Punjab State Board PSEB 7th Class Science Book Solutions Chapter 16 जल: एक बहुमूल्य संसाधन Textbook Exercise Questions and Answers.
PSEB Solutions for Class 7 Science Chapter 16 जल: एक बहुमूल्य संसाधन
PSEB 7th Class Science Guide जल: एक बहुमूल्य संसाधन Textbook Questions and Answers
1. रिक्त-स्थानों की पूर्ति कीजिए :-
(i) जो जल हम पीते हैं वह ………………….. अवस्था में होता है।
उत्तर-
द्रव
(ii) भूमि में जल के रिस कर जाने के प्रक्रम को …………………… कहते हैं।
उत्तर-
इनफिल्ट्रेशन
(iii) भौम-जल का ऊपरी सतह को ………………… कहते हैं।
उत्तर-
असंतृप्त क्षेत्र
(iv) ………………….. का अर्थ है जल का हर संभव बढ़िया ढंग से प्रयोग।
उत्तर-
प्रबन्धन
(v) किसान ……………………. प्रयोग करके जल को किफायती ढंग से प्रयोग कर सकते हैं।
उत्तर-
बूंद सिंचाई प्रणाली।
2. निम्नलिखित में से सही या गलत बताएँ :-
(i) जल चक्र पृथ्वी पर जल की उपस्थिति को कायम रखने में मददगार है।
उत्तर-
सही
(ii) धरती पर मौजूद कुल जल का लगभग 97% जल खारा है।
उत्तर-
ग़लत
(iii) जल की रिसती पाइपों और नलों की शीघ्र मरम्मत करनी चाहिए।
उत्तर-
सही
(iv) हम बहुत तीव्रता से विश्व-स्तरीय जल संकट की ओर बढ़ रहे हैं।
उत्तर-
सही
(v) ब्रुश करते समय नल को निरंतर न चलाएँ।
उत्तर-
सही
3. निम्नलिखित में सही विकल्पों का मिलान कीजिए :-
कॉलम ‘क’ | कॉलम ‘ख’ |
(i) बर्फ | (क) समुद्र एवं महासागर |
(ii) खारा पानी | (ख) नदियाँ और छप्पड़ |
(iii) ताज़ा पानी | (ग) जल की गैसीय अवस्था |
(iv) जल वाष्प | (घ) जल का सबसे शुद्ध रूप |
(v) वर्षा का जल | (ङ) जल की ठोस अवस्था । |
उत्तर-
कॉलम ‘क’ | कॉलम ‘ख’ |
(i) बर्फ | (ङ) जल की ठोस अवस्था |
(ii) खारा पानी | (क) समुद्र एवं महासागर |
(iii) ताज़ा पानी | (घ) जल का सबसे शुद्ध रूप |
(iv) जल वाष्प | (ग) जल की गैसीय अवस्था |
(v) वर्षा का जल | (ख) नदियाँ और छप्पड़ |
4. बहु-विकल्पों (MCQ) में से सही उत्तर चुनिए :-
प्रश्न (i)
इनमें से भौम जल की कमी के लिए कौन सा कारक उत्तरदायी है ?
(क) बढ़ती जनसंख्या
(ख) बढ़ते हुए उद्योग
(ग) जंगलों की कटाई ।
(घ) उपरोक्त सभी।
उत्तर-
(घ) उपरोक्त सभी।
प्रश्न (ii)
पंजाब में भौम-जल संरक्षण कानून कब पास हुआ ?
(क) 2009
(ख) 2010
(ग) 2008
(घ) 2015.
उत्तर-
(क) 2009.
प्रश्न (iii)
प्रत्येक वर्ष विश्व-जल दिवस कब मनाया जाता है ?
(क) 22 अप्रैल
(ख) 24 मार्च
(ग) 22 मार्च
(घ) 22 मई।
उत्तर-
(ख) 24 मार्च।
प्रश्न (iv)
धरती पर मौजूद कुल जल का लगभग …………………………. जल समुद्रों एवं महासागरों में है।
(क) 75%
(ख) 71%
(ग) 81%
(घ) 29%.
उत्तर-
(ख) 71%.
प्रश्न (v)
……………………. करते समय नल को चलता न रखें।
(क) ब्रुश करते समय
(ख) शेव करते समय
(ग) नहाते समय
(घ) उपरोक्त सभी।
उत्तर-
(घ) उपरोक्त सभी।
5. अति लघूत्तर प्रश्न :-
प्रश्न (i)
भौम जल क्या है ?
उत्तर-
भौम-जल – यह पृथ्वी की ऊपरी पर्त के नीचे मिट्टी के कणों में दरारों, टूटी चट्टानों के भीतर इक्ट्ठा हुआ जल है। यह जल अपने आप झरने के रूप में ऊपर पृथ्वी पर आ जाता है। इस जल को ट्यूबवैल द्वारा पृथ्वी की ऊपरी सतह पर लाया जा सकता है।
प्रश्न (ii)
समुद्रों एवं महासागरों का जल पीने योग्य क्यों नहीं होता ?
उत्तर-
समुद्रों तथा महासागरों का जल पीने योग्य नहीं होता क्योंकि इसमें अधिक मात्रा में नमक घुला होता है। एक लीटर समुद्री पानी में 35 ग्राम नमक घुला होता है। इस पानी को पीने से निर्जलीकरण, गुर्दे फेल, बेहोशी तथा मौत भी हो सकती है।
प्रश्न (iii)
जलीय चट्टानी परतें क्या होती हैं ?
उत्तर-
जलीय चट्टानी परतें – कई स्थानों पर वॉटर लेबल से भी नीचे सख़्त चट्टानों की पर्ते होती हैं जिनके बीच में भूमि-जल इकट्ठा होता है। इन चट्टानों की पर्तों को जलीय चट्टानी परतें कहते हैं।
प्रश्न (iv)
जल की कौन-सी अवस्थाएँ हैं ?
उत्तर-
जल निम्नलिखित तीन अवस्थाओं में पाया जाता है :
- ठोस (बर्फ रूप में)
- द्रव (साधारण जल)
- गैस (वाष्पों के रूप में)।
प्रश्न (v)
भौम-जल की प्रतिपूर्ति कैसे होती है ?
उत्तर-
भौम जल की प्रतिपूर्ति-
- वर्षा के जल का प्रयोग पृथ्वी के निचले भूमि-जल की प्रतिपूर्ति के लिए किया जा सकता है।
- खेतों में किसान, बूंद सिंचाई प्रणाली द्वारा जल की बचत कर सकते हैं। ऐसा करने से भी भूमि-जल की प्रतिपूर्ति हो सकती है।
- प्रशासनिक अधिकारी जल-सप्लाई की पाइपों में से जल रिसाव रोकने से भूमि-जल की प्रतिपूर्ति हो सकती है।
6. लघूत्तर प्रश्न :-
प्रश्न (i)
कुछ ऐसी मानवीय गतिविधियाँ लिखें, जिनसे जल बर्बाद होता है ?
उत्तर-
निम्नलिखित मानवीय गतिविधियों से जल बर्बाद होता है-
- बहते हुए नल को छोड़कर दाँत साफ़ करने के लिए ब्रश करना तथा शेव करना।
- गर्मियों के मौसम में दोपहर को पौधों को पानी देना। यदि प्रात:काल 5 से 7 के बीच पानी दिया जाए तो जल का वाष्पीकरण कम होगा।
- रसोई के बर्तनों को बहते नल के नीचे धोने से अधिक जल की आवश्यकता होगी।
- डिश वॉशर से बर्तन धोना जबकि डिशवॉशर पूरी तरह बर्तनों से नहीं भरी है।
- कपड़ों को धोना जब कपड़े धोने वाली मशीन पूरी तरह कपड़ों से नहीं भरी हुई है।
- बहते नल के नीचे बैठकर नहाना या फिर लंबे समय तक फुहारे के नीचे बैठ कर नहाना।
प्रश्न (ii)
आप बगीचे में जल की खपत कैसे कम करोगे ? .
उत्तर-
- अपने बगीचे में सिंचाई गर्मियों के मौसम में सुबह या शाम को अर्थात् दोपहर के बाद करने से पानी की खपत कम हो जाएगी क्योंकि इस समय जल का वाष्पीकरण कम होगा।
- बगीचे की सिंचाई बूंद सिंचाई प्रणाली या सप्रिंकलर से करने से अधिक जल की आवश्यकता नहीं होती तथा जल की बर्बादी नहीं होगी।
प्रश्न (iii)
जल हमारे लिए कैसे महत्त्वपूर्ण है ? ।
उत्तर-
जल की महत्ता – पृथ्वी के सबसे महत्त्वपूर्ण स्रोतों में एक जल है। सभी जीवों के जीवित रहने के लिए जल की आवश्यकता होती है। पीने के अतिरिक्त मनुष्य को खाना बनाने के लिए, नहाने, कपड़े धोने, बर्तन धोने, दाँत साफ़ करने, घर तथा अन्य स्थान साफ़ करने तथा पौधों को जल देने जैसे अनेकों कार्य करने के लिए जल की आवश्यकता होती है। जल का उपयोग बिजली पैदा करने, खेतीबाड़ी के कार्यों में, उद्योगों में सामान तैयार करने के लिए, तैराकी जैसी मनोरंजक क्रियाओं के लिए जल की आवश्यकता होती है।
प्रश्न (iv)
जनसंख्या में वृद्धि भौम-जल की कमी के लिए कैसे ज़िम्मेदार है ?
उत्तर-
मनुष्य की आबादी (जनसंख्या) तीव्रता से बढ़ रही है। जैसे-जैसे आबादी बढ़ रही है उसी प्रकार रोज़मर्रा की आवश्यकताओं के लिए पृथ्वी जल की मांग बढ़ती जा रही है। प्रायः पृथ्वी के निचले जल का प्रयोग घरों, दुकानों, दफ्तरों, सड़कों तथा रेल पटड़ियों के निर्माण तथा अन्य कई कामों में किया जाता है। ऐसे निर्माण से वर्षा के जल का पृथ्वी में रिसाव होने वाले क्षेत्र भी कम हो रहे हैं। इस प्रकार हम पृथ्वी के निचले जल का उपयोग ही नहीं कर रहे बल्कि पृथ्वी के नीचे रिसने वाले जल को भी कम कर रहे हैं। फलस्वरूप भूमि-जल स्तर नीचे चला जाता है। बढ़ती आबादी की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए अधिक उद्योग स्थापित करने की आवश्यकता होती है तथा इसके लिए पृथ्वी के निचले जल (भूमि-जल) की आवश्यकता अधिक होती है जिससे भूमि-जल स्तर गिरता चला जाता है। बढ़ती आबादी की ज़रूरतों की पूर्ति के लिए ही वृक्ष काटे जाते हैं जिससे जल-चक्र बिगड़ जाता है। यही कारण है कि पृथ्वी के नीचे जल की मात्रा कम हो रही है तथा भूमि-जल स्तर में कमी हो रही है।
प्रश्न (v)
यदि पौधों को कुछ दिन जल न मिले तो वे पहले मुरझाते और बाद में क्यों सूख जाते हैं ?
उत्तर-
कई दिनों के बाद जब वर्षा नहीं हो रही, एक गर्म दिन में जितना जल पौधे को मिल रहा है उससे अधिक उससे वाष्प-उत्सर्जन के कारण नुकसान हो रहा है। पौधे के पत्तों के सैलों तथा तने का निर्जलीकरण होता है, जिससे पौधा सीधा न रहकर मुरझा जाता है तथा कुछ समय बाद वह मर जाता है।
7. निबंधात्मक प्रश्न :-
प्रश्न (i)
जल संरक्षण के लिए आप क्या कदम उठाएंगे ?
उत्तर-
जल संरक्षण के लिए कदम-
- पाइपों तथा नल में से रिसते जल को रोकना।
- दाँतों को ब्रश करते समय या शेव करते समय जल के नल को बंद रखें।
- फ़र्श को जल से धोने की बजाय पोचा लगाकर तथा इस प्रकार प्रयोग किए जल को पौधों में डालना या फिर उस जल को टॉयलट में डालना चाहिए।
- सब्ज़ियों तथा फलों को बहते नल के नीचे धोने की बजाय बड़े बर्तन में जल डालकर धोने तथा बाद में उस जल को पौधों में डालना चाहिए।
- अपने वाहनों (कार-स्कूटर) को बहते जल से धोने के स्थान पर बाल्टी में जल लेकर धोना चाहिए।
- वर्षा जल को इकट्ठा करके उस जल का प्रयोग भिन्न कार्यों के प्रयोग में करना चाहिए।
- नये पौधों को वर्षा की ऋतु में लगाना चाहिए।
- लोगों को जल संरक्षण के बारे में जागरूक करके जल की संभाल के ढंगों तथा जल को प्रदूषित न करने के बारे में सचेत करना चाहिए।
Science Guide for Class 7 PSEB जल: एक बहुमूल्य संसाधन Intext Questions and Answers
सोचें और उत्तर दें :-(पेज़ 195)
प्रश्न 1.
ऐसी तीन गतिविधियाँ लिखो जिनके दौरान सबसे अधिक जल बर्बाद होता है।
उत्तर-
- जल के पाइप का लीक होना।
- बर्तनों को बहते पानी से धोना।
- कम कपड़ों के लिए कपड़े धोने वाली मशीन का प्रयोग करना।
प्रश्न 2.
क्या हमें जल की बर्बादी पर नियंत्रण करना चाहिए ? यदि हाँ, तो क्यों ?
उत्तर-
हमें पानी की बर्बादी पर नियंत्रण करना चाहिए। पानी के उपयोग को कम करने से पानी को साफ़ करके घरों, व्यापारिक स्थानों, खेती के फार्मों तथा सामाजिक संस्थानों को पहुँचाने के लिए ऊर्जा कम लगती है। ऐसा करने से प्रदूषण कम होता है तथा ईंधन की भी बचत होती है। इससे मनोरंजक क्रियाओं के लिए भी जल उपलब्ध हो जाता है।
सोचें और उत्तर दें:-(पेज़ 196)
प्रश्न 1.
………………….. ऐसी प्रक्रिया है जिसके दौरान जल द्रव अवस्था से गैसीय अवस्था में परिवर्तित होता है।
उत्तर-
वाष्पीकरण।
प्रश्न 2.
…………………….. ऐसी प्रक्रिया है जिसके दौरान जल गैसीय अवस्था से द्रव अवस्था में परिवर्तित होता है।
उत्तर-
संघनन
सोचें और उत्तर दें:-(पेज 197)
प्रश्न 1.
कौन सा बीकर भौम जल को प्रदर्शित करता है ?
उत्तर-
बीकर में लिया गया जल।
प्रश्न 2.
कौन-सा बीकर पृथ्वी के थल पर उपस्थित सतही जल की मात्रा को प्रदर्शित करता है ?
उत्तर-
बीकर (घ) में लिया गया जल धरती तल पर सतही जल दर्शाता है।
PSEB Solutions for Class 7 Science जल: एक बहुमूल्य संसाधन Important Questions and Answers
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1.
रिक्त स्थानों की उचित शब्द भरकर पूर्ति कीजिए-
(क) भौम जल प्राप्त करने के लिए …………………. तथा ……………….. का उपयोग होता है।
उत्तर-
ट्यूबवैल, संछिद्रण पाइप
(ख) जल की तीन अवस्थाएं ……………………….., ………………………. और …………………….. हैं।
उत्तर-
ठोस, द्रव, गैस
(ग) भूमि की जल वाली परत ………………….. कहलाती है।
उत्तर-
भौम जल स्तर
(घ) भूमि में जल के अवस्रवण के प्रक्रम को …………………. कहते हैं।
उत्तर-
अतःस्पंदन
(v) मनुष्य के शरीर का ……………………………. भाग जल है।
उत्तर-
70%
(vi) पृथ्वी पर मौजूद कुल जल का लगभग ……………. प्रतिशत जल खारा है।
उत्तर-
97%
रश्न 2.
कॉलम क में दिए शब्दों को कॉलम ख में दिए गए वाक्यों से मिलाइए-
कॉलम ‘क’ | कॉलम ‘ख’ |
(i) भूमि जल स्तर का गिरना | (क) खेतों में किसान जल की बचत कर सकते हैं |
(ii) पृथ्वी पर जल की कुल मात्रा कायम रखना | (ख) जलीय चट्टानी परत |
(iii) तुष्का सिंचाई प्रणाली | (ग) जल चक्र |
(iv) वॉटर टेबल के नीचे चट्टानों की परतों के बीच पानी | (घ) बढ़ती आबादी, बढ़ते उद्योग, जंगलों का कटना। |
उत्तर-
कॉलम ‘क’ | कॉलम ‘ख’ |
(i) भूमि जल स्तर का गिरना | (घ) बढ़ती आबादी, बढ़ते उद्योग, जंगलों का कटना |
(ii) पृथ्वी पर जल की कुल मात्रा कायम रखना | (ग) जल चक्र |
(iii) तुष्का सिंचाई प्रणाली | (क) खेतों में किसान जल की बचत कर सकते हैं |
(iv) वॉटर टेबल के नीचे चट्टानों की परतों के बीच पानी | (ख) जलीय चट्टानी परत । |
3. सही उत्तर के सामने (√) का निशान लगाएं-
(i) पानी की कुल मात्रा कहां स्थिर होती है ?
(क) संसार की सभी झीलों और नदियों में पानी की कुल मात्रा नियत/स्थिर रहती है।
(ख) भूमि के नीचे जल की कुल मात्रा स्थिर रहती है।
(ग) संसार के समुद्रों और महासागरों में जल की कुल मात्रा स्थिर है।
(घ) संसार में जल की कुल मात्रा स्थिर है।
उत्तर-
(घ) संसार में जल की कुल मात्रा स्थिर है।
(ii) नीचे लिखे में से कौन-सा कारक जल की कमी के लिए जिम्मेवार नहीं है ?
(क) औद्योगिकरण में वृद्धि
(ख) बढ़ती जनसंख्या
(ग) बहुत अधिक वर्षा
(घ) जल के साधनों का बुरा प्रबंध।
उत्तर-
(ग) बहुत अधिक वर्षा ।
(iii) धरती की सतह की प्रतिशत भाग जो जल से ढ़का हुआ है-
(क) 20%
(ख) 29%
(ग) 71%
(घ) 30%.
उत्तर-
(ग) 71%.
(iv) दुनिया के कुल ताजे जल की प्रतिशत मात्रा मानवीय प्रयोग के लिए उपलब्ध हैं।
(क) 0.003%
(ख) 1%
(ग) 71%
(घ) इनमें से कोई नहीं ।
उत्तर-
(ख) 1%.
प्रश्न 4.
नीचे लिखे कथन ठीक हैं या गलत-
(i) भूमि संसार भर की नदियों और झीलों में मिलने वाले जल से बहुत ज्यादा है।
उत्तर-
ठीक
(ii) जल की कमी की समस्या का सामना केवल गांवों के निवासी करते हैं।
उत्तर-
गलत
(iii) नदियों का जल खेतों में सिंचाई का एक मात्रा साधन है।
उत्तर-
गलत
(iv) वर्षा शुद्ध जल की एकमात्र साधन है।
उत्तर-
ठीक।
अति लघु उत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
विश्व का जल किन स्थानों पर मिलता है ?
उत्तर-
महासागरों और समुद्रों में।
प्रश्न 2.
जल के विभिन्न स्रोतों के नाम लिखिए।
उत्तर-
जल के विभिन्न स्रोत-
- वर्षा जल,
- कुएँ,
- नदियाँ,
- तालाब,
- झीलें,
- समुद्र,
- महासागर।
प्रश्न 3.
कौन-सा दिवस विश्व जल दिवस के रूप में मनाया जाता है ?
उत्तर-
22 मार्च।
प्रश्न 4.
जल दिवस का महत्त्व क्या है ?
उत्तर-
लोगों का जल संरक्षण के महत्त्व की ओर ध्यान आकर्षित करना।
प्रश्न 5.
क्या जल हर जगह उपलब्ध है ?
उत्तर-
नहीं, जल का वितरण विश्व में समान नहीं है।
प्रश्न 6.
जलवाष्य क्या है ?
उत्तर-
जलवाष्प-जल का गैसीय रूप।
प्रश्न 7.
शहरों में जल की आपूर्ति कैसे होती है ?
उत्तर-
पाइपों के विशेष क्रम से बिछाए जाल द्वारा।
प्रश्न 8.
भौम जल स्तर क्या है ?
उत्तर-
भौम जल स्तर – चट्टानों की दरारों में अथवा चट्टानों के ऊपर एकत्रित जल की ऊपरी परत को भौम जल स्तर कहते हैं।
प्रश्न 9.
वनोन्मूलन जल स्तर के नीचे गिरने में कैसे सहाई है ?
उत्तर-
वनोन्मूलन से जल रिसाव का क्षेत्र कम हो जाता है।
प्रश्न 10.
कच्ची सतह अथवा पक्की सतह में कौन-सी जल का रिसाव आजल से होने देती है ?
उत्तर-
कच्ची सतह।
प्रश्न 11.
रेगिस्तान क्या है ?
उत्तर-
रेगिस्तान वे क्षेत्र हैं, जहाँ वर्षा अल्प मात्रा में होती है।
प्रश्न 12.
बाढ़ के क्या कारण हैं ?
उत्तर-
अत्यधिक वर्षा।
प्रश्न 13.
जब वर्षा नहीं होती तो क्या होता है ?
उत्तर-
वर्षा न होने के कारण सूखा पड़ जाता है।
प्रश्न 14.
बाहर में कीमती जल के नुक्सान को रोकने में कौन जिम्मेदार है ?
उत्तर-
नागरिक प्राधिकरण।
प्रश्न 15.
NGO का पूरा नाम क्या है ?
उत्तर-
NGO – गैर सरकारी संगठन (Non Government Organisation)
लघु उत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
प्रकृति में जल कैसे पाया जाता है ?
उत्तर-
जल धरती पर पाई जाने वाली सभी वस्तुओं में से सबसे अधिक मात्रा और विभिन्न क्षेत्रों में पाया जाने वाला पदार्थ हैं। यह प्रकृति में निम्न जगहों में पाया जाता है-
- कुओं, सागरों, झीलों, नदियों आदि में।
- वर्षा जल और भौम जल के रूप में।
- ठंडे क्षेत्रों में बर्फ और हिम के रूप में।
- वायुमंडल में जल वाष्पों के रूप में।
प्रश्न 2.
वर्षा जल संग्रहण क्या है ? इसकी क्या आवश्यकता है ?
उत्तर-
वर्षा जल संग्रहण – वर्षा जल को बड़े टैंकों में एकत्रित करने के प्रक्रम को वर्षा जल संग्रहण कहते हैं।
आवश्यकता-
- जल की उपलब्धता बढ़ाने के लिए।
- उचित समय पर उपयोग करने के लिए।
प्रश्न 3.
जल की क्षति के कौन-कौन से कारण हैं ?
उत्तर-
- निरंतर नलों का जल बहता रहना।
- पाइपों के जाल द्वारा जल की आपूर्ति ।
प्रश्न 4.
यदि पादपों की कुछ दिन सिंचाई न की जाए तो क्या होगा ?
उत्तर-
पादप सूख कर मर जाएँगे।
दीर्घ उत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
चित्र की सहायता से जलचक्र प्रक्रिया को समझाओ।
उत्तर-
जल चक्र – भिन्न-भिन्न प्राकृतिक विधियों द्वारा पृथ्वी के ऊपर जल की लगातार उपल्ब्धता बनी रहती है। यह सभी विधियां इकट्ठे रूप में जल चक्र का निर्माण करती हैं। जल चक्र के दौरान जल अपनी तीनों अवस्थाओं- (i) ठोस (ii) द्रव (iii) गैस में से किसी भी अवस्था में पृथ्वी पर मिल जाता है। पृथ्वी पर उपलब्ध भूमि जल स्रोतों-समुद्र, तलाब, नदियों, झीलों आदि से जल सूरज के ताप द्वारा वाष्प बन कर ऊपर उठता है तथा वायुमंडल में मौजूद रहता है। यह जल वाष्प संघनित होकर बादल का जल बनाते हैं तथा पृथ्वी पर वर्षा के रूप में पृथ्वी के ध्रुवों पर तथा पहाड़ों पर गलेशियरों के रूप में होता है। यह इकट्ठे होकर सारी प्रक्रिया जल चक्र का निर्माण करती है।
- भौमिक जल
- वाष्पीकरण
- संघनन
- बादल
- वाष्प उत्सर्जन
- वर्षा।
प्रश्न 2.
भूमि जल स्तर के नीचे गिरने के लिए ज़िम्मेदार कारकों के बारे में समझए।
उत्तर-
भूमि जल स्तर के नीचे गिरने के लिए ज़िम्मेदार कारक-
- जनसंख्या में वृद्धि
- औद्योगिक तथा कृषि गतिविधियां
- कम वर्षा
- जंगलों का कटना
- जल के सोखने के लिए आवश्यक क्षेत्र की कमी आदि।
कुछ कारक है जो भूमि जल स्तर को नीचे करने के लिए ज़िम्मेदार हैं-
1. जनसंख्या में वृद्धि – जनसंख्या बढ़ने में इमारतों, दुकानों, दफ्तरों, सड़कों तथा अन्य कई संस्थानों के निर्माण की मांग बढ़ जाती हैं। इससे कृषि योग्य भूमि तथा खेलों के मैदान जैसे खुले क्षेत्रों में कमी आ जाती है। इस कारण भूमि में वर्षा के जल की अवशोषित दर कम होती है। इस कारण भूमि जल स्तर कम हो रहा है।
2. बढ़ते उद्योग – सब उद्योगों द्वारा जल का उपयोग हो रहा है। उपयोग में आने वाली हर वस्तु के उत्पादन में जल
की आवश्यकता होती है। अधिकतर उद्योगों द्वारा उपयोग किया जाने वाला जल भूमि में से निकाला जाता है।
3. कृषि कार्य – बहुत सारे किसान फसलों की सिंचाई के लिए वर्षा पर निर्भर करते हैं। अनियमित वर्षा के कारण जल की उपलब्धता में कमी हो जाती है। इसलिए किसानों को सिंचाई के लिए भूमि जल का प्रयोग करना पड़ता है। जनसंख्या की वृद्धि के कारण कृषि के लिए भूमि जल का प्रयोग दिन-प्रति-दिन बढ़ता जा रहा है। इसके फलस्वरूप भूमि जल स्तर लगातार नीचे गिरता जा रहा है।
4. जल का अनुचित प्रबंध – पाइपों द्वारा जल की सप्लाई करते समय पाइपों में रिसाव होता रहता है जिस कारण काफी जल का नुक्सान हो जाता है तथा भूमि जल स्तर में गिरावट का कारण होता है। अनुचित जल प्रबंध या बर्बादी व्यक्तिगत स्तर पर भी हो सकती है जैसे लीक कर रहे नलके को ठीक न करवाने से भी जल का रिसाव होता है।