PSEB 10th Class Home Science Solutions Chapter 2 घर

Punjab State Board PSEB 10th Class Home Science Book Solutions Chapter 2 घर Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 10 Home Science Chapter 2 घर

PSEB 10th Class Home Science Guide घर Textbook Questions and Answers

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

प्रश्न 1.
घर की आवश्यकता के दो मुख्य कारण बताएं।
अथवा
घर की आवश्यकता किन कारणों से होती है?
उत्तर-

  1. घर सुरक्षा प्रदान करता है-घर की चार दीवारी में रहकर हम धूप, वर्षा, सर्दी, चोरों और जंगली जानवरों से सुरक्षित महसूस करते हैं।
  2. शिक्षा-मानव की शिक्षा घर से आरम्भ होती है। घर में ही हम भाषा और अच्छे सामाजिक गुण हासिल करते हैं।

प्रश्न 2.
आय के हिसाब से भारत में घरों को कितने भागों में बांटा जा सकता है?
उत्तर-
आय के हिसाब से भारत में घरों को तीन भागों में विभाजित किया जा सकता है

  1. कम आय वाले घर जिनमें सिर्फ एक या दो कमरे ही होते हैं।
  2. मध्य वर्गीय घर जिनमें कम-से-कम तीन या चार कमरे होते हैं।
  3. अमीर घर, ये घर उच्च वर्ग के लोगों के होते हैं जिनके कमरों की संख्या कई दर्जनों तक हो सकती है। यह घर सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस होते हैं।

प्रश्न 3.
घर बनाने के लिए कैसी भूमि अच्छी होती है?
अथवा
मकान बनाने के लिए हमें किस प्रकार की मिट्टी वाली भूमि चाहिए?
उत्तर-
घर बनाने के लिए मैदानी और सख्त भूमि अच्छी होती है। रेतीले, गड्ढों और निचली जगह वाली भूमि पर घर नहीं बनाना चाहिए।

PSEB 10th Class Home Science Solutions Chapter 2 घर

प्रश्न 4.
घर के लिए क्षेत्र का चुनाव क्यों महत्त्वपूर्ण है?
अथवा
घर का चुनाव करते समय क्षेत्र के चुनाव का क्या महत्त्व है?
उत्तर-
घर के लिए जगह का चुनाव सबसे महत्त्वपूर्ण है क्योंकि मकान को बारबार बनाना मुश्किल काम है। इसलिए मकान बनाने के लिए जगह का चुनाव करते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए

  1. जगह सरकार द्वारा प्रमाणित हो।
  2. साफ़-सुथरी हो और ऊँचाई पर हो।
  3. फैक्टरियों के नज़दीक न हो।
  4. आवश्यक सुविधाएं नज़दीक हों।

प्रश्न 5.
घर में वायु के आवागमन से आप क्या समझते हो?
अथवा
घर में हवा की आवाजाही से आप क्या समझते हो?
उत्तर-
वायु के बिना जीवन सम्भव नहीं है और साफ़-सुथरी हवा स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। घर में वायु के आवागमन का अर्थ है कि ताजी वायु घर के अन्दर आ सके और गन्दी वायु घर से बाहर जा सके। घर में खिड़कियां और रोशनदान इस काम के लिए रखे जाते हैं।

PSEB 10th Class Home Science Solutions Chapter 2 घर

प्रश्न 6.
घर में प्रकाश का उचित प्रबन्ध कैसे किया जा सकता है?
उत्तर-
घर में उचित रोशनी का प्रबन्ध अति आवश्यक है इसलिए घर की दिशा और खिड़कियों, दरवाज़ों का सही दिशा में होना आवश्यक है। यदि हो सके तो घर की दिशा ऐसी होनी चाहिए कि सुबह के समय सूर्य की किरणें घर के अन्दर दाखिल हों और सारा दिन घर में रोशनी रहे।

प्रश्न 7.
घर बनाने के लिए कौन-सी एजेन्सियों से धन/कर्जा लिया जा सकता है? किन्हीं चार के नाम लिखो।
उत्तर-
घर बनाने या खरीदने के लिए कर्जा/पैसा निम्नलिखित एजेन्सियों से लिया जा सकता है

  1. जीवन बीमा कम्पनियां
  2. बैंक
  3. ट्रस्ट
  4. मकान विकास निगम
  5. सहकारी मकान निर्माण- सभाएं
  6. सरकारी और गैर-सरकारी मोर्टगेज कम्पनियां।

प्रश्न 8.
सरकारी कर्मचारी आमतौर पर कहां से कर्जा लेते हैं और क्यों?
उत्तर-
सरकारी कर्मचारी प्राय: सरकार से कर्जा लेते हैं जिस पर उनको बहुत कम ब्याज देना पड़ता है। यह राशि प्रत्येक महीने उनके वेतन में से आसान किश्तों पर काटी जाती है। इसके अतिरिक्त कर्मचारी प्रोविडेण्ट फण्ड में से कर्जा ले लेते हैं जिसको वापिस करने की आवश्यकता नहीं पड़ती।

PSEB 10th Class Home Science Solutions Chapter 2 घर

प्रश्न 9.
घर बनाते समय प्रभाव डालने वाले दो कारकों के बारे में बताएं।
उत्तर-
घर बनाते समय निम्नलिखित कारक प्रभाव डालते हैं

  1. आर्थिक स्थिति-पैसा मकान बनाने के मामले में सबसे महत्त्वपूर्ण कारक है। मकान का साइज़, जगह और स्तर पैसे पर ही निर्भर करता है।
  2. पेशा – घर का साइज़ या उसको योजना पर घर के मुखिए के पेशे का भी प्रभाव पड़ता है। यदि घर किसी वकील या डॉक्टर ने बनाना हो तो उसके घर का नक्शा इस तरह का होगा, जिसमें उसका दफ्तर या क्लीनिक भी बन सकें।

प्रश्न 10.
कार्य के आधार पर घर को मुख्य कितने क्षेत्रों में बांटा जा सकता है?
उत्तर-
काम के आधार पर घर को तीन भागों में बांटा जा सकता है-

  1. एकान्त क्षेत्र (Private Area)-जैसे सोने का कमरा, बाथरूम और पूजा का कमरा।
  2. काम करने वाला क्षेत्र (Work Area)-जैसे रसोई, बरामदा, आंगन आदि।
  3. मन बहलावे वाला क्षेत्र वह भाग है जहां परिवार के सदस्य मिल-जुल कर बैठते हैं। गप-शप मारते, टी० वी० देखते हैं। मेहमानों का स्वागत किया जाता है। जैसे लॉबी या ड्राईंग रूम।

छोटे उत्तर वाले प्रश्न

प्रश्न 11.
घर के लिए जगह (स्थान) का चुनाव करते समय किन-किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए?
अथवा
आप घर के स्थान का चुनाव कैसे करेंगे?
उत्तर-
घर की जगह का चुनाव सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण है क्योंकि मकान बारबार नहीं बनाए जाते। इसलिए घर की जगह का चुनाव करते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए

  1. जगह सरकार की इजाजत वाली हो।
  2. घर का इर्द-गिर्द साफ़-सुथरा हो।
  3. मकान की जगह कुछ ऊँची हो।
  4. घर रोशनी और हवा वाली जगह पर हो।
  5. घर रेलवे लाइन और बड़ी सड़क के नज़दीक नहीं होना चाहिए।
  6. रोजाना सुविधाएं नज़दीक होनी चाहिएं।

PSEB 10th Class Home Science Solutions Chapter 2 घर

प्रश्न 12.
घर के लिए जगह का चुनाव करते समय भूमि की किस्म के बारे में जानना क्यों ज़रूरी है?
उत्तर-
घर की जगह का चुनाव करते समय भूमि की किस्म के बारे में जानकारी होनी इसलिए आवश्यक है क्योंकि मकान की सुरक्षा भूमि की किस्म पर निर्भर करती है। यदि भूमि रेतीली या नरम मिट्टी की होगी तो मकान किसी समय भी जमीन में धस सकता है और भूकम्प का थोड़ा-सा झटका नहीं सहार सकता। यदि मकान सख्त, मिट्टी वाली जगह पर बना हो तो वह सुरक्षित रहेगा।

प्रश्न 13.
घर बनाते समय अच्छा क्षेत्र तथा ज़रूरतों का पास होना क्यों ज़रूरी है? घर के लिये क्षेत्र का चुनाव क्यों आवश्यक है?
उत्तर-
घर की जगह का चुनाव इलाका देखकर करना चाहिए। उस इलाके का चुनाव करना चाहिए जहां अपने सामाजिक स्तर के लोग रहते हों। इससे सामाजिक मेलजोल की कोई मुश्किल नहीं होगी ! इसके अतिरिका हमें रोजाना आवश्यकताओं को पूर्ति नज़दीकी इलाके से होनी चाहिए जैसे बाज़ार, स्कूल, मन्दिर, हस्पताल आदि। इससे समय और शक्ति की बचत होती है।

प्रश्न 14.
स्वास्थ्य का सफ़ाई से तथा सफ़ाई का घर से सीधा सम्बन्ध है, कैसे?
उत्तर-
सफ़ाई का स्वास्थ्य से सीधा सम्बन्ध है इसलिए सफ़ाई का होना अति आवश्यक है और सफ़ाई घर से होनी चाहिए। यदि सभी लोग अपने घर साफ़-सुथरे रखें तो वातावरण साफ़ करने में सहायता मिल सकती है। घर की सफ़ाई का अर्थ घर के अन्दर की सफ़ाई नहीं बल्कि घर के इर्द-गिर्द की सफ़ाई भी है। इससे बहुत-सी बीमारियों जैसे मलेरिया, हैजा, टी० बी० आदि से छुटकारा पाया जा सकता है। इसलिए कहा जा सकता है कि स्वास्थ्य, सफ़ाई और घर एक दूसरे से सम्बन्धित हैं।

PSEB 10th Class Home Science Solutions Chapter 2 घर

प्रश्न 15.
घर बनाते समय वायु का आवागमन तथा पानी का उचित प्रबन्ध क्यों होना चाहिए?
उत्तर-
हवा और पानी मानव की दो महत्त्वपूर्ण प्रारम्भिक आवश्यकताएं हैं। इनके बिना जीवन सम्भव नहीं है। मानवीय स्वास्थ्य साफ़-सुथरी हवा और पानी पर निर्भर है इसलिए घर में साफ़ पानी और हवा का प्रबन्ध होना चाहिए। इसलिए घर वहां बनाना चाहिए जहां हवा स्वच्छ हो और साफ पानी का प्रबन्ध हो सके। केवल इस स्थिति में ही परिवार के सदस्य तन्दुरुस्त रह सकते हैं। इसलिए गंदे इलाकों में कभी भी घर नहीं बनाना चाहिए।

प्रश्न 16.
वित्तीय प्रबन्ध से आप क्या समझते हो? घर बनाते समय इसका क्या महत्त्व है?
उत्तर-
घर बनाने या खरीदने के लिए काफ़ी अधिक धन की आवश्यकता पड़ती है क्योंकि घर बनाने के लिए सामान की कीमत, जगह की कीमत, मजदूरी, आर्कीटैक्ट के लिए काफ़ी पैसा चाहिए। कई बार मकान बनाते समय बजट बढ़ जाता है। इसलिए घर के लिए आवश्यक वित्तीय प्रबन्ध आवश्यक है। यह प्रबन्ध अपनी बचत, प्रोविडेण्ट फण्ड और कर्जे द्वारा किया जा सकता है। आजकल बहुत-सी बैंकों और अन्य संस्थाओं ने मकान बनाने के लिए ब्याज दरें कम कर दी हैं और सरकार भी ऐसे कर्जे पर आय – कर की छूट देती है। इसलिए आजकल मकान बनाने के लिए वित्त का प्रबन्ध पहले से आसान है।

प्रश्न 17.
वित्तीय प्रबन्ध कौन-कौन सी एजेन्सियों से किया जा सकता है?
उत्तर-
घर बनाने या खरीदते समय बहुत अधिक धन की आवश्यकता होती है। क्योंकि घर बनाने के लिए जगह की कीमत, इमारत बनाने के लिए सामान की कीमत, मजदूरी और आर्कीटैक्ट आदि के लिए पैसा चाहिए। वैसे भी मकान बनाते समय कई बार कीमतें इतनी बढ़ जाती हैं कि खर्चा बजट से बाहर चला जाता है । यदि यह सारा धन इकट्ठा करके घर खरीदना हो तो हो सकता है आदमी की यह इच्छा कभी भी पूरी न हो, इसलिए धन का प्रबन्ध करने के लिए कर्जा लेना पड़ सकता है। यह कर्जा निम्नलिखित एजेन्सियों से लिया जा सकता है

  1. बैंक
  2. ट्रस्ट
  3. लाइफ इन्श्योरेन्स कम्पनियां
  4. सरकारी सोसायटियां
  5. गैर सरकारी सोसायटियां
  6. सरकारी और गैर सरकारी मोर्टगेज़ कम्पनियां आदि।

प्रश्न 18.
घर बनाते समय कौन-कौन से कारक प्रभाव डालते हैं?
उत्तर-
इसके लिए देखें प्रश्न नं० १ का उत्तर।

PSEB 10th Class Home Science Solutions Chapter 2 घर

प्रश्न 19.
अपना घर बनाने के क्या लाभ हैं?
उत्तर-
हर कोई अपना घर बनाना चाहता है क्योंकि इसके निम्नलिखित लाभ हैं

  1. अपना घर होना एक सामाजिक गर्व वाली बात है।
  2. हर महीने किराया नहीं देना पड़ता।
  3. घर एक पक्की जायदाद है, इसकी कीमत बढ़ती रहती है।
  4. अपने घर में हम अपनी इच्छा से परिवर्तन कर सकते हैं।
  5. घर आदमी को सुरक्षा की भावना प्रदान करता है।
  6. मालिक मकान से कभी झगड़ा नहीं होता।

प्रश्न 20.
अपना घर बनाने के क्या नुकसान हैं?
उत्तर-

  1. घर बनाते समय सारी बचत समाप्त हो जाती है और यदि कोई संकट आ जाए तो बहुत मुश्किल होती है।
  2. यदि पड़ोसी अच्छा न हो तो सारी जिंदगी का क्लेश रहता है।
  3. घर की मुरम्मत करवानी पड़ती है।
  4. घर बनाकर आदमी एक जगह से बन्ध जाता है।

निबन्धात्मक प्रश्न

प्रश्न 21.
घर के लिए कमरों का आयोजन कैसे करेंगे तथा कौन-कौन से कमरे ज़रूरी हैं?
उत्तर-
घर इन्सान की प्रारम्भिक आवश्यकताओं में एक महत्त्वपूर्ण आवश्यकता है। घर को मानवीय सभ्यता का आधार भी कहा जा सकता है। घर में परिवार के सदस्य इकट्ठे होकर अपनी-अपनी समस्याओं का हल ढूंढकर जीवन को सुखदायी बनाते हैं और सुरक्षित महसूस करते हैं । घर में ही मानव के व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन का आरम्भ होता है। घर को अस्तित्व में लाने के लिए मकान का होना आवश्यक है। मकान में एक छत के नीचे एक घर अस्तित्व में आता है। मकान का ढांचा परिवार की आवश्यकताओं और आर्थिक स्रोतों के अनुसार ही होना चाहिए। एक मध्यवर्गीय परिवार के मकान के लिए कमरों की योजनाबन्दी निम्नलिखित अनुसार होनी चाहिए

1. बैठक (Living Room) — घर जैसे भी हो उसमें एक कमरा ऐसा होना चाहिए जिसमें सभी घर के व्यक्ति आराम से बैठ सकें और अपना-अपना काम जैसे स्वैटर बुनना, पेंटिंग करनी, समाचार-पत्र पढ़ना, टेलीविज़न देखना आदि कार्य कर सकें। बैठक में ही बाहर से आए नज़दीकी मेहमानों को बिठाकर उनकी खातिरदारी की जाती है। इसलिए कमरे में रोशनी और हवा के आने जाने का ठीक प्रबन्ध होना चाहिए। यह कमरा घर के बाहर की ओर होना चाहिए ताकि मेहमानों को इस कमरे तक ले जाने के लिए और कमरों से न गुज़रना पड़े। यह कमरा कम-से-कम 15×15 फुट का होना चाहिए और आवश्यकता अनुसार बढ़ाया घटाया भी जा सकता है।

2. खाना खाने का कमरा (Dining Room) — खाना खाने का कमरा बैठक और रसोई के निकट होना चाहिए ताकि पकाया हुआ खाना वहां आसानी से लाया जा सके
और जूठे बर्तनों को रसोई में ले जाया जा सके। इस कमरे में रसोई सीधी नज़र नहीं आनी चाहिए। रसोई और खाना खाने के कमरे में एक खिड़की (Service Window) भी रखी जा सकती है। इस कमरे के दरवाजे और खिड़कियां जाली वाले होने चाहिएं ताकि मक्खी-मच्छर अन्दर न आ सकें। इस कमरे के निकट यदि कोई बरामदा या रास्ता हो तो वहां हाथ धोने के लिए टूटी (Wash basin) लगानी चाहिए ताकि खाना खाने से पहले और बाद में हाथ धोए जा सकें। कमरे में हवा और धूप का ठीक प्रबन्ध होना चाहिए।

3. सोने का कमरा (Bed Room) — सोने वाले कमरे घर के पीछे होने चाहिएं। यदि इन कमरों का रुख उत्तर-पूर्व (North-East) की ओर हो तो ज्यादा बेहतर है ताकि चढ़ते सूर्य की धूप आ सके और दोपहर के समय कमरे अधिक गरम न हों और गर्मियों में वहां आराम से सोया जा सके । ये कमरे आरामदायक होने – चाहिएं। इनके निकट शोर नहीं होना चाहिए। इन कमरों में धूप, हवा का ठीक प्रबन्ध । होना चाहिए।

4. बच्चों का कमरा (Children’s Room) — यह कमरा माता-पिता के कमरे के । निकट होना चाहिए। इसमें बच्चों के खेलने के लिए खाली जगह होनी चाहिए। दीवारों पर लगे फट्टे (Shelves) नीचे होने चाहिए ताकि बच्चे अपने खिलौने और किताबें वहां से आसानी से उतार सकें। बिजली के प्लग ऊँचे होने चाहिएं। इस कमरे में रोशनी और हवा का योग्य प्रबन्ध होना चाहिए। इस कमरे की दीवारों के ऊपर पेंट करवा दिया जाए तो अच्छा रहता है ताकि बच्चों द्वारा खराब की दीवारों को पानी से धोकर साफ़ किया जा सके। इस कमरे में फ़र्नीचर नीचा होना चाहिए ताकि बच्चे उसको आसानी से प्रयोग कर सकें।

5. पढ़ने का कमरा (Reading Room) -जिस घर में बच्चे स्कूल या कॉलेज में पढ़ने वाले हों या घर की मालकिन और मालिक पढ़ने-पढ़ाने का व्यवसाय करते हों वहां पढ़ने वाला कमरा होना आवश्यक है। इसमें हवा और रोशनी का प्रबन्ध होना आवश्यक है। बच्चों की आयु के अनुसार मेज़ और कुर्सियों की ऊँचाई और आकार होना चाहिए। इस कमरे में किताबों की अलमारी का होना भी आवश्यक है। पढ़ने के मेज़ पर रोशनी बाईं ओर से आनी चाहिए।

6. स्टोर (Store) -इस कमरे का आकार 10 x 6 फुट होना चाहिए। इसमें 2 x 2 फुट की चौड़ी सलैब (Shelf) होनी चाहिए जिस पर टरंक आदि टिकाए जा सकें। इसका दरवाज़ा सोने वाले कमरे में खुलना चाहिए। इसमें घर का फालतू और ज़रूरी सामान इस ढंग से रखना चाहिए ताकि उसको निकालने में कोई मुश्किल न हो।

7. रसोई (Kitchen) — एक साधारण गृहिणी अपना अधिकतर समय रसोई में ही गुज़ारती है। इसलिए रसोई साफ़-सुथरी, खूबसूरत और आरामदायक होनी चाहिए। इसमें काम करने के क्षेत्र और हौदी इस प्रकार बनी होनी चाहिए कि गृहिणी को रसोई में कम-से-कम चलना पड़े। रसोई का डिजाइन कई तरह का हो सकता है यू-आकार (U-Shape), एल-आकार (L-Shape), वी-आकार (V-Shape) हो सकता है। आजकल रेडिमेड रसोई का रिवाज भी बढ़ता जा रहा है पर कीमत अधिक होने के कारण इस तरह की रेडिमेड रसोई सिर्फ उच्च आय वर्ग ही बना सकते हैं। साधारण रसोई में काम करने वाले काऊंटर और हौदी की ऊँचाई फ़र्श से 30 से 32 इंच होनी चाहिए ताकि बिना झुके काम आसानी से किया जा सके। इस काऊंटर के नीचे गैस का सिलिण्डर, आटे वाला ड्रम और बर्तन रखने के लिए शैल्फ होने चाहिएं। रसोई के दरवाज़े और खिड़कियों पर जाली लगी होनी चाहिए और रसोई में धूप और हवा का उचित प्रबन्ध होना चाहिए। इसका आकार कम-से-कम 80 वर्ग फुट होना चाहिए।

8. गुसलखाना (Bathroom) — आजकल बड़े शहरों में जहां फ्लश सिस्टम का प्रबन्ध है। गुसलखाना और पाखाना इकट्ठे ही बनाए जाते हैं। यदि हो सके तो गुसलखाना प्रत्येक सोने वाले कमरे के साथ जुड़ा हुआ होना चाहिए। इसमें नल और फव्वारे का प्रबन्ध होना चाहिए और एक और हौदी (Sink) भी होनी चाहिए। सर्दियों में पानी का प्रबन्ध भी ज़रूरी है। इसका फर्श पक्का और आसानी से साफ़ होने वाला चाहिए। इसकी ढलान नाली की ओर होनी चाहिए ताकि पानी जल्दी निकल सके। गुसलखाने की दीवारें कम-से-कम 3 फुट ऊँचाई तक ऐसी होनी चाहिएं जो आसानी से साफ़ हो सकें, यहां एक शैल्फ का होना आवश्यक है जहां साबुन, तेल और अन्य प्रयोग करने की वस्तु को रखा जा सके।

PSEB 10th Class Home Science Solutions Chapter 2 घर

प्रश्न 22.
घर में बैठक का क्या महत्त्व है ? बड़े और छोटे घरों में बैठक कैसी होती है?
उत्तर-
घर में बैठक (Living Room) एक महत्त्वपूर्ण जगह होती है। इसको घर का दिल भी कहा जाता है। घर में यह एक ऐसी जगह होती है जिससे घर की धड़कन का पता लगता है। इस जगह में बैठ कर परिवार के सभी सदस्य अपने आप को घर के साथ जुड़ा हुआ महसूस करते हैं और सामूहिक रूप में मेहमानों का स्वागत करते हैं। घर में बैठक (Living Room) का निम्नलिखित महत्त्व होता है —

  1. परिवार की साझी जगह — बैठक सारे परिवार की साझी जगह होती है। इस जगह सभी सदस्य बैठकर अपने आपको परिवार से जुड़ा हुआ महसूस करते हैं। संयुक्त परिवारों में इस जगह का महत्त्व और भी अधिक होता है क्योंकि यह जगह बड़े परिवारों के सदस्यों की एक दूसरे से अपने दुःख साझे करने वाली जगह होती है।
  2. मेहमान का स्वागत करने वाली जगह — बैठक में बाहर से आए मेहमानों को बिठाया जाता है और उनका स्वागत किया जाता है। इस जगह पर परिवार के सभी सदस्य मेहमानों को मिलते हैं और बातचीत करते हैं।
  3. आराम करने वाली जगह — बैठक परिवार के सदस्यों के लिए आराम करने वाली जगह भी होती है। यहाँ बैठकर परिवार के सदस्य अखबार पढ़ते हैं, टी०वी० देखते हैं, स्वैटर बुनते हैं और आपस में छोटी-छोटी बातें करते हुए अपने आपको आराम देते हैं। इससे परिवार का वातावरण स्वस्थ रहता है।
  4. घर की समस्याओं को विचारने वाली जगह — बैठक में परिवार के सभी सदस्य बैठकर परिवार या परिवार के किसी भी सदस्य की समस्या के बारे विचार करते हैं। मिल बैठकर परिवार के सदस्यों में निकटता और हमदर्दी बढ़ती है संचार की भी कोई मुश्किल नहीं आती। इस जगह पर घर के प्रत्येक सदस्य अपनी राय दे सकता है और प्रत्येक सदस्य को सुना जाता है।

उपरोक्त कारणों के कारण बैठक की प्रत्येक घर में एक विशेष जगह और महत्ता होती है। बैठक की रौनक से ही परिवार के सदस्यों के आपसी सम्बन्धों के बारे जानकारी मिल जाती है। एक खुश परिवार की बैठकों में रौनकें ही रहती हैं।

प्रश्न 23.
(A) घर का चयन करते समय हमें कौन-कौन सी बातों को ध्यान में रखना चाहिए?
अथवा
घर बनाते समय हमें किन-किन बातों के बारे में सोचना चाहिए? विस्तार से लिखें।
अथवा
घर बनाते समय असर डालने वाले तत्त्वों के बारे में बताएं।
(B) घर का निर्माण करते समय पानी प्रबंधन कैसा होना चाहिए?
उत्तर-
(A) घर बनाना परिवार के लक्ष्यों में से एक महत्त्वपूर्ण लक्ष्य होता है। प्रत्येक गृहिणी के मन में अपने घर का एक सपना होता है जिसकी पूर्ति करके उसको बेमिसास सन्तुष्टि और खुशी प्राप्त होती है। इसलिए घर बनाने के लिए परिवार के सभी सदस्यों को सलाह और सोच-विचार करनी चाहिए ताकि एक ऐसा घर बनाया जाए जहां परिवार के सभी सदस्यों का बहुपक्षीय विकास हो सके। इसलिए घर बनाते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना आवश्यक है — घर के लिए जगह का चुनाव (Selection of Site)—घर के लिए जगह का चुनाव सबसे महत्त्वपूर्ण काम है क्योंकि घर बार-बार नहीं बनाए जाते और जगह के चुनाव के समय लिया ग़लत फैसला जीवन भर दुःख का कारण बन सकता है। घर बनाते समय यह ध्यान रखना चाहिए

  1. जगह सरकार की ओर से प्रमाणित हो।
  2. घर का आस-पास साफ़-सुथरा हो और वातावरण को गन्दा करने वाली कोई वस्तु न हो जैसे छप्पड़, फैक्टरी आदि।
  3. मकान की जगह थोड़ी ऊंची हो ताकि वर्षा का पानी एक दम बाहर निकल जाए और घर के पानी के निकास की भी कोई समस्या न हो।
  4. भट्ठा, शैलर, बस स्टैंड, फैक्टरियां, रेलवे स्टेशन के निकट घर नहीं बनाना चाहिए।
  5. परिवार के लिए काम आने वाली सुविधाएं भी निकट हों जैसे कि स्कूल, अस्पताल, बाज़ार आदि।
  6. घनी जनसंख्या वाले इलाके में भी घर नहीं बनाना चाहिए।
  7. घर रेलवे लाइन या बड़ी सड़क के निकट भी नहीं होना चाहिए।
  8. जगह का चुनाव अपने आर्थिक और सामाजिक स्तर अनुसार ही करना चाहिए।

घर की जगह का चुनाव अग्रलिखित कारणों पर भी निर्भर करता है —

  1. मिट्टी की किस्म (Kind of Soil) — मकान बनाने के लिए समतल और सख्त भूमि की आवश्यकता होती है। इसलिए रेतीली और पथरीली जगह पर मकान नहीं बनाया जा सकता । गड्ढों को भरकर बराबर की हुई जगह पर भी मकान बनाना ठीक नहीं रहता।
  2. इलाका (Locality) — मकान बनाने के लिए ऐसे इलाके का चुनाव करना चाहिए जहां अपने सामाजिक स्तर के लोग रहते हों। इस तरह से बच्चों और बूढ़ों को ठीक संगति मिल सकेगी और सामाजिक मेल-जोल बढ़ेगा। इस तरह के इलाके में ही व्यक्ति अपना सामाजिक पद प्राप्त कर सकेगा। यदि कोई ग़रीब व्यक्ति किसी अमीर कालोनी पर घर बना ले तो उसका जीवन सुखदायक नहीं हो सकता।
  3. पानी का प्रबन्ध (Water Supply) — पानी हमारी प्रारम्भिक आवश्यकताओं में से एक महत्त्वपूर्ण आवश्यकता है। घर के काम सुचारू रूप से करने के लिए साफ़-स्वच्छ और खुला पानी बहुत आवश्यक है। घर की जगह का चुनाव करते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि साफ़-स्वच्छ पानी की . सप्लाई ठीक हो। पानी न होने की सूरत में घर के सभी कार्य जैसे नहाना, कपड़े धोना, खाना बनाना आदि रुक जाते हैं और साफ़-स्वच्छ पानी की कमी हमारा स्वास्थ्य खराब कर सकती है।
  4. हवा और रोशनी का आना-जाना (Ventilation and Light) — घर की जगह का चुनाव करते समय हवा के आने-जाने और रोशनी का ध्यान रखना अति आवश्यक है। इसलिए घनी जनसंख्या वाले इलाके और बहुमंजिली इमारतों वाली कालोनी में घर नहीं बनाना चाहिए क्योंकि इन इलाकों में ताज़ी और साफ हवा और रोशनी आवश्यकता अनुसार नहीं मिल सकती।
  5. मूल्य (Value of Land) — मकान के लिए खरीदी जाने वाली जमीन का मूल्य अपनी क्षमता अनुसार होना चाहिए। व्यापारिक इलाकों में घर बनाने से गुरेज़ करना चाहिए क्योंकि वहां ज़मीन की कीमत बहुत अधिक होती है और यदि जगह खरीद ली जाए तो मकान बनाने के लिए पैसे नहीं बचते।
    उपरोक्त चर्चा के पश्चात् यह नतीजा निकाला जा सकता है कि मकान के लिए जगह का चुनाव सबसे महत्त्वपूर्ण फैसला है और यह फैसला ऊपरलिखित बातों को ध्यान में रखकर करना चाहिए।

(B) देखें भाग (A)

प्रश्न 24.
घर बनाने का आर्थिक स्थिति से सीधा सम्बन्ध कैसे है? आप कैसे क्षेत्र में रहना पसन्द करोगे और क्यों?
उत्तर-
घर बनाना परिवार के महत्त्वपूर्ण लक्ष्यों में से एक मुख्य लक्ष्य होता है। प्रत्येक गृहिणी के लिए उसकी मनपसन्द के घर का बनना एक सपना होता है। घर बनाने के लिए कई बातें महत्त्वपूर्ण हैं, जैसे जगह का चुनाव और पैसा। पैसा मकान बनाने की पहली आवश्यकता है क्योंकि पैसे के बिना घर का सपना साकार नहीं हो सकता। पैसे की उपलब्धि घर की आर्थिक स्थिति पर निर्भर करती है। जगह खरीदने और मकान बनाने के लिए काफ़ी पैसा आवश्यक होता है। बहुत कम लोग होते हैं जो अपनी आय या बचत में से मकान बना सकते हैं शेष लोगों को मकान बनाने के लिए पैसे का प्रबन्ध करना पड़ता है। आजकल के महंगाई के ज़माने में मकान बनाने वाले सामान पर बहुत खर्च होता है। आधुनिक मकान बनाने के लिए उसमें सभी सुविधाओं का होना आवश्यक समझा जाता है। प्रत्येक घर में बिजली, पानी, आधुनिक रसोई, बढ़िया बाथरूम, कूलर, एअर कंडीशनर, फर्नीचर आदि आवश्यक हो गया है। इसलिए मकान बनाने का अर्थ सिर्फ छत बनाना ही नहीं होता बल्कि उसमें सभी आधुनिक सुविधाओं को उपलब्ध करवाना होता है। इसलिए घर बनाने के लिए बहुत-सा पैसा चाहिए इसलिए, घर का स्तर, बनाने वाले की आर्थिक स्थिति से जुड़ा होता है। यद्यपि आज कल बहुतसे सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाओं से आसान और सस्ता ऋण मिलता है पर उस ऋण को उतारने के लिए घर की आर्थिक स्थिति अच्छी होनी चाहिए।

घर बनाने के लिए उपयुक्त इलाका जैसा कि ऊपर बताया जा चुका है कि घर बनाने का फैसला व्यक्ति की ज़िन्दगी का एक महत्त्वपूर्ण फैसला होता है और फैसला बड़ा सोच-विचार कर करना चाहिए।

घर बनाने के लिए जगह या इलाके का चुनाव एक अति महत्त्वपूर्ण फैसला है। हर समझदार व्यक्ति अपने घर के लिए ऐसे इलाके का चुनाव करेगा जिसमें निम्नलिखित विशेषताएं हों

  1. मकान बनाने के लिए जगह सरकार के द्वारा मंजूरशुदा हो-मकान बनाने के लिए ऐसी जगह का चुनाव करना चाहिए जो सरकार द्वारा मंजूरशुदा हो, नहीं तो मकान का नक्शा पास कराने और बिजली कुनैक्शन लेने में मुश्किल आएगी। गैर-मंजूरशुदा इलाके में बना मकान कई बार सरकार तोड़ देती है।
  2. आस-पास साफ़-सुथरा हो-मकान हमेशा ऐसे इलाके में बनाना चाहिए जो साफ़-सुथरा हो क्योंकि इर्द-गिर्द की गन्दगी बीमारियां फैला सकती है। इसलिए कभी भी मकान गन्दगी, स्टोर करने वाली जगह, छप्पड़, कारखानों और हड्डा रेढ़ी के निकट नहीं बनाना चाहिए।
  3. मकान की जगह ऊँची होनी चाहिए-कभी भी मकान नीची जगह में नहीं बनाना चाहिए क्योंकि थोड़ी वर्षा से भी ऐसे इलाकों में पानी भर जाता है जिससे मकान का नुकसान होता है और वातावरण दूषित हो जाता है। इसलिए मकान बनाने के लिए ऊँची जगह का चुनाव करना चाहिए।
  4. रेलवे लाइन या मुख्य सड़क से घर दूर होना चाहिए-मकान बनाते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि रेलवे लाइनों और मुख्य सड़क पास से गुज़रती न हो। क्योंकि इससे शोर प्रदूषण और हवा प्रदूषण बढ़ जाता है।
  5. रोज़ाना सुविधाएं निकट होनी चाहिएं-मकान ऐसी जगह बनाना चाहिए जहाँ बाज़ार, स्कूल, अस्पताल, बस अड्डा निकट पड़ते हों। इससे घर की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए समय और शक्ति दोनों ही बचते हैं। गृहिणी और परिवार के सदस्यों को सुख मिलता है।

उपरोक्त बातों को ध्यान में रखकर जो व्यक्ति मकान बनाएगा उसको ज़िन्दगी में सुख और सन्तुष्टि प्राप्त होगी।

PSEB 10th Class Home Science Solutions Chapter 2 घर

Home Science Guide for Class 10 PSEB घर Important Questions and Answers

अति लघु उत्तराय प्रश्न

प्रश्न 1.
आय के अनुसार भारतीय घरों को कितने भागों में बांटा जा सकता है?
उत्तर-
तीन भागों में।

प्रश्न 2.
मध्यवर्गीय घरों में कितने कमरे होते हैं?
उत्तर-
ऐसे घरों में कम-से-कम तीन अथवा चार कमरे होते हैं।

प्रश्न 3.
घर में खिड़कियां तथा रोशनदान क्यों रखे जाते हैं?
उत्तर-
ताकि अच्छी वायु आ सके।

प्रश्न 4.
घर बनाने के लिए ऋण लेने के लिए कौन-सी एजेंसियां हैं?
उत्तर-
बैंक, जीवन बीमा कम्पनी, मकान विकास निगम आदि।

प्रश्न 5.
घर बनाते समय प्रभावित करने वाले दो कारकों के नाम बताओ।
उत्तर-
आर्थिक हालात, व्यवसाय।

PSEB 10th Class Home Science Solutions Chapter 2 घर

प्रश्न 6.
कार्य के आधार पर घर को कौन-कौन से क्षेत्रों में बांटा जा सकता है?
उत्तर-
एकान्त क्षेत्र, कार्य करने वाले क्षेत्र, मनोरंजन वाले क्षेत्र।

प्रश्न 7.
घर बनाने के लिए भूमि रेतीली या नर्म मिट्टी की क्यों नहीं होनी चाहिए?
उत्तर-
ऐसी भूमि पर घर नीचे धंस सकता है।

प्रश्न 8.
अपना घर बनाने का एक लाभ बताओ।
उत्तर-
घर एक पक्की जायदाद है इसकी कीमत बढ़ती रहती है।

प्रश्न 9.
बैठक का आकार कम-से-कम कितना होना चाहिए?
उत्तर-
15 फुट × 15 फुट, परन्तु आवश्यकता अनुसार कम-अधिक हो सकता है।

PSEB 10th Class Home Science Solutions Chapter 2 घर

प्रश्न 10.
घर बनाने की एक हानि बताओ।
उत्तर-
यदि पड़ोसी अच्छे न हों तो सदा के लिए क्लेश रहता है।

प्रश्न 11.
रसोई का डिजाईन कैसा हो सकता है?
उत्तर-
यू आकार, ऐल आकार आदि।

प्रश्न 12.
जिन इलाकों में घर बनाना है वहां लोगों का सामाजिक स्तर कैसा हो?
उत्तर-
अपने सामाजिक स्तर से मेल खाता हो।

प्रश्न 13.
रसोई का कम-से-कम आकार कितना हो?
उत्तर-
80 वर्ग फुट।

प्रश्न 14.
घर कैसे स्थान के पास नहीं होना चाहिए?
उत्तर-
बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, भट्ठा आदि के पास न हो।

PSEB 10th Class Home Science Solutions Chapter 2 घर

प्रश्न 15.
वायु का आवागमन और रोशनी के लिए घर में क्या होना चाहिए?
उत्तर-
खिड़कियां तथा रोशनदान।

प्रश्न 16.
आपके अनुसार हस्पताल घर के पास होना चाहिए या नहीं?
उत्तर-
होना चाहिए, इस प्रकार बीमारी की स्थिति में इलाज का प्रबन्ध शीघ्रता से हो जाता है।

लघु उत्तराय प्रश्न

प्रश्न 1.
शिक्षा सम्बन्धी घर की आवश्यकता के बारे में बताएं।
उत्तर-
मनुष्य घर से ही अच्छे गुण, अच्छा व्यवहार, अच्छे संस्कार प्राप्त करता है। शिक्षा घर से ही शुरू होती है। शिक्षा के महत्त्व को समझने वाले घरों में बच्चे अधिक तथा ऊँची शिक्षा प्राप्त कर लेते हैं।

PSEB 10th Class Home Science Solutions Chapter 2 घर

प्रश्न 2.
घर के लिए स्थान का चयन करते समय आस-पास क्या नहीं होना चाहिए?
उत्तर-
रेलवे लाइन या बड़ी सड़क नहीं होनी चाहिए, बहुत ऊँचे वृक्ष नहीं होने चाहिएं, भट्ठियां, बस स्टैंड, फैक्टरियां आदि भी नहीं होने चाहिएं। घर के आसपास छप्पड़, नाला या वातावरण को हानि पहुंचाने वाला कुछ नहीं होना चाहिए।

प्रश्न 3.
अमीर लोगों के घर के बारे में बताएं।
उत्तर-
अमीर आदमियों के घर बड़े होते हैं तथा इनमें बहुत से कमरे होते हैं। इन घरों के पीछे नौकरों के रहने के लिए कमरे भी होते हैं।

प्रश्न 4.
घर बनाते समय वहां के इलाके और सफ़ाई का ध्यान कैसे रखना चाहिए?
उत्तर-
स्वयं उत्तर दें।

प्रश्न 5.
घर बनाते समय वहां के स्थान और पानी के प्रबन्ध का ध्यान कैसे रखना चाहिए?
उत्तर-
स्वयं उत्तर दें।

PSEB 10th Class Home Science Solutions Chapter 2 घर

प्रश्न 6.
रसोई और बच्चों के कमरे का आयोजन किस प्रकार करना चाहिए?
उत्तर-
स्वयं उत्तर दें।

प्रश्न 7.
घर के लिए जगह का चुनाव सबसे महत्त्वपूर्ण कैसे है?
उत्तर-
स्वयं उत्तर दें।

प्रश्न 8.
घर के लिए स्थान का चयन कैसे महत्त्वपूर्ण है?
उत्तर-
स्वयं उत्तर दें।

प्रश्न 9.
घर का चुनाव करते समय पानी का प्रबन्ध और जरूरतों का नज़दीक होना क्यों ज़रूरी है?
उत्तर-
स्वयं उत्तर दें।

PSEB 10th Class Home Science Solutions Chapter 2 घर

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
दो या एक कमरे वाले घरों के बारे में आप क्या जानते हो?
उत्तर-
शहरों में जगह कम होती जा रही है तथा इसलिए कई परिवारों को एक या दो कमरों वाले घर में ही गुज़ारा करना पड़ रहा है। कई बार लोग किराये के घर में रहते हैं जो कि एक या दो कमरों वाले होते हैं।

दो कमरों वाले घर में बाहर वाले कमरे का प्रयोग बैठक, खाने तथा पढ़ने वाले कमरे के रूप में होता है। अन्दर वाला कमरा सोने तथा तैयार होने के लिए प्रयोग किया जाता है। यदि घर में अधिक सदस्य हों तो बाहर वाले कमरे को रात के समय सोने के लिए प्रयोग किया जाता है। जब घर एक कमरे वाला हो तो उस कमरे में लकड़ी आदि का प्रयोग करके कमरे के दो भाग कर लिए जाते हैं तथा बाहरी भाग में पढ़ने, बैठने, खाने वाले कार्य किए जाते हैं। अन्दर वाले भाग में खाना पकाया जा सकता है। बैठक की तरफ पुस्तकें तथा सजावट का सामान रखा जाता है तथा सोने वाले भाग की तरफ वस्त्र या अन्य छोटा सजावटी सामान रखा जाता है। स्थान की कमी हो तो पर्दा टांग कर भी भाग किए जाते हैं। यदि कमरा अधिक छोटा हो तो दोहरे मन्तव्य वाला फर्नीचर प्रयोग में लाना चाहिए। जैसे सोफा जो कि रात को खोल कर बैड बन जाता है, दीवान दिन के समय बैठने तथा रात में सोने के काम आ जाता है।

प्रश्न 2.
अपना घर बनाने के क्या लाभ तथा हानियां हैं?
उत्तर-
स्वयं उत्तर दें।

प्रश्न 3.
बैठक तथा खाना खाने वाले कमरों का आयोजन कैसे करोगे?
उत्तर-
देखें उपरोक्त प्रश्नों में।

प्रश्न 4.
व्यक्ति के पेशे के अनुसार घर किस प्रकार का बनाना चाहिए?
उत्तर-
देखें उपरोक्त प्रश्नों में।

PSEB 10th Class Home Science Solutions Chapter 2 घर

प्रश्न 5.
घर का चयन करते समय पानी का प्रबन्ध तथा आवश्यकता का नज़दीक होना क्यों ज़रूरी है?
उत्तर-
देखें उपरोक्त प्रश्नों में।

प्रश्न 6.
घर बनाते समय प्रभाव डालने वाले तीन तत्वों (कारकों) का वर्णन कीजिए।
उत्तर-
स्वयं उत्तर दें।

प्रश्न 7.
अपना घर बनाने के क्या नुकसान (हानियाँ) हैं?
उत्तर-
स्वयं उत्तर दें।

PSEB 10th Class Home Science Solutions Chapter 2 घर

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

I. रिक्त स्थान भरें

  1. आय के हिसाब से (अनुसार) घरों को …………. भागों में बांटा जा सकता है।
  2. घर बनाने के लिए समतल तथा ………………… भूमि अच्छी रहती है।
  3. बैठक का आकार कम-से-कम ………………. … फुट होना चाहिए।
  4. घर बनाना परिवार के महत्त्वपूर्ण लक्ष्यों में से एक ……………… लक्ष्य है।
  5. रसोई का कम-से-कम आकार ……… वर्ग फुट होना चाहिए।

उत्तर-

  1. तीन,
  2. ठोस,
  3. 15 x 15,
  4. मुख्य,
  5. 80.

II. ठीक/ग़लत बताएं

  1. घर बनाने के लिए समतल भूमि अच्छी होती है।
  2. साफ़-शुद्ध वायु स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।
  3. घर, प्रकाशमान तथा वायु वाले स्थान पर हो।
  4. घर बनाने के लिए ऋण नहीं मिल सकता।
  5. मध्यमवर्गीय घरों में तीन या चार कमरे होते हैं।

उत्तर-

  1. ठीक,
  2. ठीक,
  3. ठीक,
  4. ग़लत,
  5. ठीक।

III. बहुविकल्पीय प्रश्न

प्रश्न 1.
आय के अनुसार भारतीय घरों को कितने भागों में बांटा जा सकता है
(क) दो
(ख) तीन
(ग) पांच
(घ) सात।
उत्तर-
(क) दो

PSEB 10th Class Home Science Solutions Chapter 2 घर

प्रश्न 2.
निम्नलिखित में ठीक है
(क) अपना घर होना सामाजिक मान का कारक है
(ख) माह के बाद किराया नहीं देना पड़ता
(ग) घर आदमी को सुरक्षा प्रदान करता है
(घ) सभी ठीक।
उत्तर-
(घ) सभी ठीक।

प्रश्न 3.
घर बनाने के लिए ऋण देने वाली ऐजंसियां हैं
(क) बैंक
(ख) जीवन बीमा कम्पनी
(ग) सरकारी सोसायटियां
(घ) सभी ठीक।
उत्तर-
(घ) सभी ठीक।

PSEB 10th Class Home Science Solutions Chapter 2 घर

घर PSEB 10th Class Home Science Notes

  1. घर के बिना मानव सुरक्षित नहीं रह सकता।
  2. घर मानवीय जीव को इन्सान बनाता है।
  3. आय के हिसाब से समाज में ग़रीब, मध्य वर्ग और अमीर वर्ग के लोग रहते हैं।
  4. घर के लिए बढ़िया सख्त भूमि और अच्छे साफ़-सुथरे इलाके का चुनाव करना चाहिए।
  5. घर में रोशनी, हवा और पानी का प्रबन्ध होना चाहिए।
  6. आ. मकान बनाने के लिए बहुत-सी संस्थाओं से सस्ता ऋण मिल जाता है।
  7. मकान बनाते समय आरकीटैक्ट की सलाह अवश्य लें।
  8. मकान परिवार के सदस्यों की आवश्यकता अनुसार बनाना चाहिए।
  9. अपना मकान बनाने से आदमी का सामाजिक स्तर ऊँचा होता है।
  10. मकान बनाने से उचित धन राशि का प्रबन्ध पहले करना चाहिए।

घर एक ऐसी जगह है जहां इन्सान अपनी मानसिक, भावनात्मक, शारीरिक और आध्यात्मिक आवश्यकताओं की पूर्ति करता है। वास्तव में घर ही मनुष्य को एक जीव से इन्सान में परिवर्तित करता है। इसलिए घर को सामाजिक गुणों का पालना भी कहा जाता है।

Leave a Comment