Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Chapter 20 सरफ़रोशी की तमन्ना Textbook Exercise Questions and Answers.
PSEB Solutions for Class 8 Hindi Chapter 20 सरफ़रोशी की तमन्ना (2nd Language)
Hindi Guide for Class 8 PSEB सरफ़रोशी की तमन्ना Textbook Questions and Answers
सरफ़रोशी की तमन्ना अभ्यास
1. नीचे गुरुमुखी और देवनागरी लिपि में दिये गये शब्दों को पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखने का अभ्यास करें :


उत्तर :
विद्यार्थी अपने अध्यापक/अध्यापिका की सहायता से स्वयं करें।
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2. नीचे एक ही अर्थ के लिए पंजाबी और हिंदी भाषा में शब्द दिये गये हैं। इन्हें ध्यान से पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखें :


उत्तर :
विद्यार्थी शिक्षक की सहायता से करें।
3. शब्दार्थ :
- परखचे = टुकड़े-टुकड़े, धज्जियाँ
- स्वराज्य = अपना राज्य, स्वतंत्र राज्य
- परचम = झंडा
- वहशियाना = क्रूर और जंगलियों की तरह का
- भाल = मस्तक
- मुराद = इच्छा
- सौगंध = कसम
- बवंडर = तूफान
- विस्फोट = धमाका
- आतुर = व्याकुल
- फरमान = आदेश
उत्तर :
विद्यार्थी स्वयं इन्हें याद करें।
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4. इन प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखें :
(क) भगत सिंह स्कूल से कहाँ चले गये थे?
उत्तर :
भगत सिंह स्कूल से जलियाँवाले बाग़ की पवित्र धरती को प्रणाम करने गये थे।
(ख) जलियाँवाले बाग़ की मिट्टी हाथ में लेकर उन्होंने क्या सौगंध खायी?
उत्तर :
जलियाँवाले बाग़ की मिट्टी हाथ में लेकर उन्होंने यह सौगंध खायी थी कि मैं अंग्रेज़ों को यहाँ से भगाकर भारत माँ को आजाद करवाऊँगा।
(ग) भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के प्रिय नारे कौन-कौन से थे?
उत्तर :
भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को प्रिय नारे थे
- भारत माता की जय
- इन्कलाब जिन्दाबाद
- साम्राज्यवाद का नाश हो।
(घ) इस प्रदर्शन में किस महान नेता की मृत्यु हो गई?
उत्तर :
इस प्रदर्शन में महान् नेता लाला लाजपत राय की मृत्यु हो गई।
(ङ) विधान सभा में बम फेंकने की जिम्मेवारी किसे सौंपी गई?
उत्तर :
भगत सिंह एवं बटुकेश्वर दत्त को।।
5. इन प्रश्नों के उत्तर चार-पाँच वाक्यों में लिखें :
(क) इन क्रांतिकारियों ने साइमन कमीशन का विरोध किस प्रकार किया?
उत्तर :
भारत के देशभक्तों ने लाला लाजपत राय के नेतृत्व में साइमन कमीशन का विरोध किया। शहीद भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद क्रान्तिकारियों में उनके नेतृत्व को स्वीकार कर लिया। क्रान्तिकारियों ने साइमन कमीशन को वापिस जाने के नारे लगाए इसका उन्होंने शांतिपूर्ण विरोध किया।
(ख) लाला जी की मृत्यु का बदला इन क्रांतिकारियों ने कैसे लिया?
उत्तर :
लाला जी का मृत्यु का बदला लेने के लिए आजाद ने एक योजना बनाई। वे एक गुप्त स्थान पर लाहौर माल रोड़ पर इकट्ठे हुए। उन्होंने जय गोपाल के इशारे पर सांडर्स को गोलियों से भून दिया।
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(ग) विधान सभा में बम विस्फोट का क्या परिणाम निकला?
उत्तर :
विधानसभा में बम विस्फोट के बाद भगत सिंह तथा बटुकेश्वर दत्त पकड़े गए। अंग्रेजों ने क्रान्तिकारियों को पकड़ने का दमन चक्र तेज़ कर दिया। राजगुरु, सुखदेव, असंख्य युवक जेलों में बंद कर दिए गए। भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी की सज़ा सुनाई गई तथा बटुकेश्वर दत्त को काला पानी की सज़ा दी गई।
6. इन पंक्तियों की सप्रसंग व्याख्या करें :
(क) ‘ऐ फिरंगी, सामान बाँध ले, वरना सम्भलने का मौका भी न मिलेगा।’
उत्तर :
प्रसंग – यह पंक्ति शिवशंकर द्वारा लिखित ‘सरफ़रोशी की तमन्ना’ शीर्षक से ली गई है। जलियाँवाला बाग़ में शहीदों की कुर्बानी अंग्रेज़ों को चेतावनी दे रही है।
व्याख्या – जलियाँवाले बाग़ में हुए शहीद विदेशी सरकार को चेतावनी देते हुए कहते हैं कि ऐ अंग्रेज़ो! तुम अपना सामान बांध लो अन्यथा तुम्हें थोड़ा भी सम्भलने का अवसर भी नहीं मिलेगा। अर्थात् अब तुम भारत को छोड़ कर जाने के लिए तैयार हो जाओ।
विशेष –
- अंग्रेजों को भारत छोड़ने की चेतावनी दी गई है।
- भाषा सरल एवं सहज है।
(ख) ‘हम दीवानों की टोली आज़ादी की दुल्हन को ब्याह लायेगी।’
उत्तर :
प्रसंग – यह पंक्ति लेखक शिवशंकर द्वारा लिखित है। इसमें देश भक्तों की देश भक्ति को दर्शाया है।
व्याख्या – भगत सिंह कहने लगे कि हम जहाँ देशभक्त वीरों की टोली आज़ादी की दुल्हन को ब्याह लायेगी अर्थात् हम देश भक्त एक दिन अवश्य ही भारत को आजाद कर देने हम अवश्य ही आज़ादी प्राप्त कर लेंगे।
विशेष –
- देशभक्तों की आजादी के प्रति जज्बे को दर्शाया है।
- भाषा सरल एवं सहज है।
- उर्दू, फारसी शब्दावली है।
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(ग) ‘हमने तो बचपन से ही बसंती चोले की पूजा की है।’
उत्तर :
प्रसंग – यह पंक्ति शिवशंकर द्वारा लिखित ‘सरफ़रोशी की तमन्ना’ नामक पाठ से ली गई है। इसमें देशभक्त वीरों भगत सिंह और आजाद वे अपने आप को देश पर कुर्बान हो जाने की बात कही है।
व्याख्या – दुर्गा के द्वारा विधान – सभा में जाकर बम विस्फोट की बात को मुश्किल काम बताने पर भगत सिंह ने कहा कि हम देश भक्तों ने तो अपने बचपन से ही वसंती चोले की पूजा की है अर्थात् उन्होंने तो वतन पर मर मिटने की कसम खाई है।
विशेष –
- भगत सिंह को देशभक्ति एवं देश पर कुर्बानी के बारे में बताया।
- भाषा सरल एवं सहज है।
- देशभक्त के साहस एवं कुर्बानी का चित्रण है।
7. पर्यायवाची शब्द लिखें :
- तमन्ना = …………………………….
- योद्धा = …………………………….
- आजादी = …………………………….
- अंग्रेज = …………………………….
- शहीदी = …………………………….
उत्तर :
- तमन्ना = इच्छा, आकांक्षा
- योद्धा = सैनिक, सिपाही
- आजादी = स्वतन्त्रता, मुक्ति
- अंग्रेज़ = गोरे, फिरंगी
- शहीदी = शहादत, बलिदान।
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8. इन शब्दों के अन्तर वाक्य प्रयोग द्वारा स्पष्ट करें :
- आजाद – चन्द्रशेखर आजाद (एक नाम) ने क्रांतिकारियों में जोश भर दिया।
- आजाद = स्वतंत्र = भारत 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ।
- माँ = जन्म देने वाली = _______________
- माँ = भारत माँ = _______________
- बांध = बांधना, समेटना = _______________
- बाँध = जलाशय का जल रोकने हेतु पत्थर आदि का बनाया गया टीला = _______________
- बदला – बदलना = _______________
- बदला = बदला लेना = _______________
- सबक = पाठ = _______________
- सबक = सबक सिखाना = _______________
उत्तर :
- आज़ाद = चन्द्रशेखर आजाद (एक नाम) ने क्रान्तिकारियों में जोश भर दिया।
- आज़ाद = स्वतन्त्र = भारत 15 अगस्त, सन् 1947 को आजाद हुआ।
- जन्म देने वाली = मेरी माँ मुझे हर रोज़ सुबह – सवेरे उठाती है।
- माँ = भारत माँ = मुझे अपनी भारत माँ पर गर्व है जिस का दिया हुआ अन्न – जल पा कर ही हम जीवित हैं।
- बांध = बांधना, समेटना = इस सामान को बांध लो।
- बाँध जलाशय का जल रोकने हेतु सीमेंट, रेत, पत्थर आदि का बनाया गया अवरोध = भाखड़ा बाँध विश्वभर में बहुत प्रसिद्ध है।
- बदला = बदलना = हमने अपने देश को बदल डाला।
- बदला = बदला लेना = चंद्रशेखर आजाद ने लाला लाजपत राय की मृत्यु का बदला लिया।
- सबक = पाठ = हमें कठोर परिश्रम का सबक पढ़ना चाहिए।
- सबक = सबक सिखाना = भारतीय वीरों ने आक्रमणकारियों को अच्छा सबक सिखाया।
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9. इन मुहावरों के अर्थ लिखकर वाक्य प्रयोग करें :
- कान में सीसा भरा होना = _______________
- खिसियानी बिल्ली-सा मुँह लेकर जाना = _______________
- जले पर नमक छिड़कना = _______________
- नींद हराम होना = _______________
- जान बचाकर भागना = _______________
- मौत के मुँह में जाना = _______________
- कुत्ते की दुम सीधी न होना = _______________
- परखचे उड़ाना = _______________
उत्तर :
- कान में सीसा भरा होना – सुनाई न देना – तुम्हारे कान में सीसा भरा है जो इसकी चीख नहीं सुन रहा।
- खिसियानी बिल्ली – सा मुँह लेकर जाना – अपना सा मुँह लेकर जाना—जब मैंने हरि को डांटा तो वह खिसियानी बिल्ली – सा मुँह लेकर चला गया।
- जले पर नमक छिड़कना – दुःख याद करना – उसने मुझे स्कूल से मिले गृह – कार्य को न करने की याद करा कर जले पर नमक छिड़क दिया।
- नींद हराम होना – परेशान हो जाना – नीट के फेल होने पर उसके माता – पिता की नींद हराम हो गई थी।
- जान बचाकर भागना – अपनी जान बचाना – चोर चलती गाड़ी से कूदकर अपनी जान बचाकर भाग निकला।
- मौत के मुँह में जाना – जान बूझकर ख़तरा उठाना – शेर को सामने देखकर उससे लड़ते हुए अमर सिंह मौत के मुँह में चला गया।
- कुत्ते की दुम सीधी न होना – कभी न सुधरना – रवि कुत्ते की दुम है जो कभी तुम्हारी बात नहीं समझेगा।
- परखचे उड़ाना – नष्ट करना – आजाद ने बम विस्फोट से शत्रुओं के परखचे उड़ा दिए।
10. नये शब्द बनायें :
- क्रांति + कारी = क्रांतिकारी
- मुख्य + आलय = मुख्यालय
- आंदोलन + कारी =
- पुस्तक + आलय =
- कार्य + कारी =
- पुस्तक + आलय =
- मेघ + आलय =
- चिकित्सा + आलय =
उत्तर :
- क्रान्ति + कारी = क्रान्तिकारी
- मुख्य + आलय मुख्यालय
- आन्दोलन + कारी = आंदोलनकारी
- पुस्तक + आलय = पुस्तकालय
- कार्य + कारी = कार्यकारी
- मेघ + आलय = मेघालय
- प्रलय + कारी = प्रलयकारी
- चिकित्सा + आलय = चिकित्सालय
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11. उपयुक्त विस्मयादि बोधक शब्द लिखें :
1. _____________ ! विधानसभा में बम लेकर जायें।
उत्तर :
वाह!
2. _____________ ! हम मस्तानों का टोला आजादी का डोला लायेंगे।
उत्तर :
अरे वाह!
3. _____________ ! तुम्हें जिंदगी अच्छी नहीं लगती।
उत्तर :
अरे!
4. _____________ ! यही ठीक रहेगा।
उत्तर :
वाह!
5. _____________ ! उसने देश का नाम उज्ज्वल कर दिया।
उत्तर :
ओह!
6. _____________ ! देखना, एक दिन हम दीवानों की टोली आजादी की दुल्हन को ब्याह लायेगी।
उत्तर :
अहा!
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रचनात्मक अभिव्यक्ति :
(क) मौखिक अभिव्यक्ति –
(i) देश प्रेम से संबंधित गीत कक्षा में सुनायें।
(ii) तुम अपने देश के विकास के लिए कौन-से कार्य करना चाहोगे?
(iii) भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव तथा अन्य क्रांतिकारियों की जीवनियाँ पढ़ें और उनके गुणों की कक्षा में चर्चा करें।
उत्तर :
विद्यार्थी अपनी अध्यापक/अध्यापिका की सहायता से स्वयं करें।
(ख) लिखित अभिव्यक्ति-
(i) आपको अपना देश क्यों अच्छा लगता है ? चार-पाँच वाक्यों में लिखें।
(ii) यदि आप उस समय पैदा हुए होते जब देश अंग्रेजों का गुलाम था तो आप अंग्रेजों को भगाने के लिए क्या करते?
उत्तर :
विद्यार्थी अपने अध्यापक/अध्यापिका की सहायता से स्वयं करें।
परीक्षोपयोगी प्रश्नों के उत्तर
प्रश्न 1.
सुखदेव ने अंग्रेज़ों का विरोध कैसे किया ?
उत्तर :
एक अंग्रेज़ सिपाही ने स्कूल में सुखदेव को सैल्यूट करने के लिए कहा तो सुखदेव ने उसकी बेंत पकड़ ली। अंग्रेज़ बेंत से सुखदेव को पीटता रहा किन्तु सुखदेव ने उफ नहीं की। इससे अंग्रेज़ निराश होकर वहाँ से चला गया।
प्रश्न 2.
अंग्रेजी राज को कौन उड़ा देगा ?
उत्तर :
अंग्रेजी राज को बसंती का बवंडर उड़ा देगा।
प्रश्न 3.
आज़ादी की दुल्हन कौन – कौन ब्याह कर लाएगा?
उत्तर :
आज़ादी की दुल्हन को देशभक्ति के दीवानों की टोली ब्याह कर लाएगी।
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प्रश्न 4.
लाला लाजपतराय की मृत्यु कैसे हुई ?
उत्तर :
देशभक्तों ने साइमन कमीशन के आने के विरोध में अंग्रेजों ने लाला लाजपत राय को लाठियों से पीटा जिस कारण उनकी मृत्यु हो गई थी।
बहुविकल्पीय प्रश्न
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर लिखें
प्रश्न 1.
भगत सिंह की माता का क्या नाम था ?
(क) कलावती
(ख) रमावती
(ग) विद्यावती
(घ) सीतावती।
उत्तर :
(ग) विद्यावती
प्रश्न 2.
भगत सिंह की बहन का क्या नाम था ?
(क) कमरों
(ख) अमरों
(ग) लच्छो
(घ) तोषी।
उत्तर :
(ख) अमरों
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प्रश्न 3.
भगत सिंह किस बाग की धरती को प्रणाम करने गया था ?
(क) निशात
(ख) जलियांवाला
(ग) मुगल
(घ) शालीमार।
उत्तर :
(ख) जलियांवाला
प्रश्न 4.
साइमन के आने की सूचना किसने दी ?
(क) भगत सिंह ने
(ख) चंद्रशेखर ने
(ग) राजगुरु ने
(घ) सुखदेव ने।
उत्तर :
(ग) राजगुरु ने
प्रश्न 5.
क्रांतिकारियों ने किसके नेतृत्व में साइमन का विरोध करने का निश्चय किया ?
(क) जवाहर लाल
(ख) लाजपतराय
(ग) महात्मा गांधी
(घ) सरोजनी नायडू।
उत्तर :
(ख) लाजपतराय
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प्रश्न 6.
लाहौर की माल रोड पर किसे गोलियों से भून दिया गया ?
(क) साइमन को
(ख) सांडर्स को
(ग) स्माइल को
(घ) सैमसन को।
उत्तर :
(ख) सांडर्स को
प्रश्न 7.
काले पानी की सज़ा किसे मिली थी ?
(क) भगत सिंह
(ख) चंद्रशेखर
(ग) बटुकेश्वर दत्त
(घ) सुखदेव।
उत्तर :
(ग) बटुकेश्वर दत्त
प्रश्न 8.
“हम भारत माँ के भाल की बिंदी होकर भंगार होंगे” – कथन किस का है ?
(क) भगत सिंह
(ख) सुखदेव
(ग) राजगुरु
(घ) बटुकेश्वर दत्त।
उत्तर :
(क) भगत सिंह
सरफ़रोशी की तमन्ना Summary in Hindi
सरफ़रोशी की तमन्ना पाठ का सार
‘सरफ़रोशी की तमन्ना’ शीर्षक पाठ शिवशंकर द्वारा लिखित है। इसमें लेखक ने भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद जैसे देशभक्तों की देशभक्ति का गुणगान किया है। दृश्य एक लायलपुर लाहौर में विद्यावती अपने बेटे भगत सिंह के प्रति बहुत चिन्तित है जो स्कूल गया हुआ हैं। वह अपनी बेटी अमरों से बार – बार उसके आने के बारे में पूछ रही थी। वह कह रही थी कि अंग्रेजों ने जलियाँवाला बाग़ में बहुत भद्दा खेल खेला है। शायद ये पागल हो गए है।
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इसी बीच भगत दौड़ कर अपनी माँ से चिपक जाता है। उसने अपनी माँ को बताया कि वह तो जलियाँवाला बाग़ की पावन धरती को प्रणाम करने गया था। वहाँ दरिंदे अंग्रेज़ों ने हज़ारों स्त्री, पुरुषों, बच्चे, बूढ़ों को शहीद कर दिया। वहाँ की दीवारें, पेड़ – पौधे, कुएँ भी शहीदों की कुर्बानी बता रहे थे।
गोरों ने निहत्थे भारतीयों पर गोलियाँ बरसाई थीं। भगत अपनी माँ और बहन के सामने मिट्टी की सौगंध खाकर भारत माँ को आजाद करवाने की बात। सुखदेव ने आज़ादी की चिंगारी भड़का रखी है। भगत की माँ भी भारत के आज़ाद होने की कल्पना करने लगीं।।
दृश्य – दो – भगत सिंह लाहौर से दिल्ली में क्रान्तिकारियों के गुप्त स्थान पर चन्द्रशेखर आज़ाद के साथ मिलने आया। उसे देखकर आज़ाद भी खुश हुए भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, आज़ाद आदि देशभक्तों इन्कलाब जिन्दाबाद के नारे लगाए। तभी राजगुरु ने सब को साइमन के भारत आने की सूचना दी। आजाद ने उसका विरोध करने की योजना बताई कि हम सभी लाला लाजपतराय के नेतृत्व में इसका विरोध करेंगे। सभी पुनः इन्कलाब ज़िन्दाबाद भारत माता की जय के नारे लगाने लगे।
दृश्य – तीन – क्रान्तिकारियों के दफ्तर में राजगुरु को भगत, आज़ाद सभी देशभक्त क्रान्तिकारी परस्पर विचार – विमर्श कर रहे थे कि ये अंग्रेज़ अपनी हरकतों से बाज नहीं आएँगे। भगत ने अंग्रेजी सरकार को विस्फोट से उड़ाने की बात कही तभी आज़ाद ने उसे धैर्य रखने को कहा कि समय आने पर विस्फोट भी होगा। सभी क्रान्तिकारियों ने लाला जी की हत्या का बदला लने के लिए लाहौर माल रोड़ पर सांडर्स को गोलियों से भून दिया तथा वहाँ से भाग गए।
आज़ाद की योजना से भगत सिंह, बटुकेश्वर दत्त ने विधानसभा में बम फेंका किन्तु उससे किसी को कोई हानि नहीं हुई। भगत सिंह बटुकेश्वर दत्त पकड़े गए। इसके बाद अंग्रेज़ों ने अपना दमनचक्र चलाकर राजगुरु, सुखदेव के अतिरिक्त अनेक युवक जेलों में डाल दिए। भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव को फांसी की सजा सुनाई गई तथा बटुकेश्वर दत्त को काले पानी की सज़ा दी गई।
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दृश्य – चार – जेल के केन्द्रीय कक्ष में सभी क्रांतिकारी सरफ़रोशी की तमन्ना गीत गाते हैं। वे मौत की सज़ा के बाबजूद जिस निडरता से गीत गाते हुए खुश थे उन्हें देखकर जेलर अचंभित हो उठे। जेलर के कहने पर भगत ने उसे बताया कि भगवान शिव ने सृष्टि के कल्याण के लिए विष पी लिया था। यह तो हमारे लिए प्याला है। राजगुरु के अनुसार हमारी शहादत भारतवासियों का राह दिखाएगी।
जेलर ने क्रान्तिकारियों से उनकी अन्तिम इच्छा पूछी तो भगत ने बेबे के हाथ की बनी रोटियाँ खाने को कहा। भगत, राजगुरु, सुखदेव सभी क्रान्तिकारी मेरा रंग दे बसंती चोला गीत गाने लगे। सभी भारत माता के प्रति समर्पण के भाव से भारत माता की जय, इन्कलाब ज़िन्दाबाद के नारे लगाने लगे। इसके बाद सभी ने फांसी का फंदा चूम लिया।
सरफ़रोशी की तमन्ना शब्दार्थ :
- बीरा = वीर भाई।
- परचम = झण्डा।
- शुभ = अच्छा।
- कुर्बानी = शहादत।
- फिरंगी = अंग्रेज़।
- मुक्त = स्वतन्त्र।
- गुप्त = छिपा हुआ।
- धीरज = धैर्य।
- शोक = दुःख।
- आतुर = व्याकुल।
- सौगंध = कसम।
- असंख्य = अनेक।
सरफ़रोशी की तमन्ना सप्रसंग व्याख्या
1. माँ, मैं जलियाँवाले बाग़ की पावन धरती को प्रणाम करने गया था। जहाँ वहशी गोरों ने हज़ारों स्त्री – पुरुष, बच्चे – बूढ़ों को शहीद कर दिया। वहाँ की दीवारों, पेड़ों, कुँओं से शहीदों की कुर्बानी चीख – चीख कर कह रही है…. ऐ फिरंगी! सामान बाँध ले। वरना, सम्भलने का मौका भी न मिलेगा। माँ ? कुरुक्षेत्र की धरती पर दोनों ओर योद्धा थे पर गोरों ने तो निहत्थे भारतीयों पर गोलियों बरसायी हैं।
प्रसंग – ये पंक्तियाँ शिवशंकर द्वारा लिखित ‘सरफ़रोशी की तमन्ना’ शीर्षक से ली गई हैं। भगत अपनी माँ के जलियाँवाला बाग़ में हुए शहीदों के बारे में बताते हुए कह रहे हैं।
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व्याख्या – लेखक कहता है कि भगत सिंह अपनी माँ को कहते हैं कि माँ! मैं जलियाँवाला बाग़ की पवित्र धरती को प्रणाम करने गया था। जहाँ दरिंदे अंग्रेजों ने हज़ारों स्त्री, पुरुष, बच्चे, बूढों को शहीद कर दिया। वहाँ की दीवारों, पेड़ों, कुँओं से शहीदों की कुर्बानी चीख – चीख कर कह रही है। हे फिरंगी! तुम अपना सामान बाँध लो। अन्यथा संभलने का अवसर भी नहीं मिलेगा। हे माँ! कुरुक्षेत्र की धरती पर दोनों तरफ कौख और पाडंव वीर योद्धा थे। परन्तु इन अंग्रेज़ों ने तो जलियाँवाले बाग़ में उन निहत्थे भारतीयों पर गोलियाँ बरसाई थीं।
भावार्थ – जलियाँवाला बाग़ में किए गए हत्याकांड की निन्दा की गई है।
2. इन्कलाब जिन्दाबाद! भारत माता की जय। साम्राज्यवाद का नाश हो। इन नारों के साथ विधान सभा दहल उठी। भगत सिंह, बटुकेश्वर पकड़े गए। अंग्रेज़ों ने अपना दमन चक्र तेज़ कर दिया। राजगुरु और सुखदेव के अतिरिक्त असंख्य युवक जेलों में बंद हो गए। भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फाँसी की सजा सुनाई गई और बटुकेश्वर दत्त को काला पानी की सज़ा हो गई।
प्रसंग – यह गद्यांश लेखक शिवशंकर द्वारा लिखित ‘सरफ़रोशी की तमन्ना’ शीर्षक नाटक से लिया गया है। इसमें लेखक ने क्रान्तिकारियों के त्याग एवं बलिदान का चित्रण किया है।
व्याख्या – लेखक कहता है कि भारत माता की जय! साम्राज्यवाद का नाश हो। इन नारों के साथ विधानसभा में धमाका हो गया। विधानसभा काँप उठी थी। भगत सिंह, बटुकेश्वर दत्त पकड़े गए। अंग्रेज़ों ने अपना दमन चक्र अधिक तेज़ कर दिया। राजगुरु और सुखदेव के अतिरिक्त अनेक युवक भारतीय जेलों में बंद कर दिए गए। भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फाँसी की सजा सुनाई गई तथा बटुकेश्वर दत्त को काले पानी की सज़ा दे दी गई।
भावार्थ – भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव क्रान्तिकारियों के त्याग एवं बलिदान को दर्शाया गया है।
3. ज़िन्दगी, जिन्दगी किसे अच्छी नहीं लगती! तुम क्या जानो ? हम भारत माँ के भाल की बिंदी होकर श्रृंगार होंगे। बचपन की चिंगारी आज शोला बन गई है। शोला जिसमें अंग्रेज़ राज भस्म हो जाएगा। माँ भारती की बेड़ियाँ छितरा जायेंगी।
प्रसंग – यह गद्यांश लेखक शिवशंकर द्वारा लिखित ‘सरफ़रोशी की तमन्ना’ से अवतरित है। इसमें भगत सिंह के भारत माता के प्रति समर्पण के भाव का वर्णन है।
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व्याख्या – लेखक कहता है कि भगत सिंह जेलर को कहता है कि ज़िन्दगी किसे अच्छी नहीं लगती। इस बात को तुम क्या जानो! हम सब क्रान्तिकारी भारत माता के माथे की बिंदी बनकर सजाएंगे। बचपन की चिंगारी आज शोला बन गई है। यह बात हमने बचपन में सोची थी जो अब पूरी हो रही है। चिंगारी अब शोला बन चुकी है जिसमें अंग्रेज़ राज भस्म हो जाएगा। इससे भारत माता की बेड़ियाँ सदा के लिए टूट जायेंगी।
भावार्थ – भगत सिंह, आज़ाद, राजगुरु, सुखदेव आदि क्रान्तिकारियों के त्याग एवं बलिदान को दर्शाया गया है।