Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Chapter 11 बाबा साहेब अम्बेदकर Textbook Exercise Questions and Answers.
PSEB Solutions for Class 8 Hindi Chapter 11 बाबा साहेब अम्बेदकर
Hindi Guide for Class 8 PSEB बाबा साहेब अम्बेदकर Textbook Questions and Answers
(क) भाषा बोध
शब्दार्थ:
समस्त = सम्पूर्ण।
उपेक्षित = जिसकी उपेक्षा की गई हो, तिरस्कृत ।
दृढ़ संकल्प = पक्का निश्चय।
परिश्रम = मेहनत। कटु = कड़वा।
आजीविका = रोजी, पेट भरने का धन्धा।
पीड़ित = सताया हुआ।
शोषित = जिसका शोषण किया गया हो।
छात्रवृत्ति = वज़ीफा।
दुर्व्यवहार = बुरा बर्ताव।
उद्विग्न = दुःखी।
जागृति = जागना।
क्षितिज = आसमान।
(ख) विषय बोध
I. इन प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखें :
(क) बाबा अम्बेदकर का जन्म कब, कहाँ और किसके घर हुआ ?
उत्तर:
अम्बेदकर का जन्म मऊ (इन्दौर) के निकट 14 अप्रैल, सन् 1891 को श्री राम जी राव के घर हुआ।
(ख) इन की प्रारम्भिक शिक्षा कहाँ हुई ?
उत्तर:
डॉ० अम्बेदकर की प्रारम्भिक शिक्षा ग्राम के स्कूल में हुई।
(ग) सामाजिक भेदभाव को मिटाने के लिए डॉ० अम्बेदकर का क्या योगदान रहा ?
उत्तर:
सामाजिक भेदभाव समाप्त करने के लिए डॉ० अम्बेदकर ने ‘बहिष्कृत हितकारिणी सभा’ स्थापित की। इससे सम्बद्ध ही ‘बहिष्कृत भारत’ समाचार-पत्र निकाला।
(घ) इन्होंने कौन-कौन से समाचार-पत्रों में काम किया ?
उत्तर:
डॉ० अम्बेदकर ने बहिष्कृत हितकारिणी सभा’ और ‘बहिष्कृत भारत’ समाचारपत्रों में काम किया।
II. इन प्रश्नों के उत्तर चार या पाँच वाक्यों में लिखें :
(क) बाबा साहब अम्बेदकर को ‘उपेक्षितों का मसीहा’ क्यों कहा जाता है ? लगभग 50 शब्दों में उत्तर लिखो।
उत्तर:
डॉ० अम्बेदकर ने समाज के उपेक्षित वर्ग को समानता का अधिकार दिलाया है। उन्हीं के प्रयासों से समाज के इस वर्ग को सभी क्षेत्रों, स्कूलों, गाड़ियों, होटलों, तीर्थों, मन्दिरों में समानता के अधिकार प्राप्त हुए। अब सरकारी नौकरियों और चुनाव क्षेत्रों में उनके लिए स्थान आरक्षित हैं। इन्हीं कारणों से उन्हें उपेक्षितों का मसीहा कहा जाता है।
(ख) छुआछूत को मिटाने के लिए बाबा साहिब का क्या योगदान रहा ? ।
उत्तर:
छुआछूत के कलंक को मिटाने के लिए डॉ० अम्बेदकर ने अनेक प्रयत्न किए। उन्होंने भाषणों, लेखों द्वारा छुआछूत की कुरीति के विरुद्ध प्रचार किया। लन्दन की गोलमेज़ सभा में भी इस समस्या की चर्चा की। वायसराय की कार्यकारिणी के सदस्य होने पर वहाँ भी इस प्रश्न को उठाया। उन्हीं के प्रयत्न से स्वतन्त्र भारत के संविधान ने छुआछूत को दण्डनीय अपराध माना है।
(ग) व्यावहारिक व्याकरण
I. शुद्ध करके लिखें
परिशरम – …………………….
दरिदरता – …………………….
संसकृत – …………………….
छातरवृती – …………………….
जागरित – …………………….
आकरषित – …………………….
उत्तर:
अशुद्ध रूप – शुद्ध रूप
परिशरम – परिश्रम
दरिदरता – दरिद्रता
संसकृत – संस्कृत
छातरवृती – छात्रवृत्ति
जागरित – जागृत।
आकरषित – आकर्षित
II. भाववाचक संज्ञाएँ बनाएँ
एक – …………………….
समान – …………………….
महान – …………………….
स्वतंत्र – …………………….
उत्तर:
भाववाचक – संज्ञाएँ
एक – एकता
समान – समानता
महान् – महानता
स्वतंत्र – स्वतंत्रतां।
III. विशेषण बनाएं
परिवार – …………………….
शिक्षा – …………………….
परिश्रम – …………………….
समाज – …………………….
आधार – …………………….
अनुभव – …………………….
आरक्षण – …………………….
आयोजन – …………………….
धर्म – …………………….
शोषण – …………………….
उत्तर:
विशेषण
परिवार – पारिवारिक
शिक्षा – शैक्षिक
परिश्रम – पारिश्रमिक
समाज – सामाजिक
आधार – आधारित
अनुभव – अनुभवी
आरक्षण – आरक्षित
आयोजन – आयोजित
धर्म – धार्मिक
शोषण – शोषित।
IV. सुशिक्षित में ‘सु’, दुर्व्यवहार में ‘दुर्’ और विलीन में ‘वि’ उपसर्ग हैं। अब ‘सु’, ‘दुर्’, ‘वि’ उपसर्गों से पाँच-पाँच नये शब्द बनाएँ।
उत्तर:
‘सु’-सुरक्षा, सुधीर, सुगंध, सुचारु, सुगठित।
“दुर्’-दुर्गम, दुर्भिक्ष, दुर्दिन, दुर्बोध, दुर्जेय।
“वि’-विकार, विक्रय, विग्रह, विपक्ष, विफल।
V. समस्त पद बनायें :
मंत्रियों का मण्डल – …………………….
संविधान की सभा – …………………….
कानून का मंत्री – …………………….
बुद्ध का धर्म – …………………….
परिषद् के सदस्य – …………………….
अभ्यास की पुस्तिका – …………………….
स्त्री और पुरुष – …………………….
महान् है जो राजा – …………………….
राष्ट्र की भाषा – …………………….
उत्तर:
मंत्रियों का मण्डल – मंत्रिमण्डल
संविधान की सभा – संविधानसभा
कानून का मंत्री – कानून मंत्री
बुद्ध का धर्म – बौद्धधर्म
परिषद् के सदस्य – परिषद् सदस्य
अभ्यास की पुस्तिका – अभ्यासपुस्तिका
स्त्री और पुरुष – स्त्री-पुरुष
महान् है जो राजा – महाराजा
राष्ट्र की भाषा – राष्ट्रभाषा।
VI.
(1) संधि करें :
सम् + विधान = …………………….
सम् + कल्प = …………………….
सम् + पूर्ण = …………………….
सम् + उन्नत = …………………….
सम् + तोष = …………………….
उत्तर:
सम् + विधान = संविधान
सम् + पूर्ण = संपूर्ण
सम् + तोष = संतोष
सम् + उन्नत = समोन्नत
सम + कल्प = संकल्प।
(2) संधि विच्छेद करें:
प्रधानाध्यापक = …………………….
व्यवहार = …………………….
परीक्षा = …………………….
विद्यालय = …………………….
दुर्व्यवहार = …………………….
अध्यवसाय = …………………….
शताब्दी = …………………….
संगठित = …………………….
उत्तर:
प्रधानाध्यापक = प्रधान + अध्यापक
व्यवहार = विः + अव + हार
परीक्षा = परि + ईक्षा
विद्यालय = विद्या + आलय
दुर्व्यवहार = दुः + व्यवहार
अध्यवसाय = अधि + अव + साय
शताब्दी = शत + अब्दी
संगठित = सम् + गठित।
VII. विराम चिह्न लगाएँ
सैनिक सचिव के पद पर रहते हुए उन्हें अनेक कटु अनुभव हुए चपरासी तक उनके हाथों से फाइलें लेने में कतराते थे उन्हें पानी तक नहीं मिलता था अंत में तंग आकर उन्होंने नौकरी छोड़ दी और बम्बई चले गए।
उत्तर:
सैनिक सचिव के पद पर रहते हुए उन्हें अनेक कटु अनुभव हुए। चपरासी तक उनके हाथों से फाइलें लेने में कतराते थे। उन्हें पानी तक नहीं मिलता था। अंत में तंग आकर उन्होंने नौकरी छोड़ दी और बम्बई चले गए।
VIII. इन वाक्यों में उचित योजक शब्द लगायें :
(1) वे संस्कृत पढ़ना चाहते थे ……….. अध्यापक उन्हें संस्कृत पढ़ाने को तैयार न थे।
(2) उन्होंने दृढ़ निश्चय किया था ……. वे समाज के इस दुर्व्यवहार के प्रति संघर्ष करेंगे।
(3) वहाँ उन्हें सबसे प्यार …….. समानता का व्यवहार मिला।
(4) समाज में मनुष्य शिक्षा से ही सम्मान पा सकता है ……… वे अपने प्रिय पुत्र भीमराव को उच्च शिक्षा दिलाने के इच्छुक थे।
(5) वे बौद्ध धर्म को पसन्द करते थे ……….. वह समानता पर आधारित है।
(6) डॉ० अम्बेदकर के जीवन को देखकर यही सिद्ध होता है ……… कोई भी व्यक्ति जन्म से नहीं, बल्कि कर्म से महान् बनता है।
उत्तर:
(1) लेकिन
(2) कि
(3) और
(4) इसलिए
(5) क्योंकि
(6) कि
PSEB 8th Class Hindi Guide बाबा साहेब अम्बेदकर Important Questions and Answers
बहुविकल्पीय प्रश्न निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर लिखें
प्रश्न 1.
बाबा साहब अम्बेडकर का पूरा नाम क्या है ?
(क) डॉ० भीमराव अम्बेडकर
(ख) रामराव अम्बेडकर
(ग) भीष्मराव अम्बेडकर
(घ) डॉ. भीमा सिंह अम्बेडकर।
उत्तर:
डॉ० भीमराव अम्बेडकर।
प्रश्न 2.
बाबा साहब अम्बेडकर के पिता का क्या नाम था ?
(क) श्री राम राव
(ख) श्री राम जी राव
(ग) श्री रामकुमार राव
(घ) श्री रामरत्न राव।
उत्तर:
श्री राम जी राव।
प्रश्न 3.
बाबा साहब अम्बेडकर का जन्म कब हुआ था ?
(क) 14-4-1879
(ख) 14-4-1889
(ग) 14-4-1891
(घ) 14-4-1899.
उत्तर:
14-4-1891
प्रश्न 4.
बाबा साहब अम्बेडकर अमेरिका पढ़ने किस राज्य की छात्रवृत्ति पर गए थे?
(क) मैसूर
(ख) बड़ौदा
(ग) इंदौर
(घ) ग्वालियर।
उत्तर:
बड़ौदा।
प्रश्न 5.
अमेरिका के किस विश्वविद्यालय से बाबा साहब अम्बेडकर ने डाक्टरेट की उपाधि प्राप्त की थी ?
(क) न्यूजर्सी
(ख) कोलम्बिया
(ग) न्यूयार्क
(घ) कैलफोरनिया।
उत्तर:
कोलम्बिया।
प्रश्न 6.
बाबा साहब अम्बेडकर अमेरिका में कब से कब तक पढ़ते रहे ?
(क) 1913 से 1917 तक
(ख) 1913 से 1916 तक
(ग) 1913 से 1918 तक
(घ) 1913 से 1919 तक।
उत्तर:
1913 से 1917 तक।
प्रश्न 7.
बड़ौदा रियासत में बाबा साहब ने किस सचिव के पद पर कार्य किया ?
(क) वित्त
(ख) शिक्षा
(ग) सैनिक
(घ) गृह।
उत्तर:
सैनिक।
प्रश्न 8.
स्वतंत्र भारत में बाबा साहब को किस विभाग का मंत्री बनाया गया ?
(क) वित्त
(ख) विधि
(ग) गृह
(घ) शिक्षा।
उत्तर:
विधि।
प्रश्न 9.
बाबा साहब स्वतंत्र भारत में किस समिति के अध्यक्ष थे ?
(क) समाज कल्याण
(ख) संविधान
(ग) रक्षा
(घ) शिक्षा।
उत्तर:
संविधान।
प्रश्न 10.
बाबा साहब का निधन कब हुआ ?
(क) 6-12-1955
(ख) 6-12-1956
(ग) 6-12-1957
(घ) 6-12-1958.
उत्तर:
6-12-1956.
बाबा साहब अम्बेदकर Summary
बाबा साहब अम्बेदकर पाठ का सार
डॉ० भीमराव अम्बेदकर आधुनिक भारत के प्रमुख विधिवेत्ता, समाज सुधारक और राष्ट्रीय नेता थे। उनका जन्म 14 अप्रैल, सन् 1891 ई० को मऊ में हुआ जो अब मध्य प्रदेश में इन्दौर के पास स्थित है। वे महार जाति के थे। उनके पिता श्री राम जी राव एक सैनिक स्कूल के प्रधानाध्यापक थे। उन्होंने भीमराव को जीवन में आगे बढ़ने के उद्देश्य से उच्च शिक्षा दिलाने का संकल्प किया। बी० ए० की परीक्षा पास करने के बाद वे बड़ौदा राज्य की छात्रवृत्ति पर अमेरिका में अध्ययन के लिए गए। वहाँ उन्होंने पीएच० डी० की उपाधि प्राप्त की। अध्ययन के उपरान्त बड़ौदा लौटकर वे बड़ौदा महाराज के सैनिक सचिव बन गए। इसके बाद उन्होंने वकालत शुरू करने का इरादा बनाया। समाज में बराबरी के अधिकार के लिए उन्होंने जीवन भर संघर्ष किया।
जब भारत आजाद हुआ तो पं० नेहरू ने उन्हें अपने मन्त्रिमण्डल में विधि मन्त्री बनाया। वे स्वतन्त्र भारत का संविधान तैयार करने वाली समिति के अध्यक्ष थे। उन्हीं के प्रयत्नों से समानता के मूल अधिकारों को सुरक्षित रखा गया। डॉ० अम्बेदकर के जीवन को देखकर यही सिद्ध होता है कि कोई भी व्यक्ति जन्म से नहीं बल्कि कर्म से महान् बनता है। कर्म करते रहने से व्यक्ति किसी भी उच्च स्तर तक पहुँच सकता है। लगभग तीस वर्षों तक देश के क्षितिज पर चमकने वाला यह नक्षत्र 6 दिसम्बर, सन् 1956 को सदा के लिए विलीन हो गया।