Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Vyavaharik Vyakaran व्यावहारिक व्याकरण Exercise Questions and Answers, Notes.
PSEB 8th Class Hindi Grammar व्यावहारिक व्याकरण (2nd Language)
भाववाचक संज्ञाएँ :
प्रश्न 1.
निम्नलिखित वाक्यों में से भाववाचक संज्ञाएँ छाँटो :
प्रश्न 1.
एकता में बहुत शक्ति है।
उत्तर :
एकता
प्रश्न 2.
अब रोने की आवश्यकता नहीं है।
उत्तर :
आवश्यकता
प्रश्न 3.
यह गाँव ऊँचाई पर बसा है।
उत्तर :
ऊँचाई
प्रश्न 4.
दान में कंजूसी नहीं करनी चाहिए।
उत्तर :
कंजूसी
प्रश्न 5.
आलस्य मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है।
उत्तर :
आलस्य
प्रश्न 6.
बड़े अपना बड़प्पन कभी नहीं छोड़ते।
उत्तर :
बड़प्पन
प्रश्न 7.
मुझ से यह काम अज्ञानता में हो गया।
उत्तर :
अज्ञानता
प्रश्न 8.
इस बार सुन्दर बड़ी कठिनता से पास हुआ।
उत्तर :
कठिनता
प्रश्न 9.
दूर तक पैदल चलने से थकावट हो जाती है।
उत्तर :
थकावट
प्रश्न 10.
बसन्त ऋतु में प्राकृतिक सुन्दरता बढ़ जाती है।
उत्तर :
सुन्दरता
प्रश्न 11.
आजकल कई लोग चालाकी से काम निकालना चाहते हैं।
उत्तर :
चालाकी
प्रश्न 12.
नम्रता विद्यार्थी का गहना है।
उत्तर :
नम्रता
दुहराई
प्यास
प्रश्न 13.
बार – बार पाठ की दुहराई करो।
उत्तर :
चमक
प्रश्न 14.
गर्मियों में प्यास अधिक लगती है।
उत्तर :
जड़ता
प्रश्न 15.
किसी चीज़ की ऊपरी चमक पर मोहित नहीं होना चाहिए।
उत्तर :
मनुष्यता
प्रश्न 16.
हमारे देश में आज भी जड़ता है।
उत्तर :
दुर्बलता
प्रश्न 17.
गुरु नानक देव ने मनुष्यता का प्रचार किया था।
उत्तर :
नीचता
प्रश्न 18.
दुर्बलता भी एक अभिशाप है।
उत्तर :
गुलामी
प्रश्न 19.
नीच अपनी नीचता नहीं छोड़ता।
उत्तर :
उदारता
प्रश्न 20.
गुलामी से मौत अच्छी है।
उत्तर :
समता
प्रश्न 21.
उदारता से दान देना चाहिए।
उत्तर :
बुद्धिमत्ता
प्रश्न 22.
गुरु नानक देव समता चाहते थे।
उत्तर :
समता
प्रश्न 23.
प्रत्येक काम बुद्धिमत्ता से करो।
उत्तर :
बुद्धिमत्ता
प्रश्न 24.
मेरी लिखाई सुन्दर है।
उत्तर :
लिखाई
प्रश्न 25.
भारत की वीरता दुनिया भर में प्रसिद्ध है।
उत्तर :
वीरता
विशेषण रचना
वचन परिवर्तन :
(7) आकारान्त पुल्लिग शब्दों को छोड़कर शेष पुल्लिग शब्द एकवचन और बहुवचन में समान रहते हैं। जैसे –
- एकवचन – बहुवचन
- आम वृक्ष से गिर पड़ा। – आम वृक्षों से गिर पड़े।
- उल्लू रात को निकलता है। – उल्लू रात को निकलते हैं।
- शेर गरजता है। – शेर गरजते हैं।
(8) किसी संज्ञा के एकवचन के साथ गण, लोग, वंद, वर्ग, जाति, दल आदि शब्द लगाने से एकवचन का बहुवचन बन जाता है। जैसे –
पाठकगण, आप लोग, सज्जनवृंद, आर्यजन, मित्र वर्ग, स्त्री जाति, वीरदल, खालसा पंथ, राजागण आदि।
(9) दर्शन, प्राण, बाल, समाचार, भाग्य आदि शब्द प्रायः बहुवचन में आते हैं; जैसे –
आपके दर्शन दुर्लभ हो गए। प्राण बच गए। मेरे बाल सफ़ेद हो गए हैं। विधवा के भाग्य खुल गए।
प्रश्न 1.
निम्नलिखित वाक्यों में वचन बदलो तथा आवश्यक परिवर्तन करो –
प्रश्न 1.
प्रश्न – पत्र में अशुद्धि थी।
उत्तर :
प्रश्न – पत्रों में अशुद्धियाँ थीं।
प्रश्न 2.
मैं भाई के साथ जाता हूँ।
उत्तर :
हम भाइयों के साथ जाते हैं।
प्रश्न 3.
पुस्तक मेज़ पर पड़ी है।
उत्तर :
पुस्तकें मेज़ों पर पड़ी हैं।
प्रश्न 4.
मेरी बोली मीठी नहीं है।
उत्तर :
हमारी बोलियाँ मीठी नहीं हैं।
प्रश्न 5.
कौआ काँव – काव कर रहा है।
उत्तर :
कौए काँव – काँव कर रहे हैं।
प्रश्न 6.
अध्यापिका पढ़ा रही है।
उत्तर :
अध्यापिकाएँ पढ़ा रही हैं।
प्रश्न 7.
वह मुझे देख रहा है।
उत्तर :
वे मुझे देख रहे हैं।
प्रश्न 8.
सिपाही ने गोली चलाई।
उत्तर :
सिपाहियों ने गोलियां चलाईं।
प्रश्न 9.
बच्चा रात भर जागता रहा।
उत्तर :
बच्चे रात भर जागते रहे।
प्रश्न 10.
मक्खी भिनभिना रही है।
उत्तर :
मक्खियाँ भिनभिना रही हैं।
प्रश्न 11.
सर्दी में रात लंबी होती है।
उत्तर :
सर्दियों में रातें लंबी होती हैं।
प्रश्न 12.
मैं गुड़िया से खेलती हूँ।
उत्तर :
हम गुड़ियों से खेलती हैं।
प्रश्न 13.
बच्चे ने वस्त्र गंदा कर दिया।
उत्तर :
बच्चों ने वस्त्र गंदे कर दिए।
प्रश्न 14.
यह हमारे स्कूल का विद्यार्थी है।
उत्तर :
ये हमारे स्कूल के विद्यार्थी हैं।
प्रश्न 15.
मेरा मित्र बहुत अच्छा है।
उत्तर :
मेरे मित्र बहुत अच्छे हैं।
प्रश्न 16.
मेरे पास गेंद है।
उत्तर :
हमारे पास गेंदें हैं।
लिंग परिवर्तन :
केवल पुल्लिंग में – चीता, मच्छर, खरगोश, खटमल, बाज, भेड़िया, कछुआ, कौआ।
केवल स्त्रीलिंग में – मछली, दीमक, जूं, जोंक, गिलहरी, चील, कोयल, मक्खी।
कई शब्दों का लिंग बदला नहीं जाता है। जैसे – सती, धाय, सुहागिन, नर्स, राष्ट्रपति, राज्यपाल आदि।
प्रश्न 1.
निम्नलिखित वाक्यों में मोटे (काले) संज्ञा शब्दों के लिंग बदलिए –
प्रश्न 1.
अध्यापक पढ़ा रहा है।
उत्तर :
अध्यापिका पढा रही है।
प्रश्न 2.
मैंने चिड़िया घर में एक सिंह और एक मोर देखा।
उत्तर :
मैंने चिड़िया घर में एक सिंहनी और एक मोरनी देखी।
प्रश्न 3.
दर्जी कपड़े सी रहा है।
उत्तर :
दर्जिन कपड़े सी रही है।
प्रश्न 4.
गाय चर रही है।
उत्तर :
बैल चर रहा है।
प्रश्न 5.
सेठ अन्दर है और सेवक द्वार पर खड़ा है।
उत्तर :
सेठानी अन्दर है और सेविका द्वार पर खड़ी है।
प्रश्न 6.
गायिका गाना गा रही है।
उत्तर :
गायक गाना गा रहा है।
प्रश्न 7.
कौआ उड़ रहा है।
उत्तर :
कौव्वी उड़ रही है।
प्रश्न 8.
बंदर उछल रहा है।
उत्तर :
बंदरिया उछल रही है।
प्रश्न 9.
विद्वान् का सम्मान होता है।
उत्तर :
विदुषी का सम्मान होता है।
प्रश्न 10.
देवता का मंदिर निकट ही है।
उत्तर :
देवी का मंदिर निकट ही है।
प्रश्न 11.
नर्तक नाचता है।
उत्तर :
नर्तकी नाचती है।
प्रश्न 12.
क्षत्रिय वचन का पक्का होता है।
उत्तर :
क्षत्राणी वचन की पक्की होती है।
प्रश्न 13.
शेर ने बकरी को मार डाला।
उत्तर :
शेरनी ने बकरे को मार डाला।
प्रश्न 14.
ठठेरा बर्तन बना रहा है।
उत्तर :
ठठेरिन बर्तन बना रही है।
विपरीतार्थक या विलोम शब्द :
पर्यायवाची या समानार्थक शब्द :
अपमान | अनादर, उपेक्षा, तिरस्कार, निरादर। |
अमृत | सुधा, पीयूष, अमिय, सोम। |
अरण्य | जंगल, वन, विपिन, कांतर, गहन, कानन, अटवी। |
असुर | राक्षस, दैत्य, दानव, दनुज, इन्द्रारि, निशाचर, रजनीचर, तमीचर। |
अन्धकार | तम, तिमिर, तमिस्त्र, तमिस, अन्धेरा, तारीक। |
अहंकार | अभिमान, गर्व, घमंड, मद, दर्प। |
आनन्द | मोद, प्रमोद, हर्ष, आमोद, प्रसन्नता, उल्लास। |
आँख | नेत्र, चक्षु, नयन, लोचन, अक्षि। |
आकाश | व्योम, गगन, अंबर, नभ, आसमान, अन्तरिक्ष, अनन्त। |
आग | अनल, ज्वाला, अग्नि, पावक, शिखी। |
आभूषण | अलंकार, भूषण, आभरण, गहना। |
इच्छा | अभिलाषा, चाह, मनोरथ, कामना, लिप्सा, लालसा। |
इन्द्र | देवेन्द्र, सुरेन्द्र, सुरपति, पुरंदर, देवराज, शचीपति। |
ईश्वर | ईश, परमात्मा, परमेश्वर, प्रभु, भगवान्, जगदीश। |
उषा | प्रभात, सवेरा, अरुणोदय, निशांत। |
उद्यम | प्रयास, प्रयत्न, यल, पुरुषार्थ, उद्योग। |
उपाय | उद्यम, उद्योग, यत्न, साधन, तरीका। |
उत्सव | र्व, त्योहार, जलसा, समारोह। |
कपड़ा | वस्त्र, अम्बर, पट, वसन, परिधान। |
कमल | अरविन्द, जलज, नलिन, पंकज, सरोज, पद्म। |
कान | कर्ण, श्रोत, श्रवण। किनारा – तट, तीर, कूल, पुलिन। |
केश | बाल, अलक, कच, कुंतल। |
कृष्ण | वासुदेव, गोपाल, गिरधर, केशव। |
क्रोध | गुस्सा, रोष, कोप, आमर्ष खुशी – प्रसन्नता, हर्ष, उल्लास। |
गणेश | गणपति, भालचंद्र, लंबोदर, गजानन। |
गंगा | भागीरथी, देवनदी, सुरसरी, मन्दाकिनी, नदीश्वरी। |
गुरु | आचार्य, अध्यापक, शिक्षक, उपाध्याय। |
गौ | गाय, सुरभी, धेनु। |
घर | गृह, सदन, निकेतन, भवन, वास, आनन, शाला। |
घोड़ा | अश्व, हय, वाजी, घोटक, तुरंग। |
चन्द्र | शशि, चन्द्रमा, राकेश, इन्दु, चाँद, सोम, सुधाकर। |
चतुर | दक्ष, प्रवीण, निपुण, कुशल, योग्य, होशियार। |
जल | वारि, नीर, पानी, पय, सलिल। |
जीभ | जिह्वा, रसना, रसज्ञा, रसा। |
तलवार | खड्ग, कृपाण, असि, शमशीर, करताल। |
तारा | नक्षत्र, तारक, ऋक्ष, नखत। |
तीर | बाण, शर, शायक, शिलीमुख। |
दन्त | दाँत, दशन, रद, द्विज। |
दरवाजा | कपाट, द्वार, फाटक, किवाड़। |
दास | भृत्य, नौकर, सेवक, अनुचर, परिचारक। |
दिवस | दिन, वार, वासर, अह। |
देवता | सुर, अमर, देव, त्रिदश, गीर्वाण, आदित्य। |
दुःख | पीड़ा, कष्ट, व्यथा, विषाद, यातना, वेदना। |
दूध | दुग्ध, पय, गोरस, स्तन्य। |
धरती | पृथ्वी, भू, भूमि, वसुधा, धरा। |
धनुष | धनु, कोदण्ड, चाप, कमान, शरासन। |
धन | द्रव्य, अर्थ, वित्त, सम्पत्ति, लक्ष्मी। |
नदी | सरिता, तरंगिणी, जलमाला, नद, तटिनी। |
नमस्कार | नमः, प्रणाम, अभिवादन, नमस्ते। |
नौका | नाव, तरंगिणी, जलयान, बेड़ी, तरी। |
पण्डित | विद्वान्, प्राज्ञ, बुद्धिमान्, धीमान्, धीर, सुधी। |
पवन | हवा, वायु, समीर, अनिल, प्रकम्पन। |
पक्षी | खग, नभचर, विहग, विहंगम, पतंग। |
पिता | जनक, तात, बापू, बाप। |
पुत्री | बेटी, सुता, तनया। |
पुत्र | बेटा, सुत, तनय। |
प्रण | प्रतिज्ञा, संकल्प। |
पति | स्वामी, नाथ, भर्ता, प्राणेश्वर। |
पत्ता | पात, दल, पत्र, पल्लव। |
पर्वत | गिरि, पहाड़, शैल, नग, अचल। |
पुस्तक | किताब, पोथी, पुस्तिका। |
पेड़ | वृक्ष, तरु, पादप, विटप। |
प्रकाश | उजाला, ज्योति, प्रभा, विभा, आलोक। |
प्रेम | प्यार, स्नेह, अनुराग, प्रीति, प्रणय। |
फूल | सुमन, पुष्प, कुसुम, प्रसून। |
बाग | बगीचा, वाटिका, उपवन, उद्यान। |
बादल | मेघ, घन, जलद, नीरद। |
बल | ताकत, शक्ति, सामर्थ्य। |
बाल | बालक, बच्चा, लड़का, शिशु। |
बिजली | विद्युत, तड़ित, दामिनी, चपला। |
बंदर | कपि, वानर, शाखामृग, हरि। |
भाई | सहोदर, भ्राता, भैया। |
भयानक | डरावना, भयजनक, विकट, गम्भीर। |
भूख | क्षुधा, बुभुक्षा, अन्नलिप्सा, आहारेच्छा। |
भौंरा | भुंग, भ्रमर, मधुकर, मधुप, अलि। |
भूषण | गहना, ज़ेवर, आभूषण, मण्डन। |
मदिरा | शराब, सुरा, मद्य, वारुणी। |
माता | जननी, माँ, मात, मैया, अम्मा। |
मित्र | सखा, सहचर, साथी, मीत, दोस्त। |
मुख | मुंह, मुखड़ा, आनन, वदन। |
मृत्यु | निधन, देहांत, अन्त, मौत। |
मनुष्य | मनुज, नर, आदमी, मानव, पुरुष। |
मोर | मयूर, शिखी, शिखण्डी, कलापी। |
युद्ध | संग्राम, रण, समर, लड़ाई। |
युवक | युवा, तरुण, जवान, नौजवान। |
यौवन | जवानी, युवावस्था, जीवन – शिरोमणि, तरुणाई। |
रक्त | खून, शोणित, रुधिर, लहू। |
राजा | नृप, भूपति, भूप, नरेश, सम्राट, नरेन्द्र, नरपति। |
रात | रजनी, निशा, रात्रि, यामिनी, शर्वरी। |
लक्ष्मी | कमला, इन्दिरा, पद्मा, चंचला। |
लहर | हिलोर, तरंग, उर्मि। |
विद्यालय | स्कूल, पाठशाला। |
वायु | पवन, समीर, हवा, अनिल, समीरण। |
सूर्य | रवि, भानु, दिनकर, दिवाकर। |
सर्प | भुजंग, साँप, विषधर, व्याल। |
संसार | दुनिया, विश्व, जगत्, जग। |
सरोवर | तालाब, सर, तड़ाग, ताल। |
सरस्वती | शारदा, भारती, वाणी – वादिनी, हंस – वाहिनी, वाणी। |
स्वर्ग | देवलोक, सुरलोक, द्यौ, नाक। |
सागर | समुद्र, सिन्धु, जलधि, रत्नाकर। |
सांझ | सायंकाल, शाम, संध्याकाल। |
सचेत | सजग, चौकस, चुस्त, चौकन्ना, सावधान। |
सुगंध | सुरभि, सौरभ, सुवास, खुशबू। |
स्त्री | नारी, महिला, कामिनी, औरत, अबला, वनिता। |
सिंह | शेर, केसरी, मृगेन्द्र, वनराज। |
शरीर | तनु, वपु, काया, अंग, देह, गात। |
शत्रु | दुश्मन, वैरी, अरि, रिपु। |
शिष्य | चेला, शागिर्द, विद्यार्थी, अनुयायी। |
शिक्षा | पढ़ाई, शिक्षण, विद्या। |
हाथ | कर, पाणि, हस्त। |
हाथी | हस्ती, करि, गज, मतंग। |
वीर | बहादुर, शूर, साहसी, पराक्रमी। |
बहुविकल्पीय प्रश्न
सही उत्तर छाँट कर लिखें :
प्रश्न 1.
‘अग्नि’ का पर्यायवाची नहीं है
(क) पवन
(ख) पावक
(ग) शिखी
(घ) ज्वाला।
उत्तर :
पवन।
प्रश्न 2.
‘वस्त्र’ का पयार्यवाची है
(क) अम्बर
(ख) जलज
(ग) जलद
(घ) साधन।
उत्तर :
अम्बर।
प्रश्न 3.
‘सुधाकर’ किसका पर्यायवाची है ?
(क) सागर
(ख) राकेश
(ग) सलिल
(घ) वसुधा।
उत्तर :
राकेश।
प्रश्न 4.
‘अनिल’ का पर्यायवाची नहीं है
(क) अनल
(ख) समीर
(ग) पवन
(घ) वायु।
उत्तर :
समीर।
प्रश्न 5.
‘गंगा’ का पर्यायवाची है
(क) भागीरथी
(ख) सरिता
(ग) तटिनी
(घ) प्रवाहनि।
उत्तर :
भागीरथी।
प्रश्न 6.
निम्नलिखित में से कौन – सा शब्द ‘पक्षी’ का पर्याय नहीं है ?
(क) खग
(ख) पंछी
(ग) विहग
(घ) तोता।
उत्तर :
तोता।
प्रश्न 7.
निम्नलिखित में से कौन – सा शब्द ‘फूल’ का पर्याय है ?
(क) अम्बर
(ख) पुष्प
(ग) बीज
(घ) गुलाब।
उत्तर :
पुष्प।
वाक्यांशों के लिए एक शब्द :
वाक्यांश – एक शब्द
जिसमें धैर्य न हो – अधीर
जिसे दिखाई न दे – अन्धा
जिसका अन्त न हो – अनन्त
जो न्याय न करता हो – अन्यायी
अच्छा व्यवहार – सद्व्यवहार
जो कभी बूढ़ा न हो – अजर
जो कभी न मरे – अमर
जिसको कोई जीत न सके – अजेय
जिसका कोई पार न हो – अपार
जिसे काफ़ी अनुभव हो – अनुभवी
जो पढ़ा हुआ न हो – अशिक्षित, अनपढ़
जो कानून के विरुद्ध हो – अवैध
जिसका अनुकरण किया जा सके – अनुकरणीय
ईश्वर को मानने वाला – आस्तिक
जीवन से अन्त तक – आजीवन
पीछे चलने वाला – अनुयायी
अत्याचार करने वाला – अत्याचारी
जिसमें अपनी कथा हो – आत्मकथा
जिसके समान दूसरा न हो – अद्वितीय
जिसकी उपमा (मिसाल) न हो – अनुपम
जिसकी तुलना न हो सके – अतुलनीय
जो योग्य न हो – अयोग्य
जिसका कोई मूल्य न हो – अमूल्य
जिसके पार न देखा जा सके – अपारदर्शी
जिसके पार देखा जा सके – पारदर्शी
सरलता से होने वाला – सहज
करुणा से भरा – कारुणिक
प्रबन्ध करने वाला – प्रबन्धक
सत्य बोलने वाला – सत्यवादी
झूठ बोलने वाला – मिथ्यावादी
अपना मतलब सिद्ध करने वाला – स्वार्थी
समानोच्चारित भिन्नार्थक शब्द :
शब्द | अर्थ | वाक्य |
1. अचल | पर्वत | वह अचल के शिखर पर जा पहुंचा। |
अचला | पृथ्वी | अचला के गर्भ में संपत्ति का भंडार है। |
2. अनल | आग | अनल जल रही है। |
अनिल | वायु | अनिल चल रही है। |
3. अन्न | अनाज | भारत अन्न के उत्पादन में आत्मनिर्भर हो गया है। |
अन्य | दूसरा | पहाड़ पर पहुँचने का अन्य मार्ग कौन सा है ? |
4. अपेक्षा | तुलना में या बराबरी में | म की अपेक्षा गणेश चतुर है। |
उपेक्षा | तिरस्कार, लापरवाही | दूसरों की उपेक्षा मत करो। |
5. आकर | भण्डार, खज़ाना | डाकू सारा आकर लूट कर ले गए। |
आकार | रूप, फैलाव, लम्बाई | चौड़ाई – पृथ्वी का आकार गोल है। |
6. उदर | पेट | उसके उदर में दर्द है। |
उदार | दानी, बड़े दिल वाला | वह व्यक्ति उदार नहीं है। |
7. उधार | ऋण | उधार लेना अच्छी आदत नहीं है। |
उद्धार | भलाई, छुटकारा | ईश्वर तुम्हारा उद्धार करे। |
8. और | तथा | म और नरेश मेरे पक्के मित्र हैं। |
ओर | तरफ़ | हमारा गाँव नहर के उस ओर है। |
9. कपट | छल, धोखा | कपट से दूर रहो। |
कपाट | किवाड़ | कपाट बन्द कर दो। |
10. कुल | वंश, खानदान | वह अच्छे कुल में जन्मा है। |
कल | (नदी का) किनारा | नदी के कल में बना भवन दर्शनीय है। |
11. कृपण | कंजूस | वह सेठ कृपण है। |
कृपाण | तलवार | वह कृपाण चलाने में कुशल है। |
12. कक्षा | श्रेणी | वह चौथी कक्षा का छात्र है। |
कक्ष | कमरा | वह इस समय अपने कक्ष में सो रहा है। |
13. कि | (समुच्चयबोधक) | मेहनत करो ऐसा न हो कि फ़ेल हो जाओ। |
की | (संबंधबोधक) | यह पुस्तक मोहन की है। |
14. कोष | खज़ाना | उसे सरकारी कोष से सहायता मिली। |
कोश | शब्द भण्डार | स शब्द का अर्थ कोश में देखो। |
15. कर्म | काम | सदा अच्छे कर्म करो। |
क्रम | तरतीब, सिलसिला | सभी छात्र एक क्रम में खड़े हो जाएँ। |
16. ग्रह | नक्षत्र | नव ग्रह की पूजा करो। |
गृह | घर | रा गृह निकट ही है। |
17. जल | पानी | एक गिलास जल ले कर आओ। |
जाल | ताना | बाना – मछली जाल में फंस गई। |
18. जल | कमल | सरोवर में जलज खिले हैं। |
जलज | बादल | आकाश में जलद छाए हुए हैं। |
19. जाति | ब्राह्मण, क्षत्रिय आदि जातियां | देव जाति से ब्राह्मण है। |
जाती | जाना क्रिया से बनी स्त्रीवाचक क्रिया | रमा प्रतिदिन स्कूल जाती है। |
20. दशा | स्थिति, अवस्था | इसकी दशा शोचनीय है। |
दिशा | ओर, तरफ़ | उस दिशा में नदी बह रही है। |
21. धारा | प्रवाह | नदी की धारा देखो। |
धरा | पृथ्वी | यह धरा हमारी जननी है। |
22. निर्धन | ग़रीब | मोहन निर्धन माँ – बाप का बेटा है। |
निधन | मृत्यु | लंबी बीमारी के पश्चात् उसका निधन हो गया। |
23. प्रमाण | सबूत | प्रत्यक्ष को प्रमाण की आवश्यकता नहीं है। |
परिमाण | नाप | तोल – भोजन उचित परिमाण में ही करना चाहिए। |
24. प्रणाम | नमस्कार | बड़ों को सदा प्रणाम करो। |
परिणाम | नतीजा | आठवीं का परीक्षा परिणाम कब निकलेगा ? |
25. पुरुष | मर्द | शिवाजी एक वीर पुरुष थे। |
परुष | कठोर | परुष वचन मत बोलो। |
26. भुवन | संसार | लाल किला इस भुवन का एक दर्शनीय स्थान है। |
भवन | घर, स्थान | हमारा भवन बहुत बड़ा है। |
27. मैं | खुद | मैं सदा सच बोलता हूँ। |
में | बीच | तालाब में कमल खिले हुए हैं। |
28. मूल्य | कीमत | इस पुस्तक का मूल्य क्या है ? |
मूल | जड़, असल | इस झगड़े का मूल कारण राजन ही है। |
29. मेला | उत्सव, खेल | हम वैशाखी का मेला देखने जाएंगे। |
मैला | गन्दा, कूड़ा | कपड़ों को मैला मत करो। |
30. वात | हवा | कई लोग वात रोग से पीड़ित हैं। |
बात | बातचीत | मुझे झूठी बात कभी अच्छी नहीं लगती। |
31. स्त्री | औरत | लक्ष्मीबाई एक वीर स्त्री थी। |
इस्तरी | प्रेस | धोबी ने कपड़े इस्तरी कर दिए हैं। |
32. सम्मान | आदर | बड़ों का सम्मान करना चाहिए। |
समान | बराबर | गुरु नानक देव जी ने सभी मनुष्यों को समान बताया है। |
33. सामान | असबाब, चीजें | म्हारे पास क्या सामान ? |
सामान्य | साधारण | देव सामान्य बुद्धि वाला बालक है। |
34. संग | साथ | मैं पिता जी के संग मेला देखने जाऊंगा। |
संघ | दल | संघ में शक्ति है। |
35. शोक | अफ़सोस | महात्मा गाँधी की मृत्यु से सारा देश शोक में डूब गया था। |
शौक | रुचि | मुझे फुटबाल खेलने का शौक है। |
अशुद्ध – शुद्ध :
बहुविकल्पीय प्रश्न
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर लिखें-
प्रश्न 1.
शुद्ध शब्द छाँट कर लिखें
(क) परीक्षा
(ख) परिक्शा
(ग) परीक्शा
(घ) प्रीक्षा।
उत्तर :
(क) परीक्षा
प्रश्न 2.
शुद्ध शब्द छाँट कर लिखें
(क) आर्शीवाद
(ख) आरशीवाद
(ग) आशीर्वाद
(घ) आशीरवाद।
उत्तर :
(ग) आशीर्वाद
प्रश्न 3.
शुद्ध शब्द छाँट कर लिखें
(क) विद्यालय
(ख) विधालय
(ग) विद्यालय
(घ) विदियालय।
उत्तर :
(ख) विधालय
प्रश्न 4.
शुद्ध शब्द छाँट कर लिखें
(क) लड़कियाँ
(ख) लड़कीयाँ
(ग) लड़कयिं
(घ) लड़कियीं।
उत्तर :
(क) लड़कियाँ
प्रश्न 5.
शुद्ध शब्द छाँट कर लिखें
(क) विशम
(ख) विसम
(ग) विषय
(घ) विष्सय।
उत्तर :
(ग) विषय
प्रश्न 6.
शुद्ध शब्द छांट कर लिखें
(क) शक्तिशाली
(ख) शक्तिशालि।
(ग) सक्तिशाली
(घ) शकतीशाली।
उत्तर :
(क) शक्तिशाली
प्रश्न 7.
शुद्ध शब्द छांट कर लिखें
(क) बुराईयाँ
(ख) बूराइयाँ
(ग) बुराइयाँ
(घ) बुराईयाँ।
उत्तर :
बुराइयाँ।
प्रश्न 1.
निम्नलिखित वाक्यों को शुद्ध करके लिखो –
अशुद्ध | जोड़ा हुआ धन काम आएगी। |
शुद्ध | जोड़ा हुआ धन काम आएगा। |
अशुद्ध | माता – पिता का आज्ञा मानो। |
शद्ध | माता – पिता की आज्ञा मानो। |
अशुद्ध | मैं आपका दर्शन करने आया हूँ। |
शुद्ध | मैं आपके दर्शन करने आया हूँ। |
अशुद्ध | हवा चलता है, भ्रमण करना चाहिए। |
शुद्ध | हवा चलती है, भ्रमण करना चाहिए। |
अशुद्ध | हमारे देश की दशा हमसे देखी नहीं जाती। |
शुद्ध | अपने देश की दशा हमसे देखी नहीं जाती। |
अशुद्ध | कृपा करके चार दिन की छुट्टी दो। |
शुद्ध | कृपा करके चार दिन की छुट्टी दीजिये। |
अशुद्ध | मेरी माता जी घर में है, पिता जी बाहर गया है। |
शुद्ध | मेरी माता जी घर में हैं, पिता जी बाहर गए हैं। |
अशुद्ध | बचत करना चाहिए। |
शुद्ध | बचत करनी चाहिए। |
अशुद्ध | आप यहाँ से चले जाओ। |
शुद्ध | आप यहाँ से चले जाइए। |
अशुद्ध | उस पर घड़ों पानी फिर गया। |
शुद्ध | उस पर घड़ों पानी पड़ गया। |
अशुद्ध | मुझे शोक है कि मैं आपके पत्र का उत्तर न दे सका। |
शुद्ध | मुझे खेद है कि मैं आपके पत्र का उत्तर न दे सका। |
अशुद्ध | बापू की मृत्यु पर मुझे बड़ा कष्ट हुआ। |
शुद्ध | बापू की मृत्यु पर मुझे बड़ा दुःख हुआ। |
अशुद्ध | आज मेरी प्रीक्षा है। |
शुद्ध | आज मेरी परीक्षा है। |
अशुद्ध | मैंने उन्हें अनेकों बार समझाया। |
शुद्ध | मैंने उन्हें कई बार समझाया। |
अशुद्ध | आपकी सफलता का सन्देह है। |
शुद्ध | आपकी सफलता में सन्देह है। |
अशुद्ध | यह बहुत महत्त्वपूर्ण घटना है। |
शुद्ध | यह बड़ी महत्त्वपूर्ण घटना है। |
अशुद्ध | अपनी प्रतिग्या को पूरा करो। |
शुद्ध | अपनी प्रतिज्ञा को पूरा करो। |
अशुद्ध | वस्तुता वह मेरा शत्रु है। |
शुद्ध | वस्तुतः वह मेरा शत्रु है। |
अशुद्ध | यद्यपि उसने मेहनत तो बड़ी की फिर भी पास न हुआ। |
शुद्ध | यद्यपि उसने बड़ी मेहनत की तथापि पास न हुआ। |
अशुद्ध | जाने, वह मेरे पीछे क्यों पड़ा है। |
शुद्ध | न जाने वह मेरे पीछे क्यों पड़ा है। |
अशुद्ध | विद्यारथी शरीरिक काम से डरते हैं। |
शुद्ध | विद्यार्थी शारीरिक काम से डरते हैं। |
अशुद्ध | भक्ति से मुकती मिलती है। |
शुद्ध | भक्ति से मुक्ति मिलती है। |
अशुद्ध | अपने अध्यापिक का सन्मान करो। |
शुद्ध | अपने अध्यापक का सम्मान करो। |
अशुद्ध | उसके पिता धरमातमा है। |
शद्ध | उसके पिता धर्मात्मा हैं। |
अशुद्ध | आज विग्यान का युग है। |
शुद्ध | आज विज्ञान का युग है। |
अशुद्ध | सरदार भगत सिंह क्रांतीकारी थे। |
शुद्ध | सरदार भगत सिंह क्रांतिकारी थे। |
वाक्यों की कुछ अन्य अशुद्धियाँ
अशुद्ध | शुद्ध |
यह लोग कहाँ रहते हैं ? | ये लोग कहाँ रहते हैं ? |
हम सबों ने उसे देखा। | हम सब ने उसे देखा। |
हम तेरे को पुस्तक न देंगे। | हम तुझे पुस्तक न देंगे। |
राम ने भोजन किया और सो गया। | राम ने भोजन किया और वह सो गया। |
वृक्षों पर कोयल कूक रही थी। | वृक्ष पर कोयल कूक रही थी। |
वह वहां जाकर बैठ गया और कहा। | वह वहाँ जाकर बैठ गया और कहने लगा। |
तुम कहते थे कि तुम नहीं जाओगे। | तुम कहते थे कि मैं नहीं जाऊँगा। |
वहाँ फूलों की प्रदर्शनी बुलाई जाने वाली है। | वहाँ फूलों की प्रदर्शनी लगाई जाने वाली है। |
उसका प्राण निकल गया। | उसके प्राण निकल गये। |
इस मूल्य में गेहूँ न मिलेगा। | इस मूल्य पर गेहूँ न मिलेगा। |
वह प्रत्येक छोटी छोटी बुराइयों को देखता है। | वह प्रत्येक छोटी मोटी बुराई को देखता है। |
विनय सहित निवेदन है। | विनयपूर्वक निवेदन है। |
मैं आठ सात दिन में आऊंगा। | मैं सात आठ दिनों में आऊंगा। |
तुम तुम्हारा काम करो और हम हमारा करेंगे। | तुम अपना काम करो और हम अपना करेंगे। |
राम गया न रमेश। | न राम गया न रमेश। |
यद्यपि वह छोटा है परन्तु बड़ी बातें जानता है। | यद्यपि वह छोटा है तथापि बड़ी बातें करना जानता है। |
श्री राम की स्त्री का नाम सीता था। | श्री राम की पत्नी का नाम सीता था। |
दीन पर कृपा करना पुन्य है। | दीन पर दया करना पुण्य है। |
मेरे मत में यह अच्छा नहीं। | मेरे विचार में यह अच्छा नहीं। |
यह धर्मार्थ के लिए अस्पताल है। | यह धर्मार्थ अस्पताल है। |
मैंने उसे इकन्नी दी। बालक ने उत्साह कहा, “अहा इकन्नी।” | मैंने उसे इकन्नी दी। बालक ने उत्साह से कहा, “अहा ! कन्नी।” |