Punjab State Board PSEB 7th Class Social Science Book Solutions Civics Chapter 21 जनसंचार माध्यम तथा लोकतन्त्र Textbook Exercise Questions and Answers.
PSEB Solutions for Class 7 Social Science Civics Chapter 21 जनसंचार माध्यम तथा लोकतन्त्र
SST Guide for Class 7 PSEB जनसंचार माध्यम तथा लोकतन्त्र Textbook Questions and Answers
(क) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 1-15 शब्दों में लिखो
प्रश्न 1.
जन संचार माध्यमों (मीडिया) तथा लोकतन्त्र में क्या सम्बन्ध है?
उत्तर-
जन संचार माध्यमों (मीडिया) और लोकतन्त्र में गहरा सम्बन्ध है। यह लोगों को लोकतान्त्रिक देश में हो रही घटनाओं की जानकारी देता है। यह उन्हें सरकार के कार्यों के प्रति सचेत करता है। यह लोकतन्त्र को आगे बढ़ाता है जो लोकतन्त्र की आत्मा है। इसलिए मीडिया को लोकतन्त्र का प्रकाश स्तम्भ भी कहा जाता है।
प्रश्न 2.
जन संचार के आधुनिक साधनों के नाम लिखो।
उत्तर-
समाचार-पत्र, रेडियो, टेलीविज़न तथा कम्प्यूटर जनसंचार के मुख्य आधुनिक साधन हैं। इनसे अशिक्षित लोगों को भी सरकार की गतिविधियों की जानकारी मिलती रहती है जिसके आधार पर वे अपने मत का निर्माण कर सकते हैं।
प्रश्न 3.
सूचना/जानकारी प्राप्त करने सम्बन्धी अधिकार से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर-
सूचना के अधिकार के अनुसार लोग कोई भी ऐसी सूचना प्राप्त कर सकते हैं जिसका उन पर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से प्रभाव पड़ता है। यह किसी भी अधिकारी के ग़लत कार्यों पर रोक लगाने अथवा निजी स्तर पर पूछताछ करने का अधिकार है।
प्रश्न 4.
विज्ञापन से आपका क्या भाव है?
उत्तर-
प्रत्येक उत्पादक अपनी वस्तु को अधिक-से-अधिक बेचना चाहता है। इसलिए वह लोगों का ध्यान अपने उत्पाद की ओर आकर्षित करने का प्रयास करता है। इसके लिए वह जो साधन अपनाता है, उसे विज्ञापन कहते हैं।
प्रश्न 5.
विज्ञापन कितनी प्रकार के होते हैं ?
उत्तर-
विज्ञापन मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं –
- व्यापारिक विज्ञापन
- सामाजिक विज्ञापन
व्यापारिक विज्ञापन किसी वस्तु की मांग को बढ़ाते हैं, जबकि सामाजिक विज्ञापन समाज-सेवा को प्रोत्साहन देते हैं और सामाजिक बुराइयों को दूर करने में सहायता पहुंचाते हैं।
प्रश्न 6.
विज्ञापन के मुख्य उद्देश्य कौन-से हैं?
उत्तर-
विज्ञापन के मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं –
- किसी विशेष वस्तु बारे सूचना देना अर्थात् यह जानकारी देना कि किसी वस्तु को कहां से खरीदना है और कैसे उपयोग में लाना है।
- लोगों को उत्पाद खरीदने के लिए प्रेरित करना।
- सम्बन्धित संस्था को लोगों की नज़रों में लाना।
प्रश्न 7.
सामाजिक विज्ञापन से क्या भाव है?
उत्तर-
सामाजिक विज्ञापन उस विज्ञापन को कहा जाता है जिसके द्वारा समाज-कल्याण के लिए प्रयोग होने वाली सेवाओं का विज्ञापन किया जाता है। ऐसे विज्ञापन लोगों को विभिन्न बीमारियों, आपदाओं तथा सामाजिक बुराइयों के प्रति सचेत करते हैं और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देते हैं। दूसरे शब्दों में सामाजिक विज्ञापनों से भाव समाज-कल्याण के विज्ञापनों से है।
(ख) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 50-60 शब्दों में लिखो
प्रश्न 1.
व्यापारिक विज्ञापन में क्या कुछ होता है?
उत्तर-
व्यापारिक विज्ञापन खरीददार या उपभोक्ता से जुड़ा हुआ होता है। उपभोक्ताओं में अधिकतर उपभोग की वस्तुओं के खरीदार शामिल हैं। वे अपने उपयोग के लिए या घर के लिए वस्तुएं खरीदते हैं। इन वस्तुओं में मुख्यतः खाद्य पदार्थ, राशन-पानी, कपड़े और विद्युत् से चलने वाली वस्तुएं (रेडियो, टी०वी०, फ्रिज़ आदि) शामिल हैं। लाखों की संख्या में खरीदारों को आकृष्ट करने के लिए विक्रेता कई प्रकार के ढंग अपनाते हैं। वे समाचार-पत्रों, पत्रिकाओं (मैगजीनों) टेलीविज़न, रेडियो द्वारा अपने सामान का विज्ञापन करते हैं। वस्तुओं को बेचने का सबसे पुराना ढंग गलियों में आवाज़ देकर फेरी करना है। यह ढंग आज भी सब्जियां, फल तथा अन्य कई वस्तुएं बेचने वाले करते हैं। ये विज्ञापन खरीदारों से सीधी अपील करके वस्तुओं की बिक्री में वृद्धि करते हैं। ऐसे विज्ञापन को उपभोक्ता विज्ञापन भी कहा जाता है।
प्रश्न 2.
विज्ञापनकर्ता अपनी वस्तुओं के प्रति लोगों का व्यवहार परिवर्तित करने के लिए कौन-से ढंग अपनाते हैं ?
उत्तर-
विज्ञापनकर्ता अपनी वस्तुओं के प्रति लोगों का दृष्टिकोण बदलने के लिए निम्नलिखित माध्यमों से विज्ञापन करते हैं –
- गलियों में फेरी लगाकर
- अखबारों, पत्रिकाओं आदि में अपने इश्तिहार देकर
- रेडियो, टेलीविज़न पर अपने विज्ञापन देकर।
प्रश्न 3.
सार्वजनिक सेवाओं के साथ सम्बन्धित दो विज्ञापनों के नाम बताओ ।
उत्तर-
सार्वजनिक सेवाओं के मुख्य विज्ञापन निम्नलिखित विषयों से सम्बन्धित होते हैं –
- सामाजिक मुद्दे
- परिवार नियोजन
- पोलियो उन्मूलन
- कैंसर से बचाव
- एड्स के प्रति जागरूकता
- भ्रूण हत्या को रोकना
- सामुदायिक मेल-मिलाप
- राष्ट्रीय एकता
- प्राकृतिक आपदाएं
- रक्तदान
- सड़क सुरक्षा इत्यादि।
प्रश्न 4.
विज्ञापन सम्बन्धी अधिनियमों की आवश्यकता क्यों है?
उत्तर-
विज्ञापन अपने आप में न अच्छा है न बुरा, परन्तु यह एक ऐसा साधन है जिसका प्रयोग अच्छे या बुरे ढंग से किया जाता है क्योंकि इसका समाज पर गहरा प्रभाव पड़ता है, इसलिए बुरी वस्तु को बढ़ावा देने वाली वस्तुओं के विज्ञापनों पर रोक लगाना ज़रूरी है। इन पर विशेष अधिनियम बनाकर ही रोक लगाई जा सकती है। उदाहरण के लिए अमेरिका में तम्बाकू के विज्ञापन पर कानूनी रोक लगा दी गई है। अतः हम कह सकते हैं कि विज्ञापन सम्बन्धी अधिनियम बहुत ज़रूरी हैं, ताकि बुरी वस्तुओं से बचा जा सके।
प्रश्न 5.
उन नैतिक नियमों का विवरण दो जिन्हें जन संचार माध्यमों (मीडिया) द्वारा अपनाना आवश्यक है।
उत्तर-
मीडिया द्वारा निम्नलिखित नैतिक नियमों का अपनाया जाना ज़रूरी है –
- स्वतन्त्र रहकर लोगों तक सही एवं सच्ची सूचना पहुंचाना।
- लोक कल्याण को बढ़ावा देना।
- लोगों में जागरूकता पैदा करना ताकि वे स्वशासन चलाने योग्य नागरिक बन सकें।
- साम्प्रदायिक तनाव पैदा न होने देना।
- लोकतन्त्र को मज़बूत बनाने वाली सूचना का संचार करना।
- सामाजिक उत्तरदायित्व को सही ढंग से निभाना।
(ग) खाली स्थान भरो
- जन संचार माध्यम (मीडिया) आधुनिक शासन प्रणाली की कमियां बताने के लिए एक ………….. साधन है।
- जन संचार माध्यमों (मीडिया) की मुख्य भूमिका …………… प्रदान करना है।
- …………….. से भाव है कि अपने दायित्वों को ठीक ढंग से निभाना।
- विज्ञापन अपने …………….. के आधार पर अलग-अलग हैं।
- किसी वस्तु की ………………. को बढ़ाना विज्ञापन का मुख्य उद्देश्य है।
- प्रत्याशियों तथा राजनीतिक दलों के पक्ष में …………….. विज्ञापन होता है।
उत्तर-
- शक्तिशाली एवं सीधा
- सही सूचना
- सदाचार
- उद्देश्य
- बिक्री अथवा मांग
- राजनीतिक।
(घ) निम्नलिखित वाक्यों में ठीक (✓) या गलत (✗) का निशान लगाओ
- लोगों के समूह के साथ सम्पर्क करने को जनसंचार माध्यम कहा जाता है।
- प्रकाशन के साधन को लोकतन्त्र का प्रकाश स्तम्भ कहा जाता है।
- विज्ञापन के मुख्य प्रकार-व्यापारिक विज्ञापन व सामाजिक विज्ञापन हैं।
संकेत-
- (✓)
- (✓)
- (✓)
(ङ) बहु-वैकल्पिक प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
जनसंचार के इलेक्ट्रॉनिक साधन का नाम लिखें।
(क) अखबार
(ख) मैगज़ीन
(ग) टेलीविज़न।
उत्तर-
(ग) टेलीविज़न
प्रश्न 2.
विज्ञापन की मुख्य किस्में कितनी हैं ?
(क) दो
(ख) चार
(ग) छः।
उत्तर-
(क) दो
प्रश्न 3.
किस देश में प्रेस या छपाई के साधनों को लोकतन्त्र का प्रकाश स्तम्भ कहा जाता है?
(क) अफगानिस्तान
(ख) भारत
(ग) चीन।
उत्तर-
(ख) भारत
PSEB 7th Class Social Science Guide जनसंचार माध्यम तथा लोकतन्त्र Important Questions and Answers
प्रश्न 1.
मीडिया किसे कहते हैं?
उत्तर-
लोगों के समूह के साथ-साथ सम्पर्क करने के अलग-अलग ढंगों को मीडिया कहते हैं।
प्रश्न 2.
मीडिया के कुछ उदाहरण दो।
उत्तर-
समाचार-पत्र, रेडियो, टेलीविज़न, सिनेमा, प्रैस, राजनीतिक दल, चुनाव आदि।
प्रश्न 3.
सबसे महत्त्वपूर्ण मीडिया कौन-सा है?
उत्तर-
प्रैस जिसमें समाचार-पत्र, मैगजीन, पुस्तकें आदि शामिल हैं।
प्रश्न 4.
प्रेस का क्या महत्त्व है ?
उत्तर-
प्रैस लोकतान्त्रिक राज्य में लोकमत का निर्माण करने वाला सबसे महत्त्वपूर्ण माध्यम है। इसमें समाचारपत्र, मैगज़ीन (पत्रिकाएं) आदि शामिल हैं। दैनिक समाचार-पत्र एवं पत्रिकाएं लोगों को राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की सूचनाएं प्रदान करती हैं। ये लोगों को विभिन्न राजनीतिक दलों की विचारधारा, संगठन-जातियों एवं सरकारी कार्यक्रमों के बारे में भी जानकारी देती हैं।
प्रश्न 5.
मीडिया के रूप में राजनीतिक दलों का क्या महत्त्व है?
उत्तर-
राजनीतिक दल मीटिंगों, धरनों और चुनाव घोषणा-पत्रों द्वारा देश के नागरिकों को सरकार के कार्यों और कमजोरियों के सम्बन्ध में शिक्षित करते हैं। वे लोगों को सामाजिक समस्याओं की जानकारी देते हैं। इस प्रकार राजनीतिक दल लोकमत का निर्माण करने तथा उसे व्यक्त करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
प्रश्न 6.
चुनाव सन्तुलित लोकमत बनाने में कैसे सहायता करते हैं ?
उत्तर-
चुनाव के समय सभी राजनीतिक दल चुनाव जीतने के लिए लोगों को अपनी सफलताओं और अन्य दलों की विफलताओं के बारे में बता कर शिक्षित करते हैं। अतः लोग विभिन्न दलों के विचार सुनकर अपना सन्तुलित मत बनाते हैं।
प्रश्न 7.
सूचना अधिकार सम्बन्धी अधिनियम किन-किन राज्यों में बनाए गए हैं?
उत्तर-
सूचना अधिकार सम्बन्धी नियम कई राज्यों ने बनाया है। सबसे पहले ऐसा अधिनियम राजस्थान सरकार द्वारा 2000 में पास किया गया था। इसके अधीन जनता सरकार के शासन सम्बन्धी हर तथ्य के बारे में सूचना प्राप्त कर सकती है। 2000 के बाद ऐसे अधिनियम महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, गोआ तथा पंजाब राज्यों द्वारा भी पास किये गये हैं।
प्रश्न 8.
सूचना अधिकार नियम का क्या महत्त्व है?
उत्तर-
सूचना अधिकार नियम भ्रष्ट अधिकारियों के ग़लत कार्यों पर रोक लगाने का महत्त्वपूर्ण हथियार है। अत: इससे भ्रष्टाचार पर रोक लगेगी।
प्रश्न 9.
मानव विकास की प्रक्रिया में विज्ञापन के योगदान के बारे में लिखें।
उत्तर-
मानव विकास की प्रक्रिया में विज्ञापन अति महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। समाज-कल्याण और समाजसुधार के क्षेत्र में विज्ञापन का बड़ा योगदान है। यह लोगों को ऐसे कामों के लिए उत्साहित और प्रेरित करता है जिनसे उनका अपना तथा पूरे समाज का भला होता है।
सही जोड़े बनाइए:
- पत्रकारिता (प्रेस) – बिजली का जनसंचार माध्यम
- टेलिविज़न – खरीददारों को आकर्षित करना
- व्यापारिक विज्ञापन – सड़क सुरक्षा, रक्तदान आदि के विज्ञापन।
- सामाजिक विज्ञापन – मुद्रित जनसंचार माध्यम
उत्तर-
- पत्रकारिता (प्रेस) – मुद्रित जनसंचार माध्यम
- टेलिविज़न – बिजली का जनसंचार माध्यम
- व्यापारिक विज्ञापन – खरीददारों को आकर्षित करना
- सामाजिक विज्ञापन – सड़क सुरक्षा, रक्तदान आदि के विज्ञापन।
जनसंचार माध्यम तथा लोकतन्त्र PSEB 7th Class Social Science Notes
- जन संचार माध्यम (मीडिया) – लोगों के समूह के साथ अलग-अलग ढंग से सम्पर्क करने को जन संचार माध्यम (मीडिया) कहते हैं। ये ढंग हैं-समाचार-पत्र, रेडियो, टेलीविज़न, सिनेमा, राजनीतिक दल, चुनाव एवं प्रैस (विज्ञापन) आदि।
- मीडिया और लोकतन्त्र – मीडिया लोकतन्त्र का आधार है। यह सरकार के अनुचित कार्यों को उजागर करते हैं और स्वस्थ लोकमत का निर्माण करते हैं।
- प्रेस – प्रेस (समाचार पत्र, पत्रिकाएं, पुस्तकें आदि) सबसे महत्त्वपूर्ण मीडिया है। इसे लोकतन्त्र का प्रकाश स्तम्भ कहा जाता है।
- मीडिया का उत्तरदायित्व – मीडिया से यह आशा की जाती है कि वह लोगों तक प्रतिदिन सही एवं सच्ची सूचना का संचार करे। मीडिया की पूरी कार्यवाही लोकहित में होनी चाहिए।
- सूचना अधिकार अधिनियम – सूचना अधिकार अधिनियम से तात्पर्य है कि लोगों को ऐसी सूचना लेने का पूरा अधिकार है, जिसका प्रभाव उन पर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से पड़ता है।
- विज्ञापन – विज्ञापन का अर्थ है लोगों को किसी वस्तु के प्राप्ति स्थान तथा गुणों एवं कार्यशैली की जानकारी देना। इसका उद्देश्य किसी वस्तु की मांग और बिक्री को बढ़ाना है।