Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Varn Prakaran वर्ण प्रकरण Exercise Questions and Answers, Notes.
PSEB 8th Class Hindi Grammar वर्ण प्रकरण
प्रश्न 1.
वर्ण या अक्षर को परिभाषित करो।
उत्तर:
वह छोटी-से-छोटी मूल ध्वनि को जिसके टुकड़े न हो सकें, वर्ण या अक्षर कहा जाता है ; जैसे-अ, इ, उ, ऋ, क्, च्, ट्, त्, प् आदि।
प्रश्न 2.
उच्चारण किसे कहते हैं ? भाषा के वर्गों का शुद्ध उच्चारण क्यों आवश्यक है ?
उत्तर:
बोलते समय जब वायु कंठ से लेकर होठों तक किसी उच्चारण अवयव द्वारा व्यक्त की जाती है तो विशेष प्रकार की ध्वनि पैदा होती है जिसे उच्चारण कहते हैं। किसी भाषा के सम्यक् ज्ञान के लिए उसके वर्णों का शुद्ध उच्चारण बहुत आवश्यक है।
प्रश्न 3.
वर्णमाला किसे कहते हैं ? हिन्दी वर्णमाला में कितने वर्ण (अक्षर) हैं ?
उत्तर:
वर्णों के क्रमानुसार समूह को वर्णमाला कहते हैं। हिन्दी वर्णमाला में 44 वर्ण हैं-ग्यारह स्वर तथा तैंतीस व्यंजन।
प्रश्न 4.
वर्ण के कितने भेद हैं ?
उत्तर:
वर्ण के दो भेद हैं-स्वर और व्यंजन।
प्रश्न 5.
स्वर किसे कहते हैं ? उसके कितने भेद हैं ?
उत्तर:
जो बिना किसी अन्य वर्ण की सहायता से बोले जाते हैं, उन्हें स्वर कहा जाता है। जैसे-अ, इ, उ, ऋ आदि ग्यारह स्वर हैं।
स्वर के तीन भेद हैं:
(i) ह्रस्व
(ii) दीर्घ
(iii) प्लुत।
(i) ह्रस्व : जिनके बोलने में कम समय लगे। जैसे-अ, इ, उ, ऋ। इन्हें एक मात्रिक स्वर भी कहा जाता है।
(ii) दीर्घ : जिनके बोलने में ह्रस्व स्वर से दुगुना समय लगे। जैसे-आ, ई, ऋ, ए, ओ, औ।
(iii) प्लुत : जिनके बोलने में ह्रस्व स्वर से तिगुना समय लगे। जैसे-ओ३म्, हे राम ! आदि।
प्रश्न 6.
अनुनासिक और निरनुनासिक में अंतर स्पष्ट कीजिए।
अथवा
उच्चारण के अनुसार स्वरों के भेद बताओ।
उत्तर:
उच्चारण के अनुसार सभी प्रकार (ह्रस्व, दीर्घ, प्लुत) स्वरों के दो भेद हैं
1. अनुनासिक : जब स्वरों का उच्चारण मुख और नासिका से होता है, तब वे ‘अनुनासिक’ कहलाते हैं। इस स्वर के ऊपर चन्द्रबिन्दु (ँ) या अनुस्वार ( . ) लगाया जाता है। जैसे-हँसना, दाँत, हंस आदि।।
2. निरनुनासिक : जब स्वरों का उच्चारण केवल मुख से होता है, तब वे ‘निरनुनासिक’ कहलाते हैं। इनके ऊपर चन्द्र बिन्दु नहीं लगता है। जैसे-अ, आ, इ, ई आदि स्वर।
इसी तरह नाग, अमर, मगर, जाग, भाग आदि शब्दों में आए हुए स्वर भी निरनुनासिक हैं।
प्रश्न 7.
व्यंजन किसे कहते हैं और इसके कितने भेद हैं ?
उत्तर:
जो वर्ण स्वरों की सहायता से बोले जाएँ, उन्हें व्यंजन कहते हैं। जैसे – क (क् + अ), च (च् + अ), ट (ट् + अ), त (त् + अ), प (प् + अ) आदि।
व्यंजन के भेद :
(i) स्पर्श
(ii) अन्तस्थ
(iii) ऊष्म।
स्पर्श वर्ण : क से ले र म तक = 25 वर्ण।
अन्तस्थ वर्ण : य, र, ल, व।
ऊष्म वर्ण : श, ष, स, ह।
प्रश्न 8.
संयुक्त व्यंजन किसे कहते हैं ?
उत्तर:
जो दो या दो से अधिक व्यंजनों से मिलकर बनते हैं, उन्हें संयुक्त व्यंजन कहते हैं, देवनागरी लिपि में ये चार हैं
(i) क्ष = क् + ष् + अ।
(ii) त्र = त् + र् + अ।
(iii) ज्ञ = ज् + ञ् + अ।
(iv) श्र = श् + र् + अ।
प्रश्न 9.
वर्गों के उच्चारण स्थान लिखो।
उत्तर:
वर्णों के उच्चारण स्थान निम्नलिखित हैं
उच्चारण स्थान तालिका
वर्ण | स्थान | नाम |
अ, आ, कवर्ग (क, ख, ग, घ, ङ), ह, विसर्ग ( : ) | कण्ठ | कण्ठ्य |
इ, ई, चवर्ग (च, छ, ज, झ, ञ), य, श | तालु | तालव्य |
ऋ, टवर्ग (ट, ठ, ड, ढ, ण), र, ष | मूर्धा | मूर्धन्य |
तवर्ग (त, थ, द, ध, न), ल, स | दन्त | दन्त्य |
उ, ऊ, पवर्ग (प, फ, ब, भ, म) | ओष्ठ | ओष्ठ्य |
ङ, ञ, ण, न, म, अनुस्वार | नासिका | नासिक्य |
ए, ऐ | कण्ठ-तालु | कण्ठ-तालव्य |
ओ, औ | कण्ठ-ओष्ठ | कण्ठौष्ठ्य |
व | दन्त-ओष्ठ | दान्तौष्ठ्य |
नोट : हिन्दी वर्णमाला में तीन संयुक्त अक्षर भी सम्मिलित किए गए हैं-क्ष, त्र, ज्ञ। जैसे-क् + ष् + अ = क्ष, त् + र् + अ = त्र, ज् + ञ् + अ = ज्ञ।
प्रश्न 10.
अयोगवाह किसे कहते हैं ?
उत्तर:
जो बिना किसी अन्य वर्ण के आधार लिए नहीं बोले जा सकते। जैसे-
(i) अं (अनुस्वार) इसमें अनुस्वार का बिन्दु अ अक्षर का सहारा लिए हुए है।
(ii) अः (विसर्ग) दोनों बिन्दु ( : ) अ अक्षर का सहारा लिए हुए हैं।
प्रश्न 11.
अनुस्वार और अनुनासिक में क्या भेद ( अन्तर) है ?
उत्तर:
उत्तर:
अनुस्वार (अं) : इसका उच्चारण करते समय श्वास (साँस) केवल नाक से निकलती है। अनुस्वार सामने के व्यंजन पर आश्रित होता है, अत: कभी भी शब्द के अन्त में नहीं आ सकता ; जैसे-रंक, पंक, मंगल आदि।
अनुनासिक (अँ) : इसका उच्चारण मुख और नासिका दोनों से मिलकर होता है। जैसे-हँसना, पाँच, साँठ, गाँठ आदि। अनुनासिक पूर्व के स्वर पर आश्रित रहता है। अतः शब्द के अन्त में नासिका ध्वनि सदा अनुनासिक ही होती है। अनुस्वार नहीं, जैसेलड़कियाँ, जाएँ, आएँ आदि।
प्रश्न 12.
विसर्ग किसे कहते हैं ? इसका उच्चारण कैसे होता है ?
उत्तर:
विसर्ग दो बिन्दुओं ( : ) के चिह्न को कहते हैं। इसका उच्चारण ‘ह’ की ध्वनि के समान होता है।
अति लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
निम्नलिखित शब्दों के वर्गों को अलग-अलग दर्शाइए
क्षत्रिय, प्रसिद्ध, परीक्षा, विज्ञान, विद्या, क्रान्ति, दीक्षा, हृदय, राष्ट्र, प्रत्येक, उज्ज्वल, उद्दण्ड, स्वास्थ्य, उत्कर्ष, कार्यक्रम।
उत्तर:
क्षत्रिय = क् + ष् + अ, त् + र् + इ, य् + अ।
प्रसिद्ध = प् + र् + अ, स् + इ, द् + ध् + अ।
परीक्षा = प् + अ, र् + ई, क् + ष् + आ।
विज्ञान = व् + इ, ज् + ञ् + आ, न् + अ।
विद्या = व् + इ, द् + य् + आ।
क्रान्ति = क् + र् + आ, न् + त् + इ।
दीक्षा = द् + इ, क् + ष् + आ।
हृदय = ह् + ऋ, द् + अ, य् + अ।
राष्ट्र = र् + आ + ष् + ट् + र् + अ।
प्रत्येक = प् + र् + अ + त् + य् + ए + क् + अ।
उज्व ल = उ + ज् + ज् + व् + अ + ल् + अ।
उद्दण्ड = उ + द् + द् + अ + ण् + ड् + अ।
स्वास्थ्य = स् + व् + आ + स् + थ् + य् + अ।
उत्कर्ष = उ + त् + क् + अ + र् + ष् + अ।
कार्यक्रम = क् + आ + र् + य् + अ + क् + र् + अ + म् + अ।