PSEB 6th Class Home Science Practical विभिन्न प्रकार के चूल्हे

Punjab State Board PSEB 6th Class Home Science Book Solutions Practical विभिन्न प्रकार के चूल्हे Notes.

PSEB 6th Class Home Science Practical विभिन्न प्रकार के चूल्हे

अति छोटे उत्तर वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
चूल्हा किसे कहते हैं ?
उत्तर-
कोई भी ऐसी चीज़ जिसमें आग जलाकर भोजन पकाया जाए, उसको चूल्हा कहते हैं।

प्रश्न 2.
अंगीठी कितने प्रकार की होती है ?
उत्तर-
अंगीठी दो प्रकार की होती है।

प्रश्न 3.
हैदराबादी या धुआँ रहित चूल्हा की खोज किसने की ?
उत्तर-
डॉक्टर राजू ने।

PSEB 6th Class Home Science Practical विभिन्न प्रकार के चूल्हे

प्रश्न 4.
ठोस ईंधन के अन्तर्गत कौन-कौन से ईंधन आते हैं ?
उत्तर-
लकड़ी, उपलें, लकड़ी का कोयला, पत्थर का कोयला (कोक)।

प्रश्न 5.
गाँवों में अधिकतर किस प्रकार के ईंधन का प्रयोग किया जाता है?
उत्तर-
लकड़ी तथा उपलों का।

छोटे उत्तर वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
हैदराबादी या धुआँ रहित चूल्हा के बारे में तुम क्या जानते हो? सचित्र वर्णन करो।
उत्तर-
हैदाराबादी चूल्हे में लकड़ी या पत्थर का कोयला प्रयोग करते हैं। इसमें ईंधन कम खर्च होता है, क्योंकि थोड़ा-सा सेंक भी व्यर्थ नहीं जाता है। यह चूल्हा हैदराबाद के डॉ० राजू की खोज है। इसीलिए इसको हैदराबादी या डॉ० राजू का धुआँ रहित चूल्हा कहते हैं। इसका धुआँ चिमनी के रास्ते बाहर निकलता है। इसकी आकृति अंग्रेज़ी के अक्षर L की तरह होती है।
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चित्र 1.1. हैदराबादी चूल्हा

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प्रश्न 2.
देसी चूल्हा क्या है? इसके जलाने की विधि एवं सावधानी लिखो।
उत्तर-
गाँव के प्रत्येक घर में ईंट और मिट्टी का बना चूल्हा खाना बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। इसे देसी चूल्हा कहते हैं।
जलाने की विधि-किसी पुराने फटे कपड़े, फूस के कागज़ को आग लगाकर चूल्हे में रखकर ऊपर पतली लकड़ियाँ रखकर आग लगाई जाती है।
सावधानी-

  1. कपड़ा या कागज़ हाथ में पकड़कर आग लगाते हुए यह ध्यान रखना चाहिए कि हाथ जल न जाए।
  2. लकड़ियों पर ज़्यादा मिट्टी का तेल नहीं डालना चाहिए।

प्रश्न 3.
पम्प वाले स्टोव के बारे में तुम क्या जानते हो लिखो। सावधानियाँ बताओ।
उत्तर-
पम्प वाले स्टोव भी तेल से जलाये जाते हैं। इसमें तेल डालने के लिए एक टंकी होती है जिसमें तेल भर दिया जाता है। टंकी के बीच में ऊपर से एक बरनर लगा रहता है तथा पम्प के द्वारा हवा भर दी जाती है। हवा भरने में तेल की गैस बनकर एक छोटे से छिद्र के द्वारा बाहर निकलती है। ताप को नियन्त्रित करने के लिए बरनर के ऊपर एक कटोरी लगी होती है। स्टोव में तीन स्टैंड होते हैं जिसके ऊपर एक जाली जैसा तवा रहता है।
PSEB 6th Class Home Science Practical विभिन्न प्रकार के चूल्हे 2
चित्र 1.2. पम्प वाला स्टोव
सावधानियाँ-

  1. हवा भरते समय पम्प सावधानी से प्रयोग करना चाहिए।
  2. स्टोव जलाते समय लाइटर के साथ बरनर को गर्म करने के बाद ही पम्प से हवा भरनी चाहिए।
  3. यदि पम्प करते समय छेद बन्द हो तो पिन मारकर छेद को खोल लेना चाहिए।
  4. स्टोव प्रत्येक दिन साफ़ करना चाहिए।
  5. हमेशा मिट्टी के साफ़ तेल का प्रयोग करना चाहिए।

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प्रश्न 4.
ईंधन के रूप में उपले जलाने से लाभ तथा हानियों का उल्लेख करो।
उत्तर-
उपलों से लाभ यह है कि ये अन्य ईंधन से सस्ते पड़ते हैं तथा इनको बनाने के लिए ज़्यादा परिश्रम भी नहीं करना पड़ता।
उपलों से हानि यह है कि ये लकड़ी के समान ही धुआँ देते हैं जो रसोई में फैल जाता है। बर्तन तथा रसोई इसके कारण काले हो जाते हैं। इनको इकट्ठा करके रखना स्वास्थ्य की दृष्टि से हानिकारक होता है, क्योंकि बरसात के दिनों में इनसे मच्छर उत्पन्न हो जाते हैं जो मलेरिया रोग फैलाते हैं।

प्रश्न 5.
ईंधन के रूप में लकड़ी जलाने से लाभ तथा हानियाँ बताओ।
उत्तर-
लकड़ी जलाने से लाभ-लकड़ी जलाने से एक लाभ यह है कि यह अन्य ईंधन की अपेक्षा सस्ती मिलती है और इसलिए अधिकतर घरों में जलायी जाती है। यह ताप उत्पन्न करने का उपयोगी एवं सुविधाजनक साधन है।

लकड़ी जलाने से हानियाँ-लकड़ी जलाने से रसोई में धुआँ फैलता है। बर्तन धुएँ के कारण काले हो जाते हैं। धुएँ के कारण दम घुटने लगता है। आँखों से पानी बहने लगता है। धुआँ होने से रसोई की दीवारें आदि खराब हो जाती है। अतः धुएँ से बचने के लिए चूल्हे के ऊपर चिमनी की व्यवस्था होनी चाहिए।

प्रश्न 6.
लकड़ी के कोयले को ईंधन के रूप में प्रयोग करने से क्या लाभ तथा क्या हानियाँ हैं?
उत्तर-
लकड़ी के कोयले पर खाना पकाने से धुएँ की हानियों से बचा जा सकता है और बर्तन भी ज्यादा काले नहीं होते।
लकड़ी के कोयले से हानि यह है कि जल्दी ही इसकी राख बन जाती है और इसका उपयोग लकड़ी की अपेक्षा अधिक महँगा है।

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प्रश्न 7.
पत्थर के कोयले को ईंधन के रूप में प्रयोग करने से लाभ तथा हानि बताओ।
उत्तर-
पत्थर के कोयले से लाभ यह है कि ये देर तक सुलगते हैं तथा जल जाने के बाद धुआँ भी नहीं देते और इसके ताप से बर्तन भी काले नहीं होते।

इससे हानि यह है कि यह कोयला जलकर कार्बन मोनोऑक्साइड (Carbon monoxide) गैस उत्पन्न करता है। दरवाजे, खिड़कियाँ यदि बन्द रह जाएँ तो इस गैस का ज़हरीला प्रभाव पड़ता है और गैस से दम घुटने लगता है। यहाँ तक कि कभी-कभी व्यक्ति की मृत्यु हो जाने की सम्भावना भी रहती है। अतः इसे जलाकर खिड़की व दरवाज़ों को खोलकर रखना चाहिए जिससे गैस का निकास हो सके।

प्रश्न 8.
स्टोव के प्रयोग से क्या लाभ तथा हानियाँ हैं?
उत्तर-
बिना बत्ती वाले अर्थात् गैस के स्टोव से लाभ यह है कि यह अधिक ताप देता है तथा भोजन जल्दी पक जाता है। यह तेल की बदबू एवं धुआँ नहीं देता। इसमें तेल कम खर्च होता है तथा श्रम की बचत होती है।
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चित्र 1.3. बत्ती वाला स्टोव
इससे हानि यह है कि गैस का दबाव बढ़ने से कभी-कभी इसके फटने का डर रहता है। बत्ती वाले स्टोव से लाभ यह है कि इसे जलाने में आसानी रहती है। लेकिन यह स्टोव तेल की बदबू एवं धुआँ देता है। यदि इसे असावधानी से प्रयोग किया जाये तो इसके खराब होने का डर रहता है। अतः इसकी बत्तियों को समय-समय पर काटते रहना चाहिए। तेल को छानकर टंकी में डालना चाहिए। टंकी में तेल भरा रहना चाहिए। बत्तियाँ छोटी-छोटी हो गई हों या बरनर खराब हो गया हो तो बदलते रहना चाहिए। स्टोव में तेल भर कर उसे बाहर से पोंछ देना चाहिए तथा इसकी समय-समय पर सफ़ाई करवाते रहना चाहिए।

प्रश्न 9.
ईंधन के रूप में गैस का प्रयोग किस प्रकार लाभदायक है ? इससे क्या हानि होती है?
उत्तर-
गैस से लाभ यह है कि ईंधन का यह एक सुविधाजनक साधन है, इससे धुआँ नहीं फैलता, श्रम एवं समय की बचत होती है, रसोई गन्दी नहीं होती तथा इसे जलाने तथा इसमें खाना बनाने में अधिक समय खर्च नहीं होता।
इससे हानि यह है कि ज़रा सी असावधानी से गैस के सिलिन्डर फटने का डर रहता है। परन्तु अब ऐसे प्रबन्ध किए गए हैं कि गैस सिलिन्डर अधिक सुरक्षित हैं।

PSEB 6th Class Home Science Practical विभिन्न प्रकार के चूल्हे

विभिन्न प्रकार के चूल्हे PSEB 6th Class Home Science Notes

  • कोई भी ऐसी चीज़ जिसमें आग जलाकर भोजन पकाया जाए, उसको चूल्हा कहते |
  • अंगीठी दो प्रकार की होती है
    • कोयले वाली
    • बूरे वाली (बुरादे वाली)।
  • हैदराबादी या धुआँ रहित चूल्हा की खोज डॉक्टर राजू ने की।
  • तेल के स्टोव भी दो प्रकार हैं-
    • पम्प वाला
    • एक या अधिक बत्तियों वाला।
  • स्टोव जलाते समय लाइटर के साथ बरनर को गर्म करने के बाद ही पम्प से हवा । भरनी चाहिए। |
  • रोटी बनाते समय ढीले-ढाले और आरामदायक कपड़े पहनना चाहिए।

PSEB 6th Class Home Science Practical चाय बनाना और परोसना

Punjab State Board PSEB 6th Class Home Science Book Solutions Practical चाय बनाना और परोसना Notes.

PSEB 6th Class Home Science Practical चाय बनाना और परोसना

सामग्री—

  1. चाय की पत्ती — 3/4 छोटी चम्मच
  2. चीनी — 1 छोटी चम्मच
  3. दूध — 2-3 बड़े चम्मच
  4. पानी — 1 कप

विधि—पहले केतली में उबलता हुआ थोड़ा-सा पानी डालकर, केतली में चारों ओर हिलाकर, निकाल दें ताकि वह गर्म हो जाए। अब उसमें चाय की पत्ती डाल दें। ऊपर से उबलता हुआ पानी डालकर इसे पाँच मिनट ढक कर रख दें। इसे गर्म दूध और चीनी के साथ परोसें।

PSEB 6th Class Home Science Practical चाय बनाना और परोसना

नोट-

  1. जितने कप चाय बनानी हो उसी हिसाब से सामग्री की मात्रा लें।
  2. दूध, चाय और चीनी की मात्रा स्वादानुसार घटाई-बढ़ाई जा सकती है।
  3. चाय बनाकर देने के लिए प्याले में चीनी और केतली से चाय (गर्म पानी में पत्ती मिली हुई) डालें। प्याला थोड़ा खाली रखें और उसमें दूध मिलायें। चाय तैयार हो जायेगी। इसे बर्तन में डालकर गर्म-गर्म परोस दें।

कुल मात्रा—1 व्यक्ति के लिए।

PSEB 6th Class Physical Education Solutions Chapter 2 सफ़ाई तथा सांभ-सम्भाल

Punjab State Board PSEB 6th Class Physical Education Book Solutions Chapter 2 सफ़ाई तथा सांभ-सम्भाल Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 6 Physical Education Chapter 2 सफ़ाई तथा सांभ-सम्भाल

PSEB 6th Class Physical Education Guide सफ़ाई तथा सांभ-सम्भाल Textbook Questions and Answers

प्रश्न 1.
सफ़ाई हमारे घर के लिए क्यों आवश्यक है ?
उत्तर-
सफ़ाई (Cleanliness) हमारा शरीर अनोखी मशीन की तरह है। जैसे दूसरी मशीनों की सफ़ाई न की जाए तो वे खराब हो जाती है। इसी तरह शरीर की सफ़ाई की जानी भी ज़रूरी है। जैसे मोटरकार को चलाने के लिए पैट्रोल आदि की ज़रूरत पड़ती है, उसी तरह शरीर को चलाने के लिए अच्छी खुराक, पानी और हवा की ज़रूरत है। शारीरिक सफ़ाई, चोटों व बीमारी आदि से रक्षा करना मनुष्य की आदतों से सम्बन्धित है। अगर हम शरीर पर उचित ध्यान न दें, हमारे लिए. मानसिक, शारीरिक और आत्मिक उन्नति करना सम्भव नहीं होगा। गन्दगी ही हर तरह के रोगों का मूल कारण है। इसलिए यह जरूरी है कि शरीर के सारे अंगों की सफ़ाई की जाए। मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। उसे व्यक्तिगत सफ़ाई के साथ-साथ अपने घर तथा आस-पास की सफ़ाई की बहुत आवश्यकता होती है। सफ़ाई स्वास्थ्य की निशानी है। सफ़ाई के बिना स्वस्थ जीवन की कल्पना भी की नहीं जा सकती। व्यक्तिगत सफ़ाई तो स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी है ही, परन्तु घर, स्कूल तथा आस-पास की सफ़ाई भी स्वास्थ्य ठीक रखने के लिए बहुत आवश्यक है। यदि हम अपने घर तथा आस-पास की सफ़ाई नहीं रखते तो कई प्रकार की बीमारियां फैल जाएंगी। बहुत-से लोग इन बीमारियों के शिकार हो जाएंगे। इससे हमारा देश तथा समाज कमज़ोर हो जाएगा। इसलिए देश तथा समाज की भलाई के लिए सफ़ाई आवश्यक है।

प्रश्न 2.
घर की सफ़ाई किस तरह रखी जा सकती है ?
उत्तर-
घर की सफ़ाई के ढंग (Methods of Cleanliness of a House)हमें अपने घर की सफाई रखने के लिए। निम्नलिखित ढंग अपनाने चाहिएं –
PSEB 6th Class Physical Education Solutions Chapter 2 सफ़ाई तथा सांभ-सम्भाल 1

  • फलों, सब्जियों के छिलके और कूड़ाकर्कट ढक्कनदार ढोल में डालना चाहिए। इस ढोल को प्रतिदिन खाली करने की व्यवस्था होनी चाहिए। ढोल के कूड़े-कर्कट को किसी गड्ढे में दबा देना चाहिए। इस प्रकार यह खाद बन जाएगा।
  • घर की रसोई, स्नान घर और पाखाने के पानी के निकास का उचित प्रबन्ध करना चाहिए।
  • पशुओं के गोबर एवं मल-मूत्र को बाहर दूर किसी गड्ढे में एकत्र करते रहना चाहिए। इस प्रकार कुछ दिनों के पश्चात् अच्छी खाद बन जाएगी।
  • घर के सभी सदस्यों को सफ़ाई के नियमों का पूर्ण ज्ञान होना चाहिए।

PSEB 6th Class Physical Education Solutions Chapter 2 सफ़ाई तथा सांभ-सम्भाल

प्रश्न 3.
घर के आस-पास की सफ़ाई में कौन-कौन सी बातें ध्यान देने योग्य हैं ?
उत्तर-
घर के आस-पास की सफ़ाई (Cleanliness of Surrounding of a House)-घर की सफाई के साथ-साथ इसके आस-पास की सफाई की भी बहुत आवश्यकता है। यदि घर साफ़-सुथरा है, परन्तु इसके इर्द-गिर्द गन्दगी के ढेर लगे हुए हैं तो इसका घर वालों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। इसलिए घर के आस-पास की सफ़ाई की ओर भी विशेष ध्यान देना चाहिए
घर के आस-पास की सफ़ाई के लिए नीचे लिखी बातों की ओर ध्यान देने की आवश्यकता है –

  1. घर के बाहर की नालियां और सड़कें खुली तथा साफ़-सुथरी होनी चाहिएं।
  2. घर के बाहर की नालियां गन्दी नहीं होनी चाहिए।
  3. घर के बाहर गलियों में तथा सड़कों पर पशु नहीं बांधने चाहिए।
  4. घर से बाहर गलियों तथा सड़कों पर कूड़ा-कर्कट नहीं फेंकना चाहिए। इसे या तो दबा देना चाहिए या जला देना चाहिए।
  5. घरों के आगे पानी खड़ा होने नहीं देना चाहिए। घरों के निकट गड्ढों में खड़े हुए पानी में डी० डी० टी० या मिट्टी का तेल डाल देना चाहिए।
  6. गलियों में तथा सड़कों पर चलते समय जगह-जगह नहीं थूकना चाहिए।
  7. इधर-उधर खड़े होकर पेशाब नहीं करना चाहिए। पेशाब केवल पेशाबखानों में ही करना चाहिए।

प्रश्न 4.
स्कूल की सफ़ाई रखने में विद्यार्थियों की क्या भूमिका हो सकती है ?
उत्तर-
स्कूल की सफ़ाई (Cleanliness of aSchool)-स्कूल विद्या का.मन्दिर है। व्यक्तिगत सफ़ाई के साथ-साथ स्कूल की सफ़ाई भी अवश्य रखनी चाहिए। स्कूल एक ऐसा स्थान है जहां बच्चे दिन का काफ़ी समय व्यतीत करते हैं। यदि स्कूल का वातावरण साफ़ और शुद्ध नहीं होगा तो बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। वे कई प्रकार की बीमारियों का शिकार हो जाएंगे। इसलिए स्कूल की सफ़ाई रखना बहुत ही आवश्यक है।

स्कूल को साफ़-सुथरा रखने के लिए निम्नलिखित बातों की ओर विशेष ध्यान देना चाहिए –

  • स्कूल के आंगन में कागज़ आदि के टुकड़े नहीं फेंकने चाहिए। इन्हें कूड़ेदानों में फेंकना चाहिए।
  • स्कूल के सभी कमरों, डैस्कों तथा बैंचों को प्रतिदिन अच्छी तरह साफ़ करना चाहिए।
  • स्कूल में घूमते हुए इधर-उधर थूकना नहीं चाहिए।
  • स्कूल के पाखानों तथा मूत्रालयों (पेशाब-घरों) की सफ़ाई की ओर विशेष ध्यान देना चाहिए। इन्हें प्रतिदिन फिनाइल के साथ धोना चाहिए।
  • स्कूल में पानी पीने वाले स्थान साफ़-सुथरे रहने चाहिएं।
  • दोपहर का खाना खाने के बाद बच्चों को बचा-खुचा खाना, कागज़ आदि स्कूल के भिन्न-भिन्न स्थानों पर पड़े कूड़ेदानों में फेंकना चाहिए।
  • स्कूल के खेल के मैदानों, घास के मैदानों तथा बगीचों को कूड़ा-कर्कट तथा कंकर फेंक कर गन्दा नहीं करना चाहिए।

PSEB 6th Class Physical Education Solutions Chapter 2 सफ़ाई तथा सांभ-सम्भाल

प्रश्न 5.
घर की वस्तुओं की सम्भाल किस तरह की जा सकती है ?
उत्तर-
घर की सम्भाल हमें आस-पड़ोस और स्कूल की सफाई के साथ-साथ इन स्थानों पर प्रयोग की जाने वाली वस्तुओं को सम्भाल अवश्य करनी चाहिए। – घर का सारा सामान अपने निश्चित स्थान पर रखना चाहिए। ताकि ढूंढते समय कोई मुश्किल न आए। अपने निश्चित स्थान पर रखा हुआ सामान ढूंढ़ने में आसानी होती है और टूटने से बचा रहता है।

घर में मौसम अनुसार सर्दी में गर्मियों के कपड़े और गर्मी में सर्दियों के कपड़ों को सम्भाल कर रखना चाहिए।
घर में बने लकड़ी के फर्नीचर, खिड़कियां, दरवाज़े आदि को दीमक से बचाने के लिए समय पर दीमक नाशक दवाई का छिड़काव करना अच्छा होता है। लोहे को जंग लगने वाला सामान को समय-समय पेंट करवा लेना चाहिए। घर में इस्तेमाल करने वाले कांच के सामान चाकू, कैंची, पेचकस, सूई, नेलकटर, ब्लेड और कनक को बचाने और दूसरी दवाइयां फिनाइल और तेजाब की बोतल आदि सुरक्षा वाली जगह पर रखने चाहिए जिसके साथ यह चीजें छोटे बच्चों की पहुंच से दूर रहे।

प्रश्न 6.
स्कूल के सामान की सम्भाल के लिए बच्चों को कौन-कौन सी बातों का ध्यान रखना चाहिए ?
उत्तर-
स्कूल और स्कूल के सामान की सम्भाल-हरेक विद्यार्थी को स्कूल और उसके सामान का ध्यान रखना चाहिए। विद्यार्थियों को स्कूल की दीवार पर पैन या पैंसिल के साथ लाइनें नहीं मारनी चाहिए। क्लास में रखे सामान जैसे-फर्नीचर आदि को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। क्लास में लगे पंखे, ट्यूब लाईट आदि को नहीं तोड़ना चाहिए। क्लास के बाहर जाने के समय बिजली के बटनों को बंद कर देना चाहिए। पानी पीने के पश्चात् विद्यार्थियों को नल को बंद कर देना चाहिए। स्कूल में लगे हुए बगीचे में से पौधे और फूल नहीं तोड़ने चाहिए। बल्कि उनके बचाव रखने से स्कूल की सुंदरता में बढ़ोतरी करनी चाहिए। स्कूल लाईब्रेरी की किताबें अच्छे ढंग से अपने निश्चित स्थान पर रखनी चाहिए। लाइब्रेरी में बैठकर पढ़ते समय शांति बनाये रखनी चाहिए। इसके इलावा खेल का सामान एन०सी०सी० बैंड, स्कूल की अलग-अलग प्रयोगशाला के सामान आदि को भी उसके स्थान पर रखना चाहिए।

Physical Education Guide for Class 6 PSEB सफ़ाई तथा सांभ-सम्भाल Important Questions and Answers

बहुत छोटे उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
व्यक्तिगत सफ़ाई के साथ-साथ और किस वस्तु की सफ़ाई ज़रूरी है ?
उत्तर-
आस-पड़ोस की सफ़ाई।

PSEB 6th Class Physical Education Solutions Chapter 2 सफ़ाई तथा सांभ-सम्भाल

प्रश्न 2.
घर कैसे स्थान पर बनवाना चाहिए ?
उत्तर-
पक्के और ऊंचे स्थान पर।

प्रश्न 3.
गन्दे घर में रहने से क्या होता है ?
उत्तर-
कई तरह के रोग लग जाते हैं।

प्रश्न 4.
घर बनाते समय उस की नींव कैसी होनी चाहिए ?
उत्तर-
चौड़ी, गहरी और मज़बूत।

PSEB 6th Class Physical Education Solutions Chapter 2 सफ़ाई तथा सांभ-सम्भाल

प्रश्न 5.
कमरों में किस वस्तु का प्रबंन्ध होना चाहिए ?
उत्तर-
रोशनी और हवा का।

प्रश्न 6.
गन्दे, बिना रोशनी और सींकरे घरों में रहने से क्या होता है ?
उत्तर-
मनुष्य का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता।

प्रश्न 7.
घर किन-किन से दूर होना चाहिए ?
उत्तर-
बाज़ार और रेलवे स्टेशन से।

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प्रश्न 8.
घर के कूड़ा-कर्कट को किसमें फेंकना चाहिए ?
उत्तर-
ढक्कनदार ढोल में।

प्रश्न 9.
घर में गन्दे पानी के निकास के लिए किसकी व्यवस्था होनी चाहिए ?
उत्तर-
ढकी हुई नालियों की।

प्रश्न 10.
घर में कूड़े-कर्कट को कैसे ठिकाने लगाना चाहिए ?
उत्तर-
गड्ढे में।

PSEB 6th Class Physical Education Solutions Chapter 2 सफ़ाई तथा सांभ-सम्भाल

प्रश्न 11.
पशुओं को किस स्थान पर नहीं बांधना चाहिए ?
उत्तर-
गलियों में।

प्रश्न 12.
पानी को शुद्ध करने के लिए इसमें क्या मिलाना चाहिए ?
उत्तर-
लाल दवाई (पोटाशियम परमैगनेट)।

प्रश्न 13.
पाखानों और मूत्रालयों को किस चीज़ से साफ करना चाहिए ?
उत्तर-
फीनाइल से।

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प्रश्न 14.
घरों के पास पानी से भरे गड्ढों में क्या डालना चाहिए ?
उत्तर-
डी० डी० टी०।

छोटे उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
घर के आसपास की सफ़ाई के लिए किन पांच बातों की तरफ ध्यान देना चाहिए ?
उत्तर-
घर के आसपास की सफ़ाई के लिए निम्नलिखित बातों की तरफ ध्यान देना चाहिए –

  • गलियों और सड़कों में कूड़ा-कर्कट नहीं फेंकना चाहिए।
  • घर के बाहर गलियों में पशु नहीं बांधने चाहिएं।
  • घर के सामने पानी खड़ा नहीं होने देना चाहिए।
  • घरों का कूड़ा-कर्कट गली में रखे ढक्कनदार ढोल में डालना चाहिए।
  • स्थान-स्थान पर थूकना नहीं चाहिए।

प्रश्न 2.
घरों की सफ़ाई के लिए पांच बातें लिखो।
उत्तर-
घर की सफाई के लिए विशेष बातें इस प्रकार हैं –

  • घर के कूड़े-कर्कट और गन्दे पानी के निकास का उचित प्रबन्ध करना चाहिए।
  • घर के सभी कमरों को प्रतिदिन साफ़ करना चाहिए।
  • घर के कूड़े-कर्कट को ढक्कनदार ढोल में डालना चाहिए।
  • मक्खियों और मच्छरों से बचाव के लिए घर में फलीट अथवा फिनाइल का छिड़काव करना चाहिए।
  • घर की प्रत्येक वस्तु को उचित स्थान पर रखना चाहिए।

PSEB 6th Class Physical Education Solutions Chapter 2 सफ़ाई तथा सांभ-सम्भाल

प्रश्न 3.
स्कूल की सफ़ाई रखने के लिए कोई पांच बातें बताएं।
उत्तर-
स्कूल की सफाई रखने के लिए पांच बातें –

  • स्कूल के बैंचों और डैस्कों को साफ़ रखना चाहिए।
  • स्कूल के आंगन को कूड़ा-कर्कट फेंक कर गन्दा नहीं करना चाहिए।
  • लिखते समय स्याही फ़र्श पर नहीं गिरानी चाहिए।
  • स्कूल के कमरों की प्रतिदिन सफ़ाई करनी चाहिए।
  • पाखानों की सफ़ाई फिनाइल डाल कर करनी चाहिए।

प्रश्न 4.
घर में गन्दगी होने के कारण बताएं।
उत्तर-
घर में गन्दगी होने के कारण –

  • फलों, सब्जियों के छिलके और घर का कूड़ा-कर्कट आदि के रखने के लिए उचित स्थान का न होना।
  • रसोई, पाखाने और स्नानागृह के पानी के निकास का उचित प्रबन्ध न होना।
  • पशुओं के गोबर एवं मल-मूत्र का उचित प्रबन्ध न होना।
  • घर में रहने वालों को सफ़ाई के नियमों का उचित ज्ञान न होना।
  • छोटे घर में अधिक जीवों का रहना।
  • घर में अधिक जीवों के रहने पर घर की सफाई का उचित प्रबन्ध न करना।

PSEB 6th Class Physical Education Solutions Chapter 2 सफ़ाई तथा सांभ-सम्भाल

प्रश्न 5.
घर में अधिक व्यक्तियों के होने से घर की सफ़ाई पर बुरा प्रभाव पड़ता है। वर्णन करो।
उत्तर-
घर में अधिक व्यक्तियों के होने से घर की सफ़ाई पर बुरा प्रभाव पड़ता है। यदि घर में अधिक व्यक्ति होंगे तो घर की सफ़ाई ठीक प्रकार से नहीं रखी जा सकती। बच्चे घर की वस्तुओं को इधर-उधर बिखेर देते हैं। वे कागज़ के टुकड़े आदि घर में इधर-उधर फेंक देते हैं। एक व्यक्ति घर में झाड़ देता रहेगा और बच्चे घर में गन्दगी फैलाते रहेंगे। इतना ही नहीं, एक घर में अधिक व्यक्तियों के आते-जाते रहने से बाहर से पांवों से मिट्टी लग कर घर में आ जाएगी। फलत: घर का फ़र्श गन्दा हो जाएगा। इस प्रकार हम देखते हैं कि घर में अधिक व्यक्तियों के रहने से सफ़ाई अच्छी तरह नहीं रह सकेगी।

प्रश्न 6.
शरीर की सफाई के नियम बताओ।
उत्तर-
शरीर की सफ़ाई के मुख्य नियम निम्नलिखित हैं-

  • हमें प्रतिदिन ताज़े और साफ़ पानी से नहाना चाहिए।
  • नहाने के बाद शरीर को साफ़ तौलिये से अच्छी तरह पोंछना चाहिए।
  • बालों को अच्छी तरह सुखा करके कंघी करनी चाहिए।
  • नहाने के बाद मौसम के अनुसार साफ़-सुथरे कपड़े पहनने चाहिएं।
  • बालों की सफाई की ओर विशेष ध्यान देना चाहिए। गर्मियों में सप्ताह में कमसे-कम दो बार और सर्दियों में एक बार किसी बढ़िया साबुन, शैंपू, रीठे, आंवले, दही या नींबू से धोना चाहिए।
  • आंखों की सफाई के लिए आंखों पर ठण्डे पानी के छींटे मारने चाहिएं।
  • दांतों की सफाई के लिए प्रतिदिन सवेरे उठने के बाद और रात को सोने से पहले ब्रुश करना चाहिए। इसके अतिरिक्त हर बार खाना खाने के बाद कुल्ला करना चाहिए।
  • शरीर के अन्य बाहरी अंगों (हाथ, नाक, कान, पैर आदि) की सफ़ाई की ओर विशेष ध्यान देना चाहिए।

PSEB 6th Class Physical Education Solutions Chapter 2 सफ़ाई तथा सांभ-सम्भाल

प्रश्न 7.
घर में गन्दगी फैलने के क्या कारण हैं ?
उत्तर-
घर में गन्दगी होने के कारण (Causes of Dirtness)

  • फलों, सब्जियों, पत्तों और घर के कूड़े-कर्कट के लिए उचित स्थान न होना।
  • रसोई, स्नान घर तथा पाखाने के गन्दे पानी के निकास की ठीक व्यवस्था न होना।
  • गोबर और मल-मूत्र आदि के लिए उचित व्यवस्था न होना।
  • घर वालों को सफ़ाई के नियमों का ज्ञान न होना।
  • छोटे घरों में अधिक सदस्यों का रहना।
  • घर में अधिक सदस्यों के कारण घर की सफ़ाई पर बुरा प्रभाव पड़ना।

प्रश्न 8.
एक अच्छा घर बनाते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ?
उत्तर-
अच्छा घर बनाने के लिए आवश्यक बातें-एक अच्छा घर बनाने के लिए हमें निम्नलिखित बातों की ओर विशेष ध्यान देना चाहिए
(क) घर की स्थिति (Situation of a House) –

  • घर खुश्क, सख्त तथा ऊंची भूमि पर बनाना चाहिए।
  • घर मण्डी, कारखाने, रेलवे स्टेशन तथा श्मशान घाट से दूर बनाना चाहिए।
  • घर तक पहुंचने का रास्ता साफ़, पक्का तथा खुला होना चाहिए।
  • घर में रोशनी तथा हवा काफ़ी मात्रा में आनी चाहिए। इसके लिए खिड़कियों और रोशनदानों की उचित व्यवस्था होनी चाहिए।
  • पड़ोसी अच्छे तथा मेल-मिलाप वाले होने चाहिएं। अच्छे पड़ोसी ही सुखदुःख के भागीदार होते हैं।

(ख) घर की बनावट (Construction of a House) –

  • घर की नींव गहरी, चौड़ी और दृढ़ होनी चाहिए।
  • घर भूमि या सड़क से काफ़ी ऊंचाई पर होना चाहिए ताकि वर्षा का पानी अन्दर न आ सके।
  • घर का फर्श पक्का एवं दृढ़ होना चाहिए। यह न तो अधिक खुरदरा हो और न ही अधिक फिसलने वाला हो। फ़र्श की ढलान भी उचित होनी चाहिए।
  • घर के दरवाजों और खिड़कियों पर जालियां लगवानी चाहिएं ताकि मक्खीमच्छर अन्दर न आ सकें।
  • मकान पक्के बनवाने चाहिएं। कच्चे घरों में सफ़ाई ठीक ढंग से नहीं हो सकती।
  • पाखाना, स्नान घर और रसोई घर एक-दूसरे कमरों से दूर बनाने चाहिएं।
  • रसोई, स्नान घर और पाखाना बनाते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। इनमें प्रकाश, हवा और पानी की विशेष व्यवस्था होनी चाहिए।
  • गन्दे पानी के निकास का उचित प्रबन्ध होना चाहिए। रसोई में धुआं बाहर निकालने के लिए चिमनी आदि का प्रबन्ध होना चाहिए।

PSEB 6th Class Physical Education Solutions Chapter 2 सफ़ाई तथा सांभ-सम्भाल

निम्नलिखित वाक्यों में दिए गए खाली स्थानों को कोष्ठक में दिए गए उचित शब्द चुन कर भरो-

  1. हमें घर ……………. के निकट नहीं बनाना चाहिए। (स्कूल, रेलवे स्टेशन)
  2. घर …………… भूमि पर बनाना चाहिए।(सख्त और ऊंची, नरम और नीची)
  3. पानी को साफ़ करने के लिए ………….. का प्रयोग करना चाहिए। (नीली दवाई, लाल दवाई)
  4. पाखानों और मूत्रालय (पेशाबखानों) को प्रतिदिन …………. के साथ धोना चाहिए। (डी० डी० टी०, फिनाइल)
  5. हमें अपने पशुओं को ………….. में बांधना चाहिए। (गलियों, घरों)

उत्तर-

  1. रेलवे स्टेशन
  2. सख्त और ऊंची
  3. लाल दवाई
  4. फिनाइल
  5. घरों।

PSEB 6th Class Physical Education Solutions Chapter 3 हॉकी का जादूगर-मेजर ध्यानचंद

Punjab State Board PSEB 6th Class Physical Education Book Solutions Chapter 3 हॉकी का जादूगर-मेजर ध्यानचंद Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 6 Physical Education Chapter 3 हॉकी का जादूगर-मेजर ध्यानचंद

PSEB 6th Class Physical Education Guide हॉकी का जादूगर-मेजर ध्यानचंद Textbook Questions and Answers

प्रश्न 1.
मेजर ध्यानचंद का जन्म कब हुआ ?
उत्तर-
मेजर ध्यानचंद का जन्म 29 अगस्त, 1905 ई० में इलाहाबाद में पिता सोमेश्वर दत्त के घर हुआ।

प्रश्न 2.
भारतीय हॉकी टीम ने पहली बार ओलम्पिक खेलों में कब भाग लिया ? इन खेलों में भारत ने कौन-सा तमगा प्राप्त किया ?
उत्तर-
13 मई, 1926 में न्यूज़ीलैंड में पहले अंतर्राष्ट्रीय खेल में भाग लिया और जीत हासिल की। 1928 ई० में एम्बरूडर्म ओलम्पिक खेलों में भाग लिया और सोने का तमगा जीता। 1932 ई० में लॉस ऐंजलस ओलम्पिक में ध्यानचंद ने भाग लिया और सैंटर फारवर्ड के रूप में अहम् भूमिका निभाई। फाइनल मैच अमेरिका के साथ हुआ। मेजर ध्यानचंद ने निजी 8 गोल किये और मैच 24-1 गोल के साथ जीत लिया। इस ओलम्पिक में भारतीय टीम ने 262 गोल किये। जिसमें 101 गोल ध्यानचंद ने किये थे, जिसके लिए ध्यानचंद का नाम हॉकी के क्षेत्र में चोटी के खिलाड़ियों में शामिल हुआ।

PSEB 6th Class Physical Education Solutions Chapter 3 हॉकी का जादूगर-मेजर ध्यानचंद

प्रश्न 3.
मेजर ध्यानचंद के जीवन से जुड़ी कहानियों में से किसी एक का वर्णन करें।
अथवा
मेजर ध्यानचंद की जीवनी के बारे में एक नोट लिखो।
उत्तर-
मेजर ध्यानचंद भारत का हॉकी खेल का एक प्रसिद्ध खिलाड़ी था, जिसने अपनी खेल शैली के कारण भारत का नाम दुनिया में चमकाया। हॉकी में मेजर ध्यानचंद ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सोने और चांदी के तमगे जीते। मेजर ध्यानचंद का जन्म 29 अगस्त 1905 ई० में इलाहाबाद में पिता समेश्वर दत्त के घर हुआ। पिता और बड़ा भाई रूप सिह भी हॉकी के उभरे खिलाड़ी थे। इस तरह ध्यानचंद का हॉकी की खेल विरासत में मिला। इनके पिता जी ब्रिटिश इंडियन आर्मी में नौकरी करते थे। मेजर ध्यानचंद 16 साल की उम्र में फौज में भर्ती हुए और वहां पर सूबेदार मेजर तिवारी ने हॉकी खेलने के लिए प्रेरित किया। वहां फौज की ड्यूटी करने के बाद देर रात तक चांद की रोशनी में प्रैकटिस करते थे।

1922 से लेकर 1926 तक सेना के खेल मुकाबले में भाग लिया। इन खेल मुकाबलों में ध्यानचंद के खेल की बहुत प्रशंसा हुई। इस महान् खिलाड़ी के साथ चंद कथाएं जुड़ी हुईं हैं। एक बार हालैंड में ध्यानचंद की हॉकी तोड़ कर देखी गई कि इस खिलाड़ी ने अपनी स्टिक में कोई चुम्बक जैसी चीज़ न फिट की हो। वास्तव में ध्यानचंद का गेंद पर बहुत काबू था।

उसकी गेंद उसकी हॉकी से अलग नहीं होती थी। कई लोग मानते हैं कि उसकी हॉकी एक जादू की हॉकी है। ध्यानचंद ने अपनी कमाल की खेल के साथ जर्मनी के तानाशाह हिटलर का भी दिल जीत लिया था। हिटलर ने ध्यानचंद को जर्मनी की तरफ से खेलने की पेशकश की थी और फौज में बड़ा पद देने का लालच भी दिया। ध्यानचंद ने भारत की तरफ से खेलना ही अपना गौरव समझा था।

ध्यानचंद जी को भारत सरकार ने 1956 ई० में पद्म भूषण के साथ सम्मानित किया। इंडियन ओलम्पिक ऐसोसिएशन की तरफ से शताब्दी का सर्वोत्तम खिलाड़ी घोषित किया । अब ध्यानचंद जी का जन्म दिन बतौर नैशनल स्पोर्टस के तौर पर भारत देश में मनाया जाता है। इस महान् खिलाड़ी की उपलब्धियों को देखते हुए यह तय है कि उनका जन्म दिन हॉकी खेलों के लिए हुआ था और खेल जीवन में 1000 से ज्यादा गोल किये, जिसमें 400 गोल अंतर्राष्ट्रीय और अलग-अलग देशों की टीमों के विरुद्ध किये गये जिसके द्वारा उनको फौज में तरक्की मिलती गई।

ध्यानचंद जी ने नैशनल इंस्टीच्यूट ऑफ़ पटियाला के चीफ़ कोच होने का मान प्राप्त किया। 3 दिसम्बर 1979 में मेजर ध्यानचंद का देहांत हो गया। भारतीय डाक विभाग ने उनकी याद में एक डाक टिकट भी जारी किया था और दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय खेल स्टेडियम उसके नाम से बनाया गया। सारे खिलाड़ियों को दिली ख्वाहिश है कि उनको मरने के बाद भारत रत्न’ दिया जाए।

प्रश्न 4.
मेजर ध्यानचंद ने पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच कब और कहां खेला ?
उत्तर-
मेजर ध्यानचंद ने 13 मई, 1926 को न्यूजीलैंड में पहले अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला जिसमें 18 मैच भारतीय टीम ने मेजर ध्यानचंद की बेहतरीन खेल से जीते।

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प्रश्न 5.
मेजर ध्यानचंद का बुत कौन-से देश में लगाया हुआ है ?
उत्तर-
मेजर ध्यानचंद का बुत ऑस्ट्रेलिया के शहर वियाना में लगा हुआ है। इस बुत के चार हाथ बनाये गये हैं और चारों हाथों में चार हाकियां पकड़ाई हुई हैं। यह बुत उसके अनोखे खेल का प्रतीक है।

प्रश्न 6.
मेजर ध्यानचंद की याद को समर्पित भारत सरकार की ओर से कौनकौन से कदम उठाये गए हैं ?
उत्तर-

  1. भारत सरकार द्वारा मेजर ध्यानचंद की अनोखी खेल प्रतिभा को देखते हुए उनको 1956 ई० में पद्म भूषण देकर सम्मानित किया गया।
  2. ध्यानचंद का जन्म दिन बतौर ‘नैशनल स्पोर्टस डे’ के तौर पर भारत में मनाया जाता है।
  3. भारतीय डाक विभाग ने उनकी याद में एक डाक टिकट भी जारी किया था।
  4. भारत सरकार ने दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय खेल स्टेडियम उनके नाम से बनाया।

Physical Education Guide for Class 6 PSEB हॉकी का जादूगर-मेजर ध्यानचंद Important Questions and Answers

बहुत छोटे उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
मेजर ध्यानचंद किस खेल के साथ जुड़े हुए थे ?
उत्तर-
मेजर ध्यानचंद हॉकी’ खेल के साथ जुड़े हुए थे।

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प्रश्न 2.
ध्यानचंद ने हॉकी कहाँ खेलना शुरू किया ?
उत्तर-
फौज में।

प्रश्न 3.
हॉकी का जादूगर किसे कहा जाता है ?
उत्तर-
मेजर ध्यानचंद जी को।

प्रश्न 4.
मेजर ध्यानचंद का जन्म कब हुआ ?
उत्तर-
मेजर ध्यानचंद जी का जन्म 29 अगस्त, 1905 में इलाहाबाद में हुआ।

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प्रश्न 5.
मेजर ध्यानचंद के पिता का क्या नाम था ?
उत्तर-
सोमेश्वर दत्त।

प्रश्न 6.
क्या उनके बड़े भाई रूप सिंह भी हॉकी के खिलाड़ी थे ?
उत्तर-
हाँ।

प्रश्न 7.
मेजर ध्यानचंद जी के पिता कहाँ नौकरी करते थे ?
उत्तर-
उनके पिता जी ‘ब्रिटिश इंडियन आर्मी’ में नौकरी करते थे।

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प्रश्न 8.
मेजर ध्यानचंद ने किस उम्र में फौज की नौकरी की ?
उत्तर-
16 साल की उम्र में फौज की नौकरी की।

प्रश्न 9.
पहली बार मेजर ध्यानचंद ने किस अंतर्राष्ट्रीय मैच में भाग लिया ?
उत्तर-
13 मई, 1926 ई० में।

प्रश्न 10.
ध्यानचंद जी ने किस ओलम्पिक में पहली बार भाग लिया ?
उत्तर-
1928 में एमस्टरडर्म में भाग लिया।

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छोटे उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
मेजर ध्यानचंद जी का जन्म कब और कहाँ हुआ और उनका देहांत कब हुआ ?
उत्तर-
मेजर ध्यानचंद जी का जन्म 29 अगस्त, 1905 ई० में इलाहाबाद में हुआ। 3 दिसम्बर, 1979 ई० में मेजर ध्यानचंद का देहांत हो गया।

प्रश्न 2.
हॉकी खेल जीवन में मेजर ध्यानचंद जी ने अपने विरोधियों में कितने गोल किये ?
उत्तर-
मेजर ध्यानचंद जी ने अपने विरोधियों में 1000 गोल किये।

प्रश्न 3.
ध्यानचंद अंतर्राष्ट्रीय मैचों में कितने गोल किये ?
उत्तर-
ध्यानचंद अंतर्राष्ट्रीय मैचों में 400 गोल किये।

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प्रश्न 4.
ध्यानचंद ने हॉकी खेलना कहां शुरू किया ?
उत्तर-
ध्यानचंद ने हॉकी खेलना फौज में शुरू किया।

प्रश्न 5.
ध्यानचंद को हिटलर ने क्या कहा था ?
उत्तर-
उसको जर्मनी की तरफ से खेलने को कहा।

प्रश्न 6.
जर्मनी की हिटलर ने मेजर ध्यानचंद को जर्मनी की फौज में आने पर कौन-सा पद देने के लिए कहा ? ।
उत्तर-
बड़ा पद देने के लिए कहा।

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प्रश्न 7.
ब्रैडमैन ने ध्यानचंद को क्या पूछा था ?
उत्तर-
हॉकी के साथ वह इतने गोल कैसे कर लेते हैं।

प्रश्न 8.
पद्म भूषण के साथ सम्मानित करने के पीछे इंडियन ओलम्पिक ऐसोसिएशन ने उनको किस पद से विभूषित किया?
उत्तर-
शताब्दी का सर्वोत्तम खिलाड़ी घोषित किया।

प्रश्न 9.
ध्यानचंद जी का बुत कौन-से देश में है ?
उत्तर-
ऑस्ट्रेलिया शहर वियाना में है।

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प्रश्न 10.
ध्यानचंद की हॉकी क्यों तोड़ी गई थी ?
उत्तर-
यह देखने के लिए कि उसकी हॉकी में कोई चुम्बक तो नहीं लगा है।

बडे उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
मेजर ध्यानचंद के जीवन के साथ जुड़ी कहानी का वर्णन करो।
उत्तर-
मेजर ध्यानचंद ने महान् क्रिकेटर डॉन ब्रैडमैन को भी अपना प्रशंसक बना लिया। ब्रैडमैन ने ध्यानचंद को सवाल किया कि वह इतने गोल कैसे कर लेता है। ध्यानचंद ने कहा कि कि जैसे बल्ले के साथ दौड़ें बन जाती हैं। इस तरह स्टिक के साथ गोल हो जाते हैं।

प्रश्न 2.
ध्यानचंद ने अपने खेल जीवन में क्या-क्या उपलब्धियां हासिल की ?
उत्तर-
भारत सरकार ने ध्यानचंद को 1956 ई० में पद्म भूषण देकर सम्मानित किया। इंडियन ओलम्पिक ऐसोसिएशन की तरफ शताब्दी का सर्वोत्तम खिलाड़ी घोषित किया गया और उनका जन्म दिन बतौर “नैशनल स्पोर्टस डे” के तौर पर सारे भारत में मनाया जाता है। ध्यानचंद के सुपुत्र अशोक कुमार ने भारतीय हॉकी टीम को वर्ल्ड कप, ओलम्पिक और एशियन खेलों में बहुत सारे तगमे दिये थे। ध्यानचंद का सम्मान सारी दुनिया में हुआ।

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प्रश्न 3.
1932 ई० में ओलम्पिक खेलों में ध्यानचंद की उपलब्धियों का वर्णन करें।
उत्तर-
1932 ई० में लॉस ऐंजल्स ओलम्पिक में भारतीय टीम ने भाग लिया। ध्यानचंद ने सैंटर फारवर्ड के रूप में अहम भूमिका निभाई। इन ओलम्पिक खेलों में फाइनल मैच अमेरिका और भारत में हुआ, जिसमें भारत ने अमेरिका की टीम को 24-1 गोलों से हराया। इन 24 गोलों में 8 गोल अकेले ध्यानचंद ने किये। अमेरिका की इस शर्मनाक हार पर अमेरिका ने ही एक अखबार में छपवाया कि भारतीय हॉकी टीम तो पूर्व से आया तूफ़ान थी। इन ओलम्पिक खेलों के दौरान भारतीय टीम ने कुल 262 गोल किये, जिसमें 101 गोल अकेले ध्यानचंद ने दागे। इन खेलों के बाद मेजर ध्यानचंद का नाम दुनिया के चोटी के खिलाड़ियों में शामिल हो गया।

प्रश्न 4.
ध्यानचंद जी के परिवार के बारे में दो लाइनें लिखें।
उत्तर-
मेजर ध्यानचंद जी का जन्म 29 अगस्त, 1905 में इलाहाबाद में हुआ। इनके पिता का नाम सोमेश्वर दत्त था और बड़े भाई रूप सिंह थे, जो हॉकी के उभरे हुए खिलाड़ी थे। इस तरह ध्यानचंद को हॉकी की खेल विरासत में मिली। उनके पिता जी ब्रिटिश इंडियन आर्मी में नौकरी करते थे। ध्यानचंद जी के सुपुत्र अशोक कुमार ने भारतीय हॉकी टीम को वर्ल्ड कप और ओलम्पिक और एशियन खेलों में भी तमगे जीत कर दिये। इस तरह ध्यानचंद जी का सारा परिवार हॉकी के साथ जुड़ा हुआ था।

PSEB 6th Class Home Science Practical अपने कपड़ों को धोना

Punjab State Board PSEB 6th Class Home Science Book Solutions Practical अपने कपड़ों को धोना Notes.

PSEB 6th Class Home Science Practical अपने कपड़ों को धोना

अति छोटे उत्तर वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
वस्त्रों की धुलाई में टब, बाल्टियों तथा चिलमची की आवश्यकता क्यों पड़ती है?
उत्तर–
पानी भरने, साबन को फेन बनाने, वस्त्रों को फुलाने, वस्त्रों को धोने, खंगालने, नील, क्लफ लगाने तथा रंगने के लिए इनकी आवश्यकता पड़ती है।

प्रश्न 2.
वस्त्रों की धुलाई में कटोरों का क्या उपयोग होता है?
उत्तर-
स्टार्च का पेस्ट बनाने, दाग-धब्बे छुड़ाने के लिए पेस्ट बनाने, नील बनाने तथा धब्बों को डुबाकर रखने के लिए।

प्रश्न 3.
स्क्रबिंग बोर्ड क्या होता है?
उत्तर-
यह एक प्रकार का तख्ता होता है जिसकी आवश्यकता अधिक गन्दे कपड़ों को उस पर रखकर रगड़ने के लिए पड़ती है।

PSEB 6th Class Home Science Practical अपने कपड़ों को धोना

प्रश्न 4.
स्क्रबिंग बोर्ड किसके बने होते हैं?
उत्तर-
लकड़ी, जिंक, स्टील या शीशे के।

प्रश्न 5.
सबसे अच्छा स्क्रबिंग बोर्ड किसका होता है ?
उत्तर-
लकड़ी का।

प्रश्न 6.
सक्शन वाशर क्या होता है?
उत्तर-
यह एक उपकरण है जिसमें एक हैंडिल तथा नीचे की ओर से एक कटोरे के समान गोलाकार छिद्रयुक्त उन्नतोदर तल होता है। इसमें धुलाई किए जा रहे वस्त्रों पर दबाव डालकर उनमें से बार-बार साबुन के पानी को निकालना और पुनः प्रवेश कराना पड़ता है।

PSEB 6th Class Home Science Practical अपने कपड़ों को धोना

प्रश्न 7.
धुलाई के साबुनों के स्वरूप बताओ।।
उत्तर-

  1. टिक्की या बार साबुन,
  2. साबुन का घोल,
  3. साबुन की चिप्पी या फ्लेक,
  4. साबुन की जैली,
  5. साबुन के चूर्ण,
  6. द्रावण चूर्ण।

प्रश्न 8.
रीठे का प्रयोग किन वस्त्रों की धुलाई के लिए उपयुक्त रहता है ?
उत्तर-
जिन वस्त्रों के रंग छूटने की सम्भावना रहती है तथा रेशमी व ऊनी वस्त्रों के लिए।

प्रश्न 9.
शिकाकाई से वस्त्रों को धोने का क्या लाभ है?
उत्तर-
वस्त्रों से सटी चिकनाई भरी अशुद्धि की सफ़ाई इसके द्वारा आसानी से हो जाती है। इससे वस्त्रों के रंगों की सुरक्षा भी होती है। यह सूती, रेशमी तथा ऊनी सभी वस्त्रों के लिए उपयोगी है।

PSEB 6th Class Home Science Practical अपने कपड़ों को धोना

प्रश्न 10.
कपड़ों की धुलाई में ब्रश का क्या महत्त्व है?
उत्तर-
रगड़कर गन्दे कपड़ों से मैल छुड़ाने में।

प्रश्न 11.
सक्शन वाशर की क्या उपयोगिता है?
उत्तर-
यह गन्दे कपड़े धोने के काम आता है।

प्रश्न 12.
सक्शन वाशर का प्रयोग किस प्रकार किया जाता है?
उत्तर-
टब में साबुन का पानी तैयार करके सक्शन वाशर को ऊपर-नीचे चलाकर कपड़ों की धुलाई की जाती है।

PSEB 6th Class Home Science Practical अपने कपड़ों को धोना

प्रश्न 13.
कपड़े सुखाने की रैक किन घरों के लिए उपयोगी होती है?
उत्तर-
जिन घरों में बाहर कपड़े सुखाने के लिए उचित स्थान नहीं होता।

प्रश्न 14.
बिजली की प्रैस (इस्तरी) कोयले की प्रैस से क्यों अच्छी मानी जाती है?
उत्तर-
क्योंकि बिजली की प्रैस में सूती, ऊनी, रेशमी कपड़ों पर इस्तरी करने के लिए ताप का नियन्त्रण किया जा सकता है।

प्रश्न 15.
माँड़ (कलफ) बनाने के लिए सामान्यतः किन पदार्थों का उपयोग किया जाता है?
उत्तर-
चावल, मैदा, अरारोट, साबूदाना।

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प्रश्न 16.
कपड़ों में नील क्यों किया जाता है ?
उत्तर-
कपड़ों पर सफेदी लाने के लिए।

प्रश्न 17.
टिनोपाल का प्रयोग क्यों किया जाता है?
उत्तर-
कपड़ों पर सफेदी लाने के लिए।

प्रश्न 18.
वस्त्रों की धुलाई में धुलाई के विभिन्न उपकरणों के प्रयोग का क्या लाभ होता है?
उत्तर-
धुलाई का काम सरलता से हो जाता है और परिश्रम तथा समय की बचत होती

PSEB 6th Class Home Science Practical अपने कपड़ों को धोना

प्रश्न 19.
वस्त्रों की रंगाई का क्या महत्त्व है?
उत्तर-
फीके पड़े हुए वस्त्रों को फिर से सुन्दर बनाया जा सकता है तथा मैचिंग के लिए वस्त्र को रंग कर तैयार किया जा सकता है।

प्रश्न 20.
मानव-निर्मित अथवा मानकृत तन्तुओं के कुछ उदाहरण दो।
उत्तर-
नायलॉन, पॉलिएस्टर, टेरीलीन, डेक्रॉन, ऑरलॉन, एक्रीलिक आदि।

प्रश्न 21.
रेयॉन किस प्रकार का तन्तु है-प्राकृतिक या मानव-निर्मित ?
उत्तर-
रेयॉन प्राकृतिक तथा मानव-निर्मित दोनों ही प्रकार का तन्तु है।

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प्रश्न 22.
सबसे पुराना मानवकृत तन्तु कौन-सा है ?
उत्तर-
रेयॉन।

प्रश्न 23.
सेल्युलोज से कौन-सा तन्तु मानव-निर्मित है?
उत्तर-
रेयॉन।

प्रश्न 24.
जानवरों के बालों से प्राप्त होने वाला प्रमुख वस्त्रीय तन्तु कौन-सा
उत्तर-
ऊन।

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प्रश्न 25.
प्राकृतिक तन्तु वाले पदार्थों से रासायनिक विधियों से नए प्रकार का कौन-सा मुख्य तन्तु प्राप्त किया जाता है?
उत्तर-
रेयॉन।

प्रश्न 26.
नायलॉन किस प्रकार का तन्तु है ?
उत्तर-
तन्तुविहीन रसायनों से प्राप्त किया जाने वाला।

प्रश्न 27.
तन्तु स्रोत को कितने भागों में बाँटा जा सकता है?
उत्तर-
दो भागों में-

  1. प्राकृतिक तथा
  2. मानव-निर्मित।

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प्रश्न 28.
रेशमी वस्त्रों पर कड़ापन लाने के लिए अन्तिम खगाल के पानी में क्या मिलाना चाहिए?
उत्तर-
सिरका या नींबू का रस।

प्रश्न 29.
रेशमी वस्त्रों पर कड़ापन लाने के लिए किस घोल का प्रयोग किया जाता है?
उत्तर-
गोंद के पानी का (गम वाटर)।

प्रश्न 30.
रेशमी वस्त्रों को धूप में क्यों नहीं सुखाना चाहिए?
उत्तर-
धूप में सुखाने से रेशमी वस्त्र पीले पड़ जाते हैं तथा रंगीन वस्त्रों का रंग फीका पड़ जाता है।

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प्रश्न 31.
थोड़ी नमी की स्थिति में ही रेशमी वस्त्रों पर प्रैस क्यों करनी चाहिए?
उत्तर-
पूर्ण सूखे रेशमी वस्त्रों पर प्रेस करने से तन्तु ढीले पड़ जाते हैं।

प्रश्न 32.
ऊन का तन्तु आपस में किन कारणों से जुड़ जाता है ?
उत्तर-
नमी, क्षार, दबाव तथा गर्मी के कारण।।

प्रश्न 33.
ऊन के तन्तुओं की सतह कैसी होती है?
उत्तर-
खुरदरी।

PSEB 6th Class Home Science Practical अपने कपड़ों को धोना

प्रश्न 34.
ऊन के रेशों की सतह खुरदरी क्यों होती है?
उत्तर-
क्योंकि ऊन की सतह पर परस्पर व्यापी शल्क होते हैं।

प्रश्न 35.
ऊन के रेशों की सतह के शल्कों की प्रकृति कैसी होती है?
उत्तर-
लसलसी, जिससे शल्क जब पानी के सम्पर्क में आते हैं तो फूलकर नरम हो जाते हैं।

प्रश्न 36.
ताप के अनिश्चित परिवर्तन से रेशों पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर-
रेशों में जमाव व सिकुड़न हो जाती है।

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प्रश्न 37.
ऊनी वस्त्रों को किस प्रकार के साबुन से धोना चाहिए?
उत्तर-
कोमल प्रकृति के शुद्ध क्षाररहित साबुन से।

छोटे उत्तर वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
स्टार्च या कलफ क्या होता है?
उत्तर-
स्टॉर्च या कलफ का प्रयोग धुले वस्त्रों पर, उन पर कड़ापन लाने के लिए किया जाता है। स्टॉर्च का प्रयोग विशेष रूप से सूती वस्त्रों के लिए ही किया जाता है। सूती वस्त्र धोने पर ढीले हो जाते हैं। कलफ लगाने से उनमें कड़ापन आ जाता है और इस्तरी के बाद उनमें सुन्दरता व ताज़गी दिखाई देती है।

प्रश्न 2.
धुलाई में नील का क्या महत्त्व है?
उत्तर-
सूती वस्त्रों की सफेदी बढ़ाने के लिए नील लगायी जाती है। सफ़ेद वस्त्र पहनने अथवा धोने के पश्चात् पीले पड़े जाते हैं क्योंकि उनकी सफेदी जाती रहती है। इस पीले रंग को दूर करने के लिए नील का प्रयोग किया जाता है। इससे वस्त्र में सफेदी व नवीनता पुनः आ जाती है।

PSEB 6th Class Home Science Practical अपने कपड़ों को धोना

प्रश्न 3.
वस्त्रों पर इस्तरी करने की आवश्यकता क्यों होती है?
उत्तर-
वस्त्रों की धुलाई के पश्चात् सभी कपड़ों पर प्रायः सिलवटें पड़ जाती हैं। कुछ वस्त्र ऐसे भी होते हैं जो मैले न होते हुए भी सिलवटों के कारण पहनने योग्य नहीं होते। ऐसे वस्त्रों को मूलरूप व आकर्षण देने के लिए इन पर इस्तरी करने की आवश्यकता होती है।

प्रश्न 4.
वस्त्रों की रंगाई का क्या महत्त्व है?
उत्तर-
रंगाई द्वारा फीके पड़े हुए वस्त्रों को फिर से आकर्षक व सुन्दर बनाया जा सकता है। किसी भी वस्त्र को इच्छित रंग में बदला जा सकता है।

प्रश्न 5.
रेयॉन की विशेषताएँ बताइए।
उत्तर-
भौतिक विशेषताएँ-रेयॉन का तन्तु भारी, कड़ा तथा कम लचकदार होता है। जब रेयॉन के धागे को जलाया जाता है तो सरलता से जल जाता है। सूक्ष्मदर्शी यन्त्र से देखने पर इसके तन्तु लम्बाकार, चिकने एवं गोलाकार दिखाई देते हैं। रेयॉन में प्राकृतिक तन्यता नहीं होती है। यह वस्त्र रगड़ने से कमजोर हो जाता है तथा इसकी चमक नष्ट हो जाती है। यदि धोते समय, वस्त्र को रगड़ा जाये तो छेद होने का भय रहता है। पानी से रेयॉन की शक्ति नष्ट हो जाती है। जब रेयॉन सूख जाता है तो पुनः अपनी शक्ति को प्राप्त कर लेता है।
रेयॉन ताप का अच्छा संचालक है। यह उष्णता को शीघ्र निकलने देता है, अतः यह ठण्डा होता है।
PSEB 6th Class Home Science Practical अपने कपड़ों को धोना 1
चित्र 4.1 सूक्ष्मदर्शी में रेयॉन की रचना
ताप के प्रभाव से रेयॉन के तन्तु पिघल जाते हैं तथा उनकी चमक नष्ट हो जाती है। धूप रेयॉन की शक्ति को नष्ट करती है।

रासायनिक विशेषताएँ-रेयॉन की रासायनिक विशेषताएँ कुछ-कुछ रूई के समान ही हैं। क्षार के प्रयोग से रेयॉन की चमक नष्ट हो जाती है। द्रव अम्ल व अम्लीय क्षार का रेयॉन पर प्रयोग किया जा सकता है क्योंकि यह रेयॉन को कोई हानि नहीं पहुँचाता

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प्रश्न 6.
टेरीलीन की भौतिक तथा रासायनिक विशेषताएँ बताइए।
उत्तर-
भौतिक विशेषताएँ-टेरीलीन के तन्तु भारी एवं मज़बूत होते हैं।
सूक्ष्मदर्शी यन्त्र द्वारा देखा जाये तो ये रेयॉन एवं नायलॉन के तन्तुओं की भाँति दिखाई देते हैं। ये तन्तु सीधे, चिकने एवं चमकदार होते हैं।
टेरीलीन में नमी को शोषित करने की शक्ति नहीं होती, इसलिए पानी से इसके रूप में कोई परिवर्तन नहीं आता है।
टेरीलीन तन्तु जलाने पर धीरे-धीरे जलते हैं व धीरे-धीरे पिघलते भी हैं। यह प्रकाशअवरोधक होते हैं।
टेरीलीन के वस्त्र को धोने पर उसमें सिकुड़न नहीं आती है। रासायनिक विशेषताएँ
टेरीलीन पर अम्ल का प्रभाव हानिकारक नहीं होता परन्तु अधिक तीव्र आम्लिक क्रिया वस्त्र को नष्ट कर देती है। क्षार का इस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। किसी भी प्रकार के रंग में इन्हें रंगा जा सकता है।

प्रश्न 7.
ऑरलॉन तन्तुओं की विशेषताएँ बताइए।
उत्तर-
सूक्ष्मदर्शी यन्त्र से देखने पर ये हड्डी के समान दिखाई देते हैं। ऑरलॉन में ऊन तथा रूई के कम अपघर्षण प्रतिरोधन-शक्ति होती है।
ऑरलॉन में उच्च श्रेणी की स्थाई विद्युत् शक्ति होती है। जलाने पर यह जलता है व साथ-साथ पिघलता भी है।
ऑरलॉन का तन्तु आसानी से नहीं रंगा जा सकता। रंग का पक्कापन रंगाई की विधि पर तथा वस्तु की बनावट पर निर्भर करता है। इस तन्तु को रंगने के लिए ताँबा-लोहा विधि बहुत सफल हुई है। वस्त्र का सिकुड़ना उसकी बनावट पर निर्भर करता है।
ऑरलॉन के वस्त्र को धोने के पश्चात् लोहा करने की आवश्यकता नहीं रहती है। ये शीघ्रता से सूख जाते हैं। इन वस्त्रों में टिकाऊपन अधिक होता है।

प्रश्न 8.
ऊनी बुने हुए स्वेटर की धुलाई आप किस प्रकार करेंगी?
उत्तर-
ऊनी स्वेटर पर प्रायः बटन लगे होते हैं। यदि कुछ ऐसे फैन्सी बटन हों जिनको धोने से खराब होने की सम्भावना हो तो उतार लेते हैं। यदि स्वेटर कहीं से फटा हो तो सी लेते हैं। अब स्वेटर का खाका तैयार करते हैं। इसके उपरान्त गुनगुने पानी में आवश्यकतानुसार लक्स का चूरा अथवा रीठे का घोल मिलाकर हल्के दबाव विधि से धो लेते हैं। तत्पश्चात् गुनगुने साफ़ पानी से तब तक धोते हैं जब तक सारा साबुन न निकल जाए। ऊनी वस्त्रों के लिए पानी का तापमान एक-सा रखते हैं तथा ऊनी वस्त्रों को पानी में बहुत देर तक नहीं भिगोना चाहिए वरना इनके सिकुड़ने का भय हो सकता है। इसके बाद एक रोंएदार (टर्किश) तौलिये में रखकर उसको हल्के हाथों से दबाकर पानी निकाल लेते हैं। फिर खाके पर रखकर किसी समतल स्थान पर छाया में सुखा लेते हैं।
PSEB 6th Class Home Science Practical अपने कपड़ों को धोना 2
चित्र 4.2. ऊनी वस्त्र का खाका बनाना

PSEB 6th Class Home Science Practical अपने कपड़ों को धोना

प्रश्न 9.
रेशमी व ऊनी वस्त्रों की धुलाई करने में क्या अन्तर है ? कारण सहित बताओ।
उत्तर-
रेशमी व ऊनी वस्त्रों की धुलाई में निम्नलिखित अन्तर हैं-

रेशमी वस्त्रों की धुलाई ऊनी वस्त्रों की धुलाई
1. पानी गुनगुना होना चाहिए। धोते समय पानी का तापमान बदलने से कोई हानि नहीं होती। अन्तिम बार इसको अवश्य ही ठण्डे पानी में से निकालना चाहिए। यदि ऐसा किया जाता है तो जो गोंद रेशम में होता है, वह ऊपर की सतह पर आ जाता है। 1. पानी तो गुनगुना ही होना चाहिए परन्तु धोते समय पानी का तापमान एकसा ही होना चाहिए। यदि ऐसा न किया जाए तो ऊन के तन्तु सिकुड़ जाते हैं।
2. धोने से पूर्व वस्त्र का खाका तैयार करने की कोई आवश्यकता नहीं होती। 2. धोने से पूर्व वस्त्र का खाका तैयार कर लेना चाहिए। इससे वस्त्र का आकार बना रहता है।
3. हल्की दबाव विधि से धोना चाहिए। 3. हल्की दबाव विधि से जल्दी से जल्दी धोना चाहिए जिससे वस्त्र सिकुड़े नहीं।
4. कलफ लगाने के लिए गोंद का घोल प्रयोग किया जता है। 4. कलफ लगाने की आवश्यकता नहीं होती।
5. हल्के दबाव से निचोड़ना चाहिए। 5. सूखे रोंएदार तौलिए में लपेटकर हल्के हाथों से दबाना चाहिए।
6. वस्त्र को उल्टा करके छाया में सुखाना चाहिए। 6. रेखांकित स्थानों पर कपड़े के सिरे रखकर छाया में उल्टा करके समतल स्थान पर सुखाना चाहिए जहाँ चारों ओर से कपड़े पर हवा लगे।
7. जब वस्त्र में थोड़ी नमी रह जाए तो उस पर हल्की गर्म इस्तरी करनी चाहिए। 7. यदि रेखांकित स्थानों पर वस्त्र को ठीक प्रकार से सुखाया जाए तो प्रेस की आवश्यकता नहीं होती।

 

बड़े उत्तर वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
वस्त्रों को धोने के लिए किस-किस सामान की आवश्यकता होती है ?
उत्तर-
वस्त्रों को धोने के लिए निम्नलिखित सामान की आवश्यकता होती है-
1. चिलमची, टब, बेसिन या बाल्टियाँ-ये वस्त्र धोने के प्रयोग में आते हैं। इनका आकार इतना बड़ा होना चाहिए कि पाँच-छः कपड़े आसानी से धुल सकें। इसका प्रयोग पानी भरने, साबुन का फेन बनाने, वस्त्रों को धोने, खंगालने, नील व माँड़ लगाने में भी किया जाता है। यह बर्तन प्लास्टिक या तामचीनी के होने चाहिएं ताकि बर्तन की धातु का वस्त्र पर कोई प्रभाव न पड़े। बाल्टी और टब प्लास्टिक के भी अच्छे होते हैं।

2. सिंक-कपड़े धोने के लिए सिंक अच्छा रहता है। धोने का काम सिंक में बड़ी सुविधा से होता है, मेहनत कम लगती है। सिंक की आकृति, आकार, ऊँचाई, समाई तथा स्थिति सभी धुलाई को सुविधाजनक और कम समय एवं श्रम में करने में योगदान देते हैं। 36 इंच ऊँचे, 20 इंच लम्बे, 20 इंच चौड़े तथा 12 इंच गहरे सिंक अच्छे होते हैं।

3. तामचीनी के कटोरे-इसका प्रयोग नील या माँड़ घोलने के लिए किया जाता है। धब्बे छुड़ाते समय भी ऐसे कटोरों की आवश्यकता होती है।

4. लकड़ी या धातु के चम्मच-नील घोलने के लिए या माँड़ बनाने के लिए प्रयोग में आते हैं।
5. ब्रुश-वस्त्र पर जहाँ अधिक गन्दगी लगी हो, ब्रुश द्वारा साफ़ की जाती है।

6. स्क्रबिंग बोर्ड या रगड़ने का तख्ता-पत्थर पर वस्त्र रगड़ने की बजाय वस्त्र को रगड़ने के लिए लकड़ी का तख्ता रखना चाहिए। इस तख्ते पर कपड़ा रगड़ने से मैल शीघ्रता से निकल जाती है। स्क्रबिंग बोर्ड लकड़ी के अलावा जिंक, शीशे तथा स्टील के भी बनते हैं, परन्तु लकड़ी के ही सबसे अच्छे रहते हैं।

7. सक्शन वाशर-इसका निचला भाग धातु का एवं हैंडिल लकड़ी का बना होता है। इससे भारी कपड़े जैसे कम्बल, दरी, सूट आदि धोने में सरलता होती है।

8. साइफन ट्रेनर-यह वाशिंग मशीन में पानी भरने के प्रयोग में आता है। इसी के द्वारा मशीन से पानी भी निकाला जाता है।

9. वस्त्र सुखाने का रैक-बहुत से ऐसे मकान जहाँ पर वस्त्र सुखाने की सुविधा नहीं होती है, लकड़ी के रैक प्रयोग में लाए जाते हैं। यह कमरे में या बरामदे में रखे जा सकते हैं। छोटे मकानों में रैक घरों की छत पर लटका दिए जाते हैं जिन्हें रस्सी द्वारा ऊपर-नीचे किया जा सकता है।

10 .सोप केस (साबुनदानी)-यह चिलमची के ऊपर एक तरफ रखी जाती है।

11. कपड़े धोने की मशीन (वाशिंग मशीन)- यह मशीन कई प्रकार की होती है। सभी एक ही सिद्धान्त पर बनी हैं। इसमें साबुन के घोल में बिजली द्वारा कम्पन पैदा करके कपड़ों की धुलाई की जाती है। मशीन के साथ निचोड़क भी लगा होता है। मशीन में पानी और साबुन का घोल तैयार कर लिया जाता है तथा इसे पाँच से दस मिनट तक चलाते हैं। जब कपड़ों की मैल निकल जाती है तो कपड़ों को निचोड़क से निकाला जाता है। इसके बाद कपड़ों को साफ़ पानी से खंगालना चाहिए। उपयोग के बाद मशीन को सुखाकर रखना चाहिए।

12. इस्तरी-बिजली या कोयले की इस्तरी प्रेस करने के लिए प्रयोग में लाई जाती है। बिजली की इस्तरी का प्रयोग कोयले की इस्तरी की अपेक्षा सुविधाजनक है। इसमें विभिन्न प्रकार के तन्तुओं से बने वस्त्रों को प्रैस करते समय आवश्यकता के अनुसार ताप का नियन्त्रण किया जा सकता है। बिजली की इस्तरी से गन्दगी भी नहीं फैलती।

13. इस्तरी करने की मेज़-इस मेज़ की बनावट प्रैस करने की सुविधा के अनुकूल होती है जिसमें गुदगुदा करने के लिए फलालेन व कम्बल लगा होता है। इसके ऊपर एक चादर फैला दी जाती है।

14. बाँह प्रैस करने का तख्ता-यह आगे से कम चौड़ा या पीछे से ज्यादा चौड़ा होता है। यह कोट की बाजू तथा गोल चीज़ों पर प्रेस करने के काम आता है।

PSEB 6th Class Home Science Practical अपने कपड़ों को धोना

प्रश्न 2.
वस्त्रों की धुलाई में आवश्यक साबुन तथा अन्य सहायक पदार्थों का वर्णन कीजिए।
उत्तर-
1. साबुन-धूल के कण जो चिकनाई के माध्यम से कपड़ों पर चिपके होते हैं, साबुन लगाने से ही दूर होते हैं। साबुन पाउडर, तरल और ठोस रूपों में मिलता है।
PSEB 6th Class Home Science Practical अपने कपड़ों को धोना 3
चित्र 4.3. धुलाई के उपकरण
अच्छा साबुन नरम होता है तथा बहुत झाग देता है। अच्छा साबुन हल्के रंग का होता है और कपड़ों को भली-भाँति साफ़ कर देता है। डिटरजेन्ट साबुन कपड़ों की धुलाई के लिए अधिक प्रभावशाली होता है।

2. रीठे-रीठों का घोल बनाने के लिए रीठों को तोड़कर उनकी गुठली निकाल दी जाती है। तत्पश्चात् उन्हें पीसकर पाउडर बना लिया जाता है। इस पाउडर को पानी के साथ उबाल लिया जाता है। फिर यह घोल कपड़े धोने के प्रयोग में लाया जाता है। यह रेशमी व ऊनी कपड़ों को धोने के काम में आता है। एक पिन्ट पानी में आठ औंस रीठा लेना चाहिए।

3. शिकाकाई-यह भी रीठे के समान होता है। इसकी सहायता से सूती, ऊनी व रेशमी वस्त्रों पर जो कोई चिकनाई लगी होती है, सरलतापूर्वक हटाई जा सकती है। शिकाकाई का भी रीठे की तरह महीन पाउडर बना लिया जाता है। एक चम्मच शिकाकाई को एक पिन्ट पानी में घोलकर उबाला जाता है। इसी घोल को वस्त्रों की धुलाई के प्रयोग में लाया जाता है।

4. माँड़ (कलफ)-माँड़ बनाने के लिए साधारणतः चावल, मैदा, अरारोट एवं साबूदाने का प्रयोग किया जाता है। वस्तु के अनुपात में पानी डालकर उबालते हैं, जब पक जाता है तो छलनी में छानकर प्रयोग में लाते हैं।
माँड़ से वस्त्र में सख्ती या कड़ापन आ जाता है। यह धागों के बीच के रिक्त स्थानों की पूर्ति करता है। वस्त्र में धूल व गन्दगी नहीं लगने देता है। इसके प्रयोग से वस्त्र में चमक एवं नवीनता आ जाती है।

5. नील-बार-बार धुलाई से सफ़ेद कपड़े पीले पड़ जाते हैं। ऐसे कपड़ों में सफेदी लाने के लिए नील लगाया जाता है। नील बाज़ार में बना-बनाया मिलता है।

6. टिनोपाल-सफ़ेद कपड़ों में अधिक चमक लाने के लिए टिनोपाल का प्रयोग किया जाता है।

7. धब्बे छुड़ाने के रसायन-बैंजीन, पेट्रोल, पैराफीन, जेवली का घोल तथा अन्य बहुत से रसायन वस्त्रों पर पड़े दाग-धब्बे छुड़ाने के काम आते हैं।

PSEB 6th Class Home Science Practical अपने कपड़ों को धोना

अपने कपड़ों को धोना PSEB 6th Class Home Science Notes

  • कपड़े धोना, बर्तन और मकान की सफ़ाई की तरह ही आवश्यक है।
  • कपड़े मनुष्य की सुन्दरता को बढ़ा देते हैं।
  • मैले कपड़े पहनना एक बुरी आदत है। इससे छूत की कई बीमारियाँ हो जाती हैं। ।
  • कपड़े धोने के लिए हमें पहले प्रयोग में आने वाला सामान इकट्ठा कर लेना चाहिए, जैसे-पानी के लिए टब, बाल्टी, मग, नील लगाने के लिए टब या । चिलमची, माया लगाने के लिए बर्तन, साबुन, माया, नील, रानीपाल, सर्फ या लक्स का चूरा आदि।
  • कपड़े धोने के लिए हमेशा कोमल पानी प्रयोग करना चाहिए। यदि पानी कठोर हो तो उसको उबाल लेना चाहिए।
  • सूती और भारी कपड़े ज़मीन पर रखकर ब्रुश से या रगड़ने वाले तख्ते पर रखकर हाथों से धोना चाहिए।
  • सूती और बनावटी कपड़ों के लिए सर्फ या डैट का प्रयोग करना चाहिए।
  • सफ़ेद सूती कपड़ों को धोने के बाद नील या रानीपाल लगाना चाहिए।
  • सूती कपड़ों को मैदे या अरारोट की माया बनाकर लगाई जाती है।
  • कपड़ों को मुरम्मत करने के बाद छाँट लेना चाहिए।
  • रंगदार और सफ़ेद कपड़े अलग-अलग कर लेने चाहिएं।
  • यदि कपड़ों को स्याही, हल्दी, घी, दूध या कोई और दाग लगे हों तो तुरन्त साफ़ कर लेने चाहिएं।
  • निजी कपड़े किसी भी तन्तु और रंग के हो सकते हैं।
  • कृत्रिम रेशों वाले कपड़े बहुत मज़बूत होते हैं।
  • रेशमी कपड़े भी ऊनी कपड़ों की तरह धोये जाते हैं।
  • सूती कपड़े जैसे फ्रॉक, जांघिया, सलवार और कमीज़ आदि को किसी कपड़े धोने वाले साबुन से धोया जा सकता है।
  • रंगदार कपड़ों को कभी भी गर्म पानी में नहीं जलाना चाहिए।
  • कच्चे और पक्के रंगों वाले कपड़े अलग-अलग करके धोने चाहिएं। |
  • दुपट्टे को साड़ी की तरह ही धोना चाहिए।

PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 8 आऊटपुट यन्त्र

Punjab State Board PSEB 6th Class Computer Book Solutions Chapter 8 आऊटपुट यन्त्र Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 6 Computer Science Chapter 8 आऊटपुट यन्त्र

Computer Guide for Class 6 PSEB आऊटपुट यन्त्र Textbook Questions and Answers

1. रिक्त स्थान भरें

(i) मानीटर साफ्ट तथा ………………………….. हार्ड आऊटपुट यंत्र है।
(क) प्रिंटर
(ख) प्लॉटर
(ग) दोनों ही
(घ) कोई नहीं।
उत्तर-
(ग) दोनों ही

(ii) …………………………का प्रयोग गाने सुनने के लिए किया जाता है।
(क) प्रिंटर .
(ख) स्पीकर
(ग) माइक्रोफोन.
(घ) माऊस।
उत्तर-
(ख) स्पीकर

(iii) …………………………. आऊटपुट को कागज़ पर छापते हैं।
(क) प्रिंटर
(ख) स्पीकर
(ग) माऊस
(घ) की-बोर्ड।
उत्तर-
(क) प्रिंटर

(iv) ………………………………. प्रिंटर किसी वस्तु को बिंदियों के मेल से छापते हैं।
(क) डाट मैट्रिक्स
(ख) इंकजेट
(ग) लेज़र
(घ) कोई भी नहीं।
उत्तर-
(क) डाट मैट्रिक्सस

(v) मानीटर ………… प्रकार के होते हैं।
(क) दो
(ख) तीन
(ग) चार
(घ) पांच।
उत्तर-
(क) दो

PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 8 आऊटपुट यन्त्र

(vi) हैडफोन को …………………….. भी कहा जाता है।
(क) इयरफोन
(ख) आईफोन
(ग) कोई भी नहीं
(घ) ये सभी।
उत्तर-
(क) इयरफोन

2. छोटे उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
आऊटपुट यंत्र क्या होते हैं ?
उत्तर-
आऊटपुट यंत्र वह यंत्र होते हैं जिनका उपयोग कम्प्यूटर से नतीजा प्राप्त करने के लिए किया जाता है। कम्प्यूटर प्रोसेसिंग के बाद जो नतीजा तैयार करता है वह इन यंत्रों की सहायता से यूज़र तक पहुंचाया जाता है। ये यंत्र दो प्रकार का नतीजा प्रदान करते हैं हार्ड कॉपी तथा सॉफ्ट कॉपी यंत्र मुख्य रूप से नतीजे को मनुष्य के पढ़ने लायक रूप में बदलते हैं। इन यंत्रों की सहायता से टैक्सट, तस्वीरें, आवाज़ तथा वीडियो आऊटपुट लिया जा सकता है।

प्रश्न 2.
स्पीकर क्या होता है ?
उत्तर-
स्पीकर एक प्रकार का आऊटपुट यंत्र है जिसका उपयोग आवाज के रूप में आऊटपुट लेने के लिए किया जाता है। कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर आऊटपुट दी जाने वाली आवाज को कंट्रोल करता है। कम्प्यूटर में साऊंड कार्ड की सहायता से जुड़े होते हैं। प्रोसेस की गई फाइल को कम्प्यूटर साऊंड कार्ड पर भेजता है तथा फिर यह डाटा स्पीकर पर भेज दिया जाता है। स्पीकर के द्वारा हम कम्प्यूटर पर गीत सुन सकते हैं।

प्रश्न 3.
प्रोजैक्टर का उपयोग कहां किया जाता है ?
उत्तर-
प्रोजैक्टर का उपयोग किसी प्रकार की जानकारी को बड़ा करके दिखाने में किया जाता है। इसका उपयोग मुख्यतः ज्यादा संख्या में लोगों को जानकारी दिखाने के लिए किया जाता है। प्रोजैक्टर से हम किसी दीवार या पर्दे पर सारी जानकारी दिखा सकते हैं। इसका उपयोग मल्टीमीडिया प्रेजेंटेशन के रूप में भी किया जाता है। प्रोजैक्टर का उपयोग कक्षा में विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए भी किया जा सकता है।

प्रश्न 4.
प्रिंटर कौन-कौन सी किस्म के होते हैं ?
उत्तर-
प्रिंटर नीचे लिखे दो प्रकार के होते हैं –

  1. इंपैक्ट प्रिंटर जैसे कि डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर
  2. नॉन इंपैक्ट प्रिंटर जैसे कि लेजर तथा इंकजेट प्रिंटर।

प्रश्न 5.
प्रिंटर पर एक नोट लिखो।
उत्तर-
प्रिंटर एक आऊटपुट यंत्र है जिसका उपयोग कागज़ पर छपाई के लिए किया जाता है। यह प्रिंटर ब्लैक एंड ह्वाइट तथा रंगीन दोनों प्रकार के हो सकते हैं। प्रिंटर द्वारा की गई छपाई स्थाई होती है तथा इसको लंबे समय तक संभाल कर रखा जा सकता है। प्रिंटर कई प्रकार के होते हैं जैसे कि इंकजेट प्रिंटर, लेजर प्रिंटर, डॉट मैट्रिकस प्रिंटर आदि।

PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 8 आऊटपुट यन्त्र

प्रश्न 6.
किन्हीं तीन प्रकार के आऊटपुट यंत्रों के नाम लिखो।
उत्तर–
तीन प्रकार के आऊटपुट यंत्रों के नाम नीचे दिए गए हैं

  1. मॉनीटर
  2. प्रिंटर
  3. स्पीकर।

3. बड़े उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
मॉनीटर तथा उसकी किस्मों के बारे में लिखो।
उत्तर-
मॉनीटर एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण यन्त्र है। यह टेलीविज़न की तरह नज़र आता है। अब बाज़ार में कई तरह के मॉनीटर आ रहे हैं।
मॉनीटर दो प्रकार के होते हैं-.
1. कैथोड रे ट्यूब
2. फ्लैट पैनल डिस्प्ले।
(i) कैथोड रे ट्यूब मॉनीटर-ये मॉनीटर कैथोड रे ट्यूब से चलते हैं। इनका आकार ट्यूब की लंबाई रूप में मापा जाता है। यह मॉनीटर 15, 17, 19, तथा 20 इंच में उपलब्ध होते हैं। पहले ये ब्लैक एंड ह्वाइट होते थे अब ये रंगीन भी होते हैं। इनकी कुछ कमियां होती हैं।

  • ये आकार में बड़े होते हैं,
  • इनमें बिजली खपत ज्यादा होती है,
  • ये ज्यादा गर्मी पैदा करते हैं।

(ii) फ्लैट पैनल डिस्प्ले मॉनीटर-इनमें कैथोड रे ट्यूब के मुकाबले कम आकार, बिजली तथा भार होता है। इनको दीवार पर भी लगाया जा सकता है। ये मॉनीटर कैल्कुलेटर, वीडियो गेम, मॉनीटर, लैपटॉप आदि में प्रयोग होते हैं। इसकी कुछ उदाहरणें हैं-

  • LCD
  • LED
  • प्लाज्मा।

प्रश्न 2.
इनपुट तथा आऊटपुट यंत्रों में अंतर बताओ।
उत्तर-
इनपुट तथा आऊटपुट यंत्रों में निम्न अंतर होते हैं-

इनपुट यंत्र आऊटपुट
(i) इन यंत्रों का उपयोग कम्प्यूटर में डाटा इनपुट करने के लिए किया जाता है। (i) इन यंत्रों का उपयोग कम्प्यूटर से नतीजा प्राप्त करने के लिए किया जाता है।
(ii) इनपुट करने के बाद डाटा प्रोसेसिंग होती । (ii) डाटा प्रोसेसिंग के बाद आऊटपुट प्राप्त होता है।
(iii) ये यंत्र काफी बड़ी मात्रा में उपलब्ध हैं। (iii) यह यंत्र ज्यादा मात्रा में उपलब्ध नहीं है।

PSEB 6th Class Computer Guide आऊटपुट यन्त्र Important Questions and Answers

रिक्त स्थान भरो

(i) स्पीकर ………. की आऊटपुट देते हैं।
(क) गति
(ख) लाइट
(ग) आवाज़
(घ) टैक्सट।
उत्तर-
(ग) आवाज़

(ii) हैडफोन ………… की तरह होते हैं।
(क) मॉनीटर
(ख) स्पीकर
(ग) प्रिंटर
(घ) प्लॉटर।
उत्तर-
(ख) स्पीकर

(iii) ………. बड़ी तस्वीर दिखाते हैं।
(क) मॉनीटर
(ख) प्रिंटर
(ग) प्रोजैक्टर
(घ) प्लॉटर।
उत्तर-
(ग) प्रोजैक्टर

(iv) ………… बड़ी तस्वीरें छापते हैं।
(क) प्रिंटर
(ख) प्लॉटर
(ग) स्पीकर
(घ) प्रोजैक्टर।
उत्तर-
(ख) प्लॉटर

PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 8 आऊटपुट यन्त्र

छोटे उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
आऊटपुट यंत्रों की किस्मों के नाम लिखो।
उत्तर-
मानीटर, प्रिंटर, स्पीकर, हैडफोन, प्लॉटर, प्रोजैक्टर।

प्रश्न 2.
मानीटर की किस्मों के नाम लिखो।
उत्तर-
मानीटर दो प्रकार के होते हैं

  1. कैथोड रे ट्यूब मॉनीटर
  2. फ्लैट पैनल डिस्प्ले मॉनीटर।

प्रश्न 3.
प्रोजैक्टर का प्रयोग कहां होता है ?
उत्तर-
प्रोजैक्टर का प्रयोग किसी इमेज को बड़ी सतह या स्क्रीन पर दिखाने के लिए किया जाता है ; जैसे कि किसी क्लास या मीटिंग में।

प्रश्न 4.
प्रिंटर की किस्मों के नाम बताओ।
उत्तर-

  1. डाट मैट्रिक्स प्रिंटर
  2. इंकजेट प्रिंटर
  3. लेज़र प्रिंटर।

प्रश्न 5.
प्लॉटर पर एक नोट लिखो।
उत्तर-
प्लॉटर एक आऊटपुट यंत्र है जो काफ़ी बड़े आकार की तस्वीरें या टैक्सट छापते हैं। इसका प्रयोग CAD में किया जाता है। ये कई प्रकार के होते हैं।

प्रश्न 6.
यंत्रों के नाम बताओ जो इनपुट तथा आऊटपुट दोनों प्रकार से प्रयोग किए जा सकते हैं।
उत्तर-
टच स्क्रीन, पेन ड्राइव, सी०डी०/डी०वी०डी०।

प्रश्न 7.
स्पीकर क्या होते हैं ?
उत्तर-
स्पीकर एक प्रकार के आऊटपुट यंत्र हैं जिसका उपयोग आवाज संबंधी आऊटपुट लेने के लिए किया जाता है इन यंत्रों की सहायता से कम्प्यूटर पर गाने सुने जा सकते हैं तथा पहले से की गई रिकॉर्डिंग भी सुनी जा सकती है। स्पीकर कई प्रकार के होते हैं।

PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 8 आऊटपुट यन्त्र

प्रश्न 8.
हैडफोन क्या होते हैं ?
उत्तर-
हैडफोन स्पीकर की तरह ही एक आऊटपुट यंत्र है जिसका उपयोग ऑडियो आऊटपुट लेने के लिए किया जाता है। हैडफोन स्पीकर से छोटे आकार के होते हैं तथा कानों में लगाए जा सकते हैं। यह तार वाले तथा बगैर तार के भी उपलब्ध होते हैं। इनको ईयर फोन भी कहा जाता है।

PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 7 इनपुट यन्त्र

Punjab State Board PSEB 6th Class Computer Book Solutions Chapter 7 इनपुट यन्त्र Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 6 Computer Science Chapter 7 इनपुट यन्त्र

Computer Guide for Class 6 PSEB इनपुट यन्त्र Textbook Questions and Answers

1. रिक्त स्थान भरें-

(i) ……… का उपयोग कम्प्यूटर में तस्वीरें दाखिल करने के लिए किया जाता है।
(क) हैडफोन
(ख) वैब कैमरा
(ग) स्पीकर
(घ) वैब कैमरा
उत्तर-
(ख) वैब कैमरा

(ii) बारकोड रीडर में ……….. लगा होता है।
(क) सेंसर
(ख) लाइट
(ग) हीट
(घ) मैग्नेट।
उत्तर-
(क) सेंसर

(iii) …………. एक प्वॉइंटिंग यंत्र है।
(क) हैडफोन
(ख) की-बोर्ड
(ग) माऊस
(घ) वैब कैमरा।
उत्तर-
(ग) माऊस

(iv) …………… का उपयोग कम्प्यूटर में टैक्सट तथा तस्वीरें दाखिल करने के लिए किया जाता
(क) ‘प्रिंटर
(ख) स्कैनर
(ग) स्पीकर
(घ) माऊस।
उत्तर-
(ख) स्कैनर

PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 7 इनपुट यन्त्र

(v) ………… कीज़ का उपयोग करसर को सभी दिशाओं में घुमाने के लिए किया जाता है।
(क) ऐरो
(ख) स्पैशल
(ग) फंक्शन
(घ) न्यूमैरिक।
उत्तर-
(क) ऐरो

2. बहुत छोटे उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
कम्प्यूटर में तस्वीरें लेने के लिए किस उपकरण का प्रयोग किया जाता है ?
उत्तर-
कम्प्यूटर में तस्वीरें लेने के लिए कैमरे का उपयोग किया जाता है।

प्रश्न 2.
पेंट विंडो के किस भाग का उपयोग स्क्रीन को सरकाने के लिए किया जाता है?
उत्तर-
पेंट विंडो में स्क्रोल बार का उपयोग स्क्रीन को सरकाने के लिए किया जाता है।

प्रश्न 3.
की-बोर्ड के ऊपर कितनी फंक्शन कीज़ होती हैं ?
उत्तर-
की-बोर्ड के ऊपर 12 फंक्शन कीज़ होती हैं।

प्रश्न 4.
वीडियो गेम कंट्रोल करने के लिए किस उपकरण का उपयोग किया जाता है?
उत्तर-
वीडियो गेम कंट्रोल करने के लिए जॉय स्टिक यंत्र का उपयोग किया जाता है।

प्रश्न 5.
किन कीज़ का उपयोग करसर को हिलाने के लिए जाता है ?
उत्तर-
करसर कीज़ का उपयोग करसर को हिलाने के लिए किया जाता है।

3. छोटे उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
इनपुट यंत्रों की व्याख्या करो।
उत्तर-
इनपुट यंत्र हार्डवेयर यंत्र होते हैं जिनकी मदद से कम्प्यूटर में डाटा तथा निर्देश दाखिल किए जाते हैं। यह कई प्रकार के होते हैं तथा प्रत्येक यंत्र एक विशेष प्रकार का डाटा इनपुट करने के लिए प्रयोग किया जाता है।

PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 7 इनपुट यन्त्र

प्रश्न 2.
किन्हीं 6 इनपुट यंत्रों के नाम लिखो।
उत्तर-
6 इनपुट यंत्रों के नाम नीचे लिखे गए हैं –

  1. की-बोर्ड
  2. माऊस
  3. स्कैनर
  4. वैब कैमरा
  5. माइक्रोफोन
  6. टच पैड।

प्रश्न 3.
जॉय स्टिक पर एक नोट लिखो।
उत्तर-
जॉय स्टिक एक प्रकार का वॉइस इनपुट यंत्र है। इसका प्रयोग आमतौर पर वीडियो गेम खेलने के लिए किया जाता है। इस यंत्र में एक आधार होता है तथा इसके ऊपर एक लंबवत बार लगा होता है जिसको जॉय स्टिक कहा जाता है। इस जॉय स्टिक की सहायता से स्क्रीन पर माऊस करसर या वीडियो गेम में के खिलाड़ी को नियंत्रित किया जा सकता है। जॉय स्टिक के ऊपर कई प्रकार के बटन भी लगे होते हैं। यह बटन माऊस बटनों की तरह ही कार्य करते हैं।

4. बड़े उत्तरों वाले प्रश्न –

प्रश्न 1.
किन्हीं दो प्रकार के इनपुट यंत्रों की व्याख्या करें।
उत्तर-
दो प्रकार के इनपुट यंत्रों की व्याख्या
1. माऊस-माऊस एक छोटा सा यन्त्र है। आमतौर पर इसके तीन बटन होते हैं। माऊस के नीचे एक गेंद लगी होती है। माऊस के निम्नलिखित तीन बटन होते हैं –

  • बायां बटन
  • दायां बटन
  • स्क्रोल बटन।

इसे प्वाईंटिंग डिवाइस भी कहते हैं। इसके आकार के कारण इसको माऊस कहते हैं। इसको समतल तल पर घुमाया जाता है। जैसे इसे घुमाया जाता है स्क्रीन पर एक तीर उसी प्रकार घूमता है। माऊस बगैर तार वाले भी होते हैं। जिस पैड पर माऊस को घुमाया जाता है उसे माऊस पैड कहते हैं ।
(i) बायां बटन-माऊस में बायें बटन का सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाता है। अगर इस बटन को एक बार दबाया जाता है तो उसे क्लिक या सिंगल क्लिक कहा जाता है तथा अगर इस बटन को दो बार दबाया जाता है तो इसे डबल क्लिक कहा जाता है।

(ii) दायां बटन-जब माऊस के दाएं बटन को दबाया जाता है तो उसे राइट क्लिक कहा जाता है। इस बटन का प्रयोग शॉर्टकट मीनू खोलने के लिए किया जाता है।

(iii) स्क्रोल बटन-माऊस में यह बटन एक पहिए के आकार का होता है। यह बटन दाएं तथा बायें बटन के मध्य में लगा होता है। अगर इस बटन को घुमाया जाए तो उस प्रक्रिया को स्क्रोल करना कहा जाता है। इस बटन का प्रयोग स्क्रीन को ऊपर नीचे स्क्रोल करने के लिए किया जाता है। इस बटन का उपयोग कंट्रोल की के साथ भी किया जा सकता है।

माइक्रोफोन-माइक्रोफोन एक इनपुट यंत्र है। इस यंत्र को माइक भी कहा जाता है। इस यंत्र का उपयोग आवाज इनपुट या रिकॉर्ड करने के लिए किया जाता है। इस यंत्र के साथ कम्प्यूटर को निर्देश भी दिए जा सकते हैं। इस यंत्र के साथ रिकॉर्ड की गई आवाजों को दोबारा सुना भी जा सकता है। माइक का प्रयोग करके हम कम्प्यूटर में कुछ टाइप भी कर सकते हैं। इस यंत्र का प्रयोग करके इंटरनैट पर अपने दोस्तों के साथ बातचीत भी की जा सकती है।

प्रश्न 2.
बारकोड रीडर पर एक नोट लिखो।
उत्तर-
बारकोड रीडर भी एक इनपुट यंत्र होता है। इसका उपयोग विभिन्न प्रकार की मोटाई की लाइनों को रीड करने के लिए किया जाता है। इन विभिन्न मोटाई की लाइनों से जो आकृति बनती है उसे बारकोड कहते हैं। इसीलिए इन लाइनों को पढ़ने वाले यंत्र को बारकोड रीडर कहा जाता है। यह एक छोटे स्केनर की तरह कार्य करता है जो ऑप्टिकल रूप से इन लाइनों की मोटाई तथा उनके बीच की दूरी को पढ़ता है तथा उस में स्टोर किए गए निर्देश को समझ सकता है। सबसे ज्यादा प्रयोग होने वाला बारकोड यूनिवर्सल प्रोडक्ट कोड (UPC) है।

बारकोड रीडर लाइनों को पढ़ी जा सकने वाले शब्दावली में बदल देते हैं। इस यंत्र में कोड रीडर एक लाइट को बारकोड पर रखता है तथा उसके द्वारा रिफ्लेक्ट की गई लाइट को पढ़ता है। जब यह कोड पढ़ा जाता है तब लाइनों के पैटर्न को एक नंबर में बदल दिया जाता है। यह नंबर बारकोड द्वारा कम्प्यूटर में सेव किया जाता है तथा फिर इसका प्रयोग दूसरे पैटर्न से मिलान के लिए किया जाता है। इस यंत्र का उपयोग खरीदारी करने वाले मॉल तथा दुकानों में काफी होता है।

प्रश्न 3.
माऊस क्या होता है ? इसके बटनों के कार्यों के बारे में जानकारी दो।
उत्तर-
माऊस-माऊस एक छोटा सा यन्त्र है। आमतौर पर इसके तीन बटन होते हैं। माऊस के नीचे एक गेंद लगी होती है। माऊस के निम्नलिखित तीन बटन होते हैं
(i) बायां बटन
(ii) दायां बटन
(iii) स्क्रोल बटन।
इसे प्वाइंटिंग डिवाइस भी कहते हैं। इसके आकार के कारण इसको माऊस कहते हैं। इसको समतल तल पर घुमाया जाता है। जैसे इसे घुमाया जाता है स्क्रीन पर एक तीर उसी प्रकार घूमता है। माऊस बगैर तार वाले भी होते हैं। जिस पैड पर माऊस को घुमाया जाता है उसे माऊस पैड कहते हैं ।

(i) बायां बटन-माऊस में बायें बटन का सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाता है। अगर इस बटन को एक बार दबाया जाता है तो उसे क्लिक या सिंगल क्लिक कहा जाता है तथा अगर इस बटन को दो बार दबाया जाता है तो इसे डबल क्लिक कहा जाता है।

(ii) दायां बटन-जब माऊस के दाएं बटन को दबाया जाता है तो उसे राइट क्लिक कहा जाता है। इस बटन का प्रयोग शॉर्टकट मीनू खोलने के लिए किया जाता है।

(ii) स्क्रोल बटन-माऊस में यह बटन एक पहिए के आकार का होता है। यह बटन दाएं तथा बायें बटन के मध्य में लगा होता है। अगर इस बटन को घुमाया जाए तो उस प्रक्रिया को स्क्रोल करना कहा जाता है। इस बटन का प्रयोग स्क्रीन को ऊपर नीचे स्क्रोल करने के लिए किया जाता है। इस बटन का उपयोग कंट्रोल की के साथ भी किया जा सकता है।

PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 7 इनपुट यन्त्र

प्रश्न 4.
प्वाइंटिंग उपकरण क्या होते हैं ? उदाहरण सहित व्याख्या करो।
उत्तर-
प्वाइंटिंग उपकरण वह उपकरण होता है जो कम्प्यूटर स्क्रीन पर किसी खास भाग को प्वांइट करने के लिए प्रयोग किया जाता है। यह यंत्र सिलैक्ट करने और क्लिक करने के लिए प्रयोग किया जाता है। कम्प्यूटर में कई प्वाइंटिंग उपकरण प्रयोग किए जा सकते हैं-कुछ नीचे लिखे अनुसार हैं –
1. माऊस-माऊस एक प्वाइंटिंग डिवाइस है। यह स्क्रीन पर करसर को कंट्रोल करता है। यह एक छोटा-सा चूहे जैसा यंत्र है। इसके आकार के कारण इसे माऊस कहा जाता है। जब इसको फलैट सरफेस पर घुमाया जाता है तो प्वाइंटर स्क्रीन पर घूमता है।

2. लाइट पेन-यह एक प्वाइंटिंग डिवाइस है जो स्क्रीन पर एक खास जगह पर प्वाइंट करने के लिए प्रयोग किया जाता है। यह एक पेन के रूप में यंत्र होता है जो तार कि सहायता से कम्प्यूटर से जुड़ा होता है। यह स्क्रीन पर प्राकृतिक हिलजुल करने में मदद करता है।

3. जॉय स्टिक-यह भी एक तरह का प्वाइंटिंग इनपुट यंत्र है। यह आमतौर पर वीडियो गेम के साथ संबंधित प्रोग्राम में प्रयोग किया जाता है।

4. ट्रैक बाल-यह भी एक प्वाइंटिंग डिवाइस है। जिसको किसी भी दिशा में घुमाया जा सकता है। अपनी ज़रूरत अनुसार बाल उस दिशा में घुमाया जाता है जिस दिशा में करसर घुमाना होता है।

प्रश्न 5.
स्पैशल कीज़ क्या होती हैं तथा उनके कार्यों की व्याख्या करो।
उत्तर-
स्पैशल कीज़-की-बोर्ड में कुछ स्पैशल कीज़ भी लगी होती हैं जो कुछ विशेष प्रकार के कार्य करती हैं इन कीज़ का वर्णन इस प्रकार है-

क्रम संख्या स्पैशल की का नाम कार्य
1. डिलीट (Delete) करसर से दाएं तरफ वाला एक अक्षर डिलीट करना|
2. बैक स्पेस (Backspace) करसर से बाएं तरफ वाला एक अक्षर डिलीट करना
3. एंटर (Enter) नई लाइन पर जाने के लिए
4. स्पेस बार (Space Bar) दो शब्दों के बीच खाली स्थान छोड़ने के लिए
5. शिफ्ट (Shift) इसका का प्रयोग दूसरी की के साथ मिलकर किया जाता है जैसे कि कैप्स लॉक ऑफ होने पर शिफ्ट की दबाकर छोटे अक्षर को बड़ा टाइप किया जा सकता है।
6. कंट्रोल (Ctrl) इसका प्रयोग, भी दूसरी की के साथ मिलकर किया जाता है जैसे कि किसी सॉफ्टवेयर में कंट्रोल तथा एस (S) की को दबाकर फाइल को सेव किया जा सकता है।
7. आलट (Alt) इसका का प्रयोग भी दूसरी की के साथ मिलकर किया जाता है जैसे कि Alt के साथ F4 को दबाकर प्रोग्राम को
बंद किया जा सकता है।
8. कैप्स लॉक (Caps lock) कैप्स लॉक कीअ दबाने से की-बोर्ड के ऊपर लगा एक इंडिकेटर जग जाता है तथा कैप्स लॉक ऑन हो जाता है | ऐसा करने से हम की बोर्ड द्वारा बड़े अक्षरों में टाइप कर सकते हैं कैप्स लॉक को ऑफ कर के हम कीबोर्ड द्वारा छोटे अक्षरों में टाइप कर सकते हैं।

एक्टिविटी
विद्यार्थियों को कम्प्यूटर में ग्रुप बनाकर ले जाओ तथा की-बोर्ड की पहचान करवाओ। उनको की-बोर्ड में विभिन्न प्रकार के बटनों की गिनती करने को कहो।
PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 7 इनपुट यन्त्र 1
उत्तर
PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 7 इनपुट यन्त्र 3

PSEB 6th Class Computer Guide इनपुट यन्त्र Important Questions and Answers

रिक्त स्थान भरें।

(i) ………. यंत्र कम्प्यूटर को इनपुट प्रदान करते हैं।
(क) इनपुट
(ख) आऊटपुट
(ग) प्रोसेस
(घ) कंट्रोल।
उत्तर-
(क) इनपुट

(ii) ………… कम्प्यूटर में तस्वीरें भेजते हैं।
(क) माऊस
(ख) वैब कैमरा
(ग) लाइट पेन
(घ) मॉनिटर।
उत्तर-
(ख) वैब कैमरा

PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 7 इनपुट यन्त्र

(iii) …………… का उपयोग वीडियो गेम खेलने में किया जाता है।
(क) माऊस
(ख) स्क्रीन
(ग) जॉय स्टिक
(घ) की-बोर्ड।
उत्तर-
(ग) जॉय स्टिक

(iv) ………… का प्रयोग टैक्सट एंटर करने के लिए किया जाता है।
(क) माऊस
(ख) टच स्क्रीन
(ग) की-बोर्ड
(घ) लाइट पेन।
उत्तर-
(ग) की-बोर्ड|

बहुत छोटे उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
आम प्रयोग में आने वाले माऊस में कितने बटन होते हैं ?
उत्तर-
आम प्रयोग में आने माऊस में तीन बटन होते हैं।

प्रश्न 2.
लाइट पेन क्या होता है ?
उत्तर-
लाइट पेन एक प्रकार का इनपुट यंत्र है। जिसका उपयोग स्क्रीन पर ड्राइंग करने के लिए किया जाता है। यह पेन एक साधारण पेन की तरह दिखाई देता है तथा यह लाइट की सहायता से कार्य करता है।

प्रश्न 3.
जॉय स्टिक क्या होती है ?
उत्तर-
जॉय स्टिक एक प्रकार का इनपुट यंत्र है। जिसका उपयोग स्क्रीन पर प्वॉइंट कंट्रोल करने तथा वीडियो गेम खेलने के लिए किया जाता है। इसमें एक लीवर की सहायता से स्क्रीन को निर्देश दिए जाते हैं।

प्रश्न 4.
टच स्क्रीन क्या होती है ?
उत्तर-
टच स्क्रीन एक प्रकार की डिस्प्ले स्क्रीन होती है। जिसमें एक संवेदनशील पैनल लगा होता है। इस स्क्रीन पर अपनी उंगली की सहायता से टच करके कम्प्यूटर को निर्देश तथा डाटा इनपुट दिया जा सकता है।

प्रश्न 5.
कोई 6 इनपुट यंत्रों के नाम लिखो। उत्तर-की-बोर्ड, माऊस, स्कैनर, टच पैड, बारकोड रीडर, लाइट पेन। प्रश्न 6. बायोमेट्रिक से आपका क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
बायोमेट्रिक एक ऐसी मशीन होती है, जिसका उपयोग किसी व्यक्ति के शरीर के अंगों को स्कैन करने के लिए तथा उस व्यक्ति की पहचान करने के लिए किया जाता है।

PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 7 इनपुट यन्त्र

प्रश्न 7.
इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर पैड क्या होता है ?
उत्तर-
इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर पैड एक ऐसा इनपुट ही यंत्र है। जिसकी सहायता से यूज़र के हस्ताक्षर को डिजिटल फॉर्मेट में बदला जाता है।

छोटे उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
इनपुट यंत्र क्या होते हैं ?
उत्तर-
इनपुट यंत्र वह यंत्र होते हैं जिनका उपयोग कम्प्यूटर को डाटा तथा निर्देश देने के लिए किया जाता है यह यंत्र कई प्रकार के होते हैं। प्रत्येक प्रकार का यंत्र एक खास प्रकार के डाटा को एंटर करने के लिए प्रयोग किया जाता है।

प्रश्न 2.
डिजीटाइज़र क्या होता है ?
उत्तर-
डिजीटाइज़र एक इनपुट यंत्र है जो एनालॉग सिग्नलों को डिजीटल सिग्नलों में बदलता है। यह कैमरे का टैलीविज़न से प्राप्त सिग्नलों को नंबरों के क्रम में बदलता है।

प्रश्न 3.
ट्रैकबॉल पर एक नोट लिखो।
उत्तर-
ट्रैकबॉल एक प्वाइंटिंग डिवाइस है। इसका प्रयोग वहां किया जाता है जहां पर माऊस चलाने के लिए समतल सतह नहीं होती। इसका प्रयोग नोट बुक या लैपटाप के साथ किया जाता है।

प्रश्न 4.
एम०आई०सी०आर० पर एक नोट लिखो।
उत्तर-
एम०आई०सी०आर० एक इनपुट यंत्र है जिसका प्रयोग बैंकों में किया जाता है। इसका प्रयोग उन चैकों के लिए किया जाता है जिन पर चुबकी स्याही से लिखा जाता है।

प्रश्न 5.
माइक्रोफोन का उपयोग बताओ।
उत्तर-
माइक्रोफोन का प्रयोग कम्प्यूटर में आवाज़ भरने के लिए किया जाता है। इसके द्वारा निर्देश भी दिये जा सकते हैं। हम अपनी आवाज़ भी रिकॉर्ड कर सकते हैं।

प्रश्न 6.
टच पैड क्या है ?
उत्तर-
टच पैड एक इनपुट यन्त्र है। यह एक पैनल होता है जिस पर ऊंगली घुमाकर प्वाइंटर को घुमाया जा सकता है। इसका प्रयोग माऊस के स्थान पर होता है।

प्रश्न 7.
वैब कैमरे के उपयोग बताओ।
उत्तर-
वैब कैमरे का उपयोग चित्रों तथा फिल्म को कैप्चर करने के लिए किया जाता है। इसकी सहायता से हम कम्प्यूटर पर फिल्म स्टोर कर सकते हैं। इंटरनेट पर इसका प्रयोग करके हम अपने दोस्तों के साथ बातचीत भी कर सकते हैं। इस बातचीत को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कहा जाता है तथा इसमें हम अपने मित्र का चेहरा भी देख सकते हैं तथा साथ ही वह व्यक्ति भी हमारा चेहरा देख सकता है।

प्रश्न 8.
स्कैनर का प्रयोग कहां किया जाता है ?
उत्तर-
स्कैनर का उपयोग कम्प्यूटर में टैक्सट तथा तस्वीरें दाखिल करने के लिए किया जाता है। इसका उपयोग उस स्थिति में किया जाता है। जब हमें किसी कागज़ पर बनाई हुई वस्तु उसी प्रकार में कम्प्यूटर पर चाहिए होती है। वास्तव में किसी कागज पर बनाई गई आकृति को डिजिटल रूप में बदलता है।

PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 6 हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर

Punjab State Board PSEB 6th Class Computer Book Solutions Chapter 6 हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 6 Computer Science Chapter 6 हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर

Computer Guide for Class 6 PSEB हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर Textbook Questions and Answers

1. रिक्त स्थान भरो

(i) कम्प्यूटर हार्डवेयर और ……….. का सुमेल है।
(क) सॉफ्टवेयर
(ख) एप्लीकेशन
(ग) प्रोग्राम
(घ) उपरोक्त सभी।
उत्तर-
(क) सॉफ्टवेयर

(ii) हिदायतों के समूह को ……….. कहा जाता है।
(क) सॉफ्टवेयर
(ख) हार्डवेयर
(ग) प्रोग्राम
(घ) एप्लीकेशन।
उत्तर-
(ग) प्रोग्राम

(iii) प्रोग्रामों के समूह को ………… कहा जाता है।
(क) हार्डवेयर
(ख) सॉफ्टवेयर
(ग) प्रोग्राम
(घ) एप्लीकेशन।
उत्तर-
(ख) सॉफ्टवेयर

PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 6 हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर

(iv) मुख्य तौर पर सॉफ्टवेयर ………….. प्रकार के होते हैं।
(क) दो
(ख) तीन
(ग) चार
(घ) पांच।
उत्तर-
(क) दो

(v) कम्प्यूटर …………. के बगैर कार्य नहीं कर सकता।
(क) वर्ड
(ख) एक्सैल
(ग) आपरेटिंग सिस्टम
(घ) पावर प्वाईंट।
उत्तर-
(ग) आपरेटिंग सिस्टम।

2. बहुत छोटे उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
सी०पी०यू० का कौन सा भाग बाकी सभी भागों जैसे प्रोसैसर, हार्ड डिस्क, रैम आदि को जोड़ता है ?
उत्तर-
मदर बोर्ड कम्प्यूटर के सभी भागों जैसे प्रोसैसर, हार्ड डिस्क, रैम आदि को जोड़ता है।

प्रश्न 2.
कम्प्यूटर को दी गई सभी हिदायतों के समह को कहा जाता है ?
उत्तर-
कम्प्यूटर को दी गई सभी हिदायतों के समूह को सॉफ्टवेयर कहा जाता है।

प्रश्न 3.
कम्प्यूटर के कौन-से भाग को छुआ नहीं जा सकता, केवल महसूस किया जा सकता है ?
उत्तर-
सॉफ्टवेयर को छुआ नहीं जा सकता।

प्रश्न 4.
सॉफ्टवेयर की कौन-सी दो किस्में होती हैं ?
उत्तर-
सिस्टम सॉफ्टवेयर तथा एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर।

प्रश्न 5.
किस किस्म के सॉफ्टवेयर अधिक महंगे होते हैं ?
उत्तर-
सिस्टम सॉफ्टवेयर।

PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 6 हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर

3. छोटे उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
हार्डवेयर क्या है ?
उत्तर-
कम्प्यूटर का वह भाग जिसे हम छू सकते हैं और जिस का कुछ भार होता है। की-बोर्ड, माऊस, मॉनीटर, प्रिंटर आदि हार्डवेयर हैं। हार्डवेयर द्वारा हम कम्प्यूटर को इनपुट देते हैं और आऊटपुट लेते हैं।

प्रश्न 2.
सॉफ्टवेयर क्या होता है ?
उत्तर-
हदायतों की लड़ी को प्रोग्राम कहते हैं। प्रोग्रामों के समूह को सॉफ्टवेयर कहा जाता है। सॉफ्टवेयर एक प्रोग्राम होता है।

प्रश्न 3.
मदर बोर्ड के साथ जोड़े जाने वाले यन्त्रों के नाम लिखो।
उत्तर-
मदर बोर्ड के साथ निम्न यन्त्र जोड़े जा सकते हैं –

  1. हार्ड ड्राइव
  2. वीडियो कार्ड
  3. प्रोसैसर
  4. फैन
  5. रैम
  6. पावर सप्लाई
  7. सी.डी./डी.वी.डी. ड्राइव।

प्रश्न 4.
हार्डवेयर की चार उदाहरणे दो।
उत्तर-
हार्डवेयर की चार उदाहरणें निम्नलिखित हैं

  1. की-बोर्ड
  2. माऊस
  3. मॉनीटर
  4. प्रिंटर।

प्रश्न 5.
सॉफ्टवेयर की क्या विशेषताएं होती हैं ?
उत्तर-
सॉफ्टवेयर की निम्न विशेषताएं होती हैं

  1. सॉफ्टवेयर का भार नहीं होता।
  2. इन को छू नहीं सकते।
  3. यह कीमती होते हैं।
  4. यह हार्डवेयर के कार्य करने के निर्देश होते हैं।

PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 6 हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर

प्रश्न 6.
हार्डवेयर का ध्यान रखने लिए जरूरी निर्देश क्या हैं ?
उत्तर-
हार्डवेयर का ध्यान रखने लिए ज़रूरी निर्देश निम्नलिखित हैं

  1. कम्प्यूटर के भागों की तारों को मत छेड़ो।
  2. हार्डवेयर को ठीक तरीके से रखो और टूटने से बचाओ।
  3. कम्प्यूटर के भागों को साफ रखो।
  4. चलते कम्प्यूटर के भागों को साफ मत करो।
  5. साफ करने के लिए साफ कपड़ा या साफ्ट झाड़न का उपयोग करो।
  6. कम्प्यूटर के नज़दीक कुछ न खाओ।
  7. काम करने के बाद कम्प्यूटर को ढक कर रखो।
  8. की-बोर्ड की कीज़ को ज़ोर से दबाना नहीं चाहिए।

4. बड़े उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर तथा सिस्टम सॉफ्टवेयर में अन्तर बताएँ।
उत्तर-
एप्लीकेशन तथा सिस्टम सॉफ्टवेयर में निम्न अंतर है-

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर सिस्टम सॉफ्टवेयर
1. यह कम्प्यूटर के चलने के लिए जरूरी नहीं होते। 1. यह कम्प्यूटर के चलने के लिए ज़रूरी होते है।
2. इनकी बनावट साधारण होती है। 2. इनकी बनावट कठिन होती है।
3. इन्हें बनाना आसान है। 3. इन्हें बनाना कठिन होता है।
4. इनकी कीमत कम होती है। 4. इनकी कीमत ज़्यादा होती है।
5. यह हार्डवेयर के साथ सीधा संपर्क नहीं कर सकते। 5. ये हार्डवेयर के साथ सीधा संपर्क करते हैं।
6. उदाहरण- पेंट, बर्ड आदि। 6. उदाहरण-विंडोज़, यूनिक्स आदि।

प्रश्न 2.
हार्डवेयर पर एक नोट लिखो।
उत्तर-
कम्प्यूटर सिस्टम का वह भाग जिस का भार होता है और जिसे हम छू सकते हैं, उसे हार्डवेयर कहते हैं। ये कम्प्यूटर के भौतिक भाग होते हैं। हार्डवेयर की विशेषताएं

  1. हार्डवेयर को हम छू सकते हैं।
  2. इसे महसूस किया जा सकता है।
  3. ये स्थान घेरते हैं।
  4. इसमें डाटा स्टोर तथा प्रोसैस कर सकते हैं।

एक्टिविटी

1. निम्न को उनकी श्रेणी के अनुसार लिखो।
(a) फ्लॉपी डिस्क
(b) हार्ड डिस्क
(c) एम एस वर्ड
(d) सी०डी०
(e) एम एस पेंट
(f) माऊस
(g) मॉनिटर
(h) एम एस एक्सेल
(i) की-बोर्ड
(j) ऑपरेटिंग सिस्टम।
PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 6 हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर 1
उत्तर-
PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 6 हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर 2

2. विद्यार्थियों को कंप्यूटर लैंब में ग्रुप बनाकर ले जाओ तथा हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के भागों की लिस्ट तैयार करो। नीचे दिए गए यंत्रों में से जो जो भाग लैब में मौजूद हैं उन पर निशान लगाओ।
PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 6 हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर 3
उत्तर-
यह उत्तर लैब के निरक्षीण पर आधारित हो सकता है सारे उपकरण आप की लैब में उपलब्ध न हो-
PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 6 हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर 4

PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 6 हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर

PSEB 6th Class Computer Guide हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर Important Questions and Answers

रिक्त स्थान भरो

(i) कम्प्यूटर के भौतिक भागों को ………………..
(क) हार्डवेयर
(ख) सॉफ्टवेयर
(ग) लिव वेयर
(घ) सिस्टम।
उत्तर-
(क) हार्डवेयर

(ii) ……………………….. को हम छू नहीं सकते।
(क) हार्डवेयर
(ख) सॉफ्टवेयर
(ग) लिव वेयर
(घ) सिस्टम।
उत्तर-
(ख) सॉफ्टवेयर

(iii) ……………. सॉफ्टवेयर के बगैर कम्प्यूटर चल सकता है।
(क) सिस्टम
(ख) एप्लीकेशन
(ग) वर्ड
(घ) नोटपैड।
उत्तर-
(क) सिस्टम

(iv) सॉफ्टवेयर ……………… प्रकार के होते हैं।
(क) दो
(ख) तीन
(ग) चार
(घ) एक।
उत्तर-
(क) दो |

बहुत छोटे उत्तरों वाले प्रश्न 

प्रश्न 1.
दो प्रकार के सॉफ्टवेयर कौन से होते हैं ?
उत्तर-
सिस्टम सॉफ्टवेयर तथा एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर।

प्रश्न 2.
कम्प्यूटर के अंदरूनी भागों को किस भाग द्वारा आपस में जोड़ा जाता है ?
उत्तर-
मदरबोर्ड।
.
छोटे उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
हार्डवेयर की विशेषताएँ लिखो।
उत्तर-
हार्डवेयर की निम्न विशेषताएं होती हैं।

  1. हार्डवेयर को हम छू सकते हैं,
  2. हार्डवेयर को हम महसूस कर सकते हैं,
  3. हार्डवेयर स्थान घेरते हैं,
  4. हार्डवेयर स्टोर तथा प्रोसैस करते हैं।

प्रश्न 2.
सिस्टम यूनिट क्या होता है ?
उत्तर-
सिस्टम यूनिट को कई नामों में जाना जाता है, जैसे कि कम्प्यूटर, केस कम्प्यूटर, चेसी कैबिनेट आदि। यह एक प्लास्टिक या धातु का बक्सा होता है। जिसमें कम्प्यूटर के सारे मुख्य भाग जैसे कि मदरबोर्ड, प्रोसेसर, हार्ड डिस्क, पावर सप्लाई, सीडी ड्राइव, रैम फ्लॉपी डिस्क आदि लगे होते हैं। यह अक्सर मॉनिटर की साइड में रखा होता है।

PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 6 हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर

प्रश्न 3.
सिस्टम सॉफ्टवेयर क्या होता है ?
उत्तर-
सिस्टम सॉफ्टवेयर वह सॉफ्टवेयर होता है। जिसका प्रयोग कम्प्यूटर के अंदरूनी कार्य प्रणाली तथा ऑपरेशंस को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है। यह सॉफ्टवेयर हार्डवेयर से सीधा बातचीत करता है तथा उससे कार्य करवाता है। ऑपरेटिंग सिस्टम यूटिलिटी प्रोग्राम, भाषा ट्रांसलेटर आदि सिस्टम सॉफ्टवेयर की उदाहरण हैं। इसके बगैर कम्प्यूटर कार्य नहीं कर सकता। यह सॉफ्टवेयर काफी कीमती तथा बनाने में मुश्किल होते हैं।

PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 5 एम एस पेंट (भाग-2)

Punjab State Board PSEB 6th Class Computer Book Solutions Chapter 5 एम एस पेंट (भाग-2) Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 6 Computer Science Chapter 5 एम एस पेंट (भाग-2)

Computer Guide for Class 6 PSEB एम एस पेंट (भाग-2) Textbook Questions and Answers

1. रिक्त स्थान भरो।

(i) क्लिप बोर्ड मीनू में तीन ऑप्शन होते हैं। कट, कापी तथा ………
(क) पेस्ट
(ख) मूव
(ग) क्लोज
(घ) जूम।
उत्तर-
(क) पेस्ट

(ii) सबसे ऊपरी बटन जो डायमंड शेप के बीच लाइन होती है उसको ……. टूल कहते हैं।
(क) पेस्ट
(ख) कट
(ग) कापी
(घ) क्रोप।
उत्तर-
(घ) क्रोप।

(iii) ……….. टूल पेंटागन ड्रा करने में प्रयोग होता है।
(क) त्रिभुज
(ख) आयत
(ग) पेंटागन
(घ) हैक्सागन।
उत्तर-
(ग) पेंटागन

PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 5 एम एस पेंट (भाग-2)

(iv) इरेज़र टूल की मदद से हम माऊस का ………. बटन दबा कर तस्वीर मिटा सकते हैं।
(क) दायां
(ख) बायां
(ग) स्क्रोल
(घ) कोई नहीं।
उत्तर-
(ख) बायां

(v) अगर हम माऊस का ………. बटन दबाते हैं तो कलर 1-2 का प्रयोग होता है।
(क) बायां
(ख) दायां
(ग) स्क्रोल
(घ) कोई नहीं।
उत्तर-
(ख) दायां

2. बहुत छोटे उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
किस टूल का प्रयोग करके वर्ग बनाया जा सकता है ?
उत्तर-
रैक्टेंगल टूल का प्रयोग करके।

प्रश्न 2.
किस टूल का प्रयोग करके तस्वीर के किसी भाग को मिटाया जा सकता है ?
उत्तर-
इरेज़र टूल का प्रयोग करके।

प्रश्न 3.
किस टूल का प्रयोग तस्वीर को बड़ा करके देखने के लिए किया जाता है ?
उत्तर-
जूम टूल को।

PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 5 एम एस पेंट (भाग-2)

प्रश्न 4.
किस टूल का प्रयोग स्वतंत्र लाइनर लगाने के लिए किया जाता है ?
उत्तर-
पेंसिल टूल का।

प्रश्न 5.
किस टूल का प्रयोग ड्राइंग में टैक्सट शामिल करने के लिए किया जाता है ?
उत्तर-
टैक्सट टूल का।

3. छोटे उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
क्लिप बोर्ड मीनू में कौन-कौन से विकल्प उपलब्ध होते हैं ?
उत्तर-
क्लिप बोर्ड मीनू में नीचे दिए तीन उपलब्ध होते हैं

  1. कट
  2. कॉपी
  3. पेस्ट।

प्रश्न 2.
क्रॉप विकल्प के बारे में लिखो।
उत्तर-
क्रॉप विकल्प का प्रयोग अपनी तस्वीर को क्रॉप करने के लिए किया जाता है। यह एक डायमंड कार का बटन होता है। इसके बीच एक लाइन लगी होती है। इसके द्वारा चुनाव किया गया हिस्सा ही सेव होता है। बाकी सारा हिस्सा कट जाता है।

प्रश्न 3.
टूल्स मीनू में मौजूद टूल्स के नाम लिखो।
उत्तर-
टूल्स मीनू में नीचे लिखे टूल्स उपलब्ध होते हैं –

  1. पेंसिल टूल
  2. फिल विद कलर टूल
  3. टैक्सट टूल
  4. इरेज़र टूल
  5. कलर पिकर
  6. मैग्नी फायर।

प्रश्न 4.
साइज टूल क्या होता है ?
उत्तर-
साइज टूल ऐसा टूल होता है जिसकी सहायता से पेंट में ब्रश पेंसिल तथा इरेज़र का आकार बदला जा सकता है। यह टूल ब्रश पेंसिल तथा इरेज़र टूल सिलेक्ट करने के बाद ही एक्टिव होता है।

प्रश्न 5.
ब्रश के बारे में लिखो।
उत्तर-
ब्रश टूल की सहायता से अपनी तस्वीर में विभिन्न मोटाई की तथा विभिन्न टेक्सचर की लाइनें दाखिल की जा सकती हैं। ब्रश टूल हमें विभिन्न प्रकार के टेक्सचर भी प्रदान करता है।

PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 5 एम एस पेंट (भाग-2)

प्रश्न 6.
होम टैब रिबन में मौजूद ग्रुप के नाम लिखो।
उत्तर-
होम टैब रिबन में नीचे दिए गए ग्रुप मौजूद होते हैं –

  1. क्लिप बोर्ड
  2. इमेज
  3. टूल्स
  4. ब्रश
  5. शेप
  6. साइज
  7. कलर।

4. बड़े उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
एम एस पेंट में कलर टूल की व्याख्या करें।
उत्तर-
रिबन के कलर सैक्शन के तीन भाग होते हैं –
1. बॉक्स जो एक्टिव कलर दिखाते हैं कलर 1 तथा कलर 2
2. कलर पैलेट
3. एडिट कलर बटन

1. कलर बॉक्स
कलर 1-यह फोर कलर होता है। शुरू में यह काला होता है।
कलर 2-यह बैकग्राऊंड कलर होता है। शुरू में यह सफेद होता है।

2. कलर पैलेट-जब हम तस्वीर बनाते हैं तो कलर पैलेट की दो लाइनें मौजूदा रंग को दिखाती हैं। नीचे वाली लाइन हमारे बनाए कलर दिखाती हैं। पेंट बंद करने के बाद हमारे द्वारा बनाए – कलर खत्म हो जाते हैं।

3. एडिट कलर-यह हमें एडिट कलर डायलाग बाक्स में ले जाता है।
PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 5 एम एस पेंट (भाग-2) 1
इसमें हम किसी भी कलर को चुन कर Add to Custom Colours बटन पर क्लिक कर सकते हैं। इसमें हर बार सिर्फ एक ही रंग शामिल किया जा सकता है। अन्य रंग शामिल करने के लिए हमें दोबारा इस डायलाग बॉक्स में आना पड़ेगा और प्रत्येक बार, एक रंग ही शामिल किया जा सकता है।

प्रश्न 2.
टैक्सट टूल क्या होता है ? टैक्सट को किस प्रकार फॉर्मेट किया जाता है ?
उत्तर-
टैक्सट टूल का प्रयोग अपनी तस्वीर में टैक्सट लिखने के लिए किया जाता है। टैक्सट टूल का प्रयोग करने के लिए पहले टैक्सट टूल के ऊपर क्लिक करो। करसर एक बार में बदल जाएगा करसर को तस्वीर पर खींचते हुए एक बॉक्स ड्रा करो अब इस बॉक्स में अपनी ज़रूरत अनुसार टाइप किया जा सकता है। जब सारा टाइप हो जाए तब इस बॉक्स से बाहर कहीं भी क्लिक करके टाइपिंग बंद की जा सकती है। टाइप करते समय इस टैक्सट बॉक्स से बाहर लिखाई नहीं करना चाहिए।
PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 5 एम एस पेंट (भाग-2) 2

टैक्सट को फॉर्मेट करना-टैक्सट को फॉर्मेट करने के लिए नीचे दिए स्टेप प्रयोग किए जाते हैं –

  1. टाइप किए गए टैक्सट को सिलेक्ट करो।
  2. Font बॉक्स के अंत में दिखाए गए ऐरो के ऊपर क्लिक करो इससे पाठ की एक सूची दिखाई देगा।
  3. बिना माऊस बटन दबाएं अपने करसर को इस सूची में ऊपर नीचे घुमाओ अपनी पसंद अनुसार अपना फोंट का चुनाव करो तथा उस पर क्लिक करो।
  4. फोंट लिस्ट बंद हो जाएगी तथा हमारे सिलेक्ट किए हुए टैक्सट पर वह फॉर्म अप्लाई हो जाएगा।
  5. इस प्रक्रिया को हम दोबारा प्रयोग करके दूसरे टैक्सट को फॉर्मेट कर सकते हैं।
  6. हम बैकग्राऊंड को भी ट्रांसपेरेंट से उपेक यहाँ opaque ट्रांसपेरेंट बना सकते हैं।
  7. हम कलर एक तथा कलर दो भी बदल सकते हैं।

अगर हम टैक्सट के अंत में एंटर की दबाते हैं तो टैक्सट बॉक्स अगली एलाइन इंसर्ट कर देता है। हम टैक्सट बॉक्स को अपनी तस्वीर के अंदर खींचकर बड़ा या छोटा भी कर सकते हैं। किसी नए टैक्सट को टैक्सट बॉक्स के अंदर नहीं रखा जा सकता। किसी स्थान पर नया टैक्सट टाइप करने के लिए पहले करसर को उस स्थान पर ले जाना पड़ता है इसके लिए ऐरो कीस का प्रयोग किया जाता है। स्पेस की का प्रयोग करके सेंट्रल एलाइन भी किया जा सकता है।

हम एक ही टैक्सट बॉक्स में विभिन्न प्रकार के रंग साइज तथा फोंट का प्रयोग कर सकते हैं। अपने टैक्सट में हम जो बदलाव करते हैं वह सिर्फ सिलेक्ट किए गए टैक्सट पर ही अप्लाई होता है। जब हमारा कार्य पूरा हो जाता है तो टैक्सट बॉक्स के बाहर कहीं भी क्लिक करने से टैक्सट बॉक्स गायब हो जाता है तथा फिर इसको दोबारा एडिट नहीं किया जा सकता। अब यह टैक्सट तस्वीर का एक हिस्सा बन जाता है।

एक्टिविटी
नीचे दिए टूलज़ के नाम लिखो
PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 5 एम एस पेंट (भाग-2) 3
उत्तर-
1. पैसिल
2. फिल विद कलर
3. टैक्सट
4. इरेज़र
5. कलर पिकर
6. मैगनीफाइर।

निम्न शेपस के नाम बताओ।
PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 5 एम एस पेंट (भाग-2) 4
उत्तर-
1. त्रिभुज (Triangle)
2. आयत (Rectangle)
3. ओवल (Oval)
4. पेंटागन (Pentagon)
5. हैक्सागन (Hexagon)
6. डायमंड (Diamond)।

PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 5 एम एस पेंट (भाग-2)

PSEB 6th Class Computer Guide एम एस पेंट से जान-पहचान Important Questions and Answers

रिक्त स्थान भरें

(i) होम टैब रिबन ………. के नीचे होता है।
(क) मीनू वार
(ख) स्टेटस वार
(ग) वर्क एरिया
(घ) स्क्रोल बार।
उत्तर-
(क) मीनू वार

(ii) …….. का प्रयोग तस्वीर का हिस्सा मिटाने के लिए किया जाता है।
(क) कलर
(ख) सिलैक्ट
(ग) इरेज़र।
(घ) पैंसिल।
उत्तर-
(ग) इरेज़र।

(iii) क्रोप बटन की शेप ….. की तरह होती है।
(क) डायमंड
(ख) पेंटागन
(ग) वर्ग।
(घ) आयत।
उत्तर-
(क) डायमंड

(iv) पेंटागन की ……. भुजाएं होती हैं।
(क) 2
(ख) 3
(ग) 7
(घ) 5.
उत्तर-
(घ) 5.

बहुत छोटे उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
क्लिप बोर्ड में कौन-से ऑप्शन होते हैं ?
उत्तर-
कट, कापी तथा पेस्ट।

प्रश्न 2.
सिलैक्शन में कौन-कौन से ऑप्शन होते हैं ?
उत्तर-
Crop, Resize तथा Rotate Flip.

प्रश्न 3.
फिल विद कलर क्या होता है ?
उत्तर-
फिल विद कलर के साथ किसी क्षेत्र में एक रंग भरा जा सकता है।

छोटे उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
फ्री फॉर्म सिलैक्शन की ज़रूरत कब पड़ती है ?
उत्तर-
फ्री फॉर्म सिलैक्शन की ज़रूरत तब पड़ती है जब हमें उस स्थान पर कार्य करना हो जो कई वस्तुओं से घिरा हो तथा हम उन वस्तुओं को शामिल नहीं करना चाहते।

प्रश्न 2.
क्रोप बटन के बारे में जानकारी दो।
उत्तर-
सिलैक्शन ऑप्शन के सबसे ऊपर जो बटन होता है उसे क्रोप बटन कहा जाता है। इसका प्रयोग तस्वीरों को क्रोप करने के लिए किया जाता है।

प्रश्न 3.
इनवर्ट कलर ऑप्शन क्या करता है ?
उत्तर-
इनवर्ट कलर ऑप्शन एक काले रंग के मास्क में सफेद अक्षरों से लिखने का कार्य करता है ताकि टैक्सर शानदार नज़र आए।

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प्रश्न 4.
पैंसिल टूल किस प्रकार कार्य करता है ?
उत्तर-
पैंसिल टूल का प्रयोग लाइनें लगाने के लिए किया जाता है या फिर इसका प्रयोग जूम इनमें टैक्सट एडिट करने के लिए किया जाता है।

प्रश्न 5.
मैगनीफायर टूल के बारे में बताओ।
उत्तर-
मैगनीफायर टूल का प्रयोग तस्वीर को जूम इन करने के लिए किया जाता है। इसके साथ तस्वीर को नज़दीक से देखा जा सकता है।

प्रश्न 6.
होम टैब रिबन क्या होता है ?
उत्तर-
होम टैब रिबन पेंट का एक मुख्य रिबन होता है। यह रिबन में पेंट विंडो के बीच मीनू बार के नीचे दिखाई देता है इस क्लिप बोर्ड इमेज टूल्स ब्रश सेप साईज तथा कलर मीनू मौजूद होते हैं।

प्रश्न 7.
होम टैब रिबन के मुख्य भागों के नाम लिखो।
उत्तर-
होम टैब रिबन के मुख्य भाग क्लिप बोर्ड, इमेज, टूल्स, ब्रश, शेप, साईज तथा कलर मीनू होते हैं ।

प्रश्न 8.
टूल्स में मौजूद टूल्स के नाम लिखो।
उत्तर-
टूल्स मीनू में नीचे दिए टूल्स मौजूद होते हैं –

  • पैंसिल टूल
  • फिल विद कलर
  • टैक्सट टूल
  • इरेज़र टूल
  • कलर पिकर
  • मैग्नी फायर टूल
  • ब्रश।

प्रश्न 9.
साइज टूल क्या होता है?
उत्तर-
साइज टूल वह टूल होता है जिसकी मदद से ब्रश इरेजर या पेंसिल की मोटाई का चुनाव किया जाता है।

प्रश्न 10.
ब्रश के बारे में बताओ।
उत्तर-
ब्रश एक ऐसा टूल है जिसकी सहायता से विभिन्न प्रकार के टेक्सचर तथा मोटाई की लाइनें बनाई जा सकती हैं।

PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 4 एम एस पेंट से जान-पहचान

Punjab State Board PSEB 6th Class Computer Book Solutions Chapter 4 एम एस पेंट से जान-पहचान Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 6 Computer Science Chapter 4 एम एस पेंट से जान-पहचान

Computer Guide for Class 6 PSEB एम एस पेंट से जान-पहचान Textbook Questions and Answers

1. रिक्त स्थान भरें

(i) पेंट विंडो के सबसे ऊपर ……….. बार मौजूद होता है।
(क) टाइटल बार
(ख) स्टेटस बार
(ग) स्क्रोल बार
(घ) टास्कबार।
उत्तर-
(क) टाइटल बार

(ii) ………… टूलबार पहले से ही टाइटल बार में मौजूद होता है। उसकी पोजीशन हम टाइटल बार में ऊपर या नीचे बदल सकते हैं।
(क) क्विक एक्सैस बार
(ख) स्टेटस बार
(ग) स्क्रोल बार
(घ) उपरोक्त सभी।
उत्तर-
(क) क्विक एक्सैस बार

(iii) मीनू बार के बायें तरफ सबसे पहले ………… बटन होता है।
(क) पेंट
(ख) हैल्प
(ग) क्लोज़
(घ) मिनीमाइज़।
उत्तर-
(क) पेंट

(iv) स्क्रोल बार स्क्रीन को घुमाने के लिए प्रयोग होता है। यह ………. प्रकार का होता है।
(क) दो
(ख) तीन
(ग) चार
(घ) पांच।
उत्तर-
(क) दो

PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 4 एम एस पेंट से जान-पहचान

(v) ………. ऑप्शन की मदद हम एक तस्वीर की एक कापी दूसरे नाम से सेव कर सकते हैं।
(क) सेव ऐज़
(ख) ओपन
(ग) न्यू
(घ) एग्ज़िट।
उत्तर-
(क) सेव ऐज़|

2. निम्न कार्यों के लिए शार्टकट कीअज़ बताएं ।

(i) नई फाइल बनाने के लिए
(ii) पहले से बनी फाइल खोलने के लिए
(iii) फाइल को सेव करने के लिए
(iv) फाइल प्रिंट करने के लिए
(v) अन-डू (UNDO) करने के लिए
(vi) री-डू (REDO) या रिपीट (REPEAT) करने के लिए
उत्तर-
(i) Ctrl + N
(ii) Ctrl +O
(ii) Ctrl + S
(iv) Ctrl + P
(v) Ctrl + Z
(vi) Ctrl + Y.

3. छोटे उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
पेंट क्या है?
उत्तर-
पेंट एक साफ्टवेयर है जिसका प्रयोग तस्वीरें बनाने के लिए किया जाता है। यह माइक्रोसाफ्ट कंपनी का उत्पाद है।

प्रश्न 2.
एम. एस. पेंट किस प्रकार शुरू किया जाता है ?
उत्तर-
पेंट शुरू करने के लिए निम्न स्टैप करो

  1. Start पर क्लिक करें।
  2. All Programs पर क्लिक करो।
  3. Accessories पर क्लिक करो।
  4. Paint पर क्लिक करो।

प्रश्न 3.
पेंट विंडो के भागों के नाम लिखो।
उत्तर-
पेंट विंडो के भागों के निम्नलिखित नाम होते हैं –

  1. टाइटल बार
  2. क्विक एक्सेस बार
  3. मीनू बार
  4. स्क्रोल बार
  5. स्टेटस बार
  6. वर्क ऐरिया।

प्रश्न 4.
वर्क ऐरिया क्या होता है ?
उत्तर-
पेंट में काम करने वाले स्थान को वर्क ऐरिया कहते हैं। इस स्थान पर हम तस्वीरें बना सकते हैं।

PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 4 एम एस पेंट से जान-पहचान

प्रश्न 5.
सेव कमांड का प्रयोग बताएं।
उत्तर-
सेव कमांड का प्रयोग पेंट में अपने द्वारा किए गए कार्य को किसी फाइल के नाम के साथ सेव करने के लिए किया जाता है। एक बार सेव करने के बाद उस फाइल को दोबारा सेव करने के लिए भी इसी कमांड का प्रयोग किया जाता है।

प्रश्न 6.
स्क्रोल बार की श्रेणियों के नाम लिखो।
उत्तर-
1. होरीजोंटल स्क्रोल बार
2. वर्टीकल स्क्रोल बार।

4. बड़े उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
क्विक एक्सैस टूलबार क्या होता है? इसके बारे में विस्तार से बताएं।
उत्तर-
क्विक एक्सैस टूलबार वह टूलबार होता है जो ज्यादा प्रयोग आने वाली कमांडों को दर्शाता है ताकि इन्हें जल्दी से चलाया जा सके। आमतौर पर इनमें चार बटन होते हैं-सेव, अनडू, रीडू तथा कस्टमाइज। आम तौर पर यह टाइटल बार के बायें तरफ होते हैं। पर इनको रिबन के नीचे भी लाया जा सकता है। इसके लिए कस्टमाइज़ आइकन पर क्लिक कर Show below the Ribbon ऑप्शन पर क्लिक करना पड़ता है।

क्विक एक्सैस टूलबार में अन्य ऑप्शन भी शामिल किये जा सकते हैं। जैसे कि न्यू (New), ओपन (Open), सेव (Save), प्रिंट (Print), प्रिंट प्रीव्यू (Print preview), सेंड इन ईमेल (Send in email) आदि। हम रिबन की वस्तुओं को भी इस में शामिल कर सकते हैं। इसके लिए उस वस्तु को राइट क्लिक कर Add to Quick Toolbar ऑप्शन का चुनाव किया जाता है।

प्रश्न 2.
होम टैब रिबन के बारे में बताओ।
उत्तर-
सारे टूलज, शोपस, कलर पैलेट तथा अन्य बहुत सारी कमांडों को रिबन में इकट्ठा किया जाता है। होम टैब भी इसी प्रकार कई कमांड को दिखाता है। होम टैब रिबन वह होता है जिसमें टूलज, शोपस, ब्रुश तथा रंगों को चुना जाता है। इसमें रिबन को मिनीमाइज करने की ऑप्शन भी होती है। अगर हम इस का चुनाव करते हैं तो रिबन गायब हो जाता है। अगर हम Home Tab पर क्लिक करते हैं तो यह फिर वापस दिखाई देता है। एक्टीविटी आओ हमने जो पढ़ा है उसकी दुहराई करें। पेंट विंडो के भागों के नाम लिखो।
PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 4 एम एस पेंट से जान-पहचान 1

PSEB 6th Class Computer Guide एम एस पेंट से जान-पहचान Important Questions and Answers

रिक्त स्थान भरें

(i) स्क्रोल बार ……….. प्रकार के होते हैं।
(क) 1
(ख) 2
(ग) 3
(घ) 4.
उत्तर-
(ख) 2

(ii) तस्वीरें …….. में बनाई जाती हैं।
(क) रिबन
(ख) टैब
(ग) वर्क एरिया
(घ) टाइटल बार।
उत्तर-
(ग) वर्क एरिया

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(iii) पेंट विंडो के सबसे ऊपर ………… होता है।
(क) स्टेटस बार
(ख) टाइटल बार
(ग) मीनू बार
(घ) रिबन।
उत्तर-
(ख) टाइटल बार

(iv) कमांडज़ ……….. बटन में होती है।
(क) मिनीमाइज
(ख) पेंट
(ग) कलोज
(घ) स्टेटस बार।
उत्तर-
(ख) पेंट।

निम्न कार्यों के लिए शार्टकट कीअज़ बताएं –

निम्नलिखित कामों की शार्टकट की बताएं –
1. मदद लेने के लिए
2. पेंट बंद करने के लिए।
उत्तर-
1. F1
2. Alt + F4.

छोटे उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
क्विक एक्सैस टूल बार क्या होती है ?
उत्तर-
क्विक एक्सैस टूल बार वह टूल बार होता है जो ज़्यादा प्रयोग आने वाली कमांडों के बटन को दर्शाता है।

प्रश्न 2.
क्विक एक्सैस टूलबार में आइटमज़ हटाने के लिए किस ऑप्शन का प्रयोग किया जाता है ?
उत्तर-
Remove from Quick Access Toolbar.

प्रश्न 3.
पेंट बटन क्या होता है?
उत्तर-
मीनू बार के बायें तरफ पेंट बटन होता है। इस पर क्लिक करने से कई कमांड दिखाई देती हैं।

PSEB 6th Class Computer Solutions Chapter 4 एम एस पेंट से जान-पहचान

प्रश्न 4.
स्क्रोल बार का प्रयोग किस लिए किया जाता है ?
उत्तर-
तस्वीर को स्क्रोल करने के लिए।