Punjab State Board PSEB 5th Class Hindi Book Solutions Chapter 15 एक दीवाली ऐसी भी Textbook Exercise Questions and Answers.
PSEB Solutions for Class 5 Hindi Chapter 15 एक दीवाली ऐसी भी
Hindi Guide for Class 5 PSEB एक दीवाली ऐसी भी Textbook Questions and Answers
I. बताओ
प्रश्न 1.
स्कूल से आते ही दीपक ने माँ से क्या जिद्द की ?
उत्तर:
स्कूल से आते ही दीपक ने माँ से पटाखे लेने की जिद्द की।
प्रश्न 2.
स्कूल का काम समाप्त करने के बाद दीपक क्या करने लगा ?
उत्तर:
स्कूल का काम समाप्त करने के बाद दीपक अपने पिता जी के आने का इंतजार करने लगा।
प्रश्न 3.
अचानक दीपक की नज़र कहाँ पड़ी ?
उत्तर:
अचानक दीपक की नज़र कुर्ता पायजामा पहने, काला बैग उठाए हुए एक नौजवान पर पड़ी।
प्रश्न 4.
कुछ लोग देश में आतंक क्यों फैलाते हैं?
उत्तर:
पर्वो, त्योहारों आदि के अवसर पर कुछ असामाजिक तत्व अपने स्वार्थ की पर्ति के लिए भीड़ में बम आदि चला कर लोगों में आतंक फैलाने का प्रयास करते हैं। ऐसा करके वे देश की एकता और अखण्डता को हानि पहुँचाना चाहते हैं।
प्रश्न 5.
हमें किनसे सतर्क रहना चाहिए?
उत्तर:
हमें असामाजिक तत्वों से सदैव सतर्क रहना चाहिए।
प्रश्न 6.
दीपक ने लावारिस वस्तु मिलने पर क्या किया?
उत्तर:
लावारिस वस्तु देखकर दीपक ने चिल्लाना शुरू कर दिया। इससे लोग सतर्क हो गए और वह नौजवान भी पकड़ा गया और जान-माल का नुकसान भी होने से बच गया।
प्रश्न 7.
बम फट जाने से क्या नुकसान होता?
उत्तर:
बम फट जाने से जान-माल का भारी नुकसान होता।
प्रश्न 8.
दीवाली पर लोग आमतौर पर क्याक्या खरीदते हैं ?
उत्तर:
दीवाली पर लोग आमतौर पर पटाखे और मिठाइयाँ खरीदते हैं।
प्रश्न 9.
दीपक का फ़ोटो अखबार में क्यों छपा ?
उत्तर:
दीपक की सतर्कता ने भारी जान-माल का नुकसान होने से बचाया था। इसी सतर्कता और बुद्धिमत्ता के कारण उसका फ़ोटो अखबार में छपा था।
II. वाक्य पूरे करो
1. सब तरफ से………………की आवाजें आ रही थीं।
2. देखते ही देखते बाज़ार में…………..जलने लगीं।
3. दीपक चिल्लाया, …………….वाले को पकड़ो-पकड़ो।”
4…………..सुनकर दीपक की माँ…………..की ओर लपकी।
5. तभी वायरलैस फोन पर……………को बुलाया गया।
6. हमारी थोड़ी सी……….और…………….ही स्वार्थी लोगों को………..फैलाने का अवसर देती है।
7. वह……………लेना ही भूल गया।
उत्तर;
(1) हॉकरों
(2) बत्तियाँ.
(3) कुर्ते-पायजामे
(4) शोर, बरामदे
(5) बम एक्सपर्ट
(6) लापरवाही, चूक, आतंक
(7) पटाखे।
III. पढ़ो, समझो और लिखो
स्वतन्त्र स्वतन्त्रता
जागरूक ………….
अखण्ड …………..
विशेष ………….
सजग …………
तर्क …………..
उत्तर:
स्वतन्त्र – स्वतन्त्रता
अखण्ड – अखण्डता
सजग – संजगता
जागरूक – जागरूकता।
विशेष – विशेषता। .
सतर्क – सतर्कता
विशेष – उपरोक्त शब्दों में ता प्रत्यय लगाया गया है।
IV. विराम चिह्न लगाएँ
अपने बेटे को पुलिस के पास खड़ा देखकर उनके पाँव तले जमीन खिसक गई तभी इन्स्पेक्टर दीपक के सिर पर हाथ फेरते हुए कहने लगा आज आपके बेटे की सतर्कता, जागरूकता एवं बुद्धिमत्ता के कारण बहुत बड़ा हादसा होने से टल गया यह शब्द सुनते ही माता-पिता का मन गद्गद् हो उठा
उत्तर:
अपने बेटे को पुलिस के पास खड़ा देखकर उनके पाँव तले जमीन खिसक गई। तभी इन्स्पेक्टर दीपक के सिर पर हाथ फेरते हुए कहने लगा, “आज आपके बेटे की सतर्कता, जागरूकता एवं बुद्धिमत्ता के कारण बहुत बड़ा हादसा होने से टल गया।” यह शब्द सुनते ही माता-पिता का मन गद्गद् हो उठा।
V. वाक्य बनाओ अर्थ वाक्य
1. लालायित होना …………….
2. नज़र बचाना …………..
3. मोल भाव करना ……………
4. अफ़रा-तफ़री मचना …………….
5. राहत की साँस लेना …………….
6. बाँहों में भरना ……………
7. श्मशान में तबदील होना ……………
8. मन गद्गद् हो उठना …………….
9. आँखों का तारा …………
10. दुआएँ देना …………….
11. छा जाना …………
उत्तर:
1. लालायित होना-ललचाना।
बच्चा रंग-बिरंगे गुब्बारों को पाने के लिए
लालायित हो उछल रहा था।
2. नज़र बचाना-छिपना।
चोर नज़र बचा कर भाग निकला था।
3. मोल भाव करना-दाम घटाने-बढ़ाने की
चेष्टा करना। औरत रेहड़ी वाले से सब्जी का मोल-भाव कर रही है।
4. अफरा-तफरी मचना-भाग-दौड़ मचना।
भीड़ में सांड के घुसते ही अफरा-तफ़री मच गई थी।
5. राहत की साँस लेना-सुख-चैन अनुभव करना।
अपने खोये हुए पुत्र को पा कर माँ ने राहत की साँस ली।
6. बाँहों में भरना-दुलारना।
वर्षों से बिछुड़ी बेटी को माँ ने बाँहों में भर लिया था।
7. श्मशान में तबदील होना-नष्ट हो जाना।
आतंकवादियों के बम विस्फोट से चौराहा तो श्मशान में तबदील हो गया था।
8. मन गद्गद् हो उठना-प्रसन्न हो जाना।
लंबे समय के बाद मित्र से मिलकर मन गद्गद् हो उठा था। .
9. आँखों का तारा-बहुत प्यारा।
प्रत्येक बच्चा अपने माता-पिता की आँखों का तारा होता है।
10. दुआएँ देना-आसीस देना।
भीख पाते ही भिखारी ने मोहनीश को दुआएँ दीं।
11. छा जाना-प्रभावित करना, प्रसिद्धि पाना।
अपने काम से नेता जी तो आजकल छाये हुए हैं।
VI. करो
प्रश्न 1.
दीवाली पर बाज़ार के दृश्य पर दस पंक्तियाँ लिखो।
उत्तर:
- दीवाली पर्व पर सारा बाजार सजा हुआ होता है।
- कहीं पटाखे सजे हैं तो कहीं मिठाइयाँ और खिलौनों की दुकानें सजी होती हैं।
- लोग नए-नए कपड़े पहन कर खरीदारी करते हैं।
- बच्चे पटाखे की दुकानें देखकर खुश होते हैं।
- बाजारों में बड़ी चहल पहल होती है।
- दुकानदार अपनी वस्तुओं को बेचने के लिए ऊँचे-ऊँचे चिल्लाते हैं।
- मोमबत्तियाँ और अगरबत्ती बेचने वाले भी बाज़ारों में फड़ी लगाए बैठे रहते हैं।
- फल बेचने वाले अपने फलों की रेहड़ियाँ लगाए रहते हैं।
- हर व्यक्ति को सामान खरीदने की जल्दी मची रहती है।
- इन दिनों बाज़ारों में जेबकतरे और चोर भी खूब सक्रिय रहते हैं।
प्रश्न 2.
आप दीवाली कैसे मनाते हैं ? लिखो।
उत्तर:
दीवाली हमारा एक पवित्र त्योहार है। यह रोशनी का पर्व माना जाता है। हमारे घर में दीवाली मनाने की परम्परा आरम्भ से है। इस दिन हम सब मिल कर घर की सफ़ाई करते हैं। घर को सजाते हैं। शाम के समय हम बाज़ार से मिठाइयाँ, पटाखे, मोमबत्तियाँ, फल आदि लेकर आते हैं। संध्या समय लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है। इस समय हम सब परिवार के सदस्य इकट्ठे बैठ कर पूजा करते हैं। माता जी लक्ष्मी पूजा करते हैं। पूजा के पश्चात् सारे घर पर रोशनी सजाई जाती है। मोमबत्तियाँ जलाते हैं। मिठाइयां खाते हैं और फिर मित्रों के साथ पटाखे चलाते हैं।
प्रश्न 3.
आप दीपक की जगह होते, तो क्या करते ?
उत्तर:
यदि दीपक की जगह मैं होता तो यह दृश्य देखकर चिल्लाता नहीं बल्कि चुपचाप नीचे आकर फिर शोर मचाते हुए उसे स्वयं ही पकड़ने की कोशिश करता ताकि चिल्लाने से कहीं भीड़ का फायदा उठाकर वह भाग न जाए। उसे पकड़कर लोगों की सहायता से उसकी जम कर पिटाई करता और पुलिस के हवाले करता।
बहुवैकल्पिक प्रश्न
पूछे गए प्रश्नों के सही विकल्प पर (✓) निशान लगाएं
प्रश्न 1.
हमें किन-से सतर्क रहना चाहिए ?
(क) चोरों से
(ख) असामाजिक तत्वों से
(ग) तत्वों से
(घ) गुंडों से।
उत्तर:
(ख) असामाजिक तत्वों से
प्रश्न 2.
लावारिस वस्तु मिलने पर दीपक ने क्या किया ?
(क) चिल्लाया
(ख) रोया
(ग) भागा
(घ) गिर पड़ा।
उत्तर:
(क) चिल्लाया
प्रश्न 3.
बम फट जाने से किसकी हानि होती है ?
(क) जान-माल की
(ख) धर्म की।
(ग) पैसे की
(घ) सबकी।
उत्तर:
(क) जान-माल की
प्रश्न 4.
स्कूल से आते ही दीपक ने माँ से क्या जिद्द की ?
(क) पटाखे लाने की
(ख) नई पोशाक लाने की
(ग) मिठाइयाँ लाने की
(घ) नई किताबे लाने की।
उत्तर:
(क) पटाखे लाने की
एक दीवाली ऐसी भी Summary
एक दीवाली ऐसी भी पाठ का सार
दीवाली को केवल दो दिन बाकी थे। दीपक स्कूल से घर आकर पटाखे के लिए ज़िद्द करने लगा। उसकी माँ ने उसे समझाया कि तुम हाथ-मुँह धोकर खाना खाओ। तुम्हारे पिता जी शाम को दफ्तर से आकर तुम्हें पटाखे और नई पोशाक भी दिलवा देंगे। दीपक उत्साह से भर कर खाना खाकर, गृहकार्य करके पिता जी की राह देखने लगा। दीपक का घर बाज़ार में ही था। उसने ऊपर से देखा, बाज़ार में बड़ी रौनक थी। लोगों की भीड़ सामान वगैरह खरीद रही थी। दुकानदारों की आवाजें आ रही थीं। अचानक उसकी नज़र कुर्ता-पायजामा पहने कन्धे पर काले रंग का बैग लटकाए नौजवान पर पड़ी। उसने अपना मुँह ढका हुआ था। वह एक पटाखे के स्टाल के पास पहुँचा और अपना बैग नीचे रखकर पटाखों के मोल-भाव करने लगा, साथ ही पैर से अपना बैग भी अन्दर सरका रहा था। वह बिना कुछ खरीदे अपना बैग वहीं छोड़ कर जल्दी से निकल कर जाने लगा। दीपक को अपने अध्यापक की कही बातें याद आने लगीं कि पर्वो, त्योहारों, मेलों आदि के समय पर बहुत सतर्क रहना चाहिए। असामाजिक तत्व इन मौकों का फायदा उठाकर देश की एकता और अखण्डता को नुकसान पहुंचाते हैं।
दीपक को भी किसी अनहोनी की आशंका होने लगी। दीपक चिल्लाया, “कुर्ते-पायजामे वाले को पकड़ो।” यह सनते ही वह नौजवान लगभग दौड़ने लगा। लोग इधर-उधर देखने लगे। दीपक फिर चिल्लाया। वह सीढ़ियों से दौड़ता हुआ नीचे आया और बाहर आकर चिल्लाने लगा। लोगों ने मिलकर नौजवान को पकड़ लिया। पुलिस सहायता कक्ष पर तैनात पुलिस भी सहायता के लिए आ गई। उन्होंने वायरलैस द्वारा बम विशेषज्ञ को बुला लिया। पुलिस ने लोगों को घर जाने के लिए कहा। बम को निष्क्रिय कर दिया गया। लोगों ने राहत की साँस ली। दीपक की माँ ने दीपक को प्यार से अपनी बाहों में भर लिया। इतने में दीपक के पिता जी भी आ पहुँचे। दीपक को पुलिस वाले के साथ खड़ा देखकर उनके पिता जी तो घबरा गए। पुलिस वाले ने प्यार से उसके सिर पर हाथ फेरते हुए कहा कि आज तुम्हारे बेटे की सतर्कता और जागरूकता के कारण बड़ा हादसा होने से बच गया नहीं तो कई लोगों की जान चली जातीं। यह ख़बर सुनते ही अख़बारों के प्रेस रिपोर्टर भी वहाँ आ गए। वे दीपक और उसके माता-पिता का फोटो और इन्टरव्यू लेने लगे। आज दीपक सबकी आँखों का तारा बना हुआ था। अगले दिन समाचारपत्र के मुख्य पृष्ठ पर दीपक छाया हुआ था।
कठिन शब्दों के अर्थ:
शेष = बाकी। पोशाक = कपड़े। निपटाया = समाप्त किया। गृहकार्य = घर का कार्य। उत्साहित = उत्साह, खुशी से भरा हुआ। गिफ्ट = उपहार। चहल-पहल = रौनक, लोगों का आना-जाना। दृश्य = नज़ारा। हॉकर = दुकानदार, फड़ी वाले। लालायित = इच्छुक, चाहवान। बैग = थैला। सतर्क = सचेत। अवसर = मौका। वायरलैस = बेतार। एक्सपर्ट = विशेषज्ञ। परामर्श = सलाह। निष्क्रिय = नकारा। पाँव तले ज़मीन खिसकना = घबरा जाना। सिर पर हाथ फेरना = प्यार करना। तबदील = बदलना। चूक = ग़ल्ती। स्वार्थी = मतलबी। आतंक = दहशत, भय, डर। गद्गद् = प्रसन्न। इन्टरव्यू = साक्षात्कार। आँखों का तारा = प्यारा।