Punjab State Board PSEB 5th Class Hindi Book Solutions Chapter 5 हमारा स्वास्थ्य Textbook Exercise Questions and Answers.
PSEB Solutions for Class 5 Hindi Chapter 5 हमारा स्वास्थ्य
Hindi Guide for Class 5 PSEB हमारा स्वास्थ्य Textbook Questions and Answers
I. पढ़ो, समझो और लिखो
स्वस्थ = अस्वस्थ।
दूषित = स्वच्छ
योग्य = …………..
स्फूर्ति = …………
निश्चित = …………
उचित = …………..
पर्याप्त = ………….
सकारात्मक = ………….
उत्तर:
विपरीतार्थक शब्द:
(i) स्वस्थ = अस्वस्थ।
(ii) दूषित = स्वच्छ।
(iii) योग्य = अयोग्य।
(iv) स्फूर्ति = आलस्य।
(v) निश्चित = अनिश्चित।
(vi) उचित = अनुचित।
(vii) पर्याप्त = अपर्याप्त।
(viii) सकारात्मक = नकारात्मक।
II. पढ़ो और समझो
स्वस्थ = स्वास्थ्य
सन्तुलित = सन्तुलन
आवश्यक = आवश्यकता
नियमित = नियम
स्वच्छ = स्वच्छता
गरम = गरमी
उत्तर:
विद्यार्थी इन्हें पढ़ें और समझें।
III. नित्य कर्म की सूची दी गई है इसे सही क्रम दो
सफ़ाई करना, दातुन करना, सोना, स्नान करना, सैर करना, शौच जाना, पढ़ना, व्यायाम करना।
उत्तर:
- शौच जाना
- दातुन करना
- सैर करना
- व्यायाम करना
- स्नान करना
- सफ़ाई करना
- पढ़ना
- सोना।
IV. वाक्य परे करो
1. हमें बिना धुले …………………. नहीं पहनने चाहिएं।
2. शौच के बाद हाथ…………………. से अवश्य धोने चाहिएं।
3. ……………… अपने आप में सन्तुलित आहार है।
4. फल व ……………… बिना धोए न खाएं।।
5. घर में …………………. लगाकर, फिनायल डालकर पोंछा लगाना चाहिए।
6. स्वच्छता तन की, मन की, की और बाहर की भी।
उत्तर:
1. कपड़े
2. साबुन
3. दूध
4. सब्जियाँ
5. झाडू
6. घर।
V. बताओ
प्रश्न 1.
दुनिया में सबसे पहला सुख कौन-सा है?
उत्तर:
दुनिया में सबसे पहला सुख ‘नीरोगी काया’ है।
प्रश्न 2.
पाऊडर के छिड़काव से त्वचा पर क्या दुष्प्रभाव पड़ता है?
उत्तर:
पाऊडर आदि बाहरी तत्वों के छिड़काव से त्वचा के रोमछिद्र बन्द हो जाते हैं।
प्रश्न 3.
दिन में कितने गिलास और कैसा पानी पीना चाहिए ?
उत्तर:
दिन में आठ-दस गिलास शुद्ध पानी पीना चाहिए।
प्रश्न 4.
पेट के रोगी को कैसा पानी पीना चाहिए?
उत्तर:
पेट के रोगी को पानी उबालकर पीना चाहिए।
प्रश्न 5.
सकारात्मक सोच कैसे पैदा होती है ?
उत्तर:
महापुरुषों की जीवनियाँ इत्यादि पढ़ने से मन मस्तिष्क में सकारात्मक सोच पैदा होती है।
प्रश्न 6.
गन्दे पानी से कौन-कौन से रोग होते हैं ?
उत्तर:
गन्दे पानी से मलेरिया और हैज़ा जैसे रोग होते हैं।
प्रश्न 7.
साफ़ ठहरे पानी से कौन-कौन से रोग फैलने का डर होता है ?
उत्तर:
साफ़ ठहरे पानी से डेंगू के फैलने का डर होता है।
VI. चार-पाँच पंक्तियों में उत्तर लिखो
प्रश्न 1.
स्वस्थ व्यक्ति के क्या लक्षण हैं ?
उत्तर:
स्वस्थ व्यक्ति के चेहरे पर रौनक तथा चमक होती है। वह हर काम को स्फूर्ति से करता है। उसे भूख और प्यास भी लगी है। मन में हर समय उल्लास और उमंग रहती है। आलस्य पास में नहीं फटकता। रात को नींद भी अच्छी आती है।
प्रश्न 2.
शरीर की सफाई कैसे रखनी चाहिए ?
उत्तर:
शरीर की सफाई भी अत्यावश्यक है। शरीर की स्वच्छता के लिए हमें शरीर के सभी अंगों को साफ़ रखना चाहिए। नित्य प्रति स्नान करना चाहिए। स्नान करते समय साबुन का प्रयोग करना चाहिए। शौच के बाद हाथ साबुन से अवश्य धोने चाहिएं। दाँत नित्य प्रति साफ़ करने चाहिएं।
प्रश्न 3.
सन्तुलित आहार में क्या-क्या होना चाहिए?
उत्तर:
स्वस्थ रहने के लिए हमें सन्तुलित आहार लेना चाहिए। सन्तुलित आहार में चोकर वाले आटे की रोटी, हरी सब्जियाँ, दालें, फल, दूध, दही, पनीर और अंकुरित अनाज आदि शामिल हैं। सुबह और शाम दूध अवश्य पीना चाहिए। इससे शरीर में ऊर्जा उत्पन्न होती है।
प्रश्न 4.
शुद्ध जल ही क्यों पीना चाहिए ?
उत्तर:
सुन्दर स्वास्थ्य के लिए पानी का उपयोग भी महत्त्वपूर्ण है। प्रत्येक मनुष्य को दिन में आठ से दस गिलास पानी पीना चाहिए। पानी हमेशा शुद्ध ही पीना चाहिए। ऐसा न करने से पेट सम्बन्धी विकार पैदा हो जाते हैं। पानी को फिल्टर करके अथवा उबालकर शुद्ध किया जा सकता है।
प्रश्न 5.
प्रत्येक वस्तु यथास्थान पर न होने से क्या होता है?
उत्तर:
सभी वस्तुएँ यथास्थान पर होनी चाहिएं। ऐसा न करने से एक तो अस्त-व्यस्त सामान से मन की एकाग्रता पर बुरा प्रभाव पड़ता है, साथ ही ज़रूरत के समय वस्तु न मिलने से घर में कलह का कारण बनता है।
प्रश्न 6.
स्वस्थ तन में स्वस्थ मन निवास करता है’, स्पष्ट करें।
उत्तर:
यह कथन बिल्कुल सत्य है कि स्वस्थ तन में स्वस्थ मन निवास करता है। यदि हमारा शरीर स्वस्थ है तो काम में हमारा मन लगेगा। मन प्रसन्न रहेगा। मन में हर समय ताज़गी और स्फूर्ति रहेगी। मन में आलस्य नहीं होगा। स्वभाव में चिड़चिड़ापन नहीं होगा। अतः यह सत्य ही है कि स्वस्थ तन में स्वस्थ मन निवास करता है।।
VII. (i) नीचे लिखे शब्दों को बोलकर सही ढंग से लिखो
शरीर, आवश्यक, शुद्ध, शर्त, हमेशा, रोशनी सफ़ाई, उल्लास, पसीना, सन्देह, सब्जी, सुखी
नोट:-पहली पंक्ति में बार-बार आई ध्वनि है ‘श’
दूसरी पंक्ति में बार-बार आई ध्वनि है ‘स’
(विद्यार्थी इनके सही उच्चारण करते हुए अपनी उत्तर-पुस्तिका में लिखें।)
(ii) अब इन्हें पढ़ो
(iii) श्रुतलेख
स्वास्थ्य, मस्तिष्क, उमंग, स्फूर्ति, पर्याप्त, हृष्ट-पुष्ट। त्वचा, शुद्धता, तत्पर, पौष्टिक, सन्तुलित, योगाभ्यास।
उत्तर:
विद्यार्थी अपनी उत्तर-पुस्तिकाओं में इन्हें लिखने का अभ्यास करें।
रचनात्मक.
प्रश्न 1.
अपनी छोटी बहन/भाई को पत्र लिखकर यह बताएँ कि स्वास्थ्य अच्छा कैसे रखा जा सकता है ?
उत्तर:
अपनी छोटी बहन को पत्र लिखो कि अच्छा स्वास्थ्य कैसे रखा जा सकता है।
25 लारेंस रोड,
अमृतसर।
27 मार्च, 20…..
प्रिय बहन विमला,
स्नेहपूर्ण नमस्ते।
मैंने तुम्हें पहले भी लिखा था कि अच्छा स्वास्थ्य सुखमय जीवन का आधार है। तुम अक्सर बीमार रहती हो। मैं तुम्हें स्वास्थ्य अच्छा रखने के लिए कुछ सूत्र या ढंग बताता हूँ-
(क) सुबह सूर्य निकलने से पहले जाग जाना चाहिए। फिर नित्य कर्म के बाद भ्रमण और व्यायाम करना चाहिए।
(ख) भोजन पौष्टिक और सन्तुलित होना चाहिए। दूध, दही, फल, सब्जियाँ आदि स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी हैं। स्वच्छ जल का प्रयोग करना चाहिए।
(ग) अच्छे स्वास्थ्य के लिए सफ़ाई भी ज़रूरी है।
मुझे पूर्ण विश्वास है कि तुम मेरे उक्त सुझावों को मान कर स्वास्थ्य में सुधार करने का प्रयास करोगी। यदि तुम इन सुझावों पर न चली तो बाद में पछताना पड़ेगा।
पूज्य माता जी और पिता जी को प्रणाम।
तुम्हारा बड़ा भाई,
प्रदीप।
यह भी करो-
- शरीर, कपड़े घर, आस-पड़ोस की नियमित सफाई।
- प्रतिदिन व्यायाम एवं सैर।
- खाने-पीने की वस्तुओं को ढक कर रखो।
- शारीरिक अंगों की हमेशा सफ़ाई रखो।
बहुवैकल्पिक प्रश्न
पूछे गए प्रश्नों के सही विकल्प पर (✓) निशान लगाएं
प्रश्न 1.
दुनिया में सबसे पहला सुख किसे माना जाता
(क) नीरोगी काया
(ख) धन
(ग) बड़ा घर
(घ) अधिक धन।
उत्तर:
(क) नीरोगी काया
प्रश्न 2.
अच्छे स्वास्थ्य के लिए हमें कैसा आहार खाना चाहिए ?
(क) अच्छा
(ख) बढ़िया
(ग) संतुलित
(घ) बादाम।
उत्तर:
(ग) संतुलित
प्रश्न 3.
अपने आप में संतुलित आहार क्या है ?
(क) दूध
(ख) लस्सी
(ग) फल
(घ) केला।
उत्तर:
(क) दूध
प्रश्न 4.
हमें अपने दाँत कब साफ करने चाहिएं ?
(क) एक बार
(ख) नित्य
(ग) कभी-कभी
(घ) दिन में।
उत्तर:
(ख) नित्य
प्रश्न 5.
स्वस्थ व्यक्ति के चेहरे पर क्या होती है ?
(क) चमक
(ख) रौब
(ग) साहस
(घ) स्वच्छता।
उत्तर:
(क) चमक
हमारा स्वास्थ्य Summary
हमारा स्वास्थ्य पाठ का सार
दुनिया में सबसे पहला सुख नीरोगी काया है। यदि हम स्वस्थ हैं तो सब कुछ अच्छा लगता है, सारे काम फुर्ती से हो जाते हैं, लेकिन यदि स्वास्थ्य ठीक न हो तो कुछ भी अच्छा नहीं लगता, स्वभाव में चिड़चिड़ापन आ जाता है। तन और मन को स्वस्थ रखने के लिए स्वच्छ रहने की आवश्यकता है।
अपने शरीर की सफाई के लिए हमें शरीर के सभी अंगों को साफ़ रखना चाहिए। रोज़ाना नहाना चाहिए। नहाते समय अपनी त्वचा के अनुसार साबुन का प्रयोग करना चाहिए। इससे शरीर की मैल भी धुलती है और शरीर के रोम-छिद्र भी खुलते हैं। शौच के बाद हाथ साबुन से अवश्य धोने चाहिएं। हाथ-मुँह पोंछने के लिए अपना ही तौलिया प्रयोग करना चाहिए। किसी दूसरे के तौलिये का प्रयोग नहीं करना चाहिए। तन के साथ-साथ कपड़ों की सफ़ाई भी आवश्यक है। हमेशा साफ़-सुथरे और इस्त्री किए हुए कपड़े ही पहनने चाहिएं।
अच्छे स्वास्थ्य के लिए हमें सन्तुलित आहार खाना चाहिए। हरी सब्जियाँ, दालें, फल, दही, पनीर तथा अंकुरित अनाज नियमित रूप से खाना चाहिए। इन सबसे हमारे शरीर में ऊर्जा आती है। दूध अपने आप में सन्तुलित आहार है। इसका सेवन सुबहशाम अवश्य करना चाहिए। खाने की वस्तुएँ ढकी हुई होनी चाहिए। फल और सब्जियों को प्रयोग में लाने से पहले धो अवश्य लेना चाहिए। पानी भी साफ़-सुथरा ही पीना चाहिए। जहाँ तक हो सके पानी को छानकर या उबालकर पीना चाहिए। हमें दिन में आठ-दस गिलास पानी अवश्य पीना चाहिए। इससे चेहरे और आँखों में चमक आती है।
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम करना आवश्यक है। इससे शरीर भी स्वस्थ रहता है और मन भी स्वस्थ रहता है। व्यायाम हमें खुली हवा में करना चाहिए। मन में सकारात्मक सोच रखनी चाहिए। सकारात्मक सोच के लिए अच्छी प्रेरणादायक तथा महापुरुषों की जीवनियाँ पढ़नी चाहिएं। तन और मन की सफ़ाई के साथ-साथ घर की सफ़ाई भी आवश्यक है। घर को झाड़ लगाकर फ़िनायल डालकर पोंछा लगाना चाहिए। सभी चीजें अपने-अपने स्थान पर रखी रहनी चाहिएं। अस्तव्यस्त चीजें हों तो मन की एकाग्रता पर भी असर पड़ता है और आवश्यकता पड़ने पर समय पर वस्तु न मिलने से घर में झगड़ा भी होता है। घर का कूड़ा-कर्कट ढक्कनदार डिब्बे में ही डालना चाहिए। गड्ढों में और नालियों में पानी इकट्ठा नहीं होने देना चाहिए। कूलर, बाल्टियों और डिब्बों में, पानी की टंकियों में पानी इकट्ठा नहीं होने देना चाहिए। इन सब बातों को अपनाते हुए हम अपने आपको सदा स्वस्थ रख सकते हैं। कहा भी गया है-तन्दुरुस्ती हज़ार नियामत है।
कठिन शब्दों के अर्थ:
नीरोगी = स्वस्थ। काया = शरीर। रौनक = लाली, चमक। उमंग = खुशी। उल्लास = प्रसन्नता। स्फूर्ति = चुस्ती, फुर्ती के साथ। आलस्य = सुस्ती। विपरीत = उल्ट।। स्वभाव = आदत। मस्तिष्क = बुद्धि। आवश्यक = ज़रूरी। स्वच्छता = सफ़ाई। त्वचा = चमड़ी। छिद्र = छेद। रोम = रोएँ। स्नान = नहाना। शौच = पाखाना। सन्तुलित = नपा-तुला, ऐसा भोजन जिसमें सभी तत्व विद्यमान हों। ऊर्जा = शक्ति, ताकत। भय = डर। हैंड पम्प = हाथ से चलाया जाने वाला नल। खासतौर = विशेषकर। नियमित = नियम से। हृष्ट-पुष्ट = मज़बूत। सकारात्मक = प्रगतिवादी। स्मरण शक्ति = याद रखने की क्षमता, याददाशत। पौष्टिक = ताकत देने वाली। अस्त-व्यस्त = बिखरा हुआ, इधर-उधर फैला हुआ। एकाग्रता = स्थिर मन। कलह = क्लेश। प्रभाव = असर। जाले = मकड़ी के जाले। एकत्रित = इकट्ठा। मलेरिया = मच्छरों से फैलने वाला रोग। हैज़ा = मक्खियों से फैलने वाला रोग। दिनचर्या = दैनिक कार्य। प्रसन्नचित्त = प्रसन्न मन। कठिन परिस्थितियों = मुश्किल समय। धैर्य = धीरज। तत्पर = तैयार।