्तर वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
नारकोटिक्स क्या है ?
उत्तर-
यह वह पदार्थ है जिनका सेवन करने से व्यक्ति का शारीरिक और मानसिक तौर पर संतुलन बिगड़ जाता है।

प्रश्न 2.
नशीले पदार्थ खाने वाले मनुष्य में क्या-क्या तबदीलियां आती हैं ?
उत्तर-
यह पदार्थ खाने वाले मनुष्य में अनोखा बदलाव आता है। उसको आस-पास की सुधबुध नहीं रहती।

प्रश्न 3.
नशीले पदार्थ खाने वाले पर क्या प्रभाव पड़ते हैं ?
उत्तर-
यह नशीले पदार्थ मनुष्य के सामाजिक और आर्थिक तौर पर परिवार को बर्बाद कर देते हैं। वह अपने परिवार में अपना विश्वास खो देता है।

प्रश्न 4.
नशीले पदार्थ खाने वाले के कोई दो बुरे प्रभाव लिखो।
उत्तर-

  1. सामाजिक तौर पर व्यक्ति दुःखी हो जाता है।
  2. पारिवारिक सम्बन्ध टूट जाते हैं।

प्रश्न 5.
नशीले पदार्थ खाने से शरीर पर क्या बुरा प्रभाव पड़ता है ?
उत्तर-
1. शरीर और मन काबू नहीं रहता।
व्यवहार बदल जाता है।

प्रश्न 6.
नशीले पदार्थ से छुटकारा पाने के लिए कोई दो तरीके लिखो।
उत्तर-

  • प्रेरणा-बच्चे को नशीले पदार्थ छुड़वाने में माता-पिता, स्कूल अध्यापक और बड़े बुजुर्ग प्रेरणा देकर बहुत ही महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं।
  • मनोवैज्ञानिक तरीका-नशीले पदार्थों से छुटकारा पाना बहुत कठिन है और व्यक्ति को मानसिक तौर पर नशीले पदार्थ छोड़ने की कोशिश करनी चाहिए।

प्रश्न 1.
नारकोटिक्स से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
नारकोटिक्स वह पदार्थ हैं, जिनके सेवन से व्यक्ति का जीवन समाप्त हो जाता है। उससे कोई मित्रता नहीं करना चाहता और उसके रिश्तेदार उससे दूर रहना चाहते हैं।

प्रश्न 2.
नशे के प्रति बढ़ रहे रुझान के कारण लिखें।
उत्तर-

  • कई दफा बच्चे अपने आपका दूसरे परिवारों से मुकाबला करने लगते हैं। अपने आप के लिए ऊंची-ऊंची बातें करते हैं और नशीले पदार्थ लेने लग जाते हैं।
  • तकनीक का प्रभाव-आजकल इंटरनैट ने बच्चों को बहुत प्रभावित किया है और बच्चे नए-नए तरीकों से इंटरनैट से नशे करने के लिए आकर्षित हो जाते हैं।

PSEB 8th Class Physical Education Solutions Chapter 6 खेलें और अनुशासन

प्रश्न 3.
नशे से शरीर पर बुरे प्रभाव लिखें।
उत्तर-
नशीले पदार्थों का सेवन व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक तौर पर खोखला कर देता है। उसके साथ कोई भी दोस्ती नहीं करना चाहता और उसका सामाजिक जीवन भी बर्बाद हो जाता है।

प्रश्न 4.
नशे के कुप्रभाव लिखो।
उत्तर-
नशे से शरीर खोखला हो जाता है। नशीले पदार्थ के सेवन से पाचन प्रणाली में रोग लग जाते हैं। कई दफ़ा व्यक्ति को कैंसर जैसे रोग का सामना करना पड़ता है। व्यक्ति का रक्त संचार बढ़ जाता है और मांसपेशियां कमज़ोर होने लगती हैं । हृदयघात की संभावना बढ़ जाती है। अधिक नशीले पदार्थ का सेवन करने से व्यक्ति के हाथ-पांव कांपने लगते हैं।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 26 मौलिक अधिकार तथा मानवीय अधिकारों के कारण मौलिक कर्त्तव्य

Punjab State Board PSEB 8th Class Social Science Book Solutions Civics Chapter 26 मौलिक अधिकार तथा मानवीय अधिकारों के कारण मौलिक कर्त्तव्य Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 8 Social Science Civics Chapter 26 मौलिक अधिकार तथा मानवीय अधिकारों के कारण मौलिक कर्त्तव्य

SST Guide for Class 8 PSEB मौलिक अधिकार तथा मानवीय अधिकारों के कारण मौलिक कर्त्तव्य Textbook Questions and Answers

I. निम्नलिखित खाली स्थान भरो :

1. भारतीय संविधान में ………… मौलिक अधिकार शामिल किए गए हैं।
2. भारतीय संविधान में मौलिक अधिकार अनुच्छेद ……….. में दर्ज या शामिल हैं।
3. संविधान की धारा 25 ………… की मनाही करती है।
4. पहला मौलिक अधिकार …………. है।
5. प्रैस की स्वतंत्रता ………. के अधीन दी गई है।
उत्तर-

  1. सात प्रकार के
  2. 14-32
  3. धर्म के आधार पर भेदभाव
  4. समानता का अधिकतर
  5. स्वतन्त्रता के अधिकार।

II. निम्नलिखित वाक्यों में ठीक (✓) या ग़लत (✗) के चिन्ह लगाओ :

1. संविधान के समक्ष हम सब समान हैं। – (✓)
2. अधिकार और कर्त्तव्य में कोई सम्बन्ध नहीं है। – (✗)
3. न्यायपालिका मौलिक अधिकारों की रक्षक है। – (✓)
4. शिक्षा का अधिकार मौलिक अधिकार है। – (✓)
5. सरकारी शिक्षा संस्थाओं में धर्म, जाति या रंग के आधार पर दाखिला देने से इन्कार किया जा सकता है। – (✗)

III. विकल्प वाले प्रश्न :

प्रश्न 1.
मुफ्त तथा आवश्यक शिक्षा क अधिकार कौन-सी कक्षा से तक लागू है ?
(क) पांचवीं
(ख) आठवीं
(ग) दसवीं
(घ) बारहवीं।
उत्तर-
(ख) आठवीं

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 26 मौलिक अधिकार तथा मानवीय अधिकारों के कारण मौलिक कर्त्तव्य

प्रश्न 2.
मनुष्यों का व्यापार करने की मनाही किस अधिकार अधीन शामिल है ?
(क) संवैधानिक उपचारों का अधिकार
(ख) समानता का अधिकार
(ग) शोषण के विरुद्ध अधिकार
(घ) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर-
(ग) शोषण के विरुद्ध अधिकार

प्रश्न 3.
भारत में शिक्षा के अधिकार का एक्ट कब से लागू हुआ ?
(क) 4 अगस्त 2009
(ख) दिसम्बर 2002
(ग) 1 अप्रैल 2010
(घ) 1 अप्रैल 2009
उत्तर-
(घ) 1 अप्रैल 2009

प्रश्न 4.
शिक्षा का अधिकार संविधान की कौन-सी धारा के अन्तर्गत आता है ?
(क) धारा 21
(ख) धारा 21-A
(ग) धारा 20
(घ) उपरोक्त में से कोई नहीं।
उत्तर-
(ख) धारा 21-A

IV. नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर 1-15 शब्दों में लिखें:

प्रश्न 1.
अधिकारों से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
अधिकार हमें समाज से प्राप्त सुविधाएं हैं। साधारण अर्थों में अधिकार मनुष्य की वे उचित मांगें हैं जो उसके विकास तथा कल्याण के लिए आवश्यक हैं। अधिकारों को राज्य तथा समाज की मान्यता प्राप्त होती है।

प्रश्न 2.
प्रारम्भिक अधिकार के अर्थ लिखें।
उत्तर-
मौलिक (प्रारम्भिक) अधिकार वे अधिकार हैं जिन्हें देश के संविधान में अंकित किया है। इन्हें संवैधानिक उपचारों द्वारा सुरक्षा प्रदान की गई है। ये अधिकार मनुष्य के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक हैं।

प्रश्न 3.
किन्हीं दो अधिकारों से जुड़े दो कर्त्तव्य लिखो।
उत्तर-

  1. कानून सभी को समान समझता है। इसलिए हमारा कर्तव्य है कि हम किसी से कोई भेदभाव न करें।
  2. हमें अनेक प्रकार की स्वतन्त्रता का अधिकार प्राप्त है। इस अधिकार के साथ यह कर्त्तव्य जुड़ा हुआ है कि हम दूसरों की स्वतन्त्रताओं का ध्यान रखें।

प्राश्न 4.
संवैधानिक उपचारों के अधिकार से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर-
संवैधानिक उपचारों के अधिकार के अनुसार राज्य किसी व्यक्ति के मौलिक अधिकार नहीं छीन सकता। यदि किसी व्यक्ति के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन होता है तो वह व्यक्ति न्यायपालिका की शरण ले सकता है।

प्रश्न 5.
छुआछूत को किस अधिनियम द्वारा समाप्त किया गया है ?
उत्तर-
छुआछूत की समाप्ति संविधान के अनुच्छेद 17 द्वारा की गई है।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 26 मौलिक अधिकार तथा मानवीय अधिकारों के कारण मौलिक कर्त्तव्य

V. नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर 50-60 शब्दों में लिखें:

प्रश्न 1.
शिक्षा के अधिकार पर संक्षिप्त नोट लिखो।
उत्तर-
संविधान में शिक्षा का अधिकार संविधान 86वें संशोधन के अनुसार शामिल किया गया। अनुच्छेद 21-A में शामिल इस अधिकार के अनुसार 6 से 14 साल के प्रत्येक बच्चे नि:शुल्क तथा अनिवार्य शिक्षा का अधिकार दिया गया। इस बारे में 2009 में एक एक्ट (कानून) पास किया गया। यह कानून अप्रैल 2010 से जम्मू एवं कश्मीर को छोड़ कर सारे देश में यह कानून लागू हो गया। आज 6-14 वर्ष की आयु वर्ग के सभी बच्चे मुफ्त तथा अनिवार्य प्रारंभिक शिक्षा का लाभ प्राप्त कर रहे हैं।

प्रश्न 2.
संविधान में कौन-कौन से मौलिक अधिकार दर्ज हैं ?
उत्तर-
संविधान में निम्नलिखित मौलिक अधिकार दर्ज हैं(1) समानता का अधिकार (2) स्वतन्त्रता का अधिकार (3) शोषण के विरुद्ध अधिकार । (4) धार्मिक स्वतन्त्रता का अधिकार (5) सांस्कृतिक तथा शैक्षिक अधिकार (6) संवैधानिक उपचारों का अधिकार (7) शिक्षा का अधिकार।

प्रश्न 3.
अधिकार तथा कर्तव्य ‘एक सिक्के के दो पहलू’ हैं। कैसे ?
उत्तर-
अधिकार और कर्त्तव्य एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। ये एक-दूसरे के पूरक हैं। अधिकारों के बिना कर्त्तव्यों और कर्त्तव्यों के बिना अधिकारों का कोई अर्थ नहीं रह जाता है। इसलिए प्रायः यह कहा जाता है कि एक नागरिक के अधिकार दूसरे के कर्त्तव्य हैं। यदि हम केवल अपने अधिकारों का ही प्रयोग करते हैं और अपने कर्त्तव्य नहीं निभाते हैं तो इसका अर्थ यह होगा कि हम दूसरे नागरिक के अधिकारों का हनन कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, नागरिक को अपने जीवन की रक्षा का अधिकार प्राप्त है। अतः हमारा भी यह कर्त्तव्य है कि हम दूसरे नागरिकों के जीवन की रक्षा के विरुद्ध कार्य न करें। अतः स्पष्ट है कि अधिकारों और कर्तव्यों में गहरा सम्बन्ध है।

प्रश्न 4.
शोषण के विरुद्ध अधिकार की व्याख्या कीजिए।
उत्तर-
हमारे समाज में चिरकाल से निर्धन व्यक्तियों, स्त्रियों तथा बच्चों का शोषण होता चला आ रहा है। इसे समाप्त करने के लिए संविधान में शोषण के विरुद्ध अधिकार की व्यवस्था की गई है। इसके अनुसार –

  • मनुष्यों के व्यापार और बिना वेतन दिए ज़बरदस्ती काम करवाने पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया है। इसका उल्लंघन करने वाले को कानून के अनुसार दण्ड दिया जा सकता है।
  • 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों को कारखानों, खानों या जोखिम भरी नौकरी पर नहीं लगाया जा सकता। वास्तव में उनसे कोई ऐसा कार्य नहीं लिया जा सकता जो उनके विकास में बाधा डाले।

प्रश्न 5.
हम मौलिक अधिकारों की रक्षा कैसे कर सकते हैं?
उत्तर-
हम अपने मौलिक अधिकारों की रक्षा संवैधानिक उपचारों के अधिकारों के अधीन कर सकते हैं। इसके अनुसार यदि कोई हमारे मौलिक अधिकारों का हनन करता है तो हम उसके विरुद्ध न्यायालय में जा सकते हैं। यहां तक कि सरकार भी हमारे मौलिक अधिकारों का हनन नहीं कर सकती। न्याय संगत होने पर न्यायालय हमें हमारे अधिकार वापिस दिलाता है।

PSEB 8th Class Social Science Guide मौलिक अधिकार तथा मानवीय अधिकारों के कारण मौलिक कर्त्तव्य Important Questions and Answers

वस्तुनिष्ठ प्रश्न (Multiple Choice Questions)

सही जोड़े बनाइए:

1. अधिकार – संविधान में अंकित
2. मौलिक अधिकार – मनुष्य की उचित मांगें
3. स्वतंत्रता का अधिकार – न्यायपालिका की शरण
4. संवैधानिक उपचारों का अधिकार – विचार अभिव्यक्त करना
उत्तर-

  1. मनुष्य की उचित मांगें,
  2. सविधान में अंकित
  3. विचार अभिव्यक्त करना
  4. न्यायपालिका की शरण।

अति छोटे उत्तर वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
भारतीय संविधान में मौलिक अधिकार किन अनुच्छेदों में अंकित हैं ? इन्हें किस आधार पर सम्मिलित किया गया है ?
उत्तर-
भारतीय संविधान में मौलिक अधिकार अनुच्छेद 14 से 32 तक अंकित हैं। संविधान में ये अधिकार संयुक्त राज्य अमेरिका के संविधान के आधार पर सम्मिलित किए गए हैं।

प्रश्न 2.
मानवीय अधिकारों से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर-
वे अधिकार जो मनुष्य को मानवीय जीवन जीने के योग्य बनाते हैं, उन्हें मानवीय अधिकार कहा जाता है। ये अधिकार मानव को मान-सम्मान का जीवन जीने में सहायता करते हैं।

प्रश्न 3.
समानता का अधिकार क्या है ?
उत्तर-
समानता का अधिकार एक महत्त्वपूर्ण मौलिक अधिकार है। इसके अनुसार सभी व्यक्ति कानून के सामने समान हैं। किसी भी नागरिक के साथ ऊँच-नीच, धनी-निर्धन, रंग, नस्ल, जाति तथा जन्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जा सकता।

प्रश्न 4.
धर्म के अधिकार के साथ कौन-सा कर्त्तव्य जुड़ा हुआ है ?
उत्तर-
धर्म के अधिकार को बनाये रखने के लिए हमें किसी धर्म तथा धार्मिक स्थल की निन्दा नहीं करनी चाहिए। हमारा कर्तव्य है कि हम सभी धर्मों का सम्मान करें।

प्रश्न 5.
समानता के अधिकार को बनाये रखने के लिए संविधान की धारा 15 तथा 25 में क्या-क्या कहा गया है ?
उत्तर-

  • संविधान की धारा 15 के अनुसार किसी भी नागरिक के साथ धर्म, जाति, लिंग तथा नस्ल के आधार पर भेदभाव नहीं किया जा सकता।
  • संविधान की धारा 25 के अनुसार किसी भी व्यक्ति के लिए धर्म के आधार पर भेदभाव करना निषेध है।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 26 मौलिक अधिकार तथा मानवीय अधिकारों के कारण मौलिक कर्त्तव्य

छोटे उत्तर वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
सांस्कृतिक तथा शिक्षा के मूल अधिकार तथा इससे जुड़े कर्त्तव्य की व्याख्या कीजिए।
उत्तर-
नागरिकों को अपनी भाषा, लिपि और संस्कृति को सुरक्षित रखने का अधिकार है। भाषा या नस्ल के आधार पर किसी भी नागरिक को ऐसी शिक्षा-संस्थाओं में प्रवेश पाने से नहीं रोका जाएगा जो सरकार अथवा सरकारी सहायता द्वारा चलाई जा रही हैं।

अत: हमारा कर्त्तव्य है कि हम इस अधिकार का सम्मान करें। हमें रंग, नस्ल, जाति के आधार पर किसी को भी सरकारी शिक्षा संस्थानों में प्रवेश लेने से नहीं रोकना चाहिए। हमें चाहिए कि हम सभी की लिपि, संस्कृति, बोली तथा धर्म का सम्मान करें। राजकीय संस्थानों को सहायता देते समय भी किसी प्रकार का कोई भेदभाव न हो।

प्रश्न 2.
भारतीय नागरिक को प्राप्त किन्हीं चार मौलिक अधिकारों का वर्णन करो।
उत्तर-

  1. स्वतन्त्रता का अधिकार भारतीय नागरिकों को भ्रमण करने, विचार प्रकट करने तथा व्यवसाय सम्बन्धी स्वतन्त्रता दी गई है।
  2. धार्मिक स्वतन्त्रता–भारत के लोगों को किसी भी धर्म को मानने अथवा छोड़ने की स्वतन्त्रता दी गई है। वे धार्मिक संस्थाओं का निर्माण कर सकते हैं या उन्हें चला सकते हैं।
  3. शिक्षा का अधिकार-भारतवासियों को किसी भी भाषा को पढ़ने तथा अपनी संस्कृति और लिपि की रक्षा का अधिकार भी प्रदान किया गया है।

समता का अधिकार-प्रत्येक नागरिक को समता का अधिकार प्रदान किया गया है और हर प्रकार के भेदभाव को मिटा दिया गया है। कोई भी व्यक्ति अपनी योग्यता के बल पर उच्च से उच्च पद प्राप्त कर सकता है।

प्रश्न 3.
अधिकारों तथा कर्तव्यों में क्या सम्बन्ध है?
उत्तर-
अधिकारों तथा कर्त्तव्य एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। ये एक-दूसरे के साथ जुड़े हुए हैं। इन्हें एक-दूसरे से अलग नहीं किया जा सकता। एक के बिना दूसरे का कोई अर्थ नहीं है।

प्रश्न 4.
भारतीय संविधान में मौलिक अधिकार सम्मिलित क्यों किए गए हैं ?
उत्तर-
कुछ अधिकार मनुष्य के शारीरिक, मानसिक, नैतिक तथा सांस्कृतिक विकास के लिए आवश्यक हैं। इनके बिना व्यक्ति का सर्वांगीण विकास नहीं हो सकता है। इन्हें मौलिक अधिकार कहा जाता है। नागरिकों को इन अधिकारों की गारंटी देने के लिए इन्हें संविधान में सम्मिलित किया गया है। इतना ही नहीं संवैधानिक उपचारों द्वारा इन अधिकारों को सुरक्षा भी प्रदान की गई है। यदि राज्य या कोई अन्य व्यक्ति इन अधिकारों का हनन करता है, तो पीड़ित व्यक्ति न्यायालय की शरण ले सकता है।

प्रश्न 5.
धर्म की स्वतन्त्रता हमारे संविधान के अनुसार कैसे लागू की गई है ? ।
उत्तर-
हमारे संविधान में धर्म की स्वतन्त्रता को निम्नलिखित ढंग से लागू किया गया है.

  • प्रत्येक व्यक्ति को अपनी इच्छा से किसी भी धर्म को मानने, उस पर आचरण करने, और उसका प्रचार करने का समान अधिकार है।
  • लोग अपनी इच्छा से धार्मिक तथा परोपकारी संस्थाओं की स्थापना कर सकते हैं तथा उनका प्रबन्ध चला सकते हैं।
  • किसी भी व्यक्ति को ऐसे कर देने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा जिनका प्रयोजन किसी धर्म विशेष का प्रचार करना है।
  • शिक्षा-संस्थाओं में किसी विद्यार्थी को किसी धर्म विशेष की शिक्षा प्राप्त करने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।

प्रश्न 6.
क्या अभी भी हमारे देश में रंग, नसल, धर्म तथा जाति के आधार पर भेदभाव है ?
उत्तर-
भारतीय संविधान द्वारा रंग, नसल, धर्म तथा जाति के आधार पर होने वाले भेदभाव को समाप्त कर दिया गया है, परन्तु खेद की बात यह है कि अभी इस भेदभाव को पूरी तरह समाप्त नहीं किया जा सका। आज भी अपने आप को उच्च कहने वाले लोग दूसरों से घृणा करते हैं और उनके साथ अपमानजनक व्यवहार करते हैं। अतः इसके लिए विशेष कदम उठाने की आवश्यकता है। इस प्रकार के भेदभाव के विरुद्ध जो कानून बने हैं, उन्हें सभी लोगों तक पहुँचाना आवश्यक है। इन्हें कठोरता से लागू करने की भी ज़रूरत है।

प्रश्न 7.
भारतीय नागरिक को प्राप्त किन्हीं तीन मौलिक अधिकारों का वर्णन करो।
उत्तर-

  • स्वतन्त्रता का अधिकार भारतीय नागरिकों को भ्रमण करने, विचार प्रकट करने तथा व्यवसाय सम्बन्धी स्वतन्त्रता दी गई है।
  • धार्मिक स्वतन्त्रता का अधिकार–भारत के लोगों को किसी भी धर्म को मानने अथवा छोड़ने की स्वतन्त्रता दी गई है। वे धार्मिक संस्थाओं का निर्माण कर सकते हैं या उन्हें चला सकते हैं।
  • समानता का अधिकार प्रत्येक नागरिक को समानता का अधिकार प्रदान किया गया है और हर प्रकार के भेदभाव को मिटा दिया गया है। कोई भी व्यक्ति अपनी योग्यता के बल पर उच्च से उच्च पद प्राप्त कर सकता है।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 26 मौलिक अधिकार तथा मानवीय अधिकारों के कारण मौलिक कर्त्तव्य

मौलिक अधिकार तथा मानवीय अधिकारों के कारण मौलिक कर्त्तव्य PSEB 8th Class Social Science Notes

  • अधिकार – अधिकार हमें समाज से प्राप्त सुविधाएं हैं। राज्य इन्हें उचित मानता है।
  • मौलिक अधिकार – नागरिकों के लिए संविधान में अंकित अधिकार मौलिक अधिकार कहलाते हैं। इनकी सुरक्षा के लिए संवैधानिक उपचारों की व्यवस्था की गई है।
  • महत्त्वपूर्ण मूल (मौलिक) अधिकार – धर्म की स्वतन्त्रता, स्वतन्त्रता तथा समानता के अधिकार बहुत-ही महत्त्वपूर्ण अधिकार हैं।
  • कर्त्तव्य – अधिकारों की सुरक्षा के लिए राज्य हमसे जो मांग करता है, वह हमारा कर्त्तव्य है। कर्तव्यों के बिना अधिकारों का कोई अर्थ नहीं है। इसलिए प्रत्येक अधिकार के साथ कर्तव्य जुड़ा है।
  • धर्म की स्वतन्त्रता | धर्म की स्वतन्त्रता का अर्थ है कि राज्य की दृष्टि में सभी धर्म समान हैं। नागरिकों को कोई भी धर्म मानने की स्वतन्त्रता है। वे अपने धार्मिक स्थानों पर स्वतन्त्रतापूर्वक आजा सकते हैं और अपने ढंग से पूजा-पाठ कर सकते हैं।
  • सांस्कृतिक और शैक्षणिक अधिकार – हमारे देश के अल्पसंख्यकों को संविधान द्वारा अपनी शिक्षा संस्थाएं स्थापित करने का अधिकार प्राप्त है। सरकार इन संस्थाओं को वित्तीय सहायता देने में कोई भेदभाव नहीं करती।
  • समानता का अधिकार – समानता के अधिकार के अनुसार देश के सभी नागरिक कानून के सामने समान हैं। सभी के लिए एक जैसी न्याय प्रणाली अपनाई गई है। सभी नागरिक सार्वजनिक स्थानों का एक जैसा प्रयोग कर सकते हैं।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 24 संविधान तथा कानून

Punjab State Board PSEB 8th Class Social Science Book Solutions Civics Chapter 24 संविधान तथा कानून Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 8 Social Science Civics Chapter 24 संविधान तथा कानून

SST Guide for Class 8 PSEB संविधान तथा कानून Textbook Questions and Answers

I. निम्नलिखित खाली स्थान भरो :

1. भारत का संविधान ……………… को लागू किया गया।
2. …………….. भारत के पहले राष्ट्रपति थे।
3. दहेज विरुद्ध कानून ………………. में बना था।
4. भारतीय संविधान ………….. साल ……………….. महीने …………….. दिनों में तैयार किया गया।
5. भ्रूण हत्या का मूल कारण ……………… रीति है।
उत्तर-

  1. 26 जनवरी, 1950
  2. डॉ० राजेंद्र प्रसाद
  3. 1961 ई०
  4. 2, 11, 18
  5. दहेज।

II. प्रत्येक वाक्य के सामने सही (✓) या ग़लत (✗) के चिन्ह लगाएं :

1. डांडी नामक स्थान पर गांधी जी ने नमक कानून तोड़ा। – (✓)
2. न्यायपालिका संविधान की रक्षा नहीं करती है। – (✗)
3. भारत में कानून का शासन चलता है। – (✓)
4. बुरे कानूनों की उल्लंघना करनी लोकतन्त्रीय सरकार की विशेषता है। – (✓)
5. कानून अनिश्चित नियम होते हैं। – (✗)

III. विकल्प वाले प्रश्न :

प्रश्न 1.
भारतीय संविधान कब लागू किया गया था ?
(क) 26 नवंबर, 1949
(ख) 26 जनवरी, 1950
(ग) 26 जनवरी, 1930
(घ) 26 जनवरी, 1940.
उत्तर-
26 जनवरी

प्रश्न 2.
संविधान सभा की मसौदा कमेटी के प्रधान कौन थे ?
(क) डॉ० राजेंद्र प्रसाद
(ख) डॉ० बी० आर० यावेदकर
(ग) महात्मा गांधी
(घ) पंडित जवाहर लाल नेहरू।
उत्तर-
डॉ० बी० आर० अम्बेदकर

प्रश्न 3.
निम्नलिखित में से भारत में कौन सर्वोच्च है ?
(क) प्रधानमंत्री
(ख) राष्ट्रपति
(ग) न्यायपालिका
(घ) संविधान।
उत्तर-
संविधान

प्रश्न 4.
मसौदा कमेटी के सदस्यों की संख्या बताओ।
(क) 11
(ख) 18
(ग) 07
(घ) 02.
उत्तर-
07.

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 24 संविधान तथा कानून

IV. निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर 1-15 शब्दों में दें :

प्रश्न 1.
संविधान से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
संविधान वह कानूनी दस्तावेज़ है जिसके द्वारा देश का प्रशासन चलाया जाता है। संविधान देश के सभी कानूनों से श्रेष्ठ होता है।

प्रश्न 2.
संविधान 26 जनवरी, 1950 से क्यों लागू किया गया ?
उत्तर-
हमारा संविधाम 26 जनवरी के ऐतिहासिक महत्त्व को देखते हुए इस तिथि को लागू किया गया। 26 जनवरी, 1930 को देश में पूर्ण स्वतन्त्रता दिवस मनाया गया था।

प्रश्न 3.
कानून के शाब्दिक अर्थ लिखें।
उत्तर-
कानून अंग्रेज़ी भाषा के शब्द लॉ (Law) का अनुवाद है। लॉ शब्द टिऊटोनिक शब्द ‘लैग’ से निकला है जिसका अर्थ है निश्चित। इस प्रकार कानून का अर्थ है- निश्चित नियम।

प्रश्न 4.
कानून की क्या महत्ता है ?
उत्तर-
कानून किसी भी संस्था अथवा देश में व्यवस्था बनाये रखने में सहायक है। इसके बिना कोई भी संस्था सुचारु रूप से नहीं चल सकती। स्कूल के भी अपने कानून (नियम) होते हैं जिनके कारण स्कूल में अनुशासन बना रहता है।

प्रश्न 5.
निष्पक्ष न्यायपालिका से आपका क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
न्यायपालिका की निष्पक्षता से भाव यह है कि वह कार्यपालिका अथवा विधानपालिका के दबाव के बिना स्वतन्त्र रूप से न्याय करे। भारत में भी न्यायपालिका को निष्पक्ष बनाया गया है। यदि कोई संस्था संविधान के अनुसार कार्य नहीं करती तो न्यायपालिका उसे असंवैधानिक घोषित कर सकती है।

प्रश्न 6.
महात्मा गाँधी जी द्वारा कब-कब आन्दोलन चलाए गए ?
उत्तर-
महात्मा गाँधी ने 1921 में असहयोग आन्दोलन, 1930 में सिविल अवमानना (अवज्ञा) आन्दोलन तथा 1942 में भारत छोड़ो आन्दोलन चलाया।

V. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 50-60 शब्दों में दें:

प्रश्न 1.
संविधान की सर्वोच्चता से आपका क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
संविधान एक कानूनी दस्तावेज़ है। यह देश का सर्वोच्च कानून है। सरकार के सभी महत्त्वपूर्ण पदों पर नियुक्ति से पहले पद ग्रहण करने वाले व्यक्ति को संविधान को सर्वोच्च मानने तथा इसकी पालना करने की शपथ दिलाई जाती है। यदि कोई संस्था संविधान के अनुसार कार्य नहीं करती, तो उसे न्यायपालिका द्वारा गैर-संवैधानिक घोषित कर दिया जाता है। इसी प्रकार संविधान-विरोधी कानूनों को भी रद्द कर दिया जाता है।

प्रश्न 2.
भारतीय संविधान का निर्माण कैसे हुआ ?
उत्तर-
स्वतन्त्रता प्राप्ति के पश्चात् एक संवैधानिक कमेटी बनाई गयी। डॉ० राजेन्द्र प्रसाद को इस कमेटी (संविधान सभा) का स्थायी प्रधान चुना गया। यह संविधान सभा पूर्ण प्रभुसत्ता सम्पन्न थी।

मसौदा कमेटी का गठन तथा संविधान का निर्माण-संविधान को नियमित रूप देने के लिए 29 अगस्त, 1947 को सात सदस्यों की एक कमेटी का गठन किया गया। इसके प्रधान डॉ० बी० आर० अम्बेदकर थे। इस मसौदा कमेटी ने भिन्न-भिन्न देशों के संविधानों का अध्ययन करके अन्य देशों के संविधानों से बहुत-से सिद्धान्तों को इकट्ठा किया। संविधान सभा की कुल 11 बैठकें हुईं। 26 नवम्बर, 1949 को भारतीय संविधान बनकर तैयार हो गया। यह संविधान 26 जनवरी, 1950 को लागू किया गया।

प्रश्न 3.
भारत में न्यायपालिका को निष्पक्ष कैसे बनाया गया है ?
उत्तर-
न्यायपालिका को संविधान की रक्षा के लिए सर्वोच्च तथा निष्पक्ष बनाया गया है। न्यायपालिका संविधान की. पालना को सुनिश्चित बनाती है। यदि कोई संस्था संविधान के अनुसार कार्य नहीं करती तो उसे असंवैधानिक घोषित कर दिया जाता है। न्यायपालिका को न्यायिक पुन:निरीक्षण का अधिकार प्राप्त है। इसका अर्थ यह है कि यदि किसी विधानमण्डल द्वारा बनाया गया कानून संविधान की भावना का उल्लंघन करता है तो न्यायपालिका उसे रद्द कर सकती है। इसी प्रकार यह कार्यपालिका द्वारा लागू किसी भी संविधान विरोधी आदेश को असंवैधानिक घोषित कर सकती है।

प्रश्न 4.
गांधी जी ने अंग्रेजों के विरुद्ध कौन-कौन से आंदोलन चलाये ?
उत्तर-
अंग्रेजी सरकार की बहुत सी मीतियां जनहित विरोधी थीं। अपना हित साधने के लिए उन्होंने समय समय पर अनेक काले कानून पास किए। गांधी जी ने उनकी इन नीतियों तथा काले कानूनों का विरोध करने के लिए निम्नलिखित आंदोलन चलाए –

  1. 1920 में असहयोग आंदोलन।
  2. 1930 में सिविल अवमानना (अवज्ञा) आंदोलन।
  3. 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन।

प्रश्न 5.
शराबबन्दी से क्या अभिप्राय है और इसे लागू क्यों करना चाहिए ?
उत्तर-
शराबबन्दी का अर्थ है-शराब बनाने, शराब की बिक्री तथा शराब पीने पर कानूनी प्रतिबन्ध।।
मद्यपान एक बहुत बड़ी बुराई है। एक सर्वेक्षण के अनुसार हमारे देश में हर चौथा व्यक्ति मद्यपान करता है। शराब ‘पर प्रतिदिन करोड़ों रुपये व्यय होते हैं। इतना ही नहीं शराब पीने से धन के साथ-साथ समय तथा स्वास्थ्य की भी हानि. होती है। शराब मनुष्य को नैतिक पतन की ओर भी ले जाती है। इसलिए मद्य निषेध को लागू करना आवश्यक ही नहीं अनिवार्य है।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 24 संविधान तथा कानून

PSEB 8th Class Social Science Guide संविधान तथा कानून Important Questions and Answers

वस्तुनिष्ठ प्रश्न (Multiple Choice Questions)

सही जोड़े बनाइए :

1. संविधान – न्यायपालिका
2. संविधान की रक्षा – 31 दिसंबर, 1929
3. संविधान तैयार हुआ – कानूनी दस्तावेज
4. कांग्रेस द्वारा सम्पूर्ण स्वतंत्रता की घोषणा – 26 नवम्बर 1949.
उत्तर-

  1. कानूनी दस्तावेज़
  2. न्यायपालिका
  3. 26 नवम्बर, 1949
  4. 31 दिसंबर 1929.

अति छोटे उत्तर वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
भारत कब स्वतन्त्र हुआ ?
उत्तर-
भारत 15 अगस्त, 1947 को स्वतन्त्र हुआ।

प्रश्न 2.
भारत का संविधान किसने बनाया ? इसके प्रधान (अध्यक्ष) कौन थे ?
उत्तर-
भारत का संविधान एक संविधान सभा (संवैधानिक कमेटी) ने बनाया। इसके अध्यक्ष डॉ० राजेन्द्र प्रसाद थे।

प्रश्न 3.
संविधान सभा की मसौदा कमेटी का गठन कब हुआ ? इसके अध्यक्ष कौन थे ?
उत्तर-
संविधान सभा की मसौदा कमेटी का गठन 29 अगस्त, 1947 को हुआ। इसके अध्यक्ष डॉ० बी० आर० अम्बेदकर थे।

प्रश्न 4.
भारत के प्रथम राष्ट्रपति कौन थे ? उन्हें संविधान सभा की किस बैठक में राष्ट्रपति चुना गया ?
उत्तर-
भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ० राजेन्द्र प्रसाद थे। उन्हें संविधान सभा की अन्तिम बैठक में 25 जनवरी, 1950 को राष्ट्रपति चुना गया।

प्रश्न 5.
न्यायपालिका को निष्पक्ष तथा स्वतन्त्र बनाने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं ?
उत्तर-
इस उद्देश्य से न्यायाधीशों की नियुक्ति, वेतन तथा भत्ते और कार्यकाल अन्य कर्मचारियों से अलग किए गए

प्रश्न 6.
सिविल अवमानना तथा असहयोग आन्दोलन के कार्यक्रम में शामिल दो बातें बताओ।
उत्तर-

  1. अंग्रेज़ी सरकार द्वारा बनाए गए सामान का प्रयोग न करना।
  2. उनके द्वारा बनाये गए वस्त्र धारण न करना।

प्रश्न 7.
नमक कानून कहाँ और किस प्रकार तोड़ा गया ? .
उत्तर-
नमक कानून महात्मा गाँधी के नेतृत्व में डांडी नामक स्थान पर तोड़ा गया। वहाँ अंग्रेजी सरकार द्वारा बनाये गए नमक को नष्ट किया गया और समुद्र के पानी से स्वयं नमक बना कर खाने के आदेश दिए गए।

प्रश्न 8.
किन-किन राज्यों की सरकारों ने मद्य निषेध विधेयक पारित किए ? क्या ये सार्थक सिद्ध हुए ?
उत्तर-
मद्य निषेध विधेयक गुजरात, हरियाणा, केरल तथा आन्ध्र प्रदेश की सरकारों ने पारित किए। परन्तु ये अधिक सार्थक सिद्ध नहीं हुए।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 24 संविधान तथा कानून

छोटे उत्तर वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
भारत के संविधान के निर्माण तथा लागू होने पर एक नोट लिखो।
उत्तर-
स्वतन्त्रता प्राप्ति के पश्चात् एक संवैधानिक कमेटी बनाई गयी। डॉ० राजेन्द्र प्रसाद को इस कमेटी (संविधान सभा) का स्थायी प्रधान चुना गया। यह संविधान सभा पूर्ण प्रभुसत्ता सम्पन्न थी।

मसौदा कमेटी का गठन तथा संविधान का निर्माण-संविधान को नियमित रूप देने के लिए 29 अगस्त, 1947 को सात सदस्यों की एक कमेटी का गठन किया गया। इसके प्रधान डॉ० बी० आर० अम्बेदकर थे। इस मसौदा कमेटी ने भिन्न-भिन्न देशों के संविधानों का अध्ययन करके अन्य देशों के संविधानों से बहुत-से सिद्धान्तों को इकट्ठा किया। संविधान सभा की कुल 11 बैठकें हुईं। 26 नवम्बर, 1949 को भारतीय संविधान बनकर तैयार हो गया। इसे तैयार होने में 2 वर्ष, 11 महीने तथा 18 दिन लगे। यह संविधान 26 जनवरी, 1950 को लागू किया गया। 25 जनवरी, 1950 को संविधान सभा की अन्तिम बैठक हुई। इसमें डॉ० राजेन्द्र प्रसाद को भारत का प्रथम राष्ट्रपति चुना गया।

प्रश्न 2.
दहेज प्रथा पर क्यों और कैसे रोक लगाई गई ?
उत्तर-
दहेज की कुप्रथा हमारे समाज के लिए बहुत बड़ा अभिशाप थी। निर्धन वर्ग के लिए तो यह शताब्दियों से एक समस्या बनी हुई थी। निर्धन लोग प्रायः ऋण लेकर अपनी लड़कियों को दहेज देते थे। इससे समाज में स्त्री जाति का मान-सम्मान कम हो गया। अत: लोग कन्या भ्रूण हत्या करने लगे। इससे लड़कों की तुलना में लड़कियों का अनुपात कम होता गया। अतः दहेज प्रथा पर रोक लगाने के लिए सरकार को कानून बनाना पड़ा। इसके अनुसार दहेज लेना या देना अवैध घोषित कर दिया गया, परन्तु आज भी इस कानून को दृढ़ता से लागू करने की आवश्यकता है।

प्रश्न 3.
भारतीय संविधान की भूमिका लिखें।
उत्तर-
भारतीय संविधान को सर्वोच्च दस्तावेज़ माना गया है।

  1. सरकार में विशिष्ट पदों पर नियुक्ति से पूर्व व्यक्ति को संविधान की पालना की शपथ दिलाई जाती है।
  2. सभी राजकीय तथा अराजकीय संस्थाएँ संविधान के अनुसार ही कार्य करती हैं।
  3. न्यायपालिका को स्वतन्त्र एवं निष्पक्ष बनाया गया है। उसे संविधान की रक्षा के लिए बहुत से अधिकार दिए गए हैं। इनमें से एक महत्त्वपूर्ण अधिकार संविधान की रक्षा तथा व्याख्या का है।
  4. संविधान के अनुसार देश में पूर्ण लोकतन्त्रीय ढांचा स्थापित किया गया है। इसमें नागरिकों को बहुत से अधिकार दिए गए हैं। इनमें से सरकार की आलोचना करने का अधिकार बहुत ही महत्त्वपूर्ण है।

प्रश्न 4.
संविधान तथा कानून से आप क्या समझते हो ?
उत्तर-
संविधान संविधान एक मौलिक दस्तावेज़ है। यह सर्वोच्च है। ये उन नियमों का समूह है जिनके अनुसार देश का शासन चलाया जाता है। इसी के अनुसार राज्य तथा नागरिकों के आपसी सम्बन्ध निश्चित किए गए हैं। सभी राजकीय तथा अराजकीय संस्थाओं को संविधान के अनुसार ही कार्य करना पड़ता है।
कानून-कानून वे नियम हैं जो देश में शान्ति और व्यवस्था बनाये रखते हैं। इनका निर्माण केन्द्रीय तथा राज्य विधानपालिकाएं करती हैं। सभी नागरिकों के लिए देश के कानूनों का पालन करना अनिवार्य है। कानूनों को भंग करने पर दण्ड दिया जा सकता है।

प्रश्न 5.
कानून का अर्थ तथा इसकी भूमिका क्या है ?
उत्तर-
अर्थ-कानून अंग्रेजी भाषा के शब्द लॉ (Law) का अनुवाद है। Law (लॉ) शब्द टिऊटोनिक शब्द ‘लैग’ से निकला है। इसका अर्थ है-निश्चित। इस प्रकार ‘कानून’ शब्द का अर्थ है-निश्चित नियम।

कानून की भूमिका-सामाजिक जीवन में कानूनों का बहुत अधिक महत्त्व है। ये हमारे सामाजिक जीवन को नियन्त्रित करते हैं। इनके बिना हमारा सामाजिक जीवन सुचारु रूप से नहीं चल सकता। उदाहरण के लिए यदि स्कूल के नियमों (कानूनों) का पालन न किया जाए तो अनुशासनहीनता का वातावरण बन जाएगा। इसी प्रकार यदि कानून अपराधों को नियन्त्रित न करें, तो चारों ओर अराजकता फैल जाएगी और जन-जीवन सुरक्षित नहीं रह पायेगा।

प्रश्न 6.
नागरिक के अधिकार कौन-से हैं ? आलोचना के अधिकार की व्याख्या करें।
उत्तर-
संविधान द्वारा नागरिकों को जो अधिकार दिए गए हैं, उन्हें मूल अथवा मौलिक अधिकार कहते हैं। इन __ अधिकारों में निम्नलिखित अधिकार शामिल हैं-

  1. समानता का अधिकार
  2. स्वतन्त्रता का अधिकार
  3. शोषण के विरुद्ध अधिकार
  4. धार्मिक स्वतन्त्रता का अधिकार
  5. संस्कृति और शिक्षा का अधिकार
  6. संवैधानिक उपचारों का अधिकार।

आलोचना का अधिकार-आलोचना का अधिकार स्वतन्त्रता के अधिकार में शामिल है। इसका अर्थ है कि नागरिकों को अपने विचार व्यक्त करने की स्वतन्त्रता है। इसके अनुसार जब कोई सरकार लोगों के हितों के विरुद्ध कोई कानून बनाती है, तो लोग इसका विरोध कर सकते हैं।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 24 संविधान तथा कानून

संविधान तथा कानून PSEB 8th Class Social Science Notes

  • संविधान – संविधान वह कानूनी दस्तावेज़ है जिसके अनुसार किसी देश का प्रशासन चलाया जाता है। यह देश का सर्वोच्च मौलिक कानून है।
  • भारत के संविधान का निर्माण – भारत का संविधान एक मसौदा कमेटी ने तैयार किया। इसके निर्माण में 2 वर्ष 11 महीने तथा 18 दिन लगे। यह 26 नवम्बर, 1949 को बनकर तैयार हुआ।
  • संविधान का लागू होना – भारत का संविधान 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ। 1930 में इसी दिन देश में पहली बार स्वतन्त्रता दिवस मनाया गया था।
  • कानून – कानून का अर्थ है-निश्चित नियम। कानून सामाजिक जीवन को नियमित करते हैं।
  • न्यायपालिका भारत की न्यायपालिका को स्वतन्त्र एवं निष्पक्ष बनाया गया है। यह देश के संविधान तथा कानूनों की रक्षा करती है।
  • मद्य निषेध – मद्य निषेध का अर्थ है मदिरापान पर कानूनी रोक। कई प्रान्तीय सरकारों ने मद्य निषेध लागू करने के लिए कानून बनाए, परन्तु वे पूर्ण रूप से सार्थक सिद्ध नहीं हुए।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 8 आपदा प्रबन्ध

Punjab State Board PSEB 8th Class Social Science Book Solutions Geography Chapter 8 आपदा प्रबन्ध Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 8 Social Science Geography Chapter 8 आपदा प्रबन्ध

SST Guide for Class 8 PSEB आपदा प्रबन्ध Textbook Questions and Answers

I. नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर 20-25 शब्दों में दो :

प्रश्न 1.
आपदा किसे कहा जाता है ?
उत्तर-
मनुष्य को अपने जीवन में प्रकृति तथा अपने आप द्वारा पैदा किए गए कई खतरों का सामना करना पड़ा है। जब यह खतरे मनुष्य के लिए घातक बन जाते हैं, तो इन्हें आपदा कहते हैं।

प्रश्न 2.
‘प्राकृतिक आपदा’ मुख्य रूप से कौन-कौन से हैं ?
उत्तर-
मुख्य प्राकृतिक आपदा हैं- भूकम्प (भूचाल), ज्वालामुखी, सुनामी, बाढ़, चक्रवात, सूखा, भूस्खलन (१ का सरकना) तथा हिमस्खलन (बर्फ के तोदों का सरकना)।

प्रश्न 3.
‘आपदा प्रबन्धन’ विषय में क्या-क्या शामिल हैं ?
उत्तर-
‘आपदा प्रबन्धन’ का सम्बन्ध प्रकोपों से होने वाली हानि को कम करने से है। इस विषय में अग्रलि बातें शामिल हैं

  • आपदा आने से पहले की तैयारी
  • आपदा के समय बचाव तथा
  • आपदा के बाद समाज को फिर से जीवन देना।

प्रश्न 4.
भूचाल ( भूकम्प) से आपका क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
भूमि के हिलने की क्रिया को भूचाल या भूकम्प कहते हैं। यह हल्का भी हो सकता है और बहुत तीव्र भी।

प्रश्न 5.
ज्वालामुखी किसे कहते हैं ? इसकी किस्मों के नाम लिखो।
उत्तर-
धरती के भीतर बहुत अधिक गर्मी के कारण चट्टानें पिघली हुई अवस्था में हैं। ये धरती के किसी कमज़ोर भाग से लावे के रूप में बाहर आ जाती हैं। इस क्रिया को ज्वालामुखी कहा जाता है।
ज्वालामुखी की किस्में-ज्वालामुखी मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं-(1) क्रियाशील ज्वालामुखी (2) सुप्त ज्वालामुखी तथा (3) बुझे हुए ज्वालामुखी।

प्रश्न 6.
सुनामी कैसे पैदा होती है ?
उत्तर-
सुनामी ऊँची-ऊँची समुद्री लहरें होती हैं। ये भूकम्प, ज्वालामुखी विस्फोट तथा धरती के खिसकने से पैदा होती हैं। ये बहुत-ही विनाश करती हैं।

प्रश्न 7.
बाढ़ आने के मुख्य क्या कारण हैं ?
उत्तर-
बाढ़ आने के मुख्य कारण निम्नलिखित हैं
(1) अधिक वर्षा (2) तेज़ चक्रवात (3) बादलों का फटना (4) पानी के निकास का ठीक प्रबन्ध न होना (5) बांधों का टूटना (6) नदियों तथा दरियाओं के तल पर मिट्टी का जमाव (7) नदियों तथा दरियाओं के प्रभाव में आने वाले प्रदेशों में आवासों का निर्माण करना।

प्रश्न 8.
चक्रवात क्या होते हैं ? इन्हें किस-किस नाम से पुकारा जाता है ?
उत्तर-
वात तूफ़ान या तेज़ हवाएं होती हैं जिनकी गति 63 किमी० प्रति घंटा या इससे अधिक होती है। ये हवा के कम दबाव से पैदा होते हैं।
अन्य नाम- चक्रवातों को उत्तरी अमेरिका में ‘हरीकेन’, दक्षिण-पूर्वी एशिया में ‘टाईफून’ तथा भारत में आंधी या तूफ़ान कहा जाता है।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 8 आपदा प्रबन्ध

प्रश्न 9.
‘भूमि खिसकने’ के कौन-कौन से कारण हो सकते हैं ?
उत्तर-
भूमि खिसकने के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं(1) धरती की अन्दरूनी (आन्तरिक) हलचल (2) तेज़ वर्षा का होना (3) ज्वालामुखी क्रिया (4) खानें खोदना।

प्रश्न 10.
मानवीय प्रकोप किसे कहते हैं ?
उत्तर-
मानवीय प्रकोप वे प्रकोप होता है जो मनुष्य प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से स्वयं पैदा करता है। यह काम नुष्य जान-बूझ कर अथवा अनजाने में करता है। बम धमाके तथा आतंकवादी हमले इसके उदाहरण हैं।

प्रश्न 11.
महामारी से आपका क्या भाव है ?
उत्तर-
जब कोई बीमारी बहुत अधिक फैल जाती है तथा लोगों को प्रभावित करती है, तो उसे महामारी कहते हैं। I, डेंगू, बुखार, पीला बुखार या दस्त जैसी बीमारियां कभी-कभी महामारी का रूप ले लेती हैं।

नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर 70-75 शब्दों में लिखो :

प्रश्न 1.
आपदाएं मानव को किस प्रकार प्रभावित करती हैं ?
उत्तर-
आपदाएं मानव जीवन को बहुत अधिक प्रभावित करती हैं –

  • इनके कारण जान-माल की भारी हानि होती है।
  • नागरिक सुविधाएं ठप्प पड़ जाती हैं जिससे जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है।
  • कई लोग अपनों से बिछुड़ जाते हैं।
  • खड़ी फ़सलें तथा पशु बह जाते हैं।
  • लाशों के गलने-सड़ने से महामारियां फैलती हैं। (6) वर्षों की उन्नति मिनटों में समाप्त हो जाती है।

प्रश्न 2.
भूचाल आने के कारण और संसार के प्रसिद्ध भूचाल क्षेत्र बताओ।
उत्तर-
कारण-भूचाल धरती की आन्तरिक हलचलों के कारण आते हैं। इन हलचलों से धरती की टैक टोनिक प्लेटें खिसक जाती हैं और भूकम्प तरंगें पैदा होती हैं। परिणामस्वरूप धरती हिलने लगती है जिसे भूचाल अथवा भूकम्प कहते हैं।
भूचाल क्षेत्र-

  • संसार के 2/3 भूचाल प्रशान्त महासागर के ‘ज्वाला चक्र’ (Ring of Fire) में आते हैं।
  • संसार के मुख्य पर्वतीय क्षेत्र, जैसे कि हिमालय तथा आल्पस भी भूकम्पग्रस्त क्षेत्र माने जाते हैं।
  • भारत के भूचालग्रस्त प्रदेशों में कश्मीर तथा पश्चिमी हिमालय, मध्य हिमाचल, उत्तर-पूर्वी भारत, सिन्धु-गंगा के मैदान, राजस्थान एवं गुजरात के प्रदेश तथा पूर्वी तथा पश्चिमी द्वीप-समूह शामिल हैं।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 8 आपदा प्रबन्ध (1)

प्रश्न 3.
भूचाल आपदा प्रबन्धन में हमें किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
उत्तर-
भूचाल आपदा प्रबन्धन में हमें नीचे दी गई बातों का ध्यान रखना चाहिए-

  • भूचाल ग्रस्त प्रदेशों में भवनों के नक्शे तथा बनावट इस प्रकार की होनी चाहिए कि भूचाल आने पर उन्हें कोई हानि न पहुँचे। घरों तथा अन्य इमारतों का बीमा भी अवश्य होना चाहिए।
  • भूचाल आने पर भय या घबराहट का वातावरण पैदा नहीं होने देना चाहिए; बल्कि शान्ति रखकर दिमाग़ से क लेना चाहिए।
  • भूचाल आने पर यदि आप घर के अन्दर हों, तो बाहर नहीं भागना चाहिए, बल्कि बेड्, मेज, दरवाज़े जैसी कि कठोर वस्तु के बीच चले जाना चाहिए।
  • यदि भूचाल के समय बाहर हो तो किसी खुले स्थान पर चले जाना चाहिए। इमारतों, वृक्षों, बिजली के ता. तथा खम्बों से दूर रहना चाहिए।
  • हमें आपस में मिलकर भूचाल प्रभावित लोगों की सहायता करनी चाहिए। उन्हें मेडीकल तथा रहने की सुवि देने का प्रयास करना चाहिए।
  • मलबे में दबे लोगों को तेज़ी से निकालना चाहिए और घायलों को जल्दी से जल्दी अस्पताल पहुंच चाहिए।
  • भूकम्प से प्रभावित यातायात तथा संचार के साधनों को जितनी जल्दी हो सके फिर से चालू कर लेना चा
  • सरकार को चाहिए कि वह बेघर हुए लोगों को फिर से बसाने के लिए आवश्यक सुविधाएं दे।

प्रश्न 4.
ज्वालामुखी और सुनामी से बचाव के लिए क्या-क्या प्रबन्ध करना चाहिए ?
उत्तर-
ज्वालामुखी से बचाव-

  • ज्वालामुखी विस्फोट वाले स्थान के निकट घर या कोई और इमारत नहीं बनानी चाहिए।
  • ज्वालामुखी विस्फोट के लक्षण दिखाई देने पर वहां से बहुत दूर चले जाना चाहिए। इसके लिए यातायात के तीव्र साधनों को प्रयोग करना चाहिए।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 8 आपदा प्रबन्ध (2)

  • हानि पहुँचने की स्थिति में सरकार को हर प्रकार की सहायता के लिए तैयार रहना चाहिए।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 8 आपदा प्रबन्ध

सुनामी से बचाव-

  • सुनामी की सूचना मिलने पर समुद्र की ओर नहीं जाना चाहिए।
  • समुद्र में चल रहे जहाज़ों तथा नावों को वापिस बन्दरगाह पर आ जाना चाहिए।
  • मछुआरों को लहरें शान्त होने के बाद ही समुद्र में जाना चाहिए।
  • यदि लहरें बहुत तेज़ी से समुद्र तट की ओर आ रही हों, तो वहाँ बसे लोगों को वह स्थान छोड़कर दूर चले जाना चाहिए।
  • सभी को मिलकर मुसीबत में फंसे लोगों की सहायता करनी चाहिए।
  • सरकार को सुनामी की आपदा से निपटने के लिए हर समय तैयार रहना चाहिए।

प्रश्न 5.
सूखे से बचने के लिए कौन-कौन-से कदम उठाने चाहिएँ।
उत्तर-
सूखे से बचाव के लिए निम्नलिखित कदम उठाए जा सकते हैं-

  • पानी का प्रयोग सूझबूझ से करें। इसे व्यर्थ न बहने दें।
  • सूखाग्रस्त क्षेत्रों में अधिक-से-अधिक वृक्ष लगाएं। वृक्ष वर्षा लाने में सहायता करते हैं।
  • सूखाग्रस्त प्रदेश में ऐसी फ़सलें उगायें जिन्हें कम पानी की ज़रूरत होती हैं। मक्का, बाजरा, दालें आदि फसलें इसी प्रकार की फ़सलें हैं।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 8 आपदा प्रबन्ध (3)

  • सरकार को चाहिए कि वह सूखाग्रस्त प्रदेशों में आसपास के अधिक पानी वाले क्षेत्रों से पानी पहुँचाये।
  • सूखाग्रस्त क्षेत्रों में वर्षा के पानी को तालाबों अथवा बांधों में इकट्ठा कर लेना चाहिए। इस पानी का प्रयोग ज़रूरत के समय किया जा सकता है।
  • सूखाग्रस्त क्षेत्रों में कृषि के स्थान पर दूसरे आर्थिक धन्धों को बढ़ावा देना चाहिए, ताकि अधिक पानी की समस्या न रहे।

प्रश्न 6.
कौन-कौन से उपाय हमें महामारी जैसी आपदा से बचा सकते हैं ?
उत्तर-

  • महामारी से बचने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि बीमारियों से ही बचा जाए। शुद्ध, साफ पानी तथा साफ़-सुथरा वातावरण हमें बीमारियों से बचा सकता है।
  • बीमारी फैलने पर डॉक्टरी सुविधाओं का उचित प्रबन्ध होना चाहिए। इसके लिए अस्पतालों में चिकित्सा की पूरी व्यवस्था होनी चाहिए।
  • शहरों के आसपास गन्दी बस्तियों को विकसित न होने दिया जाये।
  • शहरों, गांवों तथा स्कूलों में नियमित रूप से बीमारी की जांच होनी चाहिए ताकि महामारी के खतरे से बचा जाए।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 8 आपदा प्रबन्ध (4)

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 8 आपदा प्रबन्ध

III. नीचे लिखे प्रश्नों का उत्तर लगभग 250 शब्दों में लिखो :

प्रश्न 1.
बाढ़ और चक्रवात जैसी आपदाओं से बचने के लिए हमें क्या-क्या उपाय करने चाहिएँ ? विस्तार सहित लिखिए।
उत्तर-
बाढ़ तथा चक्रवात जैसी आपदाओं से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय किये जाने चाहिएँ- ‘.
बाढ़-

  • बाढ़ग्रस्त प्रदेशों में लोगों को समय-समय पर मौसम विभाग से जानकारी लेते रहना चाहिए। यदि खतर अधिक हो तो लोगों को अपना स्थान अस्थायी रूप से छोड़ देना चाहिए तथा किसी सुरक्षित स्थान पर चले जाना चाहिए
  • बाढ़ आने से पहले लोगों को अपना सामान किसी ऊँचे स्थान पर अथवा छत पर ढक कर रख देना चाहिए
  • बाढ़ के समय पानी को उबाल कर ही पीना चाहिए।
  • बाढ़ में फंसे लोगों को सेना की सहायता से हेलीकाप्टरों द्वारा बाहर निकालने का प्रयास करना चाहिए।
  • सरकार को चाहिए कि वह बाढ़ प्रभावित लोगों तक खाने-पीने का सामान तथा आवश्यक दवाइयाँ पहुँचाये
  • बाढ़ से बेघर हुए लोगों को रहने का स्थान दिया जाये।
  • बाढ़ के बाद फैलने वाली बीमारियों तथा महामारियों से बचाव के लिए चिकित्सा सुविधाओं का उचित प्रब होना चाहिए।
  • सभी लोगों का यह कर्त्तव्य है कि वे बाढ़ प्रभावित लोगों की हर सम्भव सहायता करें।
  • बाढ़ों के वेग को कम करने के लिए अधिक-से-अधिक वृक्ष लगाने चाहिएँ।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 8 आपदा प्रबन्ध (5)

चक्रवात-मनुष्य के लिए चक्रवातों को रोक पाना सम्भव नहीं है। फिर भी निम्नलिखित उपायों द्वारा चक्रवातों से होने वाली हानि को कम किया जा सकता है

  • समुद्र तट के निकट कच्चे घर अथवा झोंपड़ियां नहीं बनानी चाहिएँ।
  • चक्रवातों से प्रभावित लोगों को बड़े-बड़े भवनों, स्कूलों तथा अन्य सार्वजनिक इमारतों में शरण देनी चाहिए।
  • चक्रवातों का खतरा होने पर जहाजों, नावों तथा मछुआरों को समुद्र में नहीं जाना चाहिए।
  • चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों में ऐसे मकान बनाये जाने चाहिएँ जो चक्रवातों की तेज़ गति का सामना कर सकें।
  • चक्रवातों के कारण आने वाली बाढ़ों से बचाव के लिए बाढ़-विरोधी पग उठाने चाहिएं।
  • समुद्र तट के साथ चक्रवातों की उलटी दिशा में वृक्षों की पंक्तियां लगा देनी चाहिए। इस प्रकार चक्रवात के वेग को कम किया जा सकता है।
  • चक्रवातों के आने की सूचना लगातार प्राप्त करते रहना चाहिए तथा उनसे बचाव के लिए दिए गए सुझावों का पालन करते रहना चाहिए।
  • सरकार की ओर से चक्रवातों की आपदा से निपटने तथा लोगों की सहायता के लिए उचित प्रबन्ध होना चाहिए।

प्रश्न 2.
मानवीय आपदा क्या हैं ? किन्हीं दो मानवीय आपदाओं के ‘आपदा प्रबन्धन’ का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए।
उत्तर-
कुछ आपदा मनुष्य प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से स्वयं उत्पन्न करता है। यह काम मनुष्य जानबूझ कर या अनजाने में करता है। इन आपदाओं को मानवीय आपदा कहते हैं। बम धमाके तथा आतंकी हमले और बांधों का टूटना मानवीय आपदाओं के उदाहरण हैं। दो मानवीय आपदाओं के ‘आपदा प्रबन्धन’ का वर्णन इस प्रकार हैं-

1. बम धमाके आतंकी हमले-बम देश की बाहरी शत्रु से रक्षा के लिए बनाये गये थे। परन्तु कुछ लोग इनका प्रयोग देश में तबाही मचाने के लिए करते हैं। कई आतंकवादी गुट देश में अशान्ति फैलाने का काम करते हैं। फलस्वरूप कई निर्दोष लोग मारे जाते हैं। अन्य प्रभावित लोगों को भी बम धमाकों तथा आतंकी हमलों के कारण तरह-तरह के कष्ट झेलने पड़ते हैं। ये हमले देश के विकास में भी बाधा डालते हैं। 11 सितम्बर, 2001 को अमेरिका के शहरों पर हुए आतंकी हमलों में हज़ारों लोग मारे गए थे और भारी आर्थिक क्षति हुई थी।

बचाव-

  • सरकारों को राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर बातचीत द्वारा इन हमलों से निपटने की योजना बनानी चहिए।
  • लावारिस पड़ी किसी भी वस्तु को हाथ नहीं लगाना चाहिए। हो सकता है कि इनमें बम हो। इनकी सूचना तुरन्त पुलिस को देनी चाहिए।
  • बम धमाकों या आतंकी हमले के समय अफरा-तफ़री तथा भय का वातावरण नहीं बनने देना चाहिए, बल्कि र्य से काम लेना चाहिए।
  • पुलिस तथा गुप्तचर विभाग को आतंकी गतिविधियों पर कड़ी नज़र रखनी चाहिए। भीड़ भरे स्थानों पर पर्याप्त कसी की ज़रूरत होती है।
  • पकड़े गए अपराधियों को कानून के अनुसार कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
  • आतंकी हमलों में घायल लोगों को जितनी जल्दी हो सके अस्पताल पहुँचाना चाहिए।
  • कानून तथा सुरक्षा की व्यवस्था बनाये रखनी चाहिए।

2. बांधों का टूटना-बांधों में बहुत अधिक पानी इकट्ठा रहता है। इसलिए किसी बांध के टूट जाने पर बाढ़ से भी खतरनाक स्थिति पैदा हो जाती है। यदि बांध बहुत बड़ा हो तो संकट और अधिक बढ़ जाता है। मानव जीवन अस्तव्यस्त हो जाता है। पशु तथा खड़ी फ़सलें बह जाती हैं। इस आपदा से बचाव के लिए बाढ़ों से बचाव वाले उपाय करने चाहिएँ। सरकार को लोगों के जान-माल की सुरक्षा के लिए विशेष प्रबन्ध करने चाहिएं।

PSEB 8th Class Social Science Guide आपदा प्रबन्ध Important Questions and Answers

वस्तुनिष्ठ प्रश्न (Multiple Choice Questions)

(क) रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए :

1. भूकम्प (भूचाल). ज्वालामुखी, सुनामी, बाढ़ आदि …….. आपदाएं हैं।
2. बम धमाके, आतंकवाद, प्रदूषण आदि ………. आपदाएं हैं।
3. भूमि के हिलने की क्रिया को ………… कहते हैं।
4. हैजा, डेंग, पीला बुखार या दस्त जैसी बीमारियां जब अधिक लोगों को प्रभावित करती हैं तो वे ………..कहलाती हैं।
5. भूकम्प की तरंगे पृथ्वी के भीतर जिस विशेष स्थान पर उत्पन्न होती है, उस स्थान को भूकम्प का ……………. कहते हैं।
6. लावा के पृथ्वी पर आने की क्रिया को ………. कहा जाता है।
उत्तर-

  1. प्राकृतिक
  2. मानवीय
  3. भूचाल या भूकम्प
  4. महामारी
  5. उद्गम-केंद्र
  6. ज्वालामुखी उद्गार।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 8 आपदा प्रबन्ध

(ख) सही कथनों पर (✓) तथा गलत कथनों पर (✗) का निशान लगाएं :

1. जब खतरे मनुष्य के लिए घातक बन जाते हैं तो इन्हें आपदा कहते हैं।
2. भूमि के हिलने की क्रिया को ज्वालामुखी कहते हैं।
3. रिक्टर स्केल पर 8 से अधिक तीव्रता वाले भूचाल खतरनाक माने जाते हैं।
4. मानवीय प्रकोप वह प्रकोप होता हैं जो मनुष्य प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से स्वयं पैदा करता है।
5. यदि वर्षा प्राप्ति की आशा रखने वाले किसी स्थान पर लम्बी अवधि तक अंधिक वर्षा का मौसम बना रहे तो उसे सूखा कहते हैं।
6. सुनामी ऊँची-ऊँची समुद्री लहरें होती हैं।
उत्तर-

(ग) सही विकल्प चुनिए:

प्रश्न 1.
उत्तरी अमरीका में चक्रवात को किस नाम से पुकारा जाता है ?
(i) आंधी
(ii) तूफ़ान
(iii) हरीकेन
(iv) टाईफून।
उत्तर-
हरीकेन

प्रश्न 2.
निम्नलिखित में से कौन-सी मानवीय आपदा है ?
(i) भूचाल
(ii) बम धमाके
(iii) ज्वालामुखी
(iv) सुनामी।
उत्तर-
बम धमाके

प्रश्न 3.
जल संसाधन की कमी से जुड़ी आपदा है
(i) ज्वालामुखी
(ii) सूखा
(iii) भूमि का खिसकना
(iv) महामारी।
उत्तर-
सूखा।

(घ) सही जोड़े बनाइए :

1. भूचाल – अधिक वर्षा
2. ज्वालामुखी – तूफ़ान
3. चक्रवात – रिक्टर पैमाना
4. बाढ़ – लावा।
उत्तर-

  1. रिक्टर पैमाना
  2. लावा,
  3. तूफ़ान,
  4. अधिक वर्षा ।

अति छोटे उत्तर वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
किस तीव्रता वाले भूचाल खतरनाक माने जाते हैं ?
उत्तर-
रिक्टर स्केल पर 8 से अधिक तीव्रता वाले भूचाल खतरनाक माने जाते हैं।

प्रश्न 2.
यू० एस० ए० में सबसे बड़ा आतंकवादी हमला कब तथा किन दो स्थानों पर हुआ ?
उत्तर-
11 सितम्बर, 2001 को न्यूयॉर्क शहर तथा पेंटागन पर।।

प्रश्न 3.
भूचाल के उदगम-केन्द्र तथा अभिकेन्द्र की परिभाषा दीजिए।
उत्तर-
उदगम केन्द्र-भूकम्प की तरंगें पृथ्वी के भीतर किसी विशेष स्थान पर उत्पन्न होती हैं। इस स्थान को उद्गम-केन्द्र कहते हैं।
2. अधिकेन्द्र-भूकम्प की तरंगें भूमि के भीतर उत्पन्न होती हैं। इस भूकम्पीय उद्गम केन्द्र के ठीक ऊपर भू-पृष्ठ पर स्थित बिन्दु को अभिकेन्द्र कहते हैं।

प्रश्न 4.
‘भूचाल’ से क्या हानि होती है ?
उत्तर-

  • भूचाल से पृथ्वी में दरारें पड़ जाती हैं। मकान, सड़कें, पुल, रेलमार्ग आदि टूट जाते हैं। कई लोग मारे जाते हैं।
  • पानी, बिजली तथा गैस की आपूर्ति ठप्प पड़ जाती है।

प्रश्न 5.
26 दिसंबर, 2004 की सुनामी ने कितने देशों को प्रभावित किया और इससे लगभग कितने लोग मारे गये ?
उत्तर-
26 दिसंबर, 2004 की सुनामी ने दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी एशिया तथा अफ्रीका के 11 देशों को प्रभावित केया। इससे 105 लाख से भी अधिक लोग मारे गए।

प्रश्न 6.
‘बाढ़’ किसे कहते हैं ?
उत्तर-
जब नदियों तथा नहरों का जल इनके किनारे तोड़कर आस-पास के क्षेत्र में फैल जाता है, तो उसे बाढ कहते हैं।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 8 आपदा प्रबन्ध

प्रश्न 7.
चक्रवात अथवा उष्ण चक्रवात क्या होते हैं और ये कैसे बनते हैं ?
उत्तर-
चक्रवात या तूफान, एक प्रकार की तेज़ हवाएं होती हैं जिनकी गति 63 किलोमीटर प्रति घण्टा या इससे अधिक होती है। चक्रवात वायु के कम दबाव के कारण बनते हैं। अधिकतर चक्रवात भूमध्य रेखा से 5° से 20° उत्तर था दक्षिण में पैदा होते हैं।

प्रश्न 8.
सूखा किसे कहते हैं ?
उत्सर-
यदि वर्षा प्राप्ति की आशा रखने वाले किसी स्थान पर लम्बी अवधि तक शुष्क मौसम की स्थिति बनी रहे, उसे सूखा कहते हैं। सूखा कभी-कभी वर्षों तक जारी रहता है। सूखे से जल स्रोत तथा वनस्पति सूख जाती है और टी में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ जाती हैं।

छोटे उत्तर वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
रिक्टर स्केल तथा मरकाली स्केल में क्या अन्तर हैं ?
उत्तर-
रिक्टर स्केल-यह भूचाल की तीव्रता को मापने का खुला पैमाना है। इससे पता चलता है कि भूचाल का एक झटका कितना तीव्र है। रिक्टर पैमाने में 8 की तीव्रता वाला भूचाल 4 की तीव्रता वाले पैमाने से बहुत अधिक तीव्र होता है।
इसके विपरीत मरकाली स्केल भूचाल से हुई हानि को बताता है। इसे ‘कोई हानि नहीं’ से लेकर ‘सब कुछ नष्ट हो गया’ तक 12 वर्गों में बाँटा गया है।

प्रश्न 2.
ज्वालामुखी की किस्मों की संक्षिप्त जानकारी दो।
उत्तर-ज्वालामुखी की तीन किस्में हैं-क्रियाशील ज्वालामुखी, सुप्त ज्वालामुखी तथा बुझा हुआ ज्वालामुखी।

  • क्रियाशील ज्वालामुखी-ऐसे ज्वालामुखी में से कभी-कभी लावा निकलता रहता है।
  • सुप्त ज्वालामुखी-ऐसा ज्वालामुखी काफी समय से शान्त होता है। इसमें से पिछले इतिहास में इनमें से कभी लावा निकला होता है।
  • बुझा हुआ ज्वालामुखी-बुझा हुआ ज्वालामुखी वह होता है जिसके चिन्ह तो दिखाई देते हैं, परन्तु पिछले इतिहास में उनके फटने का कोई रिकार्ड नहीं मिलता।

प्रश्न 3.
चक्रवात किस प्रकार आपदा का रूप धारण कर लेते हैं ? इनसे होने वाली हानियों का वर्णन करो
उत्तर-
जब चक्रवातों की गति 100 किलोमीटर प्रति घण्टा से बढ़ जाती है तो ये आपदा का रूप धारण कर लेते हैं तथा आस-पास के क्षेत्रों में भारी विनाश करते हैं

  • बिजली तथा टेलीफोन की तारों के खम्बे भी गिर जाते हैं।
  • वृक्ष जड़ों से उखड़कर सड़कों पर गिर जाते हैं और यातायात ठप्प हो जाता है।
  • घास-फूस के कच्चे घरों तथा कमज़ोर मकानों को काफी क्षति पहुंचती है।
  • नावों और समुद्री जहाजों को भी काफी हानि होती है।
  • बहुत-से मनुष्य तथा पशु चक्रवातों की लपेट में आकर मारे जाते हैं।
  • खेतों में खड़ी फसलें ढह जाती है। जिससे कृषकों को हानि होती है।

प्रश्न 4.
पानी के बांधों या डैमों का टूट जाने की आपदा तथा बचाव पर नोट लिखो।।
उत्तर-
बांधों अथवा डैमों में पानी की मात्रा बहुत अधिक होती है। इनके टूटने से पानी तेजी से बहने लगता है और बाढ़ की स्थिति पैदा हो जाती है। यदि डैम बहुत बड़े हों तो आपदा और भी विनाशकारी हो जाती है जिससे मानव जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है। इसलिए बाढ़ों से निपटने के लिए सभी प्रबन्ध करने चाहिये। लोगों की जान और मा की सुरक्षा करना सरकार का मुख्य कार्य बनता है।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 8 आपदा प्रबन्ध (6)

प्रश्न 5.
औद्योगिक दुर्घटनाओं सम्बन्धी आपदा क्या होती है ?
उत्तर-
उद्योगों में बड़ी-बड़ी मशीनें, रासायनिक पदार्थ, कई प्रकार के ज्वलनशील पदार्थ तथा ज़हरीली गैसों का प्रयोग होता है। इनका प्रयोग करते समय कभी-कभी दुर्घटनाएं भी हो जाती हैं। कई बार तो ये दुर्घटनाएं इतनी विशाल तथा भयंकर होती हैं कि इन्हें भुला पाना भी कठिन हो जाता है। भोपाल गैस लीक की विनाशकारी घटना अभी भी हमारे मन में ताज़ा है। इस दुर्घटना में हज़ारों लोगों की मृत्यु हो गई थी और बहुत-से बच्चे अभी भी अपंग पैदा हो रहे हैं। कई बार उद्योगों में गैस सिलैण्डर फटने से आग भी लग जाती है या कोई बड़ी दुर्घटना घटित हो जाती है।

प्रश्न 6.
औद्योगिक दुर्घटनाओं से बच-बचाव कैसे किया जा सकता है ?
उत्तर-
औद्योगिक दुर्घटनाओं से बच-बचाव के लिए उद्योगों में आवश्यक प्रबन्ध होने चाहिएँ-

  1. आग बुझाने वाले यन्त्र हर समय तैयार रहने चाहिये।
  2. दुर्घटना के समय उद्योगों में श्रमिकों तथा अन्य कर्मचारियों को बाहर निकालने के तीव्र तथा उचित प्रबन्ध होने चाहियें।
  3. आतंक का वातावरण नहीं बनने देना चाहिये, बल्कि शान्त रहकर बचाव कार्य को पूरा करना चाहिए।
  4. प्रभावित लोगों को शीघ्र ही डॉक्टरी सहायता देनी चाहिये।
  5. उद्योगों में काम करने वाले कर्मियों को बीमा की सुविधा भी उपलब्ध होनी चाहिये।
  6. सरकार को चाहिए कि वह प्रभावित लोगों को हर सम्भव सहयोग तथा सहायता दे।

निबन्धात्मक प्रश्न

प्रश्न-
भूमि तथा बर्फ के तोदों के सरकने की आपदाओं का वर्णन करते हुए, उनसे बच-बचाव के उपाय लिखें।
उत्तर-
अन्य प्राकृतिक आपदाओं की तरह भूमि सरकने (खिसकने) तथा बर्फ के तोदों के सरकने की आपदाएं भी कभी-कभी काफ़ी विनाशकारी होती हैं। इनका वर्णन इस प्रकार है

1. भूमि का खिसकना-भूमि के खिसकने का अर्थ है पृथ्वी को गुरुत्वाकर्षण शक्ति के कारण चट्टानों तथा मिट्टी का ढलान से नीचे की ओर खिसकना। इसमें भूमि एकदम और तेज़ी से नीचे की ओर सरकती है। यदि पहाड़ की ढलान तेज़ हो तो भूमि का नीचे की ओर सरकना (खिसकना) और भी तेज़ हो जाता है।
PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 8 आपदा प्रबन्ध (7)
कारण-भूमि सरकने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे-

  1. पृथ्वी की भीतरी हलचल
  2. तेज़ वर्षा
  3. ज्वालामुखी क्रिया
  4. भूचाल का आना
  5. खानों का खोदना
  6. वनों को काटने से भूमि का अपरदन होने तथा भूमि के नंगा हो जाने से भी खिसकने की क्रिया बढ़ जाती है।

हानियां-

  1. भूमि के सरकने से बहुत-सा क्षेत्र मिट्टी के नीचे दब जाता है।
  2. सड़कों और वनस्पति को बहुत हानि होती है।
  3. सरकती हुई भूमि की लपेट में आने वाली मोटर गाड़ियों, पशुओं तथा मनुष्यों को भारी क्षति का सामना करना पड़ता है।

भूमि सरकने (खिसकने) से बचाव-,

  1. जिन क्षेत्रों में भूमि खिसकने की क्रिया अधिक होती है, उनकी पहचान करके वहां घर और इमारतें न बनाई जायें।
  2. वनस्पति हीन पर्वतों की ढलानों अर्थात् नंगी चट्टानों पर भूमि का सरकना अधिक होता है। इसलिए वनों की कटाई पर पाबंदी लगाई जाये और वहां घास तथा पेड़-पौधे आदि लगवाये जायें।
  3. ढलानों से बहने वाला पानी भूमि सरकने में सहायक होता है। इसलिए इस जल के निकास की उचित व्यवस्था की जाये।
  4. ऐसे क्षेत्रों में बिजली तथा टेलीफोन की तारों और जल पाइपों को या तो पृथ्वी के भीतर डाला जाए या ऊपर लटकाया जाये, ताकि भूमि सरकने से ये टूट न जायें।
  5. पहाड़ी ढलानों पर वृक्षों को लाइनों में लगाया जाये, ताकि भूमि सरकने की गति को कम किया जा सके।
  6. पर्वतों के साथ-साथ सड़कों के दोनों ओर ऊंची-ऊंची दीवारें (Retaining Walls) बना देनी चाहिए ताकि सरकती हुई मिट्टी सड़क पर आने से पहले ही ढक जाए।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 8 आपदा प्रबन्ध

2. बर्फ के तोदों का खिसकना-पर्वतों की ढलानों से बर्फ का खिसकना मानव के लिए काफी कष्टदायक सिद्ध होता है। इससे सड़कें, इमारतें तथा मोटर गाड़ियों को बहुत क्षति पहुंचती है। यदि समस्या बढ़ जाये तो जान माल की भारी हानि होती है।
यह आपदा ऊंचे पहाड़ों पर बर्फ पड़ने से पैदा होती है। जब पहाड़ों पर बर्फ का जमाव बढ़ जाए, तो बर्फ के ऊपरी ढेर फिसल कर पर्वत की ढलान पर सरकने लगते हैं।
बर्फ के तोदों से बचाव-

  • लोगों को बर्फ से खिसकने के सम्बन्ध में पूरा ज्ञान होना चाहिये। यदि ऐसा होगा तो ही वे अपने आप को बचा सकेंगे।
  • ऐसे स्थानों में अधिक-से-अधिक वृक्ष लगाने चाहियें। वृक्ष बर्फ के खिसकने में रुकावट का काम करते हैं।
  • बर्फ के खिसकने वाली पर्वतीय ढलानों पर बर्फ के तोदों के मार्ग में बाधा डालने के लिए इस प्रकार का निर्माण किया जाये जिससे तोदों की तीव्रता तथा दिशा बदल जाये। इस प्रकार इससे होने वाली हानि को कम किया जा सकता है।
  • यदि बर्फ सड़कों पर गिर जाये तो यह आवागमन को रोक देती है। इस बर्फ को बर्फ काटने वाली मशीन या ‘हल्के धमाकों से सड़क से हटाया जा सकता है इन्हें बुलडोजर की सहायता से भी हटाया जा सकता है।
  • बर्फ के खिसकने के प्रकोप से प्रभावित हुए लोगों के लिए आवश्यक सहायता तथा अन्य सुविधाएं प्रदान करवाना सरकार की जिम्मेवारी बन जाती है।

आपदा प्रबन्ध PSEB 8th Class Social Science Notes

  • आपदा – खतरे जब भयंकर दुर्घटनाओं का रूप धारण कर लेते हैं तो उन्हें आपदा का नाम दिया जाता है। ये दो प्रकार के होते हैं-प्राकृतिक तथा मानवीय।
  • आपदा प्रबन्धन – यह एक महत्त्वपूर्ण विषय है जो प्राकृतिक या मानवीय प्रकोपों से उत्पन्न विनाश को कम करने में हमारी सहायता करता है।
  • प्राकृतिक आपदा – सुनामी, भूचाल, ज्वालामुखी विस्फोट, चक्रवात, बाढ़, सूखा आदि।
  • मानवीय आपदा – बम धमाके, आतंकवाद, प्रदूषण, बांधों का टूटना, औद्योगिक दुर्घटनाएं, महामारी आदि।
  • बचाव के उपाय – कुछ प्राकृतिक आपदाओं का पूर्व अनुमान लगाया जा सकता है। अतः उनके घटित होने से पहले ही बचाव के उचित उपाय कर लेने चाहिएं। परन्तु जिनका पूर्व अनुमान नहीं लगाया जा सकता, उनके घटित होने पर ही बचाव के उचित पग उठा कर हानि को कम किया जा सकता है।
  • भारत में आपदा प्रबन्धन अथॉरिटीज़ और संस्थाएं – भारत में बहुत-सी संस्थाएं आपदा प्रबन्धन के छोटे से लेकर इंजीनियरिंग तक के कोर्स करवाती है और आपदा प्रबन्धन के बारे में जानकारी भी उपलब्ध करवाती हैं।
  • इनमें से कुछ ये हैं(1) सैंटरल आपदा प्रबन्धन अथॉरिटी, नई दिल्ली (2) आपदा प्रबन्धन नेशनल केन्द्र, नई दिल्ली (3) भूचाल इंजीनियरिंग सूचना केन्द्र आई० आई० टी० कानपुर, उत्तर प्रदेश (4) आपदा प्रबन्धन संस्था, भोपाल, मध्य प्रदेश (5) इन्दिरा गान्धी. ओपन यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली (6) सैंटरल बोर्ड ऑफ सैकेण्डरी एजूकेशन, नई दिल्ली।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 7 मानवीय संसाधन

Punjab State Board PSEB 8th Class Social Science Book Solutions Geography Chapter 7 मानवीय संसाधन Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 8 Social Science Geography Chapter 7 मानवीय संसाधन

SST Guide for Class 8 PSEB मानवीय संसाधन Textbook Questions and Answers

I. नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर 20-25 शब्दों में दो :

प्रश्न 1.
मानवीय संसाधनों से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
मानवीय संसाधनों से अभिप्राय किसी देश की जनसंख्या से है। मानवीय संसाधनों को गिनती तथा गुणवत्ता दोनों पक्षों से देखा जाता है। किसी देश की उन्नति का आधार गुणवत्ता वाली जनसंख्या होती है।

प्रश्न 2.
जनगणना किसे कहते हैं और यह कितने वर्षों के बाद की जाती है?
उत्तर-
किसी देश की जनसंख्या की गिनती को जनगणना कहते हैं। जनगणना में लोगों की गिनती के साथ-साथ उनके कुछ सामाजिक तथा आर्थिक पक्षों की जानकारी भी प्राप्त की जाती है। जनगणना प्रत्येक 10 वर्ष के बाद होती है।

प्रश्न 3.
लिंग अनुपात क्या होता है ? इसका फार्मूला भी लिखो।
उत्तर-
लिंग आधारित जनसंख्या के अनुपात को लिंग अनुपात कहते हैं। इसमें प्रति 1000 पुरुषों के पीछे स्त्रियों की गिनती की जाती है। लिंग अनुपात का फार्मूला यह है –
PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 7 मानवीय संसाधन (1)

प्रश्न 4.
‘कन्या भ्रूण हत्या’ किसे कहते हैं ?
उत्तर-
कुछ लोगों द्वारा लड़की को जन्म लेने से पहले ही मां के पेट में मार दिया जाता है। इसे ‘कन्या भ्रूण हत्या’ कहते हैं।

प्रश्न 5.
जनसंख्या को मुख्य रूप से कौन-कौन से आयु गुटों में बांटा जा सकता है ?
उत्तर-
जनसंख्या को मुख्य रूप से तीन आयु गुटों में बांटा जा सकता है(1) 0-14 वर्ष (2) 15-64 वर्ष (3) 65 वर्ष या अधिक।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 7 मानवीय संसाधन

प्रश्न 6.
साक्षरता किसे कहते हैं ?
उत्तर-
जनसंख्या में शिक्षित लोगों की दर को साक्षरता कहते हैं। उदाहरण के लिए भारत में साक्षरता की दर 73% है अर्थात् प्रति 100 लोगों में 73 लोग ही पढ़े-लिखे हैं।

प्रश्न 7.
विकासशील देशों में लोगों को पढ़ने का अवसर क्यों नहीं मिलता ?
उत्तर-
विकासशील देशों में संसाधनों की कमी है जिसके कारण लोगों की पहली आवश्यकता रोटी कमाना है। इसलिए विकासशील देशों में लोगों को पढ़ने का अवसर नहीं मिलता।।

प्रश्न 8.
भारत में प्राइमरी तथा अपर-प्राइमरी स्कूलों की संख्या कितनी है ?
उत्तर-
भारत में लगभग 8.5 लाख प्राइमरी स्कूल तथा अपर-प्राइमरी स्कूल हैं।

प्रश्न 9.
प्राकृतिक वृद्धि दर क्या होती है ? उदाहरण बताकर वर्णन कीजिए।
उत्तर-
जन्म दर तथा मृत्यु दर के अन्तर को प्राकृतिक वृद्धि दर कहते हैं। यदि जन्म दर मृत्यु दर से अधिक हो तो प्राकृतिक वृद्धि दर सकारात्मक (+) होती है। विपरीत स्थिति में प्राकृतिक वृद्धि दर नकारात्मक (-) होती है। .

प्रश्न 10.
सर्वशिक्षा अभियान (कार्यक्रम) का मुख्य उद्देश्य क्या है ?
उत्तर-
सर्वशिक्षा अभियान का मुख्य उद्देश्य 6 से 14 वर्ष तक के सभी बच्चों को आरम्भिक स्तर की शिक्षा दिलवाना है।

प्रश्न 11.
जनसंख्या घनत्व किसे कहते हैं ?
उत्तर-
किसी प्रदेश या देश के एक वर्ग किलोमीटर अथवा एक वर्गमील क्षेत्र में औसत रूप से रहने वाले लोगों की संख्या को जनसंख्या का घनत्व कहते हैं। इसे ज्ञात करने का फार्मूला इस प्रकार है-
PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 7 मानवीय संसाधन (2)

II. नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर 70-75 शब्दों में दीजिए :

प्रश्न 1.
मानवीय साधनों के महत्त्व पर एक नोट लिखो।
उत्तर-
मानवीय साधन बहुत ही महत्त्वपूर्ण हैं। अन्य साधनों को मनुष्य ही अपनी कुशलता द्वारा उपयोगी बनाता है। अब उसकी शक्ति उसकी गुणवत्ता से मापी जाती है। जिस देश में जितने अधिक लोग उच्च शिक्षा प्राप्त, कुशल तथा प्रशिक्षित होते हैं, वह देश उतनी अधिक उन्नति करता है।
उदाहरण के लिए जापान, ताईवान तथा स्विट्ज़रलैंड जैसे छोटे-छोटे देशों में प्राकृतिक साधनों की कमी है। फिर भी उन्होंने अपने मानवीय साधनों के बल पर बहुत अधिक उन्नति की है।

प्रश्न 2.
लिंग अनुपात क्या है और इसके कम होने के क्या कारण हैं ?
उत्तर-
जनसंख्या में प्रति हजार पुरुषों के पीछे स्त्रियों की संख्या को लिंग अनुपात कहते हैं। भारत में लिंग अनुपात कम है अर्थात् हमारे देश में पुरुषों की तुलना में स्त्रियों की संख्या कम है। इसके निम्नलिखित कारण हैं

  • महिलाओं में मृत्यु दर अधिक है।
  • कन्याओं की भ्रूण हत्या की जाती है।
  • समाज में महिलाओं को निम्न स्थान प्राप्त है।
  • परिवार में बालिकाओं की उपेक्षा की जाती है। उन्हें उचित आहार नहीं दिया जाता इसलिए वे कुपोषण का शिकार हो जाती हैं।
  • बालिकाओं को शिक्षा तथा अन्य सविधाओं से वंचित रखा जाता है।
  • समाज में पुत्र को प्राथमिकता दी जाती है। उदाहरण के लिए यदि किसी छोटे परिवार में पहला लड़का पैदा हो जाता है तो दूसरे बच्चे को जन्म ही नहीं दिया जाता।
  • कई लड़कियां विवाह के पश्चात् दहेज की बलि चढ़ा दी जाती हैं।

प्रश्न 3.
भारत में 0-14 वर्ष के आयु गुट प्रतिशत (%) में कितने हैं ? सरकार को भिन्न-भिन्न आयु गुटों के लिए क्या यत्न करने चाहिएं ?
उत्तर-
भारत में 0-14 वर्ष का आयु गुट 30% है। सरकार को विभिन्न आयु गुटों के लिए निम्नलिखित यत्न करने चाहिएं।

  1. 0–14 वर्ष का आयु गुट बच्चों का गुट है। उनके लिए शिक्षा तथा स्वास्थ्य सुविधाओं की व्यवस्था करनी चाहिए। उन्हें स्वच्छ मनोरंजन तथा खेलकूद के साधन जुटाने चाहिएं।
  2. 14-64 वर्ष का आयु गुट काम करने वाला गुट है। सरकार को उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करने चाहिएं।
  3. 65 वर्ष या इसके अधिक आयु गुट के लोगों को खाने-पीने तथा स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं देनी चाहिएं। उनके लिए पेंशन का भी प्रबंध करना चाहिए।

प्रश्न 4.
जनसंख्या परिवर्तन कैसे होता है ? विस्तार से समझाइए। .
उत्तर-
किसी स्थान की जनसंख्या स्थिर नहीं रहती। इसमें परिवर्तन आता रहता है। यह परिवर्तन मुख्यतः दो तरीकों से होता है। (1) जन्म दर तथा मृत्यु दर में परिवर्तन (2) आवास एवं प्रवास।

  1. जन्म दर तथा मृत्यु दर में परिवर्तन-जन्म दर बढ़ने पर जनसंख्या बढ़ जाती है। इसके विपरीत मृत्यु दर बढ़ने पर जनसंख्या में कमी आ जाती है। इन दोनों दरों के अंतर को प्राकृतिक वृद्धि दर कहते हैं ! यह दर जनसंख्या में हुए परिवर्तन को दर्शाती है।
  2. आवास तथा प्रवास-काम आदि की तलाश में कुछ लोग विदेश में जाकर रहने लगते हैं या एक स्थान छोड़ कर किसी दूसरे स्थान पर बस जाते हैं। इस प्रकार जहां से लोग जाते हैं, वहां की जनसंख्या कम हो जाती है। दूसरी ओर जहां जाकर लोग बसते हैं, वहां की जनसंख्या बढ़ जाती है।

प्रश्न 5.
भारत में जनसंख्या वितरण पर नोट लिखें।
उत्तर-
भारत में जनसंख्या का वितरण एक समान नहीं है। भारत का क्षेत्रफल 3.28 मिलियन वर्ग किलोमीटर है। 2011 की जनगणना के अनुसार देश की कुल जनसंख्या लगभग 1.21 अरब है। देश की कुल जनसंख्या का लगभग 50% भाग देश के केवल छ: राज्यों में रहता है। ये राज्य हैं-उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिमी बंगाल तथा आन्ध्र प्रदेश तथा तेलंगाना। शेष 50% जनसंख्या बाकी के 23 राज्यों तथा 7 केन्द्र शासित प्रदेशों में रहती है। दिल्ली शहर देश की राजधानी तथा एक बड़ा शहर होने के साथ-साथ देश की 1.39% जनसंख्या को पाल रहा है। देश के अन्य बड़े शहर जैसे कोलकाता, मुम्बई, चेन्नई, बंगलुरु, हैदराबाद, अहमदाबाद आदि भी जनसंख्या के बड़े केन्द्र हैं। देश के पूर्वी भागों में जनसंख्या कम है।

प्रश्न 6.
संसार की औसत जनसंख्या कितनी है ? अधिक तथा कम जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्रों का वर्णन कीजिए।
उत्तर-
संसार की औसत जनसंख्या घनत्व 52 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है। परन्तु संसार के सभी भागों में जनसंख्या का घनत्व एक समान नहीं है। एशिया तथा यूरोप महाद्वीप सघन जनसंख्या वाले महाद्वीप हैं। संसार के बड़ेबड़े शहरों में भी जनसंख्या का घनत्व अधिक है। इन शहरों में शंघाई, टोकियो, न्यूयार्क, लंदन, पेरिस, सिडनी, दिल्ली आदि शामिल हैं। दूसरी ओर उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका तथा आस्ट्रेलिया में जनसंख्या का घनत्व कम है।

प्रश्न 7.
सघन जनसंख्या घनत्व की क्या-क्या हानियां हैं ?
उत्तर-
सघन जनसंख्या घनत्व की निम्नलिखित हानियां हैं –

  • सघन जनसंख्या के कारण लोगों के रहने के लिए घरों या आवास की समस्या पैदा हो जाती है। लोगों को मजबूर होकर झुग्गी झोंपड़ियों में रहना पड़ता है। इससे गंदी बस्तियों का विकास होता है।
  • जनसंख्या अधिक होने पर महंगाई बढ़ जाती है। इसलिए दैनिक प्रयोग की वस्तुओं तथा अन्य आवश्यक वस्तुओं की कमी हो जाती है। इससे जमाखोरी तथा भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है।
  • अधिक जनसंख्या वाले क्षेत्रों में बीमारियां या महामारियां फैलने का डर बना रहता है।
  • युद्ध के समय सघन जनसंख्या वाले क्षेत्रों को सबसे अधिक हानि उठानी पड़ती है।

प्रश्न 8.
कन्या भ्रूण हत्या के क्या नुकसान हैं और इसे रोकने के लिए सरकार द्वारा क्या प्रयत्न किए जा रहे हैं ?
उत्तर-
आज विज्ञान ने जन्म से पूर्व बच्चे का लिंग निर्धारण आसान बना दिया है। अत: कुछ लोग लड़कियों को जन्म लेने से पहले ही मां के पेट में मार डालते हैं। इसे भ्रूण हत्या कहा जाता है। यह एक बहुत बड़ा पाप है।
नुकसान-

  • इससे लिंग अनुपात कम होता जा रहा है। परिणामस्वरूप कई लड़कों की आजीवन शादी नहीं हो पाती।
  • ऐसे लड़के तथा उनके मां-बाप दिमागी रूप से परेशान रहते हैं। समाज में उन्हें अच्छी नज़र से नहीं देखा जाता।
    सरकारी प्रयत्न-सरकार ने भ्रूण हत्या के विरुद्ध कठोर कानून बनाए हैं। लिंग-निर्धारण तथा भ्रूण-हत्या दोनों ही दंडनीय अपराध हैं।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 7 मानवीय संसाधन

III. नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर लगभग 250 शब्दों में लिखो :

प्रश्न 1.
जनसंख्या वितरण और जनसंख्या घनत्व में क्या अंतर हैं ? इन्हें प्रभावित करने वाले तत्त्वों का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए।
उत्तर-
जनसंख्या का वितरण-जनसंख्या वितरण से अभिप्राय संसार के किसी देश या प्रदेश में बसने वाले लोगों की संख्या से है। किसी स्थान पर जनसंख्या बहुत अधिक हो सकती है तो किसी स्थान पर बहुत कम। प्रायः मैदानी प्रदेशों में जनसंख्या अधिक होती है, जबकि पहाड़ी तथा रेतीले प्रदेशों में कम लोग निवास करते हैं।
जनसंख्या घनत्व-जनसंख्या घनत्व से अभिप्राय किसी प्रदेश या देश के एक वर्ग किलोमीटर या एक वर्गमील क्षेत्र में औसत रूप से रहने वाले लोगों से है। यह पूरे देश या प्रदेश के लिए एक समान होता है।
जनसंख्या वितरण तथा जनसंख्या घनत्व को प्रभावित करने वाले तत्त्व-जनसंख्या का वितरण तथा जनसंख्या घनत्व को बहुत-से तत्त्व प्रभावित करते हैं। इनमें कुछ महत्त्वपूर्ण तत्त्वों का वर्णन इस प्रकार है-

  • धरातल-धरातल मनुष्य के रहने के लिए बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। मानव पर्वतीय क्षेत्रों के स्थान पर समतल क्षेत्र में रहना अधिक पसन्द करता है क्योंकि वहां कृषि करना आसान होता है।
  • जलवायु-लोग अधिक शीत, अधिक उष्ण या अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों की बजाय ऐसे क्षेत्रों में रहना पसंद करते हैं जहां की जलवायु स्वास्थ्य के अनुकूल हो। इसलिए अनुकूल जलवायु क्षेत्र ही सघन जनसंख्या वाले क्षेत्र होते हैं। उदाहरण के लिए साईबेरिया जैसे ठंडे या भूमध्य रेखा के समीप अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों में जनसंख्या कम है।
  • मिट्टियां-उपजाऊ मिट्टियों वाले क्षेत्र मानव के रहने के लिए अनुकूल माने जाते हैं। इसलिए ऐसे भागों में सघन जनसंख्या पाई जाती है।
  • जल-जल मानव की अनेक आवश्यकताएं पूरी करता है। इसलिए जिन क्षेत्रों का जल साफ-सुथरा और पीने योग्य हो, वहां सघन जनसंख्या पाई जाती है। मरुस्थलों में पानी की कमी होने के कारण जनसंख्या कम होती है।
  • खनिज पदार्थ-जिस क्षेत्र में खनिज पदार्थ अधिक पाये जाते हैं वहां सघन जनसंख्या पाई जाती है। उदाहरण के लिए झारखंड के छोटा नागपुर पठार तथा उड़ीसा में अधिक खनिज पदार्थ मिलते हैं । इसलिए वहां का जनसंख्या घनत्व अधिक है।
  • उद्योग-औद्योगिक केन्द्र मनुष्य को अपनी ओर आकर्षित करते हैं, क्योंकि वहां रोजगार के अवसर अधिक होते हैं। संसार में टोकियो, शंघाई, डीट्रोयट, मुम्बई, कोलकाता, नोएडा, गुड़गांव, लुधियाना आदि औद्योगिक शहर बहुत ही सघन जनसंख्या वाले हैं।
  • यातायात के साधन-यातायात के साधनों का विकास भी जनसंख्या वितरण या जनसंख्या घनत्व को प्रभावित करता है। जहां यातायात के साधन अधिक विकसित होते हैं वहीं जनसंख्या भी अधिक पाई जाती है। भारत के उत्तरी मैदानों में यातायात के विकास के कारण ही सघन जनसंख्या पाई जाती है।
  • शहरीकरण-आज रोज़गार तथा अन्य सुविधाओं को देखते हुए मनुष्य गांवों को छोड़कर शहरों की ओर भाग रहा है। शहरों में उसे सभी आवश्यक सुविधाएं, सेवाएं तथा मनोरंजन के साधन प्राप्त हो जाते हैं। इसी कारण संसार के सभी बड़े शहरों में जनसंख्या तथा जनसंख्या घनत्व अधिक है।

प्रश्न 2.
सघन और कम सघन जनसंख्या के लाभ व हानियां लिखिए।
उत्तर-
सघन या कम सघन जनसंख्या के जहां लाभ हैं, वहां उनकी हानियां भी हैं। इनका संक्षिप्त वर्णन इस प्रकार है –
1. सघन जनसंख्या के लाभ –

  • सरकार सघन जनसंख्या वाले क्षेत्रों के विकास की ओर विशेष ध्यान देती है।
  • सघन जनसंख्या वाले क्षेत्रों में औद्योगिक विकास की गति बहुत तेज़ होती है।
  • सघन जनसंख्या होने के कारण उद्योगों के लिए सस्ते श्रमिक आसानी से मिल जाते हैं।
  • अधिक जनसंख्या वाले क्षेत्र उद्योगों में तैयार माल की खपत के लिए अच्छी मण्डी का काम करते हैं।
  • अधिक जनसंख्या वाले क्षेत्रों में यातायात के साधनों का विकास तेज़ी से होता है।
  • जनसंख्या अधिक होने के कारण स्कूल, कॉलेज आदि शिक्षा केन्द्र बड़ी संख्या में खोले जाते हैं।
  • अधिक सघन क्षेत्र साईंस और तकनीकी की दृष्टि से विकसित होते हैं।
  • ऐसे क्षेत्र आर्थिक दृष्टि से भी काफ़ी उन्नत होते हैं।

सघन जनसंख्या घनत्व की हानियां-

  • सघन जनसंख्या के कारण लोगों के रहने के लिए घरों या आवास की समस्या पैदा हो जाती है। लोगों को मजबूर होकर झुग्गी झोंपड़ियों में रहना पड़ता है। इससे गंदी बस्तियों का विकास होता है।
  • जनसंख्या अधिक होने पर महंगाई बढ़ जाती है। इसलिए दैनिक प्रयोग की वस्तुओं तथा अन्य आवश्यक वस्तुओं की कमी हो जाती है। इससे जमाखोरी तथा भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है।
  • अधिक जनसंख्या वाले क्षेत्रों में बीमारियां या महामारियां फैलने का डर बना रहता है। (4) युद्ध के समय सघन जनसंख्या वाले क्षेत्रों को सबसे अधिक हानि उठानी पड़ती है।

कम सघन जनसंख्या घनत्व के लाभ-

  • कम सघन क्षेत्रों में जनसंख्या कम होने के कारण लोगों की आवश्यकताएं आसानी से पूरी हो जाती है।
  • लोगों को रहने के लिए सस्ते घर प्राप्त करने में कठिनाई नहीं आती।
  • ऐसे क्षेत्रों में लोग प्राकृतिक साधनों का पूरा आनन्द उठा सकते हैं।
  • स्वास्थ्य की दृष्टि से कम जनसंख्या वाले क्षेत्र अच्छे होते हैं।

कम सघन जनसंख्या की हानियां –

  • कम सघन क्षेत्रों में यातायात के साधनों का विकास पूरी तरह से नहीं हो पाता।
  • उद्योगों के विकास के लिए श्रमिकों की कमी होती है या फिर श्रम बहुत महंगा होता है।
  • जनसंख्या कम होने के कारण तैयार माल की खपत के लिए मण्डियों की कमी होती है।
  • लोगों को आधुनिक सुविधाएं पूरी तरह से प्राप्त नहीं हो पाती क्योंकि ये क्षेत्र पिछड़े रह जाते हैं।

PSEB 8th Class Social Science Guide मानवीय संसाधन Important Questions and Answers

वस्तुनिष्ठ प्रश्न (Multiple Choice Questions)

(क) रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए :

1. जनगणना प्रत्येक …….. वर्ष के बाद होती है।
2. किसी क्षेत्र के एक वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में औसत रूप से रहने वाले लोगों की संख्या को ……….. कहते हैं।
3. ……… अभियान का मुख्य उद्देश्य 6 से 14 वर्ष तक के सभी बच्चों को आरम्भिक स्तर की शिक्षा __दिलवाना है।
4. जो व्यक्ति किसी भी भाषा में पढ़ सकता है, लिख सकता तथा समझ सकता है उसे ……….. कहा जाता है। ”
5. ……… संसाधन सबसे महत्त्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन है।
उत्तर-

  1. 10
  2. जनसंख्या घनत्व
  3. सर्वशिक्षा
  4. साक्षर
  5. मानवीय।

(ख) सही कथनों पर (✓) तथा गलत कथनों पर (x) का निशान लगाएं :

1. प्रति हजार व्यक्तियों के पीछे जन्म लेने वाले जीवित बच्चों की संख्या को वृद्धि दर कहा जाता है।
2. सभी संसाधनों का विकास मानव संसाधन के विकास पर निर्भर है।
3. जनसंख्या को मुख्य रूप से दो आयु गुटों (वर्गों) में बांटा गया है।
4. राष्ट्रीय जनगणना नीति, 2000 का मुख्य उद्देश्य वर्ष 2014 तक जनसंख्या का संतुलन स्थिर करना है।
5. अधिक जनसंख्या वाले क्षेत्रों में बीमारियाँ या महामारियाँ फैलने का डर बना रहता है।
6. लड़की को जन्म लेने से पहले माँ के पेट में मारने को ‘कन्या भ्रूण हत्या’ कहा जाता है।
उत्तर-

  1. (✗)
  2. (✓)
  3. (✗)
  4. (✓)
  5. (✓)
  6. (✓).

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 7 मानवीय संसाधन

अति छोटे उत्तर वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
यू० एस० ए०, आस्ट्रेलिया तथा कनाडा जैसे देश मानवीय साधनों में निरन्तर धनी क्यों होते जा रहे हैं?
उत्तर-
ये देश मानवीय साधनों में इसलिए धनी होते जा रहे हैं क्योंकि अन्य देशों से शिक्षित तथा अनुभवी लोग इन देशों में जा रहे हैं।

प्रश्न 2.
जनसंख्या बनावट के अध्ययन का क्या लाभ है ?
उत्तर-
जनसंख्या बनावट के अध्ययन से जनसंख्या के विभिन्न सामाजिक, आर्थिक तथा संख्यात्मक पक्षों की जानकारी होती है। इस जानकारी का प्रयोग मानवीय विकास की योजनाएं बनाने में किया जाता है।

प्रश्न 3.
पूरे संसार का लिंग अनुपात कितना है ? संसार के दो महाद्वीपों के नाम बताओ जहां लिंग अनुपात अधिक है ? यह कितना-कितना है ?
उत्तर-
पूरे संसार का लिंग अनुपात 985 है। यूरोप तथा उत्तरी अमेरिका महाद्वीपों में लिंग अनुपात अधिक है। यह क्रमश: 1072 तथा 1031 है।

प्रश्न 4.
भारत के किस राज्य में लिंग अनुपात सबसे अधिक है ? यह कितना है ?
उत्तर-
भारत के केरल राज्य में लिंग अनुपात सबसे अधिक है। यह 1084 है।

प्रश्न 5.
पंजाब तथा हरियाणा में लिंग अनुपात कितना-कितना है ?
उत्तर-
क्रमश: 895 तथा 879.

प्रश्न 6.
साक्षर किसे कहते हैं ?
उत्तर-
जो व्यक्ति किसी भी भाषा में पढ़ सकता है, लिख सकता तथा समझ सकता है, उसे साक्षर कहा जाता है।

प्रश्न 7.
भारत के किस राज्य के लोग सबसे अधिक शिक्षित हैं और किस राज्य के लोग सबसे कम ?
उत्तर-
भारत के केरल राज्य के लोग सबसे अधिक शिक्षित हैं, जबकि बिहार राज्य में सबसे कम लोग शिक्षित हैं।

प्रश्न 8.
पंजाब राज्य की कुल तथा स्त्रियों की शिक्षा (साक्षरता) दर कितनी-कितनी है ?
उत्तर-
क्रमश: 75.8% तथा 70.7%

प्रश्न 9.
पिछली जनगणना कब हुई थी ? अगली जनगणना कब होगी ?
उत्तर-
पिछली जनगणना 2011 में हुई थी। अगली जनगणना 2021 में होगी।

प्रश्न 10.
जनसंख्या की दृष्टि से भारत का संसार में कौन-सा स्थान है ? संसार की कुल जनसंख्या का कितने प्रतिशत भाग भारत में रहता है ?
उत्तर-
जनसंख्या की दृष्टि से भारत का संसार में दूसरा स्थान है। संसार की कुल जनसंख्या का 17.% भाग भारत में रहता है।

प्रश्न 11.
संसार में सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश कौन-सा है ?
उत्तर-
चीन।

प्रश्न 12.
राष्ट्रीय जनसंख्या नीति, 2000 का क्या उद्देश्य था ?
उत्तर-
वर्ष 2045 तक जनसंख्या का संतुलन स्थिर करना।

छोटे उत्तर वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
भारत में शिक्षा के प्रसार के लिए क्या प्रयत्न किये जा रहे हैं ?
उत्तर-
भारत में शिक्षा के प्रसार के लिए हर सम्भव प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार भी शिक्षा की उन्नति के लिए बहुत प्रयत्न कर रही है। –

  • देश में 8.5 लाख प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूल हैं। इन स्कूलों में 44 लाख से अधिक अध्यापक पढ़ा रहे हैं।
  • देश में एलीमैंटरी शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाने के लिए नवम्बर 2000 से ‘सर्व शिक्षा अभियान’ कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य 6-14 वर्ष आयु वर्ग के सभी बच्चों को आठ वर्ष तक शिक्षा दिलवाना है।
  • राष्ट्रीय साक्षरता मिशन (National Literacy Mission) प्रौढ़ शिक्षा (Adult Education) देने के लिए भरपूर प्रयास कर रहा है।
  • सरकार पूरा प्रयास कर रही है कि शिक्षा के मार्ग में जो भी कठिनाइयां आ रही हैं, उन्हें दूर करके 100% शिक्षा का उद्देश्य प्राप्त किया जा सके।

प्रश्न 2.
जन्म दर, मृत्यु दर तथा प्राकृतिक वृद्धि दर से क्या अभिप्राय है ? प्राकृतिक वृद्धि दर का उदाहरण भी दें।
उत्तर-
जन्म दर-एक वर्ष में 1000 लोगों के पीछे जितने जीवित बच्चे (Live Birth) जन्म लेते हैं। उसे जन्म दर (Birth Rate) कहा जाता है।
मृत्यु दर-एक वर्ष में 1000 लोगों के पीछे मरने वाले लोगों की संख्या को मृत्यु दर (Death Rate) कहा जाता है।
प्राकृतिक वृद्धि दर-जन्म दर और मृत्यु दर में जो अन्तर होता है उसे “प्राकृतिक वृद्धि दर” (Natural Growth Rate) कहा जाता है। उदाहरण के लिए यदि जन्म दर 30 है और मृत्यु दर 10 हो तो प्राकृतिक वृद्धि दर (30-10) 20 होगी। इसका अर्थ यह है कि एक वर्ष में 1000 व्यक्तियों के पीछे 20 व्यक्तियों की वृद्धि हुई है।

प्रश्न 3.
भारत में जनसंख्या घनत्व पर एक नोट लिखो।
उत्तर-
भारत सघन जनसंख्या घनत्व वाला देश है। इसका जनसंख्या घनत्व प्रत्येक जनगणना के साथ बढ़ता जा रहा है। वर्ष 1901 में भारत का औसत जनसंख्या घनत्व 77 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर था। परन्तु 2011 में यह 382 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर तक पहुंच गया।

  • देश के पर्वतीय क्षेत्रों तथा पूर्वी राज्यों में जनसंख्या घनत्व कम है।
  • गुजरात, कर्नाटक, सीमांध्र, त्रिपुरा, महाराष्ट्र, झारखण्ड, असम और गोवा आदि राज्यों में मध्यम जनसंख्या घनत्व पाया जाता है।
  • उत्तर प्रदेश, केरल, पश्चिमी बंगाल और केन्द्र शासित प्रदेशों में जनसंख्या घनत्व अधिक सघन है। दिल्ली और चण्डीगढ़ शहरों में जनसंख्या घनत्व क्रमश 11320 और 9258 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है। परन्तु लेह (जम्मू और कश्मीर) और लाहौल स्पीति (हिमाचल प्रदेश) जैसे जिलों में जनसंख्या घनत्व केवल 3-4 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर ही है।

निबन्धात्मक प्रश्न

प्रश्न-
जनसंख्या की मौलिक विशेषताओं को जानने में सहायक किन्हीं तीन महत्त्वपूर्ण घटकों का वर्णन कीजिए।
उत्तर-
जनसंख्या की मौलिक विशेषताओं को आयु, लिंग, साक्षरता, व्यवसाय, भाषा आदि अनेक घटकों द्वारा आंका जा सकता है। इनमें से तीन महत्त्वपूर्ण घटकों का वर्णन इस प्रकार है-

1. आयु वर्ग-जनसंख्या को साधारणतः तीन आयु वर्गों में विभाजित करते हैं-युवा वर्ग (0-14 वर्ष), कार्यशील वर्ग (15-64 वर्ष) और वृद्ध (65 वर्ष तथा अधिक)। इसे जनसंख्या का आयु वर्ग कहते हैं। इन तीनों आयु वर्गों में कार्यशील जनसंख्या का अनुपात सबसे कम बदलता है, परन्तु बच्चों तथा वृद्धों की संख्या में मुख्य रूप से अन्तर पाया जाता है। अन्य विकासशील देशों की तरह भारत में भी कुल जनसंख्या का बहुत बड़ा प्रतिशत (लगभग 30%) 0-14 ई के बच्चों का है।
स्वीडन जैसे विकसित देश में युवाओं का प्रतिशत बहुत कम है। जापान जैसे देश में वृद्ध लोगों का प्रतिशत बहुत धिक है।

2. लिंग अनुपात-हमारे देश में लिंग अनुपात (प्रति हज़ार पुरुषों पर स्त्रियों की संख्या) कम है। यह अनुपात धीरे– रे कम हुआ है। केवल केरल राज्य एक अपवाद है। वहां प्रति हजार पुरुषों पर स्त्रियों की संख्या अधिक है।

3. साक्षरता-साक्षरता अर्थात् साक्षर लोगों का प्रतिशत जनसंख्या की गुणवत्ता बताने वाले संकेतकों में से एक है। पारे देश में साक्षरता दर धीरे-धीरे बढ़ी है। यह लगभग 73% प्रतिशत (2011) है। पुरुषों में साक्षरता दर स्त्रियों की ‘ना में अधिक है। सबसे अधिक साक्षर राज्य केरल है।

PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 7 मानवीय संसाधन

मानवीय संसाधन PSEB 8th Class Social Science Notes

  • मानवीय संसाधन तथा उनका महत्त्व- मानवीय संसाधन बहुत ही महत्त्वपूर्ण संसाधन हैं। सभी संसाधनों का विकास मानव संसाधन के विकास पर ही निर्भर करता है।
  • मानवीय संसाधनों का विकास – राष्ट्र को ऊँचा उठाने के लिए हमें अपने मानवीय संसाधनों को विकसित, शिक्षित
    एवं प्रशिक्षित करना अनिवार्य है।
  • 2011 की जनगणना – 2011 की जनगणना के अनुसार हमारे देश की कुल जनसंख्या लगभग 1.21 अरब है।
    देश की अधिकतर जनसंख्या मैदानी भागों में निवास करती है।
  • लिंग अनुपात किसी प्रदेश में स्त्री-पुरुष के संख्यात्मक अनुपात को वहां का लिंग अनुपात कहते हैं।
    इसे प्रति हजार पुरुषों पर स्त्रियों की संख्या के रूप में व्यक्त किया जाता है।
    PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 7 मानवीय संसाधन (3)
  • आयु संरचना – जनसंख्या को सामान्यतः तीन आयु गुटों में विभाजित किया जाता है-(1) 0 से 14 वर्ष (2) 15 से 64 वर्ष तथा (3) 65 वर्ष या इस से अधिक।
  • शिक्षित व्यक्ति (साक्षर) – जो व्यक्ति किसी भी भाषा को पढ़-लिख और समझ सकता है उसे शिक्षित व्यक्ति कहा जाता है।
  • जन्म दर – प्रति हज़ार व्यक्तियों के पीछे जन्म लेने वाले जीवित बच्चों की संख्या को जन्म-दर कहा जाता है।
  • मृत्यु-दर – प्रति हज़ार व्यक्तियों के पीछे जितने व्यक्तियों की मृत्यु होती है उसे मृत्यु दर कहते हैं।
  • जनसंख्या घनत्व –
    PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 7 मानवीय संसाधन (4)