PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 7 माईक्रोसॉफ्ट पब्लिशर-I

Punjab State Board PSEB 10th Class Computer Book Solutions Chapter 7 माईक्रोसॉफ्ट पब्लिशर-I Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 Computer Chapter 7 माईक्रोसॉफ्ट पब्लिशर-I

Computer Guide for Class 10 PSEB माईक्रोसॉफ्ट पब्लिशर-I Textbook Questions and Answers

I. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
(A) बहुविकल्पीय प्रश्न

1. आकर्षक विज्ञापन तैयार करने तथा प्रचार संबंधी सामग्री डिजाइन करने के लिए एक एपलीकेशन चुनें।
(a) डाक्यूमैंट
(b) स्प्रेडशीट
(c) पब्लिशर
(d) प्रैजनटेशन।
उत्तर-
(d) प्रैजनटेशन।

2. पब्लिशर ……………… का प्रयोग करके जल्दी पब्लिकेशन बनाता है।
(a) मैनुअल
(b) विजार्ड
(c) कस्टमाइज़
(d) उपरोक्त सभी।
उत्तर-
(b) विजार्ड

3. पब्लिकेशन का प्री डिफाइन मॉडल कौन-सा है ?
(a) टैंपलेट्स
(b) क्लिप आर्ट्स
(c) ऑब्जैक्ट्स
(d) स्टाइल्स।
उत्तर-
(a) टैंपलेट्स

4. की-बोर्ड के द्वारा माइक्रोसॉफ्ट पब्लिशर को खोलने के लिए सर्च बार में क्या टाइप करना चाहिए ?
(a) वर्डपैड
(b) नोटपैड
(c) एक्सैस
(d) पब्लिशर।
उत्तर-
(d) पब्लिशर।

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5. कौन-सा कलर हैंडल ऑब्जैक्ट को घुमाने की आज्ञा देता है ?
(a) लाल
(b) हरा
(c) नीला
(d) काला।
उत्तर-
(b) हरा

6. हर एक टैब …………………………. में बांटा होता है।
(a) ग्रुप्ज़
(b) ब्लॉक्स
(c) मीनूज़
(d) पास।
उत्तर-
(a) ग्रुप्ज़

7. हम क्लिक एक्सैस टूलबार को …………………………. के ऊपर या नीचे रख सकते हैं।
(a) रूलर
(b) स्टेटस बार
(c) रिबन
(d) कोई नहीं।
उत्तर-
(c) रिबन

8. डाक्यूमैंट के सबसे ऊपर वाले भाग के पैनल को रिबन कहा जाता है। इसके ……………………….. टैब हैं।
(a) 8
(b) 6
(c) 5
(d) 4.
उत्तर-
(b) 6

9. पब्लिकेशन बनाने के बाद ………………….. से सेव ऑप्शन को क्लिक करके पब्लिकेशन को सेव करें।
(a) फाइल
(b) होम
(c) इन्सर्ट
(d) व्यू।
उत्तर-
(a) फाइल

10. फाइल मीनू में ……….. बटन क्लिक करके पब्लिकेशन को बंद करें।
(a) ओपन
(b) न्यू
(c) प्रिंट
(d) क्लोज़।
उत्तर-
(d) क्लोज़।

(B) रिक्त स्थान भरें-

1. हम ब्लैंक ले आऊट में ………… वर्ड आर्ट, आटो शेपस आदि ऑब्जैक्ट को दाखिल कर सकते हैं।
उत्तर-
टैक्सट और तस्वीर,

2. बॉक्स की लाइनों के बीच में पड़ा हैंडल …………. और ………… कर सकते हैं।
उत्तर-
वर्टीकल और हौरीजोंटल,

3. हर एक ग्रुप की अन्य विशेषताएं देखने के लिए डॉयलाग बाक्स लांचर पर क्लिक करें जो कि हर …………. के …….. नीचे की तरफ होता है।
उत्तर-
क्लिक और ड्रैग,

4. जब हम एक …………. पर क्लिक करते हैं, तो फ्रेम के कोनों पर छोटे सर्कल नज़र आते हैं, इनको ………… कहा जाता है।
उत्तर-
दायें कार्नर, ग्रुप,

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(C) सही या गलत

1. पब्लिशर में टैंपलेट टूल की मदद से आसानी से एक पब्लिकेशन को तैयार किया जा सकता है।
उत्तर-
सही,

2. ज़्यादातर पब्लिकेशन में कई हिस्से बने होते हैं जिनको फ्रेम कहा जाता है।
उत्तर-
सही,

3. कोनों के हैंडलस से अनुपातक रूप से ऑब्जैक्ट का आकार बदला जा सकता है।
उत्तर-
सही,

4. पब्लिशर से बार आने से पहले, हमें सभी पब्लिकेशन को बंद नहीं करना चाहिए।
उत्तर-
गलत,

5. हम किसी भी आइटम पर क्लिक करके उसको क्लिक एक्सैस टूलबार में शामिल नहीं कर सकते।
उत्तर-
गलत।

II. अति लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
पब्लिकेशन को सेव करने के लिए कौन-सी एक्सटेंशन इस्तेमाल की जाती है ?
उत्तर-
Pub.

प्रश्न 2.
ऑब्जैक्ट को मूव करने के लिए कौन-सा कर्सर इस्तेमाल किया जाता है ?
उत्तर-
चार तरफ वाला कर्सर।

प्रश्न 3.
ऑनलाइन टैंपलेट किस में उपलब्ध होते हैं ?
उत्तर-
Office.com में।

प्रश्न 4.
हमारी तरफ से हाल ही में इस्तेमाल की गई पब्लिकेशन फाइलों की सूची किस में होती है ?
उत्तर-
Recent files में।

प्रश्न 5.
किस ऑप्शन का इस्तेमाल करके ऑब्जैक्ट के इर्द-गिर्द टैक्सट अरेंज किया जाता है ?
उत्तर-
फ्रेम का।

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III. लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
पब्लिशर क्या है ?
उत्तर-
पब्लिशर एक एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर है जो सुंदर और बढ़िया प्रकार के डिज़ाइन वाले दस्तावेज बनाने के लिए प्रयोग की जाती है।

प्रश्न 2.
वर्ड और पब्लिशर में तीन अंतर लिखें।
उत्तर-
निम्नलिखित बिन्दु वर्ड और पब्लिशर में अंतर को दर्शाते हैं-

वर्ड पब्लिशर
1. यह डाक्यूमैंटस को बनाने, एडिट करने और प्रिंट करने के लिए प्रयोग किया जाता है। 1. यह पब्लिकेशन को बनाने, एडिट करने और प्रिंट करने के लिए प्रयोग किया जाता है। पब्लिशर, पब्लिकेशन के लिए सैंकड़ों टैंपलेटस पेश करता है।
2. वर्ड में विशेष रूप से पूरे पेज के ऊपर ध्यान दिया जाता है न कि ऑब्जैक्टस पर। इसलिए पेज ले-आऊट में ज़्यादा फेर-बदल नहीं किया जा सकता। 2. इसमें टैक्सट, तस्वीरें और टेबलों को ऑब्जैक्टस (चीजें) की तरह प्रयोग किया जाता है। पब्लिशर पेज डिज़ाइन में ज्यादा फेर-बदल करने की सहूलियत देता है क्योंकि हर ऑब्जैक्ट भिन्न-भिन्न स्थानों पर रखे होते हैं।
3. इसमें पहले से ही बने हुए डॉक्यूमैंट की लाइब्रेरी होती है। 3. इसमें पहले से ही बने हुए पब्लिकेशनों की लाइब्रेरी होती है जैसे कि टैपलेटस, विजार्ड, डिज़ाइन गैलरी जो कि जल्दी पब्लिकेशन तैयार करने में मदद करती है।
4. यह वर्ड प्रोसैसर सॉफ्टवेयर है। 4. यह डैस्कटॉप पब्लिशिंग सॉफ्टवेयर है।
5. इसकी एक्सटैंशन .doc होती है। 5. इसकी एक्सटेंशन .pub होती है।

प्रश्न 3.
पब्लिशर को की-बोर्ड का इस्तेमाल करके कैसे शुरू कर सकते हैं ?
उत्तर-

  • बटन पर क्लिक करें।
  • सर्च बार में या टाइप करें और ऐंटर को दबायें।

प्रश्न 4.
पब्लिशर में ऑब्जैक्ट को मूव करने के स्टैप लिखें।
उत्तर-
Objects को Move (मूव) करना-

  • Object क्लिक करें।
  • Solid line पर कर्सर रखें ताकि हमें Crosshairs दिखाई दें।
  • Object को क्लिक और drag करके मनपसंद जगह पर ले जायें।

प्रश्न 5.
टैंपलेट को परिभाषित करें।
उत्तर-
टैंपलेट में पहले से ही तैयार किए हुए डिज़ाइन स्टाइल होते हैं। जिनको हम उसी तरह ही या उनमें फेरबदल करके अपनी ज़रूरत के अनुसार प्रयोग कर सकते हैं।

प्रश्न 6.
फ्रेम क्या है ?
उत्तर-
पब्लिकेशन में कई हिस्से बने होते हैं जिनको Frame कहा जाता है।

IV. बड़े उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
पब्लिकेशन में ब्लैंक ले-आऊट का उपयोग करके पब्लिकेशन कैसे तैयार कर सकते हैं ?
उत्तर-
खाली पब्लिकेशन तैयार करने के स्टैप निम्नलिखित हैं :
1. File Menu पर क्लिक करें।
2. मौजूदा टैम्पलेट में Blank Publication Template पर क्लिक करें और बाद में Create में क्लिक करें।
3. अब हम पब्लिकेशन में अपनी ज़रूरत के हिसाब से पब्लिकेशन बना सकते हैं। हम Blank Layout में टैक्सट, तस्वीरें, शब्द, कला और अधिक स्पेस जोड़ सकते हैं। Blank Layout विंडो नीचे दिखाई गई है।
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4. पब्लिकेशन निर्माण के बाद File मीनू में Save विकल्प पर जा कर Save as dialogue बॉक्स दिखाई देगी। अपनी पब्लिकेशन का नाम टाइप करें और फोल्डर को चुनें जिसमें हम इसको सेव कर सकते हैं और फिर सेव बटन पर क्लिक करें। यह पब्लिकेशन एक्सटेंशन पर सेव हो जाएगा।

5.अब File मीनू में Close बटन पर क्लिक करके पब्लिकेशन को बंद करें। एक डॉयलाग बॉक्स दिखेगा। अगर हम सभी परिवर्तन सेव करना चाहते हैं तो Yes बटन क्लिक करें। अगर नहीं तो No पर क्लिक करें। पब्लिशर से बाहर भेजने से पहले सभी पब्लिकेशनों को बंद करना चाहिए। इसके बाद File मीन में Exit पर क्लिक करें या फिर टाइटल बार पर क्रास (x) का बटन क्लिक करें।

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प्रश्न 2.
पब्लिशर विंडो के कंपोनेंट लिखें।
उत्तर-
पब्लिशर विंडो के नीचे लिखे भाग हैं :
1. क्विक ऐक्सैस टूलबार (Quick Access Toolbar)-क्विक एक्सैस टूलबार कस्टमाइज करने योग्य टूलबार होता है जिसमें वह कमांड होती है जिनको हम इस्तेमाल करना चाहते हैं। हम क्विक एक्सैस टूलबार को रिबन के ऊपर या नीचे रख सकते हैं। क्विक एक्सैस टूलबार की जगह परिवर्तन करने के लिए इसके अंत में बने तीर पर क्लिक करें और Show Below the Ribbon विकल्प पर क्लिक करें।

2. रिबन (Ribbon)-दस्तावेजों के सबसे ऊपर वाले भाग के पैनल को रिबन कहा जाता है। इसके 6 टैब हैं। Home, Insert, Page, Design, Mailings, Review और View. हर टैब अलग-अलग समूहों में बांटा गया है। टैब्ज (Tabs)-पब्लिशर में कुछ बहुत उपयोगी टैब्ज हैं जिसमें कई उपलब्ध होते हैं। हर टैब के फ़ीचर देखने के लिए उस टैब के नाम पर क्लिक करें। यहाँ प्रत्येक टैब के समूहों की सूची दी गई है।

  • Home. Clipboard, Font, Paragraph, Styles, Objects, Arrange, Editing.
  • Insert. Pages, Tables, Illustrations, Buildings, Blocks, Text, Links, Headers & Footer.
  • Page Design. Template, Page Setup, Layout, Pages, Schemes, Page Background.
  • Mailing. Start, Write & Insert Fields, Preview Results, Finish.
  • View. Views, Layout, Show, Zoom, Window.

3. फ़ाइल विंडो (File Window)-जब हम File Menu पर क्लिक करते हैं हमारे सामने Info Screen खुल जाती है। इस प्रकार लगता है कि हमारे दस्तावेज़ मिट गए हैं पर ऐसा नहीं होता। जैसे कि हम File Menu में Options पर क्लिक करते हैं Screen इस प्रकार बदल जाएगी।

  • Save. फ़ाइल को 2010 फारमेट में सेव करने के लिए।
  • Save As. हमें एक अलग File Type चुनने की आज्ञा देता है।
  • Open. पब्लिशर फ़ाइल को ब्राउज़ करने के लिए।
  • Close. फ़ाइल को बंद करने के लिए, परंतु पब्लिशर चलता रहेगा।
  • Info. व्यापार सूचना को Edit करने के लिए, डिज़ाइन मेकर का उपयोग करने के लिए, या पेशेवर प्रिंट सूचना सैट करने के लिए।
  • Recent. हमारे अभी प्रयोग की गई पब्लिशर फ़ाइलों की सूची।
  • New. नई पब्लिकेशन स्क्रीन।
  • Print. प्रिंट करने के लिए विकल्प।
  • Save & Send. फाइलों को Save और email करने का विकल्प।
  • Help. माइक्रोसॉफ्ट मदद।
  • Options. डिफाल्ट विकल्प सैट करने के लिए।
  • Exit. पब्लिशर बंद करने के लिए।

प्रश्न 3.
टैक्सट बॉक्स को प्रयुक्त करते हुए टैक्सट को कैसे जोड़ा जाए और पब्लिशर में टैक्सट
उत्तर-
पब्लिकेशन में Text को Add करना।

  1. Home या Insert Tab में Draw Text Box चुनें।
  2. कर्सर को क्लिक करें और ड्रैग करके अपनी पसंद के नाम पर Text Box बनाएं। हम Text Box निर्माण के बाद भी इसका आकार  बदल सकते हैं।
  3. कर्सर के पेज पर जहां हम Text Box बनाना चाहते हैं वहां क्लिक करें।
  4. जब हम माऊस को Left क्लिक करते हैं। हमारे सामने Format Tab, जिसमें Text Box से अधिक विकल्प होते हैं, वह खुल जाते हैं।
  5. अब Text Box पर Text टाइप करें।

Text को Edit करना :
1. जिस Text को हम Edit करना चाहते हैं उसको हाइलाइट करें।
2. जब हम Text Box Tool Format Tab पर नहीं हैं। इसको चुन लें।

3. Text Group का विकल्प :

  • Text Fit यह बताता है कि Text Box में Text कैसे होगा। इसके विकल्प यह हैं: Best Fit, Shrink Text on Overflow, Grow Text Box to Fit, Do not Auto Fit.
  • Text Direction. Text की दिशा Vertical और Horizontal करने के लिए।
  • Hyphenation. Text की Hyphenation परिवर्तन करने के लिए।

4. Font Group factory: Style, Font Size, Bold, Italic, Underline, Text Spacing और Color.
5. Alignment Group Options: Text Box Alignment, Columns, Margins.
6. Effects Group foranny : Shadow, Outline, Engrave, Emboss.

प्रश्न 4.
पब्लिशर में टैम्पलेट का डिज़ाइन बदलने के स्टैप लिखें।
उत्तर-
टैम्पलेट का डिज़ाइन बदलना : टैम्पलेट का डिज़ाइन बदलने के लिए नीचे लिखे स्टैप हैं :
1. Page Design टैब पर क्लिक करें।
2. सभी टैम्पलेट को बदलने के लिए Change Template पर क्लिक करें। विंडो में टैम्पलेट का परिवर्तन चाहते हो तो भरी गई सूचना, नई टैम्पलेट मुताबिक दिखाई देगी।
3. रंग परिवर्तन के लिए समूह में Color Scheme के साथ ब्राऊज़ करें। कलर स्कीम को देखने के लिए माऊस को कलर स्कीम पर लेकर जाएं।

  • किसी एक कलर स्कीम को चुनने के लिए उस पर क्लिक करें।
  • कलर स्कीम चुनने के लिए उस पर क्लिक करें।

4. फोंट बदलने के लिए समूह में Font पर क्लिक करें।

  • मौजूद फोंट स्कीम ब्राउज करें।
  • फोंट स्कीम को देखने के लिए माऊस को फोंट स्कीम पर लेकर जाएं।
  • फोंट स्कीम चुनने के लिए उस पर क्लिक करें।
  • अगर हम अपनी नई फोंट स्कीम बनाना चाहते हैं, तो New Font Scheme पर क्लिक करें।

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प्रश्न 5.
पब्लिकेशन प्रिंट करने के कौन-से तरीके हैं ? बताइए।
उत्तर-
पब्लिकेशन प्रिंट करना-पब्लिकेशन को प्रिंट करने के दो तरीके हैं। पहले तरीके में अपनी टूलबार में Print आइकन पर क्लिक करें। इसके साथ हमारी पब्लिकेशन की डिफाल्ट प्रिंट विकल्प की एक कापी प्रिंट हो जाएगी।
या
1. फाईल मीनू पर क्लिक करें।
2. जब Print में नंबर आए ज़रूरत से Number of Copies सिलेक्ट करें।
3. नीचे लिखे Print Setting में किसी को भी चुनें।

  • All Pages, Selection, Current Page or custom range. Manually पेज नंबर बताइए जो हम प्रिंट करना चाहते हैं।
  • प्रत्येक पेपर शीट के कितने पेपर प्रिंट होते हैं।
  • Paper Size
  • -sided या 2-Sided Printing.

4. Print पर क्लिक करें।

PSEB 10th Class Computer Guide माईक्रोसॉफ्ट पब्लिशर-I Important Questions and Answers

I. वस्तुनिष्ठ प्रश्न

(A) बहुविकल्पीय प्रश्न

1. कौन-सा पब्लिशर विंडो का कम्पोनेंट नहीं होता ?
(a) क्विक एक्सैस टूलबार
(b) रिबन
(c) फाइल विंडो
(d) टाइम लाइन।

2. पब्लिशर कौन-सी टैब नहीं होती ?
(a) Home
(b) Insert
(c) Page Maker
(d) Mailing.

3. हैडर किसमें होते हैं ?
(a) टेबल
(b) वर्ड
(c) HTML
(d) फ्रेम।

(B) रिक्त स्थान भरें-

1. पब्लिशर, पब्लिकेशन को …………… और ……………. के लिए प्रयोग होता है।
उत्तर-
बनाने, एडिट करने, प्रिंट,

2. पब्लिशर, विंडो में खाली स्थान ………………. एरिया कहलाता है।
उत्तर-
पब्लिकेशन,

3. पब्लिशर विंडो के बाईं तरफ ………………. एक छोटी विंडो होती है।
उत्तर-
टास्कपेन,

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4. ……………… में Invitation codes की किस्में नज़र आती हैं।
उत्तर-
टास्कपेन,

5. प्रचार एक विज्ञापन करने वाले इश्तिहारों को ……………. कहा जाता है।
उत्तर-
पब्लिकेशन।

(C) सही या गलत

1. पब्लिशर डाक्यूमैंट प्रिंट करने के लिए प्रयोग होता है।
उत्तर-
गलत,

2. स्टेट्स बार पब्लिशर विंडो के निचली तरफ होता है।
उत्तर-
सही,

3. निजी जानकारी (Personal Information) डायलॉग बॉक्स में भरी जाती है।
उत्तर-
गलत,

4. पब्लिकेशन PP+ एक्सटेंशन के साथ सेव होती है।
उत्तर-
गलत,

5. पब्लिकेशन से बाहर आने से पहले सारी पब्लिकेशन बंद करनी ज़रूरी होती हैं।
उत्तर-
सही।

II. अति लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न-पब्लिशर क्या है ?
उत्तर-
पब्लिशर एक एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर है जो सुंदर और बढ़िया प्रकार के डिज़ाइन दस्तावेज बनाने के लिए प्रयोग किए जाते हैं।

III. लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
पब्लिशर को खोलने के स्टैप लिखें।
उत्तर-
पब्लिशर को खोलने के निम्नलिखित स्टैप हैं :

  1. Start बटन पर क्लिक करें।
  2. All Programs को हाइलाइट करें।
  3. Microsoft Office हाइलाइट करें।
  4. Microsoft Office Publisher 2010 पर क्लिक करें। पब्लिशर विंडो खुल जाएगी।

प्रश्न 2.
पब्लिशर विंडो के भागों के नाम लिखें।
उत्तर-
पब्लिशर विंडो के निम्नलिखित भाग हैं :

  • क्विक एकसैस बार
  • रिबन
  • फाईल विंडो।

प्रश्न 3.
पब्लिकेशन बनाने के दो तरीके कौन-से हैं ?
उत्तर-
पब्लिकेशन बनाने के दो तरीके निम्नलिखित हैं :

  • विज़ार्ड के द्वारा,
  • ब्लैंक ले-आऊट के द्वारा पब्लिकेशन तैयार करना। .

प्रश्न 4.
पब्लिकेशन को सेव करने के स्टैप लिखें।
उत्तर-
पब्लिकेशन को सेव करने के निम्नलिखित स्टैप हैं :

  1. File मीनू पर क्लिक करें।
  2. Save पर क्लिक करें।
  3. फाइल का नाम लिखें।
  4. Save बटन पर क्लिक करें।

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प्रश्न 5.
स्टेट्स बार क्या होता है ?
उत्तर-
स्टेट्स बार प्रत्येक विंडो के नीचे एक बार होता है जिसमें विंडो से संबंधित जानकारी दिखाई जाती है; जैसे-कि कुल पृष्ठों की गिनती, कुल शब्द, अक्षर आदि।

IV. बड़े उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न-
आप विज़ार्ड का प्रयोग करके एक पब्लिकेशन कैसे तैयार करोगे ?
उत्तर-
विज़ार्ड का प्रयोग करके निम्नलिखित अनुसार पब्लिकेशन तैयार किया जा सकता है :

  1. सबसे पहले पब्लिशर खोलें।
  2. File → New पर क्लिक करें।
  3. इसमें New Form Design में ‘Publication for print पर क्लिक करें। (पब्लिकेशन फार प्रिंट की सूची खुल जाएगी।)
  4. इसमें आप आवश्यकता अनुसार पब्लिकेशन की टाइप पर उसका डिज़ाइन चुनें।
  5. फिर हमारे पास Personal Information डायलॉग बॉक्स खुल जाएगा। इसमें अपनी जानकारी दें।
  6. सभी जानकारी देने के बाद OK बटन पर क्लिक करें। (पब्लिकेशन तैयार हो जाएगी। अब आप उसमें सुधार कर सकते हैं।)

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 6 आप्रेटिंग सिस्टम

Punjab State Board PSEB 10th Class Computer Book Solutions Chapter 6 आप्रेटिंग सिस्टम Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 Computer Chapter 6 आप्रेटिंग सिस्टम

Computer Guide for Class 10 PSEB आप्रेटिंग सिस्टम Textbook Questions and Answers

I. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
(A) बहुविकल्पीय प्रश्न

1. आप्रेटिंग सिस्टम क्या है ?
(a) टर्मीनल सिस्टम
(b) सॉफ्टवेयर
(c) स्टोरेज़ सिस्टम
(d) प्रोसैसर।
उत्तर-
(b) सॉफ्टवेयर

2. टाइम शेयरिंग एक तकनीक है जो एक समय में कंप्यूटर सिस्टम को प्रयोग करने की आज्ञा देती है।
(a) कई यूज़र
(b) एक यूज़र
(c) दो यूज़र
(d) किसी को भी नहीं।
उत्तर-
(a) कई यूज़र

3. एक ही समय में मल्टीपल ऐप्लीकेशन रन करने को कहा जाता है।
(a) मल्टी एप्लीकेशन
(b) मल्टी प्रोसैसिंग
(c) मल्टी प्रोग्रामिंग
(d) मल्टी टाइमिंग।
उत्तर-
(c) मल्टी प्रोग्रामिंग

4. एक ही समय में भिन्न-भिन्न किस्म के हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के काम करने की योग्यता को कहा जाता है।
(a) ओपन सोर्स
(b) पोर्टेबलिटी
(c) शैल
(d) सुरक्षा।
उत्तर-
(b) पोर्टेबलिटी|

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 6 आप्रेटिंग सिस्टम

5. आप्रेटिंग सिस्टम पर काम कर रहा यूज़र कंप्यूटर पर सीधे रूप से काम नहीं करता।
(a) बैच प्रोसैसिंग सिस्टम
(b) टाइम शेयरिंग सिस्टम
(c) नैटवर्क आप्रेटिंग सिस्टम
(d) डिस्ट्रीब्यूटिड सिस्टम।
उत्तर-
(a) बैच प्रोसैसिंग सिस्टम

6. यह हमें इंटरनैट सुरक्षित ढंग से इस्तेमाल और हमारे सिस्टम से अन-अधिकारिक एप्लीकेशन की पहंच को रोकने के योग्य बनाता है।
(a) एंटी-वायरस
(b) सुरक्षा
(c) फॉयरवॉल
(d) उपरोक्त में से कोई भी नहीं।
उत्तर-
(c) फॉयरवॉल

7. यह यूज़र से कर्नल के जटिल फंक्शन को छुपा देता है।
(a) शैल
(b) हार्डवेयर लेयर
(c) HDD
(d) कर्नल।
उत्तर-
(a) शैल,

8. यह एक स्टैंडर्ड फाइल स्ट्रक्चर अधीन सिस्टम फाइलें, यूज़र फाइलों को अरेंज करता है।
(a) टर्मीनल
(b) हरारकीकल
(c) स्टोरेज सिस्टम
(d) नैटवर्क।
उत्तर-
(b) हरारकीकल

9. एक सिस्टम के द्वारा इनपुट लेने और अपडेटिड सूचना को डिस्पले करने में जो समय लगता है, उसको कहा जाता है।
(a) रिस्पांस टाइम (Response Time)
(b) अक्सैस टाइम (Access time)
(c) आऊटपुट टाइम (Output Time)
(d) टोटल टाइम (Total Time)।
उत्तर-
(a) रिस्पांस टाइम (Response Time)

10. इस सिस्टम में सर्वर को अलग लोकेशन से रिमोट अक्सैस करना संभव है।
(a) बैच प्रोसैसिंग सिस्टम
(b) टाइम शेयरिंग सिस्टम
(c) नैटवर्क आप्रेटिंग सिस्टम
(d) डिस्ट्रीब्यूटिड सिस्टम।
उत्तर-
(c) नैटवर्क आप्रेटिंग सिस्टम।

(B) रिक्त स्थान भरें

1. एक …………… संबंधित …………. के इकट्ठ को प्रदर्शित करती है।
उत्तर-
फाइल, जानकारी,

2. सिस्टम मल्टीपल रीयर टाइम ………….. एप्लीकेशन और मल्टीपल यूज़र को सर्व करने के लिए मल्टीपल सैंटरल (प्रोसैसर) का इस्तेमाल करता है।
उत्तर-
डिस्ट्रीब्यूटिड, सैंटरल,

3. ………. अपने सिस्टम को अन-अधिकारिक प्रयोग की जांच …….. और रोकने की प्रक्रिया है।
उत्तर-
कंप्यूटर सुरक्षा, अन-अधिकारिक,

4. ……….. आन-लाइन खातों ……….. पर पहुंच करने और खाते से जुड़ी कई गतिविधियों जैसे कि खरीददारी, ई-मेल और ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने की सुविधा प्रदान करते हैं।
उत्तर-
पासवर्ड, ऑनलाइन,

5. …………. सिस्टम का इस्तेमाल उस समय होता है जब डाटा के ……………..फलों या प्रोसैसर – के आप्रेशन में लगने वाला समय जटिल हो।
उत्तर-
रीयल टाइम सिस्टम, रिजिड।

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 6 आप्रेटिंग सिस्टम

(C) सही या गलत

1. एक सिस्टम के द्वारा इनपुट लेने और अपेक्षित अपटेड सूचना को डिस्पले करने में जो समय लगता है उसको रिस्पांस टाइम कहा जाता है।
उत्तर-
सही,

2. इंटरनैट सुरक्षा धमकियों से बचने के लिए केवल एंटी वायरस सॉफ्टवेयर एक ही काफी होता है।
उत्तर-
गलत,

3. आप्रेटिंग सिस्टम यूज़र और डिवाइस ड्राइवर के बीच में संचार को मैनेज नहीं कर सकता।
उत्तर-
गलत,

4. लाइनैक्स सोर्स कोड मुफ़्त उपलब्ध है और यह संस्था आधारित डिवेल्पमैंट आधारित प्रोजैक्ट है।
उत्तर-
सही,

5. आप्रेटिंग सिस्टम शेडयूलर का प्रयोग करके हर किस्म के रिसोर्स को मैनेज करता है।
उत्तर-
सही।

II. अति लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
कंप्यूटर हार्डवेयर और कंप्यूटर यूज़र के बीच में इंटरफेस।
उत्तर-
आप्रेटिंग सिस्टम।

प्रश्न 2.
जो खास हार्डवेयर यंत्रों की जटिलताओं को यूज़र से छुपा लेता है।
उत्तर-
ड्राईवर।

प्रश्न 3.
एक मैकनिज़म या तरीका जो कंप्यूटर सिस्टम के द्वारा परिभाषित रिसोर्स पर प्रोग्राम, प्रोसैस या यूज़र की पहुँच को नियंत्रित करता है।
उत्तर-
प्रोटैक्शन।

प्रश्न 4.
सभी कंप्यूटर पर अन-अधिकारिक इस्तेमाल को जांचना और रोकने की प्रक्रिया।
उत्तर-
कंप्यूटर सुरक्षा।

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 6 आप्रेटिंग सिस्टम

प्रश्न 5.
लाइनैक्स एक खास इंटरप्रेटर प्रोग्राम प्रदान करता है जिसका प्रयोग आप्रेटिंग सिस्टम की कमांडों को लागू करने में किया जा सकता है।
उत्तर-
शैल।

III. लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
आप्रेटिंग सिस्टम क्या होता है ?
उत्तर-
आप्रेटिंग सिस्टम वह एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर है जो किसी यूज़र और कंप्यूटर हार्डवेयर के बीच एक माध्यम या इंटरफेस का काम करता है।

प्रश्न 2.
आप्रेटिंग सिस्टम की किस्में लिखो।
उत्तर–
आप्रेटिंग सिस्टम की निम्नलिखित किस्में हैं-

  • बैच-प्रोसैसिंग सिस्टम।
  • टाइम शेयरिंग आप्रेटिंग सिस्टम।
  • नैटवर्क आप्रेटिंग सिस्टम।
  • रीयल टाइम आप्रेटिंग सिस्टम।

प्रश्न 3.
रीयल टाइम आप्रेटिंग सिस्टम की व्याख्या करें।
उत्तर-
रीयल टाइम आप्रेटिंग सिस्टम वह होता है जिसमें इनपुट की प्रक्रिया और जवाब देने के लिए जो समय लगता है वो बहुत छोटा होता है। इसको डाटा आप्रेटिंग सिस्टम भी कहा जाता है।

प्रश्न 4.
आप्रेटिंग सिस्टम के क्या काम होते हैं ? एक सूची बनायें।
उत्तर-
आप्रेटिंग सिस्टम के निम्नलिखित काम होते हैं-

  • प्रोग्राम को लागू करना
  • इनपुट आऊटपुट आप्रेशन
  • फाइल सिस्टम को मैनूपुलेट करना।
  • संचार करना
  • गलतियां ढूंढना
  • रिसोर्स एलोकेशन
  • सुरक्षा।

प्रश्न 5.
कंप्यूटर सुरक्षा से आप क्या समझते हो ?
उत्तर-
कंप्यूटर सुरक्षा एक ऐसी प्रक्रिया है जो हमारे कंप्यूटर पर अन-अधिकारिक इस्तेमाल को चैक करती और उसको रोकती है। आजकल के ज़माने में कई प्रकार के संकटों से बचने के लिए कंप्यूटर सुरक्षा बहुत ज़रूरी होती है।

प्रश्न 6.
लाइनैक्स को परिभाषित करें।
उत्तर-
लाइनैक्स एक ओपन सोर्स विंडो आधारित आप्रेटिंग सिस्टम है जिसकी उपलब्धता मुफ़्त है। यह आप्रेटिंग सिस्टम यूनिक्स से कम जटिल है।

प्रश्न 7.
सुरक्षा क्या होती है ?
उत्तर-
सुरक्षा का अर्थ है अपने आप या अपने दोस्तों को किसी अन्जान संकट से बचाने की प्रक्रिया। उदाहरण के रूप से कंप्यूटर को अन्जान खतरे जैसे कि वायरस, चोरी आदि से बचाने की प्रक्रिया को कंप्यूटर सुरक्षा कहा जाता है।

IV. बड़े उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
आप्रेटिंग सिस्टम के कार्य की व्याख्या करें।
उत्तर-
यह एक सिस्टम सॉफ्टवेयर है। यह हार्डवेयर और एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के बीच काम करता है। यह नीचे लिखे काम करता है –
1. सी०पी०यू० का प्रबन्ध करना-प्रोसैसर का प्रयोग गणना करने के लिए किया जाता है। यह लौजिक और गणित से संबंधित हर प्रकार की गणना कर सकता है। आप्रेटिंग सिस्टम प्रोसैसर को मैनेज करता है।

2. मुख्य मैमोरी का प्रबन्ध करना-कंप्यूटर सिस्टम में मैमोरी का प्रबन्ध बहुत खास स्थान रखता है। क्योंकि प्रोसैसर इस डाटा से काम करता है। जोकि कम्प्यूटर की मेन मैमोरी में पड़ा होता है। आप्रेटिंग सिस्टम मैमोरी का प्रबन्ध करता है।

3. इनपुट और आऊटपुट का प्रबन्ध करना-आप्रेटिंग सिस्टम यह ध्यान रखता है कि कौन सा इनपुट और आऊटपुट उपकरण काम कर रहा है, कौन से कार्य के लिए कौन सा इनपुट या . आऊटपुट यंत्र का प्रयोग करना है और इसमें कौन से इनपुट और आऊटपुट यंत्र को काम देना है और कब यंत्र से काम वापिस लिए जाएं।

4. फाइलों का प्रबन्ध करना-कंप्यूटर में दी गई सूचना को फाइलों के नाम के साथ रक्षित किया जाता है। आप्रेटिंग सिस्टम का वह भाग जो फाइलों का प्रबन्ध करता है इसको फाइल सिस्टम कहते हैं।

5. कंप्यूटर को सुरक्षा उपलब्ध करना-आप्रेटिंग सिस्टम की यह जिम्मेदारी है कि वह कंप्यूटर को सुरक्षा प्रदान करवाए।

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 6 आप्रेटिंग सिस्टम

प्रश्न 2.
लाइनेक्स के आर्कीटेक्चर की व्याख्या करें।
उत्तर-
लाईनेक्स का आर्कीटेक्चर निम्नलिखित हैं :

  • हार्डवेयर-इस लेअर में सब प्रोफाइल यंत्र होते हैं; जैसे कि रैम, हार्ड डिस्क, ड्राईव आदि।
  • कर्नल-यह ऑप्रेटिंग सिस्टम का कोर कम्पोनेंट होता है जो कि सीधे तौर पर हार्डवेयर के साथ संपर्क करता है और अपर लेअर कम्पोनेंट को निचले स्तर की सर्विस मुहैया करवाता है।
  • शैल-कर्नल के साथ संपर्क करके यह यूज़र से जटिल फंक्शन को छुपा देता है। शैल यूज़र से कमांडज़ प्राप्त करते हैं और कर्नल से फंक्शन को लागू करती है।
  • यूटीलिटी-यूटीलिटी प्रोग्राम को यूज़र में मुख्य रूप से ऑप्रेटिंग सिस्टम फंक्शन मुहैया करती है।

प्रश्न 3.
कम्प्यूटर सुरक्षा को परिभाषित करो। अपनी सूचना और अपने आप को सुरक्षित रखने के उपाय बताएं।
उत्तर-
कम्प्यूटर सुरक्षा-कम्प्यूटर सुरक्षा एक ऐसी प्रक्रिया है जो हमारे कम्प्यूटर के अन-अधिकारिक उपयोग को चैक करती है और इसको रोकती है। निवारण की माप हमारे कम्प्यूटर के किसी भी हिस्से में अन-अधिकारिक प्रयोग को रोकने के लिए हमारी मदद करती है। इंटरनेट उपयोग करने वाले हर व्यक्ति को यह पता होना चाहिए कि इंटरनेट सिक्योरिटी एक बहुत महत्त्वपूर्ण पहल देती है।
1. नवीनतम एंटी वायरस-एंटी वायरस सॉफ्टवेयर को सबसे प्रभावशाली बनाने के लिए हमें उपलब्ध नव-अपडेट्स के साथ अपडेट करना होता है। अनेक प्रकार के एंटी वायरस प्रोग्राम हैं जो कि मुफ्त होते हैं।

2. एंटी स्पाइवेयर सॉफ्टवेयर स्पाइवेयर प्रोग्राम वायरस से अलग होता है। क्योंकि वायरस के जैसे यह हमारे कम्प्यूटर में पड़े हुए डाटा या सिस्टम को क्रप्ट नहीं कर सकता जैसे कि यह हमारे सिस्टम में अपने आप इंस्टाल हो जाता है और हमारे सिस्टम में से पासवर्ड, क्रैडिट कार्ड के नंबर अपने आप सर्वर में भेज देता है। इसलिए यह अपने सिस्टम में स्पाइवेयर प्रोग्राम को खोजने और रोकने के लिए हमें नवीनतम एंटी स्पाइवेयर सॉफ्टवेयर की ज़रूरत पड़ती है।

3. पासवर्ड प्रोटैक्शन-पासवर्ड अनेक प्रकार के ऑनलाइन खाते का बहुत महत्त्वपूर्ण पहलू है। अपने पासवर्ड की सुरक्षा रखना अपने पैसे की सुरक्षा रखना है। अलग-अलग प्रकार के खाते के लिए एक ही जैसा पासवर्ड न रखो। आसानी से प्राप्त होने वाला पासवर्ड जैसे की अपना मोबाइल नंबर या जन्म तारीख आदि न रखो। अपना पासवर्ड अनेक अक्षर वाला जैसे कि अक्षर और नंबर और हो सके तो कुछ खास करैक्टर से मिला के रखो।

4. अपने पासवर्ड से सम्बन्धित वैबसाइट पर पहुंच करने के लिए हमेशा नया वैब पेज खोलना चाहिए और कभी भी ई-मेल में दिए गए लिंक या अनेक तरीके के साथ न खोलें। नवीनतम अपडेट और पैच को लागू करना-हमारे सिस्टम में स्थापित किया कोई भी सॉफ्टवेयर हमेशा के लिए उत्तम नहीं होता। अपने सॉफ्टवेयर को नवीनतम अपडेट और लागू करते रहो। यह अपडेट और पैच सॉफ्टवेयर निर्माण करने वाली कम्पनियों द्वारा समय-समय से उपलब्ध किये जाते हैं।

5. फ़ायरबॉल-यदि हो सके तो अपने सिस्टम को हैकर्स के आक्रमण से बचाने के लिए फ़ायरबॉल का उपयोग करो। फायरबॉल हमारे सिस्टम के अन-अधिकारिक पहुँच करने वाले यातायात को ब्लॉक कर देता है। फायरबॉल हमें इंटरनैट सुरक्षा के साथ उपयोग और हमारे सिस्टम को अन-अधिकारिक एप्लीकेशन की पहुँच को रोकने के योग्य होता है।

प्रश्न 4.
लिनक्स की मुख्य सुविधाएं क्या हैं ?
उत्तर-
लिनक्स आप्रेटिंग सिस्टम की मुख्य सुविधाएं नीचे दी गई हैं :
1. पोर्टेबल-यह सॉफ्टवेयर विभिन्न-विभिन्न किस्म के हार्डवेयर के ही तरीके के साथ काम करता है। लिनक्स कर्नल और एप्लीकेशन प्रोग्राम किसी प्रकार के हार्डवेयर पर इस्टाल हो सकता है।

2. अन्य स्रोत-लिनक्स स्रोत कोड मुफ्त उपलब्ध है। लिनक्स आप्रेटिंग सिस्टम की पात्रता की वृद्धि के लिए विभिन्न टीमें काम करती हैं और यह लगातार विकसित हो रही हैं।

3. मल्टीयूज़र-लिनक्स एक मल्टीयूज़र सिस्टम है जिसका मतलब यह है कि वह यूज़र एक ही समय में सिस्टम संसाधन जैसे कि मैमोरी/रैम/एप्लीकेशन कार्यक्रम का उपयोग कर सकता है।

4. मल्टी प्रोग्रामिंग-लिनक्स एक मल्टी प्रोग्रामिंग सिस्टम है जिसका महत्त्व यह है कि एक समय में मल्टीपल एप्लीकेशन चल सकती हैं।

5. हररकीकल फाइल सिस्टम-लिनक्स एक मानक फाइल स्ट्रक्चर के नीचे सिस्टम फाइल/यूज़र फाइलों को रेंज करता है। इसमें फाइलों और निर्देशिका एक्टर की शक्ल होती है।

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 6 आप्रेटिंग सिस्टम

शैल-लिनक्स एक खास ईंटरप्रेटर प्रोग्राम की सहूलियत देता है जिसका प्रयोग आप्रेटिंग सिस्टम की कमांडों को लागू करने के लिए किया जाता है। इसका प्रयोग विभिन्न-विभिन्न ऑप्रेशन, ऐप्लीकेशन, प्रोग्राम आदि को बुलाने के लिए किया जा सकता है। सुरक्षा-लिनक्स इंटरप्रेटर यूज़र को खास शक्ति से सुरक्षा प्रदान करता है। जैसे कि-पासवर्ड सुरक्षा/खास किस्म की फाइलों में पहुंच से नियंत्रित डाटे की ईंक्रप्शन न करना।

प्रश्न 5.
डॉस और विंडोज़ ऑपरेटिंग सिस्टम में अंतर बताइए।
उत्तर-
डॉस और विंडोज़ में अंतर नीचे दिए अनुसार हैं :

डॉस विंडोज़
1. डॉस एक यूज़र आप्रेटिंग सिस्टम है। 1. विंडोज़ बहु यूज़र इंटरनेट है।
2. डॉस एकल टास्किंग है। 2. विंडोज़ बहु टास्किंग है।
3. इसमें समय साझा नहीं होता। 3. विंडोज़ में समय साझा होता है।
4. इनपुट यंत्र की बोर्ड होता है। 4. मानक इनपुट यंत्र की-बोर्ड और माउस
होते हैं।
5. यह चरित्र यूज़र इंटरफेस है। 5. यह ग्राफिकल यूज़र इंटरफेस है।
6. इसका आकार छोटा होता है। 6. इसका आकार बड़ा होता है।
7. यह मल्टीमीडिया को समर्थन नहीं करता। 7. यह मल्टीमीडिया को समर्थन करता है।
8. इसका मुख्य कार्य फाइलों को मैनेज करना है। 8. इसके कई प्रकार के मुख्य कार्य हैं।
9. यह फ्लॉपी में स्टोर हो जाती है। 9. इसको फ्लॉपी में स्टोर नहीं किया जा
सकता।
10. इसका उत्पादन बंद हो चुका है। 10. इसका उत्पादन चल रहा है।

PSEB 10th Class Computer Guide आप्रेटिंग सिस्टम Important Questions and Answers

I. वस्तुनिष्ठ प्रश्न

(A) बहुविकल्पीय प्रश्न

1. प्रोग्राम मैनेजमैंट के साथ सम्बद्ध ऑप्रेटिंग सिस्टम की क्या कार्रवाई है ?
(a) लागू करना
(b) नियंत्रण करना
(c) लोड करना
(d) सारे ही।
उत्तर-
(d) सारे ही।

2. नेटवर्किंग आप्रेटिंग सिस्टम क्या नहीं है ?
(a) MS Windows
(b) UNIX
(c) MacOSX
(d) DOS.
उत्तर-
(d) DOS.

3. Linux की विशेषता नहीं है –
(a) पोर्टेबल
(b) खुला मोडम
(c) एक यूज़र
(d) मल्टीयूज़र।
उत्तर-
(c) एक यूज़र

4. लाइनैक्स के आर्कीटैक्चर की क्या परत नहीं है ?
(a) कर्नल
(b) शैल
(c) कमांड
(d) उपयोगिता।
उत्तर-
(c) कमांड

5. कौन-सा कम्प्यूटर सुरक्षा के साथ सम्बद्ध नहीं है ?
(a) एंटीवायरस
(b) नैटवर्क
(c) पासवर्ड सुरक्षा
(d) फायरबॉल।
उत्तर-
(b) नैटवर्क

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 6 आप्रेटिंग सिस्टम

(B) रिक्त स्थान भरें-

1. आप्रेटिंग सिस्टम यूज़र और …………………… बीच में संचार का काम करता है।
उत्तर-
डिवाइस,

2. ……………. आप्रेटिंग सिस्टम यूज़र के साथ नहीं जुड़ा होता।
उत्तर-
बैच,

3. …………………. आप्रेटिंग सिस्टम जल्दी प्रतिक्रिया उपयोगिता देता है।
उत्तर-
टाइम साझा,

4. ………………………………………. आप्रेटिंग सिस्टम को डाटा आप्रेटिंग सिस्टम भी कहा जाता है।
उत्तर-
रीयल टाइम।

(C) सही या गलत

1. विंडो एक पोर्टेबल ऑप्रेटिंग सिस्टम है।
उत्तर-
गलत,

2. डास मल्टीयूज़र ऑप्रेटिंग सिस्टम है।
उत्तर-
गलत,

3. कम्प्यूटर को किसी प्रकार की सुरक्षा की ज़रूरत नहीं होती।
उत्तर-
गलत,

4. हैकर कोई भी पहचान की परवाह करते हैं।
उत्तर-
गलत,

5. फायरबॉल कम्प्यूटर सुरक्षा महत्त्वपूर्ण है।
उत्तर-
सही।

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 6 आप्रेटिंग सिस्टम

II. अति लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
आप्रेटिंग सिस्टम किस प्रकार का सॉफ्टवेयर है ?
उत्तर-
सिस्टम सॉफ्टवेयर।

प्रश्न 2.
कोई भी खुला स्रोत ऑप्रेटिंग सिस्टम का नाम बताइए।
उत्तर-
लिनक्स।

प्रश्न 3.
लिनक्स में कौन-सा भाग यूज़र से कमांड प्राप्त करता है ?
उत्तर-
शैल।

III. लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
समय साझा करने वाले आप्रेटिंग सिस्टम के लाभ बताइए।
उत्तर-
समय साझा करने वाले आप्रेटिंग सिस्टम के लाभ नीचे दिए गए हैं :

  • जल्दी प्रतिक्रिया प्राप्त करने की उपयोगिता देता है।
  • सॉफ्टवेयर की प्रतिलिपि को रोकता है।
  • सी०पी०यू० को खाली रहने का समय कम करता है।

प्रश्न 2.
समय साझा करने वाले आप्रेटिंग सिस्टम की हानियां बताइए।
उत्तर-
समय साझा करने वाले आप्रेटिंग सिस्टम की हानियां नीचे लिखी हैं :

  1. भरोसा योग्यता की समस्या।
  2. यूज़र कार्यक्रम और डाटा की सुरक्षा और ईंटीग्रिटी में कमज़ोरी।
  3. डाटा संचार की समस्या।

IV. बड़े उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
डिस्ट्रीब्यूटिड ऑप्रेटिंग सिस्टम के बारे विस्तार में लिखो।
उत्तर-
डिस्ट्रीब्यूटिड सिस्टम मल्टीपल रियल समय ऐप्लीकेशन और मल्टीपल यूज़र को सेवा देने के लिए मल्टीपल सैंट्रल प्रोसैसर का उपयोग करते हैं। डाटा प्रोसैसिंग के काम प्रोसैसर की तरतीब अनुसार विभाजित किया जाता है। यह प्रोसैसर एक-दूसरे के साथ कई कौन संचार लाइनों अनुसार संचार करते हैं। इन प्रोसैसर लज़ली कपलड सिस्टम या डिस्ट्रीब्यूटिड सिस्टम कहा जाता है। डिस्ट्रीब्यूटिड सिस्टम में प्रोसैसर का आकार और काम विभिन्न-विभिन्न हो सकते हैं। इन प्रोसैसरों को अक्सर स्टील नोडज़ या कम्प्यूटर कहा जाता है।

डिस्ट्रीब्यूटिड सिस्टम की नीचे लिखी विशेषताएं हैं :

  • संसाधन साझा सुविधा कारण यूज़र एक साइट से दूसरे स्थान पर उपलब्ध संसाधन को उपयोग करने योग्य होता है।
  • इलैक्ट्रॉनिक मेल की मदद से डाटा का एक स्थान से दूसरी स्थान पर तेज गति के साथ स्थानांतरण किया जाता है।
  • डिस्ट्रीब्यूट सिस्टम में अगर एक साइट काम करना बंद कर देती है तो दूसरी साइट अपने आप चलती रहती है।
  • ग्राहक को सबसे अच्छी सुविधा मिलती है।
  • मेज़बान कम्प्यूटर के लोड में कमी होती है।
  • डाटा प्रोसैसिंग में होने वाली दर में कमी होती है।

प्रश्न 2.
नैटवर्क आप्रेटिंग सिस्टम के बारे में विस्तार से लिखो।
उत्तर-
एक नैटवर्क आप्रेटिंग सिस्टम सर्वर से चलता है और सर्वर को डाटा, यूज़र, समूह, सुरक्षा, ऐप्लीकेशन और अधिक नैटवर्किंग को प्रबंध करने योग्य बनाता है। नैटवर्क आप्रेटिंग सिस्टम का मुख्य उद्देश्य एक नैटवर्क के साथ जुड़े मल्टीपल कम्प्यूटर जैसे कि लोकल एरिया नेटवर्क, निजी नैटवर्क या अन्य प्रकार के नैटवर्क को फाईलों और प्रिंटर प्रयोग करने की आज्ञा देना है।

नैटवर्क आप्रेटिंग सिस्टम की उदाहरण हैं। Microsoft Windows, Server 2003, Microsoft Windows Server 2008, UNIX, Linux, MacOSX, NovellNet Ware, और BSD आदि।

नैटवर्क ऑप्रेटिंग सिस्टम के लाभ निम्नलिखित अनुसार हैं :

  • सैंटरलाइज़ड, सर्वर बहुत स्थिर होता है।
  • सुरक्षा सर्वर द्वारा मैनेज किया जाता है।
  • नई तकनीकों और हार्डवेयर को नये सिस्टम के साथ आसानी से जोड़ा जा सकता है।
  • सर्वर को अलग स्थान से पहंच करना संभव है।

नैटवर्क ऑप्रेटिंग सिस्टम की हानियाँ निम्नलिखित हैं :

  1. सर्वर को खरीदना और चलाना बहुत महंगा है।
  2. कई काम करने के लिए सैंटरल सर्वर पर निर्भर करना पड़ता है।
  3. नियमित रख-रखाव और अपडेट की ज़रूरत पड़ती है।

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 6 आप्रेटिंग सिस्टम

प्रश्न 3.
रीयल टाइम आप्रेटिंग सिस्टम के बारे में विस्तारपूर्वक बताइए।
उत्तर-
रीयल टाइम आप्रेटिंग सिस्टम को डाटा आप्रेटिंग सिस्टम भी कहा जाता है। इसमें इनपुट की प्रक्रिया का जवाब देने के लिए जो समय लगता है वह बहुत छोटा होता है। एक सिस्टम द्वारा इनपुट लेना और अपडेटिड सूचना को प्रदर्शन करने में जो समय लगता है इसको प्रतिक्रिया समय कहा जाता है। इसके लिए इस तरीके में प्रतिक्रिया समय ऑनलाइन प्रोसैसर के मुकाबले बहुत कम होता है। रीयल टाइम सिस्टम का उपयोग उस समय होता है जब डाटा के प्रवाह या प्रोसैसर के आप्रेशन में लगने वाला समय न बदलने योग्य होता है। उदाहरण के लिए वैज्ञानिक तुजुर्बे, मेडिकल इमेजिंग सिस्टम, औद्योगिक नियंत्रण सिस्टम, हथियार सिस्टम (Weapon System) रोबोट और हवा यातायात नियंत्रण सिस्टम आदि है।

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 5 डैस्कटॉप पब्लिशिंग

Punjab State Board PSEB 10th Class Computer Book Solutions Chapter 5 डैस्कटॉप पब्लिशिंग Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 Computer Chapter 5 डैस्कटॉप पब्लिशिंग

Computer Guide for Class 10 PSEB डैस्कटॉप पब्लिशिंग Textbook Questions and Answers

I. वस्तुनिष्ठ प्रश्न

(A) बहुविकल्पीय प्रश्न

1. इस प्रोग्राम का उपयोग किताबें, मैगज़ीन, अखबारें, फलाइर, पैंफलिट और अन्य किस्म के प्रिंटिड डाक्यूमैंट तैयार करने के लिए किया जा सकता है –
(a) डैस्क पब्लिशिंग
(b) डैस्कटॉप पब्लिशिंग
(c) टॉप पब्लिशिंग
(d) पब्लिशिंग।
उत्तर-
(b) डैस्कटॉप पब्लिशिंग,

2. यह डिस्पले स्क्रीन पर डाक्यूमैंट को बिल्कुल उसी तरह दर्शाती है, जिस तरह डाक्यूमैंट प्रिंट होकर लगता है।
(a) WYSWJKI
(b) WKSWUG
(c) WYSIWYQ
(d) WYSIWYG.
उत्तर-
(c) WYSIWYQ,

3. यह एक बाहरी आऊटपुट यंत्र है जो कंप्यूटर से डाटा लेता है और पेपर और ग्राफिक्स या टैक्सट के रूप में आऊटपुट तैयार करता है।
(a) फ्रेमज़
(b) प्रिंटरर्स
(c) फौंट्स
(d) प्लोटरस।
उत्तर-
(b) प्रिंटरर्स

4. एक प्रिंटर जो एक फोटो कॉपी मशीन की तरह काम करता है।
(a) लेज़र
(b) इंकजैट
(c) लाइन
(d) ड्रम।
उत्तर-
(a) लेज़र

5. आयताकार क्षेत्र जो कि ग्राफिक्स और टैक्सट इनसर्ट करने के लिए बने होते हैं।
(a) आयत
(b) फ्रेमज़
(c) स्ट्रक्चर
(d) फौंट्स।
उत्तर-
(b) फ्रेमज़

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 5 डैस्कटॉप पब्लिशिंग

6. यह एक इमेज की विजुअल पेशकारी है।
(a) चार्टस
(b) ग्राफिक्स
(c) फ्रेमज़
(d) फौंट्स।
उत्तर-
(b) ग्राफिक्स

7. इंकजेट प्रिंटर्स पेपर पर स्याही स्प्रे करके ………………. अक्षर प्रति सैकिंड के हिसाब के अक्षर बनाता है।
(a) 250
(b) 350
(c) 200
(d) 100.
उत्तर-
(a) 250

8. ………………………….. यह स्याही की छोटी बूंदों से बनते हैं।
(a) पिक्सल
(b) डॉटस
(c) फौंट्स
(d) करेक्टर्ज।
उत्तर-
(b) डॉटस

9. यह पिनज़ को रिबन पर स्ट्राइक या प्रैस करके कागज़ पर तस्वीरों या टैक्सट को प्रिंट करता है।
(a) इंक-जैट
(b) इम्पैक्ट
(c) नॉन-इमपैक्ट
(d) लेज़र।
उत्तर-
(b) इम्पैक्ट

10. यह ग्राफिक हर एक पिक्सल के बारे में जानकारी स्टोर नहीं करते हैं, इसलिए फाइल का आकार, इमेज़ के आकार पर निर्भर नहीं करता।
(a) रास्टर
(b) प्लेन ग्राफिक्स
(c) वैक्टर
(d) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर-
(c) वैक्टर|

(B) रिक्त स्थान भरें

1. Arial, Helvetica, Times and Verdana ……….. की उदाहरण है और इनका एक जैसा ……………. होता है।
उत्तर-
टाइप फेस, डिज़ाइन,

2. एक गटर मार्जिन सैटिंग उस डाक्यूमैंट के ………… या ……….. मार्जिन में एक्स्ट्रा स्थान जोड़ती है जिसको हम बाईंड (जिल्द) करने की योजना बनाते हैं।
उत्तर-
साइड, टॉप,

3. पॉलीगन फ्रेम को किसी भी ………….. और ……… भी बदला जा सकता है।
उत्तर-
सेप, साइज़,

4. वैब पेज़ में कन्टैंट सिर्फ ………… देते हैं न कि ……… के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं।
उत्तर-
देखने योग्य, प्रिंट,

5. लेज़र प्रिंटर ……… का प्रयोग करते हैं जो कि एक समय पर …………. को स्टोर करते हैं।
उत्तर-
बफर, पूरा पेज।

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 5 डैस्कटॉप पब्लिशिंग

(C) सही या गलत

1. DTP का अर्थ है डैस्कटॉप पब्लिशिंग।
उत्तर-
सही,

2. डैस्कटॉप पब्लिशिंग हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का प्रयोग वैब पेज़ बनाने और डिज़ाइन करने के लिए भी किया जाता है।
उत्तर-
सही,

3. इंक जैट प्रिंटर्ज में स्याही पेपर द्वारा सोख ली जाती है और तुरंत सूख जाती है।
उत्तर-
गलत,

4. फ्रेमज़ यूजर को ऑब्जैक्ट्स को पेज़ के उस स्थान पर रखने की आज्ञा देता है जिस पर वह उसको रखना चाहता है।
उत्तर-
सही,

5. डॉट-मैटरिक्स प्रिंटर में 19 से 124 पिन वाला प्रिंट हैड होता है।
उत्तर-
गलत।

II. अति लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
कौन-सा प्रिंटर एक मिनट में 1200 से 6000 लाइन प्रिंट करता है ?
उत्तर-
लेज़र प्रिंटर।

प्रश्न 2.
कौन-से इमेजिज दो या तीन आयामी हो सकते हैं ?
उत्तर-
कंप्यूटर ग्राफिक्स।

प्रश्न 3.
किस प्रिंटर में एक विशेष परत होती है, जिसमें टोनर (एक स्याही पाऊडर) चिपक जाता है?
उत्तर-
लेज़र प्रिंटर।

प्रश्न 4.
एक जैसे डिजाइन के अक्षरों के समूह को क्या कहते हैं ?
उत्तर-
टाइप फेस।

प्रश्न 5.
एक पेज़ की मुख्य सामग्री और पेज़ के किनारे के बीच के क्षेत्र को क्या कहते हैं ?
उत्तर-
मार्जिन।

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 5 डैस्कटॉप पब्लिशिंग

III. लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
डेस्कटॉप पब्लिशिंग क्या है ?
उत्तर-
डेस्कटॉप पब्लिशिंग का अर्थ है कंप्यूटर और कुछ सॉफ्टवेयरों का इस्तेमाल करके बढ़िया ढंग से डिज़ाइन वाले दस्तावेज़ तैयार करना। इसका संबंध कुछ ऐप्लीकेशन सॉफ्टवेयरों से होता है जो दस्तावेज़ तैयार और प्रिंट करने के लिए प्रयोग किए जाते हैं।

प्रश्न 2.
प्रिंटर की भिन्न-भिन्न किस्में कौन-सी हैं ?
उत्तर-
प्रिंटर की निम्नलिखित किस्में हैं –

  • इमपैक्ट प्रिंटर।
  • नॉन-इमपैक्ट प्रिंटर।

प्रश्न 3.
फ्रेम क्या है ?
उत्तर-
फ्रेम एक आयताकार क्षेत्र होता है जो किसी ऑबजैक्ट को अपने में समाकर रखता है।

प्रश्न 4.
फौंट की परिभाषा दें।
उत्तर-
फौंट एक खास शैली और आकार में छापने योग्य या देखने योग्य टैक्सट करैक्टर का सैट होता है।

प्रश्न 5.
मार्जिन क्या है?
उत्तर-
मार्जिन किसी दस्तावेज में ऑबजैक्ट और पेज़ की हद के बीच की दूरी होती है। इसको हाशिया भी कहते हैं। यह चार तरफ से देखी जाती है।

  • ऊपर,
  • बायें,
  • दायें,
  • नीचे।

मार्जिन अक्सर इंच या सैंटीमीटर में नापे जाते हैं। यह बताते हैं कि किसी पेज़ के चारों तरफ कितनी जगह खाली रहेगी।

प्रश्न 6.
गटर पोजीशन से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर-
गटर पोजीशन किसी पेज़ पर उस छोड़े गए स्थान को कहते हैं जो जिल्द बाँधने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसका उद्देश्य टैक्सट को जिल्द में आने से बचाना होता है।

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 5 डैस्कटॉप पब्लिशिंग

प्रश्न 7.
ग्राफिक्स क्या है ?
उत्तर-
ग्राफिक्स कंप्यूटर पर किसी भी प्रकार की विजुयल पेशकारी को कहते हैं जो साधारण टैक्सट से अलग होता है।

प्रश्न 8.
लेज़र प्रिंटर की कार्य प्रणाली की व्याख्या करें।
उत्तर-
लेज़र प्रिंटर में एक लेज़र टीम को दर्पण से निर्देशित किया जाता है। जो आगे ड्रम पर पड़ती है। इसकी मदद से पेपर पर इमेज़ बनती है, जिसको एक टोनर की मदद से छापा जाता है।

प्रश्न 9.
WYSIWYG विशेषता की व्याख्या करें।
उत्तर-
WYSIWYG का अर्थ है What You See Is What You Get. इसका अर्थ है आप जिस प्रकार अपने दस्तावेज़ को कंप्यूटर पर देखते हो, उसी प्रकार का ही प्रिंट रूप में प्राप्त करोगे।

IV. बड़े उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
वेक्टर एवं बिटमैप ग्राफिक्स में अन्तर स्पष्ट करें।
उत्तर-
वेक्टर एवं बिटमैप ग्राफिक्स में निम्नलिखित अन्तर हैं –

वेक्टर ग्राफिक्स बिटमैप ग्राफिक्स
1. वेक्टर ग्राफिक्स हर पिक्सेल के साथ डील करती है। 1. बिटमैप ग्राफिक्स हर पिक्सेल के साथ डील नहीं करता।
2. इसमें हर पिक्सेल की ऐडिटिंग नहीं की सकता| 2. इसमें हर पिक्सेल को ऐडिट किया जा जाती।
3. फाइल का आकार छोटा होता है। 3. फाइल का आकार बड़ा होता है।
4. आकार परिवर्तन होने के साथ गुणवत्ता कम हो नहीं होती। 4. आकार परिवर्तन होने के साथ गुणवत्ता कम जाती है।
5. यह गणितीय गणना पर आधारित होती है। 5. यह गणितीय गणना पर आधारित नहीं होती है।
6. हर ऑब्जैक्ट विभिन्न प्रकार से ऐडिट किया  संभव नहीं होता। 6. हर आब्जैक्ट को विभिन्न प्रकार से ऐडिट करना जा सकता है।

प्रश्न 2.
डेस्कटॉप पब्लिशिंग के साथ संचार खुला है। विस्तार से बताएं।
उत्तर-
डेस्कटॉप पब्लिशिंग का दायरा अब काफी बड़ा हो रहा है। यह एक पेशे तक ही सीमित नहीं है। साधारण लोग भी अब इसका प्रयोग करते हैं। अब छोटे व्यापारी, सचिव, अध्यापक, विद्यार्थी आदि भी इसका प्रयोग करते हैं। पहले इसका दायरा प्रिंटिग तक ही सीमित था। अब डेस्कटॉप पब्लिशिंग में डिजिटल मीडिया भी शामिल है।

प्रश्न 3.
इम्पैक्ट और नॉन इम्पैक्ट प्रिंटर में अंतर बताएं।
उत्तर-
इम्पैक्ट और नॉन इम्पैक्ट प्रिंटर में नीचे लिखे अंतर हैं –

इम्पैक्ट नॉन इम्पैक्ट
1. इनमें एक हैड होता है। 1. इनमें एक हैड नहीं होता है।
2. यह प्रिंटर पेपर के साथ संपर्क करते हैं। 2. यह प्रिंटर पेपर के साथ संपर्क नहीं करते।
3. स्याही के लिए रिबन का प्रयोग होता है। 3. स्याही के लिए अलग स्थान होता है।
4. यह प्रिंटर आवाज़ करते हैं। 4. यह प्रिंटर आवाज़ नहीं करते।
5. प्रिंटिंग मूल्य कम होता है। 5. प्रिंटिंग मूल्य अधिक होता है।
6. आमतौर पर यह प्रिंटर सस्ते होते हैं। 6. यह प्रिंटर महंगे होते हैं।
7. इनका प्रयोग अब कम होता है। 7. इनका प्रयोग अब अधिक होता है।
8. हैड पेपर में स्ट्राइक करता है। 8. हैड पेपर पर स्ट्राइक नहीं करता।

प्रश्न 4.
दो प्रकार के इम्पैक्ट प्रिंटर की व्याख्या करें।
उत्तर-
इम्पैक्ट प्रिंटर की इन पिनों की किस्में हैं-डॉट मैट्रिक्स और डेजी वील। डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर-डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर 9 से 24 पिन वाला प्रिंटर होता है। यह प्रिंटर इन पिनों की मदद से छपाई करता है। इसकी गुणवत्ता अच्छी होती है। इसकी मदद से ग्राफिक्स छापा जा सकता है। यह आमतौर पर काले रंग के साथ ही छपाई करता है। पर रंगीन प्रिंटर भी होते हैं। इनमें स्याही एक रिबन पर लगी होती है। यह प्रिंटर सस्ते होते हैं एवं आमतौर पर 100 से 600 अक्षर प्रति सैकिंड की स्पीड के साथ छपाई करते हैं।

2. डेज़ी वील प्रिंटर-डेज़ी वील प्रिंटर का नाम इसकी प्रिंटिंग प्रणाली पर डेज़ी फूल के जैसे दिखाने पर पड़ा। इसमें पैटल होते हैं। हर पैटल एक पूर्ण रूप से तैयार अक्षर होता है। यह ठोस लाइन पर प्रिंट करता है। इसमें एक हैमर होता है जो अक्षर को रिबन से मारता है जिससे अक्षर छापा जाता है। इसकी गति कम होती है। यह अधिक से अधिक 25-35 अक्षर प्रति सैकिण्ड प्रिंट करता है।

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 5 डैस्कटॉप पब्लिशिंग

प्रश्न 5.
डेस्कटॉप पब्लिशिंग एवं वर्ड प्रोसैसिंग सॉफ्टवेयर की तुलना करें।
उत्तर-
डेस्कटॉप पब्लिशिंग एवं वर्ड प्रोसैसर में निम्नलिखित अन्तर हैं।

डेस्कटॉप पब्लिशिंग वर्ड प्रोसैसिंग
1. डी.टी.पी. का मुख्य उद्देश्य दस्तावेज़ के डिजाइन को ठीक रखना होता है। 1. वर्ड प्रोसेसर का मुख्य उद्देश्य उसमें टैकस्ट की शुद्धता होता है।
2. यह एक ऑब्जैक्ट आधारित साफ्टवेयर है। 2. यह टैकस्ट आधारित ऐडिटर सॉफ्टवेयर है।
3. इसमें पेज ले आऊट पर अधिक ध्यान दिया जाता है। 3. इसमें शब्दों की शुद्धता मुख्य है।
4. हर एक ऑब्जैक्ट अकेले तौर पर संभाला नहीं जाता है। 4. सभी टैक्सट को एक साथ प्रयुक्त किया जाता है।
5. इसमें आब्जैक्ट लचीला होता है। 5. इसमें आब्जैक्ट्स में लचीलापन कम होता है।

PSEB 10th Class Computer Guide डैस्कटॉप पब्लिशिंग Important Questions and Answers

I. वस्तुनिष्ठ प्रश्न

(A) बहुविकल्पीय प्रश्न

1. निम्नलिखित में से ग्राफिक सॉफ्टवेयर कौन-सा है ?
(a) एडोब इलस्ट्रेटर
(b) कोरल ड्रा
(c) ईदसपेस
(d) सभी ही।
उत्तर-
(d) सभी ही।

2. निम्नलिखित में से फोटो ऐडिटिंग सॉफ्टवेयर कौन-सा है ?
(a) एडोब फोटोशॉप
(b) कोरल पेंट्स
(c) दोनों ही
(d) कोई नहीं।
उत्तर-
(c) दोनों ही

3. ग्राफिक कितने प्रकार के होते हैं ?
(a) 2
(b) 3
(c) 1
(d) 4.
उत्तर-
(a) 2

4. लेजर प्रिंटर किस प्रकार का प्रिंटर है ?
(a) इम्पैक्ट
(b) नॉन-इम्पैक्ट
(c) दोनों ही
(d) कोई नहीं।
उत्तर-
(b) नॉन-इम्पैक्ट|

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 5 डैस्कटॉप पब्लिशिंग

(B) रिक्त स्थान भरें

1. …….. का अर्थ है दो से अधिक लाइनों के बीच दूरी।
उत्तर-
लीडिंग

2. फ्रेम संबद्ध सूचना एवं ग्राफिक्स को ………….. करते हैं।
उत्तर-
इकट्ठा

3. WYSIWYG का अर्थ है …………. ।
उत्तर-
What you see is what you get

4. हम कई तरीके से डाक्यूमैंट को ………… कर सकते हैं।
उत्तर-
प्रिंट

5. सब से तेज़ रंगदार लेजर प्रिंटर ……….. पेज़ प्रिंट कर सकता है।
उत्तर-
200.

(C) सही या गलत

1. हेडर पेज़ के नीचे लिखे जाते हैं।
उत्तर-
गलत

2. ऐम० एस० वर्ड, डेस्कटॉप पब्लिशिंग सॉफ्टवेयर है।
उत्तर-
गलत

3. पेज़ तैयार करने के लिए प्लानिंग की ज़रूरत नहीं होती।
उत्तर-
गलत

4. स्टाइल में बुलेट्स आदि शामिल होते हैं।
उत्तर-
सही

5. स्केलिंग दो से अधिक पंक्तियों के बीच की दूरी को कहा जाता है।
उत्तर-
गलत।

II. अति लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
WYSIWYG का पूरा नाम बताएं।
उत्तर-
What you see is what you get.

प्रश्न 2.
कौन-सी प्रिंटिंग अच्छी होती है ?
उत्तर-
लेजर प्रिंटिंग।

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 5 डैस्कटॉप पब्लिशिंग

प्रश्न 3.
जिस प्रिंटिंग पर स्याही बैठ जाती है। उसे क्या कहते हैं ?
उत्तर-
ऑफसैट प्रिंटिंग।

III. लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
प्रिंटिंग के कौन-कौन से तरीके हैं ?
उत्तर-
प्रिंटिंग के दो तरीके हैं –

  1. ऑफसैट प्रिंटिंग-यह वह प्रिंटिंग है जिसमें स्याही पेपर पर बैठ जाती है उसको ऑफसैट प्रिंटिंग कहते हैं।
  2. लेजर प्रिंटिंग-जिस प्रिंटिंग में लेजर की मदद से प्रिंटिंग की जाती है उसको लेजर प्रिंटिंग कहते हैं। यह प्रिंटिंग तेज़ गति वाली होती है।

प्रश्न 2.
स्केलिंग, ट्रैकिंग एवं लीडिंग बारे में बताएं।
उत्तर-
स्केलिंग-स्केलिंग का अर्थ है दस्तावेज़ में अक्षर को फौंट के साइज़ को बिना कम या बढ़ाए हुए अक्षर की चौड़ाई, लंबाई को बढ़ाना या कम कर देना। ट्रैकिंग-ट्रैकिंग का अर्थ है किसी भी शब्द या लाइन के अक्षरों में दूरी बढ़ाना या कम करना। लीडिंग-लीडिंग का अर्थ है, दस्तावेज में दो या अधिक लाइनों के बीच की दूरी को बढ़ाना या कम करना।

प्रश्न 3.
स्केलिंग क्या है ?
उत्तर-
स्केलिंग-डाक्यूमैंट में बहुत से तरीके द्वारा फौंट को छोटा तथा बड़ा किया जा सकता है। इसका अर्थ है कि फौंट के प्वाइंट को बिना बढ़ाये या कम किये अक्षर की चौड़ाई को बढ़ा या कम कर सकते हैं। इसकी स्केलिंग कहा जाता है।

प्रश्न 4.
ट्रैकिंग क्या होता है ?
उत्तर-
ट्रैकिंग-ट्रैकिंग का अर्थ है कि किसी भी वर्ड या लाइन के अक्षर में दूरी बढ़ाना। इसको प्वाइंट में मापा जा सकता है या किसी और विधि द्वारा मापा जाता है।

प्रश्न 5.
लीडिंग क्या होता है ?
उत्तर-
यह दो या दो से अधिक लाइनों के बीच की दूरी को दर्शाता है। इसको पाइंट से भी मापा जा सकता है या यह डैस्कटॉप पब्लिशिंग सॉफ्टवेयर पर निर्भर करता है।

प्रश्न 6.
फ्रेमस किसे कहते हैं ?
उत्तर-
फ्रेमस संबद्ध सूचना और ग्राफिक्स को इकट्ठा करते हैं। हर फ्रेम में हर ऑबजैक्ट की अलग ऐनटिटी (Entity) है। हर फ्रेम, बॉक्स, बॉर्डर का खास उद्देश्य होना चाहिए। फ्रेम अक्षर की सीमा बनाता है। खास अक्षरों पर ध्यान देने के लिए फ्रेम का प्रयोग किया जाता है। प्रेम की सूचना अधिक महत्त्व देती है।

IV. बड़े उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
पेज़ ले-आऊट का क्या अर्थ है ?
उत्तर-
पेज़ ले-आऊट का अर्थ है कि किसी पेज़ की ले-आऊट अर्थात् किसी दस्तावेज़ को पेज़ से आब्जेक्ट किस प्रकार रखा जाती है। इसमें ऑबजेक्ट को अपनी जरूरत अनुसार उसकी सही जगह पर पूरी सटीकता के साथ रखा जाता है। इसके साथ ही इनके साथ बनने वाले डिज़ाइन का भी ध्यान रखा जाता है कि वह पेज़ देखने में ठीक लगता है या नहीं। इसका संबंध पेज़ एवं कंपोजीशन के साथ होता है। इसमें सभी प्लेस होल्डर भी शामिल किए जाते हैं जो प्रिंट नहीं होते। किसी भी दस्तावेज की पेज ले-आऊट सैट करने के लिये पेज़ के मार्जन, आबजेक्ट, टैक्सट, फौंट साइज, कलर और डिजाइन आदि का पूरा ध्यान रखा जाता है।
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प्रश्न 2.
फौंट्स क्या होते हैं ?
उत्तर-
फौंट्स का अर्थ है अक्षरों की बनावट। किसी भी दस्तावेज में कुछ न कुछ टैक्सट प्रयुक्त किया जाता है। वह टैक्सट किसी भी भाषा में हो सकते हैं। उस भाषा के अक्षरों की बनावट को फौंट्स कहते हैं। जैसे अंग्रेज़ी के अक्षर A, B, C ………. Z आदि की बनावट कई प्रकार की हो सकती है। इन सबको फौंट कहते हैं। इनको कुछ खास नामों से जाना जाता है।

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 5 डैस्कटॉप पब्लिशिंग

कुछ आम प्रयोग होने वाले फौंटस हैं –
1. Arial
2. Times New Roman
आप इन फौंट्स को बोल्ड, इटैलिक और अंडरलाइन आदि भी कर सकते हैं।
PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 5 डैस्कटॉप पब्लिशिंग 2

प्रश्न 3.
डाक्यूमैंट प्लानिंग का क्या अर्थ है ?
उत्तर-
डाक्यूमैंट प्लानिंग का अर्थ है किसी भी दस्तावेज़ को तैयार करने के लिए उसके साथ संबद्ध सभी प्लानिंग करनी। इसमें किस स्टेज पर क्या करना है आदि के बारे में विचार किया जाता है।

डाक्यूमैंट प्लानिंग में नीचे लिखी चीजें ध्यान रखी जाता हैं-

  1. पेज़ ले-आऊट : पेज़ ले-आऊट का अर्थ है दस्तावेज़ का खाका तैयार करना।
  2. स्टाइल : स्टाइल का अर्थ है दस्तावेज़ को किस प्रकार का दिखना चाहिए, इस बारे में निर्णय लेना।
  3. मार्जन : मार्जन कितना रखना है, इस बारे में फैसला करना।
  4. हैडर और फुटर-दस्तावेज में हैडर और फुटर के बारे निर्णय करना।
  5. फौंट : दस्तावेज में फौंट कौन-कौन से होने चाहिए और उनका साइज, कलर आदि क्या होना चाहिए।

इस प्रकार हम देखते हैं कि डाक्यूमैंट प्लानिंग में दस्तावेज़ तैयार करने से पहले की दस्तावेज़ से संबंधित सब निर्णय लिए जाते हैं।

प्रश्न 4.
डेस्कटॉप पब्लिशिंग क्या है ? इसकी क्या ज़रूरत होती है ? कौन-कौन से सॉफ्टवेयर का प्रयोग डेस्कटॉप पब्लिशिंग (DTP) के लिए किया जाता है?
उत्तर-
डेस्कटॉप पब्लिशिंग-डेस्कटॉप पब्लिशिंग का अर्थ है कि कंप्यूटर का प्रयोग करके पब्लिशिंग और प्रिंटिग के साथ संबद्ध काम करने। इसमें कुछ सॉफ्टवेयर का प्रयोग करके दस्तावेज तैयार किए जाते हैं। उनको अपनी ज़रूरत अनुसार प्रिंट किया जाता है। डेस्कटॉप पब्लिशिंग की जरूरत-डेस्कटॉप पब्लिशिंग की जरूरत हमें अपने दस्तावेज को सही तरीके के साथ और सटीकता के साथ तैयार करने के लिए की जाती है। डी०टी०पी० सॉफ्टवेयर की मदद से अपने दस्तावेज को सुंदर, सही और अच्छा डिज़ाइन वाले बना सकते हैं। इसकी मदद के साथ हम अपने दस्तावेज में सभी ऑबजैक्टों को उनकी सही जगह पर सही आकार अनुसार रख सकते हैं। अपने दस्तावेज में रंगों का सही प्रयोग किया जा सकता है। दस्तावेज़ को भी किसी भी आकार का प्रिंट किया जा सकता है। यह सॉफ्टवेयर टैक्सट और ग्राफिक्स पर पूरा कंट्रोल कर सकते हैं।

डेस्कटॉप पब्लिशिंग के सॉफ्टवेयर-डेस्कटॉप पब्लिशिंग तीन प्रकार की हो सकती है और उसकी किस्म के अनुसार ही सॉफ्टवेयर लिए जाते हैं।

यह किस्में और उनके सॉफ्टवेयर की जानकारी नीचे दी गई है –

डी० टी० पी० की किस्म सॉफ्टवेयर
1. पेज़ ले-आऊट एडोब पेज़ मेकर, एडोब मैथ टाइप
2. ऐडिटिंग एडीब फोटोशॉप, कोरल फोटोपेंट, पिक्सा
3. इलस्ट्रेशन कोरल ड्रा, ऐम० एस० पब्लिश

प्रश्न 5.
डी० टी० पी० पर एक नोट लिखें।
उत्तर-
डी० टी० पी० का सम्बन्ध कम्प्यूटर की उस ऐप्लीकेशन के साथ है जो छोटी कंपनी या व्यक्तियों के लिए कम्प्यूटर के ज़रिए, रिपोटर्स, विजिटिंग कार्ड, कैलेंडर, विज्ञापन, मैगज़ीन आदि अच्छी गुणवत्ता के साथ छापता है। नए युग के कम्प्यूटर के साथ डी०टी०पी० सॉफ्टवेयर द्वारा बहुत सारे काम जैसे कि विज्ञापन, किताबें तैयार करना आदि अच्छी तरह किये जा सकते हैं।

ऐसे डी०टी०पी० सॉफ्टवेयर द्वारा कई भाषाओं के अक्षरों को बड़े अच्छे तरीके से और बहुत सारे तरीकों के साथ लिखा या छापा जा सकता है। साधारण तौर पर यह कम्प्यूटर की योग्यता होनी चाहिए कि इसकी प्रिंटिंग होने से पहले डाक्यूमैंट का प्रीवियू कम्प्यूटर की स्क्रीन पर देखा जाए। डैस्कटॉप पब्लिशिंग एक पेज़ के ले-आऊट की योग्यता बारे बताती है। डैस्कटॉप पब्लिशिंग 1985 में “Introduction to Mac Publisher” सॉफ्टवेयर के साथ शुरू हुई थी। यह WYSIWYG layout का पहला प्रोग्राम था। डैस्कटॉप पब्लिशिंग वाले सॉफ्टवेयर बनाने से पहले यह काम बहुत सारे आम लोगों द्वारा किया जाता था। ग्राफिक्स, टैक्सट या और डिज़ाइन के लिए खास निपुणता वाले लोग शामिल किये जाते थे जिस कारण बहुत समय लगता था।

अब डैस्कटॉप पब्लिशिंग सॉफ्टवेयर इस प्रकार के काम को बड़े अच्छे तरीके के साथ करते हैं और यह सॉफ्टवेयर टैक्सट या ग्राफिक्स पर पूरा नियंत्रण रख सकता है। डैस्कटॉप पब्लिशिंग आमतौर पर तीन प्रकार के हैं

  • पेज़ ले-आऊट (Page layout)-एडोब पेज़ मेकर (Adobe page Maker) आदि।
  • ऐडिटिंग (Editing)-एडोब फोटोशॉप (Adobe, Photoshop), कोरल फोटो पेंट (Corel Photo paint) आदि।
  • इलस्ट्रेशन (Illustration)–कोरल ड्रा (CorelDraw), ऐम०एस० पब्लिशर (M.S. Publishers) आदि।

कोई भी डाक्यूमैंट तैयार करने के लिए सबसे पहला कदम यह है कि यह निर्णय कर लिया जाए कि आपने शादी कार्ड तैयार करना है या किताब का सबसे पहला कवर पेज या कोई ब्रोशर (Brochure), या कोई बिजनेस कार्ड। अगर आप किताब का टाइटल कवर (Title Cover) बनाना चाहते हैं तो आपको उसका साइज़ पता होना चाहिए। अगर आप पीछे कही बातों के बारे में जानते हो तो आप डैस्कटॉप पब्लिशिंग सॉफ्टवेयर के साथ कुछ भी बना सकते हो।

प्रश्न 6.
दस्तावेज़ प्रिंट करना क्या होता है ? विस्तार में बताएं।
उत्तर-
यह डैस्कटॉप पब्लिशिंग का बहुत ज़रूरी हिस्सा है। हम बहुत से तरीकों के साथ डाक्यूमैंट को प्रिंट करते हैं। प्रिंटिंग एक प्रोसैस है जिसमें टैक्सट, ग्राफिक्स और तस्वीरें आदि को विभिन्न-विभिन्न प्रिंट किया जा सकता है। प्रिंटिग एक बड़ी फैक्टरी का काम भी हो सकता है और एक अकेला आदमी के लिए भी। प्रिंटिंग के तरीके-
1. ऑफसैट प्रिंटिंग-इसमें स्याही पेपर पर बैठ जाती है। अब आमतौर पर हर प्रिंटिंग ऑफसैट होती है। अगर बहुत कम कागजों पर प्रिंटिंग करनी हो तो वह कम्प्यूटर प्रिंटर/कापीयर पर होगी। हमें डाक्यूमैंट की बहुत सारी कापियां (सैंकड़ों हज़ारों, लाखों या करोड़ों) करने के लिए ऑफसैट प्रिंटिंग ही सस्ती और बहुत अच्छी होती है।

2. लेजर प्रिंटिंग-यह आम प्रिंटिंग है जो कि टैक्सट और ग्राफिक्स का अच्छा प्रिंट करती है। लेज़र प्रिंटर एक नॉन-इमपैक्ट फोटो कॉपीयर टैक्नालोजी (Non-impact photocopier Technology) का प्रयोग करते हैं। इस प्रिंटिग में इलैक्ट्रीकल चार्ज (Electrical charges) द्वारा सिलीनीअम कोडड ड्रम पर लेजर बीम डाली जाती है।

जब ड्रम चार्ज होता है तो यह घूमने लग जाती है। कलर प्रिंटिंग के साथ किए हुआ काम ब्लैक एंड वाइट लेज़र प्रिंटर से 10 गुणा महंगा होता है। एक ब्लैक एंड वाईट लेज़र प्रिंटर मॉडल एक मिनट में 200 पेज प्रिंट कर सकता है। प्रिंटिंग स्पीड ग्राफिक्स पर भी निर्भर करती है। सबसे रंगदार प्रिंट करने वाला एक मिनट में 100 पेज़ प्रिंट कर सकता है। डी०टी०पी० के लिए लेजर प्रिंटर का रैजुलेशन 600 डॉटस पर (resolution 600 Dots per inch (dpi) होना चाहिए।

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प्रश्न 7.
WYSIWYG क्या होता है ?
उत्तर-
WYSIWYG (What-You-See-Is-what-You-Get)-यह शब्द कम्प्यूटिंग में यह बताने के लिए इस्तेमाल होता है कि कंप्यूटर में इलैक्ट्रॉनिक पेज़ जो दिखा रहे हैं वह हमारी आऊटपुट के जैसे है। यह पेज़ एक प्रिंटिग डाक्यूमैंट हो सकता है। बैव पेज या स्लाइड भी हो सकता है। अब वाले डैस्कटॉप. पब्लिशिंग खास आऊटपुट के लिए स्क्रीन उसके अनुसार ढाल लेते हैं। उदाहरण के तौर पर ऐम०एस० वर्ड सॉफ्टवेयर (MS-Word Software) आम आदर्श रंगदार लेज़र प्रिंटर (Typical Colour Laser Printer) कागज़ पर आऊटपुट लेने योग्य होता है। हम डी०टी०पी० (DTP) में तैयार किया हुआ कोई भी डाक्यूमैंट प्रिंट करेंगे तो वह WYSIWYG के बिल्कुल पास होता है।

कुछ हालातों में WYSIWYG का कोई अर्थ नहीं रह जाता क्योंकि डाक्यूमैंट में पेज़ की रचना समय : -अतिरिक्त जानकारी लाभकारी होती है। जैसे कि कई बार हमें नॉन-प्रिंटिंग करैक्टर आदि की ज़रूरत होती है। पेज़ ले-आऊट मोड में हम अक्सर ही ग्रिड ; गाइड लाइन्ज (Guidelines) का उपयोग ऑब्जैक्ट को अलाईन करने के लिए करते हैं।

प्रश्न 8.
डाक्यूमैंट प्लानिंग क्या होती है ? व्याख्या करें।
उत्तर-
डाक्यूमैंट प्लानिंग में नीचे लिखी चीजें शामिल हैंपेज़-ले-आऊट-पेज़ ले-आऊट तैयार करने का मतलब किसी डाक्यूमैंट का खाका तैयार करना है। जब आप टैक्सट, ग्राफिक्स या खास प्रकार के निशान (Symbols), जैसे कि बॉक्स (डिब्बा) फ्रेम, बार्डर आदि इकट्ठा कर लिया तो पेज़ ले-आऊट तैयार कर सकते हैं। इसमें एक पेज़ की ज़रूरत पड़ सकती है।

स्टाइल-डैस्कटॉप पब्लिशिंग सॉफ्टवेयर में आप कितने सारे फौंट्स चुन सकते हैं। ले-आऊट ऐलीमैंट ग्राफिक्स में उनमें रंग तथा उनमें फिल्टर्स इफैक्ट आ सकता है। जो फौंट आप चुनें उसको सभी डाक्यूमैंट में इस्तेमाल करें। डाक्यूमैंट में जानकारी का स्टाइल अच्छा होना चाहिए, जो कि अच्छी तरह समझ आ सके ताकि उसको याद रखा जा सके। स्टाइल का अर्थ अपने डाक्यूमैंट में अपने आप फार्मेटिंग (Formatting) करने के लिए है।

स्टाइल के बिना आपके हर पैराग्राफ, लाइन की अलग से सैटिंग करनी पड़ेगी। यह काम बहुत कठिन और बोरिंग हो जाता है। एक स्टाइल में हैडिंग हैडर और फुटर, बुलेट (Heading, Header & Footer, Bullets) आदि शामिल होते हैं। – मार्जन-मार्जन टैक्सट की बाएं और दाएं, ऊपर और नीचे से टैक्सट की दूरी को कहा जाता है। मार्जन आमतौर पर (From Left, Right, Top, Bottom) एक ईंच के होते हैं। पर इनको अपनी इच्छा अनुसार बढ़ाया या कम किया जा सकता है।

हैडर (Header)-हैडर वह टैक्सट है जो कि पेज़ के ऊपरी हिस्से पर प्रिंट किया जाता है। यह पेज़ नंबर, पाठ नंबर या कोई खास सूचना हो सकती है।
फुटर (Footer)-फुटर वह टैक्सट है जो पेज़ के नीचे के हिस्से पर लिखा जाता है। इसमें भी पेज नंबर, पाठ का नाम और जानकारी हो सकती है। डी०टी०पी० सॉफ्टवेयर अपने आप हर पेज़ नंबर और और सूचना लिख सकता है।

फौंट : यह डाक्यूमैंट डिज़ाइन का बहुत ज़रूरी हिस्सा है। आमतौर पर पाठक एरियल (Arial) या टाईमज़ न्यू रोमन (Time New Roman) स्टाइल वाला फौंट पसंद करते हैं। क्योंकि इसके साथ अक्षर को पढ़ना आसान हो जाता है। आप कुछ फौंट्स को Bold, Italic, Under line आदि कर सकते हैं। एरियल; टाईमज़ न्यू रोम फौंट किताब, मैगजीन और अखबारों में प्रयोग किए जाते हैं।

यह डाक्यूमैंट प्लानिंग बारे कुछ ज़रूरी जानकारी है पर और बातें भी ध्यान देने योग्य हैं जैसे कि पेज का आकार, पेज़ों की संख्या, पेज़ के मध्य कालमों की गिनती, टाइटल, कैपशन (caption) आदि।

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 4 वैब डिवैल्पमैंट

Punjab State Board PSEB 10th Class Computer Book Solutions Chapter 4 वैब डिवैल्पमैंट Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 Computer Chapter 4 वैब डिवैल्पमैंट

Computer Guide for Class 10 PSEB वैब डिवैल्पमैंट Textbook Questions and Answers

I. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
(A) बहुविकल्पीय प्रश्न

1. किसी वैबसाइट की योजना बनाने के चार पड़ाव हैं ?
(a) किसी साइट का उद्देश्य
(b) दर्शकों के लिए डिज़ाइनिंग
(c) काम रणनीति और विषय-वस्तु एवं विकास
(d) ऊपर दिये सभी।
उत्तर-
(d) ऊपर दिये सभी।

2. उद्देश्य प्राप्त करने के लिए काम करने के ढंगों को क्या बुलाया जाता है ?
(a) काम-रणनीति
(b) योजना की रणनीति
(c) डिज़ाइन-रणनीति
(d) ऊपर वालों में से कोई भी नहीं।
उत्तर-
(a) काम-रणनीति,

3. वैब सर्वर हो सकता है –
(a) खरीदा
(b) उधार लिए
(c) उपरोक्त दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर-
(c) उपरोक्त दोनों,

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 4 वैब डिवैल्पमैंट

4. वैब पेज़ का आकार ज्यादा से ज्यादा नहीं होना चाहिए –
(a) एक स्क्रीन
(b) दो स्क्रीन्ज़
(c) तीन स्क्रीन्ज़
(d) चार स्क्रीन्ज़।
उत्तर-
(d) चार स्क्रीन्ज़।

5. वैब पेज़ की एक बढ़िया दिखावट किस पर निर्भर करती है ?
(a) फौंट का आकार/रंग
(b) बैक ग्राउंड रंग
(c) टेबल और ग्राफिक्स
(d) उपरोक्त सभी।
उत्तर-
(d) उपरोक्त सभी।

6. किस टैस्टिंग के लिए इंटरनेट कनैक्शन की ज़रूरत नहीं है।
(a) ऑफलाइन टैस्टिंग
(b) ऑनलाइन टैस्टिंग
(c) उपरोक्त दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर-
(b) ऑनलाइन टैस्टिंग

7. एस०ई०ओ० का मतलब है
(a) सर्च इंजन ऑप्टीमाइजेशन
(b) सिस्टम इंजन ऑप्टीमाइजेशन
(c) सैकरोगनाइज़ड इंजन ऑप्टीमाइजेशन
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं।
उत्तर-
(a) सर्च इंजन ऑप्टीमाइजेशन

8. एस०एम०एम० मतलब क्या है ?
(a) सोशल मीडिया मार्केटिंग
(b) साइंस मीडिया मार्केटिंग
(c) सिस्टम मैक्रो मीडिया
(d) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर-
(a) सोशल मीडिया मार्केटिंग

9. FTP का मतलब है
(a) File Transfer Protocol
(b) Finance Transfer Protocol
(c) Folder Transfer Protocol
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं।
उत्तर-
(a) File Transfer Protocol

10. इंटरनेट का इस्तेमाल करते हुए वैबसाइट की जांच करना किस नाम के रूप में जाना जाता
(a) Offline Testing
(b) Online Testing
(c) उपरोक्त दोनों
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं।
उत्तर-
(b) Online Testing

(B) रिक्त स्थान भरें

1. साइट की योजना बनाते समय साइट की ………. का फैसला अंत में लिया जाता है।
उत्तर-
पब्लिशिंग,

2. …………… आपकी साइट का पता है।
उत्तर-
डोमेन नेम,

3. डोमेन नाम के बारे में फैसला करने के बाद अगला कदम डोमेन नाम की ……… करना है।
उत्तर-
रजिस्ट्रेशन,

4. …………. दो स्क्रीनों से बड़ा नहीं होना चाहिए।
उत्तर-
वैब पेज़,

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 4 वैब डिवैल्पमैंट

5. …………. टैस्टिंग इंटरनेट के बिना की जा सकती है।
उत्तर-
ऑफ लाइन,

6. किसी भी वैबसाइट के पहले पेज़ को ……….. कहा जाता है।
उत्तर-
होम पेज़।

(C) सही या गलत

1. होम पेज़ के साथ अन्य पेज़ों का कोई लिंक नहीं है।
उत्तर-
गलत,

2. साइट का पता .com, .org, .net आदि से समाप्त होता है।
उत्तर-
सही,

3. किसी साइट का ऑफलाइन टैस्ट सिर्फ एक ही ब्राऊज़र पर करना चाहिए।
उत्तर-
गलत,

4. होस्ट के लिए वैब पेज़िज़ को भेजने के लिए, हमें FTP क्लाइंट की ज़रूरत है।
उत्तर-
सही,

5. किसी साइट के ऑन लाइन टैस्टिंग के दौरान आपके कंप्यूटर को इंटरनेट से जुड़ा होना चाहिए।
उत्तर-
सही।

(D) पूरे नाम लिखो

1. IP,
2. FTP,
3. URL
उत्तर-
1. IP- Internet Protocol
2. FTP-File Transfer Protocol
3. URL-Uniform Resource Locator.

II. अति लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
आपकी साइट का पता कौन-सा है ?
उत्तर-
डोमेन नेम।

प्रश्न 2.
कंप्यूटर की वैबसाइट की कापी को ……….. वर्जन कहा जाता है, और वैब होस्ट ऊपर कापी को कहा ……… वर्जन कहा जाता है।
उत्तर-
लोकल, एक्सटर्नल।

प्रश्न 3.
कोई कंपनी ग्राहकों से सीधी फीड बैंक किस तरह प्राप्त कर सकती है ?
उत्तर-
सोशल मीडिया मार्केटिंग।

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 4 वैब डिवैल्पमैंट

प्रश्न 4.
वैबसाइट पर सभी भिन्न-भिन्न विशेषताओं की जाँच करने के लिए क्या जरूरी है ?
उत्तर-
टैस्टिंग।

प्रश्न 5.
डिज़ाइनर डाटा को नष्ट होने, मालवेयर और अन्य नुम्पानों से बच सकता है ?
उत्तर-
सुरक्षा और बैकअप का इस्तेमाल करके।

III. लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
किसी साइट का उद्देश्य फिक्स करने के लिए महत्त्वपूर्ण तरीके बतायें।
उत्तर-
किसी साइट का उद्देश्य निर्धारित करने के लिए निम्नलिखित तरीके हैं-

  • साइट के उद्देश्य इस प्रकार के हों जिनसे पता चल जाये कि साइट पर क्या डालना है।
  • साइट के दो तीन महत्त्वपूर्ण उद्देश्य होने चाहिए।

प्रश्न 2.
वैबसाइट दर्शकों के लिए तैयार करने का क्या मतलब है ? संक्षेप में लिखें।
उत्तर-
दर्शकों के लिए डिज़ाइनिंग से भाव है साइट के दर्शकों की ज़रूरत को ध्यान में रखकर साइट का निर्माण करना। ‘साइट की दिखावट किस प्रकार की होगी ?’ यह निर्धारित करना।

प्रश्न 3.
आप अपनी साइट की कार्यनीति के बारे में किस तरह फैसला करोगे ?
उत्तर-
किसी साइट के उद्देश्य की प्राप्ति के लिए किए जाने वाले कार्यों के तरीकों को कार्य नीति कहा जाता है। कार्यनीति के लिए दर्शकों को ध्यान में रखकर सभी काम किये जाते हैं।

प्रश्न 4.
साइट का कन्टैंट कैसा होना चाहिए ?
उत्तर-
साइट का विषय-वस्तु दर्शकों को सभी महत्त्वपूर्ण जानकारी प्रदान होनी चाहिए। विषय-वस्तु सही स्थान पर हो और अच्छ तरीकों से व्यवस्थित किया हो।

प्रश्न 5.
डोमेन नेम से आपका क्या मतलब है ?
उत्तर-
डोमैन नेम किसी वैबसाइट का पूरा एडरैस होता है। इसकी सहायता से ही कोई साइट देखी जा सकती है।

प्रश्न 6.
डोमेन नेम को कैसे दर्ज किया जाता है ?
उत्तर-
डोमेन नेम को साइट के सर्विस प्रोवाइडर की सहायता से रजिस्टर करवाया जाता है। इसके लिए फार्म भरा जाता है और रजिस्ट्रेशन की फीस दी जाती है। इसके साथ ही यह भी चैक किया जाता है कि यह नाम पहले तो किसी ने रजिस्टर नहीं करवाया।

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प्रश्न 7.
इंटरनेट की दुनिया में सर्वर की क्या भूमिका है ?
उत्तर-
सर्वर पर हमारी साइट पड़ी होती है। यह सर्वर खरीदा जा सकता है या किराये पर लिया जाता है। सर्वर हमारी साइट को संभाल कर रखता है और जरूरत पड़ने पर दिखाता है। अतः सर्वर के बिना हमारी वैबसाइट नहीं बन सकती।

प्रश्न 8.
वैब पन्ने डिजाइन करते समय कौन-कौन सी बातों का ध्यान रखना चाहिए ?
उत्तर-
वैब पेज़ डिज़ाइन करते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखा जाता है-

  • वैब पेज़ दो स्क्रीन्ज़ से लंबा नहीं होना चाहिए।
  • अगर लंबा पेज़ बनाना है तो बुकमार्क के द्वारा अंदरूनी लिंक बनायें।
  • अगर डाक्यूमैंट एक स्क्रीन से बड़ा है तो पहले सिर्फ एक पेज़ ही दिखायें। दर्शकों की मांग पर ही बाकी हिस्सा दिखाया जाये।
  • ज्यादा भारी वैब पेज़ न बनायें।

प्रश्न 9.
किसी साइट को अपलोड करने की क्या प्रक्रिया है ?
उत्तर-
साइट को अपलोड करने के लिए फाइल ट्रांसफर प्रोटोकाल (FTP) का प्रयोग किया जाता है। इसके लिए पहले ज़रूरी प्रोग्राम चलाया जाता है। फिर उसके द्वारा सभी फाइलें अपलोड की जाती हैं।

प्रश्न 10.
ऑफ-लाइन टैस्टिंग से क्या मतलब है ?
उत्तर-
आफ-लाइन टैस्टिंग वैबसाइट टैस्ट करने की वो तकनीक है जिसमें उसको टैस्ट करने के लिए इंटरनैट की ज़रूरत नहीं पड़ती।
इसमें पहले होम पेज़ खोला जाता है और फिर सभी पेजों के लिंक चैक किए जाते हैं।

IV. बड़े उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
साइट की योजनाबंदी के भिन्न-भिन्न पड़ाव बतायें।
उत्तर-
साइट की योजनाबंदी के समय हम यह फैसला करते हैं कि साइट बनाने के लिए क्या कुछ करना है और किस प्रकार करना है। इस के मुख्य चार पड़ाव हैं-

  • साइट का उद्देश्य
  • दर्शकों के लिए डिजाइनिंग
  • कार्य नीति
  • विषय-वस्तु।

1. साइट का उद्देश्य-हर एक साइट का कोई उद्देश्य होना चाहिए। यह उद्देश्य बताता है कि हमें इस साइट में क्या कुछ डालना है। साइट से संबंधित सारा काम साइट के उद्देश्य के अनुसार होना चाहिए। साइट बनाते वक्त निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखना चाहिए

  • साइट का उद्देश्य
  • उद्देश्य की पूर्ति के लिए साइट तैयार करने का तरीका
  • उद्देश्य प्राप्ति के लिए कार्यनीति।
  • साइट तैयारी और अपडेट करने का समय।

2. दर्शकों के लिए डिज़ाइनिंग-उद्देश्य स्पष्ट करने के बाद अगला काम है साइट के दर्शक निर्धारित करना। यह पता करना कि कौन-कौन से लोग साइट देखेंगे। उन लोगों को ध्यान में रख कर ही साइट का डिज़ाइन तैयार किया जाता है।

3. कार्य नीति- उद्देश्य की प्राप्ति के लिए किए जाने वाले कार्यों के तरीकों को कार्य नीति कहा जाता है। इसमें साइट के लिए विषयवस्तु इकट्ठा करने का ढंग, साइट बनाने का ढंग आदि शामिल होते हैं।

4. विषय-वस्तु-आखिर में विषय-वस्तु की बारी आती है। विषय-वस्तु में वे सब शामिल होता है जो हमें साइट पर दिखाना है। यह सारी सामग्री इकट्ठी की जाती है और इसको किस प्रकार किस पेज पर दिखाना है यह सब निर्धारित किया जाता है। इसके साथ ही साइट पर लिंकस आदि निर्धारित किए जाते हैं।

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प्रश्न 2.
वैब को अमल में लाने के लिए जरूरी निर्देशों का वर्णन करें।
उत्तर-
वैब को अमल में लाने का मतलब है कि योजनाबंदी के अनुसार काम करना। इसमें निम्नलिखित काम शामिल हैं-

  1. डोमेन नाम का चुनाव
  2. डोमेन नेम रजिस्टर करना
  3. सर्वर का चुनाव करना
  4. वैब पेज की व्यवस्था करनी
  5. दिखावट बनाना
  6. ऑफ-लाइन टैस्टिंग
  7. साइट अपलोड करनी
  8. ऑन-लाइन टैस्टिंग।

1. डोमेन नेम का चुनाव-इसमें साइट का नाम निर्धारित किया जाता है। यह नाम अपने आप में अलग होना चाहिए क्योंकि किन्हीं भी दो साइटों का नाम एक नहीं हो सकता।

2. डोमेन नेम रजिस्टर करना-इस डोमेन नेम को नाम देने वाली कंपनी के पास रजिस्टर करवाया जाता है।

3. सर्वर का चुनाव करना-सर्वर वो कंप्यूटर होता है जिस पर साइट अपलोड की जाती है। इसका भी चुनाव किया जाता है। वैब पेजों की व्यवस्था करना-वैब पेज अच्छी तरह व्यवस्थित किया जाता है।

4. इसके लिए कई बातों का ध्यान रखा जाता है। वैब पेज को ज्यादा लंबा नहीं होना चाहिए। उसमें सही ढंग के लिंक होने चाहिए।

5. दिखावट बनाना-वैब पेज की दिखावट अच्छी होनी चाहिए ताकि इसको पढ़ने और देखने का मन करे। इसमें सही मात्रा में टैक्सट, इमेज, आवाज़ और वीडियो शामिल किया होना चाहिए।

6. ऑफ-लाइन टैस्टिग-इसमें वैबसाइट को बगैर इंटरनैट से टैस्ट किया जाता है। इसमें चैक किया जाता है कि सभी लिंक आदि सही चल रहे हैं कि नहीं।

7. साइट अपलोड करना–साइट अपलोड करने का मतलब है साइट की फाइलें सर्वर पर कॉपी करना। इसके लिए फाइल ट्रांसफर प्रोटोकाल का प्रयोग किया जाता है।

8. ऑन-लाइन टैस्टिंग-इस टैस्टिंग में साइट को इंटरनैट पर चैक किया जाता है कि यह सही ढंग से काम कर रही है कि नहीं। इसमें पास होने के बाद साइट बनाने का काम पूरा हो जाता

प्रश्न 3.
ऑफ-लाइन टैस्टिग और आन-लाइन टैस्टिग में अंतर बतायें।
उत्तर-
ऑफ-लाइन टैस्टिंग और ऑन-लाइन टैस्टिंग में निम्नलिखित अंतर हैं-

ऑफ-लाइन टैस्टिग ऑन-लाइन टैस्टिंग
1. इसमें इंटरनेट की ज़रूरत नहीं पड़ती। 1. इसमें इंटरनेट की ज़रूरत पड़ती है।
2. यह साइट अपलोड करने से पहले की जाती | 2. यह साइट अपलोड करने के बाद की जाती |
3. यह किसी भी कंप्यूटर पर की जा सकती है। 3. यह टैस्टिंग सिर्फ उस कंप्यूटर पर की जा
सकती है जिस पर इंटरनैट चल रहा हो।
4. आप वैब पेज़ की कोडिंग बदल सकते हो। 4. आप वैब पेज की कोडिंग बदल नहीं सकते।

प्रश्न 4.
एस० ई० ओ० क्या है ?
उत्तर-
एस० ई० ओ० का पूरा नाम सर्च इंजन ओपटीसाइजेशन है। इसका अर्थ है जब एक सर्च इंजन हमारी साइट से संबंधित कुछ सर्च करता है तो हमारी साइट के नतीजे सबसे ऊपर और बढ़िया रूप में नज़र आये। इस के लिए साइट बनाने के लिए लगातार कार्यशील रहना पड़ता है। एस०ई०ओ० यह यकीनी बनाता है कि किसी साइट को किसी खोज इंजन के लिए पहुँच योग्य बनाया जाये और संभावनाओं को सुधारा जाये कि साइट सर्च इंजन के द्वारा ढूंढ़ ली जायेगी। एस०ई०ओ० किसी खास प्रकार के सर्च इंजन के लिए की जाती है जैसे किwww.google.com, www.yahoo.com आदि।

प्रश्न 5.
एस० एम० एम० क्या है ?
उत्तर-
एस० एम० एम० का अर्थ सोशल मीडिया मार्कीटिंग होता है। एस०एम०एम० का उद्देश्य वो सामग्री तैयार करना है जो उपभोक्ता अपने सोशल नेटवर्क से शेयर करेगी ताकि उनकी कंपनी की ब्रांड एकसपोज़र बढ़ाने और ग्राहकों की पहुँच को बढ़ाने में मदद की जा सके।
एस०एम०एम० के मुख्य भागों में एस०एस०ओ० होता है जो एक नई वैबसाइट में नये और विलक्षण विज़िटर्ज को खींचने की एक रणनीति होती है। एस०एम०ओ० दो प्रकार किया जाता है।
1. कंटैंट के साथ सोशल मीडिया लिंक बटन शेयर करके
2. स्टेटमैंट या ट्वीटस को अपडेट या ब्लॉग पोस्ट करके एस०एम०एम० अपनी कंपनी ग्राहकों से सीधी फीड बैक प्राप्त करने में मदद करती है। एस०एम०एम० कई प्रकार की सोशल वैबसाइटों जैसे कि Facebook, Twitter, Linkedin, Youtube, Myspace, Orkut आदि के कारण काफी प्रचलित बनती जा रही है।

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 4 वैब डिवैल्पमैंट

PSEB 10th Class Computer Guide वैब डिवैल्पमैंट Important Questions and Answers

I. वस्तुनिष्ठ प्रश्न

(A) बहुविकल्पीय प्रश्न

1. वैबसाइट के पहले पेज को ……. कहते हैं।
(a) मेन पेज
(b) सर्च इंजन
(c) होम पेज
(d) डोमेन।
उत्तर-
(c) होम पेज

2. वैबसाइट के नाम को क्या कहते हैं ?
(a) होम पेज
(b) डोमेन नेम
(c) सर्च
(d) एस०सी०ओ०।
उत्तर-
(b) डोमेन नेम

(B) रिक्त स्थान भरें

1. साइट की योजना बनाते समय सबसे आखिर में साइट के ……… बारे फैसला किया जाता है।
उत्तर-
विषय-वस्तु,

2. ………… आपकी साइट का एडरैस होता है।
उत्तर-
डोमेन नेम,

3. डोमेन नेम के बारे में फैसला करने के बाद अगला काम डोमेन नेम को …………. करवाना होता
उत्तर-
रजिस्टर,

4. ………. दो स्क्रीन्ज से लंबा नहीं होना चाहिए।
उत्तर-
वैब पेज,

5. ………… टैस्ट इंटरनेट के बिना किया जाता है।
उत्तर-
ऑफ लाइन,

6. वैबसाइट के पहले वैब पेज को ……… कहा जाता है।
उत्तर-
Home page.

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(C) सही या गलत-

1. एक अच्छी वैबसाइट के होम पेज का दूसरे पेज से कोई लिंक नहीं होता।
उत्तर-
गलत,

2. साइट का एडरैस .com, .org, .net आदि से समाप्त होता है।
उत्तर-
सही,

3. वैबसाइट का ऑफ-लाइन टैस्टिग सिर्फ एक ही ब्राऊज़र पर करनी चाहिए।
उत्तर-
गलत,

4. वैब पन्नों को होस्ट तक भेजने के लिए FTP क्लाइंट की ज़रूरत पड़ती है।
उत्तर-
सही,

5. ऑन लाइन टैस्ट करने के समय आपका कंप्यूटर इंटरनैट से जुड़ा हुआ होना चाहिए।
उत्तर-
सही।

II. अति लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
विषय-वस्तु क्या होता है ?
उत्तर-
विषय-वस्तु का अर्थ है साइट पर पाई जाने वाली सामग्री।

प्रश्न 2.
डोमेन नेम किसको कहते हैं ?
उत्तर-
किसी वैबसाइट के पते को डोमेन नेम कहा जाता है।

प्रश्न 3.
अपलोडिंग का क्या अर्थ है ?
उत्तर-
अपनी वैबसाइट को इंटरनैट पर डालने की क्रिया को अपलोडिंग कहते हैं।

प्रश्न 4.
टैस्टिग का क्या मतलब है ?
उत्तर-
किसी वैबसाइट के सभी लिंक चैक करने की क्रिया को टैस्टिंग कहा जाता है।

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प्रश्न 5.
टेस्टिंग कितने प्रकार की होती है ?
उत्तर-
टैस्टिंग दो तरह की होती है
1. ऑफ-लाइन टैस्टिंग
2. ऑन-लाइन टैस्टिंग।

III. लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
साइट की योजनाबंदी से आपका क्या भाव है ?
उत्तर-
योजनाबद्ध तरीके से बनाई गई वैबसाइट प्रभावशाली होती है। कोई भी वैबसाइट बनाने से पहले उसकी योजना बना लेनी चाहिए। अगर योजना से काम करोगे तो उद्देश्य की पूर्ति होगी। वैबसाइटों के द्वारा हम संचार करवाते हैं। वैबसाइट के डिज़ाइन के समय सब से पहली महत्त्वपूर्ण बात है वैब साइट का उद्देश्य (Goal)। वैबसाइट का निर्माण हमेशा उसके उद्देश्य को मुख्य रख कर ही करना चाहिए।

प्रश्न 2.
कार्यनीति पर एक नोट लिखें।
उत्तर-
जब आप फैसला कर लेते हो तो आपको कार्यनीति के बारे में सोचना पड़ेगा। उद्देश्य (goal) की प्राप्ति के लिए किए जाने वाले कार्यों के तरीके को कार्य नीति कहा जाता है। आप अपनी साइट में कई प्रकार की सूचनाएं शामिल कर सकते हो। जैसे कि-

  • टैक्सट सूचना
  • आडियो या सूचना
  • वीडियो सूचना।

एक अच्छी वैबसाइट साधारण (Simple) होती है। दूसरे शब्दों में वैबसाइट जटिल नहीं होनी चाहिए।

IV. बड़े उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
साइट के उद्देश्य पर एक नोट लिखें।
उत्तर-
साइट का कोई विशेष उद्देश्य या मनोरथ होना चाहिए। साइट का उद्देश्य हमें बताता है कि हमें इसमें क्या कुछ डालना है। आप विस्तारपूर्वक और सजावट वाली साइट तैयार कर सकते हो, पर शर्त यह है कि वो उद्देश्य की पूर्ति ज़रूर करती हो। कोई भी साइट बनाते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान ज़रूर रखें-

  • संस्था का उद्देश्य।
  • आपकी साइट के 2-3 महत्त्वपूर्ण उद्देश्य।
  • उद्देश्य की पूर्ति के लिए साइट तैयार करने का तरीका।
  • उद्देश्य की प्राप्ति के लिए कार्यनीति।
  • साइट की तैयारी का समय।
  • साइट को अपडेट करने का समय।

प्रश्न 2.
दर्शकों के लिए डिज़ाइनिंग से आपका क्या भाव है ?
उत्तर-
साइट का मनोरथ स्पष्ट करने के बाद अगला काम यह जानना है कि आपकी साइट के दर्शक कौन से होंगे ? किस किस्म के लोग आपकी साइट की यात्रा करेंगे ? बच्चे, विद्यार्थी, वकील, डॉक्टर या घरेलू औरतें। यहाँ यह भी ध्यान रखना चाहिए कि दर्शकों की आपकी साइट से क्या इच्छाएं हैं। उदाहरण के रूप में अगर आप पुस्तक प्रकाशक के लिए साइट डिज़ाइन कर रहे हो तो आपके दर्शक या पाठक विद्यार्थी, बच्चे, अध्यापक, प्रोफेसर और अन्य बुद्धिजीवी हो सकते हैं। इस हालत में आप अपने दर्शकों की रुचि के मुताबिक साइट का डिज़ाइन करोगे।

प्रश्न 3.
वैबसाइट को अमल में लाने के विभिन्न कार्य लिखें।
उत्तर-
साइट की संपूर्ण योजना बनाने और सूचनाओं या लिंकस के संबंध में फैसला करने के बाद इसको इंपलीमैंट अर्थात् अमल में लाने के बारे में सोचा जाता है। इसमें डोमेन नेम का चुनाव, डोमेन रजिस्टर करवाना, सर्वर का चुनाव और साइट का प्रबंध आदि गतिविधियाँ शामिल होती हैं।
1. डोमेन नाम का चुनाव (Choosing Domain Name)-डोमेन नेम आपकी साइट का एडरैस होता है। डोमेन नेम असल में (इंटरनेट प्रोटोकाल) साइट का एडरैस होता है। डोमेन नेम डाटाबेस में होता है जो कि सर्वर के एडरैस की सूची में शामिल होता है। डोमेन नेम .com, .net, .org आदि नामों से समाप्त होता है। इसमें हाइफनज़ (Hyphens) शामिल होते हैं। इसमें प्रयोग किए जाने वाले अक्षरों की ज्यादा से ज्यादा गिनती 63 हो सकती है।

2. डोमेन नेम रजिस्टर करना (Registering Domain Name)-डोमेन नेम के बारे में फैसला करने के बाद डोमेन नेम रजिस्टर करवाया जाता है। आप अपनी साइट को सर्विस प्रोवाइडर के द्वारा रजिस्टर करवा सकते हो। सर्विस प्रोवाइडर आपको एक फार्म भरने के लिए कहता है और फिर रजिस्टर करने के लिये आपसे फीस भी वसूल सकता है। फार्म भरने के बाद चैक किया जाता है कि आपके नाम वाला किसी और ने तो नहीं रजिस्टर करवाया। अगर नाम उपलब्ध हो तो उसके रजिस्टर होने का संदेश आपको ई-मेल के द्वारा भेज दिया जाता है।

3. सर्वर का चुनाव (Choosing a server)-साइट को अमल में लाने का एक ज़रूरी कार्य है सर्वर का चुनाव। यहाँ सर्वर का चुनाव बहुत महत्ता रखता है। सर्वर यहाँ आपकी साइट स्थायी रूप में रखता है आप अपना सर्वर खरीद सकते हो या फिर किराये पर भी ले सकते हो। वैबसाइटों की दुनिया में सर्वर का अहम रोल है। ऐसे विशेष किस्म के सर्वर को वैब सर्वर कहा जाता है। जब आप अपने ब्राऊजर पर कोई साइट खोलते हो तो यह संबंधित वैब सर्वर से जुड़ जाता है।

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4. वैब पेज की व्यवस्था (Organizing Web Page)-वैबसाइट का पेज अच्छे ढंग से व्यवस्थित होना चाहिए। वैब पेज की व्यवस्था ऐसी हो कि यह साइट को बराबर दिखावट (Balanced look) प्रदान करे। पेज की व्यवस्था के समय पेज की लंबाई एक महत्त्वपूर्ण नुक्ता है। पेज डिज़ाइन करते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिएवैब पेज दो स्क्रीनज़ से लंबा नहीं होना चाहिए। अगर लंबा पेज इस्तेमाल करना चाहते हो तो बुकमार्क के द्वारा अंदरूनी लिंक स्थापित करें। अगर आपका डाक्यूमैंट एक स्क्रीन से बड़ा है तो पहले दर्शकों को सिर्फ कुछ भाग ही दिखायें। दर्शकों द्वारा मांग करने के बाद ही बाकी हिस्सा दिखा जाये।

5. दिखावट (Look)-वैब पेज अच्छी दिखावट वाला हो तो हर एक का पढ़ने को मन करेगा। अच्छी दिखावट के लिए वैब पेज में ज़रूरत अनुसार लिंक, ग्राफिक्स, ऐनीमेशन, साऊंड और वीडियो क्लिप शामिल होने चाहिए। वैब पेज की भिन्न-भिन्न सामग्री में विभिन्नता पर अच्छा दृष्टिगत प्रभाव होना चाहिए। साइट में उचित फौंट कलर, बैकग्राउंड कलर, टेबल, ग्राफ आदि का इस्तेमाल अच्छी दिखावट का प्रतीक होता है।

6. ऑफ-लाइन टैस्टिग (Offline Testing)-वैबसाइट के सभी पेजिज डिज़ाइन करने के बाद इसको ब्राऊजर पर टैस्ट किया जाता है। इस टैस्ट के लिए इंटरनैट की ज़रूरत नहीं पड़ती। इसी कारण इसको ऑफ-लाइन टैस्ट कहा जाता है। आफ-लाइन टैस्टिग में सबसे पहले ब्राऊज़र में होम पेज खोला जाता है। फिर एक-एक करके लिंक किए हुए सभी पन्नों (Pages) को चैक किया जाता है। यहाँ यह यकीनी बनायें कि आपके पेज बढ़िया नज़र आयें। आपको अपनी साइट को भिन्न-भिन्न ब्राऊज़र्स पर टैस्ट कर लेना चाहिए।

7. साइट को अपलोड करना (Uploading the Site)-साइट को इंटरनैट पर सभी के लिए प्रदान करवाने के लिए इसको अपलोड किया जाता है। आपके वैब पन्नों को होस्ट (Host) तक भेजने के लिए फाइल ट्रांसफर प्रोटोकाल (FTP) क्लाइंट की ज़रूरत पड़ती है। इस काम के लिए सबसे पहले FTP प्रोग्राम जैसे कि क्यूट FTP (Cute FTP) सैट किया जाता है। इसके बाद ऑन-लाइन होकर अपनी फाइलों को अपलोड करें।

8. ऑन-लाइन टैस्टिंग (Online Testing)-जब आपकी साइट अपलोड हो जाती है तो आगे का स्टैप है इसको ऑन-लाइन टैस्ट करना। इंटरनेट कनैक्ट करें, ब्राऊज़र खोलें और अपनी साइट का यू०आर०एल (URL) टाइप करें। चैक करें कि आपकी साइट के सभी लिंक सही काम कर रहे हैं। इसी प्रकार अन्य ब्राऊज़र ऊपर भी चैक करें।

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 3 एच०टी०एम०एल०-II

Punjab State Board PSEB 10th Class Computer Book Solutions Chapter 3 एच०टी०एम०एल०-II Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 Computer Chapter 3 एच०टी०एम०एल०-II

Computer Guide for Class 10 PSEB एच०टी०एम०एल०-II Textbook Questions and Answers

I. वस्तुनिष्ठ प्रश्न

(A) बहुविकल्पीय प्रश्न

1. फार्म किस काम के लिए इस्तेमाल किया जाता है ?
(a) ई-मेल के कन्टैंट डिस्पले करने के लिए
(b) ऐनीमेशन इफैक्ट को डिस्पले करने के लिए
(c) यूज़र से इनपुट लेने के लिए
(d) उपरोक्त कोई नहीं।
उत्तर-
(c) यूज़र से इनपुट लेने के लिए

2. CSS का पूरा नाम क्या है ?
(a) Cascading style sheet
(b) Costume style sheet
(c) Cascading system style
(d) None of the Above.
उत्तर-
(c) Cascading system style

3. वैब पेज़ में लिंक दर्शाने के लिए कौन-सा लिंक सही है ?
(a) <LINK SRC = “abc.html”>
(b)<BODY LINK = “abc.html”>
(c) <A SRC = “abc.html”>
(d) < A HERF =”abc.html”>

उत्तर-
(d) < A HERF =”abc.html”>

4. Check box बनाने के लिए कौन-सा tag फार्म में इस्तेमाल किया जाता है ?
(a) <check box>
(b) <input = ”check box”>
(c) <input = check box>
(d) <input check box>

5. निम्नलिखित में से कौन-सी सबसे ज्यादा साधारण रूप में इस्तेमाल की जाने वाली HTTP विधि ?
(a) PRF और POST
(b) GET और SET
(c) ASK और REPLY
(d) GET और POST.
उत्तर-
(d) GET और POST.

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 3 एच०टी०एम०एल०-II

6. क्या एक वैब पेज़ में लिंक स्थापित किया जा सकता है ?
(a) हाँ
(b) नहीं
(c) सिर्फ फ्रेम में
(d) उपरोक्त कोई नहीं।
उत्तर-
(a) हाँ

7. आप एक e-mail लिंक कैसे स्थापित कर सकते हो ?
(a) .
(b) mail href = “xxx@yyy'”>
(c) xxx@yyy</mail
(d)
उत्तर-
(d)

8. एक html फार्म में एक वैब पेज़ का हिस्सा है जिसमें वो स्थान शामिल है जहाँ कि
(a) जानकारी को उपभोक्ता द्वारा फीड किया जाता है
(b) और वैबसाइट सर्वर पर भेज दी जाती है
(c) दोनों ए और बी
(d) उपरोक्त कोई नहीं।
उत्तर-
(c) दोनों ए और बी

9. एक कंटेनर टैग और एक सिंगल इनपुट आइटम में टैक्सट की बहुत सारी लाइनों को अनुमति देने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
(a) Text area
(b) Check box
(c) Radio Button
(d) उपरोक्त कोई नहीं।
उत्तर-
(a) Text area

10. चुनाव सूची वो सूचियाँ हैं जिसकी सूची दी गई सूची में से कौन-सा उपभोक्ता सिंगल या मल्टीपल विकल्प चुन सकता है। सूची की किस्में हैं –
(a) Scrolling lists
(b) Pull down pick-up lists
(c) Both a and b
(d) उपरोक्त कोई नहीं।
उत्तर-
(c) Both a and b.

(B) रिक्त स्थान भरें

1. ………… टैग को किसी वैब पेज़ पर एक लिंक बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
उत्तर-
Anchor tag

2. …………. वैब पेज़ पर दिए गए हिस्से के लिए लिंक को परिभाषित करता है।
उत्तर-
href

3. …….. का उपयोग वैब सर्वर में जानकारी को भरने के लिए किया जाता है।
उत्तर-
form

4. आप टैक्सट की बहुत सारी लाइनें ……… के द्वारा फार्म में इस्तेमाल कर सकते हो।
उत्तर-
Text Area

5. एक फार्म में कई विकल्प चुनने के लिए हम …………………………… का इस्तेमाल कर सकते हैं।
उत्तर-
Check box

6. …………………… का इस्तेमाल एक बार में बहुत विकल्पों को एक ही चुनाव को देखने के लिए की जाती है।
उत्तर-
Radio Button

7. सर्वर पर जानकारी भेजने के लिए ……………………. बटन का प्रयोग किया जाता है।
उत्तर-
Submit Button

8. फार्म से सारे विकल्पों को साफ करने के लिए हम …………………….. बटन का प्रयोग कर सकते हैं।
उत्तर-
Reset Button

9. ………… वैब ब्राऊज़र विंडो को मल्टीपल HTML डाक्यूमैंट में बांटता है।
उत्तर-
Frames

10. Frametest टैग में हम ……….. और ………… को ऐट्रीब्यूट के तौर पर प्रयोग कर सकते है।
उत्तर-
Row and Colom.

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 3 एच०टी०एम०एल०-II

(C) सही या गलत

1. एक अनविजटिड लिंक अंडरलाइन होता है और इसका रंग नीला होता है।
उत्तर-
True

2. बुकमार्क को वैब पन्ने के बाहर लिंक को एक्सटर्नल लिंक के तौर पर जाना जाता है।
उत्तर-
False

3. वैबसाइट से बाहर वाले लिंक को एक्सटर्नल लिंक के रूप में जाना जाता है।
उत्तर-
True

4. <input type=”Password” /> टैक्सट बाक्स में स्टार (***) दिखायेगा।
उत्तर-
True

5. सिलैक्शन लिस्ट ड्राप डाउन लिस्ट को दर्शाने के लिए इस्तेमाल की जाती है।
उत्तर-
True.

(D) पूरा नाम लिखें
1.
2. HREF
3. URL
4. BGCOLOR
5. SRC
उत्तर
1.
– Anchor Tag
2. HREF – Hyper Text reference
3. URL – Uniform Resource Locator
4. BGCOLOR – BackGround COLOR
5. SRC – Source

II. अति लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
किसी वैब पेज़ को लिंक करने के लिए कौन-सा टैग इस्तेमाल किया जाता है ?
उत्तर-
Anchor log.

प्रश्न 2.
कौन-सा लिंक वैबसाइट से बाहर परिभाषित किया जाता है ?
उत्तर-
एक्सटर्नल लिंक।

प्रश्न 3.
जब एक फार्म को सबमिट किया जाता है तो कौन-सा ऐट्रीब्यूट यह परिभाषित करता है कि फार्म डाटा कहाँ भेजना है।
उत्तर-
Action ऐट्रीब्यूट।

प्रश्न 4.
यह विधि उपयोगकर्ता द्वारा यू० आर० एल० पाथ का इस्तेमाल करने के बाद फीड डाटा को इनकोड करने के लिए प्रयोग किया जाता है और सर्वर को भेजा जाता है।
उत्तर-
GET Method.

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प्रश्न 5.
दिए गए वैब पन्ने पर कुछ कार्यवाही करने के लिए क्या प्रयोग किया जाता है ?
उत्तर-
बटन।

III. लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
हाईपरलिंक क्या होता है ?
उत्तर-
हाईपरलिंक HTML में एक वैब पेज़ को दूसरे वैब पेज़ से जोड़ने का एक साधन है। यह एक लिंक की तरह काम करता है। यह लिंक टैक्सट, तस्वीर आदि पर लगाया जा सकता है। जब हम इस लिंक पर क्लिक करते हैं तो इससे लिंक किया पेज़ खुल जाता है।

प्रश्न 2.
लिंक की किस्मों के नाम बताएं।
उत्तर-
लिंक दो प्रकार के होते हैं

  • अंदरूनी लिंक
  • बाहरी लिंक।

प्रश्न 3.
ऐंकर टैग क्या होता है ? उदाहरणों से समझायें।
उत्तर-
ऐंकर टैग वे टैग हैं जिसका इस्तेमाल लिंक बनाने के लिए किया जाता है। इसका सिन्टैक्स अग्रलिखित है Link Text यह एक paired टैग है। HTML में हाईपरलिंक इसकी मदद से ही तैयार किए जाते हैं। उदाहरण-Go to Google

प्रश्न 4.
HTML वैब पेज़ में बुकमार्क समझायें।
उत्तर-
बुकमार्क HTML में एक पेज़ के खास हिस्से तक पहुँच का ढंग है। वैब पेज़ के ज़रूरी खास हिस्से को एक नाम दे दिया जाता है जिसका इस्तेमाल अंदरूनी लिंक में किया जाता है। कई बार इसका इस्तेमाल बाहरी लिंक में भी किया जा सकता है।

प्रश्न 5.
एक लिंक के रूप में चित्र कैसे बनाया जा सकता है ?
उत्तर-
चित्र को लिंक के रूप में प्रयोग करने के लिए पहले टैग का इस्तेमाल करके चित्र इनसर्ट करें और फिर उस टैग को ऐंकर टैग की मदद से लिंक करें।
उदाहरण

प्रश्न 6.
एक फार्म क्या होता है ?
उत्तर-
फार्म यूज़र से डाटा लेकर सर्वर तक पहुँचाने का एक साधन है। फार्म में ज़रूरत अनुसार ऑबजैक्ट जैसे कि टैक्सट बॉक्स, चैक बॉक्स, रेडियो बटन आदि में प्रयोग किए जाते हैं। यूज़र इसमें डाटा ऐंटर करता है और यह डाटा सर्वर तक पहुँचाया जाता है।

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प्रश्न 7.
फार्मों में चुनाव सूची का इस्तेमाल क्या है ?
उत्तर-
चुनाव सूची की मदद से यूज़र बहुत सारे उपलब्ध विकल्पों में अपनी ज़रूरत के विकल्प टाइप नहीं करने पड़ते। इससे समय की बचत होती है।

प्रश्न 8.
HTML फार्म में भिन्न-भिन्न बटनों की व्याख्या करें।
उत्तर-
HTML फार्म में निम्नलिखित बटन होते हैं-

  1. Submit-इसका इस्तेमाल डाटा सर्वर पर भेजने के लिए किया जाता है।
  2. Reset-इसका इस्तेमाल फार्म को पहली ऐंटरी को साफ करने के लिए किया जाता है।

प्रश्न 9.
फ्रेमों की व्याख्या करें।
उत्तर-
फ्रेम एक से ज्यादा वैब पेजों को एक वैब पेज़ में दिखाने का साधन है। इनकी मदद से हम कई वैब पेज़ों को एक पेज़ में भिन्न-भिन्न दिखा सकते हैं और सारे वैब पेज़ अपने आप में आज़ाद होते

प्रश्न 10.
उदाहरण के साथ मारकिऊ टैग और इनके गुणों को समझायें।
उत्तर-
मारकिऊ टैग का इस्तेमाल वैब पेज पर किसी टैक्सट या तस्वीर को चलता दिखाने के लिए किया जाता है। This text is scrolling जब वैब पेज़ पर किसी खास टैक्सट की तरफ यूज़र का ध्यान दिलाना होता है तो मारकिऊ टैक्सट का इस्तेमाल काफी ज़रूरी होता है। यूज़र का ध्यान सीधा उस टैक्सट की तरफ ही जाता है। इसकी मदद से हम वैब पेज़ पर अनाउसमैंट दिखा सकते हैं।

प्रश्न 11.
हम एक html फाइल में ऑडियो और वीडियो फाइलों को कैसे जोड़ सकते हैं ?
उत्तर-
html में ऑडियो और वीडियो फाइलों को ऐंकर टैग की मदद से जोड़ा जा सकता है। ऐंकर टैग के href attribute में उस ऑडियो या वीडियो फाइल का नाम डाल दिया जाता है।

प्रश्न 12.
CSS की व्याख्या करें।
उत्तर-
CSS का पूरा नाम Cascading Style Sheet है। यह अपने वैब पेज़ या पूरी वैबसाइट को एकसार डिज़ाइन देने का एक साधन है। इसमें कुछ नियम निर्धारित किए जाते हैं। हर एक नियम बताता है कि कोई खास आब्जैक्ट जैसे कि टैक्सट, हैडिंग, बैक ग्राऊंड आदि किस प्रकार दिखाई देगी।

प्रश्न 13.
CSS की किस्मों को परिभाषित करें।
उत्तर-
ये निम्नलिखित तीन प्रकार की होती हैं –

  • इनलाइन स्टाइल
  • इनटर्नल या ऐमबैरिड स्टाइल।
  • एक्सटर्नल स्टाइल।

प्रश्न 14.
रेडियो बटनों और इसके गुणों के बारे में व्याख्या करें।
उत्तर-
रेडियो बटन वे बटन होते हैं जो हमें बहुत सारे विकल्पों में सिर्फ एक विकल्प चुनने की आजादी देते हैं। रेडियो बटन की विशेषता यह है कि हमें अपने विकल्प लिखना नहीं पड़ता और न ही बाकी विकल्प काटने पड़ते हैं। यह सारा काम रेडियो बटन अपने आप ही करता है।

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प्रश्न 15.
चैक बॉक्स क्या होता है ? ।
उत्तर-
चैक बॉक्स हमें बहुत सारे विकल्प प्रदान करने की सहूलियत देता है और साथ ही यह आज़ादी देता है कि हमें उन विकल्पों में से एक या ज्यादा विकल्पों का चुनाव कर सकें।

प्रश्न 16.
फार्म में प्राप्त होने की विधि का क्या काम है ?
उत्तर–
प्राप्त होने की विधि यूज़र द्वारा URL पाथ का इस्तेमाल करके फीड डाटा को एक्सैटट करने और सर्वर पर भेजने के लिए प्रयोग किया जाता है।

प्रश्न 17.
फार्म में पोस्ट विधि की व्याख्या करें।
उत्तर-
पोस्ट विधि का इस्तेमाल URL को बिना दखल दिए सर्वर पर डाटा स्टोर करने के लिए किया जाता है। यह विधि ज्यादा सुरक्षित है। डाटा भेजने से किसी प्रकार का कोई संबंध नहीं होता।

IV. बड़े उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
दो भिन्न-भिन्न वैब पेजों को कैसे जोड़ा जाता है ?
उत्तर-
दो भिन्न-भिन्न वैब पेज़ों को जोड़ने के लिए लिंकिंग का प्रयोग किया जाता है। लिंकिंग HTML की एक महत्त्वपूर्ण विशेषता है। इस विशेषता के द्वारा हम किसी टैक्सट या इमेज का लिंक (संपर्क) दूसरे दस्तावेज़ से बना सकते हैं। लिंक को हाइपरटैक्सट लिंक (Hypertext link) या हाइपरलिंक (Hyperlink) भी कहा जाता है। ब्राऊज़र हाइपरलिंक को नीले रंग में दिखाता है और उसको अंडरलाइन कर देता है।

लिंक के लिए ऐंकर (anchor) टैग का प्रयोग किया जाता है। ऐंकर टैग टैग से शुरू होता है और टैग से समाप्त होता है। लिंक असल में एक-आयामी (One-Dimensional) संपर्क होता है जो मौजूदा (Source) दस्तावेज़ को दूसरे (destination) दस्तावेज़ से जोड़ता है।

ऐंकर टैग में HREF नामक ऐट्रीब्यूट प्रयोग किया जाता है। HREF ऐट्रीब्यूट लिंक किए जाने वाले डाक्यूमैंट का URL (यूनीफार्म रिसोर्स लोकेटर) सैट करता है। URL असल में डाक्यूमैंट का एडरैस होता है जैसे कि-http://www.yahoo.com/page2.html.

ऐंकर टैग का इस्तेमाल (Using an Anchor Tag)

  • ऐंकर टैग
  • टैक्सट टाइप करें। यह टैक्सट हाइपर टैक्सट के रूप में काम करेगा। (जैसे कि-Click)
  • ऐंकर टैग बंद कर दें। (जैसे कि )

आइये एक उदाहरण के द्वारा समझने की कोशिश कीजिए। नीचे की उदाहरण में page2. html डाक्यूमैंट का पाथ और VISIT to next page हाइपरलिंक है। दो भिन्न-भिन्न पेजों की कोडिंग और लिंक्स

The weather is very pleasant in Punjab VISIT to next page through this link ई-मेल एडरैस से लिंक बनाना (Linking to email address) आप ऐंकर टैग का इस्तेमाल करके ई-मेल एडरैस से लिंक बना सकते हैं। इससे यूज़र लिंक पर क्लिक करके आपको ई-मेल कर सकता है। ई-मेल एडरैस से लिंक बनाने के लिए निम्नलिखित कोड प्रयोग करें: mailme

यहाँ [email protected] मेल एडस और mailme हाइपरलिंक है। इमेज से लिंक बनाना (Linking to Image) आप किसी इमेज (चित्र) के द्वारा दूसरे डाक्यूमैंट से लिंक बना सकते हो। इसमें इमेज फाइल का नाम और उसका उचित फार्मैट लिखा जाता है। <a href=”link.”> <img src=”pc.jpg” /> </a> <a href=”link.”> <img src=”pc.jpg” /> </a> यहाँ link.html लिंक किए जाने वाले डाक्यूमैंट का नाम है।

इसी तरह imgsrc = “pc.jpg” में pc.jpg इमेज का नाम है जिसको हाईपरलिंक के रूप में प्रयोग किया जाता है। उदाहरण : इमेज के द्वारा लिंक बनाने की कोडिंगThis is page no. 1. Visit to next page please click on this image. <a> <img src=”sh.jpg” /> </a> बुकमार्क का प्रयोग (Using Bookmark)-इस के द्वारा एक या दूसरे डाक्यूमैंट के किसी विशेष भाग से लिंक बनाया जा सकता है। इसमें भी ऐंकर टैग का प्रयोग किया जाता है। इस काम के लिए प्रयोग किए जाने वाले ऐंकर को नेमड ऐंकर (Named anchor) कहा जाता है। मान लीजिये आपका वैब डाक्यूमैंट काफी बड़ा है और उसकी आउटपुट स्क्रीन पर दिखाई नहीं दे रही। इस हालत में डाक्यूमैंट के एक भाग का दूसरे भाग से लिंक बनाया जाता है।

इसको बुकमार्क (Bookmark) भी कहा जाता है। बुकमार्क को समझने के लिए कई पेजों की कोडिंग टाइप करें। आप देखोगे कि ब्राउज़र की स्क्रीन के ऊपर सारी सामग्री नज़र नहीं आ रही है। जब आप लिंक पर क्लिक करोगे तो संबंधित सूची नज़र आयेगी। बुकमार्क स्थापित करने के लिए href ऐट्रीब्यूट का प्रयोग किया जाता है।
Syntax : LinkName यहाँ चिन्ह # एक डाक्यूमैंट में लिंक को दर्शाता है। डाक्यूमैंट के भाग को दर्शाने के लिए Name ऐट्रीब्यूट का प्रयोग किया जाता है। Syntax : LinkName

प्रश्न 2.
विवरण के रूप में फार्म पर चर्चा करें।
उत्तर-
वैब पेज़ पर डाटा एंटर करने का एक साधन है। इसमें कई प्रकार के ऐलीमैंट जैसे टैक्सट बॉक्स, रेडियो बटन, लिस्ट बाक्स आदि शामिल किए फार्म में जो भी डाटा ऐंटर किया जाता है वो सर्वर तक पहुँचाया जाता है। इसके लिए Action और method ऐट्रीब्यूटस का प्रयोग किया जाता है।
Action : Action ऐट्रीब्यूट बताता है कि फार्म को सबमिट करने के बाद किस प्रकार की प्रोसैसिंग करनी है। इसमें एक पेज़ का स्क्रिप्ट को काल किया जाता है।
उदाहरण

Method-Method उस तरीके को दर्शाती है जिसके द्वारा यूज़र की सूचना सर्वर तक भेजी और स्टोर की जाती है। यह दो प्रकार की होती है –
1. Get Method-इस ढंग में यूज़र द्वारा URL पाथ का प्रयोग करके डाटा को ऐनकोड करने और सर्वर भेजने के लिए प्रयोग किया जाता है। इसके द्वारा लिमिटिड डाटा ही भेजा जा सकता है। इसके पैरामीटर ब्राउज़र की हिस्ट्री में रहते हैं।
उदाहरण-

2. Post Method-इस ढंग में बिना URL दाखिल किए डाटा सर्व तक भेजा जाता है। यह ज्यादा सुरक्षित और पाबंदी रहित ढंग है। इसमें डाटे की कोई लिमिट नहीं होती। फार्म के एलीमैंट-फार्म में निम्ननिखित प्रकार के ऐलीमैंट दाखिल किए जा सकते हैं

  • टैक्सट बॉक्स
  • टैक्सट एरिया
  • चैक बाक्स
  • रेडियो बटन
  • सिलैक्शन लिस्ट
  • बटन।

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प्रश्न 3.
HTML में मल्टीमीडिया कैसे जोड़ा जा सकता है ?
उत्तर-
मल्टीमीडिया का अर्थ है एक से ज्यादा मीडिया। HTML में मल्टीमीडिया अग्रलिखित ढंगों से दाखिल किया जाता है।
1. Marquee
2. आडियो और वीडियो फाइलें जोड़ना।

1. Marquee-Marquee टैक्सट तस्वीरों को गतिमान रूप में लिखने का एक ढंग है। इसका प्रयोग तब किया जाता है जब यूज़र का ध्यान इस टैक्सट की तरफ दिलाना हो।

2. आडियो और वीडियो फाइलें जोड़ना-HTML वैब पेज़ में आडियो या वीडियो फाइलें जोड़ी जा सकती हैं। इसके लिए ऐंकर टैग का प्रयोग किया जाता है। जब यूज़र उस लिंक पर क्लिक करता है तो वो फाइल डाउनलोड हो जाती है और फिर यूज़र उस को सुन या देख सकता है।

प्रश्न 4.
उदाहरण के रूप में भिन्न-भिन्न के बटनों के बारे में चर्चा करें।
उत्तर-
बटनों का प्रयोग किसी प्रकार की कार्रवाई के लिए किया जाता है। बटन दो प्रकार के होते हैं
1. Submit बंटन
2. Rest बटन।

1. Submit बटन-Submit बटन का प्रयोग डाटा को सर्वर तक भेजने के लिए किया जाता है। उदाहरण :<input type=”Submit” value=”“Submit” /> जब यूज़र इस पर क्लिक करता है तो डाटा सर्वर पर सबमिट हो जाता है।

2. Reset बटन-Reset बटन का प्रयोग फार्म में डाटा साफ करने के लिए किया जाता है। कई बार हम गलत डाटा एंटर कर देते हैं तो एक-एक करके डाटा साफ करने की जगह पर सिर्फ Reset बटन ही क्लिक करके सारा डाटा साफ कर दिया जाता है।

प्रश्न 5.
फार्म में सिलैक्शन सूची क्या होती है ?
उत्तर-
सिलैक्शन सूची बहुत सारे विकल्पों में एक या ज्यादा विकल्प चुनने की सहूलियत प्रदान करती है। हमें ऑप्शन टाइप नहीं करने पड़ते सिर्फ सिलैक्ट ही करने होते हैं। इसके लिए\
<select>टैग का प्रयोग किया जाता है।
</select>

<select>
<option>option 1</option>
<option>option 2</option>…………………….
<option>option</option>
</select><select>इसमें कई प्रकार के ऐट्रीब्यूट भी प्रयोग किये जाते हैं। जैसे कि1. Size-Size ऐट्रीब्यूट बताता है कि एक बार में कितने विकल्प दिखाये जा सकते हैं।
</select>

2. Value-यह वो मूल्य होता है जो सर्वर को भेजा जाता है। 3. Selected—इसमें वो मूल्य दिया जाता है जो पहले से ही सिलैक्ट किया दिखाई देगा। सिलैक्ट सूची हमारे समय की काफी बचत करती है क्योंकि हमें डाटा टाइप नहीं सिर्फ सिलैक्ट ही करना पड़ता है।

प्रश्न 6.
टैक्सट एरिया की उदाहरण के साथ व्याख्या करें।
उत्तर-
टैक्सट एरिया का प्रयोग बहुत सारी लाइनों का इनपुट लेने के लिए किया जाता है जिसके लिए टैक्सट बॉक्स छोटा साबित हो सकता है।
इसके लिए Enter data </text area> एक कंटेनर टैग है। इसमें दो ऐट्रीब्यूट का प्रयोग किया जाता है।
1. Rows
2. Cols

1. Rows : Rows ऐट्रीब्यूट बताता है कि टैक्सट एरिया की कितनी रोअ दिखाई देंगी।
2. Cols : Cols ऐट्रीब्यूट बताता है कि टैक्सट एरिया के कितने कॉल्म दिखाई देंगे। उदाहरण- Enter data in text area </text area> Name : Name ऐट्रीब्यूट टैक्सट एरिया के नाम को परिभाषित करता है।

प्रश्न 7.
उदाहरण के रूप में फ्रेमों की व्याख्या करें।
उत्तर-
फ्रेम का प्रयोग एक वैब पेज में कई वैब पेज दिखाने के लिए किया जाता है। हम हर एक फ्रेम के आकार को निश्चित कर सकते हैं और हर एक फ्रेम में एक अलग वैब पेज दिखा सकते हैं।
इसके लिए ……….. , टैग का प्रयोग किया जाता है। यह दो प्रकार का होता है।

फ्रेम सैट के निम्नलिखित ऐट्रीब्यूट हैं

  • Rows : विंडो को रोअज़ में बदलता है।
  • Cols : विंडो को कॉल्म में बदलता है।
  • Framespacing : फ्रेम में स्पेस पिक्सल बताता है।
  • Frame border : फ्रेम बार्डर दिखाने या न दिखाने में मदद करता है।
  • Border : बार्डर की मोटाई दर्शाता है।

प्रश्न 8.
फार्म में कार्रवाई (action) और विधि (Method) का क्या उद्देश्य होता है ?
उत्तर-
Action और Method फार्म टैग के महत्त्वपूर्ण ऐट्रीब्यूटस हैं। इनकी चर्चा आगे की गई है।
1. Action : Action ऐट्रीब्यूट बताता है कि जब फार्म को सबमिट करना है तो क्या करना है। इसमें एक पेज़ या स्क्रिप्ट काल की जाती है। उस पेज या स्क्रिप्ट में लिखा होता है कि डाटा का क्या करना है। उदाहरण :

2. Method : Method ऐट्रीब्यूट उस तरीके को परिभाषित करती है जिसके द्वारा यूज़र की सूचना फार्म में ऐंटर की जाती है और जिसको वैबसाइट सर्वर पर भेजा और स्टोर किया जाता है। दो तरीकों के द्वारा यह जानकारी भेजी जा सकती है। Get Method : यह ढंग यूज़र द्वारा URL पाथ का इस्तेमाल करके फीड डाटा को एनकोड करने और सर्वर को भेजने के लिए प्रयोग किया जाता है। लिमिटिड डाटा सर्वर पर भेजा जा सकता है। इसके पैरामीटर ब्राउज़र की हिस्ट्री में रहते हैं।

Post Method : इस ढंग का प्रयोग URL को बिना दखल दिये सर्वर पर डाटा स्टोर करने के लिए किया जाता है और वैबसाइट form को GET विधि के द्वारा सर्वर को भेजने के लिए ज्यादा सुरक्षित है। डाटा भेजने में कोई पाबंदी नहीं होती। इसके मापदंड ब्राऊजर की हिस्ट्री में नहीं है।

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 3 एच०टी०एम०एल०-II

PSEB 10th Class Computer Guide एच०टी०एम०एल०-II Important Questions and Answers

I. वस्तुनिष्ठ प्रश्न

(A) बहुविकल्पीय प्रश्न

1. दो पेजों को ……………………….. का प्रयोग करके जोड़ा जा सकता है।
(a) पेज
(b) गोंद
(c) बटन
(d) हाईपर लिंक।
उत्तर-
(d) हाईपर लिंक।

2. फार्म में क्या नहीं इस्तेमाल किया जाता ?
(a) बटन
(b) टैक्सट बाक्स
(c) रेडियो बटन
(d) रो।
उत्तर-
(d) रो।

3. लिंक कितने प्रकार के होते हैं ?
(a) 2
(b) 3
(c) 4
(d) 5.
उत्तर-
(a) 2

4. फार्म में मैथड कितने प्रकार के होते हैं ?
(a) 1
(b) 2
(c) 2
(d) 4.
उत्तर-
(b) 2

(B) रिक्त स्थान भरें

1. ब्राउज़र जिस टैक्सट को उभार (Highlight) के नीले रंग में दिखाता है, को ……………………… कहा जाता है।
उत्तर-
हाईपरलिंक,

2. टेबल का कलर बदलने के लिए ……………………………… ऐट्रीब्यूट का प्रयोग किया जाता है।
उत्तर-
BGCOLOR,

3. सैलज़ के बीच की स्पेसिंग बदलने के लिए ……………………………. ऐट्रीब्यूट का प्रयोग किया जाता है।
उत्तर-
Cell spacing,

4. ……………………….. का प्रयोग सैल की चौड़ाई बढ़ाने के लिए किया जाता है।
उत्तर-
Colspan,

5. ब्राउज़र हाईपरलिंक को …………………………….. रंग में प्रदर्शित करता है।
उत्तर-
नीले,

6. एक ही डाक्यूमैंट में किसी दूसरे भाग पर जाने के लिए ……………………. का प्रयोग किया जाता है।
उत्तर-
बुकमार्क।

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(C) सही या गलत

1. हाईपरलिंक बनाने के लिए ऐंटर टैग का प्रयोग किया जाता है।
उत्तर-
गलत,

2. इमेज दाखिल करने के लिए टैग प्रयोग किया जाता है।
उत्तर-
गलत,

3. HREF, टैग का ऐट्रीब्यूट है।
उत्तर-
गलत,

4. हम बैकग्राउंड में फोटो लगा सकते हैं।
उत्तर-
सही,

5. SCR, टैग का ऐट्रीब्यूट है।
उत्तर-
सही।

II. अति लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
ऐंकर टैग किस काम के लिए इस्तेमाल किया जाता है ?
उत्तर-
ऐंकर टैग वैब पेज़ में लिंक बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

प्रश्न 2.
लिंकिंग क्या होती है ?
उत्तर-
किसी एक वैब पेज में किसी टैक्सट या इमेज़ को किसी दूसरे वैब पेज से जोड़ने की क्रिया को लिंकिंग कहते हैं।

प्रश्न 3.
SCR ऐट्रीब्यूट क्या होती है ?
उत्तर-
वैब पेज पर फोटो दिखाने के लिए टैग का प्रयोग किया जाता है। इस टैग में फोटो की फाइल SCR ऐट्रीब्यूट से की जाती है।

प्रश्न 4.
इमेज को कौन-कौन से तरीकों से अलाइन किया सकता है ?
उत्तर-
इमेज को पाँच तरीकों से अलाइन किया जा सकता है।
यह हैं-

  • Left
  • Right
  • Top
  • Bottom
  • Middle

III. लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
सबमिट बटन क्या होता है ?
उत्तर-
हर फार्म में एक ऐसा बटन शामिल होना चाहिए जो डाटा फार्म सर्वर को भेजता है। आप इस बटन पर कोई भी लेबल लगा सकते हो। इसके दो ऐट्रीब्यूटस यह हैं। Type जिसकी सबमिट की जाने वाली कीमत होती है और value ऐट्रीब्यूट जो कि सबमिट बटन का नाम परिभाषित करता है, इसको बटन पर प्रदर्शित किया जा सकता है।

प्रश्न 2.
Marquee पर एक नोट लिखें।
उत्तर-
इस टैग को टैक्सट को वैब पेज़ पर मूव (गतिमान) करने के लिए प्रयोग किया जाता है। यह एक कंटेनर टैग है। इस टैग में कुछ ऐट्रीब्यूट हैं जो साधारण रूप से इस्तेमाल किए जाते हैं। इनको टेबल में परिभाषित किया गया है।

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प्रश्न 3.
इनलाइन स्टाइल क्या होता है ?
उत्तर-
इनलाइन स्टाइल वो स्टाइल है जो सीधा HTML दस्तावेज में टैग लिखा जाता है। इनलाइन स्टाइल शीट उस हालत में इस्तेमाल की जानी चाहिए यहाँ पेज/साइट पर किसी विशेष स्टाइल को दोहराया नहीं जाता। इनलाइन स्टाइल केवल खास टैग को प्रभावित करते हैं, जिन पर इनको लागू किया जाता है।

IV. बड़े उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
CSS स्टाइल कितने प्रकार के होते हैं ? विस्तारपूर्वक बतायें।
उत्तर-
CSS स्टाइल निम्नलिखित प्रकार के हैं-
इनलाइन स्टाइल-इनलाइन स्टाइल वे स्टाइल हैं जिनमें सीधे HTML दस्तावेज में टैग लिखे जाते हैं। इनलाइन स्टाइल शीट उस हालत में प्रयोग की जानी चाहिए यहाँ पेज़/साइट पर किसी विशेष स्टाइल को दोहराया नहीं जाता। इनलाइन स्टाइल केवल खास टैग को प्रभावित करते हैं, जिन पर इनको लागू किया जाता इनटर्नल या एमबैडैड स्टाइलज-इसकी परिभाषा को एक पन्ने के मुख्य भाग में एक बार लिखा जाता है। इसको हर एक पन्ने पर लिखा होना चाहिए जिस पर इस स्टाइल को लगाना हो। नीचे इनटर्नल स्टाइल शीट कोऔरसैक्शन के अंदर परिभाषित किया गया है।

एमबेडैड स्टाइल वे स्टाइल हैं जो कि डाक्यूमैंट के हैड में शामिल किए जाते हैं। एमबेडैड स्टाइल उन पन्नों के टैराज को प्रभावित करते हैं जिसमें वे एमबेडैड होते हैं।

एमबेडैड स्टाइल शीटों का फायदा यह है कि यह अन्य बाहरी फाइलों को लोड करने की जगह पर पन्ने पर तुरंत लोड होता है।एक्सटर्नल स्टाइल शीट-स्टाइल परिभाषा केवल एक बार लिखी जाती है और एक फाइल में सेव की जाती है। हर वैब पेज, जो कि फाइल को प्रयोग करना चाहता हो, फाइल के HEAD भाग में फाइल का लिंक रख सकता है।

सिनटैक्सCSS एक्सटर्नल फाइल-CSS फाइलें साधारण टैक्सट फाइलें होती हैं और नोटपैड जैसे साधारण टैक्सट ऐडीटर में लिखी जा सकती है। फाइल की एक्सटैंशन CSS होती है। ज्यादातर वैबसाइटें एक्सटर्नल स्टाइल शीटों का प्रयोग करती हैं। एक्सटर्नल स्टाइल वे स्टाइल हैं जो एक अलग दस्तावेज में लिखे गए हैं और फिर कई वैब डाक्यूमैंट के साथ जुड़े होते हैं। एक्सटर्नल स्टाइल शीट्स उन दस्तावेज़ों को प्रभावित कर सकते हैं जिसके साथ वे जुड़े हुए होते हैं।

प्रश्न 2.
HTML में हम बाहरी इमेज़ और मूवी किस प्रकार इस्तेमाल कर सकते हैं ?
उत्तर-
आप अपने वैब पेज़ पर कोई बाहरी इमेज खोल सकते हो। इसी प्रकार बाहरी आवाज़ और मूवी (फिल्म) आदि को भी खोला जा सकता है। इमेज या मूवी अलग डाक्यूमैंट में खुलता है। बाहरी इमेज या मूवी देखने के लिए ऐंकर टैग का प्रयोग किया जाता है। ऐंकर टैग में HREF ऐट्रीब्यूट इस्तेमाल किया जाता है।
<a href=”Guru Nanak.gif”>link anchor </a> यहाँ और ऐंकर टैग हैं। HREF ऐट्रीब्यूट, Guru Nanak.gif इमेज का नाम और link anchor लिंक का नाम है।

इसी तरह किसी बाहरी मूवी को अलग डाक्यूमैंट में खोलने का तरीका है-
<a href=”harrypotter.mov”> view the movie Harry Potter </a> इससे हैरी पौटर की मूवी चलनी शुरू हो जायेगी। पर यहाँ याद रखने योग्य बात यह है कि संबंधित मूवी की फाइल उसी फोल्डर में पड़ी होनी चाहिए जहाँ आपका HTML डाक्यूमैंट सेव पड़ा है। टैक्सट, मूवी या साऊंड के लिए कुछ निम्नलिखित फाइल एक्सटैंशनज याद रखनी चाहिए

  • वेव (Wave) साऊंड फाइल के लिए – .Wav
  • क्विक टाइम मूवी के लिए – .Mov
  • प्लेन टैक्सट के लिए। – .txt
  • HTML डाक्यूमैंट के लिए – .html

तस्वीर दिखाना-एक वैब पेज़ में तस्वीरें भी दिखाई जा सकती हैं। यह तस्वीर किसी भी तरह की हो सकती है। इन तस्वीरों की मदद से हम अपने वैब पेज को सुंदर और आकर्षित बना सकते हैं। इसके लिए tag का इस्तेमाल किया जाता है। इस टैग में हम तस्वीर का नाम बताते हैं। हम तस्वीर को उस स्थान पर रखते हैं जो स्थान हमने टैग में लिखा होता है।

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Attributes : टैग के साथ हम निम्नलिखित attributes का प्रयोग कर सकते हैं।
Width : तस्वीर की चौड़ाई बताने के लिए इस का इस्तेमाल किया जाता है। तस्वीर की चौड़ाई नंबरों या प्रतिशत में दी जा सकती है।
Height : चौड़ाई की तरह ही तस्वीर की लंबाई बताने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। यह भी नंबरों या प्रतिशत में दी जाती है।
Border : तस्वीर का बार्डर दिखाने के लिए इस attribute का इस्तेमाल किया जाता है।
Alignment : तस्वीर को दायें, बायें या मध्य आदि जगह पर दिखाने के लिए इस attribute का इस्तेमाल किया जाता है।
Alt : Alt attribute का प्रयोग शब्द दिखाने के लिए किया जाता है। यह शब्द तब दिखाई देते हैं जब हम माउस तस्वीर के ऊपर लेकर जाते हैं।
उदाहरण-सभी attributes के प्रयोग से टैग की उदाहरण दी गई है। <img alt=”circle” width=”70%” height=”200″ border=”5″ />

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 1 ऑफिस टूल्ज़

Punjab State Board PSEB 10th Class Computer Book Solutions Chapter 1 ऑफिस टूल्ज़ Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 Computer Chapter 1 ऑफिस टूल्ज़

Computer Guide for Class 10 PSEB ऑफिस टूल्ज़ Textbook Questions and Answers

I. वस्तुनिष्ठ प्रश्न

(A) बहुविकल्पीय प्रश्न

1. किस सॉफ्टवेयर में प्रोग्रामों के एक ग्रुप शामिल होते हैं ?
(a) सिस्टम सॉफ्टवेयर
(b) ऐपलीकेशन सॉफ्टवेयर
(c) यूटिलिटी सॉफ्टवेयर
(d) उपरोक्त सभी।
उत्तर-
(a) सिस्टम सॉफ्टवेयर

2. कौन-सा टूल बजट, वित्तीय स्टेटमैंट और बिक्री के रिकार्ड को व्यवस्थित करने के लिए प्रयोग किया जाता है ?
(a) मल्टीमीडिया
(b) स्प्रेडशीट
(c) प्रैज़नटेशन
(d) डाटाबेस।
उत्तर-
(b) स्प्रेडशीट

3. जब हम एक पन्ने के ……………………….. पर पहुँचते हैं तो वर्ड आटोमैटिक एक पेज ब्रेक दाखिल करता है।
(a) Starting
(b) End
(c) Mid of page
(d) कोई नहीं।
उत्तर-
(b) End

4. जब हम अपना डॉक्यूमैंट टाइप करते हैं, तो गलत लिखे अक्षर के नीचे वेवी लाइनें आ जायेंगी।
(a) नीली
(b) सफेद
(c) लाल
(d) काली।
उत्तर-
(c) लाल

PSEB 10th Class Computer Solutions Chapter 1 ऑफिस टूल्ज़

5. पावर प्वांइट में कौन-सी विशेषता बैकग्राऊंड को मूल रूप में चुनने के लिए हमारी मदद करती है ?
(a) ऐनीमेशन
(b) ट्रांजीशन
(c) ट्राइमर
(d) बीम।
उत्तर-
(d) बीम।

6. प्रैज़नटेशन का कौन-सा आप्शन उतना ही आसान है जितना कि अगली स्लाइड पर जाना ?
(a) ऐनीमेशन
(b) साउंड प्रभाव
(c) डिज़ाइन
(d) ट्रांजीशन।
उत्तर-
(d) ट्रांजीशन।

7. सबसे आम किस्म के प्रभाव में ऐंटरैस और एग्ज़िट शामिल होते हैं।
(a) ऐनीमेशन
(b) साउंड प्रभाव
(c) डिज़ाइन
(d) ट्रांजीशन।
उत्तर-
(a) ऐनीमेशन

8. आमतौर पर पावर प्वाइंट में स्लाइड शो का अंत करने के लिए हम की-बोर्ड से कौन सी की दबाते हैं ?
(a) शिफ्ट की
(b) Ctrl की
(c) Alt की
(d) Esc की।
उत्तर-
(d) Esc की।

9. माइक्रोसॉफ्ट ऐपलीकेशन यूज़र को अपनी फाइल जैसे कि डॉक्यूमैंट स्प्रेडशीट और प्रैज़नटेशन आदि को एनकपिट के साथ और …………………….. ऑप्शन के साथ सुरक्षित करने की क्षमता प्रदान करती है।
(a) की वर्ड
(b) पासवर्ड
(c) लॉक
(d) उपरोक्त सभी।
उत्तर-
(b) पासवर्ड

10. पेज ………… पेज के कोनों का खाली स्थान होती हैं।
(a) ग्रॉफिक्स
(b) डिज़ाइन
(c) मार्जिन
(d) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर-
(c) मार्जिन।

(B) खाली स्थान भरें

1. कंप्यूटर सॉफ्टवेयर को दो श्रेणियों में बांटा गया है …………………………… और …………………….. ।
उत्तर-
सिस्टम सॉफ्टवेयर और ऐपलीकेशन सॉफ्टवेयर,

2. डाटाबेस सॉफ्टवेयर संबंधित डाटा का संग्रह है। इस टूल का उद्देश्य ………………. और …………………….. |
उत्तर-
संगठित और प्रबंध करना,

3. हम अपने पूरे डॉक्यूमैंट या कुछ हिस्से के लिए ……………. (वर्टीकल) या …………… (हॉरीजोंटल) ओरियन्टेशन का चुनाव कर सकते हैं।
उत्तर-
पोर्टरेट और लैंडस्केप,

4. पावर प्वांइट के द्वारा समर्थित इमेज फाइल की ऐक्सटेंशन में शामिल है ……………………. एवं ………………TIFF (tiff) और बटिमैप (बी०एम०पी०)।
उत्तर-
jpeg, .gif,

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5. मल्टीमीडिया सॉफ्टवेयर वो टूल हैं जो यूज़र को मीडिया प्लेयर और रीयल प्लेयर की मदद से ………….. और ……….. बनाने की आज्ञा देता है।
उत्तर-
ऑडियो और वीडियो।

(C) सही या गलत

1. स्प्रेडशीट टूल का मुख्य उद्देश्य डॉक्यूमैंट बनाना है।
उत्तर-
गलत,

2. ऐपलीकेशन सॉफ्टवेयर एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जो यूज़र के लिए खास काम करता है।
उत्तर-
सही,

3. डाटाबेस टूल स्लाइड शो के रूप में जानकारी को डिस्पले करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
उत्तर-
गलत,

4. हम मौजूदा टोश को रूलर के साथ-साथ अलग-अलग स्थानों पर दायें या बायें की तरफ तंग कर सकते हैं।
उत्तर-
सही,

5. जब हम प्रिंट टैब पर क्लिक करते हैं, तो प्रिंट प्रीविऊ अपने आप दिखाई देता है।
उत्तर-
सही।

II. अति लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
एम०एस०ऑफिस 2010 में वर्ड डॉक्यूमैंट की एक्सटेंशन लिखो।
उत्तर-.
docx.

प्रश्न 2.
एम०एस०ऑफिस 2010 में स्प्रेडशीट की एक्सटेंशन लिखो।
उत्तर-
.xlsx.

प्रश्न 3.
एम०एस०ऑफिस 2010 में पावर प्वांइट की एक्सटेंशन लिखो।
उत्तर-.
pptx.

प्रश्न 4.
बी०एम०पी० (इमेज फाइल) का पूरा रूप लिखो।
उत्तर-
BitMaP.

प्रश्न 5.
पी०डी०एफ० का पूरा रूप लिखो।
उत्तर-
पोर्टेबल डॉक्यूमैंट फारमेट ।

III. लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
सिस्टम सॉफ्टवेयर को परिभाषित करें।
उत्तर-
सिस्टम सॉफ्टवेयर ऐसे प्रोग्रामों का समूह होता है जो कंप्यूटर के उपकरणों के संचालन को कंट्रोल करते हैं।

प्रश्न 2.
ऑफिस प्रोडक्टीविटी टूल्ज की व्याख्या करें।
उत्तर-
ऑफिस प्रोडक्टीविटी टूल्ज़ ऐपलीकेशन प्रोग्रामों की वह श्रेणी होती है जो यूज़र को डॉक्यूमैंट डाटाबेस, ग्रॉफ, वर्कशीटों और प्रैजनटेशन जैसी चीजें तैयार करने में सहायता करते हैं।

प्रश्न 3.
डाटाबेस सॉफ्टवेयर की व्याख्या करें।
उत्तर-
डाटाबेस सॉफ्टवेयर वह सॉप्टवेयर होता है जिसका काम डाटा को संगठित करना और उसका प्रबंध करना होता है। यह डाटा को स्टोर और प्रदर्शित करने का काम भी करता है।

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प्रश्न 4.
मल्टीमीडिया सॉफ्टवेयर की व्याख्या करें।
उत्तर-
मल्टीमीडिया सॉफ्टवेयर वे सॉफ्टवेयर होते हैं जो भिन्न-भिन्न प्रकार के मीडिया में बदलाव करने की सहूलियत प्रदान करते हैं; जैसे कि ऑडियो कनवर्टर, वीडियो इनकोडर, डीकोडर आदि।

प्रश्न 5.
कस्टम मार्जिन बनाने के लिए कदम लिखें।
उत्तर-
कस्मट मार्जिन बनाने के निम्नलिखित कदम हैं

  1. Page layout टैब पर Page Setup ग्रुप में Margin पर क्लिक करें।
  2. Margin गैलरी के ड्रोप डाऊन मीनु के नीचे Custom Margin पर क्लिक करें। (Page Setup डॉयलॉग बॉक्स दिखाई देगा।)
  3. मॉर्जिन बदलने के लिए Top, Bottom, Left या Right टैक्सट बॉक्स में नये मूल्य दाखिल करें।
  4. OK पर क्लिक करें।

प्रश्न 6.
पेज ब्रेकस क्या है ? Page Break कैसे दाखिल किया जाता है ?
उत्तर-
Page Break पेज़ के समाप्त होने को दर्शाता है। इससे वर्ड को पता चलता है कि इस स्थान पर पेज़ समाप्त हो गया है। पेज़ ब्रेक को इनसर्ट करने के लिए जिस स्थान पर पेज़ ब्रेक इनसर्ट करनी हो उस स्थान पर क्लिक करने के बाद Insert टैब और Pages ग्रुप में Page Break पर क्लिक किया जाता है।

IV. बड़े उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
ऑफिस टूल्ज़ क्या हैं ? किन्हीं पांच ऑफिस टूल्ज़ की व्याख्या करें।
उत्तर-
ऑफिस टूल्ज़-ऑफिस टूल्ज़ सॉफ्टवेयर वे प्रोग्राम होते हैं जो कंप्यूटर के यूज़र्स को अपने काम के स्थान पर अधिक उत्पादक और कुशल बनाने के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं। ऑफिस प्रोडक्टीविटी टूल्ज़ की रेंज वर्ड प्रोसैसिंग से स्प्ररैड शीट, प्रैज़नटेशन और डाटाबेस तक है। ऑफिस प्रोडक्टीविटी डूल्ज़-ऐप्लीकेशन प्रोग्रामों की श्रेणी है जो यूज़र को डाक्यूमैंट, डाटाबेस ग्राफ, वर्कशीटों और प्रैजनटेशन जैसी चीज़ों को तैयार करने में सहायता करते हैं। ऑफिस प्रोडक्टीविटी सॉफ्टवेयर्स की उदाहरणों में वर्ड प्रोसैसर, डाटाबेस मैनेजमैंट, सिस्टम ग्राफिक्स सॉफ्टवेयर और स्प्रेडशीट एप्लीकेशन शामिल हैं।

ऑफिस टूल्ज़ की किस्में-ऑफिस टूल्ज़ की निम्नलिखित किस्में हैं-
1. वर्ड प्रोसैसिंग ट्ल-इस ट्रल का मुख्य उद्देश्य डाक्यूमैंट तैयार करना है। MS-Word, Word Pad, नोटपैड और कुछ अन्य टैक्सट ऐडीटर वर्ड प्रोसैसिंग टूल के कुछ उदाहरण हैं।

2. डाटाबेस सॉफ्टवेयर टूल-डाटाबेस संबंधित डाटा का संग्रह है, इस टूल का उद्देश्य डाटा को संगठित करना और प्रबंध करना है। इस टूल का उपयोग यह है कि आप डाटा के स्टोर करने और प्रदर्शित करने के तरीके को बदल सकते हो। एम० एस० अक्सैस, डी-बेस, …क्सप्रो, पैराडोक्स और ओरेक्ल, डाटाबेस सॉफ्टवेयर की कुछ उदाहरणें हैं।

3. स्प्रेडशीट टूल-स्प्रेडशीट टूल का उपयोग बज़ट, फाइनेंशियल स्टेटमैंट और बेचने के रिकार्डो की संभाल रखने के लिए किया जाता है। इस टूल का उद्देश्य नंबरों को क्रमवार करना है। यह यूजर्स को नंबरों पर साधारण या जटिल गणना करने की भी आज्ञा देता है। MS-Excel स्प्रेडशीट टूल्ज़ की उदाहरणों में से एक है।

4. प्रैज़नटेशन टूल-यह टूल स्लाइड शो के रूप में जानकारी को प्रदर्शित करने के लिए प्रयोग किया जाता है। प्रैजनटेशन टूल के तीन मुख्य काम हैं-टैक्सट ऑडिट करना, इनसर्ट करना और फारमेटिंग करना, टैक्सट में ग्राफिक्स शामिल करना और स्लाइड शो को चलाना है। इस किस्म के टूल का सबसे बढ़िया उदाहरण Microsoft Power Point है।

5. मल्टीमीडिया सॉफ्टवेयर-मीडिया प्लेयर और रीयल प्लेयर मल्टीमीडिया टूल के उदाहरण हैं। यह टूल यूज़र को आडियो-वीडियोज़ बनाने में मदद करता है। मल्टीमीडिया टूल्ज़ के भिन्नभिन्न रूप हैं आडियो कनवर्टर, प्लेयर, बरनर, वीडियो इंकडोर और डीकोडर।

प्रश्न 2.
एम०एस० वर्ड टैंपलेट्स के साथ रजिऊमे कैसे बनाया जाता है ?
उत्तर-
एम०एस० वर्ड टैंपलेट्स के साथ रज़िऊमे तैयार करने के निम्नलिखित कदम हैं
1. File टैब पर New पर क्लिक करें।
2. Available Templates में से किसी एक का चुनाव करें।
इसमें निम्नलिखित विकल्प उपलब्ध होते हैं

  • Sample Templates
  • Recent Templates
  • Office.com Templates

3. Office.com Templates में Resumes and Cover letters को सिलैक्ट करें। (MS Word चुने टैंपलेट को डाऊनलोड कर देगा।)
4. इसमें Resume and Cover letter के लिए भिन्न-भिन्न साइट उपलब्ध हैं। ज़रूरत के अनुसार किसी एक का चुनाव करें और Download पर क्लिक करें।
5. अपनी ज़रूरत के अनुसार Resume को एडिट करें।
6. अपने दस्तावेज़ को Save करें।

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प्रश्न 3.
स्प्रेडशीट के साथ मेल मार्जन का इस्तेमाल करते हुए विद्यार्थी की वार्षिक रिपोर्ट तैयार करने के लिए कदम लिखें।
उत्तर-
स्प्रेडशीट के साथ मेल मार्जन का इस्तेमाल करते हुए विद्यार्थियों की वार्षिक रिपोर्ट निम्नलिखित कदमों का इस्तेमाल करके तैयार की जा सकती है-
1. सबसे पहले एम०एस० वर्ड में हम मैनूयल रिपोर्ट फारमैट बनायेंगे। यहां हम विद्यार्थियों के विवरण जैसे कि दाखिला नंबर, रोल नंबर, नाम, पिता का नाम और हम एक विषय के नंबर और उसका रिजल्ट और विद्यार्थियों के अंकों का प्रतिशत आदि दर्शाएंगे।

2. दूसरी तरफ, हम एक एक्सल वर्कशीट तैयार करते हैं जिसमें विद्यार्थी का दाखिला नंबर, रोल नंबर, नाम, पिता का नाम, विषय के अनुसार प्राप्त किए अंक जैसे पंजाबी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, सामाजिक, EVS और कंप्यूटर के grades भरे जाते हैं।

3. अब Mailing tab पर Click करें और Start Mail Merge को क्लिक करें। उसके बाद Letter options को चुनें जो हमने पहले ही बनाई हुई है।

4. अब Select Recipients पर क्लिक करें और Using Existing List Option को Select करें। Select Table, Dialog Box का इस्तेमाल करते हुए Excel Sheet को चुनें और OK पर Click करें।

5. अपने Cursor को उस जगह पर रखें जिस जगह Excel Sheet में Value को रखना है। अब Insert Merge Field Option पर जायें जो कि Write and Insert Fields Group में है। Drop Down Menu खुल जायेगा जिसमें चुनी हुई Excel Work Sheet के Field, Names
होंगे।

6. Field Names को एक-एक करके विद्यार्थी की वार्षिक रिपोर्ट में Cursor को सही जगह पर रखकर Select करें।

7. सभी क्षेत्रों को इनसर्ट करने के बाद हम प्रीविऊ रिज़ल्ट ऑप्शन को क्लिक करके विद्यार्थियों के नतीजों का प्रीविऊ देख सकते हैं। नेवीगेशन बटनों का प्रयोग करते हुए अगले और पहले विद्यार्थी, पहले और आखिरी विद्यार्थी के नतीजों को भी देखें।

8. अब Finish & Merge ऑप्शन पर क्लिक करें और मीनू से Edit Individual Document का चुनाव करें। एक नया Merge to New Document डायलॉग बॉक्स खुल जाएगा। एक्सल वर्कशीट में सभी विद्यार्थियों के रिपोर्ट कार्ड को दिखाने के लिए ऑप्शन All को चुनें और OK पर क्लिक करें।

9. अपने दस्तावेज़ को Save करें।

प्रश्न 4.
टैब स्टॉप्स क्या हैं ? मैनुयल टैब स्टाप्स सैट करने की व्याख्या करें।
उत्तर-
टैब स्टॉप बनाना तब सहायक हो सकता है जब बहुत सारे डाक्यूमैंट तैयार किए जाते हों, जैसे कि Flyers, सामग्री की सूची (Table of Content) या रजिऊम बनाते समय। यह हमें सही ढंग से जानकारी दर्शाने और श्रृंखला बनाने में मदद करते हैं। मैनुयल टैब स्टॉप को सैट करना
1. टैब सिलैक्ट (<) जो कि टूल्ज़ के दायें कोने में है को तब तक क्लिक करें जब तक कि सैट करने वाली टैब प्रदर्शित नहीं होती।

2. फिर अपने पेज़ के ऊपर रूलर पर क्लिक करें, यहां हम टैब स्टॉप सैट करना चाहते हैं। भिन्न भिन्न प्रकार की टैब स्टॉप हैंLeft टैब स्टॉप-टैक्सट की शुरुआती पोजीशन को सैट करती है जो कि टाइप करने से दाईं तरफ चलती है। Centre टैब स्टॉप-टैक्सट के सैंटर को निर्धारित करता है। जैसे-जैसे हम टाइप करते हैं टैक्सट सैट होता रहता है।

Right टैब स्टॉप-टैक्सट को दाईं तरफ सैट करता है। जैसे हम टाइप करते हैं टैक्सट बाईं तरफ को जाता है। Decimal टैब स्टॉप-यह अंकों को डैसीमल (दशमलव) के साथ आनलाइन करता है। अंकों की गिनती से परे यह दशमलव की जगह नहीं बदलता। Bar टैब स्टॉप-टैक्सट को पोजीशन नहीं करता। यह टैब पोजीशन पर एक वर्टीकल बार को इनसर्ट करता है।

प्रश्न 5.
प्रिंट प्रीविऊ और प्रिंट कमांड की व्याख्या करें।
उत्तर-
प्रिंट प्रीविऊ-अपने दस्तावेज़ को प्रिंट करने से पहले उसको कंप्यूटर स्क्रीन पर देखने वाली सहूलियत को प्रिंट प्रीविऊ कहा जाता है। इसके द्वारा हम अपने दस्तावेज को प्रिंट किए बिना ही उसका प्रिंट रूप देख सकते हैं और अगर कुछ ठीक न हो तो उसको ठीक कर सकते हैं। इसके साथ हमारा टाइम और पेपर बच जाता है। प्रिंट कमांड-प्रिंट कमांड का प्रयोग अपने दस्तावेज़ को कागज़ पर प्रिंटर के द्वारा प्रिंट करने के लिए किया जाता है। यह तब ही चलती है अगर हमारे कंप्यूटर पर कोई प्रिंटर इंस्टाल हो। इस कमांड की आऊटपुट हमें स्क्रीन पर नहीं बल्कि कागज़ पर मिलती है।

PSEB 10th Class Computer Guide ऑफिस टूल्ज़) Important Questions and Answers

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

(A) बहुविकल्पीय प्रश्न

1. पावर प्वाइंट को किस प्रकार सेव किया जा सकता है ?
(a) PDF के तौर पर
(b) वीडियो फाइल
(c) प्रैजनटेंशन
(d) सभी।
उत्तर-
(d) सभी।

2. इमेज फाइल की एक्सटेंशन कौन-सी है ?
(a) .jpg
(b) .gif
(c) .bmp
(d) सभी।
उत्तर-
(d) सभी।

3. निम्नलिखित में से सिस्टम सॉफ्टवेयर कौन-सा है ?
(a) वर्ड
(b) एक्सल
(c) विंडो
(d) पावर प्वाइंट।
उत्तर-
(c) विंडो

4. मेलमर्ज किस सॉफ्टवेयर की मुख्य फीचर है ?
(a) वर्ड
(b) एक्सल
(c) विंडो
(d) पावर प्वाइंट।
उत्तर-
(a) वर्ड

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5. कौन-सी ऑफिस टूल की किस्म नहीं है ?
(a) वर्ड प्रोसैसिंग
(b) डी०बी०एम०एस०
(c) मल्टीमीडिया सॉफ्टवेयर
(d) कोई नहीं।
उत्तर-
(d) कोई नहीं। ।

(B) रिक्त स्थान भरें

1. वर्ड प्रोसैसिंग टूल का काम ……………… बनाना है।
उत्तर-
डाक्यूमैंट्स

2. पावर प्वाइंट में थीम ……………… चुनने में मदद करता है।
उत्तर-
बैकग्राऊंड

3. मोबाइल पर चलने वाले सॉफ्टवेयर को ……………… कहते हैं। .
उत्तर-
ऐप

4. ……………… पहले से पारिभाषित डाक्यूमैंट स्ट्रक्चर होती है।
उत्तर-
टैंपलेट

5. ……………… का इस्तेमाल गणना के लिए किया जाता है।
उत्तर-
एक्सल।

(C) सही या गलत

1. एपलीकेशन सॉफ्टवेयर यूज़र के लिए खास काम करता है।
उत्तर-
सही

2. किसी डाक्यूमैंट के लिए दो ओरीएंटेशन हो सकती है।
उत्तर-
सही

3. प्रैज़नटेशन को PDF के रूप में सेव किया जा सकता है।
उत्तर-
गलत

4. एक्सल में हम गणना नहीं कर सकते।
उत्तर-
गलत

5. पेज मार्जन पेज के बीच में खाली जगह होती है।
उत्तर-
गलत।

II. अति लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
सॉफ्टवेयर कितने प्रकार के होते हैं ?
उत्तर-
दो प्रकार के।

प्रश्न 2.
हमारे काम को लाभकारी और कुशल बनाने वाले सॉफ्टवेयर को क्या कहते हैं ?
उत्तर-
ऑफिस टूल्ज़।

प्रश्न 3.
नोटपैड किसकी उदाहरण है ?
उत्तर-
वर्ड प्रोसैसिंग टूल की।

प्रश्न 4.
स्प्रेडशीट की एक उदाहरण दें।
उत्तर-
एम०एस० एक्सल।

प्रश्न 5.
पावर प्वाइंट किस टूल की उदाहरण है ?
उत्तर-
प्रैजनटेशन टूल की।

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III. लघु उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
पेज मार्जन क्या होते हैं ?
उत्तर-
पेज मार्जन पेज़ के किनारों के इर्द-गिर्द खाली स्थान होता है। साधारण रूप में, हम मार्जन के अंदर प्रिंट होने योग्य एरिया में टैक्सट और ग्राफिक्स रखते हैं। जब हम किसी डाक्यूमैंट के पेज़ मार्जन को बदलते हैं, हम उस जगह को बदलते हैं जहाँ टैक्सट और ग्राफिक्स दिखाई देते हैं।

प्रश्न 2.
पहले से परिभाषित पेज मार्जन को सैट करने का तरीका लिखें।
उत्तर-

  1. पेज़ लेआउट टैब पर पेज़ सैट अप ग्रुप में, मार्जन पर क्लिक करें। (मार्जन गैलरी ड्राप डाउन मीन दिखाई देगा।)
  2. मार्जन की उस किस्म पर क्लिक करें जिसको हम लागू करना चाहते हैं।

प्रश्न 3.
पेज़ ओरिएनटेशन को बदलने के लिए पग लिखें।
उत्तर-
पेज़ ले आऊट टैब पर पेज़ सैट-अप ग्रुप में ओरिएनटेशन पर क्लिक करें। Portrait या Landscape पर क्लिक करें।

प्रश्न 4.
एक ही डाक्यूमैंट पर भिन्न-भिन्न पेज़ ओरिएनटेशन लगाने के पग लिखें।
उत्तर-
1. पेज़ या अनुच्छेद का चुनाव करें जिनको हम पोर्टरेट या लैंडस्केप करना चाहते हैं।
2. पेज़ ले आउट टैब पर, पेज़ सैट-अप ग्रुप में, मार्जन पर क्लिक करें।

  • ड्राप डाउन मीनू के नीचे कस्टम मार्जन पर क्लिक करें।
  • एक पेज़ सैटअप डायलॉग बॉक्स नज़र आयेगा।
  • मार्जन टैब पर, पोर्टरेट या लैंड स्केप पर क्लिक करें।
  • Apply to list में Selected text या This point forward पर क्लिक करें।

प्रश्न 5.
कस्टम मार्जन बनाने के कदमों की व्याख्या करें।
उत्तर-

  1. पेज़ ले आउट टैब पर, पेज़ सैटअप ग्रुप में, मार्जन पर क्लिक करें।
  2. मार्जन गैलरी के ड्राप डाउन मीनू के नीचे कस्टम मार्जन पर क्लिक करें।
  3. पेज़ सैटअप डायलॉग बॉक्स दिखाई देगा।
  4. मार्जन बदलने के लिए Top, Bottom, Left या Right टैक्सट बॉक्स में नए मूल्य दाखिल करें।
  5. OK पर क्लिक करें।

प्रश्न 6.
प्रैजनटेशन को PDF फाइल के रूप में सेव करने के स्टैप लिखें।
उत्तर-
पी०डी०एफ० फाइल के रूप में प्रैजनटेशन को सेव करने के स्टैप हैं-

  • फाइल टैब में बैक स्टेज PDF पर जायें।
  • Save As डायलॉग को खोलने के लिए Save As पर क्लिक करें।
  • फाइल को सही नाम दें।
  • Supported File Types की लिस्ट में से PDF फाइल टाइप चुनें और Save पर क्लिक करें।
  • PDF फाइल नियत की जगह में सेव हो जायेगी।

प्रश्न 7.
पी०पी०टी० ब्रॉडकास्ट स्लाइड शो की व्याख्या करें।
उत्तर-
पावर प्वाइंट 2010 यूज़र को अपनी Presentation इंटरनैट पर दुनिया भर के दर्शकों के लिए प्रसारण करने का मौका देता है। माइक्रोसॉफ्ट मुफ्त प्रसारण स्लाइड शो सेवा प्रदान करता है। हमें सिर्फ लिंक को अपने दर्शकों से शेयर करने की ज़रूरत होती है और वो किसी भी स्थान पर Presentation देख सकते हैं। ऐसा करने के लिए कोई खास सैटअप या फीस देने की ज़रूरत नहीं होती। हमें सिर्फ एक Windows Live Account की ज़रूरत पड़ती है।

प्रश्न 8.
पी०पी०टी० पैकेजिंग Presentation क्या होती है ?
उत्तर-
कुछ Presentations दर्शकों को एक सी०डी० के रूप में बांटना ज्यादा बेहतर रहता है। ऐसे मामलों में,हम एक सी०डी० पैकेजिंग बना सकते हैं जो एक सी०डी० में burn (बर्न) करके बांटे जा सकते हैं।

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IV. बड़े उत्तरों वाले प्रश्न 

प्रश्न 1.
पी०पी०टी० डाक्यूमैंट पासवर्ड सैट करने के स्टैप लिखें।
उत्तर-
कई बार Presentation को सुरक्षित करने के लिए और अनअधिकारिक रीडर स्लाइड को न देख सकें, पावर प्वाइंट यूज़र को Presentation को सुरक्षित करने की योग्यता प्रदान करता है।

  1. फाइल टैब पर बैक स्टेज View पर जायें।
  2. Info सैक्शन पर Permission ड्राप डाऊन पर क्लिक करें।
  3. पासवर्ड सुरक्षित करने के लिए ‘Encrypt with Password’ चुनें।
  4. इनक्रिप्ट डाक्यूमैंट डायलॉग ‘Encrypt Document Dialog’ में पासवर्ड डालें।
  5. Confirm Password डायलॉग में पासवर्ड दुबारा डालें।
  6. हमारी Presentation अब पासवर्ड में सुरक्षित है यूज़र को अब फाइल खोलने के लिए पासवर्ड डायलॉग में पासवर्ड देना पड़ेगा।

प्रश्न 2.
पी०पी०टी० ई-मेल स्लाइड शो क्या है ? इस प्रैजनटेशन को ई-मेल करने के पग लिखें।
उत्तर-
पावर प्वाइंट यूजरों को Presentation ई-मेल अटैचमैंट के रूप में भी शेयर करने की आज्ञा देता है। हालांकि हम प्रोग्राम के बाहर से Presentation को अटैच कर सकते हैं, पावर प्वाइंट से सीधे ई-मेल भेजने की योग्यता काफी सुविधाजनक है। यह इसलिए है, क्योंकि हमें ई-मेल भेजने के लिए पावर प्वाइंट को बंद करने की ज़रूरत नहीं है। पावर प्वाइंट से एक ई-मेल भेजने के स्टैप

  • फाइल टैब बैक स्टेज View पर जायें।
  • Save & Send पर क्लिक करें, Send using email आप्शन को चुनें और Send As Attachment बटन पर क्लिक करें।
  • यह Out look sendmail विंडो को लांच करता है जिसमें Presentation एक अटैचमैंट की तरह जुड़ी होती है। ई-मेलों को जोड़ सकते हैं और ई-मेल भेज सकते हैं।
  • हम Recipient के ई-मेल भर सकते हैं और E-mail भेज सकते हैं। Send As Attachment चुनने के अलावा अगर हम Send as pdf चुनते हैं तो हम Attachment को .pptx की जगह अटैचमैंट के रूप में भेज सकते हैं।

प्रश्न 3.
प्रैजनटेशन को वीडियो फाइल के रूप में सेव करने के कदमों की व्याख्या करें।
उत्तर-
एक वीडियो फाइल के रूप में प्रैजनटेशन को सेव करने के स्टैप

  • फाइल टैब में बैक स्टेज view पर जायें।
  • सेव एज़ डायलॉग को खोलने के लिए सेव एज पर क्लिक करें।
  • फाइल को सही नाम दें।
  • सहायक फाइल किस्म की सूची में से फाइल किस्म .wmv चुनें।
  • वीडियो बनाना तुरंत होने वाली प्रक्रिया नहीं है, जैसे कि अन्य फाइल टाइप्स में होता है। पावर प्वाइंट को वीडियो फाइल बनाने की ज़रूरत पड़ती है। हम अपनी प्रैजनटेशन विंडो के नीचे वीडियो बनाने की प्रक्रिया को देख सकते हैं।
  • जब प्रैजनटेशन बनाने की प्रक्रिया पूरी हो जाती है तो वीडियो फाइल को नियत जगह पर बन जाती है।

प्रश्न 4.
टैब स्टॉप को क्लीयर करने के भिन्न-भिन्न पग लिखें।
उत्तर-
हम भिन्न-भिन्न तरीकों से टैब स्टॉप को हटा सकते हैं, सबसे आसान है रूलर पर जायें। टैब स्टॉप पर क्लिक करें और होल्ड करें और इसको डाक्यूमैंट की तरफ नीचे को खींचें। टैब स्टॉप हट जायेगा।
टैब स्टॉप तेज़ी से हटाने के लिए और नई शुरुआत करने के लिए –

  1. होम टैब पर क्लिक करें, पैराग्राफ डायलॉग बॉक्स लांचर पर क्लिक करें।
  2. एक पैराग्राफ बॉक्स दिखाई देगा, डायलॉग बॉक्स के नीचे बाईं तरफ टैब्ज के बटन पर क्लिक करें।
  3. एक टैब डायलॉग बॉक्स दिखाई देगा।
  4. टैब स्टॉप पोजीशन नीचे सूची में, टैब स्टॉप पोजीशन पर क्लिक करें जो हम हटाना चाहते हैं और फिर Clear पर क्लिक करें। मैनूयल टैब स्टॉपस से स्पेस हटाने के लिए Clear All पर क्लिक करें।

प्रश्न 5.
“स्पैल चैक” विशेषता का इस्तेमाल करने के तरीके लिखें।
उत्तर-
अपने डाक्यूमैंट में गल्तियों को ठीक करने का सबसे तेज़ तरीका यह है
1. कर्सर को गलत स्पैलिंग वाले शब्द पर ले जाकर Right क्लिक करें।
2. एक ड्राप डाउन बाक्स शब्द के सही स्पैलिंग के साथ दिखाई देगा।
3. उस शब्द को हाइलाइट करें और Left क्लिक करें जिसके साथ हम सही शब्द को बदलना चाहते हैं। ज्यादा व्यापक स्पैलिंग और व्याकरण की जांच करने के लिए, हम स्पैलिंग और ग्रामर (Spelling and Grammar) विशेषता का उपयोग कर सकते हैं।

  • Review टैब पर क्लिक करें।
  • स्पैलिंग और ग्रामर कमांड पर क्लिक करें।
  • एक Spelling & Grammar बॉक्स दिखाई देगा।
  • हम बॉक्स के अंदर कोई स्पैलिंग या ग्रामर के मुद्दे को ठीक कर सकते हैं।

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प्रश्न 6.
किसी दस्तावेज़ को प्रिंट करने के कदम लिखें।
उत्तर-

  1. फाइल टैब पर क्लिक करें।
  2. एक डाक्यूमैंट को प्रिंट करने के लिए प्रिंट कमांड पर क्लिक करें।
  3. अपना डाक्यूमैंट प्रिंट करने के लिए प्रिंट बटन पर क्लिक करें।
  4. यह ड्राप डाउन चुने हुए प्रिंट को दिखाता है। ड्राप डाउन को क्लिक करने से और उपलब्ध प्रिंटर दिखाई देंगे।
  5. यह ड्राप डाउन मीनू में चुनी हुई सैटिंग्ज़ हैं। हमें सिर्फ एक विशेषता का नाम दिखाने के अलावा, यह मीनू हमें हर एक विशेषता के बारे में बताता है और इसका वर्णन करता है। यह हमें समझने में मदद कर सकता है कि क्या हम अपनी सैटिंग्ज़ को बदलना चाहते हैं।

प्रश्न 7.
पावर प्वाइंट में ट्रांजीशन पर एक नोट लिखें।
उत्तर-
पावर प्वाइंट स्लाइड ट्रांजीशन विशेषता को स्पोर्ट करती है जो हमें स्लाइड शो के दौरान स्लाइडों की तबदीली करने के बारे में आज्ञा देता है। पावर प्वाइंट प्रैजनटेशन जिसमें हर एक स्लाइड के बीच में स्पैशल इफैक्ट हैं, वो इफैक्ट स्लाइड ट्रांजीशन हैं। एक ट्रांजीशन साधारण स्लाइड Flashy Effect से लेकर जटिल फ्लैशी इफैक्ट भी हो सकती है। इसका मतलब यह है कि हम किसी प्रैजनटेशन के स्टाइल अनुसार किसी भी ट्रांजीशन का चुनाव कर सकते हैं।

ट्रांजीशन का चुनाव करने के लिए तीन श्रेणियां हैं जो कि Transition Tab पर मौजूद होती हैं-

  1. Subtle (Slight Transitions)
  2. Exciting (Strong Transitions)
  3. Dynamic Content

प्रश्न 8.
एम०एस० पावर प्वाइंट में स्लाइड शो क्या है और इसको शुरू करने और समाप्त करने के बारे में विस्तार में बतायें।
उत्तर-
अपने स्लाइड शो को पेश करने के लिए, हमें इसकी शुरुआत करने की जानकारी होनी चाहिए। पावर प्वाइंट हमारी पहली स्लाइड या स्लाइड शो के अंदर किसी भी स्लाइड से स्लाइड शो शुरू करने की आज्ञा देता है। एक बार स्लाइड शो शुरू होने के बाद हमें यह पता होना चाहिए कि कैसे स्लाइडों से आगे बढ़ना है। स्लाइड शो शुरू करना :
1. स्लाइड शो टैब का चुनाव करें।
2. स्लाइड शो को पहली स्लाइड से शुरू करने के लिए, ग्रुप में से, कमांड का इस्तेमाल करें।

हम जिससे स्लाइड शो शुरू करना चाहते हैं उसको Start Slide Show Group में से From Current Slide पर क्लिक करने चुन सकते हैं। यह Option उस समय सुविधाजनक है अगर हम कुछ स्लाइडों को देखना या पेश करना चाहते हैं। स्लाइड शो की शुरुआत करने का दूसरा Option विंडो के नीचे स्थित स्टेट्स बार पर दाईं तरफ Slide Show View पर क्लिक करना है एक स्लाइड शो को रोकने या समाप्त करने के लिए हम प्रैजनटेशन समाप्त करने के लिए अपने की बोर्ड से ESC कीज़ दबा सकते हैं। पावर प्वाइंट में स्लाइड शो की सैटिंग और चलाने के लिए कई ऑप्शन मौजूद हैं। हम एक ऑटोमैटिक प्रैजनटेशन बना सकते हैं जो एक क्यूसिक काउंटर पर प्रदर्शित की जा सकती है।

स्लाइड शो सैटअप ऑप्शन तक पहुंच करने के लिए

  1. स्लाइड शो टैब चुनें।
  2. सैटअप शो कमांड पर क्लिक करें।
  3. सैटअप शो डायलॉग बॉक्स दिखाई देगा। स्लाइड शो की सैटिंग और चलाने के लिए उपलब्ध ऑप्शनों में से किसी बटन पर क्लिक करें।
  4. स्लाइड शो की सैटिंग्ज़ को लागू करने के लिए OK पर क्लिक करें।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 16 ਕੁਦਰਤੀ ਸਾਧਨਾਂ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ

Punjab State Board PSEB 10th Class Science Book Solutions Chapter 16 ਕੁਦਰਤੀ ਸਾਧਨਾਂ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 Science Chapter 16 ਕੁਦਰਤੀ ਸਾਧਨਾਂ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ

PSEB 10th Class Science Guide ਕੁਦਰਤੀ ਸਾਧਨਾਂ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ Textbook Questions and Answers

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਆਪਣੇ ਘਰ ਨੂੰ ਵਾਤਾਵਰਨ ਪੱਖੀ ਬਣਾਉਣ ਲਈ ਤੁਸੀਂ ਕਿਹੜੇ- ਤੇ ਪਰਿਵਰਤਨ ਸੁਝਾ ਸਕਦੇ ਹੋ ?
ਉੱਤਰ-
ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਪਰਿਵਰਤਨ ਲਿਆ ਕੇ ਆਪਣੇ ਘਰ ਵਿਚ ਵਾਤਾਵਰਨ ਪੱਖੀ ਜਾਂ ਅਨੁਕੂਲ ਮਾਹੌਲ ਬਣਾ ਸਕਦੇ ਹਾਂ-

  1. ਅਸੀਂ ਬਿਜਲੀ ਦੇ ਪੱਖੇ ਅਤੇ ਬਲਬ ਦੇ ਸਵਿੱਚ ਬੰਦ ਕਰਕੇ ਬਿਜਲੀ ਦੇ ਫ਼ਜ਼ੂਲ-ਖ਼ਰਚ ਰੋਕ ਸਕਦੇ ਹਾਂ ।
  2. ਟਪਕਣ ਵਾਲੇ ਪਾਈਪ ਜਾਂ ਨਲ ਦੀ ਮੁਰੰਮਤ ਕਰਵਾ ਕੇ ਅਸੀਂ ਪਾਣੀ ਦੀ ਬੱਚਤ ਕਰ ਸਕਦੇ ਹਾਂ ।
  3. ਸਾਨੂੰ ਤਿੰਨ R’s ਦੁਆਰਾ ਦੱਸੇ ਹੋਏ ਰਸਤੇ ਤੇ ਚੱਲਣ ਦੀ ਕੋਸ਼ਿਸ਼ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।
  4. ਸਾਨੂੰ ਮੁੜ ਚਕਰਨ ਯੋਗ ਵਸਤੂਆਂ ਨੂੰ ਕੂੜੇ ਦੇ ਨਾਲ ਨਹੀਂ ਸੁੱਟਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ।
  5. ਸਾਨੂੰ ਵਸਤੂਆਂ (ਜਿਵੇਂ ਲਿਫਾਫ਼ੇ) ਨੂੰ ਸੁੱਟਣ ਦੀ ਬਜਾਏ ਫਿਰ ਤੋਂ ਵਰਤੋਂ ਵਿਚ ਲਿਆਉਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
  6. ਸਾਨੂੰ ਭੋਜਨ ਨੂੰ ਵਿਅਰਥ ਨਹੀਂ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ।
  7. ਸਾਨੂੰ ਆਪਣੇ ਆਵਾਸ ਦੇ ਆਲੇ-ਦੁਆਲੇ ਕੱਚਰਾ ਅਤੇ ਗੰਦਾ ਪਾਣੀ ਇਕੱਠਾ ਨਹੀਂ ਹੋਣ ਦੇਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ।
  8. ਪਾਣੀ ਦੇ ਵਿਅਰਥ ਰਿਸਾਵ ਨੂੰ ਰੋਕਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
  9. ਜਲ ਨੂੰ ਸਹੀ ਢੰਗ ਨਾਲ ਖ਼ਰਚ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
  10. ਘਰਾਂ ਵਿਚਲੇ ਕੂੜੇ-ਕੱਚਰੇ ਨੂੰ ਕੂੜੇਦਾਨ ਵਿੱਚ ਇਕੱਠਾ ਕਰਕੇ ਉਸ ਦਾ ਨਿਪਟਾਣ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਕੀ ਤੁਸੀਂ ਆਪਣੇ ਸਕੂਲ ਵਿੱਚ ਕੁਝ ਪਰਿਵਰਤਨ ਸੁਝਾ ਸਕਦੇ ਹੋ ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਨਾਲ ਇਸ ਨੂੰ ਵਾਤਾਵਰਨ ਪੱਖੀ ਬਣਾਇਆ ਜਾ ਸਕੇ ?
ਉੱਤਰ-
ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਪਰਿਵਰਤਨਾਂ ਦੁਆਰਾ ਅਸੀਂ ਆਪਣੇ ਸਕੂਲ ਨੂੰ ਵਾਤਾਵਰਨ ਪੱਖੀ ਜਾਂ ਅਨੁਕੂਲ ਬਣਾ ਸਕਦੇ ਹਾਂ

  1. ਸਾਨੂੰ ਸਕੂਲ ਵਿਚ ਵੱਧ ਤੋਂ ਵੱਧ ਰੁੱਖ ਲਗਾਉਣੇ ਚਾਹੀਦੇ ਹਨ ।
  2. ਬੱਚਿਆਂ ਨੂੰ ਸਿੱਖਿਆ ਦੇਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ਕਿ ਫੁੱਲ ਅਤੇ ਪੱਤੇ ਨਾ ਤੋੜਨ ।
  3. ਸਾਨੂੰ ਪਾਣੀ ਦਾ ਫ਼ਜ਼ੂਲ-ਖ਼ਰਚ ਨਹੀਂ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ।
  4. ਕਮਰਿਆਂ ਵਿਚ ਵੱਧ ਤੋਂ ਵੱਧ ਖਿੜਕੀਆਂ ਬਣਾਓ ਤਾਂਕਿ ਸੂਰਜੀ ਰੋਸ਼ਨੀ ਅੰਦਰ ਆ ਸਕੇ ਅਤੇ ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ ਬਿਜਲੀ ਖ਼ਰਚ ਹੋਵੇ ।
  5. ਸਾਨੂੰ ਕੂੜਾ-ਕੱਚਰਾ ਇੱਧਰ-ਉੱਧਰ ਨਹੀਂ ਸੁੱਟਣਾ ਚਾਹੀਦਾ, ਬਲਕਿ ਵਸਤੂਆਂ ਦੀ ਮੁੜ ਵਰਤੋਂ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।
  6. ਪਖਾਣਿਆਂ ਆਦਿ ਦੀ ਨਿਯਮਿਤ ਸਫਾਈ, ਧੁਲਾਈ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।
  7. ਬਿਜਲੀ ਦੀ ਫ਼ਜ਼ੂਲ-ਖ਼ਰਚੀ ਨੂੰ ਕਾਬੂ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
  8. ਸਕੂਲ ਦੇ ਆਸ-ਪਾਸ ਕਚਰੇ ਦੇ ਢੇਰ ਅਤੇ ਰੁਕੇ ਹੋਏ ਗੰਦੇ ਪਾਣੀ ਨੂੰ ਨਾ ਰਹਿਣ ਦਿਓ ।
  9. ਸਕੂਲ ਦੀ ਇਮਾਰਤ ਸਾਫ਼-ਸੁਥਰੀ ਰੱਖਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।
  10. ਜੈਵ ਨਿਮਨੀਕ੍ਰਿਤ ਅਤੇ ਜੈਵ ਅਨਿਮਨੀਕ੍ਰਿਤ ਕੂੜੇ-ਕੱਚਰੇ ਨੂੰ ਇਕੱਠਾ ਕਰਨ ਲਈ ਕੂੜੇਦਾਨ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਹੋਣੇ ਚਾਹੀਦੇ ਹਨ। ਇਸ ਨਾਲ ਕੂੜੇ ਦਾ ਨਿਪਟਾਨ ਸਰਲਤਾ ਨਾਲ ਹੋ ਸਕੇਗਾ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਇਸ ਅਧਿਆਇ ਵਿੱਚ ਅਸੀਂ ਪੜਿਆ ਕਿ ਜਦੋਂ ਜੰਗਲ ਅਤੇ ਜੰਗਲੀ ਜੰਤੂਆਂ ਦੀ ਗੱਲ ਕਰਦੇ ਹਾਂ ਤਾਂ ਚਾਰ ਮੁੱਖ ਦਾਵੇਦਾਰ ਸਾਹਮਣੇ ਆਉਂਦੇ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਵਿਚੋਂ ਕਿਸ ਨੂੰ ਜੰਗਲ ਉਤਪਾਦਾਂ ਦੇ ਪ੍ਰਬੰਧ ਹਿੱਤ ਨਿਰਣਾ ਲੈਣ ਦੇ ਅਧਿਕਾਰ ਦਿੱਤੇ ਜਾ ਸਕਦੇ ਹਨ ? ਤੁਸੀਂ ਅਜਿਹਾ ਕਿਉਂ ਸੋਚਦੇ ਹੋ ?
ਉੱਤਰ-
ਜੰਗਲ ਅਤੇ ਜੰਗਲੀ ਜੰਤੂਆਂ ਦੀ ਗੱਲ ਕਰਦੇ ਸਮੇਂ ਸਾਹਮਣੇ ਆਉਣ ਵਾਲੇ ਚਾਰ ਦਾਵੇਦਾਰ ਹਨ

  1. ਜੰਗਲ ਦੇ ਅੰਦਰ ਅਤੇ ਇਸਦੇ ਨੇੜੇ ਰਹਿਣ ਵਾਲੇ ਲੋਕ ਆਪਣੀਆਂ ਤਰ੍ਹਾਂ-ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੀਆਂ ਲੋੜਾਂ ਲਈ ਜੰਗਲ ‘ਤੇ ਨਿਰਭਰ ਰਹਿੰਦੇ ਹਨ ।
  2. ਸਰਕਾਰ ਦਾ ਜੰਗਲ ਵਿਭਾਗ ਜੰਗਲਾਂ ਤੋਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਸਾਧਨਾਂ ਦਾ ਨਿਯੰਤਰਨ ਕਰਦਾ ਹੈ ।
  3. ਕਾਰਖ਼ਾਨੇਦਾਰ ਅਤੇ ਵਪਾਰੀ ਤੇਂਦੂਆ ਪੱਤੀ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਬੀੜੀ ਉਤਪਾਦਕਾਂ ਤੋਂ ਲੈ ਕੇ ਕਾਗ਼ਜ਼ ਮਿੱਲ ਤੱਕ ਜੰਗਲ ਉਤਪਾਦਾਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਦੇ ਹਨ ।
  4. ਜੰਗਲੀ ਜੀਵਨ ਅਤੇ ਕੁਦਰਤ ਪ੍ਰੇਮੀ ਕੁਦਰਤ ਦੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ਇਸਦੀ ਅਸਲ ਅਵਸਥਾ ਵਿੱਚ ਹੀ ਚਾਹੁੰਦੇ ਹਨ ।

ਜੰਗਲ ਉਤਪਾਦ ਪ੍ਰਬੰਧਨ ਲਈ ਫੈਸਲਾ ਲੈਣ ਦੇ ਅਧਿਕਾਰ ਜੰਗਲ ਦੇ ਅੰਦਰ ਅਤੇ ਨੇੜੇ ਰਹਿਣ ਵਾਲੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਦੇਣੇ ਚਾਹੀਦੇ ਹਨ ਜੋ ਸਦੀਆਂ ਤੋਂ ਜੰਗਲਾਂ ‘ਤੇ ਨਿਰਭਰ ਰਹਿੰਦੇ ਹਨ । ਪਰੰਤੂ ਕੁੱਝ ਅਧਿਕਾਰ ਸਰਕਾਰ ਦੇ ਕੋਲ ਹੀ ਹੋਣੇ ਚਾਹੀਦੇ ਹਨ ਤਾਂਕਿ ਲੋਕ ਜੰਗਲਾਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਠੀਕ ਢੰਗ ਨਾਲ ਕਰਨ ਅਤੇ ਇਸਦੀ ਗਲਤ ਵਰਤੋਂ ਨਾ ਕਰਨ । ਜੰਗਲੀ ਜੀਵਨ ਅਤੇ ਕੁਦਰਤੀ ਪ੍ਰੇਮੀਆਂ ਨੂੰ ਵੀ ਕੁੱਝ ਅਧਿਕਾਰ ਦੇਣੇ ਚਾਹੀਦੇ ਹਨ ਕਿਉਂਕਿ ਉਹ ਕੁਦਰਤ ਦੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ਇਸਦੀ ਅਸਲੀ ਅਵਸਥਾ ਵਿਚ ਕਰਨਾ ਚਾਹੁੰਦੇ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਇੱਕ ਵਿਅਕਤੀ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਦੇ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਤੁਸੀਂ ਹੇਠ ਲਿਖਿਆਂ ਦੇ ਪ੍ਰਬੰਧ ਵਿੱਚ ਕੀ ਯੋਗਦਾਨ ਦੇ ਸਕਦੇ ਹੋ :
(ਉ) ਜੰਗਲ ਅਤੇ ਜੰਗਲੀ ਜੀਵ
(ਅ) ਕੋਲਾ ਅਤੇ ਪੈਟਰੋਲੀਅਮ
(ੲ) ਸਰੋਤ ।
ਉੱਤਰ-
(ੳ) ਜੰਗਲ ਅਤੇ ਜੰਗਲੀ ਜੀਵ-ਹੋਰ ਲੋਕਾਂ ਵਿੱਚ ਜੰਗਲਾਂ ਦੇ ਸੁਰੱਖਿਅਣ ਦੇ ਪ੍ਰਤੀ ਜਾਗਰੂਕਤਾ ਜਗਾ ਸਕਦੇ ਹਨ, ਆਪਣੇ ਖੇਤਰ ਦੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਿਰਿਆਕਲਾਪਾਂ ਵਿੱਚ ਭਾਗ ਲੈ ਸਕਦੇ ਹਾਂ ਜਿਹੜੇ ਜੰਗਲ ਅਤੇ ਜੰਗਲੀ ਜੀਵਾਂ ਦੇ ਸੁਰੱਖਿਅਣ ਨੂੰ ਮਹੱਤਵ ਦਿੰਦੇ ਹਨ | ਸੁਰੱਖਿਅਣ ਦੇ ਨਿਯਮਾਂ ਨੂੰ ਅਪਣਾ ਕੇ ਅਤੇ ਇਨ੍ਹਾਂ ਮਸਲਿਆਂ ਤੇ ਕੰਮ ਕਰ ਰਹੀਆਂ ਕਮੇਟੀਆਂ ਦੀ ਸਹਾਇਤਾ ਕਰਕੇ ਵੀ ਅਸੀਂ ਜੰਗਲ ਅਤੇ ਜੰਗਲੀ ਜੀਵਾਂ ਦੇ ਪ੍ਰਬੰਧਨ ਵਿਚ ਯੋਗਦਾਨ ਦੇ ਸਕਦੇ ਹਾਂ ।

(ਅ) ਕੋਲਾ ਅਤੇ ਪੈਟਰੋਲੀਅਮ-ਬਿਜਲੀ ਦੀ ਫਜ਼ੂਲ-ਖ਼ਰਚੀ ਨੂੰ ਰੋਕ ਕੇ ਅਤੇ ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ ਬਿਜਲੀ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਕੇ ਅਸੀਂ ਇਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਪ੍ਰਬੰਧਨ ਵਿੱਚ ਯੋਗਦਾਨ ਦੇ ਸਕਦੇ ਹਾਂ । ਨਿੱਜੀ ਵਾਹਨਾਂ ਦੀ ਬਜਾਏ ਸਰਵਜਨਕ ਵਾਹਨਾਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਕੇ ਪੈਟਰੋਲ ਡੀਜ਼ਲ ਦੀ ਬੱਚਤ ਕਰ ਸਕਦੇ ਹਾਂ ।

(ੲ) ਸਰੋਤ-ਆਪਣੇ ਘਰ ਅਤੇ ਕਾਰਜ ਸਥਾਨ ਤੇ ਜਲ ਦੀ ਫਜ਼ੂਲ-ਖ਼ਰਚੀ ਰੋਕ ਕੇ ਅਤੇ ਵਰਖਾ ਦੇ ਪਾਣੀ ਨੂੰ ਆਪਣੇ ਘਰਾਂ ਵਿੱਚ ਇਕੱਠਾ ਕਰਕੇ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਇੱਕ ਵਿਅਕਤੀ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਦੇ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਤੁਸੀਂ ਭਿੰਨ ਕੁਦਰਤੀ ਉਤਪਾਦਾਂ ਦੀ ਖੱਪਤ ਘੱਟ ਕਰਨ ਲਈ ਕੀ ਕਰ ਸਕਦੇ ਹੋ ?
ਉੱਤਰ-

  1. ਬਿਜਲੀ ਦੀ ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ ਵਰਤੋਂ ਕਰਕੇ ਅਤੇ ਇਸਦੀ ਫਜ਼ੂਲ-ਖ਼ਰਚੀ ਨੂੰ ਰੋਕ ਸਕਦੇ ਹਾਂ ।
  2. ਤਿੰਨ (R’s) ਦੇ ਨਿਯਮਾਂ ਦਾ ਪਾਲਣ ਕਰਕੇ ਅਸੀਂ ਕੁਦਰਤੀ ਉਤਪਾਦਾਂ ਦੀ ਖੱਪਤ ਘੱਟ ਕਰ ਸਕਦੇ ਹਾਂ ।
  3. ਸਾਨੂੰ ਭੋਜਨ ਨੂੰ ਵਿਅਰਥ ਨਹੀਂ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ।
  4. ਜਲ ਨੂੰ ਵਿਅਰਥ ਹੋਣ ਤੋਂ ਰੋਕਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
  5. ਖਾਣਾ ਪਕਾਉਣ ਦੇ ਲਈ ਵੀ ਲੱਕੜੀ ਦੀ ਜਗ੍ਹਾ ਗੈਸ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਹੇਠ ਲਿਖਿਆਂ ਨਾਲ ਸੰਬੰਧਿਤ ਅਜਿਹੇ ਪੰਜ ਕਾਰਜ ਲਿਖੋ ਜੋ ਤੁਸੀਂ ਪਿਛਲੇ ਇੱਕ ਹਫਤੇ ਵਿੱਚ ਕੀਤੇ ਹਨ :
(a) ਆਪਣੇ ਕੁਦਰਤੀ ਸਾਧਨਾਂ ਦੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ।
(b) ਆਪਣੇ ਕੁਦਰਤੀ ਸਾਧਨਾਂ ਉੱਤੇ ਦਬਾਓ ਵਧਾਇਆ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
(a)

  1. ਬਿਜਲੀ ਉਪਕਰਨਾਂ ਦਾ ਬੇਵਜ਼ਾ ਉਪਯੋਗ ਨਹੀਂ ਕੀਤਾ ।
  2. ਰੋਸ਼ਨੀ ਲਈ CFL ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਕੇ ।
  3. ਸਕੂਲ ਆਉਣ ਜਾਣ ਲਈ ਆਪਣੇ ਵਾਹਨਾਂ ਦੀ ਜਗ੍ਹਾ ਸਰਕਾਰੀ ਵਾਹਨਾਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਕੇ ।
  4. ਨਹਾਉਣ ਵਿੱਚ ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ ਪਾਣੀ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਕੇ ।
  5. ਵਾਤਾਵਰਨ ਦੇ ਸੁਰੱਖਿਅਣ ਨਾਲ ਸੰਬੰਧਿਤ ਜਾਗਰੂਕਤਾ ਅਭਿਆਨ ਵਿਚ ਭਾਗ ਲਿਆ ।

(b)

  1. ਕੰਪਿਊਟਰ ਤੇ ਪ੍ਰਿੰਟਿੰਗ ਦੇ ਲਈ ਵੱਧ ਕਾਗਜ਼ਾਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕੀਤੀ ।
  2. ਪੱਖਾ ਚੱਲਦਾ ਛੱਡ ਕੇ ਕਮਰੇ ਵਿਚੋਂ ਬਾਹਰ ਗਿਆ ।
  3. ਦੀਵਾਲੀ ਤੇ ਪਟਾਖੇ ਚਲਾ ਕੇ ।
  4. ਮੋਟਰ ਸਾਇਕਲ ਦੀ ਵਧੇਰੇ ਵਰਤੋਂ ਕਰਕੇ ।
  5. ਆਹਾਰ ਨੂੰ ਵਿਅਰਥ ਕੀਤਾ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਇਸ ਅਧਿਆਇ ਵਿੱਚ ਦੱਸੀਆਂ ਗਈਆਂ ਸਮੱਸਿਆਵਾਂ ਦੇ ਆਧਾਰ ਤੇ ਤੁਸੀਂ ਆਪਣੀ ਜੀਵਨ ਸ਼ੈਲੀ ਵਿੱਚ ਕੀ ਪਰਿਵਰਤਨ ਲਿਆਉਣਾ ਚਾਹੋਗੇ ਜਿਸ ਨਾਲ ਸਾਡੇ ਸਾਧਨਾਂ ਨੂੰ ਸਮੇਂ-ਸਮੇਂ ਤਕ ਵਰਤੋਂ ਲਈ ਉਤਸ਼ਾਹ ਮਿਲ ਸਕੇ ?
ਉੱਤਰ-

  1. ਸਾਨੂੰ ਇਹ ਧਿਆਨ ਰੱਖਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ਕਿ ਅਸੀਂ ਇਕ ਸਮਾਜ ਵਿੱਚ ਰਹਿੰਦੇ ਹਾਂ, ਇਕੱਲੇ ਨਹੀਂ ।
  2. ਸਾਨੂੰ ਆਪਣੇ ਸਾਧਨਾਂ ਦੀ ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ ਵਰਤੋਂ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ਕਿਸੇ ਵੀ ਤਰੀਕੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਵਿਅਰਥ ਨਹੀਂ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ।
  3. ਸਾਨੂੰ ਤਿੰਨ (R’s) ਦੇ ਨਿਯਮਾਂ ਦਾ ਪਾਲਨ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ (Reduce, Recycle, Reuse) ।
  4. ਸਾਨੂੰ ਨਿੱਜੀ ਵਾਹਨਾਂ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਵਿਚ ਸਰਕਾਰੀ ਵਾਹਨਾਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।
  5. ਸਾਨੂੰ ਆਪਣੇ ਵਾਤਾਵਰਨ ਨੂੰ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਿਤ ਨਹੀਂ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ।
    ਇਹਨਾਂ ਸਾਰੀਆਂ ਗੱਲਾਂ ਨੂੰ ਆਪਣੇ ਜੀਵਨ ਵਿਚ ਮਹੱਤਵ ਦੇ ਕੇ ਅਸੀਂ ਆਪਣੇ ਸੰਸਾਧਨਾਂ ਦੇ ਸੰਪੋਸ਼ਣ ਨੂੰ ਵਧਾਵਾ ਦੇ ਸਕਦੇ ਹਾਂ ।

Science Guide for Class 10 PSEB ਕੁਦਰਤੀ ਸਾਧਨਾਂ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ InText Questions and Answers

ਅਧਿਆਇ ਦੇ ਅੰਦਰ ਦਿੱਤੇ ਗਏ ਪ੍ਰਸ਼ਨ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਉੱਤਰ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਵਾਤਾਵਰਣ ਪੱਖੀ ਬਣਨ ਲਈ ਤੁਸੀਂ ਆਪਣੀਆਂ ਆਦਤਾਂ ਵਿੱਚ ਕਿਹੜੇ ਪਰਿਵਰਤਨ ਲਿਆ ਸਕਦੇ ਹੋ ?
ਉੱਤਰ-

  1. ਧੂੰਆਂ ਰਹਿਤ ਵਾਹਣਾਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਕੇ ।
  2. ਪਾਲੀਥੀਨ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਨਾ ਕਰਕੇ ।
  3. ਜਲ ਸੁਰੱਖਿਅਣ ਨੂੰ ਵਧਾਵਾ ਦੇਣਾ ।
  4. ਜੰਗਲਾਂ ਦੀ ਕਟਾਈ ਤੇ ਰੋਕ ਲਗਾ ਕੇ । ਯ(5) ਰੁੱਖ ਲਗਾਉਣਾ ।
  5. ਤੇਲ ਨਾਲ ਚਲਣ ਵਾਲੇ ਵਾਹਨਾਂ ਦਾ ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ ਉਪਯੋਗ ਕਰਕੇ ।
  6. ਵਿਅਰਥ ਵਗਦੇ ਜਲ ਦੀ ਬਰਬਾਦੀ ਨੂੰ ਰੋਕ ਕੇ ।
  7. ਠੋਸ ਕੱਚਰੇ ਦਾ ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ ਉਤਪਾਦਨ ਕਰਨਾ ।
  8. ਸੋਚ-ਸਮਝ ਕੇ ਬਿਜਲੀ ਉਪਕਰਨਾਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਕੇ ।
  9. ਮੁੜ ਚੱਕਰ ਹੋ ਸਕਣ ਵਾਲੀਆਂ ਵਸਤੂਆਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਕੇ ।
  10. 5 ਜੂਨ ਨੂੰ ਵਿਸ਼ਵ ਵਾਤਾਵਰਨ ਦਿਵਸ ਮਨਾ ਕੇ ।
  11. ਨਾਲੀਆਂ ਵਿਚ ਰਸਾਇਣ ਅਤੇ ਉਪਯੋਗ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਤੇਲ ਨਾ ਪਾ ਕੇ ।
  12. ਜੈਵ-ਨਿਮਨੀਕਰਨੀ ਅਤੇ ਜੈਵ-ਅਨਿਮਨੀਕਰਨੀ ਕੱਚਰੇ ਨੂੰ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਸੁੱਟਣਾ ।
  13. ਸੀਸਾ ਰਹਿਤ ਪੈਟਰੋਲ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਕੇ । ਉਪਰੋਕਤ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਵਿਧੀਆਂ ਨੂੰ ਅਪਣਾ ਕੇ ਅਸੀਂ ਵਾਤਾਵਰਣ ਸੁਰੱਖਿਅਣ ਵਿੱਚ ਯੋਗਦਾਨ ਦੇ ਸਕਦੇ ਹਾਂ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 16 ਕੁਦਰਤੀ ਸਾਧਨਾਂ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ~

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਸਾਧਨਾਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਲਈ ਲਘੂ ਕਾਲੀਨ ਉਦੇਸ਼ ਦੇ ਕੀ ਲਾਭ ਹੋ ਸਕਦੇ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਇਸਦਾ ਸਿਰਫ ਇੱਕ ਹੀ ਲਾਭ ਹੈ, ਮਨੁੱਖ ਦੀ ਸਵਾਰਥ ਸੰਤੁਸ਼ਟੀ । ਪੇੜ-ਪੌਦਿਆਂ ਨੂੰ ਕੱਟ ਕੇ ਅਸੀਂ ਆਪਣੇ ਸਵਾਰਥ ਦੀ ਪੂਰਤੀ ਕਰ ਲੈਂਦੇ ਹਾਂ ਪਰ ਇਹ ਨਹੀਂ ਸੋਚਦੇ ਕਿ ਇਸ ਨਾਲ ਵਾਤਾਵਰਨ ਅਸੰਤੁਲਿਤ ਹੋ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਸੰਸਾਧਨਾਂ ਦੇ ਦੋਹਣ ਲਈ ਘੱਟ ਸਮਾਂ ਕਾਲ ਦੇ ਉਦੇਸ਼ਾਂ ਦੀਆਂ ਪਰਿਯੋਜਨਾਵਾਂ ਨੂੰ ਕੁੱਝ ਸੋਚ ਸਮਝ ਕੇ ਹੀ ਬਣਾਉਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਇਹ ਲਾਭ ਦੀਰਘਕਾਲੀਨ ਉਦੇਸ਼ਾਂ ਦੇ ਲਾਭਾਂ ਤੋਂ ਕਿਸ ਪ੍ਰਕਾਰ ਭਿੰਨ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਕੁਦਰਤੀ ਸਾਧਨਾਂ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧਨ ਕਰਦੇ ਸਮੇਂ ਲੰਬੀ ਅਵਧੀ ਨੂੰ ਧਿਆਨ ਵਿਚ ਰੱਖਣਾ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਜੋ ਉਹ ਅਗਲੀਆਂ ਕਈ ਪੀੜ੍ਹੀਆਂ ਤੱਕ ਉਪਲੱਬਧ ਹੋ ਸਕਣ । ਅਲਪ ਅਵਧੀ ਦੇ ਲਾਭ ਲਈ ਪੇੜ ਕੱਟੇ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ਪਰ ਲੰਬੀ ਅਵਧੀ ਨੂੰ ਧਿਆਨ ਵਿੱਚ ਰੱਖ ਕੇ ਮੁੜ ਰੁੱਖ ਲਗਾਏ ਜਾਣੇ ਚਾਹੀਦੇ ਹਨ । ਜੰਗਲਾਂ ਦੀ ਕਟਾਈ ਨਾਲ ਖੇਤੀ, ਆਵਾਸੀ ਅਤੇ ਉਦਯੋਗਿਕ ਕਾਰਜਾਂ ਲਈ ਭੂਮੀ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੋ ਸਕਦੀ ਹੈ ਪਰ ਇਸ ਨਾਲ ਭੁਮੀ ਕਟਾਵ ਦੀ ਸਮੱਸਿਆ ਅਤੇ ਵਾਤਾਵਰਨ ਵੀ ਸੁਰੱਖਿਅਤ ਨਹੀਂ ਰਹਿ ਸਕਦਾ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਕੀ ਤੁਹਾਡੇ ਵਿਚਾਰ ਵਿੱਚ ਸਾਧਨਾਂ ਦੀ ਵੰਡ ਬਰਾਬਰ ਮਾਤਰਾ ਵਿੱਚ ਹੋਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ? ਸਾਧਨਾਂ ਦੀ ਬਰਾਬਰ ਮਾਤਰਾ ਵਿੱਚ ਵੰਡ ਦੇ ਵਿਰੁੱਧ ਕਿਹੜੀਆਂ-ਕਿਹੜੀਆਂ ਤਾਕਤਾਂ ਕੰਮ ਕਰ ਸਕਦੀਆਂ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਆਰਥਿਕ ਵਿਕਾਸ ਦਾ ਵਾਤਾਵਰਨ ਸੁਰੱਖਿਅਣ ਨਾਲ ਸਿੱਧਾ ਸੰਬੰਧ ਹੈ । ਸੰਸਾਰ ਵਿਚ ਸੰਸਾਧਨਾਂ ਦਾ ਅਸਮਾਨ ਵਿਤਰਨ ਗ਼ਰੀਬੀ ਦਾ ਇੱਕ ਮੁੱਖ ਕਾਰਨ ਹੈ । ਸੰਸਾਧਨਾਂ ਦਾ ਸਮਾਨ ਵਿਤਰਨ ਇੱਕ ਸ਼ਾਂਤੀਪੂਰਨ ਸੰਸਾਰ ਦੀ ਸਥਾਪਨਾ ਕਰ ਸਕਦਾ ਹੈ । ਸਰਕਾਰੀ ਅਭਿਕਰਤਾ ਅਤੇ ਕੁੱਝ ਸਵਾਰਥੀ ਤੱਤ ਕੁਦਰਤੀ ਸਾਧਨਾਂ ਦੇ ਸਮਾਨ ਵਿਤਰਨ ਦੇ ਵਿਰੁੱਧ ਕਾਰਜ ਕਰਦੇ ਹਨ । ਚੋਰੀ-ਚੋਰੀ ਜੰਗਲਾਂ ਦੀ ਕਟਾਈ ਇਸੇ ਦਾ ਇੱਕ ਉਦਾਹਰਨ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਸਾਨੂੰ ਜੰਗਲਾਂ ਅਤੇ ਜੰਗਲੀ ਜੀਵਨ ਦਾ ਸੁਰੱਖਿਅਣ ਕਿਉਂ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਜੰਗਲ ਅਤੇ ਜੰਗਲੀ ਜੀਵਨ ਨੂੰ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਕਾਰਨਾਂ ਕਰਕੇ ਸੁਰੱਖਿਅਤ ਰੱਖਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ-

  1. ਕੁਦਰਤ ਵਿਚ ਪਰਿਸਥਿਤਕ ਸੰਤੁਲਨ ਬਣਾਈ ਰੱਖਣ ਲਈ ।
  2. ਜੀਨ ਪੂਲ (Gene-pool) ਦੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ਲਈ ।
  3. ਫਲ, ਮੇਵੇ, ਸਬਜ਼ੀਆਂ ਅਤੇ ਦਵਾਈਆਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਲਈ ।
  4. ਇਮਾਰਤੀ ਅਤੇ ਜਲਾਉਣ ਵਾਲੀ ਲੱਕੜੀ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਲਈ ।
  5. ਵਾਤਾਵਰਨ ਵਿੱਚ ਗੈਸਾਂ ਦਾ ਸੰਤੁਲਨ ਬਣਾਉਣ ਲਈ !
  6. ਰੁੱਖਾਂ ਦੇ ਹਵਾ ਵਿਚਲੇ ਭਾਗਾਂ ਤੋਂ ਕਾਫ਼ੀ ਮਾਤਰਾ ਵਿਚ ਪਾਣੀ ਦਾ ਵਾਸ਼ਪਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਜੋ ਵਰਖਾ ਦੇ ਸਰੋਤ ਦਾ ਕਾਰਜ ਕਰਦੇ ਹਨ ।
  7. ਭੋਂ-ਖੋਰ ਅਤੇ ਹੜਾਂ ਤੇ ਨਿਯੰਤਰਨ ਕਰਨ ਲਈ ।
  8. ਜੰਗਲੀ ਜੀਵਾਂ ਨੂੰ ਆਸਰਾ ਦੇਣ ਲਈ ।
  9. ਧਨ ਪ੍ਰਾਪਤੀ ਦੇ ਚੰਗੇ ਸਰੋਤ ਦੇ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ।
  10. ਸਥਲੀ ਭੋਜਨ-ਲੜੀ ਦੀ ਲਗਾਤਾਰਤਾ ਲਈ ।
  11. ਪ੍ਰਾਣੀਆਂ ਦੀ ਪ੍ਰਜਾਤੀ ਨੂੰ ਬਣਾਈ ਰੱਖਣ ਲਈ ।
  12. ਜੰਗਲੀ ਪ੍ਰਾਣੀਆਂ ਤੋਂ ਉੱਨ, ਹੱਡੀਆਂ, ਸਿੰਕ, ਦੰਦ, ਤੇਲ, ਚਰਬੀ ਅਤੇ ਚਮੜਾ ਆਦਿ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਲਈ ।

ਜੰਗਲੀ ਜੀਵਨ ਦਾ ਸੁਰੱਖਿਅਣ ਰਾਸ਼ਟਰੀ ਪਾਰਕ ਪਸ਼ੂਆਂ ਅਤੇ ਪੰਛੀਆਂ ਦੇ ਲਈ ਸ਼ਰਨ ਸਥਲੀ ਬਣਾਉਣ ਨਾਲ ਕੀਤਾ। ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ। ਇਹ ਪਸ਼ੂਆਂ ਦਾ ਸ਼ਿਕਾਰ ਕਰਨ ਦੀ ਆਗਿਆ ਨਾ ਹੋਣ ਦਾ ਕਾਨੂੰਨ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਕੇ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਜੰਗਲਾਂ ਅਤੇ ਜੰਗਲੀ ਜੀਵਨ ਦੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ਲਈ ਕੁੱਝ ਉਪਾਅ ਸੁਝਾਓ ।
ਉੱਤਰ-
ਸੁਰੱਖਿਅਣ ਦੇ ਉਪਾਅ – ਪਰਿਸਥਿਤਿਕ ਸੰਤੁਲਨ ਬਣਾਈ ਰੱਖਣ ਲਈ ਜੰਗਲੀ ਜੀਵਨ ਦਾ ਸੁਰੱਖਿਅਣ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਉਪਾਅ ਕੀਤੇ ਜਾ ਸਕਦੇ ਹਨ-

  1. ਸਰਕਾਰ ਨੂੰ ਅਜਿਹੇ ਕਾਨੂੰਨ ਬਣਾਉਣੇ ਚਾਹੀਦੇ ਹਨ ਜਿਸ ਨਾਲ ਸ਼ਿਕਾਰੀਆਂ ਨੂੰ ਪ੍ਰਤਿਬੰਧਿਤ ਜੰਗਲੀ ਪਸ਼ੂਆਂ ਦਾ ਸ਼ਿਕਾਰ ਕਰਨ ਤੇ ਸਜਾ ਮਿਲਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।
  2. ਜੰਗਲਾਂ ਨੂੰ ਕੱਟਣ ਤੇ ਰੋਕ ਲਗਾਉਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।
  3. ਵਾਤਾਵਰਨ ਦੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ਦੇ ਲਈ ਰੁੱਖ ਲਗਾਉਣੇ ਚਾਹੀਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਲੱਗੇ ਹੋਏ ਪੇੜ-ਪੌਦਿਆਂ ਦੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।
  4. ਜੰਗਲਾਂ ਦੀ ਅੱਗ ਤੋਂ ਰੱਖਿਆ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ। ਹਰ ਸਾਲ ਦੁਨੀਆ ਵਿੱਚ ਕਈ ਜੰਗਲ ਅੱਗ ਲੱਗਣ ਨਾਲ ਨਸ਼ਟ ਹੋ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ।
  5. ਜੰਗਲਾਂ ਨੂੰ ਵਧੇਰੇ ਚਰਾਈ ਤੋਂ ਬਚਾਉਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਆਪਣੇ ਨਿਵਾਸ ਸਥਾਨ ਦੇ ਆਲੇ-ਦੁਆਲੇ ਦੇ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਜਲ ਸੰਹਿਣ ਦੀ ਪਰੰਪਰਾਗਤ ਪੱਧਤੀ ਦਾ ਪਤਾ ਕਰੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਸਾਡੇ ਨਿਵਾਸ ਖੇਤਰ ਦੇ ਆਸ-ਪਾਸ ਵਰਖਾ ਦੇ ਪਾਣੀ ਨੂੰ ਤਲਾਬਾਂ ਅਤੇ ਛੱਪੜਾਂ ਵਿੱਚ ਇਕੱਠਾ ਕਰਨ ਦਾ ਰਿਵਾਜ ਸੀ । ਭੂਮੀਗਤ ਟੈਂਕਾਂ ਵਿੱਚ ਵੀ ਜਲ ਸੰਹਿਣ ਦਾ ਪ੍ਰਚਲਨ ਸੀ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 16 ਕੁਦਰਤੀ ਸਾਧਨਾਂ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਇਸ ਪੱਧਤੀ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਦਾ ਪਰਬਤੀ ਖੇਤਰ, ਮੈਦਾਨੀ ਖੇਤਰ ਅਤੇ ਪਠਾਰ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਜਲ ਵਿਵਸਥਾ ਨਾਲ ਤੁਲਨਾ ਕਰੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਪੂਰਬਤੀ ਖੇਤਰਾਂ ਵਿਚ ਪੀਣ ਵਾਲੇ ਪਾਣੀ ਦੀ ਵਿਵਸਥਾ-

  • ਲੱਦਾਖ ਦੇ ਖੇਤਰਾਂ ਵਿਚ ਜ਼ਿੰਗ ਦੁਆਰਾ ਜਲ ਦਾ ਸੁਰੱਖਿਅਣ ਸੰਭਾਲ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ, ਜਿਸ ਵਿੱਚ ਬਰਫ਼ ਦੇ ਗਲੇਸ਼ੀਅਰ ਨੂੰ ਰੱਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਜੋ ਇਸ ਦੇ ਸਮੇਂ ਪਿਘਲ ਕੇ ਪਾਣੀ ਦੀ ਨਮੀ ਨੂੰ ਪੂਰਾ ਕਰਦਾ ਹੈ ।
  • ਬਾਂਸ ਦੀਆਂ ਨਾਲੀਆਂ – ਜਲ ਸੁਰੱਖਿਅਣ ਦੀ ਇਹ ਪ੍ਰਣਾਲੀ ਮੇਘਾਲਿਆ ਵਿੱਚ ਸਦੀਆਂ ਪੁਰਾਣੀ ਪੱਧਤੀ ਹੈ । ਇਸ ਵਿਚ ਪਾਣੀ ਨੂੰ ਬਾਂਸ ਦੀਆਂ ਨਾਲੀਆਂ ਦੁਆਰਾ ਸੁਰੱਖਿਅਤ ਅਤੇ ਸੰਭਾਲ ਕਰਕੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਪਹਾੜਾਂ ਦੇ ਹੇਠਲੇ ਭਾਗਾਂ ਵਿੱਚ ਇਨ੍ਹਾਂ ਬਾਂਸ ਦੀਆਂ ਨਾਲੀਆਂ ਦੁਆਰਾ ਲਿਆਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

ਮੈਦਾਨੀ ਖੇਤਰਾਂ ਵਿਚ ਪੀਣ ਵਾਲੇ ਪਾਣੀ ਦੀ ਵਿਵਸਥਾ –

  • ਤਾਮਿਲਨਾਡੂ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਵਰਖਾ ਦੇ ਪਾਣੀ ਨੂੰ ਵੱਡੇ-ਵੱਡੇ ਟੈਂਕਾਂ ਵਿੱਚ ਸੰਭਾਲਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਲੋੜ ਪੈਣ ਤੇ ਵਰਤਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ !
  • ਬਾਵਰੀਆਂ – ਇਹ ਮੁੱਖ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਰਾਜਸਥਾਨ ਵਿੱਚ ਮਿਲਦੀਆਂ ਹਨ । ਇਹ ਛੋਟੇ-ਛੋਟੇ ਤਾਲਾਬ ਹਨ ਜੋ ਪ੍ਰਾਚੀਨ ਕਾਲ ਵਿੱਚ ਵਣਜਾਰਿਆਂ ਦੁਆਰਾ ਪੀਣ ਦੇ ਪਾਣੀ ਦੀ ਪੂਰਤੀ ਲਈ ਬਣਾਏ ਗਏ ਸਨ ।

ਪਠਾਰੀ ਖੇਤਰਾਂ ਵਿਚ ਪੀਣ ਵਾਲੇ ਪਾਣੀ ਦੀ ਵਿਵਸਥਾ-

  • ਭੰਡਾਰ – ਇਹ ਮੁੱਖ ਰੂਪ ਵਿਚ ਮਹਾਂਰਾਸ਼ਟਰ ਵਿਚ ਪਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ, ਜਿਸ ਵਿੱਚ ਨਦੀਆਂ ਦੇ ਕਿਨਾਰਿਆਂ ਤੇ ਉੱਚੀਆਂ ਦੀਵਾਰਾਂ ਬਣਾ ਕੇ ਵੱਡੀ ਮਾਤਰਾ ਵਿੱਚ ਪਾਣੀ ਨੂੰ ਸੰਭਾਲਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।
  • ਛੱਪੜ – ਇਹ ਪਠਾਰੀ ਖੇਤਰਾਂ ਦੀ ਜ਼ਮੀਨ ਤੇ ਪਾਏ ਜਾਣ ਵਾਲੇ ਕੁਦਰਤੀ ਛੋਟੇ-ਛੋਟੇ ਖੱਡੇ ਹੁੰਦੇ ਹਨ । ਜੋ ਵਰਖਾ ਦੇ ਪਾਣੀ ਨੂੰ ਸੰਭਾਲਨ ਵਿੱਚ ਸਹਾਇਕ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 9.
ਆਪਣੇ ਖੇਤਰ ਵਿਚ ਪਾਣੀ ਦੇ ਸੋਮੇ ਦਾ ਪਤਾ ਕਰੋ । ਕੀ ਇਸ ਸੋਮੇ ਤੋਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਪਾਣੀ ਉਸ ਖੇਤਰ ਦੇ ਸਾਰੇ ਨਿਵਾਸੀਆਂ ਨੂੰ ਉਪਲੱਬਧ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਾਡੇ ਖੇਤਰ ਵਿਚ ਮੁੱਖ ਜਲ ਸਰੋਤ ਭੂਮੀਗਤ ਜਲ ਅਤੇ ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਦੁਆਰਾ ਜਲ ਆਪੂਰਤੀ ਹੈ । ਕਦੇਕਦੇ ਗਰਮੀ ਦੇ ਦਿਨਾਂ ਵਿੱਚ ਇਨ੍ਹਾਂ ਸਰੋਤਾਂ ਤੋਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੋਣ ਵਾਲੇ ਪਾਣੀ ਵਿੱਚ ਕੁੱਝ ਕਮੀ ਆ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ਅਤੇ ਇਸ ਦੀ ਪੂਰੀ ਤਰ੍ਹਾਂ ਜਾਂ ਸਮਾਨ ਉਪਲੱਬਧਤਾ ਵੀ ਸੰਭਵ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦੀ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 15 ਸਾਡਾ ਵਾਤਾਵਰਨ

Punjab State Board PSEB 10th Class Science Book Solutions Chapter 15 ਸਾਡਾ ਵਾਤਾਵਰਨ Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 Science Chapter 15 ਸਾਡਾ ਵਾਤਾਵਰਨ

PSEB 10th Class Science Guide ਸਾਡਾ ਵਾਤਾਵਰਨ Textbook Questions and Answers

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਹੇਠ ਲਿਖਿਆਂ ਵਿਚੋਂ ਕਿਹੜੇ ਸਮੂਹਾਂ ਵਿੱਚ ਕੇਵਲ ਜੈਵ-ਵਿਘਟਨਸ਼ੀਲ ਪਦਾਰਥ ਹਨ
(a) ਘਾਹ, ਫੁੱਲ ਅਤੇ ਚਮੜਾ
(b) ਘਾਹ, ਲੱਕੜੀ ਅਤੇ ਪਲਾਸਟਿਕ
(c) ਫਲਾਂ ਦੇ ਛਿੱਲੜ, ਕੇਕ ਅਤੇ ਨਿੰਬੂ ਦਾ ਰਸ
(d) ਕੇਕ, ਲੱਕੜੀ ਅਤੇ ਘਾਹ ।
ਉੱਤਰ-
(a), (c) ਅਤੇ (d) ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਹੇਠ ਦਿੱਤਿਆਂ ਵਿਚੋਂ ਕਿਹੜੇ ਭੋਜਨ-ਲੜੀ ਦਾ ਨਿਰਮਾਣ ਕਰਦੇ ਹਨ- (ਮਾਂਡਲ ਪੇਪਰ, 2020)
(a) ਘਾਹ, ਕਣਕ ਅਤੇ ਅੰਬ
(b) ਘਾਹ, ਬੱਕਰੀ ਅਤੇ ਮਨੁੱਖ
(c) ਬੱਕਰੀ, ਗਾਂ ਅਤੇ ਹਾਥੀ
(d) ਘਾਹ, ਮੱਛੀ ਅਤੇ ਬੱਕਰੀ ।
ਉੱਤਰ-
(b) ਘਾਹ, ਬੱਕਰੀ ਅਤੇ ਮੁਨੱਖ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਹੇਠ ਲਿਖਿਆਂ ਵਿਚੋਂ ਕਿਹੜਾ ਵਾਤਾਵਰਨ ਪੱਖੀ ਵਿਵਹਾਰ ਦਰਸਾਉਂਦਾ ਹੈ-
(a) ਬਾਜ਼ਾਰ ਜਾਂਦੇ ਸਮੇਂ ਸਾਮਾਨ ਲਈ ਕੱਪੜੇ ਦਾ ਥੈਲਾ ਲੈ ਜਾਣਾ ।
(b) ਕਾਰਜ ਸਮਾਪਤ ਹੋਣ ਤੇ ਲਾਈਟ (ਬੱਲਬ) ਅਤੇ ਪੱਖੇ ਦਾ ਸਵਿੱਚ ਬੰਦ ਕਰਨਾ ।
(c) ਮਾਂ ਦੁਆਰਾ ਸਕੂਟਰ ਤੇ ਸਕੂਲ ਛੱਡਣ ਦੀ ਬਜਾਏ ਤੁਹਾਡਾ ਸਕੂਲ ਨੂੰ ਪੈਦਲ ਜਾਣਾ ।
(d) ਉਪਰੋਕਤ ਸਾਰੇ ।
ਉੱਤਰ-
(d) ਉਪਰੋਕਤ ਸਾਰੇ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 15 ਸਾਡਾ ਵਾਤਾਵਰਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਕੀ ਹੋਵੇਗਾ ਜੇ ਅਸੀਂ ਇੱਕ ਆਹਾਰੀ ਪੱਧਰ ਦੇ ਸਾਰੇ ਜੀਵਾਂ ਨੂੰ ਮਾਰ ਦੇਈਏ ?
ਉੱਤਰ-
ਜੇ ਇਕ ਆਹਾਰੀ ਪੱਧਰ ਦੇ ਸਾਰੇ ਜੀਵਾਂ ਨੂੰ ਮਾਰ ਦੇਈਏ ਤਾਂ ਪਰਿਸਥਿਤਿਕ ਸੰਤੁਲਨ ਬੁਰੀ ਤਰ੍ਹਾਂ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਹੋ ਜਾਵੇਗਾ | ਕੁਦਰਤ ਦੀਆਂ ਸਾਰੀਆਂ ਭੋਜਨ-ਲੜੀਆਂ ਇੱਕ ਦੂਜੇ ਨਾਲ ਜੁੜੀਆਂ ਹੁੰਦੀਆਂ ਹਨ । ਜਦੋਂ ਕਿਸੇ ਇਕ ਕੁੜੀ ਨੂੰ ਪੂਰੀ ਤਰ੍ਹਾਂ ਸਮਾਪਤ ਕਰ ਦਿੱਤਾ ਜਾਵੇ ਤਾਂ ਉਸ ਲੜੀ ਦਾ ਸੰਬੰਧ ਕਿਸੇ ਦੂਜੀ ਲੜੀ ਨਾਲ ਜੁੜ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਜੇ ਘਾਹ–> ਹਿਰਨ » ਸ਼ੇਰ ਭੋਜਨਲੜੀ ਵਿਚੋਂ ਸ਼ੇਰਾਂ ਨੂੰ ਮਾਰ ਦਿੱਤਾ ਜਾਵੇ ਤਾਂ ਘਾਹ ਚਰਣ ਵਾਲੇ ਹਿਰਨਾਂ ਦਾ ਵਾਧਾ ਬੇਕਾਬ ਹੋ ਜਾਵੇਗਾ | ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਗਿਣਤੀ ਬਹੁਤ ਵੱਧ ਜਾਵੇਗੀ | ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਵਧੀ ਹੋਈ ਗਿਣਤੀ ਘਾਹ ਅਤੇ ਬਨਸਪਤੀਆਂ ਨੂੰ ਖ਼ਤਮ ਕਰ ਦੇਵੇਗੀ ਜਿਸ ਨਾਲ ਉਹ ਖੇਤਰ ਰੇਗਿਸਥਾਨ ਬਣ ਜਾਵੇਗਾ | ਸਹਾਰਾ ਦਾ ਰੇਗਿਸਥਾਨ ਇਸੇ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦੇ ਪਰਿਸਥਿਤਿਕ ਪਰਿਵਰਤਨ ਦਾ ਉਦਾਹਰਨ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਕੀ ਕਿਸੀ ਆਹਾਰੀ ਪੱਧਰ ਦੇ ਸਾਰੇ ਮੈਂਬਰਾਂ ਨੂੰ ਹਟਾਉਣ ਦਾ ਪ੍ਰਭਾਵ ਭਿੰਨ-ਭਿੰਨ ਆਹਾਰੀ ਪੱਧਰਾਂ ਲਈ ਵੱਖਵੱਖ ਹੋਵੇਗਾ ? ਕੀ ਕਿਸੇ ਆਹਾਰੀ ਪੱਧਰ ਦੇ ਜੀਵਾਂ ਨੂੰ ਪਰਿਸਥਿਤਿਕ ਪ੍ਰਬੰਧ ਨੂੰ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਕੀਤੇ ਬਿਨਾਂ ਹਟਾਉਣਾ ਸੰਭਵ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਕਿਸੇ ਆਹਾਰੀ ਪੱਧਰ ਦੇ ਸਾਰੇ ਮੈਂਬਰਾਂ ਨੂੰ ਹਟਾਉਣ ਦਾ ਅਸਰ ਭਿੰਨ-ਭਿੰਨ ਆਹਾਰੀ ਪੱਧਰਾਂ ਤੇ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਹੋਵੇਗਾ ।

  • ਉਤਪਾਦਕਾਂ ਨੂੰ ਹਟਾਉਣ ਦਾ ਪ੍ਰਭਾਵ – ਜੇ ਉਤਪਾਦਕਾਂ ਨੂੰ ਪੂਰੀ ਤਰ੍ਹਾਂ ਨਸ਼ਟ ਕਰ ਦਿੱਤਾ ਜਾਵੇ ਤਾਂ ਸਾਰਾ ਪਰਿਸਥਿਤਿਕ ਪ੍ਰਬੰਧ ਹੀ ਨਸ਼ਟ ਹੋ ਜਾਵੇਗਾ । ਤਾਂ ਕਿਸੇ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦਾ ਜੀਵਨ ਨਹੀਂ ਰਹੇਗਾ ।
  • (ii) ਸ਼ਾਕਾਹਾਰੀਆਂ ਨੂੰ ਹਟਾਉਣ ਦਾ ਪ੍ਰਭਾਵ – ਸ਼ਾਕਾਹਾਰੀਆਂ ਨੂੰ ਨਸ਼ਟ ਕਰਨ ਨਾਲ ਉਤਪਾਦਕਾਂ ਪੇੜ-ਪੌਦੇ ਬਨਸਪਤੀਆਂ) ਦੇ ਜਣਨ ਅਤੇ ਵਾਧੇ ਤੇ ਰੋਕ-ਟੋਕ ਸਮਾਪਤ ਹੋ ਜਾਵੇਗੀ ਅਤੇ ਮਾਸਾਹਾਰੀ ਭੁੱਖ ਨਾਲ ਮਰ ਜਾਣਗੇ ।
  • ਮਾਸਾਹਾਰੀਆਂ ਨੂੰ ਹਟਾਉਣ ਦਾ ਪ੍ਰਭਾਵ – ਮਾਸਾਹਾਰੀਆਂ ਨੂੰ ਹਟਾਉਣ ਤੇ ਸ਼ਾਕਾਹਾਰੀਆਂ ਦੀ ਗਿਣਤੀ ਇੰਨੀ ਵੱਧ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ਕਿ ਖੇਤਰ ਦੀਆਂ ਸਾਰੀਆਂ ਬਨਸਪਤੀਆਂ ਸਮਾਪਤ ਹੋ ਜਾਣਗੀਆਂ ।
  • ਅਪਘਟਕਾਂ ਜਾਂ ਨਿਖੇੜਕਾਂ ਨੂੰ ਹਟਾਉਣ ਦਾ ਅਸਰ – ਅਪਘਟਕਾਂ ਜਾਂ ਨਿਖੇੜਕਾਂ ਨੂੰ ਹਟਾ ਦੇਣ ਨਾਲ ਮਰੇ ਹੋਏ ਜੀਵ ਜੰਤੂਆਂ ਦੇ ਢੇਰ ਲੱਗ ਜਾਣਗੇ । ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਸੜੇ ਹੋਏ ਸਰੀਰਾਂ ਵਿੱਚ ਤਰ੍ਹਾਂ-ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੇ ਜੀਵਾਣੁਆਂ ਦੇ ਪੈਦਾ ਹੋ ਜਾਣ ਨਾਲ ਬਿਮਾਰੀਆਂ ਫੈਲਣਗੀਆਂ । ਮਿੱਟੀ ਵਿੱਚ ਉਤਪਾਦਕਾਂ ਲਈ ਲੋੜੀਂਦੇ ਪੋਸ਼ਕ ਤੱਤਾਂ ਦੀ ਕਮੀ ਹੋ ਜਾਵੇਗੀ ।

ਕਿਸੇ ਆਹਾਰੀ ਪੱਧਰ ਦੇ ਜੀਵਾਂ ਨੂੰ ਪਰਿਸਥਿਤਿਕ ਪ੍ਰਬੰਧ ਨੂੰ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਕੀਤੇ ਬਿਨਾਂ ਹਟਾਉਣਾ ਸੰਭਵ ਨਹੀਂ ਹੈ । ਉਤਪਾਦਕਾਂ ਨੂੰ ਹਟਾਉਣ ਨਾਲ ਸ਼ਾਕਾਹਾਰੀ ਜੀਵਤ ਨਹੀਂ ਰਹਿ ਸਕਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਸ਼ਾਕਾਹਾਰੀਆਂ ਦੇ ਨਾ ਰਹਿਣ ਨਾਲ ਮਾਸਾਹਾਰੀ ਨਹੀਂ ਰਹਿ ਸਕਦੇ । ਅਪਘਟਕਾਂ ਨੂੰ ਹਟਾ ਦੇਣ ਨਾਲ ਉਤਪਾਦਕਾਂ ਨੂੰ ਆਪਣੇ ਵਾਧੇ ਦੇ ਲਈ ਪੋਸ਼ਕ ਤੱਤ ਪ੍ਰਾਪਤ ਨਹੀਂ ਹੋ ਪਾਉਣਗੇ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਜੈਵਿਕ ਵਧਾਓ (Biological magnification) ਕੀ ਹੈ ? ਕੀ ਪਰਿਸਥਿਤਿਕ ਪ੍ਰਬੰਧ ਦੇ ਭਿੰਨ ਪੱਧਰਾਂ ਉੱਤੇ ਜੈਵਿਕ ਵਧਾਓ ਦਾ ਪ੍ਰਭਾਵ ਵੀ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਹੋਵੇਗਾ ?
ਉੱਤਰ-
ਜੈਵਿਕ ਵਧਾਓ (Biological magnification) – ਵੱਖ-ਵੱਖ ਸਾਧਨਾਂ ਦੁਆਰਾ ਹਾਨੀਕਾਰਕ ਰਸਾਇਣਾਂ ਦਾ ਸਾਡੀ ਭੋਜਨ ਲੜੀ ਵਿਚ ਪ੍ਰਵੇਸ਼ ਕਰਨਾ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਸਾਡੇ ਸਰੀਰ ਵਿਚ ਗਾੜ੍ਹਾ ਹੋਣ ਦੀ ਪ੍ਰਕਿਰਿਆ ਨੂੰ ਜੈਵਿਕ-ਵਧਾਓ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਰਸਾਇਣਾਂ ਦਾ ਸਾਡੇ ਸਰੀਰ ਵਿਚ ਪ੍ਰਵੇਸ਼ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਢੰਗਾਂ ਰਾਹੀਂ ਹੋ ਸਕਦਾ ਹੈ ।

ਅਸੀਂ-ਫਸਲਾਂ ਨੂੰ ਰੋਗਾਂ ਤੋਂ ਬਚਾਉਣ ਲਈ ਕੀਟ ਨਾਸ਼ਕ, ਪੀੜਕ ਨਾਸ਼ਕ ਆਦਿ ਰਸਾਇਣਾਂ ਦਾ ਛਿੜਕਾਓ ਕਰਦੇ ਹਾਂ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਕੁੱਝ ਭਾਗ ਮਿੱਟੀ ਦੁਆਰਾ ਭੂਮੀ ਵਿਚ ਰਿਸ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਜਿਸ ਨੂੰ ਪੌਦੇ ਜੜ੍ਹਾਂ ਦੁਆਰਾ ਖਣਿਜਾਂ ਦੇ ਨਾਲ ਗ੍ਰਹਿਣ ਕਰ ਲੈਂਦੇ ਹਨ । ਇਹੀ ਪੌਦਿਆਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਨਾਲ ਇਹ ਰਸਾਇਣ ਸਾਡੇ ਸਰੀਰ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਵੇਸ਼ ਕਰ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਪੌਦਿਆਂ ਦੇ ਲਗਾਤਾਰ ਸੇਵਨ ਨਾਲ ਸਾਂਦਰਤਾ ਵਧਦੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ਜਿਸਦੇ ਨਤੀਜੇ ਵਜੋਂ ਜੈਵਿਕ ਵਧਾਓ ਦਾ ਵਿਸਥਾਰ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

ਮਨੁੱਖ ਸਰਬ-ਆਹਾਰੀ ਹੈ । ਉਹ ਪੌਦਿਆਂ ਅਤੇ ਜੰਤੂਆਂ ਦੋਵਾਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਕਈ ਭੋਜਨ-ਲੜੀਆਂ ਵਿਚ ਸਥਾਨ ਗ੍ਰਹਿਣ ਕਰ ਸਕਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਕਾਰਨ ਮਨੁੱਖ ਵਿੱਚ ਰਸਾਇਣਿਕ ਪਦਾਰਥਾਂ ਦਾ ਪ੍ਰਵੇਸ਼ ਅਤੇ ਗਾੜ੍ਹਾ ਹੋਣਾ ਬਹੁਤ ਜਲਦੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਜੈਵਿਕ ਵਧਾਓ ਦਾ ਵਿਸਥਾਰ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
ਉਦਾਹਰਨ–ਉੱਤਰੀ ਅਮਰੀਕਾ ਵਿੱਚ ਮਿਸ਼ੀਗਨ ਝੀਲ ਦੇ ਆਸਪਾਸ ਮੱਛਰਾਂ ਨੂੰ ਮਾਰਨ ਲਈ ਬਹੁਤ ਜ਼ਿਆਦਾ ਡੀ.ਡੀ.ਟੀ. ਦਾ ਛਿੜਕਾਵ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਜਿਸ ਨਾਲ ਪੇਲੀਕਨ ਨਾਂ ਦੇ ਪੰਛੀਆਂ ਦੀ ਗਿਣਤੀ ਬਹੁਤ ਘੱਟ ਹੋ ਗਈ । ਵਾਤਾਵਰਨ ਦੇ ਜਾਣਕਾਰਾਂ ਦੁਆਰਾ ਪਾਇਆ ਗਿਆ ਕਿ ਪਾਣੀ ਵਿਚ ਪ੍ਰਤੀ ਦਸ ਲੱਖ ਕਣਾਂ ਵਿਚ 0.2 ਕਣ ਡੀ. ਡੀ. ਟੀ. (1ppm = \(\frac{1}{1000000}\)) ਹੈ । ਡੀ.ਡੀ.ਟੀ. ਦੇ ਉੱਚ ਪੱਧਰ ਕਾਰਨ ਪੇਲੀਕਨ ਪੰਛੀਆਂ ਦੇ ਅੰਡਿਆਂ ਦਾ ਛਿਲਕਾ ਪਤਲਾ ਹੋ ਗਿਆ ਜਿਸ ਨਾਲ ਬੱਚਿਆਂ ਦੇ ਨਿਕਲਣ ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਹੀ ਅੰਡੇ ਟੁੱਟ ਜਾਂਦੇ ਸਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਸਾਡੇ ਦੁਆਰਾ ਪੈਦਾ ਜੈਵ ਅਵਿਘਟਨਸ਼ੀਲ ਕਚਰੇ ਤੋਂ ਕਿਹੜੀਆਂ ਮੁਸ਼ਕਲਾਂ ਪੈਦਾ ਹੁੰਦੀਆਂ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਾਡੇ ਦੁਆਰਾ ਪੈਦਾ ਪਲਾਸਟਿਕ, ਡੀ.ਡੀ.ਟੀ. ਆਦਿ ਤੋਂ ਯੁਕਤ ਜੈਵ ਅਵਿਘਟਨਸ਼ੀਲ ਕੱਚਰਾ ਕਈ ਸਮੱਸਿਆਵਾਂ ਪੈਦਾ ਕਰਦਾ ਹੈ-

  1. ਨਾਲੇ-ਨਾਲੀਆਂ ਵਿੱਚ ਰੁਕਾਵਟ ।
  2. ਮਿੱਟੀ ਦਾ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ।
  3. ਪਲਾਸਟਿਕ ਵਰਗੇ ਪਦਾਰਥਾਂ ਨੂੰ ਨਿਗਲ ਲੈਣ ਤੇ ਸ਼ਾਕਾਹਾਰੀ ਜੰਤੂਆਂ ਦੀ ਮੌਤ !
  4. ਮਨੁੱਖੀ ਸਰੀਰ ਵਿਚ ਜੈਵਿਕ ਵਧਾਓ ।
  5. ਪਰਿਸਥਿਤਿਕ ਸੰਤੁਲਨ ਵਿੱਚ ਰੁਕਾਵਟ ।
  6. ਜਲ, ਹਵਾ ਅਤੇ ਮਿੱਟੀ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ।
  7. ਸੁੰਦਰਤਾ ਦੇ ਪੱਖ ਤੋਂ ਹਾਨੀਕਾਰਨ ਅਤੇ ਬੁਰਾ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਜੇਕਰ ਸਾਡੇ ਦੁਆਰਾ ਪੈਦਾ ਸਾਰਾ ਕੱਚਰਾ ਜੈਵ ਵਿਘਟਨਸ਼ੀਲ ਹੋਵੇ ਤਾਂ ਕੀ ਇਸ ਦਾ ਸਾਡੇ ਵਾਤਾਵਰਨ ਤੇ ਕੋਈ ਪ੍ਰਭਾਵ ਨਹੀਂ ਪਵੇਗਾ ?
ਉੱਤਰ-
ਜੇ ਸਾਡੇ ਦੁਆਰਾ ਉਤਪਾਦਿਤ ਸਾਰਾ ਕੱਚਰਾ ਜੈਵ ਵਿਘਟਨਸ਼ੀਲ ਹੋਵੇ ਅਤੇ ਉਸਦਾ ਨਿਪਟਾਰਾ ਠੀਕ ਢੰਗ ਨਾਲ ਕਰ ਦਿੱਤਾ ਜਾਵੇ ਤਾਂ ਸਾਡੇ ਵਾਤਾਵਰਨ ਤੇ ਕੋਈ ਉਲਟ ਪ੍ਰਭਾਵ ਨਹੀਂ ਪਵੇਗਾ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 9.
ਓਜ਼ੋਨ ਪਰਤ ਦੀ ਹਾਨੀ ਸਾਡੇ ਲਈ ਚਿੰਤਾ ਦਾ ਵਿਸ਼ਾ ਹੈ । ਇਸ ਹਾਨੀ ਨੂੰ ਘੱਟ ਕਰਨ ਲਈ ਕੀ ਕਦਮ ਉਠਾਏ
ਉੱਤਰ-
ਵੱਖ-ਵੱਖ ਰਸਾਇਣ ਕਾਰਨਾਂ ਨਾਲ ਓਜ਼ੋਨ ਪਰਤ ਨੂੰ ਹਾਨੀ ਬਹੁਤ ਤੇਜ਼ੀ ਨਾਲ ਹੋ ਰਹੀ ਹੈ । ਕਲੋਰੋਫਲੋਰੋ ਕਾਰਬਨਾਂ ਦੇ ਵਾਧੇ ਦੇ ਕਾਰਨ ਓਜ਼ੋਨ ਪਰਤ ਵਿਚ ਛੇਦ ਪੈਦਾ ਹੋ ਗਏ ਹਨ ਜਿਸ ਨਾਲ ਸੂਰਜੀ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਵਿਚ ਮੌਜੂਦ ਪਰਾਬੈਂਗਣੀ ਵਿਕਿਰਣਾਂ ਸਿੱਧੇ ਧਰਤੀ ਤੇ ਆਉਣ ਲੱਗ ਪਈਆਂ ਹਨ ਜੋ ਕੈਂਸਰ, ਮੋਤੀਆ ਬਿੰਦ ਅਤੇ ਚਮੜੀ ਰੋਗਾਂ ਦਾ ਕਾਰਨ ਬਣ ਰਹੇ ਹਨ । ਓਜ਼ੋਨ ਪਰਤ ਪਰਾਬੈਂਗਣੀ ਵਿਕਿਰਣਾਂ (UV-Rays) ਦਾ ਅਵਸ਼ੋਸ਼ਣ ਕਰ ਲੈਂਦੀਆਂ ਹਨ ।

ਇਸ ਹਾਨੀ ਨੂੰ ਘੱਟ ਕਰਨ ਲਈ 1987 ਵਿਚ ਸੰਯੁਕਤ ਰਾਸ਼ਟਰ ਪ੍ਰੋਗਰਾਮ (UHEP) ਵਿੱਚ ਇਹੀ ਸਰਬਸੰਮਤੀ ਬਣੀ ਹੈ ਕਿ ਕਲੋਰੋਫਲੋਰੋ-ਕਾਰਬਨ (CFCs) ਦੇ ਉਤਪਾਦਨ ਨੂੰ 1986 ਦੇ ਪੱਧਰ ਤੇ ਸੀਮਿਤ ਰੱਖਿਆ ਜਾਵੇ । ਮਾਂਟਰੀਅਲ ਪ੍ਰੋਟੋਕੋਲ ਵਿੱਚ 1987 ਵਿੱਚ ਸਾਲ 1998 ਤੱਕ ਕਲੋਰੋਫਲੋਰੋ ਕਾਰਬਨ ਦੇ ਪ੍ਰਯੋਗ ਵਿਚ 50% ਦੀ ਕਮੀ ਕਰਨ ਦੀ ਗੱਲ ਕਹੀ ਗਈ ਹੈ । ਸਾਲ 1992 ਵਿਚ ਮਾਂਟਰੀਅਲ ਪ੍ਰੋਟੋਕੋਲ ਦੀ ਮੀਟਿੰਗ ਵਿੱਚ 1996 ਵਿਚ (CFCs) ਤੇ ਹੌਲੀ-ਹੌਲੀ ਰੋਕ ਲਗਾਉਣ ਨੂੰ ਮੰਨਿਆ ਗਿਆ । ਹੁਣ ਕਲੋਰੋਫਲੋਰੋ-ਕਾਰਬਨ ਦੀ ਜਗਾ ਹਾਈਡਰੋਫਲੋਰੋ ਕਾਰਬਨਾਂ ਦਾ ਪ੍ਰਯੋਗ ਸ਼ੁਰੂ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਹੈ ਜਿਸ ਨਾਲ ਓਜ਼ੋਨ ਪਰਤ ਨੂੰ ਹਾਨੀ ਪਹੁੰਚਾਉਣ ਵਾਲੇ ਕਲੋਰੀਨ ਜਾਂ ਬੋਮੀਨ ਨਹੀਂ ਹਨ । ਆਮ ਲੋਕਾਂ ਵਿੱਚ ਵੀ ਇਸਦੇ ਪ੍ਰਤੀ ਜਾਗਰੂਕਤਾ ਲਗਭਗ ਨਹੀਂ ਹੈ ।

ਜਾਗਰੂਕਤਾ ਨੂੰ ਵਧਾਉਣ ਦੀ ਬਹੁਤ ਲੋੜ ਹੈ ਦੁਨੀਆ ਭਰ ਦੀਆਂ ਸਰਕਾਰਾਂ ਨੂੰ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਕਾਰਜ ਤੇਜ਼ੀ ਨਾਲ ਕਰਨੇ ਚਾਹੀਦੇ ਹਨ-

  1. ਸੁਪਰ ਸੱਨਿਕ (Supersonic) ਜਹਾਜ਼ਾਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।
  2. ਪਰਮਾਣੂ ਵਿਸਫੋਟਾਂ ਤੇ ਕਾਬੂ ਰੱਖਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ।
  3. ਕਲੋਰੋਫਲੋਰੋ-ਕਾਰਬਨ ਦੇ ਪ੍ਰਯੋਗ ਨੂੰ ਸੀਮਿਤ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
  4. CFCs ਦੇ ਵਿਕਲਪ ਦੀ ਤਲਾਸ਼ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।

Science Guide for Class 10 PSEB ਸਾਡਾ ਵਾਤਾਵਰਨ InText Questions and Answers

ਅਧਿਆਇ ਦੇ ਅੰਦਰ ਦਿੱਤੇ ਗਏ ਪ੍ਰਸ਼ਨ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਉੱਤਰ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਕੀ ਕਾਰਨ ਹੈ ਕਿ ਕੁੱਝ ਪਦਾਰਥ ਜੈਵ ਵਿਘਟਨਸ਼ੀਲ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਕੁੱਝ ਜੈਵ ਅਵਿਘਟਨਸ਼ੀਲ ?
ਉੱਤਰ-
ਜੈਵ ਵਿਘਟਨਸ਼ੀਲ ਪਦਾਰਥ ਜੈਵਿਕ ਪ੍ਰਮਾਂ ਨਾਲ ਅਪਘਟਿਤ ਹੁੰਦੇ ਹਨ । ਉਹ ਜੀਵਾਣੂਆਂ ਅਤੇ ਹੋਰ ਪ੍ਰਾਣੀਆਂ ਦੁਆਰਾ ਪੈਦਾ ਐਂਜ਼ਾਈਮਾਂ ਦੀ ਸਹਾਇਤਾ ਨਾਲ ਸਮੇਂ ਦੇ ਨਾਲ ਆਪਣੇ ਆਪ ਅਪਘਟਿਤ ਹੋ ਕੇ ਵਾਤਾਵਰਨ ਦਾ ਹਿੱਸਾ ਬਣ ਜਾਂਦੇ ਹਨ | ਪਰ ਜੈਵ ਅਵਿਘਟਨਸ਼ੀਲ ਪਦਾਰਥ ਜੈਵਿਕ ਮਾਂ ਦੁਆਰਾ ਅਪਘਟਿਤ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦੇ । ਆਪਣੀ ਸੰਸ਼ਲਿਸ਼ਟ ਰਚਨਾ ਦੇ ਕਾਰਨ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਬੰਧਨ ਮਜ਼ਬੂਤੀ ਨਾਲ ਆਪਸ ਵਿਚ ਜੁੜੇ ਰਹਿੰਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਐਂਜ਼ਾਈਮ ਉਨ੍ਹਾਂ ਤੇ ਆਪਣਾ ਅਸਰ ਨਹੀਂ ਪਾ ਸਕਦੇ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਅਜਿਹੇ ਦੋ ਢੰਗ ਦੱਸੋ ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਨਾਲ ਜੈਵ ਵਿਘਟਨਸ਼ੀਲ ਪਦਾਰਥ ਵਾਤਾਵਰਨ ਨੂੰ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਕਰਦੇ ਹਨ ।
ਉੱਤਰ-

  1. ਜੈਵ ਵਿਘਟਨਸ਼ੀਲ ਪਦਾਰਥ ਵੱਡੀ ਮਾਤਰਾ ਵਿਚ ਵਾਤਾਵਰਨ ਨੂੰ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਿਤ ਕਰਦੇ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਨਾਲ ਬਦਬੂ ਅਤੇ ਗੰਦਗੀ ਫੈਲਦੀ ਹੈ ।
  2. ਜੈਵ ਵਿਘਟਨਸ਼ੀਲ ਪਦਾਰਥ ਤਰ੍ਹਾਂ-ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੀਆਂ ਬਿਮਾਰੀਆਂ ਨੂੰ ਫੈਲਾਉਣ ਦੇ ਕਾਰਨ ਬਣਦੇ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਨਾਲ ਵਾਤਾਵਰਨ ਵਿਚ ਹਾਨੀਕਾਰਕ ਜੀਵਾਣੂ ਵੱਧਦੇ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਅਜਿਹੇ ਦੋ ਢੰਗ ਦੱਸੋ ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਦੁਆਰਾ ਜੈਵ ਅਵਿਘਟਨਸ਼ੀਲ ਪਦਾਰਥ ਵਾਤਾਵਰਨ ਨੂੰ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਕਰਦੇ ਹਨ ।
ਉੱਤਰ-

  1. ਜੈਵ ਅਵਿਘਟਨਸ਼ੀਲ ਪਦਾਰਥਾਂ ਦਾ ਅਪਘਟਨ ਨਹੀਂ ਹੋ ਪਾਉਂਦਾ ਹੈ। ਇਹ ਉਦਯੋਗਾਂ ਵਿਚ ਤਰ੍ਹਾਂ-ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੇ ਰਸਾਇਣਿਕ ਪਦਾਰਥਾਂ ਤੋਂ ਤਿਆਰ ਹੋ ਕੇ ਬਾਅਦ ਵਿੱਚ ਮਿੱਟੀ ਵਿੱਚ ਅਤੀ ਸੂਖ਼ਮ ਕਣਾਂ ਦੇ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਮਿਲ ਕੇ ਵਾਤਾਵਰਨ ਨੂੰ ਹਾਨੀ ਪਹੁੰਚਾਉਂਦੇ ਹਨ ।
  2. ਇਹ ਭੋਜਨ ਲੜੀ ਵਿੱਚ ਮਿਲ ਕੇ ਜੈਵਿਕ ਵਧਾਓ ਕਰਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਮਨੁੱਖਾਂ ਨੂੰ ਤਰ੍ਹਾਂ-ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੀ ਹਾਨੀ ਪਹੁੰਚਾਉਂਦੇ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਆਹਾਰੀ ਪੱਧਰ ਕੀ ਹੈ ? ਇੱਕ ਭੋਜਨ ਲੜੀ ਦੀ ਉਦਾਹਰਨ ਦਿਓ ਅਤੇ ਇਸ ਵਿੱਚ ਭਿੰਨ ਆਹਾਰੀ ਪੱਧਰ ਦੱਸੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਆਹਾਰੀ ਪੱਧਰ – ਭੋਜਨ ਲੜੀ ਵਿਚ ਉਤਪਾਦਨ ਅਤੇ ਉਪਭੋਗਤਾ ਦਾ ਸਥਾਨ ਹਿਣ ਕਰਨ ਵਾਲੇ ਜੀਵ ਜੀਵਮੰਡਲ ਨੂੰ ਕੋਈ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਸੰਰਚਨਾ ਪ੍ਰਦਾਨ ਕਰਦੇ ਹਨ, ਜਿਸ ਨੂੰ ਆਹਾਰੀ ਪੱਧਰ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ । ਭੋਜਨ-ਲੜੀ ਵਿਚ ਉਤਪਾਦਨ ਦਾ ਪਹਿਲਾਂ ਸਥਾਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਜੇ ਅਸੀਂ ਪੌਦਿਆਂ ਦਾ ਸੇਵਨ ਕਰੀਏ ਤਾਂ ਭੋਜਨ-ਲੜੀ ਵਿਚ ਸਿਰਫ਼ ਉਤਪਾਦਕ ਅਤੇ ਉਪਭੋਗਤਾ ਪੱਧਰ ਹੀ ਹੁੰਦੇ ਹਨ । ਮਾਸਾਹਾਰੀਆਂ ਦੀ ਭੋਜਨ ਲੜੀ ਵਿੱਚ ਵਧੇਰੇ ਖਪਤਕਾਰ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।
ਭੋਜਨ ਲੜੀ ਦੀ ਉਦਾਹਰਨ-
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 15 ਸਾਡਾ ਵਾਤਾਵਰਨ 1

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਪਰਿਸਥਿਤਿਕ ਪ੍ਰਬੰਧ ਵਿਚ ਨਿਖੇੜਕਾਂ ਦੀ ਕੀ ਭੂਮਿਕਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਪਰਿਸਥਿਤਿਕ ਪ੍ਰਬੰਧ ਵਿੱਚ ਨਿਖੇੜਕ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਭੂਮਿਕਾ ਨਿਭਾਉਂਦੇ ਹਨ । ਜੀਵਾਣੁ ਮਿਤ ਉਪਜੀਵੀ, ਕਵਕ ਵਰਗੇ ਬਹੁਤ ਸੂਖ਼ਮ ਜੀਵ ਮਿਤ ਜੀਵ ਅਵਸ਼ੇਸ਼ਾਂ ਦਾ ਨਿਖੇੜਨ ਕਰਦੇ ਹਨ । ਇਹ ਮ੍ਰਿਤ ਸਰੀਰਾਂ ਦਾ ਆਪਣੇ ਭੋਜਨ ਲਈ ਉਪਯੋਗ ਕਰਦੇ ਹਨ । ਇਹੇ ਗੁੰਝਲਦਾਰ ਕਾਰਬਨਿਕ ਪਦਾਰਥਾਂ ਨੂੰ ਸਰਲ ਪਦਾਰਥਾਂ ਵਿੱਚ ਬਦਲ ਦਿੰਦੇ ਹਨ | ਫਲਾਂ ਸਬਜ਼ੀਆਂ ਦੇ ਛਿਲਕੇ, ਗਲੇ-ਸੜੇ ਫਲ, ਜੈਵਿਕ ਕਚਰਾ, ਗਾਂਵਾਂ ਮੱਝਾਂ ਦਾ ਗੋਬਰ, ਪੇੜ-ਪੌਦਿਆਂ ਦੇ ਗਲੇ-ਸੜੇ ਭਾਗ ਆਦਿ ਨਿਖੇੜਕਾਂ ਦੁਆਰਾ ਅਪਘਟਿਤ ਕਰ ਦਿੱਤੇ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਇਹ ਆਸਾਨੀ ਨਾਲ ਕੁਦਰਤ ਵਿਚ ਮੁੜ ਮਿਲ ਜਾਂਦੇ ਹਨ । ਨਿਖੇੜਕ ਗੁੰਝਲਦਾਰ ਕਾਰਬਨਿਕ ਪਦਾਰਥਾਂ ਨੂੰ ਸਰਲ ਅਕਾਰਬਨਿਕ ਪਦਾਰਥਾਂ ਵਿੱਚ ਬਦਲ ਦਿੰਦੇ ਹਨ ਜੋ ਮਿੱਟੀ ਵਿੱਚ ਮਿਲ ਕੇ ਪੌਦਿਆਂ ਦੁਆਰਾ ਮੁੜ ਉਪਯੋਗ ਵਿੱਚ ਲਿਆਂਏ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਓਜ਼ੋਨ ਕੀ ਹੈ ਅਤੇ ਇਹ ਪਰਿਸਥਿਤਿਕ ਪ੍ਰਬੰਧ ਨੂੰ ਕਿਵੇਂ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਕਰਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਆਕਸੀਜਨ (O2) ਦੇ ਤਿੰਨ ਪਰਮਾਣੂਆਂ ਤੋਂ ਬਣੀ ਓਜ਼ੋਨ (O3) ਦਾ ਵਾਯੂਮੰਡਲ ਦੇ ਓਪਰੀ ਪੱਧਰ (ਸਟਰੈਟੋਸਫੀਅਰ) ਵਿਚ ਲਗਭਗ 16 ਕਿਲੋਮੀਟਰ ਉੱਪਰ ਇੱਕ ਆਵਰਨ (ਲਿਹਾਫ਼ ਹੈ ਜੋ ਸੂਰਜ ਤੋਂ ਆਉਣ ਵਾਲੀਆਂ ਪਰਾਬੈਂਗਣੀ ਵਿਕਿਰਣਾਂ ਤੋਂ ਧਰਤੀ ਦੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ਕਰਦਾ ਹੈ । ਪਰਾਬੈਂਗਣੀ ਵਿਕਿਰਣ ਜੀਵਾਂ ਦੇ ਲਈ ਬਹੁਤ ਹਾਨੀਕਾਰਨ ਹੈ । ਇਹ ਚਮੜੀ ਦਾ ਕੈਂਸਰ ਕਰਦੀ ਹੈ । ਧਰਤੀ ਦੇ ਚਾਰੋਂ ਪਾਸੇ ਓਜ਼ੋਨ ਪਰਤ ਸਮਾਪਤ ਹੋ ਜਾਣ ਤੇ ਸੂਰਜ ਦੇ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਤੋਂ ਆਉਣ ਵਾਲੀਆਂ ਪਰਾਬੈਂਗਣੀ ਵਿਕਿਰਣਾਂ ਧਰਤੀ ਤੇ ਬਿਨਾਂ ਰੋਕ ਟੋਕ ਪਹੁੰਚਣ ਲੱਗ ਜਾਣਗੀਆਂ ਅਤੇ ਪਰਿਸਥਿਤਿਕ ਪ੍ਰਬੰਧ ਤੇ ਬੁਰਾ ਪ੍ਰਭਾਵ ਪਾਉਣਗੀਆਂ । ਸਾਲ 1980 ਤੋਂ ਵਾਯੂਮੰਡਲ ਵਿੱਚ ਓਜ਼ੋਨ ਦੀ ਮਾਤਰਾ ਵਿੱਚ ਤੇਜ਼ੀ ਨਾਲ ਗਿਰਾਵਟ ਆਉਣ ਲੱਗੀ ਹੈ ।

ਓਜ਼ੋਨ ਪਰਿਸਥਿਤਿਕ ਪ੍ਰਬੰਧ ਨੂੰ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਆਧਾਰਾਂ ਤੇ ਵੀ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਕਰਦੀ ਹੈ-

  1. ਤਾਪਮਾਨ ਵਿਚ ਪਰਿਵਰਤਨ ਦੇ ਕਾਰਨ ਧਰਤੀ ਤੇ ਵਰਖਾ ਵਿੱਚ ਕਮੀ ।
  2. ਚਾਵਲ ਵਰਗੀਆਂ ਫਸਲਾਂ ਤੇ ਅਸਰ ।
  3. ਜਲੀ ਜੀਵਾਂ ਅਤੇ ਪਦਾਰਥਾਂ ਤੇ ਅਸਰ ।
  4. ਮਨੁੱਖਾਂ ਵਿਚ ਪ੍ਰਤੀਰੋਧ ਸਮਰੱਥਾ ਦੀ ਕਮੀ ਅਤੇ ਚਮੜੀ ਦੇ ਕੈਂਸਰ ਵਿਚ ਵਾਧਾ ।
  5. ਪਰਿਸਥਿਤਿਕ ਅਸੰਤੁਲਨ ਪੈਦਾ ਹੋਣ ਦੀ ਸੰਭਾਵਨਾ ।
  6. ਸੂਖ਼ਮਜੀਵਾਂ ਵਿਚ ਉਤਪਰਿਵਰਤਨ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਮੌਤ ਦਾ ਕਾਰਨ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਤੁਸੀਂ ਕੂੜੇ-ਕਰਕਟ ਦੇ ਨਿਪਟਾਰੇ ਦੀ ਸਮੱਸਿਆ ਘੱਟ ਕਰਨ ਵਿੱਚ ਕੀ ਯੋਗਦਾਨ ਪਾ ਸਕਦੇ ਹੋ ? ਕੋਈ ਦੋ ਤਰੀਕਿਆਂ ਦਾ ਵਰਣਨ ਕਰੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਕੂੜਾ-ਕਰਕਟ ਵਿਅਕਤੀ ਅਤੇ ਸਮਾਜ ਦੋਨਾਂ ਲਈ ਬਹੁਤ ਹਾਨੀਕਾਰਕ ਹੈ ਕਿਉਂਕਿ ਇਸ ਨਾਲ ਸਿਰਫ਼ ਗੰਦਗੀ ਹੀ ਨਹੀਂ ਫੈਲਦੀ ਬਲਕਿ ਇਹ ਕਈ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦੀਆਂ ਬਿਮਾਰੀਆਂ ਦਾ ਕਾਰਨ ਵੀ ਬਣਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਦੇ ਨਿਪਟਾਰੇ ਲਈ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਦੋ ਤਰੀਕਿਆਂ ਨੂੰ ਅਪਣਾਇਆ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ-

  • ਮੁੜ ਚੱਕਰਣ – ਕਚਰੇ ਜਾਂ ਕੂੜੇ ਕਰਕਟ ਵਿਚੋਂ ਕਾਗਜ਼, ਪਲਾਸਟਿਕ, ਧਾਤਾਂ, ਚੀਥੜੇ ਆਦਿ ਚੁਣ ਕੇ ਅਲੱਗ ਕਰਕੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਮੁੜ ਚੱਕਰਣ ਕੀਤਾ ਜਾਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ । ਪੁਰਾਣੇ ਕੱਪੜੇ ਅਤੇ ਕਾਗ਼ਜ਼ਾਂ ਦੇ ਮੁੜ ਚੱਕਰਣ ਨਾਲ ਦਰੱਖ਼ਤਾਂ ਨੂੰ ਕੱਟਣ ਤੋਂ ਬਚਾਇਆ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ । ਪਲਾਸਟਿਕ ਦਾ ਬਾਰ-ਬਾਰ ਉਪਯੋਗ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ।
  • ਮਿੱਟੀ ਵਿਚ ਦਬਾਉਣਾ – ਜੈਵ ਵਿਘਟਨਸ਼ੀਲ ਪਦਾਰਥਾਂ ਨੂੰ ਮਿੱਟੀ ਵਿੱਚ ਦਬਾ ਕੇ ਕੂੜੇ-ਕਰਕਟ ਦਾ ਨਿਪਟਾਰਾ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ । ਉਸ ਨਾਲ ਖਾਦ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰ ਕੇ ਖੇਤਾਂ ਵਿਚ ਵਰਤੀ ਜਾ ਸਕਦੀ ਹੈ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 14 ਊਰਜਾ ਦੇ ਸੋਮੇ

Punjab State Board PSEB 10th Class Science Book Solutions Chapter 14 ਊਰਜਾ ਦੇ ਸੋਮੇ Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 Science Chapter 14 ਊਰਜਾ ਦੇ ਸੋਮੇ

PSEB 10th Class Science Guide ਊਰਜਾ ਦੇ ਸੋਮੇ Textbook Questions and Answers

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਗਰਮ ਪਾਣੀ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਲਈ ਸੂਰਜੀ ਪਾਣੀ ਹੀਟਰ ਦਾ ਉਪਯੋਗ ਕਿਸ ਦਿਨ ਨਹੀਂ ਕਰ ਸਕਦੇ ?
(a) ਧੁੱਪ ਵਾਲੇ ਦਿਨ
(b) ਬੱਦਲਾਂ ਵਾਲੇ ਦਿਨ
(c) ਗਰਮ ਦਿਨ
(d) ਪੌਣ ਵਾਲੇ ਦਿਨ ।
ਉੱਤਰ-
(b) ਬੱਦਲਾਂ ਵਾਲੇ ਦਿਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਹੇਠ ਲਿਖਿਆਂ ਵਿੱਚੋਂ ਕਿਹੜਾ ਬਾਇਓ ਪੁੰਜ ਦਾ ਸਰੋਤ ਨਹੀਂ ਹੈ-
(a) ਲੱਕੜ
(b) ਗੋਬਰ ਗੈਸ
(c) ਨਿਊਕਲੀਅਰ ਊਰਜਾ
(d) ਕੋਲਾ ।
ਉੱਤਰ-
(c) ਨਿਊਕਲੀਅਰ ਊਰਜਾ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਜਿੰਨੇ ਊਰਜਾ ਸੋਮੇ ਅਸੀਂ ਉਪਯੋਗ ਵਿੱਚ ਲਿਆਉਂਦੇ ਹਾਂ ਉਹਨਾਂ ਵਿੱਚੋਂ ਬਹੁਤੇ ਸਟੋਰ ਕੀਤੀ ਸੂਰਜੀ ਊਰਜਾ ਨੂੰ ਦਰਸਾਉਂਦੇ ਹਨ ।
ਹੇਠ ਲਿਖਿਆਂ ਵਿੱਚੋਂ ਕਿਹੜਾ ਊਰਜਾ ਸੋਮਾ ਆਖਿਰਕਾਰ ਸੂਰਜੀ ਊਰਜਾ ਨਹੀਂ ਲੈਂਦਾ-
(a) ਭੂ-ਤਾਪ ਊਰਜਾ
(b) ਪੌਣ ਊਰਜਾ
(c) ਨਿਊਕਲੀਅਰ ਊਰਜਾ
(d) ਬਾਇਓ ਪੁੰਜ ।
ਉੱਤਰ-
(a) ਭੂ-ਤਾਪ ਊਰਜਾ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 14 ਊਰਜਾ ਦੇ ਸੋਮੇ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਊਰਜਾ ਸੋਮੇ ਦੇ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਪਥਰਾਟ ਬਾਲਣ ਅਤੇ ਸੂਰਜ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਕਰੋ ਅਤੇ ਇਹਨਾਂ ਵਿੱਚ ਅੰਤਰ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-

ਪਥਰਾਟ ਬਾਲਣ ਸੂਰਜ
(1) ਇਹ ਊਰਜਾ ਦਾ ਨਾ-ਨਵਿਆਉਣਯੋਗ (ਸਮਾਪਤ ਯੋਗ) ਸੋਮਾ ਹੈ । (1) ਇਹ ਊਰਜਾ ਦਾ ਵਿਕਿਰਣ ਸੋਮਾ ਹੈ ।
(2) ਇਹ ਬਹੁਤ ਜ਼ਿਆਦਾ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਫੈਲਾਉਂਦਾ ਹੈ । (2) ਇਹ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਨਹੀ ਫੈਲਾਉਂਦਾ ।
(3) ਰਸਾਇਣਿਕ ਕਿਰਿਆਵਾਂ ਦੇ ਫਲਸਰੂਪ ਊਸ਼ਮਾ ਅਤੇ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਊਰਜਾ ਉਤਪੰਨ ਹੁੰਦੇ ਹਨ । (3) ਨਿਊਕਲੀਅਰ ਸੰਯੋਜਨ ਕਾਰਨ ਬਹੁਤ ਅਧਿਕ ਮਾਤਰਾ ਵਿੱਚ ਊਸ਼ਮਾ ਅਤੇ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਉਤਪੰਨ ਕਰਦਾ ਹੈ ।
(4) ਇਹ ਹਮੇਸ਼ਾ (ਨਿਰੰਤਰ) ਊਰਜਾ ਪ੍ਰਦਾਨ ਨਹੀਂ ਕਰਦਾ ਹੈ । (4) ਇਹ ਨਿਰੰਤਰ ਊਰਜਾ ਪ੍ਰਦਾਨ ਕਰਦਾ ਹੈ ।
(5) ਇਸ ਨੂੰ ਕੰਟਰੋਲ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ । (5) ਮਨਚਾਹੇ ਢੰਗ ਨਾਲ ਊਰਜਾ ਉਤਪੰਨ ਕੰਟਰੋਲ ਨਹੀਂ ਕੀਤੀ ਜਾ ਸਕਦੀ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਊਰਜਾ ਸਰੋਤਾਂ ਦੇ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਜੀਵ ਪੁੰਜ ਅਤੇ ਪਣ-ਬਿਜਲੀ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਕਰੋ ਅਤੇ ਇਨ੍ਹਾਂ ਵਿੱਚ ਅੰਤਰ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਜੀਵ-ਪੁੰਜ ਅਤੇ ਪਣ-ਬਿਜਲੀ ਵਿੱਚ ਅੰਤਰ-

ਜੀਵ-ਪੁੰਜ ਪਣ-ਬਿਜਲੀ
(1) ਜੀਵ ਪੁੰਜ ਕੇਵਲ ਸੀਮਿਤ ਮਾਤਰਾ ਵਿੱਚ ਹੀ ਊਰਜਾ ਪ੍ਰਦਾਨ ਕਰ ਸਕਦੀ ਹੈ । (1) ਪਣ-ਬਿਜਲੀ ਉਰਜਾ ਦਾ ਇੱਕ ਵੱਡਾ ਸੋਮਾ ਹੈ ।
(2) ਜੀਵ ਪੁੰਜ ਤੋਂ ਊਰਜਾ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਦੀ ਕਿਰਿਆ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । (2) ਪਣ-ਬਿਜਲੀ ਊਰਜਾ ਦਾ ਸਵੱਛ ਸੋਮਾ ਹੈ ।
(3) ਜੀਵ ਪੁੰਜ ਤੋਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਊਰਜਾ ਨੂੰ ਸੀਮਿਤ ਸਥਾਨ ਤੇ ਹੀ ਪ੍ਰਯੋਗ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ । (3) ਪਣ-ਬਿਜਲੀ ਊਰਜਾ ਨੂੰ ਇੱਕ ਥਾਂ ਤੋਂ ਦੂਜੀ ਥਾਂ ਤੇ ਫਾਂਸਮਿਸ਼ਨ ਲਾਈਨ (ਤਾਰ) ਦੁਆਰਾ ਲਿਜਾਇਆ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਨਿਮਨਲਿਖਿਤ ਤੋਂ ਊਰਜਾ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਦੀਆਂ ਸੀਮਾਵਾਂ (Limitations) ਲਿਖੋ-
(a) ਪੌਣ
(b) ਤਰੰਗਾਂ
(c) ਜਵਾਰ ਭਾਟਾ ।
ਉੱਤਰ-
(a) ਪੌਣ ਉਰਜਾ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਦੀਆਂ ਸੀਮਾਵਾਂ-

  1. ਪੌਣ ਊਰਜਾ ਨਿਸ਼ਕਰਸ਼ਣ ਲਈ ਪੌਣ ਊਰਜਾ ਫਾਰਮ ਦੀ ਸਥਾਪਨਾ ਲਈ ਬਹੁਤ ਵੱਡੇ ਖੇਤਰ ਲੋੜ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । MW ਜੈਨਰੇਟਰ ਦੇ ਲਈ 2 ਹੈਕਟੇਅਰ ਥਾਂ ਦੀ ਲੋੜ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।
  2. ਪੌਣ ਊਰਜਾ ਤਾਂ ਹੀ ਪੈਦਾ ਹੋ ਸਕਦੀ ਹੈ ਜੇਕਰ ਪੌਣ ਦਾ ਘੱਟੋ ਘੱਟ ਵੇਗ 15 km/h ਹੋਵੇ ।
  3. ਹਵਾ ਦੀ ਤੀਬਰ ਗਤੀ ਕਾਰਨ ਟੁੱਟ ਭੱਜ ਅਤੇ ਨੁਕਸਾਨ ਦੀਆਂ ਸੰਭਾਵਨਾਵਾਂ ਵੱਧ ਹੁੰਦੀਆਂ ਹਨ ।
  4. ਸਾਰਾ ਸਾਲ ਪੌਣਾਂ ਨਹੀਂ ਚਲਦੀਆਂ ਹਨ ।

(b) ਤਰੰਗਾਂ ਤੋਂ ਊਰਜਾ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਦੀਆਂ ਸੀਮਾਵਾਂ – ਸਮੁੰਦਰੀ ਪਣ-ਤਰੰਗਾਂ ਦੇ ਵੇਗ ਕਾਰਨ ਉਨ੍ਹਾਂ ਵਿੱਚ ਊਰਜਾ ਸਮਾਹਿਤ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ਜਿਸ ਕਰਕੇ ਉਰਜਾ ਨਿਸ਼ਕਰਸ਼ਣ ਲਈ ਹੇਠ ਲਿਖੀਆਂ ਸੀਮਾਵਾਂ ਹਨ :-

  1. ਤਰੰਗ ਉਰਜਾ ਉਦੋਂ ਹੀ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕੀਤੀ ਜਾ ਸਕਦੀ ਹੈ ਜਦੋਂ ਤਰੰਗਾਂ ਪਰਬਲ ਹੋਣ ।
  2. ਇਸ ਦੇ ਸਮੇਂ ਅਤੇ ਸਥਿਤੀ ਦੀਆਂ ਬਹੁਤ ਖਾਮੀਆਂ ਹਨ ।

(c) ਜਵਾਰ ਭਾਟਾ ਤੋਂ ਊਰਜਾ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਦੀਆਂ ਸੀਮਾਵਾਂ – ਜਵਾਰ-ਭਾਟਾ ਕਾਰਨ ਸਮੁੰਦਰ ਦੀਆਂ ਲਹਿਰਾਂ ਦਾ ਚੜ੍ਹਨਾ ਅਤੇ ਡਿੱਗਣਾ ਘੁੰਮਣ-ਗਤੀ ਕਰ ਰਹੀ ਧਰਤੀ ਮੁੱਖ ਰੂਪ ਨਾਲ ਚੰਨ ਦੇ ਗੁਰੂਤਾ ਆਕਰਸ਼ਣ ਦੇ ਕਾਰਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਤਰੰਗ ਦੀ ਉੱਚਾਈ ਅਤੇ ਬੰਨ੍ਹ ਬਣਾਉਣ ਦੀ ਸਥਿਤੀ ਇਸ ਦੀਆਂ ਪ੍ਰਮੁੱਖ ਸੀਮਾਵਾਂ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਉਰਜਾ ਸੋਮਿਆਂ ਦਾ ਵਰਗੀਕਰਨ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਵਰਗਾਂ ਵਿੱਚ ਕਿਸ ਆਧਾਰ ਤੇ ਕਰੋਗੇ-
(ਉ) ਨਵਿਆਉਣਯੋਗ ਅਤੇ ਨਾ-ਨਵਿਆਉਣਯੋਗ ।
(ਅ) ਮੁੱਕਣ ਯੋਗ ਅਤੇ ਨਾ-ਮੁੱਕਣਯੋਗ ।
ਕੀ (ਉ) ਅਤੇ (ਅ) ਵਿੱਚ ਦਿੱਤੇ ਵਿਕਲਪ ਸਮਾਨ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
(ੳ) ਨਵਿਆਉਣਯੋਗ ਅਤੇ ਨਾ-ਨਵਿਆਉਣਯੋਗ-

  • ਨਵਿਆਉਣਯੋਗ ਸੋਮੇ – ਇਹ ਸੋਮੇ ਊਰਜਾ ਉਤਪਾਦ ਕਰਨ ਦੀ ਯੋਗਤਾ ਉਸ ਸਮੇਂ ਤਕ ਰੱਖਦੇ ਹਨ ਜਦੋਂ ਤੱਕ ਅਸੀਂ ਅਤੇ ਸੂਰਜੀ ਪਰਿਵਾਰ ਹੈ । ਪੌਣ ਊਰਜਾ ਪਣ-ਊਰਜਾ, ਸਮੁੰਦਰੀ ਤਰੰਗ ਊਰਜਾ ਅਤੇ ਪਰਮਾਣੂ ਊਰਜਾ ਪੂਰਤੀ ਯੋਗ ਸੋਮੇ ਹਨ ।
  • ਨਾ-ਨਵਿਆਉਣਯੋਗ ਸੋਮੇ – ਊਰਜਾ ਦੇ ਇਹ ਸੋਮੇ ਲੱਖਾਂ ਸਾਲ ਪਹਿਲੇ ਵਿਸ਼ਿਸ਼ਟ ਸਥਿਤੀਆਂ ਵਿੱਚ ਬਣੇ ਸੀ । ਇੱਕ ਵਾਰੀ ਉਪਯੋਗ ਕਰ ਲੈਣ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਇਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਬਹੁਤ ਲੰਬੇ ਸਮੇਂ ਤੱਕ ਦੁਬਾਰਾ ਉਪਯੋਗ ਵਿੱਚ ਨਹੀਂ ਲਿਆਇਆ ਜਾ ਸਕਦਾ । ਪਥਰਾਟ ਬਾਲਣ ਕੋਲਾ, ਪੈਟਰੋਲੀਅਮ ਅਤੇ ਪ੍ਰਕਿਰਤਿਕ ਗੈਸਾਂ ਊਰਜਾ ਦੇ ਨਾ-ਮੁੱਕਣ ਯੋਗ ਸੋਮੇ ਹਨ ।

(ਅ) ਮੁੱਕਣ ਯੋਗ ਅਤੇ ਨਾ-ਮੁੱਕਣਯੋਗ ਸੋਮੇ – ਊਰਜਾ ਦੇ ਮੁੱਕਣ ਯੋਗ ਸੋਮੇ ਨਾ-ਨਵਿਆਉਣਯੋਗ ਹਨ ਜਦਕਿ ਨਾ-ਮੁੱਕਣ ਯੋਗ ਸੋਮੇ ਨਵਿਆਉਣਯੋਗ ਸੋਮੇ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਊਰਜਾ ਦੇ ਆਦਰਸ਼ ਸੋਮੇ ਵਿੱਚ ਕੀ ਗੁਣ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-

  1. ਕਾਫ਼ੀ ਮਾਤਰਾ ਵਿੱਚ ਊਰਜਾ ਪ੍ਰਦਾਨ ਕਰਨ ਦੀ ਸਮਰੱਥਾ ਹੋਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।
  2. ਸਰਲਤਾ ਨਾਲ ਪ੍ਰਯੋਗ ਕਰਨ ਦੀ ਸੁਵਿਧਾ ਨਾਲ ਸੰਪੰਨ ਹੋਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।
  3. ਸਮਾਨ ਦਰ ਨਾਲ ਊਰਜਾ ਉਤਪੰਨ ਹੋਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।
  4. ਪ੍ਰਤੀ ਇਕਾਈ ਪੁੰਜ ਵਧੇਰੇ ਕਾਰਜ ਕਰ ਸਕੇ ।
  5. ਸੌਖ ਨਾਲ ਸਟੋਰ ਕੀਤੀ ਜਾ ਸਕੇ ।
  6. ਇਸ ਨੂੰ ਇੱਕ ਥਾਂ ਤੋਂ ਦੂਜੀ ਥਾਂ ਤੇ ਲਿਜਾਣਾ ਆਸਾਨ ਹੋਵੇ ।
  7. ਇਹ ਸਸਤਾ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੋ ਸਕਣ ਵਾਲਾ ਹੋਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 14 ਊਰਜਾ ਦੇ ਸੋਮੇ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 9.
ਸੁਰਜੀ ਕੁੱਕਰ ਦਾ ਉਪਯੋਗ ਕਰਨ ਦੇ ਕੀ ਲਾਭ ਅਤੇ ਹਾਨੀਆਂ ਹਨ ? ਕੀ ਅਜਿਹੇ ਵੀ ਖੇਤਰ ਹਨ ਜਿੱਥੇ ਸੁਰਜੀ ਕੁੱਕਰਾਂ ਦੀ ਸੀਮਿਤ ਉਪਯੋਗਤਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸੂਰਜੀ ਕੁੱਕਰ ਦੇ ਲਾਭ-

  1. ਬਾਲਣ ਦਾ ਕੋਈ ਖ਼ਰਚ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਅਰਥਾਤ ਬਾਲਣ ਅਤੇ ਬਿਜਲੀ ਦੀ ਖਪਤ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।
  2. ਪੂਰਨ ਰੂਪ ਨਾਲ ਪਦੂਸ਼ਣ ਰਹਿਤ ਹੈ । ਹੌਲੀ ਗਤੀ ਨਾਲ ਭੋਜਨ ਪਕਾਉਣ ਨਾਲ ਭੋਜਨ ਦੇ ਪੋਸ਼ਕ ਤੱਤਾਂ ਦੀ ਹਾਨੀ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।
  3. ਕਿਸੇ ਕਿਸਮ ਦੀ ਗੰਦਗੀ ਨਹੀਂ ਫੈਲਦੀ ਹੈ ।
  4. ਭੋਜਨ ਪਕਾਉਣ ਸਮੇਂ ਨਿਰੰਤਰ ਦੇਖਭਾਲ ਕਰਨ ਦੀ ਲੋੜ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।

ਸੂਰਜੀ ਕੁੱਕਰ ਦੀਆਂ ਹਾਨੀਆਂ-

  1. ਬਹੁਤ ਅਧਿਕ ਤਾਪਮਾਨ ਨਹੀਂ ਪੈਦਾ ਕਰ ਸਕਦਾ ਹੈ ।
  2. ਰਾਤ ਸਮੇਂ ਉਪਯੋਗ ਨਹੀਂ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ।
  3. ਮੀਂਹ ਅਤੇ ਬੱਦਲਾਂ ਵਾਲੇ ਦਿਨ ਵੀ ਇਸ ਦਾ ਉਪਯੋਗ ਨਹੀਂ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ।
  4. ਇਹ 100°C ਤੋਂ 140°C ਤੱਕ ਦਾ ਤਾਪਮਾਨ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਲਈ 2-3 ਘੰਟੇ ਲੈ ਲੈਂਦਾ ਹੈ ।

ਧਰਤੀ ਤੇ ਕੁੱਝ ਅਜਿਹੇ ਖੇਤਰ ਹਨ ਜਿੱਥੇ ਸੋਲਰ ਕੁੱਕਰ ਦਾ ਉਪਯੋਗ ਬਹੁਤ ਹੀ ਸੀਮਿਤ ਹੈ । ਉਦਾਰਹਨ ਵਜੋਂ ਚਹੁੰ ਪਾਸਿਓ ਪਰਬਤ ਨਾਲ ਘਿਰੀ ਹੋਈ ਘਾਟੀ ਜਿੱਥੇ ਸੂਰਜ ਦੀ ਧੁੱਪ ਪੂਰੇ ਦਿਨ ਵਿੱਚ ਬਹੁਤ ਘੱਟ ਸਮੇਂ ਲਈ ਮਿਲਦੀ ਹੈ । ਪਹਾੜੀ ਢਲਾਨਾਂ ਤੇ ਇਕਾਈ ਖੇਤਰਫਲ ਤੇ ਆਪਾਤੀ ਸੂਰਜੀ ਉਰਜਾ ਦੀ ਮਾਤਰਾ ਵੀ ਘੱਟ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਤੋਂ ਛੋਟ ਭੁਮੱਧ ਰੇਖਾ ਤੋਂ ਦੂਰੀ ਵਾਲੇ ਖੇਤਰਾਂ ਵਿੱਚ ਸੂਰਜ ਦੀਆਂ ਕਿਰਨਾਂ ਧਰਤੀ ਦੇ ਤਲ ਤੇ ਲੰਬ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਆਪਾਤੀ ਨਹੀ ਹੁੰਦੀਆਂ ਹਨ । ਇਸ ਲਈ ਅਜਿਹੇ ਖੇਤਰਾਂ ਵਿੱਚ ਸੋਲਰ ਕੁੱਕਰ ਦਾ ਉਪਯੋਗ ਕਰਨ ਲਈ ਸੂਰਜੀ ਉਰਜਾ ਦੀ ਲੋੜੀਂਦੀ ਮਾਤਰਾ ਨਹੀਂ ਮਿਲਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 10.
ਊਰਜਾ ਦੀ ਵਧਦੀ ਮੰਗ ਦੇ ਵਾਤਾਵਰਨੀ ਨਤੀਜੇ ਕੀ ਹਨ ? ਊਰਜਾ ਦੀ ਖ਼ਪਤ ਘੱਟ ਕਰਨ ਦੇ ਉਪਾਅ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਊਰਜਾ ਦੀ ਮੰਗ ਜਨਸੰਖਿਆ ਦੀ ਵਿਧੀ ਨਾਲ ਲਗਾਤਾਰ ਹੀ ਵਧਦੀ ਜਾਵੇਗੀ ।ਉਰਜਾ ਕਿਸੇ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦੀ ਵੀ ਕਿਉਂ ਨਾ ਹੋਵੇ ਵਿਧਰ ਇਸ ਦਾ ਪਰਿਆਵਰਣ ਤੇ ਨਿਸਚਿਤ ਰੂਪ ਨਾਲ ਬੁਰਾ ਪ੍ਰਭਾਵ ਪਵੇਗਾ । ਊਰਜਾ ਦੀ ਖ਼ਪਤ ਘੱਟ ਨਹੀਂ ਹੋ ਸਕਦੀ ਹੈ । ਉਦਯੋਗ, ਵਾਹਨ, ਰੋਜ਼ ਦੀਆਂ ਜ਼ਰੂਰਤਾਂ ਆਦਿ ਸਭ ਦੇ ਲਈ ਊਰਜਾ ਦੀ ਲੋੜ ਤਾਂ ਰਹੇਗੀ । ਇਹ ਅਲੱਗ ਗੱਲ ਹੈ ਕਿ ਉਹ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਫੈਲਾਵੇਗਾ ਜਾਂ ਪਰਿਆਵਰਣ ਵਿੱਚ ਪਰਿਵਰਤਨ ਉਤਪੰਨ ਕਰੇਗਾ |

ਉਰਜਾ ਦੀ ਵੱਧਦੀ ਮੰਗ ਦੇ ਕਾਰਨ ਪਥਰਾਟ ਬਾਲਣ ਧਰਤੀ ਦੀਆਂ ਪਰਤਾਂ ਹੇਠਾਂ ਸਮਾਪਤ ਹੋਣ ਦੇ ਕੰਢੇ ਤੇ ਪਹੁੰਚ ਗਿਆ ਹੈ । ਲਗਭਗ 200 ਸਾਲ ਦੇ ਬਾਅਦ ਇਹ ਪੂਰੀ ਤਰ੍ਹਾਂ ਸਮਾਪਤ ਹੋ ਜਾਵੇਗਾ | ਪਰ ਬਿਜਲੀ ਊਰਜਾ ਦੇ ਲਈ ਵੱਡੇ-ਵੱਡੇ ਬੰਨ ਬਣਾਏ ਗਏ ਹਨ ਜਿਸ ਕਾਰਨ ਪਰਿਆਵਰਣ ਤੇ ਗਹਿਰਾ ਪ੍ਰਭਾਵ ਪਿਆ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਉਰਜਾ ਦੇ ਵਿਭਿੰਨ ਨਵੇਂ ਸੋਮੇ ਖੋਜਦੇ ਸਮੇਂ ਧਿਆਨ ਰੱਖਿਆ ਜਾਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ਕਿ ਉਸ ਬਾਲਣ ਦਾ ਕੈਲੋਰੀਮਾਨ ਅਧਿਕ ਹੋਵੇ, ਸਹਿਜ ਹੀ ਉਪਲੱਬਧ ਹੋਵੇ, ਮੁੱਲ ਵੀ ਘੱਟ ਹੋਵੇ ਅਤੇ ਪਰਿਆਵਰਣ ਤੇ ਕੋਈ ਭੈੜਾ ਅਸਰ ਨਾ ਪਏ ।

ਊਰਜਾ ਦੀ ਖ਼ਪਤ ਘੱਟ ਕਰਨ ਦੇ ਉਪਾਅ – ਇਸ ਕੰਮ ਲਈ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਉਪਾਅ ਉਪਯੋਗ ਵਿੱਚ ਲਿਆਂਦੇ ਜਾ ਸਕਦੇ ਹਨ-

  1. ਘਰ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲੀ ਉਪਕਰਨਾਂ ਦੀ ਬੇਲੋੜ ਵਰਤੋਂ ਨਹੀਂ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ
  2. ਪੱਖੇ, ਕੂਲਰ ਅਤੇ ਏ. ਸੀ. ਪ੍ਰਯੋਗ ਕਰਦੇ ਸਮੇਂ ਪਰਿਵਾਰ ਦੇ ਸਾਰੇ ਮੈਂਬਰ ਇੱਕ ਕਮਰੇ ਵਿੱਚ ਰਹਿਣ ਦਾ ਯਤਨ ਕਰਨ ।
  3. ਸਾਂਝੀ ਪਰਿਵਹਨ ਪ੍ਰਣਾਲੀ ਨੂੰ ਵਿਕਸਿਤ ਕੀਤਾ ਜਾਵੇ ਅਤੇ ਪ੍ਰਾਈਵੇਟ ਗੱਡੀਆਂ ਨੂੰ ਪ੍ਰਯੋਗ ਨਾ ਕਰਨ ਦੀ ਸਲਾਹ ਦਿੱਤੀ ਜਾਵੇ ।
  4. ਗਲੀਆਂ ਦੀਆਂ ਬੱਤੀਆਂ ਬੰਦ ਕਰਨ ਦੀ ਉੱਚਿਤ ਵਿਵਸਥਾ ਹੋਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।
  5. ਪਰੰਪਾਰਿਕ ਉਤਸਵ ਜਿਵੇਂ ਦੀਵਾਲੀ, ਵਿਆਹ ਸਮਾਰੋਹ ਆਦਿ ਤੇ ਊਰਜਾ ਦੀ ਬਰਬਾਦੀ ਤੇ ਰੋਕ ਲੱਗਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।

Science Guide for Class 10 PSEB ਊਰਜਾ ਦੇ ਸੋਮੇ InText Questions and Answers

ਅਧਿਆਇ ਦੇ ਅੰਦਰ ਦਿੱਤੇ ਗਏ ਪ੍ਰਸ਼ਨ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਉੱਤਰ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਊਰਜਾ ਦਾ ਵਧੀਆ ਸੋਮਾ ਕਿਸ ਨੂੰ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਊਰਜਾ ਦਾ ਉੱਤਮ ਸੋਮਾ ਉਹ ਹੈ ਜਿਸ ਵਿੱਚ ਹੇਠ ਲਿਖੀਆਂ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ਤਾਈਆਂ ਹੋਣ-

  1. ਜਿਸਦਾ ਪ੍ਰਤੀ ਇਕਾਈ ਮਾਨ ਅਧਿਕ ਕਾਰਜ ਕਰੇ ।
  2. ਜਿਸਦਾ ਭੰਡਾਰਨ ਅਤੇ ਪਰਿਵਹਣ ਆਸਾਨ ਅਤੇ ਸੁਰੱਖਿਅਤ ਹੋਵੇ ।
  3. ਅਸਾਨੀ ਨਾਲ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੋ ਜਾਵੇ ।
  4. ਸਸਤਾ ਹੋਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਵਧੀਆ ਬਾਲਣ ਕਿਸ ਨੂੰ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਵਧੀਆ ਬਾਲਣ ਦੀਆਂ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ਤਾਈਆਂ-
ਵਧੀਆ ਬਾਲ – ਅਜਿਹਾ ਬਾਲਣ ਜਿਸ ਵਿੱਚ ਹੇਠ ਲਿਖੀਆਂ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ਤਾਈਆਂ ਹੋਣ ਉਸ ਨੂੰ ਵਧੀਆ ਬਾਲਣ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

  1. ਇਸ ਦਾ ਉੱਚ ਕੈਲੋਰੀਮਾਨ ਹੋਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
  2. ਬਾਲਣ ਦਾ ਜਲਣ-ਤਾਪ ਉੱਚਿਤ ਹੋਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
  3. ਬਾਲਣ ਦੇ ਦਿਨ ਦੀ ਦਰ ਸੰਤੁਲਿਤ ਹੋਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ਅਰਥਾਤ ਨਾ ਅਧਿਕ ਹੋਵੇ ਅਤੇ ਨਾ ਹੀ ਘੱਟ ਹੋਵੇ ।
  4. ਬਾਲਣ ਵਿੱਚ ਨਾ-ਜਲਣਸ਼ੀਲ ਪਦਾਰਥਾਂ ਦੀ ਮਾਤਰਾ ਜਿੰਨੀ ਹੀ ਘੱਟ ਹੋਵੇ ਓਨਾ ਹੀ ਚੰਗਾ ਹੈ ।
  5. ਦਹਿਨ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਜ਼ਹਿਰੀਲੇ ਪਦਾਰਥਾਂ ਦਾ ਉਤਪਾਦਨ ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ ਹੋਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
  6. ਬਾਲਣ ਦੀ ਉਪਲੱਬਧਤਾ ਕਾਫ਼ੀ ਅਤੇ ਆਸਾਨ ਹੋਣੀ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
  7. ਬਾਲਣ ਘੱਟ ਕੀਮਤ ਤੇ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੋ ਸਕੇ ।
  8. ਬਾਲਣ ਦਾ ਭੰਡਾਰਨ ਅਤੇ ਪਰਿਵਹਨ ਸੁਰੱਖਿਅਤ ਹੋਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਜੇਕਰ ਤੁਸੀਂ ਆਪਣੇ ਭੋਜਨ ਨੂੰ ਗਰਮ ਕਰਨ ਲਈ ਕਿਸੇ ਵੀ ਊਰਜਾ ਸੋਮੇ ਦਾ ਉਪਯੋਗ ਕਰ ਸਕਦੇ ਹੋ ਤਾਂ ਤੁਸੀਂ ਕਿਸ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰੋਗੇ ਅਤੇ ਕਿਉਂ ?
ਉੱਤਰ-
ਅਸੀਂ ਆਪਣਾ ਭੋਜਨ ਗਰਮ ਕਰਨ ਲਈ L.P.G. ਦਾਵਿਤ ਪੈਟਰੋਲੀਅਮ ਗੈਸ ਦਾ ਉਪਯੋਗ ਕਰਨਾ ਪਸੰਦ ਕਰਾਂਗੇ, ਕਿਉਂਕਿ ਇਸ ਦਾ ਜਲਣ-ਤਾਪ ਅਧਿਕ ਨਹੀਂ ਹੈ, ਕੈਲੋਰੀਮਾਨ ਅਧਿਕ ਹੈ, ਦਹਿਨ ਸੰਤੁਲਿਤ ਦਰ ਨਾਲ ਹੁੰਦਾ ਹੈ। ਅਤੇ ਇਹ ਦਹਿਨ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਜ਼ਹਿਰੀਲੇ ਪਦਾਰਥ ਉਤਪੰਨ ਨਹੀਂ ਕਰਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਪਥਰਾਟ ਬਾਲਣਾਂ ਦੀਆਂ ਕੀ ਹਾਨੀਆਂ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਪਥਰਾਟ ਬਾਲਣਾਂ ਦੀਆਂ ਹਾਨੀਆਂ-ਪਥਰਾਟ ਬਾਲਣ ਤੋਂ ਹੋਣ ਵਾਲੀਆਂ ਪ੍ਰਮੁੱਖ ਹਾਨੀਆਂ ਹੇਠ ਲਿਖੀਆਂ ਹਨ-

  1. ਧਰਤੀ ਤੇ ਪਥਰਾਟ ਬਾਲਣ ਦਾ ਸੀਮਿਤ ਭੰਡਾਰ ਹੀ ਮੌਜੂਦ ਹੈ ਜਿਹੜਾ ਥੋੜ੍ਹੇ ਹੀ ਸਮੇਂ ਵਿੱਚ ਸਮਾਪਤ ਹੋ ਜਾਵੇਗਾ ।
  2. ਪਥਰਾਟ ਬਾਲਣ ਜਲਾਉਣ ਤੇ ਜ਼ਹਿਰੀਲੀਆਂ ਗੈਸਾਂ ਮੁਕਤ ਹੋਣ ਕਰਕੇ ਹਵਾ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਫੈਲਾਉਂਦੇ ਹਨ ।
  3. ਪਥਰਾਟ ਬਾਲਣ ਨੂੰ ਜਲਾਉਣ ਨਾਲ ਨਿਕਲਣ ਵਾਲੀਆਂ ਗੈਸਾਂ ਕਾਰਬਨ-ਡਾਈਆਕਸਾਈਡ ਅਤੇ ਕਾਰਬਨ ਮੋਨੋਆਕਸਾਈਡ ਆਦਿ ਸ੍ਰੀਨ ਹਾਊਸ ਪ੍ਰਭਾਵ ਉਤਪੰਨ ਕਰਦੀਆਂ ਹਨ ਜਿਸ ਦੇ ਸਿੱਟੇ ਵਜੋਂ ਧਰਤੀ ਦਾ ਤਾਪਮਾਨ ਵੱਧਦਾ ਹੈ ।
  4. ਪਥਰਾਟ ਬਾਲਣ ਦੇ ਦਿਨ ਤੋਂ ਉਤਸਰਜਿਤ ਗੈਸਾਂ ਤੇਜ਼ਾਬੀ ਵਰਖਾ ਦਾ ਕਾਰਨ ਬਣਦੀਆਂ ਹਨ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 14 ਊਰਜਾ ਦੇ ਸੋਮੇ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਅਸੀਂ ਊਰਜਾ ਦੇ ਬਦਲਵੇਂ ਸੋਮਿਆਂ ਵੱਲ ਕਿਉਂ ਧਿਆਨ ਦੇ ਰਹੇ ਹਾਂ ?
ਉੱਤਰ-
ਬਦਲਵੇਂ ਸੋਮਿਆਂ ਵੱਲ ਧਿਆਨ ਦੇਣ ਦਾ ਕਾਰਨ – ਅਸੀਂ ਆਪਣੀ ਰੋਜ਼ਾਨਾ ਜੀਵਨ ਦੇ ਵਿਭਿੰਨ ਕਾਰਜਾਂ ਜਿਵੇਂ ਭੋਜਨ ਪਕਾਉਣਾ, ਉਦਯੋਗਿਕ ਯੰਤਰਾਂ ਅਤੇ ਵਾਹਨਾਂ ਨੂੰ ਚਲਾਉਣਾ ਆਦਿ ਲਈ ਪਰੰਪਰਾਗਤ (ਅਨਵੀਕਰਨੀ) ਬਾਲਣਾਂ ਕੋਲਾ, ਪੈਟਰੋਲੀਅਮ ਤੇ ਨਿਰਭਰ ਕਰਦੇ ਹਾਂ । ਅਜਿਹਾ ਜਾਪਦਾ ਹੈ ਕਿ ਜਿਸ ਦਰ ਨਾਲ ਅਸੀਂ ਪਥਰਾਟ ਬਾਲਣ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰ ਰਹੇ ਹਾਂ ਬਹੁਤ ਛੇਤੀ ਹੀ ਪਥਰਾਟ ਬਾਲਣ ਦਾ ਭੰਡਾਰ ਸਮਾਪਤ ਹੋ ਜਾਵੇਗਾ । ਬਦਲਵੇਂ ਸੋਮੇ ਜਲ ਤੋਂ ਉਤਪਾਦਿਤ ਬਿਜਲੀ ਊਰਜਾ ਦੀਆਂ ਵੀ ਆਪਣੀਆਂ ਖਾਮੀਆਂ ਹਨ । ਇਸ ਲਈ ਛੇਤੀ ਹੀ ਭਿਆਨਕ ਊਰਜਾ ਸੰਕਟ ਹੋਣ ਦਾ ਖ਼ਤਰਾ ਹੈ । ਇਸ ਗੱਲ ਨੂੰ ਧਿਆਨ ਵਿੱਚ ਰੱਖਦੇ ਹੋਏ ਊਰਜਾ ਦੀ ਲੋੜ ਨੂੰ ਪੂਰਾ ਕਰਨ ਲਈ ਊਰਜਾ ਦੇ ਬਦਲਵੇਂ ਸੋਮਿਆਂ ਵੱਲ ਧਿਆਨ ਦਿੱਤਾ ਜਾ ਰਿਹਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਸਾਡੀ ਸੁਵਿਧਾ ਲਈ ਪੌਣ ਅਤੇ ਪਣ ਊਰਜਾ ਦੇ ਪਰੰਪਰਿਕ ਉਪਯੋਗਾਂ ਵਿੱਚ ਕਿਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੇ ਸੁਧਾਰ ਕੀਤੇ ਗਏ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਪੌਣ ਅਤੇ ਪਣ ਊਰਜਾ ਦਾ ਲੰਬੇ ਸਮੇਂ ਤੋਂ ਪ੍ਰਯੋਗ ਮਨੁੱਖ ਦੁਆਰਾ ਪਰੰਪਰਿਕ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਕੀਤਾ ਜਾ ਰਿਹਾ ਹੈ । ਅੱਜ-ਕੱਲ੍ਹ ਇਨ੍ਹਾਂ ਵਿੱਚ ਕੁੱਝ ਸੁਧਾਰ ਕੀਤੇ ਗਏ ਹਨ ਤਾਂ ਜੋ ਇਨ੍ਹਾਂ ਤੋਂ ਊਰਜਾ ਦੀ ਪ੍ਰਾਪਤੀ, ਸੌਖੀ ਅਤੇ ਆਸਾਨੀ ਨਾਲ ਹੋਵੇ ।

(1) ਪੌਣ ਊਰਜਾ – ਪ੍ਰਾਚੀਨ ਕਾਲ ਵਿੱਚ ਪੌਣ ਊਰਜਾ ਨਾਲ ਪੌਣ ਚੱਕੀਆਂ ਚਲਾ ਕੇ ਖੂਹਾਂ ਵਿੱਚੋਂ ਪਾਣੀ ਕੱਢਣ ਦਾ ਕੰਮ ਹੁੰਦਾ ਸੀ, ਪਰੰਤੂ ਹੁਣ ਪੌਣ ਊਰਜਾ ਦਾ ਉਪਯੋਗ ਬਿਜਲੀ ਉਤਪੰਨ ਕਰਨ ਲਈ ਕੀਤਾ ਜਾਣ ਲੱਗਿਆ ਹੈ । ਬਿਜਲੀ ਉਤਪੰਨ ਕਰਨ ਲਈ ਅਨੇਕ ਪੌਣ ਚੱਕੀਆਂ ਨੂੰ ਸਮੁੰਦਰੀ ਤੱਟ ਦੇ ਸਮੀਪ ਵੱਡੇ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਲਗਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਅਜਿਹੇ ਖੇਤਰ ਨੂੰ ਪੌਣ-ਫਾਰਮ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ।

(2) ਪਣ ਉਰਜਾ – ਪਾਚੀਨ ਕਾਲ ਵਿੱਚ ਪਣ ਉਰਜਾ ਦਾ ਉਪਯੋਗ ਜਲ ਪਰਿਵਹਨ ਵਿੱਚ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਰਿਹਾ ਹੈ । ਜਲ ਨੂੰ ਬਿਜਲੀ ਊਰਜਾ ਦੇ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਯੋਗ ਕਰਨ ਲਈ ਪਹਾੜਾਂ ਦੀਆਂ ਢਲਾਨਾਂ ਤੇ ਬੰਨ੍ਹ ਬਣਾ ਕੇ ਜਲ ਦੀ ਸਥਿਤਿਜ ਊਰਜਾ ਦਾ ਉਪਯੋਗ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਜਲ ਬਿਜਲੀ ਉਤਪੰਨ ਕਰਨ ਲਈ ਨਦੀਆਂ ਦੇ ਬਹਾਓ ਨੂੰ ਰੋਕ ਕੇ ਵੱਡੀਆਂ ਬਣਾਉਟੀ ਝੀਲਾਂ ਵਿੱਚ ਜਲ ਨੂੰ ਇਕੱਠਾ ਕਰ ਲਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ। ਇਸ ਪ੍ਰਕਿਰਿਆ ਵਿੱਚ ਜਲ ਦੀ ਗਤਿਜ ਊਰਜਾ ਨੂੰ ਸਥਿਤਿਜ ਊਰਜਾ ਵਿੱਚ ਰੂਪਾਂਤਰਿਤ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਬੰਨ੍ਹ ਦੇ ਓਪਰੀ ਭਾਗ ਤੋਂ ਪਾਈਪਾਂ ਰਾਹੀਂ ਜਲ ਨੂੰ ਬੰਨ੍ਹ ਦੇ ਆਧਾਰ ਤੇ ਸਥਾਪਿਤ ਟਰਬਾਈਨ ਦੇ ਬਲੇਡਾਂ ਉੱਪਰ ਸੁੱਟਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਜਿਸ ਤੋਂ ਬਿਜਲੀ ਊਰਜਾ ਨੂੰ ਉਤਪੰਨ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਸੂਰਜੀ ਕੁੱਕਰ ਲਈ ਕਿਹੜਾ ਦਰਪਣ-ਅਵਤਲ, ਉੱਤਲ ਜਾਂ ਸਮਤਲ ਵਧੇਰੇ ਢੁਕਵਾਂ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸੋਲਰ ਕੁੱਕਰ ਵਿੱਚ ਅਵਤਲ ਦਰਪਣ ਸਭ ਤੋਂ ਅਧਿਕ ਢੁੱਕਵਾਂ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਕਿਉਂਕਿ ਇਹ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦੀਆਂ ਸਾਰੀਆਂ ਕਿਰਨਾਂ ਨੂੰ ਲੋੜੀਂਦੀ ਥਾਂ ਵੱਲ ਪਰਾਵਰਤਿਤ ਕਰ ਕੇ ਫੋਕਸ ਕਰਦਾ ਹੈ, ਜਿਸ ਤੋਂ ਸੋਲਰ ਕੁੱਕਰ ਦਾ ਤਾਪਮਾਨ ਵੱਧ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਮਹਾਂਸਾਗਰਾਂ ਤੋਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੋ ਸਕਣ ਵਾਲੀ ਊਰਜਾ ਦੀਆਂ ਕੀ ਕਮੀਆਂ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਮਹਾਂਸਾਗਰਾਂ ਤੋਂ ਬਹੁਤ ਜ਼ਿਆਦਾ ਮਾਤਰਾ ਵਿੱਚ ਊਰਜਾ ਦੀ ਪ੍ਰਾਪਤੀ ਹੋ ਸਕਦੀ ਹੈ । ਅਜਿਹਾ ਹਮੇਸ਼ਾ ਸੰਭਵ ਨਹੀਂ ਹੋ ਸਕਦਾ ਕਿਉਂਕਿ ਮਹਾਂਸਾਗਰਾਂ ਤੋਂ ਉਰਜਾ ਰੁਪਾਂਤਰਨ ਦੀਆਂ ਤਿੰਨ ਵਿਧੀਆਂ-ਜਵਾਰ ਉਰਜਾ, ਤਰੰਗ ਉਰਜਾ ਅਤੇ ਸਮੁੰਦਰੀ ਤਾਪ ਊਰਜਾ ਦੀਆਂ ਆਪਣੀਆਂ-ਆਪਣੀਆਂ ਕਮੀਆਂ ਹਨ ।

  • ਜਵਾਰ ਊਰਜਾ – ਜੁਆਰ ਊਰਜਾ ਦਾ ਦੋਹਨ ਸਾਗਰ ਦੇ ਕਿਸੇ ਤੰਗ ਖੇਤਰ ਤੇ ਬੰਨ੍ਹ ਬਣਾ ਕੇ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਬੰਨ੍ਹ ਦੇ ਦਰਵਾਜ਼ੇ ਉੱਤੇ ਸਥਾਪਿਤ ਟਰਬਾਈਨ, ਜੁਆਰ ਊਰਜਾ ਨੂੰ ਬਿਜਲੀ ਊਰਜਾ ਵਿੱਚ ਰੂਪਾਂਤਰਿਤ ਕਰ ਦਿੰਦੀ ਹੈ । ਪਰੰਤੂ ਸਾਗਰ ਦੇ ਤੰਗ ਖੇਤਰ ਤੇ ਬੰਨ੍ਹ ਨਿਰਮਿਤ ਕੀਤੇ ਜਾ ਸਕਣ ਵਾਲੇ ਸਥਾਨ ਸੀਮਿਤ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।
  • ਤਰੰਗ ਊਰਜਾ – ਤਰੰਗ ਊਰਜਾ ਦਾ ਵਿਵਹਾਰਿਕ ਉਪਯੋਗ ਕੇਵਲ ਉੱਥੇ ਹੀ ਹੋ ਸਕਦਾ ਹੈ ਜਿੱਥੇ ਤਰੰਗਾਂ ਅਤੇ ਪ੍ਰਬਲ ਹੁੰਦੀਆਂ ਹਨ । ਸਾਰੀ ਦੁਨੀਆ ਵਿੱਚ ਅਜਿਹੇ ਸਥਾਨ ਬਹੁਤ ਘੱਟ ਹਨ ਜਿੱਥੇ ਸਮੁੰਦਰ ਦੇ ਤੱਟਾਂ ਤੇ ਤਰੰਗਾਂ ਇੰਨੀਆਂ ਪ੍ਰਬਲਤਾ ਨਾਲ ਟਕਰਾਉਂਦੀਆਂ ਹਨ ਕਿ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਊਰਜਾ ਨੂੰ ਬਿਜਲੀ ਊਰਜਾ ਵਿੱਚ ਰੂਪਾਂਤਰਿਤ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕੇ ।
  • ਸਮੁੰਦਰੀ ਉਰਜਾ – ਸਮੁੰਦਰੀ ਤਾਪ ਉਰਜਾ ਦੀ ਪ੍ਰਾਪਤੀ ਦੇ ਲਈ ਪਲਾਂਟ (OTEC) ਕੇਵਲ ਤਦ ਹੀ ਕੰਮ ਕਰ ਸਕਦਾ ਹੈ ਜਦੋਂ ਸਮੁੰਦਰ ਤੇ ਤਲ ਦੇ ਗਰਮ ਪਾਣੀ ਦਾ ਤਾਪਮਾਨ 2 km ਤੱਕ ਦੀ ਗਹਿਰਾਈ ਤੇ ਪਾਣੀ ਦੇ ਤਾਪ ਵਿੱਚ 20°C ਜਾਂ ਇਸ ਤੋਂ ਵੱਧ ਦਾ ਅੰਤਰ ਹੋਵੇ । ਇਸ ਪ੍ਰਕਾਰ ਬਿਜਲੀ ਊਰਜਾ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕੀਤੀ ਜਾ ਸਕਦੀ ਹੈ, ਪਰੰਤੂ ਇਹ ਪ੍ਰਣਾਲੀ ਬਹੁਤ ਮਹਿੰਗੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 9.
ਭੂ-ਤਾਪ ਊਰਜਾ ਕੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਭੂ-ਤਾਪ ਊਰਜਾ – ਧਰਤੀ ਅੰਦਰਲੇ ਪਰਿਵਰਤਨਾਂ ਕਾਰਨ ਧਰਤੀ ਦੀ ਪੇਪੜੀ ਵਿੱਚ ਗਹਿਰਾਈ ਤੇ ਗਰਮ ਖੇਤਰਾਂ ਵਿੱਚ ਪਿਘਲੀਆਂ ਹੋਈਆਂ ਚੱਟਾਨਾਂ ਉੱਪਰ ਧਕੇਲ ਦਿੱਤੀਆਂ ਜਾਂਦੀਆਂ ਹਨ । ਜਦੋਂ ਧਰਤੀ ਅੰਦਰਲਾ ਪਾਣੀ ਇਨਾਂ ਗਰਮ ਥਾਂਵਾਂ ਦੇ ਸੰਪਰਕ ਵਿੱਚ ਆਉਂਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਭਾਫ਼ ਉਤਪੰਨ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਕਦੇ-ਕਦੇ ਇਸ ਗਰਮ ਪਾਣੀ ਨੂੰ ਧਰਤੀ ਤੇ ਤਲ ਤੋਂ ਬਾਹਰ ਨਿਕਲਣ ਨੂੰ ਨਿਕਾਸ ਮਾਰਗ ਮਿਲ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਨਿਕਾਸ ਮਾਰਗਾਂ ਨੂੰ ਗਰਮ ਚਸ਼ਮਾ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ । ਕਦੇ-ਕਦੇ ਇਹ ਭਾਫ਼ ਚੱਟਾਨਾਂ ਵਿੱਚ ਫਸ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ਅਤੇ ਉਸ ਥਾਂ ਤੇ ਜ਼ਿਆਦਾ ਦਬਾਓ ਹੋ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਗਰਮ ਸਥਾਨਾਂ ਤੱਕ ਪਾਈਪ ਪਾ ਕੇ ਇਸ ਭਾਫ਼ ਨੂੰ ਬਾਹਰ ਕੱਢ ਲਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਉੱਚ ਦਬਾਓ ਉੱਤੇ ਨਿਕਲੀ ਇਹ ਭਾਫ਼ ਦੁਆਰਾ ਟਰਬਾਈਨ ਨੂੰ ਘੁੰਮਾਉਣ ਨਾਲ ਬਿਜਲੀ ਉਤਪਾਦਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

ਇਸ ਲਈ ਧਰਤੀ ਅੰਦਰਲੇ ਪਰਿਵਰਤਨਾਂ ਕਾਰਨ ਧਰਤੀ ਦੀ ਪੇਪੜੀ ਦੀਆਂ ਗਹਿਰਾਈਆਂ ਤੇ ਗਰਮ ਥਾਂਵਾਂ ਅਤੇ ਭੂਮੀ ਹੇਠਾਂ ਜਲ ਤੋਂ ਬਣੀ ਭਾਫ਼ ਤੋਂ ਉਤਪੰਨ ਹੋਈ ਊਰਜਾ ਨੂੰ ਭੂ-ਊਰਜਾ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 10.
ਨਿਊਕਲੀਅਰ ਊਰਜਾ ਦਾ ਕੀ ਮਹੱਤਵ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਨਿਊਕਲੀਅਰ ਊਰਜਾ ਦੀ ਮਹੱਤਤਾ – ਨਿਊਕਲੀਅਰ ਊਰਜਾ ਕਿਸੇ ਭਾਰੀ ਪਰਮਾਣੂ (ਜਿਵੇਂ ਯੂਰੇਨੀਅਮ, ਬੋਰੀਅਮ, ਪਲੂਟੋਨੀਅਮ) ਦੇ ਨਿਊਕਲੀਅਸ ਨੂੰ ਘੱਟ ਊਰਜਾ ਵਾਲੇ ਨਿਊਟਰਾਨ ਨਾਲ ਬੰਬਾਰੀ ਕਰਕੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਹਲਕੇ ਨਿਊਕਲੀਆਂ ਵਿੱਚ ਤੋੜਿਆ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ਜਿਸ ਤੋਂ ਵਿਸ਼ਾਲ ਮਾਤਰਾ ਵਿੱਚ ਉਰਜਾ ਮੁਕਤ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਉਦਾਹਰਨ ਲਈ ਯੂਰੇਨੀਅਮ ਦੇ ਇੱਕ ਪਰਮਾਣੂ ਦੇ ਵਿਖੰਡਨ ਤੋਂ ਜੋ ਊਰਜਾ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ਉਹ ਕੋਲੇ ਤੇ ਕਿਸੇ ਪਰਮਾਣੂ ਦੇ ਜਲਣ ਨਾਲ ਉਤਪੰਨ ਹੋਈ ਊਰਜਾ ਦੇ ਤੁਲਨਾ ਵਿੱਚ ਕਰੋੜ ਗੁਣਾ ਵੱਧ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਬਦਲਵੇਂ ਊਰਜਾ ਸਰੋਤਾਂ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਵਿੱਚ ਨਿਊਕਲੀਅਸ ਵਿਖੰਡਨ ਤੋਂ ਬਹੁਤ ਜ਼ਿਆਦਾ ਮਾਤਰਾ ਵਿੱਚ ਉਰਜਾ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕੀਤੀ ਜਾ ਸਕਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਵਿਕਸਿਤ ਅਤੇ ਵਿਕਾਸਸ਼ੀਲ ਦੇਸ਼ ਨਿਊਕਲੀਅਰ ਊਰਜਾ ਤੋਂ ਬਿਜਲੀ ਊਰਜਾ ਦਾ ਰੂਪਾਂਤਰਨ ਕਰ ਰਹੇ ਹਨ ।

ਇਸ ਦੇ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਲਾਭ ਹਨ-

  1. ਅਧਿਕ ਊਰਜਾ ਪ੍ਰਾਪਤੀ ਲਈ ਘੱਟ ਬਾਲਣ ਦੀ ਲੋੜ ਪੈਂਦੀ ਹੈ ।
  2. ਇਹ ਊਰਜਾ ਪ੍ਰਾਪਤੀ ਦਾ ਭਰੋਸੇਯੋਗ ਸੋਮਾ ਅਤੇ ਲੰਬੇ ਸਮੇਂ ਤੱਕ ਬਿਜਲੀ ਊਰਜਾ ਪ੍ਰਦਾਨ ਕਰਨ ਵਿੱਚ ਸਮਰੱਥ ਹੈ ।
  3. ਹੋਰ ਊਰਜਾ ਸੋਮਿਆਂ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਵਿੱਚ ਘੱਟ ਖ਼ਰਚੇ ਤੇ ਊਰਜਾ ਪ੍ਰਦਾਨ ਕਰਦਾ ਹੈ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 14 ਊਰਜਾ ਦੇ ਸੋਮੇ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 11.
ਕੀ ਕੋਈ ਊਰਜਾ ਸੋਮਾ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਰਹਿਤ ਹੋ ਸਕਦਾ ਹੈ ? ਕਿਉਂ ਜਾਂ ਕਿਉਂ ਨਹੀਂ ?
ਉੱਤਰ-
ਨਹੀਂ, ਕੋਈ ਵੀ ਊਰਜਾ ਸੋਮੇ ਪੂਰਨ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਰਹਿਤ ਨਹੀਂ ਹੋ ਸਕਦਾ ਹੈ । ਕੁੱਝ ਸੋਮੇ ਊਰਜਾ ਉਤਪੰਨ ਕਰਦੇ ਸਮੇਂ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਉਤਪੰਨ ਕਰਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਕੁੱਝ ਊਰਜਾ ਸੋਮਿਆਂ ਦੇ ਨਿਰਮਾਣ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਹੁੰਦਾ ਹੈ। ਉਦਾਹਰਨ ਲਈ ਸੂਰਜੀ ਸੈੱਲ ਨੂੰ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਮੁਕਤ ਊਰਜਾ ਸੋਮਾ ਕਿਹਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ, ਪਰੰਤੂ ਇਸ ਜੁਗਤ ਦੇ ਨਿਰਮਾਣ ਸਮੇਂ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਜਿਸ ਤੋਂ ਪਰਿਆਵਰਣ ਨੂੰ ਨੁਕਸਾਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 12.
ਰਾਕੇਟ ਬਾਲਣ ਦੇ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਹਾਈਡਰੋਜਨ ਦਾ ਉਪਯੋਗ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਰਿਹਾ ਹੈ। ਕੀ ਤੁਸੀਂ ਇਸ ਨੂੰ ਸੀ.ਐੱਨ. ਜੀ. (C.N.G.) ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਵਿੱਚ ਵਧੇਰੇ ਸਾਫ਼-ਸੁਥਰਾ ਬਾਲਣ ਮੰਨਦੇ ਹੋ ? ਕਿਉਂ ਜਾਂ ਕਿਉਂ ਨਹੀਂ ?
ਉੱਤਰ-
ਹਾਈਡਰੋਜਨ ਨਿਸ਼ਚਿਤ ਰੂਪ ਵਿੱਚ CNG ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਵਿੱਚ ਸਵੱਛ ਬਾਲਣ ਹੈ ਕਿਉਂਕਿ ਨਾ ਤਾਂ ਇਸ ਦਾ ਅਪੂਰਨ ਦਹਿਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਨਾ ਹੀ ਹਾਈਡਰੋਜਨ ਜਲਣ ਤੇ ਕੋਈ ਜ਼ਹਿਰੀਲੀ ਗੈਸ ਉਤਪੰਨ ਕਰਦੀ ਹੈ ਜਦਕਿ CNG ਦੁਆਰਾ CO2 ਅਤੇ SO2 ਜਿਹੀਆਂ ਗ੍ਰੀਨ ਹਾਊਸ ਗੈਸਾਂ ਉਤਪੰਨ ਹੁੰਦੀਆਂ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 13.
ਅਜਿਹੇ ਦੋ ਊਰਜਾ ਸੋਮਿਆਂ ਦੇ ਨਾਂ ਲਓ ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਤੁਸੀਂ ਨਵਿਆਉਣਯੋਗ ਮੰਨਦੇ ਹੋ। ਆਪਣੀ ਚੋਣ ਲਈ ਤਰਕ (ਕਾਰਨ) ਦਿਓ ।
ਉੱਤਰ-
ਜੈਵ ਪਦਾਰਥ ਅਤੇ ਵਹਿੰਦੇ ਹੋਏ ਪਾਣੀ ਦੀ ਊਰਜਾ, ਊਰਜਾ ਦੇ ਦੋ ਪੂਰਤੀਯੋਗ ਸੋਮੇ ਹਨ ਕਿਉਂਕਿ ਜੀਵ ਪਦਾਰਥ (ਜੰਗਲਾਂ ਤੋਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਲੱਕੜ) ਨੂੰ ਦੁਬਾਰਾ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਇਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਨਵਿਆਉਣਯੋਗ ਸੋਮਾ ਮੰਨਿਆ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ । ਵਹਿੰਦੇ ਹੋਏ ਜਲ ਦੀ ਉਰਜਾ ਅਸਲ ਵਿੱਚ ਸੂਰਜੀ ਉਰਜਾ ਦਾ ਹੀ ਇੱਕ ਰੂਪ ਹੈ। ਇਸ ਲਈ ਇਹ ਵੀ ਊਰਜਾ ਦਾ ਇਕ ਨਵਿਆਉਣਯੋਗ ਸੋਮਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 14.
ਅਜਿਹੇ ਦੋ ਊਰਜਾ ਸੋਮਿਆਂ ਦੇ ਨਾਂ ਲਓ ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਤੁਸੀਂ ਮੁੱਕਣ ਯੋਗ ਸਮਝਦੇ ਹੋ। ਆਪਣੀ ਚੋਣ ਲਈ ਦਲੀਲ ਦਿਓ ।
ਉੱਤਰ-
ਕੋਲਾ ਅਤੇ ਪੈਟਰੋਲੀਅਮ ਦੋਨੋਂ ਊਰਜਾ ਦੇ ਮੁੱਕਣ ਯੋਗ (ਨਾ-ਨਵਿਆਉਯੋਗ) ਸੋਮੇ ਹਨ ।
ਕੋਲੇ ਅਤੇ ਪੈਟਰੋਲੀਅਮ ਦੋਨੋਂ ਊਰਜਾ ਦੇ ਉਪਲੱਬਧ ਭੰਡਾਰ ਛੇਤੀ ਹੀ ਮੁੱਕਣ ਵਾਲੇ ਹਨ ਅਤੇ ਇਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਕਦੇ ਵੀ ਦੁਬਾਰਾ ਪ੍ਰਾਪਤ ਨਹੀਂ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਇਹ ਦੋਨੋਂ ਉਰਜਾ ਦੇ ਮੁੱਕਣ ਯੋਗ (ਨਾ-ਨਵਿਆਉਣਯੋਗ) ਸੋਮੇ ਹਨ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 13 ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੇ ਚੁੰਬਕੀ ਪ੍ਰਭਾਵ

Punjab State Board PSEB 10th Class Science Book Solutions Chapter 13 ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੇ ਚੁੰਬਕੀ ਪ੍ਰਭਾਵ Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 Science Chapter 13 ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੇ ਚੁੰਬਕੀ ਪ੍ਰਭਾਵ

PSEB 10th Class Science Guide ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੇ ਚੁੰਬਕੀ ਪ੍ਰਭਾਵ Textbook Questions and Answers

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਹੇਠ ਲਿਖਿਆਂ ਵਿਚੋਂ ਕਿਹੜਾ ਕਿਸੇ ਲੰਬੀ ਸਿੱਧੀ ਤਾਰ ਦੇ ਨੇੜੇ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦਾ ਸਹੀ ਵਰਣਨ ਕਰਦਾ ਹੈ ?
(a) ਤਾਰ ਦੇ ਉੱਪਰ ਸਿੱਧੀਆਂ ਲੰਬ ਰੂਪੀ ਰੇਖਾਵਾਂ ਦਾ ਬਣਦਾ ਖੇਤਰ ।
(b) ਤਾਰ ਦੇ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਸਿੱਧੀਆਂ ਰੇਖਾਵਾਂ ਦਾ ਬਣਦਾ ਖੇਤਰ ।
(c) ਤਾਰ ਤੋਂ ਪੈਦਾ ਅਰਧ-ਵਿਆਸੀ ਰੇਖਾਵਾਂ ਦਾ ਬਣਦਾ ਖੇਤਰ ।
(d) ਤਾਰ ਦੇ ਦੁਆਲੇ ਸਮਕੇਂਦਰੀ ਚੱਕਰਾਂ ਦਾ ਬਣਦਾ ਖੇਤਰ ।
ਉੱਤਰ-
(d) ਤਾਰ ਦੇ ਦੁਆਲੇ ਸਮਕੇਂਦਰੀ ਚੱਕਰਾਂ ਦਾ ਬਣਦਾ ਖੇਤਰ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਬਿਜਲ-ਚੁੰਬਕੀ ਰਣ ਦੀ ਘਟਨਾ- .
(a) ਕਿਸੇ ਵਸਤੂ ਨੂੰ ਚਾਰਜ ਕਰਨ ਦੀ ਪ੍ਰਕਿਰਿਆ ਹੈ ?
(b) ਕਿਸੇ ਕੁੰਡਲੀ ਤੋਂ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਹੋਣ ਦੇ ਕਾਰਨ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਉਤਪੰਨ ਕਰਨ ਦੀ ਪ੍ਰਕਿਰਿਆ ਹੈ ।
(c) ਕੁੰਡਲੀ ਅਤੇ ਚੁੰਬਕੇ ਦੇ ਵਿੱਚ ਸਾਪੇਖਿਕ ਗਤੀ ਦੇ ਕਾਰਨ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਪੇਰਿਤ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਪੈਦਾ ਕਰਨਾ ।
(d) ਕਿਸੇ ਬਿਜਲੀ ਮੋਟਰ ਦੀ ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਘੁੰਮਾਉਣ ਦੀ ਪ੍ਰਕਿਰਿਆ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
(c) ਕੁੰਡਲੀ ਅਤੇ ਚੁੰਬਕ ਦੇ ਵਿੱਚ ਸਾਪੇਖਿਕ ਗਤੀ ਦੇ ਕਾਰਨ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰੇਮ੍ਰਿਤ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਪੈਦਾ ਕਰਨਾ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 13 ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੇ ਚੁੰਬਕੀ ਪ੍ਰਭਾਵ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਪੈਦਾ ਕਰਨ ਦੀ ਵਿਉਂਤ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ :
(a) ਜਨਰੇਟਰ
(b) ਗੈਲਵੈਨੋਮੀਟਰ
(c) ਐਮਮੀਟਰ
(d) ਮੋਟਰ ।
ਉੱਤਰ-
(a) ਜਨਰੇਟਰ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਕਿਸੇ AC ਜਨਰੇਟਰ ਅਤੇ DC ਜਨਰੇਟਰ ਵਿੱਚ ਇੱਕ ਮੂਲ ਅੰਤਰ ਹੈ ਕਿ-
(a) AC ਜਨਰੇਟਰ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲੀ ਚੁੰਬਕ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਜਦੋਂ ਕਿ DC ਜਨਰੇਟਰ ਵਿੱਚ ਸਥਾਈ ਚੁੰਬਕ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
(b) DC ਜਨਰੇਟਰ ਉੱਚੀ ਵੋਲਟਤਾ ਪੈਦਾ ਕਰਦਾ ਹੈ ।
(c) AC ਜਨਰੇਟਰ ਉੱਚੀ ਵੋਲਟਤਾ ਪੈਦਾ ਕਰਦਾ ਹੈ
(d) AC ਜਨਰੇਟਰ ਵਿੱਚ ਵਿਭੇਦਿਤ ਰਿੰਗ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ਜਦੋਂ ਕਿ DC ਜਨਰੇਟਰ ਵਿਚ ਦਿਸ਼ਾ ਪਰਾਵਰਤਕ (Commutator) ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
(d) AC ਜਨਰੇਟਰ ਵਿੱਚ ਵਿਭੇਦਿਤ ਰਿੰਗ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ਜਦੋਂ ਕਿ DC ਜਨਰੇਟਰ ਵਿਚ ਦਿਸ਼ਾ ਪਰਾਵਰਤਕ (Commutator) ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਸਾਰਟ ਸਰਕਟ ਸਮੇਂ ਸਰਕਟ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦਾ ਮਾਨ-
(a) ਬਹੁਤ ਘੱਟ ਹੋ ਜਾਂਦਾ ਹੈ
(b) ਪਰਿਵਰਤਿਤ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦਾ ।
(c) ਬਹੁਤ ਅਧਿਕ ਵੱਧ ਜਾਂਦਾ ਹੈ
(d) ਨਿਰੰਤਰ ਪਰਿਵਰਤਿਤ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
(c) ਬਹੁਤ ਅਧਿਕ ਵੱਧ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਕਥਨਾਂ ਵਿਚੋਂ ਕਿਹੜਾ ਸਹੀ ਹੈ ਅਤੇ ਕਿਹੜਾ ਗਲਤ ਹੈ-
(a) ਬਿਜਲੀ ਮੋਟਰ ਯੰਤਰਿਕ ਉਰਜਾ ਨੂੰ ਬਿਜਲੀ ਉਰਜਾ ਵਿੱਚ ਪਰਿਵਰਤਿਤ ਕਰਦੀ ਹੈ ।
(b) ਬਿਜਲੀ ਜਨਰੇਟਰ ਬਿਜਲ-ਚੁੰਬਕੀ ਪ੍ਰੇਰਣ ਦੇ ਸਿਧਾਂਤ ‘ਤੇ ਕਾਰਜ ਕਰਦਾ ਹੈ ।
(c) ਕਿਸੇ ਲੰਬੀ ਗੋਲਾਕਾਰ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਵਾਲੀ ਕੁੰਡਲੀ ਦੇ ਕੇਂਦਰ ਉੱਤੇ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਸਿੱਧੀਆਂ ਖੇਤਰੀ ਰੇਖਾਵਾਂ ਹੁੰਦਾ ਹੈ !
(d) ਹਰੇ ਬਿਜਲ ਰੋਧਕ ਵਾਲੀ ਤਾਰ ਆਮ ਕਰਕੇ ਬਿਜਲੀ ਸਪਲਾਈ ਦੀ ਲਾਇਵ ਤਾਰ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
(a) ਗ਼ਲਤ
(b) ਸਹੀ
(c) ਸਹੀ
(d) ਗ਼ਲਤ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਉਤਪੰਨ ਕਰਨ ਦੇ ਤਿੰਨ ਢੰਗਾਂ ਦੀ ਸੂਚੀ ਬਣਾਓ ।
ਉੱਤਰ-
ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਉਤਪੰਨ ਕਰਨ ਦੇ ਢੰਗ-

  1. ਸਥਾਈ ਛੜ ਚੁੰਬਕ
  2. ਬਿਜਲੀ ਚੁੰਬਕ
  3. ਬਿਜਲੀ ਪ੍ਰੇਣ ਚੁੰਬਕ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਸੋਲੀਨਾਇਡ ਚੁੰਬਕ ਦੀ ਤਰ੍ਹਾਂ ਕਿਵੇਂ ਵਿਵਹਾਰ ਕਰਦੀ ਹੈ ? ਕੀ ਤੁਸੀਂ ਛੜ ਚੁੰਬਕ ਦੀ ਸਹਾਇਤਾ ਨਾਲ ਕਿਸੇ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਵਾਲੇ ਸੋਲਨਾਇਡ ਦੇ ਉੱਤਰੀ ਧਰੁਵ ਦਾ ਪਤਾ ਕਰ ਸਕਦੇ ਹੋ ?
ਉੱਤਰ-

  1. ਛੜ ਚੁੰਬਕ ਅਤੇ ਸੋਲੀਨਾਇਡ ਦੋਨਾਂ ਨੂੰ ਸੁਤੰਤਰਤਾਪੂਰਵਕ ਲਟਕਾਉਣ ਤੇ ਦੋਨਾਂ ਦੇ ਉੱਤਰ-ਦੱਖਣ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਠਹਿਰਦੇ ਹਨ ।
  2. ਛੜ ਚੁੰਬਕ ਅਤੇ ਸੋਲੀਨਾਇਡ ਸਮਾਨ ਧਰੁਵਾਂ ਨੂੰ ਪ੍ਰਤਿਕਰਸ਼ਿਤ (ਆਕਰਸ਼ਿਤ) ਅਤੇ ਅਸਮਾਨ ਵਿਪਰੀਤ) ਧਰੁਵਾਂ ਨੂੰ ਆਕਰਸ਼ਿਤ ਕਰਦੇ ਹਨ
  3. ਛੜ ਚੁੰਬਕ ਅਤੇ ਸੋਲੀਨਾਇਡ ਦੋਨੋਂ ਚੁੰਬਕੀ ਪਦਾਰਥਾਂ (ਜਿਵੇਂ ਲੋਹਾ, ਕੋਬਾਲਟ ਅਤੇ ਨਿਕਲ) ਨੂੰ ਆਪਣੇ ਵੱਲ ਆਕਰਸ਼ਿਤ ਕਰਦੇ ਹਨ ।
  4. ਛੜ ਚੁੰਬਕ ਅਤੇ ਸੋਲੀਨਾਇਡ ਦੋਨਾਂ ਦੇ ਨੇੜੇ ਦਿਸ਼ਾ ਸੂਚਕ ਸੂਈ ਲਿਆਉਣ ‘ਤੇ ਸੂਈ ਵਿਖੇਪਿਤ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ।
  5. ਸੁਤੰਤਰਤਾਪੂਰਵਕ ਲਟਕ ਰਹੇ ਚੁੰਬਕ ਜਾਂ ਸੋਲੀਨਾਇਡ ਦੇ ਨੇੜੇ ਇੱਕ ਹੋਰ ਧਾਰਾਵਾਹੀ ਤਾਰ ਲਿਆਉਣ ਨਾਲ ਦੋਨੋਂ ਵਿਖੇਪਿਤ ਹੋ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ।

ਛੜ ਚੁੰਬਕ ਦੁਆਰਾ ਸੋਲੀਨਾਇਡ ਦੇ ਧਰੁਵ ਨਿਰਧਾਰਨ ਕਰਨਾ-

  1. ਇੱਕ ਸੁਤੰਤਰਤਾ ਪੂਰਵਕ ਖਿਤਿਜ ਅਵਸਥਾ ਵਿੱਚ ਲਟਕ ਰਹੀ ਧਾਰਾਵਾਹੀ ਸੋਲੀਨਾਇਡ ਦੇ ਇੱਕ ਸਿਰੇ ਦੇ ਨੇੜੇ ਛੜ ਚੁੰਬਕ ਦਾ ਉੱਤਰੀ ਧਰੁਵ ਲਿਆਓ । ਜੇਕਰ ਧਾਰਾਵਾਹੀ ਸੋਲੀਨਾਇਡ ਆਕਰਸ਼ਿਤ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ਤਾਂ ਇਹ ਸਿਰਾ ਸੋਲੀਨਾਇਡ ਦਾ ਦੱਖਣੀ ਧਰੁਵ ਹੋਵੇਗਾ ਅਤੇ ਦੂਜਾ ਸਿਰਾ ਉੱਤਰੀ ਧਰੁਵ ਹੋਵੇਗਾ ।
  2. ਜੇਕਰ ਛੜ ਚੁੰਬਕ ਦਾ ਉੱਤਰੀ ਧਰੁਵ ਸੋਲੀਨਾਇਡ ਦੇ ਨੇੜੇ ਲਿਆਉਣ ਨਾਲ ਸੋਲੀਨਾਇਡ ਵਿਖੇਪਿਤ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ਤਾਂ ਛੜ ਚੁੰਬਕ ਦੇ ਉੱਤਰੀ ਧਰੁਵ ਦੇ ਸਾਹਮਣੇ ਵਾਲਾ ਸੋਲੀਨਾਇਡ ਦਾ ਸਿਰਾ ਉੱਤਰੀ ਧਰੁਵ ਅਤੇ ਦੂਜਾ ਸਿਰਾ ਦੱਖਣੀ ਧਰੁਵ ਹੋਵੇਗਾ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 13 ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੇ ਚੁੰਬਕੀ ਪ੍ਰਭਾਵ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 9.
ਕਿਸੇ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਸਥਿਤ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਵਾਲੇ ਚਾਲਕ ਉੱਤੇ ਲੱਗ ਰਿਹਾ ਬਲ ਕਦੋਂ ਅਧਿਕਤਮ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਕਿਸੇ ਚੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਸਥਿਤ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾਵਾਹੀ ਚਾਲਕ ਉੱਤੇ ਲੱਗ ਰਿਹਾ ਬਲ ਉਸ ਸਮੇਂ ਅਧਿਕਤਮ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਜਦੋਂ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਦੇ ਲੰਬ ਹੋਵੇ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 10.
ਮੰਨ ਲਓ ਤੁਸੀਂ ਕਿਸੇ ਚੈਂਬਰ ਵਿੱਚ ਆਪਣੀ ਪਿੱਠ ਨੂੰ ਕਿਸੇ ਇੱਕ ਕੰਧ ਨਾਲ ਲਗਾ ਕੇ ਬੈਠੇ ਹੋ । ਕੋਈ ਇਲੈੱਕਟਰਾਨ ਪੁੰਜ ਤੁਹਾਡੇ ਪਿੱਛੇ ਦੀ ਕੰਧ ਤੋਂ ਸਾਹਮਣੇ ਵਾਲੀ ਕੰਧ ਵੱਲ ਖਤਿਜ ਗਤੀ ਕਰਦਾ ਹੋਇਆ ਕਿਸੇ ਪ੍ਰਬਲ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੁਆਰਾ ਤੁਹਾਡੇ ਸੱਜੇ ਪਾਸੇ ਵਿਖੇਪਿਤ ਹੋ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਕੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਫਲੇਮਿੰਗ ਦੇ ਖੱਬੇ ਹੱਥ ਦੇ ਨਿਯਮ ਅਨੁਸਾਰ ਲੱਗ ਰਹੇ ਬਲ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਅਤੇ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੋਨਾਂ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾਵਾਂ ਦੇ ਲੰਬ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਇਲੈੱਕਟ੍ਰਾਨ ਦੀ ਗਤੀ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਦੇ ਉਲਟ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਹੇਠਾਂ ਵੱਲ ਹੋਵੇਗੀ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 11.
ਬਿਜਲੀ ਮੋਟਰ ਦਾ ਅੰਕਿਤ ਚਿੱਤਰ ਖਿੱਚੋ । ਇਸ ਦਾ ਸਿਧਾਂਤ ਅਤੇ ਕਾਰਜ ਵਿਧੀ ਸਪੱਸ਼ਟ ਕਰੋ । ਬਿਜਲੀ ਮੋਟਰ ਵਿੱਚ ਵਿਭੇਦਿਤ ਰਿੰਗ ਦਾ ਕੀ ਮਹੱਤਵ ਹੈ ?
ਜਾਂ
ਅੰਕਿਤ ਚਿੱਤਰ ਦੀ ਸਹਾਇਤਾ ਨਾਲ ਬਿਜਲੀ ਦੀ ਮੋਟਰ ਦਾ ਸਿਧਾਂਤ, ਰਚਨਾ ਅਤੇ ਕਾਰਜ ਵਿਧੀ ਸਮਝਾਓ ।
ਉੱਤਰ-
ਬਿਜਲੀ ਮੋਟਰ – ਬਿਜਲੀ ਮੋਟਰ, ਬਿਜਲ ਉਰਜਾ (ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ) ਨੂੰ ਯੰਤਰਿਕ ਉਰਜਾ (ਗਤੀ) ਵਿੱਚ ਪਰਿਵਰਤਿਤ ਕਰ ਦਿੰਦੀ ਹੈ । ਰੋਜ਼ਾਨਾ ਜੀਵਨ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲੀ ਮੋਟਰਾਂ ਦਾ ਕਈ ਸਥਾਨਾਂ ‘ਤੇ ਪ੍ਰਯੋਗ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ-ਜਿਵੇਂ ਕਿ ਵਾਲ ਸੁਕਾਉਣ ਵਾਲਾ ਯੰਤਰ (ਡਰਾਇਰ), ਪੱਖੇ, ਪਾਣੀ ਦੇ ਪੰਪ ਅਤੇ ਕਈ ਵਾਹਨ ਅਤੇ ਉਦਯੋਗ ।

ਸਿਧਾਂਤ-ਜਦੋਂ ਕਿਸੇ ਕਰੰਟ ਵਾਹਕ ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਰੱਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਇਸ ਕੁੰਡਲੀ ਦੀਆਂ ਭੁਜਾਵਾਂ ‘ਤੇ ਵਾਹਕ ਬਲ ਕਿਰਿਆ ਕਰਦਾ ਹੈ ਜੋ ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਘੁਮਾਉਣ ਦਾ ਯਤਨ ਕਰਦਾ ਹੈ ।

ਬਨਾਵਟ-ਬਿਜਲੀ ਮੋਟਰ ਦੇ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਭਾਗ ਹਨ-

  1. ਆਰਮੇਚਰ ਕੁੰਡਲੀ – ਆਰਮੇਚਰ ਕੁੰਡਲੀ ABCD ਇੱਕ ਨਰਮ ਲੋਹੇ ਦੀ ਛੜ ਦੇ ਗਿਰਦ ਲਪੇਟੀ ਇੱਕ ਕੁੰਡਲੀ ਆਪਣੇ ਧੁਰੇ ਦੇ ਗਿਰਦ ਘੁੰਮਣ ਲਈ ਸੁਤੰਤਰ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।
  2. ਦਿਸ਼ਾ ਪਰਿਵਰਤਕ – ਦਿਸ਼ਾ ਪਰਿਵਰਤਕ ਕੁੰਡਲੀ, ਵਿਭਾਜਿਤ ਛੱਲਿਆਂ ਨਾਲ S1 ਅਤੇ S2 ਨੂੰ ਜੁੜੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।
  3. ਹਾਰਸ-ਸੂ ਚੁੰਬਕ – ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਹਾਰਸ-ਸੂ (ਘੋੜੇ ਦੀ ਨਾਲ ਜਿਹੇ) ਚੁੰਬਕ ਦੇ ਸ਼ਕਤੀਸ਼ਾਲੀ ਧਰੁਵਾਂ ਦੇ ਵਿਚਕਾਰ ਰੱਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ !
  4. ਕਾਰਬਨ ਬੁਰਸ਼ – ਕਾਰਬਨ ਬਰੁਸ਼ B1 ਅਤੇ B2 ਦਾ ਜੋੜਾ ਵਿਭਾਜਿਤ ਛੱਲਿਆਂ ਨੂੰ ਦਬਾ ਕੇ ਰੱਖਦਾ ਹੈ । D.C. ਧਾਰਾ ਦਾ ਇੱਕ ਸਰੋਤ ਇਨ੍ਹਾਂ ਕਾਰਬਨ ਬਰੁਸ਼ਾਂ ਨਾਲ ਜੁੜਿਆ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

ਕਾਰਜ ਵਿਧੀ – ਮੰਨ ਲਓ ਕੁੰਡਲੀ ABCD ਦਾ ਤਲ ਖਿਤਿਜ ਹੈ ਅਤੇ ਵਿਭਾਜਿਤ ਛੱਲੇ S1 ਅਤੇ S2 ਬੁਰਸ਼ B1 ਅਤੇ B2 ਨੂੰ ਛੂਹ ਰਹੇ ਹਨ । ਜਿਵੇਂ ਕਿ ਚਿੱਤਰ ਵਿੱਚ ਦਰਸਾਇਆ ਗਿਆ ਹੈ । ਧਾਰਾ ਘੜੀ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਦੇ ਉਲਟ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ।

ਫਲੈਮਿੰਗ ਦੇ ਖੱਬੇ ਹੱਥ ਦੇ ਨਿਯਮ ਅਨੁਸਾਰ AB ਬਾਹਰ ਵੱਲ ਕਾਗ਼ਜ਼ ਦੇ ਤਲ ਦੇ ਲੰਬ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਇੱਕ ਬਲ F ਮਹਿਸੂਸ ਕਰਦੀ ਹੈ । ਭੁਜਾ DC ਅੰਦਰ ਵੱਲ ਕਾਗ਼ਜ਼ ਦੇ ਤਲ ਤੇ ਸਮਾਨਾਂਤਰ ਬਲ Fਮਹਿਸੂਸ ਕਰਦੀ ਹੈ ।
PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 13 ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੇ ਚੁੰਬਕੀ ਪ੍ਰਭਾਵ 1
ਕਿਉਂਕਿ CB ਅਤੇ AD ਭੁਜਾਵਾਂ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੇ ਸਮਾਨੰਤਰ ਹਨ, ਇਸ ਲਈ ਕੋਈ ਬਲ ਮਹਿਸੂਸ ਨਹੀਂ ਕਰਦੀਆਂ । ਭੁਜਾਵਾਂ AB ਅਤੇ CD ਤੇ ਕਿਰਿਆ ਕਰ ਰਹੇ ਬਲ ਬਰਾਬਰ ਪਰੰਤੂ ਉਲਟ ਦਿਸ਼ਾਈ ਹਨ ਜਿਹੜੇ ਵਿਭਿੰਨ ਬਿੰਦੂਆਂ ਤੇ ਕਿਰਿਆ ਕਰਕੇ ਇੱਕ ਜੋੜਾ ਬਲ ਬਣਾਉਂਦਾ ਹੈ ਜਿਸ ਦੇ ਸਿੱਟੇ ਵਜੋਂ ਕੁੰਡਲੀ ਘੜੀ ਵਾਲੀ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਘੁੰਮਣ ਲਗਦੀ ਹੈ । ਜਦੋਂ ਕੁੰਡਲੀ ਕਾਗ਼ਜ਼ ਦੇ ਤਲ ਦੇ ਲੰਬ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਆ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ਅਤੇ ਭੁਜਾ AB ਅਤੇ CD ਹੇਠਾਂ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ਤਾਂ ਜੋੜਾ ਬਲ ਸਿਫਰ ਹੋ ਜਾਂਦਾ ਹੈ, ਪਰੰਤੁ ਜਤਾ ਦੇ ਕਾਰਨ ਕੁੰਡਲੀ ਘੁੰਮਦੀ ਰਹਿੰਦੀ ਹੈ । ਵਿਭਾਜਿਤ ਛੱਲਾ S1 ਅਤੇ ਬਰੁਸ਼ B2 ਪਰਸਪਰ ਸੰਪਰਕ ਵਿੱਚ ਅਤੇ ਵਿਭਾਜਿਤ ਛੱਲਾ S2 ਬਰੁਸ਼ B1 ਦੇ ਸੰਪਰਕ ਵਿੱਚ ਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

ਵਿਭਾਜਿਤ ਛੱਲੇ ਆਪਣੀ ਸਥਿਤੀ ਬਦਲਦੇ ਹਨ ਨਾ ਕਿ ਬਰੁਸ਼ B1 ਅਤੇ B2 – ਫਿਰ ਜਦੋਂ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿਚੋਂ ਦਿਸ਼ਾ ABCD ਵਿਚੋਂ ਲੰਘਦੀ ਹੈ ਤਾਂ ਕੁੰਡਲੀ ਦੀਆਂ ਭੁਜਾਵਾਂ ਤੇ ਕਿਰਿਆ ਕਰਕੇ ਬਲ ਉਸ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਬਾਹਰ ਵੱਲ ਜੋੜਾ ਬਲ ਬਣਾਉਂਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਦੇ ਸਿੱਟੇ ਵਜੋਂ ਕੁੰਡਲੀ ਉਸੇ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਘੁੰਮਣਾ ਜਾਰੀ ਰੱਖਦੀ ਹੈ ।

ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਮੋਟਰ ਦੀ ਕੁੰਡਲੀ ਦੇ ਧੁਰੇ ਤੇ ਜੇਕਰ ਕੋਈ ਪਹੀਆ ਲੱਗਾ ਹੋਵੇ ਤਾਂ ਪਹੀਆ ਕੋਈ ਮਸ਼ੀਨਾਂ ਨੂੰ ਚਲਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 12.
ਅਜਿਹੇ ਕੁੱਝ ਯੰਤਰਾਂ ਦੇ ਨਾਂ ਲਿਖੋ ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲੀ ਮੋਟਰ ਦਾ ਉਪਯੋਗ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
ਬਿਜਲੀ ਮੋਟਰ ਦਾ ਉਪਯੋਗ ਬਿਜਲੀ ਪੱਖੇ, ਰੇਫਰੀਜਰੇਟਰਾਂ, ਬਿਜਲੀ ਮਿਕਸਰਾਂ, ਵਾਸ਼ਿੰਗ ਮਸ਼ੀਨਾਂ, ਕੰਪਿਊਟਰਾਂ, ਐੱਮ. ਪੀ. 3 ਪਲੇਅਰ, ਜਲ ਪੰਪ, ਆਟਾ ਪੀਸਣ ਵਾਲੀ ਮਸ਼ੀਨ ਵਿੱਚ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

PSEB 10th Class Science Solutions Chapter 13 ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੇ ਚੁੰਬਕੀ ਪ੍ਰਭਾਵ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 13.
ਬਿਜਲਰੋਧੀ ਤਾਂਬੇ ਦੀ ਤਾਰ ਦੀ ਕੁੰਡਲੀ ਕਿਸੇ ਗੈਲਵੈਨੋਮੀਟਰ ਨਾਲ ਜੁੜੀ ਹੋਈ ਹੈ । ਕੀ ਹੋਵੇਗਾ ਜੇਕਰ ਕੋਈ ਛੜ ਚੁੰਬਕ :
(i) ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਧਕੇਲਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ?
(ii) ਕੁੰਡਲੀ ਦਾ ਅੰਦਰ ਤੋਂ ਬਾਹਰ ਖਿੱਚਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ?
(iii) ਕੁੰਡਲੀ ਦੇ ਅੰਦਰ ਸਥਿਤ ਰੱਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
(i) ਜਿਵੇਂ ਹੀ ਛੜ ਚੁੰਬਕ ਨੂੰ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਧਕੇਲਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਉਸੇ ਵੇਲੇ ਗੈਲਵੈਨੋਮੀਟਰ ਦੀ ਸੂਈ ਵਿੱਚ ਥੋੜ੍ਹੇ ਸਮੇਂ ਲਈ ਵਿਖੇਪਣ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੀ ਉਪਸਥਿਤੀ ਦਾ ਸੰਕੇਤ ਦਿੰਦਾ ਹੈ ।

(ii) ਜਦੋਂ ਚੁੰਬਕ ਨੂੰ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚੋਂ ਬਾਹਰ ਖਿੱਚਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਗੈਲਵੈਨੋਮੀਟਰ ਦੀ ਸੂਈ ਦਾ ਥੋੜੇ ਸਮੇਂ ਲਈ ਵਿਪਰੀਤ (ਉਲਟ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਵਿਖੇਪਣ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

(iii) ਜੇਕਰ ਚੁੰਬਕ ਨੂੰ ਕੁੰਡਲੀ ਅੰਦਰ ਸਥਿਰ ਰੱਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਕੋਈ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਉਤਪੰਨ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ਅਤੇ ਗੈਲਵੈਨੋਮੀਟਰ ਦੀ ਸੂਈ ਦਾ ਵਿਖੇਪਣ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 14.
ਦੋ ਗੋਲਾਕਾਰ ਕੁੰਡਲੀਆਂ A ਅਤੇ B ਇੱਕ ਦੂਜੇ ਦੇ ਨੇੜੇ ਸਥਿਤ ਹਨ । ਜੇਕਰ ਕੁੰਡਲੀ A ਵਿੱਚ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਵਿੱਚ ਕੋਈ ਪਰਿਵਰਤਨ ਕਰੀਏ ਤਾਂ ਕੀ ਕੁੰਡਲੀ B ਵਿੱਚ ਕੋਈ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰੇਰਿਤ ਹੋਵੇਗੀ ? ਕਾਰਨ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਹਾਂ, ਜਦੋਂ ਕੁੰਡਲੀ A ਵਿੱਚ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਵਿੱਚ ਕੋਈ ਪਰਿਵਰਤਨ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਕੁੰਡਲੀ B ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰੇਰਿਤ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । ਕੁੰਡਲੀ A ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਵਿੱਚ ਪਰਿਵਰਤਨ ਦੇ ਕਾਰਨ ਇਸ ਦੀਆਂ ਚੁੰਬਕੀ ਬਲ ਰੇਖਾਵਾਂ ਦਾ ਕੁੰਡਲੀ B ਨਾਲ ਸੰਬੰਧਤ ਰੇਖਾਵਾਂ ਵਿੱਚ ਪਰਿਵਰਤਨ ਹੋਣ ਕਾਰਨ ਕੁੰਡਲੀ B ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਉਤਪੰਨ ਕਰਦੀਆਂ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 15.
ਨਿਮਨਲਿਖਿਤ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਨਿਰਧਾਰਿਤ ਕਰਨ ਵਾਲਾ ਨਿਯਮ ਲਿਖੋ :
(i) ਕਿਸੇ ਸਿੱਧੇ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਵਾਲੇ ਚਾਲਕ ਦੇ ਆਲੇ-ਦੁਆਲੇ ਉਤਪੰਨ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ।
(ii) ਕਿਸੇ ਚੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਖੇਤਰ ਦੇ ਲੰਬ ਵੱਲ ਸਥਿਤ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਵਾਲੇ ਸਿੱਧੇ ਚਾਲਕ ਤੇ ਲੱਗਿਆ ਬਲ ਅਤੇ
(iii) ਕਿਸੇ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਕਿਸੇ ਕੁੰਡਲੀ ਘੁੰਮਣ ਤੇ ਉਸ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਉਤਪੰਨ ਪ੍ਰੇਤ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ।
ਉੱਤਰ-
(i) ਧਾਰਾਵਾਹੀ ਸਿੱਧੇ ਚਾਲਕ ਦੇ ਆਲੇ-ਦੁਆਲੇ ਪੈਦਾ ਹੋਏ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਸੱਜਾ ਹੱਥ ਅੰਗੁਠਾ ਨਿਯਮ ਨਿਰਧਾਰਿਤ ਕਰਦਾ ਹੈ ।

ਸੱਜਾ ਹੱਥ ਅੰਗੂਠਾ ਨਿਯਮ – ਜੇਕਰ ਤੁਸੀਂ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾਂ ਲੰਘ ਰਹੇ ਚਾਲਕ ਨੂੰ ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਫੜੋ ਕਿ ਤੁਹਾਡਾ ਅੰਗੂਠਾ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਸੰਕੇਤ ਕਰੇ, ਤਾਂ ਤੁਹਾਡੀਆਂ ਉਂਗਲੀਆਂ ਚਾਲਕ ਦੇ ਚਾਰੋਂ ਪਾਸੇ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀਆਂ ਖੇਤਰੀ ਰੇਖਾਵਾਂ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਨੂੰ ਦਰਸਾਉਣਗੀਆਂ । ਇਸ ਨੂੰ ਸੱਜਾ ਹੱਥ ਅੰਗੂਠਾ ਨਿਯਮ ਆਖਦੇ ਹਨ ।
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(ii) ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਰੱਖੇ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਵਾਲੇ ਚਾਲਕ ਤੇ ਲੱਗਣ ਵਾਲੇ ਬਲ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਫਲੇਮਿੰਗ ਦੇ ਖੱਬੇ ਹੱਥ ਦੇ ਨਿਯਮ ਦੁਆਰਾ ਨਿਰਧਾਰਿਤ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ।

ਫਲੇਮਿੰਗ ਦਾ ਖੱਬੇ-ਹੱਥ ਨਿਯਮ – ਆਪਣੇ ਖੱਬੇ ਹੱਥ ਦੀ ਪਹਿਲੀ ਉਂਗਲੀ ਵਿਚਕਾਰਲੀ ਉਂਗਲੀ ਅਤੇ ਅੰਗੂਠੇ ਨੂੰ ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਫੈਲਾਓ ਕਿ ਇਹ ਤਿਨੋਂ ਇੱਕ ਦੂਜੇ ਦੇ ਪਰਸਪਰ ਲੰਬ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਹੋਣ । ਜੇਕਰ ਪਹਿਲੀ ਉਂਗਲੀ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ, ਵਿਚਕਾਰਲੀ ਉਂਗਲੀ ਚਾਲਕ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਹੋ ਰਹੀ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਸੰਕੇਤ ਕਰਦੀ ਹੋਵੇ, ਤਾਂ ਅੰਗੂਠਾ ਚਾਲਕ ਦੀ ਗਤੀ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਜਾਂ ਚਾਲਕ ਉੱਤੇ ਲੱਗੇ ਬਲ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਵੱਲ ਸੰਕੇਤ ਕਰੇਗਾ |
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(iii) ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਕਿਸੇ ਕੁੰਡਲੀ ਦੀ ਗਤੀ ਕਾਰਨ ਉਸ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰੇਰਿਤ ਹੋ ਰਹੀ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਫਲੇਮਿੰਗ ਦੇ ਸੱਜਾ ਹੱਥ ਨਿਯਮ ਦੁਆਰਾ ਗਿਆਤ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।

ਫਲੇਮਿੰਗ ਦਾ ਸੱਜਾ – ਹੱਥ ਨਿਯਮ-ਆਪਣੇ ਸੱਜੇ ਹੱਥ ਦੀ ਪਹਿਲੀ ਉਂਗਲੀ, ਵਿਚਕਾਰਲੀ ਉਂਗਲੀ ਅਤੇ ਅੰਗੂਠੇ ਨੂੰ ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਫੈਲਾਓ ਕਿ ਇਹ ਤਿੰਨੋਂ ਇੱਕ ਦੂਜੇ ਦੇ ਪਰਸਪਰ ਲੰਬ ਰੂਪ ਹੋਣ । ਜੇਕਰ ਪਹਿਲੀ ਉਂਗਲੀ , ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਵੱਲ ਸੰਕੇਤ ਕਰੇ ਅਤੇ ਅੰਗੂਠਾ ਚਾਲਕ ਦੀ ਗਤੀ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਵੱਲ ਸੰਕੇਤ ਕਰੇ, ਤਾਂ ਵਿਚਕਾਰਲੀ ਉਂਗਲੀ ਚਾਲਕ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰੇਮ੍ਰਿਤ ਬਿਜਲਈ ਮ੍ਰਿਤ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਧਾਰਾ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਦਰਸਾਏਗੀ ।
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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 16.
ਅੰਕਿਤ ਰੇਖਾ ਚਿੱਤਰ ਖਿੱਚ ਕੇ ਕਿਸੇ ਬਿਜਲੀ ਜਨਰੇਟਰ ਦਾ ਮੂਲ ਸਿਧਾਂਤ ਅਤੇ ਕਾਰਜ ਵਿਧੀ ਸਪੱਸ਼ਟ ਕਰੋ । ਇਸ ਵਿੱਚ ਬੁਰਸ਼ਾਂ ਦਾ ਕੀ ਕੰਮ ਹੈ ?
ਜਾਂ
ਅੰਕਿਤ ਚਿੱਤਰ ਦੀ ਸਹਾਇਤਾ ਨਾਲ ਬਿਜਲੀ ਜਨਰੇਟਰ ਦਾ ਸਿਧਾਂਤ, ਰਚਨਾ ਤੇ ਕਾਰਜ ਵਿਧੀ ਸਮਝਾਓ ।
ਉੱਤਰ-
ਪਰਤਵੀਂ ਧਾਰਾ ਡਾਇਨਮੋ ਜਾਂ ਬਿਜਲੀ ਜਨਰੇਟਰ- ਬਿਜਲੀ ਜਨਰੇਟਰ ਇੱਕ ਅਜਿਹਾ ਯੰਤਰ ਹੈ ਜਿਹੜਾ ਯੰਤਰਿਕ ਊਰਜਾ ਨੂੰ ਬਿਜਲੀ ਊਰਜਾ ਵਿੱਚ ਬਦਲਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਦਾ ਕਾਰਜ ਫੈਰਾਡੇ ਦੇ ਬਿਜਲੀ ਚੁੰਬਕੀ ਪ੍ਰੇਰਣ ਦੇ ਸਿਧਾਂਤ ਤੇ ਨਿਰਭਰ ਹੈ ।
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ਸਿਧਾਂਤ – ਜਦੋਂ ਕਿਸੇ ਬੰਦ ਕੁੰਡਲੀ (ਚਾਲਕ) ਨੂੰ ਕਿਸੇ ਸ਼ਕਤੀਸ਼ਾਲੀ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਤੇਜ਼ੀ ਨਾਲ ਘੁਮਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਉਸ ਵਿਚੋਂ ਗੁਜ਼ਰਨ ਵਾਲੀਆਂ ਚੁੰਬਕੀ ਬਲ ਰੇਖਾਵਾਂ (ਚੁੰਬਕੀ ਫਲੈਕਸ) ਵਿੱਚ ਲਗਾਤਾਰ ਪਰਿਵਰਤਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਜਿਸ ਦੇ ਸਿੱਟੇ ਵਜੋਂ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰਮ੍ਰਿਤ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਘੁਮਾਉਣ ਲਈ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਯੰਤਰਿਕ ਕਾਰਜ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲੀ ਉਰਜਾ ਦੇ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਵਿਖਾਈ ਦਿੰਦਾ ਹੈ ।

ਫਲੇਮਿੰਗ ਦਾ ਸੱਜੇ ਹੱਥ ਦਾ ਨਿਯਮ – ਆਪਣੇ ਸੱਜੇ ਹੱਥ ਦੇ ਅੰਗੂਠੇ, ਪਹਿਲੀ ਉਂਗਲੀ, ਦੂਜੀ ਵਿਚਕਾਰਲੀ ਉਂਗਲੀ ਨੂੰ ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਫੈਲਾਓ ਕਿ ਤਿੰਨੋਂ ਇੱਕ-ਦੂਜੇ ਨਾਲ ਸਮਕੋਣ ਬਣਾਉਣ ਤਾਂ ਪਹਿਲੀ ਉਂਗਲੀ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਵੱਲ ਸੰਕੇਤ ਕਰਦੀ ਹੈ, ਅੰਗੁਠਾ ਚਾਲਕ ਦੀ ਗਤੀ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਨੂੰ ਪ੍ਰਦਰਸ਼ਿਤ ਕਰਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਦੂਜੀ ਉੱਗਲੀ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਉਤਪੰਨ ਹੋਈ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਦਰਸਾਉਂਦੀ ਹੈ ।

ਰਚਨਾ (ਬਨਾਵਟ)- ਕਿਸੇ ਸਾਧਾਰਨ ਪਰਤਵੀਂ ਜੈਨਰੇਟਰ ਦੇ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਮੁੱਖ ਭਾਗ ਹੁੰਦੇ ਹਨ :-

  • ਆਰਮੇਚਰ (Armature) – ਇਸ ਵਿੱਚ ਨਰਮ ਲੋਹੇ ਦੀ ਕੋਰ ਤੇ ਤਾਂਬੇ ਦੀ ਰੋਧਕ ਤਾਰ ਦੇ ਬਹੁਤ ਲਪੇਟਾਂ ਵਾਲੀ ਆਇਤਾਕਾਰ ਕੁੰਡਲੀ ABCD ਹੁੰਦੀ ਹੈ ਜਿਸ ਨੂੰ ਆਰਮੇਚਰ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ । ਇਸ ਨੂੰ ਧੂਰੀ ਤੇ ਲਗਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਜਿਹੜੀ ਘੁਮਾਈ ਜਾ ਸਕਦੀ ਹੈ ।
  • ਖੇਤਰ ਚੁੰਬਕ (Field Magnet) – ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਸ਼ਕਤੀਸ਼ਾਲੀ ਚੁੰਬਕੀ ਧਰੁਵਾਂ ਵਿੱਚ ਸਥਾਪਿਤ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਛੋਟੇ ਜੈਨਰੇਟਰਾਂ ਵਿੱਚ ਸਥਾਈ ਚੁੰਬਕ ਲਗਾਏ ਜਾਂਦੇ ਹਨ, ਪਰੰਤੂ ਵੱਡੇ ਜੈਨਰੇਟਰਾਂ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲੀ ਚੁੰਬਕ ਦਾ ਪ੍ਰਯੋਗ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਜਿਹੜਾ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਉਤਪੰਨ ਕਰਦਾ ਹੈ ।
  • ਸਲਿੱਪ ਰਿੰਗ (Slip Rings) – ਧਾਤੂ ਦੇ ਦੋ ਖੋਖਲੇ ਰਿੰਗ R1 ਅਤੇ R2 ਨੂੰ ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਧੂਰੀ ਉੱਪਰ ਲਗਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਕੁੰਡਲੀ ਦੀਆਂ ਭੁਜਾਵਾਂ A B ਅਤੇ CD ਨੂੰ ਕ੍ਰਮਵਾਰ ਇਨ੍ਹਾਂ ਨਾਲ ਜੋੜ ਦਿੱਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਆਰਮੇਚਰ ਦੇ ਘੁੰਮਣ ਨਾਲ R1 ਅਤੇ R2 ਵੀ ਇਸ ਨਾਲ ਘੁੰਮਦੇ ਹਨ ।
  • ਕਾਰਬਨ ਬੁਰਸ਼ (Carbon Brush) – ਦੋ ਕਾਰਬਨ ਬਰੁਸ਼ B1 ਅਤੇ B2 ਦੁਆਰਾ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਨੂੰ ਲੋਡ ਤੱਕ ਲਿਜਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਚਿੱਤਰ ਵਿੱਚ ਇਸ ਨੂੰ ਗੈਲਵੈਨੋਮੀਟਰ ਨਾਲ ਜੋੜਿਆ ਗਿਆ ਹੈ ਜਿਹੜਾ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਨੂੰ ਮਾਪਦਾ ਹੈ !

ਕਾਰਜ ਵਿਧੀ (Working) – ਜਦੋਂ ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਚੁੰਬਕ ਦੇ ਧਰੁਵਾਂ N ਅਤੇ S ਦੇ ਵਿੱਚ ਘੜੀ ਦੀ ਸੂਈ ਦੇ ਵਿਪਰੀਤ ਦਿਸ਼ਾ (Anticlockwise) ਵਿੱਚ ਘੁਮਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਤਾਂ AB ਅਤੇ CD ਉੱਪਰ ਵੱਲ ਗਤੀ ਕਰਦੀ ਹੈ । ਉੱਤਰੀ ਧਰੁਵ ਦੇ ਨੇੜੇ ਜਾ AB ਚੁੰਬਕੀ ਰੇਖਾਵਾਂ ਨੂੰ ਕੱਟਦੀ ਹੈ ਅਤੇ CD ਤੇ ਦੱਖਣੀ ਧਰੁਵ ਦੇ ਨੇੜੇ ਚੁੰਬਕੀ ਬਲ ਰੇਖਾਵਾਂ ਨੂੰ ਕੱਟਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਤੋਂ AB ਅਤੇ DC ਵਿੱਚ ਕ੍ਰਿਤ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਉਤਪੰਨ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਫਲੇਮਿੰਗ ਦੇ ਸੱਜੇ ਹੱਥ ਦੇ ਨਿਯਮ ਅਨੁਸਾਰ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ 8 ਤੋਂ A ਅਤੇ D ਤੋਂ c ਵੱਲ ਪ੍ਰਵਾਹ ਕਰਦੀ ਹੈ । ਪ੍ਰਭਾਵੀ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ DCBA ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਵਹਿੰਦੀ ਹੈ । ਅੱਧੇ ਚੱਕਰ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਕੁੰਡਲੀ ਦੀਆਂ ਭੁਜਾਵਾਂ AB ਅਤੇ DC ਆਪਣੀ ਸਥਿਤੀ ਬਦਲ ਲੈਂਦੀਆਂ ਹਨ । AB ਸੱਜੇ ਪਾਸੇ ਅਤੇ DC ਖੱਬੇ ਪਾਸੇ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ਜਿਸ ਕਰਕੇ AB ਉੱਪਰ ਵੱਲ ਅਤੇ DC ਹੇਠਾਂ ਵੱਲ ਜਾਂਦੀਆਂ ਹਨ ।
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ਇਸ ਵਿਵਸਥਾ ਵਿੱਚ ਇੱਕ ਬੁਰਸ਼ ਹਮੇਸ਼ਾ ਉਸ ਬਾਜੂ ਨਾਲ ਸੰਪਰਕ ਵਿੱਚ ਰਹਿੰਦਾ ਹੈ ਜਿਹੜੀ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਉੱਪਰ ਵੱਲ਼ ਗਤੀ ਕਰਦੀ ਹੈ ਅਤੇ ਦੂਜਾ ਬਰੁਸ਼ ਹਮੇਸ਼ਾ ਹੇਠਾਂ ਵੱਲ ਗਤੀ ਕਰਨ ਵਾਲੀ ਬਾਜੂ ਦੇ ਸੰਪਰਕ ਵਿੱਚ ਰਹਿੰਦਾ ਹੈ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 17.
ਬਿਜਲੀ-ਸ਼ਾਰਟ ਸਰਕਟ ਕਦੋਂ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਜਦੋਂ ਕਿਸੇ ਘਰੇਲੂ ਜਾਂ ਉਦਯੋਗਿਕ ਸਰਕਟ ਵਿੱਚ ਲਾਈਵ ਤਾਰ (ਜੀਵਤ ਜਾਂ ਫੇਜ਼ ਤਾਰ) ਅਤੇ ਨਿਊਟਰਲ ਤਾਰਾਂ ਆਪਸ ਵਿੱਚ ਜੁੜ ਜਾਂਦੀਆਂ ਹਨ ਤਾਂ ਸਰਕਟ ਸ਼ਾਰਟ ਹੋ (ਟੁੱਟ) ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਅਵਸਥਾ ਵਿੱਚ ਸਰਕਟ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧ ਸਮਾਪਤ (ਜ਼ੀਰੋ) ਹੋ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਜਿਸ ਕਰਕੇ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੀ ਸਮਰੱਥਾ ਅਚਾਨਕ ਬਹੁਤ ਜ਼ਿਆਦਾ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 18.
ਭੋ-ਤਾਰ ਦਾ ਕੀ ਕਾਰਜ ਹੈ ? ਧਾਤ ਵਾਲੇ ਯੰਤਰਾਂ ਨੂੰ ਭੋ-ਸੰਪਰਕ ਕਰਨਾ ਕਿਉਂ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਤੋਂ-ਤਾਰ ਤਾਰ – ਘਰੇਲੁ ਬਿਜਲੀ ਸਰਕਟ ਵਿੱਚ ਲਾਈਵ ਅਤੇ ਨਿਊਟਰਲ ਤਾਰਾਂ ਦੇ ਨਾਲ ਤੀਸਰੀ ਤਾਰ ਵੀ ਲੱਗੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਤਾਰ ਦਾ ਸੰਪਰਕ ਘਰ ਦੇ ਨੇੜੇ ਧਰਤੀ ਹੇਠਾਂ ਗਹਿਰਾਈ ਤੇ ਦੱਬੀ ਹੋਈ ਧਾਤ ਦੀ ਪਲੇਟ ਨਾਲ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਤਾਰ ਦਾ ਕਵਰ ਹਰੇ ਰੰਗ ਦਾ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਤਾਰ ਨੂੰ ਭੋ-ਸੰਪਰਕ ਤਾਰ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ । ਇਹ ਤਾਰ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਨੂੰ ਘੱਟ ਤਿਰੋਧ ਵਾਲਾ ਚਾਲਨ ਪੱਥ ਪ੍ਰਦਾਨ ਕਰਦੀ ਹੈ ।

ਧਾਤ ਦੇ ਉਪਕਰਨਾਂ ਜਿਵੇਂ ਬਿਜਲੀ ਸ, ਫਰਿਜ਼, ਟੋਸਟਰ ਆਦਿ ਨੂੰ ਭੋ-ਸੰਪਰਕ ਤਾਰ ਨਾਲ ਜੋੜ ਦਿੱਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ। ਇਸ ਨਾਲ ਇਹ ਯਕੀਨੀ ਹੋ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਕਿ ਉਪਕਰਨ ਦੀ ਬਾਡੀ ਵਿੱਚੋਂ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਗੁਜ਼ਰਨ ਨਾਲ ਬਾਡੀ ਦਾ ਟੈਂਸ਼ਲ ਧਰਤੀ ਦੇ ਪੁਟੈਂਸ਼ਲ ਦੇ ਬਰਾਬਰ ਬਣਾ ਦਿੱਤਾ ਗਿਆ ਹੈ । ਇਸ ਨਾਲ ਉਪਕਰਨ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰ ਰਹੇ ਵਿਅਕਤੀ ਨੂੰ ਬਿਜਲੀ ਦਾ ਝੱਟਕਾ ਲੱਗਣ ਦਾ ਖ਼ਤਰਾ ਨਹੀਂ ਰਹਿੰਦਾ ਹੈ ।

Science Guide for Class 10 PSEB ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੇ ਚੁੰਬਕੀ ਪ੍ਰਭਾਵ InText Questions and Answers

ਅਧਿਆਇ ਦੇ ਅੰਦਰ ਦਿੱਤੇ ਗਏ ਪ੍ਰਸ਼ਨ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਉੱਤਰ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਚੁੰਬਕ ਦੇ ਨੇੜੇ ਲਿਆਉਣ ਤੇ ਦਿਸ਼ਾ ਸੂਚਕ ਦੀ ਸੂਈ ਵਿਖੇਪਿਤ ਕਿਉਂ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਚੁੰਬਕ ਦੇ ਨੇੜੇ ਲਿਆਉਣ ‘ਤੇ ਚੁੰਬਕ ਦਾ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦਿਸ਼ਾ ਸੂਚਕ ਦੀ ਸੂਈ ਜੋ ਇੱਕ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦਾ ਛੋਟਾ ਚੁੰਬਕ ਹੈ, ਤੇ ਬਲ ਦਾ ਜੋੜਾ (ਬਲ-ਯੁਗਮ ਲਗਾਉਂਦਾ ਹੈ ਜਿਸ ਤੋਂ ਸੂਈ ਵਿਖੇਪਿਤ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਕਿਸੇ ਛੜ ਚੁੰਬਕ ਦੇ ਚਾਰੋਂ ਪਾਸੇ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਰੇਖਾਵਾਂ ਖਿੱਚੋ ।
ਉੱਤਰ-
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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਰੇਖਾਵਾਂ ਦੇ ਗੁਣਾਂ ਦੀ ਸੂਚੀ ਬਣਾਓ ।
ਉੱਤਰ-
ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਰੇਖਾਵਾਂ ਦੇ ਗੁਣ-

  1. ਚੁੰਬਕ ਦੇ ਬਾਹਰ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਰੇਖਾਵਾਂ ਉੱਤਰੀ ਧਰੁਵ ਤੋਂ ਦੱਖਣੀ ਧਰੁਵ ਵੱਲ ਅਤੇ ਚੁੰਬਕ ਦੇ ਅੰਦਰ ਦੱਖਣੀ ਧਰੁਵ ਤੋਂ ਉੱਤਰੀ ਧਰੁਵ ਵੱਲ ਜਾਂਦੀਆਂ ਹਨ ।
  2. ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀ ਬਲ ਰੇਖਾ ਦੇ ਕਿਸੇ ਬਿੰਦੂ ਤੇ ਖਿੱਚੀ ਗਈ ਸਪੱਰਸ਼ ਰੇਖਾ (ਟੇਜੇਂਟ) ਉਸ ਬਿੰਦੂ ਤੇ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਦਰਸਾਉਂਦੀ ਹੈ ।
  3. ਕੋਈ ਦੋ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਬਲ ਰੇਖਾਵਾਂ ਆਪਸ ਵਿੱਚ ਇੱਕ-ਦੂਜੇ ਨੂੰ ਨਹੀਂ ਕੱਟਦੀਆਂ ਕਿਉਂਕਿ ਇਸ ਬਿੰਦੂ ਤੇ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀਆਂ ਦੋ ਦਿਸ਼ਾਂਵਾਂ ਸੰਭਵ ਨਹੀਂ ਹਨ ।
  4. ਕਿਸੇ ਥਾਂ ਤੇ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਰੇਖਾਵਾਂ ਦੀ ਸੰਘਣਤਾ ਉਸ ਥਾਂ ‘ਤੇ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀ ਤੀਬਰਤਾ ਦੇ ਸਿੱਧਾ ਅਨੁਪਾਤੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।
  5. ਇੱਕ-ਸਮਾਨ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀਆਂ ਚੁੰਬਕੀ ਰੇਖਾਵਾਂ ਇੱਕ-ਦੂਜੇ ਦੇ ਸਮਾਨ-ਅੰਤਰ ਅਤੇ ਸਮਾਨ ਦੂਰੀ ‘ਤੇ ਹੁੰਦੀਆਂ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਦੋ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਰੇਖਾਵਾਂ ਇੱਕ ਦੂਜੇ ਨੂੰ ਕਿਉਂ ਨਹੀਂ ਕੱਟਦੀਆਂ ?
ਉੱਤਰ-
ਜੇਕਰ ਦੋ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਰੇਖਾਵਾਂ ਇੱਕ ਦੂਜੇ ਨੂੰ ਕੱਟਣਗੀਆਂ ਤਾਂ ਉਸ ਬਿੰਦੂ ਤੇ ਖੇਤਰ ਦੀਆਂ ਦੋ ਦਿਸ਼ਾਵਾਂ ਹੋਣਗੀਆਂ ਜੋ ਅਸੰਭਵ ਹੈ ਅਤੇ ਦਿਸ਼ਾ ਸੂਚਕ ਸੂਈ ਇਸ ਬਿੰਦੂ ‘ਤੇ ਰੱਖਣ ਨਾਲ ਚੁੰਬਕੀ ਸੂਈ ਦੋ ਦਿਸ਼ਾਵਾਂ ਵੱਲ ਸੰਕੇਤ ਕਰੇਗੀ ਜੋ ਸੰਭਵ ਨਹੀਂ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਮੇਜ਼ ਦੇ ਤਲ ਤੇ ਪਏ ਤਾਰ ਦੇ ਗੋਲਾਕਾਰ ਲੂਪ ਤੇ ਵਿਚਾਰ ਕਰੋ । ਮੰਨ ਲਓ ਇਸ ਲੂਪ ਵਿੱਚ ਕਲਾਕਵਾਈਜ਼ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਹੋ ਰਹੀ ਹੈ । ਸੱਜੇ ਹੱਥ ਅੰਗੂਠਾ ਨਿਯਮ ਲਾਗੂ ਕਰਕੇ ਲੂਪ ਦੇ ਅੰਦਰ ਅਤੇ ਬਾਹਰ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਗਿਆਤ ਕਰੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਚਿੱਤਰ ਅਨੁਸਾਰ ਮੇਜ਼ ਦੇ ਤਲ ਤੇ ਤਾਰ ਦਾ ਗੋਲਾਕਾਰ ਲੂਪ ਜਿਸ ਵਿੱਚ ਕਲਾਕਵਾਈਜ਼ (ਸੱਜੇ ਗੇੜ ਵਾਲੀ) ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਹੋ ਰਹੀ ਹੈ । ਇਹ ਸੱਜੇ ਹੱਥ ਅੰਗੁਠਾ ਨਿਯਮ ਲਾਗੂ ਕਰਕੇ ਉਂਗਲੀਆਂ ਦੇ ਮੁੜਨ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਦਰਸਾਏਗੀ । ਚਿੱਤਰ ਤੋਂ ਸਪੱਸ਼ਟ ਹੈ ਕਿ ਲੂਪ ਦੇ ਅੰਦਰ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਲੂਪ ਦੇ ਤਲ ਦੇ ਲੰਬੇ-ਦਾਅ ਉੱਪਰ ਤੋਂ ਹੇਠਾਂ ਵੱਲ ਹੋਵੇਗੀ ।
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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਕਿਸੇ ਦਿੱਤੇ ਗਏ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਇੱਕ ਸਮਾਨ ਹੈ । ਇਸ ਨੂੰ ਵਿਖਾਉਣ ਲਈ ਰੇਖਾ-ਚਿੱਤਰ ਖਿੱਚੋ !
ਉੱਤਰ-
ਇੱਕ ਸਮਾਨ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਨੂੰ ਸਮਾਨ-ਅੰਤਰ ਬਲ ਰੇਖਾਵਾਂ ਦੁਆਰਾ ਦਰਸਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਇਸ ਨੂੰ ਹੇਠਾਂ ਦਿੱਤੇ ਚਿੱਤਰ ਵਾਂਗ ਦਰਸਾਇਆ ਜਾਵੇਗਾ ।
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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਠੀਕ ਵਿਕਲਪ ਚੁਣੋ : ਕਿਸੇ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਵਾਲੀ ਸਿੱਧੀ, ਲੰਬੀ ਸੋਲੀਨਾਇਡ ਦੇ ਅੰਦਰ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ :
(a) ਜ਼ੀਰੋ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
(b) ਇਸ ਦੇ ਸਿਰੇ ਵੱਲ ਜਾਣ ਨਾਲ ਘੱਟਦਾ ਹੈ ।
(c) ਇਸ ਦੇ ਸਿਰੇ ਵੱਲ ਜਾਣ ਨਾਲ ਵਧਦਾ ਹੈ ।
(d) ਸਾਰੇ ਬਿੰਦੁਆਂ ਉੱਤੇ ਬਰਾਬਰ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
(c) ਇਸ ਦੇ ਸਿਰੇ ਵੱਲ ਜਾਣ ਨਾਲ ਵਧਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਕਿਸੇ ਪ੍ਰੋਟਾਨ ਦਾ ਹੇਠ ਲਿਖਿਆਂ ਵਿੱਚੋਂ ਕਿਹੜਾ ਗੁਣ ਕਿਸੇ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਸੁਤੰਤਰ ਗਤੀ ਕਰਦੇ ਸਮੇਂ । ਪਰਿਵਰਤਿਤ ਹੋ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ? (ਇੱਥੇ ਇੱਕ ਤੋਂ ਵੱਧ ਉੱਤਰ ਹੋ ਸਕਦੇ ਹਨ ।)
(a) ਪੁੰਜ
(b) ਚਾਲ
(c) ਵੇਗ
(d) ਮੋਮੈਂਟਮ ।
ਉੱਤਰ-
(c) ਵੇਗ ਅਤੇ (d) ਮੋਮੈਂਟਮ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 9.
ਕਿਰਿਆ 13.7 ਵਿੱਚ ਤੁਹਾਡੇ ਵਿਚਾਰ ਵਿੱਚ ਛੜ AB ਦਾ ਵਿਸਥਾਪਨ ਕਿਸ ਪ੍ਰਕਾਰ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਹੋਵੇਗਾ ਜੇਕਰ :
(i) ਛੜ AB ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਵਿੱਚ ਵਾਧਾ ਜਾਵੇ ।
(ii) ਵਾਧਾ ਇੱਕ ਪ੍ਰਬਲ ਨਾਲ ਚੁੰਬਕ ਪ੍ਰਯੋਗ ਕੀਤਾ ਜਾਵੇ ।
(ii) ਛੜ AB ਦੀ ਲੰਬਾਈ ਵਿੱਚ ਵਾਧਾ ਕਰ ਦਿੱਤਾ ਜਾਵੇ ।
ਉੱਤਰ-
(i) ਛੜ ਦਾ ਵਿਸਥਾਪਨ ਵੱਧ ਜਾਵੇਗਾ ਕਿਉਂਕਿ ਛੜ ਤੇ ਲੱਗ ਰਿਹਾ ਬਲ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੇ ਸਿੱਧਾ ਅਨੁਪਾਤੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
(ii) ਛੜ ਦਾ ਵਿਸਥਾਪਨ ਵੱਧ ਜਾਵੇਗਾ, ਕਿਉਂਕਿ ਛੜ ਤੇ ਲੱਗ ਰਿਹਾ ਬਲ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੇ ਸਿੱਧਾ ਅਨੁਪਾਤੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
(iii) ਛੜ ਦਾ ਵਿਸਥਾਪਨ ਵੱਧ ਜਾਵੇਗਾ, ਕਿਉਂਕਿ ਇਸ ਤੇ ਲੱਗ ਰਿਹਾ ਬਲ ਛੜ ਦੀ ਲੰਬਾਈ ਦੇ ਸਿੱਧਾ ਅਨੁਪਾਤੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 10.
ਪੱਛਮ ਦੇ ਵੱਲ ਪਰਖੇਪਿਤ ਕੋਈ ਧਨਚਾਰਜਿਤ ਕਣ (ਐਲਫਾ ਕਣ ਕਿਸੇ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੁਆਰਾ ਉੱਤਰ ਵੱਲ ਵਿਖੇਪਿਤ ਹੋ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਹੈ :
(a) ਦੱਖਣ ਵੱਲ
(b) ਪੂਰਬ ਵੱਲ
(c) ਹੇਠਾਂ ਵੱਲ
(d) ਉੱਪਰ ਵੱਲ ।
ਉੱਤਰ-
(d) ਉੱਪਰ ਵੱਲ (ਅਜਿਹਾ ਫਲੇਮਿੰਗ ਦੇ ਖੱਬੇ ਹੱਥ ਦੇ ਨਿਯਮ ਅਨੁਸਾਰ ਹੈ ।)

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 11.
ਫਲੇਮਿੰਗ ਦਾ ਖੱਬਾ ਹੱਥ ਨਿਯਮ ਲਿਖੋ ।
ਜਾਂ
ਬਲ
ਫਲੇਮਿੰਗ ਦਾ ਖੱਬੇ ਹੱਥ ਦਾ ਨਿਯਮ ਲਿਖੋ । ਚਿੱਤਰ ਵੀ ਬਣਾਓ ।
ਉੱਤਰ-
ਫਲੇਮਿੰਗ ਦਾ ਖੱਬਾ ਹੱਥ ਨਿਯਮ-ਇਸ ਨਿਯਮ ਦੇ ਅਨੁਸਾਰ “ਆਪਣੇ ਖੱਬੇ ਹੱਥ ਦੀ ਪਹਿਲੀ ਉਂਗਲੀ, ਵਿਚਕਾਰਲੀ ਉਂਗਲੀ ਅਤੇ ਅੰਗੂਠੇ ਨੂੰ ਇਸ ਪ੍ਰਕਾਰ ਫੈਲਾਓ ਕਿ ਇਹ ਤਿੰਨੋਂ ਇੱਕ ਦੂਜੇ ਦੇ ਪਰਸਪਰ ਲੰਬ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਹੋਣ, ਜੇਕਰ ਪਹਿਲੀ ਉਂਗਲੀ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ, ਵਿਚਕਾਰਲੀ ਉਂਗਲੀ ਚਾਲਕ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਸੰਕੇਤ ਕਰਦੀ ਹੈ ਤਾਂ ਅੰਗੂਠਾ ਚਾਲਕ ਦੀ ਗਤੀ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਜਾਂ ਚਾਲਕ ਉੱਤੇ ਲੱਗ ਰਹੇ ਬਲ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਵੱਲ ਸੰਕੇਤ ਕਰੇਗਾ ।”
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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 12.
ਬਿਜਲਈ ਮੋਟਰ ਦਾ ਕੀ ਸਿਧਾਂਤ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਬਿਜਲਈ ਮੋਟਰ ਦਾ ਸਿਧਾਂਤ-ਜਦੋਂ ਕਿਸੇ ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਰੱਖ ਕੇ ਉਸ ਵਿਚੋਂ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ਤਾਂ ਕੁੰਡਲੀ ਉੱਪਰ ਇੱਕ ਬਲ ਦਾ ਜੋੜਾ (ਬਲ ਯੁਗਮ) ਕਾਰਜ ਕਰਨ ਲਗਦਾ ਹੈ ਜਿਹੜਾ ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਉਸ ਦੇ ਧੁਰੇ ਦੁਆਲੇ ਘੁਮਾਉਣ ਲੱਗ ਪੈਂਦਾ ਹੈ, ਜੇਕਰ ਕੁੰਡਲੀ ਘੁੰਮਣ ਲਈ ਸੁਤੰਤਰ ਹੋਵੇ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 13.
ਬਿਜਲਈ ਮੋਟਰ ਵਿੱਚ ਸਪਲਿਟ ਰਿੰਗ ਦੀ ਕੀ ਮਹੱਤਤਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਬਿਜਲਈ ਮੋਟਰ ਵਿੱਚ ਸਪਲਿਟ ਰਿੰਗ ਦੀ ਮਹੱਤਤਾ – ਬਿਜਲਈ ਮੋਟਰ ਵਿੱਚ ਸਪਲਿਟ ਰਿੰਗ (ਛੱਲੇ) ਦਾ ਕੰਮ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿਚੋਂ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਨੂੰ ਬਦਲਣਾ ਹੈ (ਅਰਥਾਤ ਦਿਸ਼ਾ ਪਰਿਵਰਤਨ ਦਾ ਕੰਮ ਕਰਦੇ ਹਨ) । ਜਦੋਂ ਕੁੰਡਲੀ ਅੱਧਾ ਚੱਕਰ ਪੂਰਾ ਕਰ ਲੈਂਦੀ ਹੈ ਤਾਂ ਸਪਲਿਟ ਰਿੰਗ ਦਾ ਇੱਕ ਪਾਸਿਓਂ ਬੁਰਸ਼ ਨਾਲ ਸੰਪਰਕ ਸਮਾਪਤ ਹੋ ਕੇ ਦੂਜੇ ਪਾਸੇ ਜੁੜ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਜਿਸ ਦੇ ਸਿੱਟੇ ਵਜੋਂ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਹਮੇਸ਼ਾ ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਬਣੀ ਰਹਿੰਦੀ ਹੈ ਕਿ ਕੁੰਡਲੀ ਇੱਕ ਹੀ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਚੱਕਰ ਲਾਉਂਦੀ ਰਹਿੰਦੀ ਹੈ । ਜੇਕਰ ਬਿਜਲਈ ਮੋਟਰ ਵਿੱਚ ਸਪਲਿਟ ਰਿੰਗ ਨਾ ਲੱਗੇ ਹੋਣ ਤਾਂ ਮੋਟਰ ਅੱਧਾ ਚੱਕਰ ਲਗਾ ਕੇ ਰੁੱਕ ਜਾਵੇਗੀ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 14.
ਕਿਸੇ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰੇਰਿਤ ਕਰਨ ਦੇ ਢੰਗ ਸਪੱਸ਼ਟ ਕਰੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰੇਰਿਤ ਕਰਨ ਦੇ ਵਿਭਿੰਨ ਢੰਗ-

  1. ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਇੱਕ ਥਾਂ ‘ਤੇ ਸਥਿਰ ਰੱਖ ਕੇ, ਛੜ ਚੁੰਬਕ ਨੂੰ ਕੁੰਡਲੀ ਵੱਲ ਲਿਆ ਕੇ ਜਾਂ ਫਿਰ ਕੁੰਡਲੀ ਤੋਂ ਦੂਰ ਲਿਜਾ ‘ ਕੇ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰੇਰਿਤ ਕੀਤੀ ਜਾ ਸਕਦੀ ਹੈ ।
  2. ਚੁੰਬਕ ਨੂੰ ਸਥਿਰ ਰੱਖ ਕੇ ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਚੁੰਬਕ ਵੱਲ ਜਾਂ ਇਸ ਤੋਂ ਦੂਰ ਲਿਜਾ ਕੇ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰੇਮ੍ਰਿਤ ਕੀਤੀ ਜਾ ਸਕਦੀ ਹੈ ।
  3. ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਕਿਸੇ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਘੁਮਾ ਕੇ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰੇਰਿਤ ਕੀਤੀ ਜਾ ਸਕਦੀ ਹੈ ।
  4. ਇੱਕ ਕੁੰਡਲੀ ਦੇ ਨੇੜੇ ਰੱਖੀ ਹੋਈ ਕਿਸੇ ਦੂਜੀ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਦੀ ਮਾਤਰਾ ਵਿੱਚ ਪਰਿਵਰਤਨ ਲਿਆਉਣ ਨਾਲ ਪਹਿਲੀ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਪੇਰਿਤ ਕੀਤੀ ਜਾ ਸਕਦੀ ਹੈ ।

 

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 15.
ਬਿਜਲੀ ਜਨਰੇਟਰ ਦਾ ਸਿਧਾਂਤ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਬਿਜਲੀ ਜਨਰੇਟਰ ਦਾ ਸਿਧਾਂਤ – “ਜਦੋਂ ਕਿਸੇ ਬੰਦ ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਕਿਸੇ ਸ਼ਕਤੀਸ਼ਾਲੀ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਤੇਜ਼ ਗਤੀ ਨਾਲ ਘੁੰਮਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਉਸ ਵਿਚੋਂ ਗੁਜਰਨ ਵਾਲੇ ਚੁੰਬਕੀ-ਫਲੱਕਸ ਵਿੱਚ ਲਗਾਤਾਰ ਪਰਿਵਰਤਨ ਹੁੰਦਾ ਰਹਿੰਦਾ ਹੈ, ਜਿਸ ਕਰਕੇ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰੇਰਿਤ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । ਕੁੰਡਲੀ ਨੂੰ ਘੁੰਮਾਉਣ ਲਈ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਕਾਰਜ ਹੀ ਕੁੰਡਲੀ ਅੰਦਰ ਬਿਜਲੀ ਊਰਜਾ ਦੇ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਵਿਖਾਈ ਦਿੰਦਾ ਹੈ ।”

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 16.
ਸਿੱਧੀ ਧਾਰਾ DC ਦੇ ਕੁੱਝ ਤਾਂ ਦੇ ਨਾਂ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਸਿੱਧੀ ਧਾਰਾ ਦੇ ਸੋਤ-

  1. ਬਿਜਲਈ ਸੈੱਲ ਜਾਂ ਬੈਟਰੀ
  2. ਅਪਰਤਵੀਂ ਧਾਰਾ ਜੈਨਰੇਟਰ ਡਾਇਨਮੋ)
  3. ਬਟਨ ਸੈਲ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 17.
ਪਤਵੀਂ ਸਿੱਧੀ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ (AC) ਉਤਪੰਨ ਕਰਨ ਵਾਲੇ ਤਾਂ ਦੇ ਨਾਂ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਪਰਤਵੀਂ ਸਿੱਧੀ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਦੇ ਸੋਤ-

  1. ਜੈਨਰੇਟਰ
  2. ਪਣ-ਬਿਜਲਈ ਪਲਾਂਟ
  3. ਪਰਤਵੀਂ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਉਤਪੰਨ ਕਰਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 18.
ਠੀਕ ਵਿਕਲਪ ਦੀ ਚੋਣ ਕਰੋ :
ਤਾਂਬੇ ਦੀ ਤਾਰ ਦੀ ਇੱਕ ਆਇਤਾਕਾਰ ਕੁੰਡਲੀ ਕਿਸੇ ਚੁੰਬਕੀ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਘੁੰਮਣ ਗਤੀ ਕਰ ਰਹੀ ਹੈ । ਇਸ ਕੁੰਡਲੀ ਵਿੱਚ. ਪ੍ਰੇਰਿਤ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਕਿੰਨੇ ਘੁੰਮਣ-ਚੱਕਰਾਂ ਦੇ ਪਿੱਛੋਂ ਪਰਿਵਰਤਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ?
(a) ਦੋ
(b) ਇੱਕ
(c) ਅੱਧੇ
(d) ਚੌਥਾਈ ।
ਉੱਤਰ-
(c) ਅੱਧੇ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 19.
ਬਿਜਲੀ ਸਰਕਟਾਂ ਅਤੇ ਉਪਕਰਨਾਂ ਵਿੱਚ ਆਮ ਵਰਤੇ ਜਾਂਦੇ ਦੋ ਸੁਰੱਖਿਆ ਉਪਾਵਾਂ ਦੇ ਨਾਂ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-

  1. ਫਿਉਜ਼ ਤਾਰ ਅਤੇ
  2. ਭੂ-ਸੰਪਰਕ ਤਾਰ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 20.
2KW ਸ਼ਕਤੀ ਅੰਕਿਤ ਦੀ ਬਿਜਲੀ ਓਵਨ ਕਿਸੇ ਘਰੇਲੂ ਬਿਜਲੀ ਸਰਕਟ (220V) ਵਿੱਚ ਚਲਾਇਆ ਗਿਆ ਹੈ ਜਿਸ ਦਾ ਬਿਜਲਈ ਧਾਰਾ ਅੰਕ 5A ਹੈ। ਇਸ ਤੋਂ ਤੁਸੀਂ ਕਿਸ ਸਿੱਟੇ ਦੀ ਆਸ ਕਰਦੇ ਹੋ ? ਸਪੱਸ਼ਟ ਕਰੋ ।
ਹੱਲ :
∵ ਘਰੇਲੂ ਸਰਕਟ ਦੀ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਦਾ ਅੰਕ. 5A ਹੈ । ਇਸ ਦਾ ਇਹ ਅਰਥ ਹੈ ਕਿ ਘਰ ਦੀ ਮੁੱਖ ਲਾਇਨ ਵਿੱਚ 5A ਦਾ ਫਿਉਜ਼ ਤਾਰ ਲੱਗਿਆ ਹੋਇਆ ਹੈ ।
ਬਿਜਲੀ ਓਵਨ (ਤੰਦੂਰ) ਦੀ ਸ਼ਕਤੀ (P) = 2 KW= 2000W
ਜਦੋਂ ਪੁਟੈਸ਼ਲ ਅੰਤਰੇ (V) = 220V
ਮੰਨ ਲਓ ਕਿ ਬਿਜਲੀ ਓਵਨ (ਤੰਦੂਰ) ਦੁਆਰਾ ਲਈ ਜਾਣ ਵਾਲੀ ਧਾਰਾ I ਹੈ, ਤਾਂ
P = V × I ਤੋਂ
I = \(\frac{\mathrm{P}}{\mathrm{V}}\)
= \(\frac{2000 \mathrm{~W}}{220 \mathrm{~V}}\)
= 9.09 A
ਅਰਥਾਤ ਬਿਜਲੀ ਓਵਨ ਮੁੱਖ ਲਾਇਨ ਤੋਂ 9.09 A ਦੀ ਧਾਰਾ ਲਵੇਗਾ ਜੋ ਫਿਊਜ਼ ਤਾਰ ਦੀ ਸਮਰੱਥਾ ਤੋਂ ਵੱਧ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਵਿਉਜ਼ ਦੀ ਤਾਰ ਪਿਘਲ ਜਾਵੇਗੀ ਅਤੇ ਬਿਜਲੀ ਸਰਕਟ ਟੁੱਟ ਜਾਵੇਗਾ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 21.
ਘਰੇਲੂ ਬਿਜਲਈ ਸਰਕਟਾਂ ਵਿੱਚ ਓਵਰ ਲੋਡਿੰਗ ਦੇ ਬਚਾਓ ਲਈ ਤੁਸੀਂ ਕੀ ਸਾਵਧਾਨੀਆਂ ਵਰਤੋਗੇ ?
ਉੱਤਰ-
ਓਵਰ ਲੋਡਿੰਗ ਦੇ ਬਚਾਓ ਲਈ ਸਾਵਧਾਨੀਆਂ-

  1. ਬਿਜਲਈ ਪ੍ਰਵਾਹ ਲਈ ਵਰਤੋਂ ਵਿੱਚ ਲਿਆਉਣ ਵਾਲੀਆਂ ਤਾਰਾਂ ਵਧੀਆ ਪ੍ਰਤਿਰੋਧਨ ਪਦਾਰਥ ਨਾਲ ਢੱਕੀਆਂ ਹੋਣੀਆਂ ਚਾਹੀਦੀਆਂ ਹਨ ।
  2. ਬਿਜਲਈ ਸਰਕਟ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਭਾਗਾਂ ਵਿੱਚ ਵੰਡੇ ਹੋਣੇ ਚਾਹੀਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਹਰੇਕ ਉਪਕਰਨ ਦਾ ਵੱਖ ਫਿਊਜ਼ ਹੋਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
  3. ਉੱਚ ਸ਼ਕਤੀ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਵਾਲੇ ਏਅਰ ਕੰਡੀਸ਼ਨਰ, ਫਰਿੱਜ਼, ਵਾਟਰ ਹੀਟਰ, ਹੀਟਰ, ਐੱਸ ਆਦਿ ਸਾਰੇ ਇੱਕ ਸਮੇਂ ਨਹੀਂ ਵਰਤੋਂ ਵਿੱਚ ਲਿਆਉਣੇ ਚਾਹੀਦੇ ।
  4. ਇੱਕ ਸਾਕਟ ਨਾਲ ਬਹੁਤ ਸਾਰੇ ਉਪਕਰਨ ਨਹੀਂ ਚਲਾਉਣੇ ਚਾਹੀਦੇ ।