Punjab State Board PSEB 6th Class Social Science Book Solutions Geography Chapter 4 मानचित्र – हमारे सहायक Textbook Exercise Questions and Answers.
PSEB Solutions for Class 6 Social Science Geography Chapter 4 मानचित्र – हमारे सहायक
SST Guide for Class 6 PSEB मानचित्र – हमारे सहायक Textbook Questions and Answers
I. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए
प्रश्न 1.
मानचित्र किसे कहते हैं?
उत्तर-
किसी चपटे तल पर पूरी पृथ्वी अथवा उसके किसी एक भाग का खींचा गया रूप मानचित्र कहलाता है। मानचित्र एक पैमाने के अनुसार खींचा जाता है। इस पैमाने को मानचित्र का पैमाना कहते हैं।
प्रश्न 2.
ग्लोब किसे कहते हैं?
उत्तर-
पृथ्वी के मॉडल (नमूने) को ग्लोब कहते हैं। इसके बीच एक कील होती है। इस कील का उत्तरी सिरा उत्तरी ध्रुव तथा दक्षिणी सिरा दक्षिणी ध्रुव को दर्शाता है। ग्लोब के बीचों-बीच पूर्व-पश्चिम दिशा की ओर जाती हुई रेखा को भूमध्य रेखा कहते हैं।
प्रश्न 3.
मानचित्र और ग्लोब में क्या अन्तर है?
उत्तर-
मानचित्र और ग्लोब में निम्नलिखित अन्तर हैं –
मानचित्र
- मानचित्र पृथ्वी के धरातल या उसके किसी भाग का एक चित्र होता है जिसे एक पैमाने के अनुसार बनाया जाता है।
- मानचित्र पर महासागर तथा महाद्वीपों की आकृति तथा आकार सही-सही नहीं दिखाए जा सकते हैं।
- इसमें प्रतीकों का प्रयोग किया जाता हैं।
ग्लोब
- ग्लोब पृथ्वी का छोटा प्रतिरूप होता है।
- ग्लोब पर महासागरों तथा महाद्वीपों की आकृति तथा आकार बिल्कुल सही दिखाए जा सकते हैं।
- इसमें प्रतीकों का प्रयोग नहीं किया जाता है।
प्रश्न 4.
मानचित्र क्यों तैयार किये जाते हैं? इनका महत्त्व बताओ।
उत्तर-
मानचित्र पृथ्वी से जुड़ी जानकारी प्राप्त करने के लिए बनाये जाते हैं । ये हमारे लिए बहुत ही उपयोगी हैं। इनका अग्रलिखित महत्त्व है –
- ये हमें किसी स्थान, देश अथवा महाद्वीप की जानकारी देते हैं।
- महत्त्वपूर्ण नगरों के गाइड मानचित्र तैयार किए जाते हैं। ये लोगों को भिन्न-भिन्न स्थान ढूंढ़ने में सहायता करते हैं।
- मानचित्र से हम किन्हीं दो स्थानों के बीच की दूरी का पता लगा सकते हैं।
- ये हमें व्यापारिक केन्द्रों, सड़कों एवं रेलमार्गों, नदियों तथा भौतिक लक्षणों की जानकारी देते हैं।
- सरकार को प्रशासन चलाने के लिए मानचित्रों की आवश्यकता होती है।
- मानचित्र सेना के लिए भी बहुत उपयोगी होते हैं।
सच तो यह है कि मानचित्र भूगोल के भिन्न-भिन्न तथ्यों का अध्ययन करने में हमारी सहायता करते हैं।
प्रश्न 5.
भिन्न-भिन्न मानचित्रों की सूची बनाओ।
उत्तर-
मानचित्र निम्नलिखित कई प्रकार के होते हैं –
- भौतिक मानचित्र,
- ऐतिहासिक मानचित्र,
- वितरण मानचित्र,
- स्थलाकृति मानचित्र,
- एटलस मानचित्र तथा
- दीवार मानचित्र।
प्रश्न 6.
मानचित्रों के आवश्यक तत्त्व कौन-से हैं और क्यों?
उत्तर-
मानचित्रों के आवश्यक तत्त्व दूरी, दिशा तथा प्रमाणिक चिन्ह हैं। ये तत्त्व इसलिए आवश्यक हैं क्योंकि इनके बिना मानचित्र को पढ़ना और समझना कठिन है। वास्तव में ये तत्त्व मानचित्र की भाषा हैं। इनकी सहायता से ही हम किसी मानचित्र से उचित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
प्रश्न 7.
प्रमाणिक चिन्हों का चार्ट बनाओ।
उत्तर-
मानचित्र में कुछ विशेष तत्त्वों को दर्शाने के लिए चिन्ह निश्चित किए गए हैं। इन्हें प्रमाणिक चिन्ह कहते हैं। कुछ प्रमाणिक चिन्ह निम्नांकित हैं –
PSEB 6th Class Social Science Guide मानचित्र – हमारे सहायक Important Questions and Answers
कम से कम शब्दों में उत्तर वाले प्रश्न
प्रश्न 1.
पृथ्वी के धरातलीय रूप दर्शाने वाले मानचित्र क्या कहलाते हैं?
उत्तर-
धरातलीय अथवा भौतिक मानचित्र।
प्रश्न 2.
ऐतिहासिक मानचित्रों द्वारा क्या दर्शाया जाता है? एक उदाहरण दें।
उत्तर-
ऐतिहासिक तथ्य जैसे सभ्यताओं का विस्तार।
प्रश्न 3.
पुस्तक के रूप में दिए गए मानचित्र क्या कहलाते हैं?
उत्तर-
एटलस मानचित्र।
बहु-विकल्पीय प्रश्न
प्रश्न 1.
आप किसी क्षेत्र का भौगोलिक ज्ञान प्राप्त करना चाहते हैं? इसलिए आपको निम्न में से क्या चाहिए होगा?
(क) उस क्षेत्र का मानचित्र
(ख) वहाँ के लोगों की संख्या
(ग) वहाँ के लोगों की शारीरिक बनावट
उत्तर-
(क) उस क्षेत्र का मानचित्र,
प्रश्न 2.
आपके पास एक वस्तु मानचित्र है। यह निम्न में क्या दर्शाएगा?
(क) प्राकृतिक तथा मानस द्वारा निर्मित स्थल आकृतियां।
(ख) ऐतिहासिक लड़ाइयां एवं सभ्यताओं का विस्तार।
(ग) फसलों, खनिजों, आदि का प्रादेशिक विभाजन अथवा वितरण।
उत्तर-
(ग) फसलों, खनिजों आदि का प्रादेशिक विभाजन अथवा वितरण।
सही (✓) या गलत (✗) कथन
- एटलस मानचित्र बड़े पैमाने पर आधारित होते हैं।
- स्थल आकृति मानचित्रों पर मानव-निर्मित आकृतियां दर्शायी जाती हैं।
- मानचित्र एक पैमाने के अनुसार समतल सतह पर खींचा जाता है।
उत्तर-
- (✗)
- (✓)
- (✓)
रिक्त स्थानों की पूर्ति
- फ़सलों तथा खनिजों का वितरण ……. मानचित्रों द्वारा दर्शाया जाता है।
- ग्लोब पृथ्वी की तरह …………. आकार का होता है
- मानचित्र के प्रमाणिक ………….. चिन्ह होते हैं।
उत्तर-
- विभाजन संबंधी,
- गोल,
- आकृति।
अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
रेखाचित्र किसे कहते हैं?
उत्तर-
पृथ्वी पर वास्तविक दूरियों को मापे बिना कल्पना से बनाया गया चित्र रेखाचित्र कहलाता है।
प्रश्न 2.
दिक्सूचक यंत्र का आविष्कार सबसे पहले किस देश में हुआ था?
उत्तर-
चीन में।
प्रश्न 3.
दिग्बिन्दु किसे कहते हैं?
उत्तर-
चारों मुख्य दिशाओं को दिग्बिन्दु कहते हैं। उत्तर, दक्षिण, पूर्व तथा पश्चिम चार मुख्य दिशाएँ हैं।
प्रश्न 4.
जलीय भागों को दिखाने के लिए किस रंग का प्रयोग किया जाता है?
उत्तर-
नीले रंग का।
प्रश्न 5.
पृथ्वी तथा मानचित्र पर दूरी के अनुमान को दर्शाने वाला पैमाना क्या कहलाता है?
उत्तर-
रैखिक पैमाना।
प्रश्न 6.
छोटे पैमाने का मानचित्र क्या होता है?
उत्तर-
जब किसी छोटे मानचित्र में एक बड़े क्षेत्र को दर्शाया जाता है तो उसे छोटे पैमाने का मानचित्र कहते हैं।
प्रश्न 7.
बड़े पैमाने के मानचित्र का एक महत्त्व बताओ।
उत्तर-
ऐसे मानचित्र में विस्तृत जानकारी दी जा सकती है।
प्रश्न 8.
मानचित्र में प्रतीकों तथा रंगों का क्या महत्त्व है?
उत्तर-
प्रतीकों तथा रंगों की सहायता से मानचित्र को पढ़ना सरल हो जाता है।
प्रश्न 9.
पृथ्वी के धरातलीय रूप दर्शाने वाले मानचित्र क्या कहलाते हैं?
उत्तर–
धरातलयीय अथवा भौतिक मानचित्र ।
प्रश्न 10.
ऐतिहासिक मानचित्रों द्वारा क्या दर्शाया जाता है? एक उदाहरण दें।
उत्तर-
ऐतिहासिक तथ्य जैसे सभ्यताओं का विस्तार।
प्रश्न 11.
पुस्तक के रूप में दिए गए मानचित्र क्या कहलाते हैं?
उत्तर-
एटलस मानचित्र।
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
आजकल ग्लोब को प्रयोग करना अधिक सुविधाजनक हो गया है। कैसे?
उत्तर-
पहले ग्लोब को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाना कठिन था। परन्तु आजकल ऐसे ग्लोब आ गये हैं जिन्हें मोड़कर कहीं भी ले जाया जा सकता है, आवश्यकता पड़ने पर इन्हें गुब्बारे की तरह फुलाया जा सकता हैं। कुछ ऐसे ग्लोब भी हैं जिनमें पर्वत, पठारों तथा मैदानों को उनकी ऊँचाई के अनुसार दर्शाया गया है। इस ऊँचाई को हम हाथ से छू कर अनुभव कर सकते हैं।
प्रश्न 2.
मापक या पैमाने के आधार पर मानचित्र कितने प्रकार के होते हैं? प्रत्येक के दो-दो उदाहरण दीजिए ह्य
उत्तर-
मापक या पैमाने के आधार पर मानचित्र दो प्रकार के होते हैं-बड़े पैमाने के मानचित्र तथा छोटे पैमाने के मानचित्र। किसी गाँव या नगर का मानचित्र बड़े पैमाने का मानचित्र होता है। इसके विपरीत किसी देश, महाद्वीप अथवा पूरे विश्व का मानचित्र छोटे पैमाने के मानचित्र का उदाहरण है।
प्रश्न 3.
विषयक मानचित्रों से क्या अभिप्राय है? उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
कुछ मानचित्र किसी विशेष लक्षण की जानकारी देते हैं। ऐसे मानचित्रों को विषयक मानचित्र कहते हैं। उदाहरण के लिए वर्षा के वितरण, सड़कों के जाल अथवा खनिजों के वितरण को दर्शाने वाले मानचित्र विषयक मानचित्र कहलाते हैं।
प्रश्न 4.
मानचित्र ग्लोब की तरह शुद्ध क्यों नहीं हो सकते?
उत्तर-
ग्लोब पर महाद्वीपों तथा महासागरों की आकृति को सही-सही दिखाया जा सकता है। ग्लोब पर दूरियाँ एवं दिशाएँ भी बिल्कुल सही दिखाई जा सकती हैं। इसके विपरीत मानचित्र पर ऐसा सम्भव नहीं है। इसका कारण यह है कि हमारी पृथ्वी गोल है जबकि मानचित्र चपटी सतह पर बनाये जाते हैं। किसी गोल आकृति को पूरी तरह से चपटा करना असम्भव है। इसलिए मानचित्र ग्लोब की तरह शुद्ध नहीं होते हैं।
प्रश्न 5.
बड़े मापक (पैमाना) और छोटे मापक (पैमाना) के मानचित्रों में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
बड़े मापक और छोटे मापक के मानचित्र –
छोटा मापक
- छोटे मापक के मानचित्र किसी महाद्वीप या देश के मानचित्र होते हैं।
- इनमें अधिक ब्योरे नहीं दिखाए जा सकते हैं।
बड़ा मापक
- बड़े मापक के मानचित्र देश या क्षेत्र के किसी विशेष भाग को प्रदर्शित करते हैं।
- इनमें अधिक ब्योरे दिखाए जा सकते हैं।
प्रश्न 6.
उन परिस्थितियों को सूचीबद्ध कीजिए जिनमें ग्लोब मानचित्र से कहीं अधिक उपयोगी है।
उत्तर-
ग्लोब निम्नलिखित परिस्थितियों में मानचित्र से अधिक उपयोगी होता है –
- पृथ्वी की सही आकृति देखने के लिए।
- महासागरों के आकार तथा ध्रुवों की स्थिति जानने के लिए।
- पृथ्वी की दैनिक तथा वार्षिक गतियों को समझने के लिए।
- अक्षांश रेखाओं तथा देशान्तर रेखाओं के जाल का सही रूप देखने के लिए।
प्रश्न 7.
ग्लोब की क्या कमियाँ हैं?
उत्तर-
ग्लोब में निम्नलिखित कमियाँ होती हैं –
- ग्लोब का प्रयोग केवल पूरी पृथ्वी की जानकारी प्राप्त करने के लिए ही किया जा सकता है।
- ग्लोब को मानचित्र की तरह दीवार पर नहीं लटकाया जा सकता।
- ग्लोब को पुस्तकों में नहीं दिया जा सकता।
- ग्लोब पर पैमाने की सहायता से दो स्थानों के बीच की दूरी नहीं मापी जा सकती।
- ग्लोब पर विभिन्न प्रदेशों का तुलनात्मक अध्ययन नहीं किया जा सकता।
निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न-
भिन्न-भिन्न प्रकार के मानचित्रों की संक्षिप्त जानकारी दीजिए।
उत्तर-
मानचित्र कई प्रकार के होते हैं। इसका कारण यह है कि इनका उपयोग अलग-अलग तरह से किया जाता है। कुछ मुख्य मानचित्रों का वर्णन निम्नलिखित है –
1. भौतिक मानचित्र-ये मानचित्र किसी देश अथवा महाद्वीप के भौतिक लक्षणों की जानकारी देते हैं। इनमें पर्वत, पठार, मैदान आदि भू-आकारों को भिन्न-भिन्न रंगों से दिखाया जाता है।
2. ऐतिहासिक मानचित्र-ये मानचित्र सभ्यताओं के विस्तार, महत्त्वपूर्ण लड़ाइयों तथा यात्राओं आदि का अध्ययन करने के लिए प्रयोग किए जाते हैं।
3. विभाजन संबंधी मानचित्र-इन मानचित्रों में फसलों, खनिजों, जनसंख्या आदि के विभाजन को दर्शाया जाता है। इन्हें वस्तु-मानचित्र भी कहा जाता है।
4. स्थलाकृति मानचित्र-इनमें प्राकृतिक तथा मानव-निर्मित आकृतियां दर्शाई जाती हैं। सड़कों तथा रेलमार्गों के मानचित्र इसी प्रकार के मानचित्र हैं। ये मानचित्र प्रत्येक देश के सर्वे विभाग की ओर से तैयार किये जाते हैं।
5. एटलस मानचित्र-ये मानचित्र छोटे पैमाने पर बनाए जाते हैं और इन्हें एक पुस्तक के रूप में बांधा जाता है। विद्यार्थियों के लिए ये मानचित्र बहुत ही उपयोगी होते हैं।
6. दीवार मानचित्र-ये एटलस मानचित्रों से बड़े होते हैं। ये किसी को पढ़ाने अथवा समझाने के लिए उपयोग में लाये जाते हैं।
मानचित्र – हमारे सहायक PSEB 6th Class Social Science Notes
- ग्लोब – पृथ्वी के प्रतिरूप (मॉडल) को ग्लोब कहते हैं।
- मानचित्र – पृथ्वी के धरातल या उसके किसी भाग का किसी चपटी सतह पर एक पैमाने के अनुसार प्रदर्शन, मानचित्र कहलाता है।
- कम्पास – यह दिशाएं ज्ञात करने का एक साधारण यंत्र है।
- पैमाना – मानचित्र एक निश्चित पैमाने के अनुसार बनाया जाता है। मानचित्र में दिए गए पैमाने के अनुसार पृथ्वी के किन्हीं दो स्थानों की दूरी ज्ञात की जाती है।
- रेखाचित्र – पृथ्वी पर वास्तविक दुरियों को मापे बिना कल्पना से बनाया गया चित्र रेखाचित्र कहलाता है।
- मापचित्र – मापचित्र बड़े पैमाने पर बनाया गया वह रेखाचित्र है जिसमें विस्तृत विवरण दिया गया हो।