Punjab State Board PSEB 5th Class Hindi Book Solutions Chapter 11 क्राँतिजोत : सावित्रीबाई फुले Textbook Exercise Questions and Answers.
PSEB Solutions for Class 5 Hindi Chapter 11 क्राँतिजोत : सावित्रीबाई फुले
Hindi Guide for Class 5 PSEB क्राँतिजोत : सावित्रीबाई फुले Textbook Questions and Answers
I. बताओ
प्रश्न 1.
सावित्रीबाई फुले का जन्म कब और कहाँ हुआ?
उत्तर:
सावित्रीबाई फुले का जन्म 3 जनवरी, सन् 1831 को महाराष्ट्र के सतारा जिले के नैगाँव, तहसील खण्डाला में हुआ।
प्रश्न 2.
सावित्रीबाई फुले के माता-पिता व पति का क्या नाम था?
उत्तर:
सावित्रीबाई फुले की माता का नाम लक्ष्मी और पिता का नाम खंदोजी नैवसे तथा पति का नाम ज्योतिबा राव फुले था।
प्रश्न 3.
सबसे पहले सावित्रीबाई फुले ने लड़कियों के स्कूल की स्थापना कब की?
उत्तर:
सावित्रीबाई फुले ने सन् 1848 में सबसे पहले लड़कियों के स्कूल की स्थापना की।
प्रश्न 4.
ब्रिटिश सरकार ने उन्हें व उनके पति को कब सम्मानित किया?
उत्तर:
ब्रिटिश सरकार ने सावित्री और उनके पति को सन 1852 में सम्मानित किया।
प्रश्न 5.
सावित्रीबाई फुले की मृत्यु कब और |किस बीमारी की चपेट में आने से हुई?
उत्तर:
सावित्रीबाई फुले की मृत्यु 10 मार्च, सन् 1897 में प्लेग के कारण हुई।
प्रश्न 6.
सावित्रीबाई फुले को पढ़ने व पढ़ाई के कार्य में किन समस्याओं का सामना करना पड़ा?
उत्तर:
सावित्रीबाई को पढ़ने के लिए घर में ही काफ़ी विरोध का सामना करना पड़ा था, लेकिन वह अडिग अपने लक्ष्य-पथ पर चलती रही। पढ़ाई के कार्य में चलते हुए भी उन्हें लोगों का विरोध सहना पड़ता। लोग उन्हें कई कुछ भला-बुरा कहते और उसके कपड़ों पर कीचड़ आदि फेंकते। लेकिन सावित्री बाई इन बातों से घबराई नहीं और अपने रास्ते पर चलती रही।
प्रश्न 7.
भारत सरकार ने सावित्रीबाई फुले का डाक टिकट कब जारी किया?
उत्तर:
भारत सरकार ने 10 मार्च, सन् 1998 को उनके नाम का डाक टिकट जारी किया।
II. शुद्ध शब्द पर गोला लगाओ
1. तहसील/तहिसील/तहसिल
2. अध्यापीका/अध्यिापिका/अध्यापिका
3. सावित्री/सावितरी/सावीत्री
4. महतवपूर्ण/महत्त्वपूर्ण/महत्वपूरण
5. सथापना/स्थापना/स्थाप्ना
6. समानित/सम्मानित/सम्मानीत
7. प्रेरणादायक/प्रेरणादाइक/प्ररेनादायक
8. सरानीय/सराहनीय/सराहनिय
9. प्रकाशित/प्ररकाशित/प्रकासित
उत्तर:
1. तहसील
2. अध्यापिका
3. सावित्री
4. महत्त्वपूर्ण
5. स्थापना
6. सम्मानित
7. प्रेरणादायक
8. सराहनीय
9. प्रकाशित।
III. समान अर्थ वाले शब्द ढूँढ़कर लिखो
कल्याण, अंधेरा, लगातार, इरादा, पहली, हौसला, स्वयं, शिक्षिका, खेमा।
प्रथम – ……………
शिविर – ……………
धैर्य – ……………
अंधकार – ……………
अध्यापिका -. …………..
निश्चय – ……………
उद्धार – ……………
निरन्तर – ……………
खुद – ……………
उत्तर:
प्रथम – पहली
शिविर – खेमा
धैर्य – हौसला
अंधकार – अंधेरा
अध्यापिका – शिक्षिका
उद्धार – कल्याण
निश्चय – इरादा
निरन्तर – लगातार
खुद – स्वयं
IV. बहुवचन रूप लिखो
स्त्री = स्त्रियाँ
बच्चा = बच्चे
लड़की = ……………
कपड़ा = ……………
बेटी = …………..
बेटा = ……………
उत्तर:
स्त्री = स्त्रियाँ
बच्चा = बच्चे
लड़की = लड़कियाँ
बेटी = बेटियाँ
बेटा = बेटे
कपड़ा = कपड़े
पढ़ो, समझो और लिखो-
शिक्षक = शिक्षिका
औरत = मर्द
कवि = कवयित्री
विधवा = सधवा।
बहुवैकल्पिक प्रश्न
पूछे गए प्रश्नों के सही विकल्प पर (✓) निशान लगाएं
प्रश्न 1.
सावित्रीबाई फुले का जन्म कब हुआ ?
(क) 3 जनवरी 1831 को
(ख) 3 जनवरी 1852 को
(ग) 3 जनवरी 1833 को
(घ) 3 जनवरी 1834 को।
उत्तर:
(क) 3 जनवरी 1831 को
प्रश्न 2.
सावित्रीबाई का जन्म कहां हुआ ?
(क) पंजाब में
(ख) महाराष्ट्र में
(ग) हरियाणा में
(घ) राजस्थान में।
उत्तर:
(ख) महाराष्ट्र में
प्रश्न 3.
सावित्रीबाई का विवाह किसके साथ हुआ ?
(क) ज्योतिबा राव
(ख) ज्योति प्रसाद
(ग) ज्योति सिंह
(घ) ज्योति भारती।
उत्तर:
(क) ज्योतिबा राव
प्रश्न 4.
ज्योतिबा राव किसके पक्षधर थे ?
(क) धर्म के
(ख) सम्प्रदाय के
(ग) स्त्री-शिक्षा के
(घ) स्त्री-प्रथा
उत्तर:
(ग) स्त्री-शिक्षा के
प्रश्न 5.
सावित्रीबाई ने पति के साथ मिलकर पुणे में लड़कियों के लिए स्कूल कब खोला ?
(क) 1845 ई० में
(ख) 1846 ई० में
(ग) 1847 ई० में
(घ) 1848 ई० में।
उत्तर:
(घ) 1848 ई० में।
प्रश्न 6.
भारत सरकार ने सावित्रीबाई के नाम पर क्या जारी किया ?
(क) डाक टिकट
(ख) डाक पार्सल
(ग) डाक गाड़ी
(घ) डाकपाल।
उत्तर:
(क) डाक टिकट
क्राँतिजोत : सावित्रीबाई फुले Summary
क्राँतिजोत : सावित्रीबाई फुले पाठ का सार
सावित्रीबाई फुले का जन्म 3 जनवरी, सन् 1831 को महाराष्ट्र के सतारा जिले के नैगाँव, तहसील खण्डाला में हुआ। इनके पिता जी का नाम खंदोजी नैवसे तथा माता का नाम लक्ष्मी था। 9 वर्ष की आयु में ही इनका विवाह ज्योतिबा राव फुले के साथ हुआ। ज्योतिबा राव स्त्री-शिक्षा के पक्षधर थे। उन्होंने औरतों को पढ़ाने का बीड़ा उठाया क्योंकि वे समझते थे कि स्त्री शिक्षा से ही समाज में फैले अज्ञानअन्धकार को दूर किया जा सकता है। इसलिए सबसे पहले उन्होंने सावित्री फुले को पढ़ाने का निश्चय किया। ज्योतिबा ने खाली समय में सवित्रीबाई को पढ़ाना शुरू किया। हालांकि परिवार में इस बात का बहुत विरोध भी हुआ, लेकिन ज्योतिबा अपने रास्ते पर चलते रहे। पढ़ाई के कार्यों में भी सावित्री को बहुत-सी समस्याओं का सामना करना पड़ा। मार्ग में चलते हुए लोग न जाने उन्हें क्या-क्या कहते, कपड़ों पर कीचड़ आदि फेंकते, लेकिन सावित्री बाई इन सब की परवाह न करते हुए अपने लक्ष्य पर अडिग चलती रही और लड़कियों को पढ़ाती रही।
सन् 1848 में उन्होंने अपने पति के साथ मिलकर पुणे में लड़कियों के लिए एक स्कूल खोला। इस स्कूल की पहली मुख्याध्यापिका सावित्रीबाई बनी। इसी प्रकार उन्होंने अपने पति के साथ मिलकर और भी कई स्कूल खोले। इनके इन कार्यों से प्रसन्न होकर ब्रिटिश सरकार ने सन् 1852 में उन्हें और ज्योतिबा राव. को सम्मानित किया।
ज्योतिबा राव ने ग़रीबों, अनाथों और विधवाओं की भलाई के लिए जो भी कार्य किए, सावित्री जी ने उन्हें अपना पूरा सहयोग दिया। उन्होंने एक ग़रीब औरत को सहारा दिया, उसे अपनी बेटी के समान -घर पर रखा। सावित्रीबाई ने उसके बेटे का पालनपोषण किया और उसे पढ़ा-लिखाकर डॉक्टर बनाया। ज्योतिबा के निधन के पश्चात् इन्होंने उनके द्वारा स्थापित सत्यशोधक मंडल का दायित्व स्वयं सम्भाल लिया।
प्लेग फैलने पर सावित्रीबाई ने प्लेग-पीड़ितों की खूब सेवा की। उन्होंने उनके लिए शिविर लगवाए तथा उनके भोजन का प्रबन्ध किया। इसी प्रकार एक प्लेग पीड़ित बालिका की सेवा करते हुए वह स्वयं
भी इसका शिकार हो गई और इसी बीमारी के चलते 10 मार्च, सन् 1897 को उन्होंने प्राण त्याग दिए। निश्चय ही महिलाओं की मुक्ति के लिए सावित्री जी का योगदान सराहनीय है। भारत सरकार ने 10 मार्च, | सन् 1998 को उनके नाम पर डाक-टिकट जारी किया।
कठिन शब्दों के अर्थ:
अधिकार = हक। अन्याय = न्याय न होना। ताल्लुक = सम्बन्ध। उद्धार = कल्याण। अन्धकार = अन्धेरा। दृढ़ निश्चय = पक्का इरादा। विद्या = शिक्षा। बीड़ा उठाया = दायित्व लिया। निश्चय = इरादा। निरन्तर = लगातार। समस्याएँ = मुश्किलें। अडोल = बिना डगमगाए, स्थिर। अडिग = स्थिर। डगमगाई = लड़खड़ाई, डोली। धैर्य = हौंसला। कथनी = कहना। आश्रय = सहारा। लालन-पालन = पालना-पोसना, परवरिश। बखूबी = बड़ी अच्छी तरह। फर्ज = कर्त्तव्य। निधन = मृत्यु। दायित्व = ज़िम्मेदारी। खुद = स्वयं। सराहनीय = प्रशंसा के योग्य।