PSEB 8th Class Hindi Vyakaran अशुद्ध-शुद्ध

Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Ashuddh-Shuddh अशुद्ध-शुद्ध Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 8th Class Hindi Grammar अशुद्ध-शुद्ध

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran अशुद्ध-शुद्ध 1

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran अशुद्ध-शुद्ध

वाक्यों की अशुद्धियाँ

1. अशुद्ध – गुरु जी ने छात्रों को आशीर्वाद प्रदान किया।
शुद्ध – गुरु जी ने छात्रों को आशीर्वाद दिया।

2. अशुद्ध – प्रत्येक छात्रों को पुरस्कार मिलेगा।
शुद्ध – प्रत्येक छात्र को पुरस्कार मिलेगा।

3. अशुद्ध – माँ सारी रात भर जागती रही।
शुद्ध – माँ रात भर जागती रही।

4. अशुद्ध – महादेवी जी बहुत विद्वान् हैं।
शुद्ध – महादेवी जी बड़ी विदुषी हैं।

5. अशुद्ध – वहाँ एक विधवा स्त्री रहती है।
शुद्ध – वहाँ एक विधवा रहती है।

6. अशुद्ध – महात्मा बुद्ध ने लोगों को अहिंसा का संदेश दिया।
शुद्ध – महात्मा बुद्ध ने लोगों को अहिंसा का उपदेश दिया।

7. अशुद्ध – सुरेश की आयु उस समय पाँच वर्ष की थी।
शुद्ध – सुरेश उस समय पाँच वर्ष का था।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran अशुद्ध-शुद्ध

8. अशुद्ध – चिड़ियाघर वाली शेरनी बुढ़िया हो गई है।
शुद्ध – चिड़ियाघर की शेरनी बूढ़ी हो गई है।

9. अशुद्ध – आप यहाँ से चले जाओ।
शुद्ध – आप यहाँ से चले जाइए।

10. अशुद्ध -मुझे शोक है कि मैं आपके पत्र का उत्तर न दे सका।
शुद्ध – मुझे खेद है कि मैं आपके पत्र का उत्तर न दे सका।

11. अशुद्ध – आज मेरी प्रीक्षा है।
शुद्ध – आज मेरी परीक्षा है।

12. अशुद्ध – विद्यारथी शरीरिक काम से डरते हैं।
शद्ध – विद्यार्थी शारीरिक काम से डरते हैं।

13. अशुद्ध – आज विग्यान का युग है।
शुद्ध – आज विज्ञान का युग है।

14. अशुद्ध – सरदार भगत सिंह क्रांतीकारि थे।
शुद्ध – सरदार भगत सिंह क्रान्तिकारी थे।

15. अशुद्ध-कृपा करके चार दिन की छुट्टी दो।
शुद्ध-कृपा करके चार दिन की छुट्टी दीजिए।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran अशुद्ध-शुद्ध

16. अशुद्ध – मैं घर गया और पिता जी को पत्र लिखा।
शुद्ध – मैं घर गया और मैंने पिता जी को पत्र लिखा।

17. अशुद्ध – वह केवल हिन्दी मात्र जानता है।
शुद्ध – वह केवल हिन्दी जानता है।

18. अशुद्ध – वह प्रातः काल के समय यहाँ आया था।
शुद्ध – वह प्रातः काल यहाँ आया था।

19. अशुद्ध – बहुत दिनों से आपका दर्शन नहीं हुआ।
शुद्ध – बहुत दिनों से आपके दर्शन नहीं हुए।

20. अशुद्ध – आजकल आप कहाँ रहता है ?
शुद्ध – आजकल आप कहाँ रहते हैं ?

21. अशुद्ध-प्रत्येक काम नियत समय पर करो।
शुद्ध-प्रत्येक काम समय पर करो।

22. अशुद्ध – बापू जी की मृत्यु पर मुझे बड़ा कष्ट हुआ।
शुद्ध – बापू जी की मृत्यु पर मुझे बड़ा दुःख हुआ।

23. अशुद्ध – पाँव पर चोट लगने से मुझे बड़ा दुःख हुआ।
शुद्ध – पाँव पर चोट लगने से मुझे बड़ा कष्ट हुआ।

24. अशुद्ध – मेरा रमेश के साथ घोर सम्बन्ध रहा है।
शुद्ध – मेरा रमेश के साथ घनिष्ठ सम्बन्ध रहा है।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran अशुद्ध-शुद्ध

25. अशुद्ध – आगामी सम्बन्ध आपके रुख पर निर्भर है।
शुद्ध – भावी सम्बन्ध आपके रुख पर निर्भर है।

26. अशुद्ध – निर्धनतापूर्ण जीवन का कोई महत्त्व नहीं।
शुद्ध – निर्धनतापूर्ण जीवन का कुछ महत्त्व नहीं।

27. अशुद्ध – जीवन की कुछ महत्त्वपूर्ण घटना सुनाओ।
शुद्ध – जीवन की कोई महत्त्वपूर्ण घटना सुनाओ।

28. अशुद्ध – उस पर घड़ों पानी गिर गया।
शुद्ध – उस पर घड़ों पानी पड़ गया।

29. अशुद्ध – सिपाही को देखकर चोर सात चार ग्यारह हो गया।
शुद्ध – सिपाही को देखकर चोर नौ दो ग्यारह हो गया।

30. अशुद्ध – गोद में उठा लिया उसने अपने बच्चे को।
शुद्ध – उसने अपने बच्चे को गोद में उठा लिया।

31. अशुद्ध – आप के पिता सज्जन पुरुष हैं।
शुद्ध – आप के पिता सज्जन हैं।

32. अशुद्ध – आप बेफिजूल बोलते हैं।
शुद्ध – आप फिजूल बोलते हैं।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 24 उपेक्षिता

Punjab State Board PSEB 12th Class Hindi Book Solutions Chapter 24 उपेक्षिता Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 12 Hindi Chapter 24 उपेक्षिता

Hindi Guide for Class 12 PSEB उपेक्षिता Textbook Questions and Answers

(क) लगभग 60 शब्दों में उत्तर दो:

प्रश्न 1.
कमला का चरित्र-चित्रण करें।
उत्तर:
कमला लड़की को जन्म देना बुरा नहीं समझती क्योंकि वह स्वयं अपने माँ-बाप की सबसे बड़ी बेटी है। उसके पिता तो लडकियों को माँ-बाप को सुख देने वाली मानते हैं। कमला लोगों की सहानुभूति, दिलासे की कोई परवाह नहीं करती। वह अपनी मौसी सास की टिप्पणियों की परवाह न कर बेटी को छाती से लगाते हुए सोचती है कि उसके लिए यह बेटी तो बेटों से भी बढ़कर है।

प्रश्न 2.
लेखक के मित्रों ने लड़की पैदा होने पर अपने उद्गार कैसे पेश किए ?
उत्तर:
लेखक के मित्र मिस्टर चोपड़ा ने लेखक को चुप और परेशान हाल में देखकर कहा–’एक ही तो होना था, लड़का या लड़की।’ भले ही उनकी आवाज़ धीमी और ढीली थी। मिसेज़ चोपड़ा ने लड़के और लड़की में कोई फर्क न होने की बात कह कर लेखक के तनाव को कुछ कम किया। मिसेज़ सहगल ने कहा हमारी भी तो दो लड़कियाँ हैं। सहगल साहब ने तो कभी सोचा भी नहीं अतः लड़की होने की चिन्ता नहीं करनी चाहिए। मिस्टर गुप्ता ने सान्त्वना देते हुए कहा भगवान् ने चाहा तो एक छोड़ अनेक लड़के भी हो जाएँगे। मिसेज़ गुप्ता ने कहा कि लड़की होने से घबराने की कोई आवश्यकता नहीं।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 24 वीरेन्द्र मेंहदीरता

प्रश्न 3.
कमला के माँ-बाप ने लड़की पैदा होने पर उसे कैसे सांत्वना दी ?
उत्तर:
कमला के पिता ने लेखक को सान्त्वना देते हुए कहा कि बड़े खुश किस्मत हो, जो तुम्हारी पहली सन्तान बेटी है। लड़कियाँ ही माँ-बाप को सुख देने वाली होती हैं । कमला ने जितना सुख हमें दिया है, बस मैं ही जानता हूँ और साथ ही पंजाबी की एक लोकोक्ति भी सुना दी, जिस का अर्थ था कि यदि तू अपना सुख चाहता है तो तेरी पहली सन्तान लड़की हो।

(ख) लगभग 150 शब्दों में उत्तर दो:

प्रश्न 4.
उपेक्षिता कहानी का सार अपने शब्दों में लिखो।
उत्तर:
देखिए पाठ के आरम्भ में दिया गया सार।

प्रश्न 5.
‘परिवार में लड़की का पैदा होना ठीक क्यों नहीं समझा जाता’ उपेक्षिता कहानी के आधार पर इस तथ्य की पुष्टि करें।
उत्तर:
हमारे समाज में लड़की के जन्म को अभी भी एक अभिशाप समझा जाता है। इक्कीसवीं सदी शुरू हो गई किन्तु भ्रूण-हत्या आज भी हो रही है। सदियों से चली आ रही रूढ़ियों को हम बदल नहीं सके हैं। लड़के के जन्म पर लड्डू बाँटे जाते हैं, लोहड़ी का त्योहार मनाया जाता है जबकि लड़की को उपेक्षिता समझा जाता है। भले ही आज लड़की और लड़के में कोई भेद नहीं समझा जाता। किरण बेदी जैसी लड़कियाँ उच्च पदों पर पहुँच कर अपनी कार्यक्षमता का परिचय दे रही हैं किन्तु हमारी मानसिकता अभी तक बदली नहीं है। प्रस्तुत कहानी में अस्पताल की नर्स का व्यवहार और वहाँ मौजूद एक बूढी औरत का यह कहना कि ‘तैयारी तो लड़के की थी पर हुई लड़की’ इसी मानसिकता की ओर संकेत करता है। लेखक के पिता का कोई बात नहीं कहना तथा रिश्तेदारों को लड़की के जन्म की सूचना तार द्वारा न भेजकर पोस्टकार्ड द्वारा भेजने को कहना तथा रिश्तेदारों का उत्तर में बधाई न देना भी इसी मानसिकता की ओर संकेत करता है। मित्रों का सान्त्वना देना भी इसी बात का परिचायक है कि हमारे समाज में घर में लड़की का जन्म ठीक नहीं माना जाता।

(ग) सप्रसंग व्याख्या करो:

प्रश्न 6.
“कपड़े लत्ते तो बेचारों ने बहुत अच्छे ही बनाये हैं, तैयारी तो लड़के की थी, पर हुई लड़की।”
उत्तर:
प्रसंग-प्रस्तुत पंक्तियाँ श्री वीरेन्द्र मेंहदीरत्ता द्वारा लिखित कहानी ‘उपेक्षिता’ में से ली गई हैं। प्रस्तुत पंक्तियाँ अस्पताल में उपस्थित एक बुढ़िया ने नर्स को बच्ची का सामान देते देख कर अपनी साथ वाली औरत से कही हैं।

व्याख्या:
अस्पताल में जब लेखक नर्स को बच्ची का सामान दे रहा था तो वहाँ उपस्थित एक बुढ़िया ने पास वाली औरत से कहा कि बेचारों ने कपड़े-लत्ते तो बहुत अच्छे बनाए थे, जिन्हें देखकर लगता है कि उन्होंने तैयारी तो लड़के की की थी अर्थात् उन्हें लड़का पैदा होने की उम्मीद थी किन्तु हुई लड़की।

प्रश्न 7.
“लड़कियाँ तो पैदा होने के वक्त से ही माँ का खून चूसने लगती हैं। जान बच जाए तो समझो बड़ी बात है।”
उत्तर:
प्रसंग:
प्रस्तुत पंक्तियाँ श्री वीरेन्द्र मेंहदीरत्ता द्वारा लिखित कहानी ‘उपेक्षिता में से ली गई हैं। प्रस्तुत पंक्तियाँ लेखक से अस्पताल में मौजूद एक बूढ़ी औरत ने कही हैं जो लड़की के जन्म पर अपने अनुभव बता रही है।

व्याख्या:
अस्पताल में उपस्थित बूढी औरत ने लेखक से लड़की के जन्म लेने पर अपने अनुभव का वर्णन करते हुए कहा कि लड़कियाँ तो पैदा होते ही अपनी माँ का खून चूसने लगती हैं अर्थात् माँ को उसके विवाह दहेज की चिन्ता सताने लगती है। लड़की की और उसकी माँ की जान बच जाए तो इसे ही बड़ी बात समझना चाहिए।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 24 वीरेन्द्र मेंहदीरता

प्रश्न 8.
“ओ तीवी सुलछ्छनी, जेहड़ी जम्मे पहली लछछमी।”
उत्तर:
प्रसंग:
प्रस्तुत पंक्ति श्री वीरेन्द्र मेंहदीरत्ता द्वारा लिखित कहानी ‘उपेक्षिता’ में से ली गई है। प्रस्तुत पंक्ति लेखक की माँ ने लेखक की पत्नी कमला के सिर हाथ फेरते हुए उसे सान्त्वना देते हुए कही है।

व्याख्या:
लेखक की माँ ने उसकी पत्नी को बेटी के जन्म लेने पर सान्त्वना देते हुए कहा कि वही स्त्री सुलक्षणों वाली होती है जो पहली कन्या अर्थात् लक्ष्मी को जन्म दे।

प्रश्न 9.
“मैं तो कहती हूँ लड़की हो या लड़का, पर हो किस्मत वाला।”
उत्तर:
प्रसंग-प्रस्तुत पंक्ति श्री वीरेन्द्र मेंहदीरत्ता द्वारा लिखित कहानी ‘उपेक्षिता’ में से ली गई है। प्रस्तुत पंक्ति मिसेज़ चोपड़ा ने लेखक और उसकी पत्नी को सान्त्वना देते हुए कही है।

व्याख्या:
लड़की और लड़के में कोई अन्तर न होने की बात को आगे बढ़ाते हुए मिसेज़ चोपड़ा कहती हैं कि लड़की हो या लड़का किन्तु होना चाहिए किस्मत वाला क्योंकि सब अपनी-अपनी किस्मत लेकर आते हैं। परोक्ष में मिसेज़ चोपड़ा लेखक और उसकी पत्नी को दिलासा दिला रही है।

PSEB 12th Class Hindi Guide उपेक्षिता Additional Questions and Answers

अति लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
डॉ० वीरेन्द्र मेंहदीरत्ता का जन्म कब और कहाँ हुआ था?
उत्तर:
सन् 1930 ई० में रावलपिंडी (पाकिस्तान)में।

प्रश्न 2.
डॉ० मेंहदीरत्ता का योगदान किस साहित्यिक विधा के लिए सराहनीय है?
उत्तर:
रंगमंच।

प्रश्न 3.
डॉ० वीरेन्द्र ने चंडीगढ़ में किस संस्था की स्थापना की थी?
उत्तर:
‘अभिनेत’ नाट्य संस्था की।

प्रश्न 4.
माँ ने पहली लड़की को क्या कहा था?
उत्तर:
लक्ष्मी।

प्रश्न 5.
लेखक को पिता के द्वारा कहा गया कौन-सा वाक्य समझ नहीं आया था?
उत्तर:
कोई बात नहीं।

प्रश्न 6.
लड़की के जन्म की सूचना किस तरह देने के लिए कहा गया था?
उत्तर:
तार से नहीं बल्कि पोस्टकार्ड से।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 24 वीरेन्द्र मेंहदीरता

प्रश्न 7.
किसने कहा था कि आजकल लड़के और लड़की में कोई अंतर नहीं होता।
उत्तर:
मिसेज़ चोपड़ा ने।

प्रश्न 8.
चंडीगढ़ से बाहर रहने वालों ने किस तरह से बधाई दी थी?
उत्तर:
चंडीगढ से बाहर वालों ने खत लिखा लेकिन बधाई नहीं दी थी।

प्रश्न 9.
कौन लोगों की सहानुभूति-दिलाने की परवाह नहीं करती थी?
उत्तर:
कमला।

प्रश्न 10.
लड़की होने पर किसने न घबराने की बात कही थी?
उत्तर:
मिसेज गुप्ता ने।

प्रश्न 11.
किसने कहा था कि लड़कियाँ ही माँ-बाप को सुख देने वाली होती हैं ?
उत्तर:
कमला के पिता ने।

प्रश्न 12.
अस्पताल में बूढी औरत ने लड़कियों के जन्म होने पर क्या कहा था?
उत्तर:
लड़कियाँ तो पैदा होने के वक्त से ही माँ का खून पीने लगती हैं।

प्रश्न 13.
किस ने कहा था कि वही स्त्री सुलक्षणों वाली होती है कन्या को जन्म देती है ?
उत्तर:
लेखक की माँ ने।

प्रश्न 14.
लेखक के प्रसिद्ध कहानी संग्रहों के नाम लिखिए।
उत्तर:
शिमले की क्रीम, खरोंच, मिट्टी पर नंगे पांव, सिद्धार्थ से पूछूगा।

वाक्य पूरे कीजिए

प्रश्न 15.
…………………….पर हुई लड़की।
उत्तर:
तैयारी तो लड़के की थी।

प्रश्न 16.
मैं तो कहती हूँ लड़की हो या लड़का……
उत्तर:
पर हो किस्मत वाला।

प्रश्न 17.
ओ तीवीं सुलछ छनी………..
उत्तर:
जेहड़ी, जम्मे पहली लछछमी।

हाँ-नहीं में उत्तर दीजिए

प्रश्न 18.
लेखक के घर लड़के ने जन्म लिया था।
उत्तर:
नहीं।

प्रश्न 19.
कमला के पिता ने लड़की का जन्म लेना अच्छा माना था।
उत्तर:
हाँ।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 24 वीरेन्द्र मेंहदीरता

प्रश्न 20.
लड़की के जन्म की सूचना तार से दी गई।
उत्तर:
नहीं।

बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर

1. उपेक्षिता किस विद्या की रचना है ?
(क) कहानी
(ख) उपन्यास
(ग) रेखाचित्र
(घ) संस्मरण
उत्तर:
(क) कहानी

2. लेखक के अनुसार बच्चे किसका रूप होते हैं ?
(क) मां का
(ख) पिता का
(ग) भगवान का
(घ) दादा का
उत्तर:
(ग) भगवान का

3. उपेक्षित कहानी का केन्द्र बिन्दु कौन है ?
(क) लड़की
(ख) लड़का
(ग) सैनिक
(घ) किसान
उत्तर:
(क) लड़की

4. ‘वीरेन्द्र मेहंदीरत्ता’ किस विद्या के प्रमुख लेखक हैं ?
(क) कहानी
(ख) उपन्यास
(ग) रंगमंच
(घ) रेखाचित्र
उत्तर:
(ग) रंगमंच

उपेक्षिता Summary

उपेक्षिता जीवन परिचय

डॉ० वीरेन्द्र मेंहदीरत्ता का जीवन परिचय लिखिए।

डॉ० वीरेन्द्र मेंहदीरत्ता का जन्म सन् 1930 में रावलपिण्डी (पाकिस्तान)में हुआ। आपने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से हिन्दी में एम० ए० किया। पंजाब विश्वविद्यालय से पीएच० डी० की डिग्री प्राप्त की। आपने लगभग 40 वर्ष तक राजकीय कॉलेज लुधियाना और पंजाब विश्वविद्यालय के हिन्दी-विभाग में पढ़ाया। आप पंजाब विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग से प्रोफेसर के पद से रिटायर हुए। कहानी के क्षेत्र के अतिरिक्त नाटक और रंगमंच में भी आप का योगदान सराहनीय है। चण्डीगढ़ में ‘अभिनेत’ नाट्य संस्था के आप संस्थापक हैं। शिमले की क्रीम, पुरानी मिट्टी नए ढाँचे, मिट्टी पर नंगे पाँव, खरोंच, सिद्धार्थ से पूछूगा-आपके प्रसिद्ध कहानी संग्रह हैं।

उपेक्षिता कहानी का सार

‘उपेक्षिता’ कहानी का सार 150 शब्दों में लिखें।

लेखक के घर एक लड़की ने जन्म लिया है। उसकी सुन्दरता को देख लेखक सोचता है कि बच्चे सचमुच भगवान् का रूप होते हैं किन्तु समाज में लड़की को उपेक्षा की दृष्टि से देखा जाता है। अस्पताल की नर्स ने भी लड़की के जन्म की खबर सुनाना भी उचित नहीं समझा था। वहाँ उपस्थित एक बुढ़िया ने भी कहा-तैयारी तो लड़के की थी, पर हुई लड़की। समाज में लड़की को जन्म देना कष्टदायक माना जाता है जबकि लड़के को जन्म देने पर माँ अपनी तकलीफ़ भूल जाती है। लेखक सोचता है कि क्या उसकी पत्नी कमला भी ऐसे ही सोचती होगी? वह तो अपने माँ-बाप की सबसे बड़ी बेटी है। कमला के पिता ने भी लड़की के जन्म को अच्छा माना था। माँ ने भी पहली लड़की को लक्ष्मी कहा था। पर पिता ने कहा था कोई बात नहीं, घर में लक्ष्मी आई है। लेखक को ‘कोई बात नहीं’ का अर्थ समझ में नहीं आया। लगा कि वे लेखक को तसल्ली दे रहे हों और अपने मन को समझा रहे हों। इसी कारण लड़की के जन्म की सूचना तार द्वारा न भेजकर पोस्टकार्ड द्वारा भेजने को कहा था।

चण्डीगढ़ में जैसे-जैसे लोगों को पता चला-वे मिलने आने लगे। मिसेज़ चोपड़ा ने जब कहा कि आजकल लड़के और लड़की में कोई अन्तर नहीं होता तब लेखक का तनाव कुछ कम हुआ। लेखक के एक मित्र ने कहा कि लड़की के जन्म पर उसे चिन्तित नहीं होना चाहिए। चण्डीगढ़ से बाहर के रिश्तेदारों ने खत ज़रूर लिखा पर बधाई नहीं दी। उन्होंने अनेक प्रकार की बातें लिखीं पर लेखक की पत्नी ने बेटी को छाती से लगाते हुए कहा- मेरे लिए यह बेटी बेटों से भी बढ़कर है।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 23 ठेस

Punjab State Board PSEB 12th Class Hindi Book Solutions Chapter 23 ठेस Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 12 Hindi Chapter 23 ठेस

Hindi Guide for Class 12 PSEB ठेस Textbook Questions and Answers

(क) लगभग 60 शब्दों में उत्तर दो:

प्रश्न 1.
‘ठेस’ कहानी के शीर्षक की सार्थकता पर अपने विचार प्रकट करें।
उत्तर:
प्रस्तुत कहानी का शीर्षक संक्षिप्त, सटीक और सार्थक है। सिरचन एक ग्रामीण कलाकार है, भले ही लोग उसे मुफ्तखोर, कामचोर या चटारे कहते हैं, किंतु वह अपनी कला में माहिर है। सिरचन एक स्वाभिमानी व्यक्ति है। चाची की जली-कटी सुनकर उसके स्वाभिमान को ठेस पहुँचती है। वह नई धोती का मोह त्याग कर अधूरा काम छोड़ कर लौट आता है। वह कलाकार का, कला का अपमान नहीं सहन कर सकता। लेखक भी मानता है कि कलाकार के दिल में ठेस लगी है।

प्रश्न 2.
ठेस कहानी के आधार पर सिरचन का चरित्र-चित्रण करें।
उत्तर:
सिरचन एक ग्रामीण कलाकार है। चिक, शीतलपाटी, कुशासन आदि बनाने में माहिर। उसकी कला के कारण ही बड़े-बड़े लोग उसकी खुशामद करते हैं। सिरचन को गाँव वाले मुफ्तखोर, कामचोर और चटोर समझते हैं, किंतु वह कामचोर नहीं मुँहजोर अवश्य है। वह ठीक से सेवा न होने पर उच्चजाति वालों को भी बेइज्जत करने से नहीं झिझकता। सिरचन बड़ा स्वाभिमानी है, लेखक की चाची से सुगन्धित जर्दा माँगने पर जली-कटी सुनकर उसके हृदय को ठेस लगती है और वह काम छोड़कर चला जाता है। किन्तु अपनी कोमल हृदयता और आत्मीयता का परिचय देते हुए मानू को स्टेशन पर शीतपाटियाँ, चिकें और कुशासन देने पहुँच जाता है बदले में वह किसी प्रकार का प्रतिदान भी स्वीकार नहीं करता।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 23 फणीश्वरनाथ 'रेणु'

प्रश्न 3.
सिरचन किस बात से नाराज़ होकर काम छोड़कर चला जाता है ?
उत्तर:
एक दिन सिरचन लेखक की बहन के लिए शीतलपाटी और चिक बना रहा था कि एक दिन मानू ने उसे पान का बीड़ा दिया। पान खाते समय सिरचन ने चाची से गमकौआ जर्दा माँग लिया। इस पर चाची भड़क उठी। उसने सिरचन को भला-बुरा कहा। यह सुनकर सिरचन के हृदय को ठेस लगी। वह अधूरा काम छोड़ अपनी छुरी, हँसिया उठाकर वहाँ से चला गया।

प्रश्न 4.
लेखक द्वारा मनाने पर भी न आने वाला सिरचन स्वयं ही मानू के लिए स्टेशन पर शीतलपाटी, चिक और एक जोड़ी आसनी कुश को क्यों पहुँचाता है ? स्पष्ट करें।
उत्तर:
कामचोर, चटोरा तथा मुँहजोर कहलाने वाला सिरचन एक कलाकार था; कोमल हृदय वाला कलाकार। अपनी कला का अपमान होते देख उसके हृदय को ठेस लगती है पर मानू के प्रति उसके हृदय में आत्मीयता का भाव भी है। वह काकी की सबसे छोटी बेटी थी और उसका दूल्हा अफसर। फिर मानू ने तो उसे ठेस नहीं पहुँचाई थी बल्कि उसने तो उसे पान का बीड़ा लाकर दिया था। इसलिए मानू से स्नेह होने के कारण वह उसके लिए शीतलपाटी आदि लेकर स्टेशन पहुँचा था। बदले में वह किसी प्रतिदान को भी स्वीकार नहीं करता।

(ख) लगभग 150 शब्दों में उत्तर दो:

प्रश्न 5.
‘ठेस’ कहानी का सार अपने शब्दों में लिखो।
उत्तर:
देखिए पाठ के आरम्भ में दिया गया सार।

प्रश्न 6.
‘ठेस’ कहानी कलाकार की संवेदनशीलता की कहानी है, स्पष्ट करें।
उत्तर:
प्रस्तुत कहानी में एक सच्चे कलाकार की कोमल भावनाओं और कारुणिक जीवन गाथा का मार्मिक चित्रण किया गया है। सिरचन एक कलाकार है। वह शीतलपाटी, चिक और कुशासन बनाने में माहिर है। बड़े-बड़े लोग उसकी खुशामद करते हैं, किन्तु वह चटोर है। एक बार तो उसने ब्राह्मण चौधरी के लड़के को कम परोसने पर बेइज्जत कर दिया था। सिरचन एक सच्चा कलाकार है। अपने काम के दौरान किसी की टोका-टाकी सहन नहीं कर सकता। सिरचन को लोग चटोर भी समझते थे। उसको बुलाने से पहले तली बघारी हुई तरकारी, दही की कढ़ी, मलाई वाले दूध का प्रबन्ध पहले से ही करना पड़ता था।

लेखक की सबसे छोटी बहन मानू पहली बार ससुराल जा रही थी। उसके दूल्हे ने चिक और शीतलपाटी भेजने की फरमाईश की थी। सिरचन के खाने-पीने का प्रबन्ध करके उसे काम पर बुलाया गया। सिरचन ने काम शुरू किया। लगता है कि बहुत बढ़िया वस्तुएँ बन रही हैं। इसी बीच मानू ने उसे पान दिया तो उसने चाची से सुगन्धित जर्दा माँग लिया जिस पर चाची ने उसे जली-कटी सुनाई। चाची की बातों से कलाकार सिरचन के हृदय को ठेस लगी। वह काम छोड़ कर चला गया। किन्तु मानू के ससुराल जाते समय शीतलपाटी, चिक और कुशासन सौंप कर अपनी संवदेनशीलता का परिचय दिया। उसने मोहर वाली धोती के दाम भी लेने से इनकार कर दिया।

(ग) सप्रसंग व्याख्या करें:

7. “बड़ी बात ही है बिटिया, बड़े लोगों की बस बात ही बड़ी होती है। नहीं तो दो-दो पटेर की पाटियों का काम सिर्फ खंसारी का सत्तू खिलाकर कोई करवाए भला ? यह तुम्हारी माँ ही कर सकती है।”
उत्तर:
प्रसंग:
प्रस्तुत पंक्तियाँ श्री फणीश्वरनाथ ‘रेणु’ द्वारा लिखित कहानी ‘ठेस’ में से ली गई हैं। प्रस्तुत पंक्तियाँ सिरचन ने महाजन टोले के भज्जू महाजन की बेटी को कही हैं जो सिरचन की किसी कड़ी बात पर तिलमिला कर कहती है कि इतनी बड़ी बात।

व्याख्या:
सिरचन ने भज्जू की बेटी से कहा कि बड़ी बात ही है बेटी। बड़े आदमियों की बस बातें ही बडी होती हैं अर्थात् उनके कर्म और व्यवहार में बड़प्पन नहीं होता। यदि व्यवहार में बड़प्पन होता तो क्या दो-दो पटेर की पाटियाँ कोई सिर्फ खसारी का सत्तू खिला कर बनवा सकता है। यह काम तो तुम्हारी माँ ही करवा सकती है। सिरचन का स्पष्ट संकेत है कि उसे थोड़ा-सा खिला कर अधिक काम लिया जाता है।

विशेष:

  1. कामगार के शोषण पर कटाक्ष है।
  2. भाषा बोलचाल की तथा भावपूर्ण है।

8. “बबुआ जी! अब नहीं। कान पकड़ता हूँ, अब नहीं। मोहर छाप वाली धोती लेकर क्या करूँगा ? कौन पहनेगा ? ससुरी खुद मरी, बेटे-बेटियों को भी ले गई अपने साथ। बबुआ जी, मेरी घरवाली जिंदा रहती तो मैं ऐसी दुर्दशा भोगता। यह शीतलपाटी को छूकर कहता हूँ, अब यह काम नहीं करूँगा।”

उत्तर:
प्रसंग-प्रस्तुत पंक्तियाँ श्री फणीश्वरनाथ ‘रेणु’ द्वारा लिखित कहानी ‘ठेस’ में से ली गई हैं। प्रस्तुत पंक्तियाँ सिरचन ने लेखक से कही हैं, जब वह काम बीच में ही छोड़ आने पर उसे मनाने के लिए गया था। – व्याख्या-सिरचन ने लेखक से कहा कि मैं कान पकड़ता हूँ कि अब चिक आदि बनाने का काम नहीं करूँगा। आपकी माँ ने मुझे जो मोहर छाप वाली नई धोती देने का वादा किया था, उसे लेकर मैं क्या करूँगा। कौन पहनेगा उसे। मेरी पत्नी स्वयं तो मरी ही साथ में बेटे-बेटियों को भी ले गई। बबुआ जी, मेरी पत्नी यदि जीवित होती तो मैं ऐसी दुर्दशा को क्यों भोगता अर्थात् घर-घर काम करने क्यों जाता। यह शीतलपाटी उसी की बनी हुई है इसी को छू कर कहता हूँ कि अब मैं यह काम नहीं करूँगा।

विशेष:

  1. लेखक की चाची के कथन से लगी ठेस के कारण सिरचन भविष्य में चिक आदि न बनाने का निर्णय लिया
  2. भाषा सहज तथा भावपूर्ण है।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 23 फणीश्वरनाथ 'रेणु'

9. खिड़की के पास खड़े होकर सिरचन ने हकलाते हुए कहा-यह मेरी ओर से है। सब चीज़ है दीदी। शीतलपाटी, चिक और एक जोड़ी आसनी कुश की। गाड़ी चल पड़ी।
उत्तर:
प्रसंग-प्रस्तुत पंक्तियाँ श्री फणीश्वरनाथ ‘रेणु’ द्वारा लिखित कहानी ‘ठेस’ में से ली गई हैं। प्रस्तुत पंक्तियाँ कहानी के अंत में सिरचन द्वारा लेखक की छोटी बहन मानू को अपनी तरफ से चिक आदि भेंट करने के समय की हैं।

व्याख्या-सिरचन मन को ठेस लगने पर लेखक के घर से काम छोड़ कर चला आता है, किंतु हृदय की कोमलता और आत्मीयता के कारण मानू के ससुराल जाते समय उसके लिए चिक आदि तैयार कर उसे भेंट करने पहुँच जाता है। गाड़ी की खिड़की के पास खड़े होकर सिरचन ने रुक-रुक कर बोलते हुए कहा यह मेरी ओर से तुम्हारे लिए भेंट है। इस बंडल में वह सब चीज़ है जो तुम्हारे दूल्हा ने मंगवाई थीं। शीतलपाटी, चिक और जोड़ी कुशासन की। सिरचन के इतना कहते ही गाड़ी चल पड़ी।

विशेष:

  1. सिरचन के मन में मानू के प्रति स्नेह है इसलिए वह उसे विदाई के अवसर पर चिक आदि देने स्टेशन पर पहुंच जाता है।
  2. भाषा भावपूर्ण तथा सहज है।

प्रश्न 10.
‘ठेस’ कहानी से हमें क्या शिक्षा मिलती है ?
उत्तर:
‘ठेस’ कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि सच्चे कलाकार का दिल नहीं दुखाना चाहिए। जब उस के दिल को ठेस लगती है तो वह बढ़िया से बढ़िया खाने, अच्छे पैसों आदि की भी चिंता न करते हुए काम करने से इनकार कर देता है, जैसा कि सिरचन ने चाची के ताने सुनकर किया था। कलाकार का हृदय बहुत कोमल होता है इसलिए वह मानू को विदाई के अवसर पर स्टेशन पर ही भेंट स्वरूप चिक आदि दे देता है।

PSEB 12th Class Hindi Guide ठेस Additional Questions and Answers

अति लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
‘ठेस’ शीर्षक कहानी किसके द्वारा रचित है?
उत्तर:
फणीश्वर नाथं ‘रेणु’।

प्रश्न 2.
फणीश्वर नाथ ‘रेणु’ का जन्म कहाँ और कब हुआ था?
उत्तर:
बिहार के पूर्णिया जिले में 11 फरवरी, सन् 1921 को।

प्रश्न 3.
रेणु जी की शिक्षा कहाँ-कहाँ हुई थी?
उत्तर:
रेणु जी की शिक्षा विराट नगर नेपाल तथा हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी में हुई थी।

प्रश्न 4.
सिरचन कहां का कारीगर था?
उत्तर:
सिरचन गाँव का एक कारीगर था।

प्रश्न 5.
गाँव वाले सिरचन को किस नाम से पुकारते थे?
उत्तर:
गाँव वाले सिरचन को मुफ्तखोर, कामचोर और चटोर कहकर पुकारते थे।

प्रश्न 6.
सिरचन के काम करते समय टोक देने पर वह क्या करता था?
उत्तर:
सिरचन गुस्से में फुफकार उठता था और काम छोड़कर चल देता था।

प्रश्न 7.
ठेस कहानी में लेखक की छोटी बहन का क्या नाम है ?
उत्तर:
मानू।

प्रश्न 8.
दूल्हे ने क्या लेने की फरमाइश की थी?
उत्तर:
दूल्हे ने तीन जोड़ी चिक-चिक और पटेर की दो शीतल पाटियों की फरमाइश की थी।

प्रश्न 9.
सिरचन को क्या देने का वायदा किया गया था?
उत्तर:
असली मोहर छाप वाली नई धोती देने का वायदा किया गया था।

प्रश्न 10.
मानू ने चुपके से सिरचन को क्या दिया था?
उत्तर:
पान का बीड़ा।

प्रश्न 11.
किस की बात से सिरचन के मन को ठेस लगी थी?
उत्तर:
चाची की बात से सिरचन के मन को ठेस लगी थी।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 23 फणीश्वरनाथ 'रेणु'

प्रश्न 12.
सिरचन सारा सामान देने के लिए कहाँ पहुँच गया था?
उत्तर:
रेलवे स्टेशन पर।

प्रश्न 13.
मानू फूट-फूट कर क्यों रोने लगी थी?
उत्तर:
अपनत्व के भाव के कारण।

वाक्य पूरे कीजिए

प्रश्न 14.
बबुआ जी। अब नहीं…..
उत्तर:
कान पकड़ता हूँ, अब नहीं।

प्रश्न 15.
यह शिलापाटी को छू कर कहता हूँ..
उत्तर:
अब यह काम नहीं करूंगा।

प्रश्न 16.
सब चीज़ है……..।
उत्तर:
दीदी।

हाँ-नहीं में उत्तर दीजिए

प्रश्न 17.
कलाकार का दिल वास्तव में ही बहुत कोमल होता है।
उत्तर:
हाँ।

प्रश्न 18.
सब चीज़ है भैया।
उत्तर:
नहीं।

बोर्ड परीक्षा में पूछे गए प्रश्न

प्रश्न 1.
‘ठेस’ कहानी के लेखक का नाम लिखें।
उत्तर:
फणीश्वर नाथ रेणु।

बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर

1. फनीश्वर नाथ रेणु कैसे उपन्यासकार थे ?
(क) आंचलिक
(ख) व्यंग्यात्मक
(ग) संस्मरणात्मक
(घ) रचनात्मक
उत्तर:
(क) आंचलिक

2. रेणु का पहला आंचलिक उपन्यास कौन-सा है ?
(क) आँचल
(ख) मैला आँचल
(ग) तीसरी कसम
(घ) ठेस।
उत्तर:
(ख) मैला आँचल

3. मानू किस कारण फूट-फूट कर रोने लगी ?
(क) अपनत्व के
(ख) मानवता के
(ग) सेवा के
(घ) सुरक्षा के
उत्तर:
(क) अपनत्व के

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 23 फणीश्वरनाथ 'रेणु'

4. सिरचन क्या था ?
(क) सैनिक
(ख) कारीगर
(ग) सेवक
(घ) विद्यार्थी
उत्तर:
(ख) कारीगर

कठिन शब्दों के अर्थ

मुफ्तखोर = मुफ्त की खाने वाला। चटोर = लालची, स्वाद का लालची। मडैया = झोंपड़ी। खुशामद = चापलूसी। इलाका = क्षेत्र। बेपानी = बेइज्जत, अपमानित । नाखून से खाँट कर देना = बहुत-थोड़ा देना, कंजूसी से देना। हुलस कर = प्रसन्न होकर। नेनू = मक्खन। मोथी = एक प्रकार की घास। शीतलपाटी = खस की चिक। पनियाई = पानी भरी। हिन्दी पुस्तक-12 . पटेर = तालाबों में उगने वाला एक पौधा–काई। पाटी = चटाई। तन्मयता = तल्लीनता। मुँहज़ोर = बोलने में कड़वा। झाल = तीखापन। बरदाश्त करना = सहन करना। चिकनाई = चिकनापन। अधकपाली दर्द = आधे सिर का दर्द। ताल = ताड़एक वृक्ष। मूंज = एक प्रकार की घास। बेकाम = व्यर्थ का। खंसारी का सत्तू = भुने हुए जौ का आटा। तिलमिला उठना = क्रोध से बेचैन हो उठना। बबुनी = बिटिया। बैरिंग = बिना टिकट लगा। तैनात करना = नियुक्त करना। झब्बे = गुच्छे, फँदने। बिनाई = बुनती। सुधि = होश। सूप = छाज। बुंदिया = लड्डू की बूंदी। नैहर = मायका। बतकुट्ठी = बातें करना, बतियाना। गमकौआ = सुंगन्धित । जर्दा = तम्बाकू। मसखरी = मज़ाक । यत्परोनास्ति = इससे कोई बढ़कर नहीं है। हनहनाता हुआ = बड़बड़ाता हुआ। मुँह झौंसे = मुँह जले। आसनी कुश = कुशा (घास) का बना आसन।

ठेस Summary

ठेस जीवन परिचय

फणीश्वरनाथ रेणु जी का जीवन परिचय लिखिए।

फणीश्वरनाथ ‘रेणु’ जी का जन्म 11 फरवरी, सन् 1921 को बिहार के पूर्णिया जिले के हिगना गाँव में हुआ। आप की शिक्षा विराट नगर, नेपाल तथा हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी में हुई। सन् 1942 के भारत छोड़ो जन आन्दोलन में सक्रिय भाग लेने पर 3 वर्ष तक आप नजर बंद रहे। जेल से छूटने के पश्चात् आप का सम्बन्ध जयप्रकाश नारायण की समाजवादी पार्टी से हो गया। स्वतन्त्रता के बाद देश में आपात्काल स्थिति लागू किए जाने पर आप कुछ देर के लिए जेल में बंद रहे। उन्होंने जयप्रकाश नारायण के जन आन्दोलन में बढ़-चढ़ कर भाग लिया। आपके पहले आँचलिक उपन्यास ‘मैला आँचल’ ने हिन्दी जगत में धूम मचा दी थी। रस प्रिया’ तीसरी कसम, ‘ठेस’ पंचलाइट इनकी प्रमुख कहानियां हैं।

ठेस कहानी का सार

ठेस कहानी का सार 150 शब्दों में दें।

सिरचन गाँव का एक कारीगर था। वह मोथी घास और पटेर की शीतलपाटी, बाँस की तीलियों की चिकें, मूंज की रस्सी आदि बनाने में माहिर था। सिरचन की इसी कला के कारण बड़े-बड़े लोग उसकी खुशामद करते थे। उनकी सवारियाँ. उसकी झोंपड़ी के आगे बँधी रहतीं। किंतु गाँव वाले उसे मुफ्तखोर कामचोर और चटोर कहते थे। उसे बुलाने के लिए उसके खान-पान का विशेष प्रबन्ध करना ज़रूरी होता था। खाने के लिए कम मिलने पर वह दूसरों का अपमान करने से भी नहीं चूकता था । काम करते हुए यदि कोई उसे टोक देता तो वह फुफकार उठता और काम छोड़ कर चला जाता था। सिरचन मुँह ज़ोर है, कामचोर नहीं।

लेखक की सबसे छोटी बहन मानू की विदाई होने वाली थी। उसके दूल्हे ने तीन जोड़ी चिक और पटेर की दो शीतल पाटियाँ भेजने की फरमाइश की थी। इसलिए लेखक की माँ ने असली मोहर छाप वाली नई धोती देने का वादा करते हुए सिरचन को काम पर लगा दिया। सिरचन मन लगा कर काम करने लगा। काम करते समय सिरचन की जीभ जरा बाहर निकल आती थी। उसे अच्छा कलेवा दिया जाता था। मिठाई दी जाती थी। एक दिन मानू ने चुपके से एक पान का बीड़ा दिया। सिरचन ने पान खाते समय लेखक की चाची से जरा सुगन्धित जर्दा देने को कहा। इस पर चाची ने उसे भला-बुरा कहा, और डाँटा। चाची की बातें सुनकर सिरचन के मन को ठेस लगी। वह अधूरा काम छोड़ कर वहाँ से उठ कर चला गया था। लेखक के मनाने के लिए जाने पर भी वह नहीं आया। कलाकार के हृदय को ठेस लग गई थी।

लेखक जब अपनी छोटी बहन को ससुराल छोड़ने जा रहा था तो स्टेशन पर गाड़ी चलने के समय सिरचन दौड़ता हुआ आया और मानू के लिए शीतलपाटी चिक और कुशासन सौंप कर चला गया। उसने मोहर छाप वाली धोती के दाम भी लेने से इनकार कर दिया। मानू उसके इस अपनत्व भरे व्यवहार को देखकर फूट-फूट कर रोने लगी थी।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 22 तत्सत्

Punjab State Board PSEB 12th Class Hindi Book Solutions Chapter 22 तत्सत् Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 12 Hindi Chapter 22 तत्सत्

Hindi Guide for Class 12 PSEB तत्सत् Textbook Questions and Answers

(क) लगभग 60 शब्दों में उत्तर दें:

प्रश्न 1.
पशु और पेड़-पौधे वन के नाम से भयातुर क्यों होने लगे थे ?
उत्तर:
जंगल में आने वाले शिकारियों ने कहा था कैसा भयानक जंगल है और कितना घना वन है। उनकी बातों में जंगल की भयानकता की बात सुनकर वन के सभी पशु और पेड़-पौधे डर गए। उन्हें लगा कि अवश्य ही वन कोई शेर-चीतों से बढ़कर भयानक होगा।

प्रश्न 2.
शिकारी प्रमुख द्वारा अपने साथियों की सलाह न मानने का क्या कारण था ?
उत्तर:
जंगल के पेड़-पौधों और वनचरों ने आदमियों से जब जंगल दिखाने के लिए कहा नहीं तो उनकी खैर नहीं। इस पर शिकारी के साथियों ने कहा कि यार कह दो जंगल नहीं है। इस पर शिकारी प्रमुख ने मरने से न डरते हुए कहासदा कौन जिया है ? इससे इन भोले प्राणियों को भुलावे में क्यों रखें ? इसी कारण शिकारी प्रमुख ने अपने साथियों की सलाह मानने से इन्कार कर दिया।

प्रश्न 3.
शिकारी जब पुन: वन में आए तो पश और वनस्पतियाँ भड़क उंठीं. क्यों ?
उत्तर:
शिकारी जन जब दोबारा जंगल में आए तो सारा जंगल जाग उठा। वे सब तरह-तरह की बोली बोलकर अपना विरोध दर्शाने लगे। मानो आदमियों की भर्त्सना कर रहे थे। वे सभी इसलिए भड़क उठे क्योंकि आज तक उन्होंने जंगल नाम की कोई वस्तु नहीं देखी थी। आदमियों ने उसे भयानक भी कहा था। इसलिए वे भयानक वस्तु के बारे में जानना चाहते थे।

(ख) लगभग 150 शब्दों में उत्तर लिखें:

प्रश्न 4.
तत्सत् कहानी का सार अपने शब्दों में लिखें।
उत्तर:
देखें पाठ के आरम्भ में दिया गया कहानी का सार।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 22 जैनेन्द्र कुमार

प्रश्न 5.
‘तत्सत्’ कहानी का उद्देश्य स्पष्ट करें।
उत्तर:
‘प्रस्तुत’ कहानी में जैनेन्द्र जी ने पशुओं और वनस्पतियों के माध्यम से यह बताने का प्रयास किया है कि आज का व्यक्ति इतना व्यक्तिवादी हो गया है कि उसे अपने सिवा और कुछ सूझता ही नहीं। वह यह नहीं समझता कि उसका अस्तित्व समग्र में एक खण्ड के समान उसी प्रकार है जैसे किसी बाग में किसी फूल का। लेखक ने अपने इस उद्देश्य को स्पष्ट करने के लिए पशुओं और पेड़-पौधों का सहारा लिया है जिन्हें अपने-अपने अलग अस्तित्व का तो बोध है किन्तु अपने समग्र रूप जंगल से वे अनजान हैं। अपनी इसी अज्ञानता के कारण वे सभी अपनी-अपनी ढफली अपना-अपना राग अलापते रहते हैं। अन्त में जब उन्हें समग्रता का बोध होता है तो वे वन की सत्ता को स्वीकार कर लेते हैं।

प्रश्न 6.
‘तत्सत्’ कहानी के नामकरण की सार्थकता पर प्रकाश डालें।
उत्तर:
तत्सत्’ कहानी एक प्रतीकात्मक कहानी है। इसमें लेखक ने कथा निर्माण के लिए वनचरों एवं वनस्पतियों की संवेदना को आधार बना कर किया है। जैनेन्द्र जी ने प्रायः सोद्देश्य शीर्षकों का चयन अधिक किया है। चाहे शीर्षक ‘तत्सत्’ कहानी के शीर्षक की तरह प्रतीकात्मक हों किन्तु यह शीर्षक सार्थक, आकर्षक एवं जिज्ञासा एवं कुतूहल भरा है। लेखक ने इस कहानी के कथानक द्वारा यह सिद्ध किया है कि यह जगत् सत्य नहीं है, अपितु वह ब्रह्म ही सत्य है तथा वही सर्वत्र व्याप्त है। अतः हम कह सकते हैं कि कहानी का शीर्षक अत्यन्त सार्थक बन पड़ा है। शीर्षक सारगर्भित भी है, रोचक और संक्षिप्त एवं आकर्षक भी है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस शीर्षक में एकजुटता का संदेश भी छिपा है जो हमारी वर्तमान राजनीतिक अवस्था के लिए अत्यन्त ज़रूरी है। देश है तो हम हैं अतः देशहित के लिए हमें निजी स्वार्थों को भूलकर एक हो जाना चाहिए।

(ग) सप्रसंग व्याख्या करें :

7. “जब छोटा था, तब इन्हें देखा था। इन्हें आदमी कहते हैं। इनमें पत्ते नहीं होते, तना ही तना है। देखा वे चलते कैसे हैं ? अपने तने की दो शाखाओं पर भी चलते चले जाते हैं।”
उत्तर:
प्रसंग-प्रस्तुत पंक्तियाँ श्री जैनेन्द्र कुमार द्वारा लिखित प्रतीकात्मक कहानी ‘तत्सत्’ में से ली गई हैं। प्रस्तुत पंक्तियाँ बड़ के वृक्ष ने शीशम के वृक्ष से उस समय कही हैं जब शीशम पूछता है कि जंगल को भयानक कहने वाले कौन थे ?

व्याख्या:
जब शीशम के पेड़ ने जंगल के सबसे बड़े पेड़ बड़ से उन शिकारियों के बारे में पूछना चाहा कि वे कौन थे, जिन्होंने जंगल को भयानक कहा था, तो बड़ ने उत्तर देते हुए कहा कि जब मैं छोटा था, तब इन्हें देखा था। इन्हें आदमी कहते हैं। ये ऐसे पेड़ होते हैं जिनमें पत्ते नहीं होते, तना ही तना होता है। तुमने देखा नहीं कि ये लोग कैसे चलते हैं ? अपने तने की दो टहनियों पर ही चलते चले जाते हैं। विशेष-एक पेड़ की आदमी के बारे में जानकारी पर प्रकाश डाला गया है।

8. “मालूम होता है, हवा मेरे भीतर के रिक्त में वन-वन-वन ही कहती हुई घूमती रहती है। पर ठहरती नहीं। हर घड़ी सुनता हूँ, वन है, वन है पर मैं उसे जानता नहीं हूं। क्या वह किसी को दिखा है ?”
उत्तर:
प्रसंग-प्रस्तुत पंक्तियाँ श्री जैनेन्द्र कुमार द्वारा लिखित प्रतीकात्मक कहानी ‘तत्सत्’ में से ली गई हैं। प्रस्तुत पंक्तियाँ बाँस के पेड़ ने जंगल के दूसरे पेड़ों से कहीं हैं।

व्याख्या:
जब सब पेड़ों ने बाँस के पेड़ से पूछा कि वह उन्हें वन के बारे में बताए कि वह क्या है तो बाँस के पेड़ ने कहा कि ऐसा मालूम होता है कि हवा मेरे अन्दर के खाली स्थान में वन-वन-वन कहती घूमती रहती है, पर ठहरती नहीं। मैं हर घड़ी यह तो सुनता हूँ किं वन है, पर मैं उसे जाना नहीं हूँ। क्या वह किसी को दिखाई दिया है ? विशेष-वन के बारे में बांस के पेड़ की प्रतिक्रिया पर प्रकाश डाला गया है।

9. “ओ सिंह भाई, तुम बड़े पराक्रमी हो। जाने कहां कहां छापा मारते हो। एक बात तो बताओ, भाई ?”
उत्तर:
प्रसंग-प्रस्तुत पंक्तियाँ श्री जैनेन्द्र कुमार द्वारा लिखित प्रतीकात्मक कहानी ‘तत्सत्’ में से ली गई हैं। प्रस्तुत पंक्तियों में जंगल के सबसे बड़े पेड़ बड़ ने जंगल के सबसे शक्तिशाली पशु सिंह से वन के बारे में बताने के लिए कही

व्याख्या:
बड़ को जब जंगल के किसी पेड़ ने वन के बारे कुछ बताने से इन्कार कर दिया तो उसने वहाँ आए सिंह से यही प्रश्न पूछने के लिए प्रस्तुत पंक्तियाँ कहीं है। बड़ ने कहा-अरे सिंह भाई, तुम बड़े बहादुर हो। जाने कहाँ-कहाँ शिकार हासिल करने के लिए छापे मारते हो। एक बात तो बताओ भाई ? बड़ सिंह से वन के बारे में पूछना चाहता है कि क्या उसने कभी वन को देखा है ? विशेष-सिंह से वन के संबंध में बड़दादा पूछ रहे हैं।

PSEB 12th Class Hindi Guide तत्सत् Additional Questions and Answers

अति लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
जैनेन्द्र कुमार का जन्म कब और कहाँ हुआ था?
उत्तर:
जैनेन्द्र कुमार का जन्म उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के कौडियागंज गाँव में सन् 1905 ई० में हुआ था।

प्रश्न 2.
जैनेन्द्र ने किन-किन विश्वविद्यालयों से शिक्षा प्राप्त की थी?
उत्तर:
पंजाब विश्वविद्यालय और काशी हिंदू विश्वविद्यालय से।

प्रश्न 3.
जैनेन्द्र की शिक्षा अधूरी क्यों रह गई थी?
उत्तर:
देश के स्वतंत्रता आंदोलन में कूद पड़ने के कारण।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 22 जैनेन्द्र कुमार

प्रश्न 4.
जैनेन्द्र को किस विश्वविद्यालय ने डी० लिट० की उपाधि प्रदान की थी?
उत्तर:
दिल्ली विश्वविद्यालय ने।

प्रश्न 5.
जैनेन्द्र के कहानी संग्रहों के नाम लिखिए।
उत्तर:
ध्रुव यात्रा, नीलम देश की राजकन्या, फांसी।

प्रश्न 6.
जैनेन्द्र के चार उपन्यासों के नाम लिखिए।
उत्तर:
परख, सुनीता, त्यागपत्र, कल्याणी।

प्रश्न 7.
‘तत्सत’ किस शैली में रचित कहानी है?
उत्तर:
प्रतीक शैली।

प्रश्न 8.
जैनेंद्र कैसे दार्शनिक और विचारक थे?
उत्तर:
बुद्धिवादी, दार्शनिक और विचारक।

प्रश्न 9.
कितने शिकारी शिकार की टोह में पहुँचे थे?
उत्तर:
दो शिकारी।

प्रश्न 10.
किस पेड़ ने दूसरे पेड़ को ‘दादा’ कहा था?
उत्तर:
शीशम के पेड़ ने बरगद के पेड़ को ‘दादा’ कहा था।

प्रश्न 11.
बबूल ने बड़दादा से क्या प्रश्न किया था?
उत्तर:
बबूल ने बड़दादा से प्रश्न किया था कि क्या उन्होंने कभी वन देखा था।

प्रश्न 12.
जंगल के प्राणियों ने मनुष्य के बारे में क्या निर्णय किया था?
उत्तर:
उन्होंने निर्णय किया था कि मनुष्य की बात का कोई भरोसा नहीं।

प्रश्न 13.
बड़दादा ने प्राणियों को ‘वन’ के बारे में क्या समझाया था ?
उत्तर:
बडदादा में प्राणियों को समझाते हुए कहा था कि ‘यह वन ही है हम नहीं’ हम सब ही वन हैं।

वाक्य पूरे कीजिए

प्रश्न 14.
अपने तन की दो शाखों पर ही……..
उत्तर:
चलते चले जाते हैं।

प्रश्न 15.
आस-पास के और पेड़ साल, सेंमर, सिरस…………
उत्तर:
उस बातचीत में हिस्सा लेने लगे।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 22 जैनेन्द्र कुमार

प्रश्न 16.
तब सबने घास से पूछा…………
उत्तर:
घास री घास, तू वन को जानती है।

प्रश्न 17.
चढ़ते-चढ़ते वह उसकी…….
उत्तर:
सबसे ऊपर की फुनगी तक पहुँच गया।

हाँ-नहीं में उत्तर दीजिए

प्रश्न 18.
तत्सत् प्रतीक शैली में रचित है।
उत्तर:
हाँ।

प्रश्न 19.
जंगल में आदमी को देखने की बात बड़ ने स्वीकार की थी?
उत्तर:
हाँ।

प्रश्न 20.
“दादा ओ दादा, तुमने बहुत दिन देखे हैं। बताओ कि किसी वन को भी देखा है?”-घास ने कहा।
उत्तर:
नहीं।

प्रश्न 21.
बरगद ने सीटी-सी आवाज़ देखकर कहा, “मुझे बताओ, मुझे बताओ।”
उत्तर:
नहीं।

प्रश्न 22.
“मैं पोला हूँ। मैं बहुत जानता हूँ।”-बबूल ने कहा।
उत्तर:
नहीं।

बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर

1. जैनेन्द्र कुमार कैसे कहानीकार हैं ?
(क) मनोवैज्ञानिक
(ख) विचारपरक
(ग) आत्मकथात्मक
(घ) विवेचनात्मक
उत्तर:
(क) मनोवैज्ञानिक

2. तत्सत् किस प्रकार की कहानी है ?
(क) आत्मकथात्मक
(ख) प्रतीकात्मक
(ग) विवेचनात्मक
(घ) व्यंग्यात्मक
उत्तर:
(ख) प्रतीकात्मक

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 22 जैनेन्द्र कुमार

3. शीशम के पेड़ ने किसको दादा कहा ?
(क) बरगद
(ख) पीपल
(ग) वट
(घ) नीम
उत्तर:
(क) बरगद

4. लेखक के अनुसार आज व्यक्ति कैसा बन गया है ?
(क) संस्कारी
(ख) व्यक्तिवादी
(ग) भाववादी
(घ) निराशावादी
उत्तर:
(ख) व्यक्तिवादी

जैनेन्द्र कुमार सप्रसंग व्याख्या

1. “जब छोटा था, तब इन्हें देखा था। इन्हें आदमी कहते हैं। इनमें पत्ते नहीं होते, तना ही तना है। देखा वे चलते कैसे हैं ? अपने तने की दो शाखों पर ही चलते चले जाते हैं।”

प्रसंग:
प्रस्तुत पंक्तियाँ जैनेन्द्र कुमार द्वारा रचित कहानी ‘तत्सत्’ से ली गई हैं जिसमें लेखक ने पशुओं और वनस्पतियों के माध्यम से मानव के व्यक्तिवादी होने पर व्यंग्य करते हुए यह स्पष्ट किया है कि उसका अस्तित्व समग्र में एक खंड जैसा है।

व्याख्या:
इन पंक्तियों में उस समय का वर्णन है जब शीशम जंगल के सब से बड़े वृक्ष बड़ से यह पूछता है कि जंगल को भयानक कहने वाले कौन थे ? तब बड़ उत्तर देते हुए कहता है कि जब वह छोटा था तब उसने इन्हें देखा था। इन्हें आदमी कहते हैं। ये ऐसे पेड़ हैं जिनके पत्ते नहीं होते, केवल तना ही तना होता है। वह शीशम से कहता है कि उसने देखा नहीं कि वे कैसे चलते हैं ? वे अपने तने की दो टहनियों के सहारे ही चलते चले जाते हैं। विशेष-लेखक ने मनुष्य के संबंध में वनस्पतियों की भावनाओं का चित्रण किया है।

2. बड़दादा ने कहा, “हमारी-तुम्हारी तरह इनमें जड़ें नहीं होती। बढ़े तो काहे पर ? इससे वे इधर-उधर चलते रहते हैं, ऊपर की ओर बढ़ना उन्हें नहीं आता। बिना जड़, न जाने वे जीते किस तरह हैं !” इतने में बबूल, जिसमें हवा साफ़ छनकर निकल जाती थी, रुकती नहीं थी और जिसके तन पर काँटे थे, बोला, “दादा, ओ दादा, तुमने बहुत दिन देखे हैं। बताओ कि किसी वन को भी देखा है ? ये आदमी किसी भयानक वन की बात कर रहे थे। तुमने उस भयावने वन को देखा है ?”

प्रसंग:
प्रस्तुत पंक्तियाँ जैनेन्द्र कुमार द्वारा रचित कहानी ‘तत्सत्’ से ली गई हैं। इस कहानी में लेखक ने वन्य पशुओं और वनस्पतियों के माध्यम से यह स्पष्ट किया है कि आज का मनुष्य अपने व्यक्तिगत स्वार्थों में इतना अधिक लिप्त हो गया है कि वह यह भी भूल गया है कि वह उस विराट का ही एक अंश है।

व्याख्या:
इन पंक्तियों में उस समय का वर्णन है जब दो शिकारी वन की सघनता और भयानकता का वर्णन करके चले जाते हैं तो वन के वृक्ष आपस में बातें करते हैं। शीशम बड़ से पूछता है कि मनुष्य इतने छोटे कद के क्यों होते हैं ? तब बड़दादा उत्तर देते हैं कि इन मनुष्यों की उनके समान जड़ें नहीं होती हैं इसलिए ये बढ़ते नहीं हैं छोटे ही रहते हैं। ये इधर-उधर चलते-फिरते रहते हैं ऊपर की ओर ये बढ़ना नहीं जानते। बड़ को भी आश्चर्य होता है कि वे बिना जड़ के कैसे जी रहे हैं। तभी बबूल ने कहा कि दादा बड़ आपने तो बहुत समय देखा है। आप बतायें कि क्या आपने किसी वन को भी देखा है ? ये लोग किस वन की बात कर रहे थे ? क्या आपने उस भयानक वन को देखा है ? बबूल के शरीर पर काँटे थे और हवा उसमें से छन कर निकल जाती थी।

विशेष:

  1. लेखक ने मनुष्य की ओछी मनोवृत्ति पर व्यंग्य किया है तथा बताया है कि आज का मनुष्य किस प्रकार अपने स्वार्थ में लिप्त हो गया है कि वह ऊपर उठना ही नहीं चाहता। अपने स्वार्थों में ही डूबा रहना चाहता है।
  2. भाषा सहज, सरल, लाक्षणिक तथा शैली प्रतीकात्मक है। यहाँ संवादात्मक शैली के दर्शन होते हैं।

3. इसी तरह उनमें बातें होने लगीं। वन को उनमें कोई नहीं जानता था। आस-पास के और पेड़ साल, सेंमर, सिरस उस बातचीत में हिस्सा लेने लगे। वन को कोई मानना नहीं चाहता था। किसी को उसका कुछ पता नहीं था। पर अज्ञात भाव से उसका डर सबको था। इतने में पास ही जो बाँस खड़ा था और जो ज़रा हवा चलने पर खड़-खड़, सन्-सन् करने लगता था, उसने अपनी जगह से ही सीटी-सी आवाज़ देकर कहा, “मुझे बताओ, मुझे बताओ, क्या बात है । मैं पोला हूँ। मैं बहुत जानता हूँ।”

प्रसंग:
प्रस्तुत पंक्तियाँ जैनेन्द्र कुमार द्वारा रचित कहानी ‘तत्सत्’ से ली गई हैं। इस कहानी में लेखक ने वन्य पशुओं और वनस्पतियों के माध्यम से यह स्पष्ट किया है कि आज का मनुष्य अपने स्वार्थों में लिप्त होकर यह भी भूल गया है कि वह स्वयं कुछ न होकर उस विराट का एक अंश मात्र है।

व्याख्या:
लेखक बताता है कि जब दो शिकारी वन की सघनता और भयंकरता का वर्णन करके चले गए तो वन्य प्राणियों तथा वनस्पतियों में परस्पर बातचीत होने लगी कि यह सघन और भयानक वन क्या किसी ने देखा है ? परन्तु उनमें से वन को कोई भी नहीं जानता था। वन के साल, सेंमर, सिरस आदि वृक्ष भी इस वार्तालाप में भाग लेने लगे। कोई भी यह स्वीकार नहीं कर पा रहा था कि वन भी कुछ होता है। किसी को भी वन का कुछ भी पता नहीं था कि वन क्या होता है ? पर उन सबके मन में एक अनजाना-सा भय अवश्य छा गया था कि न जाने वन कैसा भयंकर होगा ? तभी पास उगा हुआ बाँस अपनी जगह से सीटी-सी आवाज़ करते हुए पूछने लगा कि मुझे बताओ कि क्या बात है ? मैं भीतर से खोखला होते हुए भी बहुत कुछ जानता हूँ। बाँस ज़रा-सी हवा के चलने पर ही खड़-खड़, सन्-सन् की आवाज़ करने लगता था।

विशेष:

  1. वन्य जीवों तथा वनस्पति.जगत् में व्याप्त भयंकर वन के काल्पनिक भय का सजीव चित्रण करते हुए लेखक इस ओर संकेत करता है कि मनुष्य भी कई बार अज्ञात भय से भयभीत हो जाता है।
  2. भाषा सहज, सरल, ध्वनि अर्थ व्यंजन से युक्त, प्रवाहमयी है। शैली में संवादात्मकता तथा प्रतीकात्मकता है। बाँस का पोलापन उन लोगों पर व्यंग्य है जो कुछ न जानते हुए भी सर्वज्ञ बनने का ढोंग करते हैं।

4. तब सबने घास से पूछा, “घास री घास, तू वन को जानती है ?”

घास ने कहा, “नहीं तो दादा, मैं उन्हें नहीं जानती। लोगों की जड़ों को ही मैं जानती हूँ। उनके फल मुझसे ऊँचे रहते हैं। पदतल के स्पर्श से सबका परिचय मुझे मिलता है। जब मेरे सिर पर चोट ज्यादा पड़ती है, समझती हूँ यह ताकत का प्रमाण है। धीमे कदम से मालूम होता है, यह कोई दुखियारा जा रहा है।” “दुःख से मेरी बहुत बनती है, दादा ! मैं उसी को चाहती हुई यहाँ से वहाँ तक बिछी रहती हूँ। सभी कुछ मेरे ऊपर से निकलता है। पर वन को मैंने अलग करके कभी नहीं पहचाना।” ।

प्रसंग:
यह गद्यावतरण जैनेन्द्र कुमार द्वारा रचित कहानी ‘तत्सत्’ से अवतरित है। इसमें लेखक ने मनुष्य की स्वार्थी मनोवृत्ति पर व्यंग्य किया है। वह अपने में लीन रह कर यह भूल जाता है कि वह किसी विराट का अंश मात्र है।

व्याख्या:
इन पंक्तियों में लेखक वन के वन्य जीवों तथा वनस्पति जगत् में व्याप्त इस भय को अभिव्यक्ति प्रदान करता है जो उन्हें दो शिकारियों से यह सुनकर हो रहा था कि वन घना और भयंकर है। किसी ने आज तक वन को नहीं देखा था। इसलिए उन्होंने एक दूसरे से वन के बारे में पूछने के बाद तथा उनसे नकारात्मक उत्तर पा कर घास से पूछा कि क्या वह वन को जानती है ? घास ने भी यही उत्तर दिया कि वह वन को नहीं जानती। वह तो केवल उन लोगों को जानती है जिन की जड़ें होती हैं। बाकी सब कुछ उससे बहुत ऊँचा होता है, इसलिए वह उन्हें नहीं जान पाती।

वह तो सब के पैरों के तलवों के स्पर्श से ही सबको पहचानती है। जब किसी के उसके ऊपर चलने से उसे चोट पहुँचती है तो वह उसे समझती है कि यह इस की ताकत का प्रमाण है जो उसे कुचल रहा है। जब कोई धीमे-धीमे कदमों से उसके ऊपर चलता है तो उसे लगता है कि वह कोई दुःखी है जो इस प्रकार चल रहा है। वह दुःखियों की मददगार है क्योंकि दुःख उसे बहुत प्रिय है। दुःखियों की सेवा के लिए वह बिछी रहती है। सब उसके ऊपर से निकल जाते हैं परन्तु उसने वन को अलग से नहीं पहचाना है।

विशेष:

  1. लेखक ने शक्तिशाली द्वारा अशक्त को कुचले जाने पर व्यंग्य किया है तथा दुःखियों के प्रति सहानुभूति व्यक्त की है।
  2. भाषा सहज परन्तु तत्सम शब्दों से युक्त भावपूर्ण एवं प्रवाहमयी है। शैली संवादात्मक एवं प्रतीकात्मक है।

5. बड़दादा तो चुप रहे, लेकिन औरों ने कहा कि सिंहराज, तुम्हारे भय से बहुत-से जंतु छिपकर रहते हैं। वे मुँह नहीं दिखाते। वन भी शायद छिपकर रहता हो। तुम्हारा दबदबा कोई कम तो नहीं है। इससे तो साँप धरती में मुँह गाड़कर रहते हैं, ऐसी भेद की बातें उनसे पूछनी चाहिएं। रहस्य कोई जानता होगा, तो अँधेरे में मुँह गाड़कर रहने वाला साँप जैसा जानवर ही जानता होगा। हम पेड़ तो उजाले में सिर उठाए खड़े रहते हैं। इसलिए हम बेचारे क्या जानें।

शेर ने कहा कि जो मैं कहता हूँ, वही सच है। उसमें शक करने की हिम्मत ठीक नहीं है। जब तक मैं हूँ, कोई डर न करो। कैसा साँप और जैसा कुछ और। क्या कोई मुझसे ज्यादा जानता है ?

प्रसंग:
प्रस्तुत पंक्तियाँ जैनेन्द्र कुमार द्वारा रचित कहानी ‘तत्सत्’ से ली गई हैं। इस कहानी में लेखक ने वन्य प्राणियों तथा वनस्पतियों के माध्यम से यह स्पष्ट किया है कि आज का व्यक्ति अपने स्वार्थों में लीन हो कर यह भूल गया है कि उस की अपनी कोई सत्ता नहीं है वह तो उस विराट का अंशमात्र है अतः उसे स्वार्थ सिद्ध के स्थान पर जन कल्याण करना चाहिए।

व्याख्या:
जब वनस्पतियों तथा वन्य प्राणियों से वन का कोई पता नहीं चलता तो कुछ वनस्पतियों ने साँप से वन के विषय में पता करने के लिए सिंह से कहा। उनका मानना था कि शायद सिंह के भय से वन भी अन्य जन्तुओं के समान कहीं छिपकर रहता होगा। वह भी सिंह को अपना मुँह नहीं दिखाना चाहता होगा। वे मानते हैं कि सिंह का बहुत रौब है। उसके इसी प्रभाव से भयभीत होकर अन्य जीव जन्तु उससे मुँह छिपाते फिरते हैं। उन्हें लगता है कि साँप सदा धरती के अन्दर मुँह गाड़कर रहता है इसलिए इस प्रकार की रहस्य पूर्ण बातें उसी में पूछनी चाहिएं।

वह अवश्य ही जानता होगा कि वन क्या है ? वनस्पतियाँ स्वयं को उजाले में सिर उठा कर खड़ी रहने वाली मानती हैं इसलिए वे भेदभाव से दूर रहती हैं। साँप जैसे अंधेरे में मुँह गाड़कर रहने वाले ही भेदभाव की नीति से परिचित हो सकते हैं। शेर उन्हें वन से भय न करने के लिए कहता है तथा उन्हें सांत्वना देता है कि जब तक वह है उन्हें किसी से भयभीत नहीं होना चाहिए। चाहे वह साँप का अन्य कोई क्यों न हो ? सिंह स्वयं को इन सबसे अधिक जमने वाला मानता है।

विशेष:

  1. लेखक ने सिंह जैसे घमंडियों तथा साँप जैसे आस्तीन के साँप लोगों पर व्यंग्य किया है जो अपने सामने किसी के अस्तित्व को स्वीकार नहीं करते हैं।
  2. भाषा सहज, सरल, लाक्षणिक, मुहावरों से युक्त, भावपूर्ण तथा प्रवाहमयी है। शैली संवादात्मक तथा व्यंग्यात्मक है।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 22 जैनेन्द्र कुमार

6. उनमें सबको ही अपना-अपना ज्ञान था। अज्ञानी, कोई नहीं था। पर उस वन का जानकार कोई नहीं था। वह नहीं जाने, दो नहीं जानें, दस-बीस नहीं जानें, लेकिन जिसको कोई नहीं जानता, ऐसी भी भला कोई चीज़ कभी हुई है या हो सकती है ? इसलिए उन जंगली जंतुओं में और वनस्पतियों में खूब चर्चा हुई, खूब चर्चा हुई। दूर-दूर तक उनकी तू-तू मैं-मैं सुनाई देती थी। ऐसी चर्चा हुई, ऐसी चर्चा हुई कि विद्याओं पर विद्याएँ उसमें से प्रस्तुत हो गईं। अंत में तय पाया कि दो टाँगों वाला आदमी ईमानदार जीव नहीं है। उसने तभी वन की बात बनाकर कह दी है। वन बन गया है । सच में वह नहीं है।

प्रसंग:
प्रस्तुत पंक्तियाँ जैनेन्द्र कुमार द्वारा रचित कहानी ‘तत्सत्’ से ली गई हैं। इस कहानी में लेखक ने यह स्पष्ट किया कि वास्तविकता को जानने के कारण मनुष्य उसी प्रकार भटकता रहता है जैसे वन के विषय में जानकर वन्य प्राणी तथा वन की वनस्पतियाँ भयभीत हो रही थीं।

व्याख्या:
दो शिकारी व्यक्तियों द्वारा वन की भयानकता के विषय में सुनकर सभी वनस्पतियां तथा वन्य प्राणी वन को जानने के लिए व्याकुल हो उठते हैं कि वन है क्या ? परन्तु कोई भी वन को नहीं जानता था। सभी अपना-अपना पक्ष रखते हैं परन्तु समझदार होते हुए भी कोई नहीं बता पाया कि वन क्या है ? वन के विषय में किसी को भी कुछ नहीं पता था। वे सभी इस बात से परेशान थे कि उन में से जब कोई भी वन को नहीं जानता तो क्या वह हो भी सकता है ? उन में खूब तर्क-वितर्क होता है और दूर-दूर तक उन की बहस सुनाई देती है। प्रत्येक अपने कथन के पक्ष में अनेक तर्क प्रस्तुत करता है और एक से एक गहरी बातें करता है। जब कोई समाधान नहीं हुआ तो वे इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि यह दो टांगों वाला जीव जो आदमी कहलाता है ईमानदार नहीं है। उसने अपने मन से ही बना कर वन की बात कही है और हम इसे सच मान बैठे जबकि वास्तव में वन कहीं नहीं है।

विशेष:

  1. लेखक ने तर्क-वितर्क की व्यर्थता की ओर संकेत किया है तथा मनुष्य की बेईमानी मनोवृत्ति पर व्यंग्य किया है।
  2. भाषा सहज, सरल, भावपूर्ण, प्रवाहमयी तथा लाक्षणिक है। शैली व्यंग्यात्मक तथा वर्णनात्मक है।

7. उस समय आदमी और बड़दादा में कुछ ऐसी धीमी-धीमी बातचीत हुई कि वह कोई सुन नहीं सका। बातचीत के बाद वह पुरुष उस विशाल बड़ के वृक्ष के ऊपर चढ़ता दिखाई दिया। चढ़ते-चढ़ते वह उसकी सबसे ऊपर की फुनगी तक पहुँच गया। वहाँ दो नए-नए पत्तों की जोड़ी खुले आसमान की तरफ़ मुसकराती हुई देख रही थी। आदमी ने उन दोनों को बड़े प्रेम से पुचकारा। पुचकारते समय ऐसा मालूम हुआ, जैसे मंत्ररूप में उन्हें कुछ संदेश भी दिया है।

प्रसंग:
प्रस्तुत पंक्तियाँ जैनेन्द्र कुमार द्वारा रचित कहानी ‘तत्सत्’ से ली गई हैं। इस कहानी में लेखक ने यह स्पष्ट किया है किस प्रकार वास्तविकता से परिचित न होने पर हम भटक जाते हैं तथा विभिन्न प्रकार के व्यर्थ के वाद-विवादों में फँस जाते हैं जैसे कि वन के अस्तित्व से अनजान वन की वनस्पतियों और वन्य प्राणियों की दशा होती है।

व्याख्या:
लेखक कहता है कि जब दुबारा वे शिकारी उस जंगल में आते हैं तो वनस्पतियां उनसे वन के बारे में पूछती हैं। तब वे उन्हें बताते हैं कि वे सब मिलाकर वन हैं। उन्हें इस कथन पर विश्वास नहीं होता। तब बड़दादा और शिकारी में धीरे धीरे कुछ बातचीत होती है। इसे अन्य वनस्पतियां नहीं सुन पातीं। बड़दादा से बातचीत करके वह शिकारी उस विशाल बड़ के पेड़ के ऊपर चढ़ता है और चढ़ते-चढ़ते उसकी सबसे ऊपर वाली फुनगी तक पहुँच जाता है। वह वहाँ देखता है कि दो नए-नए पत्ते खुले आकाश की ओर देख रहे हैं। उन का देखना उसे ऐसा लगा जैसे वे आकाश को देखकर मुस्करा रहे हैं। वह शिकारी उन्हें प्रेमपूर्वक पुचकारता है। जब वह उन्हें ‘पुचकार रहा था तो ऐसा लग रहा था जैसे वह उन्हें मन्त्र के रूप में कोई संदेश भी दे रहा है।

विशेष:

  1. यहाँ लेखक ने प्रकृति के प्रति मानवीय प्रेम को व्यक्त किया है। वह वन संरक्षण का संदेश देता है।
  2. भाषा सहज, सरस, भावपूर्ण, प्रवाहमयी तथा काव्यात्मक है। शैली चित्रात्मक तथा भावात्मक है।

8. वन के प्राणी यह सब-कुछ स्तब्ध भाव से देख रहे थे। उन्हें कुछ समझ में न आ रहा था। देखते-देखते पत्तों की वह जोड़ी उद्ग्रीव हुई। मानो उसमें चैतन्य भर आया। उन्होंने अपने आस-पास और नीचे देखा। जाने उन्हें क्या दिखा कि वे काँपने लगे। उनके तन में लालिमा व्याप गई। कुछ क्षण बाद मानो वे एक चमक से चमक आए। जैसे उन्होंने खंड को कुल में देख लिया। देख लिया कि कुल है, खंड कहाँ है।

प्रसंग:
प्रस्तुत पंक्तियाँ जैनेन्द्र कुमार द्वारा रचित कहानी ‘तत्सत्’ से ली गयी हैं। इस कहानी में लेखक ने यह स्पष्ट किया है कि वास्तविकता से परिचित न होने पर मनुष्य उसी प्रकार से भटक जाता है जैसे वन के अस्तित्व से अनजान वनस्पतियों तथा वन्य प्राणियों की दशा होती है।

व्याख्या:
लेखक उस समय का वर्णन करता है जब एक शिकारी विशाल बड़ के वृक्ष की फुनगी तक पहुँचकर उसे पुचकारता है। वन के समस्त प्राणी यह दृश्य टकटकी लगाकर देखते रहते हैं। उनकी समझ में कुछ भी नहीं आ रहा था। उन्होंने देखा कि बड़ के पत्तों की वह जोड़ी उस शिकारी द्वारा पुचकारे जाने पर इस प्रकार ऊपर की ओर उठी जैसे उस में चेतनता आ गयी हो। वे अपने आस-पास और नीचे भी देखने लगीं। यह सब तथा कुछ अनजाना-सा देखकर वे काँप उठीं। उनका शरीर भय से लाल हो गया। परन्तु कुछ ही क्षणों के बाद वे एक अनोखी चमक से चमकने लगीं। उन्हें ऐसा लग रहा था जैसे उन्होंने अपने अंश अथवा खंड को उस पूर्ण में देख लिया है। जिस की वे अंश हैं। उन्होंने सम्पूर्ण को देखने के बाद यह अनुभव किया कि वे उस सम्पूर्ण की ही खंड मात्र हैं।

विशेष:

  1. लेखक ने यह स्पष्ट किया है कि मनुष्य का अस्तित्व इस संसार में उस विराट के एक खंड के रूप में उसी प्रकार से है जैसे वाटिका में एक पुष्प-पादप। इसी प्रकार से समस्त वनस्पतियां और वन्य प्राणी भी विशाल वन के एक खंड मात्र हैं।
  2. भाषा तत्सम प्रधान, भावपूर्ण, प्रवाहमयी तथा प्रतीकात्मक है। शैली भावपूर्ण एवं प्रतीकात्मक है।

कठिन शब्दों के अर्थ

तत्सत् = उस का सत्य। गहन = घना। वन = जंगल। टोह = खोज। दहशत = भय, डर। अजब = विचित्र। ओछे = छोटे कद वाले, तुच्छ। प्रीति = प्रेम। पोला = खोखला। दीखा = दिखाई देना। पदतल = पैरों के तलवे। वाग्मी = वाचाल, बहुत बोलने वाला, घमंडी। वंश = बाँस। जिज्ञासु = जानने के इच्छुक। दबदबा = रौब। मंथर = धीमी। अतिशय = बहुत अधिक। श्याम = काला। छिद्र = सुराख। अंतर्भेद = अन्दर का हाल, रहस्य। फ़र्जी = नकली। रोज़ = दिन। भर्त्सना = फटकारना। निर्धम = भ्रम रहित, शंकाओं से मुक्त। उद्ग्रीव = ऊपर उठना। अभ्यंतराभ्यंतर = अंत:करण।

तत्सत् Summary

तत्सत् जीवन परिचय

जैनेन्द्र कुमार का संक्षिप्त जीवन परिचय लिखिए।

जैनेन्द्र कुमार का जन्म उत्तर प्रदेश के जिला अलीगढ़ के कौड़ियागंज गाँव में सन् 1905 ई० में हुआ। इनकी आरम्भिक शिक्षा हस्तिनापुर जिला मेरठ में हुई। इन्होंने सन् 1919 में पंजाब विश्वविद्यालय से मैट्रिक की परीक्षा पास करके काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया, किन्तु गाँधी जी के असहयोग आन्दोलन से प्रभावित होकर पढाई छोड कर स्वतन्त्रता आन्दोलन में कूद पड़े। इन्हें भारत सरकार ने पद्मभूषण से तथा दिल्ली विश्वविद्यालय ने डी० लिट की उपाधि से सम्मानित किया था। इनकी रचनाओं में मनोभावों तथा संवेदनाओं का सूक्ष्म चित्रण मिलता है। जीविका चलाने के लिए व्यापार किया, नौकरी भी की किन्तु सफल न हो सके और स्वतन्त्र लेखन को ही जीवन का ध्येय बना लिया। ध्रुवयात्रा, नीलम देश की राजकन्या, फाँसी इनके प्रसिद्ध कहानी संग्रह हैं। परख, सुनीता, त्यागपत्र, कल्याणी आदि उनके उपन्यास हैं। सन् 1989 ई० में इनका निधन हो गया था।

तत्सत् कहानी का सार

श्री जैनेन्द्र कुमार द्वारा रचित ‘तत्सत्’ नामक कहानी प्रतीक शैली में लिखी हुई है। इसमें जीवन के सूक्ष्म अनुभवों के स्वतंत्र मौलिक चिंतन द्वारा गूढ प्रश्नों का समाधान दार्शनिक दृष्टिकोण से किया गया है। जैनेन्द्र कुमार बुद्धिवादी दार्शनिक एवं विचारक हैं। वैयक्तिक स्थितियों के आंतरिक चित्रण का सुंदर और सहज रूप इस कहानी में उपलब्ध होता है। – एक घने जंगल में दो शिकारी शिकार की टोह में पहुँचे । दोनों पुराने शिकारी थे पर इतना भयानक वन उन्होंने आज तक न देखा था। एक बड़े पेड़ की छाँह में बैठकर उस भयानक और घने वन के संबंध में बात करते हुए, कुछ देर विश्राम करने के बाद वह दोनों चले गये। उनके चले जाने पर पास के शीशम के पेड़ ने उस.पेड़ से कहा कि.ए बड़ दादा अभी तुम्हारी छाँह में कौन बैठे थे, वे गये। बड़दादा उसे बताते हैं कि वे आदमी कहलाते हैं। उनके न पत्ते होते हैं न जड़ें, बस तना ही तना होता है। अपने तने की दो शाखों पर चलते हैं, इधर-उधर चलते हैं, ऊपर की ओर बढ़ना उन्हें नहीं

आता। तभी बबूल ने बड़दादा से पूछा कि क्या आपने वन देखा है। अभी ये आदमी किसी भयानक वन की बात कर रहे थे। बड़दादा ने कहा कि मैंने शेर, चीता, भालू, हाथी, भेड़िया सभी जानवर देखे हैं पर वन नाम के जानवर को मैंने अब तक नहीं देखा। आदमी एक टूटी-सी टहनी से आग की लपट छोड़कर शेर-चीतों को मार देता है। उन्हें ऐसे मरते अपने सामने हमने देखा है पर वन की लाश हमने नहीं देखी। वह ज़रूर कोई बड़ा भयानक जानवर होगा।

बड़दादा, शीशम और बबूल में इसी प्रकार बातें हो रही थीं। आस-पास के साल, सेंमर, सिरस, बाँस, घास आदि पेड़ भी इस बातचीत में हिस्सा लेने लगे। उनमें से कोई भी वन को नहीं जानता था। पर सभी अज्ञात रूप से वन से डरने लगे थे। सबमें काफ़ी बहस हुई पर कोई भी यह न बता सका कि वन कौन-सा जानवर है। तभी वहां सिंह आया। बड़दादा ने उससे वन के सम्बन्ध में पूछा। पर सिंह भी न बता सका कि वन कौन है। लोग सलाह करते हैं कि साँप से इस सम्बन्ध में पूछना चाहिए। संयोग से एक नाग भी उधर आ निकला। वन के सम्बन्ध में अनेक प्रकार की कल्पना की गई पर इसका निश्चय नहीं हो सका कि वह कौन जानवर है। सभी जीव-जन्तु और पेड़-पौधों ने आपस में पूछताछ की और अंत में यह तय हुआ कि दो पैर वाले मनुष्य की बात का कोई भरोसा नहीं। मनुष्य ईमानदार जीव नहीं है। तभी उसने वन की बात कह दी पर वास्तव में वह कुछ नहीं है। बड़दादा ने कहा कि उन आदमियों को फिर आने दो तब उनसे पूछा जायेगा कि वन क्या है ?

एक दिन वे दोनों शिकारी फिर उधर आ निकले। उनके आने पर जंगल के सभी जीव-जन्तु, पेड़-पौधे तरह-तरह की आवाज़ों में बोलकर मानों उनका विरोध करने लगे। इस विचित्र स्थिति में अपने को पाकर आदमियों ने अपनी बंदूकें सम्भाली पर बड़दादा ने बीच में पड़कर जंगल के प्राणियों को शांत किया और उन आदमियों से पूछा कि जिस जंगल की तुम बात किया करते हो बताओ कि वह कहाँ है। आदमियों ने कहा कि जहाँ हम सब हैं यह जंगल ही तो है। इस पर किसी को भला कैसे विश्वास हो सकता था। वह सेंमर है, वह सिरस है, वह घास है, वह सिंह है, वह पानी है फिर भला जंगल कहाँ है। आदमी ने कहा यह सब कुछ जंगल ही है। पर सभी अपना नाम बताते और जंगल या वन कौन है यह कोई मानने को तैयार न था। आदमी और बड़दादा में थोड़ी देर तक धीमी आवाज़ में बातचीत होती रही। इसके बाद बड़दादा ने अन्य प्राणियों को बताया है कि यह वन ही है हम नहीं, हम सब ही वन हैं। समग्रता का बोध होने पर ही बड़दादा वन की सत्ता स्वीकार कर लेता है और अन्य वन्य प्राणियों को भी वन की सत्ता स्वीकार करने के लिए कहता है।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 21 मधुआ

Punjab State Board PSEB 12th Class Hindi Book Solutions Chapter 21 मधुआ Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 12 Hindi Chapter 21 मधुआ

Hindi Guide for Class 12 PSEB मधुआ Textbook Questions and Answers

(क) लगभग 60 शब्दों में उत्तर दें:

प्रश्न 1.
‘मधुआ’ कहानी में लेखक ने एक बालक द्वारा शराबी के हृदय परिवर्तन का सुन्दर चित्रांकन किया है। स्पष्ट करें।
उत्तर:
मधुआ कहानी में लेखक ने बालक मधुआ के रोने-सिसकने की आवाज़ सुनकर एक शराबी के हृदय में उस बालक के प्रति संवेदना, सहानुभूति जागृत होने की बात कहकर एक शराबी, आलसी, निकम्मे व्यक्ति का हृदय परिवर्तन दिखाया है। बालक की ज़िम्मेदारी अपने ऊपर आने के कारण वह फिर से कर्मठ बन जाता है और अपने पुराने धन्धे सान धरने का काम करना शुरू कर देता है। इसके लिए वह शराब पीने से तौबा भी कर लेता है।

प्रश्न 2.
‘मधुआ’ कहानी का नामकरण कहाँ तक सार्थक है ?
उत्तर:
कहानी का शीर्षक उसके मूलभाव, मूल संवेदना, मार्मिक घटना आदि का परिचायक होता है। इसी कारण शीर्षक कहानी का सम्पूर्ण अंशों में प्रतिनिधित्व करता है। ‘मधुआ’ कहानी का शीर्षक सरल, सुबोध, संक्षिप्त एवं आकर्षक है। जो उस बालक से सम्बद्ध होने के कारण और भी कुतूहलपूर्ण एवं रोचक है, जिसने एक शराबी के जीवन को कर्मण्यता की ओर प्रेरित करके उसे नया जीवन प्रदान किया। इसलिए प्रस्तुत कहानी का नामकरण अत्यन्त सार्थक एवं सोद्देश्य है।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 21 जयशंकर प्रसाद

प्रश्न 3.
मधुआ कहानी द्वारा लेखक ने मद्यपान के कुप्रभावों को सामने रखते हुए दायित्व और स्नेह द्वारा इस समस्या का अनूठा समाधान ढूँढ़ा है-आपके इस विषय में क्या विचार हैं ?
उत्तर:
हमारा विचार है कि मानवीय मनोविज्ञान का एक सत्य यह भी है कि जब व्यक्ति पर कोई दायित्व आ जाता है, तब उसके भीतर से एक ऐसी प्रेरणा प्रस्फुटित होती है, जो उसके जीवन की दिशा को बदल देती है। शराब पीने की लत से निष्क्रिय बने शराबी पर जब मधुआ की ज़िम्मेदारी आ पड़ती है तो उसे शराब छोड़कर फिर से काम धन्धे पर लग जाना पड़ता है। वह फिर से घरवारी बन जाता है।

(ख) लगभग 150 शब्दों में उत्तर दें:

प्रश्न 4.
मधुआ कहानी के आधार पर मधुआ का चरित्र चित्रण करें।
उत्तर:
मधुआ ठाकुर सरदार सिंह के बेटे के बंगले पर लखनऊ में नौकरी करता है। वह कुंवर साहब का ओवर कोट उठाए दिनभर खेल में उनके साथ रहा करता था। एक दिन ऐसा संयोग हुआ कि खेल से जब कुंवर साहब सात बजे लौटे तो उसे घर का कुछ और काम भी करना पड़ा। काम करते हुए उसे रात के नौ बज गए। आटा वह रख नहीं सका था इसलिए रोटी न बना सका। सारा दिन भूखा रहने की शिकायत करने जब वह कुंवर साहब के नौकर के पास गया तो नौकर ने उसे इतनी डाँट पिलाई कि उसकी आँखों में आँसू छलक आए।

मधुआ को रोता हुआ देखकर शराबी के दिल में उसके प्रति हमदर्दी जागी, वह उसे साथ लेकर फाटक के बाहर चला आया। रात के दस बजे थे। कड़ाके की सर्दी थी। दोनों चुपचाप चलने लगे। शराबी ने मधुआ के फिर से सिसकने की आवाज़ सुनी। पूछने पर मधुआ ने बताया कि वह दिनभर का भूखा है। यह सुनकर शराबी उसे अपनी कोठरी में बिठाकर पूरे एक रुपए की मिठाई, पूरी आदि लेकर वापिस आया। गले में तरावट आते ही मधुआ हँसने लगा। दूसरे दिन सवेरे शराबी ने मधुआ की सुन्दर और कोमल काया से प्रभावित होकर कर्मठ बनने की बात सोची। मधुआ दूसरे दिन से शराबी के साथ सान धरने की मशीन पर काम करने लगा। उसने शराबी को यह बताया कि उसका इस दुनिया में कोई नहीं है।

प्रश्न 5.
‘मधुआ’ कहानी के आधार पर शराबी का चरित्र-चित्रण करें।
उत्तर:
‘मधुआ’ कहानी का शीर्षक भले ही एक बालक के नाम पर दिया गया है किन्तु इस कहानी का केन्द्रीय पात्र शराबी है। शराबी को शराब पीने की लत है। उसकी सारी माया, ममता शराब की बोतल पर ही टिकी है। इस शराब की लत के कारण ही उसने सान धरने का धन्धा भी छोड़ रखा है। अब तो वह रईसजादों को कहानियाँ सुनाकर उनसे मिलने वाले पैसों से शराब पीता है। एक दिन सात दिनों तक चने चबाने पर गुज़ारा करके भरपेट पीने की आस लेकर ठाकुर सरदार सिंह के पास पहुँचा। ठाकुर के यह कहने पर कि सात दिन भूखा रहकर आज तुम्हें पीने की बात क्यों सूझी है। इस पर शराबी ने अपना जीवन दर्शन बताते हुए कहा-‘सरदार ! मौज बहार की एक घड़ी, एक लम्बे दुःखपूर्ण जीवन से अच्छी है। उसकी खुमारी में रूखे दिन काट लिए जा सकते हैं। शराबी एक संवेदनशील हृदय रखने वाला व्यक्ति है। तभी तो उसकी कहानियों में दुखियों की दर्द भरी आहे, रंग महलों में घुट-घुट कर मरने वाली बेगमों की पीड़ा छिपी होती है। वह उसी दर्द को भूलाने के लिए शराब पीने की बात भी कहता है।

शराबी का हृदय मानवीय गुणों से भरपूर है। जब वह मधुआ को डाँट खाकर रोते हुए देखता है तो वह केवल उसके आँसू नहीं पोंछता, दुलार से उसे अपने साथ लेकर फाटक के बाहर आ जाता है। जब उसे पता लगता है कि बालक मधुआ सारे दिन का भूखा है तो वह ठाकुर साहब से मिले एक रुपए की पूरियाँ, मिठाई खरीद लाता है हालाँकि बाज़ार में जाकर कुछ देर के लिए उसकी नीयत डोलती है किन्तु उसके अन्दर का जागा हुआ इन्सान उसे पूरे एक रुपए का सामान लेकर मधुआ के पास आने पर विवश कर देता है। – शराबी उसी बालक के लिए घरबारी बनने को तैयार हो जाता है। वह ममत्व से उत्पन्न ज़िम्मेदारी को निभाने के लिए पुनः कार्य आरम्भ कर देता है।

प्रश्न 6.
‘मधुआ’ कहानी का उद्देश्य स्पष्ट करें।
उत्तर:
‘मधुआ’ प्रसाद जी की एक मनोवैज्ञानिक कहानी है। इस कहानी में प्रसाद जी ने यह कहना चाहा है कि प्रत्येक व्यक्ति के हृदय में दया, ममता, सहानुभूति आदि के गुण मौजूद रहते हैं, जो समय आने पर या उचित परिस्थितियाँ मिलने पर व्यक्ति में यह गुण जागृत हो जाते हैं। यही कहानीकार का उद्देश्य है। कहानी का चरित्र नायक एक शराबी और गैर-ज़िम्मेदार आदमी है। पर कुंवर साहब के अत्याचार से पीड़ित एक बालक के आँसू उससे वह करवा लेते हैं जो भूख नहीं करवा सकी थी। प्रसाद जी ने शराबी को एक संवेदनशील हृदय रखने वाला व्यक्ति दिखाकर ही उसे निष्क्रिय से कर्मठ इन्सान बनता दिखाता है। ठाकुर सरदार सिंह को जो कहानियाँ शराबी सुनाता है वह दुःख-दर्द से भरी होती हैं, जो शराबी को शराब पीने पर विवश भी करती हैं। नहीं तो शराबी के अनुसार इस बुरी बला को कौन अपने गले लगाता।

प्रसाद जी का उद्देश्य एक साथ एक व्यक्ति में दया, ममता, सहानुभूति आदि गुणों के उजागर होने की बात सिद्ध करना है। शराबी का हृदय रोते हुए मधुआ को देखकर पसीज उठता है। वह बड़े दुलार के साथ उसे अपने साथ ले आता है। शराबी की इस मौन सहानुभूति को बालक ने स्वीकार कर लिया। जब शराबी को यह पता चलता है कि बालक मधुआ दिनभर का भूखा है तो वह मानसिक द्वन्द्व पर विजय पाकर मधुआ के लिए पूरे एक रुपए की पूरी मिठाई खरीद लाता है। मानसिक द्वन्द्व में पड़ा शराबी फिर से घरबारी बनने को तैयार हो जाता है क्योंकि अब उसके ऊपर मधुआ की ज़िम्मेदारी आ गई थी। इस तरह परिस्थितियों ने एक निष्क्रिय व्यक्ति को एक कर्मठ, कर्त्तव्यनिष्ठ एवं त्यागपूर्ण जीवन व्यतीत करने वाला व्यक्ति बना दिया। यही प्रसाद जी का उद्देश्य है जिसमें वे पूर्ण रूप से सफल हुए हैं।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 21 जयशंकर प्रसाद

प्रश्न 7.
मधुआ कहानी के माध्यम से प्रसाद जी ने समाज की कई समस्याओं का समाधान किया है-आपके विचार में वे समस्याएँ क्या हैं और लेखक ने उन्हें कैसे हल किया है ?
उत्तर:
प्रस्तुत कहानी में सबसे पहली समस्या जिसे प्रसाद जी ने पाठकों के सम्मुख रखा है वह है शराब पीने की समस्या। शराब पीने की लत लग जाने पर व्यक्ति किस प्रकार निष्क्रिय हो जाता है कि सान धरने की कला में निपुण शराबी भी अपनी कला को भूल बैठता है। वह शराब पीने के लिए सात दिनों तक चने चबाने पर गुजारा करता है। उसका तर्क यह है कि मौज़ बहार की एक घड़ी, एक लम्बे दु:ख पूर्ण जीवन से अच्छी है, उसकी खुमारी में रूखे दिन काट लिए जा सकते हैं। प्रसाद जी ने एक शराबी को कर्मठ कर्त्तव्य परायण व्यक्ति में बदलने के लिए उसमें मानवीय गुणों का जागना दिखाकर इस समस्या का समाधान प्रस्तुत किया है।

प्रसाद जी ने समाज में व्याप्त दूसरी समस्या जिसकी ओर इशारा किया है वह है अमीर लोगों द्वारा अपने भोले-भाले नौकरों पर अत्याचार करने की प्रवृत्ति। मधुआ कुंवर साहब के यहाँ खेल के मसय उनका ओवर कोट उठाने की नौकरी करता है। सारा-सारा दिन वह उनका ओवर कोट उठाए कुंवर साहब के साथ बना रहता है, किन्तु न तो कुंवर साहब को तथा न ही उनके किसी दूसरे नौकर को इस बात का ध्यान आता है कि बालक सारे दिन का भूखा है। मधुआ जब इस बात की शिकायत कुंवर साहब के नौकर से करता है तो उसे डाँट खानी पड़ती है। विपरीत इसके शराबी, मधुआ को वह सब कुछ खिलाता है जो वह खिला सकता था। प्रसाद जी ने इस समस्या का समाधान संकेत रूप में यह दिया है कि ऐसी नौकरी करने की अपेक्षा कोई छोटा-मोटा काम-धन्धा करना बेहतर रहेगा क्योंकि इससे किसी दूसरे की गुलामी तो न सहनी पड़ेगी।

(ग) सप्रसंग व्याख्या करें:

1. ‘मौज बहार की एक घड़ी, एक लम्बे दुःखपूर्ण जीवन से अच्छी है। उसकी खुमारी में रूखे दिन काट लिए जा सकते हैं।’
उत्तर:
प्रसंग-प्रस्तुत पंक्तियाँ श्री जयशंकर प्रसाद द्वारा लिखित कहानी ‘मधुआ’ में से ली गई हैं। प्रस्तुत पंक्तियाँ शराबी ने ठाकुर सरदार सिंह को उस समय कही हैं जब ठाकुर साहब उससे पूछते हैं कि सात दिन तक चने चबाने पर गुजारा करने के बाद अच्छा भोजन करने की बजाए वह पेट भर पीना क्यों चाहता है ?

व्याख्या:
शराबी जीवन के प्रति अपने दृष्टिकोण को स्पष्ट करते हुए कहता है कि एक लम्बे दुःखपूर्ण जीवन से सुख की एक घड़ी अच्छी है। उसके कहने का भाव यह है कि उस लम्बे जीवन से क्या फायदा जिसमें दुःख-दर्द, मुसीबतें और चिन्ताएँ हों। इसके विपरीत हर्षोल्लास का एक दिन श्रेष्ठ है। उस एक क्षण की मस्ती में जीवन के दुःख भरे दिन काटे जा सकते हैं।

विशेष:

  1. शराबी अपने जीवन दर्शन को स्पष्ट कर रहा है। शराब पीने को वह दुःखों को भुलाने का साधन मानता है। साथ ही वह यह भी कहना चाहता है कि सुखद क्षणों के लिए दुःख भरे दिन काटे जा सकते हैं।
  2. भाषा काव्यात्मक, सहज तथा भावानुरूप है।

2. “सोचा था, आज सात दिन पर भर भेट पीकर सोऊंगा, लेकिन वह छोटा-सा रोना पाजी न जाने से आ धमका।”
उत्तर:
प्रसंग-प्रस्तुत पंक्तियाँ श्री जयशंकर प्रसाद द्वारा लिखी कहानी ‘मधुआं’ में से ली गई हैं। जब शराबी भोले-भाले बालक मधुआ को अपनी कोठरी में ले आता है तो बालक को दिनभर का भूखा जानकर उसके लिए पूरे एक रुपए की मिठाई-पूरी लाकर खिलाता है। मधुआ तो खा-पीकर सो जाता है किन्तु शराबी सोने की कोशिश करता हुआ प्रस्तुत पंक्तियाँ सोचता है।

व्याख्या:
शराबी अपने बदले हुए हालात पर विचार करता हुआ कहता है कि सात दिन तक शराब न पीने के बाद आज ठाकुर सरदार सिंह से मिलने वाले एक रुपए की शराब खरीद कर भर पेट पीकर सो जाता लेकिन यह छोटा-सा रोता हुआ पाजी बालक न जाने बीच में कहाँ से आ धमका।

विशेष:

  1. शराबी के मानसिक द्वन्द्व की ओर संकेत किया गया है।
  2. भाषा सहज, सरल तथा प्रसंगानुकूल है।

3. “बैठे बिठाये यह हत्या कहाँ से लगी। अब तो शराब न पीने की मुझे भी सौगन्ध लेनी पड़ेगी।”
उत्तर:
प्रसंग-प्रस्तुत पंक्तियाँ श्री जयशंकर प्रसाद द्वारा लिखित कहानी ‘मधुआ’ में से ली गई हैं। जब मधुआ की ज़िम्मेदारी सिर पर आ पड़ने से शराबी अपना पुराना धन्धा सान धरने का काम शुरू करना चाहता है तो मधुआ के इस दृढ़ निश्चय को कि वह अब ठाकुर की नौकरी न कर सकेगा शराबी प्रस्तुत पंक्तियाँ मन ही मन सोचता है।

व्याख्या:
मधुआ के इस निर्णय को जानकर कि वह अब उसी के साथ रहना चाहता है शराबी मन ही मन सोचने लगा-बैठे बिठाए हत्या कहाँ से लगी। शराबी के कहने का तात्पर्य उसके अन्दर का शराबी मर गया था। इसलिए उसने सोचा अब तो शराब नहीं पीने की उसे सौगन्ध लेनी ही पड़ेगी।

विशेष:

  1. मधुआ के कारण शराबी की शराब पीने की लत समाप्त हो जाती है।
  2. भाषा सहज, भावपूर्ण तथा प्रवाहमयी है।

PSEB 12th Class Hindi Guide मधुआ Additional Questions and Answers

अति लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
जयशंकर प्रसाद का जन्म कहाँ और कब हुआ था ?
उत्तर:
जयशंकर प्रसाद का जन्म वाराणसी में सन् 1889 ई० में हुआ था।

प्रश्न 2.
प्रसाद जी ने किस कक्षा तक शिक्षा प्राप्त की थी?
उत्तर:
प्रसाद जी ने केवल आठवीं कक्षा तक शिक्षा प्राप्त की थी।

प्रश्न 3.
प्रसाद जी ने अपने घर में रह कर किन-किन भाषाओं का ज्ञान प्राप्त किया था?
उत्तर:
प्रसाद जी ने अपने घर में रहकर संस्कृत, हिंदी, अंग्रेज़ी आदि भाषाओं का ज्ञान प्राप्त किया था।

प्रश्न 4.
प्रसाद जी की पहली कविता कब और कहाँ छपी थी?
उत्तर:
सन् 1911 ई० में ‘इन्दु’ नामक पत्रिका में।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 21 जयशंकर प्रसाद

प्रश्न 5.
प्रसाद जी के द्वारा रचित उपन्यासों के नाम लिखिए।
उत्तर:
तितली, कंकाल और इरावती।

प्रश्न 6.
प्रसाद जी के द्वारा रचित कहानी संग्रहों के नाम लिखिए।
उत्तर:
प्रसाद जी के पाँच कहानी संग्रह हैं-आकाशदीप, आंधी, प्रतिध्वनि, छाया और इंद्रजाल।

प्रश्न 7.
प्रसाद जी ने कितने नाटक लिखे थे?
उत्तर:
लगभग एक दर्जन।

प्रश्न 8.
प्रसाद जी की कौन-सी रचना उनकी ख्याति की आधार है?
उत्तर:
कामायनी (महाकाव्य)।

प्रश्न 9. ‘मधुआ’ किस प्रकार की कहानी है?
उत्तर:
मनोवैज्ञानिक कहानी।

प्रश्न 10.
कहानी सुनने का चस्का किसे था?
उत्तर:
ठाकुर सरदार सिंह को।

प्रश्न 11.
ठाकुर ने शराबी को कहानी सुनाने के लिए कितने पैसे दिए थे?
उत्तर:
एक रुपया।

प्रश्न 12.
उस लड़के का नाम क्या था? जो शराबी को मिला था।
उत्तर:
मधुआ।

प्रश्न 13.
मधुआ क्यों रो रहा था?
उत्तर:
मधुआ भूख के कारण रो रहा था।

प्रश्न 14.
शराबी ने एक रुपया क्या खरीदने में खर्च कर दिया था?
उत्तर:
मिठाई, पूरी और नमकीन खरीदने पर।

प्रश्न 15.
शराबी ने किस काम को करना पुनः आरंभ कर दिया था?
उत्तर:
सान धरने का कार्य।

वाक्य पूरे कीजिए

प्रश्न 16.
उसकी खुमारी में…………
उत्तर:
रूखे दिन काट लिए जा सकते हैं।

प्रश्न 17.
……………सौगंध लेनी पड़ेगी।
उत्तर:
अब तो शराब न पीने की।

प्रश्न 18.
बैठे बिठाये यह हत्या………………
उत्तर:
कहाँ से लगी।

हाँ-नहीं में उत्तर दीजिए

प्रश्न 19.
ठाकुर का नाम सरदार सिंह था।
उत्तर:
हाँ।

प्रश्न 20.
‘मधुआ’ मनोवैज्ञानिक कहानी है।
उत्तर:
हाँ।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 21 जयशंकर प्रसाद

बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर

1. जयशंकर प्रसाद की कीर्ति का आलोक स्तंभ कौन सा महाकाव्य है ?
(क) कामायनी
(ख) लहर
(ग) झरना
(घ) आँसू।
उत्तर:
(क) कामायनी

2. लेखक के कितने कहानी संग्रह हैं ?
(क) दो
(ख) तीन
(ग) चार
(घ) पाँच
उत्तर:
(घ) पाँच

3. मधुआ किस विद्या की रचना है ?
(क) कहानी
(ख) निबंध
(ग) उपन्यास
(घ) रेखाचित्र
उत्तर:
(क) कहानी

4. मधुआ कैसी कहानी है ?
(क) व्यंग्यात्मक
(ख) मनोवैज्ञानिक
(ग) विचारात्मक
(घ) विवेचनात्मक
उत्तर:
(ख) मनोवैज्ञानिक

5. ठाकुर सरदार सिंह को क्या सुनने का शौक था ?
(क) कहानी
(ख) भाषण
(ग) कविता
(घ) व्यंग्य
उत्तर:
(क) कहानी

कठिन शब्दों के अर्थ

महक = बदबू। खुमारी = मस्ती, नशा। दिल्लगी = हंसी-मज़ाक । कंगाल = गरीब। सुकुमार = कोमल। कर्कश = कठोर, तीव्र । ढेबरी = दीया जलाने वाली टीन की डिबिया। गढ़ा भरना = पेट भरना। आलोक = प्रकाश, रोशनी। दारिद्रय = गरीबी। नियति = भाग्य। इन्द्रजाल = जादू। सान धरने की कल = चाकू, छुरी तेज़ करने की मशीन।

मधुआ Summary

मधुआ जीवन परिचय

जयशंकर प्रसाद का संक्षिप्त जीवन परिचय लिखिए।

जयशंकर प्रसाद का जन्म सन् 1889 ई० में वाराणसी के एक धनी वैश्य परिवार में हुआ। इन्होंने स्कूल में केवल आठवीं तक ही शिक्षा पाई थी, तत्पश्चात् घर पर ही संस्कृत हिन्दी, अंग्रेज़ी आदि भाषाओं का ज्ञान प्राप्त किया। इनकी सर्वप्रथम कहानी ‘गाय’ सन् 1911 में ‘इन्दु’ नामक पत्रिका में प्रकाशित हुई। आकाशदीप, आँधी, प्रतिध्वनि, छाया
और इन्द्रजाल इनके पाँच कहानी संग्रह हैं। तितली, कंकाल और इरावती इनके उपन्यास हैं। इन्होंने लगभग दर्जन-भर नाटक भी लिखे हैं, जिनमें चन्द्रगुप्त, स्कन्धगुप्त अजातशत्रु और ध्रुवस्वामिनी प्रमुख हैं। ‘कामायनी’ महाकाव्य इनकी कीर्ति का आलोक स्तम्भ है। सन् 1937 ई० में इनका निधन हो गया था।

मधुआ कहानी का सार

प्रस्तुत कहानी में एक गरीब व्यक्ति के चारित्रिक विकास के माध्यम से सामाजिक विषमताओं और अन्यायों का चित्र खींचा गया है। यह एक मनोवैज्ञानिक कहानी है जिसमें एक कोमल, सुन्दर किन्तु पीड़ित बालक के दुःख से भरे जीवन से प्रभावित होकर एक निष्क्रिय शराबी भी कर्मठ बन जाता है। ठाकुर सरदार सिंह को कहानी सुनने का चस्का था। एक शराबी उन्हें तरह-तरह की कहानियाँ सुनाकर बदले में शराब के लिए पैसे लेता है। एक दिन शराबी ठाकुर साहब के पास कहानी सुनाने पहुँचता है और कहता है कि आज उसे सात दिन से ऊपर हो गए हैं, एक बूंद भी गले में नहीं उतरी। कहानी सुनाने से पहले ही ठाकुर साहब को नींद सताने लगी। उन्होंने उसे एक रुपया देकर अपने नौकर लल्लू को भेजने का आदेश देकर उसे विदा किया।

शराबी लल्लू को ढूँढ़ता हुआ जब उसकी कोठरी के पास पहुँचा तो उसने अन्दर से एक बालक के सिसकने का शब्द सुना। लल्लू उस बालक को डाँट रहा था। जब उसकी डाँट खाकर बालक बाहर निकला तो उसकी आँखों में आँसू देखकर शराबी ने उसे बड़े दुलार से उसकी आँखें पोंछते हुए उसे साथ लेकर फाटक के बाहर चला आया। बालक को पुनः रोता देख जब शराबी ने उसके रोने का कारण पूछा तो उसने बताया कि वह दिन भर से भूखा है। मार तो वह रोज ही खाता है लेकिन आज खाना भी नहीं मिला।

बालक की बात सुनकर शराबी उसे अपनी गन्दी कोठरी में ले गया और उसे वहाँ बैठाकर स्वयं उसके लिए कुछ लेने के लिए चला गया। शराबी की जेब में एक रुपया था, वह शराब पीना चाहता था किन्तु न जाने किस दैवीय शक्ति के कारण उसने पूरे एक रुपए की मिठाई, पूरी और नमकीन खरीदी और बालक को खाने के लिए दी। इसे खाकर बालक मुस्कुराने लगा। . . . दूसरे दिन सवेरे उठकर शराबी ने अपनी कोठरी में बिखरी हुई दरिद्रता को देखा और उसने बालक मधुआ के लिए फिर से गृहस्थी बनने की बात सोची और फिर से अपना पुराना सान धरने का धन्धा शुरू कर दिया। बालक भी उस की गठरी उठाकर उसके साथ चल पड़ा।

PSEB 9th Class English Grammar Voice

Punjab State Board PSEB 9th Class English Book Solutions English Grammar Voice Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 9th Class English Grammar Voice

Change the voice in the following sentences :

1. Sita writes a letter.
2. He killed the lion.
3. They will help you.
4. He was eating an orange.
5. The nurse is looking after the patient.
6. I have completed my work.
7. I had learnt my lesson.
8. His enemies have defeated him.
Answer:
1. A letter is written by Sita.
2. The lion was killed by him.
3. You will be helped by them.
4. An orange was being eaten by him.
5. The patient is being looked after by the nurse.
6. My work has been completed (by me).
7. My lesson had been learnt (by me).
8. He has been defeated by his enemies.

PSEB 9th Class English Grammar Voice

Complete the passage with either the active or passive forms of the verbs given in the box :

block, press, blow, cause, live, sweep, cut, rescue.

Damage worth millions of rupees (a) ……………… by a storm which (b) ……………. across coastal areas of Orissa. The army (c) …………… into service. Many people (d) ……………… from the floods by the army. Winds ………….. (e) at the speed of about 150 kms. an hour in some places. Roads (f) …………… by fallen trees. Electricity lines (g) ……….. and people had to (h) …………. without electricity for several hours.
Answer:
(a) was caused
(b) swept
(c) was pressed
(d) were rescued
(e) were blowing
(f) were blocked
(g) were cut
(h) live.

Change the voice of the following passage :

Raju killed a snake with a stick. He threw it into a pond nearby. He played cricket for some time. Then he plucked some flowers to make garlands. He put the garland on Lord Krishna’s statue.
Answer:
A snake was killed with a stick by Raju. It was thrown by him into a pond nearby. Cricket was played by him for some time. Then some flowers were plucked by him to make garlands. The garland was put on Lord Krishna’s statue by him.

Look at some newspaper headlines given below. Then use the information in the headlines to complete the sentences that follow (select the proper form of the verb to be used) :

(a) Three Passengers Crushed
………………. to death when they fell from the rooftop of a bus.

(b) Fifty Huts Destroyed In Fire
A fire broke out in a resettlement colony in which ………….

(c) Leopard Beaten To Death
The police report that a …………… by villagers when it tried to attack them.

(d) Suspect Arrested
London police report that a suspect involved in the Bomb Blast Case …..

(e) Two Stabbed
It is learnt that …………………….. in two separate incidents yesterday.

PSEB 9th Class English Grammar Voice

(f) Indians To Pay More For Pak Citizenship.
Indians applying for Pakistani citizenship will ……………
Answer:
(a) Three passengers were crushed
(b) fifty huts were destroyed.
(c) leopard was beaten to death
(d) has been arrested.
(e) two men were stabbed
(f) have to pay more.

The passive voice can be used in several tenses. Complete the following table, filling up the blanks with suitable form of the verbs :

Tenses Subject Verb ‘to be’ Past participle
1. (Future Indefinite) Lunch …………..  taken at 1 p.m here.
2. (Past Continuous) The house …………..  built.
3. (Present Perfect) The lost purse …………..  found.
4. (Past Simple) The culprit ……….. produced in the court.
5. (Past Continuous) The door ……….. repaired
6. (Past Perfect) A suitable action ………… taken
7. (Past Indefinite) My proposal ……… accepted
8. (Past Perfect) Letters ………. posted

Answer:
1. will be
2. was being
3. has been
4. was
5. was being
6. had been
7. was
8. had been.

Complete the following sentences, using the correct form of the verb in the brackets :

1. This historical monument ………… (build) thousands of years ago.
2. The money …………… (steal) by Mr. Gupta’s servant yesterday.
3. The largest 9-way flyover ………….. (construct) last month in Delhi.
4. Seema’s marriage outfit …………. (design) by the famous designer Ritu Beri. (Present Perfect)
5. A letter ………….. (receive) by Mohan 10 days after it ………….. (post).
Answer:
1. was built
2. was stolen
3. was constructed
4. has been designed
5. was received, had been posted.

PSEB 9th Class English Grammar Voice

In the sentences given below, change the verb into passive form:

1. Robbers raided the bank.
2. The terrorists injured ten people.
3. They took away all the cash.
4. They also shot the security guards.
5. The police have arrested the thieves.
Answer:
1. The bank was raided by robbers.
2. Ten people were injured by the terrorists.
3. All the cash was taken away by them.
4. The security guards were also shot by them.
5. The thieves have been arrested by the police.

Using the outline given in the box, fill in the blanks in the passage below :

New school on the outskirts of Delhi. Is located in Tijara (90 km drive from Delhi). The brain child of legal expert, Vidya Sagar. Uniform syllabus. Yearly boarding and tuition expenses believed to be around 1.25 lacs.

There is a new school (a) …………………….. of Delhi. It (b) …………. in Tijara, 90 kms. from Delhi. It is the brainchild of legal expert Vidya Sagar. (c) ………….. introduced in this school. It (d) …………. that yearly boarding and tuition expenses would be around 1.25 lacs.
Answer:
(a) on the outskirts
(b) is located
(c) Uniform syllabus is
(d) is believed.

Read the following set of instructions and fill in the blanks :

How To Make Tea
(i) Take a kettle.
(ii) Put half a cup of water in it.
(iii) Put it on the gas stove.
(iv) Switch on the stove.
(v) When the water begins to boil, add a teaspoonful of tea-leaves
(vi) Add half a cup of milk and some sugar to it.
(vii) Switch off the stove when the mixture starts boiling.
(viii) Pour the mixture into a cup through a sieve (sifter).

A kettle was taken. Half a cup of water (a) …………. in it. It (b) ………… on the gas stove. The stove (c) ………… When the water began to boil, a teaspoonful of tea leaves (d) ………….. to it. Half a cup of milk and some sugar (e) ………….. to the mixture. The stove (f) ……… when the mixture started boiling. It was (g) ………… a cup through a sieve.
Answer:
(a) was put
(b) was put
(c) was switched on
(d) was added
(e) were added
(f) was switched off
(g) poured into.

Complete the passage with either the active or passive form of the verbs given in the box :

hit , admit, arrest, registed.

A Ludhiana BJP leader, Radhey Shyam (a) ………. by a truck near Patna bus depot last night. Radhey Shyam (b) ……… to a hospital in the city. The truck driver Hari Singh (c) ……… by the police. A case of causing death due to rash and negligent driving (d) ………… against him.
Answer:
(a) was hit
(b) was admitted
(c) was arrested
(d) was registered.

PSEB 9th Class English Grammar Voice

Change the Voice in the following passage :

A truck hit a bus yesterday. The carelessness of the driver caused the accident. The local people took the injured passengers to hospital. The police have arrested the driver.
Answer:
A bus was hit by a truck yesterday. The accident was caused by the carelessness of the driver. The injured passengers were taken to hospital by the local people. The driver has been arrested by the police.

Change the Voice in the following passage :

We saw a magic show yesterday. The magician showed a number of wonderful tricks. First, he took off his hat and put it on the table. He covered the hat with a piece of cloth. Then he moved a stick over the hat. He then took the cloth off. Out of the hat, he pulled out three chickens.
Answer:
A magic show was seen by us yesterday. A number of wonderful tricks were shown by the magician. First his hat was taken off by him and was put on the table. The hat was covered by him with a piece of cloth. Then a stick was moved by him over the hat. The cloth was then taken off by him. Out of the hat three chickens were pulled out by him.

Complete the passage with the Passive form of the verbs given in the box :

dig select prepare lower cover sprinkle

First, a plant (a) ………… Then a hole (b) ……….. where the plant was to be placed into the soil. The soil (c) ……….. by mixing manure in it. The plant (d) ………. into the hole carefully. The roots were (e) ……….. with the prepared soil. Some, water (f) ……… on the plant.
Answer:
(a) was selected
(b) was dug
(c) was prepared
(d) was lowered
(e) covered
(f) was sprinkled.

Complete the following passage, using the verbs in brackets in the Passive voice :

At least four crore worth of imported newsprint (a) ………. (destroy) in yesterday’s fire in one of the godowns outside Cochin port. The fire which broke out in the afternoon (b) ………. (bring) under control only this morning. Firefighting operations (c) ………. (hamper) by the delay and difficulty in removing the huge newsprint rolls from outside the godown. The godown (d) ………. (hire) for the Hindustan Newsprint by a private ‘dearing and forwarding’ agent. The port operations (e) ………. (affect) due to the incident.
Answer:
(a) was destroyed
(b) could be brought
(c) were hampered
(d) had been hired
(e) were affected.

PSEB 9th Class English Grammar Voice

Read the following set of instructions for the servicing of an air conditioner and complete the paragraph that follows, using passive form of the verbs used :

(i) Dismantle the air conditioner.
(ii) Take out the main machine from inside the box.
(iii) Blow off the entire dust from the body with the help of a vacuum cleaner.
(iv) Wash the body with a spray of water from a pipe.
(v) Let it dry in the sun for about an hour.
(vi) Fix it back into place.

The air conditioner is (a) ………. The main machine is (b) ………. out from inside the box. The entire dust from the body (c) ………. with the help of a vacuum cleaner. The body (d) ……………. with a spray of water from a pipe. It (e) ………. then (f) ………. in the sun for about an hour. It is now (g) ………. back into place.
Answer:
(a) dismantled
(b) taken
(c) is blown off
(d) is washed
(e) should
(f) be dried
(g) fixed.

Change the Voice in the following passage :

Sita is singing a song. She sings film songs as well as folk songs. All like her. She helps the poor with the money she earns. God will certainly bless her. The country needs such artists.
Answers
A song is being sung by Sita. Film songs as well as folk songs are sung by her. She is liked by all. The poor are helped by her with the money earned by her. She will certainly be blessed by God. Such artists are needed by the country.

Change the Voice in the following sentences :

1. The gardener is plucking flowers.
2. The boys are flying kites.
3. He is laughing at the beggar.
4. The peon was ringing the bell.
5. The watchman had already opened the gate.
Answers
1. Flowers are being plucked by the gardener.
2. Kites are being flown by the boys.
3. The beggar is being laughed at by him.
4. The bell was being rung by the peon.
5. The gate had already been opened by the watchman.

Rewrite the following sentences in the notice format, using the Passive Voice : (see example 1)

1. We do not allow cameras inside.
2. We do not allow children below 12 in this show.
3. We book seats here.
4. We require a shop assistant immediately.
5. We do not allow vehicles inside the campus.
Answers
1. Cameras are not allowed inside.
2. Children below 12 are not allowed in this show.
3. Seats are booked here.
4. A shop assistant is required immediately.
5. Vehicles are not allowed inside the campus.

Complete the passage with the Passive form of the verbs given in the brackets :

A three year old girl (a) ……….(rescue) by the police last Tuesday. She (b) ………… (kidnap) by a neighbour for ransom. The mother informed the police about the missing girl. The probe (c) ……… (supervise) by the DSP himself. More than 50 residents (d) ……… (interrogate). Ultimately, Danny, one of the residents of the colony, admitted the crime and disclosed where the girl (e) ………… (hide).
Answer:
(a) was rescued
(b) had been kidnapped
(c) was supervised
(d) were interrogated
(e) was hidden.

Read the newspaper headlines given below and complete the sentences that follow :

1. Rain Kills Over Two Dozen
Kathmandu : About ……….. in the remote villages of north-western
Kalikot district in the rains that hit the area.

2. Largest Discovery Of Dinosaur Eggs
Lerida : More than 100 eggs of dinosaur ………………….. in north-eastern Spain.

3. Pak Defeated By A Big Margin
The Pakistani cricket team ……………….. in the first one dayer by a big margin yesterday. The match ……………. at Lahore in the Gaddafi Stadium.

4. Obama Accorded Warm Welcome
President Barack Obama of USA ……… a warm welcome on his arrival in India this year. He ……. by the Prime Minister himself at the Delhi airport.

PSEB 9th Class English Grammar Voice

5. Underground Tunnel Unearthed
A half-dug underground tunnel ………. by the police personnel inside the jail compound yesterday. The digging ………… by two convicts undergoing life terms in the jail.

6. Cold Wave Claims 37 Lives
The cold wave prevailing in the Punjab for more than a week has worsened further. There ……. a fresh snowfall in the Himalayas. Meanwhile 37 lives ……… so far by the cold wave.

7. Rich Homage Paid To Mahatma Gandhi ; Statue Unveiled
Rich homage to the great Father of the Nation, Mahatma Gandhi,
on the occasion of his birth anniversary, yesterday. A bronze statue of the great visionary on the occasion.

8. D.J. Simpson Acquitted
In the judgement given today by an American court, the famous football legend D.J. Simpson ………. of murder charges against him.

9. Idols Immersed In River
The ten-day Dussehra festival comes to an end today when all the idols carried in a procession ……….. in the Ganga by the devotees.

10. Three Militants Killed, Seven Arrested
During the past 24 hours, three militants ………….. and seven have been arrested in the Kashmir Valley. A large number of weapons were also seized from those arrested.

11. Afghan Forces Capture Kabul Airport
After a five-day bloody battle, the Kabul Airport ……….. by the Afghan forces early today. Dozens of people were killed and more than 2500 were injured.

12. Govt. To Take Stern Steps
It has been announced by the government that ……….. to check the black-marketing and adulteration of essential goods.

13. Fire Destroys Goods Worth ₹ 25 Lac ; Cause Unknown
Goods ……… when two houses in Tilak Nagar caught fire yesterday. The cause of fire which rendered four families homeless, could not be known.

14. 193 Kg heroin seized :
In the biggest ever drug haul in the country, a consignment of 193 kg of heroin ………. by the Mumbai police from a luxury apartment, in Central Mumbai.

15. Tourists, Attacked By Shark
Last Monday several Australian tourists while surfing off Pasiraman beach.

16. Suspect Arrested
Shahpur police report that the suspect in the Nasir Khan murder case

17. Woman, Child Killed In Road Mishap — Six Injured
A woman and ……….. on the spot and six persons were injured, two of them seriously, when a tempo in which they were travelling, fell into a khud near Lalpani.

18. Bankmen Give Free Hawai Chappals For Lepers
Lepers, living in the Asha Deep Colony of the city, ……… on Thursday by the employees of State Bank of India. The Bankmen were celebrating the 42nd anniversary of their branch.

PSEB 9th Class English Grammar Voice

19. Shopkeeper Arrested, Fined :
Ashok Kumar, a shopkeeper of Bilaspur …………. by the police on Tuesday for selling adulterated atta. Later he was produced before the Chief Judicial Magistrate by whom he ………….. ₹ 5000.

20. Advani Relieved Of His Post :
The BJP President, L.K. Advani, ……… of his post today after he submitted his resignation in the meeting of the general body of the party.
Answer:
1. two dozen men are killed
2. have been discovered
3. was defeated; was played
4. was accorded; was received
5. was unearthed; had been done.
6. has been ; have been claimed.
7. was paid; was unveiled
8. was acquitted
9. are immersed
10. have been killed
11. was captured
12. stem steps will be taken
13. worth 25 lac were destroyed
14. has been seized
15. were attacked by shark
16. has been arrested
17. a child were killed
18. were given free Hawai chappals
19. was arrested ; was fined
20. was relieved.

Rewrite the following passages after changing the Voice :

Question 1.
The early men thought that every misfortune was caused by angry gods. They saw imaginary gods everywhere. They thought of God as a very irritable person who was always losing his temper. If due to some disaster, a large number of people were killed, they would think they had displeased God.
Answer
It was thought by the early men that angry gods cause every misfortune. Imaginary gods were seen everywhere by them. God was thought of by them as a very irritable person who was always losing his temper. If some disaster killed a large number of people, they would think God had been displeased by them.

PSEB 9th Class English Grammar Voice

Question 2.
Mr. Lai teaches us English. He was awarded Padma Shri by the President. He is one of the most dedicated teachers we have. Social work interests Mr. Lai very much. He loves his students as he loves his own children. We are lucky to be his pupils. May God bless him !
Answer
We are taught English by Mr. Lai. The President awarded him Padma Shri. He is one of the most dedicated teachers we have. Mr. Lai is very much interested in social work. His students are loved by him as his own children. We are lucky to be his pupils. May he be blessed by God !

Question 3.
A dove saw a bee fallen in a water tank. It dropped a large leaf into the water. The bee climbed on to the leaf and thanked the dove. A hunter took aim at the dove. The bee stung him. He missed his aim. Now the dove thanked the bee.
Answer
A bee fallen in a water tank was seen by a dove. A large leaf was dropped into the water by it. The bee climbed on to the leaf and the dove was thanked by the bee. The dove was taken aim at by a hunter. He was stung by the bee. His aim was missed by him. Now the bee was thanked by the dove.

Question 4.
Once a jester offended the king. The king at once condemned him to death. The jester pleaded for his life but the king refused to alter the sentence. One day, the king visited the prison. He asked the jester to choose his manner of death. The clever jester at once said that he would like to die of old age.
Answer
Once the king was offended by a jester. He was at once condemned to death by the king. The jester pleaded for his life but the king refused to alter the sentence. One day, the prison was visited by the king. The jester was asked to choose his manner of death by the king. It was at once said by the clever jester that he would like to die of old age.

Question 5.
I explained my case to the doctor. I was seated on a chair against the table by him. I held my hat in my right hand and explained my symptoms. He then gave his advice and helped me liberally.
Answer
My case was explained by me to the doctor. He seated me on a chair against the table. My hat was held in my right hand and my symptoms were explained. His advice was then given and I was helped liberally.

Question 6.
The emperor was adorned in his royal robes. He was attended by his courtiers. He was escorted to the seashore. There he was seated upon a high chair. The chair had been placed there for his reception.
Answer:
The emperor adorned himself in royal robes. His courtiers attended him. They escorted him to the seashore. There they seated him upon a high chair. They had placed the chair there for his reception.

Question 7.
If we look into practical life, we will find that fortune is usually on the side of the industrious. The winds and waves favour the best navigators. Lord Clive began his career in India as a clerk. When he ended his career, he had founded the British Empire in the East.
Answer
If practical life is looked into by us, it will be found by us that fortune is usually on the side of the industrious. The best navigators are favoured by the winds and waves. Lord Clive’s career was begun by him in India as a clerk. When his career was ended by him, the British Empire in the East had been founded by him.

Question 8.
A poor Arab saw a spring of sweet water. He had never before tasted such water. He filled his leather bottle from the spring. He wanted to present it to the Khalif. The courtiers desired to taste the precious water but the Khalif forbade them. The Khalif was touched by the Arab’s concern for him. He awarded the poor man.
Answer
A spring of sweet water was seen by a poor Arab. Such water had never been before tasted by him. His leather bottle was filled by him from the spring. He wanted it to be presented to the Khalif. It was desired by the courtiers to taste, the precious water, but they were forbidden by the Khalif. The Arab’s concern for the Khalif touched him. The poor man was awarded by him.

PSEB 9th Class English Grammar Voice

Question 9.
We all know that Columbus discovered America. He was provided with ships and men by the king of Spain. He met with many difficulties on the way. All his fellow men wanted to turn back. But he did not stop till he reached his goal.
Answer
It is known to all of us that America was discovered by Columbus. The king of Spain provided him with ships and men. He met with many difficulties on the way. All his fellow men wanted to turn back. But he did not stop till his goal was reached.

Question 10.
It is nice that you are taking your studies seriously. Please don’t do it at the cost of your health. Those who do brain work, need regular physical exercise. So don’t avoid games. They teach you something which books can never teach, i.e. discipline.
Answer
It is nice that your studies are being taken seriously by you. You are requested not to do it at the cost of your health. Regular physical exercise is needed by those who do brain work. So games should not be avoided. You are taught by them something which can never be taught by the books, i.e. discipline.

Complete the passage with the Passive form of the verbs given in the brackets :

A three year old girl (a) …………………………. (rescue) by the police last Tuesday. She (b) …………… (kidnap) by a neighbour for ransom. The mother informed the police about the missing girl. The probe (c) ………….. (supervise) by the DSP himself. More than 50 residents (d) …………… (interrogate). Ultimately, Danny, one of the residents of the colony, admitted the crime and disclosed where the girl (e) …………. (hide).
Answer:
(a) was rescued
(b) had been kidnapped
(c) was supervised
(d) were interrogated
(e) was hidden.

Read the newspaper headlines given below and complete the sentences that follow :

1. Rain Kills Over Two Dozen
Kathmandu : About ….. in the remote villages of north-western Kalikot district in the rains that hit the area.

2. Largest Discovery Of Dinosaur Eggs
Lerida : More than 100 eggs of dinosaur ………………… in north-eastern Spain.

3. Pak defeated by a big margin
The Pakistani cricket team …………………. in the first one dayer by a big margin yesterday. The match ……………… at Lahore in the Gaddafi Stadium.

4. Obama Accorded Warm Welcome President Barack Obama Of Usa …
a warm welcome on his arrival in india this year. He ………………….. by the prime minister himself at the delhi airport.

5. Underground Tunnel Unearthed
A half-dug underground tunnel …………. by the police personnel inside the jail compound yesterday. The digging ………………. by two convicts undergoing life terms in the jail.

6. Cold Wave Claims 37 Lives
The cold wave prevailing in Punjab for more than a week has worsened further. There ………….. a fresh snowfall in the Himalayas. Meanwhile 37 lives ………………….. so far by the cold wave.

7. Rich Homage Paid To Mahatma Gandhi; Statue Unveiled
Rich homage ………. … to the great father of the nation, mahatma gandhi, on the occasion of his birth anniversary, yesterday. a bronze statue of the great visionary …………………… on the occasion.

8. D.J. Simpson Acquitted
In the judgement given today by an american court, the famous football legend D.J simpson ……………………. of murder charges against him.

9. Idols Immersed In River
The ten-day dussehra festival comes to an end today when all the idols carried in a procession ……………………. in the ganga by the devotees.

10. Three Militants Killed, Seven Arrested
During the past 24 hours, three militants………………. and seven have been arrested in the kashmir valley. A large number of weapons were also seized from those arrested.

11. Afghan Forces Capture Kabul Airport
After a five-day bloody battle, the kabul airport ………… by the afghan forces early today. dozens of people were killed and more than 2500 were injured.

12. Govt. To Take Stern Steps:
It Has been announced by the government that ……………………….. to check the black-marketing and adulteration of essential goods.

13. Fire Destroys Goods Worth ₹ 25 Lac ; Cause Unknown
goods ……………… when two houses in tilak nagar caught fire yesterday.The cause of fire which rendered four families homeless, could not be known.

14. 193 Kg Heroin Seized :
in the biggest ever drug haul in the country, a consignment of 193 kg of heroin ……. by the mumbai police from a luxury apartment, in central mumbai.

15. Tourists, Attacked By Shark
last monday several australian tourists …………….. while surfing off pasiraman beach.

16. Suspect Arrested
shahpur police report that the suspect in the nasir khan murder case …………

17. Woman, Child Killed In Road Mishap — Six Injured
A woman and ………………… on the spot and six persons were injured, two of them seriously, when a tempo in which they were travelling, fell into a khud near Lalpani.

18. “Bankmen Give Free Hawai Chappals
For Lepers Lepers, living in the Asha Deep Colony of the city, ………………… on Thursday by the employees of State Bank of India. The Bankmen were celebrating the 42nd anniversary of their branch.

19. Shopkeeper Arrested, Fined :
ashok kumar, a shopkeeper of bilaspur …………………… by the police on tuesday for selling adulterated atta. later he was produced before the chief judicial magistrate by whom he ………………… ₹ 5000.

PSEB 9th Class English Grammar Voice

20. Advani Relieved Of His Post :
The BJP President, L.K. Advani, ………………….. of his post today after he submitted his resignation in the meeting of the general body of the party.
Answer:
1. two dozen men are killed
2. have been discovered
3. was defeated ; was played
4. was accorded ; was received
5. was unearthed ; had been done.
6. has been ; have been claimed.
7. was paid ; was unveiled
8. was acquitted
9. are immersed
10. have been killed
11. was captured
12. stern steps will be taken
13. worth ₹ 25 lac were destroyed
14. has been seized
15. were attacked by shark
16. has been arrested
17. a child were killed
18. were given free Hawai chappals
19. was arrested ; was fined
20. was relieved.

Rewrite the following passages after changing the Voice :

Question 1.
The early men thought that every misfortune was caused by angry gods. They saw imaginary gods everywhere. They thought of God as a very irritable person who was always losing his temper. If due to some disaster, a large number of people were killed, they would think they had displeased God.
Answer:
It was thought by the early men that angry gods cause every misfortune. Imaginary gods were seen everywhere by them. God was thought of by them as a very irritable person who was always losing his temper. If some disaster killed a large number of people, they would think God had been displeased by them.

Question 2.
Mr. Lal teaches us English. He was awarded Padma Shri by the President. He is one of the most dedicated teachers we have. Social work interests Mr. Lal very much. He loves his students as he loves his own children. We are lucky to be his pupils. May God bless him !
Answer:
We are taught English by Mr. Lal. The President awarded him Padma Shri. He is one of the most dedicated teachers we have. Mr. Lal is very much interested in social work. His students are loved by him as his own children. We are lucky to be his pupils. May he be blessed by God!

Question 3.
A dove saw a bee fallen in a water tank. It dropped a large leaf into the water. The bee climbed on to the leaf and thanked the dove. A hunter took aim at the dove. The bee stung him. He missed his aim. Now the dove thanked the bee.
Answer:
A bee fallen in a water tank was seen by a dove. A large leaf was dropped into the water by it. The bee climbed on to the leaf and the dove was thanked by the bee. The dove was taken aim at by a hunter. He was stung by the bee. His aim was missed by him. Now the bee was thanked by the dove.

Question 4.
Once a jester offended the king. The king at once condemned him to death. The jester pleaded for his life but the king refused to alter the sentence. One day, the king visited the prison. He asked the jester to choose his manner of death. The clever jester at once said that he would like to die of old age.
Answer:
Once the king was offended by a jester. He was at once condemned to death by the king. The jester pleaded for his life but the king refused to alter the sentence. One day, the prison was visited by the king. The jester was asked to choose his manner of death by the king. It was at once said by the clever jester that he would like to die of old age.

Question 5.
I explained my case to the doctor. I was seated on a chair against the table by him. I held my hat in my right hand and explained my symptoms. He then gave his advice and helped me liberally.
Answer:
My case was explained by me to the doctor. He seated me on a chair against the table. My hat was held in my right hand and my symptoms were explained. His advice was then given and I was helped liberally.

PSEB 9th Class English Grammar Voice

Question 6.
The emperor was adorned in his royal robes. He was attended by his courtiers. He was escorted to the seashore. There he was seated upon a high chair. The chair had been placed there for his reception.
Answer:
The emperor adorned himself in royal robes. His courtiers attended him. They escorted him to the seashore. There they seated him upon a high chair. They had placed the chair there for his reception.

Question 7.
If we look into practical life, we will find that fortune is usually on the side of the industrious. The winds and waves favour the best navigators. Lord Clive began his career in India as a clerk. When he ended his career, he had founded the British Empire in the East.
Answer:
If practical life is looked into by us, it will be found by us that fortune is usually on the side of the industrious. The best navigators are favoured by the winds and waves. Lord Clive’s career was begun by him in India as a clerk. When his career was ended by him, the British Empire in the East had been founded by him.

Question 8.
A poor Arab saw a spring of sweet water. He had never before tasted such water. He filled his leather bottle from the spring. He wanted to present it to the Khalif. The courtiers desired to taste the precious water but the Khalif forbade them. The Khalif was touched by the Arab’s concern for him. He awarded the poor man.
Answer:
A spring of sweet water was seen by a poor Arab. Such water had never been before tasted by him. His leather bottle was filled by him from the spring. He wanted it to be presented to the Khalif. It was desired by the courtiers to taste, the precious water, but they were forbidden by the Khalif. The Arab’s concern for the Khalif touched him. The poor man was awarded by him.

Question 9.
We all know that Columbus discovered America. He was provided with ships and men by the king of Spain. He met with many difficulties on the way. All his fellow men wanted to turn back. But he did not stop till he reached his goal.
Answer:
It is known to all of us that America was discovered by Columbus. The king of Spain provided him with ships and men. He met with many difficulties on the way. All his fellow men wanted to turn back. But he did not stop till his goal was reached.

Question 10.
It is nice that you are taking your studies seriously. Please don’t do it at the cost of your health. Those who do brain work, need regular physical exercise. So don’t avoid games. They teach you something which books can never teach, i.e. discipline.
Answer
It is nice that your studies are being taken seriously by you. You are requested not to do it at the cost of your health. Regular physical exercise is needed by those who do brain work. So games should not be avoided. You are taught by them something which can never be taught by the books, i.e. discipline.

Active Voice – जिस वाक्य में Subject का सीधा सम्बन्ध Verb के साथ होता है (अर्थात् कर्ता के अनुसार क्रिया का रूप निर्धारित होता है), उसे Active Voice का वाक्य कहा जाता है।

Passive Voice – जिस वाक्य में कर्म के अनुसार क्रिया का रूप निर्धारित होता है (और कर्ता का क्रिया पर कोई प्रभाव नहीं होता), उसे Passive Voice का वाक्य कहा जाता है।

निम्नलिखित वाक्यों को ध्यान से देखिए :

Active Voice                            , Passive Voice
1. Earn writes a letter,
2. Children like sweets.
1.   A letter is written by Ram.
2.    Sweets are liked by children

ऊपर के वाक्यों में हमने देखा कि
(1) Active Voice के वाक्य में जो Subject होता है, वह Passive Voice के वाक्य में Object बन जाता है।
(2) Active Voice के वाक्य में जो Object होता है, वह Passive Voice के वाक्य में Subject बन जाता है।
(3) Passive Voice के वाक्य में Object के साथ by अथवा कोई अन्य उपयुक्त Preposition लगाया जाता है।
(4) Subject से Object तथा Object से Subject का स्थान लेते समय Pronouns का रूप बदल जाता है;

Subject Object Subject Object
I me He him
We us She her
You You They  them

PSEB 9th Class English Grammar Voice

किसी वाक्य का Voice बदलते समय Verb का रूप बदल जाता है। इसके लिए नीचे दी गई नियम तालिका याद रखिए :

Active Voice Passive Voice
1. Present Indefinite Tense
V1
is / am / are + V3
2. Past Indefinite Tense
V2
 was / were + V3
3. Future Indefinite Tense
will / shall + V1
will / shall + be + V3
4. Present Continuous Tense
is / am / are + V1 – ing
 is/am / are + being + V3
5. Past Continuous Tense
was / were + V-ing
was / were + being + V3
6. Present Perfect Tense
has / have + V3
 has / have + been + V3
7. Future Perfect Tense
will/shall + have + V3
will/shall + have been + V3
8. Imperative Sentences
V1 + Object
Object + should be + V3 (Or)
Let + Object. + be + V3
9. can/could/may/might/must/
ought to / should+ V1
can/couldlmay/might/must/
ought to / should + be + V3

Examples of Present Indefinite . Tense
(is/am/are + V3)

Active Passive
1. She helps the poor.
2. We expect good news.
3. I know him.
4. Radha does not sing a song.
5. Who teaches you English ?
6. What do you want ?
1. The poor are helped by her.
2. Good news is expected by us.
3. He is known to me.
4. A song is not sung by Radha.
5. By whom are you taught English ?
6. What is wanted by you ?

Change the voice of the following sentences :

1. I take tea.
2. He drinks milk.
3. The boys make a noise.
4. They wash their clothes.
5. I do not like this book.
6. What do you do ?
7. Does he respect his elders ?
8. People praise her for her beauty.
9. A story is written by us.
10. The poor are helped by them.
11. She sings a song.
12. I do not like him.
13. Ram does not like him.
14. Do they learn their lessons ?
15. Where does he place his books ?

Examples of Past Indefinite Tense
(was/were + V3)

Active Passive
1. She kept us waiting. 1. We were kept waiting by her.
2. I employed two hundred men. 2. Two hundred men were employed by me.
3. The hunter did not aim at the bird. 3. The bird was not aimed at by the hunter.
4. Did he give you anything? 4. Were you given anything by him?
5. Who lent you this book? 5. By whom were you lent this book?
6. Which picture did you see last night? 6. Which picture was seen by you last night?

PSEB 9th Class English Grammar Voice

Change the voice of the following sentences :

1. Ram told a lie.
2. We played football.
3. We bought new pens.
4. The baby did not drink milk.
5. She did not open the window.
6. She did. her papers well.
7. Who told you this story?
8. Did you see him today?
9. A match was played by us.
10. America was discovered by Columbus.
11. Usha won a race.
12. The thief stole a number of things.
13. We did not laugh at the beggar.
14. He helped Ram in the hour of need.
15. Who gave you this book ?

Examples of Future Indefinite Tense
(will/shall + be + V3)

Active Passive
1. I shall buy this pen.
2. I will not take the test.
3. He will do his duty.
4. Will he not mend his ways ?
5. Which book will you read tomorrow ?
6. Who will answer this question ?
1. This pen will be bought by me.
2. The test shall not be taken by me.
3. His duty will be done by him.
4. Will his ways not be mended by him?
5. Which book will be read by you tomorrow?
6. By whom will this question be answered?

Change the voice of the following sentences :

1. She will teach English.
2. He will never tell a lie.
3. The teacher will not punish the boys.
4. When will you take exercise ?
5. We shall draw water from the well.
6. Who will prepare tea ?
7. This letter will be posted by me.
8. My pen will not be stolen by him.
9. They will not help the needy.
10. We shall consult the doctor.
11. How will you pass the examination ?
12. She will not obey you.
13. John will not run a race.
14. When will he return your money ?
15. Will you help me in need ?

Examples of Present Continuous Tense
(is/am/are + being + V3)

Active Passive
1. The gardener is plucking flowers.
2. He is driving a motor car.
3. Boys are flying kites.
4. Is she reading a book ?
5. Why are you wasting your time ?
6. Who is laughing at the beggar ?
1. Flowers are being plucked by the gardener.
2. A motor car is being driven by him.
3. Kites are being flown by boys.
4. Is a book being read by her ?
5. Why is your time being wasted by you ?
6. By whom is the beggar being laughed at?

Change the voice of the following sentences :

1. I am playing a match.
2. She is speaking the truth.
3. You are helping me.
4. The boys are not flying kites.
5. The teacher is not punishing the boys.
6. Are you insulting him ?
7. Sohan is wasting his time.
8. She is singing a song.
9. They are not wasting their time.
10. Is Mohan flying a kite ?
11. Is she not cooking the food ?
12. Why are you making a noise ?
13. Who is calling you ?
14. When is he finishing his work ?
15. What are you looking for ?

Examples of Past Continuous Tense
(was/were + being + V3)

Active Passive       ‘
1. The hunter was aiming at the lion.
2. She was milking the cow.
3. The peon was ringing the bell.
4. The farmer was not ploughing the field.
5. Were they learning their lesson ?
6. What was Sohan doing ?
1. The lion was being aimed at by the hunter.
2. The cow was being milked by her.
3. The bell was being rung by the peon.
4. The field was not being ploughed by the farmer.
5. Was their lesson being learnt by them ?
6. What was being done by Sohan ?

Change the voice of the following sentences :
1. Ram was not selling his old car.
2. They were insulting me.
3. She was not helping anybody.
4. He was building a new house.
5. He was opening the box.
6. Leela was washing the dishes.
7. The watchman was informing the police.
8. I was taking my class.
9. They were digging the ground.
10. The shopkeeper was closing his shop.
11. The people were not raising slogans.
12. Were they misleading you ?
13. Who was looking into the matter ?
14. What were they searching for ?
15. Why were the people stoning the bus ?

Examples of Present Perfect Tense
(has/have + been + V3)

Active Passive
1.    I have done my duty.
2.    She has sold her cow.
3.    They have not broken the windowpane.
4.    Have you ever seen a lion ?
5.    Why has Sohan not finished his work ?
6.    Who has stolen my pencil ?
1.      My duty has been done by me.
2.      Her cow has been sold by her.
3.      The windowpane has not been broken by them.
4.      Has a lion ever been seen by you ?
5.      Why has his work not been finished by Sohan ?
6.      By whom has my pencil been stolen ?

PSEB 9th Class English Grammar Voice

Change the voice of the following sentences :

1. He has forgotten me.
2. The judge has set the prisoner free.
3. He has finished his job.
4. He has obliged me.
5. The bell has been rung by the peon.
6. The letter has been posted by my father.
7. What has he done for you ?
8. Who has helped you ?
9. The principal has given away the prizes.
10. We have played the game.
11. He has given me a book.
12. They have not committed the theft.
13. Have you attended the class ?
14. Has the peon not locked the office ?
15. Why have you insulted your teacher ?

Examples of Past Perfect Tense
(had + been + V3)

Active Passive
1. The watchman had already opened the gate.
2. We had never visited Amritsar before.
3. Had you never seen this place before?
4. Who had invited you to the feast?
5. Had he finished his work by 4 p.m.?
1. The gate had already been opened by the watchman.
2. Amritsar had never been visited by us before.
3 . Had this place never been seen by you before ?
4. By whom had you been invited to the feast ?
5. Had his work been finished by him by 4 p.m.?

Change the voice of the following sentences :

1. He had killed a snake before.
2. She had already finished her work.
3. Someone had already stolen the box.
4. You had already received the letter.
5. They had not yet built the house.
6. We had already killed the lion.
7. The lock had been opened by the peon.
8. He had bought a new car.
9. She had passed the examination.
10. You had not made the proper use of your time.
11. Had he abused you ?
12. They had not’disturbed us.
13. Who had mentioned your name ?
14. When had you rung him up ?
15. What had he lost ?

Examples of Future Perfect Tense
(will / shall + have been + V3)

Active Passive
1. I shall have planted a tree.
2. He will have read this book.
3. He will not have sold his house.
4. She will have taken the test.
5. Will he have written a letter ?
1. A tree will have been planted by me.
2. This book will have been read by him.
3. His house will not have been sold by him.
4. The test will have been taken by her.
5. Will a letter have been written by him ?

PSEB 9th Class English Grammar Voice

Change the voice of the following sentences :

1. The teacher will have taught the lesson.
2. He will have signed the papers.
3. She will have learnt her lesson.
4. He will not have done his homework.
5. He will have changed the clothes before my arrival.
6. They will have whitewashed the home before evening.
7. I shall have paid my fees.
8. You will have seen the lion before.
9. The police will have arrested the culprits before.
10. A letter will have been posted by him.
11. He will not have opened the window.
12. Will you have brought him a gift ?
13. Where will you have spent your holidays ?
14. Who will have helped him ?
15. He will have taught you English.

Examples of Imperative Sentences
(Object + should be + V3) Or (Let + Object + be + V3)

Active Passive
1. Shut the door.
2. Obey your parents.
3. Carry it home.
4. Never tell a lie.
5. Let him play the match.
6. Please bring me a glass of water.
1. The door should be shut.
2. Let your parents be obeyed.
3. Let it be carried home.
4. A lie should never be told.
5. Let the match be played by him.
6. You are requested to bring me a glass of water.

Change the voice of the following sentences :

1. Change these clothes.
2. Summon the peon.
3. Kindly call in the doctor.
4. Please help him.
5. Do not waste your time.
6. Always speak the truth.
7. Do not hate the poor.
8. Do not write anything against him.
9. Help the poor.
10. Duty must be done.
11. Send for the doctor at once.
12. Kindly help me.
13. Always get up early in the morning.
14. Write a letter to your father.
15. You are ordered to sit down.

Examples of the Use of can, could, may, etc.
(can, could, may, might, should, would, dare, etc. + be + V3)

Active Passive
1. You should write the address neatly.
2. One cannot please everybody.
3. We should always speak the truth.
4. You must listen to his words.
5. One should do one’s duty.
6. Somebody must help this poor woman.
1. The address should be written neatly.
2. Everybody cannot be pleased.
3. The truth should always be spoken by us.
4. His words must be listened to.
5. Duty should be done.
6 This poor woman must be helped.

Change the voice of the following sentences :

1. I can open this box.
2. He could tell the truth.
3. We could have learnt our lesson.
4. You must finish this work.
5. She might miss the bus.
6. They might call me.
7. May I see this picture ?
8. You must tell me everything.
9. May God bless you with a son !
10. Why should I do it ?
11. They might have won the match.
12. They might have told the truth.
13. You should have done it by now.
14. Our parents and teachers ought to be respected by us.
15. They could pass the admission test.

The Use of Prepositional Verbs

कुछ Verbs के साथ विशेष Prepositions या Adverb Particles का प्रयोग किया जाता है। Active तथा Passive दोनों तरह के वाक्यों में ये Prepositions या Adverb Particles सम्बन्धित Verbs के साथ ही लगाए जाने चाहिएं। इन्हें Verbs से अलग नहीं किया जा सकता है। जैसे

Active Passive
1. The people listened to him with respect.
2. I objected to his proposal.
3. The rich often laugh at the poor.
4. We must take care of our health.
5. They switched off the lights.
6. A car ran over an old man.
7. The police charged her with murder.
8. The Principal turned down my request.
9. The thieves cut down the telephone wires.
10. I cannot think of such a thing.
1. He was listened to with respect by the people.
2. His proposal” was objected to by me.
3. The poor are often laughed at by the rich.
4. Health must be taken care of.
5. The lights were switched off.
6. An old man was run over by a car.
7. She was charged with murder by the police.
8. My request was turned down by the Principal.
9. The telephone wires were cut down by the thieves.
10. Such a thing cannot be thought of by me.

PSEB 9th Class English Grammar Voice

Change the voice of the following sentences :

1. We are waiting for you.
2. What is contained in this pot ?
3. She is knocking at the door.
4. He enquired into the matter.
5. I do not agree to your plan.
6. What are you searching for ?
7. I don’t care for him.
8. You should not laugh at the old woman.
9. You looked after him.
10. They made fun of the poor man.
11. She laughs at you.
12. She will look into this matter.
13. He agreed to your proposal.
14. He picked up a letter.
15. The boys looked at the picture on the wall.

The Use of Prepositions other than ‘by’

कुछ वाक्यों के Passive voice में ‘by’ के स्थान पर किसी अन्य Preposition का प्रयोग होता है; जैसे

Active Passive
1. His behaviour disgusts me.
2. The jug contains milk.
3. The news surprised us.
4. Gardening interests my mother.
5. You cannot please her.
6. I know him.
7. His jokes amused us.
8. His conduct amazed us.
1. I am disgusted with his behaviour.
2. Milk is contained in the jug.
3. We were surprised at the news.
4. My mother is interested in gardening.
5. She cannot be pleased with you.
6. He is known to me.
7. We were amused at his jokes.
8. We were amazed at his conduct.

Change the voice of the following sentences :

1. You cannot please all.
2. The news of his failure has shocked me.
3. Your success pleases me.
4. Everybody knows him.
5. Many pictures are contained in this book.
6. I was satisfied with her work.
7. This beaker contains water.
8. Your behaviour annoyed me.
9. He was delighted at your brilliant success.
10. My success astonished all.
11. Your behaviour displeased me.
12. The boss is satisfied with his work.
13. What is contained in this purse ?
14. His fathers death shocked all.
15. Do you know the Principal ?

PSEB 9th Class English Grammar Voice

Examples of Interrogative Sentences (Mixed Type) :

नोट : What, why, when, how, which, where, who आदि से शुरू होने वाले निम्नलिखित प्रश्नात्मक वाक्यों का ध्यानपूर्वक अध्ययन कीजिए

Active Passive
1. What do you want ?
2. Who teaches you English ?
3. Who do you love ?
4. Where will you spend your holidays ?
5. Whence have you bought this pen ?
6. When will you see him ?
7. Why did he abuse you ?
1. What is wanted by you ?
2. By whom are you taught English ?
3. Who is loved by you ?
4. Where will your holidays be spent by you ?
5. Whence has this pen been bought by you ?
6. When will he be seen by you ?
7. Why were you abused by him ?

Change the voice of the following sentences :

1. Who stole your pen ?
2. Who will you elect President ?
3. Why has the teacher marked me absent ?
4. Who had visited Delhi ?
5. Who told a lie ?
6. When did you pluck these flowers ?
7. Who did you see ?
8. Why am I cursed by you ?
9. Whose book had been taken by him ?
10. How was the river crossed by them ?
11. By whom will the hockey match be played ?
12. Had the poem been learnt by them before ?
13. By whom had the windowpane been broken before you arrived ?
14. By whom has the picture been painted ?
15. Why has so much been spent by you?

Examples of Sentences with the Double Object

कुछ वाक्यों में दो Objects होते हैं; जैसे
I gave him a book.
पहले Object को Indirect Object और दूसरे को Direct Object कहा जाता है।

Passive Voice बनाते समय प्राय: Indirect Object को ही Subject के रूप में प्रयोग किया जाता है; जैसे
He was given a book by me.

किन्तु यदि Direct Object को Subject के रूप में प्रयोग किया जाना हो तो Indirect Object से पूर्व to अथवा for का प्रयोग करना पड़ता है; जैसे
A book was given to him by me.

कुछ अन्य उदाहरण :

Active Passive
1. I gave him a book. 1. A book was given to him by me. (Or)
He was given a book by me.
2. He teaches us English. 2. English is taught to us by him. (Or)
We are taught English by him.
3. You have written him a letter. 3. A letter has been written to him by you. (Or)
He has been written a letter by you.
4. She handed Ram a letter. 4. A letter was handed to Ram by her. (Or)
Ram was handed a letter by her.
5. They gave her a test. 5. She was given a test by them. (Or)
A test was given to her by them.
6. He sent me an invitation. 6. I was sent an invitation by him. (Or)
An invitation was sent to me by him.
7. Ram offered me a job. 7. I was offered a job by Ram. (Or)
A job was offered to me by Ram.
8. Who gave you this book ? 8. By whom were you given this book ? (Or)
By whom was this book given to you ?

Change the voice of the following sentences

1. She gave me five rupees.
2. I told him a story.
3. You sent him a letter.
4. Ram gave me good news.
5. We showed him a picture.
6. He lent me some money.
7. The teacher was teaching me English.
8. They were given some money by my father.
9. They were showing her their new books.

PSEB 9th Class English Grammar Voice

10. She was sent a letter by me.
11. She wrote him a letter.
12. Ram lent me some books.
13. I paid him his salary.
14. I shall forgive him his fault.
15. He gives them food and clothes.

Examples of Sentences with an Implied Subject

Passive Voice के कुछ वाक्यों में by + agent नहीं दिया गया होता है किन्तु ऐसे वाक्यों में कर्ता का अनुमान लगाने में कोई कठिनाई नहीं होती है। अत: Passive Voice से Amtive Voice बनाने में उसी कर्ता का प्रयोग किया जाना चाहिए; जैसे

Passive Active
1. You are wanted outside.
2. The thief has been arrested.
3. The telephone wires were cut.
4. The matter will be discussed matter tomorrow.
5. He was elected Member of Parliament.
6. The crops can be reaped.
7. The result has been declared.
8. English is spoken all over the world.
1. Someone wants you outside.
2. The police have arrested the thief.
3. The thieves cut the telephone wires.
4. The committee will discuss the tomorrow.
5. People elected him Member of Parliament.
6. The farmers can reap the crops.
7. The Principal has declared the result.
8. People speak English all over the world.

Change the voice of the following sentences :

1. Sums are being solved.
2. All the horses were sold.
3. Flowers were being plucked.
4. He is wanted at home.
5. Children are being looked after.
6. People use telephone all over the world.
7. None can defeat him.
8. We grow rice in the rainy season.
9. The committee has made new plans.
10. Neeru was being forced to resign.
11. The culprit was hanged.
12. He has been asked to resign.
13. My brother has never been beaten at tennis.
14. A meeting is being held here.
15. Many persons were thrown out of jobs.

Examples of the Passive of Infinitives

Active Passive
1. She begged the Principal to forgive her. 1. She begged the Principal to be forgiven.
2. I hope to overcome my difficulties. 2. I hope my difficulties to be overcome.
3. I have to do this work. 3. This work has to be done.
4. I expect you to finish the you. 4. I expect the work to be finished by work.
5. It is time to give the order. 5. It is time for the order to be given.
6. It is time to feed the baby. 6. It is time for the baby to be fed.
7. It is time to ring the bell. 7. It is time for the bell to be rung.
8. It is time to tell stories. 8. It is time for. the stories to be told.

PSEB 9th Class English Grammar Voice

Change the voice of the following sentences :

1. It is time to see the picture.
2. It is time to take the meals.
3. It is time to open the door.
4. It is time to save money.
5. It is time to wash the clothes.
6. It is time to discuss the matter.
7. It is time to open the school.
8. It is time to start the journey.
9. It is time to leave the class.
10. It is time for a song to be sung.
11. It is time to do the job.
12. It is time to run a race.
13. It is time to call in the doctor.
14. It is time to say prayers.
15. It is time to open the shop.

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 20 गुरु गोबिन्द सिंह

Punjab State Board PSEB 12th Class Hindi Book Solutions Chapter 20 गुरु गोबिन्द सिंह Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 12 Hindi Chapter 20 गुरु गोबिन्द सिंह

Hindi Guide for Class 12 PSEB गुरु गोबिन्द सिंह Textbook Questions and Answers

(क) लगभग 60 शब्दों में उत्तर दो:

प्रश्न 1.
‘जफ़रनामा’ के विषय में आप क्या जानते हैं ?
उत्तर:
गुरु जी ने दीना नामक गाँव से मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब को फ़ारसी में एक पत्र लिखा जिसे जफ़रनामा कहते हैं। यह गुरु जी की एक उत्कृष्ट एवं विख्यात कविता है । इस कविता या पत्र में गुरु जी ने औरंगजेब की धर्मान्धता, संकीर्णता और अत्याचारों पर बड़ी फटकार बताई है।

प्रश्न 2.
गुरु जी के मानवीय दृष्टिकोण का परिचय कैसे मिलता है ? अपने शब्दों में लिखें।
उत्तर:
गुरु जी ने भाई कन्हैया को कहा हुआ था कि युद्ध में प्रत्येक को जल पिलाओ चाहे वह हिन्दू हो या मुसलमान। मित्र हो या शत्रु। इतना ही नहीं मरहम पट्टी करने वालों को भी उनका यही आदेश था कि मित्र और शत्रु के भेद को भुला कर घायलों का उपचार किया जाए। इस आदेश से गुरु जी के मानवीय दृष्टिकोण का परिचय मिलता है।

प्रश्न 3.
बन्दा वैरागी कौन था ? गुरु जी से उसकी भेंट का अपने शब्दों में वर्णन करें।
उत्तर:
बन्दा वैरागी का असली नाम माधवदास था। वह दक्षिण में गोदावरी के किनारे रहता था। गुरु जी उस योगी और वैरागी से मिले। वह भी गुरु जी से प्रभावित हुआ और उनका शिष्य बन गया। गुरु जी ने उन्हें अत्याचार का विनाश करने के लिए पंजाब भेजा। बन्दा वैरागी के रूप में उन्होंने वीरतापूर्वक ढंग से अपने कर्त्तव्य को निभाने का प्रयत्न किया।

(ख) लगभग 150 शब्दों में उत्तर दो:

प्रश्न 4.
गुरु गोबिन्द सिंह के जन्म के समय की परिस्थितियों का वर्णन करते हुए उनके बाल्यकाल का वर्णन करो।
उत्तर:
गुरु गोबिन्द सिंह जी का जन्म सन् 1666 में नवम् गुरु तेग़ बहादुर के घर पटना में हुआ। उस समय औरंगजेब के अत्याचारों से भारतीय जनता दुःखी थी। गुरु जी का जन्म हिन्दू धर्म की रक्षा करने और उनका उद्धार करने के लिए हुआ था। बचपन से ही गुरु जी निडर, साहसी और आत्मविश्वासी थे। उन्हें बहादुरी के खेल खेलने का शौक था। पटना में नवाब की सवारी को देखकर चौबदार ने उन्हें खड़े होकर नवाब को सलाम करने को कहा। स्वाभिमानी गुरु जी ने न केवल स्वयं सलाम करने से इन्कार किया बल्कि अपने साथियों को भी सलाम न करने को कहा। बचपन में उन्होंने आनन्दपुर साहब आकर अपने पिता को यह कह कर बलिदान देने के लिए प्रेरित किया कि आप से बढ़कर महान् कौन हो सकता है।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 20 डॉ० धर्मपाल मैनी

प्रश्न 5.
‘खालसा पंथ की साजना’ गुरु जी के जीवन की एक महत्त्वपूर्ण घटना है। अपने शब्दों में लिखो।
उत्तर:
सन् 1699 का वैशाखी का दिन था। गुरु जी ने सब शिष्यों की एक सभा बुलाई और घोषणा की कि धर्म की रक्षा के लिए कुछ व्यक्तियों के बलिदान की आवश्यकता है। सभा में सन्नाटा छा गया। तभी गुरु जी की ललकार को सुनकर लाहौर का दयाराम सामने आया। गुरु जी उसे लेकर पास के एक तम्बू में गए और खून से भरी तलवार लेकर वे तम्बू से बाहर आए और बलिदान के लिए और भेंट माँगी। तब दिल्ली का धर्मदास सामने आया। गुरु जी उसे भी तम्बू में ले गए और खून की सनी हुई तलवार लेकर बाहर आए और तीसरा बलिदान माँगा।

तब द्वारिका का मोहकम चंद, बीदर (दक्षिण) का साहिबचन्द और जगन्नाथपुरी का हिम्मत राय बारी-बारी सामने आए। गुरु जी उन्हें भी बारी-बारी तम्बू में ले गए। कुछ देर बाद वे उन पाँचों को साथ लेकर तम्बू से बाहर आए और सारी सभा के सामने उन्हें प्रस्तुत कर उन्हें ‘पंज प्यारे’ की संज्ञा दी। गुरु जी ने पहले उन पाँचों को दीक्षित किया फिर आप उनसे दीक्षित हुए। इस प्रकार उन्होंने ‘खालसा पंथ’ की नींव रखी और अपने शिष्यों को अपने नाम के आगे सिंह लगाने का आदेश दिया। स्वयं भी गोबिन्द राय से गोबिन्द सिंह हो गए।

(ग) सप्रसंग व्याख्या करें:

प्रश्न 6.
गुरु जी को चिन्तित देखकर बालक गोबिन्द राय ने कारण पूछा। कारण सुनकर बालक गोबिन्द राय एक दम बोल उठा, “पिता जी, आपसे बढ़कर महान् व्यक्ति कौन हो सकता है।”

प्रसंग:
प्रस्तुत पंक्तियाँ डॉ० धर्मपाल मैनी द्वारा लिखित गुरु गोबिन्द सिंह जी की जीवनी में से ली गई हैं। प्रस्तुत पंक्तियों में गुरु गोबिन्द सिंह जी द्वारा अपने पिता को बलिदान देने की प्रेरणा देने की घटना का उल्लेख है।

व्याख्या:
मुग़लों के अत्याचारों से दुःखी होकर कश्मीर के कुछ ब्राह्मण गुरु तेग़ बहादुर जी की शरण में आए और उनसे अपने धर्म की और अपनी रक्षा की प्रार्थना की। उनकी प्रार्थना सुनकर गुरु जी इस परिणाम पर पहुँचे कि इस समय धर्म की रक्षा के लिए किसी महान व्यक्ति के बलिदान की आवश्यकता है। अपने पिता को चिन्तित देखकर पास बैठे बालक गोबिन्दराय ने कहा कि आपसे बढ़कर महान् व्यक्ति कौन हो सकता है।

विशेष:

  1. बालक गोबिन्द राय पिता को आत्मबलिदान की प्रेरणा देते हैं।
  2. भाषा सरल, सहज तथा उद्बोधनात्मक है।

प्रश्न 7.
इसी समय वे स्वयं गुरु गोबिन्दराय से गुरु गोबिन्द सिंह बन गए। इस प्रकार गुरु नानक की परम्परा में जो धर्म अब तक आध्यात्मिक प्रधान था, उसे गुरु ने वीरता का पाठ भी पढ़ा दिया।

प्रसंग:
प्रस्तुत पंक्तियाँ डॉ० धर्मपाल मैनी द्वारा लिखित गुरु गोबिन्द सिंह जी की जीवनी में से ली गई हैं। प्रस्तुत पंक्तियों में गुरु जी द्वारा खालसा पंथ की नींव रखने के बाद की घटना का उल्लेख किया गया है।

व्याख्या:
लेखक कहते हैं कि खालसा पंथ की नींव रखने के बाद गुरु जी ने अपने नाम के साथ सिंह शब्द जोड़ दिया इस तरह वे गुरु गोबिन्द राय से गुरु गोबिन्द सिंह हो गए। इस तरह उन्होंने सिक्खों के पहले गुरु नानक देव जी की परम्परा में अब तक जो आध्यात्मिकता प्रधान थी उसमें वीरता भी जोड़कर सिक्ख धर्म को एक नया पाठ पढ़ाया।

विशेष:

  1. गुरु जी द्वारा खालसा पंथ की नींव रखने के बाद स्वयं को ‘सिंह’ कहने की परंपरा का वर्णन है।
  2. भाषा सहज, भावपूर्ण है।

प्रश्न 8.
गुरु जी ने इन 40 शूरवीरों को चालीस मुक्ते की उपाधि दी और उस स्थान का नाम, जहाँ वे वीर शहीद हुए थे, मुक्तसर रखा।

प्रसंग:
प्रस्तुत पंक्तियाँ डॉ० धर्मपाल मैनी द्वारा लिखित ‘गुरु गोबिन्द सिंह जी की जीवनी’ में से ली गई हैं। प्रस्तुत पंक्तियों में लेखक ने खिद्राणा नामक स्थान पर आनन्दपुर साहब में गुरु जी का साथ छोड़ गए 40 शिष्यों द्वारा अपने कुकृत्य पर पछताते हुए वीरतापूर्वक लड़ते हुए वीरगति प्राप्त करने की घटना के बाद गुरु.जी द्वारा उनके प्रति आदर व्यक्त करने की बात कही गई है।

व्याख्या:
खिद्राणा के युद्ध में वीरतापूर्वक लड़ते हुए 40 शिष्यों के वीरगति प्राप्त करने पर गुरु गोबिन्द सिंह जी ने उन 40 शूरवीरों को 40 मुक्ते की उपाधि प्रदान की और उस स्थान को, जहाँ वे शहीद हुए थे, मुक्तसर नाम दिया।

विशेष:

  1. मुक्तसर नगर के नामकरण का कारण स्पष्ट किया है।
  2. भाषा सहज तथा भावपूर्ण है।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 20 डॉ० धर्मपाल मैनी

प्रश्न 9.
इन पुत्रन के सीस पर वार दिए सुत चार।
चार मुए तो क्या हुआ जीवित कई हजार।।

प्रसंग:
प्रस्तुत पंक्तियाँ डॉ० धर्मपाल मैनी द्वारा लिखित ‘गुरु गोबिन्द सिंह जी की जीवनी’ में से ली गई हैं। प्रस्तुत पंक्तियाँ गुरु जी ने कहे जब उन से उनके पुत्रों की मृत्यु के बारे में पूछा था।

व्याख्या:
गुरु जी ने उत्तर देते हुए कहा कि मैंने अपने शिष्यों की रक्षा करने के लिए अपने चार पुत्रों को न्यौछावर कर दिया है। इन चारों की मृत्यु से कुछ न होगा बल्कि इनके बलिदान के कारण कई हजार वीर शिष्य पैदा हो जाएँगे।

विशेष:

  1. प्रस्तुत उक्ति से गुरु जी के त्यागपूर्ण, उदार एवं व्यापक दृष्टिकोण का पता चलता है।
  2. भाषा सहज, भावपूर्ण है। शैली ओजपूर्ण है।

PSEB 12th Class Hindi Guide गुरु गोबिन्द सिंह Additional Questions and Answers

अति लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
‘गुरु गोबिंद सिंह’ शीर्षक निबंध किस के द्वारा रचित है?
उत्तर:
डॉ० धर्मपाल मैनी।

प्रश्न 2.
डॉ० मैनी ने अपनी उच्च शिक्षा कहाँ-कहाँ से प्राप्त की थी?
उत्तर:
पटियाला और बनारस से।

प्रश्न 3.
डॉ० मैनी ने किन-किन भाषाओं में साहित्य की रचना की है ?
उत्तर:
हिंदी, पंजाबी और अंग्रेज़ी।

प्रश्न 4.
‘श्री गुरु ग्रंथ साहिब-एक परिचय’ किस के द्वारा रचित है?
उत्तर:
डॉ० धर्मपाल मैनी।

प्रश्न 5.
गुरु गोबिंद सिंह जी का जन्म कब और किस नगर में हुआ था?
उत्तर:
सन् 1666 ई०, पटना।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 20 डॉ० धर्मपाल मैनी

प्रश्न 6.
गुरु गोबिंद सिंह जी का बचपन का नाम क्या था?
उत्तर:
गुरु जी के बचपन का नाम गोबिन्दराय था।

प्रश्न 7.
गुरु तेग़ बहादुर जी ने किस की रक्षा में अपना बलिदान दे दिया था?
उत्तर:
धर्म की रक्षा में।

प्रश्न 8.
बालक गोबिंदराय ने कितने वर्ष की अवस्था में गुरु गद्दी संभाली थी?
उत्तर:
नौ वर्ष की अवस्था में।

प्रश्न 9.
गुरु जी ने खालसा पंथ की स्थापना कब और कहाँ की थी?
उत्तर:
गुरु जी ने सन् 1699 में वैशाखी के दिन आनन्दपुर साहब में खालसा पंथ की स्थापना की थी।

प्रश्न 10.
गुरु जी किस दिन गोबिन्द राय से गोबिन्द सिंह हो गए थे?
उत्तर:
जिस दिन खालसा पंथ की स्थापना हुई थी–सन् 1699 में वैशाखी के दिन।

प्रश्न 11.
किस नदी के निकट मुग़ल सैनिकों ने अपना वादा तोड़ते हुए हमला किया था?
उत्तर:
सरसा नदी के निकट।

प्रश्न 12.
गुरु जी ने 40,मुक्त की उपाधि किन्हें दी थी?
उत्तर:
जिन चालीस सिखों ने खिदराणा में गुरु जी की ओर से लड़ते हुए शहीदी पाई थी।

प्रश्न 13.
गुरु जी किस बादशाह के करीब आ गए थे?
उत्तर:
बादशाह बहादुर शाह के।

प्रश्न 14.
गुरु जी किस दिन ज्योति-जोत समा गए थे? .
उत्तर:
सन् 1708 में। वाक्य पूरे कीजिए

प्रश्न 15.
गुरु जी को चिन्तित देखकर…
उत्तर:
बालक गोबिन्द राय ने कारण पूछा।

प्रश्न 16.
इन पुत्रन के सीस पर बार दिए सुत चार, ………….।
उत्तर:
चार मुए तो क्या हुआ जीवित कई हज़ार।

प्रश्न 17.
इस प्रकार गुरु नानक की परंपरा में जो धर्म अब तक आध्यात्मिक प्रधान था,……
उत्तर:
उसे गुरु जी ने वीरता का पाठ भी पढ़ा दिया।

हाँ-नहीं में उत्तर दीजिए

प्रश्न 18.
गुरु जी को चिन्तित देखकर बालक गोबिन्द राय ने कारण पूछा।
उत्तर:
हाँ।

प्रश्न 19.
गुरु जी ने कहा, “पिता जी, आपसे बढ़कर महान् व्यक्ति कौन हो सकता है।”
उत्तर:
हाँ।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 20 डॉ० धर्मपाल मैनी

बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर

1. गुरु गोबिन्द सिंह जी सिक्खों के कौन-से गुरु थे ?
(क) सातवें
(ख) आठवें
(ग) नवम्
(घ) दशम्
उत्तर:
(घ) दशम्

2. गुरु गोबिन्द सिंह जी का बचपन का नाम क्या था ?
(क) गोबिन्द राय
(ख) मुकुल राय
(ग) सुरेन्द्र
(घ) शिवेन्द्र।
उत्तर:
(क) गोबिन्द राय

3. गुरु जी ने सन् 1699 में वैशाखी के दिन किस पंथ की स्थापना की ?
(क) खालसा पंथ
(ख) निर्गुण पंथ
(ग) सगुण पंथ
(घ) निराकार पंथ
उत्तर:
(क) खालसा पंथ

4. गुरु जी की भक्ति किसके प्रति समर्पित है ?
(क) निर्गुण के
(ख) सगुण के
(ग) अकाल पुरुष के
(घ) निराकार के
उत्तर:
(ग) अकाल पुरुष के

कठिन शब्दों के अर्थ

निर्भीकता = निडरता। द्वेष = कलह । टक्कर लेना = मुकाबला करना। साजना = सजाना, निर्माण करना। अदम्य = अद्भुत, अत्यन्त । नवरक्त = नया खून। आवेश = जोश। दीक्षा देना = गुरुमन्त्र देना। समता = बराबरी। कुकृत्य = बुरा कर्म । उत्कृष्ट = श्रेष्ठ। विख्यात = प्रसिद्ध। संकीर्णता = तंगदिली। टीला = ऊंचा स्थान। कलह = झगड़ा। अभाव = कमी। विधिवत = उचित तरीके से। आत्मीय = अपनापन। विकृत = बिगड़ा हुआ। चिल्ला चढ़ाना = धनुष की डोरी खींचना।

गुरु गोबिन्द सिंह Summary

गुरु गोबिन्द सिंह जीवन परिचय

डॉ० धर्मपाल मैनी जी का जीवन परिचय लिखिए।

डॉ० धर्मपाल मैनी का जन्म सन् 1929 में हुआ। महेन्द्रा कॉलेज, पटियाला से हिन्दी में एम० ए० करने के बाद हिन्दू विश्वविद्यालय बनारस से पीएच० डी० की उपाधि प्राप्त की। आप एस० डी० राजकीय कॉलेज, लुधियाना में तथा पंजाब विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग में प्राध्यापक रहे। फिर आप गुरु नानक देव विश्वविद्यालय में हिन्दी विभाग में रीडर भी रहे। पंजाब विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग से सेवानिवृत्त होकर आप चण्डीगढ़ में ही बस गए हैं। आपने हिन्दी, पंजाबी और अंग्रेज़ी में लिखा है। इनकी प्रमुख रचनाएँ ‘संतो के धार्मिक विश्वास श्री गुरु ग्रंथ साहिब एक परिचय, गुरु गोबिन्द सिंह के काव्य में भारतीय संस्कृति हैं’

गुरु गोबिन्द सिंह निबन्ध का सार

‘गुरु गोबिन्द सिंह’ निबन्ध का सार 150 शब्दों में लिखें।

‘गुरु गोबिन्द सिंह’ का जन्म सन् 1666 में सिक्खों के नवम् गुरु तेग़ बहादुर जी के घर पटना में हुआ। आपका बचपन का नाम गोबिन्दराय था। पाँच वर्ष तक पटना में रहने के बाद आप विभिन्न तीर्थों की यात्रा करते हुए आनन्दपुर साहब पहुँचे। वहीं एक दिन इनके पिता ने धर्म की रक्षा के लिए किसी महान् व्यक्ति के बलिदान की बात कही। तब बालक गोबिन्द राय ने अपने पिता से कहा कि आप से बढ़कर महान् व्यक्ति और कौन हो सकता है। गुरु तेग़ बहादुर जी ने धर्म की रक्षा के लिए अपना बलिदान दे दिया। फलस्वरूप बालक गोबिन्दराय को नौ वर्ष की अवस्था में ही गुरु गद्दी सम्भालनी पड़ी। गद्दी सम्भालते ही गुरु जी ने अपनी शक्ति बढ़ानी शुरू कर दी जिससे अनेक राजाओं और मुग़ल सरदारों को इनसे वैर और ईर्ष्या होने लगी। गढ़वाल के राजा फतेहशाह के साथ पांवटा से छ: मील दूर भंगाणी नामक स्थान पर गुरु जी को युद्ध करना पड़ा। नादौन में गुरु जी ने पहाड़ी राजाओं की सहायता करते हुए जम्मू के सूबेदार मियाँ खान के सेनापति से युद्ध किया।

सन् 1699 के वैशाखी के दिन गुरु जी ने आनन्दपुर साहब में खालसा पंथ की स्थापना की और हर सिक्ख को अपने नाम के साथ सिंह लगाने का आदेश दिया। आप भी उसी दिन से गोबिन्दराय से गोबिन्द सिंह हो गए। अप्रैल सन् 1704 को लाहौर और सरहिन्द के सूबेदारों ने आनन्दपुर साहब में गुरु जी को घेर लिया। आठ महीने की इस घेराबन्दी के दौरान 40 सिक्ख आपको छोड़कर चले गए। दिसम्बर 1704 में गुरु जी आनन्दपुर साहब छोड़कर निकले तो सरसा नदी के पास मुग़ल सैनिकों ने वादा तोड़ते हुए आप पर आक्रमण कर दिया। गुरु के सिंह बड़ी वीरता से लड़े। गुरु जी कुछ सिक्खों के साथ चमकौर पहुँचे और वहाँ कच्ची गढ़ी में मोरचा लगा लिया।

गुरु जी के साथ केवल 40 सिक्ख थे बाहर दुश्मन ने घेरा डाल लिया। इसी युद्ध में गुरु जी के दो बड़े बेटे अजीत सिंह और जुझार सिंह शहीद हो गए। गुरु जी रात को वहाँ से निकल मालवा प्रान्त की ओर बढ़े। सरसा के युद्ध में उनका परिवार उनसे बिछुड़ गया था। उनकी माता गुजरी अपने दो पोतों-जोरावर सिंह और फतेह सिंह को लेकर अपने रसोइए गंगू के साथ उसके गाँव में चली गई। गंगू ने धोखे से धन के लालच में आकर दोनों साहबजादों को सरहिन्द के नवाब को सौंप दिया जिसने उन्हें इस्लाम धर्म कबूल करने को कहा। साहबजादों के इन्कार करने पर उन्हें जीवित दीवार में चिनवा दिया गया।

गुरु जी का साथ छोड़ गए 40 सिक्ख अपनी करनी पर पछता रहे थे। उन्होंने खिद्राणा के स्थान पर युद्ध में गुरु जी की ओर से लड़ते हुए शहीदी पाई। गुरु जी ने उन्हें 40 मुक्ते की उपाधि दी और उस स्थान का नाम मुक्तसर रख दिया। औरंगजेब की मृत्यु के बाद गुरु जी बादशाह बहादुरशाह के करीब आ गए। इसी से ईर्ष्या करते हुए सरहिन्द के नवाब ने गुरु जी की हत्या करने की ज़िम्मेदारी दो पठानों को सौंपी जिनमें से एक ने एक दिन नन्देड़ (दक्षिण) में उनके पेट में छुरा घोंप दिया। उसी घाव के टांके एक दिन चिल्ला चढ़ाते समय खुल गए जिसके फलस्वरूप सन् 1708 में आप ज्योति-जोत समा गए।

गुरु गोबिन्द सिंह जी का साहित्यिक परिचय दीजिए। सिख धर्म के दशम् गुरु गोबिन्द सिंह जी अत्यन्त प्रतिभाशाली कवि थे। उनके काव्य प्रेम के कारण ही उस समय के अनेक कवि उनके आश्रय में रहते थे। उनके द्वारा रचित साहित्य को डॉ० जय भगवान गोयल ने तीन भागों में बांटा है

  1. भक्ति प्रधान एवं आध्यात्मिक विचारों से युक्त रचनाएँ-जापु साहिब, अकाल उस्तुति, ज्ञान प्रबोध, श्रीमुख वक सवैये-आदि।
  2. वीर रसात्मक रचनाएँ-बिचित्र नाटक, चौबीस अवतार कथाएँ, चंडी चरित्र (उक्ति विलास), चंडी-चरित्र द्वितीय, चंडी दी वार, शस्त्र नाम माला।
  3. उपख्यान चरित्र-इसमें नारी के प्रेम, शौर्य और प्रवंचना का विषद् वर्णन करते हुए उसके चरित्र का उद्घाटन किया गया है।

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साहित्यिक विशेषताएँ:
गुरु जी के साहित्य में भक्ति भावना की प्रधानता है। कुछ विद्वान् चाहे उन्हें युद्ध वीर के रूप में देखते हैं लेकिन वास्तव में वे पहले धर्म संस्थापक थे और बाद में योद्धा। उन्होंने अनेक स्थानों पर अवतारवाद
और मूर्ति पूजा का खंडन किया था। वे ईश्वर को निर्गुण, निराकार और अकाल पुरुष मानते थे। वे कहते हैं कि ईश्वर प्राप्ति का सरल एवं सहज. मार्ग उस ब्रह्म और उसके जीव-जन्तुओं से प्रेम करने में निहित हैं।
गुरु जी ने अपने साहित्य में भक्ति और वीरता का समन्वय किया था। चंडी चरित्र (उक्ति विलास) में उन्होंने ऐसी ही प्रार्थना की थी।

देहि शिवा वर मोहि इहै शुभ करमन ते कबहूँ न टरौं।
न डरों अरिसों जब जाय लरौ निश्चय कर अपनी जीत करों।

गुरु जी की भक्ति भावना की विशेषता है कि वे ‘अकाल पुरुष’ के प्रति पूरी तरह से समर्पित हैं। इन्होंने अन्य भक्तोंकवियों की तरह विनय पद लिखे हैं। उनके काव्य में ब्रह्म की कृपालुता, भक्तिवत्सलता, दीनबंधुता आदि का वर्णन किया गया है। गुरु जी के काव्य में शक्ति की वंदना की गई है। उन्होंने भक्ति और वीरता का समन्वय करते हुए अपने शिष्यों के सामने आदर्श की स्थापना भी की थी। ‘चंडी-चरित्र’ (उक्त विलास) में गुरु जी ने ऐसा ही चित्रण किया है। गुरु जी ने आडंबरों का विरोध किया और पाखंडों का खंडन किया। उन्होंने मानवतावादी दृष्टिकोण अपनाते हुए जातिपाति और भेदभाव का खंडन किया। वे भाई-चारे में विश्वास करते थे।

गुरु जी को फारसी, पंजाबी और ब्रजभाषा का गहरा ज्ञान था। दोहा, चौपाई, सवैया आदि छंदों का प्रयोग करते हुए उन्होंने तत्कालीन लोक भाषाओं का प्रयोग किया था। उसमें तत्कालीन विदेशी भाषाओं का प्रयोग भी किया गया है।