Punjab State Board PSEB 10th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar anekarthi shabd अनेकार्थक शब्द Exercise Questions and Answers, Notes.
PSEB 10th Class Hindi Grammar अनेकार्थक शब्द
निम्नलिखित शब्दों के अनेकार्थी शब्द लिखिए
अंक – ……………..
अंबर – ……………….
आम – ……………..
गुरु – ……………..
घट – ……………..
निशान – ………………
लाल – ……………..
मत – ………………
भेंट – ………………
हल – ………………
उत्तर:
शब्द – अनेकार्थी शब्द
अंक – गोद, चिह्न, संख्या, भाग्य, नाटक का अंक, अध्याय।
अंबर – वस्त्र, आकाश, कपास, एक सुगंधित पदार्थ।
आम – मामूली, सर्वसाधारण, आम का फल।
गुरु – बड़ा, आचार्य, भारी, बृहस्पति, दो मात्राओं का अक्षर।
घट – घड़ा, शरीर, हृदय।
निशान – चिह्न, ध्वज, तेज करना, यादगार, लक्ष्य, पता-ठिकाना, परिचायक लक्षण।
लाल – रंग, बेटा, मूल्यवान पत्थर।
मत – नहीं, सम्मत, सम्मानित, सोचा-विचारा, सम्मति, वोट, मंशा, सिद्धान्त।
भेंट – मुलाकात, मिलन, नजर।।
हल – खेत जोतने का यंत्र, समाधान।
निम्नलिखित बहुविकल्पी प्रश्नों के उत्तर एक सही विकल्प चुनकर लिखें
प्रश्न 1.
अंबर के अनेकार्थक शब्द हैं
(क) गोद-वस्त्र
(ख) आकाश-वस्त्र
(ग) कपास-केश
(घ) भाग्य-भार।
उत्तर:
(ख) आकाश-वस्त्र
प्रश्न 2.
अहि के अनेकार्थक शब्द हैं
(क) साँप-बकरा
(ख) साँप-भ्रम
(ग) साँप-सूर्य
(घ) साँप-शिव।
उत्तर:
(ग) साँप-सूर्य
प्रश्न 3.
कनक के अनेकार्थक शब्द हैं
(क) सोना-चाँदी
(ख) सोना-गेहूँ
(ग) सोना-जागना
(घ) सोना-खोना।
उत्तर:
(ख) सोना-गेहूँ
प्रश्न 4.
गो के अनेकार्थक शब्द हैं
(क) जाना-आना
(ख) गाय-सूर्य
(ग) गाय-भूमि
(घ) खग-किरण।
उत्तर:
(ग) गाय-भूमि
प्रश्न 5.
नाग के अनेकार्थ हैं-साँप-हाथी (हाँ या नहीं में उत्तर लिखें)
उत्तर:
हाँ
प्रश्न 6.
कुल के अनेकार्थ हैं-वंश-किनारा (हाँ या नहीं में उत्तर लिखें)
उत्तर:
नहीं
प्रश्न 7.
सारंग के अनेकार्थ हैं-साँप-हाथी (हाँ या नहीं में उत्तर लिखें)
उत्तर:
हाँ
प्रश्न 8.
बाल के अनेकार्थ हैं-बालक-केश (सही या गलत लिख कर उत्तर दें)
उत्तर:
सही
प्रश्न 9.
श्रुति के अनेकार्थ हैं-नाक-कान (सही या गलत लिख कर उत्तर दें)
उत्तर:
गलत
प्रश्न 10.
घट के अनेकार्थ हैं-शरीर-घड़ा (सही या गलत लिख कर उत्तर दें)
उत्तर:
सही।
बोर्ड परीक्षा में पूछे गए प्रश्न
वर्ष
निम्नलिखित में से किसी एक शब्द के अनेकार्थक शब्द (कम-से-कम दो) लिखिए
फल, बोझ।
उत्तर:
फल = परिणाम, लाभ, प्रयोजन, पेड़ का फल।
बोझ = भार, भारी वस्तु, कार्य भार।
कर, बाल।
उत्तर:
कर = टैक्स, हाथ, किरण, सँड
बाल = बालक, केश, अनाज (का ऊपरी हिस्सा)।
नाक, हवा।
उत्तर:
नाक = साँस लेने एवं सूंघने की इंद्री, मगर, घड़ियाल, गौरव की बात।
हवा = वायु, साँस, अफ़वाह।
वर्ष
अंक, फल।
उत्तर:
अंक = गोद, भाग्य, संख्या, अध्याय
फल = परिणाम, लाभ, पेड़ का फल, प्रयोजन।
कनक, उत्तर।
उत्तर:
कनक = धतूरा, सोना, गेहूँ, पलाश
उत्तर = परिणाम, दिशा, जवाब देना, प्रतिकार।
चक्र, काल।
उत्तर:
चक्र = पहिया सैनिक व्यूह, चक्कर, कुम्हार का चक्र, फेरा
काल = समय, यम, अंत, मौसम, क्रियाओं को सूचित करने वाला।
वर्ष
हवा, धूप।
उत्तर;
हवा = पवन, वायु
धूप = सूर्य की धूप, पूजा के लिए प्रयोग की जाने वाली धूप।
प्रश्न 1.
अनेकार्थक शब्द से आपका क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
भाषा में अनेक ऐसे शब्द होते हैं जिनके अर्थ प्रसंग के अनुसार अलग-अलग होते हैं। ऐसे शब्दों को अनेकार्थक कहते हैं।
प्रश्न 2.
अनेकार्थक शब्दों के पांच उदाहरण वाक्य बना कर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
1. अंक-
- संख्या-आप के पांच अंक काट दिए गए थे।
- चिह्न-उसने दो का अंक मिटा दिया है।
- नाटक का अंक-‘वीर राजा’ नाटक के तीन ही अंक थे।
- गोद-बच्चा माँ के अंक में सो रहा था।
- भाग्य-प्रत्येक बच्चा अपना अंक लेकर ही धरती पर आता है।
- अध्याय-उत्तर के लिए आप पुस्तक का चौथा अंक देखिए।
2. नीलकंठ-मोर-नाचते हुए नीलकंठ ने अपने पंख फैला रखे थे।
शिवजी-दुःख की इस घड़ी में भगवान् नीलकंठ आप पर दया करें।
3. कुशल-चतुर-आप का भाई आप से अधिक कुशल निकला।
खैरियत-हम सब आप के कुशल मंगल की कामना करते हैं।
4. कृष्ण-काला-अब तो कृष्ण पक्ष आरंभ हो चुका है।
भगवान् कृष्ण-श्री कृष्ण द्वापर युग में अवतरित हुए थे।
वेद व्यास-महामुनि कृष्ण द्वैपायन ने ‘महाभारत’ की रचना की थी।
5. मित्र-प्रिय-आप की मित्र मंडली कहां से पधारी है?
दोस्त-अभी रास्ते में मुझे मेरा मित्र मिला था।
सूर्य-धरती पर जीवन का आधार तो मित्र ही है।
अनेकार्थक शब्दों के उदाहरण
अंक – भाग्य, अध्याय, गोद, चिहन, नाटक का अंक, संख्या।
अंग – भाग, शरीर का कोई हिस्सा।
अर्क – सूर्य, आक का पौधा, रस, ज्योति, दवाई के रूप में पिया जाने वाला औषधियों का काढ़ा।
अनंत – आकाश, विष्णु, असीम, अंतहीन, ब्रह्म।
अर्थ – कारण, धन, ऐश्वर्य, इच्छा, प्रयोजन, मतलब, लिए।
अज – बकरा, ब्रह्मा, शिव, जीव, कामदेव, मेष राशि।
उत्तर – जवाब, उत्तर दिशा, बाद का, प्रतिकार।
अहि – साँप, कष्ट, सूर्य।
अधि – धरोहर, विपत्ति, अभिशाप, मानसिक पीड़ा।
आम – आम का फल, सर्वसाधारण, मामूली।
अंबर – आकाश, वस्त्र, कपास, एक सुगंधित पदार्थ।
अरुण – लाल, सूर्य, सूर्य का सारथी, सिंदूर, वृक्ष, संध्या, राग।
अच्युत – स्थिर, कृष्ण, विष्णु, अविनाशी।
अमृत – जल, पारा, दूध, अन्न।
अलि – सखा, पंक्ति, भौंरा। ‘आराम-बाग, विश्राम, शांति।
आलि – सखी, पंक्ति।
अतिथि–साधु, मेहमान, यात्री, राम का पोता या कुश का बेटा, अपरिचित व्यक्ति।
आपत्ति – मुसीबत, एतराज। अयन – घर, मार्ग, स्थान, आधा, वर्ष।
ईश्वर – प्रभु, स्वामी, धनी, समर्थ।
उत्तर – जवाब, उत्तर दिशा, प्रतिकार, बाद का।
कनक – धतूरा, सोना, गेहूँ, खजूर, छंद का एक भेद, पलाश।
कच – बाल, बादल, झुंड, बृहस्पति का बेटा।
कर्ता – स्वामी, ईश्वर, एक कारक, करने वाला।
कर – टैक्स, हाथ, किरण, सँड।
कर्ण – कान, समकोण के सामने की भुजा, कुंती पुत्र, पतवार।
कल – आगामी/बीता हुआ दिन, चैन, मशीन।
कोटि – श्रेणी, करोड़, धनुष का सिर।
कुशल – चतुर, खैरियत।
काल – समय, अंत, क्रियाओं को सूचित करने वाला शब्द (जैसे भूतकाल, वर्तमानकाल) मौसम, (जैसे शरद काल)।
कृष्ण – काला, वेदव्यास, भगवान् कृष्ण।
काम – इच्छा, कार्य, कामदेव।
कुल – वंश, सभी, सारा।
खर – गधा, तिनका, दुष्ट, तीक्ष्ण।
खग – पक्षी, तारा, बाण, ग्रह।
गुरु – बड़ा, आचार्य, बृहस्पति, दो मात्राओं का अक्षर।
गति – चाल, हालत, शिव के सैनिक।
गिरा – गिरना, वाणी, सरस्वति।
गो – भूमि, गाय, किरण, वाणी, इंद्रिय, नेत्र, स्वर्ण, आकाश, जल, शब्द, वज्र।
ग्रहण – अपनाना, पकड़ लेना, सूर्य-चंद्र ग्रहण।।
घन – घना, बादल, बहुत बड़ा हथौड़ा, किसी अंक को अंक से तीन बार गुणा करने पर प्राप्त होने वाला गुणनफल (जैसे चार का घन = 4 × 4 × 4 = 64 होगा)
घट – घड़ा, शरीर, हृदय।
घोड़ा – अश्व (पालतु पशु जिस पर सवारी की जाती है), घोड़े के आकार का बंदूक आदि का खटका (जैसे घोड़ा दबाना), शतरंज का मोहरा।
चरण – पैर, आचार, छंद का एक भाग।
चंदा – चाँद, सार्वजानिक कार्य हेतु दी गई आर्थिक सहायता, सदस्यता का शुल्क (जैसे-क्या आपने इस संस्था को वार्षिक चंदा दे दिया है।)
चपला – बिजली, लक्ष्मी।
चक्र – पहिया, कुम्हार का चाक, चक्की, सैनिक व्यूह (जैसे चक्रव्यूह) पानी का भँवर, हवा का बवंडर, चक्कर (फेरा), सुदर्शन चक्र, सैन्य पुरस्कार (वीर चक्र आदि), फेरा।
छज – पद, जल, ढंग, स्वेच्छा चार, हाथ का एक गहना।
जड़ – मूर्ख, मल, अचेतन।
जलज – कमल, चंद्रमा, शंख, मोती।
जीवन – जल, प्राण, वायु।
जलधर – बादल, समुद्र।
जेठ – बड़ा, जेठ का महीना, स्त्री के पति का बड़ा भाई।
तीर – किनारा, बाण।
तम – अंधेरा, पाप, तमाल का पेड़, तमोगुण।
ताल – तालाब, ताड़ का पेड़, गाने का परिणाम, ताली का शब्द।
तात – पिता, मित्र, भाई, पुत्र, शिष्य।
तत्व – मूल, यथार्थ, ब्रह्म, पंचभूत।
तमचर – राक्षस, उल्लू।
तीर्थ – यज्ञ, शास्त्र, उपाय, अवतार, मंत्र।
दंड – लाठी, दमन, सजा, यमराज का अस्त्र, साठ पल का समय।
दान – धर्म, त्याग, पुण्य, शुद्धि, हाथी का मद।
द्विज – पक्षी, ब्राह्मण, वैश्य, चांद।
दक्ष – चतुर, प्रजापति, ब्रह्मा का पुत्र।
दर्शन – भेंट, देखना, शास्त्र।
धन – गणित में जोड़ का निशान, पूंजी, द्रव्य।
धूप – पूजा के लिए प्रयोग की जाने वाली धूप, सूर्य की धूप।
ध्रुव – सत्य, एक नक्षत्र, स्थिर, नित्य, विष्णु का भय, बालक।
नाक – साँस लेने एवं सूंघने की इंद्रिय, मगर, घड़ियाल, गौरव की बात (जैसे नाक रखना)।
नगः – पहाड़, रत्न विशेष।
नाग – साँप, हाथी।
नव – नया, नौ की संख्या।
निशाचर – चोट, राक्षस, प्रेत, उल्लू।
नीलकंठ – शिव, मोर।
नंदन – बेटा, इंद्र की वाटिका, सुख प्रदान करने वाला।
नल – बॉस, नेजा, एक राक्षस, नाली।
पतंग – सूर्य, कनकौआ, पक्षी, विशेष प्रकार का कीड़ा, गुड्डी।
पय – दूध, पानी, पीने का द्रव।
पत्र – पत्ता, चिट्ठी।
पानी – जल, चमक, इज्ज़त।
पट – कपड़ा, परदा, द्वार।
पूर्व – पहला, एक दिशा।
पुर- नगर, शरीर, राक्षस का नाम।
फल – परिणाम, लाभ, प्रयोजन, पेड़ का फल।
बलि – बलिदान, भेंट, राजा बलि।
बली – पिशाच, बीता हुआ समय।
बल – शक्ति, सेना, भरोसा, बलराम, शिकन।
बाल – बालक, केश, अनाज (का ऊपरी हिस्सा)
बोझ – भार, भारी वस्तु, कार्यभार।
भूत – पिशाच, बीता हुआ समय।
भुवन – घर, संसार, लोक।
भव – संसार, जन्म।
भीष्म – भयंकर, भीष्म पितामह।
भाग – हिस्सा, दौड़, भाग्य।
मधु – शहद, शराब, वसंत ऋतु।
मंगल – सौर जगत का एक ग्रह, मंगलवार, शुभ।
मान – अभिमान, इज्ज़त, नाप तोल।
मकर – मगर नामक जलजन्तु, घड़ियाल, मछली, बारह राशियों में से एक राशि।
मूक – गूंगा, विवश, चुप।
यम – वायु, मृत्यु का देवता।
योग – मेल, समाधि, साधना।
रंग – आनंद, शोभा।
राग – प्रेम, गीत, मोह।
रजत – चांदी, सफेद।
रचना – सृष्टि, कृति, बनावट।
राशि – भंडार, मेष और तुला आदि राशियां।
लाल – बेटा, रंग, मूल्यवान पत्थर।
लघु – छोटा, नीच, अक्षर, ह्रस्व।
लय – स्वर, ताल।
लक्ष्य – निशाना, उद्देश्य।
मुद्रा – रुपया, मोहर, अंगूठी, आकृति, छाप।
मित्र – दोस्त, सूर्य, प्रिय।
वंश – कुल, बाँस।
व्रत – संकल्प, उपवास, नियम।
विधि – भाग्य, ब्रह्मा, रीति, नियम।
वर्ण – रंग, जाति, अक्षर।
वार – आघात, प्रहार, सप्ताह का प्रत्येक दिन।
वत्स – बेटा, बछड़ा।
विहंगम – पक्षी, बादल, बाण।
श्री – शोभा, लक्ष्मी, धन वैभव।
स्वर – तालाब, सिर, बाण।
सारंग – मोर, साँप, बादल, हाथी, शंख, हिरण, कोयल, भंवरा, रात्रि।
सर – तालाब, बान, सिर।
सुधा – अमृत, पानी।
सैंधव – घोड़ा, नमक, सिंधु का विशेषण।
सूत – धागा, सारथी।
सरस्वती – विद्या की देवी, एक नदी का नाम, वाणी।
संज्ञा – नाम, बुद्धि, सूर्य की पत्नी।
सूर – सूरदास, अंधा, सूर्य।
सरभि – गाय, वसंत ऋतु।
शिव – मंगल, महोदय, भाग्यशाली।
शस्य – धान, अनाज।
क्षीर – दूध, पानी।
क्षेत्र – अधिकार, स्थान, भू-भाग।
श्रुति – वेद, कान।
हवा – वायु, साँस, अफवाह।
हरि – इंद्र, विष्णु, बंदर, सूर्य, साँप, कोयल।
हंस – आत्मा, सूर्य, एक पक्षी।