Punjab State Board PSEB 5th Class Hindi Book Solutions Chapter 13 अनाथ Textbook Exercise Questions and Answers.
PSEB Solutions for Class 5 Hindi Chapter 13 अनाथ
Hindi Guide for Class 5 PSEB अनाथ Textbook Questions and Answers
I. बताओ
प्रश्न 1.
मनोहर कौन था? मंजरी ने उसे क्या काम दिया?
उत्तर:
मनोहर एक आठ वर्ष का बालक था जो मंजरी के घर में नौकर था। मंजरी ने उसे अपने बेटे वैभव के साथ स्कूल जाने का काम दिया।
प्रश्न 2.
वैभव ने मंजरी से क्या जिद्द की?
उत्तर:
वैभव ने मंजरी से जिद्द की कि वह मनोहर से कहे कि वह भी मंजरी को मम्मी कहा करे।
प्रश्न 3.
मनोहर स्कूल में कैसे दाखिल हुआ?
उत्तर:
मनोहर स्कूल में लिए गए टैस्ट में अच्छे अंकों से पास हो गया। शपथ-पत्र आदि दाखिल करके मनोहर भी स्कूल में दाखिल हो गया।
प्रश्न 4.
घर आकर मनोहर क्या-क्या काम करता?
उत्तर:
घर आकर मनोहर घर के सारे काम करता, फिर अपनी पढ़ाई भी करता।
प्रश्न 5.
मोनू रात को वैभव को क्यों जगाता रहता?
उत्तर:
मोनू रात को वैभव को पढ़ाई करने के लिए जगाता रहता। वह चाहता था कि पढ़ाई करके कक्षा में अच्छे नम्बर प्राप्त करे।
प्रश्न 6.
वैभव की पढ़ाई के पीछे किसका हाथ था?
उत्तर:
वैभव की पढ़ाई के पीछे मनोहर का हाथ था।
प्रश्न 7.
प्रिंसिपल ने देवेन्द्र को स्कूल क्यों बुलाया?
उत्तर:
परीक्षा में मनोहर के प्रथम आने पर और वैभव के अच्छे अंक लेकर पास होने पर प्रिंसिपल ने देवेन्द्र को स्कूल बुलाया था।
प्रश्न 8.
देवेन्द्र स्कूल जाकर क्यों गद्गद् हो उठे?
उत्तर:
स्कूल के प्रिंसिपल के हाथों सम्मान पाकर देवेन्द्र गद्गद् हो उठे। प्रिंसिपल ने तालियों से उनका स्वागत करते हुए शाल व सरस्वती की काँस्य प्रतिमा देकर उनका सम्मान किया।
प्रश्न 9.
प्रिंसिपल ने मोनू को क्या इनाम दिया और क्यों?
उत्तर:
प्रिंसिपल ने मोनू को मण्डल में सर्वश्रेष्ठ छात्र होने का ईनाम दिया क्योंकि उसने अपनी प्रतिभा तथा कला कौशल और अपनी लगन से न केवल स्कूल में ही बल्कि मण्डलीय स्तर पर आयोजित प्रत्येक प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ स्थान प्राप्त कर स्कूल का और अपना नाम रोशन किया था।
प्रश्न 10.
मनोहरको देवेन्द्र-मंजरी ने क्या इनाम दिया?
उत्तर:
मनोहर की प्रतिभा से खुश होकर देवेन्द्र और मंजरी ने कहा कि मोनू हमारा बेटा बनकर रहेगा। वह जितना भी पढ़ेगा, पढ़ाया जाएगा। वह आज से हम दोनों को मम्मी और पापा कहा करेगा।
II. निम्नलिखित मुहावरों के वाक्य बनाओ
मुहावरा – अर्थ – वाक्य।
1. रोड़े अटकाना : रुकावटें पैदा करना – कभी किसी की राह में रोड़े नहीं अटकाने चाहिएं।
2. गद्गद् होना : खुश होना – पुरस्कार पाकर मैं तो गद्गद् हो गया।
3. मूंछे खड़ी करना : मान रखना – बेटे की तरक्की ने पिता की मूंछे खड़ी कर दी थीं।
4. गुपचुप बातें करना : चोरी छिपे बातें करना – गुपचुप बातें बन्द करो और जाकर सो जाओ।
5. दंग रह जाना : हैरान रह जाना – छोटे से बच्चे के करतब देख मैं दंग रह गया था।
III. नीचे लिखे अनेक शब्दों के लिए एक शब्द लिखें
1. साथ पढ़ने वाला : सहपाठी
2. आठ साल का : …………..
3. स्कूल का प्रधान अध्यापक : …………..
4. माता-पिता, रक्षा एवं देखभाल करने वाला : ……………
5. संस्कृति से सम्बन्धित : ……………
6. समाज से सम्बन्धित : …………….
7. सबसे श्रेष्ठ करना : ………….
उत्तर:
1. साथ पढ़ने वाला = सहपाठी।
2. आठ साल का = अष्टायु।
3. स्कूल का प्रधान अध्यापक = प्रिंसिपल (प्राचार्य)।
4. माता-पिता, रक्षा एवं देखभाल करने वाला = अभिभावक।
5. संस्कृति से सम्बन्धित = सांस्कृतिक।
6. समाज से सम्बन्धित = सामाजिक।
7. सबसे श्रेष्ठ = सर्वश्रेष्ठ।
IV. पढ़ो, समझो और लिखो
(क) (i) वर्ष : …………….
(ii) सप्ताह : ………………
(iii) समाज : …………….
(iv) संस्कृति : ………………
(v) अर्थ : ………….
उत्तर:
(i) वर्ष – वार्षिक।
(ii) सप्ताह – साप्ताहिक।
(iii) समाज – सामाजिक।
(iv) संस्कृति – सांस्कृतिक।
(v) अर्थ – आर्थिक।
विशेष- भाग में ‘इक’ प्रत्यय का प्रयोग मूल शब्द में हुआ है।
(ख) (i) अभिनन्दन : अभिनंदित
(ii) सम्मान : ……………
(iii) आयोजन : ………….
(iv) स्थापना : ………….
उत्तर:
(i) अभिनन्दन – अभिनन्दित।
(ii) सम्मान – सम्मानित।
(iii) आयोजन – आयोजित।
(iv) स्थापना – स्थापित।
विशेष- भाग में ‘इत’ प्रत्यय का प्रयोग मूल शब्द के साथ हुआ है।
V. शुद्ध करके लिखो
वरषीय, सलाना, छुटी, स्कुल, दौडकर, प्रिंसीपल, समारो, परितियोगता, कीरतीमान, मूछे, शाबश, सतर।
उत्तर:
शुद्ध रूप-
वर्षीय।
सालाना।
छुट्टी।
स्कू ल।
दौड़कर।
प्रिंसिपल।
समारोह।
प्रतियोगिता।
कीर्तिमान।
मूंछे।
शाबाश।
सत्र।
VI. (क) नीचे अंग्रेजी और हिन्दी के शब्द घुलमिल गए हैं अतः अंग्रेजी के साथ सही हिन्दी
शब्द चुनकर लिखें-
अंग्रेजी शब्द – हिन्दी शब्द
बाउंड्री चारदीवारी
उत्तर:
अंग्रेजी शब्द – हिन्दी शब्द
(1) बाउंड्री – चारदीवारी।
(2) कलास – कक्षा
(3) स्कूल – विद्यालय।
(4) मम्मी – माँ/माता जी।
(5) मेम साहिब – मालकिन।
(6) बाथरूम – स्नानगृह।
(7) टैस्ट – परीक्षण।
(8) रिपोर्ट – प्रतिवेदन।
(9) सर – श्रीमान।
(10) प्रिंसिपल – प्रधानाचार्य।
(11) नम्बर – अंक।
(12) शाल – ओढ़नी।
(ख) नीचे फ़ारसी और हिन्दी के शब्द घुलमिल गए हैं अतः फ़ारसी के साथ सही हिन्दी शब्द चुनकर लिखें-
सालाना, प्रवेश, हर, जलसा, विशेष, ज़रूर, वार्षिक, दाखिला, अंदर, खास, व्याकुल, नहीं तो, सभा, रोज़ाना, परेशान, भीतर, नित्य, प्रत्येक, वरना, अवश्य।
फ़ारसी शब्द – हिन्दी शब्द
सालाना वार्षिक
उत्तर:
फ़ारसी शब्द – हिन्दी शब्द
(1) सालाना – वार्षिक।
(2) दाखिला – प्रवेश।
(3) हर – प्रत्येक
(4) जलसा – सभा।
(5) खास विशेष।
(6) ज़रूर – अवश्य।।
(7) वरना – नहीं तो।
(8) रोज़ाना – नित्य।
(9) परेशान – व्याकुल।
(10) अंदर – भीतर।
बहुवैकल्पिक प्रश्न
पूछे गए प्रश्नों के सही विकल्प पर (✓) निशान लगाएं
प्रश्न 1.
मनोहर कितने वर्ष का बालक था ?
(क) आठ
(ख) नौ
(ग) दस
(घ) सात।
उत्तर:
(क) आठ
प्रश्न 2.
वैभव की पढ़ाई के पीछे किसका हाथ था ?
(क) मन का
(ख) मनोहर का
(ग) गुरु का
(घ) माँ का।
उत्तर:
(ख) मनोहर का
प्रश्न 3.
प्रिंसीपल के हाथों कौन सम्मानित हुए ?
(क) वैभव
(ख) देवेन्द्र
(ग) सुरेन्द्र
(घ) मनेन्द्र।
उत्तर:
(ख) देवेन्द्र
प्रश्न 4.
मोनू किस में सर्वश्रेष्ठ छात्र रहा ?
(क) मंडल में
(ख) स्कूल में
(ग) कॉलेज में
(घ) घर में।
उत्तर:
(क) मंडल में
अनाथ Summary
अनाथ पाठ का सार
एकांकी में तीन दृश्य हैं। पहले दृश्य में मंजरी अपने इकलौते पुत्र वैभव के आग्रह पर अपने नौकर मनोहर को समझाती है कि वह उसे मम्मी कहकर सम्बोधित किया करे। मनोहर गाँव में रहने वाला अनाथ बच्चा था जिसकी आयु लगभग वैभव के बराबर थी। मंजरी ने ममोहर को मोनू नाम देकर बताया कि उसे वैभव के साथ प्रतिदिन स्कूल जाना था और उसके साथ छुट्टी हो जाने के बाद वापिस आ जाना था। मंजरी मोनू को वैभव की तरह साफ़स्वच्छ रहने के लिए भी कहती है। दूसरे दृश्य में वैभव ने अपने मित्र राजन को बताया कि मोनू गाँव से आया है और अब वह भी उनके साथ मांटेसरी स्कूल में पढ़ा करेगा। मोनू स्कूल का टेस्ट पास कर चौथी कक्षा में दाखिला प्राप्त कर लेता है। मोनू दिन भर स्कूल में पढ़ाई के बाद मंजरी को घर के कामों में सहायता देता है और रात को देर तक पढ़ता है। वह वैभव को भी पढ़ने की प्रेरणा देता रहता है। तीसरे दृश्य में स्कूल के प्रिंसिपल पत्र लिखकर वैभव के पिता देवेन्द्र को वार्षिक समारोह में आमन्त्रित करते हैं। स्कूल के जलसे में वे वैभव और मोनू की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हैं और बताते हैं कि मोनू ने स्कूल में ही नहीं बल्कि मंडलीय स्तर पर भी अनेक प्रतियोगिताओं में सर्वश्रेष्ठ स्थान प्राप्त कर स्कूल के नाम को रोशन किया है। मोनू की प्रेरणा के कारण वैभव ने भी अपनी कक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया था। ऐसे पुत्रों के पिता देवेन्द्र सिंह को प्रिंसिपल ने माला पहनाकर शाल और कांस्य प्रतिमा से सम्मानित किया था। घर लौटकर प्रसन्नता भरे देवेन्द्र ने मंजरी के सामने घोषणा की कि मोनू अब उन का नौकरः नहीं बल्कि पुत्र की तरह ही घर में रहेगा।
कठिन शब्दों के अर्थ:
अधिकारी = अफ़सर। बांउड्री = चार-दीवारी। मोटर गैराज = गाड़ियों के रखने का स्थान। वार्तालाप = बातचीत। परेशान = दुःखी; चिन्तित। गुपचुप = धीरे-धीरे। बाथरूम = नहाने का कमरा। टैस्ट = परीक्षण। घरेलू = घर का। अध्ययन = पढ़ाई। जागरूक = सचेत। प्रगति = तरक्की, विकास। सर्वश्रेष्ठ = सबसे अच्छे। रोड़े मत अटकाना = रुकावट न डालना। हरदम = हर समय। बिल्कुल = ज़रा भी। सालाना = वार्षिक। जलसा = समारोह। अभिभावक = माता-पिता। अभिनन्दन = स्वागत। प्रतिभा = कौशल, विलक्षण बौद्धिक क्षमता। कीर्तिमान = यशस्वी कार्य, रिकार्ड। मण्डलीय = सामूहिक। वाग्देवी = सरस्वती देवी। काँस्य = कांसे की मूर्ति। अनाथ = जिसके माता-पिता न हों।