Punjab State Board PSEB 8th Class Science Book Solutions Chapter 16 प्रकाश Textbook Exercise Questions and Answers.
PSEB Solutions for Class 8 Science Chapter 16 प्रकाश
PSEB 8th Class Science Guide प्रकाश Textbook Questions and Answers
अभ्यास
प्रश्न 1.
मान लीजिए आप एक अंधेरे कमरे में हैं। क्या आप कमरे में वस्तुओं को देख सकते हैं ? क्या आप कमरे के बाहर वस्तुओं को देख सकते हैं ? व्याख्या कीजिए।
उत्तर-
नहीं, अंधेरे में कुछ दिखाई नहीं देता क्योंकि कमरे में पड़ी हुई वस्तुओं पर कोई प्रकाश नहीं पड़ रहा और न ही वह स्वयं प्रकाश उत्सर्जित कर रही हैं। इसलिए अंधेरे कमरे में कुछ नहीं दिखाई देता।
कमरे के बाहर की वस्तुएँ दिखाई दे सकती हैं, यदि उन पर प्रकाश की किरणें आपतित हों अथवा वे अपना प्रकाश उत्सर्जित करें।
प्रश्न 2.
नियमित तथा विसरित परावर्तन में अंतर बताइए। क्या विसरित परावर्तन का अर्थ है कि परावर्तन के नियम विफल हो गए हैं ?
उत्तर-
नियमित तथा विसरित परावर्तन में अंतर-
नियमित परावर्तन | विसरित परावर्तन |
(1) समतल और चिकने पृष्ठ पर परावर्तन होता है। | (1) विषम और अनियमित पृष्ठ पर परावर्तन होता है। |
(2) परावर्तित किरणें समांतर होती हैं। | (2) परावर्तित किरणें असमांतर होती हैं। |
विसरित परावर्तन के नियम का विफल होना नहीं है। यह पृष्ठ की अनियमिताओं के कारण हैं।
प्रश्न 3.
निम्न में से प्रत्येक के स्थान के सामने लिखिए, यदि प्रकाश की एक समांतर किरण-पुंज इनसे टकराए तो नियमित परावर्तन होगा या विसरित परावर्तन होगा। प्रत्येक स्थिति में अपने उत्तर का औचित्य बताइए।
(क) पॉलिश युक्त लकड़ी की मेज़
(ख) चाक पाऊडर
(ग) गत्ते का पृष्ठ
(घ) संगमरमर के फर्श पर फैला जल
(ङ) दर्पण
(च) कागज़ का टुकड़ा।
उत्तर-
(क) पॉलिश युक्त लकड़ी की मेज़ – नियमित परावर्तन क्योंकि लकड़ी की मेज़ का पृष्ठ पॉलिश होने के अतिरिक्त समतल भी है।
(ख) चाक पाऊडर – विसरित परावर्तन क्योंकि चाक पाऊडर रुक्ष पृष्ठ प्रदान करता है।
(ग) गत्ते का पृष्ठ – विसरित परावर्तन, पृष्ठ पर उपस्थित अनियमितताओं के कारण।
(घ) संगमरमर के फर्श पर फैला जल – नियमित परावर्तन क्योंकि जल से समतल पृष्ठ बन जाता है।
(ङ) दर्पण – नियमित परावर्तन क्योंकि इसका पृष्ठ समतल है।
(च) कागज़ का टुकड़ा – नियमित यदि कागज़ समतल है और विसरित यदि कागज़ रुक्ष है।
प्रश्न 4.
परावर्तन के नियम बताइए।
उत्तर-
परावर्तन के नियम-
(i) आपतित कोण ∠i = परावर्तित कोण ∠r
(ii) आपतित किरण, आपतन बिंदु पर अभिलंब तथा परावर्तित किरण सभी एक ही तल में होते हैं।
प्रश्न 5.
यह दर्शाने के लिए कि आपतित किरण, परावर्तित किरण तथा आपतन बिंदु पर अभिलंब एक ही तल में होते हैं, एक क्रियाकलाप का वर्णन कीजिए।
उत्तर-
क्रियाकलाप – एक मेज़ पर एक सफेद शीट फैलाइए। इस पर MM1 एक सीधी रेखा खींचिए। इस समतल दर्पण रेखा के अनुदिश समतल दर्पण की एक पट्टी ऊध्वाधर स्थिति में रखें। अब टार्च की सहायता से प्रकाश को कंघी पर पुंज इस तरह डालें कि इससे निकलने वाला प्रकाश पुंज मेज़ के समांतर हो। आपतित और परावर्तित किरणों का एक सुंदर पैटर्न प्राप्त होता है, एक पेंसिल से किसी भी आपतित किरण पर तीन बिंदु A, B, C अंकित करें और इसकी संगत परावर्तित किरण पर बिंदु D.E,F, अंकित करें। टार्च बंद कर दें। दर्पण हटा लें। अब बिंदुओं को मिलाकर दर्पण तक बढ़ाएं। ABC रेखा MM’ को O पर मिलती है। इसी तरह DEF रेखा भी MM’ को O पर मिलती है। OA आपतित किरण है जबकि OF परावर्तित किरण है। O पर अभिलंब ON खींच कर आपतन कोण AON तथा परावर्तन कोण FON मापें जो बराबर होगा। आपतित किरण, परावर्तित किरण और आपतन बिंदु पर अभिलंब सभी एक ही तल (पृष्ठ) में हैं। इससे परावर्तन के दोनों नियम सत्यापित होते हैं।
प्रश्न 6.
नीचे दिए गए रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
(a) एक समतल दर्पण के सामने 1m दूर खड़ा व्यक्ति अपने प्रतिबिंब से …………………………. m दूर दिखाई देता है।
(b) यदि किसी समतल दर्पण के सामने खड़े होकर आप अपने दाएँ हाथ से अपने ………………………… कान को छुएँ तो दर्पण में ऐसा लगेगा कि आपका दायाँ कान …………………………. हाथ से छुआ गया है।
(c) जब आप मंद प्रकाश में देखते हैं तो आपकी पुतली का साइज़ ………………………….. हो जाता है।
(d) रात्रि पक्षियों के नेत्रों में शलाकाओं की संख्या की अपेक्षा शंकुओं की संख्या …………………………. होती है।
उत्तर-
(a) 2
(b) बाएँ, बाएँ
(c) बड़ा
(d) अधिक।
प्रश्न 7 तथा 8 में सही विकल्प छाँटिए-
प्रश्न 7.
आपतन कोण परावर्तन कोण के बराबर होता है-
(क) सदैव
(ख) कभी-कभी
(ग) विशेष दशाओं में
(घ) कभी नहीं।
उत्तर-
(क) सदैव।
प्रश्न 8.
समतल दर्पण द्वारा बनाया गया प्रतिबिंब होता है-
(क) आभासी, दर्पण के पीछे तथा आवर्धित।
(ख) आभासी, दर्पण के पीछे तथा वस्तु के साइज के बराबर।
(ग) वास्तविक, दर्पण के पृष्ठ पर तथा आवर्धित।
(घ) वास्तविक, दर्पण के पीछे तथा वस्तु के साइज़ के बराबर।
उत्तर-
(ख) आभासी, दर्पण के पीछे तथा वस्तु के साइज़ के बराबर ।
प्रश्न 9.
कैलाइडोस्कोप की रचना का वर्णन कीजिए।
उत्तर-
कैलाइडोस्कोप – यह एक खिलौना है, जिससे अनेक प्रतिबिंब बनाए जा सकते हैं। बहुमूर्तिदर्शी में दर्पण की लीन आयताकार पट्टियों को प्रिज्म की आकृति में जोड़ा जाता है और एक मोटे चार्ट से बने बेलनाकार ट्यूब में लगा दिया जाता है। ट्यूब के एक सिरे पर केंद्र पर छिद्रयुक्त एक गत्ते की डिस्क लगाते और दूसरे सिरे पर समतल काँच की वृत्ताकार प्लेट, दर्पण को छूते हुए दृढ़तापूर्वक चिपका देते हैं। इसके ऊपर कुछ रंगीन काँच के टुकड़े रखकर घिसे हुए काँच की प्लेट से बंद कर देते हैं। इस प्रकार बहुमूर्तिदर्शी तैयार हो जाती है।
प्रश्न 10.
मानव नेत्र का एक नामांकित रेखाचित्र बनाइए।
उत्तर-
मानव नेत्र का नामांकित रेखाचित्र-
प्रश्न 11.
गुरमीत लेज़र टार्च के द्वारा पाठ्य-पुस्तक के क्रियाकलाप 16.8 को करना चाहता था। उसके अध्यापक ने ऐसा करने से मना किया। क्या आप अध्यापक की सलाह के आधार की व्याख्या कर सकते हैं ?
उत्तर-
लेज़र टार्च की किरण आँख के रेटिना को क्षति पहुँचा सकती है। इसलिए अध्यापक ने लेज़र टार्च के उपयोग के लिए मना किया।
प्रश्न 12.
वर्णन कीजिए कि आप अपने नेत्रों की देखभाल कैसे करेंगे ?
उत्तर-
आँखों की देखभाल – नेत्र प्रकृति की दी हुई बहुमूल्य देन हैं। इसलिए यह आवश्यक है, कि नेत्रों की उचित देखभाल की जाए।
- साफ स्वच्छ जल से प्रतिदिन नेत्रों की सफाई करनी चाहिए।
- बहुत तेज़ अथवा मंद प्रकाश में नहीं पढ़ना चाहिए।
- चलते वाहन में कभी नहीं पढ़ना चाहिए।
- आँखों को अधिक मलना नहीं चाहिए।
- बहुत गर्मी वाले दिन, धूप के चश्मे उपयोग में लाने चाहिए।
- सूर्य को सीधा नहीं देखना चाहिए और न ही सूर्य ग्रहण को देखना चाहिए।
- स्वस्थ, साफ आँखों के लिए विटामिनयुक्त भोजन खाना चाहिए।
प्रश्न 13.
यदि परावर्तित किरण, आपतित किरण से 90° का कोण बनाए तो आपतन कोण का मान कितना होगा ? . .
हल-
यदि ∠i = आपतन कोण
∠r = परावर्तन कोण
तो ∠i + ∠r = 90° (दिया हुआ)
पर ∠i = ∠r (∵ परावर्तन के नियम)
∴ ∠i + ∠i = 90°
या 2∠i = 90°
∠i = \(\frac{90^{\circ}}{2}\) = 45°
प्रश्न 14.
यदि दो समांतर समतल दर्पण एक-दूसरे से 40cm के अंतराल पर रखे हों तो इनके बीच रखी एक मोमबत्ती के कितने प्रतिबिंब बनेंगे ?
उत्तर-
यदि दो समतल दर्पण 40cm की परस्पर दूरी पर | समांतर रखे हैं तो दर्पण के बीच का कोण 0° होगा जो 360° का छोटा गुणांक नहीं है। इसलिए वास्तव में प्रतिबिंबों की संख्या असंख्य होनी चाहिए क्योंकि परावर्तनों के कारण, प्रकाश की ऊर्जा नष्ट हो जाती है। इसलिए कुछ ही प्रतिबिंब बनते हैं जैसा कि चित्र में दर्शाया गया है।
प्रश्न 15.
दो दर्पण एक-दूसरे के लंबवत् रखे हैं। प्रकाश की एक किरण एक दर्पण पर 30° के कोण पर आपतित होती है जैसा कि चित्र में दर्शाया गया है। दूसरे दर्पण से परावर्तित होने वाली परावर्तित किरण बनाइए।
उत्तर-
प्रश्न 16.
चित्र में दर्शाए अनुसार बूझो एक समतल दर्पण के ठीक सामने पार्श्व से कुछ हटकर एक किनारे A पर खड़ा होता है। क्या वह स्वयं को दर्पण में देख सकता है ? क्या वह P, Q तथा R पर स्थित वस्तुओं के प्रतिबिंब भी देख सकता है ?
उत्तर-
बूझो स्वयं को नहीं देख सकता क्योंकि वह दर्पण सीमा से बाहर है। उसे P का प्रतिबिंब आसानी से दिखाई देंगे परंतु Q तथा R का प्रतिबिंब नहीं दिखाई देगा।
प्रश्न 17.
(a) A पर स्थित किसी वस्तु के समतल दर्पण में बनने वाले प्रतिबिंब की स्थिति ज्ञात कीजिए।
(b) क्या स्थिति B से पहेली प्रतिबिंब को देख सकती है ?
(c) क्या स्थिति C से बूझो इस प्रतिबिंब को देख सकता है ?
(d) जब पहेली B से C पर चली जाती है तो A का प्रतिबिंब किस ओर खिसक जाता है ?
उत्तर-
(a) A पर स्थित वस्तु का प्रतिबिंब दर्पण में उतनी ही दूरी पर बनेगा जितनी दूरी पर वस्तु दर्पण के सामने
(b) स्थिति B से पहेली A का प्रतिबिंब देख सकती है।
(c) स्थिति C से बूझो A का प्रतिबिंब देख सकता है।
(d) जब स्थिति B से पहेली स्थिति C पर जाती है तो प्रतिबिंब आगे की ओर नहीं खिसकता है।
PSEB Solutions for Class 8 Science प्रकाश Important Questions and Answers
TYPE-I
अति लघु उत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
क्या कोई अंधेरे में देख सकता है ?
उत्तर-
नहीं।
प्रश्न 2.
हमें देखने के लिए किस वस्तु की आवश्यकता होती है ?
उत्तर-
प्रकाश।
प्रश्न 3.
किन्हीं दो दीप्त वस्तुओं के नाम लिखो।
उत्तर-
- सूर्य,
- विद्युत् बल्ब।
प्रश्न 4.
क्या चंद्रमा दीप्त पिंड है अथवा अदीप्त ?
उत्तर-
अदीप्त पिंड।
प्रश्न 5.
प्रतिबिंब कहाँ दिखाई देता है ?
उत्तर-
दर्पण में।
प्रश्न 6.
कौन-से पृष्ठ दर्पण बन सकते हैं ?
उत्तर-
कोई भी पॉलिश किया हुआ अथवा चमकीला पृष्ठ।
प्रश्न 7.
यदि आप दर्पण के सम्मुख खड़े हों और आप अपना प्रतिबिंब देख रहे हों। आपका और आपके प्रतिबिंब में कितनी दूरी है ?
उत्तर-
वस्तु की दर्पण से दूरी = प्रतिबिंब की दर्पण से दूरी। इसलिए हम अपने प्रतिबिंब से दुगुनी दूरी पर हैं।
प्रश्न 8.
जब प्रकाश की किरण दर्पण पर अभिलंब रूप में गिरती है, तो आपतन कोण कितना होता है ?
उत्तर-
शून्य।
प्रश्न 9.
किन्हीं दो वस्तुओं के नाम लिखो जो सफेद प्रकाश को कई रंगों में विभाजित करती हैं।
उत्तर-
पानी के बुलबुले, CD का पृष्ठ, प्रिज्म।
प्रश्न 10.
प्रकाश के सात रंगों के नाम लिखो।
उत्तर-
लाल, केसरी, पीला, हरा, नीला, नील, बैंगनी।
प्रश्न 11.
सात रंगों की प्राकृतिक उदाहरण क्या है ?
उत्तर-
इंद्र धनुष।
प्रश्न 12.
सफेद आवरण (Sclerotic) का मानव नेत्र में क्या कार्य है ?
उत्तर-
सफेद आवरण नेत्र को आकार और आंतरिक भागों की दुर्घटनाओं से रक्षा करता है।
प्रश्न 13.
पक्ष्माभ पेशी (Ciliary muscle) का मानव नेत्र में क्या कार्य है ?
उत्तर-
पक्ष्माभ पेशी नेत्र लेंस को स्थिर रखती हैं और नेत्र लेंस को अपने फोकस में परिवर्तन लाने में सहायक होती है।
प्रश्न 14.
क्या नेत्र लेंस का फोक्स अनिश्चित है ?
उत्तर-
नहीं। मानव नेत्र लेंस का फोकस अनिश्चित है। यह पक्ष्माभ पेशी द्वारा बदलता रहता है।
प्रश्न 15.
शलाकाओं (Rods) का मानव नेत्र में काम लिखिए।
उत्तर-
शलाकाएँ प्रकाश की तीव्रता के लिए सुग्राही हैं। अधिक प्रकाश की तीव्रता से शलाकाएँ अधिक उत्तेजित होती हैं।
प्रश्न 16.
शंकु (Cones) क्या है ?
उत्तर-
रेटिना पर शंकु रंगों के संवेदक हैं। यदि शंकु कम मात्रा में या नहीं हैं, तो व्यक्ति रंगांधता (colour blind) से ग्रसित होता है।
प्रश्न 17.
अंधराता का मूल कारण क्या है ?
उत्तर-
शंकुओं का कम मात्रा में अथवा न होना।
प्रश्न 18.
बिल्लियाँ और चमगादड़ रात्रि में कैसे देख पाते हैं ?
उत्तर-
इनके रेटिना पर शलाकाओं की मात्रा बहुत अधिक होती है, इसलिए यह मंद से मंद प्रकाश में भी देख पाते
प्रश्न 19.
चलचित्र पर्दे पर बिंब किस दर से परिवर्तित होते हैं ?
उत्तर-
25 बिंब/सेकंड और इससे अधिक।
प्रश्न 20.
नेत्र के रेटिना पर कौन-से प्रकाश सुग्राही अंग हैं ?
उत्तर-
शंकु और शल्काएँ।
प्रश्न 21.
उस यंत्र का नाम बताओ जिससे एक बौना व्यक्ति भीड़ में से ऊपर देख सकता है ?
उत्तर-
परिदर्शी (पेरिस्कोप) (Periscope)।
प्रश्न 22.
अंग्रेज़ी वर्णमाला अथवा किसी दूसरी वर्णमाला के उन अक्षरों को लिखिए, जो दर्पण में समान दिखाई देते हैं।
उत्तर-
अंग्रेज़ी वर्णमाला के शब्द
A, H, O, I, M, T, U, V, W, X.
हिंदी और पंजाबी के अक्षर
ठ तथा ठ क्रमशः।
TYPE -II
लघु उत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
दीप्त और अदीप्त पिंड क्या है ? उदाहरण दीजिए।
उत्तर-
दीप्त पिंड – वे पिंड जो स्वयं प्रकाश उत्सर्जित करते हैं, दीप्त पिंड कहलाते हैं। जैसे-सूर्य, तारे, अग्नि, रेडियम आदि।
अदीप्त पिंड – वे पिंड जो स्वयं प्रकाश उत्सर्जित नहीं करते पर दूसरे दीप्त पिंडों के कारण चमकते हैं, अदीप्त पिंड कहलाते हैं। वे तभी दिखाई देते हैं, जब प्रकाश उन पर पड़ता है।
जैसे-चंद्रमा, पृथ्वी तथा अन्य ग्रह, कमरे की वस्तुएँ।
प्रश्न 2.
हम वस्तुएँ कैसे देखते हैं ?
उत्तर-
जब किसी स्रोत से प्रकाश वस्तु पर पड़ता है तो इस द्वारा परिवर्तित होता है । यह परिवर्तित प्रकाश आँखों में प्रवेश करता है और वस्तु का प्रतिबिंब आँखों में बनता है, जिससे वस्तु दिखाई देती हैं।
प्रश्न 3.
किसी वस्तु को देखने के लिए किन शर्तों की आवश्यकता है ?
उत्तर-
किसी वस्तु को देखने के लिए तीन अनिवार्य शर्ते हैं
- प्रकाश का स्रोत
- वस्तु
- दृष्टि।
प्रश्न 4.
आभासी प्रतिबिंब (Virtual Image) क्या है ? एक स्थिति बताएँ जहाँ आभासी प्रतिबिंब बनता है ?
उत्तर-
आभासी प्रतिबिंब – ऐसा प्रतिबिंब, जो प्रकाश किरणों के परावर्तन अथवा अपवर्तन के पश्चात् एक बिंदु दर नहीं मिलती, से बनता है आभासी प्रतिबिंब कहलाता है। इसे पर्दे पर प्राप्त नहीं किया जा सकता। दर्पण में सदैव आभासी प्रतिबिंब ही बनता है।
प्रश्न 5.
पार्श्व-परिवर्तन (Lateral Inversion) से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर-
पार्श्व-परिवर्तन – एक समतल दर्पण में, वस्तु का दायां भाग बिंब में बायां और वस्तु का बायां भाग बिंब में दायां बन जाता है अर्थात् पार्श्व परिवर्तन होता है।
प्रश्न 6.
परावर्तन के नियम लिखिए।
उत्तर-
परावर्तन के नियम – समतल पृष्ठ से प्रकाश का परावर्तन दो नियमों का पालन करता है, जिन्हें परावर्तन के नियम कहते हैं।
- आपतन कोण सदैव परिवर्तित कोण के बराबर होता है अर्थात् ∠i = ∠r
- आपतित किरण, परिवर्तित किरण, आपतन बिंदु पर अभिलंब, सभी एक ही तल में होते हैं।
प्रश्न 7.
विसरित (Diffused) और नियमित (Regular) परावर्तन क्या है ?
उत्तर-
विसरित परावर्तन – जब पृष्ठ समतल अथवा पॉलिश न हो। (दीवार, कागज़) तब इस प्रकार का परावर्तन होता है। किरणें खुरदरे पृष्ठ से परिवर्तित होकर समांतर नहीं रहतीं और सभी दिशाओं में फैल जाती हैं। इस परावर्तन को विसरित परावर्तन कहते हैं।
नियमित परावर्तन – यह परावर्तन समतल अथवा पॉलिश पृष्ठ दर्पण से होता है। समतल पृष्ठ से परावर्तन किरणें साफ प्रतिबिंब बनाती हैं।
प्रश्न 8.
प्रकाश के परावर्तन (Reflection of Light) से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
प्रकाश का परावर्तन – जब प्रकाश की किरण किसी समतल अथवा पॉलिश पृष्ठ पर पड़ती है तो परावर्तन के नियमों अनुसार विशेष दिशा में वापस लौट आती है। इस प्रक्रिया को प्रकाश का परावर्तन कहते हैं।
प्रश्न 9.
निम्न की परिभाषा दीजिए।
(i) परावर्तित किरण
(ii) परावर्तन कोण।
उत्तर-
(i) परावर्तित किरण – दर्पण से निकली हुई किरण, परिवर्तित किरण कहलाती है।
(ii) परावर्तन कोण – अभिलंब और परावर्तित किरण के बीच बना कोण परावर्तन कोण कहलाता है। इसे । द्वारा दर्शाया जाता है।
प्रश्न 10.
यदि आपतित किरण दर्पण R 90° पर टकराती है तो परावर्तित किरण कौन-सा कोण बनाएगी ?
उत्तर-
जब आपतित किरण दर्पण को 90° पर टकराती है तो परावर्तित किरण उसी दिशा में वापस लौट आएगी। आपतन कोण शून्य है इसलिए परावर्तन कोण भी शून्य होगा।
प्रश्न 11.
प्रकाश का विक्षेपण (Dispersion of Light) क्या है ?
उत्तर-
प्रकाश का विक्षेपण (Dispersion of Light) – जब सफेद प्रकाशं एक प्रिज्म में से गुज़रता है तो यह अपने संघटक रंगों में विभाजित हो जाता है। सफेद प्रकाश के अपने संघटक रंगों में विभाजित होने की परिघटना को, वर्ण-विक्षेपण कहते हैं।
प्रश्न 12.
प्रिज्म में से गुज़रते समय, सफेद प्रकाश सात रंगों में विभाजित क्यों होता है ?
उत्तर-
विभिन्न रंगों की तरंगें वायु में से आराम से गुज़र जाती हैं परंतु प्रिज्म में से गुज़रते समय उन्हें अपनी गति प्रिज्म के कोण के अनुसार बदलनी पड़ती है। विभिन्न रंगों के विचलन की मात्रा विभिन्न होती है इसलिए वे विभिन्न रास्तों पर चलते हैं और स्पैक्ट्रम बनता है।
प्रश्न 13.
निकट दृष्टि दोष (Myopia) क्या है ?
उत्तर-
निकट दृष्टि दोष – कुछ व्यक्तियों के नेत्र लेंस की फोकस दूरी कम होती है। इसलिए दूरस्थ वस्तुओं का प्रतिबिंब रेटिना से काफ़ी आगे बनता है। दूसरे शब्दों में वे दूर की वस्तुएँ नहीं देख पाते। इस दोष को निकट दृष्टि दोष कहते हैं।
प्रश्न 14.
दूर दृष्टि दोष (Hypermetropia) क्या है ?
उत्तर-
दूर दृष्टि दोष – वृद्ध होने पर, नेत्र लेंस की पेशियाँ दुर्बल हो जाती हैं और नेत्र लेंस की वक्रता को नियंत्रित नहीं कर पाती हैं। ऐसे में निकट पड़ी वस्तुओं का प्रतिबिंब रेटिना से पीछे बनता है। इसलिए ऐसे व्यक्ति निकट पड़ी वस्तुएँ नहीं देख पाते। इस दृष्टि दोष को दूर दृष्टि दोष कहते हैं।
प्रश्न 15.
रंगों की पहचान (Perception of Colour) पर संक्षिप्त नोट लिखें।
उत्तर-
मानव नेत्र में कई शंकु और शाल्काएँ होती हैं जो प्रकाश संवेदी हैं । शल्काएं प्रकाश की तीव्रता के संवेदक हैं और शंकु रंगों के संवेदक हैं। यदि आँख में शंकु नहीं होते तो व्यक्ति रंगांधता (colourblindness) का शिकार होता है। शंकुओं के होने से ही रंगों की पहचान होती है।
TYPE-III
दीर्घ उत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
वास्तविक और आभासी प्रतिबिंब में अंतर लिखिए।
उत्तर-
वास्तविक और आभासी प्रतिबिंब में अंतर-
वास्तविक प्रतिबिंब | आभासी प्रतिबिंब |
1. प्रकाश की किरणें परावर्तन या अपवर्तन के बाद वास्तव में एक बिंदु पर मिलती हैं। | 1. प्रकाश की किरणें परावर्तन या अपवर्तन के बाद एक बिंदु पर मिलती प्रतीत होती हैं। |
2. ये सदा उल्टे बनते हैं। | 2. ये सदा सीधे बनते हैं। |
3. इन्हें पर्दे पर प्राप्त किया जा सकता है। | 3. इन्हें पर्दे पर प्राप्त नहीं किया जा सकता। |
प्रश्न 2.
समतल दर्पण के द्वारा बने प्रतिबिंब की विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर-
समतल दर्पण के द्वारा बने प्रतिबिंब की विशेषताएं-
- यह दर्पण के पीछे उतनी ही दूरी पर बनता है जितनी दूरी पर वस्तु, दर्पण के सामने होती है।
- यह सीधा तथा आभासी होता है। यह वस्तु के आकार के बराबर होता है।
- यह पार्श्व परिवर्तित होता है।
- यह पर्दे पर नहीं प्राप्त किया जा सकता।