PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 8 एक खास बाग़ : जलियाँवाला बाग़

Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 8 एक खास बाग़: जलियाँवाला बाग़ Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 8 एक खास बाग़ : जलियाँवाला बाग़

Hindi Guide for Class 3 PSEB एक खास बाग़ : जलियाँवाला बाग़ Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर

I. बताओ

1. अमृतसर के दो प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थानों के नाम लिखो।
उत्तर-
अमृतसर के दो प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थल हैंस्वर्ण मन्दिर और जलियाँवाला बाग़।

2. जलियाँवाला बाग़ में अंग्रेज़ अधिकारियों |ने गोलियाँ कब बरसायी थीं ?
उत्तर-
अंग्रेज़ अधिकारियों ने जलियाँवाला बाग में 13 अप्रैल, सन् 1919 को वैशाखी के दिन गोलियाँ बरसायी थीं।

3. अंग्रेज़ अधिकारियों ने गोलियाँ क्यों चलाई थीं ?
उत्तर-
अंग्रेज़ अधिकारियों ने लोगों में दहशत फैलाने के लिए निहत्थे लोगों पर गोलियां चलाईं।

4. इस नरसंहार में कितने लोग मारे गए और कितने घायल हुए ?
उत्तर-
इस नरसंहार में 379 लोग मारे गए और 1100 लोग घायल हो गए थे।

5. बाग़ में स्थित कुएँ से कितने शव निकाले गए ?
उत्तर-
बाग़ में स्थित कुएं से 120 शव निकाले गए।

6. जलियाँवाले बाग़ में प्रदर्शन क्यों किया गया था ?
उत्तर-
अंग्रेज़ सरकार की नीतियों का विरोध दर्शाने के लिए अमृतसर के जलियाँवाले बाग़ में प्रदर्शन किया गया था।

7. जलियाँवाले बाग़ को स्मारक का दर्जा किसने और कब दिया ?
उत्तर-
13 अप्रैल, सन् 1961 को प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और राष्ट्रपति डॉ० राजेन्द्र प्रसाद जी ने इस स्मारक को लोगों को समर्पित किया।

II. वाक्य बनाओ

स्वर्ण मन्दिर = ……………………..
निहत्थी = ……………………..
श्रद्धांजलि = ………………………..
नरसंहार = …………………………
प्रज्वलित = ………………………
स्मृति = ……………………………
उत्तर-
(i) स्वर्ण मन्दिर = स्वर्ण मन्दिर अमृतसर में है।
(ii) निहत्थी = अंग्रेज़ सरकार ने निहत्थी जनता | पर गोलियाँ चलवाईं।
(iii) श्रद्धांजलि = सभा में लोग श्रद्धांजलि अर्पित करने आए थे।
(iv) नरसंहार = 13 अप्रैल, सन् 1919 को अमृतसर के जलियाँवाला बाग़ में भीषण नरसंहार हुआ।
(v) प्रज्वलित = यहाँ ज्योति हर समय प्रज्वलित रहती है।
(vi) स्मृति = शहीदों की स्मृति में यहाँ ज्योति प्रज्वलित रहती है।

III. जोड़कर नए शब्द बनाओ

प्र + दर्शन = प्रदर्शन।
अमृत + सर = …………………………..
प्र + सिद्ध = …………………………..
देश + भक्ति = …………………………..
सु + रक्षित = …………………………..
प्रधान + मंत्री = …………………………..
सं + देश = …………………………..
राष्ट्र + पति = …………………………..
नि + शान = …………………………..
लोक + अर्पित = …………………………..
आ + देश = …………………………..
अ + हिंसा = …………………………..
उत्तर-
(i) प्र + दर्शन = प्रदर्शन।
(ii) प्र + सिद्ध = प्रसिद्ध।
(iii) सु + रक्षित = सुरक्षित।
(iv) सं + देश = संदेश।
(v) नि + शान = निशान।
(vi) आ + देश = आदेश।

(i) अमृत + सर = अमृतसर।
(ii) देश + भक्ति = देशभक्ति।
(iii) प्रधान + मंत्री = प्रधानमंत्री।
(iv) राष्ट्र + पति = राष्ट्रपति
(v) लोक + अर्पित = लोकार्पित।
(vi) अ + हिंसा = अहिंसा।

IV. शब्द में से शब्द बनाओ

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 8 एक खास बाग़ जलियाँवाला बाग़ 1
उत्तर-
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 8 एक खास बाग़ जलियाँवाला बाग़ 2

V. पढ़ो, समझो और लिखो

बाग़ = बागों
शहीद = ………………………………
दीवार = ………………………………
अंग्रेज़ = ………………………………
निशान = ………………………………
कुआँ = ………………………………
स्मारक =………………………………
घायल = ………………………………
उत्तर-
एकवचन – बहुवचन
(i)  बाग़ = बागों।
(ii) दीवार =  दीवारों।
(iii) निशान निशानों।
(iv) स्मारक = स्मारकों।
(v) शहीद = शहीदों।
(vi) अंग्रेज़ = अंग्रेजों।
(vii) कुआँ = कुओ
(viii) घायल = घायलों ।

VI. करो

1. अमृतसर के प्रसिद्ध स्थानों की जानकारी प्राप्त करो।
2. अपने अध्यापक से जलियाँवाला बाग़ की घटना की जानकारी प्राप्त करो।
3. जलियाँवाले बाग़ को देखने के लिए अपने माता-पिता से आग्रह करो।
उत्तर-
उपरोक्त तीनों प्रश्नों के उत्तर विद्यार्थियों के प्रयास पर निर्भर हैं।
जलियाँवाले बाग़ में दिखती हैं
अमर शहीदों की कर्बानियाँ।
मर मिट जायेंगे हम,
पर मिटने न देंगे उनकी निशानियाँ।

एक खास बाग़ : जलियाँवाला बाग़ Summary & Translation in Hindi

पाठ का सार

अमृतसर में स्वर्ण मन्दिर के पास ही संकरी गली से होते हुए जलियाँवाला बाग़ आता है। यह कोई साधारण बाग़ नहीं है। यह बाग़ देशभक्ति का संदेश देता है। जलियाँवाला बाग़ में 13 अप्रैल, सन् 1919 में अंग्रेज़ अधिकारी ब्रिगेडियर जनरल रेगीनेल्ड डायर के आदेश पर 90 अंग्रेज़ सिपाहियों ने निहत्थी भीड़ पर गोलियाँ बरसाई थीं। इसमें 379 लोग मारे गए और 1100 लोग घायल हो गए। जलियाँवाले बाग़ के छोटे से कुएँ से 120 शव निकाले गए थे। इन लोगों ने कोई गुनाह किया था तो केवल इतना ही कि अंग्रेज़ सरकार द्वारा बनाई नीतियों का विरोध किया था। अपने नेताओं सैफुद्दीन किचलू और सत्यपाल को छुड़वाने के लिए प्रदर्शन किया था। इससे हिंसा भड़क उठी थी।

इस बाग़ में इतने बड़े नरसंहार के बाद सन् 1920 में स्मारक बनाने का प्रस्ताव रखा गया और सन् 1923 में यह जगह मोल ली गई। अमेरिकन शिल्पी ने इस स्मारक का डिज़ाइन तैयार किया। सन् 1961 में 13 अप्रैल को उस समय देश के राष्ट्रपति डॉ० राजेन्द्र प्रसाद और प्रधानमन्त्री जवाहर लाल | नेहरू ने इस स्मारक को लोकार्पित किया। यहाँ हर समय शहीदों की स्मृति में ज्योति प्रज्वलित होती रहती है। यहाँ की दीवारों में आज भी गोलियों के निशान सुरक्षित रखे गए हैं।

कठिन शब्दों के अर्थ

स्वर्ण-मन्दिर = सिक्ख धर्म का प्रसिद्ध धार्मिक स्थान।
अनाम = जिसका नाम या ख्याति न हो।
शहीद = देश या जाति के लिए अपने को कुर्बान करना।
संकरी = तंग, प्रज्वलित = जलती हुई।
माथा नवाना = सिर झुकाना।
मामूली = साधारण।
निहत्थी = खाली हाथ, जिसके पास कोई हथियार न हो।
गुनाह = दोष।
विरोध = न मानना।
नरसंहार = लोगों का विनाश, मनुष्यों का कत्ल होना।
श्रद्धांजलि = किसी आदरणीय मृतक व्यक्ति के प्रति श्रद्धा प्रकट करने के लिए कहे गए शब्द।
स्मारक = किसी की याद में बनाया गया स्तम्भ आदि।
प्रस्ताव = सुझाव।
लोकार्पित = लोगों को समर्पित।
स्मृति = याद।

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 7 बालक सुभाष

Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 7 बालक सुभाष Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 7 बालक सुभाष

Hindi Guide for Class 3 PSEB बालक सुभाष Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर

1. बताओ

1. ‘जयहिन्द’ का नारा किसने दिया था ?
उत्तर-
जय हिन्द’ का नारा सुभाष चन्द्र बोस ने दिया था।

2. आजाद हिन्द फ़ौज की स्थापना कहाँ हुई की ?
उत्तर-
आज़ाद हिन्द फ़ौज की स्थापना बर्मा में हुई थी।

3. सुभाष चन्द्र बोस ने नवयुवकों से क्या कहा ?
उत्तर-
सुभाष चन्द्र बोस ने नवयुवकों से कहा, “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा।”

4. बालक सुभाष की मातृभाषा क्या थी ?
उत्तर-
बालक सुभाष की मातृभाषा बंगाली थी।

5. बालक सुभाष के सद्गुण लिखो।
उत्तर-
बालक सुभाष बहुत दयालु स्वभाव के थे। वह किसी को भी दुखी नहीं देख सकते थे। जब भी कोई ग़रीब दिखाई देता वह उसकी सहायता छ करते हुए अपने वस्त्र तक दे देते थे।

II. वाक्य बनाओ

खिल्ली उड़ाना = मज़ाक करना = …………………..
लज्जित होना = शर्म महसूस करना = ……………………….
जिद्द का पक्का = दृढ़ निश्चय वाला = ……………………….
मातम छाना = दुःख होना = ……………………….
सीने से लगाना = प्यार करना = ……………………….
उत्तर-

  • खिल्ली उड़ाना = मजाक करना = बच्चों ने रवि की खूब खिल्ली उड़ाई।
  • लज्जित होना = शर्म महसूस करना = रवि अपने किए पर खूब लज्जित हुआ।
  • जिद्द का पक्का = दृढ़ निश्चय वाला = बालक सुभाष चन्द्र बोस अपनी जिद्द का पक्का था।
  • मातम छाना = दुःख होना = बेटे की मृत्यु का समाचार पाते ही रामू के घर में मातम छा गया।
  • सीने से लगाना = प्यार करना = माँ ने अपने बेटे को सीने से लगा लिया।

III. विपरीत शब्दों का मिलान करो

आज़ाद ग़रीब
दुःख प्यार
प्रशंसा नफ़रत
निन्दा गुलाम
अमीर सुख
संयम ज्ञान
सम्मान सरल
कठिन अपमान
असंयम अज्ञान
उत्तर-
विपरीत शब्दों का सही मिलान
(क)

  • आज़ाद = गुलाम।
  • ग़रीब = अमीर।
  • दुःख = सुख।
  • प्यार = नफ़रत।
  • प्रशंसा = निन्दा।

(ख) संयम = असंयम।
ज्ञान = अज्ञान। सम्मान = अपमान।
सरल = कठिन।

IV. गुब्बारे में से सही शब्द चुनकर अनेक शब्दों के स्थान पर एक शब्द लिखो

पढ़ाई करने वाला = ……………………….
दूसरे देश का = ……………………….
भारत में रहने वाला = ……………………….
बीमार रहने वाला = ……………………….
साथ पढ़ने वाला = ……………………….
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 7 बालक सुभाष 1
उत्तर-

  • पढ़ाई करने वाला = विद्यार्थी।
  • दूसरे देश का = विदेशी।
  • भारत में रहने वाला = भारतीय।
  • बीमार रहने वाला = रोगी।
  • साथ पढ़ने वाला = सहपाठी।

V. अक्षरों से नए शब्द बनाओ

हिन्दी = न्द = ………………………………
स्थापना = स्थ = ………………………………
तुम्हें = म्ह जिद्द = ………………………………
अध्यापक = ध्य = ………………………………
उत्तर –

  • हिन्दी = न्द बिन्दी,= आनन्द।
  • चन्द्र = न्द्र नरेन्द्र,= सुरेन्द्र।
  • स्थापना = स्थ = स्वस्थ, तटस्थ।
  • तुम्हें = म्ह = लम्हे, तुम्हारा।
  • जिद्द = द्द = भद्दा, गद्दा।
  • अध्यापक = ध्य = मध्य, ध्यान।

करो-नीचे दिए गए चित्रों को देखो और बताओ इन्होंने कौन-सा नारा दिया ?
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 7 बालक सुभाष 2
उत्तर-
(क) नेता जी सुभाष चन्द्र बोस- “जय हिन्द”। “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा।” ।
(ख) श्री लाल बहादुर शास्त्री- “जय जवान जय किसान”
(ग) सरदार भगत सिंह-‘इन्कलाब जिन्दाबाद”
(घ) राष्ट्रपिता महात्मा गांधी-“अहिंसा परमोधर्म।”

बालक सुभाष Summary & Translation in Hindi

पाठ का सार

बच्चो! जानते हो ‘जय हिन्द’ का नारा किसने लगाया था ? किसने कहा था-“तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा” यह नारा सुभाष चन्द्र बोस ने लगाया था जिन्होंने बर्मा में आजाद हिन्द फ़ौज की स्थापना की थी। सुभाष भी बचपन में बहुत नटखट और खेलकूद करने वाले बालक थे, लेकिन वे आरम्भ से ही निडर, जिद्दी और दयालु स्वभाव के थे। दूसरों के | दु:ख उनसे देखे न जाते थे और वह उनकी सहायता के लिए अपने वस्त्र तक दे देते थे।

उनके जीवन पर उनकी माता तथा स्वामी रामतीर्थ एवं स्वामी विवेकानंद जी के विचारों का बहुत प्रभाव था। वे अंग्रेज़ों को छोड़कर किसी से भी नफ़रत नहीं करते थे। अंग्रेजों | की भेदभावपूर्ण नीति तथा भारतीयों पर उनके अत्याचारों के कारण वे उनसे घृणा करते थे। सुभाष अभी चौथी कक्षा के विद्यार्थी थे जब उन्हें | पता चला कि साथ के गाँव में हैजा फैल गया है, तो वे घर में बताए बिना ही गाँव वालों की सेवा को . दौड़ गए। माता-पिता उनके लिए परेशान थे। कुछ दिनों बाद जब गाँव की स्थिति में सुधार हुआ तो वे घर लौट आए।

एक बार इन्हें कक्षा में ‘गाय’ का निबन्ध मातभाषा बंगाली में लिखने को कहा गया। इन्हें बंगाली भाषा अच्छी प्रकार नहीं आती थी जिस कारण कक्षा में इनका खूब मज़ाक उड़ा। जिद्द के पक्के सुभाष ने इस विषय पर इतनी मेहनत की कि वार्षिक परीक्षा में प्रथम स्थान पर आए। . इन्हें पढ़ाई से खूब प्यार था। वे अपनी किताबों के अतिरिक्त शिक्षाप्रद कहानियाँ भी पढ़ते थे। पढ़ाई के साथ-साथ इन्हें प्रकृति से भी प्रेम था। अपने बंगले के सामने इन्होंने एक बगीचा भी लगा रखा था जिसकी देखभाल वह स्वयं करते थे। ऐसे थे बालक सुभाष जो बड़े होकर एक वीर और सम्मानीय नेता बने। राष्ट्र आज भी उनके प्रति नतमस्तक है।

कठिन शब्दों के अर्थ

नारा = जयघोष।
आजाद = स्वतन्त्र ।
नटखट = शरारती।
धमाचौकड़ी = उछल-कूद।
निडर = न डरने वाला।
दयालु = दया करने वाला।
वस्त्र = कपड़े।
स्वभाव = आदत।
अत्यन्त = बहुत अधिक।
प्रभावित = प्रभाव या असर में आया हुआ।
इन्सान = मनुष्य।
विदेशियों = दूसरे देश के, अंग्रेज़ों।
नफ़रत = घृणा।
भेदभाव = दो लोगों से अलगअलग व्यवहार करना।
निन्दा = बुरे शब्द कहना, बुराई करना।
भिड़ गए = लड़ पड़े।
संयम = धैर्य, हौंसला।
तत्पर = तैयार।
हैजा = मक्खियों से फैली बीमारी।
मातम = दुःख, शोक।
सहपाठियों = साथ पढ़ने वालों।
खिल्ली उड़ाई = मज़ाक उड़ाया।
अज्ञानता = ज्ञान न होना।
लज्जित = शर्मिंदा।
अध्ययन = पढ़ाई।
परीक्षा = पेपर।
प्रथम = पहला।
सम्मान = आदर, मान।
तबादले= बदली, स्थानांतरण।
व्याख्यान = भाषण।
शिक्षाप्रद = शिक्षा देने वाली।
स्थापना = बनाना।

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 6 ऐनकू

Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 6 ऐनकू Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 6 ऐनकू

Hindi Guide for Class 3 PSEB ऐनकू Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर

I. बताओ

1. बच्चे रवि को क्या कहकर चिढ़ाते थे ?
उत्तर-
बच्चे रवि को ‘ऐनकू-ऐनकू’ कहकर चिढ़ाते थे।

2. रवि कक्षा में सबसे पीछे वाली सीट पर जाकर क्यों बैठ गया ?
उत्तर-
कक्षा में कोई भी बच्चा ऐसा न था जो रवि को अपने साथ बिठा ले इसीलिए रवि को कक्षा में सबसे पीछे वाली सीट पर जाकर बैठना पड़ा।

3. अध्यापिका के पूछने पर रवि ने अपने रोने का क्या कारण बताया ?
उत्तर-
अध्यापिका के पूछने पर रवि ने अपने रोने का कारण बताते हुए कहा कि सभी मुझे ऐनकूऐनकू कह कर चिढ़ाते हैं।

4. रवि की ऐनक कैसे ट गई ?
उत्तर-
मनीष ने रवि के रास्ते में टाँग अड़ा दी और रवि मुँह के बल नीचे गिर गया। इससे ऐनक दूर जा गिरी और टूट गई।

5. अध्यापिका ने रवि की देखभाल कैसे की ?
उत्तर-
अध्यापिका ने घायल रवि के घाव पर अपना रूमाल लगा दिया और फिर अपने पर्स में से दवा निकाल कर मरहम पट्टी कर दी।

6. रवि को फोन करना क्यों नहीं आता था?
उत्तर-
रवि के घर पर कोई टेलीफोन नहीं था। इसी कारण रवि को फोन करना भी नहीं आता था।

7. अध्यापिका ने बच्चों को क्या समझाया ?
उत्तर-
अध्यापिका ने बच्चों को समझाया कि हमें सदा अपने साथियों की मदद करनी चाहिए।

8. मनीष की आँखों से आँसू क्यों टपकने लगे ?
उत्तर-
मनीष को अपनी ग़लती का एहसास हुआ। इस कारण उसकी आँखों से पश्चात्ताप के आँसू टपक पड़े।

II. वाक्य बनाओ

(i) नीचा दिखाना = छोटा समझना
(ii) आँसुओं की धारा बहना = लगातार रोना
(ii) फफक पड़ना = रोने लग जाना
(iv) सहम जाना = डर जाना .
(v) सन्नाटा छाना = चुप्पी होना
(vi) होंठों पर मुस्कान तैरना = खुश होना
(vii) आँखें दिखाना = डराना
(viii) मुँह के बल गिरना = अचानक ज़मीन पर गिरना
उत्तर-
(i) नीचा दिखाना = छोटा समझना = हमें कभी किसी को नीचा नहीं दिखाना चाहिए।
(ii) आँसुओं की धारा बहना = लगातार रोना = अध्यापक के पूछने पर रवि की आँखों से आँसुओं की धारा बहने लगी।
(iii) फफक पड़ना = रोने लग जाना = वृद्ध पिता अपने जवान बेटे की लाश देखकर फफक पड़ा।
(iv) सहम जाना = डर जाना = शेर की दहाड़ सुनकर जंगल के सभी प्राणी सहम गए।
(v) सन्नाटा छाना = चुप्पी होना = कक्षा में सन्नाटा छा गया।
(vi) होंठों पर मुस्कान तैरना = खुश होना = अध्यापक के मुँह से अपनी प्रशंसा सुनकर रवि के होंठों पर मुस्कान तैर गई।
(vii)आँखें दिखाना = डराना = मोहन रवि को आँखें दिखाने लगा।
(viii) मुँह के बल गिरना = अचानक ज़मीन पर गिरना = ठोकर लगने पर धावक अचानक मुँह के बल गिर पड़ा।

III. किसने कहा

(i) “आपकी कक्षा से इतना शोर कैसा आ रहा था।”
(ii) “सभी मुझे ‘ऐनकू-ऐनकू’ कहकर चिढ़ाते
(iii) “ओह्फो ‘ इसके माथे से तो खून बह रहा है।”
(iv) “मैं रवि का बैस्ट फ्रैंड बनूँगा।”
उत्तर-
(i) अध्यापिका ने कहा।
(ii) रवि ने कहा।
(iii) अध्यापिका ने कहा।
(iv) राकेश ने कहा।

IV. विराम चिह्न लगाओ

बड़ा बनने के लिए गुण चाहिए मनीष तुम बताओ क्या बात थी अध्यापक ने कहा ओह्फो इसके माथे से खून बह रहा है |
उत्तर-

  • बड़ा बनने के लिए गुण चाहिए।
  • मनीष, तुम बताओ क्या बात थी ?” अध्यापक ने कहा।
  • ओह्फो ‘ इसके माथे से खून बह रहा है।

V. एक जैसे शब्दों से वाक्य बनाओ

जोर-ज़ोर से = …………………………
पीछे-पीछे बार-बार = ……………………
गरम-गरम = …………………………
उत्तर-

  • ज़ोर-ज़ोर से = गडरिया ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगा।
  • पीछे-पीछे = वह मेरे पीछे-पीछे आने लगा।
  • बार-बार = वह बार-बार मुझे तंग कर रहा था।
  • गरम-गरम = गरम-गरम दूध पीने से आराम मिलेगा।

VI. अक्षरों से नए शब्द बनाओ

ध्य = ………………………………..
न्ध = ………………………………..
स्व = ………………………………..
च्च = ………………………………..
स्ट = ………………………………..
स्त = ………………………………..
उत्तर-

  • ध्य = मध्यम।
  • न्ध = स्वाधीन।
  • स्ट = स्टेशन।
  • न्ध = बन्धन।
  • च्च = बच्चा ।
  • स्त = अभ्यस्त।

VII. शब्द में से शब्द बनाओ।

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 6 ऐनकू 1
उत्तर-

  • सुनकर = सुन, कर।
  • बोलता = बोल, लता।
  • आपकी = आप, पकी।
  • आराम = आम, राम।
  • चुनाव = चुन, नाव।

ऐनकू Summary & Translation in Hindi

पाठ का सार

रवि के कक्षा के प्रवेश करते ही शरारती बच्चे उसे ‘ऐनकू बई ऐनकू’ कहकर चिढ़ाने लगते। सारी कक्षा के बच्चे भी उनकी लय में बोलने लगते। रवि मन ही मन सोचता कि यदि उसको ऐनक लगी है तो इसमें उसका क्या दोष ? पढ़ाई में तो वह किसी से कम नहीं है। हाँ, यह बात और है कि कक्षा के सभी बच्चे अमीर घरों से हैं और वह एक मध्यम परिवार से है। यही सोचता हुआ रवि अपना बस्ता आगे वाली सीट पर रखकर बैठने ही लगा था कि अभिषेक ने उसका बस्ता उठा कर दूर फेंक दिया और कहा, | “अबे ऐनक, यहाँ नहीं बैठना, ये मेरे दोस्त की सीट है।” रवि का कोई भी दोस्त नहीं था इसलिए वह अपना बस्ता उठाकर चुपचाप सबसे पीछे वाली सीट पर जाकर बैठ गया। उसकी आँखों से आँसू बहने लगे। इतने में अध्यापिका कक्षा में आ गई। अध्यापिका ने कक्षा में आते ही बच्चों से शोर मचाने का कारण पूछा।

अचानक उसकी नज़र पीछे बैठे रवि पर पड़ी। उसे रोते हुए देखकर उसने रवि से रोने का कारण पूछा। रवि ने रोते-रोते बताया कि सब मुझे ‘ऐनकू-ऐनकू’ कह कर चिढ़ाते हैं। अध्यापिका प्यार के साथ उसे अपने साथ आगे ले आई। उसे आगे बिठाकर वह किसी काम से कक्षा के बाहर चली गई। उसके बाहर जाते ही बच्चे रवि को तंग करने लगे। मनीष ने टाँग अड़ा दी जिससे रवि गिर गया और उसके माथे पर चोट लग गई और उसकी ऐनक भी टूट गई। इतने में अध्यापिका कक्षा में आ गई। उसने दौड़कर रवि को उठाया। उसके माथे पर खून देखकर अपने रूमाल से उसे रोका फिर पर्स में से निकाल कर मरहम-पट्टी कर दी।

उन्होंने रवि से पूछा कि उसे किसने गिराया ? डर के कारण रवि ने झूठ बोल दिया कि पाँव फिसलने से वह गिर गया। अध्यापिका ने कन्टीन से उसके लिए गरम दूध मँगवाया और घर पर फोन करने को कहा। रवि के मुँह से यह सुनकर कि मुझे फोन करना नहीं आता, सारी कलास ज़ोर-ज़ोर से हँसने लगी। अध्यापिका के समझाने पर सभी बच्चों को अपनी गलती का एहसास हुआ और मनीष ने अपनी गलती के लिए रवि के माफ़ी मांगी और उसकी ऐनक भी बनवा देने को कहा। उसने रवि को अपना ‘बैस्ट फ्रैंड’ भी माना। राकेश ने भी रवि को गले से लगा लिया। रवि के होंठों पर मुस्कान तैर गई।

कठिन शब्दों के अर्थ

ऐनकू = ऐनक लगाने वाले बच्चे को चिढ़ाने पर पड़ा नाम।
प्रवेश = दाखिल होना, अन्दर जाना।
विपक्षी = दूसरे पक्ष वाला, विरोधी।
दोष = गलती। मध्यम परिवार = साधारण परिवार।
क्रोध से = गुस्से से।
आँखें दिखाना = गुस्सा करना।
बरबस = न चाहते हुए भी, ज़बरदस्ती।
अश्रुओं की = आँसुओं की।
टीचर = अध्यापक।
सहम = डर।
फफक पड़ा = रो पड़ा।
टाँग अड़ाना = रुकावट, बाधा डालना।
चकनाचूर = टुकड़े-टुकड़े होना।
टिका दिया = लगा दिया।
मरहम = मलहम।
सन्नाटा छाया = चुप्पी छाई, शान्ति, खामोशी।
एकाएक =. अचानक। मासूमियत = भोलेपन।
दुलारना = प्यार करना।
कन्टीन = वह स्थान जहाँ से खाने-पीने आदि का सामान मिलता है।
आफ़िस = दफ्तर। काफ़ी = बहुत।
ठहाका = ज़ोर से हँसना।
आश्चर्य = हैरानी।
मदद = सहायता।
मज़ाक उड़ाना = हँसी उड़ाना, नीचा दिखाना।
दोस्त = मित्र, साथी।
अहसास = अनुभव होना|

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 5 कोयल

Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 5 कोयल Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 5 कोयल

Hindi Guide for Class 3 PSEB कोयल Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर

I. बताओ

1. कोयल का रंग कैसा होता है ?
उत्तर-
कोयल का रंग काला होता है।

2. कोयल की आवाज़ कैसी होती है ?
उत्तर-
कोयल की आवाज़ मीठी होती है।

3. कोयल ने अपनी माँ से क्या सीखा ? .
उत्तर-
कोयल ने अपनी माँ से मीठा बोलना सीखा।

4. कोयल को चिड़ियों की रानी क्यों कहते हैं ?
उत्तर-
कोयल की बोली मीठी होती है इसीलिए उसे चिड़ियों की रानी कहते हैं।

5. कोयल कहाँ आकर बैठी है ?
उत्तर –
कोयल आम की डाली पर आकर बैठी है।

II. समान तुक वाले शब्द लिखो |

रानी – पानी
आई – …………………………….
घोली – …………………………….
काली – …………………………….
उत्तर –
(i) रानी – पानी।
(ii) आई – लाई।
(iii) घोली – बोली।
(iv) काली डाली।

III. रेखा खींचकर सही जोड़े बनाओ-

कोयल – घोली
मिसरी – बोली
मीठी – धरती
प्यासी – काली
उत्तर-
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 5 कोयल 1

IV. इन पंक्तियों को पूरा करो

1. इसने ही तो ……………………… कर आमों में मिसरी घोली।
उत्तर-
इसने ही तो कूक-कूक कर आमों में मिसरी घोली।

2. ……………………….. पर उड़ना, गाना, जिसने तुम्हें सिखाया है।
उत्तर-
डाल-डाल पर उड़ना, गाना, जिसने तुम्हें सिखाया है।

3. सबसे ……………………… बोलो यह भी तुम्हें बताया है।
उत्तर-
सबसे मीठे-मीठे बोलो यह भी तुम्हें बताया है।

V. दायीं ओर लिखे शब्दों में से बायीं ओर लिखे शब्द का सही अर्थ ढूँढ़कर उस पर गोला लगाओ।

(i) बोली = बात, आवाज़।
(ii) डाली = टहनी, पेड।
(iii) सच = झूठ, सत्य।
(iv) सदा = हमेशा, कभी-कभी।
(v) खुश = उदास, प्रसन्न
(vi) मेघ = बादल, बिजली।
(vii) भली = अच्छी, बुरी।
(viii) चिड़िया = कोयल, पक्षी।’
उत्तर-
सही मिलान
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 5 कोयल 2

VI. चित्रों के अनुसार बोलियों का मिलान कीजि

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 5 कोयल 3
उत्तर
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 5 कोयल 4

VII. मीठी बोली पर चार सरल वाक्य लिखो

1. ………………………
2. ……………………..
3. ……………………..
4. …………………….
उत्तर-
1. मीठी बोली सुनने में सबको अच्छी लगती है।
2. मीठी बोली बोलने से दूसरों का क्रोध शांत होता है।
3. मीठी बोली बोलने से प्रेम बढ़ता है।
4. कोयल मीठी बोली बोलती है। |

VIII. बिन्दुओं को मिलाओ और देखिए कि कौन-सा पक्षी बनता है? उस पक्षी में रंग भरें।

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 5 कोयल 5
उत्तर-विद्यार्थी स्वयं इन्हें मिलाएं और रंग भरें।

IX. अन्तर समझो

डाली : कोयल पेड़ की डाली पर बैठी है। क्या आपने दूध में चीनी नहीं डाली ?
बोली : मेरी बोली हिन्दी है। मैंने अध्यापक से यह बात बोली।
उत्तर-
उपरोक्त वाक्यों में से पहले वाक्य में डाली शब्द के अलग-अलग अर्थ बताने वाले वाक्य दिखाए गए हैं और दूसरे वाक्य में बोली के अलगअलग अर्थ बताए गए हैं। ऐसे शब्दों को भिन्नार्थक समरूपी शब्द कहते हैं। इनमें डाली शब्द से पहली डाली का अर्थ शाखा, टहनी है। दूसरे वाक्य में आए डाली शब्द का अर्थ डालना है। बोली शब्द से पहले वाक्य में अर्थ भाषा से है। दूसरे वाक्य में बोली शब्द का अर्थ बताना है।

X. जानो

भारत में गाने वाले और पक्षी भी हैं। पपीहा, श्यामा, दोयल आदि किन्तु स्वर साम्राज्ञी कोयल के आगे सभी की आवाज़ फीकी पड़ जाती है। इसे कोकिल भी कहते हैं । बसन्त ऋतु के आते ही कोयल | का कूकना शुरू हो जाता है। आम के कुंजों में जब | कोयल पूरी उमंग से गाती है तो सारा वातावरण | संगीतमय बन जाता है। ऐसा लगता है कि कानों में | अमृत वर्षा हो रही हो। मीठी बोली कोयल की और कड़वी बोली कौए की सुन सभी एकदम जान जाते हैं………………………दोनों के गुण।

कोयल Summary & Translation in Hindi

पद्यांशों के सरलार्थ

1. देखो, कोयल काली है पर
मीठी है इसकी बोली।
इसने ही तो कूक-कूक कर
आमों में मिसरी घोली।
सरलार्थ-
प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्य-पुस्तक में संकलित ‘कोयल’ नामक कविता से ली गई हैं। इसकी रचयिता ‘श्रीमती सुभद्रा कुमारी चौहान’ है। देखो कोयल देखने में कितनी काली है, परन्तु इसकी आवाज़ मीठी है। इसकी कूक ने ही आमों में मीठा रस घोला है।

2. कोयल! कोयल! सच बतलाओ,
क्या संदेशा लाई हो।
बहुत दिनों के बाद आज फिर,
इस डाली पर आई हो।
सरलार्थ-
प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्य-पुस्तक में संकलित ‘कोयल’ नामक कविता से ली गई हैं। इसमें कवयित्री श्रीमती सुभद्रा कुमारी चौहान कोयल की प्रशंसा करती हुई कहती है कि कोयल! कोयल! तुम सच बतलाओ कि तुम कौन-सा संदेश लेकर आई हो ? तुम आज बहुत दिनों के बाद फिर इसी डाली पर आकर बैठी हो।

3. क्या गाती हो ? किसे बुलाती,
बतला दो कोयल रानी!
प्यासी धरती देख माँगती,
हो क्या मेघों से पानी ?
सरलार्थ-
उपरोक्त पंक्तियाँ हमारी पाठ्य-पुस्तक में संकलित ‘कोयल’ नामक कविता से ली गई हैं। इसमें कोयल की मीठी बोली की प्रशंसा करते हुए कवयित्री कहती है कि-कोयल रानी! तुम हमें यह बता दो कि तुम क्या गाती हो और तुम गा-गाकर किसे बुलाती हो ? क्या तुम धरती को प्यासी देखकर बादलों से पानी माँग रही हो ?

4. कोयल ! यह मिठास क्या तमने
अपनी माँ से पाई है ?
माँ ने ही क्या तुमको मीठी
बोली यह सिखलाई है ?
सरलार्थ-
उपरोक्त पंक्तियाँ हमारी पाठ्य-पुस्तक में संकलित ‘कोयल’ नामक कविता से ली गई हैं। इसमें कोयल की मीठी बोली की प्रशंसा करते हुए कवयित्री कहती है कि-कोयल! तुमने अपनी बोली में यह मिठास (मीठी आवाज़) क्या अपनी माँ से प्राप्त की है ? क्या तुम्हें माँ ने ही मीठा बोलना सिखलाया है ?

5. डाल-डाल पर उड़ना, गाना,
जिसने तुम्हें सिखाया है।
सबसे मीठे-मीठे बोलो
यह भी तम्हें बताया है।
सरलार्थ-
ये पंक्तियाँ हमारी पाठ्य-पुस्तक में संकलित ‘कोयल’ नामक कविता से ली गई हैं। इसमें कवयित्री कोयल की मीठी बोली से प्रसन्न होकर उसके बारे में पूछती है कि-डाली-डाली पर उड़ना और गाना माँ ने ही तुम्हें सिखलाया है और तुम्हें यह भी बताया है कि सबसे मीठा बोलो अर्थात् मधुर वचन बोलो।

6. बहुत भली हो, तुमने माँ की,
बात सदा ही है मानी।
इसीलिए तो तुम कहलाती,
हो सब चिड़ियों की रानी।
सरलार्थ-
हमारी पाठ्य पुस्तक में संकलित कविता ‘कोयल’ की इन पंक्तियों में कवयित्री सुभद्रा कुमारी चौहान कोयल से कहती है कि तुम बहुत अच्छी हो। तुमने अपनी माँ की ही बात को सदा माना है। इसलिए तुम्हें सब चिड़ियों की रानी कहते हैं।

कठिन शब्दों के अर्थ

कोयल = एक पक्षी, जो अपनी मीठी बोली के कारण प्रिय है।
मिसरी = एक मीठा पदार्थ।
बोली = आवाज़।
संदेशा = खबर।
धरती = ज़मीन।
डाली = शाखा।
भली = अच्छी।
मेघ = बादल।
मिठास = मीठापन।
कूक = मीठी बोली में बोलना।

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 4 छुक-छुक करती आई रेल

Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 4 छुक-छुक करती आई रेल Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 4 छुक-छुक करती आई रेल

Hindi Guide for Class 3 PSEB छुक-छुक करती आई रेल Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर

I. बताओ

1. पहले रेलगाड़ी किससे चलती थी ?
उत्तर-
पहले रेलगाड़ी भाप से चलती थी।

2. रेलगाड़ी का पुराना रूप कहाँ देखा जा सकता है ?
उत्तर-
रेलगाड़ी का पुराना रूप कालका-शिमला मार्ग पर देखा जा सकता है।

3. रेलगाड़ी एकता का सन्देश कैसे देती है ?
उत्तर-
रेलगाड़ी में सभी जाति और धर्मों के लोग, अमीर-ग़रीब आदि सभी एक साथ बैठ कर सफर करते हैं। यह सभी को मानवता का पाठ पढ़ाती हुई एकता का सन्देश देती है।

4. शरारती लोग रेलगाड़ी को क्या हानि पहुँचाते हैं ?
उत्तर-
शरारती लोग रेलगाड़ी की सीटों को फाड़ देते हैं, गाड़ी में लगे बल्ब तोड़ते हैं और बिना कारण जंजीर खींच कर गाड़ी को रोक कर हानि पहुँचाते हैं।

5. मैट्रो रेल कैसी होती है ?
उत्तर-
आजकल कोलकाता और दिल्ली जैसे महानगरों में मैट्रो रेल चल रही है। सारी गाड़ी ए० सी० युक्त होती है। बहुत तेज़ गति से चलने वाली यह गाड़ी पलक झपकते आती है और पलक झपकते | ही चली जाती है।

6. हरी झंडी दिखाने वाले को क्या कहते हैं ?
उत्तर-
हरी झंडी दिखाने वाले को ‘गार्ड’ कहते

7. मालगाड़ी में क्या-क्या सामान ढोया जाता
उत्तर-
मालगाड़ी में कोयला, लोहा, पेट्रोलियम तथा खाने-पीने आदि का सामान तथा और भी सामान ढोया जाता है।

II. वाक्य पूरे करो

1. मैं ………………… की शान हूँ।
उत्तर-
मैं भारत की शान हूँ।

2. तुम्हारे सिर पर यह …………………… सी क्या है ?
उत्तर-
तुम्हारे सिर पर यह कलगी-सी क्या है ?

3. सारी गाड़ी एकदम ……………………………… ।
उत्तर-
सारी गाड़ी एकदम ए० सी०।

4. ……………………….. झण्डी दिखाने पर ठहरती हूँ।
उत्तर-
लाल झण्डी दिखाने पर ठहरती हूँ।

5. …………………………. झण्डी दिखाने पर चल पड़ती
उत्तर-
हरी झण्डी दिखाने पर चल पड़ती हूँ।

III. वाक्य बनाओ

(i) हवा से बातें करना = बहुत तेज़ दौड़ना।
(ii) सीना गर्व से फूल जाना = गौरव अनुभव करना।
(iii) पलक झपकना = उसी क्षण, तत्काल।
(iv) लेने के देने पड़ जाना = लाभ की बजाय हानि होना।
(v) मजा किरकिरा करना = खुशी में दुःख या पीड़ा की बात होना।
उत्तर-
(i) हवा से बातें करना = बहुत तेज़ दौड़ना-रेलगाड़ी हवा से बातें करती जाती है।
(ii) सीना गर्व से फूल जाना = गौरव अनुभव करना-पुत्र को राष्ट्रपति से ईनाम पाने का समाचार सुन कर पिता का सीना गर्व से फूल गया।
(iii) पलक झपकना = उसी क्षण, तत्कालपलक झपकते ही रानी का घोड़ा पहाड़ से कूद गया।
(iv) लेने के देने पड़ जाना = लाभ की बजाय हानि होना-चित्तौड़ पर आक्रमण करके मुग़लों को लेने के देने पड़ गए। |
(v) मजा किरकिरा करना = खुशी में दुःख या | पीड़ा की बात होना-कुछ लोगों ने शराब पीकर उत्पात मचाना शुरू कर दिया जिससे विवाह का सारा मज़ा किरकिरा हो गया।

IV. पढ़ो, समझो और लिखो

(क)
(i) इतिहास + इक = ऐतिहासिक
(ii) धर्म + इक = …………
(iii) दिन + इक = …………
(iv) विज्ञान + इक = ……

(ख) (i) सुन्दर + ता = सुन्दरता
(ii) मानव + ता = …………………….
(iii) निकट + ता = ………………..
(iv) भारतीय + ता = …………………………

(ग) रंग-रूप = रंग और रूप
जाति-धर्म = ………………………………
अमीर-ग़रीब = ………………………..
गर्मी-सर्दी = …………………………..
माता-पिता = …………………………
उत्तर-
(क) इक’ प्रत्यय लगाकर बनाए गए शब्द
(i) इतिहास + इक = ऐतिहासिक।
(ii) धर्म + इक = धार्मिक।
(iii) दिन + इक = दैनिक।
(iv) विज्ञान + इक = वैज्ञानिक

(ख) ‘ता’ प्रत्यय लगाकर बनाए गए शब्द
(i) सुन्दर + ता = सुन्दरता।
(ii) मानव + ता = मानवता।
(iii) निकट + ता = निकटता।
(iv) भारतीय + ता = भारतीयता।

(ग) योजक चिह्न (-) के स्थान पर योजक शब्द का प्रयोग
(i) रंग-रूप = रंग और रूप।
(ii) जाति-धर्म = जाति और धर्म।
(iii) अमीर-गरीब = अमीर और गरीब।
(iv) गर्मी-सर्दी = गर्मी और सर्दी।
(v) माता-पिता = माता और पिता।

V. विराम चिह्न पहचानो मैं रेलगाड़ी हूँ ।

मैं रंग-रूप, जाति-धर्म, अमीर-गरीब का भेद नहीं मानती।
तुम्हारे सिर पर यह कलगी-सी क्या है ?
उत्तर-
विराम चिह्न
(i) मैं रेलगाड़ी हूँ। (पूर्ण विराम)
(ii) मैं रंग-रूप, जाति-धर्म, अमीर-गरीब का भेद नहीं मानती। (अल्प-विराम)
(iii) तुम्हारे सिर पर यह कलगी-सी क्या है ? (प्रश्नवाचक)

VI. अन्तर समझो

समान = बराबर = हम सब समान हैं।
सामान = चीजें = मैंने अपना सामान गाड़ी में रख लिया है।
सीना = छाती = देश सेवा करते हुए मेरा सीना गर्व से फूल जाता है।
सीना = सिलना = मैंने कपड़े सीना सीख लिया.
उत्तर-
निर्देश-उपरोक्त शब्द समान रूप से उच्चारण होने वाले लेकिन भिन्न-भिन्न अर्थ वाले शब्द-युग्म हैं।

VII. समझो

टिकट खिड़की, रेलगाड़ी, टिकट-बाबू, मैट्रो गाड़ी, रेल-भाड़ा।
उत्तर-
उपरोक्त शब्द अंग्रेजी भाषा और देशज भाषा के मेल से बने शब्द हैं। ऐसे शब्दों को संकर शब्द कहते हैं।
अंग्रेज़ी शब्द देशज शब्द
खिड़की रेल
गाड़ी टिकट मैट्रो
गाड़ी रेल
भाड़ा।

VIII. चित्र देखकर पाँच वाक्य लिखो

1. ………………………………………
2. ……………………………………..
3. ……………………………………..
4. ……………………………………..
5. ……………………………………..

उत्तर-
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 4 छुक-छुक करती आई रेल 1

(i) रेलगाड़ी स्टेशन पर खड़ी है।
(ii) कुली ने सिर पर सामान उठा रखा है।
(iii) कुली ने लाल रंग की कमीज़ पहनी है।
(iv) कुली के कंधे पर अंगोछा है।
(v) प्लेटफार्म पर सामान पड़ा है।

छुक-छुक करती आई रेल Summary & Translation in Hindi

कठिन शब्दों के अर्थ

→ परवाह = चिन्ता।
→ निकट = पास।
→ परेशान = दुखी।
→ वातावरण = आसपास की परिस्थिति।
→ दूषित = गंदा।
→ सुडौल = मज़बूत ।
→ इतराती = अकड़ती, घमंड करती।
→ मार्ग = रास्ता।
→ त्याग = छोड़।
→ मालगाड़ी = केवल सामान आदि लाद कर ले जाने वाली गाड़ी।
→फौलादी = फौलाद (कड़ा लोहा) से बना हुआ।
→ कलगी = सिर की चोटी, ताज ।
→ उपकरण = साधन, सामग्री, यन्त्र।
→ सम्पर्क = लगाव, सम्बन्ध, मेल।
→ ठहराव = रुकने का स्थान।
→ मजा किरकिरा करना = मज़ा खराब करना।
→ सिग्नल = इशारा।
→ प्लेटफार्म = रेलवे स्टेशन पर गाड़ियों के ठहरने का स्थान।

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 3 मोर

Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 3 मोर Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 3 मोर

Hindi Guide for Class 3 PSEB मोर Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर

I. बताओ-

1. मोर अपनी खुशी कैसे प्रकट करता है ?
उत्तर-
मोर अपनी खुशी नाचकर प्रकट करता

2. मोर और मोरनी के रंग-रूप में क्या अन्तर होता है ?
उत्तर-
मोर और मोरनी के रंग-रूप में काफ़ी अन्तर होता है। मोर के सिर पर सुन्दर कलगी होती है। इसकी गर्दन चमकीली और गहरे नीले रंग की होती है। इसके पंख लम्बे और रंगीन होते हैं। मोरनी का रंग भूरा होता है। उसका रंग मोर की तरह चमकीला और आकर्षक नहीं होता है।

3. मोर को नदी या झील के किनारे रहना क्यों पसन्द है ?
उत्तर-
मोर को गर्मी और प्यास बहुत सताती है, इसीलिए मोर को नदी या झील के किनारे रहना पसन्द है।

4. मोर का प्रिय आहार क्या है ?
उत्तर-
मेंढक और साँप, मोर का प्रिय आहार है।

5. मानव समाज के लिए यह उपयोगी कैसे है ?
उत्तर-
मोर साँप, मेंढक, कीड़े-मकौड़े आदि हानिकारक जीव-जन्तुओं को खाकर सफाई का कार्य है।

6. मोरनी अंडे कहाँ देती है ?
उत्तर-
मोरनी ज़मीन पर या झाड़ी में अंडे देती है।

7. भारत में मोर कहाँ-कहाँ पाए जाते हैं ?
उत्तर-
भारत में मोर राजस्थान, ब्रजभूमि तथा चित्रकूट के आसपास पाए जाते हैं।

II. वाक्य बनाओ

राष्ट्रीय-पक्षी, सुन्दर कलगी, रंगीन पंख, प्रिय आहार, रंग रूप, जीव-जन्तु।
उत्तर-

  • राष्ट्रीय-पक्षी-मोर हमारा राष्ट्रीयपक्षी है।
  • सुन्दर कलगी-मोर के सिर पर सुन्दर कलगी होती है।
  • रंगीन पंख-मोर के रंगीन पंख बहुत आकर्षक होते हैं।
  • प्रिय आहार-साँप और मेंढक मोर के प्रिय आहार हैं।
  • रंग-रूप-मोर और मोरनी के रंग-रूप में बहुत अन्तर होता है।
  • जीव-जन्तु-मोर हानिकारक जीव-जन्तु को खाकर सफ़ाई का काम करता है।

III. वाक्य पूरे करो

1. मोर के पंख …………………………. और …………………………. होते हैं।
उत्तर-
मोर के पंख लम्बे और रंगीन होते हैं।

2. बादलों के गरजने पर यह ज़ोर-ज़ोर से …………………………. लगता है।
उत्तर-
बादलों के गरजने पर यह ज़ोर-ज़ोर से कूकने लगता है।

3. …………………………. और …………………………. इसका प्रिय आहार है।
उत्तर-
साँप और मेंढक इसका प्रिय आहार है।

4. इसके पैर …………………………. होते हैं।
उत्तर-
इसके पैर भद्दे होते हैं।

5. अफ्रीका का …………………………. मोर संसार भर में प्रसिद्ध है।
उत्तर-
अफ्रीका का सफ़ेद मोर संसार भर में प्रसिद्ध है।

IV. समान अर्थ वाले शब्द लिखो

बादल = ………………………………….. |
पंख = ………………………………….. |
साँप = ………………………………….. |
घोंसला = ………………………………….. |
आकाश = ………………………………….. |
पक्षी = ………………………………….. |
पेड़ = ………………………………….. |
मेंढक = ………………………………….. |
पैंर = ………………………………….. |
उत्तर-
समानार्थक शब्द
(i) बादल = मेघ, घन।
(ii) पंख = पर, पक्ष।
(iii) साँप = भुजंग, फणिधर।
(iv) घोंसला = नीड़, बसेरा।
(v) आकाश = आसमान, गगन।
(vi) पक्षी = खग, विहग।
(vii) पेड़ = वृक्ष, विटप।
(viii) मेंढक = दादुर, जलचर।
(ix) पैर = पाँव, चरण।

V. लिंग बदलो

मोर = मोरनी।
शेर = ……………………………… |
ऊँट = ……………………………… |
सिंह = ……………………………… |
हाथी = ……………………………… |
उत्तर-
पुल्लिग स्त्रीलिंग
(i) मोर = मोरनी।
(ii) शेर = शेरनी।
(iii) ऊँट = ऊँटनी |
(iv) सिंह = सिंहनी।
(v) हाथी = हथिनी।

VI. पढ़ो, समझो और लिखो

रंग = रंगीला।
चमक = चमकीला।
ज़हर = जहरीला।
उत्तर-
उपरोक्त रंगीला, चमकीला और जहरीला विशेषण शब्द हैं।

VII. दिए गए शब्दों में से पुल्लिंग और स्त्रीलिंग शब्द छाँट कर अलग-अलग लिखो।

मोर, सिर, बन्दूक, साँप, कीड़े-मकौड़े, मोरनी, पक्षी, गर्दन, कलगी, पंख, आकाश, बादल, नदी, झील, मानव, दाने, घास-फूस, बीज, पेड़, घोंसला, झाड़ी, पैर।
उत्तर-
पुल्लिग शब्द  स्त्रीलिंग शब्द
मोर – बन्दूक
सिर – मोरनी
साँप – पक्षी
कीड़े-मकौड़े – गर्दन
पंख – कलगी
आकाश
बादल
मानव – नदी
दाने – झील
बीज
घास-फूस – झाड़ी
पेड़
पैर
घोंसला |

VIII. चित्र देखकर पाँच वाक्य लिखो

1. ………………………………………
2. ……………………………………..
3. ……………………………………..
4. ……………………………………..
5. ……………………………………..
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 3 मोर 1
उत्तर-
1. मोर हमारा राष्ट्रीय पक्षी है।
2. इसके पंख सुन्दर होते हैं।
3. इसके पंख लम्बे और रंगीन होते हैं।
4. मोर का प्रिय आहार साँप और मेंढक हैं।
5. इसके पैर बहुत भद्दे होते हैं।
मोर है पक्षी प्यारा-प्यारा
यही है राष्ट्रीय पक्षी हमारा।

अध्यापन निर्देश-
1. अध्यापक बच्चों को यह भी बताएँ कि श्री कृष्ण अपने माथे पर मोर पंख को मुकुट के रूप में लगाते थे।
2. मोर को मयूर, ताऊस, मुरैला आदि नामों से भी जाना जाता है।

मोर Summary & Translation in Hindi

पाठ का सार

वर्षा ऋतु में जब आकाश बादलों से ढक जाता है तो आपने खेतों में मोर को अपने पंख फैला नाचते हुए अवश्य देखा होगा। वह नाचकर अपनी खुशी प्रकट करता है। इसकी सुन्दरता को देखकर ही सन् 1963 में इसे हमारा राष्ट्रीय पक्षी घोषित किया गया। भारत के साथ-साथ म्यांमार और कांगो का राष्ट्रीय पक्षी भी मोर है। – पक्षियों में मोर सबसे सुन्दर पक्षी है। इसके सिर पर सुन्दर कलगी होती है। इसकी गर्दन चमकीली और गहरे नीले रंग की होती है इसके पंख लम्बे और रंगीन होते हैं। मोरनी की तुलना में मोर अधिक सुन्दर होता है। मोरनी का रंग भूरा होता है और उसका रंग मोर के समान चमकीला नहीं होता।

मोर को प्यास अधिक लगती है इसीलिए नदी या झील आदि के पास रहना उसे अच्छा लगता है। मेंढक और साँप, मोर का प्रिय भोजन है। जहाँ पर मोर रहता है वहाँ पर साँप नहीं होता। मोर अपना | घोंसला पेड पर नहीं बनाता। मोरनी अक्सर ज़मीन | पर या किसी झाड़ी में अंडे देती है। मोर जितना सुन्दर पक्षी है, उसके पैर उतने ही भद्दे होते हैं। भारत में मोर अधिकतर राजस्थान, उत्तर-प्रदेश के मथुरा, वृंदावन तथा चित्रकूट के इलाकों में अधिक पाया जाता है। भारत के अलावा श्रीलंका, बर्मा और अफ्रीका में भी ये काफ़ी मात्रा में पाए जाते राष्ट्रीय पक्षी होने के कारण भारत सरकार ने मोर को पकड़ने, मारने और कैद करने पर रोक लगा रखी है।

कठिन शब्दों के अर्थ

→ जगत् = संसार।
→ वर्षा-ऋतु = बरसात का मौसम।
→ आकाश = आसमान।
→ राष्ट्रीय = राष्ट्र का।
→ अपेक्षा = तुलना में।
→ कलगी = मोर के सिर की चोटी, ताज।
→ चमकीली = चमकदार।
→ क्षेत्रों = इलाकों।
→ प्रिय = प्यारा।
→ कूकना = कूजना, मधुर ध्वनि करना।
→ आहार = भोजन।
→ हानिकारक = हानि (नुकसान) पहुँचाने वाले।
→ उपयोगी = लाभकारी।
→ घोंसला = पक्षियों के रहने का स्थान।
→ मस्त = मग्न, लीन।
→ छटा = शोभा।
→ कुरूप = भद्दे ।
→ अधिकांश = अधिकतर।
→ अधिक = ज्यादा।
→ काफ़ी = बहुत अधिक।
→ संसार = जगत्, दुनिया।
→ रोक = पाबन्दी, मनाही।

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 2 अपना काम स्वयं करो

Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 2 अपना काम स्वयं करो Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 2 अपना काम स्वयं करो

Hindi Guide for Class 3 PSEB अपना काम स्वयं करो Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर

I. बताओ

1. चिड़िया अपने बच्चों के साथ कहाँ रहती थी ?
उत्तर-
चिड़िया अपने बच्चों के साथ गेहूँ के खेत में रहती थी।

2. गेहूँ पकने पर किसान क्या करता है ?
उत्तर-
गेहूँ पकने पर किसान उन्हें काटता है।

3. जब गेहूँ काटने कोई नहीं आया तो किसान ने क्या किया ?
उत्तर-
जब गेहूँ काटने कोई नहीं आया तो किसान ने स्वयं ही फ़सल काटने का फैसला किया।

4. चिड़िया ने क्यों सोचा कि अब उसे खेत से उड़ जाना चाहिए ?
उत्तर-
चिड़िया ने जब सुना कि किसान खुद अपने बेटे के साथ फ़सल काटने आ रहा है तो उसने सोचा कि अब फ़सल अवश्य कट जाएगी इसलिए उसने सोचा कि अब उसे खेत से उड़ जाना चाहिए।

II. पढ़ो, समझो और लिखो

मिठाई = मिठाइयाँ।
दवाई = ………………………….
सलाई = ………………………….
रजाई = ………………………….
मक्खी = ………………………….
बिल्ली = ………………………….
सब्जी = ………………………….
पत्ती = ………………………….।
उत्तर-
एकवचन    बहवचन
(i) मिठाई = मिठाइयाँ।
(ii) दवाई = दवाइयाँ।
(iii) सलाई = सलाइयाँ।
(iv) रजाई = रजाइयाँ।
(v) मक्खी = मक्खियाँ।
(vi) बिल्ली = बिल्लियाँ।
(vii) सब्जी = सब्जियाँ।
(viii) पत्ती = पत्तियाँ।

III. सही शब्द चुनकर वाक्य पूरे करो। पौधा, गेहूँ, तीन, दाना, स्वयं।

(क) गेहूँ के खेत में चिड़िया अपने ……………………….. बच्चों के साथ रहती थी।
उत्तर-
गेहूँ के खेत में चिड़िया अपने तीन बच्चों के साथ रहती थी।

(ख) उनकी माँ …………………………… लाने बाहर गई हुई थी।
उत्तर-
उनकी माँ दाना लाने बाहर गई हुई थी।

(ग) किसान अपने पड़ोसियों से ………………………….. कटवाएगा।
उत्तर-
किसान अपने पड़ोसियों से गेहूँ कटवाएगा।

(घ) किसान ने एक ………………………….. अपने बेटे को दिखाया।
उत्तर-
किसान ने एक पौधा अपने बेटे को दिखाया।

(ङ) कल हम ………………………….. गेहूँ काटेंगे।
उत्तर-
कल हम स्वयं गेहूँ काटेंगे।

IV. वाक्य बनाओ किसान, बच्चे, गेहूँ, पौधे, पड़ोसी।

(i) किसान-किसान हल चलाता है।

(ii) बच्चे-बच्चे स्कूल जाते हैं।

(iii) गेहूँ-गेहूँ की फ़सल पक गई है।

(iv) पौधे–माली पौधों को पानी देता है।

(v) पड़ोसी-राम मेरा पडोसी है।

V. वाक्यों को पढ़ो, समझो और लिखो

1. चिड़िया ने कहा
चिड़ियों ने कहा।
उत्तर-
चिड़ियों ने कहा।

2. वह अपने पड़ोसी से गेहूँ कटवाएगा।
वह अपने …………………… से गेहूँ कटवाएगा।
उत्तर-
वह अपने पड़ोसियों से गेहूँ कटवाएगा।

3. कल मैं अपने भाई को ज़रूर भेजूंगा।
कल मैं अपने …………………… को ज़रूर भेजूंगा।
उत्तर-
कल मैं अपने भाइयों को ज़रूर भेजूंगा।

4. किसान ने गेहूँ काटा।
…………………… ने गेहूँ काटा।
उत्तर-
किसानों ने गेहूँ काटा।

5. खेत में पानी लगा दो।
…………………… में पानी लगा दो।
उत्तर-
खेतों में पानी लगा दो।
निर्देश- उपरोक्त वाक्यों में बहुवचन का प्रयोग हुआ है।

VI. दिए गए शब्द संकेतों की सहायता से प्रत्येक के लिए तीन-तीन पंक्तियाँ लिखो –

1. ………………………………………
2. ……………………………………..
3. ……………………………………..

उत्तर-
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 2 अपना काम स्वयं करो 1

1. चिड़िया और उसके तीन छोटे बच्चे एक घोंसले में हैं।
2. तीनों बच्चे छोटे हैं।
3. चिड़िया अपने बच्चों को देख रही है।

1. ………………………………………
2. ……………………………………..
3. ……………………………………..

उत्तर-

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 2 अपना काम स्वयं करो 2
1. किसान खेतों में हल चला रहा है।
2. दो बैल हल जोत रहे हैं।
3. किसान के हाथ में डण्डा है।

VII. रेखा खींचकर समान अर्थ वाले शब्दों को मिलाओ

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 2 अपना काम स्वयं करो 3
उत्तर-
समानार्थक शब्द
खेत → कृषि क्षेत्र।
पौधा → बूटा।
माँ → जननी।
बेटा → सुत।
किसान → काश्तकार।
चिड़िया → गौरेया।
गेहूँ → कनक।
शाम → संध्या।
भाई → भ्राता

अपना काम स्वयं करो Summary & Translation in Hindi

पाठ का सार

गेहूँ के खेत में एक चिड़िया अपने तीन छोटेछोटे बच्चों के साथ रहती थी। गेहूँ के पौधे काफ़ी बड़े थे इसलिए चिड़िया और उसके बच्चों को कोई देख नहीं सकता था। चिड़िया जब बाहर चली जाती | तो छोटे बच्चे वहीं खेलते रहते। कुछ दिन बीतने पर गेहूँ के पौधे और भी बड़े हो | गए। चिड़िया के बच्चे भी कुछ बड़े हो गए थे, लेकिन अभी भी वे उड़ नहीं सकते थे। एक दिन जब माँ चिड़िया बच्चों के लिए दाना लाने गई तो | बाहर खेलते हुए बच्चों ने देखा कि किसान और | उसका बेटा बातें करते हुए उधर ही आ रहे हैं। | उन्होंने सुना किसान अपने बेटे को कह रहा था “देखो अब गेहूँ पकने लगी है। हम अपने पड़ोसियों | से कहकर इन्हें कटवा लेंगे।” किसान की बात | सुनकर बच्चे डर गए। जब उनकी माँ चिड़िया लौट कर आई तो बच्चों ने सारी बातें उसे बताई। माँ ने सारी बात सुनकर कहा कि डरो मत उसके पड़ोसी गेहूँ काटने नहीं आएँगे। हम अभी यही रहेंगे। – तीन दिन बीत गए, लेकिन गेहूँ काटने कोई नहीं आया। अगले दिन जब चिड़िया बाहर गई तब किसान और उसका बेटा फिर खेत पर आए। किसान ने कुछ पौधों को हाथ में लेकर कहा, “पड़ोसी तो आए नहीं। इन्हें काटने के लिए मैं कल अपने भाइयों को ज़रूर भेजूंगा।”

जब शाम को चिड़िया बच्चों के लिए खाना लेकर आई तो बच्चों ने उसे सारी बात बता दी। चिड़िया ने कहा, “डरो मत, उसके भाई भी नहीं आयेंगे।” अगले दिन भी जब गेहूँ काटने कोई नहीं आया तो शाम को किसान और उसका बेटा फिर खेत पर आए। किसान ने कहा, “भाइयों ने भी हमारे गेहूँ नहीं काटे। अब कल हम स्वयं इन्हें काटेंगे।” जब चिड़िया ने बच्चों के मुँह से किसान की बात सुनी तो उसने कहा, “अब हमें यहाँ से किसी दूसरी जगह चल देना चाहिए। अब तो तुम उड़ भी सकते हो।” अगले दिन किसान और उसका बेटा स्वयं गेहूँ काटने आए, परन्तु चिड़िया और उसके बच्चे उनके आने से पहले ही उड़ गए थे।

कठिन शब्दों के अर्थ

गेहूँ = कनक।
स्वयं = अपने आप, खुद।
पड़ोसियों = पास में रहने वाले लोग।
चिल्लाना = ज़ोर-ज़ोर से बोलना/चीखना।
जरूर = अवश्य।

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 1 प्रभु शक्ति इतनी देना

Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 1 प्रभु शक्ति इतनी देना Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 1 प्रभु शक्ति इतनी देना

Hindi Guide for Class 3 PSEB प्रभु शक्ति इतनी देना Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर।

I. बताओ

1. बच्चे ईश्वर से क्या प्रार्थना कर रहे हैं ?
उत्तर–
बच्चे ईश्वर से प्रार्थना करते हुए कहते हैं कि हमें इतनी शक्ति देना कि हम जीवन में सदा सत्मार्ग पर चलें, सत्धर्म करें और पाप और झूठ से दूर रहें।

2. बच्चे कौन-कौन से अच्छे काम कर सकते हैं ?
उत्तर-
सत्य के रास्ते पर चलते हुए, लोगों की सहायता करने के अच्छे काम बच्चे कर सकते हैं ।

3. सच्चाई के मार्ग पर चलते हुए किससे बचने को कह रहे हैं ?
उत्तर-
सच्चाई के मार्ग पर चलते हुए बच्चे झूठ से बचने को कह रहे हैं।

4. बच्चे दूसरों का भला कैसे कर सकते हैं ?
उत्तर-
दूसरों की मुश्किलों को आसान करके बच्चे दूसरों का भला कर सकते हैं।

5. इस कविता में कवि ने क्या प्रेरणा दी है ?
उत्तर-
इस कविता में कवि ने सत्मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी है।

II. पंक्तियाँ पूरी करो

(i) मन पर ………………… करें हम।
उत्तर-
मन पर विजय करें हम।

(ii) सत्क र्म ……………………… करें हम।
उत्तर-
सत्कर्म नित करें हम।

(iii) हर …………………… से बचें हम।
उत्तर-
हर पाप से बचें हम।

(iv) नित …………………………… पर चलें हम |
उत्तर-
नित सत्य पर चलें हम|

(v) और ……………………….. से बचें हम।
उत्तर-
और झूठ से बचें हम।
.
III. वाक्यों में प्रयोग करो

(i) प्रभु = ………………………….
(ii) सत्क र्म = ………………………….
(iii) उपकार = ………………………….
(iv) भेदभाव = ………………………….
उत्तर-
(i) प्रभु = प्रभु सर्व शक्तिमान हैं।
(ii) सत्कर्म = मनुष्य को सदा सत्कर्म करने चाहिएं।
(iii) उपकार = सज्जन व्यक्ति सदा दूसरों पर उपकार करते हैं।
(iv) भेदभाव = हमें किसी से कोई भेदभाव नहीं करना चाहिए।

IV. ‘सत्’ जोड़कर नए शब्द बनाओ

(i) सत् + कर्म = …………………….
(ii) सत् + मार्ग = …………………….
(iii) सत् + धर्म = …………………….
(iv) सत् + य = …………………….
उत्तर-
(i) सत् + कर्म = सत्क र्म।
(ii) सत् + मार्ग = सत्मार्ग।
(iii) सत् + धर्म = सत्धर्म।
(iv) सत् + य = सत्य।

V. उल्टे अर्थ वाला शब्द मिलाओ

विजय = झूठ।
उपकार = पुण्य।
पाप = पराजय।
सत्य = अपकार।
‘उत्तर-
(i) विजय = पराजय।
(ii) उपकार = अपकार।
(iii) पाप = पुण्य।
(iv) सत्य = झूठ। |

VI. नए शब्द बनाओ
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 1 प्रभु शक्ति इतनी देना 1
उत्तर-

संयुक्त अक्षर नया शब्द नया शब्द
प्रं = प्रबल प्रयत्न।
त्य = नित्य त्याग।
सं = संबल संहार।

VII. अच्छी सीख

सीखो अच्छी आदत जग में
ताकि लोग पहचानें।
करें तुम्हारी नित्य प्रशंसा
प्रियवर अपना मानें।

प्रभु शक्ति इतनी देना Summary & Translation in Hindi

1. प्रभु शक्ति इतनी देना, मन पर विजय करें हम। संयम से काम लेकर, जीवन में जय करें हम। प्रभु शक्ति इतनी देना ………………………. ॥
सरलार्थ-
ये पंक्तियाँ हमारी हिन्दी की पाठ्यपुस्तक में संकलित कविता ‘प्रभु शक्ति इतनी देना’ में से ली गई हैं। इन पंक्तियों में बच्चे ईश्वर से सदगणों की कामना की प्रार्थना करते हुए कहते हैं। कि हे प्रभु, तुम हमें इतनी ताकत और हिम्मत देना ताकि हम अपने मन पर विजय पा सकें अर्थात् हमारा मन हमारे वश में रहे। हम धीरज के साथ काम करते हुए जीवन के हर क्षेत्र में विजयी बनें। हे प्रभु! हमें इतनी ताकत देना कि हम अपने मन पर नियंत्रण रख सकें।

भाव-विशेष-
कवि ने प्रभु से जीवन में धैर्य और संयम की कामना की है।

2. सत्कर्म नित करें हम, हर पाप से बचें।
अब भेद-भाव सबके, मन से मिटा सकें हम।
नित सत्य पर चलें हम, और झूठ से बचें हम।
संयम से काम लेकर, जीवन में जय करें हम।
प्रभु शक्ति इतनी देना …………………………….॥
सरलार्थ-
ये पंक्तियाँ हमारी हिन्दी की पाठ्य- पुस्तक में संकलित कविता ‘प्रभु शक्ति इतनी देना’ में से ली गई हैं। इन पंक्तियों में बच्चे ईश्वर से सद्गुणों की कामना की प्रार्थना करते हुए कहते हैं कि हम सदा सत्य-कर्म ही करें अर्थात जीवन में हम सदा नेक काम ही करें। हमारे मन पर किसी भी प्रकार का भेद-भाव न हो, किसी से भी हम कोई भेद-भाव न रखें। सदा हम झूठ से बचते हुए सत्य के रास्ते पर ही चलें और जीवन में हम साहस और हिम्मत से काम लेते हुए सदा विजयी बनें। हे प्रभु ! हम सदा संयम से काम लें और अपने जीवन को अच्छी राह पर लेकर आगे बढ़ें। हमें इतनी शक्ति और ताकत देना कि हम अपने मन को अपने वश में रख सकें।

भाव-विशेष- उपरोक्त पंक्तियों में कवि ने जीवन में सत्य के पथ पर चलने और सत्कर्म करने की प्रेरणा माँगी है। |

3. सत्धर्म नित करें हम, सत्मार्ग पर चलें हम।
नित मुश्किलों का हरदम, खुद सामना करें हम।
उपकार नित करें हम, अपकार से बचें हम।
संयम से काम लेकर, जीवन में जय करें हम।
प्रभ शक्ति इतनी देना …………………………. ॥
सरलार्थ-
ये पंक्तियाँ हमारी हिन्दी की पाठ्यपुस्तक में संकलित कविता ‘प्रभु शक्ति इतनी देना’ में से ली गई हैं। इन पंक्तियों में बच्चे, ईश्वर से सदा सच्चाई के रास्ते पर चलने की प्रार्थना करते हुए कहते हैं कि हम सदा सत्य धर्म का पालन करते हुए सच के रास्ते पर चलें। जीवन के रास्ते पर आने वाली मुश्किलों का सामना हम खुद ही करें। सदा हम दूसरों का भला ही करें और किसी का बुरा न करें। जीवन में हम साहस और हिम्मत से काम लेते हुए सदा विजयी बनें। हे प्रभु ! हमें इतनी शक्ति और ताकत देना कि हम अपने मन को अपने वश में रख सकें।

भाव-विशेष-कवि ने जीवन में अच्छे कर्म, धर्म और परोपकार . जैसे गुणों के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है।

कठिन शब्दों के अर्थ ।

→ भेदभाव = दो व्यक्तियों के साथ अलग-अलग प्रकार का व्यवहार।
→ प्रभु = ईश्वर। शक्ति = ताकत, हिम्मत। विजय = जीत।
→ संयम = धैर्य, हौसला। जय = विजय, जीत।
→ सत्कर्म = सच्चे काम, अच्छे काम। नित = सदैव।
→ पाप = बुरे काम। मिटा सकें = दूर कर सकें।
→ सत्धर्म = पुण्य के काम। सत्मार्ग = सच्चाई का रास्ता, अच्छा रास्ता।
→ हरदम = सब समय, हमेशा। खुद = अपने आप।
→ सामना = मुकाबला। उपकार = भला।
→ अपकार = बुरे काम, किसी का बुरा करना।
→ मुश्किलें = कठिनाइयाँ।

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 21 उपकार का फल

Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 21 उपकार का फल Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 21 उपकार का फल

Hindi Guide for Class 3 PSEB उपकार का फल Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर

I. बताओ

1. भेड़िये का स्वभाव कैसा था ?
उत्तर-
भेड़िया बहुत परोपकारी स्वभाव का था।

2. मित्र जानवर भोजन करने को क्यों व्याकुल थे ?
उत्तर-
बहुत दिनों के बाद जानवरों को इतनी अधिक मात्रा में भोजन खाने को मिल रहा था इसीलिए वे सभी भोजन करने को व्याकुल थे।

3. अजनबी जानवरों के संकट और भूख को देखकर भेड़िये ने क्या कहा?
उत्तर-
अजनबी जानवरों के संकट और भूख को देखकर भेड़िये ने कहा, “कोई बात नहीं, सौभाग्यवश हम भोजन कर ही रहे हैं, आप भी भोजन कर लीजिए”।

4. भेड़िये ने जब अजनबी जानवरों को भोजन करने को कहा तो मित्र जानवरों को गुस्सा क्यों आया ?
उत्तर-
वास्तव में भेड़िये व उसके मित्रों को बहुत दिनों के पश्चात् भर पेट भोजन करने को मिल रहा था। उस पर भेड़िये ने उसी भोजन में से दूसरे अजनबी जानवरों को भी खाने को कह दिया तो मित्र जानवरों को भेड़िये की इस बात पर गुस्सा आया।

5. मित्र जानवर नंदन वन छोड़कर क्यों चले गए?
उत्तर-
नंदन वन में बीमारी फैल गई थी, जिससे सभी जानवर मरने लगे थे। अपनी जान बचाने के लिए नंदन वन के जानवर वन छोड़कर चले गए।

6. हिरण ने उन्हें जंगल में जाने क्यों नहीं दिया ?
उत्तर-
हिरण को जंगल के स्वामी शेर का हुक्म था कि इस जंगल में बाहर के जंगल का कोई भी जानवर न आने पाए। इसी आज्ञा का पालन करते हुए हिरण ने उन्हें जंगल में प्रवेश करने नहीं दिया।

7. शेर ने मित्र जानवरों को जंगल में रहने की अनुमति क्यों दी?
उत्तर-
शेर को जब एक जानवर ने आकर बताया कि ये वही मित्र जानवर हैं जिन्होंने संकट के समय हमारी मदद की थी तो शेर ने खुशी-खुशी उनकी सहायता करना मान लिया और उन्हें जंगल में रहने की अनुमति दे दी।

II. उपयुक्त शब्द चुनकर वाक्य पूरे करो

संकट, इकट्ठा, परोपकारी, गुस्सा, मित्रता कर्त्तव्य, एहसान।
1. भेड़िया बहुत ही ……………………….. स्वभाव का था।
2. वे भोजन ……………………….. ही करते थे।
3. मित्र जानवरों को भेड़िये पर ……………………….. आया किन्तु ……………………….. के कारण वे कुछ न कह पाये।
4. हमें ……………………….. के समय दूसरों की मदद करनी | चाहिए।
5. मित्रो ! यह हमारा ……………………….. नहीं बल्कि ……………………….. था।
उत्तर-
1. परोपकारी
2. इकट्ठा
3. गुस्सा, मित्रता
4. संकट
5. एहसान, कर्तव्य।

III. वाक्य बनाओ

खाली हाथ लौट आना = निराश वापिस आ जाना।
मुँह पर ताला लग जाना = चुप्पी साध लेना /जवाब न सूझना।
एक टक देखना = लगातार देखना।
चेहरा खिल उठना = खुश होना।
मँह में पानी भर आना = ललचाना।
उत्तर-
(i) खाली हाथ लौट आना = निराश वापिस आ जाना-मोहन फल खरीदने बाजार गया था लेकिन बाजार बन्द होने के कारण मोहन को खाली हाथ ही लौट आना पड़ा।
(ii) मुँह पर ताला लग जाना = चुप्पी साध लेना-सेठ की खरी-खोटी बातें सुनकर नौकर के मुँह पर ताला लग गया।
(iii) एक टक देखना= लगातार देखना सभी बच्चे जादूगर को एकटक देख रहे थे।
(iv) चेहरा खिल उठना = खुश होना अध्यापक के मुँह से अपनी प्रशंसा सुनकर मोहन का चेहरा खिल उठा।
(v) मुँह में पानी भर आना = ललचाना-पके अंगूरों के गुच्छे देखकर लोमड़ी के मुँह में पानी भर आया।

IV. शब्द में से शब्द ढूँढ़ कर लिखो –
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 21 उपकार का फल 1
चौकोर खानों में से जंगली जानवरों के नाम ढूँढ़कर सामने लिखो-
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 21 उपकार का फल 2
उत्तर-
जंगली जानवरों के नाम –
(i) हिरण
(ii) चीता
(iii) शेर
(iv) बाघ
(v) हाथी
(vi) बंदर
(vii) भेड़िया
(viii) लोमड़ी
(ix) लंगूर
(x) भालू

V. बोलियों का मिलान करो

शेर चिंघाड़ना
चीता डकारना
बंदर रंभाना
भैंस किलकिलाना
गाय हिनहिनाना
सूअर दहाड़ना
हाथी हुरड़-हुरड़
घोडा गुर्राना।

उत्तर-

जानवर बोली
(i) शेर दहाड़ना।
(ii) चीता गुर्राना।
(iii) बंदर किलकिलाना।
(iv) भैंस डकारना।
(v) गाय रंभाना।
(vi) सूअर हुरड़-हुरड़।
(vii) हाथी चिंघाड़ना।
(viii) घोड़ा हिनहिनाना।

VI. लिंग बदलो

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 21 उपकार का फल 3
उत्तर-
पुल्लिग शब्द – स्त्रीलिंग शब्द
(i) शेर = शेरनी।
(ii) हिरण = हिरणी।
(iii) रीछ = रीछनी।
(iv) ऊँट = ऊँटनी।
(v) साँप = साँपिन।
(vi) बाघ = बाघिन।
(vii) हाथी = हथिनी।
(viii) सियार = सियारिन।

उपकार का फल Summary & Translation in Hindi

पाठ का सार

नंदन वन में बहुत से जानवर रहते थे। उन सबमें आपस में खूब दोस्ती थी। भेड़िया भी उन्हीं में से एक था। वह बड़ा दयालु और परोपकारी स्वभाव का था। दूसरों की सहायता के लिए वह हर समय तैयार रहता था। एक और जानवरी का उनकी लिए आहार मिल नहीं रहा था। सभी जानवर भोजन की तलाश में जंगल में घूमते रहे और जिन्हें भी जो कुछ मिला वे इकट्ठा करके ले आए ताकि शाम के समय सभी मिल कर खा सकें। भेड़िया उस दिन सबसे बड़ा शिकार लाया था जिसे देखकर दूसरे जानवरों के मुँह में भी पानी आ गया।

सॅभी ने सोचा कि चलो आज तो सब पेट भर कर खाना खाएंगे। अभी उन्होंने भोजन करना शुरू किया ही था कि भेड़िये की नज़र अपनी ओर आ रहे कुछ अजनबी जानवरों की ओर पड़ी। अजनबी जानवर जब भेड़िये के पास आए तो भेड़िये ने उनसे पूछा कि आपको पहले कभी इस वन में नहीं देखा। क्या आप किसी दूसरे जंगल से आए हो। उन जानवरों ने अपनी कहानी सुनाते हुए बताया कि शिकारी कई दिनों से हमारे जंगल में जानवरों का शिकार कर रहे हैं और हम अपनी जान बचाते हुए घूम रहे हैं। भेड़िये ने उन्हें कहा कि घबराने की कोई बात नहीं। हम लोग भोजन कर रहे हैं आप भी भोजन कर लीजिए। भेड़िये के इस व्यवहार से दूसरे साथियों को बहुत गुस्सा आया लेकिन दोस्ती के कारण किसी ने कुछ न कहा। कुछ दिन रहने के बाद वे अजनबी जानवर वापिस अपने जंगल लौट गए।

कुछ समय बाद एक बार नंदन वन में बीमारी फैल गई। बीमारी के कारण जंगल के जानवर मरने लगे। जानवर जंगल छोड़कर दूसरे किसी स्थान की खोज में जाने लगे। घूमते-घूमते वे एक जंगल में पहुँचे। जंगल में आते ही हिरण ने उन्हें रोक लिया और कहा, “इस जंगल में बाहर के जानवर यहाँ नहीं आ सकते।” भेड़िये ने मदद के लिए प्रार्थना की तो हिरण ने कहा हमारे स्वामी शेर की आज्ञा है और मैं उसके हुक्म की अनदेखी नहीं कर सकता। भेड़िया और उसके साथी अभी कुछ सोच ही रहे थे कि एक जानवर ने उन्हें पहचान कर उनके आने का कारण पूछा। भेड़िये ने उसे सारी बात बताई। वह अपने स्वामी शेर के पास गया और सारी बात बताई। शेर ने उनकी सहायता के लिए हाँ कह दी तो वह उन्हें अपने साथ जंगल में ले आया।

जंगल के सभी जानवरों ने उनकी खूब सेवा की। भेड़िये के मित्र जानवर सोचने लगे कि यह भेड़िये की परोपकारिता का ही परिणाम है कि आज उनकी इतनी सेवा हो रही है। कुछ दिन रहने के बाद भेड़िया और उसके मित्रों ने वापिस अपने घर (जंगल) लौटने की इच्छा की। भेड़िये ने उनका धन्यवाद करते हुए कहा कि संकट के समय हमारी सहायता करके आपने हम पर एहसान किया है। हम आपके बहुत आभारी हैं। अब हमें विदा दो। इस पर जंगल के जानवरों ने कहा कि मित्रो यह हमारा एहसान नहीं बल्कि कर्त्तव्य था। जिस प्रकार आपने हमारी सहायता की थी उसी प्रकार हमने तुम्हारी सहायता करके अपना कर्तव्य निभाया है। भेडिया और उसके साथी वापिस जंगल लौट आए।

कठिन शब्दों के अर्थ

सौभाग्यवंश = किस्मत से; अच्छे भाग्य से।
मित्रता = दोस्ती।
परोपकारी = दूसरों का उपकार करने वाला, हितैषी।
स्वभाव = आदत।
सहायता = मदद।
मुकाबले = तुलना में।
मुताबिक = अनुसार।
भरपेट = पेट-भर कर।
तलाश = खोज।
संध्या = सांझ, शाम के बाद का समय।
परवाह = चिन्ता।
मुँह में पानी भर आया = इच्छा तेज़ होना, लार टपकना।
चेहरा खिल उठा = प्रसन्न हो गए।
ओर = तरफ।
अजनबी = अन्जान, न जान-पहचान वाले।
सौभाग्यवश = किस्मत से, अच्छे भाग्य से।
एकटक = लगातार ।
वन = जंगल।
अन्य = दूसरा ।
सेवा = सहायता।
सौभाग्य = अच्छी किस्मत।
सताए हुए = पीड़ित, दुःखी।
संकट : मुसीबत, मुश्किल।
मदद = सहायता।
मुँह को ताला लगना = चुप हो जाना।
तलाश = खोज।
प्रवेश = दाखिल।
स्वामी = मालिक।
आज्ञा = हुक्म।
उल्लंघन = आदेश न मानना।
वृत्तांत = किस्सा, कहानी।
अवश्य = ज़रूर।
आदेश = हुक्म ।
अनुमति = आज्ञा, इजाज़त।
परिणाम = नतीजा, फल।
विदा = जाना।
एहसान = उपकार, भलाई।
कर्त्तव्य = ज़िम्मेदारी, दायित्व ।
वृत्तांत = कहानी।

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 20 होनहार बालक चंद्रगुप्त

Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 20 होनहार बालक चंद्रगुप्त Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 20 होनहार बालक चंद्रगुप्त

Hindi Guide for Class 3 PSEB होनहार बालक चंद्रगुप्त Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर

I. बताओ –

1. नंद वंश के सर्वनाश के लिए चाणक्य को कैसे बालक की तलाश थी ?
उत्तर-
नंद वंश का सर्वनाश करने के लिए चाणक्य को तेजस्वी, पराक्रमी और वीर बालक की तलाश थी।

2. बालक चन्द्रगुप्त बचपन से ही कैसा था ?
उत्तर-
बालक चन्द्रगुप्त बचपन से ही बड़ा साहसी, निडर और न्यायकर्ता था। वह बालकों की टोली का राजा बनता था।

3. दोनों मित्र जनपद पर झगड़ा क्यों कर रहे थे ?
उत्तर-
दोनों मित्र झगड़ रहे थे। एक कह रहा था यात्रा पर जाने से पहले मैंने इसे सोने की मोहरें दी थीं यह उन्हें लौटा नहीं रहा। दूसरा अपने हाथ की छड़ी अपने मित्र को थमाते हुए कहता था कि मैंने मोहरें लौटा दी हैं।

4. बालक चन्द्रगुप्त ने न्याय कैसे किया ?
उत्तर-
बालक चन्द्रगुप्त समझ गया कि सोने की मोहरें छड़ी के अन्दर हैं। उसने वह छड़ी तुरन्त मोहरों के असली मालिक को दे दी।

5. क्या यही बालक मगध का भावी सम्राट बन पाया ?
उत्तर-
हाँ, यही बालक आगे चलकर मगध का सम्राट् बना और चन्द्रगुप्त मौर्य के नाम से प्रसिद्ध हुआ।

II. वाक्यों में प्रयोग करो –

सर्वनाश, उत्सुकता, जनपद, तीक्ष्ण बुद्धि, गुप्तचर, प्रस्थान, भावी।
उत्तर-
सर्वनाश-भूचाल ने कुछ ही क्षणों में सर्वनाश कर दिया था।
उत्सुकता-सभी जादूगर की ओर उत्सुकता से देख रहे थे।
जनपद-जनपद में दो व्यक्ति झगड़ रहे थे।
तीक्ष्ण बुद्धि-चन्द्रगुप्त बचपन से ही तीक्ष्ण बुद्धि बालक था।
गुप्तचर-कश्मीर में पाक गुप्तचरों का जाल फैला है।
प्रस्थान-मैं कल यहाँ से प्रस्थान कर जाऊँगा।
भावी-भावी प्रधानमंत्री कौन होगा, कहना कठिन है।

III. वाक्य पूरे करो-

(i) नंद के राज्य का …………………………. करूँगा।

(ii) आज हम खुले दरबार में ………………………….. करेंगे।

(iii) दीन दुःखियों की सहायता ………………………….. से तुरन्त की जाए।
उत्तर-
(i) नंद के राज्य का सर्वनाश करूँगा।
(ii) आज हम खुले दरबार में न्याय करेंगे।
(iii) दीन दुःखियों की सहायता राजकोष से तुरन्त की जाए।

IV. वाक्य बनाओ

1. सौगन्ध खाना (कार्य करने की प्रतिज्ञा लेना) हम सब सौगन्ध खाते हैं कि हम अपने देश की रक्षा में मर मिटेंगे।
2. नींव रखना (कार्य का आधार बनाना)-नेता जी ने हमारे गाँव में विद्यालय निर्माण की आज नींव रख दी।
3. मुट्ठी भींचना (किसी बात को लेकर मन में जोश आना)-शत्र को देखते ही हम सब मुट्ठी भींचकर आगे बढ़ गए थे।

V. पढ़ो और समझो

मान = अपमान
शान्ति = अशान्ति
न्याय = अन्याय
सुख = दु:ख।
निर्देश-ये विपरीतार्थक शब्द जोड़े हैं। विद्यार्थी इनके अर्थों को समझें।

‘क’ में बॉक्स में दिये शब्द का विपरीत शब्द ‘ख’ भाग में से ढूँढ़कर बॉक्स बनाओ

1. किसी का अपमान मत करो 1. हमें समाज में अशांति नहीं फैलानी चाहिए।
2. हमें अपना काम ईमानदारी से करना चाहिए। 2. राजा की अवज्ञा कौन कर सकता है?
3. उचित कार्य करने पर पुरस्कार मिलेगा 3. सभी का सम्मान करो।
4. यह राजा की आज्ञा है। 4. अनुचित कार्य करने पर दंड मिलेगा।
5. कक्षा में शांति से बैठो। 5. हमें किसी के साथ बेईमानी नहीं करनी चाहिए।

उत्तर-

1. किसी का अपमान मत करो। 1. सभी का सम्मान करो।
2. हमें अपना काम ईमानदारी से करना चाहिए। 2. हमें किसी के साथ बेईमानी नहीं करनी चाहिए।
3. उचित कार्य करने पर पुरस्कार मिलेगा। 3. अनुचित कार्य करने पर दंड मिलेगा।
4. यह राजा की आज्ञा है। 4. राजा की अवज्ञा कौन कर सकता है?
5. कक्षा में शांति से बैठो। 5. हमें समाज में अशांति नहीं फैलानी चाहिए।

VI. निम्नलिखित शब्दों के सामने दिए गए ब्लैक बोर्ड में समान अर्थ वाले शब्द छिपे हैं, उन्हें ढूँढ़कर सही शब्द के आगे लिखो –

साहस : शूरता शौर्य
झगड़ा: …………………………….. ……………………………..
ब्राह्मण: …………………………….. ……………………………..
सम्राट: …………………………….. ……………………………..
कोष: …………………………….. ……………………………..
क्रोध: …………………………….. ……………………………..
वृद्ध: …………………………….. ……………………………..
लड़ाई: …………………………….. ……………………………..
खजाना: …………………………….. ……………………………..
मित्र: …………………………….. ……………………………..

उत्तर-

साहस शूरता शौर्य
झगड़ा तकरार
ब्राह्मण विप्र वामन
सम्राट राजा नृप
कोष भंडार
क्रोध गुस्सा रोष
वृद्ध बूढ़ा वयोवृद्ध
मित्र सखा दोस्त

VII. शब्द के जोड़ों(शब्द-युग्म)को ‘और’ लगाकर लिखिए और उनके अर्थ समझो

दीन-दुःखियों दीन और दुःखियों
राजा-प्रजा ……………………..
माता-पिता ……………………..
लालन-पालन ……………………..
उत्तर-
(i) दीन-दुःखियों दीन और दुःखियों।
(ii) राजा-प्रजा राजा और प्रजा।
(iii) माता-पिता माता और पिता।
(iv) लालन-पालन लालन और पालन।

होनहार बालक चंद्रगुप्त Summary & Translation in Hindi

पाठ का सार
चाणक्य और उसका मित्र वररुचि मंच पर आते हैं। चाणक्य कहता है कि मैं नंद वंश का सर्वनाश कर दूंगा। मैं ऐसे वीर बालक की खोज में हूँ जो नंद वंश को खत्म करके एक मज़बूत साम्राज्य कायम कर सके। सामने से बालकों की टोली आती है। उसमें एक बालक राजा बना हुआ है। वह टीले पर ही अपना दरबार लगा देता है। वह झगड़ रहे दो व्यक्तियों का न्याय करता है। चाणक्य उस बालक से बहुत प्रभावित हुआ। ब्राह्मण वेश में चाणक्य आकर कहता है-महाराज, मैं बहुत बूढ़ा हूँ। एक गाय मिल जाए तो परिवार का पालन-पोषण कर सकता हूँ। बालक ने कहा| मैदान में बहुत सी गाएँ चर रही हैं, जितनी चाहो ले जाओ। तुम्हें किसी का डर नहीं।

बालक महामन्त्री से कहता है कि राजकोष से दीन-दुःखियों की सहायता की जाए। चाणक्य यह | सुन वररुचि से कहता है शीघ्र चलो। मैं इस बालक के माता-पिता से मिलना चाहता हूँ। मैं इसे तक्षशिला ले जाऊँगा। इसकी पढ़ाई की व्यवस्था करूँगा। यही बालक चंद्रगुप्त आगे चल कर मगध का सम्राट बना।

कठिन शब्दों के अर्थ

गुप्तचर = जासूस।
जनपद = बस्ती।
वन = जंगल।
प्रदेश = इलाका।
दृश्य = नज़ारा।
मंच = स्टेज।
क्रोध = गुस्सा।
अपमान = बेइज्जती।
शिखा = चोटी।
स्पर्श = छूना।
सर्वनाश = सब कुछ नष्ट होना।
संभव = मुमकिन।
तेजस्वी = प्रतापी।
पराक्रमी = बलशाली ।
सशक्त = ताकतवर।
साम्राज्य = सल्तनत।
अत्यंत = बहुत ।
प्रभावशाली = असर वाला।
एकत्र = इकट्ठा।
उत्सुकता = जिज्ञासा।
कल्याण = भला।
प्रस्तुत = उपस्थित ।
जनपद = शहर।
विनम्रता = विनयशीलता।
सौगंध= शपथ।
वृत्तांत = ब्यौरा ।
आश्चर्य = हैरानी।
राजकीय कोष = शाही खज़ाना।
प्रस्थान = चलना, कूच करना।
तीक्षण = तीव्र।
भावी = आगे आने वाला।
भूमिका = भेष बदलना।