PSEB 10th Class Hindi Solutions Chapter 1 दोहावली

Punjab State Board PSEB 10th Class Hindi Book Solutions Chapter 1 दोहावली Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 Hindi Chapter 1 दोहावली

Hindi Guide for Class 10 PSEB दोहावली Textbook Questions and Answers

(क) विषय-बोध

I. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक या दो पंक्तियों में दीजिए

प्रश्न 1.
तुलसीदास जी के अनुसार राम जी के निर्मल यश का गान करने से कौन-से चार फल मिलते हैं ?
उत्तर:
तुलसीदास जी के अनुसार राम जी के निर्मल यश का गान करने से धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष नामक चार फल मिलते हैं।

प्रश्न 2.
मन के भीतर और बाहर उजाला करने के लिए तुलसी कौन-सा दीपक हृदय में रखने की बात करते हैं?
उत्तर:
तुलसी हृदय में श्रीराम नाम रूपी मणियों के दीपक को रखने की बात करते हैं।

PSEB 10th Class Hindi Solutions Chapter 1 दोहावली

प्रश्न 3.
संत किस की भाँति नीर-क्षीर विवेक करते हैं?
उत्तर:
संत हंस की भाँति नीर-क्षीर विवेक करते हैं।

प्रश्न 4.
तुलसीदास के अनुसार भव सागर को कैसे पार किया जा सकता है?
उत्तर:
तुलसीदास के अनुसार श्रीराम से स्नेह, सांसारिक प्राणियों से समता तथा राग, रोष, दोष, दुःख आदि का त्याग करने से भव सागर को पार किया जा सकता है।

प्रश्न 5.
जो व्यक्ति दूसरों के सुख और समृद्धि को देखकर ईर्ष्या से जलता है, उसे भाग्य में क्या मिलता है?
उत्तर:
जो व्यक्ति दूसरों की सुख-समृद्धि से ईर्ष्या में जलता है उसे अपने जीवन में कभी सुख की प्राप्ति नहीं होती।

प्रश्न 6.
रामभक्ति के लिए गोस्वामी तुलसीदास किसकी आवश्यकता बतलाते हैं?
उत्तर:
गोस्वामी तुलसीदास रामभक्त के लिए ईश्वर की भक्ति, नीर-क्षीर विवेकी होने और परम आस्तिकता के भावों की आवश्यकता बतलाते हैं। रामभक्ति के लिए संत समागम और हृदय की पवित्रता आवश्यक है।

II. निम्नलिखित पद्यांशों की सप्रसंग व्याख्या कीजिए

(1) प्रभु तरुतर कपि डार पर, ते किए आपु समान।
तुलसी कहुँ न राम से, साहिब सील निधान।
(2) सचिव, वैद, गुरु तीनि जो, प्रिय बोलहिं भयु आस।
राज, धर्म, तन तीनि कर, होइ बेगिही नास।
उत्तर:
(1) कवि कहता है कि प्रभु श्री राम जी तो वृक्षों के नीचे और बंदर वृक्षों की डालियों पर रहते थे, परंतु ऐसे बंदरों को भी उन्होंने अपने समान बना लिया। तुलसीदास जी कहते हैं कि श्रीरामजी जैसे शीलनिधान स्वामी अन्य किसी स्थान पर कहीं भी नहीं हैं।

(2) कवि कहता है कि स्वामी से तो वह सेवक बड़ा होता है जो अपने धर्म के पालन को करने में निपुण होता है। इसीलिए स्वामी श्रीराम तो सागर पर पुल बंधने के बाद ही समुद्र पार कर सके परंतु उनका सेवक हनुमान तो बिना पुल के ही समुद्र लांघ गया था।

(ख) भाषा-बोध

निम्नलिखित शब्दों के विपरीत शब्द बनाएं-

शब्द = विपरीत शब्द
संपत्ति = ——–
सेवक = ——–
भलाई = ——–
लाभ = ———-
उत्तर:
शब्द = विपरीत शब्द
संपत्ति = विपत्ति।
सेवक = स्वामी।
भलाई = बुराई।
लाभ = हानि।

2. निम्नलिखित शब्दों की भाववाचक संज्ञा बनाएं-

दास = ——–
निज = ——–
गुरु = ——–
जड़। = ———
उत्तर:
शब्द . विपरीत शब्द
दास = दासता।
निज = निजता।
गुरु = गुरुत्व।
जड़ = जड़ता।

3. निम्नलिखित के विशेषण बनाएँ-

धर्म = ——–
मन = ———
भय = ———
दोष। = ———
उत्तर:
शब्द – विशेषण शब्द
धर्म = धार्मिक।
मन = मानसिक।
भय = भयनक।
दोष = दोषी।

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(ग) पाठ्येतर सक्रियता

प्रश्न 1.
अपने विद्यालय के पुस्तकालय से गोस्वामी तुलसीदास से संबंधित पुस्तकों से उनके जीवन की अन्य घटनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करें।
उत्तर:
(विद्यार्थी स्वयं करें।)

प्रश्न 2.
तुलसीदास द्वारा रचित दोहों की ऑडियो या वीडियो सी०डी० लेकर अथवा इंटरनेट से इन दोहों को सुनकर आनंद लें और स्वयं भी इन को याद कर लय में गाने का अभ्यास करें।
उत्तर:
(विद्यार्थी स्वयं करें।)

प्रश्न 3.
इंटरनेट के माध्यम से राष्ट्रीय दूरदर्शन पर दिखाए ‘तुलसीदास’ के जीवन पर आधारित सीरियल को ग्रीष्म अवकाश में देखें। उत्तर:
(विद्यार्थी स्वयं करें।)

(घ) ज्ञान विस्तार

रामभक्त गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा रचित हनुमान चालीसा का प्रथम दोहा ‘श्री गुरु चरन सरोज रज’ कवि की हनुमान जी के प्रति श्रद्धा-भक्ति का प्रतीक है। हनुमान जी को केसरी नंदन तथा अंजनि पुत्र भी कहते हैं। केसरी इनके पिता तथा अंजना माता थी। लंका में सीता का समाचार लाते समय ये एक ही छलांग में समुद्र लांघ गए थे और जब इनकी पूंछ में आग लगा दी गई थी तब इन्होंने रावण की सारी लंका ही जला दी थी। लक्ष्मण मूर्छा के समय ये ही लंका से सुषेण वैद्य को तथा उसके कहने पर संजीवनी बूटी को लाए थे। इन्होंने ही सुग्रीव की श्रीराम जी के साथ मित्रता करवा कर उसे उसका राज्य दिलवाया था। इस प्रकार हनुमान महाबली तथा श्री राम जी के अनन्य सेवक माने जाते हैं।

PSEB 10th Class Hindi Guide दोहावली Important Questions and Answers

प्रश्न 1.
कवि के अनुसार श्रीराम जी जैसा शीलनिधान अन्य कोई क्यों नहीं है?
उत्तर:
श्रीराम जैसा शील निधान अन्य कोई भी नहीं था क्योंकि श्रीराम ने वानरों को भी पूरा सम्मान दिया था।

प्रश्न 2.
बिना हरि कृपा के क्या प्राप्त नहीं हो सकता?
उत्तर:
हरि कृपा के बिना संत-समागम नहीं प्राप्त हो सकता।

प्रश्न 3.
ईर्ष्यालु व्यक्ति की क्या दशा होती है?
उत्तर:
ईर्ष्यालु व्यक्ति सदा ईर्ष्या की आग में जलता रहता है तथा उसका कभी भी भला नहीं होता है।

प्रश्न 4.
भगवान् से भक्त को बड़ा बताने के लिए तुलसीदास ने कौन-सा उदाहरण दिया है?
उत्तर:
श्रीराम को लंका जाने के लिए समुद्र पर पुल बंधवा कर जाना पड़ा जबकि उनके भक्त हनुमान छलांग लगा कर ही समुद्र पार कर लंका पहुँच गए थे।

प्रश्न 5.
चापलूस दरबारियों से क्या हानि होती है?
उत्तर:
चापलूस दरबारी सदा राजा की हाँ में हाँ मिलाते हैं, उसकी आलोचना कभी भूलकर भी नहीं करते जिससे राजा अपने राज्य, धर्म और अपने शरीर का भी नाश झूठे अभिमान के कारण कर देता है।

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प्रश्न 6.
कैसी भक्ति के बिना श्रीराम अपने भक्तों पर कृपा नहीं करते?
उत्तर:
जिस भक्ति में श्रीराम के प्रति विश्वास नहीं होता उन भक्तों पर श्रीराम कृपा नहीं करते।

(क) एक पंक्ति में उत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
तुलसी ने हृदय में कैसे दीपक को रखने की बात कही है?
उत्तर:
तुलसी ने हृदय में श्रीराम नाम रूपी मणियों के दीपक के रखने की बात कही है।

प्रश्न 2.
राम की कृपा के बिना स्वप्न में भी क्या नहीं मिलता ?
उत्तर:
राम की कृपा के बिना स्वप्न में भी जीवन में चैन नहीं मिलता।

प्रश्न 3.
श्रीराम ने सागर कैसे पार किया था ?
उत्तर:
श्रीराम ने सागर पर बने पुल से सागर पार किया था।

प्रश्न 4.
हंस की भांति नीर-क्षीर विवेक कौन करते हैं?
उत्तर:
संत हंस की भांति नीर-क्षीर विवेक करते हैं।

(ख) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक सही विकल्प चुनकर लिखें

प्रश्न 1.
‘श्री गुरु चरन सरोज रज’ में सरोज है
(क) सरोवर
(ख) कमल
(ग) सरिता
(घ) धूल।
उत्तर:
(ख) कमल

प्रश्न 2.
‘निज मन मुकुरु सुधारि’ में मुकुरु है
(क) मुकरना
(ख) मौसम
(ग) शीशा
(घ) सुधरना।
उत्तर:
(ग) शीशा

प्रश्न 3.
भगवान् पर क्या किए बिना भक्ति नहीं हो सकती
(क) दया
(ख) विश्वास
(ग) प्रार्थना
(घ) समझौता।
उत्तर:
(ख) विश्वास

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प्रश्न 4.
‘दोहावली’ किसकी रचना है
(क) तुलसीदास
(ख) वृन्द
(ग) बिहारी
(घ) रहीम।
उत्तर:
(क) तुलसीदास

(ग) एक शब्द/हाँ या नहीं/सही-गलत/रिक्त स्थानों की पूर्ति के प्रश्न

प्रश्न 1.
संत किस की भाँति नीर-क्षीर विवेक करते हैं? (एक शब्द में उत्तर दीजिए)
उत्तर:
हँस

प्रश्न 2.
राम जी का निर्मल यशगान करने से चार फल मिलते हैं। (हाँ या नहीं में उत्तर लिखें)
उत्तर:
हाँ

प्रश्न 3.
अपने धर्म में निपुण सेवक साहब से बड़ा नहीं होता। (सही या गलत लिख कर उत्तर दें)
उत्तर:
गलत

प्रश्न 4.
तुलसीदास राम के भक्त थे। (सही या गलत लिख कर उत्तर दें)
उत्तर:
सही

प्रश्न 5.
बरनऊं रघुबर ……. जसु।
उत्तर:
बिमल

प्रश्न 6.
गिरिजा संत ……….. सम।
उत्तर:
समागम

प्रश्न 7.
राज, धर्म, तन तीनि कर, होइ ……. नास।
उत्तर:
बेगिही।

दोहावली दोहों की सप्रसंग व्याख्या

1. श्री गुरु चरन सरोज रज, निज मन मुकुरु सुधारि।
बरनऊँ रघुबर विमल जसु, जो दायकु फल चारि॥

शब्दार्थ:
चरन = पैर। सरोज = कमल। रज = धूल। मकरु = दर्पण। बरनऊँ = वर्णन करूँ। विमल = निर्मल, उज्ज्वल। जसु = यश। दायकु = देने वाले। फल चारि = चार फल-धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष।

प्रसंग:
प्रस्तुत दोहा तुलसीदास द्वारा रचित ‘दोहावली’ से लिया गया है। यह दोहा हनुमान चालीसा का प्रारंभिक दोहा है। इस दोहे में गुरु वंदना के बाद श्रीराम के पवित्र चरित्र के गुणगान करने की कवि ने कामना की है।

व्याख्या:
कवि कहता है कि मैं श्री गुरु महाराज के चरण कमलों की धूल से अपने मनरूपी दर्पण को स्वच्छ और पवित्र करके श्री रघुवीर रामजी के निर्मल पवित्र यश का वर्णन करता हूँ, जो चारों फलों धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष को देने वाला है।

विशेष:

  1. कवि अपने सद्गुरु की कृपा प्राप्त कर श्रीराम के उज्ज्वल चरित्र का गुणगान करने की कामना कर रहा है।
  2. भाषा ब्रज मिश्रित अवधी, दोहा छंद, अनुप्रास, उपमा तथा रूपक अलंकार हैं।

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2. राम नाम मनी दीप धरु, जीह देहरी द्वार।
तुलसी भीतर बाहरु हुँ, जौ चाहसि उजियार॥

शब्दार्थ:
मनी = मणियाँ। दीप = दीपक। जीह = जीभ । देहरी = दहलीज। चाहसि = चाहता है। उजियार = उजाला।

प्रसंग:
प्रस्तुत दोहा तुलसीदास द्वारा रचित ‘दोहावली’ से लिया गया है, जिसमें कवि ने श्रीराम के नाम स्मरण की महिमा का वर्णन किया है।

व्याख्या:
तुलसीदास जी कहते हैं कि हे मानव, तू राम नाम रूपी मणि-दीपक को मुखरूपी द्वार की जीभरूपी दहलीज पर रख। यदि तू भीतर और बाहर दोनों ओर उजाला चाहता है। भाव यह है कि राम नाम रूपी मणियों से बने दीपक को हृदय में धारण करने से अज्ञान रूपी अंधेरा नष्ट हो जाता है तथा ज्ञान रूपी उजाला हो जाता है।

विशेष:

  1. राम नाम के स्मरण से समस्त दोषों का नाश हो जाता है तथा हृदय के बाहर और भीतर उजाला हो जाता है।
  2. ब्रज भाषा में अवधी के शब्दों का मिश्रण है। दोहा छंद, रूपक अलंकार है।

3. जड़ चेतन गुन दोषभय, बिस्व कीन्ह करतार।
संत हंस गुन गहहिं पय, परिहरि बारि विकार॥

शब्दार्थ:
जड़ = निर्जीव। चेतन = सजीव। बिस्व = संसार। करतार = ईश्वर, परमात्मा। गहहिं = लेकर। पय = दूध। परिहरि = छोड़कर। बारि = पानी। विकार = बुराई।

प्रसंग:
प्रस्तुत दोहा तुलसीदास द्वारा रचित ‘दोहावली’ में से लिया गया है, जिसमें कवि ने संतों की विशेषता का वर्णन किया है।

व्याख्या:
तुलसीदास कहते हैं कि परमात्मा ने इस जड़-चेतन संसार को गुण और दोष से युक्त बनाया है, परंतु संत हँसों के समान नीर-क्षीर विवेकी होने के कारण दोष रूपी जल को त्याग कर गुण रूपी दूध को ग्रहण करते हैं।

विशेष:

  1. संत सदा सद्गुणों से युक्त होते हैं। वे विकारों से रहित होते हैं।
  2. अवधी भाषा, दोहा छंद, अनुप्रास तथा रूपक अलंकार का प्रयोग सराहनीय है।

4. प्रभु तरुतर कपि डार पर, ते किए आपु समान।
तुलसी कहुँ न राम से, साहिब सील निधान। 

शब्दार्थ:
तरुतर = वृक्ष के नीचे। कपि = वानर। आयु = अपने।

प्रसंग:
प्रस्तुत दोहा तुलसीदास के द्वारा रचित ‘दोहावली’ से लिया गया है। इस दोहे में कवि ने श्रीराम द्वारा वानरों को दिए गए सम्मान का वर्णन किया है।

व्याख्या:
कवि कहता है कि प्रभु श्री राम जी तो वृक्षों के नीचे और बंदर वृक्षों की डालियों पर रहते थे, परंतु ऐसे बंदरों को भी उन्होंने अपने समान बना लिया। तुलसीदास जी कहते हैं कि श्रीरामजी जैसे शीलनिधान स्वामी अन्य किसी स्थान पर कहीं भी नहीं हैं।

विशेष:

  1. श्रीराम की सबके प्रति समतावादी दृष्टि का उल्लेख किया गया है। वे कोई भी भेदभाव न करते हुए सबको अपने समान बना लेते थे।
  2. अवधी भाषा, दोहा छंद, अनुप्रास अलंकार है।

5. तुलसी ममता राम सो, समता सब संसार।
राग न रोष न दोष दुःख, दास भए भव पार॥

शब्दार्थ:
ममता = स्नेह, प्रेम। समता = बराबर। राग = प्रेम। रोष = क्रोध। भव = संसार।

प्रसंग:
प्रस्तुत दोहा तुलसीदास द्वारा रचित ‘दोहावली’ से लिया गया है। इस दोहे में कवि ने श्रीराम के प्रति आस्था रखने तथा सांसारिक प्राणियों से समभाव रखने की प्रेरणा दी है।

व्याख्या:
तुलसीदास जी कहते हैं कि श्रीराम से ममता रखो तथा संसार के प्राणियों के प्रति समभाव रखो, इससे मनुष्य राग, रोष, दोष, दुःख से मुक्त हो जाता है तथा श्रीराम का दास होने के कारण इस संसार रूपी सागर से पार हो जाता है।

विशेष:

  1. सांसारिक माया-मोह के बंधनों से मुक्त होकर भव-सागर पार करने के लिए श्रीराम के प्रति ममता होनी आवश्यक है।
  2. अवधी भाषा, दोहा छंद, अनुप्रास तथा रूपक अलंकार हैं।

6. गिरिजा संत समागम सम, न लाभ कछु आन।
बिनु हरि कृपा न होइ सो, गावहिं वेद पुरान॥

शब्दार्थ:
गिरिजा = पार्वती। सम = समान। आन = अन्य, दूसरा।

प्रसंग:
प्रस्तुत दोहा तुलसीदास द्वारा रचित ‘दोहावली’ से लिया गया है। इस दोहे में कवि ने संत-समागम की महिमा का वर्णन किया है।_

व्याख्या:
कवि कहता है कि शिव जी पार्वती को संतों के सम्मेलन की महिमा का वर्णन करते हुए कहते हैं कि हे पार्वती, संतों के साथ मिल बैठकर उनके विचार सुनने के समान संसार में अन्य कुछ भी लाभकारी नहीं है तथा संत-समागम भी श्रीराम की कृपा के बिना नहीं मिलता। ऐसा वेद-पुराणों में भी कहा गया है।

विशेष:

  1. संत-समागम प्रभु कृपा से प्राप्त होता है तथा इसके समान लाभदायक संसार में और कुछ भी नहीं है।
  2. भाषा अवधी, दोहा छंद तथा अनुप्रास अलंकार हैं।

PSEB 10th Class Hindi Solutions Chapter 1 दोहावली

7. पर सुख संपत्ति देखि सुनि, जरहिं जे जड़ बिनु आगि।
तुलसी तिन के भाग ते, चलै भलाई भागि॥

शब्दार्थ:
पर = पराया, दूसरे का। जरहिं = जलना, ईर्ष्या करना। जड़ = मूर्ख भाग = भाग्य। भागि = भाग जाना, चले जाना।

प्रसंग:
प्रस्तुत दोहा तुलसीदास द्वारा रचित ‘दोहावली’ से लिया गया है, जिसमें कवि ने ईर्ष्यालु व्यक्ति की दुर्दशा का वर्णन किया है।

व्याख्या:
गोस्वामी तुलसी दास कहते हैं कि दूसरे के सुख और संपत्ति को देख-सुन कर जो मूर्ख बिना आग के ही जलते रहते हैं, उन लोगों के भाग्य से भलाई स्वयं ही भाग जाती है। भाव यह है कि दूसरों की उन्नति को देखकर ईर्ष्या करने वाले व्यक्ति का कभी भी भला नहीं होता है।

विशेष:

  1. ईर्ष्यालु व्यक्ति का कभी भी भला नहीं होता है और न ही सुख की प्राप्ति होती है।
  2. भाषा अवधी-ब्रज का मिश्रण, दोहा छंद, अनुप्रास अलंकार हैं।

8. सचिव वैद गुरु तीनि जो, प्रिय बोलहिं भयु आस।
राज, धर्म, तन तीनि कर, होइ बेगिही नास॥

शब्दार्थ:
सचिव = मंत्री। वैद = वैद्य। प्रिय बोलहिं = मीठा बोलना, मुँह देखी बोलना। भयु = डर से। तीनि = तीनों। बेगिही = शीघ्र ही। नास = नाश, विनाश।

प्रसंग:
प्रस्तुत दोहा तुलसीदास द्वारा रचित ‘दोहावली’ से लिया गया है, जिसमें कवि ने राजा के भय से उसकी हाँ में हाँ मिलाने वाले चापलूसों के परिणाम का वर्णन किया है।

व्याख्या:
कवि कहता है कि यदि किसी राजा का मंत्री, वैद्य और गुरु–ये तीनों राज-भय से अथवा किसी लोभलालच से उसकी बात जैसी है वैसी ही मान लेते हैं अथवा उसकी हाँ में हाँ मिलाते हैं तो उसके राज्य, धर्म और शरीर तीनों का शीघ्र ही विनाश हो जाता है।

विशेष:

  1. तुलसी दास का मानना है कि रावण के भय से उसके सभासद सदा उसकी हाँ में हाँ मिलाते थे, इसलिए उसका विनाश हो गया था। इसलिए ऐसे चापलूसों से बचना चाहिए।
  2. भाषा अवधी और ब्रज है। दोहा छंद तथा अनुप्रास अलंकार है।

9. साहब ते सेवक बड़ो, जो निज धरम सुजान।
राम बाँध उतरै उद्धि, लांघि गए हनुमान॥

शब्दार्थ:
साहब = स्वामी। उद्धि = समुद्र। बाँध = पुल। सुजान = निपुण।

प्रसंग:
प्रस्तुत दोहा तुलसीदास द्वारा रचित दोहावली से लिया गया है, जिसमें कवि ने भगवान् से अधिक उनके भक्त की प्रशंसा की है।

व्याख्या:
कवि कहता है कि स्वामी से तो वह सेवक बड़ा होता है जो अपने धर्म के पालन को करने में निपुण होता है। इसीलिए स्वामी श्रीराम तो सागर पर पुल बंधने के बाद ही समुद्र पार कर सके परंतु उनका सेवक हनुमान तो बिना पुल के ही समुद्र लांघ गया था।

विशेष:

  1. स्वामी की कृपा से सेवक स्वामी से भी बड़ा काम कर सकता है।
  2. भाषा अवधी, ब्रज, दोहा छंद, अनुप्रास अलंकार हैं।

10. बिनु बिस्वास भगति नहिं, तेहि बिनु द्रवहिं न राम।
राम कृपा बिनु सपनेहुँ, जीवन नहिं विश्राम।

शब्दार्थ:
द्रवहिं = द्रवित होना, पिघलना, दया करना। लह = प्राप्त करना, लेना।

प्रसंग:
प्रस्तुत दोहा तुलसीदास द्वारा रचित ‘दोहावली’ से लिया गया है। इस दोहे में कवि ने अपने आराध्य पर पूर्ण विश्वास रखते हुए भक्ति करने का संदेश दिया है।

व्याख्या:
कवि कहता है कि बिना भगवान् पर विश्वास किए उनकी भक्ति नहीं हो सकती। विश्वास से रहित भक्ति से श्रीराम अपने भक्त पर दया नहीं करते और राम की कृपा के बिना स्वप्न में भी जीवन में चैन नहीं मिलता है। भाव यह है कि विश्वासपूर्वक भक्ति करने से ही परमात्मा की प्राप्ति होती है।

विशेष:

  1. ईश्वर की भक्ति उस पर पूर्ण विश्वास रख कर ही करनी चाहिए तभी ईश्वर की कृपा होती है।
  2. भाषा अवधी, ब्रज हैं। दोहा छंद और अनुप्रास अलंकार है।

दोहावली Summary

दोहावली  कवि परिचय।

राम-भक्त कवियों में तुलसीदास का नाम विशेष आदर से लिया जाता है। उनका जन्म सन् 1532 ई० में राजापुर, ज़िला बाँदा में हुआ था। कुछ विद्वान् उत्तर प्रदेश के एटा जिले में सोरों नामक ग्राम को उनका जन्म स्थान मानते हैं। इनके पिता का नाम आत्मा राम तथा माता का नाम हुलसी था। मूल नक्षत्र में उत्पन्न होने के कारण माता-पिता ने इन्हें त्याग दिया था। इनका बचपन दर-दर की ठोकरें खाते हुए अनेक कष्टों में बीता। बाद में बाबा नरहरिदास ने उन्हें सहारा दिया। उनके पास रहकर उन्होंने शिक्षा प्राप्त की थी। बाद में काशी के महान् विद्वान शेष सनातन से उन्होंने वेद-शास्त्रों और इतिहास-पुराण का ज्ञान प्राप्त किया। विद्वान बनकर वे वापस राजपुर लौटे थे। तब दीनबंधु पाठक ने अपनी पुत्री रत्नावली से इनका विवाह करवा दिया था। वे अपनी पत्नी रत्नावली से बहुत प्यार करते थे। एक दिन वह इनको बताए बिना अपने मायके चली गई। तुलसीदास जी को जब पता चला तो अन्धेरी रात तथा मूसलाधार वर्षा में रत्नावली के पास पहुँच गए। इस पर रत्नावली ने उन्हें फटकार सुनाई और राम के चरणों में स्नेह लगाने की प्रेरणा दी।

लाज न लागत आपको दौरे आयह साथ,
धिक धिक ऐसे प्रेम को कहां कहौ हौं, नाथ।

इस घटना से तुलसीदास का हृदय ग्लानि से भर गया। उन्होंने संसार को त्याग कर अपना सारा जीवन भगवान राम की आराधना तथा भक्तिपरक साहित्य लिखने में लगा दिया। सन् 1623 ई० में तुलसीदास जी का स्वर्गवास हुआ।

रचनाएँ-तुलसीदास के नाम से 37 पुस्तकें स्वीकार की जाती हैं। लेकिन इनमें से तुलसी के प्रामाणिक ग्रन्थ बारह ही हैं, वे हैं–रामचरितमानस, वैराग्य संदीपनी, रामललानहछू, बरवै रामायण, पार्वती मंगल, जानकी मंगल, रामाज्ञा-प्रश्न, दोहावली, कवितावली, गीतावली, कृष्ण गीतावली और विनय पत्रिका।

तुलसीदास ने अपने काव्य में राम को विष्णु का अवतार मान कर उन्हें ईश्वर पद प्रदान किया है-‘सोई दशरथ सुत हित, कौसलपति भगवान्।’ उन्होंने माना है कि राम ही धर्म का उद्धार करने वाले हैं तथा उनमें शील, शक्ति और सौंदर्य के गुण विद्यमान हैं। राम के माध्यम से कवि ने अपने काव्य में आदर्श समाज की कल्पना की है। उन्होंने राम, सीता, भरत, लक्ष्मण, कौशल्या, हनुमान आदि के द्वारा आदर्श गृहस्थ, आदर्श समाज और आदर्श राज्य की कल्पना को साकार रूप दिया है। इनकी रचनाओं का मूल रस शांत है। लेकिन स्थान-स्थान पर अन्य सभी रसों का सुंदर प्रयोग दिखाई दे जाता है। कवितावली के बालकांड में वात्सल्य रस के सुंदर उदाहरण दिए गए हैं। तुलसीदास एक श्रेष्ठ कवि और सच्चे लोकनायक हैं।

PSEB 10th Class Hindi Solutions Chapter 1 दोहावली

इन्होंने अपने काव्य में जीवन के विविध रूपों को प्रस्तुत किया है। इन्होंने अवधी और ब्रज भाषाओं का संदर प्रयोग किया है। इनकी अधिकांश रचनाएँ अवधी में हैं। लेकिन ‘विनय पत्रिका’ में ब्रज भाषा का प्रयोग किया गया है। इनके प्रबंध काव्य में दोहाचौपाई छंदों का प्रयोग अधिक है तो मुक्तक काव्यों में गीति शैली’ की प्रधानता है। इन्होंने आवश्यकतानुसार उर्दू, फ़ारसी, बुंदेली, भोजपुरी आदि शब्दों का प्रयोग किया है। तुलसीदास वास्तव में ही उत्कृष्ट कोटि के भक्त कवि हैं।

दोहावली दोहों का सार

पाठ्यपुस्तक में तुलसीदास द्वारा रचित दस दोहे संकलित हैं, जिनमें कवि की भक्ति एवं नीति से संबंधित भावनाएँ व्यक्त हुई हैं। पहले दोहे में कवि अपने गुरु की वंदना कर अपने पवित्र मन से चारों फलों को देने वाला श्रीराम के पावन चरित्र के गुणगान करने की कामना करता है। दूसरे दोहे में श्रीराम रूपी मणियों के दीपक के प्रकाश से मन के अंधकार को दूर करने तथा तीसरे दोहे में संतों को नीर-क्षीर विवेकी हँसों के समान बताया गया है जो गुणों को अपना कर समस्त विकार त्याग देते हैं। चौथे दोहे में श्री राम की वानरों को सम्मान देने, पांचवें दोहे में श्रीराम के प्रति ममता तथा संसार के सभी लोगों से समता का व्यवहार रखने और छठे दोहे में संतों के समागम के लाभ का वर्णन किया गया है।

सातवें दोहे में दूसरों की संपत्ति को देखकर ईर्ष्या करने वालों की दुर्दशा का वर्णन है। आठवें दोहे में कवि ने राम भक्त हनुमान की प्रशंसा की है। नौवें दोहे में चापलूस सभासदों से राजा को सावधान रहने के लिए कहा गया है क्योंकि जी हजूरी करने वालों से धर्म, शरीर और राज्य का नाश हो जाता है। दसवें दोहे में कवि ने स्पष्ट किया है कि पूर्ण आस्था से भक्ति करने पर ही श्रीराम अपने भक्तों पर कृपा करते हैं तथा श्रीराम की कृपा के बिना स्वप्न में भी शांति नहीं मिलती है।

PSEB 10th Class English Literature Book Solutions Chapter 4 The Dying Detective

Punjab State Board PSEB 10th Class English Book Solutions English Literature Book Chapter 4 The Dying Detective Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 English Literature Book Chapter 4 The Dying Detective

Question 1.
Who was Mrs. Hudson ? Why did she go to Watson’s house ?
Or
Who was Mrs. Hudson ? Where did she go ? Why did she go there ?
Answer:
Mrs. Hudson was Sherlock Holmes’ landlady. She went to Watson’s house to tell him that his friend, Sherlock Holmes, was critically ill. She wanted Watson to come and save his friend’s life.

श्रीमती हडसन शरलॉक होम्ज़ की मकान-मालकिन थी। वह वाटसन के घर उसे यह बताने के लिए गई कि उसका मित्र, शरलॉक होम्ज़, सख्त बीमार था। वह चाहती थी कि वाटसन आए और अपने मित्र की जान बचाए।

PSEB 10th Class English Literature Book Solutions Chapter 4 The Dying Detective

Question 2.
Where did Holmes get the illness from ? When did he get it ?
Answer:
Holmes got the illness from some Chinese sailors. He got it when he was working on a case at a place near a river. But as we know, it was all a made-up story.

होम्ज़ को यह बीमारी कुछ चीनी नाविकों से लगी। उसे यह तब लगी जब वह एक नदी के समीप किसी जगह पर एक मामले पर काम कर रहा था। किन्तु जैसा कि हम जानते हैं, यह सब एक गढ़ी हुई कहानी थी।

Question 3.
What was Holmes’ condition when Watson saw him ?
Answer:
Holmes’ eyes had the brightness of fever. There was red flush on his cheeks. His thin hands were twitching all the time.

होम्ज़ की आंखों में बुखार वाली चमक थी। उसके गालों पर लाली थी। उसके पतले हाथ लगातार फड़क रहे थे।

Question 4.
Why did Holmes not let Watson examine him ?
Answer:
Holmes’ illness was a feigned one. Watson was a doctor by profession. He would have known the truth if he had examined Holmes. That was why, Holmes did not let Watson examine him.

होम्ज़ की बीमारी बनावटी थी। वाटसन व्यवसाय से डॉक्टर था। उसे सच्चाई का पता चल जाता यदि वह होम्ज़ की जांच कर लेता। इसी कारण से होम्ज़ ने वाटसन को खुद की जांच न करने दी।

PSEB 10th Class English Literature Book Solutions Chapter 4 The Dying Detective

Question 5.
Till when was Watson asked to stay in Holmes’ house ?
Answer:
He was asked to stay in there till 6 o’clock.

उसे वहां छ: बजे तक रुकने के लिए कहा गया।

Question 6.
Why did Holmes not let Watson touch his things ? What did Watson think about Holmes then ?
Answer:
Watson picked up an ivory box. Holmes knew it had a poisonous spring in it. Therefore, Holmes told him to put it down. He said that he hated to have his things touched. Watson thought that illness had affected Holmes’ mind.

वाटसन ने हाथीदांत की बनी एक डिबिया उठा ली। होम्ज़ जानता था कि इसमें एक ज़हरीला स्प्रिंग लगा था। इसलिए होम्ज़ ने उसे इसे नीचे रखने के लिए कहा। उसने कहा कि उसे पसन्द नहीं था कि उसकी चीजें छुई जाएं। वाटसन ने सोचा कि बीमारी ने होम्ज़ के दिमाग पर असर डाल दिया था।

Question 7.
What did Holmes ask Watson to do before leaving his room ?
Answer:
He asked Watson to light the gas-lamp, but only half on. Then he asked him to put on the table some letters, paper and the ivory box and the tongs.

उसने वाटसन से कहा कि वह गैस-लैंप को जला दे, किन्तु केवल आधी रोशनी पर। फिर उसने उसे मेज पर कुछ पत्र, कागज़, हाथीदांत वाली डिब्बी और चिमटी रखने को कहा।

Question 8.
Who was Culverton Smith ? Why did Holmes want him for the treatment of his disease ?
Answer:
Culverton Smith was a resident of Sumatra and a tea planter. Holmes wanted him for the treatment of his disease only to have him in his trap.

कल्वर्टन स्मिथ सुमात्रा का रहने वाला और चाय-बागानों का मालिक था। होम्ज़ उसे केवल अपने जाल में फंसाने के लिए उससे अपनी बीमारी का इलाज करवाना चाहता था।

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Question 9.
What did Holmes ask Watson to say to Mr. Smith ?
Answer:
Holmes asked Watson to tell Mr. Smith how critically Holmes was ill and was at the point of death. Holmes wanted Watson to persuade Mr. Smith to come to Holmes’ house.

होम्ज़ ने वाटसन से कहा कि वह मिस्टर स्मिथ को बताए कि होम्ज़ कितना भयानक बीमार था और मरने के किनारे पर था। होम्ज चाहता था कि वाटसन मिस्टर स्मिथ को होम्ज़ के घर पर आने को सहमत करवा ले।

Question 10.
Did Smith welcome Watson calling on him ? How do you know ?
Answer:
No, Smith did not welcome Watson calling on him. He asked his butler to tell Watson that he was not at home.

नहीं, स्मिथ ने वाटसन के आने का स्वागत न किया। उसने अपने खानसामे से कहा कि वह वाटसन से कह दे कि वह (स्मिथ) घर पर नहीं था।

Question 11.
Why did Watson not come back with Smith ?
Answer:
Watson did not come with Smith because Holmes had asked him to do so. Watson pretended that he had some other appointment.

वाटसन स्मिथ के साथ इसलिए न आया क्योंकि ऐसा करने के लिए उसे होम्ज़ ने कहा था। वाटसन ने बहाना बना दिया कि उसे कोई दूसरा काम था।

Question 12.
What did Smith ask Watson when he finally met him ?
Answer:
Smith asked Watson if he was coming from Holmes’. He also asked him how Holmes was.

स्मिथ ने वाटसन से पूछा कि क्या वह होम्ज़ के यहां से आ रहा था। उसने उससे यह भी पूछा कि होम्ज़ का क्या हाल था।

Question 13.
Did Smith go near Holmes to examine him ? How do you know ?
Answer:
No, Smith did not go near Holmes to examine him. He well knew what had happened and only wanted Holmes to die.

नहीं, स्मिथ होम्ज़ के नज़दीक उसकी जांच करने के लिए नहीं गया। वह अच्छी तरह जानता था कि क्या हुआ था और केवल यही चाहता था कि होम्ज़ की मृत्यु हो जाए।

Question 14.
Who was Victor Smith ? What had happened to him and how ?
Answer:
Victor was Culverton Smith’s nephew. He had been murdered by Culverton Smith by the use of a poisonous spring.

विक्टर कल्वर्टन स्मिथ का भतीजा था। उसकी हत्या कल्वर्टन स्मिथ ने एक जहरीले स्प्रिंग का प्रयोग कर के कर दी थी।

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Question 15.
“You did it. I’ll forget everything,” Holmes said to Smith. What did Smith do and how ? Did Holmes really mean what he said ? Give examples in support of your answer.
Answer:
Smith had conspired to kill Holmes by sending him a poisoned spring-box by post. Holmes did not really mean what he said. He was not ill at all. He was only laying a trap for Smith and trying to make him confess his crime.

स्मिथ ने डाक द्वारा एक जहरीले स्प्रिंग वाली डिब्बी होम्ज़ को भेज कर उसे मारने की योजना बनाई थी। होम्ज़ का वास्तव में वह अर्थ नहीं था जो उसने कहा। वह बिल्कुल भी बीमार नहीं था। वह स्मिथ के लिए केवल एक जाल बिछा रहा था और उससे उसका अपराध स्वीकार करवाने की कोशिश कर रहा था।

Question 16.
Why did Smith send an infected sharp spring in an ivory box ?
Answer:
Smith had killed his nephew. Holmes knew this fact. He was gathering evidence to prove it. That was why Smith sent him an infected spring to kill him.

स्मिथ ने अपने भतीजे को मार डाला था। होम्ज़ यह बात जानता था। वह इसे सिद्ध करने के लिए सबूत इकट्ठे कर रहा था। इसी कारण से स्मिथ ने उसे मारने के लिए एक संक्रमित स्प्रिंग भेज दिया।

Question 17.
Why did Holmes ask Smith to turn up the gas ?
Answer:
Holmes asked Smith to turn up the gas. It was, in fact, a signal for Inspector Morton to come in and arrest Smith.

होम्ज़ ने स्मिथ को गैस तेज़ करने को कहा। वास्तव में यह इंस्पैक्टर मार्टन के लिए एक इशारा था कि वह अन्दर आए और स्मिथ को गिरफ्तार कर ले।

Question 18.
Who arrested Smith ? What were the charges against him ?
Answer:
Inspector Morton arrested Smith. The charges against Smith were the murder of Victor and the attempted murder of Sherlock Holmes.

इंस्पैक्टर मार्टन ने स्मिथ को गिरफ्तार किया। उसके विरुद्ध आरोप थे – विक्टर की हत्या और शरलॉक होम्ज़ की हत्या का प्रयास।

Question 19.
Why did Holmes pretend to be ill ? What did he do and say to appear ill ?
Answer:
Holmes’ pretended illness was all a trap laid for Mr. Smith. In order to look ill, he did not eat for three days. He also applied a little make-up on his face. He also talked deliriously.

होम्ज़ की बीमारी का बहाना मिस्टर स्मिथ के लिए बिछाया गया मात्र एक जाल था। बीमार दिखने के लिए उसने तीन दिन तक कुछ न खाया। उसने अपने चेहरे पर थोड़ा-सा मेकअप भी लगाया। उसने
बड़बड़ाते हुए बातें भी की।

Question 20.
Should Holmes have spoken so rudely to Watson ? Why ?
Answer:
Holmes’ show of rudeness was a dramatic necessity. It was necessary to make Watson believe that Holmes was really critically ill and at the point of death.

होम्ज़ द्वारा उद्दण्डता का दिखावा करना एक नाटकीय आवश्यकता थी। यह वाटसन को विश्वास दिलाने के लिए ज़रूरी थी कि होम्ज़ सचमुच भयानक रूप से बीमार था और मरने के किनारे पर था।

Objective Type Questions

Question 1.
What was Watson by profession ?
Answer:
Watson was a doctor by profession

Question 2.
Holmes got the illness from some …
(i) Chinese sailors
(ii) Indian sailors
(iii) English sailors
(iv) Russian sailors.
Answer:
(i) Chinese sailors

Question 3.
Smith sent Holmes an infected sharp spring in …..
(i) a silver box
(ii) an ivory box
(iii) a golden box
(iv) a red box.
Answer:
(ii) an ivory box

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Question 4.
Victor smith killed Culverton Smith. (True/False)
Answer:
False

Question 5.
Holmes did not want Watson to touch his things. (True/False)
Answer:
True

Question 6.
Who was charged with the murder of his nephew ?
(i) Mrs Hudson
(ii) Morton
(iii) Smith
(iv) Watson.
Answer:
(iii) Smith

Answer each of the following in one word / phrase / sentence :

Question 1.
Who wrote the story, ‘The Dying Detective’ ?
Answer:
Arthur Conan Doyle.

Question 2.
Who was the detective in this story ?
Answer:
Sherlock Holmes.

Question 3.
Give the name of Sherlock Holme’s landlady ?
Answer:
Mrs Hudson.

Question 4.
Who was Dr Watson ?
Answer:
Sherlock Holmes’ friend.

Question 5.
Where did Sherlock get the illness from ?
Answer:
From some Chinese sailors.

Question 6.
Sherlock did not let the doctor examine him. Why ?
Answer:
Because his illness was a feigned one.

Question 7.
Who was asked to stay in Sherlock’s house till 6 o’clock ?
Answer:
Dr Watson.

Question 8.
Who had murdered Victor Smith ?
Answer:
Culverton Smith.

Question 9.
Who was Victor Smith ?
Answer:
Culverton’s nephew.

Question 10.
What were the charges against Culverton Smith ?
Answer:
The charges were the murder of Victor and the attempted murder of Sherlock.

Complete the following :

1. Culverton Smith was a resident of ………..
2. Victor was a nephew of ………..
3. Holmes asked Watson to tell Culverton …….
4. …… arrested Culverton Smith.
5. The ivory box contained an ……………..
6. Holmes was the only person who knew that Culverton ………….
Answer:
1. Sumatra
2. Culverton Smith
3. about his illness
4. Inspector Morton
5. infected spring
6. had killed Victor.

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Write True or False against each statement :

1. Holmes’ show of rudeness was a dramatic necessity.
2. Smith had not murdered his nephew
3. Culverton Smith did not go near Holmes to examine him.
4. Watson came back with Smith.
5. Holmes was a doctor by profession.
6. Holmes requested Dr Watson to examine him.
Answer:
1. True
2. False
3. True
4. False
5. False
6. False.

Choose the correct option for each of the following :

Question 1.
Dr Watson did not come back with Culverton Smith because ……..
(a) he had to go to his clinic
(b) Sherlock had asked him to do so
(c) he was not feeling well
(d) he went to meet Mrs. Hudson.
Answer:
(b) Sherlock had asked him to do so

Question 2.
Watson was asked to stay in Holmes’ house till …………
(a) 9 o’clock
(b) 8 o’clock
(c) 6 o’clock
(d) 4 o’clock.
Answer:
(c) 6 o’clock

Question 3.
Culverton Smith confessed before Holmes that
(a) he had killed Victor
(b) he had sent Holmes an ivory box by post
(c) the ivory box contained a killer spring
(d) all of these three.
Answer:
(d) all of these three.

Question 4.
Holmes wanted Watson to persuade Smith to …………
(a) come to Holmes’ house
(b) confess his crime
(c) go back to Sumatra
(d) kill Victor Smith.
Answer:
(a) come to Holmes’ house

Question 5.
Victor Smith had been murdered by Culverton Smith by the use of ……….
(a) a poisonous ring
(b) an ivory box
(c) a poisonous spring
(d) a sharp spring.
Answer:
(d) a sharp spring.

The Dying Detective Summary & Translation in English

The Dying Detective Introduction:
Sherlock Holmes was a detective. He had a friend named Dr Watson. One day, Holmes’ landlady came to Watson’s house and told him that Holmes was critically ill. Watson lost no time in coming to the flat where Holmes lived. He found Holmes lying in bed and feeling very restless. He tried to know about Holmes’ disease and its symptoms. But Holmes didn’t let Watson come near him. He said that it was a horribly contagious disease and Watson knew nothing about it. So he asked Watson to fetch one Mr. Culverton Smith who, he said, had all the knowledge of this disease. Then he told him to come back to him before Mr. Smith reached there. “This is very important,” he said. “Make any excuse so as not to come back with him. Don’t forget, Watson.”

Watson met Mr. Smith and told him about Holmes’ trouble. Mr. Smith at once agreed to go with Watson. But Watson remembered what Holmes had said. So he made an excuse that he had another appointment. When Watson came back, Holmes asked him to go to another room. While Watson was hiding there, he heard the footsteps upon the stairs.

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Then he heard the opening and closing of the door. It was Mr. Smith who had come into the room. He felt quite delighted on seeing Holmes in a critical condition. Holmes was the only person who knew that Mr. Smith had killed his nephew Victor, but he had not been able to prove it. Now seeing Holmes dying, Smith confesses it to him that Victor had died the same way Holmes was dying now. He confesses that he had sent Holmes an ivory box by post. The box contained a killer spring. While talking thus, Mr. Smith picks up the box and puts it into his pocket.

At once, Holmes gives up his pretence of a dying man. He applauds his successful acting. This acts as a signal for Inspector Morton who at once comes in. He arrests Mr. Smith on the charges of Victor’s murder and Holmes’ attempted murder. Mr. Smith tries to deny his confession to Holmes, but there is Watson who has witnessed the entire drama.

The Dying Detective Summary & Translation in Hindi

The Dying Detective Introduction:
शरलॉक होम्ज एक जासूस था। उस का डॉक्टर वाटसन नाम का एक मित्र था। एक दिन होम्ज़ की मकान-मालकिन वाटसन के घर पर आई और उसे बतलाया कि होम्ज़ बहुत सख़्त बीमार था। वाटसन ने उस फ्लैट पर पहुंचने में कोई देरी न की जहां होम्ज़ रहता था। उसने देखा कि होम्ज़ बिस्तर पर पड़ा हुआ था और बहुत बेचैन था। उसने होम्ज़ की बीमारी और इसके लक्षणों के बारे में जानने की कोशिश की। किन्तु होम्ज़ ने उसे अपने नज़दीक न आने दिया। उसने कहा कि यह एक भयानक छूत का रोग था और वाटसन इसके बारे में कुछ नहीं जानता था। इसलिए उसने वाटसन को कलवर्टन स्मिथ नामक एक व्यक्ति को बुला लाने को कहा जो उसके अनुसार उस बीमारी के सम्बन्ध में सब कुछ जानता था। फिर उसने उससे कहा कि वह मिस्टर कलवर्टन स्मिथ के वहां पहुंचने से पहले ही वापस उसके पास आ जाए। “यह बहुत ज़रूरी है,” उसने कहा। “उसके सामने कोई भी बहाना बना देना। वाटसन, भूलना नहीं।”

वाटसन मिस्टर कलवर्टन स्मिथ से मिला और उसे होम्ज़ की बीमारी के बारे में सब कुछ बता दिया। मिस्टर स्मिथ वाटसन के साथ जाने को तुरन्त सहमत हो गया। किन्तु वाटसन को याद था कि होम्ज़ ने क्या कहा था। इसलिए उसने बहाना बना दिया कि उसे किसी दूसरी जगह जाना था। जब वाटसन वापस आया तो होम्ज़ ने उसे वहां से दूसरे कमरे में जाने को कहा। जब वाटसन वहां छिपा हुआ था तो उसे सीढ़ियों पर कदमों की आवाज़ सुनाई दी। फिर उसे दरवाज़े का खुलना और बन्द होना सुनाई दिया। यह कलवर्टन स्मिथ था जो कमरे में आया था। होम्ज़ को नाजुक हालत में देखकर उसे बहुत खुशी महसूस हुई। होम्ज़ एकमात्र व्यक्ति था जो जानता था कि स्मिथ ने अपने भतीजे विक्टर का वध किया था, किन्तु वह इसे साबित करने में असफल रहा था।

अब होम्ज़ को मरते हुए देखकर स्मिथ उसके सामने स्वीकार करता है कि विक्टर की मृत्यु उसी तरह से हुई थी जैसे अब होम्ज़ मर रहा था। वह स्वीकार करता है कि उसने होम्ज़ को डाक द्वारा एक डिबिया भेजी थी। इसमें एक जानलेवा स्प्रिंग लगा हुआ था। इस तरह बातें करते हुए स्मिथ मेज़ पर से वह डिबिया उठा लेता है और इसे अपनी जेब में डाल लेता है। वह कहता है कि सबूत का मात्र यही एक अंश था जो उसके विरुद्ध जा सकता था।

तुरन्त होम्ज़ एक मरते हुए आदमी वाला अपना नाटक समाप्त कर देता है। वह अपने सफल अभिनय पर तालियां बजाता है। इन्स्पेक्टर मार्टन के लिए यह एक इशारे का काम करता है, जो तुरन्त अन्दर आ जाता है और स्मिथ को विक्टर के वध और होम्ज़ के वध की कोशिश के दोष में गिरफ्तार कर लेता है। स्मिथ होम्ज़ के सामने अपना अपराध स्वीकार करने की बात से इन्कार करने की कोशिश करता है, किन्तु वहां वाटसन है जो पूरे नाटक की गवाही दे सकता है। कठिन शब्दार्थ तथा सम्पूर्ण कहानी का हिन्दी अनुवाद

The Dying Detective Summary & Translation in Hindi:

(Page 25-26)
Mrs. Hudson, the ……………… back !” he cried.

Word-meanings : 1. sinking-कमज़ोर होता जा रहा है; 2. last-चल सकना, जीवित रहना; 3. stand -सहन करना; 4. horrified-डर से भर गया; 5. details-विस्तृत विवरण; 6. foggy-कोहरे से भरी; 7. gloomy-अन्धेरा, उदासी-भरा; 8. gaunt-पतला, मरियल; 9. chill-ठण्डक, डर; 10. flushed—लाल पड़े हुए थे; 11. twitch-फड़कना; 12. listless-निर्जीव-सा, उत्साहहीन।

अनुवाद- श्रीमती हडसन, शरलॉक होम्ज़ की मकान-मालकिन, मेरे पास आई और बोली, “मिस्टर होम्ज़ मर रहा है, मिस्टर वॉटसन। तीन दिनों से वह कमज़ोर होता जा रहा है, और मुझे सन्देह है कि वह एक भी दिन और जिन्दा रह पाएगा। वह मुझे किसी डॉक्टर को भी लाने नहीं देता था। मैंने उससे कह दिया कि अब मैं ज़्यादा सहन नहीं कर सकती और एक डॉक्टर को ले ही आऊंगी। उसने उत्तर दिया, “ठीक है, फिर वह डॉक्टर वॉटसन ही होना चाहिए।’

मैं डर से भर उठा क्योंकि मैंने उससे पहले उसकी बीमारी के विषय में नहीं सुना था। मैं जल्दी से अपना हैट और कोट लेने भागा। जब हम कार में वापस जा रहे थे तो मैंने श्रीमती हडसन से पूरा ब्यौरा मांगा। “ज़्यादा कुछ नहीं जो आप को मैं बता सकू, श्रीमान। वह (पिछले कुछ समय से) नदी के पास स्थित रौदरहाइथ में एक मामले को सुलझाने के लिए काम करता रहा है और वहीं से यह बीमारी अपने साथ ले आया है। बुधवार को उसने बिस्तर पकड़ लिया और तभी से वह वहां से हिला तक नहीं है। तीन दिनों से कोई भोजन या पेय उसके होंठों से नहीं गुज़रा है।”

“आपने किसी डॉक्टर को क्यों नहीं बुलाया?” मैंने पूछा। “वह मुझे लाने नहीं देता था, श्रीमान। उसका कहना न मानने की हिम्मत मैं नहीं कर पाई।” होम्ज़ को देखना सचमुच बहुत कष्टदायक था। नवम्बर के एक कोहरे-भरे दिन की धुन्धली रोशनी में वह रोगी-कक्ष एक उदास कर देने वाला स्थान था किन्तु बिस्तर से एक मरियल-सा चेहरा मेरी तरफ़ टकटकी बांध कर देख रहा था जिसने मेरे मन को डरा कर रख दिया। उसकी आंखों में बुखार वाली चमक थी, उसके गाल लाल हो रहे थे और उसके हाथ लगातार फड़क रहे थे। वह निर्जीव-सा पड़ा हुआ था। “मेरे प्रिय मित्र!” उसके नज़दीक पहुंचते हुए मैं चीखा। “पीछे खड़े रहो! बिल्कुल पीछे ही खड़े रहो!” वह चिल्लाया।

(Page 26-27)
“But why …….. in his bed.

Word-meanings : 1. for your own sake-तुम्हारे ही भले के लिए; 2. deadly-जानलेवाः 3. contagious-छूत की, संक्रामक; 4. good heavens-हे ईश्वर; 5. advancing-आगे बढ़ते हुए; 6. give in-हार मान लेना; 7. aroused—जागृत हो उठी थी; 8. symptoms—लक्षण, निशानियां; 9. ignorant-अज्ञानी; 10. groan-कराहट; 11. admitted—स्वीकार कर लिया; 12. bolt—छलांग लगाकर जाना।

अनुवाद- “परन्तु क्यों? मैं तो तुम्हारी मदद करना चाहता हूं,” मैंने कहा। “वह मैं मानता हूं वाटसन, परन्तु यह सब मैं तुम्हारे ही भले के लिए कर रहा हूं।” “मेरे भले के लिए?” मैं चकित हो उठा।
“मैं जानता हूं कि मुझे क्या हुआ है। यह बीमारी सुमात्रा से आई है। यह बहुत जानलेवा है और यह छूत की बीमारी है, वॉटसन, सचमुच यह छूने मात्र से अन्य व्यक्ति को लग जाती है।”
“हे ईश्वर, होम्ज़! क्या तुम सोचते हो कि यह सुनकर मैं रुक जाऊंगा?” मैंने उसकी तरफ़ बढ़ते हुए कहा।

“यदि तुम वहीं खड़े रहोगे तभी मैं तुमसे बात करूंगा। अगर नहीं, तो तुम्हें कमरे से जाना होगा,” मेरे उस्ताद ने कहा। मैं हमेशा होम्ज की इच्छाओं के सामने सिर झुकाता रहा हूं। किन्तु उस समय मेरी डॉक्टरों वाली भावनाएं जाग उठीं। कम-से-कम रोगी-कक्ष में मैं उससे ऊंचा दर्जा रखता था। “होम्ज़,” मैं बोला, “तुम अपने आपे में नहीं हो, तुम चाहे इसे पसन्द करो या न करो। मैं तुम्हारे लक्षणों की जांच करूंगा और तुम्हारा इलाज करूंगा।”

“यदि मझे किसी डॉक्टर ने देखना ही है.” उसने कहा, “तो मेरे पास कम-से-कम कोई ऐसा डॉक्टर लाओ जिस पर मुझे विश्वास हो।”
“तो मुझ पर तुम्हारा कोई विश्वास नहीं है?”

“तुम्हारी दोस्ती पर निश्चित रूप से हैं। परन्तु सच्चाई सच्चाई होती है, वॉटसन। तुम एक सामान्य डॉक्टर मात्र हो, इस बीमारी के स्पेशलिस्ट नहीं हो।” “यदि ऐसा है तो मुझे सर जैस्पर मीक या पैनरोज़ फिशर को लाने दो या फिर लंन्दन के किसी अन्य सर्वोत्तम डॉक्टर को।” “तुम कितने अज्ञानी हो! वॉटसन,” एक कराह के साथ उसने कहा, “तुम टारपौनली बुखार या ब्लैक फारमोसा प्लेग के बारे में क्या जानते हो?”
“मैंने इन बीमारियों के बारे में कभी नहीं सुना,” मैंने स्वीकार किया।

“पूर्वी देशों में बीमारी की बहुत-सी समस्याएं हैं। मैंने हाल में किए गए अपने अनुसन्धानों से इतना ही सीखा है। और उसी दौरान इस बीमारी ने मुझे जकड़ लिया,” वह बोला।

“फिर मैं डॉक्टर आइनस्ट्री को ले आता हूं,” दरवाज़े की तरफ जाते हुए मैंने कहा। मुझे आज तक इतना घोर आश्चर्य नहीं हुआ था जब वह मरता हुआ आदमी छलांग लगाकर दरवाजे पर पहुंचा और उसे ताला लगा दिया और चाबी अपने हाथ में ले ली। अगले ही क्षण वह अपने बिस्तर में वापस पहुंच गया।

PSEB 10th Class English Literature Book Solutions Chapter 4 The Dying Detective

(Page 27-28)
“You won’t have ………. with him, watson.”

Word-meanings : 1. by force-बलपूर्वक, ज़बरदस्ती; 2. choice-पसन्द, चुनाव; 3. settle down to reading-पढ़ने में मन लगाना; 4. ‘mantelpiece-अंगीठी के ऊपर की तरफ़ सजावटी चीजें रखने की जगह; 5. ivory-हाथीदांत; 6. sliding-एक तरफ़ को हटाया जा सकने वाला; 7. dreadful डरावनी;

“उसका क्या हाल है?” उसने पूछा। “वह सख़्त बीमार है,” मैंने जवाब दिया। मैं मिस्टर कलवर्टन स्मिथ के घर पहुंच गया। खानसामा दरवाज़े पर दिखाई दिया। आधे-खुले दरवाजे से मैंने एक आवाज़ को खानसामा से कहते सुना, “मैं घर पर नहीं हूं, ऐसा कह दो।” मैं धक्का देकर खानसामा से आगे चला गया और कमरे में घुस गया। मैंने एक गंजे सिर वाले दुबले-पतले व्यक्ति को बैठे हुए देखा। “मुझे अफ़सोस है,” मैंने कहा, “किन्तु ऐसे मामले में देर नहीं की जा सकती। मिस्टर शरलॉक होम्ज ………..”

उसके नाम को सुनने मात्र से ही उस व्यक्ति पर एक भिन्न प्रभाव पड़ा। “क्या तुम होम्ज़ के पास से आ रहे हो? वह कैसा है?” उसने पूछा। “वह सख़्त बीमार हैं। इसी कारण से मैं यहां आया हूं। मिस्टर होम्ज़ आपके विषय में बहुत ऊंची धारणा रखते हैं और वह सोचते हैं कि लन्दन में आप एकमात्र व्यक्ति हैं जो उसकी मदद कर सकते हैं।”

वह छोटे कद का व्यक्ति चौंक उठा। “वह ऐसा क्यों सोचता है?” उसने पूछा। “पूर्वी देशों की बीमारियों के विषय में आप के ज्ञान के कारण,” मैंने उत्तर दिया। “उसे यह बीमारी कैसे लगी?” उससे पूछा। मैंने उसे सब कुछ बता दिया। वह मुस्कराया और आने के लिए सहमत हो गया। यह बहाना बनाते हुए कि मुझे कोई दूसरा ज़रूरी काम था, मैं उसके घर से निकल आया। मन-ही-मन में घबराते हुए मैं होम्ज़ के कमरे में पहुंचा। मैंने उसे बता दिया कि मिस्टर स्मिथ आ रहा था। “बहुत अच्छा किया! वॉटसन,” उसने कहा। “तुमने वह हर काम कर दिया है जो एक अच्छा दोस्त कर सकता था। अब तुम जल्दी से अगले कमरे में चले जाओ। और कुछ भी न बोलना और यहां मत आना।”

(Page 29-30)
I heard the ……….. “What’s all this per

Word-meanings : 1. footsteps-कदमों की आवाज़; 2. whispered-धीमी आवाज़ में बोला; 3. coincidence-संयोग; 4. indeed—सचमुच; 5. groaned—कराहा; 6. my mind is gone-मेरा दिमाग़ काम नहीं कर रहा; 7. pleaded—विनय की, बिनती की; 8. sharp-तीखा, नुकीला; 9. evidence -सबूत।

अनुवाद-मैंने कदमों की आवाज़ सुनी। मैंने एक आवाज़ को कहते सुना, “होम्ज! होम्ज़! क्या तुम मेरी आवाज़ सुन सकते हो?”
“क्या यह आप हैं, मिस्टर स्मिथ?” होम्ज़ ने बहुत धीमी आवाज़ में कहा। “आप अच्छी तरह जानते हैं कि मुझे क्या बीमारी है। लन्दन में आप ही एक अकेले व्यक्ति हैं जो मेरा इलाज कर सकते हैं।” . “क्या तुम्हें लक्षणों का पता है?” स्मिथ ने पूछा। “हां, बहुत अच्छी तरह, मिस्टर स्मिथ,” और उसने लक्षणों का वर्णन किया।

“ये लक्षण बिल्कुल वैसे ही हैं, होम्ज,” स्मिथ ने कहा। “बेचारा विक्टर (इस बीमारी से) चौथे दिन ही मर गया था – वह एक शक्तिशाली और स्वस्थ युवक था। सचमुच कैसा संयोग है!” “मैं जानता हूं कि तुमने ही वह सब किया था,” होम्ज़ बोला।
“ठीक है, लेकिन तुम इसे साबित नहीं कर सकते।” “कृपया मुझे पानी दो,” होम्ज़ कराहा।। “लो,” मैंने स्मिथ की आवाज़ सुनी।
“मुझे ठीक कर दो, कृपा करके। अब विक्टर सैवेज की मृत्यु के विषय में (बात करें)। तुम्हीं ने उसे मारा था। मैं इस विषय में सब कुछ भूल जाऊंगा, लेकिन मुझे रोगमुक्त कर दो। मैं वह सारा मामला भूल जाऊंगा।”

“तुम उसे भूल जाओ या याद रखो, जैसा चाहो, वैसा करो। अब मेरे लिए इस बात का कोई महत्त्व नहीं है कि मेरा भतीजा कैसे मरा। वॉटसन ने बताया था कि तुम्हें यह बीमारी चीनी नाविकों से लगी है। क्या इसका और भी कोई कारण हो सकता है?” “मैं सोच-विचार नहीं कर सकता। मेरा दिमाग बिल्कुल भी काम नहीं कर रहा, मेरी मदद करो,” होम्ज़ ने बिनती की।
“क्या कोई चीज़ डाक से आई थी? एक डिब्बा, संयोग से? बुधवार को?”

“हां. मैंने वह डिबिया खोली और उसके अन्दर एक तीखा स्प्रिंग था। शायद वह एक मज़ाक मात्र था। उस स्प्रिंग ने मेरा खन निकाल दिया,” होम्ज़ बोला।
“नहीं, वह मज़ाक नहीं था। ऐ बेवकूफ़ आदमी, तुम्हें वही बीमारी लग गई है। तुम्हें किसने कहा था कि मेरे रास्ते में आओ? तुम विक्टर की मौत के बारे में बहुत कुछ जान गए थे। तुम्हारा अन्त निकट आ पहुंचा है, होम्ज। अब मैं इस डिबिया को अपनी जेब में डालकर ले जाऊंगा। यही एक आखिरी सबूत बचा है !”

“गैस (की रोशनी) को तेज़ कर दो, स्मिथ,” होम्ज़ ने अपनी स्वाभाविक आवाज़ में कहा।
“हां, मैं रोशनी को तेज़ कर दूंगा ताकि मैं तुम्हें बेहतर ढंग से देख सकू।” उसके बाद खामोशी छा गई। फिर मैंने स्मिथ को कहते सुना, “यह सब क्या है?”

(Page 30)
“successful acting, said …………. Watson,” he said.

Word-meanings : 1. charge-आरोप; 2. scuffle-झगड़ा, हाथापाई; 3. rude-अशिष्ट; 4. undermine-कम कर के आंकना; 5. capability-योग्यता, सामर्थ्य; 6. fasting-भूखे रहना; 7. signal-इशारा।

अनुवाद- “एक सफल अभिनय,” होम्ज़ बोला, “तीन दिन से मैंने किसी चीज़ का स्वाद नहीं लिया है -न भोजन का, और न ही किसी पेय का।” बाहर से कदमों की आवाज़ आई। दरवाजा खुला और मैंने इंस्पैक्टर मार्टन की आवाज़ सुनी। “मैं तुम्हें हत्या के आरोप में गिरफ्तार करता हूं,” उसने कहा।

“और शरलॉक होम्ज की हत्या करने के प्रयास के आरोप में भी,” होम्ज़ ने हंसते हुए कहा। फिर इधर-उधर भागने और हाथापाई की आवाजें आई, फिर उसके बाद लोहे की खनक और अचानक पीडा की आवाज़ सुनाई दी। हथकड़ियों को बन्द करने का खटका हुआ। होम्ज़ ने मुझे अन्दर आने के लिए आवाज़ दी।

“मुझे अफ़सोस है, वॉटसन, मैंने तुम्हारे साथ बहुत अशिष्टता की। मैंने एक डॉक्टर के रूप में तुम्हारी योग्यता का मजाक उड़ाया था। वह स्मिथ को यहां लेकर आने की एक चाल मात्र थी। और मैं नहीं चाहता था कि तुम्हें पता लग जाए कि मैं वास्तव में बीमार नहीं था।”
“किन्तु आपकी वह शक्ल ……..?” मैंने पूछा।

“वह तीन दिन भूखे रहने और सही मेक-अप का ही कमाल था और मॉर्टन को अन्दर आने का इशारा देने के लिए गैस को तेज़ किया गया था।” “और वह सिक्कों वाली बातें?”

PSEB 10th Class English Literature Book Solutions Chapter 4 The Dying Detective

“ओह! वह सिर्फ इस बात को सिद्ध करने के लिए की गईं थीं कि मैं उन्मादी प्रलाप (बीमारी में अनाप-शनाप बोलना) कर रहा था,” वह हंसा। “अब मुझे कुछ खाने की ज़रूरत है, वॉटसन। मिस्टर स्मिथ ने अपने भतीजे की हत्या की थी और कैद से बचने के लिए मुझे भी उसी तरीके से मार देना चाहता था। अब मुझे खाने की ज़रूरत महसूस हो रही है, वॉटसन। और तुम्हारा बहुत धन्यवाद है, वॉटसन,” वह बोला।

PSEB 10th Class English Literature Book Solutions Chapter 3 One Thousand Dollars

Punjab State Board PSEB 10th Class English Book Solutions English Literature Book Chapter 3 One Thousand Dollars Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 English Literature Book Chapter 3 One Thousand Dollars

Question 1.
Who gave $ 1,000 to Robert Gillian ? Who did the money belong to ? Why was it given to him ?
Answer:
Lawyer Tolman gave the money to Robert Gillian. This money belonged to Gillian’s uncle. Robert was asked to spend the amount and then give an account of how he had spent it.

वकील टॉलमैन ने राबर्ट गिलियन को यह पैसे दिए। ये पैसे गिलियन के अंकल के थे। उससे कहा गया कि वह इस पैसे को खर्च करे और फिर इस बात का ब्योरा दे कि उसने ये पैसे कैसे खर्च किए थे।

PSEB 10th Class English Literature Book Solutions Chapter 3 One Thousand Dollars

Question 2.
Why was Bobby Gillian not happy with the money given to him ?
Answer:
Bobby Gillian was the only heir of his uncle’s property. This property was worth half a million dollars. But Bobby got only one thousand out of it. Naturally, he was not happy.

बॉबी गिलियन अपने अंकल की धन-दौलत का एकमात्र वारिस था। यह सम्पत्ति पांच लाख डॉलर की थी। परन्तु बॉबी को इसमें से केवल एक हज़ार मिले। स्वाभाविक रूप से वह खुश नहीं था।

Question 3.
What was the condition laid down by the lawyer ?
Answer:
The lawyer asked Bobby to spend the one thousand dollars and then give an account of how he had spent it. Only then the full contents of the will could be shown to him.

वकील ने बॉबी से कहा कि वह एक हज़ार डॉलर खर्च कर ले और फिर इस बात का ब्योरा दे कि उसने ये कैसे खर्च किए थे। केवल तभी वसीयत का पूरा ब्योरा उसे बताया जा सकता था।

Question 4.
Who else got the money and how much ?
Answer:
The others who got the money were the butler, the housekeeper and Miss Hayden who was the ward of Robert’s uncle. Each of them got ten dollars.

अन्य लोग जिन्हें पैसे मिले. वे थे – खानसामा, घर का नौकर और मिस हेडन जो राबर्ट के अंकल की एक आश्रिता थी। उनमें से प्रत्येक को दस डॉलर मिले।

PSEB 10th Class English Literature Book Solutions Chapter 3 One Thousand Dollars

Question 5.
Why was Old Bryson not serious in giving suggestions to Gillian ? What were the suggestions given ?
Answer:
Old Bryson did not like Gillian. Therefore, he was not serious in giving his suggestions. He suggested that Gillian could buy a house, provide milk for babies, spend in art galleries, spend for someone’s education, or buy a diamond pendant for Miss Lotta.

ओल्ड बायसन गिलियन को पसन्द नहीं करता था। इसलिए वह सुझाव देने के प्रति गम्भीर नहीं था। उसने सुझाव दिया कि गिलियन एक मकान खरीद सकता था, बच्चों के लिए दूध प्रदान कर सकता था, आर्ट गैलरियों में खर्च कर सकता था, किसी की शिक्षा पर खर्च कर सकता था, अथवा मिस लौटा के लिए हीरों का हार खरीद सकता था।

Question 6.
Which suggestion did Gillian accept? What did he do then ?
Answer:
Gillian accepted the suggestion to give a diamond pendant to Miss Lotta. He phoned for a cab, and asked the driver to take him to the Columbine Theatre.

गिलियन ने मिस लौटा को हीरों का हार देने का सुझाव स्वीकार कर लिया। उसने एक बग्घी के लिए फोन किया और चालक से कहा कि वह उसे कोलम्बाइन थियेटर ले चले।

Question 7.
Who was Miss Lotta Lauriere ? Did she welcome Gillian’s coming ? Was she happy with his offer ? Give reasons for your answer.
Answer:
Miss Lotta was an actress. She did not welcome Gillian’s coming. She was not happy with Gillian’s offer. She wanted a much costlier pendant.

मिस लौटा एक अभिनेत्री थी। उसने गिलियन के आने का स्वागत न किया। उसे गिलियन की पेशकश पर प्रसन्नता न हुई। वह इससे कहीं अधिक कीमत का हार चाहती थी।

Question 8.
What did Gillian ask the driver of the cab ? Did he like his answer ? How do you know ?
Answer:
Gillian asked the cab driver what he would do if he had a thousand dollars. The driver said that he would open a saloon. At this Gillian said, “Oh, no.” It shows that he did not like the cab driver’s answer.

गिलियन ने बग्घी-चालक से पूछा कि यदि उसके पास एक हजार डॉलर होते तो वह क्या करता। चालक ने उत्तर दिया कि वह एक शराबखाना खोल लेता। इस पर गिलियन ने कहा, “अरे, नहीं।” इससे पता चलता है कि उसे बग्घी-चालक का उत्तर पसन्द न आया।

Question 9.
Who did Gillian talk to next ? Why ?
Answer:
Gillian next talked to a blind man, who was selling pencils. He wanted to know from him what he would do if he had a thousand dollars.

इसके बाद गिलियन ने एक अन्धे आदमी से बात की जो पेन्सिलें बेच रहा था। वह उससे जानना चाहता था कि वह क्या करता यदि उसके पास एक हज़ार डॉलर होते।

PSEB 10th Class English Literature Book Solutions Chapter 3 One Thousand Dollars

Question 10.
Why did Gillian give his money to Miss Hayden ? What did he ask her to give him and why ?
Answer:
Gillian gave his money to Miss Hayden because he wanted to spend the money in a lump and save himself the trouble of keeping accounts. He asked Miss Hayden to give him a piece of paper to write a note.

गिलियन ने अपने पैसे मिस हेडेन को इसलिए दे दिए क्योंकि वह पूरे पैसे एक ही बार में खर्च करना चाहता था और स्वयं को हिसाब रखने की मुसीबत से बचाना चाहता था। उसने मिस हेडन से कागज़ का एक टुकड़ा कुछ लिखने के लिए मांगा।

Question 11.
What did Gillian write in his note ?
Answer:
He wrote that he had paid one thousand dollars to the best and dearest woman on earth. He added that it would give him eternal happiness.

उसने लिखा कि उसने एक हजार डॉलर धरती पर की सबसे बढ़िया और प्यारी औरत को दे दिए थे। उसने यह भी लिखा कि इससे उसे अनन्त प्रसन्नता प्राप्त होगी।

Question 12.
Why did Gillian go to the lawyers again ?
Answer:
He went to the lawyers to give them the account of how he had spent the one thousand dollars.

वह वकीलों के पास यह हिसाब देने गया कि उसने एक हजार डॉलर कैसे खर्च किए थे।

Question 13.
What had Gillian’s uncle written in the postscript of his will ?
Answer:
He had written that if Robert had spent the money wisely, he would get another five thousand dollars. Or else, this amount would go to Miss Hayden.

उसने लिखा था कि यदि राबर्ट ने पैसे समझदारी से खर्च किए तो उसे पाँच हजार डॉलर और मिल जाएंगे। अन्यथा ये पैसे मिस हेडन को मिल जाएंगे।

Question 14.
Why did Gillian not get the rest of the money ? Was he sorry for his action ?
Answer:
Gillian told the lawyers falsely that he had lost the thousand dollars on the races. Thus he lost his right to the other five thousand dollars. But he was not at all sorry for it. Rather he was happy that the money would go to the lady he loved so much.

गिलियन ने वकीलों को झूठ ही कह दिया कि वह एक हज़ार डॉलर घुड़दौड़ों में हार गया था। इस प्रकार वह अन्य पांच हज़ार डॉलर पर अपना अधिकार खो बैठा। किन्तु उसे उस बात का बिल्कुल कोई खेद नहीं था। इसके विपरीत उसे तो खुशी थी कि पैसे उस औरत को मिल जाएंगे जिसे वह इतना प्यार करता था।

Objective Type Questions

Question 1.
Robert lost the money on races.(True/False)
Answer:
True

Question 2.
To whom did Bobby Gillian give his one thousand dollars ?
(i) Butler
(ii) Miss Hayden
(iii) Lawyers
(iv) Miss Lotta Lauriere.
Answer:
(ii) Miss Hayden

Question 3.
Robert Gillian offered a ……………. to Miss Lotta Lauriere.
Answer:
pendant worth one thousand dollars

PSEB 10th Class English Literature Book Solutions Chapter 3 One Thousand Dollars

Question 4.
Robert Gillian received one million dollars from his uncle’s will. (True/False)
Answer:
False

Question 5.
The blind man was selling …………. on the walkside.
(i) books
(ii) pencils
(iii) pens
(iv) notebooks.
Answer:
(ii) pencils

Question 6.
Who was Miss Lotta Lauriere ?
Answer:
She was an actress.

Answer each of the following in one word / phrase / sentence :

Question 1.
Who wrote the story, ‘One Thousand Dollars’?
Answer:
O’Henry.

Question 2.
From where did Robert Gillian receive one thousand dollars ?
Answer:
From his uncle’s will.

Question 3.
What was the condition with the money which Gillian had received from his uncle’s will ?
Answer:
He had to spend that money sensibly.

Question 4.
Who was Miss Lotta Lauriere ?
Answer:
She was an actress.

Question 5.
What did Robert Gillian offer Miss Lotta ?
Answer:
He offered her a pendant worth one thousand dollars.

Question 6.
What did Gillian ask the cab driver ?
Answer:
He asked the cab driver what he would do if he had a thousand dollars.

Question 7.
What did Gillian want to ask the blind man who was selling pencils ?
Answer:
He wanted to ask the blind man what he would do if he had a thousand dollars.

Question 8.
What did Gillian ask Miss Hayden to give him ?
Answer:
A piece of paper to write a note.

Question 9.
Why did Robert Gillian go to the lawyers again ?
Answer:
To give them the account of how he had spent one thousand dollars.

Question 10.
Who got the rest of the money, i.e. five thousand dollars ?
Answer:
Miss Hayden.

Complete the following :

1. Robert Gillian was the only heir of …………..
2. …….. was the ward of Robert’s uncle.
3. Gillian asked the cab driver to take him to
4. The property of Gillian’s uncle was worth ……………..
5. Gillian accepted the suggestion to give ……………….. to Miss Lotta.
6. ….. said that he would open a saloon if he had one thousand dollars.
Answer:
1. his uncle’s property
2. Miss Hayden
3. the Columbine Theatre
4. half a million dollars
5. a diamond pendant
6. The cab driver.

Write True or False against each statement :

1. Gillian told the lawyers that he had lost the thousand dollars on the races.
Answer:
True

2. Miss Lotta was happy with Gillian’s offer.
Answer:
False

3. Miss Hayden worked at the Columbine Theatre as an actress.
Answer:
False

PSEB 10th Class English Literature Book Solutions Chapter 3 One Thousand Dollars

4. Gillian lost his right to other five thousand dollars.
Answer:
True

5. Robert’s uncle had a ward named Miss Lotta.
Answer:
False

6. Bobby was the only heir of his father’s property.
Answer:
False

Choose the correct option for each of the following :

Question 1.
Who gave ten thousand dollars to Robert Gillian ?
(a) Lawyer Tolman.
(b) Miss Heydan.
(c) Old Bryson.
(d) Miss Lotta.
Answer:
(a) Lawyer Tolman.

Question 2.
Miss Hayden was ……….
(a) Gillian’s beloved
(b) Miss Lotta’s sister
(c) Bryson’s wife
(d) Tolman’s client.
Answer:
(a) Gillian’s beloved

Question 3.
What was Robert’s nickname ?
(a) Tony.
(b) Robin.
(c) Harry.
(d) Bobby
Answer:
(d) Bobby

Question 4.
Old Bryson did not like ……
(a) Robert’s uncle
(b) Robert Gillian
(c) Lawyer Tolman
(d) Miss Hayden.
Answer:
(b) Robert Gillian

Question 5.
Old Bryson suggested that Gillian could
(a) buy a house
(b) spend in art galleries
(c) spend for someone’s education
(d) all of these three.
Answer:
(d) all of these three.

One Thousand Dollars Summary & Translation in English

One Thousand Dollars Introduction:
Robert Gillian receives one thousand dollars from his uncle’s will. But there is also a condition. He has to spend this money sensibly. He goes to Old Bryson for his advice. But Bryson is in no mood of giving him any advice. He talks to Gillian in a satirical tone. Robert offers Miss Lotta Lauriere to buy her a pendant worth one thousand dollars.

But she wants a much more expensive one. He asks a cab driver what he would do with a thousand dollars. He replies that he will open a saloon with it. Robert’s uncle had a ward, Miss Hayden. Perhaps Robert loves her. He gives the entire amount to her and makes a detail about it. Then he goes to the office of his uncle’s lawyers. He tells them that he has spent the money.

They tell him if he has spent the money sensibly, he would get another 5,000 dollars otherwise this amount will go to Miss Hayden. Hearing this, Robert Gillian tears the account of spending money. He tells the lawyers that he has lost the entire money on races. Saying this he leaves the office.

One Thousand Dollars Summary & Translation in Hindi

One Thousand Dollars Introduction:

राबर्ट गिलियन को अपने अंकल की वसीयत से एक हजार डॉलर मिलते हैं। परन्तु वहां एक शर्त भी है। उसे यह पैसे समझदारी से खर्च करने हैं। वह ओल्ड बायसन के पास उसकी सलाह लेने के लिए जाता है। परन्तु ब्रायसन कोई सलाह देने के मूड में नहीं है। वह गिलियन से व्यंग्यात्मक ढंग से बात करता है। राबर्ट मिस लौटा लौरियर को एक हजार डॉलर का एक हार खरीद कर देने की पेशकश करता है। परन्तु वह इससे काफ़ी अधिक महंगा चाहती है। वह एक बग्घी-चालक से पूछता है कि वह एक हजार डॉलर से क्या करेगा। वह कहता है कि वह इससे एक शराबखाना खरीदेगा।

राबर्ट के अंकल पर आश्रित एक लड़की थी, मिस हेडन। शायद राबर्ट उससे प्यार करता है। वह सारा पैसा उसे दे देता है और इसका विवरण बना देता है। इसके बाद वह अपने अंकल के वकीलों के दफ्तर में जाता है। वह उन्हें बताता है कि उसने पैसे खर्च कर दिए हैं। वे उसे बताते हैं कि यदि उसने पैसे समझदारी से खर्च किए हैं तो उसे और भी 5,000 डॉलर मिलेंगे अन्यथा यह पैसे मिस हेडन को मिल जाएंगे। यह सुन कर राबर्ट गिलियन पैसे खर्च करने वाला लेखा फाड़ डालता है। वह कहता है कि वह सारे पैसे घुड़दौड़ों में हार गया है। यह कह कर वह दफ्तर छोड़कर चला जाता है। कठिन शब्दार्थ तथा सम्पूर्ण कहानी का हिन्दी अनुवाद

PSEB 10th Class English Literature Book Solutions Chapter 3 One Thousand Dollars

One Thousand Dollars Summary & Translation in Hindi:

(Page 18-19)
“One thousand dollars,” ……………. a thousand dollars pour

Word-meanings :
1. solemnly-गम्भीरतापूर्वक; 2. severely-कठोरता से, रूखे ढंग से; 3. details –ब्यौरा; 4. comply with-का पालन करना; 5. thrust-घुसा देना, ठूसना; 6. calm-शांत स्वभाव वाला; 7. sighed-लंबी सांस ली; 8. laid down-रख दी; 9. wake up-ध्यान से सुनो। 10. usual—सामान्य, साधारण।

अनुवाद- “एक हज़ार डॉलर,” वकील टॉलमैन ने गम्भीरतापूर्वक और रूखे ढंग से दोहराया, “और यह रही रकम।” __ युवा गिलियन हंस दिया जब उसने एक डॉलर वाले नोटों की गड्डी को छुआ। “यह तो इतनी छोटी-सी रकम है,” उसने वकील से कहा।

“तुमने अपने चाचा की वसीयत पढ़ने के वक्त सब-कुछ सुना था,” वकील टॉलमैन ने एक रूखे स्वर में कहना जारी रखा। “मैं नहीं जानता कि तुमने वसीयत की छोटी-छोटी बातों पर गौर किया था या नहीं। मैं तुम्हें बता दूं कि तुम्हें इन एक हज़ार डॉलरों के खर्च करने के तरीके का पूरा ब्यौरा देना होगा, जैसे ही तुम उन्हें खर्च कर · चुके होगे। मुझे विश्वास है कि तुम स्वर्गीय मिस्टर गिलियन की इच्छाओं का पालन करोगे।” ___ “आप भरोसा रखिए,” उस जवान आदमी ने नम्रतापूर्वक कहा, “परन्तु मुझे शायद एक सेक्रेटरी रखना पड़े। मैं हिसाब-किताब में कभी भी कुशल नहीं था।” गिलियन ने नोटों की गड्डी को अपनी जेब में ढूंसा और क्लब चला गया। वहां वह उस व्यक्ति को ढूंढने लगा जिसे वह ओल्ड ब्राइसन कह कर बुलाता था।

ओल्ड ब्राइसन एक शांत स्वभाव वाला चालीस वर्ष का व्यक्ति था। वह एक कोने में बैठा हुआ एक किताब पढ़ रहा था और जब उसने गिलियन को आते देखा तो उसने लम्बी सांस ली, अपनी किताब नीचे रख दी और अपना चश्मा उतार दिया।
“ओल्ड ब्राइसन, ध्यान से सुनो,’ गिलियन बोला, “मेरे पास तुम्हें सुनाने के लिए एक हास्य-जनक कहानी है।”
“मेरी इच्छा है कि तुम अपनी कहानी बिलियर्ड रूम में किसी को सुनाओ, गिलियन,” ओल्ड ब्राइसन ने कहा।
“यह कहानी उन सामान्य कहानियों से बेहतर है,” गिलियन कागज़ से एक सिगरेट बनाते हुए बोला, “और मैं तुम्हें ही सुनाने जा रहा हूं। यह इतनी दुःखदायी और (साथ में) हास्यजनक है कि खेलते हुए इसे नहीं सुना जा सकता। मैं अभी-अभी अपने चाचा के वकीलों के कार्यालय से आया हूं। मेरे चाचा ने (वसीयत में) मेरे लिए एक हजार डॉलर छोड़े हैं। अब, कोई व्यक्ति केवल एक हजार डॉलरों से संभवतया क्या कर सकता है?”

(Page 19-20)
thought;” ………….. in a ranch.”

Word-meanings : 1. was worth-की हैसियत थी; 2. microbe – जीवाणु; 3. bacillus – जीवाणु; 4. rest-बाकी बचा; 5. doing away—मार डालने के लिए; 6. butler-खानसामा, रसोइया; 7. housekeeper-घर की देखरेख करने वाला; 8. seal ring – मोहर लगाने वाली अंगूठी; 9. fairy godmother – बहुत कृपालु और खुले दिल वाला व्यक्ति; 10. allowance खर्चे के लिए दिया गया पैसा; 11. heir-उत्तराधिकारी, वारिस; 12. frowned-भौंहें टेढ़ीं की; 13. ward-ऐसा व्यक्ति जो किसी के संरक्षण में हो; 14. offensive अपमान करने वाला; 15. art gallery-कला दीर्घा; 16. ambitious – महत्त्वाकांक्षी; 17. moralise-उपदेश देना; 18. gentle laugh-हल्की हंसी; 19. sensible-समझदारी वाली; 20. pendant- (हार की) लटकन; 21. ranch-एक बड़ा फार्म जहां गाएं-भैंसें, भेड़ें, इत्यादि पाले जाते हैं।

अनुवाद- “मैं तो सोचता था,” ओल्ड ब्राइसन बोला, “कि स्वर्गीय सैप्टिमस गिलियन की हैसियत लगभग पांच लाख डॉलरों की थी।” “बिल्कुल थी,” गिलियन ने प्रसन्न स्वर में कहा, “और यहीं वह हास्य-जनक बात आती है। वह अपनी लगभग सारी दौलत को एक जीवाणु के लिए छोड़ गया है। मतलब यह कि उसकी वसीयत का कुछ हिस्सा उसे मिलेगा जो एक नया जीवाणु खोजेगा और बाकी का सारा धन उस अस्पताल को जाएगा जो उस जीवाणु को मारने में समर्थ होगा। खानसामा और घर की देखभाल करने वाले को एक-एक मोहर लगाने वाली अंगूठी और दस डॉलर मिलेंगे। उसके भतीजे को (केवल) एक हज़ार डॉलर मिले हैं।”

“तुम्हारे पास तो हमेशा ही खर्च करने के लिए बहुत सारे पैसे रहे हैं,” ओल्ड ब्राइसन ने कहा।
“हां, हां, कई टन,” गिलियन बोला। “चाचा जी बहुत कृपालु और खुले दिल वाले थे जहां तक खर्चा-पानी देने का सम्बन्ध है।”
“कोई अन्य वारिस?” ओल्ड ब्राइसन ने पूछा।
“कोई भी नहीं,” गिलियन ने भौंहों पर बल डालते कहा और बेचैनी से दीवान को ठोकर लगा दी। “एक मिस हेडन है, मेरे चाचा के संरक्षण में रहने वाली एक लड़की, जो घर में ही रहा करती थी। मैं तुम्हें बताना भूल गया कि उसे भी एक मोहर लगाने वाली अंगूठी और दस डॉलर मिले हैं। कैसी मज़े वाली बात है ! अपमान न करना, ओल्ड ब्राइसन – बताओ कि कोई व्यक्ति एक हजार डॉलर से क्या कर सकता है?”

ओल्ड ब्राइसन ने अपने चश्मे को साफ़ किया और मुस्करा दिया। और जब वह मुस्कराया तो गिलियन को विश्वास हो गया कि वह पहले से भी ज्यादा अपमान-जनक बनने वाला था। “एक हज़ार डॉलर,” उसने कहा, “का अर्थ कम या ज्यादा दोनों ही है। कोई इतनी रकम से एक अच्छासा घर खरीद सकता है। एक हजार डॉलर जून, जुलाई और अगस्त में एक सौ बच्चों के लिए शुद्ध दूध खरीदने में समर्थ होंगे और उनमें से पचास बच्चों के जीवन की रक्षा कर सकेंगे। किसी कला दीर्घा में आप आधे घण्टे का मौज-मज़ा ले सकते हैं। इससे किसी महत्त्वाकांक्षी लड़के को शिक्षा मिल सकेगी। तुम न्यू हैंपशायर के किसी नगर में जाकर रह सकते हो और इतने पैसों में दो साल तक सम्मानपूर्वक रह सकते हो।”

“लोग तुम्हें पसन्द करने लगेंगे अगर तुम उपदेश देना बन्द कर दो। मैंने सिर्फ तुमसे यह बताने के लिए कहा था कि मैं उन एक हजार डॉलर से क्या कर सकता हूं,” गिलियन ने कहा। “तुम?” ओल्ड ब्राइसन ने हल्की हंसी के साथ कहा। “हां तो बॉबी गिलियन, सिर्फ एक ही समझदारी वाला काम है जो तुम कर सकते हो। तुम मिस लौटा लौरियर को हीरों की एक लटकन खरीद कर दे सकते हो और अपना बाकी का समय तुम किसी पशु-फ़ार्म में बिता सकते हो। मैं इसलिए तुम्हें भेड़ों के फ़ार्म की सलाह दे रहा हूं क्योंकि मुझे भेड़ें बिल्कुल अच्छी नहीं लगती।”

PSEB 10th Class English Literature Book Solutions Chapter 3 One Thousand Dollars

(Page 20)
“Thanks,” ………………. he told the driver.

Word-meanings : 1. lump—एकमुश्त; 2. cab-टैक्सी या किराए की कोई अन्य बग्घी; 3. let him in—उसे अन्दर ले आओ; 4. perform-प्रदर्शन करना; 5. cipher-शून्य; 6. saloon-मधुशाला, शराबखाना; 7. curiosity–उत्सुकता; 8. sidewalk —पटरी, फुटपाथ।

अनुवाद- “धन्यवाद,’ गिलियन ने उठते हुए कहा। “मैंने सोचा था कि मैं तुम पर भरोसा कर सकता हूं, ओल्ड ब्राइसन। तुमने मुझे सही सलाह दी है। मैं पैसों को एकमुश्त खर्च करना चाहता था। अब कोई विस्तृत हिसाब-किताब रखने की कोई ज़रूरत नहीं है। मैं वैसा करना सख़्त नापसन्द करता हूं।”

गिलियन ने फोन करके एक टैक्सी बुलवाई और ड्राइवर को कोलंबाइन थियेटर चलने को कहा। मिस लौटा लौरियर शो के लिए लगभग पूरी तरह तैयार थी जब वस्त्र-सज्जा करने वाली स्त्री ने मिस्टर गिलियन के आने की सूचना दी। “उसे अन्दर ले आओ,” मिस लौरियर ने कहा। “अब क्या बात है, बॉबी?” उसने बोर होते हुए कहा। “मैं दो मिनट में प्रदर्शन करने वाली हूं।”

“मैं दो मिनट भी नहीं लूंगा,” गिलियन बोला। “एक लटकन के विषय में तुम्हारा क्या विचार है? मैं तीन शून्यों के पहले एक अंक लगाने जितनी रकम कर सकता “ओह, जैसा तुम कहो। बॉबी, क्या तुमने वह हार देखा था जो उस रात को डैला स्टैसी ने पहना हुआ था? वह दो हज़ार दो सौ डॉलर में आया था,” वह बोली। और वह अपने प्रदर्शन के लिए चली गई। गिलियन टैक्सी की तरफ़ गया। “तुम क्या करते अगर तुम्हारे पास एक हज़ार डॉलर होते?” उसने ड्राइवर से पूछा। “मैं तो एक शराब-घर खोल लेता,” ड्राइवर ने झट से जवाब दिया। “मैं दोनों हाथों से पैसा बनाता। क्या तुम सोच रहे हो

“ओह, नहीं,” गिलियन ने कहा, “मैंने केवल उत्सुकतावश पूछा था। चलो, चलते रहो, जब तक मैं तुम्हें रुकने को न कहूं।”
ब्राडवे पर आठ ब्लाक आगे, गिलियन ने पटरी पर एक अन्धे आदमी को पैंसिलें बेचते हुए देखा। गिलियन टैक्सी में से बाहर निकला ओर उसके सामने खड़ा हो गया।

“क्षमा करना,” उसने कहा, “लेकिन मुझे बताओ कि तुम क्या करते अगर तुम्हारे पास एक हजार डॉलर होते?”
“क्या आप अभी-अभी टैक्सी से उतरे हैं? ज़रा इस पर नजर डालिए, अगर आप – पसन्द करें,” उस अन्धे आदमी ने कहा और अपनी जेब से एक छोटी-सी किताब निकाली। गिलियन ने उसे खोला और पाया कि वह बैंक की एक पास-बुक थी। पास-बुक के अनुसार अन्धे आदमी के खाते में 1785 डालर जमा थे। गिलियन ने पास-बुक वापस की और टैक्सी में बैठ गया। “टॉलमैन एन्ड शार्प, ब्राडवे चलो,” उसने ड्राइवर से कहा।

(Page 21)
“I beg your ……. Tolman & sharp.

Word-meanings : 1. cheerful —प्रसन्नतापूर्ण; 2. slender-दुबली-पतली, छरहरी; 3. postscript-अनुलेख; 4. loosened a bit-थोड़ा नर्म पड़ा; 5. light-heartedly-खुशमिजाज़ी से; 6. bowed-सिर झुकाया। __ अनुवाद- “क्षमा कीजिएगा,” गिलियन ने प्रसन्नतापूर्ण स्वर में कहा, “किन्तु क्या मैं एक प्रश्न पूछ सकता हूं? मुझे आशा है कि आप बुरा नहीं मानेंगे। क्या मिस हेडन को मेरे चाचा जी की वसीयत में अंगूठी और दस डॉलर के अलावा भी कुछ मिला था?”

“नहीं, कुछ नहीं,” मिस्टर टॉलमैन ने कहा। “आपका बहुत-बहुत धन्यवाद है, श्रीमान,” गिलियन ने कहा और बाहर निकल कर टैक्सी में बैठ गया।
जब गिलियन अपने चाचा के घर पहुंचा तो मिस हेडन लाइब्रेरी में बैठकर पत्र लिख रही थी। वह छोटे कद की दुबली-पतली स्त्री थी और उसने (शोक-सूचक) काले वस्त्र पहने हुए थे। “मैं अभी-अभी टॉलमैन के कार्यालय से आया हूं,” उसने कहा। “उन्हें वसीयत में हस्ताक्षरों के बाद लिखा हुआ एक सन्देश मिला है। ऐसा लगता है कि चाचा जी दुबारा सोच-विचार करने के बाद थोड़े नर्म पड़े और आपके नाम एक हज़ार डॉलर की . वसीयत और कर दी। क्योंकि मैं इधर से गुजर रहा था, टॉलमैन ने मुझे वह पैसे आपको देने को कहा।

यह रहे पैसे।” गिलियन ने पैसे मेज़ पर रख दिए। मिस हेडन सफ़ेद पड़ गई। “ओह! मुझे अफ़सोस है,” पैसे उठाते हुए मिस हेडन ने कहा। “मुझे अफ़सोस है,” उसने दुबारा कहा। “क्या इसका कोई फायदा नहीं है?” गिलियन ने लगभग खुशमिजाजी से कहा। “क्या मैं एक नोट लिख सकता हूं?” गिलियन ने एक मुस्कराहट के साथ पूछा। मिस हेडन ने उसे एक पन्ना दिया और फिर से अपने काम में व्यस्त हो गई। गिलियन ने अपने एक हजार डॉलर के खर्च के ब्यौरे के तौर पर यह शब्द लिख दिए“अपने परिवार के एक कलंक, रॉबर्ट गिलियन, द्वारा एक हजार डॉलर, अमर प्रसन्नता के लिए पृथ्वी की सर्वोत्तम और प्रियतम् स्त्री को दिए गए।” गिलियन ने अपने लिखे को एक लिफ़ाफ़े में सरकाया, सिर झुकाया और अपने रास्ते चला गया। – उसकी टैक्सी टॉलमैन एण्ड शार्प के कार्यालय पर रुकी।

(Page 21-22)

“I have spent ………………… room whistling.

Word-meanings : 1. slipped-सरकाया; 2. tossed-उछाल दिया, फेंका; 3. bequest-उत्तराधिकार में मिला; 4. gist-सारांश; 5. examine-जांच करना; 6. in regard to-के सम्बन्ध में; 7. bother -परेशान करना; 8. disgust-विरुचि, घृणा।

अनुवाद- “मैंने एक हजार डॉलर खर्च कर दिए हैं,” उसने प्रसन्नतापूर्ण स्वर में मिस्टर टॉलमैन से कहा, “और मैं आप को हिसाब देने आया हूं।” उसने लिफ़ाफे को मेज़ पर फेंक दिया। लिफ़ाफे को छुए बिना मिस्टर टॉलमैन दरवाज़े की तरफ़ गया और उसने साझीदार, शार्प, को बुलाया। दोनों आपस में किसी चीज़ के बारे में विचार-विमर्श करते रहे। अन्त में मिस्टर टॉलमैन ने कहा, “मिस्टर गिलियन, आप के चाचा ने एक और लिफ़ाफा भी रखवाया था जिसे आपको उत्तराधिकार में मिले एक हज़ार डॉलर के खर्च का आप के द्वारा हिसाब दे दिए जाने के बाद खोलने का निर्देश दिया गया था।

क्योंकि आप ने हिसाब दे दिया है, मेरे साझीदार और मैंने उस लिफ़ाफ़े में लिखे हुए को पढ़ लिया है। हम आप को विस्तार में नहीं बताएंगे। परन्तु उसका सारांश यह है कि अगर आपने वे एक हजार डॉलर अक्लमंदी से खर्च किए हैं तो हमें आपके लिए रखे गए पांच हज़ार डॉलर की रकम को आप को दे देने का अधिकार है। परन्तु यदि आपने उस रकम को उसी तरह खर्च किया है जिस तरह आप अतीत में करते थे तो वे पांच हजार डॉलर मिरियम हेडन, स्वर्गीय मिस्टर गिलियन के संरक्षण में पलने वाली वह लड़की, को दे दिए जाएंगे।

PSEB 10th Class English Literature Book Solutions Chapter 3 One Thousand Dollars

अब, मिस्टर गिलियन, अब हम उन हजार डॉलर के खर्चे के हिसाब की जांच करेंगे।” मिस्टर टॉलमैन ने अपना हाथ उस लिफ़ाफे की तरफ़ बढ़ाया। गिलियन ने उससे भी ज्यादा तेज़ी दिखाकर लिफ़ाफे को उठा लिया। उसने उस हिसाब को तथा लिफ़ाफ़े को फाड़ डाला और उन चिंदियों को अपनी जेब में डाल लिया। “कोई बात नहीं,” उसने मुस्करा कर कहा, “आप को इसके द्वारा परेशान होने की कोई ज़रूरत नहीं है। कुछ भी हो, मैं उन एक हज़ार डॉलरों को घुड़दौड़ में गंवा चुका हूं। नमस्कार, सज्जनो।” टॉलमैन तथा शार्प ने घृणा में अपने सिर हिलाए और एक-दूसरे की तरफ़ देखा, और उन्होंने गिलियन को सीटी बजाते हुए कमरे से बाहर जाते हुआ सुना।

PSEB 10th Class English Literature Book Solutions Chapter 2 Half A Rupee Worth

Punjab State Board PSEB 10th Class English Book Solutions English Literature Book Chapter 2 Half A Rupee Worth Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 English Literature Book Chapter 2 Half A Rupee Worth

Question 1.
How did Subbiah manage to get rice during the drought ?
Answer:
During the drought, Subbiah would go round the countryside and collect as much rice as he could. He would sell it at a very high rate and earn huge profits.

सूखे के दौरान सुब्बिया चावल प्राप्त करने के लिए ग्रामीण प्रदेश का चक्कर काटता और जितने चावल सम्भव हो सकता, इकट्ठे कर लेता। इन्हें वह बहुत ऊंचे दामों पर बेच देता और ऊंचे मुनाफ़े कमाता।

PSEB 10th Class English Literature Book Solutions Chapter 2 Half A Rupee Worth

Question 2.
Those were the days when Subbiah loathed the rice bags.’ Which were those days ? Why did he dislike the rice then ?
Answer:
Subbiah was then a young boy. Like other boys, he longed to go and enjoy life in the open. But his father would not allow him to leave the shop. Naturally, Subbiah loathed the rice bags.

सुब्बिया तब एक छोटा लड़का हुआ करता था। दूसरे लड़कों की तरह वह खुले में जा कर जीवन का आनन्द लेना चाहता था। परन्तु उसका पिता उसे दुकान छोड़ने नहीं देता था। स्वाभाविक रूप से सुब्बिया चावलों की बोरियों से घृणा करता था।

Question 3.
What is the meaning of the statement ‘Rice was in his blood.’ ?
Answer:
Subbiah had spent all his days with his father in his rice shop. Thus he knew all about rice, and the rice business. It could be said that rice was in his blood.

सुब्बिया ने अपने सब दिन अपने पिता के साथ उसकी चावलों की दुकान में बिताए थे। इस प्रकार वह चावलों और चावलों के व्यापार के बारे में सब कुछ जानता था। ऐसा कहा जा सकता था कि चावल उसके खून में था।

Question 4.
How did Subbiah’s profits increase during the war ? Did he follow the rules laid down by the government ? How did he tackle the officers ? Answer:
During the war, there was a scarcity of rice. Subbiah sold his stock at very high rate and made big profit. He followed the rules only on paper, not in practice. He bribed the officers who came to check his stock and accounts.

युद्ध के दौरान चावलों की बहुत कमी हो गई। सुब्बिया अपने भण्डार बहुत ऊंचे भाव पर बेचता और भारी लाभ कमाता। वह केवल कागजों पर ही नियमों का पालन करता, असल में नहीं। जो अफ़सर उसका भण्डार या लेखा जांचने आते, वह उन्हें रिश्वत दे देता।

PSEB 10th Class English Literature Book Solutions Chapter 2 Half A Rupee Worth

Question 5.
Besides selling rice, what else did Subbiah do to earn more ?
Answer:
Subbiah lent money at very high rates of interest. If people failed to pay back his money, he would acquire their houses. Thus he earned more and more money.

सुब्बिया ब्याज की बहुत ऊंची दरं पर पैसा उधार देता। यदि लोग उसका पैसा वापस न कर पाते तो वह उनके मकानों पर कब्जा कर लेता। इस प्रकार वह अधिकाधिक धन कमाता गया।

Question 6.
Who came to buy rice one evening when Subbiah was about to go home ? Did he give rice to him ? What did he say
Answer:
A person came to buy some rice. Subbiah refused to give him any. He said that he had some other business. But then he agreed to give the rice, but only half a seer for eight annas.

एक व्यक्ति कुछ चावल खरीदने आया। सुब्बिया ने उसे चावल देने से इन्कार कर दिया। उसने कहा कि उसे कोई अन्य काम था। परन्तु फिर वह उसे चावल देने के लिए सहमत हो गया किन्तु आठ आने में केवल आधा सेर।

Question 7.
How much rice did Subbiah agree to sell the man and for how much ?
Answer:
Subbiah agreed to sell him half a seer of rice for half a rupee.

सुब्बिया उसे आधा सेर चावल आठ आने में बेचने को सहमत हो गया।

Question 8.
Why did Subbiah ask the man to wait ? What reasons did he give ?
Answer:
Subbiah did not want anyone to know about his secret godown. So, he asked the man to wait. He said that he would have to go and bring rice from some other man.

सुब्बिया नहीं चाहता था कि उसके गुप्त गोदाम के बारे में किसी दूसरे को पता चले। इसलिए उसने उस आदमी को इन्तजार करने को कहा। उसने उससे कहा कि उसे किसी अन्य व्यक्ति के पास जा कर चावल लाने होंगे।

Question 9.
Where did Subbiah go to get the rice ?
Answer:
He went to his secret godown to get the rice. This godown was situated in a back street.

वह चावल लेने के लिए अपने गुप्त गोदाम में गया। यह गोदाम एक पिछली गली में स्थित था।

Question 10.
Did the man wait for Subbiah for long ? How.do you know ?
Answer:
Yes, the man waited for a very long time. He came in the evening and waited till morning. Then he went to Subbiah’s wife who took him to the godown.

हां, उस आदमी ने बहुत लम्बे समय तक प्रतीक्षा की। वह सायंकाल आया और प्रातः तक प्रतीक्षा करता रहा। फिर वह सुब्बिया की पत्नी के पास गया जो उसे गोदाम पर ले गई।

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Question 11.
Where did the man go after waiting for Subbiah for a long time ? Where was he taken and by whom ?
Answer:
The man went to Subbiah’s home. There he asked Subbiah’s wife about him. The wife took the man to Subbiah’s godown.

हवह आदमी सुब्बिया के घर गया। वहां उसने सुब्बिया की पत्नी से उसके बारे में पूछा। पत्नी उसे सुब्बिया के गोदाम पर ले गई।

Question 12.
How did Subbiah die ?
Answer:
Subbiah tried to take out some rice from a heap of bags. While he was doing so, the bags fell on him. He was buried under the bags and killed.

सुब्बिया ने बोरों के एक ढेर में से कुछ चावल निकालने का यत्न किया। जब वह ऐसा कर रहा था तो बोरे उसके ऊपर आ गिरे। वह बोरों के नीचे दब गया और मारा गया।

Objective Type Questions

Question 1.
Subbiah was a rice merchant. (True/False)
Answer:
True

Question 2.
Subbiah had …………….. children.
(i) two
(ii) three
(iii) four
(iv) five.
Answer:
(iv) five.

Question 3.
Where did Subbiah’s wife take the man ?
Answer:
She took the man to the secret godown

Question 4.
Subbiah died in a road accident. (True/False)
Answer:
False

Question 5.
Subbiah’s profit ………… during the war.
(i) increased
(ii) decreased
(iii) went down
(iv) did not change.
Answer:
(i) increased

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Question 6.
Subbiah was buried under the bags and died. (True/False)
Question
True

Answer each of the following in one word / phrase / sentence :

Question 1.
Who wrote the story, ‘Half a Rupee Worth?
Answer:
R.K. Narayan.

Question 2.
Who was Subbiah ?
Answer:
A rich merchant.

Question 3.
What sort of a man was Subbiah ?
Answer:
A shrewd businessman.

Question 4.
Where had Subbiah spent all his days ?
Answer:
With his father in rice shop.

Question 5.
For how much did Subbiah agree to sell half a seer of rice ?
Answer:
For half a rupee.

Question 6.
What was the government rate of rice at that time ?
Answer:
Three seers of rice for a rupee.

Question 7.
What did Subbiah’s wife have to tell the people when Subbiah did not return by the next morning even ?
Answer:
She had to tell them about their secret godown also.

Question 8.
Where was Subbiah’s secret godown situated ?
Answer:
In a back street adjoining Subbiah’s house.

Question 9.
How was the main door of the secret godown opened by the people ?
Answer:
They first broke open the front ventilator and then a boy slipped through it to open the main door.

Question 10.
Where did they find Subbiah eventually ?
Answer:
He lay buried under a heap of rice bags.

Complete the following :

1. Subbiah kept ………………… prized cows and buffaloes.
2. Subbiah owned ………………… acres of land.
3. During the war, there was a …………….. of rice.
4. Subbiah …………… all about rice and the rice business.
5. To earn more, he lent money at ……………….. of interest.
6. When Subbiah died, there was ………. in his hand.
Hints :
1. five
2. thirty
3. scarcity
4. knew
5. a very high rate
6. a half-rupee coin.

Write True or False against each statement :

1. Subbiah loathed the rice bags in his boyhood.
Answer:
True

2. Subbiah’s profits increased during the war.
Answer:
True

3. Subbiah followed the rules only on paper.
Answer:
True

4. When Subbiah’s father died, he took over his father’s business.
Answer:
True

5. Subbiah’s wife did not know about his secret godown.
Answer:
False.

6. Besides selling rice, Subbiah used to sell and buy lands also.
Answer:
False.

Choose the correct option for each of the following :

Question 1.
‘Boys should be horsewhipped if they are not to become brigands.’ Who practised this theory of child training ?
(a) Subbiah.
(b) Subbiah’s father.
(c) Subbiah’s son.
(d) Subbiah’s mother.
Answer:
(b) Subbiah’s father.

PSEB 10th Class English Literature Book Solutions Chapter 2 Half A Rupee Worth

Question 2.
Subbiah would bribe the government officials and thus
(a) sell the rice to the ration depot.
(b) buy the rice from the ration depot.
(c) sell the rice in the black market.
(d) buy the rice from the black market.
Answer:
(c) sell the rice in the black market.

Question 3.
When the man had waited for Subbiah for three hours, …………
(a) he went to Subbiah’s godown.
(b) he called at Subbiah’s house.
(c) he went back to his house.
(d) none of these three.
Answer:
(b) he called at Subbiah’s house.

Question 4.
…………………. became very anxious when Subbiah did not return by six next morning.
(a) Subbiah’s mother
(b) Subbiah’s father
(c) Subbiah’s wife
(d) Subbiah’s children.
Answer:
(c) Subbiah’s wife

Half A Rupee Worth Summary & Translation in English

Half A Rupee Worth Introduction:
This is the story of a rich rice merchant, Subbiah. In his shop, there were all varieties of rice. Subbiah was a very shrewd businessman. He survived all ups and downs of his trade. He had five children. He provided them good education. His house was quite big and his wife had a lot of gold ornaments. He would lend money to people on high rates of interest.

And if people failed to pay back the money, he would acquire their houses. During the War, his profits piled up. But after the War, the government introduced price and food control. But Subbiah also found solution to this problem. He would bribe the government officials and thus sell the rice in the black market. At his shop, he would measure short and thus save a considerable quantity of rice.

He converted one of his houses into a big godown. He would sell his rice to his known customers only. One evening as he had just closed his shop, a person came to him. He requested him to give him rice worth half a rupee. At first Subbiah refused. But after much request, Subbiah agreed to give him only half a seer of rice although the government rate was three seers for a rupee. He took the coin from the man and told him to wait there. The man waited for Subbiah for three hours but he did not come.

He called at Subbiah’s house. Subbiah’s wife opened the door. She became very anxious when Subbiah did not come by six next morning. Now Subbiah was looked for in his godown. They saw his dead body under the fallen bags of rice. There was a half-rupee coin in his hand.

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Half A Rupee Worth Summary & Translation in Hindi

Half A Rupee Worth Introduction:
यह एक धनी चावल व्यापारी सुब्बिया की कहानी है। उसकी दुकान में सभी प्रकार के चावल थे। सुब्बिया एक चतुर व्यापारी था। वह व्यापार के सभी उतार-चढ़ावों के बावजूद कायम रहा था। उसके पांच बच्चे थे। उसने उन्हें अच्छी शिक्षा दिलवाई। उसका घर काफी बड़ा था और उसकी पत्नी के पास सोने के बहुत से गहने थे। वह लोगों को ब्याज की ऊंची दरों पर पैसे उधार दिया करता था। यदि लोग उसके पैसे वापस करने में असफल रहते तो वह उनके घरों पर कब्जा कर लेता। विश्व युद्ध के दौरान उसके मुनाफे बहुत बढ़ गए।

परन्तु युद्ध के बाद सरकार ने ‘मूल्य और भोजन पर नियन्त्रण कानून’ लागू कर दिया। परन्तु सुब्बिया ने इस समस्या का भी समाधान खोज लिया। वह सरकारी अफसरों को रिश्वत दिया करता और चावलों की कालाबाजारी किया करता। अपनी दुकान पर वह कम तौला करता और इस प्रकार काफी मात्रा में चावल बचा लिया करता। उसने अपने मकानों में एक को बड़े गोदाम में बदल दिया। वह अपने चावलों को केवल जान-पहचान वाले ग्राहकों को ही बेचा करता। एक शाम जब उसने अपनी दुकान को अभी बन्द किया ही था कि एक व्यक्ति उसके पास आया।

उसने उससे आठ आने के चावल देने का अनुरोध किया। पहले तो सुब्बिया ने मना कर दिया। परन्तु काफी मिन्नत के बाद सुब्बिया उसे केवल आधा सेर चावल देने को सहमत हो गया जबकि सरकारी भाव एक रुपये में तीन सेर था। उसने उस आदमी से अठन्नी ली और उसे वहीं इन्तजार करने के लिए कहा। वह आदमी तीन घण्टे तक सुब्बिया का इन्तजार करता रहा, परन्तु वह नहीं आया। वह सुब्बिया के घर पर गया। सुब्बिया की पत्नी ने दरवाज़ा खोला। वह बहुत चिन्तित हो गई जब सुब्बिया अगली सुबह छः बजे तक भी नहीं आया। अब सुब्बिया को उसके गोदाम में तलाश किया गया। उसका मृत शरीर चावलों की बोरियों के नीचे दबा पड़ा था। उसके हाथ में एक अठन्नी थी।

Half A Rupee Worth Summary & Translation in Hindi:

(Page 11-12)
Subbiah sold rice ………………. Business prospered.

Word-meanings : 1. heaped-ढेर लगे हुए; 2. wicker basket-बाँस की टोकरी; 3. varieties-किस्में; 4. coarse-मोटा, सस्ता; 5. jasmine-चमेली; 6. slender-छरहरा, पतला, 7. stuffy-दम घोंटने वाला; 8. gunny sack-बोरा; 9. husk-भूसी, 10. flourish-फलना-फूलना; 11. drought-सूखा, अनावृष्टि; 12. scour-छान डालना; 13. harvest-फ़सल; 14. depressionनीचे जाना, अवनति होना; 15. survive-बच जाना, जीवित रहना; 16. apprentice-किसी काम को सीखने वाला, प्रशिक्षु; 17. loathe-घृणा करना, 18. more or less-लगभग, मानो; 19. horsewhipped-घोड़ों की तरह चाबुक से पीटे जाएं; 20. brigand-डाकू, बदमाश; 21. steadfastness-दृढ़ता, स्थिरता; 22. slid in-की जगह ले ली; 23.prosper-फलना-फूलना।

अनुवाद- सुब्बिया बाज़ार के गेट पर चावल बेचता था। उसकी दुकान में आप को बांस के टोकरों में ढेर लगी हुई सभी किस्में मिल सकती थीं। कंकड़ों से भरे मोटे चावल से लेकर दिल्ली संबा (एक बढ़िया किस्म) तक, जिसके दाने चमेली जैसे सफ़ेद और सुई जैसे पतले होते थे। उसकी दुकान दमघोंटू और अन्धेरी थी परन्तु वह दुकान की हर चीज़ को पसन्द करता। उसे बोरों, चावलों और भूसी की गंध बहुत अच्छी लगती थी। अच्छे और बुरे, सभी दिनों में वह फलता-फूलता रहा।

ऐसे भी सूखे के दिन आए जब धान की फ़सल नहीं हई और चावल-मिलें खामोश रहीं और जब लोगों की आंखें खोखली दिखती थीं और वे अधमरे दिखते थे। परन्तु उन दिनों में भी वह अपनी दुकान कभी बन्द नहीं करता था। यदि उसे बीस टोकरों जितना माल न मिलता तो वह आसपास का सारा क्षेत्र छान डालता और कम से कम दो टोकरे भर लेता और उन्हें बेच देता। ऐसे समय भी आए जब फसल इतनी भरपूर हुई कि वह उस अनाज का एक चौथाई भी स्वीकार न कर पाता जो उसे खरीदने के लिए प्रस्तुत किया जाता और तब चावल बेचना बेवकूफी वाला व्यापार समझा जाता। अगर आप दिन-रात लगा कर चावल बेचें तो आपको पचास रुपये का मुनाफा भी होने की कोई आशा नहीं होती। ऐसे समय को वे लोग ‘कारोबार की अवनति’ कहते हैं।

परन्तु सुब्बिया सभी उतार-चढ़ावों के बावजूद कायम रहा। चावल उसके खून में था। अपने पिता के शासन (जब वह दुकान का मालिक हुआ करता था) में सुब्बिया एक अवैतनिक प्रशिक्षु के रूप में दुकान पर बैठता था। वह ऐसे दिन थे जब सुब्बिया चावल के बोरों को घृणा की दृष्टि से देखता था। वह भीड़ से भरी सड़कों, सिनेमाघरों, फुटबाल के मैचों और कुश्ती की प्रतियोगिताओं के लिए लालायित रहता था जिन्हें वह भीड़-भरी दुकान के दरवाजे में से देखा करता था। परन्तु उसका पिता मानो उसे दुकान के साथ जंजीर से बांध कर रखता और उसकी बाहर की रुचियों को हतोत्साहित करता था। “लड़कों को घोड़ों की तरह चाबुक से मारना चाहिए यदि हम नहीं चाहते कि वे डाकू या बदमाश बनें।” वह शिशु-शिक्षा के इस सिद्धान्त पर इतनी दृढ़ता से पालन करता था कि समय बीतने पर उसी छोटे-से व्यक्ति को चावल और बाजार के सिवाय कुछ दिखाई नहीं देता था। जब उसके पिता की मृत्यु हुई, तो उसने काम को इतनी अच्छी तरह संभाल लिया कि किसी को कोई फर्क नहीं दिखा। ज्यादातर लोगों को लगता कि वह बूढ़ा अभी भी वहीं था और नकदी की गिनती कर रहा था। व्यापार फलता-फूलता गया।

PSEB 10th Class English Literature Book Solutions Chapter 2 Half A Rupee Worth

(Page 12)
Subbiah kept we ………… mess of things.

Word-meanings : 1. prized—कीमती; 2: round-गोल-मटोल; 3. owned का मालिक था; 4. survey-देखना; 5. intact-साबुत, ठीक-ठाक; 6. exorbitant-बहुत ऊंचे; 7. acquired—कब्जे में ले लेता था; 8. swollen with money-बहुत धनवान हो गया; 9. brocaded-ज़री से युक्त, 10. draped-वस्त्रों से सज्जित; 11. gaudy-भड़कीली; 12. gilt-जिस पर मुलम्मे का काम हुआ हो, सुनहरा; 13. shove-धकेलना; 14. eternity-अनंत काल तक; 15. shock–सदमा, धक्का ; 16. piled up-ढेर लगाते गए; 17. flocked-भीड़ लगा कर आते थे; 18. beneficial-लाभ देने वाली; 19. hoax-नकली, कृत्रिम, झांसा; 20. make a mess-अव्यवस्थित करना।

अनुवाद- सुब्बिया के पास पांच अमूल्य गाएं और भैंसें थीं जिनका दूध, दही और मक्खन वह, उसकी पत्नी और उसके पांच बच्चे दिन-रात खाते थे जिसके कारण से वे सब गोल-मटोल और गुब्बारे की तरह हो गए। नजदीक के गांव में उसके पास 30 एकड़ जमीन थी और वह अपनी सम्पत्तियों को देखने और यह सुनिश्चित करने के लिए, कि वे ठीक-ठाक थीं, महीने में एक बार वहां जाया करता था। वह ब्याज की बहुत ऊंची दर पर पैसे उधार दिया करता था और यदि लोग पैसे वापस करने में असफल रहते तो वह उनके घरों पर कब्ज़ा कर लिया करता था। वह बहुत धनवान हो गया। वह अपने बच्चों को स्कूल भेजता था और उन्हें ज़री की टोपियां और मखमल के कोट खरीद कर देता था और घर में पढ़ाने वाले एक अध्यापक को पैसे देता था ताकि वह हाल में एक दिए की रोशनी में बैठकर पाठों को अपनी सबसे ऊंची आवाज में चिल्ला-चिल्ला कर बोले।

उसने अपनी पत्नी को गहनों से लाद दिया और उसे बनारसी रेशम की भड़कीली साड़ियां पहनने को दी, उसने अपने मकान में दो और मंजिलें और कई हाल-कमरे बढ़ा लिए और सभी दीवारों पर गहरे नीले रंग का पेंट करवा लिया और उन को सुनहरी फ्रेमों वाले देवताओं के सैंकड़ों चित्रों से ढक दिया। सारा दिन वह अपनी लोहे की अलमारी के पास बैठा रहता और उसमें पैसे धकेलता रहता, साथ ही अपने सहायकों को बोरों में चावल नापते हुए गौर से देखता रहता; वह एक संतोषजनक जीवन बिता रहा था। कोई कारण नहीं दिखाई देता था कि यह सब अनंत काल तक न चलता रहे – वही गतिविधियां और काम धन्धे चलते रहें और उसका एक. या दूसरा बेटा उसी की आकृति ग्रहण करे और परिवार के व्यापार को आगे बढ़ाए। यह सब कुछ शायद चलता रहता यदि युद्ध न शुरू हो जाता। शुरू-शुरू में तो ऐसा लगा मानो सभ्यता का अन्त आ गया हो, किन्तु पहले सदमे के बाद कुछ भी हो, वह इतना बुरा भी सिद्ध नहीं हुआ।

उसके मुनाफ़े इस तरह बढ़ते चले गए जैसे पहले कभी भी नहीं बढ़े थे। मैगोन और बर्मा ने चावल भेजना बन्द कर दिया और उसका अर्थ यह था कि उस स्टॉक, जो उसके पास था, का मूल्य अपने वजन के सोने के मूल्य के बराबर हो गया था। लोग हर समय झुंडों में उसकी दुकान पर आने लगे। उसने साथ लगता एक बड़ा मकान गोदाम के रूप में इस्तेमाल करने के लिए खरीद लिया, और फिर उससे आगे वाला, फिर उससे आगे वाला भी, और उसके बाद उसने एक दर्जन अन्य गांव खरीद लिए। कुल मिलाकर, ऐसा लगता था कि युद्ध एक बहुत लाभकारी शक्ति था जब तक कि ‘मूल्य तथा भोजन नियन्त्रण कानून’ नहीं लागू हो गया। अपने जीवन में पहली बार वह चिंतित हो गया। वह नहीं समझ पा रहा था कि किसी भी व्यक्ति को यह अधिकार कैसे था कि वह बताए कि सुब्बिया को क्या बेचना चाहिए और किस दर पर। उसे खुशी महसूस हुई जब उसने किसी को कहते सुना, ‘खाद्य विभाग एक झांसा ही है। सरकार सब चीज़ों में अव्यवस्था पैदा कर रही है।’

(Page 13-14)
He soon found ………….. on these things nowadays.

Word-meanings : 1. survive-बचे रहना; 2. garb—वेश, वस्त्र; 3. groan-कराहना; 4. surrender-त्याग देना, समर्पित करना; 5. peasants-किसान; 6. atrocious-नृशंस, भद्दी; 7. outward—बाहर दिखती हुई; 8. screen-सुरक्षित कर लेना; 9. prying eyes-खोज-बीन करने वाली नज़रें; 10. boon-वरदान; 11. appreciation-प्रशंसा, सम्मान; 12. gradually-धीरे-धीरे; 13. deft-दक्ष, निपुण; 14. accumulate-इकट्ठा होना; इकट्ठा करना; 15. vast—विशाल; 16. rags चिथड़े; 17. count on—पर भरोसा करना।

अनुवाद- जल्दी ही उसे पता लग गया कि एक नए वेश में वह अभी भी बचा रह सकता था। अधिकारियों के सामने गिड़गिड़ा कर, और लोगों से मिलकर, और कई तरह के फार्म भर कर शीघ्र ही उसे अपने व्यापार को ‘उचित मूल्य का खाद्यान्न डिपो’ के रूप में जारी रखने की आज्ञा मिल गई। वह अप्रसन्नता से कराह उठा जब उसे पता चला कि उसे अपना वह सारा चावल, जो उसके मज़दूर-किसान उसके गांव के खेतों में उगाते थे, त्याग देना होगा। वह सारा मामला उसे बहुत निर्दयतापूर्ण लगा। “वे मेरी फ़सल की कीमत तय करेंगे ! वे मुझे उस चीज़ को लेने की आज्ञा देंगे जो मैं स्वयं उगाता हूं !” परन्तु उसने उस स्थिति को बिना किसी बाहरी विरोध के स्वीकार कर लिया।

उसे नींद बहुत कम आने लगी और उसे भोजन से अरुचि हो गई। अंधेरी रातों में पूरे वक्त वह अपनी इस समस्या के विषय में सोचता रहता। अंत में उसे एक हल सूझ गया। वह ऊंचे स्वर में स्वयं से बोला, “अभी भी खेतों में मेरे पास चावल हैं और अभी भी मेरे गोदाम में बोरे पड़े हैं, आखिर सरकार क्या चाहती है ? कागज़ों में चीजें व्यवस्थित रूप में हों ? उन्हें यह अवश्य मिलेगा।’ उसने वह सारा चावल रख लिया जो वह बेचना तथा अपने निजी प्रयोग के लिए चाहता था परन्तु छिपा कर और बिना काग़ज़ों में दिखाए।

उसे उन लोगों को बहुत सारे पैसे देने पड़े जो उसके खातों और स्टॉक का निरीक्षण करने के लिए आते थे। यदि उसे किसी ऐसे अवसर पर दस रुपये का एक नोट देना पड़ जाता तो उसका अर्थ यह होता था कि उसने उन छानबीन करने वाली आंखों से एक हज़ार रुपये का अनाज छिपा लिया था। जब उसने इस सब पर विचार किया तो उसकी समझ में आ गया कि वे सारे नियन्त्रण वास्तव में वरदान थे। हफ़्ते में एक बार वह कुछ आने दान करने लगा और अपने मामलों में ईश्वर द्वारा रुचि लेने के सम्मान में वह मन्दिर में हर शुक्रवार को एक नारियल फोड़ने लगा। धीरे-धीरे, तजुर्बा होने पर, वह अपनी स्थिति का मालिक बन गया। अपने डिपो पर वह निपुण हाथों से चावल इस प्रकार तौलता था कि दिन के अन्त में चावलों की काफ़ी सारी मात्रा इकट्ठी हो जाती थी जो किसी की भी नहीं होती थी और उसके बाद वह देर लगाता और इस प्रकार से दुकान को खोलता, बन्द करता, और फिर से खोल देता कि लोगों को कई बार उसके पास आना पड़ता, इससे पहले कि वे उससे कुछ भी चावल ले सकें : जब उनके पास पैसे होते तो उसके पास स्टॉक न होता, अथवा जब उसके पास चावल होते तो उनके पास (खरीदने के लिए) पैसे न होते।

यह सब कर के वह हर हफ्ते चावल की एक विशाल मात्रा बचा लेता, और फिर गांव की उसकी फ़सल का एक छोटा-सा अंश ही खाद्यान्न विभाग में पहुंचता। बहुत कम समय में ही उसने पिछली गली में स्थित अपने एक मकान को गोदाम में बदल लिया और वहां फर्श से ले कर छत तक चावलों के बोरे एक के ऊपर एक करके रख दिए। (लोगों की नजरों में) वह रद्दी कागज़ों और चिथड़ों का एक स्टोर था जिन्हें वह कागज़ के कारखाने के लिए जमा किया करता था।

वह हमेशा अपने चावल को छोटी मात्राओं में और अपने परिचित ग्राहकों को ही बेचता था। वह उनसे पैसे पेशगी ले लेता था और उन्हें बाद में आने को कहता था। वह हमेशा एक सन्देह वाली बात भी उछाल दिया करता था, ‘एक आदमी था तो सही, जिसके पास थोड़े-से चावल थे। मुझे नहीं पता कि अभी भी उसके पास हैं या नहीं। चलो कोई बात नहीं, पैसे मेरे पास छोड़ जाओ।’ कभी-कभी वह पैसों को यह कहते हुए वापस कर देता, ‘मुझे अफ़सोस है कि चावल मिल नहीं पाए। उस आदमी ने कहा तो था कि उसके पास थे, पर तुमको पता ही है कि आजकल हम इन चीज़ों पर कभी भी भरोसा नहीं कर सकते।

PSEB 10th Class English Literature Book Solutions Chapter 2 Half A Rupee Worth

(Page 14)
One evening ………. know will demand.

Word-meanings :
1. halted-रुका; 2. starving-भूखे मर रहे हैं; 3. exhausted—समाप्त हो गया था, वैध नहीं रहा था; 4. empty-handed-खाली हाथ; 5. seer-सेर (तौल की पुरानी इकाई); 6. contempt-तिरस्कार; 7. nonsense-मूर्खता की बात; 8. enraged-अत्यन्त क्रोधित; 9. perhaps-शायद।

अनुवाद- एक दिन शाम के वक्त जैसे ही उसने दुकान बन्द की और चाबी को जेब में रख कर चलने वाला था, एक व्यक्ति उसके सामने आकर रुका और बोला ‘ओह ! दुकान बन्द हो चुकी है। चलो, मेरी किस्मत ही ऐसी थी।’ ‘मुझे एक अन्य ज़रूरी काम है, मेरे पास रुकने और बातें करने के लिए कोई वक्त नहीं है,’ सुब्बिया ने कहा। वह उस व्यक्ति के पास से हो कर चल दिया। दूसरा व्यक्ति उसके पीछे-पीछे चलने लगा। उसने सुब्बिया को बांह से पकड़ा और चिल्लाया, ‘तुम्हें दुकान खोलनी होगी और मुझे चावल देने होंगे। मैं तुम्हें जाने नहीं दे सकता।’ सुब्बिया सोच में पड़ गया। वह व्यक्ति फिर बोल उठा, ‘मेरे दो बच्चे भोजन के लिए रो रहे हैं। वे और मेरी बूढ़ी मां भूख से मरे जा रहे हैं।

मेरा राशन कार्ड तीन दिन पहले खत्म हो गया था। मैं उन्हें उस हालत में और नहीं देख सकता। ‘कृपा करके किसी भी तरह मुझे थोड़े-से चावल दे दो। मैं पूरे शहर में बार-बार चक्कर काटता रहा हूं, किन्तु मुझे कहीं से एक दाना भी नहीं मिल सका। घर पर वे सोच रहे होंगे कि मैं कुछ न कुछ लेकर लौटूंगा। यह तो ईश्वर ही जानता है कि वे क्या करेंगे जब वे मुझे खाली हाथ लौटते हुए देखेंगे।’
‘तुम्हें कितने चावल चाहिएं ?’ ‘मुझे एक सेर दे दो। घर में मुझे छः व्यक्तियों को खिलाना है।’

‘तुम्हारे पास कितने पैसे हैं ?’ दूसरे व्यक्ति ने अठन्नी (आधा रुपया) का सिक्का सामने दिखाया। सुब्बिया ने सिक्के को तिरस्कार से देखा। तुम आशा करते हो कि इतने पैसों में तुम्हें एक सेर चावल मिल जाएंगे ?’ ‘किन्तु चावल तो एक रुपये में तीन सेर मिलते हैं, हैं कि नहीं ?’ ‘यह सब बातें अब मत करो। तुम भूखे ही मर जाओगे अगर तुम नियंत्रित मूल्य और इसी प्रकार की मूर्खता भरी बातें करते रहोगे।’ उसे बहुत गुस्सा आ गया। ‘यदि तुम्हारे पास आठ आने और भी हैं तो शायद तुम्हें एक सेर चावल मिल जाएंगे,’ सुब्बिया ने कहा। – दूसरे व्यक्ति ने ‘न’ में सिर हिलाया और कहा, “इस समय महीने के आखिरी दिन चल रहे हैं, देखो, मेरे पास इतने ही पैसे हैं।’ ‘तुम्हें केवल आधा सेर चावल मिल पाएंगे। यही वह मूल्य है जो वह आदमी, जिसे मैं जानता हूं, मांगेगा।’

(Page 15)
All right; ………… fallen bags.

Word-meanings : 1. suspicious-शक करने वाला; 2. had gone by-बीत चुके थे; 3. deepened-गहरा चुकी थी, काफ़ी बीत चुकी थी; 4. pretend-बहाना बनाना, दिखावा करना; 5. wander-भटकना; 6. anxious-चिंतित, 7. nervous-घबरा जाना, अधीर हो जाना; 8. whereaboutsपता-ठिकाना; 9. bylanes-छोटी गलियां, 10. bolted—(काबले से) बंद था; 11. ventilator-रोशनदान; 12. a little off-थोड़ी ही दूर; 13. stick out-निकला हुआ दिखाई दे रहा था।

अनुवाद- ‘चलो ठीक है,’ दूसरे व्यक्ति ने कहा, ‘कुछ न होने से तो बेहतर होगा।’ ‘मुझे वह सिक्का दो,’ सब्बिया ने कहा। उसने सिक्का पकड़े रखा। ‘मेरे पीछे मत आओ, वह व्यक्ति बहत शक्की है। वह उसी पल ‘न’ कह देगा जब मेरे साथ किसी को देखेगा। तुम यहीं इंतजार करो, मैं वापस आऊंगा किन्तु मैं (चावल ला देने का) वायदा नहीं करता। यदि वह ‘न’ कह देता है तो यह तुम्हारा दुर्भाग्य होगा, केवल इतना ही समझ लो। चलो, मुझे सिक्का दो।’

वह आठ आने ले कर वहां से चला गया और वह दूसरा व्यक्ति गली के एक मोड़ पर खड़ा हो गया। रात गहरा चुकी थी। वह व्यक्ति बार-बार स्वयं से बुदबुदाने लगा, ‘हैं ? क्या हुआ होगा, वह कहां है ? वह कहां गया है ? अब मैं कब घर जाऊंगा और चावल पकाऊंगा ? मेरे बच्चे, ओह, मेरे बच्चे।’ वह घूमा और उस दिशा में चलने लगा जिसमें सुब्बिया गया था परन्तु वह कहीं भी न पहुंच सका क्योंकि सुब्बिया ने उस तरफ जाने का दिखावा भर किया था ताकि उसके गुप्त गोदाम का पता न चल सके, और वास्तव में वह मुड़ गया था और किसी और दिशा में चला गया था।

वह व्यक्ति खामोश गलियों में इधर-उधर भटकता रहा और वापस मुख्य दुकान पर आ गया, इस आशा के साथ कि शायद वह वहां हो। वह वहां भी नहीं था। दरवाज़े पर अब भी ताला लटक रहा था, ठीक उसी प्रकार से जैसे उसने उसे पहले देखा था। फिर वह सुब्बिया के घर गया। उसने दरवाज़े को खटखटाया। सुब्बिया की पत्नी ने दरवाज़ा खोला। उस व्यक्ति ने पूछा, ‘क्या सुब्बिया घर पर है ?’ – ‘नहीं ! वह घर तो बिल्कुल भी नहीं आया।’ वह बहुत चिंतित लग रही थी। अगली प्रातः छः बजे तक वे अधीर हो उठे और उस हालत में वह कहे बिना न रह सकी, “क्या तुमने उसे उस दूसरे गोदाम में ढूंढा ?’ ‘वह (गोदाम) कहां है ?’

PSEB 10th Class English Literature Book Solutions Chapter 2 Half A Rupee Worth

उसे बताना पड़ा क्योंकि वही अकेली व्यक्ति थी जो उस गोदाम का पता-ठिकाना जानती थी। वे चल पड़े। कुछ छोटी-छोटी गलियों में से होते हुए वे उस मकान पर आ पहुंचे। दरवाज़े को अन्दर से कुंडी लगी हुई थी। उन्होंने दरवाजे को खटखटाया। अंत में उन्हें सामने वाले रोशनदान को तोड़ना पड़ा, एक लड़के को उस में से घुसाना और फिर मुख्य द्वार को खुलवाना पड़ा। सुबह की धुंधली रोशनी उस टूटे हुए रोशनदान से आ रही थी। एक कोने में उन्होंने फर्श पर पड़ी हुई एक टार्च को देखा, और फिर उन्हें आठ आने का एक सिक्का, और थोड़ी ही दूरी पर गिरे हुए बोरों के ढेर के बीच में से निकलता हुआ एक हाथ दिखाई दिया।

PSEB 10th Class English Literature Book Solutions Chapter 1 Bed Number-29

Punjab State Board PSEB 10th Class English Book Solutions English Literature Book Chapter 1 Bed Number-29 Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 English Literature Book Chapter 1 Bed Number-29

Question 1.
How did the author lose his eyesight ?
Answer:
One day the author was going on a busy street. Suddenly he was struck by a fast-moving vehicle. As a result of this accident, the author lost his eyesight.

एक दिन लेखक एक व्यस्त सड़क पर चला जा रहा था। अचानक एक तेज गति से आ रहा वाहन उससे आ टकराया। इस दुर्घटना के परिणामस्वरूप लेखक अपनी दृष्टि खो बैठा।

PSEB 10th Class English Literature Book Solutions Chapter 1 Bed Number-29

Question 2.
What did the author do before he lost his eyesight ?
Answer:
The author was a painter. He used to paint pictures before he lost his eyesight.

लेखक एक चित्रकार था। अपनी दृष्टि खोने से पहले वह चित्र बनाया करता था।

Question 3.
Who did the author meet in the hospital ward ? Why was he there?
Answer:
The author met a person named Naeem in the hospital ward. Like author,Naeem too was blind. Both of them had been admitted there for the operation of their eyes.

लेखक अस्पताल के वार्ड में नईम नामक एक व्यक्ति से मिला। लेखक की भान्ति नईम भी अन्धा था। उन दोनों को वहां आंखों के ऑपरेशन के लिए भर्ती किया गया था।

Question 4.
When did the author regain his confidence and how ?
Answer:
Naeem urged the author to start painting again. He would describe a scene and the author would paint it on a canvas. Naeem would praise the paintings highly. Thus the author regained his confidence.

नईम ने लेखक से दुबारा पेन्टिंग शुरू करने का आग्रह किया। वह किसी दृश्य का वर्णन किया करता और लेखक इसे चित्रपट पर चित्रित किया करता। नईम चित्रों की बहुत प्रशंसा किया करता। इस प्रकार
लेखक को अपना विश्वास दोबारा प्राप्त हो गया।

Question 5.
What happened when the author’s second operation failed ? Who consoled him then ?
Answer:
The author was deeply depressed at the failure of his second operation. He had spent his last rupee on it. It was Naeem who consoled him and offered to help him.

लेखक अपने दूसरे आप्रेशन की असफलता पर गहरा निराश हुआ। उसने इस पर अपना अन्तिम रुपया खर्च कर दिया था। यह नईम था जिसने उसे ढांढस बन्धाया और उसकी सहायता करने की
पेशकश की।

Question 6.
How did the author get the money to get operated the third time ? Who helped him ?
Answer:
It was Naeem who helped the author. He would keep with himself each painting made by the author, and would give him the money. He would say that a rich man liked the paintings and bought them.

यह नईम था जिस ने लेखक की मदद की। वह लेखक के द्वारा बनाई गई प्रत्येक पेन्टिंग को अपने पास रख लेता और उसे पैसे दे दिया करता। वह ऐसा कह दिया करता कि एक धनी आदमी को पेन्टिंगैं
पसन्द आ गई थीं और उसने उन्हें खरीद लिया था।

Question 7.
Where was Naeem when the author regained his eyesight ?
Answer:
Naeem had left the hospital by then. He had spent all his money in paying the author for his paintings. Now he had no money to pay for his third operation. So he had to leave the hospital.

नईम तब तक अस्पताल छोड़ कर जा चुका था। उसने अपने सब पैसे लेखक को उसके चित्रों का भुगतान करने में खर्च कर दिए थे। अब उसके पास अपने तीसरे आपरेशन के लिए कोई पैसे नहीं बचे थे। इसलिए उसे अस्पताल छोड़ कर जाना पड़ा।

Question 8.
Did the author know that Naeem was also blind like him ? Give reasons to support your answer.
Answer:
No, the author did not know that Naeem was also blind like him. Naeem would describe for the author the scenes outside the window. He used to admire the author’s paintings. So the author could never imagine that Naeem was blind like him.

नहीं, लेखक नहीं जानता था कि नईम भी उसकी भान्ति अन्धा था। नईम लेखक के लिए खिड़की से बाहर के दृश्यों का वर्णन किया करता। वह लेखक के चित्रों की प्रशंसा किया करता। इस प्रकार लेखक
कभी यह अनुमान भी न लगा पाया कि नईम उसकी भान्ति अन्धा था।

Question 9.
Why could Naeem not get his treatment done ?
Answer:
Naeem had spent all his money in paying for the author’s paintings. He was left with no money for his own treatment. He had to leave the hospital.

नईम ने अपने सारे पैसे लेखक के चित्रों का भुगतान करने में खर्च कर दिए थे। उसके पास अपने खुद के उपचार के लिए कोई पैसे नहीं बचे थे। उसे अस्पताल छोड़ कर जाना पड़ा।

Question 10.
How did the author feel when he learnt that Naeem had left the hospital because he had no money for the treatment ?
Answer:
The author was deeply shocked. He was unable to move for some time. His eyes were filled with tears.

लेखक को गहरा सदमा महसूस हुआ। वह कुछ समय के लिए हिल भी न सका। उसकी आंखें आंसुओं

Question 11.
How could Naeem describe different seasons in detail ?
Answer:
Naeem himself was an artist. He had painted four paintings of different seasons. He had described the colours of these very paintings to the author.

नईम स्वयम् एक कलाकार था। उसने चार विभिन्न मौसमों की पेन्टिंगें बनाईं थीं। उसने इन्हीं पेन्टिंगों के रंगों का वर्णन लेखक को किया था।

Question 12.
What does the message “The goddess of hope smiled on me ……….. and then it vanished.’ mean ?
Answer:
The author had regained his eyesight after the operation. Now he hoped that he would be able to see Naeem who had helped him so much. But when he read Naeem’s letter, all his hope was dashed.

लेखक को आपरेशन के बाद आंखों की ज्योति फिर से प्राप्त हो गई थी। अब उसे आशा थी कि वह नईम को देख पायेगा जिसने उसकी इतनी मदद की थी। परन्तु जब उसने नईम का पत्र पढ़ा तो उसकी सब आशा खण्डित हो गई।

Objective Type Questions

Question 1.
Naeem was in the hospital when the author regained his eyesight. (True/False)
Answer:
False

Question 2.
Who did the author meet in the hospital ward ?
(i) Naeem
(ii) Bobby Gillian
(iii) Subbiah
(iv) Della.
Answer:
(i) Naeem

Question 3.
The author regained his eyesight after the ………..
(i) first operation
(ii) second operation
(iii) third operation
(iv) fourth operation.
Answer:
(iii) third operation

Question 4.
The author was a ……….. before he lost his eyesight.
Answer:
painter

PSEB 10th Class English Literature Book Solutions Chapter 1 Bed Number-29

Question 5.
The author knew that Naeem was also blind ……….. (True/False)
Answer:
False

Question 6.
Naeem urged the author to restart …………..
(i) dancing
(ii) singing
(iii) studying
(iv) painting.
Answer:
(iv) painting.

Answer each of the following in one word / phrase / sentence :

Question 1.
What did the author use to do before he lost his eyesight ?
Answer:
He used to paint pictures.

Question 2.
What did Naeem ask the author to do?
Answer:
He asked him to start painting again.

Question 3.
Who consoled the author when his second operation failed ?
Answer:
Naeem.

Question 4.
Who bought the paintings made by the author when he was in the hospital ?
Answer:
Naeem.

Question 5.
What would Naeem describe for the author ?
Answer:
He would describe the scenes outside the window for the author.

Question 6.
Why did Naeem have no money for his third operation ?
Answer:
He had spent all his money in buying the author’s paintings.

Question 7.
When did the author get deeply shocked ?
Answer:
When he learnt that Naeem had left the hospital because he had no money left for the treatment.

PSEB 10th Class English Literature Book Solutions Chapter 1 Bed Number-29

Question 8.
What does the story, ‘Bed Number-29 describe ?
Answer:
The supreme sacrifice made by Naeem for the sake of the author.

Question 9.
Did the author know that Naeem was also blind like him ?
Answer:
No, the author did not know that Naeem was also blind like him.

Complete the following :

1. The author was an amateur ……………….
2. The author met a person named ………………. in the hospital ward.
3. Naeem himself was an ……………….
4. The author could never imagine that ……………….
5. Naeem had no money to pay for
6. It was Naeem who ……………….
Answer:
1. painter
2. Naeem
3. artist
4. Naeem was blind like him
5. his third operation
6. helped the author.

Write True or False against each statement :

1. Naeem was a short story writer.
Answer:
False

2. The author first met Naeem in the operation theatre in the hospital.
Answer:
False

3. Naeem urged the author to start singing again.
Answer:
False

4. Naeem used to admire the author’s paintings.
Answer:
True

5. Naeem would sell each painting made by the author to a rich man.
Answer:
False

6. The author was deeply depressed at the failure of his third operation.
Answer:
True

Choose the correct option for each of the following:

Question 1.
Who said, “The goddess of hope smiled on me ………. and then it vanished.” ?
(a) Naeem.
(b) The author.
(c) Naeem’s doctor.
(d) The author’s friend.
Answer:
(b) The author.

Question 2.
Naeem too was ………………… like the author.
(a) deaf
(b) blind
(c) dumb
(d) lame.
Answer:
(b) blind

PSEB 10th Class English Literature Book Solutions Chapter 1 Bed Number-29

Question 3.
The unknown customer of the author’s paintings was :
(a) Naeem himself
(b) the author himself
(c) a rich man of the city
(d) Naeem’s brother.
Answer:
(a) Naeem himself

Question 4.
Naeem had provided the author everything needed for
(a) photography
(b) painting
(c) colouring
(d) none of these three.
Answer:
(b) painting

Bed Number-29 Summary & Translation in English

Bed Number-29 Introduction:
This story describes a supreme sacrifice made by Naeem for the sake of the author. The author is an amateur painter. One day he meets with an accident and loses his eyesight. In the hospital, Naeem is his wardmate. He is also known as Number Twenty-nine, which is the number of his bed. He is a very cheeerful person. He describes beautiful scenes to the author and encourages him to start painting again. In the beginning, the author hesitates but agrees at last. Naeem provides him everything for painting.

He praises author’s paintings and tells him that nobody could believe they are painted by a blind man. The doctors operate on the author for the second time. The author has spent his last rupee on this operation. But unfortunately, this operation is also unsuccessful. Naeem offers the author some money, but the author refuses. Naeem finds a rich customer to buy the author’s paintings. With the sale of his paintings, the author gets sufficient money for his third operation. This operation is successful and the author is able to see again.

He wants to meet Naeem, but Naeem has already left the hospital. The author comes to know that the unknown customer of his paintings was Naeem himself. His paintings are just masses of haphazard lines. Naeem was himself blind, but he spent all his money to buy the author’s paintings. He could not have his third operation as he was left with no money. For the same reason, he had to leave the hospital. Under Naeem’s pillow, the author finds four paintings. These paintings were drawn by Naeem, before he was blind. These showed he was a great artist.

Bed Number-29 Summary & Translation in Hindi

Bed Number-29 Introduction:
यह कहानी नईम द्वारा लेखक के लिए किए गए महान् बलिदान का वर्णन करती है। लेखक एक शौकिया पेन्टर है। एक दिन उसके साथ एक दुर्घटना हो जाती है और वह अपनी दृष्टि खो बैठता है। अस्पताल में नईम उसके वार्ड में ही है। उसे नम्बर उन्तीस भी कहा जाता है जोकि उसके पलंग का नम्बर है। वह एक बहुत खुश-तबीयत व्यक्ति है। वह लेखक को सुन्दर दृश्यों का वर्णन करता है और उसे दोबारा पेन्टिंग शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करता है। शुरू में लेखक हिचकिचाता है परन्तु अन्त में मान जाता है। नईम पेन्टिंग के लिए उसे हर चीज़ उपलब्ध करवाता है। वह लेखक की पेन्टिंगों की प्रशंसा करता है और उसे बताता है कि कोई भी इस बात पर विश्वास नहीं करेगा कि इन्हें एक अंधे आदमी ने बनाया है।

डॉक्टर दूसरी बार लेखक का ऑपरेशन करते हैं। लेखक ने इस आपरेशन पर अपना अन्तिम पैसा भी खर्च कर दिया है। परन्तु दुर्भाग्यवश यह ऑपरेशन भी असफल रहता है। नईम लेखक को कुछ पैसे देने की पेशकश करता है, परन्तु लेखक इन्कार कर देता है। नईम लेखक की पेन्टिंगों को खरीदने के लिए एक धनी ग्राहक ढूंढ लेता है। अपनी पेन्टिंगों की बिक्री से लेखक को अपने तीसरे ऑपरेशन के लिए काफ़ी पैसे मिल जाते हैं। यह ऑपरेशन सफल रहता है और लेखक को फिर से दिखने लगता है। वह नईम से मिलना चाहता है, परन्तु नईम पहले ही अस्पताल छोड़ कर जा चुका है। लेखक को पता चलता है कि उसकी पेन्टिंगों का अज्ञात खरीददार स्वयम् नईम था। उसकी पेन्टिंगें आड़ी-तिरछी रेखाओं का मात्र पुंज हैं।

नईम खुद अन्धा था, परन्तु उसने अपने सारे पैसे लेखक की तस्वीरें खरीदने में खर्च कर दिए। वह अपना तीसरा ऑपरेशन नहीं करवा सका, क्योंकि उसके पास कोई पैसा नहीं बचा था। इसी वजह से उसे अस्पताल छोड़ना पड़ा था। नईम के तकिये के नीचे से लेखक को चार पेन्टिंगें मिलती हैं। ये पेन्टिंगें नईम ने अन्धा होने से पहले बनाईं थीं। इनसे पता चलता था कि वह एक महान् कलाकार था।

PSEB 10th Class English Literature Book Solutions Chapter 1 Bed Number-29

Bed Number-29 Summary & Translation in Hindi:

(page 5-6)
Brakes shrieked,…………. hope to me.

Word-meanings : 1. shriek—चीखना, (यहां) ब्रेक लगने की तीखी आवाज़; 2. struck-आ कर लगी; 3. leapt-कूदा, होने लगा; 4. recall—-याद आना; 5. predawn glow–प्रभात के पहले वाला प्रकाश; 6. dew-bathed grass-ओस से नहाई हुई घास; 7. masterpiece-सर्वोत्तम कृति; 8. crash–टक्कर; 9. nightmare-बुरा स्वप्न; 10. dreadful-भयानक; 11. depression—-अवसाद; 12. stare– टकटकी लगा कर देखना; 13. limped-लंगड़ा कर चलता था।

अनुवाद- ब्रेक लगने की तीखी आवाज़ आई, कोई चीज़ आकर लगी, कोई चिल्लाया और मेरे चारों ओर अंधेरा घिरता आ रहा था। मेरे पूरे शरीर में पीड़ा होने लगी और एक कोमल आवाज़ ने कहा, “श्रीमान, कृपया हिलिए मत। ऐसा करना खतरनाक हो सकता है।” मैंने समझने की कोशिश की जो भी हुआ था — मैंने प्रभात के पहले होने वाली रोशनी को याद किया; पेड़ और फूल, ओस से नहाई हुई घास, मानो सभी सूर्योदय का इंतज़ार कर रहे थे – मैंने इन सब को अपने कैनवस में कैद कर लिया था, जो मेरी सर्वोत्तम कृति थी, मेरे जीवन की खुशी थी।

इसलिए मैंने उसका नाम ‘जीवन’ रख दिया — उसके बाद मुझे व्यस्त सड़क का दृश्य याद आया, ट्रैफिक का ऊंचा शोर, कार – और वह टक्कर। मेरे हाथ ने आंखों पर बंधी पट्टियों को छुआ। “नहीं, ईश्वर,” मैं कराह उठा, “नहीं, यह नहीं।” । मेरा जीवन आवाजों, भावनाओं, गंधों, स्वादों और भयानक अवसाद का एक दुःस्वप्न बन कर रह गया था। वह अंधेरे का एक पिंजरा था जिसने मुझे कैदी बना कर रखा हुआ था — अंधेरा और मैं, बस हम दोनों थे। समय अब स्थिर हो गया था, अब मेरे लिए सूर्य उदय होना बन्द हो गया था; फूलों का खिलना, जल-धाराएं और निर्मल आकाश अब सिर्फ यादें बन कर रह गए थे। जीवन मेरे साथ ही मरता जा रहा था, एक घंटे से दूसरे घंटे तक मैं पलंग पर लेटा रहता मानो छत की ओर टकटकी लगा कर देख रहा होऊं।

“कहो, क्या हाल है ?” मेरे वार्ड का साथी, नईम, पूछ रहा था जिसे ‘उन्तीस नंबर’ के नाम से जाना जाता था जो कि उसके बैड का नंबर था। वह एक मधुरभाषी और प्रसन्नचित्त व्यक्ति था जो कहानियां सुना कर मुझे सांत्वना देता रहता था और इस प्रकार मेरे मन को जीवन की भयानक वास्तविकताओं से परे ले जाता था। सिवाए इसके कि वह लंगड़ा कर चलता था और उन्तीस नंबर के बैड पर था, मुझे उसके बारे में मुश्किल से ही कुछ पता था। वह फूलों की क्यारियों में फुदकती हुई चिड़ियों का और प्रातःकाल की चमक का वर्णन इतने आश्चर्यजनक ढंग से करता था कि मैं कल्पना करने लगता था मानो उस दृश्य को स्वयं ही देख रहा होऊं। “बोलते रहो,” मैं उससे आग्रह करता जब उसकी आवाज़ आनी बंद हो जाती। इस प्रकार वह सारा दिन अपनी खिड़कियों के बाहर के दृश्य का वर्णन बहुत विस्तार से करता रहता था। उसका ऐसा करना मुझे आशा देता था।

(Page 6)
“Listen,” he said ……….. happened with myself.”

Word-meanings :
1. hobby-शौक के लिए किया गया काम; 2. lash out-फटकारना; 3. hysterical —मानो दौरा पड़ गया हो; 4. moved—बहुत प्रभावित; 5. brightened—जोश आ गया; 6. haystack-घास का ढेर; 7. ablaze चमकदार रंगों से भरी; 8. bask-धूप सेंकना; 9. gasp-लंबी सांसें लेना; 10. uneasy -बेचैनी-भरी; 11. embarrassed—लज्जित कर दिया; 12. after all-कुछ भी हो; 13. plead-विनती करना; 14. attendants—कर्मचारी; 15. miracle-चमत्कार।

अनुवाद- “सुनो,” उसने एक दिन सवेरे कहा। “तुम चित्र बनाना शुरू कर दो, जो जैसा तुमने कहा था, पहले तुम्हारा शौकिया काम हुआ करता था।” मैंने उसे बहुत फटकारा। मैं चिल्लाया, मानो दौरा पड़ गया हो, कि उसे मेरी कला के बारे में मज़ाक करने का कोई अधिकार नहीं था। वह लंगड़ाता हुआ अपने बैड पर चला गया।

कई दिन बीत गए। फिर एक दिन मैंने उससे पूछा कि क्या वह किसी चीज़ से गहरे रूप से प्रभावित हुआ था। “हां,” उसने धीरे-धीरे कहना शुरू किया, “हां, कई चीज़ों से।” अचानक उसकी आवाज़ में जोश आ गया। “हां, बिल्कुल।” “एक बार अक्तूबर की एक सुनहरी शाम के वक्त मैं एक फार्महाउस के पास से गुजर रहा था और मैंने घास का एक ढेर देखा। वह भूसा नहीं था, वह शुद्ध सोना था। चारों तरफ दुनिया रंगों से भरी हुई थीलाल पत्तियां, सफ़ेद बत्तखें जो सुर्ख लाल पश्चिम दिशा में डूबते हुए सूर्य की आखिरी किरणों में धूप सेंक रही थीं। वहां से हिलने में असमर्थ हुआ, मैं वहां खड़ा हो गया और गहरी-गहरी सांसें लेने लगा। “क्या,” मैं चिल्लाया, “तुमने चित्र नहीं पेंट किया ?” एक बेचैनी-भरी खामोशी छा गई जिसने मुझे ऐसा प्रश्न पूछने की लज्जा से भर दिया। कुछ भी हो, मैंने सोचा, हर आदमी कलाकार नहीं होता। “मेरा मतलब है, मैंने तो उसका चित्र पेंट कर लिया होता,” जल्दी-जल्दी मैंने कहा। “तुम क्यों नहीं पेंट कर लेते ? वह दृश्य मेरे मन में है और मैं जानता हूं कि तुम पेंट कर सकते हो। कृपा करके ‘हां’ कह दो, मान जाओ,” उसने विनती की, और इससे पहले कि मैं जान पाऊं कि मैं क्या कर बैठा था, मैंने कह दिया, “हां।”

मेरे जीवन ने एक नया मोड़ ले लिया। उसने मुझे हर वह चीज़ दे दी थी जिसकी ज़रूरत मुझे पेंटिंग में पड़ सकती थी और जब अस्पताल के कर्मचारी आश्चर्य में भर कर चिल्ला उठे जब वे कमरे में आए, तो नईम ने उन्हें चुप करा दिया। फिर चमत्कार शुरू हुआ और उत्सुक, पर लगभग कांपती हुई, उंगलियों से मैं एक उस दृश्य का चित्र बनाने लगा जो मुझे किसी समय बहुत अच्छा लगा था। मैं अपनी याद्दाश्त के कैनवस पर से, लगातार मेहनत करते हुए कागज़ पर उस दृश्य का रेखाचित्र बनाता रहा; मैं अपने काम में इतना डूबा हुआ था कि अपने अंधेपन के विषय में कुछ भी नहीं सोच पा रहा था। मैंने दृश्य का चित्र समाप्त किया और कांपती हुई आवाज़ में नईम को बुलाया। लंबे-लंबे कदमों से वह मेरे बैड की तरफ आया और कुछ समय के लिए मुझे कुछ भी सुनाई नहीं दिया। मेरा दिल डूब गया। “अवश्य ही मैंने कोई भारी गड़बड़ कर दी होगी,” मैं सोचने लगा। फिर उसकी आवाज़ ने खामोशी को भंग कर दिया। “यह बहुत अद्भुत है। यह अविश्वसनीय है, तुम प्रतिभाशाली हो, तुममें विलक्षण प्रतिभा है, कौन कह सकता है कि तुम अंधे हो।” मेरे मन को आराम मिला और मैं कह उठा, “सचमुच! मैं कभी विश्वास नहीं कर सकता था यदि यह मेरे स्वयं के साथ न हुआ होता।”

PSEB 10th Class English Literature Book Solutions Chapter 1 Bed Number-29

(Page 7-8)
Every morning, …………. living for something.

Word-meanings : 1. dreamy-स्वप्निल, मानो सपने में हो; 2. magic dreamland sceneryजादुई स्वप्नदेश का दृश्य; 3. create-रचना करना, (यहां) चित्र बनाना; 4. anxiety-चिंता; 5. lump in one’s throat गला रुंध जाना, मानो गले में कुछ अटक गया हो; 6. unwound-(पट्टियां) खोली जा रही थीं; 7. buried—गड़ा लिया; 8. console-सांत्वना देना; 9. shock—सदमा लगना; 10. persuadeमनाना; 11. awful-भद्दा, बेकार; 12. strike a bargain-सौदा कर सकना।

अनुवाद- हर सुबह, नाश्ते के बाद, नईम मेरे बैड पर आता, एक स्वप्निल आवाज़ में एक दृश्य का वर्णन करता जिस पर मैं सवेरे से शाम तक काम करता रहता, मानो कि दिन कभी खत्म नहीं होगा। एक कैनवस खत्म होता और दूसरा शुरू होता। यह सब बहुत अद्भुत था। नईम मुझसे जादुई स्वप्नदेश का सारा दृश्य बनवाता। स्वयं को उसके रंगों की दुनिया में गुम करके, और अपने अंधेपन को भूल कर, मैं कागज़ पर वह सब चित्रित करता जो वह कहता। वह हमेशा मेरी प्रशंसा करता और मुझे अपनी प्रतिभा पर ज्यादा, और ज्यादा विश्वास होता गया। वह स्वयं रंगों का मिश्रण करता, और किसी जगह हल्की शेड और किसी और जगह गहरी रेखा का इस्तेमाल करने का सुझाव देता। यह वही समय था जब डाक्टरों ने एक बार फिर मेरा ऑपरेशन किया।

नईम ने पढ़ कर मुझे सुनाने का या मेरी खिड़की के बाहर के दृश्य का वर्णन करने का काम अपने ऊपर ले लिया क्योंकि मैं बैड से हिलने में असमर्थ था। जैसे-जैसे दिन बीते, मेरी चिंता बढ़ती गई – आंशिक रूप से इसलिए क्योंकि मैं अपनी स्वयं की आंखों से रंगों की दुनिया को देखना चाहता था, पर ज्यादा इसलिए क्योंकि मैंने इसी ऑपरेशन में अपना अंतिम रुपया भी खर्च कर दिया था, और ऑपरेशन के असफल हो जाने की स्थिति में मैंने अंधेरों और कष्टों के विपत्तिपूर्ण जीवन से डरते रहना था। मैं नर्स के साथ डाक्टरों के कमरे की तरफ जा रहा था जब नईम आया और बोला, “आज का दिन बहुत सुंदर है, मुझे पूरी उम्मीद है कि तुम इसे जल्दी देख सकोगे।” मैंने जवाब देना चाहा पर मानो गले में कुछ अटक गया। मुझे ऑपरेशन थियेटर से आने वाली गंध आई और मैंने एक दस्ताने वाले हाथ को कोमलता से स्वयं को छूते हुए अनुभव किया। मेरी पट्टियां खोली जा रही थीं। दीवार-घड़ी की टिक-टिक सुनाई दे रही थी और एक आवाज़ ने कहा, “अपनी आँखें खोलो,” और मैंने अपनी आँखें खोलीं। वही समाप्त न होने वाला अंधेरा अभी भी मौजूद था।

नर्स की मदद से मैं वापस अपने कमरे में आ गया। तो मेरे सामने ऐसा जीवन था – अंधेरे से भरा हुआ। मैंने अपना सिर तकिए में गड़ा लिया। नईम मेरी बगल में था और मुझे सांत्वना दे रहा था। “मैं जल्दी ही यहां से चला जाऊंगा, नईम,” मैंने एक दिन उदास हो कर कहा। “मेरे पास अब पैसे नहीं बचे, इस ऑपरेशन में मेरा सब कुछ खर्च हो गया।” उसे सदमा लगा। “ओह, नहीं! मेरे पास कुछ पैसे हैं, तुम उन्हें ले सकते हो,” उसने कोमलतापूर्वक कहा। मैंने दृढ़ता से उत्तर दिया, “धन्यवाद, नईम। मैंने कभी भी किसी से कुछ नहीं मांगा, न ही भविष्य में मांगूंगा, फिर भी (पेशकश के लिए) मैं तुम्हारा धन्यवाद करता हूं।” उसने मुझे मनाने की कोशिश की, पर मैंने सुनने से इन्कार कर दिया। एक दिन दोपहर में नईम दौड़ता हुआ मेरे बैड पर आया और कहने लगा, “सुनो यार, मेरा एक दोस्त है जो कला-प्रेमी है। वह तुम्हारे पेंट किए हुए चित्र खरीदना चाहता है।” “ऐसा कैसे हो सकता है, वह तो बहुत भद्दे होंगे!” मैंने सोचा। “वह अमीर है, हम उससे सौदा कर सकते हैं।” मैंने हामी भर दी और नईम खुशी से कमरे में इधर-उधर नाचने लगा। अगले दिन उसने मुझे कुछ कड़कड़ाते हुए नोट पकड़ाए। मेरी प्रसन्नता की कोई सीमा न रही। आशा फिर से ऊंची उठ गई। एक बार फिर मैं किसी उद्देश्य के लिए जीने लगा था।

(Page 8)
I took to ……… paintings in my hand.

Word-meanings :
1. tale—कहानी; 2. off and on—कभी-कभी; 3. purple-जामुनी; 4. splash —छींटे मारना, छितरा जाना; 5. mind’s eye—मन की आँखें ; 6. regained consciousness होश में आया; 7. flash-चमक, कौंध; 8. wheeled back-पहिएदार कुसी में बिठाकर वापिस ले गए; 9. pale -पीला (बीमारी या घबराहट से); 10. vanished—गायब हो गई।

अनुवाद- मैंने फिर से चित्र पेंट करना शुरू कर दिया। हर सुबह नईम मेरी बगल में बैठ जाता और अपनी स्वप्निल कहानी शुरू कर देता। मैं चित्र बनाता और बनाता ही गया। वह अपरिचित खरीददार कभी-कभी आता और मेरे चित्र खरीद लेता। नईम चारों ऋतुओं के दृश्यों का वर्णन इतने भावनात्मक ढंग से करता, विशेषकर सूर्यास्त के दृश्यों का, कि गुलाबी, जामुनी, सफ़ेद, बैंगनी और सुनहरे रंग के सारे शेड मेरे ‘मन की आंखों’ के सामने छितरा जाते।

मेरे सारे चित्र खरीद लिए गए थे और मैंने स्वयं को तीसरे ऑपरेशन के लिए तैयार पाया। ऑपरेशन के बाद जब मुझे होश आया, मुझसे कहा गया कि मैं न तो हिलूं और न ही किसी से बात करूं। बैड नंबर उन्तीस, नर्स ने बताया, खाली हो चुका था। जब मेरी पट्टी खोली जाने वाली थी तो मैंने नईम को बुला लाने को कहा किन्तु नर्स ने कहा कि वह बीमार था और आने में असमर्थ था। डाक्टर ने पट्टी खोली और जब मैंने अपनी आंखें खोली तो रोशनी की एक चमक मेरी आंखों में घुसती चली गई – मैं देख पा रहा था। वे पहिएदार कुर्सी में बिठाकर मुझे वापिस कमरे में ले गए।

मैं ऊंची आवाज़ में बोला, “नईम, नईम।” “सिस्टर, नईम कहां है ?” मैंने पूछा। नर्स का चेहरा पीला पड़ गया जब उसने मुझे नईम का पत्र पकड़ाया – आशा की देवी मुझ पर मुस्कराई और फिर उसी शीघ्रता से, जितनी शीघ्रता से वह आई थी, वह गायब हो गई। दुःख से पागल होकर मैं अलमारी की तरफ भागा, और वहां मेरे सारे चित्र पड़े हुए थे। वे केवल अव्यविस्थत रूप से खींची गई लकीरों के पुंज थे जिनमें कोई रंग नहीं था। नर्स बोली, “वह बहुत महान् व्यक्ति था। उसने अपने सारे पैसों से यह चित्र खरीदे और अस्पताल छोड़ कर चला गया जब उसके पास चित्र खरीदने के लिए पैसे नहीं रहे। वह अपना तीसरा ऑपरेशन भी नहीं करवा सका।”

PSEB 10th Class English Literature Book Solutions Chapter 1 Bed Number-29

“क्या ?” मैं चिल्ला पड़ा, “ऑपरेशन ? कौन सा ऑपरेशन ? “क्यों ? बेशक उसकी आंखों का ऑपरेशन, वह अंधा था,” वह बोली। कुछ देर के लिए मैं हिलने में असमर्थ हो गया। आंसुओं ने मेरी आंखों को धुंधला कर दिया था। उसके तकिए के नीचे वे चार चित्र पड़े हुए थे जिनमें उसने अंधा होने से पहले चार ऋतुओं की पेटिंग की थी। उसने उन्हीं चित्रों का वर्णन मेरे सामने किया था – और इस प्रकार मेरे ‘कैनवस पर वे चित्र पेंट करने की कोशिश की थी। आंसुओं ने मेरी आंखों को धुंधला कर दिया जब मैंने उसके चित्रों को अपने हाथों में लिया।

PSEB 10th Class English Main Course Book Solutions Chapter 7 The Making of the Earth

Punjab State Board PSEB 10th Class English Book Solutions English Main Course Book Chapter 7 The Making of the Earth Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 English Main Course Book Chapter 7 The Making of the Earth

Short Answer Type Questions

Question 1.
What are planets ?
Answer:
A body that goes round a star is called a planet. For example, the sun is a star and the earth goes round it. Thus the earth is a planet of the sun.

वह पिण्ड जो किसी तारे के गिर्द चक्र लगाता है, उसे ग्रह कहा जाता है। उदाहरण के लिए, सूर्य एक तारा है और पृथ्वी उसके गिर्द चक्र लगाती है। इस प्रकार पृथ्वी सूर्य का एक ग्रह है।

Question 2.
Define the solar system.
Answer:
The solar system means the family of the sun. It includes the sun, its planets and the satellites of these planets.

सौर-मण्डल का अर्थ है, सूर्य का परिवार। इसमें सूर्य, उसके ग्रह और इन ग्रहों के उपग्रह शामिल हैं।

PSEB 10th Class English Main Course Book Solutions Chapter 7 The Making of the Earth

Question 3.
How can you distinguish between planets and stars?
Answer:
Stars twinkle while planets don’t. This is the real way to distinguish between planets and stars.

तारे टिमटिमाते हैं जबकि ग्रह टिमटिमाते नहीं हैं। ग्रहों और तारों के मध्य भेद जानने का यही वास्तविक तरीका है।

Question 4.
Why do the stars twinkle ?
Answer:
The stars, like the sun, are balls of fire. As their rays pass through the different layers of the atmosphere, they seem to be twinkling.

सूर्य की तरह तारे आग के गोले हैं। जब उनकी किरणें वायुमंडल की विभिन्न परतों में से गुज़रती हैं तो वे टिमटिमाते हुए प्रतीत होते हैं।

Question 5.
How was the earth formed ?
Answer:
The earth shot out from the sun. In the beginning, it was very hot. It took millions of years to cool down.

धरती छिटक कर सूर्य से अलग हो गई। शुरू में यह बहुत गर्म थी। इसे ठण्डा होने में लाखों वर्ष लग गए।

Question 6.
How were oceans and seas formed ?
Answer:
To begin with, the earth was very hot. When it cooled, all the water vapour in the air condensed into water. It came down as rain. It rained heavily. All the hollows of the earth were filled. Thus oceans and seas were formed.

आरम्भ में धरती बहुत गर्म थी। जब यह ठण्डी हो गई तो हवा में मौजूद सब जल-वाष्प कण पानी में बदल गए। यह वर्षा के रूप में नीचे आ गिरे। भारी वर्षा हुई। धरती के सभी गड्डे भर गए। इस प्रकार महासागर और सागर बन गए।

Question 7.
Why does the moon look bigger than the stars ?
Answer:
The moon looks bigger than the stars because it is quite near to the earth.

चाँद तारों से बड़ा दिखाई देता है क्योंकि यह धरती के बहुत निकट है।

Long Answer Type Questions

Question 1.
What are planets ? Define the solar system.
Answer:
A body that goes round a star is called a planet. For example, the sun is a star and the earth goes round it. Thus the earth is a planet of the sun. The solar system means the family of the sun. It includes the sun, its planets and the satellites of these planets.

वह पिण्ड जो किसी तारे के गिर्द चक्र लगाता है, उसे ग्रह कहा जाता है। उदाहरण के लिए, सूर्य एक तारा है और पृथ्वी उसके गिर्द चक्र लगाती है। इस प्रकार पृथ्वी सूर्य का एक ग्रह है। सौर-मण्डल का अर्थ है, सूर्य का परिवार। इसमें सूर्य, उसके ग्रह और इन ग्रहों के उपग्रह शामिल हैं।

PSEB 10th Class English Main Course Book Solutions Chapter 7 The Making of the Earth

Question 2.
Write a short note on the making of the earth.
Answer:
Long, long ago, the earth and the other planets were part of the sun. Somehow, little bits of the sun shot away from it. One of these bits was our earth. To begin with, it was as hot as the sun. But very slowly, it started to cool. And then life began to appear on it.

बहुत लंबे समय पहले, धरती और अन्य ग्रह सूर्य का भाग होते थे। किसी तरह सूर्य के कुछ छोटेछोटे कण छिटक कर इससे अलग हो गए। इनमें से एक टुकड़ा हमारी धरती था। शुरू में यह सूर्य के समान ही गर्म थी। परन्तु बहुत धीरे-धीरे यह ठण्डी होनी शुरू हो गई। और फिर इस पर जीवन प्रकट होने लगा।

Question 3.
Write a few words on the happy family of the sun.
Answer:
The sun has its planets and the planets have their satellites. All these form a happy family. They are called the solar system. Solar means belonging to the sun. The sun is the father of all the planets. Therefore, the whole group is called the Solar System.

सूर्य के अपने ग्रह हैं और ग्रहों के अपने-अपने उपग्रह हैं। वे सभी एक खुशहाल परिवार बनाते हैं। इन्हें सौर-मण्डल कहा जाता है। सौर का अर्थ है, सूर्य से सम्बन्धित । सूर्य सभी ग्रहों का पिता है। इसलिए पूरे समूह को सौर-मण्डल कहा जाता है।

Vocabulary and Grammar

Question 1.
Moon is the satellite of ……………
(i) universe
(ii) oceans
(iii) Mars
(iv) Earth.
Answer:
(iv) Earth.

Question 2.
From where do the planets get light ?
Answer:
From the sun.

Question 3.
The planets twinkle at night. (True/False)
Answer:
False

Question 4.
All the hollows of the earth were filled with ……………… when it rained heavily.
(i) dust
(ii) snow
(iii) water
(iv) light.
Answer:
(iii) water

Question 5.
How many years did the Earth take to cool down?
(i) Thousand
(ii) Millions
(iii) Hundred
(iv) None of these
Answer:
(iv) None of these

Question 6.
Planets have natural satellites. (True/False)
Answer:
True

Answer each of the following in one word / phrase / sentence :

Question 1.
Name the author of the chapter.
Answer:
Jawahar Lal Nehru.

Question 2.
What does the earth go round ?
Answer:
The sun.

Question 3.
What constitues the solar system ?
Answer:
The sun, its planets and the satellites of the planets.

PSEB 10th Class English Main Course Book Solutions Chapter 7 The Making of the Earth

Question 4.
Is the sun a planet?
Answer:
No, it is a star.

Question 5.
Why is moon called a satellite of the earth?
Answer:
Because it revolves round the earth.

Question 6.
How do the stars shine?
Answer:
They shine of themselves.

Question 7.
How is the inside of the earth ?
Answer:
It is extremely hot.

Question 8.
Why did the moon cool earlier than the earth ?
Answer:
Because it was much smaller in size.

Question 9.
How were the oceans and seas formed?
Answer:
They were formed after the heavy rain when all the water on the earth condensed.

Question 10.
How do we feel when we go down a coal mine?
Answer:
It becomes hotter and hotter as we go deeper into the mine.

Complete the following :

1. The earth goes round ……………
2. The moon is called a ………. of the earth.
3. ………………. is termed the father of the family called ‘solar system’.
4. The sun is actually a ……
5. The sun is much ……………… than the earth or the moon.
6. Moon shines due to ……………… light falling on it.
Answer:
1. the sun
2. satellite
3. The sun.
4. star
5. bigger
6. the sun’s.

Write True or False against each statement :

1. The sun is the nearest star to the inhabitants of the earth.
2. The moon is also a star.
3. The solar system was formed only a few hundred years ago.
4. The other stars revolve round the sun.
5. The sun is heavier than the earth.
6. Stars twinkle because they are very far away.
Answer:
1. True
2. False
3. False
4. False
5. True
6. False.

Choose the correct option for each of the following :

Question 1.
The earth goes round …………..
(a) the sun
(b) the moon
(c) the satellites
(d) the stars.
Answer:
(a) the sun

Question 2.
The solar system includes ………….
(a) the sun
(b) its planets
(c) the satellites of the planets.
(d) all the above.
Answer:
(d) all the above.

Question 3.
The inside of the earth is ……….
(a) hotter than moon
(b) very cool
(c) full of water
(d) still extremely hot.
Answer:
(d) still extremely hot.

Question 4.
The earth took …….. to turn into solid form.
(a) a lot of time
(b) millions of years
(c) hundreds of years
(d) about 1000 years.
Answer:
(b) millions of years

Objective Type Questions

Question 1.
Fill in the blanks with the given prepositions, making appropriate phrasal verbs :
Answer:
(a) on
(b) off
(c) out
(d) into
(e) down.
Answer:

Question 2.
Fill in the blanks, selecting suitable words from the given list :
Answer:
Everything exists in space. But what exactly is space is something beyond human imagination and comprehension. It is also beyond mathematical calculation. We do not know for sure how far space extends. It does not have a beginning. And it does not have an end. It was earlier believed that the earth was the centre of the universe and that all heavenly bodies, including the sun, revolved around it. With the advancement of science and technology, it was known that the sun was the centre of the solar system and that the entire solar system occupies just a tiny fraction of space in the entire universe.

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Question 3.
Fill in the blanks, using the correct infinitive or participle :
Answer:
1. failing
2. to go
3. going
4. to living
5. to live
6. waiting
7. to visit.

Question 4.
Fill in the blanks with suitable articles :
Answer:
So the earth started to cool. It took a long time over it. Gradually, the surface of the earth became cooler although the interior remained very hot. Even now if you go down a coal mine, it becomes hotter and hotter as you go down. Probably if you could go down deep enough inside the earth, you would find it red hot.

The Making of the Earth Summary & Translation in English

The Making of the Earth Introduction:
This chapter is an extract from Nehru’s ‘Letters from a Father to His Daughter. He wrote these letters to his daughter in the summer of 1928 when she was at Mussoorie. In this chapter, Nehru defines the solar system to which our earth belongs. He differentiates between a planet and a star. He talks of the breaking away of the earth from the sun and the breaking away of the moon from the earth. He also talks about the gradual cooling of the earth and the moon, and the formation of the great oceans.

The Making of the Earth Summary & Translation in English

Page 103

You know that the earth goes round the sun and the moon goes round the earth. You know also perhaps that there are several other bodies which like the earth go round the sun. All these, including our earth, are called planets of the sun. The moon is called a satellite of the earth because it hangs on to it. The Other planets have also got their satellites.

The sun and the planets with their satellites form a happy family. This is called the solar system. Solar means belonging to the sun, and the sun being the father of all the planets, the whole group is called the Solar System. At night you see thousands of stars in the sky. Only a few of these are the planets and these are really not called stars at all. Can you distinguish between a planet and a star? The planets are really quite tiny, like our earth, compared to the stars but they look bigger in the sky because they are much nearer to us.

Just as the moon, which is in reality quite a baby, looks so big because it is quite near to us. But the real way to distinguish stars from the planets is to see if they twinkle or not. Stars twinkle, planets do not. That is because the planets only shine because they get the light of our sun. It is only the sunshine on the planets or the moon that we see. The real stars are like our sun. They shine of themselves because they are very hot and burning. In reality our sun itself is a star, only it looks bigger as it is nearer and we see it as a great ball of fire.

Page 104

So our earth belongs to the family of the sun the solar system. We think the earth is very big and it is big compared to our tiny selves. It takes weeks and months to go from one part of it to another even in a fast train or steamer. But although it seems so big to us it is just like a speck of dust hanging in the air. The sun is millions of miles away and the other stars are even further away.

Astronomers, those people who study the stars, tell us that long, long ago the earth and all the planets were part of the sun. The sun was then as it is now a mass of flaming matter, terribly hot. Somehow little bits of the sun got loose and they shot out into the air. But they could not wholly get rid of their father, the sun.

It was as if a rope was tied to them and they kept whirling round the sun. This strange force, which I have compared to a rope, is something which attracts little things to great. It is the force which makes things fall by their weight. The earth being the biggest thing near us, attracts everything we have.

In this way, our earth also shot out from the sun. It must have been very hot, with terrible hot gases and air all around it, but as it was very much smaller than the sun, it started to cool. The sun also is getting less hot but it will take millions of years to cool down. The earth took much less time to cool. When it was hot, of course, nothing could live on it – no man or animal or plant or tree. Everything would have been burnt up then.

PSEB 10th Class English Main Course Book Solutions Chapter 7 The Making of the Earth

Page 105
Just as a bit of the sun shot out and became the earth, so also a bit of the earth shot out and became the moon. Many people think that moon came out of the great hollow which is now the Pacific Ocean, between America and Japan. So the earth started to cool. It took a long time over it. Gradually the surface of the earth became cooler although the interior remained very hot. Even now if you go down a coal mine it becomes hotter and hotter as you go down. Probably if you could go down deep enough inside the earth you would find it red hot. The moon also started to cool and because it was much smaller than even the earth, it cooled more quickly than the earth. It looks delightfully cool, does it not ? It is called the ‘cold moon’. Perhaps it is full of glaciers and ice fields.

When the earth cooled all the water vapour in the air condensed into water and probably came down as rain. It must have rained a tremendous lot then. All this water filled the great hollows in the earth and so the great oceans and seas were formed.As the earth became cooler and the oceans also became cooler, it became possible for living things to exist on the earth’s surface or in the sea .

The Making of the Earth Summary & Translation in Hindi

The Making of the Earth Introduction:
यह पाठ नेहरू द्वारा लिखित ‘एक पिता द्वारा अपनी पुत्री को लिखे पत्रों में से लिया गया एक अंश है। उसने ये पत्र अपनी पुत्री को 1928 की गर्मियों में लिखे जब वह मसूरी में थी। इस पाठ में नेहरू सौर-मण्डल का वर्णन करता है जिससे हमारी पृथ्वी सम्बन्ध रखती है। वह एक ग्रह और तारे में भेद बताता है। वह धरती के सूर्य से अलग होने और चन्द्रमा के धरती से अलग होने के बारे में बताता है। वह धरती और चन्द्रमा के धीरे-धीरे ठण्डा होने और बड़े-बड़े महासागरों के बनने के बारे में भी बताता है।

The Making of the Earth Summary & Translation in Hindi

Page 103

तुम जानती हो कि पृथ्वी सूर्य के चारों तरफ घूमती है और चंद्रमा पृथ्वी के चारों तरफ घूमता है। शायद तुम यह भी जानती हो कि कई अन्य ऐसे अन्य पिंड हैं जो पृथ्वी की तरह सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाते हैं। हमारी धरती सहित इन सभी को सूर्य के ग्रह कहा जाता है। चन्द्रमा को पृथ्वी का उपग्रह कहा जाता है क्योंकि यह इसके साथ लटका रहता है। अन्य ग्रहों के भी अपने-अपने उपग्रह हैं। सूर्य और उसके ग्रह अपने अपने उपग्रहों सहित एक सुखी परिवार बनाते हैं।

इस परिवार को सौर-मंडल कहा जाता है। सौर का अर्थ होता है सूर्य से संबंध रखने वाला, और क्योंकि सूर्य सभी ग्रहों का पिता है, पूरे समूह को सौर-मंडल कहा जाता है। रात के समय तुम आकाश में हज़ारों तारे देखती हो। उनमें से केवल कुछ ही ग्रह हैं और इन्हें वास्तव में तारे बिल्कुल भी नहीं कहा जाता है। क्या तुम एक ग्रह और एक सितारे में भेद बता सकती हो ? वास्तव में तारों की तुलना में ग्रह हमारी पृथ्वी की ही भान्ति बहुत छोटे होते हैं, किन्तु वे आकाश में अधिक बड़े दिखते हैं क्योंकि वे हमारे बहुत नज़दीक हैं।

बिल्कुल उसी तरह चन्द्रमा भी, जो वास्तव में एक छोटे बच्चे के समान है, इतना बड़ा दिखता है क्योंकि यह हमारे बहत नज़दीक है। परन्तु तारों और ग्रहों में फर्क जानने का असली तरीका यह देखना है कि वे झिलमिलाते हैं या नहीं। तारे झिलमिलाते हैं, किन्त ग्रह नहीं। ऐसा इसलिए है क्योंकि ग्रह केवल इसलिए चमकते हैं क्योंकि वे हमारे सूर्य से प्रकाश ग्रहण करते हैं। ग्रहों पर अथवा चन्द्रमा पर यह केवल सूर्य की रोशनी ही है जिसे हम देखते हैं। वास्तविक तारे हमारे सूर्य की तरह होते हैं। वे स्वयं के प्रकाश से चमकते हैं क्योंकि वे बहुत गर्म हैं और जल रहे हैं। असल में हमारा सूर्य स्वयं एक तारा है, केवल यह ज्यादा बड़ा दिखता है क्योंकि यह ज़्यादा नज़दीक है और हम इसे आग की एक विशाल गेंद के जैसा देखते हैं।

PSEB 10th Class English Main Course Book Solutions Chapter 7 The Making of the Earth

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इस प्रकार हमारी पृथ्वी सूर्य के परिवार अर्थात् सौर मंडल से संबंध रखती है। हम सोचते हैं कि पृथ्वी बहुत बड़ी है और हम छोटे जीवों की तुलना में यह वास्तव में बहुत बड़ी है। किसी तेज़ रेलगाड़ी या स्टीमर द्वारा भी इसके एक भाग से दूसरे भाग तक पहुंचने में कई सप्ताह और महीने लग जाते हैं। किन्तु यद्यपि यह हमें इतनी विशाल प्रतीत होती है, यह मात्र हवा में लटकी हुई धूल के एक कण के समान है। सूर्य लाखों मील दूर है तथा अन्य तारे उससे भी बहुत ज्यादा दूर हैं। खगोल-शास्त्री, वे लोग जो तारों का अध्ययन करते हैं, हमें बताते हैं कि बहुत लम्बे समय पहले पृथ्वी और सभी ग्रह सूर्य का भाग हुआ करते थे। सूर्य उस समय, जैसा वह आज भी है, जलते हुए पदार्थ का एक पुंज था, जो भयानक रूप से गर्म था। किसी कारणवश सूर्य के कुछ छोटे टुकड़े उससे अलग हो गए और तेजी से बाहर हवा में चले गए।

किन्तु वे पूरी तरह से अपने पिता अर्थात् सूर्य से छुटकारा न पा सके। यह ऐसे था मानो उनके साथ एक रस्सी बन्धी हो और वे तेजी के साथ सूर्य के चारों तरफ चक्कर लगाने लगे। यह विचित्र बल,
जिसकी तुलना मैंने रस्सी से की है, एक ऐसी चीज़ होता है जो छोटी-छोटी चीज़ों को बड़ी चीजों की तरफ़ खींच लाता है। यही वह बल है जो चीज़ों को उनके भार की वजह से गिरने पर विवश करता है। पृथ्वी हमारे नज़दीक की सबसे बड़ी चीज़ होने के कारण हमारी सब चीज़ों को अपनी तरफ़ खींचती है।

इस तरह, हमारी पृथ्वी भी सूर्य से छिटक कर अलग हो गई। इसके चारों ओर फैली भयानक रूप से गर्म गैसों और हवा के कारण यह बहुत गर्म रही होगी, किन्तु क्योंकि यह सूर्य से बहुत छोटी थी, यह ठंडी होनी शुरू हो गई। सूर्य भी कम गर्म होता जा रहा है |किन्तु इसे ठंडा होने में लाखों वर्ष लग जाएंगे। पृथ्वी ने ठंडा होने में इससे बहुत कम समय लिया। जब यह गर्म थी तो निस्संदेह इस पर कोई भी चीज़ जीवित नहीं रह सकती थी – न मनुष्य और न ही कोई जानवर अथवा पौधा या पेड़। हर चीज़ तब भस्म हो जाती।

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जिस प्रकार सूर्य का एक टुकड़ा छिटक गया और पृथ्वी बन गया, ठीक उसी प्रकार पृथ्वी का एक टुकड़ा इससे छिटक गया और चन्द्रमा बन गया। बहत लोगों का विचार है कि चन्द्रमा उस विशाल गड़े से निकला था जो वर्तमान में अमेरिका और जापान के मध्य स्थित प्रशांत महासागर है। इस प्रकार पृथ्वी ठंडी होनी शुरू हो गई। ऐसा करने में इसे लंबा समय लग गया। धीरे-धीरे पथ्वी की सतह ठंडी हो गई यद्यपि इसका आंतरिक भाग बहुत गर्म रहा। आज भी यदि आप कोयले की किसी खान में नीचे जाएं तो यह अधिकाधिक गर्म होती जाएगी जैसे-जैसे आप नीचे तथा और नीचे चलते जाएंगे।

शायद यदि आप पृथ्वी के अन्दर काफी गहराई तक जा सकें तो आप इसे तपती हुई लाल पाएंगे। चन्द्रमा भी ठंडा होना शुरू हो गया और क्योंकि यह पृथ्वी से काफ़ी छोटा था, यह पृथ्वी की अपेक्षा अधिक जल्दी ठंडा हो गया। यह आनंददायक ठंडा दिखाई देता है, क्या नहीं ? इसे ‘ठंडा चंद्रमा’ कहा जाता है। शायद यह हिमनदियों और बर्फ के मैदानों से भरा हुआ है।जब पृथ्वी ठंडी हो गई तो हवा में विद्यमान सब जल-वाष्प कण घने हो कर पानी बन गए और संभवतया वर्षा बन कर नीचे गिर आए।

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उस समय अवश्य बहुत भारी वर्षा हुई होगी। इस पूरे पानी ने पृथ्वी के बड़े-बड़े गड्ढों को भर दिया और इस प्रकार विशाल महासागरों और समुद्रों की रचना हुई। जैसे-जैसे पृथ्वी और ज़्यादा ठंडी होती गई और महासागर भी ज्यादा ठंडे हो गए तो पृथ्वी की सतह पर और समुद्र के अंदर जीवों का रहना संभव हो गया

PSEB 10th Class English Main Course Book Solutions Chapter 6 The Home-Coming

Punjab State Board PSEB 10th Class English Book Solutions English Main Course Book Chapter 6 The Home-Coming Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 English Main Course Book Chapter 6 The Home-Coming

Short Answer Type Questions

Question 1.
Who was Phatik ?
Answer:
Phatik was a fourteen-year-old boy. He was the ringleader among the boys of his village. His fertile mind always thought of new mischiefs.

फटिक एक चौदह-वर्षीय लड़का था। वह अपने गाँव के लड़कों का मुखिया था। उसका उपजाऊ दिमाग़ हमेशा नई-नई शरारतें सोचता रहता था।

Question 2.
What was the new mischief Phatik thought of ?
Answer:
There was a log lying on the bank of the river. He planned to roll the log away with the help of the other boys. In this way, he wanted to annoy the owner and enjoy the fun.

नदी के किनारे लकड़ी का एक लट्ठा पड़ा हुआ था। उसने अन्य लड़कों की मदद से लटे को लुढ़का कर दूर ले जाने की योजना बनाई। इस प्रकार वह मालिक को परेशान करना और इसका आनन्द उठाना चाहता था।

PSEB 10th Class English Main Course Book Solutions Chapter 6 The Home-Coming

Question 3.
Why were Phatik and his friends annoyed with Makhan ?
Answer:
Phatik and the other boys wanted to roll the log away. But Makhan came and sat down on the log. This annoyed Phatik and his friends.

फटिक और दूसरे लड़के लट्ठ को लुढ़का कर दूर ले जाना चाहते थे। परन्तु माखन आया और लट्ठ पर बैठ गया। इससे फटिक और उसके मित्र नाराज़ हो गए।

Question 4.
What was Phatik’s ‘new manoeuvre’ ?
Answer:
Phatik asked his followers to roll the log with Makhan sitting over it. This, he thought, would give them added amusement.

फटिक ने अपने साथियों से कहा कि वे लढे को उसके ऊपर बैठे हुए माखन सहित ही लुढ़का दें। उसने सोचा कि इससे उन्हें और भी ज्यादा मज़ा आएगा।

Question 5.
Why did Phatik beat Makhan even in the presence of his mother ?
Answer:
Makhan lied to his mother that Phatik had beaten him. Phatik could not bear this. Therefore, he beat Makhan.

माखन ने अपनी मां से झूठ बोल दिया कि फटिक ने उसे पीटा था। फटिक से यह सहन न हुआ। इसलिए उसने माखन की पिटाई कर दी।

Question 6.
Was Makhan speaking the truth?
Answer:
No, he was not speaking the truth. Phatik had not beaten him. In fact, it was Makhan who had beaten Phatik.

नहीं, वह सच नहीं बोल रहा था। फटिक ने उसकी पिटाई नहीं की थी। वास्तव में, यह माखन था जिसने फटिक की पिटाई की थी।

Question 7.
Why did Phatik’s mother want to send him away to her brother’s house ?
Answer:
The mother had a prejudice against Phatik. She thought he would some day drown Makhan in the river, or break his head in a fight. Therefore, she wanted to send him away.

मां फटिक के प्रति एक ग़लत धारणा रखती थी। वह सोचती थी कि किसी दिन वह माखन को या तो नदी में डुबो देगा या लड़ाई में उसका सिर फोड़ देगा। इसलिए वह उसे वहां से भेज देना चाहती थी।

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Question 8.
How was Phatik received by his aunt ?
Answer:
The aunt was not at all pleased. She thought of Phatik as an unnecessary addition to her family.

(फटिक की) मामी तनिक भी प्रसन्न न हुई। वह फटिक को अपने परिवार में एक अनावश्यक वृद्धि मानती थी।

Question 9.
Why couldn’t Phatik do well at school ?
Or How did Phatik fare at his new school in Kolkata ?
Answer:
Phatik was ill-treated at his uncle’s house. He was always sad. He could not put his mind to his studies. Naturally, he could not do well at school.

फटिक के साथ उसके मामा के घर पर बहुत बुरा व्यवहार किया जाता था। वह सदा उदास रहता था। वह अपना ध्यान पढ़ाई में नहीं लगा पाता था। स्वाभाविक रूप से, वह स्कूल में अच्छा प्रदर्शन न कर पाया।

Question 10.
How did Phatik’s aunt behave on learning about the loss of his book ?
Answer:
The aunt called Phatik a country lout. She said that she couldn’t buy him new books five times a month.

मामी ने फटिक को गांव का एक गंवार कहा। उसने कहा कि वह उसे महीने में पांच बार नई पुस्तकें खरीद कर नहीं दे सकती।

Question 11.
What was the immediate reason for Phatik’s departure from his uncle’s house ?
Answer:
One day, Phatik had a bad headache and a shivering fit. He feared he would become a nuisance to his aunt. That was why he left the house.

एक दिन फटिक को भयानक सिर-दर्द हुआ और कंपकंपी छिड़ गई। उसे भय था कि वह अपनी मामी के लिए मुसीबत बन जाएगा। इसी कारण से उसने घर छोड़ दिया।

Question 12.
Why did Bishamber send for his sister ?
Answer:
Phatik was seriously ill. The doctor said that the boy’s condition was critical. That was why Bishamber sent for his sister.

फटिक गम्भीर रूप से बीमार हो गया। डाक्टर ने कहा कि लड़के की हालत नाजुक थी। इसी कारण से बिशम्बर ने अपनी बहन को बुला भेजा।

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Question 13.
What were Phatik’s last words ?
Answer:
Phatik’s last words were : ‘Mother, the holidays have come.’

फटिक के अन्तिम शब्द थे : ‘मां, छुट्टियां आ गई हैं।’

Long Answer Type Questions

Question 1.
How does Phatik feel when he is at Kolkata ?
Answer:
While at Kolkata, Phatik feels like a fish out of water. His aunt ill-treats him. His cousins mock at him. At school, his teachers cane him daily. All this makes Phatik’s life very miserable. He longs to go back to his village home.

कोलकाता में रहने के दौरान फटिक पानी से बाहर आई मछली की भांति महसूस करता है। उसकी मामी उससे बुरा व्यवहार करती है। उसके ममेरे भाई उसका मजाक उड़ाते हैं। स्कूल में उसके अध्यापक उसे प्रतिदिन बैंतों से मारते हैं। इन सबसे फटिक का जीवन बहुत दुःख-भरा हो जाता है। वह वापस अपने गांव के घर में जाने के लिए तड़पता रहता है।

Question 2.
Why does Bishamber want to take Phatik to Kolkata ?
Answer:
The mother is prejudiced against Phatik. She thinks of him as a big nuisance. She calls him lazy, wild and disobedient. Bishamber wants to help his widowed sister. So he offers to take Phatik with him to Kolkata. He says he will educate him there with his own children.

मां की फटिक के प्रति एक ग़लत धारणा बनी हुई है। वह उसे एक बड़ी सिरदर्दी मानती है। वह उसे निकम्मा, असभ्य और गुस्ताख कहती है। बिशम्बर अपनी विधवा बहन की मदद करना चाहता है। इसलिए वह फटिक को अपने साथ कोलकाता ले जाने की पेशकश करता है। वह कहता है कि वह वहां उसे अपने खुद के बच्चों के साथ शिक्षा दिलाएगा।

Question 3.
Who is responsible for Phatik’s death ?
Answer:
It is solely the cruel aunt who is responsible for Phatik’s death. She dislikesthe boy from the very beginning. She thinks of him as an unnecessary addition to her family. She ill-treats him all the time. Even when the poor boy is critically ill, she calls him a nuisance. We can say that the heartless witch causes the poor boy’s death in the end.

यह पूरी तरह से निर्दय मामी है जो फटिक की मृत्यु के लिए ज़िम्मेदार है। वह शुरू से ही लड़के को नापसन्द करती है। वह उसे अपने परिवार में एक अनावश्यक वृद्धि समझती है। वह उसके साथ हर समय बुरा व्यवहार करती है। जब वह बेचारा लड़का भयंकर रूप से बीमार भी होता है तो भी वह उसे एक सिरदर्दी कहती है। हम कह सकते हैं निर्दय चुडैल अन्त में बेचारे लड़के की मृत्यु का कारण बनती है।

Question 4.
Write a character-sketch of Bishamber.
Answer:
Bishamber is Phatik’s maternal uncle. He has a lot of love for his widowed sister. He finds that Phatik is a trouble for his sister. He offers to take him to Kolkata. He says he will educate him there with his own children. Truly, Bishamber is a loving brother. But he is not imaginative. He commits a blunder in taking Phatik to Kolkata.

बिशम्बर फटिक का मामा है। वह अपनी विधवा बहन से बहुत प्यार करता है। वह देखता है कि फटिक उसकी बहन के लिए एक मुसीबत है। वह उसे कोलकाता ले जाने की पेशकश करता है। वह कहता है कि वह उसे वहां अपने खुद के बच्चों के साथ पढ़ाएगा। सचमुच बिशम्बर एक प्यार करने वाला भाई है। किन्तु वह कल्पनाशील नहीं है। वह फटिक को कोलकाता ले जाने में बड़ी भारी ग़लती करता है।

Question 5.
Write a character-sketch of Makhan.
Answer:
Makhan is Phatik’s younger brother. He is the darling of his mother. She calls him as good as gold. But we see that Makhan is not that good. He is spoilsport. He comes and sits on the log when the other boys want to roll it away. He also tells lies to his mother about Phatik.

माखन फटिक का छोटा भाई है। वह अपनी मां का लाडला है। वह उसे सोने के जैसा अच्छा कहती है। किन्तु हम देखते हैं कि माखन इतना अच्छा नहीं है। वह रंग में भंग डालने वाला है। जब दूसरे लड़के लटे को लुढ़काना चाहते हैं तो वह आ कर इसके ऊपर बैठ जाता है। वह फटिक के बारे में अपनी मां के सामने झूठ भी बोलता है।

Question 6.
Write a character-sketch of Phatik’s aunt.
Answer:
Phatik’s aunt is a heartless witch. She dislikes Phatik from the very beginning. She thinks of him as an unnecessary addition to her family. She ill-treats him all the time. Even when the poor boy is critically ill, she calls him a nuisance. She has no womanly feelings in her heart. It is she who can be held solely responsible for Phatik’s death.

फटिक की मामी एक निर्दय चुडैल है। वह फटिक को शुरू से ही नापसन्द करती है। वह उसे अपने परिवार में एक अनावश्यक वृद्धि मानती है। वह हर समय उसके साथ दुर्व्यवहार करती है। जब बेचारा लड़का भयानक रूप से बीमार होता है, तब भी वह उसे एक सिरदर्दी कहती है। उसके दिल के अन्दर औरतों वाली कोई भावनाएं नहीं हैं। यह वही है जिसे फटिक की मृत्यु के लिए पूरी तरह से ज़िम्मेदार ठहराया जा सकता है।

Question 7.
Write a character-sketch of Phatik’s mother.
Answer:
Phatik’s mother is a simple-hearted lady. She is a widow and has two sons to bring up. She is prejudiced against Phatik, the elder one. But it does not mean she does not love him. She agrees to send him to Kolkata with her brother. But then she feels sad to see how anxious Phatik is to go. She is after all a mother !

फटिक की मां एक सरल हृदय वाली औरत है। वह एक विधवा है और उसके पास पालन-पोषण करने के लिए दो पुत्र हैं। उसे बड़े पुत्र, फटिक, के प्रति एक ग़लत धारणा है। किन्तु इसका अर्थ यह नहीं कि वह उससे प्यार नहीं करती है। वह उसे अपने भाई के साथ कोलकाता भेजने के लिए सहमत हो जाती है। किन्तु फिर वह यह देख कर उदास हो जाती है कि फटिक जाने के लिए कितना उत्सुक है। आखिर वह एक मां ही तो है!

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Question 8.
Give a pen-portrait of Phatik.
Answer:
Phatik is a fourteen-year-old boy. He is the ringleader among the boys of his village. He has a fertile mind. He keeps thinking of new mischiefs. His mother is fed up with him. She sends him away to Kolkata with her brother. Now Phatik begins to feel like a fish out of water. He longs to go back to his village home. But he has to wait until the holidays of his life come !

फटिक चौदह वर्ष की आयु का एक लड़का है। अपने गांव के लड़कों के मध्य वह एक मुखिया है। उसका एक उपजाऊ दिमाग है। वह नई-नई शरारतें सोचता रहता है। उसकी मां उससे तंग आई हुई है। वह उसे अपने भाई के साथ कोलकाता भेज देती है। अब फटिक बिना पानी की मछली की भान्ति महसूस करने लगता है। वह अपने गांव वाले घर को वापस चला जाना चाहता है। किन्तु उसे अपने जीवन की छुट्टियां शुरू होने का इन्तजार करना पड़ता है !

Question 9.
Describe the quarrel between Phatik and Makhan.
Answer:
Phatik and his friends want to roll a log away. But Makhan comes and sits on the log. He does not care for Phatik’s warning: Phatik asks the boys to roll the log. As they do so, Makhan falls down. Now Makhan gets up, falls upon Phatik and scratches his face. Then he goes home crying. He tells his mother that Phatik has beaten him. Phatik can’t bear this telling of lies. He rains on Makhan a shower of blows.

फटिक तथा उसके मित्र एक लटे को लुढ़का कर दूर ले जाना चाहते हैं। किन्तु माखन आ कर लटे के ऊपर बैठ जाता है। वह फटिक की चेतावनी की परवाह नहीं करता। फटिक लड़कों से कहता है कि वे लढे को लुढ़का दें। जब वे ऐसा करते हैं तो माखन नीचे गिर जाता है। अब माखन उठ खड़ा होता है, फटिक पर झपटता है और उसके चेहरे को नोच डालता है। फिर वह रोता हुआ घर चला जाता है। वह अपनी मां से कहता है कि फटिक ने उसे मारा है। फटिक इस झूठ बोलने को सहन नहीं कर पाता। वह माखन पर घूसों की बौछार कर देता है।

Vocabulary and Grammar

Question 1.
Fill in the blanks with adjective forms of the following words :
Answer:
1. fertile
2. dignified
3. futile
4. delirious
5. philosophical.

Question 2.
Match the words in Column A with their opposites in Column B :
Answer:
A — B
unanimously — individually
timidly — boldly
futile — useful
furious — calm
fertile — barren
earthly — heavenly
impotent — potent
exhausted — invigorated
bequeath — take, receive
despised — liked
jeer — applaud

Question 3.
Makhan was ‘as good as gold’. Complete the following expressions in the same way :
Answer:
1. as white as snow.
2. as black as coal.
3. as innocent as a baby.
4. as obstinate as a mule.
5. as gentle as, a lamb.

Question 4.
Fill in the blanks with the correct verb form of the italicized words :
Answer:
1. glorify
2. sulked
3. amused
4. distressed
5. exhausted
6. despised
7. lost.

Question 5.
Fill in the blanks with suitable articles :
Answer:
1. The Ganga is a sacred river.
2. He reads the Bible every day.
3. The man struck a match.
4. Where is the money to come from?
5. He began a series of experiments.
6. I was on an official visit.
7. There was an elephant on the road.

Question 6.
Fill in the blanks with the passive forms of the verbs given in italics to complete the following sentences :
Answer:
1. informed
2. be posted
3. should be taken
4. be helped
5. would be closed.

PSEB 10th Class English Main Course Book Solutions Chapter 6 The Home-Coming

Question 7.
Put proper punctuation marks in the following passage and use capital letters wherever necessary :
Answer:
The effect of books is twofold. Books preserve knowledge in time and spread it in space. Suppose, for example, that you think of an important idea or a beautiful poem. Unless you can write it down, your idea or poem will probably die.

Objective Type Questions

Question 1.
What was the name of Phatik’s brother ?
Answer:
Makhan

Question 2.
Phatik’s uncle lived in ………
(i) Mumbai
(ii) Dehradun
(iii) Calcutta
(iv) Chandigarh.
Answer:
(iii) Calcutta

Question 3.
Phatik’s aunt welcomed Phatik in her home. (True/False)
Answer:
False

Question 4.
Phatik’s …………….. did not like his ways.
(i) mother
(ii) sister
(iii) student
(iv) neighbours.
Answer:
(i) mother

Question 5.
Phatik wanted to move a ……………. from its place.
Answer:
log

Question 6.
Phatik’s last words were : ‘Mother, ………… have come.
(i) friends
(ii) aunt and uncle
(iii) brothers
(iv) holidays.
Answer:
(iv) holidays.

Answer each of the following in one word / phrase / sentence :

Question 1.
Name the author of the story, ‘The Home-coming’.
Answer:
Rabindranath Tagore.

Question 2.
Who was Makhan ?
Answer:
He was Phatik’s younger brother.

Question 3.
Did the mother of Phatik and Makhan treat them equally ?
Answer:
No, she loved Makhan much more than Phatik.

Question 4.
What offer did Bishamber make to Phatik’s mother ?
Answer:
He offered to take Phatik to his home in Kolkata.

Question 5.
Was Phatik happy in going to Kolkata ?
Answer:
Yes, he was extremely happy in going to the big city.

Question 6.
Was Phatik’s mother sad in parting from her son ?
Answer:
No, she felt greatly relieved to get rid of him.

Question 7.
How did Phatik’s aunt feel on seeing Phatik in her home ?
Answer:
She was unhappy to be burdened with an unwanted responsibility.

Question 8.
How did Phatik fare in his school in Kolkata ?
Answer:
He was considered a very stupid student.

Question 9.
Who brought Phatik back to his uncle’s house ?
Answer:
Two constables.

Question 10.
What were the last words murmured by Phatik ?
Answer:
“Mother, the holidays have come.”

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Complete the following :

1. Makhan was Phatik’s …………
2. The surname of Phatik’s family was ………..
3. Phatik was considered the ……. of the village boys.
4. On Makhan’s false complaint, the mother rained. …………….. on Phatik.
5. Bishamber had left ………………. and started living in …….
6. Phatik died while he was living with his
Answer:
1. younger brother
2. Chakravarti
3. ringleader
4. blows
5. Mumbai, Kolkata
6. uncle.

Write True or False against each statement :

1. Phatik and Makhan were cousins.
2. Makhan’s mother was Phatik’s stepmother.
3. Phatik’s mother readily agreed to her brother’s offer.
4. Phatik was a very brilliant student in Kolkata.
5. Phatik was brought back to home by his mother.
6. Phatik was very cruelly treated by his aunt.
Answer:
1. False
2. False
3. True
4. False
5. False
6. True.

Choose the correct option for each of the following :

Question 1.
Phatik was a …………………. in his village.
(a) brilliant student
(b) an obedient son
(c) well-behaved boy
(d) ringleader of the boys.
Answer:
(d) ringleader of the boys.

Question 2.
Bishamber was …………. of the Chakravartis.
(a) a close relative
(b) a neighbour
(c) a family friend
(d) the landlord.
Answer:
(a) a close relative

Question 3.
Phatik’s aunt behaved with Phatik very
(a) lovingly
(b) nobly
(c) cruelly
(d) none of the above.
Answer:
(c) cruelly

Question 4.
Phatik met his death …..
(a) after a long illness
(b) after a short illness
(c) at his hometown.
(d) in a hospital.
Answer:
(b) after a short illness

The Home-Coming Summary & Translation in English

The Home-Coming Introduction:
This is the story of a fourteen-year-old boy, Phatik. He is very mischievous. He is sent to Kolkata with his maternal uncle. But there, he is not treated well by his aunt as well as his cousins. He becomes seriously ill and dies in the end. The underlying idea of this story is that home is a place where we find love – a place that our feet may leave, but not our hearts. Though it rains gold and silver in another place and daggers and spears at home, yet it is better to be at home.

The Home-Coming Summary & Translation in English

(Page 84)

Phatik Chakravarti was the ring – leader amongst the boys of the village. One day a plan for new mischief entered his head. There was a heavy log lying on the mud-flat of the river, waiting to be shaped into a mast for a boat. His plan was that they should all work together to shift the log by main force from its place and roll it away. The owner of the log would be angry and surprised, while they would all enjoy the fun. Everyone supported the proposal, and it was carried unanimously .

But just as the fun was about to begin, Makhan, Phatik’s younger brother, sauntered up without a word and sat down on the log in front of them all. The boys were puzzled for a moment. One of them pushed him rather timidly, and told him to get up; but he remained quite unconcerned. He appeared like a young philosopher meditating on the futility of things. Phatik was furious. “Makhan,” he cried, “if you don’t get up this minute, I’ll thrash6 you !”

Makhan only moved to a more comfortable position. Now, if Phatik was to keep his regal dignity before the public, it was clear that he must carry out his threat. But his courage failed him at the crisis. His fertile brain, however, rapidly seized upon a new maneuver which would discomfit his brother and afford his followers added amusement. He gave the word and command to roll the log and Makhan over together. Makhan heard the order and made it a point of honour to stick on. But like those who attempt earthly fame in other matters, he overlooked the fact that there was peril in it.

PSEB 10th Class English Main Course Book Solutions Chapter 6 The Home-Coming

(Page 85)

The boys began to heave at the log with all their might calling out, “One, two, three, go !” At the word ‘go’ the log went; and with it went Makhan’s philosophy, glory and all. The other boys shouted themselves hoarse with delight. But Phatik was a little frightened. He knew what was coming. And he was not mistaken, for Makhan rose from Mother Earth blind as Fate and screaming like the Furies. He rushed at Phatik, scratched his face, beat him and kicked him, and then went crying home. The first act of the drama was over.

Phatik wiped his face, and sitting down on the edge of a sunken barge by the river bank, began to nibble at a piece of grass. A boat came up to the landing and a middle-aged man, with grey hair and dark moustache, stepped on to the shore. He saw the boy sitting there doing nothing and asked him where the Chakravartis lived. Phatik went on nibbling the grass and said : ‘Over there’; but it was quite impossible to tell where he pointed. The stranger asked him again. He swung his legs to and from on the side of the barge and said : ‘Go and find out’ and continued to nibble the grass.

But, at the moment, a servant came down from the house and told Phatik that his mother wanted him. Phatik refused to move. But on this occasion the servant was the master. He roughly took Phatik up and carried him, kicking and struggling in impotent rage. When Phatik entered the house, his mother saw him and called out angrily : ‘So you have been hitting Makhan again ?’

Phatik answered indignantly : ‘No, I haven’t ! Who told you that I had ?’
His mother shouted : ‘Don’t tell lies ! You have.’ Phatik said sullenly ‘I tell you, I haven’t. You ask Makhan !‘ But Makhan thought it best to stick to his previous statement. He said : ‘Yes, mother, Phatik did hit me.’

Page -86

Phatik’s patience was already exhausted. He could not bear this injustice. He rushed at Makhan and rained on him a shower of blows : ‘Take that,’ he cried, ‘and that, and that, for telling lies.’

His mother took Makhan’s side in a moment and pulled Phatik away, returning his blows with equal vigour. When Phatik pushed her aside , she shouted out: ‘What! You little villain ! Would you hit your own mother ?’

It was just at this critical moment that the grey-haired stranger arrived. He asked what had occurred. Phatik looked sheepish and ashamed. But when his mother stepped back and looked at the stranger, her anger was changed to surprise, for she recognized her brother and cried : ‘Why, Dada ! Where have you come from ?’ As she said these words, she bowed to the ground and touched his feet.

Her brother Bishamber had gone away soon after she had married, and had started business in Mumbai. She herself had lost her husband while he was there. Bishamber had now come back to Kolkata, and had at once made enquiries concerning his sister. As soon as he found out where she was, he had hastened to see her.

The next few days were full of rejoicing. The brother asked how the two boys were being brought up. He was told by his sister that Phatik was a perpetual nuisance. He was lazy, disobedient and wild. But Makhan was as good as gold, as quiet as a lamb, and very fond of reading. Bishamber kindly offered to take Phatik off his sister’s hands and educate him with his own children in Kolkata. The widowed mother readily agreed. When his uncle asked Phatik if he would like to go to Kolkata with him, his joy knew no bounds, and he said : ‘Oh, yes, uncle !’ in a way that made it quite clear that he meant it.

It was an immense relief to the mother to get rid of Phatik. She had a prejudice against the boy, and no love was lost between the two brothers. She was in daily fear that he would some day either drown Makhan in the river, or break his head in a fight, or urge him on into some danger. At the same time she was a little distressed to see Phatik’s extreme eagerness to leave his home.

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Phatik, as soon as all was settled, kept asking his uncle every minute when they were to start. He was on pins all day long with excitement and lay awake most of the night. He bequeathed to Makhan, in perpetuity, his fishing-rod, his big kite, and his marbles. Indeed at this time of departure, his generosity towards Makhan was unbounded. When they reached Kolkata, Phatik met his aunt for the first time. She was by no means pleased with this unnecessary addition to her family. She found her own three boys quite enough to manage without taking anyone else. And to bring a village lad of fourteen into their midst was terribly upsetting1. Bishamber should really have thought twice before committing such an indiscretion.

In this world there is no worse nuisance than a boy at the age of fourteen. He is neither ornamental nor useful. It is impossible to shower affection on him as on a smaller ,boy; and he is always getting in the way. If he talks with a childish lisp he is called a baby, and if in a grown-up way he is called impertinent. In fact, “talk of any kind from him is resented. Then he is at the unattractive, growing age. He grows out of his clothes with indecent haste his face grows suddenly angular and unsightly.

It is easy to excuse the shortcomings of early childhood, but it is hard to tolerate even unavoidable lapses in a boy of fourteen. He becomes painfully self-conscious, and when he talks with elderly people he is either unduly forward, or else so unduly shy that he appears ashamed of his own existence. Yet, it is at this age that in his heart of hearts, a young lad most craves recognition and love; and he becomes the devoted slave of any one who shows him consideration. But none dare openly love him, for that would be regarded as undue indulgence and therefore bad for the boy. So, what with scolding and chiding, he becomes very much like a stray dog that has lost its master.

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His own home is the only paradise that a boy of fourteen can know. To live in a strange house with strange people is little short of torture; while it is the height of bliss to receive the kind looks of women and never to suffer their slights. It was an anguish to Phatik to be an unwelcome guest in his aunt’s house, constantly despised and slighted by this elderly woman.

If she ever asked him to do anything for her, he would be so overjoyed that his joy would seem exaggerated; and then she would tell him not to be so stupid, but to get on with his lessons. ’ There was no more backward boy in the whole school than Phatik. He gaped and remained silent when the teacher asked him a question, and like an overladen ass patiently suffered the many thrashings that were meted out to him. When other boys were out at play, he stood wistfully by the window and gazed at the roofs of the distant houses. And if by chance he espied children playing on the open terrace of a roof, his heart would ache with longing.

One day he summoned up all his courage, and asked his uncle, ‘Uncle, when can I go home ?’ His uncle and. ‘Wait till the holidays come.’ But the holidays would not come till October and there was still a long time to wait.

One day Phatik lost his lesson book. Even with the help of books he had found it very difficult to prepare his lesson. But, now, it became impossible. Day after day the teacher caned him unmercifully. He became so abjectly miserable that even his cousins were ashamed to own him. They began to jeer and insult him more than even the other boys did. At last he went to his aunt and told her that he had lost his book.

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With an expression of the greatest contempt she burst out : ‘You great, clumsy, country lout ! How can I afford to buy you new books five times a month, when I have my own family to look after ?’ That night, on his way back from school, Phatik had a bad headache and a shivering fit. He felt that he was going to have an attack of malaria. His one great fear was that he might be a nuisance to his aunt.

The next morning Phatik was nowhere to be seen. Search in the neighbourhood proved futile. The rain had been pouring in torrents all night, and those who went out to look for the boy were drenched to the skin. At last Bishamber asked the police to help him. At nightfall a police van stopped at the door of the house. It was still raining and the streets were flooded. Two constables carried Phatik out in their arms and placed him before Bishamber. He was wet through from head to foot, covered with mud, while, his face and eyes were flushed with fever and his limbs were trembling. Bishamber carried him in his arms and took him inside the house. When his wife saw him, she exclaimed : ‘What a heap of trouble this boy has given us ! Hadn’t you better send him home ?’

Phatik heard her words and sobbed aloud : ‘Uncle, I was just going home; but they dragged me back again.’ The fever rapidly increased, and throughout the night.the boy was delirious. Bishamber brought in a doctor. Phatik opened his eyes, and looking up to the ceiling said vacantly ‘Uncle, have the holidays come yet ?’

Bishamber wiped the tears from his eyes and took Phatik’s thin burning hands in his own and sat by his side through the night. Again the boy began to mutter, till at last his voice rose almost to a shriek. ‘Mother !’ he cried, ‘don’t beat me like that Mother ! I am telling the truth.’

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The next day Phatik, for a short time, became conscious. His eyes wandered round the room as if he expected someone to come. At last, with an air of disappointment, his head sank back on the pillow. With a deep sigh he turned his face to the wall. Bishamber read his thoughts, and bending down his head whispered ‘Phatik, I have sent for your mother.

The day dragged on. The doctor said in a troubled voice that the boy’s condition was very critical. Phatik began to cry out: ‘By the mark three fathoms. By the mark four fathoms. By the mark.’ Many times had he heard the sailors on the river-steamers calling out the mark on the lead line. Now he was himself plumbing an unfathomable sea.

Later in the day Phatik’s mother burst into the room like a whirlwind and rocking herself to and fro from side to side, began to moan and cry. Bishamber tried to calm her, but she flung herself on the bed, and cried ‘Phatik, my darling, my darling.’Phatik stopped his restless movements for a moment. His hands ceased beating up and down. He said ‘Eh ?’ The mother cried again: ‘Phatik, my darling, my darling.’Very slowly Phatik’s eyes wandered, but he could no longer see the people around his bed. At last he murmured ‘Mother, the holidays have come.’

The Home-Coming Summary & Translation in Hindi

The Home-Coming Introduction:
यह कहानी एक चौदह-वर्षीय लड़के फटिक की है। वह बहुत शरारती है। उसे अपने मामा के साथ कोलकाता भेज दिया जाता है। परन्तु वहां न तो उसकी मामी और न ही उसके ममेरे भाई उसके साथ अच्छा व्यवहार करते हैं। वह गम्भीर रूप से बीमार हो जाता है और अन्त में उसकी मृत्यु हो जाती है। इस कहानी में दिया गया विचार यह है कि घर एक ऐसा स्थान होता है जहां हमें स्नेह मिलता है – एक ऐसा स्थान जिसे हमारे पैर तो छोड़ सकते हैं, परन्तु हमारा दिल नहीं। यद्यपि किसी अन्य जगह में सोने-चांदी की बरसात ही क्यों न हो रही हो और घर पर कटारों और भालों की, फिर भी घर पर होना बेहतर होता है। कठिन शब्दार्थ तथा सम्पूर्ण कहानी का हिन्दी अनुवाद

The Home-Coming Summary & Translation in Hindi

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फटिक चक्रवर्ती गांव के लड़कों का मुखिया था। एक दिन उसके दिमाग में किसी नई शरारत के लिए योजना सूझी। नदी की कीचड़दार तलहटी पर लकड़ी का एक भारी लट्ठा पड़ा हुआ था जिससे एक नाव का मस्तूल बनाया जाना था। उसकी योजना थी कि वे सभी मिलकर ज़ोर लगाएंगे और उस लट्टे को पूरी ताकत लगाकर उसकी जगह से हटा देंगे और इसे लुढ़का कर वहां से दूर ले जाएंगे। लट्टे का मालिक क्रोध से भर जाएगा और आश्चर्यचकित होगा जबकि वे सभी इस खेल का आनन्द लेंगे। प्रत्येक लड़के ने इस सुझाव का समर्थन किया और इसे एकमत से स्वीकार कर लियागया।

किन्तु जैसे ही खेल शुरू होने वाला था, फटिक का छोटा भाई माखन बिना कोई शब्द कहे टहलता हुआ आया और उन सब के सामने लट्टे के ऊपर बैठ गया। लड़के एक पल के लिए उलझन में पड़ गए। उनमें से एक ने उसे कुछ भीरुता के साथ धक्का दिया और उससे उठने को कहा; किन्तु वह बिल्कुल कोई परवाह किए बिना बैठा रहा। वह एक छोटे दार्शनिक के जैसा लग रहा था जो चीज़ों की व्यर्थता के बारे में चिन्तन कर रहा था। फटिक अत्यन्त क्रोधित हो गया। “माखन,” उसने चिल्लाते हुए कहा, “यदि तुम इसी पल नहीं उठोगे तो मैं तुम्हारी अच्छी पिटाई कर दूंगा।”

माखन केवल और अधिक आरामदायक स्थिति में हो गया। अब यदि फटिक ने जनता के सामने अपनी राजसी शान कायम रखनी थी तो यह स्पष्ट था कि वह अपनी धमकी को पूरा करे। किन्तु उस संकटपूर्ण स्थिति में उसकी हिम्मत जवाब दे गई। उसके आविष्कारी दिमाग़ ने तुरन्त ही एक नई तरकीब सोच ली जिससे उसका भाई परेशान भी हो जाए और उसके अनुयायियों को अतिरिक्त आनन्द भी मिल जाए। उसने उस लटे को और माखन दोनों को इकट्ठे ही लुढ़काने का आदेश दे दिया। माखन ने इस आदेश को सुना और डटे रहने को सम्मान की बात बना ली। परन्तु उन लोगों की तरह, जो अन्य विषयों में भौतिक ख्याति प्राप्त करने का यत्न करते हैं, उसने इस तथ्य की अनदेखी कर दी कि ऐसा करने में ख़तरा था।

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लड़के अपनी पूरी शक्ति से लट्टे पर जोर लगाने लगे और कहने लगे, “एक, दो, तीन, चलो!” ‘चलो’ शब्द के साथ ही लट्ठा लुढ़कने लगा, और इसके साथ ही माखन का दर्शन, उसकी शान और सब कुछ जाता रहा। अन्य लड़कों का खुशी से चिल्लाते हुए गला बैठ गया। किन्तु फटिक अब थोड़ा-सा डर गया। वह नहीं था, क्योंकि माखन धरती माता पर से उठा, भाग्यदेव की भान्ति अन्धा बना हुआ और क्रोध की देवियों की भान्ति चिल्लाता हुआ। वह फटिक के ऊपर झपटा, उसके चेहरे को खरोंचा, उसे पीटा और ठोकरें मारी, और फिर रोता हुआ घर चला गया। नाटक का प्रथम अंक समाप्त हो गया। फटिक ने अपना मुंह पोंछा और नदी के किनारे पड़ी एक धंसी हुई नाव के छोर पर बैठकर घास के एक तिनके को कुतरने लगा।

घाट पर एक नाव आ कर रुकी और अधेड़ आयु का एक व्यक्ति, जिसके बाल सफेद थे और मूंछे काली थीं, उतर कर तट पर आया। उसने उस लड़के को वहां कुछ न करते हुए देखा और उससे पूछा कि चक्रवर्ती परिवार कहां रहता था। फटिक ने घास को कुतरना जारी रखा और कहा, “वहां पर,”, किन्तु यह बता पाना असम्भव था कि उसने किस तरफ इशारा किया था। अजनबी ने उससे दुबारा पूछा। फटिक ने अपनी टांगें नाव की साइड के साथ इधर-उधर झुलाई और बोला ‘जाओ और पता कर लो’ और घास को कुतरना जारी रखा।

किन्तु उसी समय एक नौकर घर की तरफ से आया और उसने फटिक से कहा कि उसकी मां उसे बुला रही थी। फटिक ने हिलने से इन्कार कर दिया। किन्तु इस अवसर पर नौकर मालिक बना हुआ था। उसने फटिक को कर्कश ढंग से पकड़ा और उसे उठाकर ले गया, जब कि वह टांगें इधर-उधर पटक रहा था और बेअसर क्रोध से संघर्ष कर रहा था। जब फटिक ने घर में प्रवेश किया तो उसकी मां ने
उसे देखा और क्रोध में बोली, ‘तो तुमने माखन को फिर से पीटा है ?’ फटिक ने क्रोधपूर्वक उत्तर दिया, ‘नहीं, मैंने नहीं पीटा। तुमसे किसने कहा मैंने पीटा था ?’ उसकी मां चिल्लाई : ‘झूठ मत बोलो ! तुमने पीटा है।’ फटिक ने चिड़चिड़े ढंग से कहा : ‘मैं तुम्हें कहता हूँ कि मैंने नहीं पीटा है। तुम माखन से पूछ लो!’ किन्तु माखन ने अपनी पहले वाली बात पर डटे रहना ही सबसे अच्छा समझा। उसने कहा : ‘हां, मां, फटिक ने मुझे पीटा था।’

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फटिक का धैर्य पहले ही समाप्त हो चुका था। वह इस अन्याय को सहन न कर सका। वह माखन की तरफ झपटा और उस पर घूसों की बौछार कर दी। यह लो,’ वह चिल्लाते हुए बोला, ‘और यह लो, और यह लो, झूठ बोलने के लिए।’ उसकी मां ने एक पल में माखन का पक्ष ले लिया, और फटिक को खींच कर हटा दिया, उसके बूंसों को उसी शक्ति से लौटाते हुए। जब फटिक ने उसे एक तरफ धकेल दिया तो वह चिल्ला पड़ी, ‘अरे क्या! छोटे दुष्ट! क्या तुम अपनी मां को भी मारोगे ?’ इसी नाजुक घड़ी में वह सफ़ेद बालों वाला अजनबी आ पहुँचा। उसने पूछा कि क्या हुआ था। फटिक लज्जित और मुंह छिपाता हुआ लगने लगा।

किन्तु जब उसकी मां ने पीछे कदम हटाया और उसने अजनबी की तरफ देखा तो उसका क्रोध आश्चर्य में बदल गया क्योंकि उसने अपने भाई को पहचान लिया और चिल्ला उठी, ‘अरे, दादा ! आप कहां से आए ये शब्द कहने के साथ ही, वह ज़मीन को झुकी और उसके पांव छुए। उसका भाई, बिशम्बर, उसके विवाह के तुरन्त बाद ही घर से चला गया था और उसने मुम्बई में अपना व्यापार शुरू कर लिया था। वह अपना पति खो बैठी थी जिस दौरान बिशम्बर मुम्बई में था। बिशम्बर अब वापस कोलकाता आ गया था और उसने आते ही अपनी बहन के बारे में पूछताछ शुरू कर दी थी। जैसे ही उसे पता चला कि वह कहां पर थी, वह जल्दी से उसे मिलने चल पड़ा था|

अगले कई दिन हंसी-खुशी में बीत गए। भाई ने पूछा कि लड़कों का पालन-पोषण कैसे चल रहा था। उसकी बहन ने उसे बताया कि फटिक निरन्तर एक परेशानी था। वह सुस्त, गुस्ताख और मनमर्जी करने वाला था। किन्तु माखन सोने के जैसा अच्छा और मेमने के जैसा शांत था और पढ़ने का बहुत शौकीन था। बिशम्बर ने कृपापूर्वक फटिक को अपनी बहन के घर से ले जाने और उसे अपने ही बच्चों के साथ कोलकाता में पढ़ाने की पेशकश की। विधवा मां तुरन्त सहमत हो गई। जब फटिक के मामा ने उससे पूछा कि क्या वह उसके साथ कोलकाता चलना पसन्द करेगा तो उसकी खुशी की कोई सीमा न रही और उसने ऐसे ढंग से कहा ‘ओह, हां, मामा जी !’ जिससे साफ़ पता चलता था कि वह ऐसा ही चाहता था।

फटिक से छुटकारा पाना मां के लिए एक बड़ी भारी राहत की बात थी। उस लड़के के प्रति उसमें एक पूर्वाग्रह बना हुआ था और दोनों भाइयों में कोई भी प्यार नहीं रहा था। उसे प्रतिदिन डर लगा रहता था कि फटिक किसी दिन माखन को या तो नदी में डुबो देगा, या लड़ाई में उसका सिर फोड़ देगा या उसे किसी खतरे में break his धकेल देगा। किन्तु साथ ही फटिक की अपना घर छोड़ने की तीव्र उत्सुकता को देख कर उसे थोड़ा दुःख भी हो रहा था।

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जब सब बात तय हो गई तो फटिक ने हर पल अपने मामा से पूछना शुरू कर दिया कि उन्होंने कब रवाना होना था। वह सारा दिन उत्तेजना से बेचैन बना रहा और रात को अधिकतर समय जागता पड़ा रहा। उसने माखन को अपनी मछली पकड़ने की कांटी. अपनी बडी पतंग और अपने कंचे सदा के लिए (वसीयत में) दे दिए। सचमुच प्रस्थान के इस समय पर माखन के प्रति उदारता असीमित थी।
जब वे कोलकाता पहुंचे तो फटिक अपनी मामी से पहली बार मिला। अपने परिवार में इस अनावश्यक वृद्धि से वह किसी भी तरह प्रसन्न न हुई।

अपने परिवार में किसी अन्य को लिए बिना उसे अपने ही तीन लड़के सम्भालने काफी लग रहे थे। तथा उनके मध्य चौदह साल के एक ग्रामीण लड़के को ले आना अत्यन्त विचलित करने वाली बात थी। ऐसी नासमझी करने से पहले बिशम्बर को सचमुच दो बार सोच लेना चाहिए था। इस दुनिया में चौदह साल के लड़के से बढ़ कर कोई अन्य परेशानी नहीं होती है। वह न तो देखने में सुन्दर लगता है, और न ही उपयोगी। एक छोटे बच्चे की भान्ति उस पर स्नेह की बौछार करना असम्भव होता है; और वह हमेशा बाधा बना रहता है। यदि वह बचकानी तुतलाहट में बोले तो उसे बच्चा कहा जाता है और यदि वह सयाने व्यक्तियों की तरह व्यवहार करे तो उसे गुस्ताख कहा जाता है। वास्तव में उसकी किसी भी बात का बुरा मनाया जाता है।

इसके अलावा वह एक अनाकर्षक और बढ़ती हुई उम्र में होता है। एक अभद्र तेजी के साथ उसके वस्त्र उस पर छोटे होने लगते हैं : उसका चेहरा अचानक ही कोणाकार और कुरूप हो जाता है। छोटे बचपन की कमियों को क्षमा कर देना आसान होता है,किन्तु एक चौदह साल के लड़के की अपरिहार्य कमियों को भी सहन करना मुश्किल हो जाता है। उसे पीड़ाजनक ढंग से आत्मचेतना हो जाती है, और जब वह बड़ी उम्र के लोगों से बात करता है तो वह या तो अनुचित रूप से बड़बोला लगता है, या अनुचित रूप से इतना शर्मीला बन जाता है कि वह अपने अस्तित्व पर ही शर्मिंदा प्रतीत होता है।

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फिर भी इसी उम्र में होता है कि चौदह साल का एक जवान लड़का अपने अन्तर्मन से पहचान और स्नेह की इच्छा अत्यधिक रखता है; और वह किसी भी ऐसे व्यक्ति का समर्पित गुलाम बन जाता है जो उसके प्रति ध्यान देता है। परन्तु कोई भी व्यक्ति खुल कर उससे प्यार नहीं कर सकता क्योंकि ऐसा करने को अनुचित लाड़-प्यार समझा जाता है और इसलिए लड़के के लिए बुरा माना जाता है। इसलिए डांट और झिड़क का मारा वह बहुत-कुछ उस आवारा कुत्ते के समान बन जाता है जो अपने मालिक को खो बैठा हो।

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उसका अपना घर ही एकमात्र स्वर्ग होता है जो एक चौदह वर्ष का लड़का जानता होता है। एक अजनबी घर में अजनबी लोगों के साथ रहना यातना से कोई कम नहीं होता है। जबकि स्त्रियों की कृपा-भरी दृष्टि ले पाना और उनकी उपेक्षा कभी न सहन करना सबसे बड़ा आनन्द होता है। फटिक के लिए अपनी मामी के घर पर एक अनचाहा मेहमान बन कर रहना, निरन्तर घृणा सहना और उस बुजुर्ग औरत के द्वारा अपमानित होते रहना एक व्यथापूर्ण बात थी। यदि वह उसे कभी कोई काम करने के लिए कहती तो वह इतनी ज्यादा खुशी से भर जाता कि उसकी खुशी ज़रूरत से ज्यादा प्रतीत होती; और फिर वह औरत उससे कहती कि वह इतना मूर्ख न बने और अपनी पढ़ाई पर ध्यान दे।

पूरे स्कूल में फटिक से ज़्यादा पिछड़ा लड़का कोई नहीं था। वह मुँह खोले देखता रहता और खामोश बना रहता जब अध्यापक उससे कोई प्रश्न पूछता, और एक अत्यधिक लदे गधे की भान्ति चुपचाप वह सब पिटाइयां सहन कर लेता जो उसे दी जातीं। जब अन्य लड़के बाहर खेल रहे होते, वह उदासीपूर्वक खिड़की की बगल में खड़ा हो जाता और दूर-स्थित मकानों की छतों को टकटकी लगाए देखता रहता। और यदि संयोग से वह खुली छत पर लड़कों को खेलते हुए देख लेता तो उसका दिल तीव्र इच्छा की पीड़ा से भर जाता। एक दिन उसने अपनी पूरी हिम्मत जुटाई और अपने मामा से पूछा, ‘मामा जी, मैं घर कब जा पाऊँगा ? उसके मामा ने उत्तर दिया, ‘छुट्टियां होने तक प्रतीक्षा करो।’

किन्तु छुट्टियां तो अक्तूबर तक नहीं होने वाली थीं, और अभी वहां प्रतीक्षा करने को लम्बा समय था। एक दिन फटिक अपनी पाठ्यपुस्तक खो बैठा। पुस्तकों की मदद से भी उसे अपना पाठ तैयार करना बहुत कठिन लगता था। किन्तु अब तो यह असंभव हो गया। दिन-प्रति-दिन अध्यापक उसे निर्दयतापूर्वक बैंतें मारता। वह इतने दयनीय रूप से दुःखी हो गया कि उसके ममेरे भाई भी उसे अपना कहने में शर्म महसूस करते थे। वे अन्य लड़कों से भी ज्यादा उसका मज़ाक उड़ाते और उसे अपमानित करते। अन्त में वह अपनी मामी के पास गया और उसे बताया कि उसकी पुस्तक खो गई थी।

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अत्यन्त तिरस्कार व्यक्त करते हुए वह फूट उठी, ‘अरे महा बेढंगे, गंवार लड़के ! मैं तुम्हें महीने में पांच बार नई पुस्तकें कैसे खरीद कर दे सकती हूं जबकि पास देखभाल करने के लिए मेरा अपना परिवार भी उस रात स्कूल से लौटते हुए फटिक को सख्त सिरदर्द हुआ और कंपकंपी छिड़ गई। उसे महसूस हुआ कि उसे मलेरिया होने जा रहा था। उसका एकमात्र मुख्य भय यह था कि वह अपनी मामी के लिए परेशानी बन जाएगा।

अगली प्रातः फटिक कहीं भी नज़र न आया। पड़ोस में की गई तलाश बेकार सिद्ध हुई। पूरी रात भर मूसलाधार वर्षा होती रही थी और वे लोग जो लड़के को ढूंढने गए थे, वे पूरी तरह भीग गए। अन्त में बिशम्बर ने पुलिस को उसकी सहायता करने के लिए कहा। रात होने पर पुलिस की एक गाड़ी घर के दरवाज़े पर आ कर रुकी। वर्षा अब भी हो रही थी और गलियों में पानी भरा हुआ था। दो सिपाहियों ने फटिक को अपनी

बांहों में लेकर बाहर निकाला और बिशम्बर के सामने लिटा दिया। वह सिर से पांव तक पूरी तरह भीगा हुआ था, कीचड़ से भरा हुआ था, जबकि उसका चेहरा और आंखें बुखार से लाल हो रहे थे, और उसके हाथ-पांव कांप रहे थे। बिशम्बर ने उसे बांहों में उठाया और घर के अन्दर ले गया। जब उसकी पत्नी ने उसे देखा तो वह कह उठी, ‘इस लड़के ने हमें कितना कष्टों का ढेर दिया क्या बेहतर न होता अगर तुम इसे घर भेज देते ?’ फटिक ने उसके शब्द सुने और ऊंची सिसकियां भरते हुए कहने लगा, ‘मामा जी, मैं घर ही जा रहा था; परन्तु वे मुझे घसीट कर वापस ले आए।’

बुखार तेजी से बढ़ता गया और रात भर लड़का बड़बड़ाता रहा। बिशम्बर एक डाक्टर को बुला लाया। फटिक ने अपनी आंखें खोली और ऊपर छत की तरफ़ देखते हुए शून्य भाव से बोला : ‘मामा जी, क्या छुट्टियां आ गई हैं ?’ बिशम्बर ने अपनी आंखों से आंसू पोंछे और फटिक के जलते हुए पतले हाथों को अपने हाथों में लिया, और पूरी रात उसकी बगल में बैठा रहा। लड़का फिर से बड़बड़ाने लगा और अंत में उसकी आवाज़ ऊंची हो कर लगभग एक चीख में बदल गई। ‘माँ!’ वह चीखा, ‘मुझे इस तरह न मारो …………मां ! मैं सच कह रहा हूँ।’

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अगले दिन थोड़ी देर के लिए फटिक को होश आया। उसकी नज़रें कमरे में चारों तरफ़ भटक रही थीं मानो वह किसी के आने की आशा कर रहा था। अन्त में निराशा की भावना में उसका सिर वापस तकिए पर गिर गया। गहरी आह भरते हुए उसने दीवार की तरफ़ अपना मुंह घुमा लिया। बिशम्बर उसके विचारों को भांप गया और अपना सिर झुकाते हुए फुसफुसाया : ‘फटिक, मैंने तुम्हारी मां को बुलवा भेजा है।’

दिन धीरे-धीरे घिसटता रहा। डॉक्टर ने दुःखी आवाज़ में कहा कि लड़के की हालत बहुत नाजुक थी। फटिक चिल्लाने लगा : ‘निशान के हिसाब से तीन फ़ैदम। निशान के हिसाब से – चार फ़ैदम। निशान के हिसाब से।’ कई बार उसने नदी में चलने वाले स्टीमरों के नाविकों को गहराई नापने वाली रस्सी पर के चिन्हों को ऊँचे स्वर में बोलते हुए सुना था। अब वह स्वयं एक अथाह सागर की गहराई को नाप रहा था। दिन के पिछले पहर, फटिक की मां एक चक्रवात की तरह कमरे के अन्दर पटाक से आई, और एक तरफ़ से दूसरी तरफ़ झूलती हुई कराहने और चिल्लाने लगी। बिशम्बर ने उसे शांत करने का यत्न किया, परन्तु उसने स्वयं को चारपाई पर पटक दिया और चिल्ला उठी : ‘फटिक, मेरे बच्चे, मेरे प्यारे।’

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फटिक ने एक पल के लिए अपनी बेचैनी-भरी गतियां रोक दी। उसके हाथों ने ऊपर-नीचे फड़फड़ाना बन्द कर दिया। उसने कहा, ‘क्या ?’ मां फिर से चिल्लाई : ‘फटिक, मेरे बच्चे, मेरे प्यारे।’ बहुत धीरे-धीरे फटिक की नज़रें इधर-उधर घूमी किन्तु अब वह अपनी चारपाई के गिर्द खड़े हुए लोगों को देख नहीं पा रहा था। अन्त में वह बड़बड़ाया : ‘मां, छुट्टियां आ गई हैं।’ .

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 8 How do Organisms Reproduce?

Punjab State Board PSEB 10th Class Science Book Solutions Chapter 8 How do Organisms Reproduce? Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 Science Chapter 8 How do Organisms Reproduce?

PSEB 10th Class Science Guide How do Organisms Reproduce? Textbook Questions and Answers

Question 1.
Asexual reproduction takes place through budding in :
(a) Amoeba
(b) Yeast
(c) Plasmodium
(d) Leishmania.
Answer:
(b) Yeast.

Question 2.
Which of the following is not a part of the female reproductive system in human beings?
(a) Ovary
(b) Uterus
(c) Vas deferens
(d) Fallopian tube
Answer:
(c) Vas deferens.

Question 3.
The anther contains :
(a) Sepals
(b) Ovules
(c) Carpel
(d) Pollen Grains
Answer:
(d) Pollen grains.

Question 4.
What are advantages of sexual reproduction over asexual reproduction?
Answer:
Advantages of sexual reproduction:
Sexual reproduction has a dual significance for the species.

  • It results in multiplication and perpetuation of the species.
  • It contributes to evolution of the species by introducing variation in a population much more rapidly than asexual reproduction.

Question 5.
What are the functions performed by the testis in human beings?
Answer:
Functions of testis

  • Produce male gametes, called sperms.
  • Leydig’s cells secrete male sex hormone namely testosterone into blood.

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 8 How do Organisms Reproduce?

Question 6.
Why does menstruation occur?
Answer:
During menstruation, broken down endometrium is passed out as menstrual flow along with unfertilized egg (ovum).

Question 7.
Draw a labelled diagram of Vertical section of flower.
Answer:
Vertical section of flower
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 8 How do Organisms Reproduce 1
V.S of Folwer

Question 8.
Wliat are different methods of contraception?
Answer:
The various methods of birth control are :
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 8 How do Organisms Reproduce 2
Flowchart: Brief account on birth control measures

Question 9.
How are modes of reproduction different in unicellular and multicellular organisms?
Answer:
Unicellular organisms mostly reproduce by asexual methods except for a few such as Paramecium, Eimeria, these organisms reproduce by sexual methods also. The multicellular organisms have more complex body. They reproduce both by asexual and sexual methods. But sexual reproduction is the more common method.

Question 10.
How does reproduction help in providing stability to populations of species?
Answer:
Reproduction is the process by which organisms increase their populations. The rate of births and deaths in a given population determine its size.

Question 11.
What could be the reasons for adopting contraceptive methods?
Answer:

  • To control population.
  • For family planning.
  • For good health of women and children.

Science Guide for Class 10 PSEB How do Organisms Reproduce? InText Questions and Answers

Question 1.
What is the importance of DNA copying in reproduction?
Answer:

  • DNA copying is called DNA replication. In this process one copy each of replicated DNA will be passed on two daughter cells. Each cell formed will have its own cellular apparatus to control the activities of the daughter cells.
  • It maintains the body designs and features in different generations of the species.
  • Variations may be introduced during copying of DNA. This inbuilt tendency for variation during reproduction forms the basis of evolution.

Question 2.
Why is variation beneficial to the species but not necessarily for the individuals?
Answer:
Variations present in some populations would enable them to survive. In case of changing environmental condition such as global warming. Thus it is useful for survival of species over time.

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 8 How do Organisms Reproduce?

Question 3.
How does binary fission differ from multiple fission?
Answer:
Differences between binary fission and multiple fission

Binary fission Multiple fission
1. Parent cell divides into two daughter cell. 1. Parent cell divides into many daughter cells.
2. It takes place during favourable conditions. 2. It takes place during unfavourable conditions.
3. Residual cytoplasm is left. 3. Nothing is left with parent.
4. Cytoplasm divides after every nuclear division. 4. Cytoplasm does not divide after every nuclear division.

Question 4.
How will an organism be benefited if it reproduces by spores?
Answer:

  • Spores are covered by thick walls, that protect them until they come into contact with another substratum on which they can grow.
  • They are produced in large numbers.

Question 5.
Can you think of reasons why more complex organisms cannot give rise to new individuals through regeneration?
Answer:

  • Regeneration is not reproduction because most organism would not depend on being cut up.
  • It is not certain that cut up portion will be able to survive and give rise to a new individual.

Question 6.
Why is vegetative propagation practised for growing some types of plants?
Answer:
Advantages of vegetative propagation

  • It is usually a means of propagating such plants which do not produce viable seeds.
  • It is rapid method of producing young ones.
  • It helps in retaining useful characters from generation to generation.

Question 7.
Why is DNA copying an essential part of the process of reproduction?
Answer:

  • DNA copying provides cellular apparatus in the daughter cells.
  • DNA in daughter cells will be able to control the functioning of daughter cells.
  • DNA copies will retain the traits.

Question 8.
How is the process of pollination different from fertilisation?
Answer:
Differences between pollination and fertilization

Pollination Fertilization
1. It is the transference of pollen grains from anther to stigma. 1. It is fusion of a male and a female gamete.
2. An external agent is required like wind, water and animal. 2. It does not require any external agent.

Question 9.
What is the role of seminal vesicles and prostate gland?
Answer:
Role of seminal vesicles. These glands secrete viscous secretions, which contain fructose and prostaglandins. The fructose is the source of energy for sperms and prostaglandins stimulate uterine contraction and thus may help the sperm to move towards the female’s oviduct.

Role of prostate gland. It secretes an alkaline milky fluid that aid in sperm motality. The fluid contains small amount of citric acid, some lipids and a few enzymes. It also contains bicarbonate ions which give the semen its alkaline pH.

Question 10.
What are the changes seen in girls at the time of puberty?
Answer:
Changes at the time of puberty: These changes occur under the influence of hormones FSH (Follicle stimulating hormone) and estrogen.

  • Growth of breast and external genitalia.
  • Darkening of nipple skin.
  • Broadening of pelvis.
  • Growth of pubic and axillary hair.
  • Increase in subcutaneous fat.
  • Initiation of menstruation and ovulation.

Question 11.
How does embryo get nourishment inside the mother’s body?
Answer:
Embryo gets nourishment through placenta. Placenta is a disc embedded in the wall of uterus. It contains villi on the embryo side of tissue. On the mother side are blood spaces which surround villi. Placenta serves to bring the foetal and maternal blood close enough to permit exchange of materials between the two. Placenta also acts as endocrine gland.

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 8 How do Organisms Reproduce?

Question 12.
If a woman is using a copper-T, will it help her in protecting sexually transmitted diseases?
Answer:
Copper-T prevents fertilization but the chances of infection persist. Thus it will not help her in protecting from sexually transmitted diseases.

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 7 Control and Coordination

Punjab State Board PSEB 10th Class Science Book Solutions Chapter 7 Control and Coordination Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 Science Chapter 7 Control and Coordination

PSEB 10th Class Science Guide Control and Coordination Textbook Questions and Answers

Question 1.
Which of the following is plant hormone?
(A) Insulin
(B) Thyroxin
(C) Oestrogen
(D) Cytokinin.
Answer:
(D) Cytokinin.

Question 2.
The gap between two neurons is called :
(A) Dendrite
(B) Synapse
(C) Axon
(D) Impulse.
Answer:
(B) Synapse.

Question 3.
The brain is responsible for :
(A) Thinking
(B) Regulating the heart beat
(C) Balancing
(D) All of above.
Answer:
(D) All of above.

Question 4.
What is the function of receptors in the body? Think of situations where receptors do not work properly. What problems are likely to arise?
Answer:
Receptors. They are meant for receiving and detecting the information from environment. They are located in sense organs. They receive the information detected by tips of dendrites and convey them as electrical impulses.
If receptors do not detect the information, there will not be any co-ordination. It may lead to accidents. Body response will not be there.

Question 5.
Draw a labelled diagram of neuron and explain its function.
Or
Draw the structure of neuron and label the following on it.
Nucleus, Dendrite, Cell body and Axon.
Answer:
Functions of Neuron (Nerve cell).

  • Nerve cells are specialised for conducting information via electrical impulses from one part of the body to another part.
  • Dendrites acquire the information.
  • Axon conducts information as electrical impulse.
  • Terminal arborization pass the information as chemical stimulus at synapse for onward transmission.

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 7 Control and Coordination 1
A Nerve Cell

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 7 Control and Coordination

Question 6.
How does phototropism Occur in planes?
Answer:
Phototropism.
It is an established fact that plants bend towards light when they are exposed to it from one side of long axis. The aerial parts are positively phototropic and the roots and other underground parts bend away from light. These movements are due to interaction of light and auxins. The unilateral growth causes bending of stem as tip grows more rapidly.

Question 7.
Which signals will get disrupted in case of spinal cord injury?
Answer:

  • Spinal cord mainly controls reflex actions in the body. Spinal cord is made up of nerves which supply information to think about. Thus these actions will get disrupted in case of injury to spinal cord.
  • Sensation and movement are restricted.

Question 8.
How does chemical co-ordination occur in plants?
Answer:
Chemical coordination in plants

  • Plants do’not have well organised nervous and muscular system, still they respond to stimuli and co-ordinate in the best possible way.
  • Different kinds of stimuli trigger the release of chemicals called plant hormones or phytohormones.
  • These phytohormones help to coordinate growth development and responses to the environment.
  • Auxins stimulate the cells to grow longer on one side of shoot in response to light thus it bends way.
  • Gibberellins help in growth of stem.
  • Cytokinins promote cell division.
  • Abscisic acid inhibits growth. Its effects include wilting of leaves.

Question 9.
What is the need for a system of control and co-ordination in an organism?
Answer:
Control and Co-ordination in the body is of two types i.e. nervous control and hormonal control. Nervous control is rapid. It takes place through electrical signals called nerve impulses. The hormonal control is through chemical messengers called hormones secreted by endocrine (ductless) glands and carried by blood to the target organs.

Question 10.
How are involuntary actions different from reflex action?
Answer:
Reflex action is sudden and quick response to input (stimulus). It saves from many accidents. It is controlled by spiral cord. The involuntary actions are controlled by midbrain and hind brain. These are the actions in which thinking does not have any control. These actions are blood pressure, salivation and cycling.

Question 11.
Compare and contrast the nervous and hormonal mechanism for control and coordination in animals.
Answer:
Differences between endocrine system and nervous system

Endocrine System Nervous System
1. The action of endocrine system is often very diverse, affecting many cells and sometimes several organs found in different parts of the body. 1. The action of nervous system is limited to a few muscle fibres or gland cells of an organ or organ system.
2. The system is not directly connected to organs or tissues under its control. 2. The system is directly connected to tissues or organs under its control.
3. It exerts its control through hormones or chemical regulators poured into circulatory system. 3. Nervous system exerts its control through chemical stimulants poured directly over the tissues or organs.
4. The information is transmitted slowly. 4. The information is transmitted almost instantaneously.
5. The system takes time to produce response. It, therefore, regulates those processes where the response is not immediately required. 5. It controls process where an immediate response is required.
6. The effect is long lasting. 6. The effect is short lived.

Question 12.
What is the difference between the manner is which movement takes place in a sensitive plant and the movement in our leg.
Answer:
Movement of human leg is under the control of nervous system. It is under the
direction of motor area which, controls voluntary muscles of leg. The sensitive plant “Touch me not,” moves its leaves in response to touch but without any regulation by nervous tissue.

Science Guide for Class 10 PSEB Control and Coordination InText Questions and Answers

Question 1.
What is the difference between reflex action and walking?
Answer:
Differences between reflex action and walking:

Reflex Action Walking
1. It is an inborn action and present in an individual right from birth. 1. Walking is acquired through learning.
2. It is controlled by spinal cord. 2. It is controlled by hind brain.
3. It cannot be changed. 3. It can be changed.
4. It is involuntary action. 4. To start with it is voluntary and later on it becomes involuntary.
5. Response is given by muscles and glands. 5. Response is given by muscles.

Question 2.
What happens at the synapse between two neurons?
Answer:
Synapse is a junction between terminal ends of one axon and dendrites of adjacent neuron. There is a gap between the two called synaptic cleft. As the electrical impulse reaches the terminal knobs, they release chemicals called neurotransmitters. These chemicals cross the gap and start a similar electrical impulse in the dendrite of next neuron. Synapse ensures that nerve impulse travels in one direction only.

Question 3.
Which part of the brain maintains posture and equilibrium of the body?
Answer:
Cerebellum part of hind brain maintains posture and equilibrium.

Question 4.
How do we detect the smell of an agarbatti (Incense stick)?
Answer:
Sensory information regarding smell is received by olfactory lobes of brain. As the air passes through the nasal chambers, the olfactory epithelial cells get stimulated and convey the information as electrical impulses to brain which have the power of interpretation.

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 7 Control and Coordination

Question 5.
What is the role of the brain in reflex action?
Answer:
Thinking centres are located in brain. Brain is the co-ordinating centre. Brain and spinal cord in coordination with each other control all voluntary and involuntary actions. The spinal reflexes are produced in the spinal cord but the message of reflex action taken also goes to brain where the thinking process occurs. Some reflex arcs involve the brain rather than the spinal cord only.

Question 6.
WTiat are plant hormones? Name any two.
Answer:
Plant hormones. These are chemical compounds secreted by plants which diffuse all around the other cells and regulate the activities. Plant hormones help to co-ordinate growth, development and responses to the environment.
Examples : Auxins and Cytokinin.

Question 7.
How is the movement of leaves of the sensitive plant different from the movement of a shoot towards light?
Answer:
Sensitive plant show seismonastic movements. It is due to turgidity of cells. The movement of a shoot is a tropic movement.

Movement of the leaves of sensitive plant Movement of shoot towards light
1. It is a nastic movement which does not depend on the direction of stimulus. 1. It is a tropic movement.
2. The stimulus is touch. 2. The stimulus is light.
3. It is caused by sudden loss of water from the swelling present at the base of the leaves. 3. It is caused by the unequal growth on the two sides of the shoot.
4. It is not a growth movement. 4. It is a growth movement.

Question 8.
Give an example of a plant hormone that promotes growth.
Answer:
IAA = Indole-3-Acetic Acid.

Question 9.
How do auxins promote the growth of a tendril around a support?
Answer:
Auxins synthesised in the tip helps the cells to grow longer. Some plants like the pea plant climb up other plants or support by means of tendrils. These tendrils are sensitive to touch. When they come in contact with any support, the part of the tendril in contact with the object does not grow as rapidly as the part of the tendril away from the object. This causes the tendril to circle around the object and thus cling to it. It is due to accumulation of auxins.

Question 10.
Design an experiment to demonstrate hydrotropism.
Answer:
Experiment to demonstrate hydrotropism
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 7 Control and Coordination 2
Demonstration of hydrotropism

  • Take a porous pot and fill it with water.
  • Keep a few freshly germinated pea seedlings in a dried sand.
  • As the water is not available in sand the root growing will bend towards porous pot filled with water.
  • You wall observe a hydrotropic curvature of the root as it grows towards water.
  • This bending of root show the movement as a response towards water.

Question 11.
How does chemical coordination take place in animals?
Answer:
Chemical coordination. It is brought about by chemical messengers called hormones. They are secreted by endocrine glands (ductless glands). The hormones are carried by the blood to the site of action (target organs). The hormones are consumed during their action. Hormones provide wide ranging changes.

Question 12.
Why is the use of iodised salt advisable?
Answer:
Iodine is necessary for the thyroid gland to make thyroxine hormone. Thyroxine regulates carbohydrate, protein and fat metabolism. It is required for growth. In case of deficiency of thyroxine, a disorder called goitre is caused. Thus, the use of iodised salt is advisable .to prevent iodine deficiency disorders in the body.

Question 13.
How does our body respond when adrenaline is secreted into blood?
Answer:
Adrenaline is secreted by the adrenal gland during emergencies. It prepares the body to respond effectively. Following actions occur :

  • Heartbeats faster so as to pump the blood to muscles that need more energy.
  • The blood supply to the digestive system and skin is reduced due to the contraction of muscles around these organs. This helps in diverting blood supply to muscles.
  • Breathing becomes fast.

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 7 Control and Coordination

Question 14.
Why are some patients with diabetes treated by giving injections of insulin?
Answer:
Insulin hormone is secreted by Islets of Langerhans of the pancreas. This hormone helps in regulating sugar levels in the blood. Its deficiency results in high sugar levels and causes many harmful effects. To bring the sugar level to normal in such diabetic patients, insulin injections are given.

PSEB 10th Class English Main Course Book Solutions Chapter 5 Some Glimpses of Ancient Indian Thought and Practices

Punjab State Board PSEB 10th Class English Book Solutions English Main Course Book Chapter 5 Some Glimpses of Ancient Indian Thought and Practices Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 English Main Course Book Chapter 5 Some Glimpses of Ancient Indian Thought and Practices

Short Answer Type Questions

Question 1.
What caused desperation to the gods ?
Answer:
There was a fight between the demons and the gods. The demons seemed to have an upper hand. It caused desperation to the gods.

असुरों और देवताओं के बीच एक युद्ध हुआ। असुरों का पलड़ा भारी प्रतीत होता था। इससे देवताओं में निराशा पैदा हो गई।

Question 2.
Who did the gods go to in desperation ?
Answer:
The gods went to Lord Vishnu. They wanted to know the way to defeat the demons.

देवता भगवान् विष्णु के पास गए। वे असुरों को पराजित करने का तरीका जानना चाहते थे।

PSEB 10th Class English Main Course Book Solutions Chapter 5 Some Glimpses of Ancient Indian Thought and Practices

Question 3.
What was Lord Vishnu’s advice to the gods ?
Answer:
Lord Vishnu advised the gods to get a mighty sword prepared from the bones of some great sage.

भगवान् विष्णु ने देवताओं को सलाह दी कि वे एक शक्तिशाली तलवार प्राप्त करें जो किसी महान् सन्त की अस्थियों से बनी हो।

Question 4.
What was the sacrifice of Saint Dadhichi ?
Answer:
He laid down his life so that his bones could be made into an invincible weapon for the gods.

उसने अपने प्राणों का बलिदान कर दिया ताकि उसकी अस्थियों से देवताओं के लिए एक अपराजेय शस्त्र बनाया जा सके।

Question 5.
What is the real spirit behind the yajnas performed in our homes ?
Answer:
It is the spirit of charity, renunciation, sacrifice and detachment.

यह दान, त्याग, बलिदान और वैराग्य की भावना होती है।

Question 6.
What does the tradition of feeding birds and animals prove ?
Answer:
It proves that the people of our country believe in the unity and sanctity of all life.

इससे सिद्ध होता है कि हमारे देश के लोग सम्पूर्ण जीवन की एकता तथा पवित्रता में विश्वास रखते हैं।

Question 7.
Why did some scholars laugh at Ashtavakra ?
Answer:
Ashtavakra had a deformed body. He looked very ugly. Therefore, some scholars laughed at him.

अष्टवक्र का शरीर टेढ़ा-मेढ़ा था। वह बहुत कुरूप लगता था। इसलिए कुछ विद्वान उस पर हंस पड़े।

Question 8.
How did Ashtavakra react when some scholars laughed at him ?
Or
How did Ashtavakra react ?
Answer:
Ashtavakra became very angry. He called them skinners because they measured the worth of a person from his skin.

अष्टवक्र बहुत क्रोधित हो उठा। उसने उन्हें चर्मकार कहा क्योंकि वे किसी व्यक्ति का मूल्य उसकी चमड़ी से आंकते थे।

Question 9.
What did Vivekananda say to the lady who laughed at his ____ simple dress ?
Answer:
He said that it was the tailor who made a man in the lady’s country. But in his own country, it was the real worth and character of a person that mattered.

उसने कहा कि उस औरत के देश में एक दर्जी होता है जो किसी व्यक्ति को बनाता है। किन्तु उसके अपने देश में व्यक्ति का वास्तविक मूल्य और उसका चरित्र होता है जिसका महत्त्व होता है।

Question 10.
What was the status of women in ancient India ?
Answer:
In ancient India, women enjoyed a high status. No auspicious function was considered complete without their participation.

प्राचीन भारत में औरतों का दर्जा ऊंचा था। कोई भी शुभ कार्य उनकी भागीदारी के बिना पूरा नहीं माना जाता था।

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Question 11.
Why did Shivaji bow his head before the woman who was brought to him as a gift ?
Answer:
Shivaji had great regard for women. He looked upon them as his mothers. That was why he called that woman mother and bowed his head before her.

शिवाजी औरतों के प्रति बहुत सम्मान रखते थे। वह उन्हें अपनी माताएं मानते थे। इसीलिए उन्होंने उस औरत को मां कहा और उसके सामने अपना सिर झुकाया।

Question 12.
Why, according to you, were the wars fought in the Mahabharata and Ramayana sacred ?
Answer:
These wars were fought to defend and uphold the honour of motherhood. That was why they were considered sacred.

ये युद्ध मातृत्व की रक्षा और उसे बनाए रखने के लिए लड़े गए थे। इसी कारण से वे पवित्र माने जाते थे।

Question 13.
What does Lord Rama’s meeting with a Bheel woman and eating the tasted berries show ?
Answer:
It shows that in ancient India, there was never any discrimination on the basis of caste, creed or profession.

इससे पता चलता है कि प्राचीन भारत में कभी भी जाति, नस्ल या व्यवसाय के आधार पर भेद-भाव नहीं होता था।

Long Answer Type Questions

Question 1.
Why, according to the author, should those people be ashamed of themselves who believe in female foeticide ?
Answer:
The author says that India is a land where women were always held in great regard. No auspicious ceremony was considered complete without their participation. The two great epics, the Ramayana and the Mahabharata, also uphold the honour of women. In such a country, the evil of female foeticide is indeed a matter to be ashamed of.

लेखक कहता है कि भारत एक ऐसा देश है जहां औरतों का सदा ही बहुत सम्मान किया जाता था। उनके शामिल हुए बिना कोई भी शुभ अनुष्ठान सम्पूर्ण नहीं माना जाता था। रामायण और महाभारत के दो महाकाव्य भी औरतों के सम्मान का समर्थन करते हैं। ऐसे देश में कन्या-भ्रूण हत्या वास्तव में ही एक शर्मिंदा होने की बात है।

Question 2.
How does the author support the idea of the victory of the good over the evil ?
Answer:
The author gives the examples of Dadhichi and Sri Guru Gobind Singh’s sons. These great souls sacrificed their lives for the cause of good. Dadhichi sacrificed his life to give the gods an invincible weapon against the asurs. The young sons of Sri Guru Gobind Singh sacrificed their lives for the sake of their faith and the principles of justice.

लेखक दधीचि और गुरु गोबिन्द सिंह के पुत्रों का उदाहरण देता है। इन महान आत्माओं ने अच्छाई की खातिर अपने जीवन बलिदान कर दिए। दधीचि ने असुरों के विरुद्ध देवताओं को एक अजेय शस्त्र प्रदान करने के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया। गुरु गोबिन्द सिंह के छोटे पुत्रों ने अपने धर्म और न्याय के सिद्धान्तों की खातिर अपने जीवन बलिदान कर दिए।

Question 3.
What is the basic difference between the position of women in society in the ancient times and now ?
Answer:
In the ancient times, women enjoyed a very high position. No auspicious ceremony was considered complete without their participation. They were never looked upon as objects of lust. Now women are not given their due regard. The incidents of dowry killings and female foeticide are matters of shame for us.

प्राचीन समय में औरतों को बहुत ऊंचा स्थान प्राप्त था। कोई भी शुभ अनुष्ठान औरतों की उपस्थिति के बिना पूरा नहीं माना जाता था। उन्हें कभी भी वासनापूर्ति की चीज़ नहीं माना जाता था। परन्तु अब औरतों को उचित सम्मान नहीं दिया जाता है। दहेज के कारण होने वाली मौतें और कन्या-भ्रूण की हत्या हमारे लिए लज्जा की बातें हैं।

Question 4.
What does the practice of langar’ stand for ? Explain.
Answer:
Langar is a symbol of love and fellow-feeling. It is a symbol of brotherhood and equality. It tells us that we should eat only after we have shared our meal with others. By sharing our meals with others, we develop a great feeling of love and brotherhood.

लंगर प्यार और सहभावना का प्रतीक है। यह भाईचारे और समानता का प्रतीक है। यह हमें बताता है कि हमें केवल तब खाना चाहिए जब हम दूसरों के साथ अपना भोजन बांट चुके हों। दूसरों के साथ अपना भोजन बांटने से हम प्यार और भाईचारे की महान भावनाओं को विकसित करते हैं।

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Question 5.
Give an example to prove that in ancient India, there was no discrimination on the basis of caste.
Answer:
We find a great example of it in the Ramayana. Lord Rama ate the tasted berries from a Bheel woman. The woman was a shudra while Rama was a ksatriya. It shows that in ancient India, there was no discrimination on the basis of caste.

रामायण में हमें इसका एक महान उदाहरण मिलता है। भगवान राम ने एक भील औरत से जूठे बेर खाए थे। वह औरत एक शूद्र थी जब कि राम एक क्षत्रिय थे। इससे पता चलता है कि प्राचीन भारत में जाति के आधार पर कोई भेद-भाव नहीं था।

Vocabulary and Grammar

Objective Type Questions

Question 1.
Some scholars laughed at Ashtavakra’s ….
(i) joke
(ii) friend
(iii) luck
(iv) deformed body
Answer:
(iv) deformed body

Question 2.
In ancient India, the woman was always considered a goddess. (True /False)
Answer:
True

Question 3.
The gods went to Lord Vishnu in desperation. (True /False)
Answer:
True

Question 4.
Who was losing in the battle between the gods and the demons ?
Answer:
The gods

Question 5.
What did Saint Dadhichi advise the gods to make ?
(i) An arrow
(ii) A sword
(iii) Bones
(iv) None of these.
Answer:
(iv) None of these.

Question 6.
Shivaji bowed his head before the …………….
(i) man
(ii) woman
(iii) teacher
(iv) king
Answer:
(ii) woman

Answer each of the following in one word / phrase / sentence :

Question 1.
In the fight beween the demons and gods, who was winning initially ?
Answer:
The demons.

Question 2.
Who was Dadhichi ?
Answer:
He was a great saint.

Question 3.
What did Dadhichi give to gods ?
Answer:
He gave them all the bones of his body.

Question 4.
Who is the author of this chapter ?
Answer:
Dr. D.V. Jindal.

Question 5.
How did the young sons of Sri Guru Gobind Singh sacrifice their life?
Answer:
They chose to be bricked alive for the sake of their faith.

Question 6.
What does ‘Vasudhev Kutumbukam’ stand for?
Answer:
It stands for the entire universe is our family’.

Question 7.
Who was Ashtavakra ?
Answer:
He was a well-known sage.

Question 8.
Why were the gods depressed ?
Answer:
Because the demons seemed to be winning.

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Question 9.
Why was Ashtavakra angry ?
Answer:
Because the scholars were laughing at his misshapen body.

Question 10.
What supreme quality of Chatrapati Shivaji has been highlighted in the chapter ?
Answer:
His quality of giving highest respect to women.

Complete the following:

1. The fight took place between gods and ………….
2. Dadhichi readily gave his …………… to gods.
3. The two sons of Sri Guru Gobind Singh were ………….
4. The elder ones treat it as their duty to feed ………….
5. The great sage, Ashtavakra, came to the court of ………….. have always been given high respect in India.
Answer:
1. demons
2. bones
3. bricked alive
4. the birds and animals
5. king Janaka
6. Women.

Write True or False against each statement :

1. The demons seemed to be losing the fight.
2. Gods went to Lord Brahma for advice.
3. Feeding birds shows our people’s belief in the unity of all life.
4. Ashtavakra was a very handsome sage.
5. Chhatrapati Shivaji was very respectable to women.
6. In Lord Rama’s time, there was no discrimination on the basis of cast or creed.
Answer:
1. False
2. False
3. True
4. False
5. True
6. True.

Choose the correct option for each of the following:

Question 1.
A long fight took place
(a) among demons themselve
(b) among gods
(c) between demons and gods
(d) none of the above.
Answer:
(c) between demons and gods

Question 2.
What was to be made from Sage Dadhichi’s bones ?
(a) A thunderbolt (Vajrapatt).
(b) A bow.
(c) A chakra.
(d) A spear.
Answer:
(a) A thunderbolt (Vajrapatt).

Question 3.
Indians feel happy to feed ……
(a) birds
(b) beasts
(c) animals
(d) both (a) and (c).
Answer:
(d) both (a) and (c).

Question 4.
In ancient India, women enjoyed ……….
(a) complete freedom
(b) a very high status
(c) all luxuries
(d) quarrels and fights.
Answer:
(b) a very high status

PSEB 10th Class English Main Course Book Solutions Chapter 5 Some Glimpses of Ancient Indian Thought and Practices

Some Glimpses of Ancient Indian Thought and Practices Summary & Translation in English

Some Glimpses of Ancient Indian Thought and Practices Introduction:
In this chapter, the author tells about the traditions and practices prevalent in ancient India. He says that our old philosophy teaches us the spirit of detachment. But now corruption, greed and lust for easy money have overshadowed this noble philosophy. Our old philosophy teaches us that the whole universe is one family. But now we have forgotten this philosophy. In ancient India, there was no discrimination on the basis of caste, creed or sex. But now such discrimination is quite prevalent. Women are not getting their rightful place in the society. The practice of female foeticide has become very common.

Some Glimpses of Ancient Indian Thought and Practices Summary & Translation in English

(Page 72)

In a fight between the demons’ and the gods once, the demons were having an Upper hand. In desperation and anxiety, the gods went to Lord Vishnu to find out as to how they could vanquish the demons. The Lord advised them to get a mighty sword (ah underbolt, Vajarpatt) prepared from he bones of some great sage. Accordingly; he gods approached the sage Dadhichi, great saint. Dadhichi took no time in laying down his life so that his bones could be made into an invincible weapon (amoghastra). This victory of the good over evil is the rarest of the rare examples of great renunciation and sacrifice that this culture teaches.

Who can forget the supreme sacrifice of the young sons of Sri Guru Gobind Singh ? They chose to be bricked alive for the sake of their faith and the canons of justice and true liberty. Our philosophy and thought teach us to renounce , to sacrifice, to give away in charity in the real spirit of detachment. ‘Idam naa mam’ (This does not belong to me) is the real spirit behind the yajnas we are called upon to perform frequently in our homes. Should corruption, greed and lust for easy money have any place in a country rich with such noble and lofty traditions ?

(Page 73)

The elder ones of this country, as per tradition coming down from thousands of years to this day, consider it a divine and blessed duty to feed the birds flying in the sky, the animals moving about on. this earth and the insects living in small holes inside the earth. This noble tradition is ocular proof of the fact that the people of this country believe in the unity of life, anywhere and everywhere.

‘Vasudhev Kutumbukam’, the entire Universe is one family, is the basic thought that works here and in the various such ceremonies like the tradition of ‘langar’ in the holy temples and Gurudwaras and the message of the holy Gurus contained in the directive: ‘Eat only after you have shared your meal with others, (Wand chakra).’ This idea of distribution applies not to food only; it extends well up to the entire resources and funds that are available to man. Do we still need to be taught to love the entire mankind as our kith and king and respect the sanctity of life through total non-violence

Once, the story goes, king Janaka of Maithil (present Bihar) called a meeting of the scholars to discuss some ticklish issue based on high philosophic thought. A well-known sage named Ashtavakra (so called – because of his deformed body) was also invited to this meeting. As Ashtavakara entered the portals of the palace hall and walked up the passage, some scholars already present there burst into a derisive laughter. How could such a deformed and misshapen person discuss high philosophy, they felt.

Ashtavakra thundered back to the king, “O King ! I feel ashamed of being invited to this assembly of skinners(persons who deal in animal skins; Charamkars). It is only a skinner who measures intelligence or status of a person from his skin or physical looks or the colour and shape of his skin or body.”

PSEB 10th Class English Main Course Book Solutions Chapter 5 Some Glimpses of Ancient Indian Thought and Practices

(Page 74)

This put the entire assembly to shame and brought them to their knees to beg pardon of this great saint. Colour of the skin or shape of the body has never been a measure of intelligence or status in this country. Lord Rama’s eating of the tasted berries from a Bheel woman (a Shudra woman who used to sprinkle water on the earth with the help of a leather bag) is a sufficient proof of the fact that there was never any discrimination on the basis of caste, creed or profession of a person in ancient India. One is here also reminded of what the enlightened sage, Swami Vivekananda, said to a lady in America who laughed at his ‘simple’ dress : “Madam, in your country, it is the tailor who makes a man; in my country it is the intrinsic worth and character of a person that make him or her great.”

Isn’t it unwise to support, tacitly or otherwise, any talk of such discrimination on such frivolous bases today ? The history of this great land is full of examples where no auspicious function was considered to be held properly without the participation of women. So much so, that if no woman could somehow make it to the function, a statue of the woman was created to mark her auspicious presence. This only proves that a woman in this great land was never looked upon as an object of lust or sex; she was always considered a devi (goddess), Kanjak (a young, unmarried girl child fit to be worshipped), the mother of mankind, the ardhangini, the inseparable but equal wheel of the rat ha (chariot) of life.

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This fitly explains Chhatrapati Shivaji’s bowing his head before a woman and respectfully restoring her dignity Shivaji’s bowing his head before a woman and respectfully restoringid her dignity as a mother when some misguided soldiers of his victorious army presented her to Shivaji as gift. This too explains that the great wars in both the sacred epics, the Ramayana and the Mahabharata, were fought for defending and upholding the honour of this matrishakti, the powerful motherhood. Does this not put those to shame who think of resorting to female foeticide or denying the female sex their rightful place in the affairs of the world ?

Some Glimpses of Ancient Indian Thought and Practices Summary & Translation in Hindi

Some Glimpses of Ancient Indian Thought and Practices Introduction:
इस पाठ में लेखक प्राचीन भारत में प्रचलित परम्पराओं और रिवाजों के बारे में बताता है। वह कहता है कि हमारा प्राचीन दर्शन हमें विराग की भावना सिखाता है। परन्तु अब भ्रष्टाचार, लालच और लालसा ने इस उत्तम दर्शन को ढक लिया है। हमारा प्राचीन दर्शन हमें सिखाता है कि पूरा ब्रह्माण्ड एक परिवार है। परन्तु अब हम इस दर्शन को भूल चुके हैं। प्राचीन भारत में जाति, धर्म या लिंग के आधार पर कोई भेदभाव नहीं होता था। परन्तु अब इस प्रकार का भेदभाव बहुत आम है। औरतों को समाज में उनका उचित स्थान नहीं मिल रहा। कन्या-भ्रूण हत्या एक आम बात हो चुकी है।

Some Glimpses of Ancient Indian Thought and Practices Summary & Translation in Hindi

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असुरों और देवताओं के मध्य युद्ध के दौरान एक बार असुरों का पलड़ा भारी हो रहा था। निराशा और चिंता से भर कर देवतागण भगवान् विष्णु के पास यह जानने के लिए गए कि वे किस प्रकार असुरों को हरा सकते थे। भगवान् ने उन्हें सलाह दी कि वे किसी महान् सन्त की हड्डियों से तैयार की गई एक शक्तिशाली तलवार (वज्रपात) प्राप्त करें। इसी उद्देश्य से देवतागण सन्त दधीचि के पास पहुँचे जो एक महान् सन्त था। दधीचि ने अपने प्राणों का बलिदान करने में कोई देर न की ताकि उसकी हड्डियों से एक अजेय शस्त्र (अमोघास्त्र)

बनाया जा सके। बुराई के ऊपर अच्छाई की यह विजय महान् त्याग और बलिदान के उन दुर्लभतम् उदाहरणों में से एक है जो यह संस्कति सिखाती है। श्री गुरु गोबिन्द सिंह के छोटे-छोटे पुत्रों के महानतम् बलिदान को कौन भूल सकता है ? उन्होंने स्वेच्छा से अपने धर्म, न्याय के आदर्शों तथा वास्तविक स्वतन्त्रता के लिए स्वयं को ईंटों में चिनवा लिया। हमारा दर्शन और हमारे विचार हमें त्याग करना, बलिदान करना, वैराग्य की सच्ची भावना के साथ अपना सर्वस्व दान में दे देना सिखाते हैं। ‘इदम् न माम’ (यह मेरी नहीं है) ही वह वास्तविक भावना है जो उन यज्ञों में निहित होती है जिन्हें हमें अपने घरों में विभिन्न अवसरों पर प्रायः आयोजित करने को कहा जाता है। क्या भ्रष्टाचार, लालच और किसी भी तरीके से धन कमाने की लालसा का कोई स्थान ऐसे देश में होना चाहिए जो ऐसी श्रेष्ठ तथा उच्च परम्पराओं से समृद्ध हो ?

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इस देश के बुजुर्ग व्यक्ति, हजारों वर्षों से आज तक चली आ रही परम्परा के अनुसार, इसे अपना दैवी और पवित्र कर्त्तव्य मानते हैं कि वे आकाश में उडते हए पक्षियों. इस धरती पर विचरने वाले पशओं तथा धरती के अन्दर अपने छोटे-छोटे. बिलों में रहने वाले कीड़े मकौड़ों के लिए खाने को दें। यह उत्तम परम्परा इस तथ्य का प्रत्यक्ष प्रमाण है कि इस देश के लोग किसी भी जगह और हर जगह जीवन की एकता में विश्वास रखते ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ (पूरा विश्व एक परिवार है) वह मूल विचार है जो यहां काम करता है, और उन विभिन्न अनष्ठानों में भी जैसे कि पवित्र मंदिरों और गुरुद्वारों में लंगर की परम्परा, तथा महान् गुरुओं के उस संदेश में जो इस निर्देश में निहित है कि: ‘भोजन तभी’

करो जब तुमने अपना भोजन अन्य व्यक्तियों के साथ बाँट लिया हो (वंड छको)।’ बांटने का यह विचार केवल भोजन पर ही लागू नहीं होता, यह उन सभी स्रोतों तथा निधियों पर भी लागू होता है जो मनुष्य को प्राप्त हैं। क्या अभी भी हमें यह सिखाए जाने की आवश्यकता है कि हम सम्पूर्ण मानवता को अपना सम्बन्धी समझें और सम्पूर्ण अहिंसा के माध्यम से जीवन की पवित्रता का सम्मान करें ?
ऐसी कहानी है कि एक बार मैथिल (आज का बिहार) के राजा जनक ने किसी जटिल समस्या पर, जो उच्च दार्शनिक विचारों पर आधारित थी, विचार-विमर्श करने के लिए एक सभा बुलाई। अष्टवक्र नाम के एक प्रसिद्ध ऋषि को भी उस सभा में निमन्त्रित किया गया था।

(उसका नाम उसके शरीर की अंग-विकृति के कारण ऐसा पड़ गया था।) जैसे ही अष्टवक्र ने महल के सभा-भवन में प्रवेश किया और गलियारे में चल कर आने लगा, वहां पहले से उपस्थित कुछ विद्वान उपहास भरे ठहाके लगाने लगे। ऐसा अंग-विकृत तथा कुरूप व्यक्ति किस प्रकार उच्च दर्शन के विषय में चर्चा कर सकता था. उन्होंने ऐसा सोचा। इस पर अष्टवक्र ने गरजती हुई आवाज़ में राजा से कहा, “हे राजन ! चर्मकारों (पशु-चमड़ी का व्यापार करने वाले लोगों) की इस सभा में निमन्त्रित किए जाने पर मुझे लज्जा आ रही है। यह केवल एक चर्मकार ही होता है जो किसी व्यक्ति की बुद्धिमत्ता अथवा उसके पद का माप उसकी त्वचा तथा उसकी शारीरिक आकृति या उसकी त्वचा अथवा शरीर के रंग और आकृति से करता है।

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इस पर पुरी सभा लज्जित हो गई और वे उस महान् ऋषि से क्षमा मांगने के लिए अपने घुटनों के बल हो गए। त्वचा का रंग या शरीर की आकृति इस देश में कभी भी बुद्धिमत्ता अथवा ऊंचे पद का मापदंड नहीं रहे हैं।

भगवान् राम द्वारा एक भीलनी (एक शूद्र स्त्री जो चर्म मशक द्वारा ज़मीन पर पानी छिड़का करती थी) के जूठे बेरों को खाना इस तथ्य का पर्याप्त प्रमाण है कि प्राचीन भारत में जाति, धर्म अथवा व्यवसाय के आधार पर कभी भी किसी व्यक्ति से कोई भेद-भाव नहीं किया जाता था। यहां उस बात की भी याद आ जाती है जो उस प्रबुद्ध सन्त, स्वामी विवेकानन्द, ने अमरीका की उस स्त्री से कही थी जिसने उसके अत्यन्त सादे वस्त्रों का मज़ाक उड़ाया था, “मैडम, आपके देश में किसी व्यक्ति को एक दर्जी बनाता है; मेरे देश में किसी व्यक्ति के आंतरिक गुण और उसका चरित्र होते हैं जो उसे महान् बनाते हैं।”

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क्या यह मूर्खता नहीं होगी कि प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से ऐसे महत्त्वहीन आधारों पर इस तरह के भेद-भाव वाली किसी चर्चा का आजकल अनुमोदन किया जाए? इस महान् देश का इतिहास ऐसे उदाहरणों से भरा पड़ा है जहां स्त्रियों द्वारा भाग लिए बिना कोई भी शुभ कार्य उचित रूप से आयोजित नहीं समझा जाता था। यहां तक कि यदि कोई स्त्री किसी कारण से उस कार्य में सम्मिलित नहीं हो पाती थी तो उसकी शुभ उपस्थिति के प्रतीक के रूप में उस स्त्री की मूर्ति बनवाई जाती थी। इससे केवल यही सिद्ध होता है कि इस महान् देश में स्त्री को वासना या कामेच्छा पूरी करने वाली चीज़ कभी नहीं समझा जाता था; उसे सदा एक देवी, एक कंजक (एक छोटी उम्र की अविवाहित कन्या जिसकी पूजा की जानी चाहिए), मानव-मात्र की मां, अर्धांगिनी, जीवन रथ का अभिन्न किन्तु बराबरी वाला पहिया माना जाता था।

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छत्रपति शिवाजी द्वारा एक स्त्री के सामने सिर झुकाने और एक मां की तरह उसकी प्रतिष्ठा को पुनः स्थापित करने के पीछे यही भावना काम कर रही थी जब उनकी विजयी सेना के कुछ पथभ्रष्ट सैनिकों ने उस स्त्री को शिवाजी के सामने एक उपहार के रूप में प्रस्तुत किया। यह हमें यह भी बताता है कि दोनों पवित्र महाकाव्यों, रामायण और महाभारत, में महायुद्ध इसी मातृशक्ति के सम्मान की रक्षा के लिए और उसे बनाए रखने के लिए लड़े गए थे। क्या यह बात उन लोगों को लज्जा से नहीं भर देती जो कन्या-भ्रूण हत्या की बात सोचते हैं अथवा विश्व के मामलों में स्त्रियों को उनका न्याय-संगत स्थान नहीं देते हैं ?