PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 17 मेरा दम घुटता है

Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Chapter 17 मेरा दम घुटता है Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 8 Hindi Chapter 17 मेरा दम घुटता है (2nd Language)

Hindi Guide for Class 8 PSEB मेरा दम घुटता है Textbook Questions and Answers

मेरा दम घुटता है अभ्यास

1. नीचे गुरुमुखी और देवनागरी लिपि में दिये गये शब्दों को पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखने का अभ्यास करें:

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 17 मेरा दम घुटता है 1
PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 17 मेरा दम घुटता है 2
उत्तर :
विद्यार्थी अपने अध्यापक/अध्यापिका की सहायता से स्वयं करें।

2. नीचे एक ही अर्थ के लिए पंजाबी और हिंदी भाषा में शब्द दिये गये हैं। इन्हें ध्यान से पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखें :

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 17 मेरा दम घुटता है 3
PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 17 मेरा दम घुटता है 4
उत्तर :
विद्यार्थी अपने अध्यापक/अध्यापिका की सहायता से स्वयं करें।

3. शब्दार्थ :

  • नेपथ्य = पढ़ें के पीछे
  • घटक = तत्व
  • जीवनदायी = जीवन देने वाली
  • अस्तित्व = होंद, होने का भाव
  • दैत्य = राक्षस
  • माशाअल्लाह = जो अल्लाह चाहे
  • खलनायिका = नाटक या उपन्यास के मुख्य नायक का प्रतिद्वंद्वी जो लक्ष्य प्राप्ति में रुकावटें उपस्थित करती है।
  • क्षमता = सामर्थ्य

उत्तर :
विद्यार्थी अपने अध्यापक/अध्यापिका की सहायता से स्वयं करें।

4. इन प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखें :

(क) हवा की घटक गैसें कौन-कौन सी हैं?
उत्तर :
हवा की घटक गैसें ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, हाइड्रोजन, कार्बन डाइऑक्साइड ओज़ोन हैं।

(ख) पृथ्वी पर जीवन का मूल आधार क्या है?
उत्तर :
पृथ्वी पर जीवन का मूल आधार ऑक्सीजन है।

(ग) पानी की घटक कौन-कौन सी गैसें हैं?
उत्तर :
पानी की घटक ऑक्सीजन और हाइड्रोजन गैसें हैं।

(घ) इस एकांकी में काले-कलूटे राक्षस किसे कहा गया है?
उत्तर :
स्कूटर, बस, ट्रैक्टर से निकलने वाले विषैले धुएँ को काले-कलूटे राक्षस कहा गया है।

(ङ) वायु प्रदूषण से कौन-कौन से रोग हो रहे हैं?
उत्तर :
वायु प्रदूषण से दमा, साँस से सम्बन्धित रोग, फेफड़े के रोग, त्वचा सम्बन्धी बीमारियाँ हो रही हैं।

(च) कार्बन-डाइ-ऑक्साइड का रूप क्यों बदल रहा है?
उत्तर :
मानव जाति द्वारा बढ़ाए जा रहे प्रदूषण के कारण कार्बन डाइऑक्साइड का रूप बदल रहा है।

(छ) वह कौन-सी गैस है जो कार्बन-डाइ-ऑक्साइड से अधिक मानव जाति का नुकसान कर रही है?
उत्तर :
कार्बन मोनोऑक्साइड।

(ज) ओजोन की सुरक्षा परत किस गैस के कारण टूटती-फूटती जा रही है ?
उत्तर :
रासायनिक गैस के कारण ओज़ोन की सुरक्षा परत टूटती-फूटती जा रही है।

(झ) धरती का तापमान किस गैस के कारण बढ़ रहा है?
उत्तर :
तापमान कार्बन डाइऑक्साइड गैस के कारण बढ़ रहा है।

(ज) कार्बन-डाइ-ऑक्साइड गैस ने अपनी सेहत सुधारने का क्या उपाय बताया?
उत्तर :
अधिक-से-अधिक पेड़ लगाने का उपाय बताया है।

5. इन प्रश्नों के उत्तर चार या पाँच वाक्यों में लिखें :

(क) ऑक्सीजन गैस को जीवन का मूल आधार क्यों कहा जाता है ?
उत्तर :
ऑक्सीजन गैस के जीवन का मूल आधार इसलिए कहा जाता है क्योंकि हम ऑक्सीजन ग्रहण करते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ते हैं इससे हमारी सांसें चलती हैं। यह जीवन का प्राण तत्व है।

(ख) जहरीली गैसों के स्रोत कौन-कौन से हैं ?
उत्तर :
ज़हरीली गैसों के मुख्य स्रोत हैं-

  • बस, स्कूटर आदि से निकलने वाला विषैला धुआँ
  • कारखानों की चिमनियों से विषैला धुआँ
  • कूड़ा-कचरा
  • रेफ्रिजरेटरों तथा एयर कंडीशनरों से निकलने वाली रासायनिक गैसें।

(ग) वायुमंडल का तापमान बढ़ाने में ओजोन की क्या भूमिका है ?
उत्तर :
ओज़ोन धरती से उस से पचास किलोमीटर ऊँचाई पर वायुमंडल में ओज़ोन की पहली परत है। रेफ्रिजरेटरों तथा एयर कंडीशनरों के अन्धाधुंध प्रयोग से रासायनिक गैसें निकल रही हैं, जिसके कारण ओज़ोन की सुरक्षा परत टूटती-फूटती जा रही है। इससे वायुमंडल का तापमान बढ़ रहा है।

(घ) अम्लीय वर्षा किस कारण होती है?
उत्तर :
अम्लीय वर्षा पानी के साथ नाइट्रोजन ऑक्साइड तथा सल्फर डाइऑक्साइड गैसें मिलने से होती हैं।

(ङ) पेड़ किस प्रकार वायुमंडल को शुद्ध करते हैं ?
उत्तर :
पेड़ प्रकाश संश्लेषण की क्रिया द्वारा कार्बन डाइऑक्साइड गैस को सोख लेते हैं तथा ऑक्सीजन गैस को वायुमंडल में छोड़ते हैं जिससे वायुमंडल शुद्ध होता है।

(च) लेखक ने इस बैठक के माध्यम से क्या संदेश दिया है ?
उत्तर :
लेखक ने इस बैठक के माध्यम से यह सन्देश दिया है कि मनुष्य को वायुमंडल में बढ़ते प्रदूषण को कम करने के लिए अधिक-से-अधिक पेड़ लगाने चाहिए। वायुमंडल के प्रति सचेत रहना चाहिए।

6. इन शब्दों को वाक्यों में प्रयोग करें :

  1. नेपथ्य ________________________
  2. घटक ________________________
  3. जीवनदायी ________________________
  4. अस्तित्व ________________________
  5. क्षमता ________________________

उत्तर :

  1. नेपथ्य (पर्दे के पीछे)-राम लीला के मंचन से पहले राम-सीता नेपथ्य में थे।
  2. घटक (हिस्सा)-ऑक्सीजन वायुमंडल की अति महत्त्वपूर्ण घटक है।
  3. जीवनदायी (जीवन देने वाली)-ऑक्सीजन जीवनदायी गैस है।
  4. अस्तित्व (होने का भाव)-मनुष्य का अस्तित्व पेड़-पौधों से है।
  5. क्षमता (सामर्थ्य)-मानव की क्षमता प्रकृति से अधिक नहीं है।

7. इन मुहावरों के अर्थ दिये गये हैं। अर्थ समझते हुए वाक्यों में प्रयोग करें :

  1. दिनों-दिन सूखना = कमजोर होते जाना (यहाँ वायुमंडल में आक्सीजन की मात्रा कम होना) = _____________________________
  2. बाल-बाल बचना = कठिनता से बचाव होना = _____________________________
  3. जान बचाना = जीवित रखना = _____________________________
  4. सिर मारना = सोच-विचार करना। = _____________________________
  5. अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मारना = अपनी ही गलती से अपनी हानि करना = _____________________________

उत्तर :

  1. दिनों-दिन सूखना (कमज़ोर होते जाना)-राघव परीक्षा की चिंता के कारण दिनों-दिन सूखता ही जा रहा है।
  2. बाल-बाल बचना (कठिनता से बचाव होना)-आज रवि सड़क दुर्घटना में बाल बाल बचा।
  3. जान बचाना (जीवित रखना)-ऑक्सीजन से रोगी की जान बचाई गई।
  4. सिर मारना (सोच-विचार करना)-इस प्रश्न को हल करने के लिए दो घंटों से सिर मार रहा हूँ पर कुछ समझ ही नहीं आ रहा।
  5. अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मारना (अपनी ही गलती से अपनी हानि करना)-लक्ष्य ने एक पेपर छोड़कर अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली। सेहत बिगाड़ना (सेहत ठीक न होना)-सुप्रिया अधिक गुस्से से अपनी ही सेहत बिगाड़ रही है।

8. (i) लिंग बदलें :

  1. सदस्य = ___________
  2. नायिका = ___________
  3. खलनायक = ___________

उत्तर :

  1. सदस्य = सदस्या
  2. नायिका = नायक
  3. खलनायक = खलनायिका

(ii) इन गैसों के लिंग बतायें

  1. ऑक्सीजन = ___________
  2. कार्बन-डाइ-ऑक्साइड = ___________
  3. हाइड्रोजन = ___________
  4. नाइट्रोजन = ___________
  5. ओजोन = ___________

उत्तर :

  1. ऑक्सीजन = स्त्रीलिंग
  2. कार्बनडाइऑक्साइड = स्त्रीलिंग
  3. हाइड्रोजन = स्त्रीलिंग
  4. नाइट्रोजन = स्त्रीलिंग
  5. ओजोन = स्त्रीलिंग

9. ‘इत’ और ‘इक’ शब्दांश लगाकर विशेषण बनायें :

  1. इंसान + इत = इंसानियत
  2. रसायन + इक = रासायनिक
  3. सुरक्षा + इत = ___________
  4. समाज + इक = ___________
  5. संबंध + इत = ___________
  6. भूगोल + इक = ___________
  7. आमंत्रण + इत = ___________
  8. परिवार + इक = ___________

उत्तर :

  1. इन्सान + इत = इन्सानियत
  2. रसायन + इक = रासायनिक
  3. सुरक्षा + इत = सुरक्षित
  4. समाज + इक = सामाजिक
  5. सम्बन्ध + इत = सम्बन्धित
  6. भूगोल + इक = भौगोलिक
  7. आमन्त्रण + इत = आमन्त्रित
  8. परिवार + इक = पारिवारिक

10. पर्यायवाची शब्द लिखें :

  1. सूरज = ___________
  2. हवा = ___________
  3. किरण = ___________
  4. रात = ___________
  5. पेड़ = ___________
  6. दिन = ___________

उत्तर :

  1. सूरज = सूर्य, आदित्य
  2. हवा = वायु, पवन
  3. किरण = रश्मि, अंशु
  4. रात = रात्रि, विभावरी
  5. पेड़ = वृक्ष, विटप, तरू
  6. दिन = दिवस, वासर

11. विपरीत अर्थ वाले शब्द लिखें :

  1. अंधेरा = ___________
  2. मुक्त = ___________
  3. बहुमत = ___________
  4. दुर्बल = ___________
  5. कमजोर = ___________

उत्तर :

  1. अंधेरा = उजाला
  2. मुक्त = बंदी
  3. बहुमत = अल्पमत
  4. दुर्बल = सबल
  5. कमज़ोर = शक्तिशाली।

12. इन शब्दों के भिन्न अर्थ समझते हुए वाक्यों में प्रयोग करें :

मूल = मुख्य = इस सभा का मूल उद्देश्य क्या है ?
= जड़ = पेड़ की मूल पर ही उसका जीवन टिका है।
भाग = हिस्सा = ___________
बँटवारा = ___________
घड़ी = पानी का छोटा घड़ा = ___________
समय बतलाने वाला छोटा यंत्र = ___________
बैठक-बैठने का कमरा = ___________
चौपाल, अधिवेशन (जैसे संसद की बैठक) = ___________
उत्तर :
मूल = मुख्य = इस सभा का मूल उद्देश्य क्या है ?
जड = पेड की मूल पर ही उसका जीवन टिका है।
भाग = हिस्सा = इस जमीन में मेरा भी कुछ भाग है।
= बँटवारा = इस धन के दो भाग करो।
घड़ी = पानी का छोटा घड़ा = इस घड़ी में क्या रखा है ?
= समय बतलाने वाला छोटा यंत्र = इस घड़ी में कितने बजे हैं ?
बैठक = बैठने का कमरा = यह बैठक पिता जी ने बनाई है।
= चौपाल, अधिवेशन (जैसे संसद की बैठक) = यहाँ बुजुर्गों की बैठक चल रही है।

13. इन गैसों के चिह्न समझें :

ऑक्सीजन O2
नाइट्रोजन N2
कार्बन-डाइ-ऑक्साइड CO2
हाइड्रोजन H2
कार्बन-मोनो-ऑक्साइड CO
ओजोन O3
उत्तर :
विद्यार्थी अपने अध्यापक/अध्यापिका की सहायता से स्वयं करें।

14. इस पाठ में आए ‘र’ वर्ण के प्रयोग वाले शब्द ढूँढकर लिखें :

[ र ] : ____________
[ , ] : ____________
[ / ] : ____________
[ ^ ] : ____________
उत्तर :
[ र ] : चारों, शहर, तारकोल
[ ‘ ] : कार्बन
[ , ] : रेफ्रिजरेटर, प्रदूषण, प्रतिशत
[ ^ ] : अल्ट्रा, हाइड्रोजन, नाइट्रोजन।

15. निम्नलिखित पंजाबी वाक्यों का हिंदी में अनुवाद करें :

(क) ਇਹ ਧਰਤੀ ਤੇ ਜੀਵਨ ਦਾ ਮੂਲ ਅਧਾਰ ਹੈ।
(ख) ਉਸ ਪਿੰਡ ਵਿੱਚ ਸੜਕ ਬਣ ਰਹੀ ਹੈ।
(ग) ਅੱਗੇ ਦੀ ਅਵਾਜ ਹਾਸੇ ਵਿੱਚ ਦੱਬ ਜਾਂਦੀ ਹੈ।
(घ) ਅੱਜ ਮੇਰੇ ਜੀਵਨ ਨੂੰ ਖ਼ਤਰਾ ਲਗ ਰਿਹਾ ਹੈ।
ਪਾਣੀ ਨਹੀਂ ਤਾਂ ਜੀਵਨ ਕਿਵੇਂ ਸੰਭਵ ਹੋਵੇਗਾ।
(ङ) ਪਾਣੀ ਨਹੀਂ ਤਾਂ ਜੀਵਨ ਕਿਵੇਂ ਸੰਭਵ ਹੋਵੇਗਾ।

रचनात्मक अभिव्यक्ति :

मौखिक अभिव्यक्ति –
(क) इस संवादात्मक पाठ का वातावरण दिवस आदि विशेष अवसर पर अभिनय करें।
(ख) ‘पर्यावरण प्रदूषण’ पर अपने विचार कक्षा में सुनायें।
(ग) अपने विज्ञान के अध्यापक से पूछो कि रात को पेड़ों के नीचे क्यों नहीं सोना चाहिए?
उत्तर :
विद्यार्थी अपने अध्यापक/अध्यापिका की सहायता से करें।

लिखित अभिव्यक्ति –
(क) यह एकांकी आपके द्वारा पढ़े गये अन्य एकांकियों से किस प्रकार भिन्न है? क्या आपको इसका शीर्षक ‘मेरा दम घुटता है’ पसंद आया? अपने विचार लिखें।
(ख) विज्ञान की प्रयोगशाला में पाठ में आई गैसों को तैयार करो और इनके गुण-अवगुण कापी में नोट करो।
उत्तर :
विद्यार्थी अपने शिक्षक की सहायता से करें।

(ग) ‘पर्यावरण बचाओ’ विषय पर नारे लिखें।
उत्तर :

  • पर्यावरण बचाओ, देश बचाओ।
  • पर्यावरण को बचाना है, खुशहाली को लौटाना है।
  • पर्यावरण बचेगा, जीवन रहेगा।
  • पर्यावरण नहीं, तो जीवन नहीं।
  • पेड़ लगाओ, जीवन बचाओ।

परीक्षोपयोगी अन्य प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
नेपथ्य का दृश्य कैसा था ?
उत्तर :
नेपथ्य में चारों तरफ हरे-भरे पेड़ थे। दूर-दूर तक कहीं कोई बस्ती और इन्सान दिखाई नहीं दे रहे थे। यहाँ हवा के घटक ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, हाइड्रोजन, कार्बनडाइऑक्साइड तथा ओज़ोन गैसों की सभा चल रही थी। यहाँ शहर से दूर कई फलों का बगीचा था।

प्रश्न 2.
‘मेरा दम घुटता है’ एकांकी से हमें क्या शिक्षा मिलती है ?
उत्तर :
इस एकांकी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमें वायुमंडल को प्रदूषण से बचाने के लिए पेड़ पौधे लगाने चाहिएँ। गाड़ियों, कारखानों के विषैले धुएँ पर रोक लगानी चाहिए।

प्रश्न 3.
सभा की अध्यक्षता किसने की थी ?
उत्तर :
सभा की अध्यक्षता ऑक्सीजन ने की थी।

प्रश्न 4.
पृथ्वी पर पानी किस कारण उपलब्ध है ?
उत्तर :
पृथ्वी पर पानी ऑक्सीजन तथा हाइड्रोजन दोनों गैसों के परस्पर सहयोग के कारण उपलब्ध है।

प्रश्न 5.
जहरीली गैसें कहां से निकलती हैं ?
उत्तर :
जहरीली गैसें बस, स्कूटर, कार, कारखानों की चिमनियों के धुएँ तथा फ्रिज, एयरकंडीशनरों से निकलती हैं।

प्रश्न 6.
कारखानों के धुएँ में कौन-कौन सी गैसें होती हैं ?
उत्तर :
नाइट्रोजनऑक्साइड तथा सल्फरडाइऑक्साइड।।

प्रश्न 7.
पौधे किस क्रिया से अपना भोजन बनाते हैं ?
उत्तर :
प्रकाश संश्लेषण क्रिया से।

बहुविकल्पीय प्रश्न

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर लिखें :

प्रश्न 1.
‘मेरा दम घुटता है’ पाठ में लेखक ने किस के बढ़ रहे प्रदूषण पर चिंता व्यक्त की है ?
(क) जल के
(ख) ध्वनि के
(ग) पर्यावरण के
(घ) जीवों के।
उत्तर :
(ग) पर्यावरण के

प्रश्न 2.
‘मेरा दम घुटता है’ के आधार पर बताएं पृथ्वी पर जीवन का मूलाधार क्या
(क) नाइट्रोजन
(ख) ऑक्सीजन
(ग) कार्बन
(घ) हाइड्रोजन।
उत्तर :
(ख) ऑक्सीजन

प्रश्न 3.
बैठक में सबका स्वागत किसने किया ?
(क) कार्बन ने
(ख) नाइट्रोजन ने
(ग) ऑक्सीजन ने
(घ) हाइड्रोजन ने।
उत्तर :
(ख) नाइट्रोजन ने

प्रश्न 4.
हाइड्रोजन की हालत किस के बिना खराब है ?
(क) नाइट्रोजन
(ख) ऑक्सीजन
(ग) कार्बन
(घ) ओज़ोन।
उत्तर :
(ख) ऑक्सीजन

प्रश्न 5.
ओजोन की सुरक्षापरत किससे टूट रही है ?
(क) वर्षा
(ख) धुआँ
(ग) रासायनिक गैस
(घ) आँधी।
उत्तर :
(ग) रासायनिक गैस

मेरा दम घुटता है Summary in Hindi

मेरा दम घुटता है पाठ का सार

‘मेरा दम घुटता है’ नामक शीर्षक की एकांकी पंकज चतुर्वेदी द्वारा लिखित है। इसमें लेखक ने वायुमंडल में बढ़ रहे प्रदूषण के प्रति चिन्ता व्यक्त की है। पर्दे पर चारों तरफ़ हरे-भरे पेड़ खड़े हैं। दूर तक कोई बस्तियाँ या इन्सान दिखाई नहीं दे रहे। यहां हवा की कई घटक गैसों की सभा चल रही है। इस सभा में ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, हाइड्रोजन, कार्बन डाइऑक्साइड तथा ओजोन है। शहर से दूर फलों का बगीचा था।

सभा के प्रारम्भ में नाइट्रोजन ने सभी का बैठक में स्वागत किया। इसकी अध्यक्ष ऑक्सीजन थी जो पृथ्वी जीवन की मूलाधार है। ऑक्सीजन के अनुसार आज उसके जीवन को ही ख़तरा बना हुआ है। हाइड्रोजन ने कहा कि उसके बिना उसकी हालत ख़राब है। दोनों के साथ रहने से ही पृथ्वी पर पानी उपलब्ध है। दुनिया का आधे से अधिक भाग में पानी है। पानी के बिना जीवन भी सम्भव नहीं है।

ऑक्सीजन ने बताया कि आज वायु का अस्तित्व खतरे में है। नाइट्रोजन ने बताया कि इस सभा के लिए कोई भी सुरक्षित जगह नहीं मिल रही थी। चारों तरफ़ काली पीली जहरीली गैसें हमला कर देती थीं। ऐसा लगता है कि कहीं हमारा बहुमत ही खत्म न हो जाए। जहरीली गैसों के कारण उनकी सेहत बिगड़ रही है। ऑक्सीजन ने कहा कि चारों तरफ़ धुआँ ही धुआ है। स्कूटर, बस, ट्रैक्टर, चिमनी, कारखाने आदि से विषैली गैसें एवं धुआँ निकल रहा है।

नाइट्रोजन ने बताया कि उसे स्वयं जगह तलाशने में बहुत मुश्किलें आई। ऑक्सीजन ने बताया कि पिछले समय के गाँव अच्छे थे। नाइट्रोजन ने कहा कि उस गाँव में सड़क बन रही है। वहाँ बहुत तारकोल गर्म हो रहा था; काला धुआँ निकल रहा था। चारों तरफ़ धुआँ ही धुआँ था। हाइड्रोजन ने कहा कि सिगरेट, बीड़ियों का धुआँ हमारा तो नुकसान करता है, धरती पर रहने वाले लोगों को भी बीमार कर रहा है।

यहां आदमी खुद का नुकसान खुद कर रहे हैं। इससे मनुष्य को दमा, साँस से सम्बन्धित रोग, फेफड़ों के रोग, त्वचा सम्बन्धी बीमारियाँ सभी तो इसी वायु प्रदूषण से ही हो रही हैं। नाइट्रोजन ने बताया कि वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड बहत तेज़ गति से बढ़ रही है। चारों तरफ़ कारखाने, गाड़ियाँ इसे छोड़ रहे हैं।

कार्बन डाइऑक्साइड कहने लगी कि वह तो वायुमंडल में केवल आधी प्रतिशत से भी कम थी, परन्तु मानव जाति ने मेरी मात्रा को बहुत ज्यादा बढ़ा दिया है। मेरे साथ-साथ कार्बन मोनो ऑक्साइड की मात्रा बढ़ रही है। जो मानव जीवन का नुकसान कर रही है।

ओज़ोन कहने लगी कि उसकी मात्रा बहुत कम है। मानव इससे निरन्तर छेड़खानी कर रहा है।

सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणों से लड़ने की शक्ति मुझ में ही है। उसकी अनुपस्थिति में ये किरणें धरती के लोगों को अनेक बीमारियों का शिकार बना लेती हैं। धरती से दस से पंद्रह किलोमीटर उँचाई पर वायुमंडल में ओज़ोन की पहली परत है। रासायनिक गैस के कारण ओज़ोन की सुरक्षा परत टूटती-फूटती जा रही है। हाइड्रोजन ने बताया कि स्वीडन में वर्षा होने पर जल के साथ तेज़ाब बरस रहा है। इंग्लैण्ड के कारखानों ने ऊँची-ऊँची चिमनियां लगा ली हैं।

उनका धुआँ स्वीडन तक पहुँच जाता है। इनसे नाइट्रोजन ऑक्साइड तथा सल्फर डाइऑक्साइड गैसें निकलती हैं। इतना ही नहीं हमारे देश में भी ऐसी बारिश होने की संभावना है। इसी से धरती का तापमान बढ़ रहा है। ऑक्सीजन ने कहा कि कार्बन डाइऑक्साइड को कम करने का उपाय है कि अधिक-से-अधिक पेड़ लगाए जाएं।

नाइट्रोजन से कहा कि पेड़ कार्बन डाइऑक्साइड की बढ़ती मात्रा को प्रकाश संश्लेषण की क्रिया से सोख लेते हैं और ऑक्सीजन मुक्त करते हैं।

ऑक्सीजन आदमी द्वारा पेड़ों पर दवाई छिड़कने से परेशान है। हाइड्रोजन रसायनों के प्रयोग से चिन्तित जिनके कारण रसायन वायुमण्डल में घुल रहे हैं। यदि ऐसा ही रहा तो वायुमण्डल अधिक दूषित हो जाएगा।

मेरा दम घुटता है शब्दार्थ-

  • नेपथ्य = पर्दे के पीछे।
  • जीवनदायी = जीवन देने वाली।
  • बगैर = बिना।
  • बहुमत = अधिकता।
  • साम्राज्य = शासन।
  • नाइट्रो = नाइट्रोजन।
  • घटक = हिस्से, तत्व।
  • दैत्य = राक्षस।

मेरा दम घुटता है सप्रसंग व्याख्या

1. नहीं, ऑक्सीजन नहीं। ऐसा मत कहो। आपके बगैर मेरी तो हालत ही खराब हो जाएगी। आज हमारे और आपके साथ रहने से ही तो पृथ्वी पर पानी उपलब्ध है। दनिया में आधे से अधिक भाग में पानी है। आपके बगैर पानी नहीं बन सकता। पानी नहीं तो जीवन कैसे सम्भव होगा ?

प्रसंग-ये पंक्तियाँ पंकज चतुर्वेदी द्वारा लिखित ‘मेरा दम घुटता है’ शीर्षक पाठ से ली गई हैं। इसमें हाइड्रोजन ऑक्सीजन को उसका महत्त्व बता रहे हैं।

व्याख्या-लेखक कहता है कि हाइड्रोजन ऑक्सीजन को सम्बोधित कर कह रही है कि ऑक्सीजन ऐसा मत कहो। आपके बिना तो मेरी हालत ही खराब हो जाएगी। आज हमारे और आपके साथ रहने से ही तो पृथ्वी पर पानी उपलब्ध है। इस संसार में आधे से ज्यादा भाग में पानी है। आपके बिना पानी नहीं बन सकता। यदि पानी नहीं तो जीवन कैसे सम्भव हो सकता है अर्थात् पानी के बिना जीवन सम्भव नहीं है।

भावार्थ-ऑक्सीजन के महत्त्व के बारे में बताया गया है।

2. वह सिगरेट-बीड़ियों का धुआँ। हाय-हाय हमारा तो नुकसान करता ही है धरती पर रहने वाले लोगों को भी बीमार कर रहा है। पर आदमी है कि खुद का नुकसान खुद कर रहा है। मनुष्य को दमा, साँस से सम्बन्धित रोग, फेफड़ों के रोग, त्वचा सम्बन्धी बीमारियाँ सभी तो इसी वायु प्रदूषण से ही हो रही हैं….. वो क्या कहते हैं कि अपने ही पैरों पर खुद कुल्हाड़ी मारना…….

प्रसंग-यह गद्यांश पंकज चतुर्वेदी द्वारा लिखित ‘मेरा दम घुटता है’ शीर्षक से लिया गया है। हाइड्रोजन नाइट्रोजन को वातावरण में फैले धुएँ को बता रही है।

व्याख्या-लेखक कहता है कि हाइड्रोजन नाइट्रोजन को सम्बोधित कर कहती है कि हे बहन! यह सिगरेट और बीड़ियों का विषैला धुंआ हमारा तो नुकसान करता ही है साथ ही धरती पर रहने वाले लोगों को भी बीमार कर रहा है। परन्तु आदमी है कि वह अपना नुकसान अपने आप ही कर रहा है। इसी धुंए से वायु प्रदूषण हो रहा है। वायु प्रदूषण के कारण ही मनुष्य को दमा, साँस से सम्बन्धित रोग, फेफड़ों के रोग, त्वचा सम्बन्धी बीमारियाँ हो रही हैं। इसे ही तो अपने ही नुकसान स्वयं करना कहा जाता है अर्थात् मनुष्य अपने द्वारा ही अपना नुकसान कर रहा है।

भावार्थ-वायुमंडल में फैले प्रदूषण के प्रति चिन्ता व्यक्त की गई है और वायु प्रदूषण से फैली बीमारियों की ओर संकेत है।

3. वायुमण्डल में मेरी भागीदारी आधा प्रतिशत से भी कम थी और ये मानव जाति है कि मेरा मोटापा बढ़ाने पर तुली है। मेरे साथ-साथ मेरी बहन कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा अधिक बढ़ रही है। मुझसे ज़्यादा तो वह मानव जाति को नुकसान कर रही है और तुम तो अपने हो, तुम क्यों मुझे खलनायिका बना रहे हो। मैं तो पेड़-पौधों का जीवन हैं –

प्रसंग-यह पंक्तियाँ पंकज चतुर्वेदी द्वारा लिखित हैं। यह गद्यांश ‘मेरा दम घुटता है’ शीर्षक से लिया गया है। इसमें वायुमण्डल में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ने के बारे में बताया है।

व्याख्या-लेखक कहता है कि कार्बन डाइऑक्साइड नाइट्रोजन को सम्बोधित कर कह रही है कि वायुमण्डल में मेरी मात्रा आधा प्रतिशत से भी कम थी, किन्तु मानव जाति वायुमण्डल में मेरी मात्रा को निरन्तर बढ़ा रही है। मेरे साथ-साथ मेरी बहन कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा अधिक बढ़ रही है। मुझसे ज़्यादा तो वह मानव जाति को नुकसान कर रही है और तुम तो अपने हो फिर तुम मुझे क्यों खलनायिका बना रहे हो। मैं ही तो पेड़-पौधों का जीवन हूँ अर्थात् पेड़-पोधों का जीवन मुझ पर ही आधारित है।

भावार्थ-कार्बन डाइऑक्साइड की वायुमंडल में लगातार बढ़ने की ओर चिन्ता व्यक्त है।

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