PSEB 9th Class Hindi Vyakaran वचन

Punjab State Board PSEB 9th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar vachan वचन Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 9th Class Hindi Grammar वचन

वचन परिवर्तन कीजिए। एकवचन से बहुवचन बनाइए:
PSEB 9th Class Hindi Vyakaran वचन 1
उत्तर:
PSEB 9th Class Hindi Vyakaran वचन 2

PSEB 9th Class Hindi Vyakaran वचन

एक वाक्य में उत्तर दीजिए

प्रश्न 1.
वचन किसे कहते हैं?
उत्तर:
शब्द के जिस रूप से उसके एक या अनेक होने का पता लगता है, उसे वचन कहते हैं।

प्रश्न 2.
वचन का संबंध किससे माना जाता है?
उत्तर:
वचन का संबंध गिनती से माना जाता है।

प्रश्न 3.
वचन के कितने प्रकार होते हैं?
उत्तर:
वचन के दो प्रकार होते हैं।

प्रश्न 4.
वचन के प्रकार कौन-कौन से होते हैं?
उत्तर:
वचन के दो प्रकार होते हैं-एकवचन, बहुवचन।

प्रश्न 5.
एकवचन किसे कहते हैं?
उत्तर:
शब्द के जिस रूप से किसी एक वस्तु के होने का पता चले, उसे एकवचन कहते हैं। उदाहरण लड़का, पुस्तक।

प्रश्न 6.
बहुवचन किसे कहते हैं?
उत्तर:
शब्द के जिस रूप से किसी वस्तु के एक से अधिक होने का पता चले उसे बहुवचन कहते हैं। उदाहरणलड़के, पुस्तकें।

प्रश्न 7.
वचन की पहचान किनसे होती है?
उत्तर:
वचन की पहचान संज्ञा, सर्वनाम और क्रिया से होती है।

PSEB 9th Class Hindi Vyakaran वचन

प्रश्न 8.
एकवचन वाले शब्द का प्रयोग बहुवचन के रूप में कब-कब किया जा सकता है?
उत्तर:
एकवचन वाले शब्द का प्रयोग सम्मान, अभिमान, स्वाभिमान, अधिकार आदि की स्थिति में बहुवचन के रूप में किया जा सकता है।

प्रश्न 9.
बहुवचन के स्थान पर एकवचन का प्रयोग कब किया जा सकता है?
उत्तर:
बहुवचन के स्थान पर एकवचन का प्रयोग जनता, बारिश, जल आदि के लिए किया जा सकता है।

एक शब्द में उत्तर दीजिए

प्रश्न 1.
‘सभापति पधार चुके हैं’ इस वाक्य में एक बहुवचन के रूप में क्या प्रकट करता है?
उत्तर:
आदर।

प्रश्न 2.
‘हम आपको नौकरी दिला देंगे’-मंत्री जी ने कहा कि इसमें सर्वनाम क्या प्रकट करता है?
उत्तर:
बड़प्पन/महान्।

प्रश्न 3.
सोना बहुत महंगा हो गया है।-‘सोना’ क्या प्रकट करता है?
उत्तर:
धातु का बोध कराता है।

प्रश्न 4.
‘गुड़िया’ का वचन बदलकर लिखिए
उत्तर:
गुड़ियाँ।

प्रश्न 5.
‘माता’ का वचन बदलकर लिखिए
उत्तर:
माताएँ।

प्रश्न 6.
‘दवाइयाँ’ का वचन बदलकर लिखिए। उत्तर-दवाई।

PSEB 9th Class Hindi Vyakaran वचन

प्रश्न 7.
‘रीतियाँ’ का वचन बदलकर लिखिए।
उत्तर:
रीति।

हाँ/नहीं में उत्तर दीजिए

प्रश्न 1.
शब्द के जिस रूप से उसके एक या अनेक होने का पता चलता है उसे वचन कहते हैं।
उत्तर:
हाँ।

प्रश्न 2.
हिंदी में वचन चार प्रकार के होते हैं।
उत्तर:
नहीं।

प्रश्न 3.
वचन की पहचान संज्ञा, सर्वनाम और क्रिया से होती है।
उत्तर:
हाँ।

प्रश्न 4.
आदर प्रकट करने के लिए एकवचन की जगह बहुवचन का प्रयोग किया जाता है।
उत्तर:
हाँ।

प्रश्न 5.
दर्शन, हस्ताक्षर, आँसू आदि का प्रयोग बहुवचन में होता है।
उत्तर:
हाँ।

प्रश्न 6.
अधिकार दर्शाने के लिए भी एकवचन की जगह बहुवचन का प्रयोग किया जाता है।
उत्तर:
हाँ।

प्रश्न 7.
घमंड प्रकट करने के लिए भी ‘मैं’ की जगह ‘हम’ का प्रयोग किया जाता है।
उत्तर:
हाँ।

रिक्त स्थानों की पूर्ति करें

प्रश्न 1.
वचन का संबंध ………….. से होता है।
उत्तर:
गिनती।

प्रश्न 2.
स्वयं को महान् सिद्ध करने के लिए एकवचन की जगह ………….. प्रयुक्त किया जाता है।
उत्तर:
बहुवचन।

प्रश्न 3.
आँसू, प्राण, लोग, हस्ताक्षर, होश, आदि का प्रयोग प्रायः ………… किया जाता है।
उत्तर:
बहुवचन।

प्रश्न 4.
लोहा, सोना, चांदी आदि संज्ञाएँ वचन की दृष्टि से किस प्रकार प्रयुक्त की जाती हैं?
उत्तर:
एकवचन।

प्रश्न 5.
एकवचन से बहुवचन में बदल कर लिखिए
(क) छात्र
(ख) गुरु
(ग) शिक्षक
(घ) टिड्डी।
उत्तर:
(क) छात्र = छात्रगण
(ख) गुरु = गुरुजन
(ग) शिक्षक = शिक्षकवृंद
(घ) टिड्डी = टिड्डीदल।

PSEB 9th Class Hindi Vyakaran वचन

प्रश्न 1.
वचन किसे कहते हैं?
उत्तर:
शब्द के जिस रूप से किसी व्यक्ति, वस्तु के एक या अनेक होने का बोध होता है उसे वचन कहते हैं; जैसे-लड़का खेल रहा है।’ ‘लड़के खेल रहे हैं।’ इन वाक्यों में लड़का’ एक की संख्या का तथा ‘लड़के’ एक से अधिक संख्या का बोध करा रहे हैं।

प्रश्न 2.
वचन की परिभाषा दीजिए। उत्तर-शब्द के जिस रूप से उसके एक या एक से अधिक होने का बोध होता है, उसे वचन कहते हैं। प्रश्न 3. वचन के कितने और कौन-कौन से प्रकार हैं?
उत्तर:
हिंदी में वचन दो प्रकार के होते हैं

  1. एक वचन-शब्द के जिस रूप से किसी व्यक्ति अथवा पदार्थ के एक होने का बोध हो, उसे एक वचन कहते हैं; जैसे-लड़का, पुस्तक, नदी, कपड़ा, रानी, बालिका।
  2. बहुवचन-शब्द के जिस रूप से व्यक्तियों अथवा पदार्थों के एक से अधिक होने का बोध हो, उसे बहुवचन कहते हैं; जैसे-लड़के, पुस्तकें, नदियाँ, कपड़े, रानियाँ, बालिकाएँ।

प्रश्न 4.
गणनीय-अगणनीय से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
वचन के साथ गणनीय-अगणनीय भेद जुड़ा है। इसके दो भेद हैं-

  1. गणनीय शब्द-जो शब्द गिनने योग्य व्यक्तियों, प्राणियों, वस्तुओं आदि का बोध कराते हैं, उन्हें गणनीय शब्द कहते हैं; जैसे-मनुष्य, मेज़, किताब, पेंसिल आदि।
  2. अगणनीय शब्द-जो शब्द गिने नहीं जा सकते केवल मापा-नापा जा सकता है, अगणनीय शब्द कहलाते हैं; जैसे-दूध, पानी, सोना, आटा आदि।

प्रश्न 5.
वचन की पहचान कैसे होती है?
उत्तर:
वचन की पहचान तीन प्रकार से की जा सकती है
(i) संज्ञा से-संज्ञा शब्दों के प्रयोग से वचन की पहचान की जा सकती है; जैसे-
(क) घोड़ा दौड़ रहा है। (ख) घोड़े दौड़ रहे हैं।
इन वाक्यों में (क) वाक्य में एक ‘घोड़ा दौड़ रहा है, इसलिए यह एक वचन है। (ख) वाक्य में ‘घोड़े दौड़ रहे हैं’ से पता चलता है कि एक से अधिक घोड़े दौड़ रहे हैं, इसलिए यहाँ बहुवचन है।

(ii) सर्वनाम से-सर्वनाम शब्दों के प्रयोग से भी वचन का ज्ञान होता है; जैसे(क) मैं खेल रहा हूँ। (ख) हम खेल रहे हैं।
इन वाक्यों में (क) वाक्य में ‘मैं’ (ख) वाक्य में ‘हम’ पुरुषवाचक सर्वनाम उत्तम पुरुष के शब्द हैं जिनमें से ‘क’ वाक्य से एकवचन तथा ‘ख’ वाक्य से बहुवचन का पता चलता है।

(iii) क्रिया से-क्रिया के प्रयोग से भी वचन का बोध होता है; जैसे(क) बालक पढ़ रहा है। (ख) बालक पढ़ रहे हैं।
इन वाक्यों में ‘क’ वाक्य में पढ़ रहा है’ तथा ‘ख’ वाक्य में पढ़ रहे हैं’ क्रियाओं से पता चलता है कि वाक्य ‘क’ में एक बालक तथा ‘ख’ वाक्य में एक से अधिक बालक पढ़ने की क्रिया कर रहे हैं, इसलिए ‘क’ वाक्य एकवचन तथा ‘ख’ वाक्य बहुवचन है।

प्रश्न 6.
वचन परिवर्तन के सामान्य नियमों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
वचन परिवर्तन के सामान्य नियम निम्नलिखित हैंहिंदी में एक के लिए एकवचन और एक से अधिक के लिए बहुवचन का प्रयोग होता है। इस सामान्य नियम के अतिरिक्त वचन के संबंध में कुछ अन्य नियम भी ध्यान देने योग्य हैं-
(i) सम्मान या आदर देने के लिए एक व्यक्ति के साथ भी बहुवचन का प्रयोग होता है। जैसे-

  • श्री कृष्ण महान् योद्धा भी थे।
  • गांधी जी छुआछूत के विरोधी थे।
  • श्री रामचंद्र वीर थे।
  • पिताजी अमृतसर गए हैं।
  • नेताजी आ रहे हैं।

इन वाक्यों में एक ही व्यक्ति का वर्णन है, परंतु आदर प्रदर्शन के लिए बहुवचन का प्रयोग किया गया है। इसे आदरार्थक बहुवचन कहते हैं।

(ii) हस्ताक्षर, प्राण, दर्शन, होश, लोग शब्द प्रायः बहुवचन में ही प्रयुक्त होते हैं। यथा-

  • उनके हस्ताक्षर तो विचित्र हैं।
  • गुरुजी के दर्शन तो दुर्लभ हैं।
  • मेघा ने उनके आँसू पोंछे।
  • आप लोग कब आए?

(iii) जनता, वर्षा और पानी शब्द एकवचन में प्रयुक्त होते हैं। यथा-

  • सिंहासन खाली करो कि जनता आती है।
  • ऐसी वर्षा हुई कि सारे गाँव में पानी भर गया।
  • जनता ने स्वामीजी की जय-जयकार की।

(iv) कुछ एकवचन संज्ञा शब्दों के साथ गुण, लोग, जन, समूह, वृंद शब्द जोड़कर उनका बहुवचन में प्रयोग किया जाता है; जैसे

  • छात्रगण खेल की तैयारी में व्यस्त हैं।
  • मज़दूर लोग विश्राम कर रहे हैं।
  • मंत्रिमंडल चुनाव पर विचार कर रहा है।
  • अध्यापक-वृंद विद्यार्थियों को पढ़ा रहा होगा।

PSEB 9th Class Hindi Vyakaran वचन

जिन शब्दों के अंत में जाति, सेना या दल शब्द प्रयुक्त होते हैं उनका प्रयोग एकवचन में होता है। यथा-

  • स्त्री-जाति समझौते में लगी है।
  • सेवा-दल महत्त्वपूर्ण कार्य नहीं कर रहा है।
  • जन-समूह प्रदर्शन कर रहा होगा।

(v) व्यक्तिवाचक और भाववाचक संज्ञा शब्द एकवचन में प्रयुक्त होते हैं। जैसे-

  • अनन्या आठवीं कक्षा में पढ़ती है।
  • सत्य की सदा ही विजय होती है।
  • झूठ के कभी भी पाँव नहीं होते।

(vi) जातिवाचक शब्द समूहबोधक होते हुए भी एकवचन में प्रयुक्त होता है। जैसे-

  • सदा से ही मनुष्य स्वार्थी रहा है।
  • बाज़ार में आम आ गया है।
  • मथुरा का पेड़ा सारे देश में प्रसिद्ध है।
  • कुत्ता वफ़ादार होता है।

(vii) अधिकार, अभिमान, स्वाभिमान आदि व्यक्त करने के लिए भी ‘मैं’ एकवचन के स्थान पर ‘हम’ बहुवचन का प्रयोग होता है-

  • हमसे ईमानदार कोई नहीं है।
  • हम तुम्हारा काम कर देंगे।
  • हमारा कहना मान जाओ, नहीं तो पछताओगे।

वचन परिवर्तन

1. अकारांत स्त्रीलिंग संज्ञाओं के अंत में ‘अ’ को ‘एँ’ करके
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2. ‘अकारांत पुल्लिग’ शब्दों के अंत में ‘आ’ के स्थान पर ‘ए’ लगाकर
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अपवाद (i) संस्कृत की कुछ अकारांत संज्ञाएँ एकवचन तथा बहुवचन में एक जैसी रहती हैं। जैसे पिता, नेता, भ्राता, योद्धा, कर्ता आदि।
(ii) आकारांत संबंधसूचक शब्द जैसे–चाचा, मामा, नाना, ताया, फूफा, दादा आदि के रूप बहुवचन में परिवर्तित नहीं होते अर्थात् इनके दोनों वचन एक जैसे ही रहते हैं।

3. ‘अकारांत स्त्रीलिंग’ शब्दों के अंत में ‘एँ’ लगाकर
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4. ‘उकारांत’, ‘ऊकारांत’ एवं ‘औकारांत’ स्त्रीलिंग शब्दों में ‘एँ’ लगाकर
यदि एकवचन में किसी शब्द का अंतिम स्वर ‘ऊ’ हो तो ‘एँ’ जोड़कर बहुवचन बनाते समय ‘दीर्घ’ स्वर ‘ऊ’ को ह्रस्व ‘उ’ में बदल दिया जाता है। जैसे-बहु-बहुएँ आदि।
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5. इकारांत (इ) ईकारांत (ई) स्त्रीलिंग शब्दों के अंत में ‘याँ’ लगाकर:
विशेष : ईकारान्त शब्दों में अंतिम दीर्घ ‘ई’ को बहुवचन बनाते समय ह्रस्व ‘इ’ में बदल दिया जाता है जैसे-नदीनदियाँ, नारी-नारियाँ आदि।
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6. ‘इया’ अंत वाले स्त्रीलिंग शब्दों के अंतिम ‘या’ के स्थान पर ‘याँ’ लगाकर:
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7. कुछ शब्दों के अंत में गण, वृंद, जन, वर्ग, दल, आदि लगाकर बहुवचन रूप बनते हैं। जैसे:
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विशेष: (i) हिंदी में कुछ ‘अकारांत’, ‘आकारांत’ या ‘इकारांत’ आदि शब्द ऐसे हैं जिनका शब्द (विभक्ति चिह्न रहित) स्तर पर एकवचन तथा बहुवचन में एक ही रूप रहता है जैसे-
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(ii) ‘अ’ और ‘आ’ अंत वाले एकवचन शब्दों के अंतिम स्वर को संबोधन के समय बहुवचन रूप में प्रयुक्त करते समय ‘ओ’ हो जाता है। जैसे-
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(iii) कुछ ऐसे भी शब्द हैं जिनका विभक्ति चिह्नों से रहित तथा विभक्ति चिह्नों सहित दोनों तरह बहुवचन बनता है। जैसे-
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PSEB 9th Class Hindi Vyakaran लिंग

Punjab State Board PSEB 9th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar ling लिंग Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 9th Class Hindi Grammar लिंग

लिंग परिवर्तन कीजिए
PSEB 9th Class Hindi Vyakaran लिंग 1
उत्तर:
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PSEB 9th Class Hindi Vyakaran लिंग

एक वाक्य में उत्तर दीजिए

प्रश्न 1.
लिंग किसे कहते हैं?
उत्तर:
संज्ञा के जिस रूप से पुरुष या स्त्री जाति का बोध हो उसे लिंग कहते हैं।

प्रश्न 2.
हिंदी में लिंग कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर:
लिंग दो प्रकार के होते हैं-पुल्लिग, स्त्रीलिंग।

प्रश्न 3.
पर्वतों के नाम किस लिंग से संबंधित होते हैं?
उत्तर:
पर्वतों के नाम पुल्लिंग से संबंधित होते हैं।

प्रश्न 4.
किस धातु का नाम स्त्रीलिंग होता है?
उत्तर:
चाँदी का नाम स्त्रीलिंग होता है।

प्रश्न 5.
देशों के नाम किस लिंग से संबंधित होते हैं?
उत्तर:
देशों के नाम पुल्लिंग से संबंधित होते हैं।

प्रश्न 6.
ग्रहों में किस ग्रह का नाम स्त्रीलिंग होता है?
उत्तर:
पृथ्वी का।

प्रश्न 7.
प्रायः वृक्ष पुल्लिंग होते हैं। आप ऐसे दो नाम लिखिए जो वृक्ष स्त्रीलिंग होते हैं।
उत्तर:
इमली, नीम।

प्रश्न 8.
सागरों के नाम किस लिंग से संबंधित होते हैं?
उत्तर:
पुल्लिंग।

PSEB 9th Class Hindi Vyakaran लिंग

प्रश्न 9.
दो अनाजों के नाम लिखिए जो स्त्रीलिंग होते हैं।
उत्तर:
अरहर, ज्वार, मक्की।

प्रश्न 10.
रत्नों में किस रत्न का नाम स्त्रीलिंग होता है?
उत्तर:
मणि।

प्रश्न 11.
स्त्रीलिंग की पहचान प्रायः किससे होती है?
उत्तर:
स्त्रीलिंग की पहचान प्रायः इकारान्त तत्सम शब्द से होती है।

प्रश्न 12.
नदियों के नाम प्रायः किस लिंग से संबंधित होते हैं?
उत्तर:
नदियों के नाम प्रायः स्त्रीलिंग से संबंधित होते हैं।

एक शब्द में उत्तर दीजिए

प्रश्न 1.
किस नदी का नाम पुल्लिंग होता है?
उत्तर:
ब्रह्मपुत्र।

प्रश्न 2.
हिंदी की ईकारान्त संज्ञाएं प्रायः स्त्रीलिंग होती हैं लेकिन आप किसी एक का अपवाद रूप में नाम लिखिए।
उत्तर:
हाथी।

प्रश्न 3.
‘उ’ अंत वाली तत्सम संज्ञाएं प्रायः किस लिंग से संबंधित होती हैं?
उत्तर:
स्त्रीलिंग।

प्रश्न 4.
तिथियों और नक्षत्रों के नाम प्राय: लिंग से संबंधित होते हैं?
उत्तर:
स्त्रीलिंग से।

प्रश्न 5.
जिस संज्ञा शब्द के अंत में ‘ख’ वर्ण आता है वह लिंग की दृष्टि से प्रायः कैसा होता है?
उत्तर:
स्त्रीलिंग।

प्रश्न 6.
नित्य स्त्रीलिंग का पुल्लिंग किस प्रकार लिखा जाता है?
उत्तर:
‘नर’ लगा कर, जैसे नर कोयला, नर मक्खी।

प्रश्न 7.
नित्य पुल्लिंग का स्त्रीलिंग किस प्रकार लिखा जाता है?
उत्तर:
नित्य पुल्लिंग का स्त्रीलिंग ‘मादा’ लगाकर लिखा जाता है। जैसे-मादा बाज, मादा चीता।

PSEB 9th Class Hindi Vyakaran लिंग

हाँ/नहीं में उत्तर दीजिएप्रश्न

प्रश्न 1.
‘मादा उल्लू’ नित्य पुल्लिंग होता है।
उत्तर:
हाँ।

प्रश्न 2.
‘नर मकड़ी’ नित्य स्त्रीलिंग होता है।
उत्तर:
हाँ।

प्रश्न 3.
‘बुद्धिमान’ का स्त्रीलिंग है-बुद्धिमती।
उत्तर:
हाँ।

प्रश्न 4.
‘वधू’ का पुल्लिंग है-वर।
उत्तर:
हाँ।

प्रश्न 5.
‘धात्री’ का पुल्लिंग धात्रा’ होता है?
उत्तर:
नहीं।

निम्नलिखित के लिंग बदल कर लिखिए-

ज्ञानवान, स्वाभिमानिनी, अभिनेता, भर्ता, तेली, चिड़ा, मुन्ना, बेटा, तेजस्वी, सुत, गोप, कुमार, जेठ, भील, ठाकुर, दूबे, चौबे, देवर, हंस, कर्ता।
उत्तर:
ज्ञानवती, स्वाभिमानी, अभिनेत्री, भी, तेलिन, चिड़िया, मुनिया, बिटिया, तेजस्विनी, सुता, गोपी, कुमारी, जेठानी, भीलनी, ठकुराइन, दुबाइन, चौबाइन, देवरानी, हंसिनी, कीं।

प्रश्न 1.
लिंग किसे कहते हैं?
उत्तर:
संज्ञा के जिस रूप से पुरुष अथवा स्त्री जाति का बोध हो, उसे लिंग कहते हैं, जैसे-‘रवि पढ़ता है। रजनी पढ़ती है।’ इन वाक्यों में ‘रवि पढ़ता है’ में ‘रवि’ शब्द पुरुष जाति का बोध कराने से पुल्लिंग है तथा ‘रजनी पढ़ती है’ में ‘रजनी’ शब्द स्त्री जाति का बोध कराने से स्त्रीलिंग है।

प्रश्न 2.
हिंदी में कितने लिंग होते हैं?
उत्तर:
हिंदी में दो लिंग-पुल्लिंग और स्त्रीलिंग होते हैं।
(i) पुरुष जाति का बोध कराने वाले शब्द पुल्लिंग होते हैं जैसे हार्दिक दौड़ रहा है। कुत्ता भौंक रहा है। इन दोनों वाक्यों में ‘हार्दिक’ तथा ‘कुत्ता’ शब्द पुल्लिंग हैं क्योंकि दोनों शब्द पुरुष जाति का बोध कराते हैं।

(ii) स्त्री जाति का बोध कराने वाले शब्द ‘स्त्रीलिंग’ कहलाते हैं; जैसे-बकरी चर रही है। गायिका गा रही है। इन दोनों वाक्यों में ‘बकरी’ तथा ‘गायिका’ शब्द स्त्रीलिंग हैं क्योंकि दोनों शब्द स्त्री जाति का बोध करा रहे हैं।

प्रश्न 3.
हिंदी में लिंग की पहचान कैसे करते हैं?
उत्तर:
हिंदी भाषा में लिंग की पहचान शब्द के अर्थ तथा शब्द के रूप के आधार पर की जाती है। प्राणिवाचक संज्ञा शब्दों का लिंग अर्थ के अनुसार तथा निर्जीव पदार्थों के लिंग की पहचान रूप अथवा लोक-व्यवहार के आधार पर की जाती है। लिंग पहचान के प्रमुख नियम निम्नलिखित हैं-
(i) कुछ प्राणिवाचक संज्ञा शब्द युगल रूप में होते हैं, जिससे उनका लिंग-निर्धारण सहज रूप से हो जाता है ; जैसे-बिल्ला-बिल्ली, माता-पिता, पति-पत्नी, लड़का-लड़की, शेर-शेरनी, नर-नारी, दादा-दादी, चाचा-चाची।

(ii) कुछ संज्ञा शब्द नित्य पुल्लिंग अथवा स्त्रीलिंग होते हैं;
जैसेनित्य पुल्लिंग-खटमल, मच्छर, तोता, गैंडा, पक्षी, खरगोश, चीता, भेड़िया, कौआ।
नित्य स्त्रीलिंग-नँ, मक्खी, मछली, मैना, तितली, कोयल, चील, गिलहरी, चींटी।
इन संज्ञा शब्दों में जाति भेद स्पष्ट करने के लिए उनके आगे ‘नर’ अथवा ‘मादा’ शब्दों का प्रयोग लगाकर करते हैं; जैसे-मादा भेड़िया, नर मछली, मादा चीता, नर चील।

PSEB 9th Class Hindi Vyakaran लिंग

(iii) प्राणियों के समूह अथवा समुदाय का बोध कराने वाले संज्ञा शब्द भी व्यवहार के अनुसार पुल्लिंग और स्त्रीलिंग होते हैं; जैसे-
पुल्लिंग-परिवार, समाज, दल, झुंड, मंडल। स्त्रीलिंग-जनता, भीड़, सेना, सभा, मंडली।

(iv) कुछ प्राणिवाचक संज्ञा शब्द केवल स्त्रीलिंग में प्रयुक्त होते हैं; जैसे-संतान, सती, धाय, सवारी, नर्स, सुहागिन, सौतन। इन संज्ञा शब्दों के पुल्लिंग रूप नहीं बनते हैं।

(v) कुछ शब्द उभयलिंगी हैं, जिनका प्रयोग पुल्लिंग तथा स्त्रीलिंग दोनों रूपों में होता है; जैसे-
दही खट्टी है।
दही खट्टा है।

(vi) शरीर के कुछ अंग पुल्लिंग तथा कुछ स्त्रीलिंग होते हैं; जैसेपुल्लिंग-मुँह, कान, हाथ, पाँव, ओठ, नाखून, गाल। स्त्रीलिंग-जीभ, नाक, आँख, बाँह, टाँग, नस, हड्डी।

(vii) वृक्षों के नाम भी पुल्लिंग और स्त्रीलिंग होते हैं; जैसेपुल्लिंग-आम, पीपल, शीशम, नींबू, अशोक, केला, संतरा, कीकर, वट, चीड़, अनार। स्त्रीलिंग-नीम, इमली, लीची, नाशपाती।।

(viii) सामान्य रूप से पुल्लिंग शब्द हैं-
सागर-हिंदमहासागर, प्रशांतमहासागर, अंधमहासागर।
रत्न-हीरा, मोती, पुखराज, नीलम, मूंगा।
अपवाद–मणि। द्रव्य-घी, पानी, तेल, शरबत, दूध।
अपवाद-चाय, लस्सी, कॉफी।
अनाज-जौ, गेहूँ, बाजरा, तिल, चना।
अपवाद-ज्वार, मक्की।
धातुएँ-सोना, लोहा, पीतल, ताँबा, सीसा।
अपवाद-चाँदी।
महीने-चैत्र, वैशाख, सावन, भादों।
दिन-सोम, मंगल, बृहस्पति, शनि, शुक्र।
देश-भारत, जापान, चीन, रूस, अमेरिका।
नक्षत्र-सूर्य, चंद्र, मंगल, शनि, शुक्र।
अपवाद-पृथ्वी।
फल-आम, केला, अमरूद, संतरा, नीबू।
समय सूचक शब्द-दिन, घंटा, सप्ताह, मास, वर्ष।
प्रत्यय जुड़े शब्द-आ-मोटा, आपा-मोटापा, आव-चुनाव, पन-बचपन, ना-खाना, त्व-मनुष्यत्व, दार-पहरेदार, खान-डाकखाना।
वर्णमाला के अक्षर-क, ख, ट, श, ओ।

(ix) सामान्य रूप से स्त्रीलिंग शब्द हैं-
नदियाँ-गंगा, यमुना, कृष्णा, कावेरी, नर्मदा।
अपवाद-ब्रह्मपुत्र।
तिथियाँ-दूज, तीज, पंचमी. नौमी. एकादशी।
भाषाएँ-हिंदी, पंजाबी, गुजराती, मराठी, संस्कृत।
प्रत्यय जुड़े शब्द-आ-लता, इ-शक्ति, ई-मिठाई, इया-चिड़िया, आवट-सजावट, आहट-मुसकराहट, ता-सुंदरता।

(x) विदेशी भाषाओं के शब्दों के लिंग का निर्धारण रूप, अर्थ तथा व्यवहार की दृष्टि से होता है; जैसे-जवाब, मेहमान, अखबार, मज़ा, वक्त, खत (पुल्लिंग); किताब, दीवार, हवा, तलाश, अदालत (स्त्रीलिंग) ; कोट, फ़ोटो, पेन, बूट, बटन (पुल्लिंग), पेंसिल, पैंट, फ़ीस, ट्रेन, बस (स्त्रीलिंग) हैं।

(xi) अकारांत तत्सम शब्द प्रायः पुल्लिंग होते हैं; जैसे-धन, कर्म, नगर, जल, नर।

(xii) आकारांत शब्द प्रायः पुल्लिंग होते हैं; जैसे-कपड़ा, लोटा, आटा, लोहा, दादा, पिता, राजा।

4. कुछ अकारांत पुल्लिग शब्दों में आनी’ या ‘आणी’ प्रत्यय जोड़कर स्त्रीलिंग शब्दों की रचना की जाती है। जैसे-
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5. जाति, उपनाम और पदवी बाची शब्दों के अंतिम स्वर के स्थान पर ‘आइन’ प्रत्यय लगाकर स्त्रीलिंग शब्दों की रचना की जाती है। जैसे-
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6. कुछ अकारांत या आकारांत पुल्लिग शब्दों के अंतिम ‘आ’ के स्थान पर स्त्रीलिंग में ‘इया’ प्रत्यय लगा दिया जाता है। जैसे-
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7. व्यवसाय सूचक (कार्यसूचक) व कुछ अन्य पुल्लिग शब्दों के अंतिम स्वर के स्थान पर ‘इन’ लगाकर स्त्रीलिंग शब्द बन जाता है। जैसे-
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8. संस्कृत की कुछ संज्ञाओं में प्रयुक्त अंतिम ‘अक’ के स्थान पर ‘इका’ लगाने से स्त्रीलिंग शब्दों की रचना होती है। जैसे-
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9. कुछ संज्ञा शब्दों में अंतिम ‘ता’ के स्थान पर ‘त्री’ लगा देने से स्त्रीलिंग शब्द की रचना होती है। जैसे-
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10. कुछ ईकारान्त (पुल्लिग) संज्ञा शब्दों के अंतिम स्वर ‘ई’ के स्थान पर ‘इनी’ या ‘इणी’ प्रत्यय लगाकर स्त्रीलिंग शब्दों की रचना होती है। जैसे-
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11. ‘आन’ अंत वाले कुछ पुल्लिग संज्ञा शब्दों के अंत में ‘अती’ अथवा ‘मती’ लगाकर स्त्रीलिंग शब्द बनाया जाता है। जैसे-
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12. सर्वथा भिन्न रूप में बनने वाले स्त्रीलिंग शब्द कुछ पुल्लिग शब्दों के स्त्रीलिंग में विशिष्ट रूप बनते हैं। जैसे-
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13. नित्य पुल्लिग हिंदी में जिन शब्दों का प्रयोग हमेशा पुल्लिग रूप में ही होता है, वे नित्य पुल्लिंग कहलाते हैं। जैसे- खटमल, पक्षी, खरगोश।
PSEB 9th Class Hindi Vyakaran लिंग 12
नित्य पुल्लिग की तरह नित्य स्त्रीलिंग शब्दों के आगे ‘नर’ शब्द जोड़कर लिंग दर्शाया जाता है-

14. नित्य स्त्रीलिंग: हिंदी में जिन शब्दों का प्रयोग हमेशा स्त्रीलिंग में ही होता है, वे नित्य स्त्रीलिंग कहलाते हैं। जैसे-कोयल, मछली, मक्खी।
PSEB 9th Class Hindi Vyakaran लिंग 13

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Poem 3 The Nightingale and the Glow-worm

Punjab State Board PSEB 9th Class English Book Solutions English Main Course Book Poem 3 The Nightingale and the Glow-worm Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 9 English Main Course Book Poem 3 The Nightingale and the Glow-worm

Question 1.
What did the nightingale do throughout the day ?
(बुलबुल दिन भर क्या करती रही ?)
Answer:
The nightingale sang throughout the day.
बुलबुल दिन भर गाती रही।

Question 2.
Why did it stop singing in the evening ?
(इसने शाम को गाना क्यों बन्द कर दिया ?)
Answer:
It felt very hungry in the evening. So it stopped singing.
इसे शाम को बहुत भूख महसूस हुई। इसलिए इसने गाना बन्द कर दिया।

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Poem 3 The Nightingale and the Glow-worm

Question 3.
What is the central idea of the poem, ‘The Nightingale and the Glow-worm’?
(इस कविता का केन्द्रीय भाव क्या है ?)
Answer:
The poem ‘The Nightingale and the Glow-worm is based on the idea : ‘Live and let live’. Everyone has a talent. He should be free to make the world beautiful. Let no one be harmed..
यह कविता ‘जियो और जीने दो’ के विचार पर आधारित है। प्रत्येक में कोई न कोई गुण होता है। वह संसार को सुन्दर बनाने के लिए स्वतन्त्र होना चाहिए। किसी को हानि नहीं पहुंचानी चाहिए।

Question 4.
A nightingale beautifies and cheers the night. How does it do that?
(एक बुलबुल रात को सुन्दर और प्रसन्न बनाती है। यह ऐसा कैसे करती है ?)
Answer:
A nightingale beautifies and cheers the night with his sweet song.
एक बुलबुल अपने मधुर गीत से रात को सुन्दर और प्रसन्न बनाती है।

Question 5.
How does a glow-worm beautify and cheer the night ?
(एक जुगनू रात को सुन्दर और प्रसन्न कैसे बनाता है ?)
Answer:
A glow-worm beautifies and cheers the night with his light.
जुगनू अपने प्रकाश से रात को सुन्दर और प्रसन्न बना देता है।

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Poem 3 The Nightingale and the Glow-worm

Question 6.
How does the glow-worm plead his case with the nightingale ? Say in your own words.
(जुगनू बुलबुल के साथ अपनी बात का तर्क कैसे देता है ? अपने शब्दों में लिखें।)
Answer:
The glow-worm speaks words of great wisdom. He says that both of them can beautify the world — one with music and the other with light. The nightingale feels impressed and lets the glow-worm go.

जुगनू बहुत बुद्धिमत्ता के शब्द बोलता है। वह कहता है कि दोनों संसार को सुन्दर बना सकते हैंएक अपने संगीत के साथ और दूसरा अपने प्रकाश के साथ। बुलबुल प्रभावित हो जाती है और जुगनू
को जाने देती है।

Question 7.
A synonym means a word with a similar meaning. Find synonyms of the following words from the poem :
hunger, speech, dinner, God.
Answer:
hunger = appetite
speech = oration dinner = supper
God = power divine

Question 8.
Antonyms are words opposite in meaning. Find antonyms for the following words from the poem :
arrested, sad, bright.
Answer:
arrested → released
sad → cheer
bright → dark

Stanzas For Comprehension

Stanza 1

A nightingale, that all day long?
Had cheered the village with his song.
Nor yet at eve his note suspended,
Nor yet when eventide was ended,
Began to feel as well he might,
The keen demands of appetite.

Question.
1. What did the nightingale do all day long ?
2. When did he stop singing ?
3. Where was the nightingale singing ?
4. What did he begin to feel ?
Answers
1. The nightingale sang the whole day long.
2. He stopped singing when it was dark.
3. The nightingale was singing in the village.
4. The nightingale began to feel very hungry.

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Poem 3 The Nightingale and the Glow-worm

Stanza 2 (For Practice)

When, looking eagerly around,
He spied far off, upon the ground,
A something shining in the dark,
And knew the glow-worm by his spark ;
So, stooping down from hawthorn top,
He thought to put him in his crop.

Questions
1. Name the poem and the poet.
2. How was the nightingale looking around ?
3. What did he see in the dark ?
4. What did he do ?
5. Where was the nightingale sitting ?

Stanza 3

The worm, aware of his intent,
Harangued him thus, right eloquent
“Did you admire my lamp,” quoth he,
“As much as I your minstrelsy?
You would abhor to do me wrong,
As much as I to spoil your song:
For’t was the self-same power divines
Taught you to sing, and me to shine.”

Questions
1. Who does ‘his’ in the first line refer to ?
2. What was his intent ?
3. What worm has been referred to in these lines ?
4. Whose intent was the worm aware of ? What was the intent ?
5. How did the glow-worm beautify the night ?
Answer:
1. The word “his’ here refers to the nightingale.
2. His intent was to have the glow-worm for his food.
3. The worm is a glow-worm.
4. The worm was aware of the nightingale’s intent. His intent was to kill the worm and eat it.
5. The glow-worm beautified the night with his light.

Stanza 4 (For Practices)

“That you with music, I with light,
Might beautify and cheer the night.”
The songster heard his short oration,

And warbling out his approbation
Released him, as my story tells,
And found a supper somewhere else.

Questions
1. Who was the songster?
2. Whose oration did he hear?
3. Whom did he release ?
4. Who found his supper somewhere else ?
5. Which word in these lines means ‘approval or agreement ?

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Poem 3 The Nightingale and the Glow-worm

Objective Type Questions

Answer the following in one word / phrase / sentence :

Question 1.
Who wrote the poem, “The Nightingale and the Glow-worm’ ?
Answer:
William Cowper.

Question 2.
Where was the nightingale singing ?
Answer:
In the village.

Question 3.
What did the nightingale see in the dark ?
Answer:
He saw a glow-worm.

Question 4.
What did the nightingale intend to do with the glow-worm ?
Answer:
He intended to eat the glow-worm.

Question 5.
What did the nightingale do after releasing the glow-worm ?
Answer:
He started finding his supper somewhere else.

Complete the following:

1. The nightingale ……………….. throughout the day.
2. The nightingale feels …………… with the glow-worm’s words.
3. A nightingale cheers the night with his ….
Answer:
1. sang
2. impressed
3. sweet song.

Write True or False against each statement :

1. The nightingale stopped singing when it was dawn.
2. The nightingle speaks words of great wisdom.
3. The glow-worm beautifies the night with his light.
Answer:
1. False
2. False
3. True.

The Nightingale and the Glow-worm Summary in English

The Nightingale and the Glow-worm Introduction:

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Poem 3 The Nightingale and the Glow-worm 1

Once a nightingale was hungry. He saw a glow-worm in the dark. He wanted to eat the glow-worm. But the glow-worm was a good speaker. He said that both of them were useful for the world. The glow-worm cheered the world with his light. The nightingale cheered the world with his music. The same God had created both of them. The nightingale was impressed. He let the glow-worm go. He found his supper somewhere else.

The Nightingale and the Glow-worm Summary in English:

A nightingale had pleased the villagers with his music throughout the day. At night he felt hungry. He looked around for food. He saw a glow-worm. He came down to eat it. The glowworm requested him to spare his life. He said that both of them were precious creatures. The glow-worm cheered the world with his light while the nightingale cheered the world with his music. The same God had created both of them to fulfil their duties in the world. The glow-worm’s speech had a good effect on the nightingale. He let the glow-worm go. He found his supper somewhere else.

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Poem 3 The Nightingale and the Glow-worm

The Nightingale and the Glow-worm Summary in Hindi

The Nightingale and the Glow-worm Introduction:

एक बार एक बुलबुल को भूख लगी हुई थी। उसने अन्धेरे में एक जुगनू को देखा। वह जुगनू को खाना चाहती थी। परन्तु जुगनू एक अच्छा वक्ता था। उसने कहा कि संसार के लिए वे दोनों ही लाभदायक हैं। वह अपने प्रकाश से संसार को प्रसन्न बनाता है। बुलबुल अपने गीतों से संसार को प्रसन्न करती है। दोनों को एक ही ईश्वर ने बनाया है। बुलबुल प्रभावित हो गई। उसने जुगनू को छोड़ दिया। उसने अपना भोजन कहीं और ढूंढ लिया।

The Nightingale and the Glow-worm Summary in Hindi:

कविता का विस्तृत सार एक बुलबुल ने अपने गीतों से सारा दिन गाँव वालों को प्रसन्न किया था। रात को उसे भूख लग गई। उसने भोजन की तलाश में चारों तरफ़ देखा। उसे एक जुगनू दिखाई दिया। वह उसे खाने के लिए नीचे आई। जुगनू उसके इरादे को जान गया। वह एक अच्छा वक्ता था। उसने बुलबुल से उसे न मारने की प्रार्थना की। उसने कहा कि वे दोनों अमूल्य जीव हैं। जुगनू अपने प्रकाश से संसार को रोशन करता था जबकि बुलबुल अपने गीतों से संसार को खुश करती थी। एक ही ईश्वर ने दोनों को संसार में अपने-अपने कर्तव्य निभाने के लिए बनाया था। जुगनू के उपदेश का बुलबुल पर अच्छा असर पड़ा। उसने जुगनू को मुक्त कर दिया। उसने अपना भोजन कहीं और तलाश कर लिया।

The Nightingale and the Glow-worm Translation in Hindi

(Line 1-6)

A nightingale, that all day long
Had cheered the village with his song,
Nor yet at eve his note suspended,
Nor yet when eventide was ended.
Began to feel as well he might,
The keen demands of appetite;

कठिन शब्दार्थ-
1. cheered – प्रसन्न किया ; 2. eve – शाम का समय ; 3. suspended – बन्द किया; 4. eventide – सायंकाल ; 5. keen – तीव्र ; 6. demands – माँगें ; 7. appetite – भूख। अनुवाद

एक बुलबुल,’ जो दिन भर
मनोरंजन करती रही थी गांव वालों का अपने गीत से
सायंकाल होने तक भी उसने अपना गीत बन्द नहीं किया था ।
तब भी नहीं जब सायंकाल समाप्त हो चुका था।
शुरू कर दिया था उसने महसूस करना जितना वो कर सकती थी,
भूख की तीव्र कसक को।

(Lines 7-12)

When, looking eagerly around,
He spied far off, upon the ground,
A something shining in the dark,
And knew the glow-worm by his spark;
So, stooping down from hawthorn top,
He thought to put him in his crop.

कठिन शब्दार्थ- 1. eagerly —- उत्सुकता से ; 2. around – चारों तरफ़ ; 3. spied – देखा ; 4. ground – ज़मीन, भूमि ; 5. shining – चमकता हुआ ; 6. dark – अन्धेरा ; 7. glow-worm – जुगनू ; 8. spark – चमक ; 9. stooping – झुकते हुए ; 10. crop – चिड़िया के गले में एक थैली जहां भोजन जमा होता है ; 11. hawthorn – कॉटेदार झाड़ी।

अनुवाद
जब देख रही थी वह उत्सुकतापूर्वक चारों ओर,
उसने देखी दूर, ज़मीन के ऊपर,
कोई चीज़ अन्धेरे में चमकती हुई,
और पहचान लिया उसने जुगनू को उसकी चमक से;
इसलिए झुकते हुए नीचे को काँटेदार झाड़ी से,
उसने सोची बात उसे अपने मुंह में डालने की।

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Poem 3 The Nightingale and the Glow-worm

(Lines 13-20)

The worm, aware of his intent,
Harangued him thus, right eloquent
“Did you admire my lamp”, quoth he,
“As much as I your minstrelsy ?
You would abhor to do me wrong,
As much as I to spoil your song;
For’t was the self-same power divine,
Taught you to sing, and me to shine;

कठिन शब्दार्थ-1. intent – नीयत ; 2. harangued – लम्बा और सच्चाई भरा भाषण दिया ; 3. eloquent – भावपूर्ण ; 4. admire – प्रशंसा करना ; 5. quoth – कहना ; 6. minstrelsy – गाना ; 7. abhor – नफ़रत करना ; 8. spoil – बर्बाद करना ; 9. divine – दैविक।

अनुवाद

जुगनू ने, भांपते हुए उसकी नीयत को,
उसे दिया एक लम्बा सच्चा भावपूर्ण भाषण,
“क्या तुम मेरे प्रकाश की उतनी प्रशंसा करते हो,”
पूछा उसने, “जितनी करता हूं मैं तुम्हारे गीत की ? तुम्हें चाहिए घृणा करनी मुझे हानि पहुँचाने से,
जितनी करता हूं मैं तुम्हारे गीत को नष्ट करने से ;
क्योंकि वही एक थी अलौकिक शक्ति,
जिसने सिखाया था तुम्हें गाना और मुझे चमकना।

(Lines 21-26)

“That you with music, I with light,
Might beautify and cheer the night.”
The songster heard his short oration.
And warbling out his approbation
Released him, as my story tells,
And found a supper somewhere else.

कठिन शब्दार्थ-1. music – संगीत ; 2. light – प्रकाश ; 3. beautify – सुन्दर बनाना ; 4. cheer – खुश करना ; 5. oration — व्याख्यान, भाषण ; 6. warbling – विनम्र स्वर में गाना ; 7. approbation – समर्थन, अनुमोदन ; 8. released – मुक्त किया ; 9. supper – रात का भोजन।

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Poem 3 The Nightingale and the Glow-worm

अनुवाद

“ताकि तुम संगीत से और मैं प्रकाश से,
बना सकें रात को सुन्दर और खुशी-भरा।”
इस गायक ने सुना उसका छोटा-सा भाषण।
और मीठा गाते हुए दिया अपना समर्थन
छोड़ दिया उसे, जैसा कि बताती है मेरी कहानी,
और खोज लिया कहीं और अपना रात का भोजन।

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Poem 2 No Men are Foreign

Punjab State Board PSEB 9th Class English Book Solutions English Main Course Book Poem 2 No Men are Foreign Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 9 English Main Course Book Poem 2 No Men are Foreign

Question 1.
What is the theme or central idea of the poem ?
(इस कविता का उद्देश्य अथवा केन्द्रीय भाव क्या है ?)
Answer:
All men are the same. They have the same kind of body. They breathe in the same way. Thus no men are strange or foreign. We should never hate others. They are all our brothers. By hating others, we lose their love. Thus the poet gives the message of love and brotherhood.

सब लोग एक ही प्रकार के होते हैं। वे एक ही प्रकार का शरीर रखते हैं। वे एक ही प्रकार से सांस लेते हैं। इसलिए कोई भी आदमी बेगाने या विदेशी नहीं हैं। हमें कभी भी दूसरों से घृणा नहीं करनी चाहिए। वे सब हमारे भाई हैं। दूसरों से घृणा करके हम उनके प्यार को खो बैठते हैं। इस प्रकार कवि प्यार और भाईचारे का सन्देश देता है।

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Poem 2 No Men are Foreign

Question 2.
Write the summary of the poem in your own words.
(कविता का सार अपने शब्दों में लिखें।)
Answer:
The poet says that no men are foreign and no countries are strange. Men all over the world have the same kind of body. Similarly, no countries are strange or foreign. It is the same earth everywhere. When there is war, fire and dust pollute the air all around. So the poet says that we should not heed those who tell us to hate others.

कवि कहता है कि कोई मनुष्य बेगाने नहीं होते और कोई देश बाहरी नहीं होते। संसार-भर के लोग एक जैसा ही शरीर रखते हैं। उसी प्रकार हम किसी देश को भी बेगाना या बाहरी नहीं कह सकते हैं। सब जगह वही धरती है। जब लड़ाई होती है, तो आग और धूल पूरी धरती के गिर्द की हवा को दूषित कर देती है। इसलिए कवि कहता है कि हमें उन लोगों की ओर ध्यान नहीं देना चाहिए जो हमें दूसरों से नफरत करने के लिए कहते हों।

Question 3.
What inspiration do we derive from this poem ?
(इस कविता से हमें क्या प्रेरणा मिलती है ?)
Answer:
The poet inspires us to look upon the people of all countries as our brothers. No men are foreign. No countries are strange. Everywhere there are men who live and die in the same manner. Therefore, we should love all and hate none.

यह कविता हमें प्रेरित करती है कि हम सभी देशों के लोगों को अपने भाई समझें। कोई आदमी विदेशी नहीं हैं। कोई देश बेगाने नहीं हैं। हर जगह लोग हैं जो एक ही तरह से जीवन बिताते हैं और मरते हैं। इसलिए हमें सभी से प्रेम करना चाहिए और किसी से घृणा नहीं करनी चाहिए।

Question 4.
What will happen if we hate our fellow beings ?
(यदि हम अपने साथियों से घृणा करने लगें तो क्या होगा ?)
Answer:
If we hate our fellow beings, we shall lose their love. All men are our brothers. Thus when we hate others, we hate ourselves only.
यदि हम अपने साथी जीवों से घृणा करेंगे तो हम उनका प्यार खो बैठेंगे। सभी लोग हमारे भाई हैं। इस प्रकार जब हम दूसरों से घृणा करते हैं तो हम स्वयं अपने से ही घृणा करते हैं।

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Poem 2 No Men are Foreign

Question 5.
How are all men similar to one another?
(सभी लोग एक-दूसरे के जैसे किस तरह हैं ?)
Answer:
All people have the same kind of body. They breathe the same air. They sleep and wake up in the same way. They eat in the same way. After their death, they lie under the same earth. Thus all men are similar to one another.

सभी लोग एक ही किस्म का शरीर रखते हैं। वे एक ही किस्म की हवा में श्वास लेते हैं। वे एक ही तरह से सोते हैं और जागते हैं। वे एक ही तरह से खाते हैं। अपनी मृत्यु के पश्चात् वे एक ही धरती के नीचे पड़े होते हैं। इस प्रकार सभी मनुष्य एक-दूसरे के जैसे ही होते हैं।

Question 6.
Write True or False against the following sentences :
(a) No men are strange and no countries are foreign.
(b) People are different from one another.
(c) We should hate our brothers.
(d) We should not defile our earth.
Answer:
(a) True
(b) False
(c) False
(d) True

Question 7.
This poem is an attempt to create ‘brotherhood’ amongst people. Discuss.
(यह कविता लोगों के मध्य ‘भ्रातृभाव’ पैदा करने का एक यत्न है। विवेचना करें।)
Answer:
This poem tries to create a feeling of brotherhood among all people. It says that no men or countries are foreign. All men have the same kind of body. They breathe in the same way. They eat, sleep and wake up in the same manner. After their death, they lie under the same earth. Thus all men are brothers.

यह कविता सभी लोगों में भ्रातृत्व की एक भावना पैदा करने का यत्न करती है। यह कहती है कि कोई भी लोग या देश बेगाने नहीं होते। सभी मनुष्यों का एक जैसा शरीर होता है। वे एक ही ढंग से श्वास लेते हैं। वे एक ही ढंग से खाते, सोते और जागते हैं। अपनी मृत्यु के पश्चात् वे एक ही धरती के नीचे पड़े होते हैं। इस तरह सभी लोग हमारे भाई हैं।

Stanzas For Comprehension

Stanza -1

Remember, no men are strange, no countries foreign
Beneath all uniforms, a single body breathes
Like ours; the land our brothers walk upon
Is earth like this, in which we all shall lie.

Questions
1. Name the poem and the poet.
2. What should we remember?
3. What are all men to us?
4. Where do we all walk upon?
5. Where shall we all lie in the end?
Answer
1. The name of the poem is ‘No Men Are Foreign’. The name of the poet is James Kirkup.
2. We should remember that no men are strange and no countries are foreign.
3. All men are brothers to us.
4. We all walk upon the same earth.
5. We shall all lie in the same land.

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Poem 2 No Men are Foreign

Stanta – 2

They, too, aware of sun and air and water
Are fed by peaceful harvests, by war’s long winter starved.
Their hands are ours, and in their lives we read
A labour not different from our own.

Questions
1. Who does ‘They’ refer to in these lines ?
2. What do they all make use of ?
3. What are they fed by ?
4. What is meant by
(a) ‘peaceful harvests’
(b) ‘war’s long winter’?
5. What do we read in their lives?
Answer:
1. “They’ here refers to all men of the world.
2. They all make use of the same sun and air.
3. They are fed by the harvests that they grow.
4.
(a) ‘Peaceful harvests’ means the crops that we can grow in times of peace.
(b) ‘War’s long winter’ means the painful days when we have to stay in and can have nothing to feed ourselves.
5. We read in their lives that they do the same labour that we have to do.

Stanza – 3

Remember they have eyes like ours that wake
Or sleep, and strength that can be won
By love. In every land is common life
That all can recognize and understand.

Questions
1. Who does ‘they’ here refer to ?
2. What kind of eyes do they have ?
3. How can we win their strength ?
4. What is there in every land ?
5. What can all recognize and understand ?
Answer::
1. The word ‘they’ here refers to all men of the world.
2. They have eyes like ours.
3. We can win it by love.
4. In every land, there is the same kind of life.
5. All can recognize and understand that there is the same kind of life everywhere.

Stanza – 4

Let us remember, whenever we are told
To hate our brothers, it is ourselves
That we shall dispossess, betray, condemn.
Remember we who take arms against each other,
It is the human earth that we defile,
Our hells of fire and dust outrage the innocence
Of air that is everywhere our own.
Remember, no men are foreign, and no countries strange.

Questions
1. Who have been called “our brothers’ ?
2. Who should we not hate and why ?
3. What shall happen if we take up arms against each other?
4. What is everywhere our own ?
5. What message does the poet want to convey in these lines ?
Answer:
1. All men of the world have been called our brothers.
2 We should not hate others because they are all our brothers.
3. We shall defile this earth of ours.
4. The pure and fresh air is everywhere our own.
5. The poet means to say that all men of the world are our brothers. No men are foreign and no countries are strange.

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Poem 2 No Men are Foreign

Objective Type Questions

Answer the following in one word / phrase / sentence :

Question 1.
Who has written the poem, ‘No Men Are Foreign’ ?
Answer:
James Kirkup.

Question 2.
What type of a poem this poem is ?
Answer:
It is an anti-war poem.

Question 3.
Where do all men move ?
Answer:
They move on the same earth.

Question 4.
Who shouldn’t be heeded, according to the poet ?
Answer:
Those who tell us to hate others.

Question 5.
What will we be doing if we hate others ?
Answer:
We will be robbing ourselves.

Complete the following :

1. The poet ‘says that no men are ……….
2. According to the poet, no …………………. are foreign.
3. By taking up arms against others, we will be defiling the …….
Answer:
1. strange
2. countries
3. earth.

Write True or False against each statement :

1. All other countries are foreign, according to the poet.
2. We should not hate anybody.
3. War pollutes the air that we all breathe.
Answer:
1. False
2. True
3. True.

Choose the correct option for each of the following :

Question 1.
According to the poem, no countries are
(a) developed
(b) developing
(c) bad
(d) foreign
Answer:
(d) foreign

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Poem 2 No Men are Foreign

Question 2.
The poem is ………….
(a) an anti-war poem
(b) a sonnet
(c) an elegy
(d) a hymn.
Answer:
(a) an anti-war poem

No Men are Foreign Poem Summary in English

No Men are Foreign Introduction:

This poem contains a very noble idea. It advocates the unity of mankind. No men are strange, and no countries are foreign. All men live on the same earth and breathe the same air. If we hate others, it is like hating ourselves because there is no difference between us and others. Love is the best weapon to win others. By taking up arms against one another, we defile the human earth itself. So we should always remember that no men are foreign and no countries are strange.

No Men are Foreign Summary in English:

This is an anti-war poem that teaches the basic oneness of mankind and folly of going to war. The poet says that no men are strange and no countries are foreign. Under the outward superficial differences, the inner essence is everywhere the same. Under all kinds of different dresses, all men have the same kind of body. The bodies of all men breathe in the same way as our body does. All men move on the same earth. And after death, all men lie under the same earth. Everywhere it is the same sun, air and water that people enjoy. Everywhere people are fed on the crops that are grown during times of peace. And everywhere they have to starve when there is a long winter of war.

Everywhere men have the same kind of hands. They do the same kind of labour. They have the same kind of eyes that wake and sleep. They have the same kind of strength that can be won by love. Everywhere, the same kind of life is lived which can be understood and recognized easily.

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Poem 2 No Men are Foreign

Therefore, the poet says that we shouldn’t heed those who tell us to hate others. We should remember that by hating others, it is only ourselves that we rob, deceive and criticize. By taking up arms against others, we only defile this earth that belongs to all of us. The fire and destruction of war pollutes the air that we all breathe. So, the poet asks us to remember that no men are foreign and no countries are strange.

No Men are Foreign Poem Summary in Hindi

No Men are Foreign Introduction:

कविता का संक्षिप्त परिचय इस कविता में एक बहुत ही महान विचार भरा हुआ है। यह मानवता की एकता की वकालत करती है। कोई भी मनुष्य भिन्न नहीं होते और कोई भी देश पराए नहीं होते। सब लोग एक ही धरती के ऊपर रहते हैं और एक ही हवा में सांस लेते हैं। यदि हम दूसरों से घृणा करेंगे, तो यह खुद अपने से घृणा करने के समान होगा क्योंकि हमारे में और दूसरों में कोई अन्तर नहीं है। दूसरों को जीतने के लिए प्यार सबसे बढ़िया हथियार होता है। एक-दूसरे के विरुद्ध घातक हथियार उठाकर हम मानव धरती को दूषित करते हैं। इसलिए हमें सदा याद रखना चाहिए कि कोई मनुष्य विदेशी नहीं होते और कोई देश बेगाने नहीं होते हैं।

No Men are Foreign Summary in Hindi:

यह एक युद्ध-विरोधी कविता है जो मनुष्य-जाति की मौलिक एकता और युद्ध करने की मूर्खता के बारे में शिक्षा देती है। कवि कहता है कि कोई लोग बेगाने नहीं होते और कोई देश बाहरी नहीं होते। बाहरी दिखावे के अन्तरों के नीचे अन्दरूनी वास्तविकता सब जगह एक जैसी ही होती है। भिन्न-भिन्न प्रकार की सब पोशाकों के नीचे सब लोगों का एक ही प्रकार का शरीर होता है। सब लोगों के शरीर उसी प्रकार सांस लेते हैं जिस . प्रकार हमारा शरीर साँस लेता है। सब लोग एक ही धरती के ऊपर चलते-फिरते हैं और मरने के बाद एक ही धरती के नीचे सोते हैं।

हर जगह वही सूरज, हवा और पानी है जिसका लोग आनन्द उठाते हैं। हर जगह लोग उन फसलों से भोजन प्राप्त करते हैं जो शान्ति के समय के दौरान उगाई जाती हैं। और हर जगह उनको भूखों मरना पड़ता है जब युद्ध-रूपी लम्बी सर्दी आ जाती है। हर जगह लोगों के एक ही प्रकार के हाथ होते हैं और वे एक ही प्रकार की मेहनत करते हैं। उनकी एक ही प्रकार की आँखें होती हैं जो जागती हैं और सोती हैं। उनके पास एक ही प्रकार की ताकत होती है जिसको प्यार से जीता जा सकता है। हर जगह एक ही प्रकार का जीवन गुज़ारा जाता है जिसको आसानी से समझा जा सकता है, और पहचाना जा सकता है।

इसलिए कवि कहता है कि हमें उन लोगों की ओर कोई ध्यान नहीं देना चाहिए जो हमें दूसरों से घृणा करने के लिए कहते हों। हमें याद रखना चाहिए कि दूसरों से नफ़रत करने से हम सिर्फ खुद को ही लूट रहे होते हैं, धोखा दे रहे होते हैं और बुरा-भला कह रहे होते हैं। दूसरे लोगों के विरुद्ध हथियार उठा कर हम केवल इस धरती को गन्दी और अपवित्र बनाते हैं जो हमारी सब की सांझी है। युद्ध की अग्नि और विनाश उसी हवा को दूषित करते हैं जिसमें हम साँस लेते हैं। इसीलिए कवि हमें याद रखने के लिए कहता है कि कोई लोग बेगाने नहीं होते और कोई देश बाहरी नहीं होते।

No Men are Foreign Poem Translation in Hindi

(Lines 1-4)

Remember, no men are strange, no countries foreign
Beneath all uniforms, a single body breathes
Like ours; the land our brothers walk upon
Is earth like this, in which we all shall lie.

कठिन शब्दार्थ-1. strange – पराए ; 2. beneath – के नीचे; 3. uniform – पोशाक ; 4. breathes – श्वास लेती है।

अनुवाद-
याद रखो कि कोई भी मनुष्य पराए नहीं होते; कोई देश बेगाने नहीं होते।
सभी प्रकार की पोशाकों के नीचे उसी प्रकार का शरीर होता है जिस प्रकार का हमारा है ।
सभी शरीर उसी प्रकार साँस लेते हैं जिस प्रकार हमारा शरीर साँस लेता है।
वह जमीन जिसके ऊपर हमारे भाई चलते हैं वैसी ही है, जिसके ऊपर हम चलते-फिरते हैं।
हम सब उसी धरती के नीचे पड़े होंगे जब हम मरेंगे।

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Poem 2 No Men are Foreign

(Lines 5 – 8)

They, too, aware of sun and air and water,
Are fed by peaceful harvests, by war’s long winter starvd.
Their hands are ours, and in their lives we read
A labour not different from our own.

कठिन शब्दार्थ-1. aware of – ज्ञान होना, प्रयोग करना ; 2. are fed -भोजन प्राप्त करते हैं ; 3. peaceful harvests – शान्ति के समय पैदा की जा सकने वाली फसलें ; 4. starved – भूखे मरना ; 5. labour – परिश्रम ।

अनुवाद- दूसरे सब लोग उसी धूप, हवा और पानी का उपयोग करते हैं जिसका हम करते हैं। वे सब हमारे समान ही शान्ति के समय के दौरान फसलों से भोजन प्राप्त करते हैं और जब युद्ध रूपी लम्बी सर्दी आती है तो सब को समान रूप में भूखों मरना पड़ता है। उनके हाथ उसी तरह के हैं जैसे हमारे पास हैं, तथा उनकी जीवनियों में हम पढ़ सकते हैं वैसी ही मेहनत जो हमें हमारे जीवन में करनी पड़ती है।

(Lines 9-12)

Remember they have eyes like ours that wake
Or sleep, and strength that can be won
By love. In every land is common life
That all can recognize and understand.

कठिन शब्दार्थ-1. wake – जागना ; 2. common life – एक जैसा जीवन ; 3. recognize – पहचानना ।

अनुवाद-
याद रखो, उनकी आंखें हमारी आँखों के समान ही हैं।
उनकी आँखें उसी प्रकार सोती-जागती हैं
जिस प्रकार हमारी आँखें सोती-जागती हैं।
उनके अन्दर उसी प्रकार की ताकत होती है जिस प्रकार की ताकत हमारे अन्दर होती है
ऐसी ताकत जिसको प्यार के द्वारा जीता जा सकता है। .
प्रत्येक देश में एक ही प्रकार की ज़िन्दगी गुजारी जाती है।
जीवन के उस सांझे तरीके को हम सब पहचान सकते हैं और समझ सकते हैं।

(Lines 13-20)

Let us remember, whenever we are told
To hate our brothers, it is ourselves
That we shall dispossess, betray, condemn.
Remember, we who take arms against each other,
It is the human earth that we defile,
Our hells of fire and dust outrage the innocence
Of air that is everywhere our own.
Remember, no men are foreign, and no countries strange.

कठिन शब्दार्थ
-1. dispossess – खो देना, लूटना ; 2. betray – धोखा देना ; 3. condemn – लोचना करना ; 4 defile – गन्दा और अपवित्र बनाना ; 5. human earth – धरती जिसके ऊपर मनुष्य रहते हैं ; 6. outrage – नष्ट करना ; 7. innocence – शुद्धता।

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Poem 2 No Men are Foreign

अनुवाद-
जब कभी हमें अपने ही भाइयों से घृणा करने के लिए कहा जाए, तो हमें याद रखना चाहिए कि
यह हम खुद ही होंगे जो खुद को (उनके प्यार से) लूट रहे होंगे।
दूसरों से घृणा करके हम केवल खुद को ही धोखा दे रहे होंगे और केवल खुद की ही
आलोचना कर रहे होंगे।
याद रखो कि जब हम एक-दूसरे के विरुद्ध हथियार उठा लेते हैं,
तो हम केवल इस मानव धरती को ही दूषित कर रहे होते हैं।
युद्ध के दौरान आग और धूल के जो नर्क पैदा हो जाते हैं,
वे उसी हवा को दूषित करते हैं ।
जो सब जगह हमारी अपनी ही है।
इसलिए हमें याद रखना चाहिए कि कोई लोग बाहरी नहीं होते,
और कोई देश बेगाने नहीं होते।

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Poem 1 Open Thy Eyes and see Thy God

Punjab State Board PSEB 9th Class English Book Solutions English Main Course Book Poem 1 Open Thy Eyes and see Thy God Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 9 English Main Course Book Poem 1 Open Thy Eyes and see Thy God

Question 1.
Write the central idea of the poem.
(कविता का केन्द्रीय भाव लिखें।)
Answer:
Tagore says that we can’t find God in temples. We can’t find Him by chanting and singing. We can’t find Him by telling beads. He lives among poor labourers. So we should go and work with the poor if we want to find God.”

टैगोर कहता है कि हम ईश्वर को मन्दिरों में नहीं ढूंढ सकते हैं। हम उसे भजन बोल कर और गा कर नहीं ढूंढ सकते हैं। हम उसे माला फेर कर नहीं ढूंढ सकते हैं। वह ग़रीब मजदूरों के मध्य रहता है। इसलिए हमें ग़रीबों के साथ जा कर काम करना चाहिए यदि हम ईश्वर को ढूंढना चाहते हैं।

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Poem 1 Open Thy Eyes and see Thy God

Question 2.
Why does the poet say that we should leave chanting, singing and telling of beads ?
(कवि यह क्यों कहता है कि हमें भजन बोलना, गाना और माला फेरना छोड़ देना चाहिए ?)
Answer:
The poet believes that God does not live in temples. We cannot find him by chanting, singing and telling beads. So the poet says that we should leave chanting and telling beads.

कवि मानता है कि ईश्वर मन्दिरों में नहीं रहता है। हम उसे भजन बोलकर, गाकर और माला फेरकर प्राप्त नहीं कर सकते। इसलिए कवि कहता है कि हम भजन बोलना और माला फेरना छोड़ दें।

Question 3.
Where can God be found ?
(ईश्वर को कहां पाया जा सकता है ?)
Answer:
We can find God where the tiller is tilling the hard land. We can find Him where the pathmaker is breaking stones. In other words, God lives among the poor hardworking people.

हम ईश्वर को उस जगह पा सकते हैं जहां किसान सख्त ज़मीन पर हल चला रहा होता है। हम उसे वहां देख सकते हैं जहां सड़कें बनाने वाला पत्थर तोड़ रहा होता है। अन्य शब्दों में, ईश्वर कठोर परिश्रम करने वाले ग़रीब लोगों के मध्य रहता है।

Question 4.
What does the poet suggest regarding the presence of God ?
(कवि ईश्वर की उपस्थिति के बारे में क्या सुझाव देता है ?)
Answer:
The poet says that God doesn’t live in temples. He lives among the poor hard working people.
कवि कहता है कि ईश्वर मन्दिरों में नहीं रहता है। वह कठिन परिश्रम करने वाले निर्धन लोगों के मध्य रहता है।

Question 5.
Write ‘True’ or ‘False’ against the following statements :
(a) God lives in temples.
(b) By chanting, singing and telling of beads we can reach God.
(c) God is there where the tiller is tilling the land.
(d) We should not work hard.
Answer:
(a) False
(b) False
(c) True
(d) False.

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Poem 1 Open Thy Eyes and see Thy God

Question 6.
Do you agree with Tagore’s contention in his poem, ‘Open Thy Eyes and See Thy God’ ? Why?
(क्या आप इस कविता में टैगोर के विचारों से सहमत हैं ? क्यों ?)
Answer:
I fully agree with Tagore’s contention. True worship does not mean chanting and telling beads. It does not mean going to temples. It means working hard and helping the poor.

मैं टैगोर के विचारों से पूरी तरह सहमत हूं। सच्ची पूजा का अर्थ भजन बोलना और माला फेरना नहीं होता है। इसका अर्थ मन्दिरों को जाना नहीं होता है। इसका अर्थ होता है – कठिन परिश्रम करना और ग़रीबों की मदद करना।

Stanzas For Comprehension

Stanza 1

Leave this chanting and
singing and telling of beads !
Whom dost thou worship in this
lonely dark corner of a temple
with doors all shut ? Open thine
eyes and see thy God is not
before thee !

Questions
1. What does the poet want us to leave? Why?
2. The poet in this stanza asks a question. What is the question?
3. Our eyes are open. Why does the poet say ‘Open thine eyes”?
4. Who are these lines addressed to?
5. What does the poet want the worshipper of God to do?
Answer:
1. The poet wants us to leave chanting and telling beads in temples. He says that God doesn’t live in temples. We can’t find him there by the singing of hymns and telling of beads.
2. The poet asks whom we are worshipping in the lonely dark corner of the temple with doors all shut.
3. Our physical eyes are open but our eyes of the mind are closed. That is why the poet asks us to open our eyes.
4. The poet imagines someone singing hymns and telling beads in a dark corner of a temple. He addresses these lines to such a worshipper of God.
5. He wants the worshipper to open his eyes and see that God whom he is worshipping is not there before him.

Stanza 2

He is there where the tiller is
tilling the hard ground and where
the pathmaker is breaking stones.
He is with them in sun and in
shower, and His garment is covered
with dust. Put off thy holy mantle
and even like Him come
down on the dusty soil !

Questions

1. ‘Thy God is not before thee. Where can we find him?
2. Why are His garments covered with dust?
3. What is the tiller doing?
4. What is the pathmaker doing?
5. How does the poet think we can seek God?
Answers
1. We can find God where the tiller is tilling the hard land and where the pathmaker is breaking stones.
2. His garments are covered with dust because He lives among those who till the hard land and break stones.
3. He is tilling the hard land.
4. He is breaking stones.
5. The poet thinks we can seek God by working among the poor people such as the tillers and pathmakers.

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Poem 1 Open Thy Eyes and see Thy God

Stanza 3

Deliverance ? Where is this deliverance
to be found ? ‘Our master himself
has joyfully taken upon him the bonds
of creation; He is bound with us all
for ever.

Question
1. What is meant by ‘deliverance’ ?
2. Does the poet think of deliverance to be a desirable thing?
3. Who is our master ?
4. What bonds has our master taken upon himself ?
5. How is He bound with us all for ever?
Answer:
1. ‘Deliverance’ means freedom from a life of toil.
2. The poet doesn’t think of deliverance to be a desirable thing.
3. God is our master.
4. He has taken upon himself the bonds of creation.
5. We all are God’s creation. Thus God is bound with us for ever.

Stanza 4

Come out of thy meditations and
leave aside thy flowers and incense !
What harm is there if thy clothes
become tattered and stained ? Meet
him and stand by him in toil and in the
sweat of thy brow.

Question
1. What does the poet say about our meditations ?
2. What does he want us to leave aside ? Why?
3. How will our clothes become tattered and stained ?
4. Does the poet see any harm if our clothes become tattered and torn ?
5. ‘Meet him ………’ Who does ‘him’ here refer to ?’
Answer:
1. The poet says that we can’t find God through our meditations. So we should give them up.
2. He wants us to leave aside the flowers and the incense. He says this because he feels that we can’t please God by offering any flowers or incense.
3. Our clothes will become tattered and torn if we go to work with tillers and pathmakers.
4. No, he doesn’t see any harm in this.
5. The word ‘him’ here refers to God.

Objective Type Questions

Answer the following in one word / phrase / sentence :

Question 1.
Name the poet of the poem, ‘Open Thy Eyes ….
Answer:
Rabindranath Tagore.

Question 2.
Where is the devotee, as given in the poem ?
Answer:
In a dark corner of a temple.

Question 3.
Who is there with the devotee ?
Answer:
He is sitting there all alone.

Question 4.
Where does God live ?
Answer:
He lives where tiller tills the hard ground.

Question 5.
Where can God be found ?
Answer:
He can be found where the poor people work hard.

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Poem 1 Open Thy Eyes and see Thy God

Complete the following :

1. The devotee is sitting ……………….. in ………………
2. We can’t find God by …………………. and …………..
3. God lives where the poor people …………… hard and shed ………..
Answer:
1. all alone, a temple
2. chanting hymns, telling beads
3. work / labour, sweat.

Write True or False against each statement :

1. The devotee was sitting in his home, doing Pooja.
2. God cannot be found in temples.
3. God has taken upon himself the task of creation.
Answer:
1. False
2. True
3. True.

Choose the correct option for each of the following:

Question 1.
God can be found by ……………….
(a) chanting hymns
(b) telling the beads
(c) praising him day and night
(d) none of the above.
Answer:
(d) none of the above.

Question 2.
The garment of God, in this poem, is ……..
(a) studded with gems
(b) covered with dust
(c) shining brightly
(d) colourful.
Answer:
(b) covered with dust

Open Thy Eyes and see Thy God Poem Summary in English

Open Thy Eyes and see Thy God Introduction:

In this poem, Tagore says that the worship of idols is useless. He says that God can never be found in places of worship. He can be found where the tillers are tilling land. He can be found where the workers are sweating in the sun. Anyone who wants to find God, should go and work with the tillers and the pathmakers.

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Poem 1 Open Thy Eyes and see Thy God 1

Moksha cannot be achieved through empty rituals. In fact, the very desire for deliverance is unholy. Even God has not given Himself deliverance. He always remains busy in the task of creation. A true devotee of God should also work tirelessly. He should work for the poor and the downtrodden.

Character of a Happy Man Summary in English:

The poet sees a devotee in a dark corner of a temple. The devotee is sitting all alone. All the doors of the temple are shut. The devotee is chanting hymns. He is telling beads. The poet asks the devotee whom he is worshipping. He asks him to open his eyes. He asks him to see that his God is not there before him. The poet means to say we can’t find God by chanting hymns. We can’t find Him by telling beads. God does not live in temples.

The poet says that God lives where the tiller tills the hard ground. He lives where the path maker is breaking stones. He lives with the poor labouring people. He lives with them in sun and shower. His garment is covered with dust. So the poet asks the devotee to put off his mantle of worship. Like God Himself, he should go and work with the poor. The poet means to say that God cannot be found in temples. He can be found in places where the poor work hard and shed their sweat.

Then the poet talks of deliverance or moksha. Deliverance means the freedom from labour. The poet says that there is no deliverance for anyone. Even God has no deliverance. He has to do hard labour. He has taken upon Himself the difficult job of creation. He performs this task joyfully.

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Poem 1 Open Thy Eyes and see Thy God

So the poet asks the devotee to come out of the dark corner of his meditations. He should leave aside his flowers and incense. He should go and work among the poor. No harm would come if his clothes get stained. Rather he would be able to fulfil his desire. He would be able to meet God and stand by Him.

Open Thy Eyes and see Thy God Poem Summary in Hindi

Open Thy Eyes and see Thy God Introduction:

कविता का संक्षिप्त परिचय इस कविता में टैगोर निरर्थक मूर्ति-पूजा की आलोचना करता है। वह कहता है कि ईश्वर को कभी भी पूजास्थलों में ढूंढा नहीं जा सकता। उसे वहां ढूंढा जा सकता है, जहां किसान भूमि जोत रहे होते हैं और जहां मज़दूर लोग धूप में पसीना बहा रहे होते हैं। कोई भी व्यक्ति जो ईश्वर की तलाश करना चाहता है उसे किसानों के साथ और सड़कें बनाने वालों के साथ जा कर काम करना चाहिए। मोक्ष खोखले रीति-रिवाजों द्वारा प्राप्त नहीं किया जा सकता। वास्तव में मोक्ष की इच्छा करना ही एक अपवित्र बात है। स्वयम् ईश्वर ने भी अपने आप को मुक्ति प्रदान नहीं की है। वह सदा रचना के काम में लगा रहता है। ईश्वर के सच्चे भक्त को भी अथक रूप से काम करना चाहिए। उसे गरीबों और दलितों के लिए काम करते रहना चाहिए।

Open Thy Eyes and see Thy God Summary in Hindi:

कवि को किसी मन्दिर के एकान्त और अन्धेरे कोने में बैठा एक भक्त दिखलाई देता है। मन्दिर के सभी दरवाजे बन्द हैं। भक्त भजन गा रहा है और माला फेर रहा है। कवि उससे पूछता है कि वह किसकी पूजा कर रहा है। वह भक्त से कहता है कि वह अपनी आंखें खोले और देखे कि वहां उसके सामने ईश्वर नहीं है। कवि के कहने का भाव यह है कि ईश्वर को भजन गा कर अथवा माला फेर कर प्राप्त नहीं किया जा सकता है। ईश्वर मन्दिरों में नहीं रहता है। कवि कहता है कि ईश्वर उस जगह पर रहता है जहां खेतिहर मजदूर धरती जोत रहा है। वह उस जगह पर रहता है जहां सड़कें बनाने वाला मज़दूर पत्थर तोड़ रहा है। वह मेहनत करने वाले इन लोगों के साथ धूप तथा वर्षा में खड़ा रहता है। उसके वस्त्र मजदूरों के वस्त्रों की भान्ति धूल से भरे रहते हैं।

इसलिए कवि भक्त से कहता है कि वह अपने पूजा वाले वस्त्र उतार दे। स्वयं ईश्वर की भान्ति उसे गरीब लोगों के साथ जा कर काम करना चाहिए। कवि के कहने का भाव है कि ईश्वर को मन्दिरों में नहीं खोजा जा सकता है। उसे उस स्थान पर देखा जा सकता है जहां निर्धन लोग परिश्रम करते हैं और अपना पसीना बहाते हैं। कवि मुक्ति की बात करता है। मुक्ति का अर्थ होता है कि कठिन परिश्रम करने से छूट। कवि कहता है कि मुक्ति कहीं नहीं मिलती है। स्वयं ईश्वर को भी मुक्ति प्राप्त नहीं है। उसे भी परिश्रम करना पड़ता है। उसने अपने ऊपर संसार की रचना करने का कठिन काम लिया हुआ है। वह उस काम को खुशी-खुशी करता रहता है।

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Poem 1 Open Thy Eyes and see Thy God

इसलिए कवि भक्त से कहता है कि वह अपनी समाधि को छोड़ दे। उसे अपने फूल और धूपबत्ती एक तरफ रख देने चाहिएं। उसे निर्धन लोगों के मध्य जा कर काम करना चाहिए। कोई हानि नहीं होगी यदि उसके वस्त्र फट जाएंगे अथवा गंदे हो जाएंगे। इसके विपरीत उसे अपनी इच्छा की प्राप्ति हो जाएगी। वह ईश्वर से मिलने और उसके साथ खड़ा होने के योग्य हो जाएगा।

Open Thy Eyes and see Thy God Translation in Hindi

Stanza 1

Leave this chanting and
singing and telling of beads !
Whom dost thou worship in this
lonely dark corner of a temple
with doors all shut ? Open thine
eyes and see thy God is not
before thee !

कठिन शब्दार्थ-1. chanting-भजन गाना ; 2. telling of beads—माला फेरना ; 3. dost – do ; 4. thine-your, तुम्हारी ; 5. thee-you, तुम।

अनुवाद

छोड़ो यह भजन बोलना
और गाना तथा माला का फेरना !
किसकी पूजा कर रहे हो तुम इस
एकान्त अन्धेरे कोने में एक मन्दिर के
जिसके सब दरवाजे हैं बंद ? खोलो अपनी
आँखें और देखो तुम्हारा ईश्वर नहीं है
तुम्हारे सामने !

Stanza 2

He is there where the tiller is
tilling the hard ground and where
the pathmaker is breaking stones.
He is with them in sun and in
shower, and His garment is covered
with dust. Put off thy holy mantle
and even like Him come
down on the dusty soil !

कठिन शब्दार्थ-
1. tiller-खेती करने वाला मजदूर ; 2. tilling-खेती कर रहा, हल चला रहा ; 3. sun-धूप ; 4. garment-वस्त्र ; 5. mantle-ओढ़न।

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Poem 1 Open Thy Eyes and see Thy God

अनुवाद
वह उस जगह है जहां किसान
चला रहा है हल, सख्त ज़मीन पर और जहां
सड़कें बनाने वाला, तोड़ रहा है पत्थर !
वह उनके साथ है, धूप और वर्षा में,
और उसका वस्त्र भरा हुआ है ।।
धूल से। उतार दो अपना पवित्र ओढ़न .
और आ जाओ उसी की भांति
नीचे धूल-भरी मिट्टी में !

Stanza 3

Deliverance ? Where is this deliverance
to be found ? Our master himself
has joyfully taken upon him the bonds
of creation; He is bound with us all
for ever.

कठिन शब्दार्थ-1. deliverance-मुक्ति, मोक्ष ; 2. bonds—बन्धन ; 3. creation-संसार की रचना।

अनुवाद

मुक्ति ? यह मुक्ति कहां
मिलती है ? स्वयं हमारे स्वामी ने
प्रसन्नतापूर्वक लिया हुआ है बन्धन |
संसार की रचना का; वह बन्धा हुआ है हम सबसे
सदा के लिए।

Stanza 4

Come out of thy meditations and
leave aside thy flowers and incense !
What harm is there if thy clothes
become tattered and stained ? Meet
him and stand by him in toil and in the
sweat of thy brow.

कठिन शब्दार्थ-1. meditations-समाधि, चिन्तन ; 2. aside-एक तरफ ; 3. incenseधूपबत्ती ; 4. tattered—कटे-फटे ; 5. stained—दाग-भरे ; 6. sweat of the brow-माथे (अर्थात् कड़ी मेहनत) का पसीना।

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Poem 1 Open Thy Eyes and see Thy God

अनुवाद
जागो अपनी समाधि से और
रख दो एक तरफ अपने फूल और धूपबत्ती !
क्या होगा नुक्सान अगर तुम्हारे वस्त्र
हो जाएंगे कटे-फटे और दाग-भरे ? मिलो
उसे और उसकी मदद करो, अपनी मेहनत और
अपने माथे के पसीने के द्वारा।

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Chapter 7 The Death of Abhimanyu

Punjab State Board PSEB 9th Class English Book Solutions English Main Course Book Chapter 7 The Death of Abhimanyu Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 9 English Main Course Book Chapter 7 The Death of Abhimanyu

Answer the following questions in brief:

Question 1.
Why did Karna decline to be the Commander-in-Chief of the Kaurava army?
(कर्ण ने कौरव सेना का मुख्य सेनापति बनने से इन्कार क्यों कर दिया ?)
Answer:
Drona was older and more experienced than Karna. That was why Karna refused to be the Commander-in-Chief of the Kaurava army.
द्रोण कर्ण की अपेक्षा आयु में अधिक बड़ा था तथा अधिक अनुभवी था। इसी कारण से कर्ण ने कौरव सेना का मुख्य सेनापति बनने से इन्कार कर दिया।

Question 2.
What request did Duryodhana make to Drona ?
(दुर्योधन ने द्रोण से क्या प्रार्थना की ?)
Answer:
He requested Drona to make the plan of war in such a way that Yudhishthira could
be arrested. उसने द्रोण से प्रार्थना की कि वह युद्ध की योजना इस तरह बनाए कि युधिष्ठिर को बन्दी बनाया जा सके।

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Chapter 7 The Death of Abhimanyu

Question 3.
What happened on the eleventh day of the war?
(युद्ध के ग्यारहवें दिन क्या हुआ ?)
Answer:
Drona had planned to capture Yudhishthira. Arjuna wanted to keep near his brother and help him. But Susharma’s sons made it impossible for Arjuna to help Yudhishthira. Drona made his greatest attempt to capture Yudhishthira. But just then Bhima came to the help of his elder brother. Thus this day was saved by the Pandavas.

द्रोण ने युधिष्ठिर को बन्दी बनाने की योजना बनाई हुई थी। अर्जुन अपने भाई के पास ही बने रहना चाहता था और उसकी मदद करना चाहता था। किन्तु सुशर्मा के पुत्रों ने युधिष्ठिर की सहायता करना अर्जुन के लिए असम्भव बना दिया। द्रोण ने युधिष्ठिर को बन्दी बनाने के लिए अपना सबसे बड़ा यत्न किया। किन्तु तभी भीम अपने बड़े भाई की सहायता के लिए आ गया। इस प्रकार यह दिन पाँडवों ने बचा लिया।

Question 4.
Who came to the rescue of Yudhishthira when Drona tried to capture him ?
(युधिष्ठिर के बचाव के लिए कौन आ गया जब द्रोण ने उसे बन्दी बनाने की कोशिश की ?)
Answer:
It was Bhima who came there.
यह भीम था जो वहां आ गया।

Question 5.
What is a Chakravyuh ?
(चक्रव्यूह क्या होता है ?)
Answer:
It is a form of arranging an army during the war. The arrangement is in the shape of a wheel. That is why it is called Chakravyuh.
यह वह व्यवस्था होती है जो युद्ध के दौरान सेना को दी जाती है। यह व्यवस्था एक पहिए के आकार में होती है। इसी कारण से इसे चक्रव्यूह कहा जाता है।

Question 6.
Who knew how to pierce through Chakravyuh ?
(चक्रव्यूह को भेद कर अंदर जाना कौन जानता था ?)
Answer:
Only Arjuna, Krishna, Pradyumna and Abhimanyu knew this.
केवल अर्जुन, कृष्ण, प्रद्युम्न और अभिमन्यु इसे जानते थे।

Question 7.
What was Arjina’s vow ?
(अर्जुन की शपथ क्या थी ?)
Answer:
His vow was to kill Jayadrati by sunset the next day or die himself.
उसकी शपथ थी कि वह अगले दिन सूर्यास्त होने तक जयद्रथ को मार देगा अथवा स्वयं मर जाएगा।

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Chapter 7 The Death of Abhimanyu

Question 8.
Who killed Jayadratha and how ?
(जयद्रथ को किसने मारा तथा कैसे ?)
Answer:
It was Arjuna who killed Jayadratha. He shot his arrows at Jayadratha with a terrific speed. Thus he slashed Jayadratha’s head from his body.
यह अर्जुन था जिसने जयद्रथ को मारा। उसने अपने तीर जयद्रथ पर भयानक गति से छोड़े। इस तरह उसने जयद्रथ का सिर उसके शरीर से काट कर अलग कर दिया।

Answer the following questions in your own words:

Question 1.
Who was Abhimanyu ? How did he pierce through the Chakravyuh ? Who killed him and how?
(अभिमन्यु कौन था ? वह चक्रव्यूह को बींध कर कैसे प्रवेश कर गया ? उसे किसने मारा तथा कैसे ?)
Answer:
Abhimanyu was Arjuna’s son. Drona formed a Chakravyuh in order to capture Yudhishthira. Abhimanyu pierced through the Chakravyuh. The Kauravas surrounded him on all sides. The brave boy kept fighting all alone. But at last the Kauravas disarmed him, and killed him. Jayadratha was the most cruel of them. He cut off Abhimanyu’s limbs from his trunk.

अभिमन्य अर्जन का पुत्र था। द्रोण ने युधिष्ठिर को बन्दी बनाने के लिए एक चक्रव्यूह की रचना की। अभिमन्यु चक्रव्यूह को बींधता हुआ प्रवेश कर गया। कौरवों ने उसे सभी तरफ से घेर लिया। वीर बालक बिल्कुल अकेला लड़ता रहा। किन्तु अन्त में कौरवों ने उसे निहत्था कर दिया और उसे मार दिया। जयद्रथ उनमें सबसे निर्दय था। उसने अभिमन्यु के धड़ से उसके अंग काट कर अलग कर दिए।

Question 2.
How did Arjuna avenge his son’s death ?
(अर्जुन ने अपने पुत्र की मृत्यु का बदला कैसे लिया ?)
Answer:
Jayadratha had killed Abhimanyu in a very cruel manner. Arjuna vowed to kill Jayadratha by sunset the next day or die himself. Jayadratha tried to hide himself among the Kauravas. But Arjuna pierced through the heart of the enemy. His arrows slashed Jayadratha’s head from his body. Thus Arjuna avenged the death of his beloved son.

जयद्रथ ने अभिमन्यु को बहुत निर्दयतापूर्वक मार दिया था। अर्जुन ने शपथ ली कि वह अगले दिन सूर्यास्त होने तक जयद्रथ को मार देगा अथवा स्वयं मर जाएगा। जयद्रथ ने स्वयं को कौरवों के मध्य छिपाने की कोशिश की। किन्तु अर्जुन शत्रु को बींध कर मध्य तक पहुंच गया। उसके तीरों ने जयद्रथ का सिर उसके धड़ से अलग कर दिया। इस प्रकार अर्जुन ने अपने प्रिय पुत्र की मृत्यु का बदला ले लिया।

Tick (✓) the correct choice :

Question 1.
Abhimanyu was ………….
a. a coward
b. an ignorant young boy
c. a brave warrior
d. a leader.
Answer:
c. a brave warrior

Question 2.
Jayadratha was ………….
a. an honest man
b. a divine power
c. cruel and unprincipled
d. a true soldier.
Answer:
c. cruel and unprincipled

Question 3.
…………. played the most unscrupulous and mischievous role in the death of Abhimanyu.
a. Arjuna
b. Duryodhana
c. Jayadratha
d. Yudhishthira
Answer:
c. Jayadratha

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Chapter 7 The Death of Abhimanyu

Textual Vocabulary & Grammar

Match the words in column A with their antonyms in column B :

1. declined → accepted
2 older → younger
3. attack → defend
4. difficult → easy
5. disadvantage → advantage
6. careful → careless
7. standing → sitting
8. war → peace.

Match the words in column A with their meanings in column B :

1. avenge = to take revenge for a wrong or harmful act
2. unscrupulous = not based on principles or honesty
3. pierced = penetrated
4. armour = a protective shield or covering
5. fray = a fight or battle
6. arrested = taken into custody
7. severed = cut off or separated
8. incredible = which cannot be believed.

Fill in the following blanks with the words given in the box :

bubbling, crucial, appreciated, incredible, chosen, brave, enthusiasm , saved
Answer:
John was a brave boy. He was always bubbling with enthusiasm. He was chosen as the leader by his friends. He helped them in their crucial times. One day, he saved a boy from drowning in the river. His incredible courage was appreciated by all.

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Chapter 7 The Death of Abhimanyu

Change the following sentences from Direct to Indirect Speech :

1. She says “I have done my duty.”
2. He said, “I know her.”
3. You said, “I have got a prize.”
4. The teacher said, “Two and two make four.”
5. Seema said, “I am all right.”
6. You said to me, “She knows me very well.”
7. She said to me, “Is your brother intelligent ?”
8. The teacher said to the student, “Do not waste time.”
Answer:
1. She says that she has done her duty.
2. He said that he knew her.
3. You said that you had got a prize.
4. The teacher said that two and two make four.
5. Seema said that she was all right.
6. You told me that she knew you very well.
7. She asked me if my brother was intelligent.
8. The teacher advised the student not to waste time.

Correct the following sentences :

1. The class has less boys today.
2. I prefer milk than tea.
3. Do you have a five rupees note ?
4. Please lay down.
5. He has no informations.
6. He is angry at me.
7. I have written a poetry.
8. What is the time in your watch ?
Answer:
1. The class has fewer boys today.
2. I prefer milk to tea.
3. Do you have a five-rupee note ?
4. Please lie down.
5. He has no information.
6. He is angry with me.
7. I have written a poem.
8. What is the time by your watch?

Fill in the blanks with suitable pronouns :

1. Seema tried to save ………….. younger sister.
2. ……….. were sitting in the garden.
3. We shall always do …………. duty.
4. She lost ………….. purse in the fair.
5. This book is not
6. Only ………… students who work hard will get through.
7. You must behave ………… in the class.
8. They did not learn ………….. lessons.
Answer.
1. her
2. They
3. our
4. her
5. mine
6. those
7. yourself
8. their.

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Write comparative and superlative degrees of the following adjectives :

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Chapter 7 The Death of Abhimanyu 1

Answer:

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Chapter 7 The Death of Abhimanyu 4

Pronunciation Practice

Note the silent letter in the words given below. Say each word aloud.
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PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Chapter 7 The Death of Abhimanyu 3

Creative Writing and Extended Reading

1. Abhimanyu was an intelligent, brave and fearless young boy. What inspiration do you derive from such
a character ? Write in 8-10 lines.
2. Some girls are very bold and determined. Read the book The Diary of a Young Girl (Anne Frank), Bantam Books, USA.
3. Relate the story of Anne’s life to your class- fellows.

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Use Of Textual Words / Phrases

1. Declined – She declined my invitation.
2. Strategy – Let us work out a new strategy to achieve success.
3. Intention – He is humble and honest; his intentions are not bad.
4. Rescue — Nobody rescued the drowning boy.
5. Crucial — It is very crucial to decide what you want to be in your life.
6. Chariot – Chariots were used in ancient times by royal families.
7. Charioteer – Sri Krishna was Arjuna’s charioteer in the war of Mahabharata.
8. Entrap – He got entrapped into his cunningness.
9. Bubbling with enthusiasm — The students were going on a trip; they were bubbling with enthusiasm.
10. Pounce – The cat pounced upon the rat.
11. Incredible – I can’t believe this incredible story.
12. Subdue – All efforts were made to subdue the rebels.
13. Sever – His leg was severed into two pieces in the accident.
14. Unscrupulous.- He is using unscrupulous methods to succeed in his business.
15. Pierced – The arrow pierced his chest and he died on the spot.
16. Resistance – Our forces didn’t have to face any resistance from the enemy.
17. Impregnable – The country’s defence should be made impregnable.
18. Duel – The youth challenged his opponent to a duel.
19. Truce – Pakistan has signed a truce with the extremists.

objective type questions

Answer the following in one word / phrase / sentence :

Question 1.
Who wrote the chapter, ‘The Death of Abhimanyu’ ?
Answer:
S.B. Srivastava.

Question 2.
Who was Abhimanyu ?
Answer:
Arjuna’s son.

Question 3.
Who was Commander-in-Chief of the Kaurava army?
Answer:
Guru Drona.

Question 4.
What did Duryodhana request Drona to do ?
Answer:
To make the plan of war in such a way that Yudhishthira could be captured.

Question 5.
What did Drona do to capture Yudhishthira?
Answer:
He formed a Chakravyuh.

Question 6.
Who pierced through the ‘Chakravyuh’ ?
Answer:
It was Abhimanyu.

Question 7.
What did the Kauravas do when Abhimanyu entered the ‘Chakravyuh’ ?
Answer:
They surrounded him from all sides.

Question 8.
What did cruel Jayadratha do to Abhimanyu ?
Answer:
He cut off Abhimanyu’s limbs from his trunk.

Question 9.
What did Arjuna vow to avenge his son’s death?
Answer:
He vowed to kill Jayadratha by sunset the next day or die himself.

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Question 10.
Who was Jayadratha ?
Answer:
The king of the Sindhus.

Complete the following:

1. ……………….. is a form of arranging an army during the war.
2. It was ……………… who killed Jayadratha.
3. ……………… made it impossible for Arjuna to help Yudhishthira.
4. ………….. came to the rescue of Yudhishthira.
5. Arjuna vowed to avenge.
6. ………………. and ……………… knew about the vow of Arjuna.
Answer:
1. Chakravyuh
2. Arjuna
3. Susharma’s sons
4. Bhima
5. his son’s death
6. Jayadratha,Kauravas.

Write True or False against each statement :

1. Jayadratha was given all care and protection by the Kauravas.
2. The Kauravas captured Yudhishthira in the Chakravyuh.
3. Arjuna pierced through the Kaurava army to kill Karna.
4. Arjuna was not aware of the time of the truce.
5. On the thirteenth day of the battle, Arjuna decided to bring the attack of his enemies to an end.
6. Arjuna was Abhimanyu’s father.
Answer:
1. True
2. False
3. False
4. False
5. True
6. True.

Choose the correct option for each of the following:

Question 1.
…… declined to be the Commander-in-Chief of the Kaurava army.
(a) Duryodhana
(b) Drona
(c) Karna
(d) Dushashna.
Answer:
(c) Karna

Question 2.
Drona formed a ‘Chakravyuh’ to capture ………..
(a) Arjuna
(b) Bhima
(c) Yudhishthira
(d) Krishna.
Answer:
(c) Yudhishthira

Question 3.
Jayadratha was the King of ………………
(a) Pandavas
(b) Sindhus
(c) Kauravas
(d) Yadavas.
Answer:
(b) Sindhus

Question 4.
The most cruel, unprincipled and decisive blow to Abhimanyu was given by ……………….
(a) Karna
(b) Duryodhana
(c) Drona
(d) Jayadratha.
Answer:
(d) Jayadratha.

The Death of Abhimanyu Summary in English

The Death of Abhimanyu Introduction:

This chapter gives an account of Abhimanyu’s death in the war of Mahabharata. Abhimanyu was a brave young boy. He was Arjuna’s son. Drona was the commander of the Kaurava forces. In order to trap Yudhishthira, he arranged his army in the form of a wheel. This formation was known as Chakravyuh. Yudhishthira did not know how to pierce through it. So he called Abhimanyu for help. Abhimanyu at once pierced through the rings of the Chakravyuh. There he was surrounded by the Kauravas. He was disarmed. Then he was killed mercilessly by Jayadratha who was the husband of Duryodhana’s sister. When Arjuna came to know of this, he was filled with deep, grief. He swore to kill Jayadratha by sunset the next day. He was able to do this with the help of Shri Krishna. Thus the death of Abhimanyu was avenged.

The Death of Abhimanyu Summary in English:

After the fall of Bhishma, Drona was made the Commander-in-Chief of the Kaurava army. It was the eleventh day of the war. Duryodhana asked Drona to have Yudhishthira arrested in some way. In order to keep Arjuna away from Yudhishthira, Susharma’s sons were sent to make a powerful attack on Arjuna. Now Drona made a great attempt to capture Yudhishthira. But just then Bhima came to the help of his elder brother. Thus the day was saved for the Pandavas.

On the thirteenth day of the battle, Arjuna decided to put an end to the attack of his enemies. He asked Krishna to drive his chariot to the place where Susharma’s sons had assembled. Seeing this, Drona arranged his army in the shape of a wheel. This arrangement was known as Chakravyuh. Drona wanted to trap Yudhishthira in his Chakravyuh and have him arrested. Now Yudhishthira did not know how to pierce through a Chakravyuh.

So he called Arjuna’s son, Abhimanyu for help. The brave boy at once pierced through the rings of the Chakravyuh. Now the Kauravas surrounded him from all sides. The brave boy kept fighting all alone. At last, the Kauravas disarmed him. He was killed mercilessly by Jayadratha who was the husband of Duryodhana’s sister. Now the sun had set, and all the warriors returned to their camps.

When Arjuna came to know of his son’s cruel death, he was in deep grief. He took a vow to kill Jayadratha by sunset the next day or die himself. When Jayadratha came to know of Arjuna’s vow, he was filled with terror. He wanted to run away but Duryodhana assured him of all protection. Duryodhana was certain that they would be able to protect Jayadratha the next day, and then Arjuna would end his life as he had vowed. And without Arjuna, there would be a sure victory for the Kauravas.

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Chapter 7 The Death of Abhimanyu

The next day came. The Kauravas surrounded Jayadratha from all sides so that Arjuna could never reach him. Arjuna made a fierce attack on the Kauravas. With great difficulty, he advanced step by step. At last, he pierced through the heart of the army. He was very close to the place where Jayadratha was. But suddenly Duryodhana sprang up before him and challenged him to a duel.

Arjuna directed his arrows towards Duryodhana. But his arrows seemed to have no effect on Duryodhana. It was because Duryodhana was wearing a magic armour. Now Arjuna started aiming his arrows at the unprotected limbs of Duryodhana. Duryodhana was soon tired. But by now the sun was going to set and then it would be the time of truce. Krishna knew this. With the help of his divine power, he covered the sun with mist. Thus none could know when the sun set that day.

With fresh courage, Arjuna continued to fight. At last, he was able to reach the place where Jayadratha was hiding in terror. Arjuna shot his arrows with terrific speed. His arrows slashed Jayadratha’s head from his body. Thus Arjuna avenged Abhimanyu’s death and fulfilled his vow.

The Death of Abhimanyu Summary in Hindi

The Death of Abhimanyu Introduction:

पाठ का संक्षिप्त परिचय यह पाठ महाभारत के युद्ध में अभिमन्यु की मृत्यु का वर्णन करता है। अभिमन्यु एक वीर बालक था। वह अर्जुन का पुत्र था। द्रोण कौरव सेनाओं का कमांडर था। युधिष्ठिर को घेरने के लिए उसने अपनी सेना को एक पहिए के आकार में व्यवस्थित कर लिया। इस व्यवस्था को चक्रव्यूह कहा जाता था। युधिष्ठिर इसमें से बींध कर निकलना नहीं जानता था। इसलिए उसने अभिमन्यु को सहायता के लिए बुलाया। अभिमन्यु तुरन्त चक्रव्यूह के घेरों को बींधता हुआ निकल गया। वहां उसे कौरवों ने घेर लिया। उसे निहत्था कर दिया गया। फिर उसका जयद्रथ जो दुर्योधन की बहन का पति था के द्वारा बेरहमी से वध कर दिया गया। जब अर्जुन को इसका पता चला तो वह गहरे दुःख से भर गया। उसने शपथ ली कि वह अगले दिन सूर्यास्त होने तक जयद्रथ को मार देगा। वह श्री कृष्ण की मदद से ऐसा करने के योग्य हो गया। इस प्रकार अभिमन्यु की मृत्यु का बदला ले लिया गया।

The Death of Abhimanyu Summary in Hindi:

पाठ का विस्तृत सार भीष्म के घायल हो जाने के बाद द्रोण को कौरव सेना का मुख्य सेनापति बना दिया गया। युद्ध का यह ग्यारहवां दिन था। दुर्योधन ने द्रोण से कहा कि वह किसी-न-किसी तरह युधिष्ठिर को बन्दी बना ले। अर्जुन को युधिष्ठिर से दूर किए रखने के लिए सुशर्मा के पुत्रों को अर्जुन पर एक शक्तिशाली आक्रमण करने के लिए भेजा गया। अब द्रोण ने युधिष्ठिर को बन्दी बनाने का एक भारी यत्न किया। किन्तु तभी भीम अपने बड़े भाई की सहायता के लिए आ गया। इस प्रकार पांडवों के लिए वह दिन सुरक्षा से निकल गया। युद्ध के तेरहवें दिन अर्जुन ने अपने शत्रुओं के आक्रमण का अन्त करने का निश्चय कर लिया। उसने कृष्ण

से कहा कि वह उसका रथ उस स्थान पर ले चले जहां सुशर्मा के पुत्र एकत्र हुए थे। यह देखकर द्रोण ने अपनी सेना को एक चक्र के रूप में व्यवस्थित कर लिया। इस व्यवस्था को चक्रव्यूह के नाम से जाना जाता था। द्रोण युधिष्ठिर को अपने चक्रव्यूह में फांसना चाहता था और उसे बन्दी बनाना चाहता था। अब युधिष्ठिर नहीं जानता था कि चक्रव्यूह को कैसे भेदा जाता है। इसलिए उसने अर्जुन के पुत्र अभिमन्यु को सहायता के लिए बुलाया। वीर पुत्र उसी क्षण चक्रव्यूह के घेरों को भेदता हुआ इसके अन्दर पहुंच गया। अब कौरवों ने उसे चारों ओर से घेर लिया। वीर पुत्र अकेला युद्ध करता रहा। अन्त में कौरवों ने उसे निहत्था कर दिया। उसे जयद्रथ ने निर्दयतापूर्वक मार गिराया जो दुर्योधन की बहन का पति था। सूर्य डूब चुका था और सभी योद्धा अपने-अपने शिविरों को वापस लौट गए।

जब अर्जुन को अपने पुत्र की निर्मम हत्या का पता चला तो वह अत्यन्त दुःखी हुआ। उसने शपथ ली कि अगले दिन सूर्यास्त से पहले वह जयद्रथ को मार डालेगा अन्यथा वह आत्महत्या कर लेगा। जब जयद्रथ को अर्जुन की शपथ का पता चला तो वह भय से भर गया। वह वहां से भाग जाना चाहता था परन्तु दुर्योधन ने उसे पूर्ण सुरक्षा का आश्वासन दिया। दुर्योधन निश्चित था कि वे अगले दिन जयद्रथ को बचाने में सफल रहेंगे और फिर अर्जुन अपनी जीवन-लीला समाप्त कर लेगा जैसी कि उसने शपथ ली थी। और अर्जुन के बिना कौरवों की जीत निश्चित होगी।

अगला दिन आया। कौरवों ने जयद्रथ को चारों ओर से घेर लिया ताकि अर्जुन उस तक कभी न पहुंच सके। अर्जुन ने कौरवों पर भयंकर आक्रमण कर दिया। बड़ी मुश्किल से वह कदम दर कदम आगे बढ़ा। अन्त में वह सेना को भेदता हुआ इसके अन्दर तक पहुंच गया। वह उस स्थान के बहुत निकट था जहां जयद्रथ छुपा बैठा था। परन्तु अचानक ही दुर्योधन उछल कर उसके सामने आ खड़ा हुआ और उसे द्वन्द्व युद्ध के लिए चुनौती देने लगा।

अर्जन ने अपने तीरों का रुख दुर्योधन की ओर मोड़ लिया। परन्तु उसके तीर दुर्योधन पर कोई प्रभाव डालते दिखाई नहीं दे रहे थे। ऐसा इसलिए था क्योंकि दुर्योधन एक जादुई कवच पहने हुए था। अब अर्जुन ने दुर्योधन के अरक्षित अंग अपने तीरों का निशाना बनाने शुरू कर दिए। दुर्योधन जल्दी ही थक गया। परन्तु इस समय सूर्य अस्त होने जा रहा था और फिर यह अस्थायी युद्ध विश्राम का समय होता। कृष्ण इस बात को जानते थे। अपनी दिव्य शक्ति की सहायता से उन्होंने सूर्य को धुंध से ढक दिया। इसलिए कोई न जान सका कि उस दिन सूर्य कब अस्त हुआ।

नये जोश के साथ अर्जुन ने युद्ध जारी रखा। अन्त में वह उस स्थान पर पहुंच गया जहां जयद्रथ डर कर छुपा बैठा था। अर्जुन ने अत्यन्त तीव्र गति से अपने तीर चलाए। उन्होंने जयद्रथ के सिर को उसके धड़ से अलग कर दिया। इस प्रकार अर्जुन ने अभिमन्यु की मौत का बदला ले लिया और अपनी शपथ पूरी की।

The Death of Abhimanyu Translation in Hindi

(Page 136-137) when Bhishma fell ………………. Duryodhana’s sister.

कठिन शब्दार्थ-1. declined—अस्वीकार कर दिया; 2. offer-पेशकश, प्रस्ताव; 3. war strategy-युद्ध की योजना; 4. capture-बंदी बनाना; 5. launched—छोड़ दिया; 6. reckless-अन्धाधुंध; 7. desperateभयंकर; 8. crucial-अति महत्त्वपूर्ण; 9. rescue-बचाव; 10. chariot-रथ; 11. pierce-(चक्रव्यूह) भेद कर अन्दर घुसना; 12. bubbling with-से भरपूर; 13. enthusiasm-उत्साह, जोश; 14. charioteerसारथी; 15. pounced upon-टूट पड़ा; धावा बोल दिया; 16. fury-क्रोध; 17. eminent—निपुण; 18. incredible-अविश्वसनीय; 19. subdue-हराना, वश में करना; 20. disarming-निहत्था करना; 21. decisive–निर्णयकारी; 22. blow-प्रहार।

Text

When Bhishma fell, Kama was chosen to take his place as the Commander-in-Chief of the Kaurava army. But he declined the offer in favour of Drona, who was older and more experienced. Duryodhana requested Drona to plan the war strategy in such a way that Yudhishthira might be arrested. On the eleventh day of the war, Drona went to the battlefield, determined to capture Yudhishthira.

Arjuna was informed about the intentions of Drona, and he was fully cautious. In order to engage Arjuna away from Yudhishthira,’Susharma’s sons launched a mighty and reckless attack on Arjuna. Arjuna that day fought on two fronts. His attention and energy Were divided. The enemy made a desperate attack on Arjuna to keep him engaged. Arjuna found it difficult to divert his attention from the daring attack. Drona took advantage of this situation and made a most determined attempt to capture , Yudhishthira. At this crucial time Bhima came to the rescue of his elder brother. Somehow, the day was saved by the Pandavas.

On the thirteenth day of the battle, Arjuna decided to bring the attack of his enemies to an end. Arjuna, therefore, requested Krishna to drive his chariot to the place where Susharma’s sons had assembled. While Arjuna went to fight them, Drona arranged his army in the shape of a wheel. This was known as Chakravyuh. Only Arjuna, Krishna, Pradyumna and Abhimanyu knew how to pierce through it. Since, Arjuna and Pradyumna were fighting far away and Krishna would not fight, Drona tried to entrap Yudhishthira.

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Chapter 7 The Death of Abhimanyu

Yudhishthira called Abhimanyu and asked him if he would be of any help at this moment. A brave young boy, bubbling with enthusiasm, Abhimanyu immediately agreed to lead the army and pierce through the Chakravyuh. Abhimanyu knew only the art of entering the Chakravyuh but he knew nothing about carving his way out of it. Abhimanyu immediately asked his charioteer to drive towards the Chakravyuh at the gate of which Drona was standing.

Yudhishthira sent others to help Abhimanyu. The young lad pounced upon the enemies with great fury and broke the rings of the Chakravyuh. He pierced through the rings one after another. No sooner had he entered the Chakravyuh than the Kauravas surrounded him and stopped the other warriors of the Pandava army from reaching the place where Abhimanyu was fighting alone. Surrounded from all sides by such eminent warriors as Drona, Kama, Duryodhana, Dushahsana and Jaydratha, Abhimanyu, without the least sign of nervousness, fought with incredible courage and skill. The Kaurava warriors found it difficult – to subdue the lonely Abhimanyu.

At last they thought of disarming him first. His bow was cut into pieces, his sword was broken and his club was shattered. Now left with no weapon, he fought with the wheel of his chariot. At last, the wheel was also torn into pieces. Unarmed as he was, the Kaurava warriors killed him. The most cruel, unprincipled and decisive blow was given by Jayadratha, the king of the Sindhus and the husband of Duryodhana’s sister.

अनुवाद

जब भीष्म युद्ध में धराशायी हो गया तो कौरव सेना के सेनाधिपति के रूप में उसकी जगह लेने के लिए कर्ण को चुना गया। परन्तु उसने द्रोण के पक्ष में इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया जो उम्र में बड़ा और ज़्यादा अनुभवी था। दुर्योधन ने द्रोण से प्रार्थना की कि वह युद्ध नीति की योजना कुछ इस प्रकार से बनाए कि युधिष्ठिर को बंदी बना लिया जाए। युद्ध के ग्यारहवें दिन द्रोण युधिष्ठिर को बंदी बना लेने के दृढनिश्चय के साथ युद्ध के मैदान में गया। अर्जुन को द्रोण के इरादों की जानकारी मिल गई थी और वह परी तरह से सतर्क था।

अर्जन को यधिष्ठिर से दर यद्ध में व्यस्त रखने के लिए सशर्मा के पुत्रों ने अर्जुन पर एक शक्तिशाली और अन्धाधुंध आक्रमण कर दिया। अर्जुन उस दिन दो मोर्चों पर युद्ध करता रहा। उसका ध्यान और उसकी शक्ति बंट गए थे।शत्रु ने अर्जुन को व्यस्त रखने के लिए उस पर भयंकर आक्रमण कर दिया।

इस दुस्साहसी आक्रमण से अपना ध्यान हटा पाना अर्जुन को बहुत कठिन लगा। द्रोण ने इस स्थिति का लाभ उठाया और उसने युधिष्ठिर को बंदी बनाने का एक अत्यन्त दृढ़निश्चयी यत्न किया। इस नाजुक समय में अपने बड़े भाई को बचाने के लिए भीम आगे आया। किसी तरह पांडवों ने इस दिन को बचा लिया। युद्ध के तेरहवें दिन अर्जुन ने अपने शत्रुओं के आक्रमण का अन्त करने का निश्चय कर लिया। इसलिए अर्जुन ने कृष्ण से प्रार्थना की कि वह उसका रथ उस जगह ले चले जहां सुशर्मा के पुत्र एकत्रित हुए थे। जब अर्जुन उनसे युद्ध करने के लिए गया तो द्रोण ने अपनी सेना को एक चक्र के रूप में व्यवस्थित कर लिया।

इसे चक्रव्यूह कहा जाता था। केवल अर्जुन, कृष्ण, प्रद्युम्न और अभिमन्यु इसे भेदना जानते थे। क्योंकि अर्जुन और प्रद्युम्न बहुत दूर कहीं युद्ध कर रहे थे और कृष्ण ने युद्ध में भाग नहीं लेना था, द्रोण ने युधिष्ठिर को फंसाने का यत्न किया। युधिष्ठिर ने अभिमन्यु को बुलाया और उससे पूछा कि क्या वह इस समय कोई सहायता कर सकता था।

एक वीर नौजवान लड़का, अभिमन्यु जो जोश से भरपूर था, तुरन्त ही सेना का नेतृत्व करने और चक्रव्यूह को भेदने के लिए तैयार हो गया। अभिमन्यु केवल चक्रव्यूह में घुसने की कला जानता था परन्तु उसे इससे बाहर निकलने के लिए अपना रास्ता बनाना नहीं आता था। अभिमन्यु ने तुरन्त ही अपने सारथी से उस चक्रव्यूह की ओर रथ ले जाने के लिए कहा जिसके द्वार पर द्रोण खड़ा था। युधिष्ठिर ने अन्यों को अभिमन्यु की सहायता करने के लिए भेजा। वह नौजवान लड़का बहुत क्रोध के साथ शत्रुओं पर टूट पड़ा और उसने चक्रव्यूह के घेरे तोड़ दिए। वह एक के बाद एक घेरे को तोड़ता हुआ अंदर घुस गया।

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Chapter 7 The Death of Abhimanyu

अभी उसने चक्रव्यूह में प्रवेश किया ही था कि कौरवों ने उसे चारों ओर से घेर लिया और पांडवों की सेना के अन्य योद्धाओं को उस जगह पर पहुँचने से रोक दिया जहां अभिमन्यु अकेला युद्ध कर रहा था। चारों ओर से द्रोण, कर्ण, दुर्योधन, दुशासन और जयद्रथ जैसे निपुण योद्धाओं से घिरा अभिमन्य, घबराहट का तनिक भी चिन्ह प्रकट किए बिना, अविश्वसनीय साहस और निपुणता के साथ युद्ध करता रहा। कौरव योद्धाओं को एक अकेले अभिमन्यु को वश में करना मुश्किल लग रहा था। अन्त में उन्होंने पहले उसे निहत्था करने की योजना बनाई।

उसके धनुष को टुकड़ों में काट दिया गया, उसकी तलवार को तोड़ दिया गया और उसकी गदा को छिन्न भिन्न कर दिया गया। अब जब उसके पास कोई शस्त्र नहीं बचा था, वह अपने रथ के पहिए के साथ युद्ध करने लगा। अन्ततः पहिया भी टुकड़े टुकड़े कर दिया गया। क्योंकि वह निहत्था था, कौरव योद्धाओं ने उसे मार गिराया। सबसे अधिक क्रूर, सिद्धान्तहीन और निर्णयकारी प्रहार जयद्रथ द्वारा किया गया जो दुर्योधन की बहन का पति था और सिन्ध प्रदेश का राजा था।

(Page 137-138) The sun set………….. could not be saved.

कठिन शब्दार्थ-1. truce – अस्थायी युद्धविराम; 2. trunk – धड़; 3. severed – कट कर अलग हुए; 4. heart-piercing – हृदय-विदारक; 5. unscrupulous – अनैतिक; 6. mischievous – शरारतपूर्ण; 7. vow – शपथ, सौगन्ध; 8. panic – भगदड़ मचना; 9. terror-stricken – आतंकित; 10. assured – विश्वास दिलाया; 11. victory – विजय; 12. fiercely – भयंकर रूप से; 13. pierced. – चीरता हुआ; 14. impregnable – अभेद्य; 15. sprang up – उछला; 16. duel – द्वन्द्व युद्ध, दो योद्धाओं के बीच लड़ा जाने वाला युद्ध; 17. mist – धुन्ध, कोहरा; 18. fray – युद्ध; 19. slashed – काट कर अलग कर दिया।

Text

The sun set. Truce was announced. All the warriors returned to their camps. Arjuna also came back after destroying Susharma’s sons. When the dead body of Abhimanyu, with limbs severed from the trunk, was brought, there were heart-piercing cries in the Pandava camp. Arjuna wept bitterly, so did other Pandavas and Krishna. Arjuna came to know that in the death of his son, the most unscrupulous and mischievous role was played by Jayadratha. He took a vow to kill Jayadratha next day by sunset or die himself.

When Jayadratha and the Kauravas knew about the vow of Arjuna, there was panic in the Kaurava camp. Jayadratha was so terror- stricken that he wanted to run away. Duryodhana assured him all protection. He made it clear that the entire. forces of the Kauravas would be dedicated to protect Jayadratha that day. If they succeeded in protecting Jayadratha that day, Arjuna would commit suicide.

This would mean a sure victory for the Kauravas in the war. Consequently, Jayadratha was so surrounded and protected by the Kauravas that Arjuna could never reach him. Arjuna fiercely attacked the Kauravas that day. He pierced through the Kaurava army through the lines of their elephants. Warriors of the Kauravas ran to and fro in great confusion. With whole-hearted devotion to the cause of finding out Jayadratha, Arjuna advanced ahead. He met with tough resistance at every step.

opposition of the Kauravas. With very great difficulty, he managed to pierce through the heart of the army. But suddenly Duryodhana sprang up and challenged him to a duel. Arjuna made repeated attacks on Duryodhana, but it appeared to him that his arrows had lost effectiveness. The fact was that Duryodhana was fighting with a magic armour on his body. He then started aiming his arrows at the unprotected limbs of Duryodhana. Duryodhana was soon exhausted. It was the time when the shades of evening started spreading over the battlefield.

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Chapter 7 The Death of Abhimanyu

Arjuna was aware of the time of truce. Krishna was watching everything carefully. He knew that the sun was to set soon. But before the hour of sunset drew near, Krishna, with the help of his power, covered the sun with a mist so thick that none could know when the sun set that day. The fighting continued. With fresh courage and strength, he jumped into the fray, and at last managed to reach the centre of the army formation where Jayadratha hid in great terror. Sighting Jayadratha there, Arjuna shot his arrows with terrific speed. They slashed the head of Jayadratha from his body. Thus the death of Abhimanyu was avenged, and Arjuna fulfilled

अनुवाद

सूर्य अस्त हो गया। अस्थायी युद्धविराम की घोषणा कर दी गई। सभी योद्धा अपने-अपने शिविर में लौट गए। अर्जुन भी सुशर्मा के पुत्रों का नाश करके लौट आया। जब अभिमन्यु का मृत शरीर उसके धड़ से कट कर अलग हुए अंगों के साथ लाया गया तो पांडवों के शिविर में हृदय-विदारक चीखो-पुकार मच गई। अर्जुन फूट-फूट कर रोने लगा। अन्य पांडवों और कृष्ण ने भी ऐसा ही किया। अर्जुन को पता चला कि उसके पुत्र की मृत्यु में सबसे अधिक अनैतिक और शरारतपूर्ण भूमिका जयद्रथ ने निभाई थी। उसने अगले दिन सूर्यास्त से पहले जयद्रथ को मार डालने या फिर स्वयं आत्महत्या कर लेने की शपथ ली।

जब जयद्रथ और कौरवों को अर्जुन की शपथ का पताचला तो कौरवों के शिविर में भगदड़ मच गई। जयद्रथ इतना ज्यादा आतंकित हो गया कि वह वहां से भाग जाना चाहता था। दुर्योधन ने उसे पूर्ण सुरक्षा का आश्वासन दिया। उसने यह बात स्पष्ट कर दी कि उस दिन कौरवों की सम्पूर्ण सेना जयद्रथ की रक्षा करने में जुटी रहेगी। यदि वे उस दिन जयद्रथ को बचा लेंगे तो अर्जुन आत्महत्या कर लेगा। इसका अर्थ होगा-युद्ध में कौरवों की निश्चित विजय। परिणामस्वरूप जयद्रथ कौरवों से इस प्रकार घिरा था और ऐसी उसकी रक्षा की जा रही थी कि अर्जुन उस तक कभी पहुंच ही नहीं सकता था। अर्जुन ने उस दिन कौरवों पर भयंकर आक्रमण किया।

वह कौरवों की सेना में उनके हाथियों की पंक्तियों को चीरता हुआ घुस गया। कौरवों के योद्धा भारी उलझन में इधर-उधर भागने लगे। जयद्रथ को ढूंढ निकालने के अपने उद्देश्य के लिए पूरे दिल से समर्पित अर्जुन आगे बढ़ता गया। हर कदम पर उसे कठोर विरोध का सामना करना पड़ा। कौरवों के अभेद्य विरोध के कारण वह बहुत परेशान था। बहुत कठिनाई के साथ वह कौरवों की सेना को भेदता हुआ उनके मध्य तक पहुँच गया। परन्तु

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Chapter 6 Three Great Indians

Punjab State Board PSEB 9th Class English Book Solutions English Main Course Book Chapter 6 Three Great Indians Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 9 English Main Course Book Chapter 6 Three Great Indians

Question 1.
What is the name given to the national uprising of 1857 ?
(1857 के राष्ट्रीय विद्रोह को क्या नाम दिया गया है ?)
Answer:
It is called the First War of Independence.
इसे स्वतन्त्रता की पहली लड़ाई कहा जाता है।

Question 2.
When and where was Laxmi Bai born ?
(लक्ष्मीबाई का जन्म कब और कहां हुआ ?)
Answer:
She was born on 16 November, 1834 in Varanasi.
उसका जन्म 16 नवम्बर, 1834 को वाराणसी में हुआ था।

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Chapter 6 Three Great Indians

Question 3.
What was her childhood name ?
(उसका बचपन का नाम क्या था ?)
Answer:
Manikarnika or Manu. (मणिकर्णिका या मनु।)

Question 4.
Who was she married to ?
(उसका विवाह किस से हुआ ?)
Answer:
She was married to Raja Gangadhar Rao.
उसका विवाह राजा गंगाधर राव से हुआ।

Question 5.
What happened to her son and husband ?
(उसके पुत्र तथा पति को क्या हुआ ?)
Answer:
Both of them had died by 1853.
सन् 1853 तक उन दोनों की मृत्यु हो गई थी।

Question 6.
Where did she join her forces with Tantya Tope ?
(तात्या टोपे के साथ उसकी सेनाएँ कहां शामिल हुईं ?)
Answer:
At Kalpi.
(कल्पी में।)

Question 7.
How is Udham Singh’s name linked with Jallianwala Bagh?
(उधम सिंह का नाम जलियांवाला बाग़ से कैसे जुड़ा है ?)
Answer:
He was the man who took revenge for the killings of Jallianwala Bagh. He killed General O’Dwyer who had ordered the firing and killed thousands of innocent men, women and children.

वह वही आदमी था जिसने जलियांवाला बाग़ की हत्याओं का बदला लिया। उसने जनरल ओ’डायर को मार दिया जिसने गोली चलाने का आदेश दिया था और हज़ारों मासूम पुरुषों, स्त्रियों और बच्चों को मार दिया था।

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Question 8.
What was his pledge?
(उसकी शपथ क्या थी ?)
Answer:
His pledge was to avenge the massacre of Jallianwala Bagh.
उसकी शपथ थी – जलियांवाला बाग़ के नरसंहार का बदला लेना।

Question 9.
How did he take his revenge ?
(उसने अपना बदला कैसे लिया ?)
Answer:
He waited for 21 years. Then he went to England. There he shot General O’Dwyer dead in full view of a large gathering.
उसने 21 वर्ष तक प्रतीक्षा की। फिर वह इंग्लैंड गया। वहां उसने लोगों की एक भारी भीड़ के बिल्कुल सामने जनरल ओ’डायर को गोली मार कर मार दिया।

Write a short note on the each of the following:

Question 1.
Write a short note on the death of Rani Jhansi.
(रानी झांसी की मृत्यु पर एक संक्षिप्त नोट लिखिए।)
Answer:
The British forces had laid a siege on Jhansi. The Rani of Jhansi continued to fight from inside the fort. But, at last; she was forced to leave Jhansi. The British forces pursued her. She was defeated and surrounded from all sides. She was badly wounded. She died on the battlefield. It was 18 June 1858 when she died.

अंग्रेजी सेनाओं ने झांसी पर घेरा डाल रखा था। झांसी की रानी किले के अन्दर से लड़ती रही। किन्तु अन्त में वह झांसी छोड़ने को मजबूर हो गई। अंग्रेजी सेनाओं ने उसका पीछा किया। वह हार चुकी थी और चारों तरफ से घिरी हुई थी। वह बुरी तरह से घायल हो गई। वह युद्ध-क्षेत्र में मारी गई। यह 18 जून 1858 था जब उसकी मृत्यु हुई।

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Question 2.
Write a short note on the Jallianwala Bagh massacre.
(जलियांवाला बाग़ के नरसंहार पर एक संक्षिप्त नोट लिखिए।)
Answer:
It was the day of Baisakhi in 1919. A large number of people had gathered in Jallianwala Bagh. They were holding a peaceful meeting. The British General O’Dwyer ordered firing on them. Thousands of men, women and children were killed. Many jumped into a well to escape. They were suffocated to death. 1919

में बैसाखी का दिन था। भारी संख्या में लोग जलियांवाला बाग में एकत्रित हो रखे थे। वे एक शान्तिपूर्ण सभा कर रहे थे। अंग्रेज़ी जनरल ओ’डायर ने उन पर गोली चलाने का आदेश दे दिया। हज़ारों पुरुष, स्त्रियां तथा बच्चे मारे गए। बच पाने के लिए अनेकों ने एक कुएं में छलांग लगा दी। उनकी दम घुटने से मृत्यु हो गई।

Question 3.
Write a short note on the First War of Independence.
(स्वतन्त्रता के प्रथम संग्राम पर एक संक्षिप्त नोट लिखिए।)
Answer:
The First War of Independence was fought in 1857. The rulers of many Indian states rose up against the British. Tantya Tope and Laxmi Bai were the two most famous of them. Laxmi Bai was the Rani of Jhansi. The British forces had laid a siege on Jhansi. She was forced to leave Jhansi. The British forces surrounded her from all sides. She died on the battlefield. The other rulers were also defeated one by one. Thus, the First War of Independence was lost.

स्वतन्त्रता की पहली लड़ाई 1857 में लड़ी गई। अनेक भारतीय राज्यों के शासक अंग्रेजों के विरुद्ध खड़े हो गए। उनमें दो सबसे अधिक प्रसिद्ध थे – तात्या टोपे और लक्ष्मी बाई। लक्ष्मी बाई झांसी की रानी थी। अंग्रेजी सेनाओं ने झांसी को घेर रखा था। उसे झांसी छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा। अंग्रेजी सेनाओं ने उसे सभी तरफ से घेर लिया। उसकी युद्ध-क्षेत्र में मृत्यु हो गई। अन्य शासक भी एक-एक करके हार गए। इस प्रकार स्वतन्त्रता का पहला संग्राम हारा गया।

Question 4.
Write a short note on the teachings of Sri Satguru Ram Singh Ji.
(श्री सतगुरू रामसिंह जी के उपदेशों पर एक संक्षिप्त नोट लिखिए।)
Answer:
Satguru Sri Ram Singh Ji preached his followers.
1. to believe in one God.
2. to lead a simple and honest life.
3. to be free from any kind of evil.
4. to help the poor and the needy.
5. to work for the freedom of the country.
6. to live like brothers.
7. to fight against such evils as child marriage, the dowry system, cow slaughter, non-vegetarianism, casteism and religious fanaticism.

श्री सतगुरू राम सिंह जी ने अपने अनुयायियों को उपदेश दिया कि वे
1. एक ईश्वर में विश्वास रखें।
2. सादा और ईमानदारी का जीवन बिताएं।
3. सभी तरह की बुराइयों से मुक्त रहें।
4. ग़रीबों और जरूरतमंदों की मदद करें।
5. देश की स्वतन्त्रता के लिए काम करें।
6. भाइयों की भान्ति रहें।
7. बाल-विवाह, दहेज प्रथा, गाय-वध, मांसाहारी होने, फिरकापरस्ती और धार्मिक कट्टरता के विरुद्ध लड़ें।

Textual Vocabulary & Grammar

Question 1.
Match the words in box A with their opposites given in box B :
Answer:
1. fresh → stale
2. entrance → exit
3. loyal → disloyal
4. bravery cowardice
5. barbarous → civilized
6. punish → reward
7. benevolence → malevolence
8. virtue → vice
9. refined → crude
10. optimist → pessimist
11. mortal → immortal.

Rewrite the following sentences by using one word for the underlined part of the sentence :

1. Your television set cannot be repaired.
2. The speaker addressed the assembly of listeners.
3. Holika had a device that could not be seen.
4. ‘My Experiments with Truth’ by Mahatma Gandhi is his life-story written by himself.
5. Satan said that he had a will that could not be conquered.
6. These windowpanes are such that will not allow the passage of light.
7. Usha is quite fond of entertaining guests.
Answer:
1. Your television set is irreparable.
2. The speaker addressed the audience.
3. Holika had an invisible device.
4. “My Experiments with Truth’ by Mahatma Gandhi is his autobiography.
5. Satan said that he had an inconquerable will.
6. These windowpanes are opaque.
7. Usha is quite hospitable.

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Chapter 6 Three Great Indians

Fill in the blanks with suitable prepositions in the following sentences :

1. She was distressed at the break ……………… of her marriage.
2. The war broke …………….. at Kalpi.
3. The two countries broke …………….. their diplomatic relations.
4. We have been working since long; let us break ……………….. lunch.
5. The population growth has fallen ………………. five per cent.
6. Anju fell flat ……………….. her face …..
7. Romeo fell ………………. love with Juliet at first sight.
8. Write an essay on ‘The Rise and Fall …………….. the Mughal Empire’
9. Jhansi fell ……………….. the British.
10. He fell ……………… and wounded his leg.
Answer:
1. off 2. out 3. up 4. for 5. by 6. on 7. in 8. of 9. to 10. down.

Fill in the blanks with the articles a, an, the :

Rabindranath Tagore is the most famous man of letters. His literary production is vast and varied. He is a novelist as well as a playwright. He is an educationist as well as a freedom fighter. But above all, he is a poet. He is a great religious poet, one of the greatest that the world has ever produced. In 1913, he was awarded the Nobel Prize in Literature for his collection of poems entitled ‘Gitanjali.

Fill in the blanks with the appropriate comparaties or superlatives of the adjectives given in the brackets :

1. Prevention is ……………. than cure. (good) :
2. Pen is …………… than the sword. (mighty).
3. Honour is …………….. to all than life. (dear).
4. Wordsworth was the …………… nature poet. (great)
5. Bill Gates is the …………….. man of the world today. (rich)
6. It is …………….. to preach than to practise. (easy)
7. Gold is …………. than any other metal. (costly)
8. The condition of some of the roads is much …………….. than it was five years ago. (good)
Answer:
1. better
2. mightier
3. dearer
4. greatest
5. richest
6. easier
7. costlier
8. better.

Objective Type Questions

Answer the following in one word / phrase / sentence :

Question 1.
Who wrote the chapter, ‘Three Great Indians ?
Answer:
The author iş anonymous.

Question 2.
Give the names of the three great Indians who have been described in this chapter.
Answer:
They are :
(i) Sri Satguru Ram Singh Ji
(ii) Rani Laxmi Bai and
(iii) Sardar Udham Singh.

Question 3.
Who was Sri Satguru Ram Singh Ji ?
Answer:
A great patriot and a social reformer.

Question 4.
What did he ask his followers to do?
Answer:
He asked his followers to fight for the freedom of the country.

Question 5.
Who was Laxmi Bai ?
Answer:
The brave Rani of Jhansi.

Question 6.
What did Laxmi Bai sacrifice for the country?
Answer:
She died fighting against the British forces and thus sacrificed her life for the country.

Question 7.
Who was Udham Singh ?
Answer:
One of the greatest martyrs of Mother India.

Question 8.
Who had ordered firing on the people gathered in Jallianwala Bagh on the day of Baisakhi ?
Answer:
It was the British General O’Dwyer.

Question 9.
Why did Udham Singh go to England ?
Answer:
To kill the British General O’Dwyer, the villain of the Jallianwala Bagh Massacre.

Question 10.
When was Udham Singh hanged ?
Answer:
On 30 July 1940.

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Chapter 6 Three Great Indians

Complete the following:

1. …………… declared Ram Singh a ‘guru’, a religious guide, in his childhood.
2. Satguru Ram Singh Ji’s first sermon was delivered ……..
3. ……………… became the most popular leader of the First War of Freedom (1857).
4. The Rani of Jhansi adopted ……………….. under the ‘Policy of Lapse’.
5. Rani joined her forces with …………………. at Kalpi.
6. Udham Singh was born at ………………… in
Answer:
1. Guru Balak Singh Ji
2. on the Baisakhi day in 1857
3. The Rani of Jhansi.
4. a son
5. Tantya Tope
6. Sunam, Sangrur district.

Write True or False against each statement :

1. Rani Lakshmi Bai was born in Varanasi.
2. Udham Singh killed General O’Dwyer in America.
3. The British forces under the leadership of O’Dwyer besieged Jhansi.
4. Rani Lakshmi Bai’s heroic battle against the British has become the subject of many folk songs and ballads.
5. The Punjabi word ‘Kuka’ stands for a “roar.
6. It was Udham Singh who introduced the concept of ‘Be Indian, buy Indian’.
Answer:
1. True
2. False
3. False
4. True
5. True
6. False.

Choose the correct option for each of the following:

Question 1.
Sri Bhaini Sahib is situated in ……….
(a) Ropar
(b) Chandigarh
(c) Amritsar
(d) Ludhiana.
Answer:
(d) Ludhiana.

Question 2.
Against the British policy of ‘Divide and Rule’, …………………. gave the slogan ‘Unite and Fighť.
(a) Sardar Udham Singh
(b) Satguru Ram Singh Ji
(c) Rani Laxmi Bai
(d) none of these three.
Answer:
(b) Satguru Ram Singh Ji

Question 3.
Rani Lakshmi Bai’s childhood name was ……
(a) Manikarnika
(b) Manikumari
(c) Maniratnam
(d) Maniratnika.
Answer:
(a) Manikarnika

Question 4.
Udham Singh waited for …………… to average the national insult of Jallianwala Bagh massacre.
(a) 21 years
(b) 27 years
(c) 29 years
(d) 23 years.
Answer:
(a) 21 years

Pronunciation Practice

Note the silent letters in the words listed below. Say these words aloud.
PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Chapter 6 Three Great Indians 1

Creative Writing and Extended Reading

Read the stories of any two of the following great Indians and write 10-12 lines on each.

  • Bal Gangadhar Tilak
  • Netaji Subhash Chandra Bose
  • Lala Lajpat Rai
  • Manga! Pandey
  • Veer Savarkar

2. Would you like to become a great man ? How can you achieve that aim? Discuss the subject in your class with the help of your teacher.

Use Of Textual Words / Phrases

1. Witnessed – I witnessed the whole incident from a distance.
2. Valiant – The valiant fighter fought to the last breath.
3. Shot in prominence – A young actor, who has recently risen, shot in prominence.
4. Exhort – He exhorted his followers to speak the truth.
5. Foeticide – The government has banned female foeticide.
6. Send to the gallows – Many freedom-fighters were sent to the gallows by the British rulers.
7. To be cowed down -Our freedom-fighters were not cowed down by the cruelties of the British.
8. Warrior – India has given birth to many valiant warriors.
9. Impact – Her speech made a great impact on everyone.
10. Ballad – He wrote several ballads in his lifetime.
11. Indomitable – He showed an indomitable courage in the battle field.
12. Appreciate – They appreciated my views.
13. Martial art – He is an expert in martial arts.
14. Annex – Kalinga was formally annexed to Ashoka’s territory after his victory.
15. Regiment – The Gorkha regiment took control of the town.
16. Rebel – He finally rebelled against his cruel father.
17. Representative – He is the sole representative of the company.
18. Pursue – The robbers were hotly pursued by the police.
19. Inflicted – The hunter inflicted many injuries on the tiger.
20. Inseparably – He is inseparably joined with this institute.
21. Revenge – His opponent was thirsting for revenge.
22. Massacre – The bloody massacre of innocent people was condemned by one and all.
23. Suffocate – Many passengers were suffocated inside the burning train.
24. Villain – The police have caught the villains.
25. Sentenced – The thief was sentenced to six months imprisonment.
26. Revolutionary – The revolutionary leaders were arrested by the forces.
27. Associated – Tea is traditionally associated with Darjeeling.
28. Pledged – He pledged to seek a revenge on the enemy.
29. Avenge – He avenged his father’s murder.
30. Point-blank range – He fired at him from a point-blank range.
31. Solidarity – The international solidarity should not be undermined at any cost.

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Three Great Indians Summary in English

Three Great Indians Introduction:

This chapter gives brief sketches of three great Indians. They are :

  • Sri Satguru Ram Singh Ji,
  • Rani Laxmi Bai and
  • Udham Singh.

Sri Satguru Ram Singh Ji was a great patriot and a social reformer. He fought against many social evils. He asked his followers to fight for the freedom of the country. Laxmi Bai was the brave Rani of Jhansi. She opposed the British rule. She died fighting against the British forces. Udham Singh was one of the greatest martyrs of Mother India. He went to England and killed the villain of the Jallianwala Bagh massacre. He was arrested and sentenced to death. But his name will live for ever.

Three Great Indians Summary in English:

Mother India gave birth to many great men and women in the 19th and 20th centuries. They fought not only against the prevailing social evils but also against the British rule. They included such great souls as Bal Gangadhar Tilak, Tantya Tope, Rani Laxmi Bai, Dadabhai Naoroji, Khudi Ram Bose, Sri Aurobindo, Lala Lajpat Rai, Pandit Jawahar Lal Nehru, Mahatma Gandhi and Bhagat Singh.

Sri Satguru Ram Singh Ji of Punjab was also a great social reformer and supporter of complete independence. He was born on 3 February, 1816 in a village in Ludhiana district. He was a guru of the Namdhari Sikhs. He gave his first sermon on the day of Baisakhi in 1857. He asked his followers to lead a simple and honest life. He wanted them to help the poor and to be free from all evils. He also wanted them to work for the country’s freedom: He was strongly opposed to such social evils as child marriage, drinking, casteism, nonvegetarianism, cow-slaughter and religious fanaticism.

He was against the British policy of ‘Divide and Rule’. He gave his followers the slogan of ‘Unite and Fight’. He started a movement of non-cooperation against the British rulers. It was he who introduced the concept of ‘Be Indian, buy Indian’. The followers of Satguru Ram Singh Ji raised a loud voice against the British. That was why they came to be known as ‘Kukas? They vowed to follow the teachings of their guru. So they were named Namdharis.

The Namdharis became a great force. The British rulers could not tolerate this. They let loose a reign of terror against the Kukas. A large number of them were put to death. Sri Satguru Ram Singh Ji was arrested. He was sent to jail in an unknown foreign land. But his spirit continues to guide his followers even today.

Rani Laxmi Bai was another great Indian. She was the Rani of Jhansi. She fought bravely against the British rule. She became the most popular leader in the First War of Independence (1857). Even her enemies appreciated her courage and her love of freedom.

Laxmi Bai was born on 16th December 1834 in Varanasi. Her childhood name was Manikarnika or Manu. She was married to Raja Gangadhar Rao of Jhansi. In 1851, she gave birth to a son.

Unfortunately both her son and her husband died by 1853. She adopted a son to be the king’s heir. But the British refused to accept him as the king of Jhansi, and took over the control of Jhansi. On 4 June, 1857, the soldiers stationed in Jhansi revolted against the British control. The Rani took the command in her own hands. The British forces laid a siege on Jhansi. The Rani continued to command her forces from inside the fort. But, at last, she had to leave Jhansi. She joined the forces of Tantya Tope at Kalpi. The British forces surrounded her from all sides. The Rani tried to escape but she was badly wounded. She breathed her last on the battlefield, on 18 June, 1858.

Udham Singh was one of the greatest martyrs of Mother India. He was the man who took revenge on General O’Dwyer who was the villain of the Jallianwala Bagh massacre.

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Chapter 6 Three Great Indians

On the day of Baisakhi in 1919, a large number of people had gathered in Jallianwala Bagh. They were holding a peaceful meeting. The British General O’Dwyer ordered firing on them. Thousands of men, women and children were killed. Many jumped into a well in order to save themselves. They were suffocated to death.

Udham Singh waited for 21 years to avenge this national insult. He went to England in 1940. There he shot O’Dwyer dead in full view of large gathering. Udham Singh was arrested and sentenced to death. He was hanged to death on 30 July the same year.

Three Great Indians Summary in Hindi

Three Great Indians Introduction:

परिचय यह पाठ तीन महान् भारतीयों के संक्षिप्त चित्र प्रस्तुत करता है, वे हैं-

  • श्री सतगुरू राम सिंह जी;
  • रानी लक्ष्मी बाई तथा
  • उधम सिंह।

श्री सतगुरू राम सिंह जी एक महान समाज सुधारक और देशभक्त थे। वे अनेकों सामाजिक बुराइयों के विरुद्ध लड़े। उन्होंने अपने अनुयायियों से कहा कि वे देश की आजादी के लिए लड़ें। लक्ष्मी बाई झांसी की वीर रानी थी। उसने अंग्रेज़ी राज्य का विरोध किया। वह अंग्रेज़ी सेनाओं के विरुद्ध लड़ती हुई मारी गई। उधम सिंह भारत माता के सब से महान् शहीदों में से एक था। उसने इंग्लैण्ड जा कर जलियांवाले बाग़ के खलनायक को मौत के घाट उतार दिया। उसे बन्दी बना लिया गया और मृत्यु-दण्ड दे दिया गया। किन्तु उसका नाम अमर रहेगा।

Three Great Indians Summary in Hindi:

भारत माता ने उन्नीसवीं एवं बीसवीं शताब्दी में अनेक महान् पुरुषों और स्त्रियों को जन्म दिया। उन्होंने न केवल समाज में व्याप्त बुराइयों के विरुद्ध लड़ाई लड़ी बल्कि उन्होंने अंग्रेज़ी शासन के विरुद्ध भी संघर्ष किया। इन लोगों में बाल गंगाधर तिलक, तात्या टोपे, रानी लक्ष्मी बाई, दादाभाई नॉरोजी, खुदीराम बोस, श्री अरविन्द घोष, लाला लाजपत राय, पंडित जवाहर लाल नेहरू, महात्मा गांधी और भगत सिंह जैसे महान् लोग शामिल थे।

पंजाब के श्री सतगुरू राम सिंह जी भी एक महान समाज सुधारक और पूर्ण स्वतन्त्रता के समर्थक थे। उनका जन्म 3 फरवरी, सन् 1816 में लुधियाना जिले के एक गांव में हुआ। वह नामधारी सिखों के गुरू थे। उन्होंने अपना पहला प्रवचन सन् 1857 में बैसाखी वाले दिन दिया। उन्होंने अपने अनुयायियों से एक सादा और ईमानदार जीवन जीने के लिए कहा। वह चाहते थे कि उनके अनुयायी निर्धनों की सहायता करें और स्वयं को सब बुराइयों से मुक्त कर लें। वह चाहते थे कि उनके अनुयायी देश की स्वतन्त्रता के लिए भी संघर्ष करें। वह बाल विवाह, मदिरापान, जातिवाद, मांसाहार, गौ-हत्या और धार्मिक अन्धविश्वास जैसी सामाजिक बुराईयों के सख्त विरुद्ध थे।

वह अंग्रेजों की नीति-‘फूट डालो और राज करो’ के सख्त विरुद्ध थे। उन्होंने अपने अनुयायियों को ‘एक बनो और युद्ध करो’ का नारा दिया। उन्होंने अंग्रेज शासकों के विरुद्ध असहयोग आन्दोलन छेड़ दिया। यह श्री सतगुरू राम सिंह जी ही थे जिन्होंने ‘भारतीय बनो और भारत का माल खरीदो’ जैसे विचार का परिचय कराया। उनके अनुयायियों ने अंग्रेजों के विरुद्ध ऊंची आवाज़ उठाई। यही कारण था कि उन्हें ‘कूकों’ के नाम से जाना जाने लगा। उन्होंने अपने गुरू की शिक्षाओं का अनुसरण करने की शपथ ली। इसलिए उनका नाम नामधारी पड़ गया।

नामधारियों की एक बहुत विशाल सेना बन गई। अंग्रेज़ी शासक इसे बर्दाश्त नहीं कर पाए। उन्होंने कूकों के विरुद्ध एक आतंक पैदा करने वाला शासन शुरू कर दिया। उनमें से कई नामधारियों को मौत के घाट उतार दिया गया। श्री सतगुरू राम सिंह जी को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें किसी अज्ञात विदेशी जगह पर जेल भेज दिया गया। परन्तु उनकी आत्मा आज भी उनके अनुयायियों का मार्गदर्शन करती है।

रानी लक्ष्मी बाई एक अन्य महान् भारतीय थी। वह झांसी की रानी थी। उसने अंग्रेज़ी शासन के विरुद्ध बहुत वीरतापूर्वक लड़ाई लड़ी। वह स्वतन्त्रता के प्रथम युद्ध (1857) में सबसे अधिक लोकप्रिय नेता बनी। यहां तक कि उसके शत्रुओं ने भी उसके साहस और स्वतन्त्रता के लिए उसके प्रेम की प्रशंसा की। लक्ष्मी बाई का जन्म 16 दिसम्बर 1834 को वाराणसी में हुआ था। उसका बचपन का नाम मणिकर्णिका अथवा मनु था। उसका विवाह झांसी के राजा गंगाधर राव के साथ हुआ। सन् 1851 में उसने एक पुत्र को जन्म दिया। परन्तु दुर्भाग्यवश सन् 1853 तक उसके पुत्र तथा उसके पति दोनों की मृत्यु हो गई। उसने राजा के उत्तराधिकारी के रूप में एक पुत्र को गोद ले लिया।

PSEB 9th Class English Main Course Book Solutions Chapter 6 Three Great Indians

परन्तु अंग्रेजों ने उसे झांसी का राजा मानने से इन्कार कर दिया, तथा झांसी को अपने अधिकार में ले लिया। 4 जून सन् 1857 को झांसी में नियुक्त सैनिकों ने अंग्रेज़ी शासन के विरुद्ध विद्रोह कर दिया। रानी ने प्रशासन की बागडोर अपने हाथ में ले ली। अंग्रेजी सेनाओं ने झांसी पर कब्जा कर लिया। रानी ने किले के अन्दर से अपनी सेनाओं को निर्देश देना जारी रखा। परन्तु अन्त में उसे झांसी छोड़कर जाना पड़ा। कल्पी में वह तांत्या टोपे की सेना में शामिल हो गई। अंग्रेज़ी सेनाओं ने उसे चारों ओर से घेर लिया। रानी ने बच निकलने का यत्न किया। परन्तु वह बहुत बुरी तरह से घायल थी। 18 जून सन् 1858 में उसने युद्ध के मैदान में अपनी आखिरी सांस ली। उधम सिंह भारत माता के महान् शहीदों में से एक था। यही वह आदमी था जिसने उस जनरल ओ’ डायर से बदला लिया जो जलियांवाला बाग़ के नरसंहार का खलनायक था।

सन् 1919 में बैसाखी वाले दिन जलियांवाला बाग़ अमृतसर में बहुत बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए। वे एक शान्तिपूर्ण सम्मेलन का आयोजन कर रहे थे। अंग्रेजी जनरल ओ’ डायर ने उन पर गोली चलाने का आदेश दे दिया। हजारों स्त्री, पुरुष, बच्चे और बूढ़े मारे गए। कई लोग स्वयं को बचाने के लिए कुएं में कूद पड़े। परन्तु वहां भी दम घुटने से उनकी मौत हो गई।

उधम सिंह ने इस राष्ट्रीय अपमान का बदला लेने के लिए 21 वर्ष तक प्रतीक्षा की। सन् 1940 में वह इंग्लैंड गया। वहां उसने विशाल जनसमूह के सामने ओ’ डायर को गोली मार दी। उधम सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया और उसे मौत की सजा सुना दी गई। उसी वर्ष 30 जुलाई को उसे फांसी पर लटका दिया गया।

Three Great Indians Translation in Hindi

Sri Satguru Ram Singh Ji

(Page 125-126) The historic period of …. …….. the British rule

कठिन शब्दार्थ-1. witnessed—देखा; 2. campaign-युद्ध; 3. prevailing-फैली हुई; 4. bannerझंडा; 5. revolt-विद्रोह; 6. valiant-बहादुर; 7. eradication—उन्मूलन, जड़ से उखाड़ फेंकना; 8. shot into prominence-एकदम से प्रसिद्ध होना; 9. sermon-धर्मोपदेश; 10. exhorted—बल दिया, 11. flocked—झुण्ड बना कर आना, एकत्रित हो कर आना; 12. foeticide-भ्रूण हत्या; 13. fanaticismउन्माद, 14. slaughter-हत्या। .

Text

The historic period of, 19th and 20th centuries witnessed the rise of many a great man in India who not only started a campaign against the social evils prevailing in the country but also raised a banner of revolt against the British Empire. “Freedom is our birthright,” declared Bal Gangadhar Tilak. Valiant fighters from all over the country—Tantya Tope, Rani Laxmi Bai, Dadabhai Naoroji, Khudi Ram Bose, Sri Aurobindo, Lala Lajpat Rai, Pandit Jawahar Lai Nehru, Mahatma Gandhi, Bhagat Singh to name just a few came to join the national struggle for freedom and the eradication of social ills.

An important name amongst them was that of Satguru Ram Singh of Punjab who gave birth to the great Kuka Movement that stood for social reforms and complete independence. Born on February 3, 1816 in the village Raiyan in district Ludhiana, this child shot into prominence when Guru Balak Singh Ji declared him a ‘gum’, a religious guide. From

his headquarters at Shri Bhaini Sahib in Ludhiana, the guru started preaching his divine message. His first sermon was delivered on the Baisakhi day in 1857. In his teachings, he exhorted the people to believe in one God, lead a simple, honest life free from any kind of evil, to help the poor and the needy and to work for the freedom of the country. Thousands became his followers and flocked to his discourses every day.

He strongly opposed child marriage, female foeticide, (The proper word should have been ‘infanticide‘ here.) taking of alcoholic drinks and non-vegetarian foods, dowry system, religious fanaticism, cow slaughter and casteism. He encouraged people to live like brothers and fight for the freedom of their country from the British rule.

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अनुवाद

उन्नीसवीं और बीसवीं शताब्दी के ऐतिहासिक युग ने भारत में ऐसे कई महान व्यक्तियों का उदय देखा है जिन्होंने न केवल देश में व्याप्त सामाजिक बुराइयों के विरुद्ध युद्ध छेड़ा बल्कि अंग्रेजी साम्राज्य के विरुद्ध भी विद्रोह का झण्डा उठा लिया। “स्वतन्त्रता हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है,” बाल गंगाधर तिलक ने घोषणा कर दी। समूचे देश भर से बहादुर योद्धा – कुछ एक का नाम लिया जाए तो – तांत्या टोपे, रानी लक्ष्मी बाई, दादाभाई नॉरोजी, खुदीराम बोस, श्री अरविन्द, लाला लाजपत राय, पण्डित जवाहर लाल नेहरू, महात्मा गांधी, भगत सिंह स्वतन्त्रता के लिए राष्ट्रीय संघर्ष में शामिल होने तथा सामाजिक बुराइयों को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए आगे आए।

उनमें से एक महत्त्वपूर्ण नाम था पंजाब के सतगुरू राम सिंह जी का, जिन्होंने महान् कूका आन्दोलन को शुरू किया जिसने सामाजिक सुधारों और पूर्ण स्वतन्त्रता के लिए अनेक कार्य किए। 1816 3 फरवरी, 1816 को लुधियाना जिले के गांव राईयां में जन्मा यह बालक एकदम से प्रसिद्ध हो गया जब गुरू बालक सिंह जी ने इसे ‘गुरू’, (अर्थात्) एक धार्मिक मार्गदर्शक, घोषित कर दिया। लुधियाना में अपने मुख्य

स्थल श्री भैणी साहिब में गुरू जी ने अपने अलौकिक संदेश का प्रचार करना शुरू किया। उनका पहला धर्मोपदेश (व्याख्यान) सन् 1857 में बैसाखी वाले दिन दिया गया। अपने उपदेश में उन्होंने लोगों पर एक ही ईश्वर पर विश्वास करने, सभी प्रकार की बुराइयों से मुक्त एक सादा और ईमानदार जीवन व्यतीत करने, निर्धनों और जरूरतमंदों की सहायता करने और देश की आज़ादी के लिए काम करने पर बल दिया। हजारों लोग उनके अनुयायी बन गए और उनके उपदेश सुनने के लिए प्रतिदिन झुण्ड के झुण्ड उमड़ पड़ते।

उन्होंने बाल विवाह, कन्या भ्रूण हत्या, (यहां उचित शब्द ‘शिशु हत्या’ होना चाहिए था।) नशीले पेयपदार्थों और मांसाहारी भोजन का सेवन, दहेज प्रथा, धार्मिक उन्माद, गौ हत्या और जातिवाद का विरोध किया। उन्होंने लोगों को भाइयों की तरह रहने और अंग्रेजी शासन से अपने देश की स्वतन्त्रता के लिए लड़ने को प्रेरित किया।

(Page 126-127) Against the British …………. and high thinking.

कठिन शब्दार्थ-1. slogan-नारा; 2. called upon-आह्वान किया; 3. came down-दबा दिया; 4. reckoned – पहचान स्थापित होना; 5. inspired-प्रेरित; 6. patriotic-देशभक्ति से भरपूर; 7. let loose a reign of terror-आतंक का राज्य शुरू करना; 8. sent to the gallows-जेल भेज दिया गया; 9. allegiance-भक्ति ; 10. severed-काट कर अलग कर दिए; 11. liberty:-स्वतन्त्रता; 12. repressionदबाव; 13. enthusiasm —जोश, उत्साह; 14. flourish -फ्लना-फूलना; 15. stewardship—नेतृत्व।।

Text

The British rulers could not tolerate the rise of such an inspired patriotic force against them. They let loose a reign of terror against the Kukas. Nine Namdhari sikhs were sent to the gallows in 1871 while another 65 were blown up by cannon fire in an open field in 1872 at Malerkotla (Punjab). Amongst these martyrs was a twelve year old boy named Bishan Singh.

He was offered pardon on the condition that he should deny his allegiance to the Kuka cause. He angrily pounced upon the British officer (Mr. C6wen) and pulled out his beard. The enraged officer got both his hands severed and then beheaded him. The lovers of liberty refused to be cowed down by this repression but continued to fight with greater enthusiasm. Sri Satguru Ram Singh Ji was arrested and sent to jail in an unknown foreign land. His spirit continues to guide his followers even today.

The followers of Sri Satguru Ram Singh Ji continue to flourish today under the able stewardship of their holy gurus (presently Satguru Sri Jagjit Singh Ji Maharaj) and spread the message of universal brotherhood, national unity, secularism, simple living and high thinking.

अनुवाद

उन्होंने अग्रेज़ी नीति ‘फूट डालो और राज करो’ के विरुद्ध भारत के लोगों को ‘एक बनो, और संघर्ष करो’ का नारा दिया। उन्होंने अंग्रेज़ी शासकों के विरुद्ध एक असहयोग आन्दोलन चलाया और लोगों का आह्वान किया कि वे अग्रेजों का बॉयकाट कर दें। यह वो ही थे जिन्होंने देश में भारतीय बनो और भारतीय माल खरीदो’ के विचार का प्रचार किया। अंग्रेज़ी शासकों ने उनके गर्जते अनुयायियों को बुरी तरह से कुचल दिया। पंजाबी शब्द ‘कूका’ का अर्थ है एक ‘गर्जना’। श्री सतगुरू राम सिंह जी के अनुयायी जिन्होंने अंग्रेजों के विरुद्ध जोरदार आवाज़ उठाई, वे ‘कूका’ के नाम से प्रसिद्ध हो गए। इस आन्दोलन

के अनुयायियों को नामधारी नाम दिया गया। नामधारी सिखों की शीघ्र ही एक वीर सेना के रूप में पहचान स्थापित हो गई। अंग्रेज़ी शासक अपने विरुद्ध ऐसी एक प्रेरित देशभक्त सेना के उदय को सहन नहीं कर सके। उन्होंने ककों के विरुद्ध आंतक का राज्य शुरू कर दिया। सन् 1871 में 9 नामधारी सिखों को फांसी पर लटका दिया गया जबकि 65 अन्यों को सन् 1872 में मलेरकोटला (पंजाब) में एक खुले खेत में तोपों से उड़ा दिया गया। इन शहीदों में बिशन 1872 सिंह नामक एक बारह वर्षीय बालक भी था। उसे एक शर्त पर माफ़ी की पेशकश की गई कि वह कूका लहर के प्रति अपनी भक्ति से इन्कार करे। उसने क्रोधपूर्वकअंग्रेज़ी अफसर (मिस्टर कोवन) पर आक्रमण कर दिया और उसकी दाढ़ी खींच ली।

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गुस्से से उबलते अफसर ने उसके दोनों हाथों को कटवा दिया और फिर उसका सिर धड़ से अलग कर दिया। आजादी के प्रेमियों ने इस दबाव के आगे झुकने से मना कर दिया बल्कि उन्होंने और अधिक उत्साह के साथ संघर्ष करना जारी रखा। श्री | सतगुरू राम सिंह जी को गिरफ्तार कर लिया गया और उन्हें किसी अज्ञात विदेशी जगह पर जेल भेज दिया गया। उनकी आत्मा आज भी अपने अनुयायियों का मार्गदर्शन करती है। श्री सतगुरू रामसिंह जी के अनुयायी आज भी अपने सतगुरुओं (जो आज कल सतगुरू श्री जगजीत सिंह जी महाराज) के योग्य नेतृत्व में फल-फूल रहे हैं और सम्पूर्ण भाईचारे, राष्ट्रीय एकता, धर्मनिरपेक्षता, सादा जीवन और उच्च विचार का संदेश फैला रहे हैं।

Rani Laxmi Bai

(Page 127-128) No other woman ……….. on the battlefield.

कठिन शब्दार्थ-1. warrior-योद्धा; 2. impact-प्रभाव; 3. indomitable-अजेय, दृढ़; 4. adopted-गोद लिया; 5. recognize—प्रमाणित करना; 6. annexed-अपने में मिला लेना; 7. sepoy regiment-सैन्य दल; 8. representative-प्रतिनिधि; 9. besieged-घेर लिया; 10. inflicted defeat-हरा दिया; 11. retreat-जगह छोड़ कर कहीं और जाना।

Text

No other woman warrior in the history of India has made such a powerful impact on the minds of the Indian people as the Rani of Jhansi, Laxmi Bai. Her heroic battle against the British has become the subject of many folk songs and ballads all over the country. Her indomitable spirit as a fighter for the independence of her country was appreciated even by her enemies. Rani Laxmi Bai died fighting bravely for the sake of her country. The Rani of Jhansi became the most popular leader of the First War of Independence (1857).

Laxmi Bai was born on 16th November 1834, in Varanasi (U.P.). Her childhood name was Manikarnika or Manu. After the death of her mother she came to Bithur with her father. In Bithur, she learnt horse-riding and martial arts. When she was eight, she was married to Raja Gangadhar Rao of Jhansi and so she was called the ‘Rani of Jhansi’. In 1851, she gave birth to a son but by 1853, both her son and husband had died. The Rani of Jhansi adopted a son under the ‘Policy of Lapse’, but the British Government did not recognize the adopted son and annexed Jhansi in 1853. On 4th June 1857, the sepoy regiment stationed at Jhansi rebelled. The British control broke down in Jhansi, and the British representative himself asked the people to obey the Rani.

The British forces under the leadership of Sir Hugh Rose later besieged Jhansi. The Rani continued to command her forces from inside the fort but ultimately she was forced to leave Jhansi. She then managed to reach Kalpi where she merged her forces with those of the Nawab of Banda, Tantya Tope. The British forces pursued her at Kalpi also and inflicted defeat on Kalpi. The Rani was surrounded from all sides, and so, she now tried to organize a retreat. While doing so, she was fatally wounded on 18th June 1858. She breathed her last on the battlefield.

अनुवाद

भारत के इतिहास में किसी अन्य वीरांगना ने भारतीय लोगों के दिलों पर ऐसा शक्तिशाली प्रभाव नहीं छोड़ा है जितना कि झांसी की रानी लक्ष्मी बाई ने। अंग्रेजों के विरुद्ध उसका वीरतापूर्ण युद्ध देश भर में अनेकों लोकगीतों और लोक गाथाओं का विषय बन गया है। अपने देश की स्वतन्त्रता के लिए एक योद्धा के रूप में उसकी अजेय आत्मशक्ति की प्रशंसा यहां तक कि उसके शत्रुओं ने भी की। रानी लक्ष्मीबाई अपने देश की खातिर वीरतापूर्वक युद्ध करते हुए मृत्यु को प्राप्त हुई। स्वतन्त्रता के लिए हुए प्रथम युद्ध (1857) में झांसी की रानी सबसे अधिक लोकप्रिय नेता बनी।

लक्ष्मी बाई का जन्म 16 नवम्बर, सन् 1834 में 1834, वाराणसी (उत्तर प्रदेश) में हुआ। उसका बचपन का नाम था-मणिकर्णिका अथवा मनु। अपनी माता की मृत्यु के पश्चात् वह अपने पिता के साथ बिठुर आ गई। बिठुर में उसने घुड़सवारी और युद्ध कलाएं सीखीं। जब वह आठ वर्ष की थी तो उसका विवाह झांसी के राजा गंगाधर राव से कर दिया गया और इसीलिए उसे झांसी की रानी कहा जाता था। सन् 1851 में उसने एक पुत्र को जन्म दिया। परन्तु सन् 1853 तक उसके पति और पुत्र दोनों की मृत्यु हो चुकी थी।

झांसी की रानी ने ‘अवधि समाप्त होने की नीति’ के अन्तर्गत एक पुत्र को गोद लिया, परन्तु अंग्रेजी सरकार ने गोद लिए पुत्र को मान्यता नहीं दी और सन्1853 में झांसी को अपने साथ मिला लिया। 4 जून सन् 1857 को झांसी में स्थापित एक सैन्य दल ने विद्रोह कर दिया। झांसी में अंग्रेज़ों का नियन्त्रण टूट गया और अग्रेजों के प्रतिनिधि ने स्वयं लोगों से कहा कि वे रानी की आज्ञा का पालन करें। बाद में सर हग रोज़ के नेतृत्व में अंग्रेजी सेना ने झांसी को घेर लिया। रानी किले के भीतर से अपनी सेना का नेतृत्व करती रही परन्तु अन्त में उसे झांसी छोड़ने पर विवश कर दिया गया।

फिर वह किसी तरह कल्पी पहुंच गई और वहां उसने बन्द के नवाब, तात्या टोपे की सेनाओं के साथ अपनी सेनाएं मिला लीं। अंग्रेजी सेनाओं ने कल्पी तक उसका पीछा किया और कल्पी के मैदान में उसे हरा दिया। रानी चारों ओर से घिर चुकी थी और इसलिए उसने अब उस जगह से बच निकलने की कोशिश की। परन्तु ऐसा करते हुए 18 जून, 1858 को वह बुरी तरह घायल हो गई। उसने युद्ध क्षेत्र में अपनी आखिरी सांस ली।

Udham Singh

(Page 128-129) Udham Singh’s name …………….. of religion

कठिन शब्दार्थ-1. inseparably-अटूट रूप से; 2. revenge-बदला; 3. gathering-सम्मेलन, सभा; 4. massacre-नरसंहार; 5. suffocated-दम घुटना; 6. fiery-उग्र; 7. associated-जुड़ा होना; 8. outrage-अपमान, कलंक; 9. at a point blank range-अति निकट से; 10. solidarity–अखण्डता; 11. propagating-बढ़ावा देना, प्रचार करना; 12. divisive-विघटनकारी।।

Text

Udham Singhs name is linked inseparably with Jallianwala Bagh. Tiewas the man who took his revenge on General O’Dwyer, the British officer who had ordered firing on a peaceful gathering at Amritsar on the Baisakhi Day in the year 1919. Thousands of men, women, children and old men died in the massacre. Many tried to escape by jumping into a nearby well but were suffocated to death. Udham Singh waited for 21 years to avenge this national insult. He killed the villain of the show in England on 13 March 1940. Udham Singh was arrested and sentenced to death on 30 July the same year.

This fiery revolutionary was born on 18 December 1899 at Sunam in Sangrur district of the Punjab. He was already associated with the struggle for freedom. Before sailing for England, he had been sentenced to jail as many as five times during the freedom struggle for various anti-government activities.

For Udham Singh, the Jallianwala Bagh massacre was a national outrage and ought to have been avenged; so he pledged to take his revenge. In 1937, he reached England after travelling through Europe. In London, he shot General O’Dwyer at a point-blank range in full view of a large gathering. Udham Singh was all for the unity and solidarity of the country. His life bears a lesson for all those who are propagating divisive ideas in the name of religion.

अनुवाद

उधम सिंह का नाम जलियांवाला बाग से अट्रट रूप से जुड़ा हुआ है। यह वही व्यक्ति था जिसने जनरल ओ’ डायर से अपना बदल लिया था, वो अंग्रेज़ अफसर जिसने सन् 1919 में अमृतसर में बैसाखी वाले दिन हो रहे एक शान्तिपूर्वक सम्मेलन पर गोली चलाने का आदेश दिया था। इस ननसंहार में हजारों की संख्या में पुरुष स्त्रियां, बच्चे और बूढ़े मारे गए। कई लोगों ने निकट के एक कुएं में कूद कर जान बचाने की कोशिश की परन्तु वे दम घुटने से मर गए। उधम सिंह ने इस राष्ट्रीय अपमान का बदला लेने के लिए 21 वर्ष तक प्रतीक्षा की। उसने इस कहानी के खलनायक को 13 मार्च, 1940 में इंग्लैंड में मार गिराया। उधम सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया और उसी वर्ष 30 जुलाई को उसे फांसी पर लटका दिया गया।

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इस उग्र आन्दोलनकारी का जन्म 18 दिसम्बर, सन् 1899 में पंजाब के संगरूर जिले में सुनाम में हुआ। वह स्वतन्त्रता संघर्ष के साथ पहले से ही जुड़ा हुआ था। इंग्लैंड जाने से पहले, उसे स्वतन्त्रता संघर्ष के लिए विभिन्न सरकार-विरोधी गतिविधियों के कारण पांच बार तक जेल जाना पड़ा। उधम सिंह के अनुसार जलियांवाला बाग़ में हुआ नरसंहार राष्ट्रीय अपमान की बात थी और जिसका बदला अवश्य लिया जाना चाहिए था; इसलिए उसने अपना बदला लेने की दृढ़ प्रतिज्ञा की। सन् 1937 में वह यूरोप से होता हुआ इंग्लैंड जा पहुंचा। लंदन में, उसने एक विशाल जनसमूह के बिल्कुल सामने बहुत निकट से जनरल ओ’ डायर पर गोली चला दी। उधम सिंह पूर्ण रूप से देश की एकता और अखण्डता के पक्ष में था। उसका जीवन उन सब के लिए एक सबक है जो धर्म के नाम पर विघटनकारी विचारों को बढ़ावा दे रहे हैं।

PSEB 9th Class Science Solutions Chapter 14 Natural Resources

Punjab State Board PSEB 9th Class Science Book Solutions Chapter 14 Natural Resources Textbook ExerciseQuestions and Answers.

PSEB Solutions for Class 9 Science Chapter 14 Natural Resources

PSEB 9th Class Science Guide Natural Resources Textbook Questions and Answers

Question 1.
Why is atmosphere essential for life?
Answer:
Importance of atmosphere:

  1. Role of atmosphere in climate control. Atmosphere acts as a blanket and keeps the average temperature of earth steady during day and even during course of year.
  2. Movement of air causes winds.
  3. Rain and rainfall pattern are decided by wind pattern.
  4. Air provides oxygen for breathing.
  5. Atmosphere absorbs the harmful ultrovoilet rays thus protects the living organisms.

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Question 2.
Why is water essential for life?
Answer:
Water is a wonder liquid and is essential for life due to the following reasons:

  1. Life is not possible without water.
  2. Water makes up 60-70 per cent of body weight.
  3. All the reactions that take place in our body and within the cells occur between substances that are dissolved in water.
  4. Water is required for transport of materials in living organisms.
  5. The density of water is similar to that of protoplasm.
  6. Water is a universal solvent.

Question 3.
How are living organisms dependent on the soil? Are organisms that live in water totally independent of soil as a resource?
Answer:
Functions of Soil:

Soil plays an important role in plant growth by providing water, nutrients and anchorage i.e. fixation of plant in it.

  1. Soil also supports the growth of crops, grassland and forests which provide us food, fibre, wood and building material.
  2. Soil is an important resource and decides the diversity of life in an area. Plants living in water are also dependent on soil.

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Question 4.
You have seen weather reports on television and in newspapers. How do you think that we are able to predict the weather?
Answer:
Weather can be predicted on the basis of the study of the following:

  • Movement of air resulting in diverse phenomena caused by uneven heating of the atmosphere in different regions of the earth.
  • Rainfall pattern is decided by the prevailing wind pattern.

Question 5.
We know that many human activities lead to increasing levels of pollution of the air, water bodies and soil. Do you think that isolating these activities to specific and limited areas would help in reducing pollution?
Answer:
Pollution of air, water and soil is caused by human activities such as:

  1. Combustion of fossil fuels for energy used for industries, automobiles.
  2. Further use of insecticides and fertilizers cause pollution of soil and water.
  3. Release of chemicals from industries also cause pollution.
  4. If separate industrial zones are created, it will help in reducing pollution.
  5. Controlled release of pollutants from automobiles.

Question 6.
Write a note on how forests influence the quality of air, soil and water resources.
Answer:

  1. Roots of plants have important role in preventing soil erosion.
  2. Forests have moderating effects on climates.
  3. Forests prevent floods.
  4. Forests release O2 evolved during photosynthesis into atmosphere, thus renewing the oxygen.

Science Guide for Class 9 PSEB Natural Resources InText Questions and Answers

Question 1.
How is our atmosphere different from atmosphere on Venus and Mars?
Answer:
In planets such as Venus and Mars the major component of atmosphere is 95-97% of C02 and it does not support life. Atmosphere on planet Earth is a mixture of nitrogen (78.08%), oxygen (20.95%), C02 (0.03%) and water vapours that help life to exist here.

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Question 2.
How does atmosphere acts as a blanket?
Answer:
Atmosphere acts as a blanket because of following reasons:

  1. Air is a bad conductor of heat.
  2. The atmosphere keeps the average temperature of earth fairly steady during the day and even during the course of whole year.
  3. The atmosphere prevents the sudden increase or decrease in temperature.

Question 3.
What causes winds?
Answer:
All movements of air are caused by the uneven heating of the atmosphere in different regions of earth. Air above the land gets heated faster and being light starts rising. As the air rises, a region of low pressure is created. Due to this, air over the sea moves into this area of pressure.
PSEB 9th Class Science Solutions Chapter 14 Natural Resources 1
Factors which control the movement of wind:

  1. The rotation of earth and presence of mountain ranges are other factors which cause winds.
  2. Uneven heating of land in different parts of earth.
  3. Differences in heating and cooling of land and water.

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Question 4.
How are clouds formed?
Answer:
Clouds are formed by the condensation of water droplets in air. It occurs as large amount of water evaporates and goes into air. Air rises up, it expands and cools. The cooling causes the water vapours in the air to condense in the form of tiny droplets. These water droplets get bigger by more and more condensation of other droplets and form clouds.

Question 5.
List any three human activities that you think would lead to air pollution.
Answer:

  1. Combustion of fossil fuels. Excessive use and burning of fossil fuels like coal and petroleum by man in industries and automobiles produce different oxides of nitrogen and sulphur.
  2. These are not only dangerous to our respiratory system but also leads to acid rain.
  3. Deforestation i.e. cutting of trees leads to deterioration of atmosphere. The pollutants also come from industries.
  4. Forest fires, excessive mining and ore refining, excessive use of chloro-fluoro carbons and excessive industrialisation leads to air pollution.

Question 6.
Why do organisms need water?
Answer:
Importance of water:

  1. All cellular processes take place in water medium.
  2. All reactions that take place within our body and within the cells occur between substances that are dissolved in water.
  3. Substances are also transported from one part of the body to the other in a dissolved form.
  4. Organisms need to maintain the level of water within their bodies in order to survive.
  5. Water is a universal solvent and helps the organism in many ways.
  6. Water is required by organisms for many of their activities such as agriculture, production of hydropower, drinking, cooking etc.
  7. Terrestrial life forms require freshwater because their bodies cannot tolerate high amount of dissolved salts in saline water.
  8. The availability of water is the major resource which determines the diversity of life on land.
  9. Thus, water is essential for maintenance and very existence of life.

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Question 7.
What is the major source of fresh water in the city/town/village where you live?
Answer:
Freshwater is found in ice-caps and on snow-covered mountains. The underground water and the water in rivers, lakes and ponds is also fresh. This water is available for human use.

Question 8.
Do you know any activity which may be polluting the water sources?
Answer:

  1. Sewage from towns and cities and waste from factories released into water bodies.
  2. Discharging hot water from cooling towers into water bodies affects the living organisms.

Question 9.
How is soil formed?
Answer:
The weathering of rocks at or near the surface of earth over long period of time results in soil formation. They are broken down by various physical, chemical and biological processes. The end products of this breaking down are the fine particles of soil.

Soil: There are many other factors which play a vital role in the formation of soil. These factors are:

  1. The Sun: It causes heating of rocks which Causes cracking and ultimately breaking up into smaller pieces.
  2. Water: It breaks rocks both by freezing and fast flow.
  3. Wind: It causes erosion of rocks.
  4. Living Organisms: Lichens and mosses growing dn rock surface form cracks in them and result in their breakdown.

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Question 10.
What is soil erosion?
Answer:
Removal of useful components from the topsoil which affects the fertility of soil is called soil erosion.

Question 11.
What are the methods of preventing or reducing soil erosion?
Answer:
Prevention of Soil Erosion:

  1. It can be prevented by intensive cropping.
  2. It can be prevented by providing proper drainage canals around the fields.
  3. Soil erosion in hilly areas can be prevented by practising terrace farming.
  4. It can be prevented by planting trees and sowing grasses.
  5. It can be prevented by constructing strong embankments along the river banks.

Question 12.
What are the different states in which water is found during water cycle?
Answer:
Groundwater, surface water, water vapours, water droplets, clouds. Water is found in gaseous state, liquid state and solid state during water cycle.

PSEB 9th Class Science Solutions Chapter 14 Natural Resources

Question 13.
Name two biological important compounds that contain both oxygen and nitrogen.
Answer:
Proteins and Nucleic acids (DNA and RNA).

Question 14.
List any three human activities which would lead to an increase in CO, in air.
Answer:

  1. Combustion of fossil fuel to provide energy for various needs like heating, cooking transportation etc.
  2. Respiration.
  3. Deforestation.

Question 15.
What is greenhouse effect?
Answer:
Greenhouse effect. The increase in global temperature due to rise in CO-, is called greenhouse effect. It causes global warming.

PSEB 9th Class Science Solutions Chapter 14 Natural Resources

Question 16.
What are the two forms of oxygen found in the atmosphere?
Answer:

  1. Oxygen (02), about 21%.
  2. Ozone: In the upper region such as stratosphere oxygen is found in the form of ozone.

PSEB 9th Class Hindi Vyakaran वर्ण

Punjab State Board PSEB 9th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar varn वर्ण Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 9th Class Hindi Grammar वर्ण

(क) निम्नलिखित शब्दों का वर्ण-विच्छेद कीजिए:

अंकुर ……… + ……… + ……… + ……… + ……… ।
उत्तर:
अं + कु + उ + र् + अ

अनुभव : ……… + ……… + ……… + ……… ……… + ……… +
त्तर:
अ + न् + उ + भ् + अ + व् + अ

आराम: ……… + ……… + ……… + ……… + ……… ।
उत्तर:
आ + र् + आ + म् + अ

PSEB 9th Class Hindi Vyakaran वर्ण

इच्छा : ……… + ……… + ……… + ………।
उत्तर:
इ + च् + छ् + आ

ईश्वर : ……… + ……… + ……… + ……… + ………।
उत्तर:
ई + श् + व् + अ + र + अ

उपाधि : ……… + ……… + ……… + ……… +
उत्तर:
उ + प् + आ + ध + इ

ऊर्जा : ……… + ……… + ………. + ……… + ………
उत्तर:
ऊ + र + ज् + आ

ऋतु : ……… + ……… + ……… + ……… ।
उत्तर:
ऋ + इ + त् + उ

एकांत : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… ।
उत्तर:
ए + + आ + त् + अ

ऐतिहासिक : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ………
उत्तर:
ऐ + त् + इ + ह् + आ + स् + इ + क् + अ

ओजस्वी : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ………।
उत्तर:
ओ + ज् + अ + स् + व + ई

औपचारिक : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……….
उत्तर:
औ + प + अ + च + आ + र् + इ + क् + अ

क्रमानुसार : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ………
उत्तर:
क् + र् + म् + आ + न् + उ + स् + र् + अ

खिन्न : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… ।
उत्तर:
ख् + इ + न् + न् + अ

गर्दन : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……..
उत्तर:
ग् + अ + र् + द् + अ + न् + अ

घमासान : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ………
उत्तर:
घ + म् + आ + स् + आ + न् + अ

चतुर्भुज : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ………
उत्तर:
च् + अ + त् + उ + र् + भ + उ + ज् + अ

छियानवे : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ………
उत्तर:
छ् + इ + य् + आ + न् + अ + व + ए

जिह्वा : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… ।
उत्तर:
ज् + इ + ह् + व् + आ

ज्ञानवर्धक : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + …………. + …….. ….. + ……… + ………।
उत्तर:
ज + अ + आ + न् + अ + व + अ + द् + र् + ध् + अ + क् + अ

झंझट : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ………।
उत्तर:
झ + अं + झ् + अ + ट् + अ

ट्रैफिक : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ………….
उत्तर:
ट् + र् + ऐ + फ् + इ + क् + अ

ठंडक : ……… + ……… + ……… + …………. + ………।
उत्तर:
ठं + अं + ड् + अ + क् + अ

ड्राइवर : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… ।
उत्तर:
ड् + र् + आ + इ + व् + अ + र् + अ

PSEB 9th Class Hindi Vyakaran वर्ण

ढूंढ़ना : ……… + ……… + ……… + ……… + ………….. + ………।
उत्तर:
द + ऊ + अं+ ढ् + अ + न् + आ

त्याग : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… ।
उत्तर:
त् + य् + आ + ग् + अ

थिरकना : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ………।
उत्तर:
थ् + इ + र् + अ + क् + अ + न् + आ

दुग्ध : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… ।
उत्तर:
द् + उ + ग् + ध् + अ

धोखेबाज़ : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ………।
उत्तर:
ध् + ओ + ख् + ए + ब + आ + ज + अ

न्यून : ……… +………. + ……… + ……… + ………
उत्तर:
न् + य + ऊ + न् + अ

पर्वत : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ………।
उत्तर:
प् + अ + र् + व् + अ + त् + अ

फरीटकोट : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + …………. ।
उत्तर:
फ्+ अ + र् + ई + द् + अ + क् + ओ + ट् + अ

बर्मा : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… ।
उत्तर:
ब् + अ + र् + म् + आ

भ्रष्टाचार : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + …….।
उत्तर:
भ् + र् + अ + ष् + ट् + आ + च् + आ + र् + अ

मनोव्यथा : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + …….
उत्तर:
म् + अ + न् + ओ + व् + य् + अ + थ् + आ

योद्धा : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… ।
उत्तर:
य् + ओ + द् + ध् + आ

रहस्य : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… ।
उत्तर:’
र + अ + ह् + अ + स् + य + अ

लिखवाना : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ………।
उत्तर:
ल् + इ + ख + अ + व् + आ + न + आ

विज्ञान : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ………।
उत्तर:
व् + इ + ज् + ब + आ + न् + अ

व्यवहार : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ………।
उत्तर:
व् + य + अ + व् + अ + ह् + आ + र् + अ

श्रृंगार : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ………।
उत्तर:
श् + क्रं + ग् + आ + र् + अ

श्रीमती : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ……… + ………।।
उत्तर:
श् + र् + ई + म् + अ + त् + ई

PSEB 9th Class Hindi Vyakaran वर्ण

सूक्ष्म : ……… + ……… + ……… + ……… + ………
उत्तर:
स् + ऊ + क् + क्ष् + म् + अ

हृदय : ……… + ……… + ……… + ……… + ……… ………।
उत्तर:
ह् + ऋ + द् + अ + य् + अ

(ख) निम्नलिखित वर्णों को जोड़कर शब्द बनाइए:

1. उ + प् + आ + य् + अ =
उत्तर:
उपाय

2. ऊ + ष् + म् + आ =
उत्तर:
ऊष्मा

3. औ + ष + अ + ध् + इ =
उत्तर:
औषधि

4. + अं+ च् + अ + न् + अ =
उत्तर:
कंचन

5. ग् + य् + आ + र् + अ + ह् + अ =
उत्तर:
ग्यारह

6. न् + इ + श् + च् + इ + त् + अ =
उत्तर:
निश्चित

7. प् + र् + अ + द् + अ + र् + श् + अ + न् + अ =
उत्तर:
परादर्शन

8. प् + र् + अ + स् + अ + न् + न् + अ + त् + आ =
उत्तर:
प्रसन्नता

9. स् + व् + अ + र् + ग् + ई + य् + अ =
उत्तर:
स्वर्गीय

10. स् + अ + र् + व् + ओ + च् + च् + अ =
उत्तर:
सर्वोच्च

11. प् + अ + र् + इ + श् + र् + अ + म् + अ =
उत्तर:
परिश्रम

12. प् + अ + त् + र् + इ + + आ =
उत्तर:
पत्रिका

13. व् + अ + र + त् + अ + म् + आ + न् + अ =
उत्तर:
वर्तमान

14. ग् + अ + र् + इ + म् + आ =
उत्तर:
गरिमा

15. च् + इ + + इ + त् + स् + आ + ल् + य् + अ =
उत्तर:
चिकित्सालय

16. ल् + अ + + उ + र् + आ + इ + न् + अ =
उत्तर:
ठकुराइन

17. त् + ई + व् + र् + अ =
उत्तर:
तीव्र

18. थ् + आ + न् + ए + द् + अ + र् + अ =
उत्तर:
थानेदार

19. द् + उ + र् + भ् + आ + ग् + य् + अ =
उत्तर:
दुर्भाग्य

PSEB 9th Class Hindi Vyakaran वर्ण

20. आ + श् + च् + अ + र् + य् + अ =
उत्तर:
आश्चर्य

परीक्षोपयोगी वर्णविच्छेद संबंधी अन्य उदाहरण

अशोक = अ + श् + ओ + क् + अ
प्रेम = प् + र् + ए + म् + अ
कर्म = क् + अ + र् + म् + अ
विद्यालय = व् + इ + द् + य् + आ + ल + अ + य् + अ
विद्या = व् + इ + द् + य् + आ
कृष्ण = कृ + ऋ + ष् + ण् + अ
विश्वास = व् + इ + श् + व् + आ + स् + अ
उत्तीर्ण = उ + त् + त् + ई + र् + ण् + अ
दिल्ली = द् + इ + ल् + ल् + ई
केंद्र = क् + ए + न् + द् + र् + अ
चंडीगढ़ = च + अ + ण् + इ + ई + ग्र + अ + ढ़ + अ
यज्ञ = य् + अ + ज् + ञ् + अ
क्षमा = क् + ष् + अ + म् + आ
त्राता = त् + र् + आ + त् + आ
पिता = प् + इ + त् + आ
माता = म + आ + त् + आ
आश्रय = आ + श् + र् + अ + य् + अ
ट्रक = ट् + र् + अ + क् + अ
यात्रा = य् + आ + त् + र् + आ
श्रीमान = श् + र् + ई + म् + आ + न् + अ
कर्म = क् + अ + र् + म् + अ
ग्वाला = ग् + व् + आ + ल् + आ
सत्य = स् + अ + त् + य् + अ
मच्छर = म् + अ + च् + छ् + अ + र् + अ
प्याऊ = प् + य् + आ + ऊ.
मक्खी = म् + अ + क् + ख + ई
मक्खन = म् + अ + क् + ख् + अ + न् + अ
दैत्याकार = द् + ऐ + त् + य् + आ + क् + आ + र् + अ
अच्छाई = अ + च् + छ + आ + ई
मोटर = म् + ओ + ट् + अ + र् + अ
कठिन = क् + अ + ल् + इ + न् + अ
स्कूल = स् + क् + ऊ + ल् + अ
गृहकार्य = गृ + ऋ + ह् + अ + क् + आ + र् + य् + अ
खिचड़ी = ख् + इ + च् + अ + ई
मानस = म् + आ + न् + अ + स् + अ
पूनम = प् + ऊ + न + अ + म् + अ
रजत = र + अ + ज् + अ + त् + अ
प्रतिकूल = प् + र् + अ + त् + इ + क् + ऊ + ल् + अ
सूर्योदय = स् + ऊ + र् + य् + ओ + द् + अ + य् + अ
तृप्ति = त् + ऋ+ प + त् + इ
तिमिर = त् + इ + म् + इ + र् + अ
खिलाफ़त = ख् + इ + ल् + आ + फ् + अ + त् + अ
जलाशय = ज् + अ + ल् + आ + श् + अ + य् + अ
काव्यात्मक = क् + आ + व् + य् + आ + त् + म् + अ + क् + अ
स्वाभाविकता = स् + व + आ + भ् + आ + व् + इ + क् + अ + त् + आ
नेतृत्व = न् + ए + त् + ऋ + त् + व् + अ
महिषकुल = म् + अ + ह + इ + ष् + अ + क् + उ + ल् + अ
संस्करण = स् + अं+ स् + क् + अ + र् + आ + ण् + अ
प्रयोगशाला = प् + र् + अ + य् + ओ + ग् + अ + श् + आ + ल् + आ
वाद्ययंत्र = व् + आ + द् + य् + अ + य् + अं + त् + र् + अ
आविष्कार = आ + व् + इ + ष् + क् + आ + र् + अ
उद्वेलिंत = उ + द् + व् + ए + ल + इ + त् + अ
दुर्दात = द् + उ + र् + द् + आ + त् + अ
कलाभिज्ञ = क् + अ + ल + आ + भ् + इ + ज् + ञ् + अ
आह्लादित = आ + ह् + ल् + आ + द् + इ + त् + अ
चिह्न = च + इ + इ + न् + अ
आह्वान. = आ + ह् + व् + आ + न् + अ
चाँदनी = च् + आँ + द् + अ + न + ई
विडंवना व + इ + ड् + अं + ब् + अ + न् + आ
श्रेणियों = श् + र् + ए + ण् + इ + य् + ओं
विचित्र = व् + इ + च + इ + त् + र् + अ
विज्ञापित = व + इ + ज + अ + आ + प + इ + त् + अ
यथार्थवादी = . य + अ + थ् + आ + र् + थ् + अ + व् + आ + द् + ई
प्रधानाध्यापक = प् + र् + अ + ध् + आ + न + आ + ध् + य् + आ + प् + अ + क् + अ
न्योछावर = न् + य् + ओ + छ् + आ + व् + अ + र् + अ
पर्यावरण = प् + अ + र् + य् + आ + व् + अ + र् + अ + ण् + अ
प्रकृति = प् + र् + अ + क् + ऋ + त् + इ
द्रवित = द् + र् + अ + व् + इ + त् + अ
मोमबत्ती = म् + ओ + म् + अ + ब् + अ + त् + ई

एक वाक्य में उत्तर दीजिए

प्रश्न 1.
वर्ण किसे कहते हैं?
उत्तर:
भाषा में प्रयुक्त होने वाली सबसे छोटी ध्वनि को वर्ण कहते हैं।

PSEB 9th Class Hindi Vyakaran वर्ण

प्रश्न 2.
उच्चारण की दृष्टि से वर्ण के कितने भेद होते हैं?
उत्तर:
उच्चारण की दृष्टि से वर्ण के तीन भेद होते हैं-स्वर, अयोगवाह और व्यंजन।

प्रश्न 3.
स्वर के भेद कौन-कौन से होते हैं?
उत्तर:
हस्व, दीर्घ और प्लुत।

प्रश्न 4.
ओ३म्, राम और श्या३म् में स्वर का कौन-सा भेद है?
उत्तर:
प्लुत स्वर।

प्रश्न 5.
व्यंजन किसे कहते हैं?
उत्तर:
जिन वर्णों का उच्चारण करते समय हमारे मुँह से हवा थोड़ा रुक कर बाहर निकलती है उसे व्यंजन कहते हैं।

प्रश्न 6.
व्यंजनों के कितने भेद होते हैं?
उत्तर:
व्यंजनों के तीन भेद होते हैं-स्पर्श, अन्त:स्थ, ऊष्म।

प्रश्न 7.
अयोगवाह कितने और कौन-से होते हैं?
उत्तर:
अयोगवाह संख्या में दो होते हैं-‘अं’, ‘अः’।

प्रश्न 8.
संयुक्त व्यंजन किसे कहते हैं?
उत्तर:
जब स्वर रहित व्यंजन किसी स्वर रहित व्यंजन से मिलाकर लिखा जाता है तो उसे संयुक्त व्यंजन कहते हैं।

प्रश्न 9.
संयुक्त व्यंजनों के चार उदाहरण लिखिए।
उत्तर:
श्रीमती, विज्ञापन, विक्षिप्त, नेत्र।

प्रश्न 10.
मात्रा किसे कहते हैं?
उत्तर:
जब स्वर किसी व्यंजन से मिलते हैं तो उनके बदले हुए रूप को ‘मात्रा’ कहते हैं।

प्रश्न 11.
संयुक्त व्यंजन किसे कहते हैं?
उत्तर:
जो व्यंजन दो वर्गों के संयोग से बनते हैं उन्हें संयुक्त व्यंजन कहते हैं। ये स्वतंत्र नहीं होते।

प्रश्न 12.
संयुक्त व्यंजनों के चार उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
विज्ञापन, पवित्र, श्रीमान, अत्रिय।

प्रश्न 13.
द्वित्व वर्ण किसे कहते हैं ?
उत्तर:
जब किसी एक शब्द में कोई व्यंजन दो बार आ जाता है तो उसे द्वित्व वर्ण कहते हैं; उदाहरण-हड्डी, डिब्बा, धक्का

प्रश्न 14.
अयोगवाह किसे कहते हैं?
उत्तर:
हिंदी वर्णमाला में जो न स्वर होते हैं और न ही व्यंजन उन्हें अयोगवाह कहते हैं।

एक शब्द में उत्तर दीजिए

प्रश्न 1.
हिंदी में किस स्वर का प्रयोग लगभग नहीं होता?
उत्तर:
प्लुत स्वर।

प्रश्न 2.
दीर्घ स्वर के दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
आ, ई।

PSEB 9th Class Hindi Vyakaran वर्ण

प्रश्न 3.
वर्णमाला में न स्वर न व्यंजन क्या कहलाते हैं?
उत्तर:
अयोगवाह।

प्रश्न 4.
अनुनासिक का उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
आँख।

प्रश्न 5.
विसर्ग के प्रयोग से बना एक शब्द लिखिए।
उत्तर:
प्रातः।

प्रश्न 6.
त् + ई + व् + र् + अ से बनने वाला शब्द लिखिए।
उत्तर:
तीव्र।

प्रश्न 7.
उच्चारण में ह्रस्व स्वर से तिगुना समय किस स्वर में लगता है?
उत्तर:
प्लतु स्वर में।

हाँ/नहीं में उत्तर दीजिए

प्रश्न 1.
भाषा में सब से छोटी ध्वनि को वर्ण कहते हैं।
उत्तर:
हाँ।

प्रश्न 2.
उच्चारण की दृष्टि से वर्णों के तीन भेद होते हैं।
उत्तर:
हाँ।

प्रश्न 3.
ह्रस्व स्वरों की संख्या चार होती है?
उत्तर:
हाँ।

प्रश्न 4.
हिन्दी में अब दीर्घ स्वर का प्रयोग नहीं किया जाता?
उत्तर:
नहीं।

प्रश्न 5.
स्पर्श व्यंजन संख्या में 25 होते हैं।
उत्तर:
हाँ।

प्रश्न 6.
अयोगवाह ध्वनि का वहन करते हैं।
उत्तर:
हाँ।

प्रश्न 7.
विसर्ग का प्रयोग प्रायः संस्कृत शब्दों में किया जाता है।
उत्तर:
हाँ।

प्रश्न 8.
हिंदी में प्रयुक्त अंग्रेजी, उर्दू, अरबी, फ़ारसी आदि के शब्दों को आगत शब्द कहते हैं।
उत्तर:
हाँ।

प्रश्न 9.
द्वित्व वर्ण में एक शब्द में कोई व्यंजन दो बार आते हैं।
उत्तर:
हाँ।

रिक्त स्थानों की पूर्ति करें

प्रश्न 1.
वर्णभेद का उच्चारण ……….. के आधार पर किया जाता है।
उत्तर:
अव्ययों की भिन्नता।

प्रश्न 2.
स्वरों के ……….. भेद होते हैं।
उत्तर:
तीन।

प्रश्न 3.
व्यंजनों के ………. भेद होते हैं।
उत्तर:
तीन।

प्रश्न 4.
विसर्ग का प्रयोग प्रायः ……… भाषा में किया जाता है।
उत्तर:
संस्कृत।

प्रश्न 1.
वर्ण किसे कहते हैं?
उत्तर:
भाषा में प्रयुक्त होने वाली सबसे छोटी ध्वनि को वर्ण कहते हैं। उदाहरण-अ, इ, उ, ज्, र, म्, आदि।

प्रश्न 2.
वर्णमाला से आपका क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
वर्णमाला शब्द का सामान्य अर्थ है-वर्णों की माला या वर्गों का समूह। किसी भी भाषा के वर्गों के व्यवस्थित समूह को वर्णमाला कहते हैं।

PSEB 9th Class Hindi Vyakaran वर्ण

प्रश्न 3.
उच्चारण की दृष्टि से वर्गों के कितने भेद होते हैं?
उत्तर:
उच्चारण की दृष्टि से वर्गों के तीन भेद होते हैंस्वर, अयोगवाह और व्यंजन।

प्रश्न 4.
हिंदी की वर्णमाला लिखिए।
उत्तर:
PSEB 9th Class Hindi Vyakaran वर्ण 1

प्रश्न 5.
वर्ण-भेद किस आधार पर किया जाता है? स्पष्ट करें।
उत्तर:
भाषा की ध्वनियों का उच्चारण अव्ययों की भिन्नता के आधार पर किया जाता है। इसी आधार पर भाषा के वर्गों का विभाजन दो भागों में किया जाता है-स्वर और व्यंजन।

प्रश्न 6.
स्वर किसे कहते हैं? ये कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर:
जिन वर्णों के उच्चारण करते समय हमारे मुँह से हवा किसी भी प्रकार की रुकावट के बिना बाहर निकलती है, उन्हें स्वर कहते हैं।
स्वर तीन प्रकार के होते हैं-ह्रस्व, दीर्घ और प्लुत।

प्रश्न 7.
स्वरों के तीन भेदों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
उच्चारण में लगे हुए समय के आधार पर स्वरों का वर्गीकरण किया जाता है; जैसे-
(I) ह्रस्व स्वर-जिन स्वरों के उच्चारण में कम समय लगता है, उन्हें ह्रस्व स्वर कहते हैं। ये संख्या में चार होते हैं-अ, इ, उ, ऋ।

(II) दीर्घ स्वर-जिन स्वरों के उच्चारण में दुगुना समय लगता है, उन्हें दीर्घ स्वर कहते हैं। ये संख्या में सात होते है-
आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ।

(III) प्लुत स्वर-जब किसी स्वर के उच्चारण में ह्रस्व स्वर से तिगुना समय लगता है, उन्हें प्लत स्वर कहते हैं। इनका प्रयोग दूर से पुकारने या आवाज़ को लंबा खींचने की आवश्यकता पड़ने पर किया जाता है। संस्कृत में इसे लिखने के लिए स्वर विशेष के आगे ‘३’ (तीन) का अंक लिख दिया जाता है; जैसे- ओ३म्, गोपाइल, रा३म्, श्या३म् आदि। हिंदी में प्लुत स्वर का प्रयोग अब प्राय: नहीं किया जाता।

प्रश्न 8.
व्यंजन किसे कहते हैं?
उत्तर:
जिन वर्णों का उच्चारण करते समय हमारे मुँह से हवा थोड़ा रुक कर बाहर निकलती है, उन्हें व्यंजन कहते हैं। व्यंजन सदा स्वरों की सहायता से बोले जाते हैं, जैसे-
क् + अ = क, ल् + अ = ल, ट् + अ = ट आदि।

प्रश्न 9.
व्यंजनों के कितने भेद होते हैं? उनका वर्णन कीजिए।
उत्तर:
व्यंजनों के तीन भेद हैं। स्पर्श, अन्तःस्थ, ऊष्म।
(I) स्पर्श-जिन वर्णों का उच्चारण करते समय वायु कंठ, तालू, जिह्वा आदि उच्चारण स्थानों का स्पर्श करती है, उन्हें स्पर्श व्यंजन कहते हैं। ये संख्या में 25 होते हैं; जैसे-
PSEB 9th Class Hindi Vyakaran वर्ण 2

(II) अन्तःस्थ-जिन व्यंजनों का उच्चारण करते समय जिह्वा पूरी तरह मुख के किसी भी भाग का स्पर्श नहीं करती उन्हें अन्तःस्थ व्यंजन कहते हैं। इनका उच्चारण स्वर और व्यंजन के बीच का-सा होता है। ये संख्या में चार होते हैं-य, र, ल, व्।

(III) ऊष्म-जिन वर्णों के उच्चारण के समय मुख से ऊष्मा अर्थात् गर्म हवा बाहर निकले और हल्की सीटी जैसी ध्वनि उत्पन्न हो, उन्हें ऊष्म व्यंजन कहते हैं, इनके उच्चारण में श्वास की प्रबलता रहती है। ये संख्या में चार होते हैंश्, ष, स्, ह। .

प्रश्न 10.
अयोगवाह किसे कहते हैं?
उत्तर:
हिंदी वर्ण माला में अयोगवाह न स्वर होते हैं और न ही व्यंजन। इनकी संख्या दो है- ‘अं’, ‘अः’। ‘अं’ को अनुस्वार और ‘अ’: को विसर्ग कहते हैं। इन्हें स्वतंत्र गति न होने के कारण स्वर नहीं कहा जा सकता। इनका प्रयोग स्वरों के साथ होने के कारण इन्हें व्यंजन भी नहीं कहा जा सकता। ये ध्वनि का वहन करते हैं; इसलिए इन्हें ‘अयोगवाह’ कहते हैं।

प्रश्न 11.
अनुस्वार किसे कहते हैं?
उत्तर- अनुस्वार (.) एक नासिक्य ध्वनि है। जब इसका उच्चारण किया जाता है। तब हवा केवल नाक से निकलती है। यह अपने से पहले आने वाले वर्ण के ऊपर बिंदु (.) रूप में लगता है; जैसे-
अंकित, अंत, रंक, पंक, डंक, गंद, कंस, आदि।

अनुस्वार का प्रयोग सभी वर्गों के पाँचवें नासिक्य व्यंजन (ङ्, ञ्, ण, न, म्) के स्थान पर किया जाता है; जैसे-

शब्द उच्चरित रूप वर्ग विशेष से पूर्व
(I) कंघी, गंगा कङ्घी, गङ्गा कवर्ग से पहले ‘ङ’ रूप में
(II) चंचल, आंचल चञ्चल, आञ्चल चवर्ग से पहले ‘ज्’ रूप में
(III) डंडा, ठंडी डण्डा, ठण्डी टवर्ग से पहले ‘ण’ रूप में
(IV) निंदा, संध्या निन्दा, सन्ध्या तवर्ग से पहले ‘न्’ रूप में
(V) असंभव, अंबर असम्भव, अम्बर पवर्ग से पहले ‘म्’ रूप में

PSEB 9th Class Hindi Vyakaran वर्ण

प्रश्न 12.
अनुस्वार से संबंधित विशेष नियमों को लिखिए।
उत्तर:
(1) हिंदी में सरलता, सुविधा और एकरूपता के लिए अनुस्वार को वर्ण के ऊपर बिंदु (.) रूप में प्रयुक्त किया जाने लगा है। संस्कृत में अभी भी इसका प्रयोग बिंदु और परंपरागत रूप में किया जाता है।

(II) यदि ‘म्’ के पश्चात् व्यंजनों के अतिरिक्त अंत:स्थ (य, र, ल, व) या ऊष्म व्यंजन (श, ष, स, ह) में से कोई भी व्यंजन प्रयुक्त करना हो तो ‘म्’ अनुस्वार रूप में ही लिखते हैं; जैसे-संचार, संहार, संलग्न, संरचना, संयम, संयत, संशय, संसार आदि।

(III) ऊष्म व्यंजन श, ष, स् से पहले अनुस्वार अपने मूल रूप में प्रयुक्त होता है; जैसे–संसद्, संशय, कंस, वंश।

(IV) हिंदी में शब्द के अंत में ‘म्’ अनुस्वार में बदल जाता है; जैसे-अहं, स्वयं आदि।

(V) जहाँ नासिक्य व्यंजन संयुक्त रूप में होते हैं, वहाँ अनुस्वार का प्रयोग नहीं होता; जैसे-जन्म, वाङ्मय, मन्मथ, षण्मास आदि।

(VI) न, म्, आदि पंचम वर्ण जब संयुक्त रूप में प्रयुक्त होते हैं। तब अनुस्वार का प्रयोग नहीं किया जाता, जैसे गन्ना, पन्ना, धम्म, धन्ना, सम्मान, खुन्नस आदि।

(VII) यदि पंचम स्वर य, व, ह से पहले आता हो तो वहाँ अनुस्वार का प्रयोग नहीं होता; जैसे- पुण्य, गण्य, लावण्य आदि।

प्रश्न 13.
अनुनासिक किसे कहते हैं?
उत्तर:
जब किसी शब्द के उच्चारण में हवा, नाक और मुँह दोनों से ही निकलती है तो उसे अनुनासिक कहते हैं। यह अपने से पहले आने वाले वर्ण के ऊपर-चंद्रबिंदु () के रूप में लगाया जाता है; जैसे-काँख, आँख, गाँव, चाँद, मुँह आदि।

प्रश्न 14.
अनुनासिक को किस अवस्था में अनुस्वार के रूप में लिखा जा सकता है ? उदाहरण सहित लिखिए।
उत्तर:
जब किसी शब्द में स्वरों या मात्राओं का कोई भी अंश शिरोरेखा के ऊपर चला जाता है तो अनुनासिकता (*) के स्थान पर अनुस्वार (‘) का प्रयोग किया जाता हैं; जैसे- मैं, चौंक, गेंद, छींक आदि । इनमें ‘ऐ’, ‘औ’, ‘ए’ ‘इ’ की मात्राएँ शिरारेखा के ऊपर प्रयुक्त की गई है।

प्रश्न 15.
अनुस्वार और अनुनासिक में अंतर लिखिए।
उत्तर:

अनुस्वार अनुनासिक
1. यह एक व्यंजन है। 1. यह एक स्वर है।
2. इसका चिह्न बिंदु (.) है। 2. इसका चिह्न चंद्रबिंदु (*) है।
3. इसमें ‘न्’ ध्वनि ज़ोर देकर बोला जाता है। 3. इसमें ‘न्’ ध्वनि ज़ोर देकर नहीं बोला जाता।
4. इससे वर्ण दीर्घ हो जाता है। 4. इसमें वर्ण दीर्घ नहीं होता।

प्रश्न 16.
विसर्ग किसे कहते हैं? इसका प्रयोग कहाँ किया जाता है?
उत्तर:
विसर्ग (:) एक ध्वनि चिह्न है जिसका उच्चारण ‘इ’ व्यंजन के समान किया जाता है। इसका प्रयोग संस्कृत या हिंदी में प्रयुक्त किए जाने वाले संस्कृत शब्दों में किया जाता है। जैसे- स्वतः, प्रातः, दुःख, अतः, पुनः आदि।

प्रश्न 17.
हल और हलंत किसे कहते हैं? उदाहरण सहित लिखिए।
उत्तर:
स्वर के प्रयोग के बिना किसी व्यंजन के प्रयोग के लिए उसके नीचे लगी तिरछी-सी रेखा को हल कहते हैं और हल से युक्त व्यंजन या शब्द को हलंत कहते हैं; जैसे-
व = व् + अ
लेकिन व् = ‘अ’ स्वर में रहित ‘व’।
उदाहरण-विद्या, द्वारा, विद्यालय, रद्दी, आद्या।
हिंदी में हलंत का प्रयोग अब धीरे-धीरे कम होता जा रहा है।

प्रश्न 18.
आगत स्वर किसे कहते हैं? उदाहरण देकर लिखिए।।
उत्तर:
अंग्रेज़ी में अनेक शब्द ऐसे हैं जिनके शुद्ध उच्चारण और लेखन के लिए हिंदी में औ’ (अर्धचंद्राकार) ध्वनि को जोड़ा गया है। यह हिंदी की ‘आ’ और ‘ओ’ ध्वनि से अलग है। यह ओष्ठों की स्थिति के अनुसार वृत्तमुखी और जीभ के अनुसार अर्ध विवृत स्वर है। उदाहरण-टॉफी, मॉनीटर, बॉल, नॉलेज, डॉक्टर, कॉलेज, टॉय, कॉफी, बॉक्स, कॉलोनी, मॉडल आदि।

प्रश्न 19.
हिंदी में विकसित ध्वनियाँ कौन-कौन सी हैं? इनका विकास किन व्यंजनों से हुआ है?
उत्तर:
हिंदी में ‘ङ’ और ‘ढ’ विकसित ध्वनियाँ हैं जो क्रमशः ‘ड’ और ‘ढ’ से बनी हैं। ये दोनों टवर्ग से संबंधित
उदाहरण-बढ़, कढ़ाई, उड़ान, बढ़ना, सड़क, जड़, उजाड़, बुढ़िया, चढ़ाई, गुड़िया आदि।
हिंदी शब्दों के आरंभ में ‘ड’ और ‘ढ’ का प्रयोग कभी नहीं होता। इन्हें शब्दों के बीच और अंत में प्रयोग किया जाता है; जैसे-शब्द के बीच में-बढ़ना, लड़ाई, लड़ना, उजड़ना, सड़ना, पढ़ना, बढ़ना।
शब्द के अंत में-उजाड़, झाड़, सड़, ताड़, बाढ़, पढ़, मारवाड़।

प्रश्न 20.
आगत व्यंजन किसे कहते हैं?
उत्तर:
हिंदी में जिन अंग्रेज़ी, उर्दू, अरबी, फ़ारसी आदि शब्दों का प्रयोग प्रायः होता है उन्हें आगत शब्द कहते हैं। इन्हें शुद्ध रूप से बोलने और लिखने के लिए ‘क’, ‘ख’, ‘ग’, ‘ज’, और ‘फ’ व्यंजनों के नीचे बिंदु (नुक्ता) लगाया जाता है और उन्हें आगत व्यंजन कहते हैं। यदि ऐसा न किया जाए तो ध्वनियों के परिवर्तन के कारण अर्थ में बदलाव आ जाता है; जैसे-

राज-शासन राज-रहस्य
फन–साँप का सिर फ़न-कौशल
फलक-लकड़ी का तख्ता फ़लक-आकाश
जरा-बुढ़ापा ज़रा-थोड़ा
कदर-आँख, अंकुश क़दर-प्रतिष्ठा, मान
खुदा-उत्कीर्ण खुदा-भगवान्
खाना-भोजन ख़ाना-घर, मकान, अलमारी, आदि का ख़ाना
गौर-उज्ज्वल गौर-सोच-विचार।

प्रश्न 21.
अंग्रेज़ी और उर्दू में प्रयोग किए जाने वाले ‘ज़’ और ‘फ़’ वर्ग वाले कुछ शब्दों के उदाहरण दीजिए जो हिन्दी में भी प्रयुक्त किए जाते हैं।
उत्तर:
I. उर्दू से आए ‘ज’ वर्ग वाले शब्द-ज़ोर, नाज़, मज़ेदार, ज़बान, ज़माना, हमराज़, जिंदा, ज़मीन, ज़बरदस्त, जेवर, जब्त, बाजी, फर्ज, कर्ज, ज़फ़र, प्याज़, ज़िक्र।
अंग्रेज़ी से आए ‘ज़’ वर्ण वाले शब्द-ज़ीरो, क्विज़, मेज़र, इज़ी, ट्रेजरर, क्रेज़ी, ट्रेज़टी, पीज़ा, जोन, फ़िज़िक्स, प्राइज़, जेब्रा, अंग्रेज़ी, रोज़, रिवीज़न, फिज़िकल।

II. उर्दू से आए ‘फ़’ वर्ण वाले शब्द-फ़ाका, फ़रियाद, फ़लसफा, फारसी, फ़रज़ी, फ़रेब, फ़जूल, फ़जीहत, गिलाफ़, फ़रमान, सिफ़ारिश, सफ़ेद, बरफ़, शराफ़त, फ़ौजी, हफ़्ते, फ़र्क, फ़ायदा, काफ़ी।
अंग्रेज़ी से आए ‘फ़’ वर्ण वाले शब्द-फ़न, कॉफ़ी, फ्रूट, फ़िल्म, फ्री, फ्रेक्चर, कफ़, फ़न, फुटबॉल, फ़ाइव, फ़ील, फ़ाइल, फ़िटर, फ़ीचर, फ़िल्टर, फ़ेल, फ़ार्म, फ़ादर, फ़ोर, फ़ारेन, फ़िजिक्स, फ़ार्मूला, फ़ार्मेसी, फ़ायर।

प्रश्न 22.
‘मात्रा’ किसे कहते हैं? स्वरों का जब व्यंजन वर्गों में मेल होता है तो उनके रूप कैसे बन जाते हैं? लिख कर स्पष्ट करें।
उत्तर:
किसी वर्ण के उच्चारण में लगने वाले समय के अंश को मात्रा कहते हैं। इन्हें निम्नलिखित ढंग से लिखा जा सकता है-
PSEB 9th Class Hindi Vyakaran वर्ण 3

प्रश्न 23.
‘र’ व्यंजन में ‘उ’ और ‘ऊ’ मात्राएँ कैसे लगाई जाती हैं ? उदाहरण सहित स्पष्ट करें।
उत्तर:
‘र’ व्यंजन में ‘उ’ और ‘ऊ’ मात्राएँ नीचे न लग कर सामने की ओर लगती हैं; जैसे-र + उ = रुचि, रुपया, रुबी, रुमाल, र + ऊ = रुपया, रूखा, अमरूद, बारूद।

प्रश्न 24.
संयुक्त व्यंजनों को किस-किस प्रकार लिखा जा सकता है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
जब व्यंजन को दूसरे व्यंजन से मिला कर लिखा जाता है तो संयुक्त ध्वनियों की रचना होती है। स्वर-रहित व्यंजन को हलंत किया जाता है या अगले व्यंजन के साथ मिलाकर लिख दिया जाता है। प्रायः संयुक्त व्यंजनों को दो प्रकार से लिखा जाता है-
I. खड़ी पाईं (1) के साथ-देवनागरी लिपि में जिन व्यंजनों के साथ खड़ी रेखा मिलती है। उन्हें पाई (1) कहते हैं, जैसे-ख्, ग, घ, च्, ज, झ्, ण, त्, थ, ध्, न्, प, ब्, भ, म्, य, ल, व्, श, ष, स्। जब इन्हें आगे वाले व्यंजन से मिलाया जाता है तो इनकी पाई हटा दी जाती है, जैसे-
ग् + व = ग्व (ग्वाला), प् + य = प्य (प्यार) ल् + क = ल्क (शुल्क), न् + न = न्न (गन्ना), थ् + य = थ्य (तथ्य), त् + थ = त्थ (पत्थर), म् + म = म्म (सम्मान), स् + ट = स्ट (स्टूल), व् + य = व्य (व्यस्क), य् + य = य्य (नैय्या), ल् + ल = ल्ल (हल्ला), ष् + ठ = ष्ठ (वशिष्ठ), ध्, य = ध्य (संध्या), ण् + ड = ण्ड आदि। (तुण्ड), ज् + व = ज्व (ज्वार), च् + च = च्च (जच्चा) आदि। देवनागरी लिपि में ‘क’ और ‘फ’ व्यंजनों के बीच में खड़ी पाई का प्रयोग किया जाता है। इन्हें अगले वर्ण से मिलाकर लिखा जाता है। खड़ी पाई के बाद के हिस्से से नीचे के भाग को हटा दिया जाता है, जैसे-
क् + य = क्य (वाक्य), क् + ल = क्ल (शक्ल), क् + त = क्त (सूक्त), फ़् + ल = पल (फ़्लास्क), फ़् + ल = फ़्ल (फ़्लू) आदि।

II. बिना पाई वाले व्यंजन–देवनागरी लिपि में ‘छ’, ‘ट’, ‘ठ’, ‘ड’, ‘ढ’, ‘ढ’, ‘ट’, ‘ट’ बिना पाई वाले व्यंजन हैं। जब इन्हें अगले व्यंजनों (‘र’ के अतिरिक्त) से मिला कर लिखा जाता है तो हलंत का प्रयोग किया जाता है; जैसे— द् + य = द्य (विद्यालय), ट् + ट = ट्ट (मिट्टी), ट् + ठ = ट्ठ (मट्ठी), ठ् + य = ठ्य (सुपाठ्य), ड् + ढ = ड् (गड्ढा ) = ह् + य = ह्य (दुःसह्य)।

प्रश्न 25.
हिन्दी में प्रचलित मानक और मानकेतर शब्दों की एक सारणी तैयार कीजिए।
उत्तर:
हिन्दी में संयुक्त व्यंजनों के मानक और मानकेतर रूप प्रचलन में हैं। वर्तमान में एकरूपता के लिए मानक व्यंजनों को अधिक महत्त्व दिया जाता है। लेकिन मानकेतर रूप को अशुद्ध भी नहीं माना जाता। यह संभव हो सकता है कि भविष्य में मानकेतर रूप का धीरे-धीरे प्रचलन समाप्त हो जाए। वर्तमान में भी इनका प्रयोग अपेक्षाकृत कम हो गया है, जैसे-
PSEB 9th Class Hindi Vyakaran वर्ण 4

प्रश्न 26.
द्वित्व वर्ण किसे कहते हैं? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
जब किसी एक शब्द में कोई व्यंजन दो बार आ जाए तो उसे द्वित्व वर्ण कहते हैं। इनमें पहला व्यंजन स्वर रहित और दूसरा स्वर युक्त होता है; जैसे-
पक्का, धक्का, टट्ट, हड्डी, फट्टा, गत्ता, चक्का, मुक्का, डिब्बा, लट्ट, बिट्ट आदि।

प्रश्न 27.
द्वित्व वर्ण की रचना में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
उत्तर-वर्णमाला के दूसरे और चौथे वर्णों को द्वित्व नहीं हो सकता। जब किसी स्थिति में दूसरे और चौथे वर्णों के द्वित्व होने का आभास होता है तो वहाँ वर्ग के पहले-दूसरे तथा तीसरे-चौथे वर्गों का मेल माना जाना चाहिए; जैसे-
(क) पहले-दूसरे वर्गों का मेल-पत्थर, मच्छर, अच्छाई, अक्खड़, मक्खी आदि शब्दों में दूसरे वर्ण के द्वित्व होने का होने का आभास होता है। नियमानुसार इनमें दूसरे वर्ण के साथ उसी वर्ग का पहला वर्ण जोड़ दिया गया है।

(ख) तीसरे-चौथे वर्गों का मेल-शुद्ध, बौद्ध, बुड्ढा, घग्घर आदि शब्दों में चौथे वर्ण से द्वित्व होने का आभास होता है लेकिन नियम के अनुसार उसके साथ उसी वर्ग का तीसरा वर्ण लगा दिया गया है।

प्रश्न 28.
‘र’ और ‘ऋ’ में क्या अंतर है?
उत्तर:
‘र’ एक व्यंजन है और ‘ऋ’ स्वर है। हिन्दी में ‘ऋ’ का उच्चारण ‘रि’ के रूप में किया जाता है।

प्रश्न 29.
व्यंजनों के साथ ‘र’ लगाने के नियम लिखिए।
उत्तर:
(क) स्वर ‘ऋ’ के अतिरिक्त किसी भी स्वर ‘र’ के बाद आता है तो ‘र’ पूरा लिखा जाता है; जैसे- रख, राम, रिक्शा, रीढ़, रुपया, रूठना, रेखा, रैली, रोना, रौब।

(ख) स्वर से रहित ‘र’ रेफ (‘) कहलाता है जो अपने से अगले व्यंजन के ऊपर लगता है, जैसे कर्म, गर्म, चर्म, टर्न, वर्ष, पूर्वज, पर्वत, कर्क, बर्फ आदि।

(ग) ‘र’ से पहले यदि ‘क्’, ‘ग्’, ‘घ’, ‘थ्’, ‘ब’, ‘भ्’, ‘ध्’ ‘प्’, ‘फ्’ हों तो यह ‘प्र’ (पदेन ‘र’) के रूप में दिखाई देता है, जैसे-क्रम, ग्रास, घ्राण, थ्रो, ब्राह्मण, भ्रांति, ध्रुवीय, प्रेम, फ्रॉक।

(घ) यह त्, श् और स् के साथ क्रमशः ‘त्र’, ‘श्र’, ‘स’ रूप में दिखाई देता है; जैसे-
त् + र = त्र (तत्र, सत्र)
श् + र = श्र (श्रवण, श्रद्धा)
स् + र = स्र (स्रोत, सहस्र)।

(ङ) जब ‘स्’ के साथ त्र मिलता है तो ‘स्त्र’ बनता है, जैसे शस्त्र, शास्त्र।

(च) बिना पाई वाले व्यंजनों ‘ट्’ और ‘ठ’ के र () रूप में लिखा जाता है; जैसे-
ट् + र = ट्र (राष्ट्र, ट्राम, ड्रम, ट्रिन-ट्रिन)

(ज) ‘द’ के साथ ‘र’ पदेन र का रूप ले लेता है; जैसे-
द् + र = द्र (द्रव, द्राक्षासव, विद्रुम, उपद्रव, विद्रोह, द्रोणाचार्य, द्रोही, द्रविड़, रुद्र आदि)

(झ) यदि ‘र’.से पहले ‘ह’ हो तो ‘ह्’ बनता है; जैसे
ह् + र = ह् (ह्रस्व)
उदाहरण-ह्रास, ह्रासोन्मुख, ह्री।।

प्रश्न 30.
संयुक्त व्यंजन किसे कहते हैं? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
कुछ व्यंजन दो वर्गों के संयोग से बनते हैं। ये स्वतंत्र नहीं होते। जब स्वर रहित व्यंजन किसी स्वर सहित व्यंजन से मिलकर लिखे जाते हैं तो उन्हें संयुक्त व्यंजन कहते हैं। जैसे-
क् + ष = क्ष – क्षमा, रक्षा, क्षत्रिय,
विक्षिप्त। त् + र = त्र – नेत्र, नेतायुग, पवित्र, पुत्र।

ज् + उ = ज्ञ – ज्ञान, विज्ञान, ज्ञापित, विज्ञापन।
श् + र = श्र – श्रीमान, श्रीमती, श्रीफल, श्रमिक।

प्रश्न 31.
संस्कृतनिष्ठ भाषा बोलने वाले विद्वान् ‘ज्ञ’ का उच्चारण कैसे करते हैं और क्यों?
उत्तर:
संस्कृतनिष्ठ भाषा बोलने वाले विद्वान् ‘ज्ञ’ को ‘ज्व’ रूप में उच्चारित करते हैं जबकि हिन्दी भाषी इसे ‘ग्य’ रूप में बोलते हैं। ये दोनों रूप मानक हैं। हिन्दी भाषा यदि ‘विज्ञान’ को ‘विज्यान’ बोलते हैं तो संस्कृत भाषी ‘विज्ञान’ बोलते हैं।

प्रश्न 32.
यदि ‘ऋ’ से पहले स्वर रहित ‘श्’ आ जाए तो संयुक्त रूप में क्या परिवर्तन हो जाता है? उदाहरण भी दीजिए।
उत्तर:
यदि ‘ऋ’ से पहले स्वर रहित ‘श्’ आ जाए तो वह संयुक्त रूप में शृ’ बन जाता है; जैसे-शृंगार, श्रृंगी, श्रृंखला, शृंगाल, श्रृंगारिक, विश्रृंखल।

प्रश्न 33.
वर्ण विच्छेद से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
वास्तव में ‘वर्ण’ का विच्छेद कभी नहीं हो सकता लेकिन यहाँ ‘वर्ण विच्छेद’ से तात्पर्य है-किसी शब्द के वर्गों को अलग-अलग करना।

प्रश्न 34.
वर्ण विच्छेद करते समय किन-किन बातों की ओर ध्यान में रखा जाना चाहिए?
उत्तर:
वर्ण, विच्छेद करते समय निम्नलिखित बातों की ओर ध्यान रखा जाना चाहिए
I. स्वर से रहित व्यंजनों को हलंत () रूप में लिखा जाना चाहिए; जैसे-
पुस्तक = प + उ + स् + त् + अ + क् + अ
कलम = क् + अ + ल् + अ + म् + अ।
टमाटर = ट् + अ + म् + आ + ट् + अ + र् + अ
शलजम = श् + अ + ल् + अ + ज् + अ + म् + अ

II. स्वरों का मूल रूप में विच्छेद नहीं होता और न ही उनके नीचे कभी हलंत लगता है; जैसे-
उल्लू = उ + ल् + ल् + ऊ
उदय = उ + द् + अ + य् + अ
ऐनक = ऐ + न् + अ + क् + अ
इमली = इ + म् + अ + ल् + ई

III. मात्राओं वाले शब्दों का विच्छेद ध्यानपूर्वक करना चाहिए। स्वरों को हलंत नहीं लगाना चाहिए, जैसे यदि किसी शब्द में कोई स्वर मूल रूप में हो तो उसका विच्छेद नहीं किया जाना चाहिए; जैसे-
एकता = ए + क् + अ + त् + आ
अनुपम = अ + न् + उ + प् + अ + म् + अ
कूल = क् + ऊ + ल् + अ
कृपा = क् + ऋ + प् + आ
उपयोगिता – उ + प् + य् + ओ + ग् + इ + त् + आ
केरल = क + ए + र् + अ + ल् + अ
कृपावान = क् + ऋ + प् + आ + व् + आ + न् + अ
किला = क् + इ + ल् + आ
किसान = क् + इ + स् + आ + न् + अ
कौरव = क् + औ + र् + अ + व् + अ
कैसा = क् + ऐ + स् + आ ..
हृदय = ह् + ऋ + द् + अ + य् + अ
हार्दिक = ह् + आ + र् + द् + इ + क् + अ

IV.(क) अनुस्वार (स्पर्श व्यंजनों के साथ) वाले शब्दों के वर्ण विच्छेद में पंचम स्वर के स्थान पर अनुस्वार () का ही प्रयोग होता है लेकिन कुछ विद्वान् अभी भी पंचम अक्षर का प्रयोग करते हैं जिसे गलत नहीं माना जाता; जैसे-
पतंगा = प् + अ + त् + अं + ग् + आ
चंचल = च् + अं + च् + अ + ल् + अ
तंदूर = त् + अं + द् + ऊ + र् + अ
दंडित = द + अं + ड् + इ + त् + अ .
कंजूस = क् + अं + ज् + ऊ + स् + अ

(ख) सम्’ उपसर्ग के बाद अंत: स्थ (य, र, ल, व) या ऊष्म (श, स, ह) व्यंजन आने पर अनुस्वार (‘) का प्रयोग किया जाता है; जैसे-
संशय = स् + अं + श् + अ + य् + अ
संसार = स् + अं +. स् + आ + र् + अ
संवादात्मकता = स् + अं + व् + आ + द् + आ + त् + म् + अ + क् + अ + त् + आ
विसंहार = व् + इ + स् + अं + ह् + आ + र् + अ
संयत = स् + अं + य् + अ + त् + अ
संयोग = स् + अं + य् + ओ + ग् + अ

5. पूरा रूप बदलने वाले संयुक्त व्यंजनों (ज्ञ, त्र, क्ष) का वर्ण-विच्छेद करते हुए उनके मूलरूप को ध्यान में रखा जाना चाहिए, जैसे-
पवित्रता = प् + अ + व् + इ + त् + र् + त् + आ
कक्षा = क् + अ + क् + ष् + आ
ज्ञानवान = ज् + ञ् + आ + न् + अ + व् + आ + न् + अ
श्रमिक = श् + र् + म् + इ + क् + अ
श्रीमान = श् + र् + ई + म् + आ + न् + अ
जयश्री = ज् + अ + + अ + श् + र् + ई

6. अन्य संयुक्त अक्षरों का वर्ण विच्छेद करते समय खड़ी मध्य और बिना पाई वाले व्यंजनों के संयोग की ओर ध्यान दिया जानना चाहिए; जैसे-
विख्यात = व् + इ + ख् + य् + आ + त् + अ
ज्वर = ज् + व् + अ + र् + अ
ग्वालिन = ग् + व् + आ + ल् + इ + न् + अ।
क्लांति = क् + ल् + आ + त् + इ
फ्लै शबैक = फ् + ल् + ऐ + श् + अ + ब + ऐ + क् + अ
समन्वय = स् + अ + म् + अ + न् + व् + अ + य् + अ
गड्ढा = ग् + अ + ड् + ल् + आ
दृश्यमान = द् + ऋ + श् + य् + अ + म् + आ + न् + अ
बाह्य = ब् + आ + ह् + य् + अ
सुपाठ्य = स् + उ + प् + आ + ल् + य् + आ

7. द्वित्व व्यंजन वाले शब्दों के वर्ण विच्छेद में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है। जैसे-
कच्चा = क् + च् + च् + आ
पक्की = प् + अ + क् + क् + ई.
खट्टी = ख् + अ + ट् + ट् + ई
सुशैय्या = स् + उ + श् + ऐ + य् + य् + आ
पत्थरीला = प् + अ + त् + थ् + अ + र् + ई + ल् + आ
मच्छर = म् + अ + च् + छ् + अ + र् + अ

8. ‘र’ के विभिन्न रूपों वाले शब्दों का वर्ण विच्छेद करते समय ‘र’ के रूप की ओर ध्यान दिया जाना चाहिए; जैसे-
राम = र् + आ + म् + अ
राजेश्वर = र् + आ + ज् + ए + श् + व् + अ + र् + अ
रात = र् + आ + त् + अ
मर्म = म् + अ + र् + म् +. अ
कार्मिक = क् + आ + र् + म् + इ + क् + अ
अधर्म = अ + ध् + अ + र् + म् + अ
क्रम = क् + र् + अ + म् + अ
प्रीतम = प् + र् + ई + त् + अ + म् + अ
अतिशीघ्र = अ + त् + इ + श् + ई + घ् + र् + अ
मेलट्रेन = म् + ए + ल् + अ + ट् + र् + ए + न् + अ
द्रविड़ = द् + र् + अ + व् + इ + ङ् + अ
सुपुत्र = स् + उ + प् + उ. + त् + त् + अ
ह्रस्व = ह् + र् + अ + स् + व् + अ
हासोनुमुख = ह् + र् + आ + स् + ओ + न् + उ + म् + उ + ख् +अ
मित्रता = म् + इ + त् + र् + अ + त् + आ
श्रावण = श् + र् + आ + व् + अ + ण् + अ
विग्रह = व् + इ + ग् + र् + अ + ह् + अ

PSEB 9th Class Hindi Vyakaran भाषा और लिपि

Punjab State Board PSEB 9th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar bhasha aur lipi भाषा और लिपि Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 9th Class Hindi Grammar भाषा और लिपि

प्रश्न 1.
भाषा के कितने रूप हैं? उनके नाम लिखिए।
उत्तर;
भाषा के दो रूप हैं। उनके नाम हैं-मौखिक भाषा और लिखित भाषा।

PSEB 9th Class Hindi Vyakaran भाषा और लिपि

प्रश्न 2.
भाषा (व्याकरण) के मुख्यतः कितने अंग हैं? उनके नाम लिखिए।
उत्तर:
व्याकरण के मुख्यतः तीन अंग हैं। उनके नाम हैं-

  1. वर्ण विचार
  2. शब्द विचार
  3. वाक्य विचार।

प्रश्न 3.
रचना की दृष्टि से भाषा की सबसे लघु इकाई का नाम लिखिए।
उत्तर:
रचना की दृष्टि से भाषा की सबसे लघु इकाई वर्ण है।

प्रश्न 4.
मौखिक भाषा की आधारभूत इकाई क्या है?
उत्तर:
मौखिक भाषा की आधारभूत इकाई ध्वनि है।

प्रश्न 5.
हिंदी की लिपि कौन-सी है?
उत्तर:
देवनागरी।

प्रश्न 6.
पंजाबी की लिपि का नाम लिखिए।
उत्तर:
गुरुमुखी।

प्रश्न 7.
रोमन लिपि किस भाषा की है?
उत्तर:
अंग्रेज़ी, फ्रेंच, जर्मन भाषा की।

प्रश्न 8.
बायीं ओर से दायीं ओर लिखी जाने वाली किसी एक भाषा और लिपि का नाम लिखिए।
उत्तर:
भाषा-नेपाली/मराठी/हिंदी
लिपि-देवनागरी।

प्रश्न 9.
दायीं ओर से बायीं ओर लिखी जाने वाली किसी एक भाषा ओर लिपि का नाम लिखिए।
उत्तर:
भाषा-अरबी/फ़ारसी/उर्दू
लिपि-फ़ारसी।

प्रश्न 10.
नेपाली और मराठी भाषाओं की लिपि कौन-सी है?
उत्तर:
देवनागरी।

एक वाक्य में उत्तर दीजिए

प्रश्न 1.
भाषा किसे कहते हैं?
उत्तर:
विचारों के आदान-प्रदान के साधन को भाषा कहते हैं।

प्रश्न 2.
भाषा के कितने रूप होते हैं?
उत्तर:
भाषा के दो रूप होते हैं।

प्रश्न 3.
भाषा के कितने और कौन-से रूप होते हैं?
उत्तर:
भाषा के दो रूप होते हैं-मौखिक और लिखित।

PSEB 9th Class Hindi Vyakaran भाषा और लिपि

प्रश्न 4.
मौखिक भाषा किसे कहते हैं?
उत्तर-मुँह से बोल कर प्रकट किए गए विचारों को मौखिक भाषा कहते हैं।

प्रश्न 5.
लिखित भाषा किसे कहते हैं?
उत्तर:
लिख कर प्रकट किए गए विचारों को लिखित भाषा कहते हैं।

प्रश्न 6.
बोली किसे कहते हैं?
उत्तर:
किसी छोटे क्षेत्र में बोली जाने वाली भाषा के स्थानीय रूप को बोली कहते हैं।

प्रश्न 7.
बोली के दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
ब्रजभाषा, अवधी, हरियाणवी, मारवाड़ी आदि।

प्रश्न 8.
उपभाषा किसे कहते हैं?
उत्तर:
पाँच-दस किलोमीटर की दूरी पर किसी बोली के थोड़े-बहुत बदल जाने को उपभाषा कहते हैं।

प्रश्न 9.
हिन्दी की कितनी उपभाषाएँ मानी जाती हैं?
उत्तर:
पाँच।

प्रश्न 10.
पश्चिमी हिंदी की बोलियों के नाम लिखिए।
उत्तर:
खड़ी बोली, कनौजी, बुंदेली, ब्रज, हरियाणवी।

प्रश्न 11.
पूर्वी हिंदी की बोलियां कौन-सी हैं?
उत्तर:
अवधी, बघेली, छत्तीसगढ़ी।

एक शब्द में उत्तर दीजिए

प्रश्न 1.
‘मारवाड़ी’ की उपभाषा कौन-सी है?
उत्तर:
राजस्थानी हिंदी।

प्रश्न 2.
जयपुरी का प्रयोग मुख्य रूप से किस राज्य में होता है?
उत्तर:
राजस्थान।

प्रश्न 3.
कुमाऊँ, गढ़वाल में किस उपभाषा का प्रयोग किया जाता है?
उत्तर:
पहाड़ी हिंदी।

प्रश्न 4.
भोजपुरी हिंदी की किस उपभाषा से संबंधित है?
उत्तर:
बिहारी हिंदी से।

प्रश्न 5.
बायीं से दायीं ओर लिखी जाने वाली किसी विदेशी भाषा का नाम लिखिए।
उत्तर:
फ्रैंच, जर्मन।

PSEB 9th Class Hindi Vyakaran भाषा और लिपि

प्रश्न 6.
पंजाबी की लिपि का नाम लिखिए।
उत्तर:
गुरुमुखी।

प्रश्न 7.
नेपाली और मराठी भाषाओं की लिपि का नाम लिखिए।
उत्तर:
देवनागरी।

प्रश्न 8.
हिंदी की लिपि कौन-सी है?
उत्तर:
देवनागरी।

हाँ/नहीं में उत्तर दीजिए

प्रश्न 1.
भाषा के दो रूप होते हैं।
उत्तर:
हाँ।

प्रश्न 2.
मौखिक भाषा की आधारभूत इकाई ध्वनि नहीं होती।
उत्तर:
नहीं।

प्रश्न 3.
‘ब्रजभाषा’ बोली का एक उदाहरण है।
उत्तर:
हाँ।

प्रश्न 4.
तुलसीदास के काव्य की बोली अवधी है।
उत्तर:
हाँ।

प्रश्न 5.
अजमेर और किशनगढ़ की बोली जयपुरी है।
उत्तर:
हाँ।

प्रश्न 6.
पंजाबी की लिपि गुरुमुखी है।’
उत्तर:
हाँ।

प्रश्न 7.
अरबी लिपि दायीं ओर से बायीं ओर लिखी जाती है।
उत्तर:
हाँ।

रिक्त स्थानों की पूर्ति करें

प्रश्न 1.
देवनागरी लिपि का भारत के अतिरिक्त ……… देश में प्रयोग किया जाता है।
उत्तर:
नेपाल में।

प्रश्न 2.
फ्रेंच भाषा की लिपि ……… होती है।
उत्तर:
रोमन।

प्रश्न 3.
मराठी की लिपि ………….. होती है।
उत्तर:
देवनागरी।

प्रश्न 4.
भाषा के मुख्य रूप ………….. होते हैं।
उत्तर:
मौखिक और लिखित।

PSEB 9th Class Hindi Vyakaran भाषा और लिपि

प्रश्न 1.
भाषा संकेतों से आपका क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
भाषा का प्रयोग किए बिना विभिन्न प्रकार के विचारों को जब व्यक्त किया जाता है तब उन्हें भाषा संकेत कहते हैं। ट्रैफिक लाइट, बस कंडक्टर की सीटी, रेलगाड़ी की सीटी, बच्चों का रोना, गूंगे व्यक्ति के संकेत, प्लेटफार्म पर गार्ड की हरी-लाल झंडी आदि भाषा संकेतों के उदाहरण हैं।

प्रश्न 2.
भाषा किसे कहते हैं? भाषा की परिभाषा लिखिए।
उत्तर:
मानव कंठ से उत्पन्न होने वाली सार्थक ध्वनियों को भाषा कहते हैं। इनका वाक्यों में प्रयोग किया जा सकता है। परिभाषा-जिस साधन के द्वारा मनुष्य अपने मन के भावों या विचारों को बोलकर या लिखकर प्रकट करता है. उसे भाषा कहते हैं।

प्रश्न 3.
भाषा के कितने रूप होते हैं? उन्हें स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
भाषा के दो रूप होते हैं-
(क) मौखिक भाषा
(ख) लिखित भाषा।
(क) मौखिक भाषा-जब मनुष्य के द्वारा मुँह खोल कर अपने विचारों को दूसरों तक प्रकट किया जाता है तो उसे मौखिक भाषा कहते हैं। मौखिक भाषा की आधारभूत इकाई ध्वनि होती है जिन के आपस में किए गए जोड़ से शब्द बनते हैं। शब्दों के सार्थक रूप से वाक्य बनते हैं।

(ख) लिखित भाषा-जब मनुष्य के द्वारा अपने विचारों को लिख कर व्यक्त किया जाता है तो उसे लिखित भाषा कहते हैं। लिखित भाषा की आधारभूत इकाई वर्ण कहलाती है।

प्रश्न 4.
बोली किसे कहते हैं? उदाहरण भी दीजिए।
उत्तर:
किसी छोटे क्षेत्र में बोले जाने वाले भाषा के स्थानीय रूप को बोली कहते हैं; जैसे-ब्रजभाषा, बुन्देली, अवधी, बघेली, मारवाड़ी, मैथिली, भोजपुरी, छत्तीसगढ़ी, मगही, हरियाणवी (बाँगरू) आदि।

प्रश्न 5.
उपभाषा किसे कहते हैं? उदाहरण भी दीजिए।
उत्तर:
भाषा परिवर्तनशील होती है। लगभग हर पाँच-दस किलोमीटर की दूरी पर बोली थोड़ी-बहुत बदल जाती है। लेकिन उसके सामान्य रूप में बड़ा अंतर नहीं आता। उसे उपभाषा कहते हैं। किसी उपभाषा के क्षेत्र में अनेक बोलियाँ हो सकती हैं। उपभाषा के उदाहरण हैं-पश्चिमी हिंदी, पूर्वी हिंदी, राजस्थानी, पहाड़ी और बिहारी।

प्रश्न 6.
हिंदी की बोलियों और उपभाषाओं में रचित कुछ प्रमुख रचनाओं के नाम और उनके रचयिताओं के नाम लिखिए।
उत्तर:
PSEB 9th Class Hindi Vyakaran भाषा और लिपि 1

प्रश्न 7.
हिंदी की उपभाषाएँ संख्या में कितनी हैं ? उनके नाम लिखिए।
उत्तर:
हिंदी की पाँच उपभाषाएँ हैं। उनके नाम हैं-पश्चिमी हिंदी, पूर्वी हिंदी, राजस्थानी हिंदी, पहाड़ी हिंदी, बिहारी हिंदी।

प्रश्न 8.
पश्चिमी हिंदी की बोलियों और बोली क्षेत्रों को सारणीबद्ध रूप में लिखिए।
उत्तर:

उपभाषा बोली बोली क्षेत्र
पश्चिमी हिंदी खड़ी बोली/कौरवी दिल्ली, मेरठ, बिजनौर, देहरादून, सहारनपुर, मुजफ्फर नगर
कन्नौज कन्नौजी (उत्तर प्रदेश)
बुन्देली उत्तर प्रदेश में जालौन, झाँसी तथा मध्य प्रदेश में भोपाल, ग्वालियर
ब्रजभाषा आगरा, मथुरा, अलीगढ़
हरियाणवी (बाँगरू) करनाल, रोहतक, नाभा, हिसार, जिले के पूर्वी भाग, पटियाला के पूर्वी भाग, दिल्ली के ग्रामीण क्षेत्र

प्रश्न 9.
पूर्वी हिंदी की बोलियों और बोली क्षेत्रों को सारणीबद्ध कीजिए।
उत्तर:

उपभाषा बोली बोली क्षेत्र
पूर्वी हिंदी अवधी उत्तर प्रदेश के लखनऊ, रायबरेली, सीतापुर, फैजाबाद, इलाहाबाद, फतेहपुर, कानपुर, जौनपुर
बघेली छत्तीसगढ़ में रीवा, दमोह, मांडला, जबलपुर, बालाघाट
छत्तीसगढ़ी मध्य प्रदेश के रायपुर, रामपुर, बिलासपुर

प्रश्न 10.
राजस्थानी हिंदी की बोलियों और बोली क्षेत्रों को एक सारणी में दर्शाइए।
उत्तर:

उपभाषा बोली बोली क्षेत्र
राजस्थानी हिंदी जयपुरी जयपुर, अजमेर, किशनगढ़ (राजस्थान)
मालवी उज्जैन, भोपाल, इन्दौर
मारवाड़ी मेवाड़, जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर
भीली राजस्थान, गुजरात तथा मध्य प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्र

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प्रश्न 11.
पहाड़ी हिंदी की बोलियों और बोली क्षेत्रों को सारणीबद्ध कीजिए।
उत्तर:

उपभाषा बोली बोली क्षेत्र
पहाड़ी हिंदी पश्चिमी पहाड़ी मंडी, शिमला, चंबा और सीमावर्ती प्रदेश
मध्यवर्ती पहाड़ी कुमाऊँ, गढ़वाल

प्रश्न 12.
बिहारी हिंदी की बोलियों और बोली क्षेत्रों को सारणीबद्ध कीजिए।
उत्तर:

उपभाषा बोली बोली क्षेत्र
बिहारी हिंदी भोजपुरी गोरखपुर, बलिया, गाजीपुर, आजमगढ़
मगही गया, पटना
मैथिली दरभंगा, मुंगेर, मुजफ्फरपुर

प्रश्न 13.
लिपि किसे कहते हैं?
उत्तर:
मौखिक ध्वनियों को लिखकर प्रकट करने के लिए निश्चित किए गए चिह्नों को लिपि कहते हैं।

प्रश्न 14.
विश्वभर में अनेक लिपियों की आवश्यकता क्यों पडती है ?
उत्तर:
विश्वभर में अनेक भाषाएँ बोली जाती हैं। उन सब को लिखने के लिए अनेक लिपियों की आवश्यकता पड़ती है; जैसे हिंदी और संस्कृत भाषाओं के लिए देवनागरी, पंजाबी के लिए गुरुमुखी; अंग्रेज़ी के लिए रोमन आदि।

प्रश्न 15.
अरबी, फारसी, उर्दू, फ्रेंच, जर्मन और नेपाली भाषाओं की लिपि और उन्हें लिखने का ढंग लिखिए।
उत्तर:

भाषा लिपि लिखने का ढंग
अरबी अरबी दायीं ओर से बायीं ओर
फ़ारसी फ़ारसी दायीं ओर से बायीं ओर
उर्दू फ़ारसी दायीं ओर से बायीं ओर
फ्रैंच रोमन बायीं ओर से दायीं ओर
जर्मन रोमन बायीं ओर से दायीं ओर
नेपाली देवनागरी बायीं ओर से दायीं ओर
अंग्रेज़ी रोमन बायीं ओर से दायीं ओर
मराठी रोमन बायीं ओर से दायीं ओर

प्रश्न 16.
लिखित भाषा की मूल इकाई क्या है? इसका महत्त्व क्या है?
उत्तर:
लिखित भाषा की मूल इकाई ‘वर्ण’ है। यह भाषा का स्थायी रूप है। इससे हमारे विचार स्थायी रूप से सुरक्षित रह सकते हैं।

प्रश्न 17.
देवनागरी लिपि में लिखी जाने वाली चार भाषाओं के नाम लिखिए।
उत्तर:
हिंदी, मराठी, नेपाली, संस्कृत।

प्रश्न 18.
व्याकरण किसे कहते हैं?
उत्तर:
किसी भाषा को शुद्ध रूप में बोलना, लिखना और पढ़ना सिखाने वाले शास्त्र को व्याकरण कहते हैं। व्याकरण हमें भाषा के वर्णों के उच्चारण स्थान की जानकारी देता है जिससे हमें शुद्ध भाषा बोलने में सहायता प्राप्त होती है।

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प्रश्न 19.
व्याकरण के मुख्य रूप से कितने अंग माने जाते हैं ? उनका संक्षिप्त परिचय दीजिए।
उत्तर:
व्याकरण के मुख्य रूप से तीन अंग माने जाते हैं-
वर्ण विचार, शब्द विचार, वाक्य विचार।
(I) वर्ण विचार-इसमें वर्णों, उनके भेद, उच्चारण और उनके मेल से बनने वाले शब्दों के नियम और वर्णों के विच्छेद पर विचार किया जाता है।
(II) शब्द विचार-इसमें शब्द, उसके भेद, उत्पत्ति, रचना और रूपांतर पर विचार किया जाता है।