Punjab State Board PSEB 11th Class Agriculture Book Solutions Chapter 7 दूध और दूध से बनने वाले पदार्थ Textbook Exercise Questions and Answers.
PSEB Solutions for Class 11 Agriculture Chapter 7 दूध और दूध से बनने वाले पदार्थ
PSEB 11th Class Agriculture Guide दूध और दूध से बनने वाले पदार्थ Textbook Questions and Answers
(क) एक-दो शब्दों में उत्तर दो-
प्रश्न 1.
प्रायः गाय के दूध से कितना खोया तैयार हो सकता है ?
उत्तर-
एक किलो दूध से लगभग 200 ग्राम खोया तैयार हो जाता है।
प्रश्न 2.
भंस के दूध से आमतौर पर कितना खोया तैयार हो सकता है ?
उत्तर-
एक किलो दूध से लगभग 250 ग्राम खोया तैयार हो जाता है।
प्रश्न 3.
गाय के एक किलोग्राम दूध में से कितना पनीर तैयार हो सकता है ?
उत्तर-
180 ग्राम।
प्रश्न 4.
भैंस के एक किलोग्राम दूध में से कितना पनीर तैयार हो सकता है ?
उत्तर-
250 ग्राम।
प्रश्न 5.
जाग लगा कर दूध से बनाए जाने वाले पदार्थ लिखो।
उत्तर-
दही, लस्सी।
प्रश्न 6.
गाय के दूध में कितने प्रतिशत फैट होती है ?
उत्तर-
कम से कम 4%1
प्रश्न 7.
गाय के दूध में कितने प्रतिशत एस०एन०एफ० होती है ?
उत्तर-
8.5% एस०एन०एफ० होती है।
प्रश्न 8.
भैंस के दूध में कितने प्रतिशत फैट होती है ?
उत्तर-
6% फैट होती है।
प्रश्न 9.
भैंस के दूध में कितने प्रतिशत एस०एन०एफ० होती है ?
उत्तर-
9% एस०एन०एफ० ।
प्रश्न 10.
टोन्ड दूध में कितनी फैट होती है ?
उत्तर-
टोन्ड दूध में 3% फैट होती है।
(ख) एक-दो वाक्यों में उत्तर दो –
प्रश्न 1.
मनुष्य के खाद्य में दूध का क्या महत्त्व है ?
उत्तर-
दूध में सरलता से पचने वाले पौष्टिक तत्व होते हैं। दूध एक संतुलित आहार है तथा शाकाहारी प्राणियों के आहार का अनिवार्य भाग है। मनुष्य दूध का प्रयोग जन्म से लेकर सारी ज़िन्दगी किसी न किसी रूप में करता रहता है। दूध में फैट, प्रोटीन, धातु, विटामिन आदि आहारीय तत्व होते हैं।
प्रश्न 2.
दूध में कौन-कौन से खाद्य तत्त्व पाए जाते हैं ?
उत्तर-
दूध में हड्डियों की बनावट तथा मज़बूती के लिए धातु जैसे-कैल्शियम आदि होता है, प्रोटीन, फैट, विटामिन आदि लगभग सभी पौष्टिक तत्त्व होते हैं।
प्रश्न 3.
व्यापारिक स्तर पर दूध से कौन-कौन से पदार्थ बनाए जाते हैं ?
उत्तर-
खोया, पनीर, दहीं आदि तथा खोया तथा पनीर के प्रयोग से कई तरह की मिठाइयां बनाई जाती हैं।
प्रश्न 4.
खोये को कितने डिग्री तापमान पर कितने दिन तक रखा जा सकता है ?
उत्तर-
खोए को आम तापमान पर 13 दिनों के लिए तथा कोल्ड स्टोर में ढाई माह तक आसानी से संभाल कर रख सकते हैं।
प्रश्न 5.
घी को ज्यादा समय के लिए किस तरह संभाल कर रखा जा सकता है ?
उत्तर-
घी में पानी की मात्रा बहुत कम होनी चाहिए तथा टीन के सील बंद डिब्बे के अंदर घी को 21°C पर छः माह के लिए संभाला जा सकता है।
प्रश्न 6.
पनीर को कितने डिग्री तापमान पर कितने दिन तक रखा जा सकता है ?
उत्तर-
पनीर को ठीक ढंग से बनाया गया हो तो दो सप्ताह के लिए फ्रीज में स्टोर किया जा सकता है। पनीर बनाने के भिन्न-भिन्न तरीकों के अनुसार पनीर को 2-4 दिनों से 5-6 माह तक स्टोर किया जा सकता है।
प्रश्न 7.
दूध के पदार्थ बनाने के लिए प्रशिक्षण कहां से लिया जा सकता है ?
उत्तर-
पंजाब कृषि विश्वविद्यालय लुधियाना, गडवासु लुधियाना तथा नैशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीच्यूट करनाल से ली जा सकती है।
प्रश्न 8.
उब्ल टोन्ड और स्टैंडर्ड दूध के स्तर लिखो।
उत्तर-
प्रश्न 9.
खोये को सुरक्षित रखने का तरीका लिखो।
उत्तर-
खोये को संभालने के लिए पोलीथीन कागज़ में लपेट कर ठंडे स्थान पर रखा जाता है। खोये को आम तापमान पर 13 दिन तक तथा कोल्ड स्टोर में अढाई माह तक रखा जा सकता है।
प्रश्न 10.
खोये से बनने वाली मिठाइयों के नाम लिखो।
उत्तर-
खोये से बनने वाली मिठाइयां हैं-पेड़े, गुलाब जामुन, कलाकंद, बर्फी आदि।
(ग) पांच-छ: वाक्यों में उत्तर दो –
प्रश्न 1.
दूध के पदार्थ बनाकर बेचने के क्या लाभ हैं ?
उत्तर-
कच्चा दूध जल्दी ही खराब हो जाता है। इसलिए दूध से दूध की वस्तुएं बनाई जाती हैं ताकि दूध को लम्बे समय तक संभाल कर रखा जा सके। दूध की तुलना में दूध से बने पदार्थ महंगे भाव के बिकते हैं तथा दूध उत्पादक को अच्छा लाभ मिल जाता है। दूध के पदार्थ दूध से भार तथा आकार में कम होते हैं तथा इनको लाने ले जाने का खर्चा भी कम होता है तथा आसान भी रहता है। इनके मण्डीकरण में बिचोले नहीं होते। इसलिए आमदन भी अधिक होती है। घर के सदस्यों को घर में ही रोजगार मिल जाता है।
प्रश्न 2.
पनीर बनाने की विधि लिखो।
उत्तर-
उबलते दूध में तेज़ाबी घोल, सिट्रिक तेज़ाब (नींबू का सत्) या लैक्टिक तेज़ाब डाल कर फटाया जाता है। फ़टे दूध पदार्थ को मलमल के कपड़े में डाल कर इसमें से पिच्छ को अलग कर दिया जाता है। फिर ठण्डा करके इसको पैक करके संभाल लिया जाता है या प्रयोग कर लिया जाता है। इसको दो सप्ताह तक फ्रीज में रखा जा सकता है।
प्रश्न 3.
खोया बनाने की विधि लिखो।
उत्तर-
दूध को कड़ाही में डाल कर गर्म किया जाता है तथा बहुत संघन होने तक इसे खुरचने से हिलाते रहते हैं तथा कड़ाही को खुरचते रहते हैं। इसके बाद कड़ाही को आग से उतार कर संघन पदार्थ को ठंडा करके खोए का पेड़ा बना लिया जाता है। गाय के एक किलो दूध में 200 ग्राम तथा भैंस के एक किलोग्राम दूध से 250 ग्राम खोया तैयार हो जाता है।
प्रश्न 4.
अलग-अलग श्रेणियों के दूध के क्या कानूनी स्तर हैं ?
उत्तर-
दूध के पदार्थों का मण्डीकरण करने के लिए कुछ कानूनी स्तरों को ध्यान में रखना चाहिए। यह स्तर हैं-
- पदार्थ बनाते समय सफाई का पूरा ध्यान रखना चाहिए।
- पदार्थ को बेचने के लिए पैक करके इसके ऊपर लेबल लगा कर पूरी जानकारी लिखनी चाहिए।
- पदार्थ संबंधी मशहूरी या इश्तिहार में ठीक-ठीक सूचना देनी चाहिए।
- पदार्थों में मानकीय गुणवत्ता बनाए रखनी चाहिए।
प्रश्न 5.
दूध के पदार्थ बनाकर बेचते समय मण्डीकरण के कौन-कौन से तथ्यों की ओर ध्यान देने की आवश्यकता है ?
उत्तर-
- शहरी मण्डी तथा गांव के उत्पादकों में दूरी को समाप्त करना चाहिए।
- दूध की प्रोसेसिंग तथा जीवाणु रहित डिब्बाबंदी की आधुनिक तकनीकों को अपनाना चाहिए।
- उत्पादकों को अपने क्षेत्र में आसानी से बिकने वाले पदार्थ बनाने चाहिए।
- दूध उत्पादकों को इकट्ठे होकर सहकारी सभाएं बना कर उत्पाद बेचने चाहिए।
- दूध उत्पादकों को व्यापारिक स्तर पर आधुनिक तकनीकों का प्रयोग करके पदार्थ बनाने चाहिए।
- कानूनी स्तरों का ध्यान रखना चाहिए।
Agriculture Guide for Class 11 PSEB दूध और दूध से बनने वाले पदार्थ Important Questions and Answers
अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
दूध से तैयार पदार्थों की ढुलाई आसान क्यों हो जाती है ?
उत्तर-
क्योंकि दूध पदार्थों का भार कम हो जाता है।
प्रश्न 2.
खोए को साधारण तापमान पर कितने दिनों के लिए संभाल कर रख सकते हैं ?
उत्तर-
13 दिनों तक।
प्रश्न 3.
दूध से पनीर बनाने के लिए गर्म दूध में क्या मिलाया जाता है ?
उत्तर-
नींबू का सत् (सिट्रिक एसिड)।
प्रश्न 4.
घी जल्दी खराब होने के क्या कारण हैं ?
उत्तर-
आवश्यकता से अधिक पानी की मात्रा, प्रकाश तथा हवा।
प्रश्न 5.
पनीर से तैयार होने वाली मिठाइयां कौन-सी हैं ?
उत्तर-
रसगुल्ला, छैना मुर्गी।
प्रश्न 6.
नैशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीच्यूिट कहां है ?
उत्तर-
करनाल में।
प्रश्न 8.
टोन्ड दूध में कितनी फैट होती है ?
उत्तर-
3.0%.
प्रश्न 9.
टोन्ड दूध में एस०एन०एफ० की मात्रा बताओ।
उत्तर-
8.5%.
लघु उत्तरीय प्रश्न –
प्रश्न 1.
दूध किनके खाद्य का महत्त्वपूर्ण अंग है ?
उत्तर–
गर्भवती औरतों, बच्चों, नौजवानों, बड़ी आयु के इन्सानों तथा रोगियों के खाद्य का महत्त्वपूर्ण अंग है।
प्रश्न 2.
दूध के पदार्थ बना कर बेचने का एक लाभ बताओ।
उत्तर-
दूध के पदार्थ बना कर बेचने से दूध की तुलना में अधिक लाभ मिल जाता है।
प्रश्न 3.
दूध का आधा हिस्सा किस तरह खपत हो जाता है ?
उत्तर-
दूध की कुल पैदावार का लगभग आधा हिस्सा आम प्रचलित दूध पदार्थों को बनाने में खपत हो जाता है।
प्रश्न 4.
दूध से कौन-कौन से पदार्थ बनाए जाते हैं ?
उत्तर-
खोए की मिठाई, छैने की मिठाई, खीर, रबड़ी, कुलफी, आईसक्रीम, टोन्ड दूध, स्परेटा दूध, दही, गाढ़ा दूध, दूध का पाऊडर, मक्खन, बच्चों के लिए दूध का पाऊडर आदि।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न-
प्रश्न-
घी बनाने तथा संभालने का ढंग बताओ।
उत्तर-
दूध में से मक्खन या क्रीम निकाल कर गर्म करके घी बनाया जाता है। घी को संभालने के लिए इसको अच्छी तरह बंद कर के रखा जाता है। प्रकाश तथा हवा से घी जल्दी खराब हो जाता है। इसलिए इसको सील बंद डिब्बे में रखना चाहिए। घी में पानी की अधिक मात्रा होने से यह जल्दी खराब हो जाता है।
दूध और दूध से बनने वाले पदार्थ PSEB 11th Class Agriculture Notes
- मानवता के लिए दूध का वरदान मिला है। दूध एक अनमोल (बहुमूल्य) तथा बहुत बढ़िया पौष्टिक पदार्थ है।
- दूध में कई आहारीय तत्व जैसे-प्रोटीन, हड्डियों के लिए कैल्शियम, अन्य धातुएं आदि होते हैं।
- दूध के मण्डीकरण में सहकारी सभाओं का बहुत योगदान है।
- गाय के दूध में कम-से-कम फैट की मात्रा 4% होनी चाहिए तथा एस०एन०एफ० (Solid not fat S.N.F.) की मात्रा 8.5% होनी चाहिए।
- भैंस के दूध में फैट की मात्रा 6% तथा एस०एन०एफ० की मात्रा 9% होनी चाहिए।
- दूध की श्रेणियां हैं-टोन्ड दूध, डबल टोन्ड दूध, स्टैंडर्ड दूध।
- कच्चा दूध जल्दी खराब हो जाता है। इसलिए दूध के पदार्थ बनाकर इसको लम्बे समय तक संभाला जा सकता है।
- दूध के पदार्थों से दूध की तुलना में अधिक कमाई की जा सकती है।
- दूध से बनाए जाने वाले पदार्थ हैं-खोया, पनीर, घी, दही आदि।
- गाय के एक किलोग्राम दूध में से 200 ग्राम खोया तथा 180 ग्राम पनीर मिल जाता है।
- भैंस के एक किलोग्राम दूध में 250 ग्राम खोया तथा 250 ग्राम पनीर मिल जाता
- आधुनिक तकनीकों से दूध पदार्थ बनाने की जानकारी पंजाब कृषि विश्वविद्यालय लुधियाना, गुरु अंगद देव वैटरनरी तथा एनीमल साईंसज़ विश्वविद्यालय, लुधियाना तथा नैशनल डेयरी रिसर्च ईस्टीच्यूट, करनाल से भी प्राप्त की जा सकती है।