PSEB 11th Class Economics Solutions Chapter 3 अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याएँ

Punjab State Board PSEB 11th Class Economics Book Solutions Chapter 3 अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याएँ Textbook Exercise Questions, and Answers.

PSEB Solutions for Class 11 Economics Chapter 3 अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याएँ

PSEB 11th Class Economics अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याएँ Textbook Questions and Answers

I. वस्तुनिष्ठ प्रश्न (Objective Type Questions)

प्रश्न 1.
आर्थिक समस्या से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर–
साधन सीमित होने के कारण, दुर्लभता की स्थिति में चयन करना ही आर्थिक समस्या है।

प्रश्न 2.
सभी आर्थिक समस्याओं की जननी क्या है ?
उत्तर-
दुर्लभता।

प्रश्न 3.
आर्थिक समस्या क्यों उत्पन्न होती है ?
अथवा
चयन की समस्या क्यों उत्पन्न होती है ?
उत्तर-
आवश्यकताएँ असीमित हैं और साधन सीमित होने के कारण आर्थिक समस्या (चयन की समस्या) उत्पन्न होती है।

प्रश्न 4.
दुर्लभता से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
दुर्लभता वह स्थिति है जिसमें साधनों की माँग, साधनों की पूर्ति से अधिक होती है।

PSEB 11th Class Economics Solutions Chapter 3 अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याएँ

प्रश्न 5.
चुनाव से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
चुनाव से अभिप्राय है विभिन्न विकल्पों में से चयन की प्रक्रिया।

प्रश्न 6.
आर्थिक क्रिया से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
आर्थिक क्रिया से अभिप्राय उस क्रिया से है जिसमें दुर्लभ साधनों के प्रयोग के लिए कीमत देनी पड़ती है।

प्रश्न 7.
दुर्लभता के कारण कौन-सी मूल समस्या उत्पन्न होती है ?
उत्तर-
चयन की समस्या।

प्रश्न 8.
साधनों के आर्थिक प्रयोग से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
सीमित साधनों से अधिकतम उत्पादन को साधनों का आर्थिक प्रयोग कहते हैं।

प्रश्न 9.
साधनों के आर्थिक प्रयोग की आवश्यकता क्यों होती है ?
उत्तर-
आवश्यकताओं की तुलना में साधन सीमित हैं इसलिए साधनों के आर्थिक प्रयोग की आवश्यकता होती है।

प्रश्न 10.
एक अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याएं क्या हैं ?
उत्तर-
एक अर्थव्यवस्था की तीन केन्द्रीय समस्याएं हैं-

  • किन वस्तुओं तथा सेवाओं का उत्पादन किया जाए ?
  • उत्पादन किस प्रकार किया जाए ?
  • उत्पादन किसके लिए किया जाए ?

प्रश्न 11.
एक अर्थव्यवस्था में केन्द्रीय समस्याएँ क्यों उत्पन्न होती हैं ?
उत्तर-
असीमित आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सीमित साधन हैं, जिनके वैकल्पिक प्रयोग हो सकते हैं, जिस कारण केन्द्रीय समस्याएँ उत्पन्न होती हैं।

प्रश्न 12.
एक अर्थव्यवस्था की किन्हीं दो समस्याओं का नाम लिखें।
उत्तर-

  • किन वस्तुओं तथा सेवाओं का उत्पादन किया जाए
  • उत्पादन किस प्रकार किया जाए, आर्थिक समस्याएँ हैं।

प्रश्न 13.
सभी आर्थिक समस्याओं के उत्पन्न होने का मूल कारण दुर्लभता है।
उत्तर-
सही।

प्रश्न 14.
आर्थिक समस्याओं के विश्लेषण को सबसे पहले प्रो. सेम्यूलसन अर्थशास्त्री ने स्पष्ट किया।
उत्तर-
सही।

PSEB 11th Class Economics Solutions Chapter 3 अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याएँ

प्रश्न 15.
(i) क्या उत्पादन किया जाए ?
(ii) कैसे उत्पादन किया जाए ?
(iii) किसी अर्थव्यवस्था की दो …….. समस्याएँ हैं।
उत्तर-
केंद्रीय।

प्रश्न 16.
आर्थिक समस्याओं की जननी कौन है ?
(a) चुनाव
(b) दुर्लभता
(c) असीमित आवश्यकताएँ
(d) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर-
(b) दुर्लभता।

प्रश्न 17.
दुर्लभता एक ऐसी स्थिति है जब साधनों की पूर्ति ……. हो।
(a) माँग के बराबर
(b) माँग से अधिक
(c) माँग से कम
(d) कोई भी नहीं।
उत्तर-
(c) माँग से कम।।

II. अति लघु उत्तरीय प्रश्न (Very Short Answer Type Questions)

प्रश्न 1.
आर्थिक समस्या से क्या अभिप्राय है?
उत्तर-
आर्थिक समस्या से अभिप्राय मनुष्य की असीमित आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सीमित होते हैं। इन साधनों का प्रयोग विभिन्न ढंगों से किया जाता है। इस प्रकार चयन की समस्या उत्पन्न होती है। चयन की समस्या को आर्थिक समस्या कहा जाता है। लैफ्टविच के अनुसार, “आर्थिक समस्या का सम्बन्ध मनुष्य की वैकल्पिक आवश्यकताओं के लिए सीमित साधनों का विभाजन तथा इन साधनों का अधिक-से-अधिक आवश्यकताओं को सन्तुष्ट करने के लिए प्रयोग करना होता है।”

प्रश्न 2.
आर्थिक समस्या उत्पन्न होने के कारण बताओ।
अथवा
आर्थिक समस्याएं उत्पन्न होने के कारण कौन-कौन से हैं ? स्पष्ट करो।
उत्तर-
रॉबिन्ज़ के अनुसार, “आर्थिक समस्याओं के दो आधारपूर्वक कारण, असीमित आवश्यकताएं तथा साधनों की दुर्लभता है।”
1. असीमित आवश्यकताएँ-साधारण तौर पर मनुष्य की आवश्यकताएँ असीमित हैं। जब एक आवश्यकता पूरी हो जाती है तो दूसरी आवश्यकता उसका स्थान ले लेती है। बचपन से बुढ़ापे तक सुबह से शाम तक आवश्यकताओं का कभी अन्त नहीं होता।

2. साधनों की दुर्लभता-यदि साधन दुर्लभ न होते तो शायद कोई आर्थिक समस्या उत्पन्न न होती। इसलिए साधनों की मांग साधनों की पूर्ति से अधिक है। आर्थिक समस्याएँ इन दो कारणों से उत्पन्न होती है।

प्रश्न 3.
एक अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याएँ लिखो।
उत्तर-
एक अर्थव्यवस्था की मुख्य केन्द्रीय समस्याएँ निम्नलिखित हैं –

  1. किन वस्तुओं का उत्पादन किया जाए तथा कितनी मात्रा में किया जाए।
  2. उत्पादन कैसे किया जाए।
  3. उत्पादन किन लोगों के लिए किया जाए।
  4. साधनों का पूर्ण प्रयोग कैसे किया जाए।
  5. आर्थिक उन्नति कैसे प्राप्त की जाए।

III. लघु उत्तरीय प्रश्न (Short Answer Type Questions)

प्रश्न 1.
दुर्लभता तथा चयन साथ-साथ कैसे चलते हैं ? स्पष्ट करो।
उत्तर-
मानवीय आवश्यकताएं असीमित हैं। आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए साधन सीमित होते हैं। इन साधनों को दुर्लभ इसलिए कहा जाता है, क्योंकि इनकी पूर्ति से मांग अधिक होती है। प्रत्येक साधन अथवा वस्तु के वैकल्पिक प्रयोग किए जा सकते हैं। इसलिए प्रत्येक मनुष्य तथा सारे समाज को चयन करना पड़ता है कि सीमित साधनों से कौन-सी आवश्यकताओं को पूरा किया जाए। उदाहरणस्वरूप भूमि पर अनाज की आवश्यकताएं पूरी करने के लिए गेहूँ की पैदावार की जा सकती है अथवा रहने के लिए मकान बनाए जा सकते हैं अथवा भूमि पर फैक्टरी लगाकर उत्पादन किया जा सकता है। इसलिए चयन की समस्या उत्पन्न होती है। यदि साधन सीमित न होते तो चयन की कोई समस्या उत्पन्न न होती। इसीलिए दुर्लभता तथा चयन साथ-साथ चलते हैं।

प्रश्न 2.
“अर्थशास्त्र का सम्बन्ध दुर्लभित कारण चयन की समस्या से है।” स्पष्ट करो।
उत्तर-
अर्थशास्त्र का सम्बन्ध मुख्य तौर पर कमी (Scarcity) से है। कमी का अर्थ है वस्तुओं तथा साधनों की प्राप्ति से इनकी .मांग अधिक है। यदि विश्व में वस्तुओं तथा साधनों की कमी न होती तो मनुष्य अपनी असीमित आवश्यकताओं की पूर्ति सरलता से कर लेता तथा चयन की समस्या का सामना न करना पड़ता। इस प्रकार विश्व में कोई समस्या न होती तथा अर्थशास्त्र के अभाव में आता। परन्तु साधनों की कमी है। इसलिए चयन की समस्या उत्पन्न होती है। अर्थशास्त्र में हम पढ़ते हैं कि सीमित साधनों से अधिक-से-अधिक आवश्यकताओं की पूर्ति कैसे की जा सकती है।

PSEB 11th Class Economics Solutions Chapter 3 अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याएँ

प्रश्न 3.
एक अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याएँ क्या हैं तथा यह कैसे उत्पन्न होती हैं ?
उत्तर-
एक अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याएँ (Central Problems of an Economy)-

  1. क्या उत्पादन किया जाए ? विभिन्न वस्तुओं में से कौन-सी वस्तुओं का उत्पादन किया जाए। इस कारण चयन की समस्या उत्पन्न होती है।
  2. उत्पादन कैसे किया जाए ? उत्पादन श्रम सघन अथवा पूंजी सघन तकनीक से किया जाए। इस कारण तकनीक का चयन करना पड़ता है।
  3. किन लोगों के लिए उत्पादन किया जाए ? उत्पादन किस प्रकार किया जाए ताकि उत्पादन का वितरण उचित ढंग से हो सके।

समस्याएँ क्यों उत्पन्न होती हैं ? (Why do they arise ?)

  • मानवीय आवश्यकताएं असीमित हैं; परन्तु इन आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए साधन कम हैं।
  • साधनों के विकल्प प्रयोग किए जा सकते हैं। इसलिए केन्द्रीय समस्याएं उत्पन्न होती हैं।

प्रश्न 4.
किन वस्तुओं का उत्पादन किया जाए? केन्द्रीय समस्या को उदाहरण द्वारा अथवा उत्पादन सम्भावना वक्र द्वारा स्पष्ट करो।
उत्तर-
प्रत्येक अर्थव्यवस्था में साधनों की दुर्लभता पाई जाती है। प्रत्येक वस्तु का उत्पादन असीमित मात्रा में नहीं किया जा सकता। इसलिए यह समस्या उत्पन्न होती है कि कौन-सी वस्तुओं का उत्पादन किया जाए तथा कौन-सी वस्तुओं का उत्पादन न किया जाए। उदाहरण-एक देश में 10 करोड़ रुपए हैं; जिनसे गेहूँ तथा टेलीविज़न का उत्पादन करना है। दोनों वस्तुओं के उत्पादन की सम्भावनाएँ इस प्रकार हैं|
PSEB 11th Class Economics Solutions Chapter 3 अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याएँ 1

तालिका तथा रेखाचित्र अनुसार यदि सभी साधनों का प्रयोग गेहूँ की पैदावार के लिए किया जाता है तो 3 टन गेहूँ उत्पन्न की जा सकती है। दूसरी ओर यदि सभी साधनों का प्रयोग टेलीविज़न बनाने के लिए किया जाता है तो 6 टेलीविज़न बनाए जा सकते हैं। A, D रेखा को उत्पादन सम्भावना वक्र कहा जाता है, जो बताती है कि गेहूँ तथा टेलीविज़न का कितना उत्पादन किया जा सकता है। बिन्दु B पर 5 टेलीविज़न तथा एक टन गेहूँ, C बिन्दु पर 3 टेलीविज़न तथा 2 टन गेहूँ की पैदावार हो सकती है। इसलिए अर्थव्यवस्था की प्रथम समस्या यह है कि किस वस्तु का उत्पादन किया जाए तथा कितनी मात्रा में
PSEB 11th Class Economics Solutions Chapter 3 अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याएँ 2
उत्पादन किया जाए।

प्रश्न 5.
उत्पादन किन लोगों के लिए किया जाए? केन्द्रीय समस्या को उदाहरण द्वारा स्पष्ट करो।
उत्तर-
उत्पादन किन लोगों के लिए किया जाए ? यह समस्या वस्तुओं तथा सेवाओं के चयन से सम्बन्धित है। यदि एक देश निर्धन, जैसे कि भारत तो ऐसे देश में रोटी, कपड़ा तथा मकान से सम्बन्धित वस्तुओं का उत्पादन करना चाहिए। यह लोग अधिक कीमत वाली वस्तुएँ नहीं खरीद सकते। अमेरिका तथा इंग्लैंड जैसे देशों में लोग अमीर हैं। इसलिए कारें, फ्रिज, टेलीविज़न इत्यादि वस्तुओं का उत्पादन करना चाहिए। इसलिए किसी देश में अमीर अथवा निर्धन किस वर्ग के लोग अधिक हैं इसको ध्यान में रखकर वस्तुओं तथा सेवाओं से सम्बन्धित चयन की समस्या का हल किया जा सकता है।

IV. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (Long Answer Type Questions)

प्रश्न 1.
एक अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याओं को स्पष्ट करो। यह क्यों उत्पन्न होती हैं ? (Explain the Central Problems of an Economy. Why do they arise ?)
उत्तर-
अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याएँ (Central Problems of an Economy) अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याओं को पाँच भागों में विभाजित कर स्पष्ट करते हैं-

  1. किन वस्तुओं का उत्पादन किया जाए तथा कितनी मात्रा में उत्पादन किया जाए?
  2. कैसे उत्पादन किया जाए?
  3. उत्पादन किस लिए किया जाए?
  4. साधनों का पूर्ण प्रयोग कैसे हो?
  5. आर्थिक उन्नति कैसे प्राप्त की जाए?

अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याओं की विस्तारपूर्वक व्याख्या इस प्रकार की जा सकती है-
1. किन वस्तुओं का उत्पादन किया जाए तथा कितनी मात्रा में उत्पादन किया जाए? (What to produce and how much to Produce ?)-प्रत्येक अर्थव्यवस्था में लोगों की आवश्यकताएं असीमित होती हैं परन्तु इन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए साधन सीमित होते हैं। यह चयन की समस्या उत्पन्न होती है। यह निर्णय किया जाता है कि किन वस्तुओं तथा सेवाओं का उत्पादन किया जाए तथा कितनी मात्रा में उत्पादन किया जाए।

PSEB 11th Class Economics Solutions Chapter 3 अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याएँ

  • किन वस्तुओं का उत्पादन किया जाए ? प्रत्येक अर्थव्यवस्था में प्रथम समस्या यह होती है कि किन वस्तुओं तथा सेवाओं की पैदावार की जाए। देश में उपभोगी वस्तुएं (Consumers goods) जैसे कि गेहूँ, चावल, चीनी, फ्रिज, टी० वी० इत्यादि का उत्पादन किया जाए अथवा पूंजीगत वस्तुएँ (Capital goods) जैसे कि मशीनों, औज़ारों, इमारतों इत्यादि का उत्पादन किया जाए।
  • कितनी मात्रा में उत्पादन किया जाए? वस्तुएँ कितनी-कितनी मात्रा में उत्पन्न की जाएं? क्योंकि साधनों की कमी के कारण सभी वस्तुओं का उत्पादन आवश्यकताओं के अनुसार नहीं किया जा सकता। इसलिए अनिवार्य वस्तुओं, आरामदायक वस्तुओं तथा विलास वस्तुओं की मात्रा सम्बन्धी निर्णय किया जाता है।

2. कैसे उत्पादन किया जाए ? (How to Produce ?)-अर्थव्यवस्था की दूसरी महत्त्वपूर्ण समस्या यह है कि उत्पादकता कैसे की जाए? पैदावार के ढंग निश्चित करते समय इस बात को ध्यान में रखा जाता है कि उत्पादकता करने से कुल लागत कम-से-कम हो तथा कुल उत्पादन अधिक-से-अधिक हो। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए यह निर्णय लिया गया है कि तकनीकी क्या होनी चाहिए अर्थात् श्रम प्रधान तकनीक (Labour Intensive Technique) का प्रयोग किया जाए, जिसमें मजदूरों की मात्रा पूंजी से अधिक लगाई जाती है अथवा पूंजी प्रधान तकनीक (Capital Intensive Technique) का प्रयोग किया जाए जिसमें मजदूरों से अधिक मशीनों का प्रयोग किया जाए।

3. उत्पादन किन लोगों के लिए किया जाए? (For Whom to Produce ?)-अर्थव्यवस्था की तीसरी महत्त्वपूर्ण समस्या यह है कि उत्पादन किन लोगों के लिए किया जाए? इससे अभिप्राय है कि उत्पादन की वस्तुओं का विभाजन कैसे किया जाए। इस समस्या का दो पक्षों से अध्ययन किया जाता है। प्रथम पक्ष में व्यक्तिगत वितरण (Micro Distribution) का अध्ययन करते हैं। इसमें ज्ञात होता है कि समाज के विभिन्न मनुष्य तथा परिवार जब कार्य करते हैं तो कितना मेहनताना प्राप्त होता है।

दूसरा पक्ष कार्यकारी वितरण (Functional Distribution) है। इसमें ज्ञात किया जाता है कि उत्पादन के साधनों भूमि, श्रम, पूंजी तथा उद्यमी में उत्पादन का वितरण कितना-कितना होता है। प्रो० सेम्यूलसन ने पीछे दी गई तीन समस्याओं के वितरण (Allocation of Resources) की समस्या का नाम दिया था।

4. साधनों का पूर्ण प्रयोग कैसे हो ? (How to achieve full utilization of resources ?)-एक अर्थव्यवस्था की मुख्य आर्थिक समस्या देश के सभी साधनों का पूर्ण प्रयोग है। उत्पादन के साधनों का पूर्ण प्रयोग कैसे किया जाए? यह निर्णय देश में उत्पादन के साधनों की मात्रा तथा देश में साधनों को प्रयोग सम्बन्धी शक्ति पर निर्भर करता है। इसलिए साधनों का प्रयोग इस ढंग से करना चाहिए ताकि वर्तमान में पूर्ण रोज़गार (Full Employment) की स्थिति को प्राप्त किया जा सके।

5. आर्थिक विकास कैसे प्राप्त किया जाए ? (How to achieve Economic Growth ?)-आर्थिक समस्याओं में एक समस्या आर्थिक विकास की समस्या है। आर्थिक विकास का अर्थ देश में प्रति व्यक्ति वास्तव आय में वृद्धि से होता है। आर्थिक विकास प्राप्त करने के लिए यह निर्णय करना पड़ता है कि देश में पूंजी निर्माण की दर में वृद्धि कैसे की जाए। पूंजी निर्माण का अर्थ देश में नई फैक्टरियाँ, मशीनें, औज़ारों तथा मानवीय पूंजी में वृद्धि करने से होता है।

प्रश्न 2.
उत्पादन सम्भावना वक्र से क्या अभिप्राय है? उत्पादन सम्भावना वक्र को तालिका तथा रेखाचित्र द्वारा स्पष्ट करो। उत्पादन सम्भावना वक्र क्यों खिसक जाती है ?
(What is meant by Production Curve? Show Production Possibility Curve with the help of a schedule and diagram. Why does the Production Possibility Curve shift?)
उत्तर-
असीमित आवश्यकताओं तथा सीमित साधनों के कारण कमी की आर्थिक समस्या उत्पन्न होती है। वस्तुओं तथा सेवाओं की कमी के कारण हम सभी आवश्यकताओं को पूरा नहीं कर सकते। इसलिए वस्तुओं में चयन करना पड़ता है। इसलिए कमी तथा चयन की समस्या को उत्पादन सम्भावना वक्र द्वारा भी स्पष्ट किया जा सकता है।

उत्पादन सम्भावना वक्र का अर्थ (Meaning of Production Possibility Curve)-उत्पादन सम्भावना वक्र वह वक्र होता है, जो स्पष्ट करता है कि अर्थव्यवस्था में भूमि, श्रम, पूंजी की मात्रा तथा वर्तमान तकनीक से कितना उत्पादन किया जा सकता है। “उत्पादन सम्भावना वक्र की परिभाषा इस प्रकार की जा सकती है। उत्पादन सम्भावना वक्र दो वस्तुओं के उन संयोगों को दर्शाता है जोकि एक अर्थव्यवस्था में साधनों के पूर्ण प्रयोग से उत्पादन किए जा सकते हैं तथा तकनीक समान रहती है।” (“A Production Possibility Curve shows all the possible combinations of two different goods that can be produced by an economy when all its natural resources are fully employed and technique remains constant.”’)

उत्पादन सम्भावना वक्र का निर्माण (Formation of Production Possibility Curve)-उत्पादन सम्भावना वक्र के निर्माण के लिए एक उदाहरण लेते हैं। एक अर्थव्यवस्था में उपभोगी वस्तु (गेहूँ) तथा पूंजीगत वस्तु (टेलीविज़न) का उत्पादन किया जाता है। देश के साधनों के प्रयोग से इन दो वस्तुओं की उत्पादकता को उत्पादन निम्न तालिका द्वारा स्पष्ट करते हैं-
PSEB 11th Class Economics Solutions Chapter 3 अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याएँ 3
तालिका में जब गेहूँ की पैदावार में A, B, C, D संयोगों में वृद्धि की जाती है तो गेहूँ की उत्पादकता 0, 1, 2, 3 टन दिखाई गई है। परन्तु इससे टेलीविज़न की मात्रा 6, 5, 3, 0 कम हो जाती है। इन संयोगों को रेखाचित्र 2 द्वारा दिखाया जा सकता है। रेखाचित्र 2 से ज्ञात होता है कि अर्थव्यवस्था में 6 टेलीविज़न बनाए जाएं तथा गेहूँ (0) टन उत्पन्न की जाए; जिसको बिन्दु A द्वारा दिखाया गया है। यदि गेहूँ 1 टन उत्पन्न की जाती है तो टेलीविज़न 5 बनाए जा सकते हैं जोकि B बिन्दु द्वारा पता चलता है।

PSEB 11th Class Economics Solutions Chapter 3 अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याएँ

C बिन्दु पर 3 टेलीविज़न तथा 2 टन गेहूँ का उत्पादन होता है। D बिन्दु पर गेहूँ तीन टन तथा 0 टेलीविज़न का उत्पादन होता है। इस प्रकार A, B, C, D बिन्दुओं को मिलाने से उत्पादन सम्भावना वक्र (Production Possibility Curve) बन जाता है। जब टेलीविज़न की जगह पर अधिक गेहूँ उत्पन्न की जाती है तो पहले एक टेलीविज़न का त्याग करके एक टन गेहूँ पैदा की जाती है। फिर 2 टेलीविज़न का त्याग करके एक टन गेहूँ उत्पन्न की जाती है। बिन्दु रेखाचित्र 2 E यह बताता है कि साधनों का उचित प्रयोग नहीं किया जाता। बिन्दु F ऐसा संयोग है, जिसको प्राप्त नहीं किया जा सकता।
PSEB 11th Class Economics Solutions Chapter 3 अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याएँ 4

उत्पादन सम्भावना वक्र का खिसकना (Shifting of Production Possibility Curve)-उत्पादन सम्भावना वक्र ऊपर की ओर अथवा नीचे की ओर खिसक सकता है। इसके मुख्य दो कारण होते हैं-
1. साधनों में परिवर्तन (Change in Resources)-साधनों के बढ़ने के कारण उत्पादन सम्भावना वक्र ऊपर की ओर तथा साधनों की कमी के कारण उत्पादन सम्भावना वक्र नीचे की ओर खिसक जाता है। रेखाचित्र 3 में दिखाया है कि यदि आरम्भ में उत्पादन सम्भावना वक्र P1P1 है तथा साधनों में वृद्धि हो जाती है तो PPC (उत्पादन सम्भावना वक्र) खिसक कर P2P2 हो जाएगी। साधनों की कमी हो जाए तो PPC (उत्पादन सम्भावना वक्र) P2P2 खिसककर P1P1 हो जाता है।
PSEB 11th Class Economics Solutions Chapter 3 अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याएँ 5
2. तकनीक में परिवर्तन (Change in Technique)-यदि x वस्तु तथा Y वस्तु में से किसी एक वस्तु में कुशल तकनीक का प्रयोग रेखाचित्र 3 किया जाता है तो PPC (उत्पादन सम्भावना वक्र) में परिवर्तन हो जाता है।
(A) यदि वस्तु Y की तकनीक में कुशलता उत्पन्न हो जाती है तो PPC वक्र P1P1 से बदलकर P1P2 हो जैसे – रेखाचित्र 4 भाग A में दिखाया गया है।
(B) यदि वस्तु X में कुशल तकनीक का प्रयोग किया जाता है तो उत्पादन सम्भावना वक्र P1P1 से बदल कर P1P2 बन जाता है, जैसे रेखाचित्र 4 भाग B में दिखाया गया है।
(C) यदि वस्तु X तथा वस्तु Y दोनों वस्तुओं की तकनीक में कुशलता उत्पन्न हो जाती है तो PPC का आकार रेखाचित्र 4 जैसा होगा।
PSEB 11th Class Economics Solutions Chapter 3 अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याएँ 6

V. संरव्यात्मक प्रश्न (Numericals)

प्रश्न 1.
एक अर्थव्यवस्था दो वस्तुएं कमीज़ों तथा सैलफोन का उत्पादन करती है। सूची पत्र में उत्पादन सम्भावनाएँ दिखाई गई हैं। इन संयोगों में कमीज़ों के लिए सीमान्त अवसर लागत ज्ञात करो।
PSEB 11th Class Economics Solutions Chapter 3 अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याएँ 7
उत्तर-
PSEB 11th Class Economics Solutions Chapter 3 अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याएँ 8

PSEB 11th Class Economics Solutions Chapter 3 अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याएँ 9

प्रश्न 2.
एक देश दो वस्तुओं गेहूँ तथा चीनी का उत्पादन करता है, उसका उत्पादन सम्भावना वक्र सूचीपत्र में दिखाया है। इसका उत्पादन सम्भावना वक्र बनाओ तथा सीमान्त अवसर लागत ज्ञात करो।
PSEB 11th Class Economics Solutions Chapter 3 अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याएँ 10
उत्तर-
PSEB 11th Class Economics Solutions Chapter 3 अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याएँ 11
सीमान्त अवसर लागत का माप
PSEB 11th Class Economics Solutions Chapter 3 अर्थव्यवस्था की केन्द्रीय समस्याएँ 12

Leave a Comment