PSEB 7th Class Hindi Vyakaran वाक्य

Punjab State Board PSEB 7th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Vakya वाक्य Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 7th Class Hindi Grammar वाक्य

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran वाक्य

प्रश्न 1.
वाक्य किसे कहते हैं ? रचना के विचार से वाक्य के प्रकार भी लिखो।
उत्तर:
दो या दो से अधिक सार्थक शब्दों के मेल को वाक्य कहते हैं; जैसे- वह कक्षा में प्रथम आया है।

रचना के विचार से वाक्य के प्रकार-
1. सरल वाक्य – जिस वाक्य में एक उद्देश्य और एक विधेय हो उसे सरल वाक्य कहते हैं जैसे राम जी वन को गए।

2. संयुक्त वाक्य – जिस वाक्य में दो या दो से अधिक सरल वाक्य और तथा आदि योजक शब्दों के द्वारा जुड़कर बने हों, उसे संयुक्त वाक्य कहते हैं जैसे- राम और लक्ष्मण वन को गए।

3. मिश्र या मिश्रित वाक्य – जिस वाक्य में एक प्रधान उपवाक्य तथा अन्य उस पर आश्रित उप-वाक्य हों उसे मिश्र वाक्य कहते हैं जैसे- यदि राम वन न जाते तो राजा दशरथ बच जाते।

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran समास

Punjab State Board PSEB 7th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Samas समास Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 7th Class Hindi Grammar समास

प्रश्न 1.
समास किसे कहते हैं ? उदाहरण सहित लिखो।
उत्तर:
परस्पर सम्बन्ध रखने वाले दो या दो से अधिक शब्दों के मेल को समास कहा जाता है। जैसे-माता-पिता (माता और पिता)।

विग्रह :
समास के नियम हटाकर पूर्वपद तथा उत्तरपद को पुनः अलग-अलग करने और विभक्तियाँ आदि फिर से जोड़ने की क्रिया को विग्रह कहते हैं; जैसे-‘माता-पिता’ समस्तपद का विग्रह होगा-माता और पिता।

समास के भेद-
समस्त शब्दों में कभी दोनों पद (पूर्वपद तथा उत्तरपद) प्रधान होते हैं, कभी पूर्वपद प्रधान होते हैं, कभी उत्तरपद और कभी दोनों को ही छोड़कर कोई अन्य होता है। समास के निम्नलिखित चार भेद हैं
1. तत्पुरुष समास
2. बहुब्रीहि समास
3. द्वंद्व समास
4. अव्ययीभाव समास

1. तत्पुरुष समास :
जिस समास में सम्मिलित शब्दों में अर्थ की दृष्टि से पूर्वपद गौण और उत्तरपद प्रधान हो, उसे तत्पुरुष समास कहते हैं। इस समास में दोनों के मध्य आने वाले परसर्गों का लोप हो जाता है।

कर्म : स्वर्ग को प्राप्त-स्वर्गप्राप्त। यश को प्राप्त-यशप्राप्त। परलोक को गमनपरलोकगमन । ग्राम को गत (गया)-ग्रामगत। गिरह को काटने वाला-गिरहकट। देश को गत-देशगत। ग्रन्थ को करने वाला-ग्रन्थकार।

करण :
तुलसी द्वारा कृत-तुलसीकृत। रचना को करने वाला-रचनाकार। दुर्दशा से ग्रस्त-दुर्दशाग्रस्त। हस्त से लिखित-हस्तलिखित। भाग्य द्वारा कृत-भाग्यकृत। मन से माना-मनमाना। प्रेम से आतुर-प्रेमातुर। दया से आर्द्र-दयार्द्र । रेखा से अंकित-रेखांकित। अकाल से पीड़ित-अकालपीड़ित। मन से गढ़ा-मनगढंत। मन से चाहा-मनचाहा। मद से माता-मदमाता।

सम्प्रदान :
रसोई के लिए घर-रसोईघर। मार्ग के लिए व्यय-मार्गव्यय। पाठ के लिए शाला-पाठशाला। यज्ञ के लिए शाला-यज्ञशाला। देश के लिए अर्पण-देशार्पण। देश के लिए भक्ति-देशभक्ति । गुरु के लिए दक्षिणा-गुरुदक्षिणा। युद्ध के लिए भूमियुद्धभूमि। डाक के लिए गाड़ी-डाकगाड़ी। राह के लिए खर्च-राहखर्च। सत्य के लिए आग्रह-सत्याग्रह।

अपादान :
ऋण से मुक्त-ऋणमुक्त। पद से च्युत-पदच्युत। भय से भीत-भयभीत। धन से हीन-धनहीन। पथ से भ्रष्ट-पथभ्रष्ट। देश से निकाला-देशनिकाला। देश से निर्वासित-देशनिर्वासित।

सम्बन्ध :
गंगा का जल-गंगाजल। देव का स्थान–देवस्थान। देश का वासीदेशवासी। गंगा का जल-गंगाजल । घोड़ों की दौड़-घुड़दौड़। राजा का कुमार-राजकुमार। पवन का पुत्र-पवनपुत्र। राज्य का दूत-राजदूत। बैलों की गाड़ी-बैलगाड़ी। सेना का पति-सेनापति। उद्योग का पति-उद्योगपति। देवों का आलय-देवालय।

अधिकरण :
गृह में प्रवेश-गृहप्रवेश। शरण में आगत-शरणागत। शोक में मग्नशोकमग्न। सिर में दर्द-सिरदर्द। हर फन में मौला-हरफनमौला। शरम में आगत शरणागत। दान में वीर-दानवीर। घोड़े पर सवार-घुड़सवार। आप पर बीती-आपबीती। वन में वास-बनवास।

(i) कर्मधारय तत्पुरुष का भेद है। इसमें भी उत्तरपद प्रधान होता है। जब पर्वपद विशेषण और उत्तरपद विशेष्य अथवा एक पद उपमान तथा दूसरा उपमेय हो तब कर्मधारय समास होता है; जैसे-

विशेषण-विशेष्य : नीली है जो गाय-नीलगाय। महान् है जो देव-महादेव। पीत है जो अम्बर– पीताम्बर। लाल है जो टोपी-लालटोपी।

उपमान-उपमेय : कमल के समान नयन-कमलनयन। चन्द्र के समान मुख-चन्द्रमुख। घन के समान श्याम-घनश्याम।

उपमेय-उपमानमुख : रूपी चन्द्र-मुखचन्द्र। विद्या रूपी धन-विद्याधन।

(ii) द्विगु समास, कर्मधारय का भेद है।
इस समास में पूर्वपद संख्यावाचक होता है। विशेष्य-विशेषण भाव के अतिरिक्त यह समास समूहवाची भी होता है; जैसे
नव (नौ) रत्नों का समूह-नवरत्न। चार मासों का समूह-चौमासा। सात सौ (दोहों) का समूह-सतसई। शत अब्दों (वर्षों) का समूह-शताब्दी। चार राहों का समूह-चौराहा। पाँच वटों का समूह-पंचवटी।

(iii) नञ् समास भी तत्पुरुष का ही भेद है। जिस समास में पहला पद निषेधात्मक हो, उसे नञ् समास कहते हैं; जैसे
न सत्य-असत्य। नस्थिर-अस्थिर। न आस्तिक-नास्तिक। न हिंसा-अहिंसा। न वैरअवैर। न देखी-अनदेखी। न होनी-अनहोनी।

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran समास

2. बहुब्रीहि समास :

जिस समास के समस्तपदों में कोई भी प्रधान न होकर कोई अन्य (बाहर का) पद प्रधान हो, उसे बहुब्रीहि समास कहते हैं। बहुब्रीहि समास द्वारा रचित शब्द विशेषण का कार्य करता है; जैसे-
पीत (पीले) हैं अम्बर (वस्त्र) जिसके-पीतांबर। नीला है कंठ जिसका-नीलकंठ। उदार है हृदय जिसका-उदारहृदय। दस आनन (मुख) हैं जिसके-दशानन (रावण)। चन्द्र है शिखर (माथे) पर जिसके-चन्द्रशेखर (शिव)। विष को धारण करने वालाविषधर (सर्प) । घन (बादल) के समान श्याम-घनश्याम (कृष्ण)। चार हैं आनन (मुख) जिसके-चतुरानन (ब्रह्मा) । कुसुमों का आकर (खज़ाना) जो-कुसुमाकर (बसंत)। नाक कटी है जिसकी-नकटा। महान् है आत्मा जिसकी-महात्मा। बारह हैं सींग जिसकेबारहसिंगा।

3. द्वंद्व समास :
जिस समास में दोनों खंड समान हों, कोई प्रधान-गौण न हो, उसे द्वंद्व समास कहते हैं। इनको मिलाने वाले समुच्चयबोधक अव्यय का लोप हो जाता है; जैसे

सुख और दुःख-सुख-दुःख। माता और पिता-माता-पिता। नर और नारी-नरनारी। पाप और पुण्य-पाप-पुण्य। राम और लक्ष्मण-राम-लक्ष्मण। सीता और रामसीता-राम । दाल और रोटी-दाल-रोटी। दाल और भात-दाल-भात । वेद और पुराणवेद-पुराण। जन्म और मरण-जन्म-मरण। खरा और खोटा-खरा-खोटा। अन्न और जल-अन्न-जल। हाथ और पाँव-हाथ-पाँव। राधा और श्याम-राधेश्याम। राजा और प्रजा-राजा-प्रजा। गुरु और शिष्य-गुरु-शिष्य।

4. अव्ययीभाव समास :

जब समास में सम्मिलित पूर्वपद अव्यय हो तथा उसके योग से पूर्ण समस्तपद अव्यय बन जाए तो अव्ययीभाव समास होता है; जैसे-
स्थान के अनुसार-यथास्थान। दिन-दिन-प्रतिदिन। एक एक-प्रत्येक। जैसे संभव हो-यथासंभव। शक्ति के अनुसार-यथाशक्ति। रूप के योग-अनुरूप। मरने तक – आमरण। वर्ष वर्ष-प्रतिवर्ष। जन्म से लेकर-आजन्म। हाथ ही हाथ में-हाथोंहाथ। जीवन भर-आजीवन । आँखों के सामने प्रत्यक्ष। पेट भर कर-भरपेट। आदर के सहितसादर। डर से रहित-निडर। खटके के बिना-बेखटके। समुद्र पर्यंत-आसमुद्र।

 

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran सन्धि

Punjab State Board PSEB 7th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Sandhi सन्धि Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 7th Class Hindi Grammar सन्धि

प्रश्न 1.
सन्धि किसे कहते हैं ? उदाहरण देकर स्पष्ट करें।
उत्तर:
दो वर्गों के मेल को सन्धि’ कहते हैं। सन्धि संस्कृत का शब्द है। दो शब्द जब पास-पास होते हैं तब उच्चारण की सुविधा के लिए पहले शब्द के अन्तिम और दूसरे शब्द के आरम्भिक अक्षर आपस में एक-दूसरे से मिल जाते हैं। सन्धि में जब दो अक्षर मिलते हैं तब शब्दों में भी विकार उत्पन्न हो जाता है।
सन्धि के तीन भेद हैं-
(क) स्वर सन्धि
(ख) व्यंजन सन्धि
(ग) विसर्ग सन्धि।
स्वर सन्धि स्वर वर्णों के साथ स्वर वर्णों के मेल को स्वर-सन्धि कहते हैं। इनके पाँच भेद हैं
PSEB 7th Class Hindi Vyakaran सन्धि 1

स्वर सन्धि : (अक: सवर्ण दीर्घः) :
दो समान स्वर वर्ण, परस्पर मिलकर दीर्घ हो जाते हैं। यदि ह्रस्व या दीर्घ, अ, इ, उ, ऋ वर्ण के पश्चात् ह्रस्व या दीर्घ अ, इ, उ या ऋ आवें तो इन दोनों वर्गों के स्थान पर उन्हीं का दीर्घ वर्ण अर्थात् आ, ई, या ऋ हो जाता है।
उदाहरण-
(क) अ + अ = आ = परम + अर्थ = परमार्थ ।
अ + आ = आ = भोजन + आलय = भोजनालय।
आ + अ = आ = विद्या + अर्थी – विद्यार्थी ।
आ + आ = आ = महा + आशय = महाशय।

(ख) इ + इ = ई = गिरि + इन्द्र = गिरीन्द्र।
इ + ई = ई = वारि + ईश = वारीश।
ई + इ = ई = मही + इन्द्र = महीन्द्र।
उ + उ = ऊ = भानु + उदय =भानूदय।
उ + ऊ = ऊ = लघु + ऊर्मि = लघूर्मि।
ऊ + उ = ऊ = वधू + उत्सव = वधूत्सव।
ऊ + ऊ = ऊ = भू + उर्ध्व = भूल।

गुण स्वर-सन्धि :
(क) यदि अ अथवा आ के पश्चात् इ अथवा ई आती है तो दोनों के स्थान पर ‘ए’ हो जाता है; जैसे
अ + इ = ए = नर + इन्द्र =नरेन्द्र।।
अ + ई = ए = परम + ईश्वर =परमेश्वर।
आ + इ = ए = महा + इन्द्र = महेन्द्र।
आ + इ = ए = महा + ईश = महेश।

(ख) अब अ या आ के बाद उ या ऊ आते हैं तो दोनों के स्थान में ‘ओ’ हो जाता है; जैसे
अ + उ = ओ = हित + उपदेश = हितोपदेश।
अ + ऊ = ओ = जल + ऊर्मि = जलोर्मि।
आ + उ = ओ = गंगा — उदक = गंगोदक।
आ + ऊ = ओ = गंगा + ऊर्मि = गंगोर्मि।

(ग) यदि अ अथवा आ के परे ऋ हो तो दोनों मिलकर ‘अर्’ हो जाते हैं; जैसे
अ + ऋ = अर् = देव + ऋषि = देवर्षि
आ + ऋ = अर् = महा + ऋषि = महर्षि

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran सन्धि

वृद्धि स्वर-सन्धि :

(क) यदि अ अथवा आ के बाद ए या ऐ हो तो दोनों मिलकर ‘ऐ’ हो जाते हैं; जैसे
अ + ए = ऐ = एक + एक = एकैक।
अ + ऐ = ऐ = मत + ऐक्य = मतैक्य।
आ + ए = ऐ = सदा + एव = सदैव।
ऐ = ऐ = महा + ऐश्वर्य = महैश्वर्य।

(ख) यदि अ अथवा आ के बाद ओ या औ आए तो दोनों मिलकर ‘औ’ हो जाते हैं;
जैसे
अ + ओ = औ = जल + ओध = जलौध।
अ + औ = औ = परम + औषधि = परमौषधि।
आ + ओ = औ = महा + ओजस्वी = महौजस्वी।
आ + औ = औ = महा + औदार्य = महौदार्य।

यण स्वर-सन्धि :
(क) इ अथवा ई के बाद यदि इ या ई को छोड़कर कोई दूसरा स्वर हो तो इ या ई के स्थान पर ‘य्’ हो जाता है; जैसे
इ + अ = य = यदि + अपि = यद्यपि।
इ + आ = या = इति + आदि = इत्यादि।
इ + उ = य = अति + उत्तम = अत्युत्तम।
इ + ए = ये = प्रति + एक = प्रत्येक।

(ख) उ या ऊ के पश्चात् उ या ऊ को छोड़कर कोई दूसरा स्वर आये तो उ या ऊ के स्थान पर ‘व्’ हो जाया करता है; जैसे
उ + अ = व = अनु + अय = अन्वय
उ + आ = वा = सु + आगतम् = स्वागतम्।
उ + ए = वे = अनु + एषण = अन्वेषण।

(ग) ऋ या ऋ के पश्चात् कोई असवर्ण स्वर (ऋया ऋ) को छोड़कर कोई दूसरा स्वर आये तो ऋ अथवा ऋ के स्थान पर ‘र’ हो जाता है; जैसे
ऋ + अ = र = पितृ + अनुमति = पित्रनुमति ।
ऋ + आ = रा = पित + आज्ञा = पित्राज्ञा।
ऋ + इ = रि = पितृ + इच्छा = पित्रिच्छा।
ऋ + उ = रु = पितृ + उपदेश = पित्रुपदेश।

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran सन्धि

अयादि स्वर-सन्धि :

(क) ए अथवा ऐ के पश्चात् जब कोई स्वर हो तो ए के स्थान पर ‘अय्’ और ऐ के स्थान पर ‘आय’ हो जाता है; जैसे
ए + अ = अय् = ने + अन = नयन।।
ऐ + अ = आय = नै + अक = नायक।
ऐ + ई = आयि = नै + इका = नायिका।

(ख) ओ अथवा औ के पश्चात् जब कोई स्वर हो तो ओ के स्थान पर ‘अव्’ और औ के स्थान पर ‘आव्’ हो जाता है; जैसे
ओ + अ = अव् = पो + अन = पवन।
औ + अ = आव् = पौ + अक = पावक।

व्यंजन सन्धि :

(क) त् या द् के परे च या छ हो अथवा ज या झ हो तो त् या द् के स्थान में क्रम से च् और ज् हो जाते हैं; जैसे-
उत् + चारण = उच्चारण।
शरत् + चन्द्र = शरच्चन्द्र।
विपद् + जाल = विपज्जाल।
सत् + जन = सज्जन ।

(ख) यदि पद के अन्त में त् या द् और इनके परे श वर्णन हो तो त् या द् के स्थान में ‘च’ हो जाता है और श बदलकर ‘छ’ हो जाता है; जैसे-
सत् + शास्त्र = सच्छास्त्र।
उत् + शिष्ट = उच्छिष्ट।
तद् + शरीर = तच्छरीर।

(ग) यदि पद के अन्त में त् या द् हो और इनके परे ह हो तो त् या द् के स्थान पर ‘द’ और ह के स्थान में ‘ध्’ हो जाता है। जैसे-
उत् + हत = उद्धत।
तत् + हित = तद्धित।

(घ) पदान्त त् के बाद यदि कोई स्वर आये अथवा ग, घ, द, ध, व, भ, य,र व इनमें कोई वर्ण हो, तो त् बदलकर ‘द्’ हो जाता है; जैसे-
जगत् + ईश = जगदीश।
महत् + ऐश्वर्य = महदैश्वर्य।
जगत् + इन्द्र = जगदिन्द्र।
महत् + औषध = महदौषध।

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran सन्धि

विसर्ग-सन्धि :

(क) यदि विसर्ग के परे च या छ हो, तो विसर्ग का श् हो जाता है। जैसे
निः + चल = निश्चल।
निः + छल = निश्छल।

(ख) यदि विसर्ग के बाद ट या ठ आवे,तो विसर्ग का ष् हो जाता है। जैसे
धनुः + टकार = धनुष्टंकार।
स्थिरः + ठक्कुर = स्थिरष्ठक्कुर।

(ग) यदि विसर्ग के पहले अ हो और आगे किसी वर्ग का तृतीय, चतुर्थ अथवा पंचम वर्ण अथवा य, र, ल,व, ह इनमें से कोई वर्ण हो तो विसर्ग और पूर्ववर्ती अ दोनों मिलकर ओ हो जाते हैं; जैसे
मनः + योग = मनोयोग।
तेजः + राशि = तेजोराशि।
मनः + रथ = मनोरथ।
मनः + हर = मनोहर।
मनः + विकार = मनोविकार।

(घ) यदि विसर्ग के पहले अ, आ को छोड़कर कोई दूसरा स्वर हो और आगे किसी वर्ग का तृतीय, चतुर्थ या पंचम वर्ण य, र, ल, व, ह या अन्य कोई स्वर हो, तो विसर्ग के स्थान में र हो जाता है; जैसे-
निः + धन = निर्धन।
निः + गुण = निर्गुण।

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran उपसर्ग और प्रत्यय

Punjab State Board PSEB 7th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Upasarg aur Pratyay उपसर्ग और प्रत्यय Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 7th Class Hindi Grammar उपसर्ग और प्रत्यय

प्रश्न 1.
उपसर्ग किसे कहते हैं ? इसके कितने प्रकार हैं ?
उत्तर:
जो शब्दांश किसी शब्द के आरम्भ में जुड़ कर उसके अर्थ को बदल देते हैं, उन्हें उपसर्ग कहा जाता है; जैसे-प्र + हार = प्रहार (हार = माला या हार जाना) प्रहार का अर्थ हमला या प्रहार करना।

संस्कृत के उपसर्गों का प्रयोग तत्सम शब्दों के साथ होता है। जैसे-

उपसर्ग अर्थ उदाहरण
अति अधिक अतिप्रिय, अतिरिक्त, अत्यन्त
अधि विशेष, प्रधान अधिकार, अध्यक्ष, अधिपति
अनु पीछे अनुशासन, अनुचर, अनुमान, अनुरूप
अप बुरा अपकर्ष, अपकार, अपमान, अपयश
अभि सामने अभिसार, अभिमुख, अभिमान, अभ्यास
अव नीचे, हीन अवनति, अवतार, अवगुण
तक, चारों ओर आमरण, आजीवन, आगमन, आकार
उत् ऊपर, ऊँचा उद्गार, उत्कर्ष, उत्थान, उत्तीर्ण
उप सहायक, पास उपकार, उपमंत्री, उपस्थित, उपदेश
दुः, दुर् बुरा, कठिन दुश्चरित्र, दुष्कर, दुष्कर्म, दुश्शासन, दुराचार, दुर्जन, दुर्दशा
नि विशेष निरत, नियम, निवारण, निकाम
निः, निर् बिना, बाहर निस्तेज, निश्चज, निष्काम, निर्गुण, निर्धन, निगमन
परा परे, उलटा परामर्श, पराजय, पराभव, पराक्रम
परि चारों ओर परिक्रमा, परिश्रम, परिचय, परिवर्तन
प्र विशेष, आगे प्रकाश, प्रगति, प्रसिद्ध, प्रचार, प्रदेश, प्रबल
प्रति उलटा, विपरीत प्रत्युत्तर, प्रतिकूल, प्रतिकार, प्रतिशोध
वि विशेष, भिन्न विकास, विज्ञान, विशेष, विदेश, विमान
सम् अच्छी तरह सम्पूर्ण, संगीत, संतोष, संसार
सु अच्छा सुमति, सुधार, स्वागत, सूक्ति, सुगति
नहीं अजर, अज्ञान, अमर, अधर्म, असुर
अधः नीचे अधोमुख, अध:पतन, अधोलिखित
कु बुरा कुमार्ग, कुपुत्र, कुकर्म, कुरूप, कुमति
पर पराया परदेश, पराधीन, परधन
बहु बहुत बहुमूल्य, बहुवचन, बहुमुखी
सह साथ सहकारी, सहपाठी, सहयोग, सहशिक्षा
साथ ससाथ, सरस, सपरिवार, सफल, सगोत्र

कुछ अन्य प्रसिद्ध उपसर्ग-

अन नहीं अनपढ़, अनजान, अनबन, अनहोनी
बै बिना बेईमान, बेचारा, बेकार, बेअसर
भर भरभरा भरपेट, भरपूर, भरमार, भरसक

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran उपसर्ग और प्रत्यय

प्रश्न 2.
प्रत्यय किसे कहते हैं और इसके कितने भेद हैं ?
उत्तर:
जो धातु या शब्द के अन्त में जुड़ कर उसके रूप को बदल देते हैं, उन्हें प्रत्यय कहा जाता है।

प्रत्यय शब्द
-अन गमन, चलन, दर्शन
-अना घटना, सूचना, भावना
-ति गति, स्तुति, यति, मति
-या क्रिया, विद्या, माया
-ता सुन्दरता, मधुरता, दासता, साधुता, मानवता
– त्व गुरुत्व, महत्त्व (महत् + त्व), बन्धुत्व, कवित्व, नारीत्व
-अक कारक, पाठक, लेखक
-इक धार्मिक, दैनिक, ऐतिहासिक, मार्मिक, हार्दिक, दार्शनिक
-मान् बुद्धिमान् श्रीमान्, कीर्तिमान्
-वान् बलवान् , रथवान्, धनवान्, दयावान्
-आई चढ़ाई, लड़ाई, खुदाई, पढ़ाई, लिखाई, अच्छाई
-पन बचपन, लड़कपन, पागलपन, भोलापन, सस्तापन
-त रंगत, बचत, हालत, संगत
-हार पालनहार, सिरजनहार, होनहार, राखनहार, देवनहार
-आव पड़ाव, छिड़काव, घेराव
-आवट थकावट, सजावट, रुकावट, लिखावट
-खाना डाकखाना, कैदखाना, छापाखाना, जेलखाना, दवाखाना।

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 6 पर्यावरण संरक्षण

Punjab State Board PSEB 7th Class Hindi Book Solutions Chapter 6 पर्यावरण संरक्षण Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 7 Hindi Chapter 6 पर्यावरण संरक्षण

Hindi Guide for Class 7 PSEB पर्यावरण संरक्षण Textbook Questions and Answers

(क) भाषा-बोध

1. शब्दार्थ

पर्यावरण = वातावरण, परिवेश
संरक्षण = रक्षा करना
सर्जना = सृष्टि, निर्माण, पैदा करना
हक = अधिकार
उत्पादित = पैदा करना
दुष्परिणामों = बुरे नतीजों
आपदाएं = मुसीबतें
प्रलयंकारी = प्रलय करने वाली
विलुप्त = नष्ट
विषाक्त = ज़हरीला
कीटनाशक = कीड़ों को मारने वाली
पल्लवित = विकसित

2. अर्थ समझते हुए वाक्य बनाएं:

पर्यावरण ___________ ______________________
प्रदूषण ________________ ___________________
संरक्षण ______________ _____________________
रासायनिक ______________ _________________
उत्साहित ______________ ___________________
उत्तर:
पर्यावरण – हमें अपने पर्यावरण को दूषित होने से बचाना चाहिए।
प्रदूषण – कारखानों से निकलने वाला विषैला धुआँ वातावरण में प्रदूषण फैलाता है।
संरक्षण – पर्यावरण का संरक्षण करने के लिए अधिक-से-अधिक पेड़ लगाने चाहिए।
रासायनिक – खेतों में रासायनिक खादों का प्रयोग भूमि को दूषित करता है।
उत्साहित – अध्यापिका जी ने विद्यार्थियों को वन-महोत्सव मनाने के लिए उत्साहित किया

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 6 पर्यावरण संरक्षण

3. ‘अ’ और ‘अन्’ लगाकर विपरीतार्थक शब्द बनाएँ:

अ+संतुलित = ………………….
अ+शुद्ध = ………………
अ+सुरक्षा = …………………
अ+साधारण = ………………..
अ+भाव = …………………
अन्+उचित = ……………….
अन्+आदर = ………………..
अन्+उपयोग = …………………
अन्+आदि = ………………
अन्+आवश्यक = …………………
उत्तर:
शब्द विपरीत शब्द
अ+संतुलित = असंतुलित
अ+शुद्ध = अशुद्ध
अ+सुरक्षा = असुरक्षा
अ+साधारण = असाधारण
अ+भाव = अभाव
अन्+उचित = अनुचित
अन्+अदार = अनुदार
अन्+ उपयोग = अनुपयोग
अन्+आदि = अनादि
अन्+आवश्यक = अनावश्यक

4. पर्यायवाची शब्द लिखें:

नदी = ……………..
हवा = ……………..
जल = ……………..
पहाड़ = ………………
पृथ्वी = ……………
मनुष्य = …………..
उत्तर:
शब्द पर्यायवाची शब्द
नदी = सरिता, तटिनी, नद
हवा = पवन, वायु, समीर
जल = नीर, वारि, पानी
पहाड़ = पर्वत, गिरि, शैल
पृथ्वी = वसुधा, धरती, धरा
मनुष्य = मानव, आदमी, इन्सान

5. प्रयोगात्मक व्याकरण

(1) अति + अधिक = अत्यधिक
इ + अ = य (इ को य् + अ-य)
(2) परि + आवरण = पर्यावरण
इ + आ = या (अ को य् + आ – या)

(3) प्रति + एक इ + ए
ये (इ को य् + ए – ये) (4) सु + अच्छ
स्वच्छ उ + अ
व (उ को व् + अ – व) अतः इ, ई, उ, ऊ के बाद यदि कोई स्वर आ जाए तो इ, ई को य, उ, ऊ को व हो जाता है। यह यण संधि स्वर संधि का तीसरा भेद है। नीचे लिखे शब्दों की संधि करें:
अति + आचार सु + आगत यदि + अपि
इति + आदि उत्तर-अत्याचार, स्वागत, यद्यपि, इत्यादि।
प्रत्येक

(ख) दुःपरिणाम = दुष्परिणाम
उपर्युक्त उदाहरण में विसर्ग से परे य होने से विसर्ग को ष हो गया। यह विसर्ग संधि का उदाहरण है।
अन्य उदाहरण निः+कपट
निष्कपट दु:+फल
दुष्फल नि:+फल
निष्फल धनुः+टंकार
धनुष्टंकार अर्थात् विसर्ग से पहले ‘इ’ या ‘उ’ स्वर हो और बाद में ‘क ख ट प फ’ तो विसर्ग को ‘ष’ हो जाता है।

(ख) विचार-बोध

1. इन प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखें:

प्रश्न 1.
प्रकृति ने हमें क्या-क्या प्रदान किया है ?
उत्तर:
प्रकृति ने हमें वायु, जल, नदियाँ, पहाड़, नीला-आकाश, पशु, पक्षी, पेड़-पौधे, आदि प्रदान किया है।

प्रश्न 2.
पर्यावरण से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर:
पर्यावरण से तात्पर्य हमारे आस-पास का प्राकृतिक परिवेश है, जिस की रचना जीव-जन्तु, पेड़-पौधे, भूमि, जल तथा वायु करते हैं।

प्रश्न 3.
वनों की कटाई किस लिए की जा रही है ?
उत्तर”
वनों की कटाई नगर बसाने, कारखाने लगाने तथा ईंधन के लिए की जा रही है।

प्रश्न 4.
एक पत्ता पूरे जीवन में कितनी आक्सीजन उत्पन्न करता है ?
उत्तर:
एक पत्ता अपने जीवन-काल में इतनी ऑक्सीजन पैदा करता है, जिससे एक आदमी चार दिन तक सांस ले सकता है।

प्रश्न 5.
वृक्षों की जड़ें भूमि का कटाव रोकने में किस प्रकार सहायक हैं ?
उत्तर:
वृक्ष अपनी जड़ों से भूमि को मजबूती से जकड़े रहते हैं। वृक्षों की जड़ों के इस जकड़ाव के कारण भूमि का कटाव नहीं होता।

प्रश्न 6.
किसानों के द्वारा रासायनिक खादों और कीटनाशकों का क्या दुष्प्रभाव होता है?
उत्तर:
किसानों द्वारा प्रयोग की गई रासायनिक खाद तथा कीटनाशक दवाओं से भूमि प्रदूषित हो जाती है तथा उससे पैदा होने वाला अन्न, फल, सब्जियाँ अपने अंदर के रसायन को हमारे शरीर में पहुँचाकर अनेक बीमारियाँ पैदा करते हैं।

प्रश्न 7.
वायु में प्रदूषण कैसे हो रहा है ?
उत्तर:
वायु में प्रदूषण कारखानों, मोटरों, बसों के धुएं तथा पॉलीथीन और प्लास्टिक को जलाने से पैदा हुए विषैले धुएँ से होता है।

प्रश्न 8.
जल कैसे प्रदूषित हो रहा है ?
उत्तर:
कारखानों में उपयोग होने के बाद बाहर आने वाला पानी नदियों के जल को दूषित कर रहा है तथा घरों का कूड़ा-कर्कट नदियों, झीलों, तालाबों में मिलकर उन के जल को प्रदूषित करता है।

2. इन प्रश्नों के उत्तर चार या पाँच वाक्यों में लिखें:

प्रश्न 1.
पर्यावरण को दूषित होने से बचाने के लिए आप क्या सहयोग दे सकते हैं ?
उत्तर:
पर्यावरण को दूषित होने से बचाने के लिए हम अपने आस-पास पेड़-पौधे लगाकर, घर का कूड़ा-कर्कट कूड़ेदान में डालकर, रासायनिक खादों तथा कीटनाशक दवाओं का प्रयोग न करके, पालीथीन का उपयोग न करके, पानी-बिजली की बचत करके, कम दूरी के लिए वाहन का उपयोग न करके तथा पुरानी कापी के साफ पृष्ठों का उपयोग करके कर सकते हैं।

प्रश्न 2.
प्लास्टिक का प्रयोग किस प्रकार हानिकारक सिद्ध हो रहा है ?
उत्तर:
प्लास्टिक एक ऐसा रासायनिक पदार्थ है जो सड़-गल कर भी नष्ट नहीं होता है। इसे जलाने पर इस में से ज़हरीली गैस निकलती है, जो पर्यावरण को दूषित करती है। प्लास्टिक नालियों, नालों में फंस कर गंदे पानी की निकासी को बाधित करते हैं; जिस से गंदा पानी सड़ कर बीमारियाँ पैदा करता है।

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 6 पर्यावरण संरक्षण

PSEB 7th Class Hindi Guide पर्यावरण संरक्षण Important Questions and Answers

1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर उचित विकल्प चुनकर लिखिए

प्रश्न 1.
अध्यापिका ने कक्षा में किसके बारे में बताया ?
(क) पर्यावरण संरक्षण
(ख) देशभक्ति
(ग) भूगोल
(घ) नदियों
उत्तर:
(क) पर्यावरण संरक्षण

प्रश्न 2.
मनुष्य प्रकृति पर विजय पाने के लिए किसे नष्ट कर रहा है ?
(क) मकान
(ख) पर्यावरण
(ग) मोबाइल
(घ) टी.वी.
उत्तर:
(ख) पर्यावरण

प्रश्न 3.
मनुष्य पर्यावरण को कैसे नष्ट कर रहा है ? यह प्रश्न किसने पूछा था ?
(क) राहुल
(ख) मुकेश
(ग) विदुषी
(घ) साधवी
उत्तर:
(ग) विदुषी

प्रश्न 4.
एक पत्ता अपने जीवनकाल में कितनी ऑक्सीजन छोड़ता है ?
(क) एक व्यक्ति द्वारा चार दिन सांस लेने जितनी
(ख) क और ग दोनों
(ग) दस व्यक्तियों द्वारा बीस दिन सांस लेने जितनी
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(क) एक व्यक्ति द्वारा चार दिन सांस लेने जितनी

प्रश्न 5.
वृक्ष अपनी जड़ों से क्या रोकते हैं ?
(क) वर्षा
(ख) भूमि का कटाव
(ग) फल
(घ) पत्तियाँ
उत्तर:
(ख) भूमि का कटाव

2. निम्नलिखित रिक्त स्थानों की पूर्ति उचित विकल्पों से कीजिए

प्रश्न 1.
ज्योत्सना वनों के कटने से जीव, जन्तुओं तथा पक्षियों के ……. होने का कारण बताती है।
(क) लुप्त
(ख) आने
(ग) रंग-बिरंगे
(घ) कोई नहीं
उत्तर:
(क) लुप्त

प्रश्न 2.
कारखानों, मोटरों का धुआं ……… को प्रदूषित करता है।
(क) सड़क
(ख) वातावरण
(ग) कमीज
(घ) पैंट
उत्तर:
(ख) वातावरण

प्रश्न 3.
हमें …………. लगाकर वन महोत्सव मनाना चाहिए।
(क) पेड़-पौधे
(ख) खंबे
(ग) तार
(घ) बाड़
उत्तर:
(क) पेड़-पौधे

प्रश्न 4.
हमें ……….. खाद का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
(क) देसी
(ख) गोबर
(ग) रासायनिक
(घ) क और ख
उत्तर:
(ग) रासायनिक।

प्रश्न 5.
हमें प्लास्टिक के थैले के स्थान पर ………… का प्रयोग करना चाहिए।
(क) कागज़
(ख) जूट
(ग) कपड़े
(घ) सभी
उत्तर:
(घ) सभी

3. दिए गए शब्द का सही अर्थ से मिलान कीजिए

प्रश्न 1.
शैल:
शलगम
पहाड़
शलहज
उत्तर:
पहाड़

प्रश्न 2.
पृष्ठ:
पन्ना
पेठा
पेड़ा
उत्तर:
पन्ना

प्रश्न 3.
विषाक्त:
मीठा
अमृत
जहरीला
उत्तर:
ज़हरीला

प्रश्न 4.
वार्तालाप:
व्रत
बातचीत
वृत
उत्तर:
बातचीत

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 6 पर्यावरण संरक्षण

पर्यावरण संरक्षण Summary

पर्यावरण संरक्षण कविता का सार

‘पर्यावरण संरक्षण’ नामक पाठ में अध्यापिका जी ने विद्यार्थियों को हमारे पर्यावरण को बचाने के लिए, कक्षा में वार्तालाप के द्वारा समझाया है। उनके द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या मनुष्य हवा चला सकता है; पशु-पक्षी पैदा कर सकता है; नदिया, पहाड़ और नीला आकाश बना सकता है? सभी विद्यार्थी एक स्वर में उत्तर देते हैं कि नहीं मैडम। तब वे उन्हें समझाती हैं कि जब ऐसा है तो हमें इन्हें नष्ट भी नहीं करना चाहिए क्योंकि जीवजन्तु, पेड़-पौधे, भूमि, जल तथा वायु ही पर्यावरण की रचना करते हैं, जिन्हें मनुष्य प्रकृति पर विजय पाने के लिए नष्ट करता जा रहा है।

विदुषी के यह पूछने पर कि मनुष्य पर्यावरण को कैसे नष्ट कर रहा है; अध्यापिका जी बताती हैं कि मनुष्य नगर बसाने, कारखाने लगाने तथा ईंधन के लिए हरे-भरे वृक्षों को काट कर शुद्ध वायु और ऑक्सीजन कम कर के पर्यावरण को हानि पहुँचा रहा है। इस पर मीताली बताती है कि उसने पढ़ा था कि एक पत्ता अपने जीवनकाल में इतनी ऑक्सीजन पैदा करता है कि उससे एक आदमी चार दिन तक सांस ले सकता है। अध्यापिका जी कहती हैं कि साधारण व्यक्ति यह बात नहीं समझता और वनों को उजाड़ता रहता है जिससे सही समय पर वर्षा नहीं होती, रेगिस्तान बढ़ रहे हैं तथा बाढ़ आ जाती है। तन्मय के यह पूछने पर कि पेड़ों के कटने का इनसे क्या संबंध है, वे बताती हैं कि ऊँचे-ऊँचे वृक्षों की हरी-भरी पत्तियाँ बादलों को खींचकर वर्षा कराती हैं, अपनी जड़ों से भूमि को जकड़ कर भूमि के कटाव को रोकते हैं। तभी ज्योत्सना वनों के कटने से वन के जीव, जन्तुओं और पक्षियों पर पड़ने वाले प्रभाव की बात करती है तो वे इसे ही इन सब के लुप्त होने का कारण बताती हैं।

शाश्वत भूमि, जल तथा वायु के प्रदूषित होने को भी पर्यावरण प्रदूषण की बात मानने के लिए पूछता है तो अध्यापिका जी कहती हैं कि ऐसा ही हैं। मीताली फसलों में प्रयोग करने वाली रासायनिक खादों और कीट नाशकों के प्रयोग को भी पर्यावरण प्रदूषण का कारण मानने के लिए पूछती है तो वे कहती हैं कि इनके अतिरिक्त दूषित जल, घर का कूड़ा-कर्कट, कारखानों-मोटरों का धुंआ भी वातावरण को प्रदूषित करता है। विदुषी पॉलीथीन और प्लास्टिक के प्रयोग के बारे में पूछती है तो वे बताती हैं कि इन से भी पर्यावरण दूषित होता है क्योंकि ये गलते नहीं हैं। वे विद्यार्थियों को यह वचन देने के लिए कहती हैं कि वे पेड़-पौधे लगाकर उन्हें बड़ा करेंगे, घर का कूड़ा-कर्कट कूड़ेदान में डालेंगे, रासायनिक खादों और कीटनाशकों का प्रयोग नहीं करेंगे, पॉलीथीन की बजाय कागज़, जूट, कपड़े के थैले प्रयोग करेंगे, पानी बचायेंगे, बिजली व्यर्थ नहीं जलाएंगे, कम दूरी के लिए वाहन का प्रयोग नहीं करेंगे, पुरानी कापी के पृष्ठों का उपयोग करेंगे तथा वन महोत्सव मना कर पेड़-पौधे लगाने के लिए लोगों को उत्साहित करेंगे। सब विद्यार्थी मैडम को वचन देते हैं।

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 5 हिमालय

Punjab State Board PSEB 7th Class Hindi Book Solutions Chapter 5 हिमालय Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 7 Hindi Chapter 5 हिमालय

Hindi Guide for Class 7 PSEB हिमालय Textbook Questions and Answers

(क) भाषा-बोध

1. शब्दार्थ:

सरलार्थों के साथ दे दिए गए हैं।

अविचल = जो विचलित न हो, दूढ, स्थिर
प्रण = प्रतिज्ञा, वचन
पथ = रास्ता, मार्ग
संकट = मुसीबत
अचल = अडिग, स्थिर
जग = संसार

2. हिमालय शब्द हिम+आलय शब्दों से मिलकर बना है इसी प्रकार अन्य शब्द बनाएं:

हिम+आलय = हिमालय
पुस्तक+आलय = ………………
चिकित्सा+आलय = ………………
भोजन+आलय = ………………..
देव+आलय = ………………..
उत्तर:
बना हुआ शब्द
हिम+आलय = हिमालय
पुस्तक+आलय = पुस्तकालय
चिकित्सा+आलय = चिकित्सालय
भोजन+आलय = भोजनालय
देव+आलय = देवालय

3. अचल शब्द ‘चल’ शब्द से पूर्व ‘अ’ जुड़ने से बना है इसी प्रकार ‘अ’ लगाकर नए विपरीत शब्द बनाएँ:

अ+चल = अचल
अ+सफलता = …………………
अ+शुद्ध = ……………….
अज्ञिान = ……………….
उत्तर:
शब्द  विपरीत शब्द
अ+चल = अचल
अ+सफलता = असफलता
अ+शुद्ध = अशुद्ध
अ+ज्ञान = अज्ञान

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 5 हिमालय

4. इन शब्दों के पर्यायवा ची शब्द लिखें:

पानी = सलिल, नीर
नभ = …………….
प्रण = ……………
पथ = ……………
पथ = ……………
जग = …………….
मुसीबत = ………………
उत्तर:
शब्द पर्यायवाची शब्द
पानी = सलिल, नीर, जल
नभ = आकाश, गगन, व्योम
प्रण = प्रतिज्ञा, वचन, कसम
पथ = मार्ग, रास्ता, राह
जग = संसार, दुनिया, विश्व
मुसीबत = कठिनाई, कष्ट, पीड़ा

5. प्रयोगात्मक व्याकरण

हिम +आलय = हिमालय
अ+आ = आ

उपुर्यक्त उदाहरण में ‘हिम’ ‘के’ ‘म’ ‘में’ ‘अ’ तथा आलय के शुरू में ‘आ’ स्वर है। इस प्रकार ‘अ+आ’ के मेल से एक नई ध्वनि ‘आ’ बनने से शब्द बना = हिमालय। वर्णों के ऐसे मेल को संधि कहते हैं।

संधि विच्छेद

संधि संधि विच्छेद
योगाभ्यास योग+अभ्यास

अतः विच्छेद का अर्थ है अलग करना। संधि के नियमों द्वारा मिले हुए वर्णों को पुनः पूर्व अवस्था में ले जाने को संधि विच्छेद कहते हैं।

संधि के भेद
(1) विद्या+आलय = विद्यालय
आ+आ = आ

उपर्युक्त उदाहरण में विद्या’ में अंत में ‘आ’ स्वर है तथा पर अर्थात् बाद के शब्द आलय के शुरू में ‘आ’ स्वर है। इन दोनों स्वरों में (आ+आ) के मेल से ‘आ’ होने पर शब्द बना-विद्यालय।

अतः स्वर के बाद स्वर के मेल से जो परिवर्तन आता है, उसे स्वर संधि कहते हैं।

(2) संधि विच्छेद = संधि विशेष
जगत्+नाथ = जगन्नाथ त् को न्
जगत्+ईश = जगदीश त् को द्

पहले उदाहरण में व्यंजन ‘त’ के बाद ‘न’ होने से ‘त’ को ‘न’ हो गया तथा दूसरे उदाहरण में ‘त्’ के बाद स्वर में ‘ई’ होने से ‘त’ को ‘द’ हो गया (और बाद में द् + ई – दी) है। अतः व्यंजन वर्ण के बाद किसी स्वर या व्यंजन के आ जाने पर उसमें जो परिवर्तन आता है, उन्हें व्यंजन संधि कहते हैं।

(3) संधि विच्छेद = संधि विशेष
नमः+ते = नमस्ते विसर्ग के बाद ‘त’ होने से विसर्ग को ‘स्’ हो गया।
नि:+आधार = निराधार विसर्ग से पूर्व ‘इ’ स्वर होने से विसर्ग को ‘र’ हो गया तथा बाद वाला स्वर (आ) र् में मिलकर ‘रा’ बन गया।

अतः विसर्ग के बाद स्वर या व्यंजन होने पर जो विकार सहित मेल होता है, उसे विसर्ग संधि कहते हैं।

संधि विच्छेद = संधि विशेष
(क) देव + आलय = देवालय अ+आ = आ
सती + ईश = सतीश ई+ई = ई
गुरु + उपदेश = गुरुपदेश उ+उ = ऊ

अतः जब ह्रस्व या दीर्घ ‘अ’, ‘इ’ और ‘उ’ के बाद ह्रस्व या दीर्घ ‘अ’, ‘इ’, ‘उ’ आएँ तो दोनों के मेल से क्रमशः इनका दीर्घ रूप ‘आ’, ‘ई’, ‘इ’ और ‘ऊ’ हो जाता है। इसे दीर्घ संधि कहते हैं।

इसी प्रकार नीचे लिखे पदों की संधि करें:

अति+इव = …………….
दया-आनन्द = …………….
परि+ईक्षा = …………….
विद्या+अर्थी = …………….
नारी+ इच्छा = …………….
सिंधु-ऊर्मि = …………….
वधू+उत्सव = …………….
उत्तर:
अति+इव = अतीव
दया+आनन्द = दयानन्द
परि+ईक्षा = परीक्षा
विद्या+अर्थी = विद्यार्थी
नारी+इच्छा = नारीच्छा
सिंधु+ऊर्मि = सिंधूर्मि
वधू+उत्सव = वधूत्सव

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 5 हिमालय

(ख) विचार-बोध

1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखें :

(क) हिमालय पर्वत भारत की किस दिशा में स्थित है ?
उत्तर:
हिमालय पर्वत भारत की उत्तर दिशा में स्थित है।

(ख) सभी संकटों के समय हमारा व्यवहार कैसा होना चाहिए ?
उत्तर:
सभी संकटों के समय हमें स्थिर रहना चाहिए।

(ग) हम सब कुछ कैसे पा सकते हैं ?
उत्तर:
अपने प्रण पर अटल रहने से हम सब कुछ पा सकते हैं।

(घ) संसार में सफलता कैसे लोगों को मिलती है ?
उत्तर:
संसार में सफलता उन लोगों को मिलती है, जो लाख मुसीबतों के आने पर भी अपने पथ पर कायम रहते हैं।

2.  इन काव्य पंक्तियों की सप्रसंग व्याख्या करें

प्रश्न 1.
तुम भी ऊँचे उठ सकते हो,
छू सकते हो नभ के तारे
उत्तर:
उत्तर के लिए सप्रसंग सरलार्थ देखिए।

प्रश्न 2.
हिमालय से हम कौन-कौन से गुण सीख सकते हैं ?
उत्तर:
हिमालय से हम आँधी-तूफान में भी अडिग भाव से डटे रहना, अपने प्रण का पालन करना, मुसीबतों से भी नहीं घबराना तथा संकटों का सामना करना सीख सकते हैं।

प्रश्न 3.
हिमालय पर्वत से हमारे देश को कौन-कौन से लाभ हैं ?
उत्तर:
हिमालय हमारे देश की उत्तरी सीमा का रक्षक है। यह ठंडी हवाओं को भारत में आने से रोकता है। इससे अनेक जड़ी-बूटियाँ और बहुमूल्य पदार्थ प्राप्त होते हैं।

(ग) कुछ करो

(1) अपने भूगोल वाले अध्यापक की सहायता से भारत में स्थित अन्य पर्वतों तथा उनकी स्थिति के बारे में पता करें।
(2) भारत में हिमालय पर्वत की सबसे ऊँची चोटी का नाम पता करें।
(3) हिमालय पर्वत से निकलने वाली नदियों के नाम पता करें और अपने अध्यापक/ अध्यापिका की सहायता से करें।
उत्तर:
अपने अध्यापक/अध्यापिका की सहायता से करें।

PSEB 7th Class Hindi Guide हिमालय Important Questions and Answers

1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर उचित विकल्प चुनकर लिखिए

प्रश्न 1.
‘हिमालय’ कविता में कवि ने किसके समान अडिग रहने का संदेश दिया है ?
(क) हिमालय
(ख) राहुल
(घ) विवेक
(घ) भगवान
उत्तर:
(क) हिमालय

प्रश्न 2.
हिमालय खड़ा होकर हमें क्या बता रहा है ?
(क) खूब पढ़ो
(ख) आँधी-पानी से नहीं डरना
(घ) नाचो
(घ) कोई नहीं
उत्तर:
(ख) आँधी-पानी से नहीं डरना

प्रश्न 3.
‘हिमालय’ कविता में अचल शब्द का क्या अर्थ है |
(क) अडिग
(ख) डिंग
(ग) आना
(घ) जाना
उत्तर:
(क) अडिग

प्रश्न 4.
अपने प्रण पर अडिग रहने से मनुष्य क्या पा लेता है ?
(क) कलम
(ख) रुपया
(ग) सब कुछ
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(ग) सब कुछ

प्रश्न 5.
जो मरने से नहीं डरते उन्हें क्या मिलता है ?
(क) सफलता
(ख) असफलता
(ग) पुरस्कार
(घ) वेतन
उत्तर:
(क) सफलता

2. निम्नलिखित रिक्त स्थानों की पूर्ति उचित विकल्पों से कीजिए

प्रश्न 1.
हिमालय सदा …………… रहता है।
(क) डटकर
(ख) बैठा
(ग) खड़ा
(घ) रोता
उत्तर:
(क) डटकर

प्रश्न 2.
जो व्यक्ति अपने ……….. पर मजबूती से खड़ा रहता है, उसे सफलता मिलती है।
(क) घर
(ख) पथ
(घ) छत
(घ) विद्यालय
उत्तर:
(ख) पथ

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 5 हिमालय

प्रश्न 3.
संकटों के समय हमारा व्यवहार ………………. रहना चाहिए।
(क) स्थिर
(ख) कठोर
(ग) डाँवाडोल
(घ) नरम
उत्तर:
(क) स्थिर

प्रश्न 4.
भारत के उत्तर में ………… पर्वत स्थित है।
(क) विध्यांचल
(ख) हिमालय
(ग) अरावली
(घ) शिवालिक
उत्तर:
(ख) हिमालय

प्रश्न 5.
गंगा नदी …………. से निकलती है।
(क) विध्यांचल
(ख) शिवालिक
(ग) हिमालय
(घ) कोई नहीं
उत्तर:
(ग) हिमालय

3. दिए गए शब्द का सही अर्थ से मिलान कीजिए:

प्रश्न 1.
प्रतिज्ञा:
प्राण
प्रण
प्रात:काल
उत्तर:
प्रण

प्रश्न 2.
सलिल:
सरल
कठिन
जल
उत्तर:
जल

प्रश्न 3.
देवालय:
मंदिर
गिरजाघर
मस्जिद
उत्तर:
मंदिर

प्रश्न 4.
अडिग:
अकड़ना
दृढ़
उत्तर:
दृढ़

सप्रसंग सरलार्थ

1. खड़ा हिमालय बता रहा है,
डरो न आंधी पानी से,
खड़े रहो तुम अविचल होकर,
सब संकट तूफानों में।

शब्दार्थ:
अविचल = स्थिर, अडिग, दृढ़। संकट = मुसीबत।

प्रसंग:
यह पद्यांश हिमालय’ कविता से लिया गया है। इसमें कवि ने मनुष्य को सदा मज़बूती से सब मुसीबतों का सामना करने की प्रेरणा दी है।

सरलार्थ:
कवि कहता है कि खड़ा हुआ हिमालय यह बता रहा है कि आंधी-पानी से मत डरो। तुम सब मुसीबतों और तूफानों में भी घबराओ मत तथा उनका मज़बूती से सामना करो।

भावार्थ:
कवि का कहना है कि हमें जीवन की राह में आने वाली सब मुसीबतों का सामना इस प्रकार डट कर करना चाहिए जैसे हिमालय सदा डट कर खड़ा रहता है।

2. डिगो न अपने प्रण से, तो तुम,
सब कुछ पा सकते हो प्यारे।
तुम भी ऊँचे उठ सकते हो,
छू सकते हो नभ के तारे।

शब्दार्थ:
डिगना = हिलना, किसी बात पर स्थिर न रहना। प्रण = प्रतिज्ञा, वचन। नभ = आकाश।

प्रसंग:
यह पद्यांश ‘हिमालय’ कविता से लिया गया है। इसमें कवि ने मुसीबतों में भी न घबराने तथा स्थिर रहने की प्रेरणा दी है।

सरलार्थ:
कवि कहता है कि तुम कभी भी अपने वचनों से मत फिरो, क्योंकि ऐसा करने से तुम सब कुछ प्राप्त कर सकते हो। तुम ऊँचे उठ कर आकाश के तारे भी छू सकते हो।

भावार्थ:
कवि का कथन है कि अपने प्रण पर अडिग रहने से मनुष्य सब कुछ पा कर ऊँचा उठ सकता है तथा आकाश की ऊँचाइयों को भी छू सकता है।

3 अचल रहा तो अपने पथ पर,
लाख मुसीबत आने में,
मिली सफलता जग में उसको,
जीने में मर जाने को

शब्दार्थ:
अचल = अडिग, स्थिर। पथ = शस्ता, मार्ग, उद्देश्य, लक्ष्य। जग = संसार, दुनिया।

प्रसंग:
यह पद्यांश ‘हिमालय’ कविता से लिया गया है। इसमें कवि ने जीवन में आने वाली कठिनाइयों का डट कर सामना करने की प्रेरणा दी है।

सरलार्थ:
कवि कहता है कि जो व्यक्ति लाख मुसीबतों के आने पर भी नहीं घबराता और अपने पथ पर मज़बूती से स्थिर रहता है, उसे ही संसार में सफलता मिलती है जो जीते हुए भी मरने के लिए सदा तैयार रहता है।

भाव:
संसार में सफलता सदा उन्हें मिलती है जो मरने से नहीं डरते तथा हर मुसीबत में अडिग रहते हैं।

हिमालय Summary

हिमालय कविता का सार

‘हिमालय’ कविता में कवि हिमालय के समान अडिग बनने का संदेश देता है। कवि कहता है कि हिमालय खड़े होकर हमें यह बता रहा है कि कभी भी आँधी-पानी से नहीं डरना चाहिए और सभी मुसीबतों और तूफानों में भी हमें मजबूती से खड़े रहना चाहिए। यदि हम अपने वचनों पर डटे रहें तो सब कुछ पा सकते हैं और ऊँचे उठकर आकाश के तारों को भी छू सकते हैं। जो व्यक्ति लाखों मुसीबतों के आने पर भी अपने पथ पर स्थिर रहता है, उसी को संसार में सफलता मिलती है।

PSEB 7th Class Maths Solutions Chapter 12 Algebraic Expressions Ex 12.2

Punjab State Board PSEB 7th Class Maths Book Solutions Chapter 12 Algebraic Expressions Ex 12.2 Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 7 Maths Chapter 12 Algebraic Expressions Ex 12.2

1. Fill in the blanks :

(i) 5y + 7y = ……………..
(ii) 3xy + 2xy = ……………..
(iii) 12a2 – 7a2 = ……………..
(iv) 8mn2 – 3mn2 = ……………..
Solution:
(i) 12y
(ii) 5xy
(iii) 5a2
(iv) 5mn2

2. Add the following algebraic expressions 

(a) 3xy2, 7xy2
Solution:
Given terms are like terms. Their coefficients are 3 and 7.
Required sum is given as :
3xy2 + 7xy2 = (3 + 7) xy2
= 10xy2

(b) 7x, – 3x, 2x
Solution:
7x + (- 3x) + 2x = (7 – 3 + 2) x
= 6x

(c) 12p2q, 3p2q, – 5p2q
Solution:
(12p2q) + (3p2q) + (- 5p2q)
= (12 + 3 – 5) p2q
= 10p2q

(d) 3x2, – 8x2, – 5x2, 13x2
Solution:
3x2 + (- 8x)2 + (- 5x)2 + 13x2
= (3 – 8 – 5 + 13) x2
= 3x2

PSEB 7th Class Maths Solutions Chapter 12 Algebraic Expressions Ex 12.2

3. Add the following algebraic expressions.

(a) x + y and 2x – 3y
Solution:
(a) Horizontal method:
(x + y) + (2x – 3y)
= x + 2x + y – 3y
= 3x – 2y

Column method:
PSEB 7th Class Maths Solutions Chapter 12 Algebraic Expressions Ex 12.2 1

(b) 5a + 7b and 3a – 2b
Solution:
Horizontal method:
(5a + 7b) + (3a – 2b)
= 5a + 3a + 7a – 2b
= 8a + 5b.

Column method:
PSEB 7th Class Maths Solutions Chapter 12 Algebraic Expressions Ex 12.2 2

(c) 3m + 2n, 7m – 8n, 2m – n
Solution:
Horizontal method:
(3m + 2n) + (7m – 8n) + (2m – n)
= 3m + 7m + 2m + 2n – 8n – n
= 12m – 7n

Column method:
PSEB 7th Class Maths Solutions Chapter 12 Algebraic Expressions Ex 12.2 3

(d) 3x2 + 2x – 7 and 5x2 – 7x + 8
Solution:
Horizontal method:
(3x2 + 2x – 7) + (5x2 – 7x + 8)
= 3x2 + 5x2 + 2x – 7x – 1 + 8
= 8x2 – 5x + 1

Column method:
PSEB 7th Class Maths Solutions Chapter 12 Algebraic Expressions Ex 12.2 4

(e) m2 + 2n2 – p2, – 3m2 + n2 + 2p2 and 4m2 – 3n2 + 5p2
Solution:
Horizontal method:
(m2 + 2n2 – p2) + (- 3m2 + n2 + 2p2) + (4m2 – 3n2 + 5p2)
= m2 – 3m2 + 4m2 + 2n2 + n2 – 3n2 – p2 + 2p2 + 5p2
= 2m2 + 0n2 + 6p2

Column method:
PSEB 7th Class Maths Solutions Chapter 12 Algebraic Expressions Ex 12.2 5

(f) 3xy + 7x2 – 2y2, 2xy + y2 and 2x2 + y2
Solution:
Horizontal method:
(3xy + 7x2 – 2y2) + (2xy + y2) + (2x2 + y2)
= 3xy + 2xy + 7x2 + 2x2 – 2y2 + y2 + y2
= 5xy + 9x2 + 0y2

Column method:
PSEB 7th Class Maths Solutions Chapter 12 Algebraic Expressions Ex 12.2 6

PSEB 7th Class Maths Solutions Chapter 12 Algebraic Expressions Ex 12.2

4. Simplify the following algebraic expressions by combining like terms.

(a) -5ax + 3xy + 2xy – 8ax
Solution:
– 5ax + 3xy + 2xy – 8ax
= – 5ax – 8ax + 3xy + 2xy
= – 13ax + 5xy.

(b) 3m – 2n + 5m – 3m + 8n
Solution:
3m – 2n + 5m – 3m + 8n
= 3m + 5m – 3m – 2n + 8n
= 5m + 6 n.

(c) 3pq – 15r2 – 3l2m2 + 2r2 + 2l2m2 – 5pq
Solution:
3pq – 15r2 – 3l2m2 + 2r2 + 2l2m2 – 5pq
= 3pq – 5pq – 15r2 + 2r2 – 3l2m2 + 2l2m2
= – 2pq – 13r2 – 2l2m2.

(d) 4x3 + 7x2 – 3x + 2 – 2x3 – 2x2 + 7x – 3
Solution:
4x3 + 7x2 – 3x + 2 – 2x3 – 2x2 + 7x – 3
= 4x3 – 2x3 + 7x2 – 2x2 – 3x + 7x + 2 – 3
= 2x3 + 5x2 + 4x – 1.

5. Subtract the algebraic expressions.

(a) – 3x2 from 7x2
Solution:
7x2 – (- 3x2) = 7x2 + 3x2 = 10x2

(b) – 3ab from 10ab
Solution:
10ab – (- 3ab) = 10ab + 3ab = 13 ab

PSEB 7th Class Maths Solutions Chapter 12 Algebraic Expressions Ex 12.2

(c) a + b from a – b
Solution:
(a – b) – (a+ b)
= a – b – a – b
= -2b

(d) 15m + 10n from 2m – 16n
Solution:
2m – 6n – (15m + 10n)
= 2m – 15m – 6n – 10n
= – 13m – 16n

(e) 2x + 8y – 3z from – 3x + 2y + z
Solution:
– 3x + 2y + z – (2x + 8y – 3z)
= – 3x + 2y + z – 2x – 8y + 3z
= – 5x – 6y + 4z

(f) 18m2 + 3n2 – 2mn – 7 from 3m2 – 2n2 + 8mn – 8m + 4
Solution:
(3m2 – 2n2 + 8mn – 8m + 4) – (18m2 + 3n2 – 2mn – 7)
= 3m2 – 2n2 + 8mn – 8m + 4 – 18m2 – 3n2 + 2mn + 7
= 3m2 – 18m2 – 2n2 – 3n2 + 8mn + 2mn – 8m + 4 + 7
= – 15m2 – 5n2 + 10mn – 8m + 11

6. What should be subtracted from l – 2m + 5n to get 2l – 3m + 4n ?
Solution:
(l – 2m + 5n) – (2l – 3m + 4n)
= l – 2l – 2m + 3m + 5n – 4n
= -l + m + n.
Hence, -l + m + n should be subtracted.

7. What should be added to 3x2 + 2xy – y2 to obtain x2 – 7xy + 3y2 ?
Solution:
(x2 – 7xy + 3y2) – (3x2 + 2xy – y2)
= x2 – 3x2 – 7xy – 2xy + 3y2 + y2
= – 2x2 – 9xy + 4y2.

PSEB 7th Class Maths Solutions Chapter 12 Algebraic Expressions Ex 12.2

8. Subtract 3a2 + 2b2 – 8ab + 8 from the sum of a2 – b2 + 7ab + 3 and 2a2 + 4b2 – 18ab + 7
Solution:
First add a2 – b2 + 7ab + 3 and 2a2 + 4b2 – 18ab + 7
(a2 – b2 + 7ab + 3) + (2a2 + 4b2 – 18ab + 7)
= a2 + 2a2 – b2 + 4b2 + 7ab – 18ab + 3 + 7
= 3a2 + 3b2 – 11ab + 10 …… (1)
Now we subtract 3a2 + 2b2 – 8ab + 8 from (1)
3a2 + 3b2 – 11ab + 10 – (3a2 + 2b2 – 8ab + 8)
= 3a2 – 3a2 + 3b2 – 2b2 – 11ab + 8ab + 10 – 8
= 0a2 + b2 – 3ab + 2
= b2 – 3ab + 2

9. How much x2 + 3xy + y2 is less than 2x2 + 5xy – y2 ?
Solution:
(2x2 + 5xy – y2) – (x2 + 3xy + y2)
= 2x2 – x2 + 5xy – 3xy – y2 – y2
= x2 + 2xy – 0y2
Hence, x2 + 3xy + y2 is less than 2x2 + 5xy – y2 by x2 + 2xy – 2y2.

10. Multiple Choice Questions :

Question (i).
The algebraic expression for “Number 5 added to three times the product of numbers m and n” is.
(a) 5 + 3mn
(b) 3 + 5mn
(c) (5 + 3) mn
Answer:
(a) 5 + 3mn

PSEB 7th Class Maths Solutions Chapter 12 Algebraic Expressions Ex 12.2

Question (ii).
The sum of algebraic expressions 3x + 11 and 2x – 7 is
(a) 5x + 4
(b) x + 4
(c) 5x – 18
Answer:
(a) 5x + 4

Question (iii).
Subtraction of a + b from 2a + 3b.
(a) a + 2b
(b) – a – 2b
(c) 3a + 4b
(d) a + b
Answer:
(a) a + 2b

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran काल

Punjab State Board PSEB 7th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Kaal काल Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 7th Class Hindi Grammar काल

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran काल

प्रश्न 1.
काल किसे कहते हैं और काल के भेद लिखो।
उत्तर:
क्रिया के जिस रूप से उसके होने या करने के समय का बोध हो, उसे काल कहते हैं।
काल के भेद :
काल के मुख्य तीन भेद हैं-
1. भूतकाल : जिससे क्रिया के बीते हुए समय में होने का बोध हो उसे भूतकाल कहते हैं।
2. वर्तमान काल : जिस से क्रिया के चल रहे अथवा वर्तमान समय में होने का बोध हो उसे वर्तमान काल कहते हैं।
3. भविष्यत्काल : जिससे क्रिया के आने वाले समय में होने का बोध हो उसे भविष्यत्काल कहते हैं।

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran कारक

Punjab State Board PSEB 7th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Karak कारक Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 7th Class Hindi Grammar कारक

प्रश्न 1.
कारक किसे कहते हैं ? कारक कितने प्रकार के हैं ?
उत्तर:
संज्ञा वाचक सर्वनाम के जिस रूप से उसका वाक्य के दूसरे शब्दों से सम्बन्ध जाना जाए, उस रूप को कारक कहते हैं; जैसे-मोहन ने पुस्तक को मेज़ पर रख दिया।

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran कारक

प्रश्न 2.
विभक्ति किसे कहते हैं ?
उत्तर:
कारक प्रकट करने के लिए संज्ञा अथवा सर्वनाम के साथ ‘ने’, ‘की’, ‘से’ आदि जो चिह्न लगाए जाते हैं, उन्हें विभक्ति कहा जाता है।
हिन्दी में आठ कारक हैं। इनके नाम और विभक्ति चिह्न इस प्रकार हैं

कारक विभक्ति चिह्न
1. कर्ता ने
2. कर्म को
3. करण से, के द्वारा, के साथ
4. सम्प्रदान को, के लिए, वास्ते
5. अपादान से (पृथक्त्व बोधक)
6. सम्बन्ध का, के, की
7. अधिकरण में, पर
8. सम्बोधन हे, अरे, रे

1. कर्ता : संज्ञा का सर्वनाम के जिस रूप से क्रिया के करने वाले का बोध होता है, उसे कर्ता कारक कहा जाता है; जैसे-
(i) मोहन पुस्तक पढ़ता है।
(ii) सोहन ने दूध पीया।
उक्त दोनों वाक्यों में मोहन और सोहन कर्ता हैं।

2. कर्म : संज्ञा सर्वनाम के जिस रूप पर क्रिया के व्यापार का फल पड़ता हो, उसे कर्म कारक कहते हैं; जैसे-श्याम पाठशाला को जाता है।

3. करण : संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से कर्ता के काम करने के साधन का बोध हो, उसे करण कारक कहा जाता है; जैसे-राम ने बाण से बालि को मारा।

4. सम्प्रदान : संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप के लिए क्रिया की जाए, उसे सम्प्रदान कारक कहा जाता है; जैसे-अध्यापक विद्यार्थियों के लिए पुस्तकें लाया।

5. अपादान : संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से पृथक्ता, आरम्भ, भिन्नता आदि का बोध होता हो, उसे अपादान कारक कहा जाता है; जैसे-वृक्ष से पत्ते गिरते हैं।

6. सम्बन्ध : संज्ञा या सर्वनाम का जो रूप एक वस्तु या दूसरी वस्तु के साथ सम्बन्ध प्रकट करे, उसे सम्बन्ध कारक कहते हैं; जैसे–यह मोहन का घर है।

7. अधिकरण : संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से क्रिया के आधार का बोध हो, उसे अधिकरण कारक कहते हैं; जैसे-वीर सैनिक युद्ध भूमि में मारा गया।

8. सम्बोधन : संज्ञा का जो रूप चेतावनी या किसी को पुकारने का सूचक हो उसे सम्बोधन कारक कहते हैं; जैसे-हे ईश्वर ! हमारी रक्षा करो।

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran लिंग और वचन

Punjab State Board PSEB 7th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Ling aur Vachan लिंग और वचन Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 7th Class Hindi Grammar लिंग और वचन

प्रश्न 1.
लिंग किसे कहते हैं और उसके भेद बताओ।
उत्तर:
संज्ञा के जिस रूप से किसी व्यक्ति, वस्तु की जाति का बोध हो, उसे लिंग कहते हैं। हिन्दी में दो लिंग होते हैं-
1. पुल्लिग – जिससे पुरुष जाति का बोध हो उसे पुल्लिग कहते हैं।
2. स्त्रीलिंग – जिससे स्त्री जाति का बोध हो उसे स्त्रीलिंग कहते हैं।

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran लिंग और वचन

प्रश्न 2.
वचन किसे कहते हैं और वचन कितने प्रकार के होते हैं ?
उत्तर:
शब्दों के जिस रूप से किसी वस्तु के एक अथवा अनेक होने का बोध हो उसे वचन कहते हैं।
हिन्दी में दो वचन हैं-
(i) एकवचन और
(ii) बहुवचन।
(i) एकवचन : संज्ञा का जो रूप एक ही वस्तु का बोध कराए, उसे एक वचन कहते हैं; जैसे-लड़की, घोड़ा, बहन।
(ii) बहुवचन : संज्ञा का जो रूप एक से अधिक वस्तुओं का बोध कराए, उसे बहुवचन कहते हैं; जैसे-लड़कियाँ, घोड़े, बहनें।